Bihar Board Class 8 Maths Solutions Chapter 3 ज्यामितीय आकृतियों की समझ

Bihar Board Class 8 Maths Solutions Chapter 3 ज्यामितीय आकृतियों की समझ Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 8 Maths Solutions Chapter 3 ज्यामितीय आकृतियों की समझ

Bihar Board Class 8 Maths ज्यामितीय आकृतियों की समझ Ex 3.1

ज्यामिति आकृति की समझ Bihar Board Class 8 प्रश्न 1.
सरल एवं बंद आकृति क्या होती है ? उदाहरण देते हुए उसके प्रमुख गुणों को समझाइए।
उत्तर
सरल एवं बंद आकृतियाँ वैसी होती हैं जो किसी क्षेत्रफल का निर्माण भी करती हैं तथा कहीं पर एक-दूसरे को काटती नहीं हैं।
जैसे-
Bihar Board Class 8 Math
गुण-

  • यह एक बंद क्षेत्रफल का निर्माण करती हैं।
  • ये रेखाएँ कहीं पर भी एक-दूसरे को कहीं भी नहीं काटती।

Bihar Board Class 8 Math Solution प्रश्न 2.
निम्न आकृतियों में से पहचान करें की कौन-सी सरल हैं, कौन-सी बंद हैं पर सरल नहीं हैं, कौन-सी खुली हैं, कौन-सी उत्तल एवं कौन-सी अवतल आकृति हैं ?
उत्तर
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Bihar Board Class 8 Math Solution Chapter 3 प्रश्न 3.
नीचे दिए गए बहुभुज के नाम लिखिए तथा उसके सभी संभावित विकर्ण खींचिए :
विकर्णों की संख्या कितनी है?
उत्तर-
ज्यामिति आकृति की समझ Bihar Board Class 8
विकणों की संख्या = 5

बिहार बोर्ड क्लास 8 मैथ प्रश्न 4.
नीचे के चित्र में कुछ कारें पड़ी हैं। बीच में चौकोर आकार का मैदान है। बताइए कि कितनी कार बहुभुज के अभ्यंतर भाग में हैं ? कितनी बहिर्भाग में हैं?
उत्तर
चौकोर आकार के मैदान में अभ्यंतर के 5 कारे हैं तथा बर्हिभाग में 3 कारें हैं।

बिहार बोर्ड क्लास 8 मैथ सलूशन प्रश्न 5.
नीचे के दो कॉलम में से एक में बहुभुज का नाम तथा दूसरे में उसकी भुजाओं की संख्याएँ दी गई हैं, बहुभुज के नाम को उनकी भुजाओं की संख्या से मिलान कीजिए।
उत्तर
(a) त्रिभुज – 7
(b) पंचभुज – 9
(c) सप्तभुज – 3
(d) नवभुज – 6
(e) षट्भुज – 5
उत्तर
(a) 3, (b) 5, (c) 7, (d) 9, (e) 6

Bihar Board Class 8 Math Solution In Hindi प्रश्न 6.
एक बहुभुज के अन्तःकोणों के मापों का योग-540″ है उसमें कितनी भुजाएँ हैं? बताइए?
उत्तर
बहुभुज के अन्त:कोणों के मापों का योग = 540°
भुजाओं की सं० = \(\frac{540}{9}\) = 6

Class 8 Bihar Board Math Solution प्रश्न 7.
एक समबहुभुज की आठ भुजाएँ हैं, उसके प्रत्येक बाह्यकोणों की माप ज्ञात कीजिए । प्रत्येक अंतःकोण कितने माप का होगा?
उत्तर
समबहुभुज की भुजाएँ = 8
बाह्य कोणों की सं० = 2 (x – 2) × 90°
= 2(8 – 2) × 90°
= 2 × 6 × 90°
= 12 × 90°
= 1080°
1080 एक बाह्यकोण की सं० = \(\frac{1080}{8}\) = 135°
किसी भी बहुभुज के सभी अंत:कोणों की माप = 360° = 8
भुजाओं की संख्या = 8
एक अंतकोण की माप = \(\frac{360}{8}\) = 45°

Bihar Board Class 8 Maths ज्यामितीय आकृतियों की समझ Ex 3.2

Bihar Board 8 Class Math Solution प्रश्न 1.
समलंब क ख ग घ में कोण क = 100° तथा कोण ख = 110° हैं तब शेष दोनों कोणों की माप क्या होगी?
उत्तर
समलंब चतुर्भुज में सम्मुख कोणों का योग = 180°
∠क + ∠ग = 180°
100° + ∠ग = 180°
∠ग = 180 – 100
∠ग = 80°
इसी प्रकार,
∠ख + ∠घ = 180°
110° + ∠घ = 180°
∠घ = 180° – 110°
∠घ = 70°

Bihar Board 8th Class Math Solution प्रश्न 2.
एक समांतर चतुर्भुज की आसन्न भुजाएँ 3 : 2 के अनुपात में हैं यदि पहली आसन्न भुजा 6 सेमी हो तब उस समांतर चतुर्भुज की परिमिति क्या होगी?
उत्तर
समांतर चतुर्भुज की आसन्न भुजाएँ आपस में समान होती हैं।
AB = DC
AD = BC
माना 3x = 6
x = 2
अब प्रश्नानुसार,
आसन्न भुजाएँ 3 : 2 के अनुपात में है।
पहली भुजा यानि 3x = 6
तो दूसरी भुजा = 2x = 2 × 2 = 4 cm.
समांतर चतुर्भुज की परिमिति = 2 (ल. + चौल)
= 2 (6 + 4)
= 2 × 10
= 20 cm.

Class 8 Math Solution Bihar Board प्रश्न 3.
समांतर चतुर्भुज का एक कोण 120″ है, तो उसके बाकी तीनों कोणों की माप क्या होगी?
उत्तर
समांतर चतुर्भुज के सम्मुख कोण आपस में बराबर होते हैं।
∠A = ∠C = 120°
अब चतुर्भुज के गुणों से, ∠A + ∠B + ∠C + ∠D = 360°
120° + ∠B + 120° + ∠D = 360°
∠B + ∠D = 360 – (120° + 120°)
∠B + ∠D = 360 – 240°
∠B + ∠D = 120°
x + x = 120° [∴ ∠B = ∠D (सम्मुख कोण)]
2x = 120°
x = 60°
∠B = ∠D = 60°

Bihar Board 8th Class Math Book Pdf Download प्रश्न 4.
एक समचतुर्भुज के विकर्णों की लम्बाई 6 मीटर एवं 8 मीटर है तो उसके प्रत्येक भुजा की लम्बाई ज्ञात कीजिए।
उत्तर
समचतुर्भुज ABCD में विकर्ण AC = 8 cm, BD = 6 cm.
विकर्ण AC तथा BD एक दूसरे को O पर समद्विभाजित करते हैं।
जब ∆AOD में, AO = 4, OD = 3
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समचतुर्भुज में सभी भुजाएँ समान होती हैं।
AB = BC = DC = AD = 5 cm.

Bihar Board Math Class 8 प्रश्न 5.
एक आयत और समांतर चतुर्भुज में क्या समानता और क्या अंतर हैं? लिखिए।
उत्तर
आयत तथा समांतर चतुर्भुज में समान्ताएँ-

  • आयत तथा समांतर चतुर्भुज को सम्मुख भुजाएँ समान होती हैं।
  • आयत तथा समांतर चतुर्भुज के विकर्ण एक-दूसरे को समद्विभाजित करते हैं।

आयत तथा समांतर चतुर्भुज में अंतर-

  • आयत के विकर्ण आपस में समान होते हैं लेकिन समांतर चतुर्भुज की विकर्णों की लम्बाई आपस में समान नहीं होती।
  • आयत का प्रत्येक कोण समकोण होता है। लेकिन समांतर चतुर्भुज में यह आवश्यक नहीं होता है।
  • आयत के विकर्ण समान लम्बाई के होते हैं लेकिन समांतर चतुर्भुज में नहीं।

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 6 घर्षण के कारण

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 6 घर्षण के कारण Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 6 घर्षण के कारण

Bihar Board Class 8 Science घर्षण के कारण Text Book Questions and Answers

अभ्यास

घर्षण Class 8 Bihar Board प्रश्न 1.
कौन-सा गतिशील गेंद की गति को मंद करता है?
उत्तर-
घर्षण बल गतिशील गेंद की गति को मंद करता है

Gharshan Ke Karan Bihar Board प्रश्न 2.
घर्षण बल क्या है ?
उत्तर-
किसी वस्तु पर लगने वाला वह बल जो हमेशा गति का विरोध करता हो उस विरोधी बल को घर्षण बल कहते हैं। प्रत्येक वस्तु पर घर्षण बल उसकी गति के विपरीत दिशा में होता है। घर्षण बल हमेशा गति का विरोधी बल होता है तथा कभी भी गति बढ़ाने में मदद नहीं करता। घर्षण बल दो सतहों के बीच कार्य करता है इसलिए इसे सम्पर्क बल कहते हैं।

घर्षण के कारण Bihar Board प्रश्न 3.
स्थैतिक घर्षण तथा सी घर्षण में अन्तर बताइए।
उत्तर-
जब किसी वस्तु को विराम की स्थिति से गति में लाने का प्रयास किया जाता है। उस स्थिति में लगने वाले घर्षण बल को स्थैतिक घर्षण कहते.

जब कोई एक वस्तु, दूसरे वस्तु पर गतिमान हो तो उन दोनों सतहों के बीच लगने वाले घर्षण को सी घर्षण कहते हैं। सी घर्षण, स्थैतिक घर्षण से कम होता है।

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 4.
घर्षण बल की दिशा क्या होती है?
उत्तर-
घर्षण बल की दिशा हमेशा गति के विपरीत होती है।

Science बुक बिहार क्लास 8 Solution प्रश्न 5.
जब गेंद को समान वेग से फेकेंगे तो गेंद क्यों

  1. पक्की समतल सतह पर लम्बी दूरी तय करती है।
  2. कच्ची सड़क पर कम दूरी तय करती है।
  3. कंकड़ी सड़क पर बहुत कम दूरी तय कर पाती है।

उत्तर-

  1. जब गेंद को समान वेग से फेंकते हैं तो गेंद पक्की समतल सतह पर लम्बी दूरी तय करती है क्योंकि पक्की समतल सतह की प्रकृति चिकनी होती है जिसके कारण घर्षण बल कम लगता है।
  2. कच्ची सड़क पर गेंद कम दूरी तय करती है क्योंकि यहाँ घर्षण बल ज्यादा लगता है।
  3. कंकडीली सड़क की सतह काफी खरदरा है जिसके कारण यहाँ घर्षण बल बहुत अधिक कार्य करता है। परिणामस्वरूप गेंद बहुत कम दूरी तय कर पाती है।

घर्षण के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 6.
जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर गति करती है तो कौन वस्तु घर्षण प्रदर्शित करेगी?

  1. निचली वस्तु की सतह
  2. ऊपर गतिशील वस्तु की सतह
  3. दोनों वस्तु की सतह ।

उत्तर-
3. दोनों वस्तु की सतह ।

Bihar Board Science Book Class 8 प्रश्न 7.
खिलाड़ी द्वारा जूतों में काँटी का प्रयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर-
काँटी जमीन में घुस जाती है जिसके कारण जूता और जमीन में बहुत अच्छी सम्पर्क स्थापित हो जाता है। परिणामस्वरूप घर्षण बल का मान अधिक हो जाता है और खिलाड़ी फिसल नहीं पाते हैं तथा अपने क्षमता के अनुसार प्रदर्शन कर पाते हैं।

Gharshan Class 8 Bihar Board प्रश्न 8.
घर्षण हानिकारक वस्तु अनिवार्य है। क्यों?
उत्तर-
सतहों के बीच घर्षण ऊर्जा का अपव्यय करते हैं। घर्षण के कारण वस्तुएँ घिस जाती हैं। कपड़ा, जूता, चाकू, पेंसिल, पेन, बॉल बेयरिंग आदि घर्षण के कारण घिसकर खराब हो जाते हैं। मशीनों में घर्षण के कारण ऊर्जा का क्षय होता रहता है तो दूसरी तरफ बिना घर्षण के हम पृथ्वी चल नहीं पाएंगे। वाहन सड़क पर दौड़ नहीं पाएगी। घर्षण के कारण ही वाहनों पें गति संभव है। वाहनों की दिशा परिवर्तन में, कागज पर लिखने इत्यादि ऐसे बहुत कार्य हैं जिसमें घर्षण सहायक होते हैं।

इस प्रकार घर्षण जहाँ हानिकारक है, वहीं अत्यंत लाभकारी भी है। यानि अनिवार्य भी है।

Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 9.
धारा रेखीय आकृति से क्या समझते हैं ? हवाई जहाज की आकृति या नाव । जहाज को विशेष आकृति क्यों प्रदान की जाती है ?
उत्तर-
तरल पदार्थ (गैस तथा द्रव) में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति’ को विशेष रूप प्रदान किया जाता है जिससे घर्षण के मान को कम किया जाता है । इसी विशेष आकृति को धारा-रेखीय आकृति कहते हैं। हवाई जहाज,

नाव, जहाज की धारा रेखीय आकृति दिया जाता है। ताकि हवा तथा जल से कम से कम अवरोध या घर्षण हो सके। घर्षण कम होने से ऊर्जा का क्षय कम होता है और आसानी से यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक गमन कर पाती है।

Bihar Board Class 8th Science Solution प्रश्न 10.
खाली स्थानों को भरें।

  1. घर्षण वह बल है जो गति का ……….. करता है।
  2. चिकनी सतह की अपेक्षा रूखड़ी सतह ……….. घर्षण उत्पन्न करती है।
  3. कैरमबोर्ड पर पाउडर के प्रयोग से घर्षण ………. हो जाता है।
  4. तरल घर्षण को ……….. कहते हैं।
  5. हवाई जहाज की आकृति ………. होती है जिससे हवा के कारण घर्षण कम हो जाए।

उत्तर-

  1. विरोध
  2. अधिक
  3. कम
  4. कर्षण
  5. धारा रेखीय

Bihar Board 8 Class Science Solution प्रश्न 11.
नीचे दिए गए कथन सत्य हैं या असत्य ?

  1. जब किसी गेंद को किक करते हैं तो सदा के लिए लुढ़कती रहती
  2. घर्षण के कारण ऊष्मा ऊर्जा उत्पन्न होती है।
  3. वस्तु के भार पर घर्षण का मान निर्भर करता है।
  4. स्नेहक के प्रयोग से घर्षण का मान घट जाता है।

उत्तर-

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. सत्य
  4. सत्य।

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 2 तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 1 दहन और ज्वाला : चीजों का जलना Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 2 तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप

Bihar Board Class 8 Science तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप Text Book Questions and Answers

अभ्यास

Bihar Board Class 8 Science Chapter 2 प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें

  1. सजातीय आवेश एक-दूसरे को ……….. करते हैं।
  2. विजातीय आवेश एक-दूसरे को ………. करते हैं।
  3. तड़ित चालक तड़ित से भवन को ………… करते हैं।
  4. भूकम्प की तीव्रता का मापन ………… स्केल से किया जाता

उत्तर-

  1. विकर्षित
  2. आकर्षित
  3. सुरक्षा
  4. भूकम्पमापी।

 

Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 2.
सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चिट्-चिट् की आवाज होती है। क्यों?
उत्तर-
स्वेटर तथा शरीर के रगड से आवेश उत्पन्न होता है। आवेश के प्रवाह के कारण विद्युत उत्पन्न होती है । इस प्रवाह को विद्युत उत्सर्जन कहा जाता है। जिस कारण तीव्र प्रकाश चिनगारी के रूप में उत्पन्न होती है जो हमें चिट्-चिट् की आवाज तथा चिनगारी के रूप में मालूम पड़ता है।

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 3.
जब हम विद्युतदर्शी के ऊपरी भाग को छूते हैं तो वह अपना आवेश
खो देती है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
जब हम विद्यतदर्शी के ऊपरी भाग को छते हैं तो उसके पत्ती में मौजुद आवेश हमारे शरीर में प्रवाहित होकर चली आती है और पनः हमारे शरीर से आवेश प्रवाहित होकर पृथ्वी में चली जाती है। क्योंकि शरीर विद्यत का सुचालक होता है। परिणामस्वरूप विद्युतदर्शी अपना आवेश खो देती है।

Bharti Bhawan Class 8 Science Book Solutions In Hindi प्रश्न 4.
भूकम्पमापी का चित्र बनाकर उसके मापन विधि को लिखिए।
उत्तर-
छात्र शिक्षक की मदद से भूकम्पमापी की विधि को लिखें।

Bihar Board Solution Class 8 Science

Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 5.
तड़ित तथा भूकम्प से अपनी सुरक्षा के उपायों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
तड़ित से सुरक्षा के उपाय

  1. तड़ित झंझा अथवा तूफान के समय खुले स्थान में नहीं रहना चाहिए।
  2. बिजली तथा टेलीफोन के तारों या खम्भों स दूरी बनाए रखना चाहिए। क्योंकि तड़ित एक विद्युत विसर्जन है।
  3. किसी भी बिजली से चलने वाले उपकरणों के प्रयोग से बचना चाहिए।
  4. तड़ित अथवा तूफान के समय नदी, तालाब आदि में स्नान नहीं करना चाहिए।
  5. वातावरण शांत होने पर ही सुरक्षित स्थान से बाहर आना चाहिए।

भूकम्प से सुरक्षा के उपाय – भूकम्प से बचने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतनी चाहिए जो इस प्रकार हैं

  1. गड्ढे वाली जगहों को भरकर, तालाबों एवं पोखरों के समीप घर बनाने से बचना चाहिए।
  2. घर की बनावट भूकम्परोधी होना चाहिए।
  3. घर-घर के बीच दूरी होनी चाहिए।
  4. भूकम्प के समय मजबूत चौकी या पलंग या टेबुल के नीचे झटकों के रूकने तक छिपे रहना चाहिए।
  5. संभव हो तो सर के ऊपर तकिया आदि गद्देदार चीज रख लेना चाहिए।
  6. भारी वस्तुओं से दूर हटकर रहने का प्रयास करना चाहिए।
  7. भवनों, बिजली के तारों तथा वृक्षों से दूर खुले स्थान में लेट जाना चाहिए।

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 3 फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 3 फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 3 फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन

Bihar Board Class 8 Science फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन Text Book Questions and Answers

अभ्यास

1.सही विकल्प चुनिए

फसलों की उपज में सुधार हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दीजिए Bihar Board प्रश्न (i)
धान की फसल है
(क) रबी
(ख) खरीफ
(ग) जायद
(घ) क एवं ख दोनों
उत्तर-
(ख) खरीफ

Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न (ii)
चना की फसल है
(क) खरीफ
(ख) रबी
(ग) जायद
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(ख) रबी

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न (iii)
उर्वरक है
(क) कार्बनिक पदार्थ
(ख) अकार्बनिक लवण
(ग) क एवं ख दोनों
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(ख) अकार्बनिक लवण

फसल उत्पादन एवं प्रबंधन Class 8 Bihar Board प्रश्न (iv)
खरपतवार हटाने को कहते हैं
(क) जुताई
(ख) सिंचाई
(ग) निराई
(घ) कटाई
उत्तर-
(ग) निराई

फसल उत्पादन एवं प्रबंधन पाठ के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (v)
अनाज का भण्डारण किया जाता है
(क) जूट के बोरों में
(ख) धातु के पात्रों में
(ग) कोठियों में
(घ) F. C.I. गोदामों में
(ङ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(ङ) उपर्युक्त सभी

2.रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

  1. मिट्टी को उलटने-पलटने की प्रक्रिया …………. कहलाती है।
  2. खाद …………. पदार्थों का मिश्रण है।
  3. धान एवं गन्ना में ……….. सिंचाई की जरूरत होती है।
  4. केंचुए. को किसानों का ………… कहा जाता है।
  5. फलदार पौधों को पानी देने का सबसे अच्छा तरीका ………. तंत्र

उत्तर-

  1. जुताई
  2. रासायनिक
  3. अधिक
  4. मित्र
  5. ड्रिप ।

3. कॉलम A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम B से कीजिए

फसल उत्पादन के प्रश्न उत्तर Bihar Board
उत्तर-

  1. (c)
  2. (e)
  3. (a)
  4. (b)
  5. (d)

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

फसल उत्पादन एवं प्रबंधन के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (i)
सिंचाई किसे कहते हैं ? इसकी आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-
पौधों को जीवित रहने के लिए जल की जरूरत होती है। बीज के अंकुरण से लेकर फसल तैयार होने के कुछ दिन पहले तक या कुछ पौधों … में एक फल टूटा तो दूसरा लगा वैसे पौधों में निरंतर पानी की आवश्यकता

होती है। पौधों को जिन पोषक तत्वों की जरूरत होती है वे पानी में घुलकर जड़ों द्वारा पौधों के विभिन्न अंगों तक पहुँचते हैं। पौधों में लगभग 90% जल होता है। अच्छी फसल उत्पादन के लिए फसलों को विभिन्न अंतराल पर पानी देना ही सिंचाई कहलाता है। सिंचाई की आवश्यकता को इस प्रकार प्रकट किया जा सकता है।

  1. अंकुरण के लिए।
  2. पौधों की वृद्धि के लिए।
  3. पत्ती तथा टहनी में वृद्धि के लिए।
  4. भोजन तैयार करने में।
  5. फूल तथा फल में वृद्धि के लिए इत्यादि ।

Class 8 Science Bihar Board प्रश्न (ii)
खाद एवं उर्वरक में क्या अन्तर है?
उत्तर-

खाद :

  1. खाद एक प्राकृतिक पदार्थ है जो गोबर, मानव अपशिष्ट एवं पौधों। के अवशेष के विघटन से प्राप्त होता है।
  2. खाद खेतों में बनाई जाती है।
  3. खाद से मिट्टी को ह्यूमस प्रचुर मात्रा में प्राप्त होती है।
  4. खाद में पादप पोषक कम मात्रा में होता है।

उर्वरक :

  1. उर्वरक प्रायः अर्कानिक लवण है।
  2. उर्वरक का उत्पादन फैक्ट्रियों में होती है।
  3. उर्वरक से मिट्टी को ह्यूमस प्राप्त नहीं होती ह
  4. उर्वरक में पादप पोषक जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस एवं पोटाशियम प्रचुरता में होता है।

Science बुक बिहार क्लास 8 Solution Bihar Board प्रश्न (iii)
जैविक खाद से क्या लाभ है ?
उत्तर-
जैविक खाद से निम्नलिखित लाभ हैं

  1. जैविक खाद से मिट्टी की जल सोखने की क्षमता में वृद्धि होती
  2. जैविक खाद से मिट्टी भुरभुरी एवं सरंध्र हो जाती है जिसके कारण गैस विनिमय सरलता से होता है।
  3. जैविक खाद से मित्र जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
  4. जैविक खाद से मिट्टी का गठन में सुधार होता है।
  5. जैविक खाद से मिट्टी को ह्यूम प्राप्त होता है।

Bihar Board 8th Class Science प्रश्न (iv)
खरपतवार क्या है? हम उनका नियंत्रण कैसे करते हैं?
उत्तर-
खेतों में फसली पौधों के साथ-साथ कुछ अवांछनीय पौधे भी उग जाते हैं जो कि मुख्य फसल के साथ भोजन, स्थान एवं जल का बँटवारा करके फसल को प्रभावित करते हैं। इन अवांछनीय पौधों को खरपतवार कहते हैं। अच्छी फसल उत्पादन के लिए खरपतवार पर नियंत्रण आवश्यक होता है। इसके नियंत्रण के लिए निम्नलिखित उपाय किये जाते हैं।

  1. खेत की जुताई कर ।
  2. खुरपी या हाथ से निकालकर ।
  3. रसायनों का प्रयोग कर इत्यादि ।

फसल उत्पादन एवं प्रबंधन कक्षा 8 प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (v)
फसलों की उपज में सुधार हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दीजिए।
उत्तर-
फसलों की उपज में सुधार हेतु महत्वपूर्ण सुझाव

  1. मिट्टी/खेत को ठीक से तैयार करना ।
  2. उन्नत/उत्तम बीज का चयन ।
  3. समय से बुवाई।
  4. समय-समय पर सिंचाई।
  5. समय-समय पर निकौनी ।
  6. जैविक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग।
  7. वैज्ञानिक पद्धति से खेती करना।
  8. केंचुएँ का प्रयोग।

Bihar Board Class 8 Science प्रश्न (vi)
केंचुए को “किसानों का मित्र” कहा जाता है। क्यों ?
उत्तर-
रासायनिक खादों के प्रयोग, पीड़कनाशी के प्रयोग इत्यादि कारणों से जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती हैं। जिसके कारण फसल का उत्पादन बहुत कम हो जाता है।

वैज्ञानिक शोध से निष्कर्ष निकला है कि केंचुए “किसानों का मित्र” होता है। क्योंकि केंचुए भोजन के रूप में मिट्टी को ग्रहण करता है और उसमें रासायनिक अधिकता को कम कर मल के रूप में बाहर निकाल देता है। निश्चित भू-भाग में निश्चित मात्रा में केंचुए को डालकर उसके उर्वरा शक्ति को वापस लाया जा सकता है। इतना ही नहीं बहुत कम खर्च में केंचुए को उपलब्ध किया जा सकता है। इन सभी कारणों से केंचुए को “किसानों का मित्र” कहा जाता है।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना

Bihar Board Class 8 Social Science Solutions History Aatit Se Vartman Bhag 3 Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Text Book Questions and Answers, Notes.

BSEB Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना

Bihar Board Class 8 Social Science भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Text Book Questions and Answers

पाठगत प्रश्नोत्तर

Bihar Board Class 8 History Solution प्रश्न (i)
आठवीं शताब्दी में किस देश के व्यापारी भारत में व्यापार करने आए थे?
उत्तर-
आठवीं शताब्दी में अरब देश के व्यापारी भारत में व्यापार करने आए थे।

Bihar Board Class 8 Social Science Solution प्रश्न (ii)
1707 में मुगल बादशाह औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात् भारत में कौन-कौन से राज्य बने?
उत्तर-
1707 में मुगल बादशाह औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात् भारत में जिन नये राज्यों का उदय हुआ उनमें सबसे प्रमुख राज्य थे-बंगाल, अवध और हैदराबाद (निजाम), साथ ही मराठा राज्य, सिक्ख और जाटों के राज्य

भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना कक्षा 8 Bihar Board प्रश्न (iii)
कुछ ऐसे यूरोपीय देशों के नाम बताएँ जो 15 वीं से 17 वीं शताब्दी के बीच व्यापार करने के उद्देश्य से हमारे देश में आए ?
उत्तर-
15वीं से 17वीं शताब्दी के बीच व्यापार करने के उद्देश्य से .. पुर्तगाल ने सबसे पहले भारत में अपनी व्यापारिक पैठ जमा ली थी। पुर्तगाली 15वीं शताब्दी में भारत आये थे। फिर सत्रहवीं शताब्दी में यूरोप के अन्य देश इंग्लैंड, हॉलैण्ड, (डच), डेनमार्क और फ्रांस के व्यापारियों ने भारत के साथ व्यापार करने के लिए अपनी-अपनी ईस्ट इंडिया कंपनी बनाई।

Bihar Board Class 8 History Book Solution प्रश्न 2.
वास्कोडिगामा ने भारत से वापस जाते समय किन-किन वस्तुओं को खरीदा, सूची बनाइए।
उत्तर-
वास्कोडिगामा ने भारत से वापस जाते समय इन चीजों को खरीदा – काली मिर्च, नील, शोरा, सूती कपड़े, रेशम, मलमल के कपड़े और भारत के मसाले।

बिहार बोर्ड क्लास 8 सोशल साइंस Bihar Board प्रश्न 3.
वाणिज्यवाद से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
वाणिज्यवाद का मतलब लाभ कमाने के उद्देश्य से की गई । व्यापारिक गतिविधियाँ आती हैं। इसमें किसी देश की संपदा का अंदाजा इसके पास जमा मूल्यवान धातुओं, विशेषतः स्वर्ण की मात्रा पर निर्भर करता है।

भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Bihar Board प्रश्न 4.
आजकल की व्यापारिक कंपनियाँ ज्यादा से ज्यादा मुनाफे कमाने के लिए क्या करती हैं ?
उत्तर-
आजकल की कंपनियाँ ज्यादा से ज्यादा मुनाफे कमाने के लिए भिन्न माध्यमों से अपना खूब प्रचार करती हैं। साथ ही, अन्य कंपनियों के उत्पादों के मुकाबले अपने उत्पादों की कीमत कम करके और छूट, उपहार आदि आकर्षक योजनाएँ बनाकर अपना मुनाफा बढ़ाने का प्रयास करती हैं। इस क्रम में वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता को कमतर भी कर देती हैं।

Bihar Board Solution Class 8 History प्रश्न 5.
आज मुर्शिदाबाद शहर की क्या स्थिति है । पता करें ?
उत्तर-
अपने शिक्षक की सहायता से विशेष पता करें । वैसे, आपका मुर्शिदाबाद एक आधुनिक शहर है जहाँ व्यापार के काफी साधन फल-फूल रहे हैं पर पूर्व की तरह इसका महत्त्व नहीं रहा।

Bihar Board Solution Class 8 Social Science प्रश्न 6.
कम्पनी की फैक्टरी मद्रास एवं बम्बई में भी थे । आज इन जगहों को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर-
आज मद्रास को चेन्ई एवं बम्बई को मुम्बई नाम से जानते हैं।

Bihar Board Class 8th Social Science Solution प्रश्न 7.
जरा सोचिए बिना शुल्क चुकाए व्यापार करने के क्या परिणाम हुए होंगे?
उत्तर-
इससे बंगाल के राजस्व को काफी नुकसान हुआ होगा और अंग्रेजों की तो चाँदी ही बन आयी होगी यानी उन्हें लाभ ही लाभ हुआ होगा।

Class 8 Social Science Bihar Board प्रश्न 8.
मुंगेर किस नदी के किनारे बसा है ? तथा मुंगेर किन-किन चीजों के लिए प्रसिद्ध है, पता करें।
उत्तर-
मुंगेर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह बंदूक फैक्ट्री, सिगरेट फैक्ट्री, कर्ण का किला और माँ चण्डी के स्थान/मन्दिर के लिए प्रसिद्ध

Bihar Board Class 8 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 9.
कंपनी को दीवानी मिलने से क्या-क्या फायदे हुए होंगे?
उत्तर-
कंपनी को दीवानी मिलने से कंपनी को इन प्रदेशों से राजस्व वसूली का अधिकार मिल गया । शासन पर अप्रत्यक्ष अधिकार प्राप्त हो गया और व्यापार में खूब लाभ भी प्राप्त हुआ।

Bihar Board 8th Class Social Science प्रश्न 10.
कंपनी की सफलता के उपर्युक्त कारणों में से आपके अनुसार सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कारण क्या हो सकता है ? इनके अतिरिक्त आप किसी और कारण के बारे में बता सकते हैं ?
उत्तर-
कंपनी की सफलता में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कारण, उपुर्यक्त कारणों में से मेरे अनुसार यह था कि उनके पास भारतीय सेनाओं से बेहतर तोपें और बंदूक थीं। कंपनी की सफलता का एक अन्य महत्त्वपूर्ण कारण रहा भारतीय शासकों का आपस में फूट और लगातार आपस में लड़ते रहना जिसके लिए वे विदेशी शक्ति से भी हाथ मिलाने को तैयार रहते थे।

अभ्यास-प्रश्न

आइए फिर से याद करें-

Bihar Board Class 8 Geography Solution प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों को भरें:

(क) भारत और यूरोप के बीच स्थल मार्ग से होनेवाले व्यापार में ………. की महत्त्वपूर्ण भूमिका थी।
उत्तर-
अरब सौदागरों।

(ख) कंपनी द्वारा खरीदा गया माल ………. में रखा जाता था।
उत्तर-
फैक्टरी।

(ग) एक के बाद एक कई लड़ाइयों ने मराठों को ………. कर दिया।
उत्तर-
कमजोर।

(घ) ………. अंग्रेजों के साथ सबसे पहले आर्थिक सहायक संधि को स्वीकार किया।
उत्तर-
शुजाउद्दौला और शाह आलम ने ।

(ङ) ………. ने विलय नीति का अनुसरण किया।
उत्तर-
अंग्रेजों।

अतीत से वर्तमान क्लास 8 Bihar Board प्रश्न 2.
सही और गलत बताइए:

  1. यूरोप के व्यापारी भारत में अपना माल बेचने और बदलने में यहाँ – से सोने-चाँदी लेने आए थे।
  2. ईस्ट इंडिया कम्पनी को भारत में व्यापार करने का एकाधिकार मिल गया।
  3. भारतीय राज्य एकता के अभाव में एक-एक कर अंग्रेजी शासन के अधीन होते चले गए।
  4. कर मुक्त व्यापार से बंगाल के राजस्व का काफी नुकसान हो रहा था।
  5. कंपनी की सेना की जीत हुई, क्योंकि उनके पास भारतीय सेनाओं से बेहतर तो और बंदूक थीं।

उत्तर-

  1. गलत
  2. सही
  3. सही
  4. सही
  5. सही।

आइए विचार करें-

Bihar Board Class 8 Atit Se Vartman Solution Bihar Board प्रश्न (i)
यूरोप की व्यापारिक कंपनियों ने क्यों भारत के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप करना शुरू किया ?
उत्तर-
यूरोप की व्यापारिक कंपनियों का मुख्य उद्देश्य व्यापार में अधिक-से-अधिक लाभ कमाना था । करों में छूट प्राप्त करने के लिए और राज्य में व्यापार के एकाधिकार प्राप्त करने के लिए उन्हें राजनीतिक क्षेत्र से ही ये सुविधाएँ मिल सकती हैं। अतः उन्होंने अपने लिए अधिक सुविधाएँ पाने ‘ के क्रम में राजनीतिक अनुकम्पा प्राप्त करने की कोशिश की।

उन्होंने यह भी देखा कि भारतीय राज्य एक-दूसरे से लड़ने में मशगूल हैं और उनमें फूट व वैमनस्य है। इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए उन्होंने भारत के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। इससे राजनीतिक सत्ता पर उनकी पकड़ भी मजबूत हो गयी और उन्हें अधिक-से-अधिक व्यापारिक सुविधाएँ । भी मिल गयीं।

प्रश्न (ii)
अंग्रेज बंगाल पर क्यों अधिकार करना चाहते थे ?
उत्तर-
बंगाल एक बड़ा और धनी प्रांत था । इसमें आधुनिक बिहार और उड़ीसा भी शामिल थे। बंगाल पर अधिकार प्राप्त करने का अर्थ होता कि वहां से अन्य यूरोपीय कंपनियों को व्यापार से दूर रखना और कुल मुनाफा स्वयं कमाना । अधिक-से-अधिक मुनाफा कमाने के लिए बंगाल पर राजनीतिक अधिकार प्राप्त करना अंग्रेजों के लिए जरूरी हो गया था। ऐसी स्थिति बन जाने का अर्थ होता कि कंपनी राज्य में जो भी माल खरीदती, उस पर उसे किसी भी प्रकार का कोई कर नहीं देना पडता । अतः इन्हीं व्यापारिक कारणों से अंग्रेज बंगाल पर अधिकार करना चाहते थे।

प्रश्न (ii)
क्यों और किन परिस्थितियों में भारतीय शासकों ने सहायक संधि की शर्तों को स्वीकार किया?
उत्तर-
1707 ई० में औरंगजेब की मृत्यु के बाद कई नये स्वतंत्र क्षेत्रीय राज्यों का उदय हुआ थ । इनमें आपसी तालमेल का अभाव था। हर राज्य दूसरों के इलाके हड़पकर अपने राज्य का विस्तार चाहता था। उनमें एकता के अभाव की स्थिति को देखकर अंग्रेज उन्हें अपनी आधुनिक सैन्य सहायता देना चाहते थे ताकि वे अपने पड़ोसी राज्य से लड़कर आसानी से जीत सकें। इसमें अंग्रेजों का निजी स्वार्थ तो था ही

भारतीय शासक भी इसमें अपना लाभ देख रहे थे कि उनके राज्य क्षेत्र का विस्तार होगा। साथ ही, जो शासक या राज्य अंग्रेजों के व्यापारिक लाभ के रास्ते में बाधा खडी करता था. अंग्रेज उसके खिलाफ दूसरे राज्य के सहारे युद्ध छेड़कर उसे हराकर अप्रत्यक्ष रूप से उस राज्य पर कब्जा कर लेते थे। अतः हर परिस्थिति में भारतीय शासकों को अंग्रेजों की सहायक संधि की शर्तों को स्वीकार करना ही पड़ता था।

प्रश्न (iv)
पलासी और बक्सर के युद्धों में आप किसे निर्णायक मानते हैं और क्यों ?
उत्तर-
जून, 1757 में मुर्शिदाबाद के पास पलासी में बंगाल के नवाब सिराजुउद्दौला के करीब 30,000 सिपाहियों और अंग्रेजी सेना के बीच युद्ध हुआ था । बिना कोई कर दिये बंगाल में व्यापार करने का शाही फरमान अंग्रेजों ने 1717 ई. में मुगल सम्राट फर्रुखसियर से प्राप्त कर लिया था जिससे बंगाल के राजस्व को काफी क्षति हो रही थी। इसी के खिलाफ सिराजुद्दौला ने अंग्रेजों से युद्ध किया पर नवाब सिराजुद्दौला मारा गया। फिर उसके सेनापति मीरजाफर को बंगाल का नवाब बनाकर अंग्रेजों ने भारत में कंपनी की सत्ता की स्थापना की शुरूआत की।

मीरजाफर ने भी जब कंपनी की अनीतियों का विरोध किया तो उसे हटाकर अंग्रेजों ने उसके दामाद मौरकासिम को 1760 में बंगाल का नवाब बना दिया। बाद में वह भी अंग्रेजों की गलत नीतियों के खिलाफ हो गया। उसने मुगल शासक शाह आलम और अवध के नवाब शुजाउद्दौला के साथ मिलकर अंग्रेजों की खिलाफत की।

अंततः, तीनों की संयुक्त सेना की कंपनी की सेना के साथ पश्चिम बिहार के बक्सर नामक स्थान पर 1764 ई० में युद्ध हुआ जिसमें भारतीय सेनाओं की हार हो गई। इस हार के पश्चात् 1765 ई. में शुजाउद्दौला और शाह आलम ने इलाहाबाद में क्लाइव के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। समझौतों के अनुसार ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी मिल गई। इससे कंगनी को इन प्रदेशों से राजस्व वसूली का अधिकार मिल गया। इससे उन्हें अत्यधिक व्यापारिक फायदा हुआ। अब वे बंगाल विजय के बाद भारत में एक महत्त्वपूर्ण राजनैतिक शक्ति के रूप में उभरे और धीरे-धीरे पूरे भारत के आर्थिक संसाधनों पर अपना कब्जा जमाने के प्रयास में लग गए। –

अत: यह स्पष्ट है कि पलासी की अपेक्षा बक्सर का युद्ध अंग्रेजों के लिए निर्णायक था। यहीं से वे पूरे भारत पर अपना अधिकार जमाने में सफल हुए। अत: बक्सर का युद्ध अधिक निर्णायक था।

आइए करके देखें

प्रश्न (i)
मीरकासिम, हैदरअली, टीपू सुल्तान और महाराज रणजीत सिंह के चित्र अपनी उत्तर पुस्तिका में चिपकाकर इनके बारे में जानकारियाँ . इकट्ठी करें।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 4 कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 4 कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 4 कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के

Bihar Board Class 8 Science कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के Text Book Questions and Answers

अभ्यास

Bihar Board 8th Class Science प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

  1. संश्लेषित रेशे …………. अथवा ……….. रेशे भी कहलाते हैं।
  2. सूती वस्त्र जलने पर …………. के जलने जैसी गंध आती है जबकि नाइलॉन से उबलती हुई ………….. के समान गंध निकलती है।
  3. सूती और नाइलॉन के वस्त्र को फाड़ने पर ………… वस्त्र आसानी से फटते हैं।
  4. ………… रेशा सेलुलोज के रासायनिक क्रियाओं द्वारा प्राप्त किए जाते हैं।

उत्तर-

  1. कृत्रिम, मानव निर्मित
  2. कागज, फली
  3. सूती
  4. रेयॉन।

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 2.
मिलान कीजिए

Bihar Board 8 Class Science Solution

उत्तर-

  1. (ग)
  2. (घ)
  3. (ख)
  4. (क)

Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 3.
कुछ रेशे संश्लेषित क्यों कहलाते हैं ?
उत्तर-
कपड़ा मानव सभ्यता के विकास की देन है। कपडा मानव सभ्यता और संस्कृति के सूचक है। प्राचीन काल से ही मानव तन ढंकने का प्रयल करता रहा है। इस काम के लिए उसने आदिम युग में घास-फूस, पेड़-पौधे, पत्ते-छाल तथा मृत पशुओं की खाल आदि का प्रयोग किया। परंतु जिज्ञासु मानव इतने से कब संतुष्ट होने वाला था। मानव की जिज्ञासा तथा तीव्र बुद्धि ने वस्त्रों की उत्पत्ति के साधन एवं वस्त्रों के निर्माण कला को यहाँ तक पहुंचा दिया।

पौधों तथा जन्तुओं से प्राप्त होने वाले रेशों से बने कपड़े के गुण जैसे जल्दी गंदा होना, धोने से सिलवट पड़ने, रख-रखाव में परेशानी तथा इसकी सीमित उत्पादन ने तथा विज्ञान के विकास ने एक नए रेशे के आविष्कार में मुख्य भूमिका अदा किए। आज रासायनिक संश्लेषण प्रक्रिया के द्वारा रेशों का निर्माण होने लगा है। इस प्रकार के रेशा को संश्लेषित रेशा कहते हैं। जैसे-नायलॉन, रेयॉन, टेरिलीन, टेरीकॉट इत्यादि ।

इस प्रकार रेशों को दो तरह से प्राप्त किया जाता है। एक पेड-पौधों तथा जानवरों से तो दूसरा मानव निर्मित यानी संश्लेषित रेशा, यही कारण है कि कुछ रेशों को संश्लेषित रेशा कहा जाता है।

Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 4.
नाइलॉन रेशों से निर्मित दो वस्तुओं के नाम बताइए जो नाइलॉन रेशे की प्रबलता दर्शाती है।
उत्तर-
ऐसे तो नाइलॉन से बहुत सारी वस्तुएँ बनती हैं। परन्तु इसकी प्रबलता को दर्शाने वाले दो प्रमुख वस्तुएँ – पैराशुट, चट्टानों या पहाड़ों पर चढ़ने हेतु रस्से।

Bihar Board Class 8th Science Solution प्रश्न 5.
रसोई घर में संश्लेषित वस्त्र पहनने की सलाह नहीं दी जाती है। क्यों ?
उत्तर-
संश्लेषित वस्त्र काफी हल्के होते हैं जिसके कारण थोड़ी-सी शारीरिक हलचल या हवा से इधर से उधर हो जाते हैं। जिसके कारण आग के. चपेट में आ जाते हैं। इतना ही नहीं, यह आग को भी बहुत जल्दी पकड़ लेता है और साथ ही इसमें आग बहुत जल्दी-जल्दी आगे बढ़ता चला जाता है। परिणामस्वरूप किसी दुर्घटना होने की संभावना प्रबल होती है इसलिए रसोईघर में संश्लेषित वस्त्र पहनने की सलाह नहीं दी जाती है।

Bihar Board Class 8 Science Book Solutions प्रश्न 6.
रेयॉन को “नकली रेशम” क्यों कहा जाता है ?
उत्तर-
सबसे पहले प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए कृत्रिम रूप से रेशा का निर्माण किया गया। रेयॉन उन्हीं में से एक है।

रेयॉन, लकड़ी के लुग्दी द्वारा कृत्रिम रेशा प्राप्त किया गया । जिसका गुण रेशम के समान होता है। यही कारण है कि रेयॉन को कृत्रिम या नकली रेशम कहा जाता है।

Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 7.
संश्लेषित वस्त्र गर्मी के मौसम में आरामदेह नहीं होते हैं क्यों ?
उत्तर-
संश्लेषित वस्त्र में जलग्रहण करने की क्षमता बहुत कम होती है तथा ऊष्मा का सुचालक होता है यानि धूप या प्रकाश को ग्रहण कर काफी गर्मी महसूस होता है। साथ ही पसीना को भी नहीं सोंख पाता है। इन्हीं कारणों से ये गर्मी में आरामदायक नहीं होते हैं।

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi Pdf Download प्रश्न 8.
एक्रिलिक के दो उपयोग लिखिए।
उत्तर-
एक्रिलिक के दो उपयोग

  1. स्वेटर बनाने में।
  2. कम्बल बनाने में।

Bihar Board Class 8 Science Book Pdf प्रश्न 9.
रेशा का नाम बताइए जो-

  1. जलने पर जलते हुए कागज का गंध देता हो।
  2. जलने पर जलते हुए बाल का गंध देता हो।
  3. जलने पर उबलती हई फली का गंध देता हो।

उत्तर-

  1. वह रेशा जो जलने पर जलते हुए कागज का गंध देता हो वह सूती कहलाता है।
  2. वह रेशा जो जलने पर जलते हुए बाल का गंध देता है वह रेशम कहलाता है।
  3. वह रेशा जो जलने पर उबलती हुई फली का गंध देता हो वह नाइलॉन कहलाता है।

Class 8 Bihar Board Science Solution प्रश्न 10.
संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक रहा है। टिप्पणी दीजिए।
उत्तर-
प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक रेशों के निर्माण में पेड़ों का भरपूर उपयोग हुआ। आधुनिक काल में रेयॉन बनाने में लकड़ी का लुगदी का प्रयोग किया जाता रहा परन्तु रेयॉन के बाद नायलॉन, पॉलिस्टर टेरीकॉट एक्रिलिक में लकड़ी का उपयोग नहीं हुआ और आज सम्पूर्ण आवश्यकता की पूर्ति सिर्फ वस्त्र के रूप में ही नहीं बल्कि जरूरत की अन्य सामग्री जैसे कुर्सी, टेबुल आदि भी कृत्रिम रेशों से बनाए जाने लगे । इस प्रकार संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वनों के संरक्षण में सहायक रहा।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 3 अस्माकं देश:

 

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solutions Amrita Bhag 3 Chapter 3 अस्माकं देश: Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 3 अस्माकं देश:

Bihar Board Class 8 Sanskrit 3 अस्माकं देश: Text Book Questions and Answers

उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् ।
वर्ष तद् भारतं प्राहुः भारती यत्र सन्नतिः ॥

अर्थ – जो समुद्र के उत्तर और हिमालय से दक्षिण का भू-भाग है वह देश भारत कहलाता है। यहाँ की संतान भारतीय कहलाते हैं।

अस्माकं देश: भारतवर्षमिति कथ्यते । प्राचीनकालात् अस्य देशस्य प्राकृतिकी समृद्धिः साहित्यिक योगदानं, सांस्कृतिक वैभवं च आश्चर्यकरं बभूव । अत्रैव वेदानाम् आविर्भावः सप्तसिन्धुप्रदेशे जातः, यत्र भौतिकम् आध्यात्मिकं च चिन्तनम् अद्भुतम् आसीत् । उत्तरभारते महाकाव्यानां पुराणानां शास्त्राणां च व्यापकता दक्षिणदेशभागमपि स्वप्रकाशे आनयत् ।

तत्रापि शिलप्पदिकारम्-प्रभृतयः ग्रन्थाः प्राचीनकालतः एव तमिलसाहित्यस्य गौरवं वर्धितवन्तः । सम्पूर्णस्य भारतस्य सांस्कृतिके एकत्वे पुराणानां . योदानम् अविस्मरणीयम् । इदानीं भारतस्य जने-जने धर्मस्थलानां तीर्थयात्रार्थ योऽभिनिवेशः दृश्यते स नूनं पुराणसाहित्यकृतम् । दक्षिणस्य निवासी बदरीकेदारयात्रां करोति, उत्तररस्य निवासी रामेश्वर कन्याकुमारीतीर्थं च गन्तुमिच्छति । एवमेव द्वारिकाकामाख्यादिषु स्थलेषु गच्छन्ति तीर्थयात्रिकाः

अर्थ – हमारा देश भारतवर्ष कहलाता है। प्राचीनकाल से ही इस देश की प्राकृतिक सम्पन्नता, साहित्यिक योगदान और सांस्कृतिक सम्पन्नता आश्चर्य पैदा करने वाला है। यहाँ ही वेदों की उत्पत्ति सात नदियों (सिन्धु, झेलम, चेनाब, रावी, व्यास, सतलज और सरस्वती) वाला प्रदेश में हुई ।

जहाँ की भौतिक और आध्यात्मिक चिन्तन अद्भुत था। उत्तर भारत में महाकाव्यों का, पुराणों का और शास्त्रों की व्यापकता दक्षिणदेश के भाग को भी अपने प्रकाश में लाया । वहाँ भी “शिलप्पदिकारम्” (तमिल भाषा का एक महाकाव्य का नाम है) आदि अनेक ग्रन्थ प्राचीनकाल से ही तमिल साहित्य के गौरव को बढ़ा रहा है। सम्पूर्ण भारत को सांस्कृतिक एकता प्रदान करने में पुराणों का योगदान नहीं भुलाने योग्य है। इस समय भारत के लोगों में धर्मस्थलों या तीर्थ यात्रा

के प्रति जो लगाव देखा जाता है वह निश्चित रूप से पुराण-साहित्यों की देन ‘ है। दक्षिण के निवासी बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा करते हैं तो उत्तर,

के निवासी रामेश्वरम् और कन्याकुमारी तीर्थ जाना चाहते हैं। उसी प्रकार द्वारिका, कामाख्या आदि स्थानों में तीर्थयात्री जाते हैं।

अस्य देशस्य नद्यः पुण्यतोयाः मन्यन्ते, पर्वताः पवित्राः कथ्यन्ते, वृक्षाः पूज्यन्ते । प्रकृति प्रति भारतीयानाम् आश्चर्यकरम् आकर्षणमासीत् । पूजनीयत्वात् प्रकृतेः प्रदूषणं पापं मन्यते स्म । अत एवं पर्यावरणस्य कापि समस्या अत्र नासीत् ।।

अर्थ – इस देश की नदियों को पवित्र जलवाली मानी जाती है। यहाँ के पर्वतों को पवित्र कहा जाता है। यहाँ के वृक्ष पूजे जाते हैं। प्रकृति के प्रति भारतीयों का आकर्षण आश्चर्य पैदा करने वाला था। पूजनीय होने के कारण प्रकृति को प्रदूषित करना पाप माना जाता था। इसीलिए पर्यावरण की कोई भी समस्या यहाँ नहीं थी। ..

अस्मिन् देशे विज्ञानस्यापि महती प्रतिष्ठा आसीत् । वास्तुशिल्पिन: ‘विशालानि मन्दिराणि निर्मान्ति स्म । भवनानि भव्यानि क्रियन्ते स्म ।

आकाशपिण्डानि ज्योतिर्विद्भिः अधीयन्ते स्म । अत्र चिकित्साशास्त्रमपि प्रगतिशीलम् । गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना भारतेन कृता येन दशमलव-गणना प्रभारत, अन्यदेशेष्वपि गता।

अर्थ – इस देश में विज्ञान की भी बहुत बड़ी प्रतिष्ठा थी । वास्तु और शिल्पकार लोग बड़े-बड़े मंदिरों का निर्माण करते थे। सुन्दर-सुन्दर भवन बनाये जाते थे। आकाशीय ग्रहपिण्डों की ज्योतिषियों के द्वारा अध्ययन किये जाते थे। यहाँ के चिकित्सा शास्त्र भी प्रगतिशील थे। गणितशास्त्र में शून्य की कल्पना भारत के द्वारा ही किया गया जिससे दशमलव की गणना का प्रारम्भ हुआ और अन्य देशों में भी गया।

भारतस्य प्राचीन गौरवं मध्यकाले किञ्चित् तिरोहितं पराधीनतया किन्तु सम्प्रति शिक्षिताः सन्तः जनाः आधुनिके विज्ञानेऽपि प्रतिभां दर्शयन्ति। सी० वी० रमण-जगदीशचन्द्र बसु-मेघनाथसाहा-होमी जहांगीर भाभा-विक्रम साराभाई प्रभृतयः वैज्ञानिकाः आधुनिकभारतस्य गौरववर्धकाः । एवं महात्मा गाँधीसदृशः कर्मवीरः, रवीन्द्रनाथठाकुरसदृशः साहित्यकार: अरविन्दसदृशः दार्शनिकः, राधाकृष्णन्सदृशः शिक्षकः राजेन्द्रप्रसादसदृशः स्थितप्रज्ञः इत्यादयः वर्तमानभारतस्य गौरवरूपाः नेतारः सन्ति

अर्थ – भारत का प्राचीन गौरव मध्यकाल में पराधीन (गुलाम) होने के कारण कुछ लुप्त जैसा हो गया। किन्तु वर्तमान में कुछ शिक्षित लोग हैं जो . आधुनिक विज्ञान में भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। सी० वी० रमण, ‘जगदीशचन्द्र बसु, मेघनाथ साह, होमी जहांगीर भाभा, विक्रम साराभाई इत्यादि

वैज्ञानिक लोग आधुनिक भारत के गौरव को बढ़ाने वाले हैं। उसी प्रकार महात्मा गाँधी जैसे कर्मवीर, रवीन्द्रनाथ ठाकुर जैसे साहित्यकार अरविन्द जैसे दार्शनिक, राधाकृष्णन जैसे शिक्षक, राजेन्द्र प्रसाद जैसे स्थिर बुद्धि वाले इत्यादि लोग वर्तमान भारत के प्रतिष्ठित नेता लोग हैं।

सम्प्रति देशस्य विकासः सार्वत्रिकः वर्तते । कृषिक्षेत्रे नवीनाः प्रयोगाः, संचारसाधनानि उत्कृष्टानि अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि विशिष्टं योगदानं स्वास्थ्यं प्रति जनजागरणं, चिकित्सासुविधानां वृद्धिः सर्वशिक्षाभियानम् इत्यादीनि उल्लेखनीयानि सन्ति । सर्वथापि देशः संसारस्य अग्रगण्येषु गणनीयो वर्तते।

अर्थ – आजकल देश का विकास सभी क्षेत्रों में हो रहा है। कृषि क्षेत्र में नये-नये प्रयोग, उत्तम संचार साधन अन्तरिक्ष क्षेत्र में भी विशिष्ट योगदान, स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरण, चिकित्सा सुविधाओं की वृद्धि, सर्वशिक्षा अभियान इत्यादि उल्लेखनीय हैं। सब प्रकार हमारे देश को संसार के अग्रगणियों में गिना जाएगा।

शब्दार्थ

उत्तरम् = उत्तर दिशा में । यत् = जो । समुद्रस्य = समुद्र का/के/की । हिमाद्रेः = हिमालय के । दक्षिणम् = दक्षिण दिशा में । वर्षम् = देश, वर्ष, वृष्टि । भारतम् = भारत (नामक देश)। प्राहुः = कहते हैं। भारती = भारतीय । यत्र = जहाँ । संततिः = संतान । अस्माकम् = हमारा, हमलोगों का । इति = ऐसा । कथ्यते = कहा जाता है। प्राचीनकालात् = प्राचीन काल से । अस्य = इसका । प्राकृतिकी = प्राकृतिक । समृद्धिः = सम्पन्नता । साहित्यिकम् = साहित्य सम्बन्धी । सांस्कृतिकम् = सांस्कृतिक, संस्कृति से सम्बन्धित । वैभवम् = समृद्धि, सम्पन्नता । आश्चर्यकरम् = आश्चर्य उत्पन्न करने वाला । बभूव = था/हुआ । अत्रैव (अत्र + एव) = यहीं । वेदानाम् = वेदों का । आविर्भावः = जन्म, उत्पत्ति । सप्तसिन्धुप्रदेशे = सप्तसैन्धव क्षेत्र में (सिन्ध. सेलम, चेनाब, रावी, व्यास, सतलज व घग्घर (सरस्वती) सात

नदियों वाला क्षेत्र) । जातः = हुआ। भौतिकम् = भौतिक, सांसारिक । आध्यात्मिकम् = आध्यात्मिक (आत्मा से सम्बन्धित)। चिन्तनम् = चिन्तन, मनन । अद्भुतम् = अद्भुत (जो आज से पहले न देखा गया हो)। उत्तरभारते = उत्तर भारत में । महाकाव्यानाम् = महाकाव्यों का । पुराणानाम् = पुराणों का । शास्त्राणाम् = शास्त्रों का । व्यापकता = विस्तार । दक्षिणम् = दक्षिण को । देशभागमपि (देशभागम् + अपि) = देश के भाग को भी। स्वप्रकाशे = अपने प्रकाश में । आनयत् = लाया । तत्रापि (तत्र + अपि) = वहीं। शिलप्पदिकारम् = शिलप्पदिकारम् (तमिल साहित्य का एक महाकाव्य) । प्रभृतयः = इत्यादि । प्राचीनकालतः = प्राचीन काल से । तमिलसाहित्यस्य = तमिल साहित्य का । गौरवम् = गौरव को । वर्धितवन्तः = बढ़ाये हुए हैं। सम्पूर्णस्य = सम्पूर्ण का, समस्त का । भारतस्य = भारत’

का । सांस्कृतिके = सांस्कृतिक में । एकत्वे = एकता में । अविस्मरणीयम् = नहीं भुलाये जाने योग्य (है) । इदानीम् = इस समय । जने-जने = जन-जन में, लोगों में । धर्मस्थलानाम् = धर्म स्थलों का/की/के । तीर्थयात्रार्थम् = तीर्थ यात्रा के लिए । योऽभिनिवेश: (यः + अभिनिवेशः) = जो लगाव । दृश्यते = देखा जाता है। नूनम् = निश्चित रूप से । पुराणसाहित्यकृतम् = पुराण-साहित्य के द्वारा किया गया । दक्षिणस्य निवासी = दक्षिण (भारत) के रहनेवाले । बदरीकेदारयात्राम् = बद्री (नाथ) और केदार (नाथ) की यात्रा (को) । करोति = करता है। उत्तरस्य = उत्तर का। रामेश्वरं कन्याकुमारी तीर्थं च = रामेश्वर और कन्याकुमारी तीर्थ (को) । गन्तुमिच्छति (गन्तुम् + इच्छति) = जाना चाहता है। एवमेव (एवम् + एव) = उसी प्रकार ।

द्वारिकाकामाख्यादिषु = द्वारिका, कामाख्या आदि में । स्थलेषु = स्थलों में/पर । तीर्थयात्रिकाः = तीर्थयात्री । नद्यः = नदियाँ । पुण्यतोयाः = पवित्र जलवाली । मन्यन्ते = माने जाते हैं, मानी जाती हैं । कथ्यन्ते = कहे जाते हैं। पूज्यन्ते = पूजे जाते हैं। प्रकृति प्रति = प्रकृति के प्रति । भारतीयानाम् = भारतीयों का । आकर्षणमासीत् ( आकर्षणम् + आमीत्) = आकर्षण था। पूजनीयत्वात् = पूज्य होने (के कारण) से । प्रकृतेः = प्रकृति का । प्रदूषणम् = प्रदूषण । मन्यते स्म = माना जाता था। अतएव = इसीलिए । पर्यावरणस्य = पर्यावरण की। कापि = कोई भी। अत्र = यहाँ । नासीत् (न + आसीत्) = नहीं था। अस्मिन् देशे = इस देश में। विज्ञानस्यापि (विज्ञानस्य + अपि) = विज्ञान का भी।

महती = बड़ी । प्रतिष्ठा = इज्जत, सम्मान । वास्तुशिल्पिनः = वास्तुकार-शिल्पकार (भवन का नक्शा बनानेकाले)। विशालानि मन्दिराणि = बड़े मन्दिरों को। निर्मान्ति स्म = बनाते थे। भवनानि = भवन, मकान । भव्यानि = भव्य, सुन्दर, आकर्षक । क्रियन्ते स्म = बनाये जाते थे। आकाशपिण्डानि = आकाशीय पिण्डों (ग्रह, उपग्रह, नक्षत्रादि) को । ज्योतिर्विद्भिः = ज्योतिषियों के द्वारा । अधीयन्ते स्म = अध्ययन किये जाते थे। चिकित्साशास्त्रमपि (चिकित्साशास्त्रम् + अपि) = चिकित्सा शास्त्र भी । प्रगतिशीलम् = प्रगतिशील, लगातार आगे बढ़नेवाला। गणितशास्त्रे = गणितशास्त्र में ।

शून्यस्य = शून्य की, (का, के) । भारतेन = भारत के द्वारा । कृता = किया गया । येन = जिससे । दशमलवगणना = दशमलव की गणना (गिनती)। प्रारभत = आरम्भ हुआ। अन्यदेशेष्वपि (अन्यदेशेषु + अपि) = दूसरे देशों में भी। गता = गयी। किञ्चित् = कुछ । तिरोहितम् = लुप्त, गायब । पराधीनतया = पराधीनता से, गुलामी से, दूसरे के अधीन रहने से । सम्प्रति = इस समय । शिक्षिताः = शिक्षित, पढ़े-लिखे लोग । सन्तः = होते हुए । आधुनिके = आधुनिक में, आज के समय में । विज्ञानेपि (विज्ञाने + अपि) = विज्ञान में भी। प्रतिभाम् = प्रतिभा को । दर्शयन्ति = दिखाते हैं । आधुनिकभारतस्य = आधुनिक भारत के। गौरववर्धकाः = गौरव, प्रतिष्ठा, सम्मान बढ़ानेवाले । सदृशः = (के) समान । स्थितप्रज्ञः = जिसने आत्मतत्त्व को जानकर स्थिरता प्राप्त कर ली है (समसुखदु:ख) । इत्यादय = इत्यादि।

वर्तमानभारतस्य = वर्तमान भारत के । गौरवरूपाः = गौरवरूप, प्रतिष्ठापूर्ण । नेतारः = नेता (बहुवचन)। सार्वत्रिकः = सभी क्षेत्रों वाला । कृषिक्षेत्रे = कृषि क्षेत्र में । नवीनाः प्रयोगाः = नये प्रयोग । संचारसाधनानि = संचार के साधन – (यथा-दूरभाष, वायुयान इत्यादि)। उत्कृष्टानि = उत्तम । अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि (अन्तरिक्षक्षेत्रे + अपि) = अन्तरिक्ष क्षेत्र में भी । विशिष्टम् = विशेष । स्वास्थ्यं प्रति = स्वास्थ्य के प्रति । जनजागरणम् = जन-जागरूकता । चिकित्सासुविधानां = चिकित्सा सुविधाओं को । वृद्धिः = बढ़ोत्तरी । सर्वशिक्षाभियानम् = विद्यालयी शिक्षा के क्षेत्र में उत्थान के लिए चलाया गया कार्यक्रम । इत्यादीनि = इत्यादि । उल्लेखनीयानि = उल्लेखनीय । सर्वथापि (सर्वथा + अपि) = सभी प्रकार से । अग्रगण्येषु = अग्रगण्यों में । गणनीयः = गणना-योग्य

व्याकरणम्

सन्धि-विच्छेद

हिमाद्रेश्चैव = हिमाद्रेः + च + एव (विसर्ग सन्धि, वृद्धि सन्धि)। अत्रैव = अत्र + एव (वृद्धि सन्धि)। योऽभिनिवेशः = यः + अभिनिवेशः । नासीत् = न + आसीत् (दीर्घ सन्धि) । अन्यदेशेष्वपि = अन्यदेशेषु + अपि (यण् सन्धि) । विज्ञानेऽपि = विज्ञाने + अपि (पूर्वरूप सन्धि) । अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि = अन्तरिक्षक्षेत्रे + अपि (पूर्वरूप सन्धि) । सर्वथापि = सर्वथा + अपि (दीर्घ सन्धि )।

प्रकृति-प्रत्यय-विभाग: प

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solution

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solution

अभ्यास

मौखिक

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solution प्रश्न 1.
अधोलिखितानां पदानाम् उच्चारणं कुरुत:
उत्तरम्:
हिमाद्रेश्च, प्राहुः, साहित्यिकम्, आविर्भावः, शिलप्पदिकारम् अविस्मरणीयम्, योऽभिनिवेशः, द्वारिकाकामाख्यादिषु, पुण्यतोयाः, वास्तुशिल्पिनः, ज्योतिर्विद्भिः, चिकित्साशास्त्रम्, अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि, अग्रगण्येषु ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solution प्रश्न 2.
निम्नलिखितानां पदानाम् अर्थं वदत :
उत्तरम्:
अस्माकम् = हमारे । प्राचीनकालात् = प्राचीन काल से । समृद्धिः = उन्नति । वेदानाम् = वेदों का । आध्यात्मिकम् = आध्यात्मिक । वर्धितवन्तः = बढ़ा रहा है। अविस्मरणीयम् = नहीं भूलाने योग्य । इदानीम् = इस समय । अभिनिवेशः = लगाव (प्रेम) । गन्तुमिच्छति = जाना चाहता है। पुण्यतोयाः = पवित्र जल वाली । मन्यन्ते = मानी जाती हैं। पूजनीयत्वात् – पूजनीय होने के कारण। प्रदूषणम् = गन्दगी। आकाशपिण्डानि = आकाशीय पिण्डों को । ज्योतिर्विद्भिः = ज्योतिषियों के द्वारा । अन्यदेशेष्वपि = अन्य देशों में भी । तिरोहितम् = ह्रास । स्थितप्रज्ञः = स्थिर बुद्धि वाला (सुख-दु:ख में समान रहने वाला) । सार्वत्रिकः = सब प्रकार से। संचार साधनानि = संचार के साधन (दूरसंचार, यातायात के साधन)। जन जागरणम् = लोगों का जागरूक होना । सर्वशिक्षाभियानम् = सर्व शिक्षा अभियान । सर्वथापि = सभी प्रकार से । गणनीयः = गिनने योग्य।

Bihar Board Solution Class 8 Sanskrit प्रश्न 3.
भारतवर्षस्य विषये दश वाक्यानि स्व मातृभाषायां वदत् ।
(भारत देश पर दस वाक्य में अपनी मातृभाषा (हिन्दी) में लिखें।)
उत्तरम्:
हमारा भारत महान है। इस देश का इतिहास गौरवपूर्ण है। यहाँ हिन्दू-मुस्लिम, सिख ईसाई सभी लोग प्रेम से रहते हैं। यह कृषि-प्रधान देश है।

भारत की भाषा हिन्दा । यहाँ गंगा-यमुना आदि नदियाँ बहती हैं। भारत के उत्तर में हिमालय, दक्षिण में समुद्र, पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश है।

भारत में राम-कृष्ण-गाँधी जैसे अनेक महापुरुषं उत्पन्न हुए। भारत को आर्यावर्त, हिन्दुस्तान, इण्डिया इत्यादि नाम से भी लोग जानते हैं। भारत सभी क्षेत्रों में विकासशील है।

Bihar Board 8th Class Sanskrit Solution प्रश्न 4
अधोलिखिताना प्रश्नानाम् उत्तरम् एकपदेन लिखत

(निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए।)
प्रश्नोत्तरम् :

(क) अस्माकं देशः किं?
उत्तरम्:
भारतः।

(ख) भारतवर्षम् हिमालयस्य (हिमाद्रेः) कस्यां दिशायां वर्तते ?
उत्तरम्:
दक्षिणे।

(ग) भारतस्य दक्षिण दिशायां कः सागरः वर्तते ?
उत्तरम्:
हिन्दमहासागरः।

(घ) वेदानां आविर्भावः कस्मिन् प्रदेशे जातः ?
उत्तरम्:
सप्तसिन्धु प्रदेशे।

(ङ) लप्पदिकारम्” इति कस्याः भाषायाः महाकाव्यम् ।
उत्तरम्:
तमिलभाषायाः।

(च) कस्मात कारणात् प्रकृते प्रदूषणं पापं मन्यते स्म ?
उत्तरम्:
पूजनीयत्वात् ।

(छ) आकाश पिण्डानि कैः अधीयन्ते स्म ?
उत्तरम्:
ज्योतिर्विद्भिः।

(ज) गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना केन कृता?
उत्तरम्:
भारतेन ।

Sanskrit Class 8 Bihar Board प्रश्न 5.
मेलनं कुरुत
(क) वेदाः – (1) तमिल महाकाव्यम्।
(ख) भारतवर्षम् – (2) भारतवर्षे
(ग) शिलप्पदिकारम् – (3) ऋक्-यजुः साम-अथर्व
(घ) शून्यस्य कल्पना – (4) राष्ट्रम्
(ङ) सी. वी. रमणः – (5) दार्शनिकः
(च) श्री अरविन्दः – (6) वैज्ञानिकः
(छ) सर्वशिक्षाभियानम् – (7) स्थितप्रज्ञः
(ज) श्री राजेन्द्र प्रसादः – (8) शैक्षिकोत्थान कार्यक्रमः। :
उत्तरम्:
(क) (3)
(ख) (4)
(ग) (1)
(घ) (2)
(ङ) (6)
(च) (5)
(छ) (8)
(ज) (7)

Class 8 Sanskrit Bihar Board प्रश्न 6.
कोष्ठात् पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत

(क) भारतवर्ष हिमालयस्य …………. दिशायां वर्तते । (उत्तर, दक्षिण)
(ख) ………. निवासी प्रार्येण बदरीकेदारयात्रां करोति । (उत्तरस्य/दक्षिणस्य)
(ग) भारतस्य गौरवं …………. काले किञ्चित् तिरोहितम् (प्राचीने/मध्ये)
(घ) डॉ. होमी जहाँगीर भाभा एकः ………….. आसीत् (वैज्ञानिक:/राजनीतिज्ञः)
(ङ) सम्प्रति राष्ट्रस्य विकासः ……………….. | (सार्वत्रिक:/एकाङ्गिकः)
उत्तरम्:
(क) उत्तर ।
(ख) दक्षिणस्य ।
(ग) मध्ये ।
(घ) वैज्ञानिकः ।
(ङ) सार्वत्रिकः।

अस्माकं भारत देश कीदृशः अस्ति Bihar Board प्रश्न 7.
निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तर पूर्ण वाक्येन लिखत

(क) अस्माकं देशः किं कथ्यते ?
उत्तरम्:
अस्माकं देश: भारतवर्षम् कथ्यते ।

(ख) वेदानाम् आविर्भावः कस्मिन प्रदेशे जातः ?
उत्तरम्:
वेदानाम् आविर्भावः सप्तसैन्धुप्रदेशे जातः।

(ग) वेदेषु किम् अद्भुतम् आसीत ?
उत्तरम्:
वेदेषु भौतिकम् आध्यात्मिकं च चिन्तनम् अद्भुतम् आसीत् ।

(घ) का प्रति भारतीयानाम् आश्चर्यकरम् आकर्षणमासीत् ?
उत्तरम्:
प्रकृति प्रति भारतीयानाम् आश्चर्यकरम् आकर्षणमासीत् ।

(ङ) भारतवर्षे के विशालानि मन्दिराणि निर्मान्ति स्म ?
उत्तरम्:
वास्तुशिल्पिन: विशालानि मन्दिराणि निर्मान्ति स्म ।।

(च) गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना केन कृता?
उत्तरम्:
गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना भारतेन कृता ।

Class 8 Sanskrit Chapter 3 प्रश्न 8.
निम्नलिखितानां पदानां बहुवचनं लिखत

प्रश्न – उत्तरम्

  1. कथ्यते – कथ्यन्ते
  2. आसीत् – आसन्
  3. वर्धितवान् – वधितवन्तः
  4. करोति – कुर्वन्ति
  5. इच्छति – इच्छन्ति
  6. मन्यते – मन्यन्ते
  7. अधीयते – अधियन्ते
  8. गतः – गताः
  9. दर्शयति – दर्शयन्ति ।
  10. सदृशः – सदृशाः
  11. वर्तते – वर्तन्ते ।

अस्माकं देश इन संस्कृत Bihar Board प्रश्न 9.
संस्कृते अनुवादं कुरुत

(क) हमारा देश ‘भारतवर्ष’ कहा जाता है।
उत्तरम्:
अस्माकं देशः ‘भारतवर्षम्’ कथ्यते ।

(ख) यहीं (अत्रैव) सप्तसैन्धव क्षेत्र में वेदों की उत्पत्ति हुई।
उत्तरम्:
अत्रैव सप्तसिन्धु क्षेत्रे वेदानां, उत्पत्तिः अभवत् ।

(ग) दक्षिण के निवासी प्रायः बद्रीकेदारनाथ की यात्रा करते हैं।
उत्तरम्:
दक्षिणस्य निवासिनः प्रायः बद्री केदारनास्य यात्रां कुर्वन्ति ।

(घ) उत्तर के निवासी रामेश्वर और कन्या कुमारी की यात्रा पर जाना चाहते हैं।
उत्तरम्:
उत्तरस्य निवासिनः रामेश्वरं कन्याकुमारी च यात्रायाम् गन्तुम् इच्छन्ति ।

(ङ) इस देश के पर्वत पवित्र कहे जाते हैं।
उत्तरम्:
अस्य देशस्य पर्वताः पवित्राः कथ्यन्ते ।

(च) इस देश में वृक्ष पूजे जाते हैं।
उत्तरम्:
अस्मिन् देशे वृक्षाः पूज्यन्ते ।

Sanskrit Class 8 Chapter 3 Bihar Board प्रश्न 10.
पदानि योजयित्वा लिखत

प्रश्न – उत्तरम्

  1. भारतवर्षम् + इति – भारतवर्षमिति
  2. देशभागम् + अपि – देशभागमपि
  3. गन्तुम् + इच्छति – गन्तुमिच्छति
  4. आकर्षणम् + आसीत् – आकर्षणमासीत्
  5. चिकित्साशास्त्रम् + अपि चिकित्साशास्त्रमपि

अस्माकं भारत देश कीदृश अस्ति Class 6 Bihar Board प्रश्न 11.
भिन्न प्रकृतिकं पदं चिनुत

(क) कथ्यते, नीयते, मन्यते, अमन्यत, क्रियते ।
उत्तरम्:
अमन्यत ।

(ख) देशः, ग्रन्थः, तीर्थयात्रिकः, जनः, लता।
उत्तरम्:
लता।

(ग) उत्तरम, दक्षिणम्, भारतवर्षम्, वृक्षः, प्रदूषणम् ।
उत्तरम्:
वृक्षः।

(घ) कन्या, कुमारी, नदी, विज्ञानम्, समस्या ।
उत्तरम्:
विज्ञानम् ।

प्रश्न 12.
अधोलिखितपदेषु प्रकृति-प्रत्ययविभागं कुरुत
यथा

  1. पदानि – प्रकृति + प्रत्ययः
  2. कथयितुम – कथ् + तुमुन्

उत्तरम्:
(क) पठितुम् – पठ् + तुमुन्
(ख) गन्तुम् – गम् + तुमुन् ।
(ग) हसितुम् – हस् + तुमुन्
(घ) द्रष्टुम् – दृश् + तुमुन्
(ङ) कर्तुम् – कृ + … तुमुन्

प्रश्न 13.
विशेष्य-विशेषणानाम् उचितं मेलनं कुरुत

विशेष्य-पदानि – विशेषण-पदानि
(क) चिन्तनम् – (1) पवित्राः
(ख) नद्यः – (2) महती
(ग) पर्वताः – (3) नवीनाः
(घ) प्रतिष्ठा – (4) पुण्यतोयाः
(ङ) प्रयोगाः (5) अद्भुतम्
उत्तरम्:
(क) – (5)
(ख) – (4)
(ग) – (1)
(घ) – (2)
(ङ) – (3)

Bihar Board Class 8 Social Science Civics Solutions Chapter 1 भारतीय संविधान

Bihar Board Class 8 Social Science Solutions Civics Samajik Aarthik Evam Rajnitik Jeevan Bhag 3 Chapter 1 भारतीय संविधान Text Book Questions and Answers, Notes.

BSEB Bihar Board Class 8 Social Science Civics Solutions Chapter 1 भारतीय संविधान

Bihar Board Class 8 Social Science भारतीय संविधान Text Book Questions and Answers

पाठगत प्रश्नोत्तर

Bihar Board Class 8 Social Science Solution प्रश्न 1.
आप अपने विद्यालय में जिन नियमों का पालन करते हैं उनकी एक सूची तैयार कीजिए।
उत्तर-

  1. हमें निर्धारित समय पर स्कूल आना होता है।
  2. कक्षा में अध्यापन कार्य के समय बिना शिक्षक की इजाजत लिये बोलना मना होता है।
  3. विद्यालय को हमें गंदा नहीं करना होता है।
  4. अध्यापकों से सम्मानजनक व्यवहार करना होता है।
  5. पंक्ति बनाकर विद्यालय में प्रवेश करते हैं और पंक्ति बनाकर ही बाहर जाते हैं।

(अन्य नियम जो आपके विद्यालय के हैं, आप स्वयं लिखें ।)

Bihar Board Class 8 Civics Solution प्रश्न 2.
आपकी शिक्षिका विद्यालय में किन नियमों का पालन करती हैं उनसे चर्चा कीजिए और सूची तैयार कीजिए।
उत्तर-
संकेत : अपनी शिक्षिका से स्वयं चर्चा करें और सूची तैयार करें।

Bihar Board Class 8 Civics Solutions प्रश्न 3.
जग सोन के बताइए कि आपके विद्यालय के प्रधान अध्यापक को विद्यालय चलाने के लिए किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता होगा?
उत्तर-

  1. विद्यालय में अनुशासन कायम रखना।
  2. अध्यापन कार्य अच्छा हो रहा है कि नहीं, इस पर नजर रखना ।
  3. अध्यापकों की नियमित हाजिरी व उपस्थिति ।
  4. विद्यालय को चलाने के लिए आर्थिक गतिविधियों पर नजर रखना व इस संबंध में नयी योजनाएँ बनाना ।
  5. विद्यालय की प्रतिष्ठा बनाए रखना व बढ़ाना।
  6. विद्यालय का समाज में सही रूप से प्रचार होता रहे, इसकी व्यवस्था करना।

पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 Question Answer प्रश्न 4.
शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 पर अपने वर्ग में अलग-अलग समूह में समूह-चर्चा कीजिए और उसकी मुख्य बातों को चार्ट पेपर पर लिखकर अपनी कक्षा में सजाइए।। इसके लिए पहले आपको कई स्रोत जैसे अखबार, इंटरनेट या अपने शिक्षकों से जानकारी इकट्ठी करनी पड़ेगी।
उत्तर-
शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 एक बुनियादी कानून है जिसके आधार पर विद्यालयों के बारे में कई नियम बनाए गए हैं। जैसे-614 वर्ष के लड़के-लड़कियों को किसी भी विद्यालय में प्रवेश देने से मना नहीं किया जा सकता । प्रत्येक 3 कि.मी. के दायरे में कक्षा 8 तक की पढ़ाई हेतु सरकारी स्कूल का होना आवश्यक है। साथ ही, इस अधिनियम के अनुसार

कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालयों में छात्र व शिक्षक का अनुपात 30: 1 का होना चाहिए। (अन्य परियोजना कार्य आप स्वयं करें।)

बिहार बोर्ड क्लास 8 सोशल साइंस प्रश्न 5.
दिए गए उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आप नहरवाल इलाके के . लिए कौन-से कानून बनाएँगे?
उत्तर-
नहरवाल इलाके के लोग शांतिपूर्ण ढंग से रहें इसके लिए कुछ बुनियादी नियम बनाने चाहिए। ये वही नियम होंगे जो कि एक सभ्य समाज का होता है। यानी सभी लोग अपने इलाके की सफाई का ख्याल रखेंगे। कूड़ा उचित जगह पर फेकेंगे । यातायात के नियमों का पालन करेंगे। अनावश्यक और देर रात सडकों पर जमावडा नहीं लगाएँगे। स्त्रियों की इज्जत करेंगे। नहरवाल इलाके की एक पंचायत होगी। आपसी मतभेद होने पर लोग अपने फैसले खुद न लेकर, फैसले का काम पंचायत पर छोड़न्दगे। पंचायत उनकी बातें सुन निष्पक्ष न्याय करेगा ।

नागरिक समिति यह ध्यान रखेगी कि लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार काम मिले और उन्हें उचित मेहनताना भी मिले भारतीय संविधान के अनुसार ही नहरवाल इलाके के कानून बनेंगे।

Class 8 Social Science Bihar Board प्रश्न 6.
यह तो हो गई कानुन बनाने की बात, अब यह तय कैसे करेंगे किइन कानूनों को कैसे लागू किया जाये ?
उत्तर-
कानून को लागू करने का काम विधायिका का है। नहरवाल इलाके में कानूनों को लागू करने का काम, इलाके के लोगों द्वारा गठित पंचायत व ‘नागरिक समिति’ को करना होगा। इनके निर्वाचित सदस्यों पर कानून लागू कस्ले को जिम्मेवारी होगी।

Bihar Board Class 8 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 7.
सरला बहन ने मुन्नी को काम पर क्यों नहीं जाने दिया?
उत्तर.-
मन्नी बच्ची है और बच्चों से मजदरी करवाना काननी जम है। फिर, पढ़ना बच्चों का मूलभूत अधिकार है, जो उसे संविधान द्वारा प्रदत्त है। इसीलिए सरला बहन ने मुन्नी को काम पर नहीं जाने दिया।

Bihar Board Solution Class 8 Social Science प्रश्न 8.
अपने घर के बुजुर्गों से चर्चा कीजिए कि क्या उन्होंने कभी ऐसी घटना देखी हैं ?
उत्तर-
मैंने अपने बुजुर्गों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि हाँ उन्होंने ऐसी घटना देखी है।

पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 Question Answer In Hindi प्रश्न 9.
आपके विचार में छोटी उम्र में बच्चों को काम पर क्यों नहीं लगान चाहिए?
उत्तर-
पढ़ना छोटी उम्र के बच्चों का मूलभूत अधिकार है। फिर, छोटी उम्र में बच्चों से काम करवाने पर उनके मन में हीन भावना घर कर सकती है। इससे उनका व्यक्तित्व-विकास बाधक होगा । इसलिए छोटी उम्र में बच्चों को काम पर नहीं लगाना चाहिए।

Bihar Board 8th Class Social Science प्रश्न 10.
नीचे दी गई घटनाओं को ध्यान से पढ़ें । शिक्षिका की मदद से यह पता लगाएँ कि इन घटनाओं के शिकार लोगों की भारतीय संविधान कैसे मदद करता है? घटनाएँ

भारतीय संविधान पाठ के प्रश्न उत्तर प्रश्न (i)
दहेज के लिए विवाहिता को जला देना।
उत्तर-
दहेज हत्या करने व दहेज के लिए बहू पर अत्याचार करने वाले लड़केवालों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान है जिसमें कठोर कारावास .. व जुर्माना शामिल है .

Bihar Board Class 8 Sst Solution प्रश्न (ii)
10 वर्ष के बच्चे को चाय की दुकान में काम कराना।
उत्तर-
चाय के दुकान मालिक को इसके एवज में जुर्माना भरना पड़ सकता है। साथ ही कुछ समय का कारावास (जेल) भी हो सकता है।

Bihar Board Class 8th Social Science Solution प्रश्न (iii)
बिना कोई कारण बताये 24 घण्टे से अधिक किसी नागरिक को पुलिस चौकी में बंद रखना।
उत्तर-
ऐसे पुलिस कर्मचारी के खिलाफ भारतीय संविधान में कड़ी सजा का प्रावधान है।

Bihar Board Class 8 History Book Solution प्रश्न (iv)
किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थान पर जाने के लिये जाति, लिंग या धर्म के नाम पर रोकना।
उत्तर-
भारतीय संविधान हर नागरिक को समानता का अधिकार देता है। जो भी व्यक्ति या संस्था उसकी समानता के अधिकार से खिलवाड़ करता है तो उसके लिए संविधान में कड़ी सजा का प्रावधान है।

पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 प्रश्न (v)
सरकार द्वारा किसानों की जमीन को बिना उचित मुआवजा दिए जब्त कर लेना।
उत्तर-
ऐसी दशा में पीड़ित को अदालत में जाकर सरकार के खिलाफ मुकदमा लड़ने का अधिकार भारतीय संविधान हर नागरिक को देता है। उचित मामला होने पर अदालत सरकार को जुर्माना भरने व जब्त जमीन को किसानों को वापस करने का आदेश देती है।

Social Science Class 8 Bihar Board प्रश्न 11.
संविधान किसे कहते हैं ?
उत्तर-
किसी देश को चलाने के लिए जिन मूलभूत नियमों एवं कानूनों की जरूरत होती है, उसे ही हम संविधान कहते हैं।

Bihar Board Class 8 Geography Solution प्रश्न 12.
बुनियादी नियम क्या होते हैं ?
उत्तर-
शिक्षा का अधिकार, नागरिकों के स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, समानता, अधिकार व कर्तव्य से जुड़े नियमों को बुनियादी नियम कहते हैं।

प्रश्न 13.
किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र से पता लगाइए कि सरकार द्वारा लोगों को कौन-कौन-सी बुनियादी सुविधाएँ दी जाती हैं।
उत्तर-
स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को चिकित्सा व चिकित्सकीय परामर्श व जाँच, टीकाकरण व दवा वितरण आदि की बुनियादी सुविधाएँ देता है।

प्रश्न 14.
अपने विद्यालय में दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की एक सूची बनाएँ।
उत्तर-

  1. मुफ्त पुस्तक वितरण ।
  2. मुफ्त वर्दी (ड्रेस) वितरण ।
  3. दोपहर में मुफ्त भोजन प्रदान करना ।
  4. छात्रवृत्ति प्रदान करना ।

(अन्य सुविधाओं को, जो आपके विद्यालय में दी जाती हैं, उनकी सूची स्वयं बनाएँ।)

प्रश्न 15.
ऊपर दिए गए चित्रों को देखकर आपकी अंग्रेजी शासन पद्धति के बारे में क्या सोच बनती है?
उत्तर-
पृष्ठ-6 पर दिये गये चित्रों से पता चलता है कि अंग्रेज सरकार हिन्दुस्तान पर बर्बरतापूर्ण कब्जा जमाए हुए थी। उनका शासन भारत को लूटने और दबाकर रखने के इरादों से भरा हुआ था।

प्रश्न 16.
क्या आपको लगता है कि अंग्रेजी हुकूमत ने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया है ? कैसे?
उत्तर-
जलियाँवाला बाग में संभा हो रही थी। लोग अपने विचार शांतिपूर्ण ढंग से रख रहे थे। जनता को सरकार के खिलाफ अपने विचार व्यक्त करने का मौलिक अधिकार होता है। पर, अंग्रेज सरकार ने हजारों निहत्थे लोगों पर गोलियाँ चलाकर उनकी नृशंस हत्या कर दी।

उन्होंने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया और भी कई प्रकार से करते रहे । अपने स्वार्थ के लिए भारतीय किसानों से जबरदस्ती नील की खेती कराते रहे जो भारतीय किसानों के लिए नुकसानदायक और अंग्रेज सरकार के लिए फायदेमंद था। दरअसल अंग्रेज सरकार अपने फायदे के लिए हम भारतीयों के अधिकारों का लगातार हनन करते रहे थे।

प्रश्न 17.
किस चीज की खेती के लिए किसानों को मजबूर किया जा रहा
था?
उत्तर-
बिहार के पश्चिम चंपारण में अंग्रेजों द्वारा भारतीय किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर किया जाता था।

प्रश्न 18.
अगर हमारा देश आजाद रहता तो क्या इस तरह लोगों को उनकी इच्छाओं के विरुद्ध मजबूर किया जाता? ।
उत्तर
नहीं, यदि हमारा देश आजाद रहता तो हम भारतीयों को हमारी इच्छाओं के विरुद्ध किसी काम के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता था।

प्रश्न 19.
यदि उस समय भारत आजाद होता और उसका अपना संविधान होता, तो क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था ?
उत्तर-
बिल्कल रोका जा सकता था। यदि उस समय भारत आजाद होता और उसका अपना संविधान होता तो लोग अदालत की शरण में जाकर अपने मूलभूत अधिकारों की रक्षा कर लेते और ऐसी घटनाएँ नहीं होती।

प्रश्न 20.
भारत के संविधान को बनाने के लिए कांग्रेस ने सबसे स्पष्ट मांग कब पेश की?
उत्तर-
1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लोगों द्वारा अपना संविधान खुद बनाने की स्पष्ट मांग रखी थी।

प्रश्न 21.
अंग्रेज सरकार भारत के लोगों की स्वतंत्र संविधान सभा की मांग को क्यों नहीं मानना चाहती थी?
उत्तर-
भारत के लोगों की स्वतंत्र संविधान सभा की मांग को मानने पर अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ता क्योंकि विदेशी लोगों द्वारा अपने देश पर शासन कोई देशवासी स्वीकार नहीं करता । इसलिए अंग्रेज सरकार ने यह मांग ठुकरा दी।

प्रश्न 22.
भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में क्या-क्या माँगें रखीं ?
उत्तर-
भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में इन मांगों को रखा थासार्वभौमिक वयस्क मताधिकार, स्वतंत्रता और समानता का अधिकार, संसदीय एवं उत्तरदायी सरकार एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा ।

प्रश्न 23.
किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर किस तरह के मूल्यों को शामिल किया जाता है ?
उत्तर-
किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर बुनियादी मूल्यों को । शामिल किया जाता है।

प्रश्न 24.
भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-
भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य अग्रलिखित हैं-लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, न्याय एवं धर्मनिरपेक्षता।

प्रश्न 25.
बच्चे क्यों खुश थे?
उत्तर-
स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होने से बच्चे खुश थे।

प्रश्न 26.
शिक्षिका ने सभी बच्चों के विचार क्यों लिए?
उत्तर-
शिक्षिका ने सभी बच्चों के विचार इसलिए लिया ताकि उन्हें एहसास हो कि इ सांस्कृतिक आयोजन में सबकी भागीदारी हो रही है।

प्रश्न 27.
कार्यक्रम की योजना यदि शिक्षिका स्वयं बनाती तो क्या होता?
उत्तर-
यदि शिक्षिका कार्यक्रम की योजना स्वयं बनाती तो कई बच्चे दुखी हो जाते कि कार्यक्रम में उनकी कोई भागीदारी नहीं हुई।

प्रश्न 28.
क्या बच्चे अपनी बात को कहने के लिए स्वतंत्र थे ?
उत्तर-
हाँ, बच्चे अपनी बात को कहने के लिए स्वतंत्र थे । शिक्षिका ने उनको अपनी बातें कहने का पूरा मौका दिया था।

प्रश्न 29.
कार्य योजना बनाने में क्या सभी ने अपनी भूमिका निभाई थी?
उत्तर-
हाँ, कार्य योजना बनाने में सभी ने अपनी भूमिका निभाई थी।

प्रश्न 30.
इस अनुभव से आपको लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के बारे में क्या समझ आता है ? शिक्षिका से चर्चा कीजिए।
उत्तर-
लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात अभिव्यक्त करने का पूरा-पूरा हक होता है। सरकार बनाने के लिए सभी लोगों को वोट देने का अधिकार होता है।

प्रश्न 31.
स्वयं करें और बताएँ पुस्तक में दी गई संविधान की उद्देशिका को ध्यान से पढ़ें और दिए गए चित्रों को देखकर बताएं कि इनमें संविधान में कौन-सी स्वतंत्रताएँ झलकती हैं।
उत्तर-
पृष्ठ 10 पर दिए गए चित्रों में से प्रथम में अवसर की समता के तहत शिक्षा पाने का स्कूली बच्चियों का अधिकार झलकता है। दूसरे चित्र में धर्म और उपासना की स्वतंत्रता और तीसरे चित्र में विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता झलकती है।

प्रश्न 32.
क्या किसी भी लोकतांत्रिक देश में स्वतंत्रता का अधिकार असीमित हो सकता है ? यदि किसी भी व्यक्ति या सरकार के कार्यों से दूसरे के हित को खतरा पहुँचता है तो क्या ऐसी स्वतंत्रता समाज के हित में सीमित की जा सकती है?
उत्तर-
नहीं, किसी भी लोकतांत्रिक देश में स्वतंत्रता का अधिकार असीमित नहीं हो सकता । व्यक्ति के जिन विचारों से दुसरे वर्ग-सम्प्रदाय को ठेस पहुँचे और उसके जिन विचारों से राष्ट्र की अखंडता को खतरा पहुँचता है उन्हें सीमित किया जा सकता है। इसके लिए उसे दंडित भी किया जा सकता है। किसी भी व्यक्ति या सरकार के कार्यों से यदि दूसरे के हित को खतरा पहुँचता है तो उसे सीमित करने के लिए देश की अदालत अपना दखल देती है।

प्रश्न 33.
संविधान की उद्देशिका को ध्यान से पढ़ें और बताएँ कि संविधान में कौन-कौन-सी समानताओं का उल्लेख किया गया है ?
उत्तर-
हमारे संविधान में नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार- अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने का उल्लेख किया गया है।

प्रश्न 34.
नीचे दिए गए उदाहरणों में कौन-कौन-सी असमानताएँ दिखाई दे रही

प्रश्न (i)
अपहरण के मामले में चार लड़के गिरफ्तार होते हैं। उनमें से श्याम एक धनी परिवार का इकलौता लड़का है । मजिस्ट्रेट सभी को एक ही सजा सुनाता है।
उत्तर-
धनी परिवार के लड़के की इस कांड में मुख्य भूमिका हो सकती है। इसकी जाँच कर उसे अन्य की अपेक्षा अधिक कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी। यहाँ आर्थिक असमानता का मामला है।

प्रश्न (ii)
एक गाँव में स्थित मंदिर में कुछ खास समुदाय के लोगों को नहीं जाने दिया जाता।
उत्तर-
यहाँ उस खास समुदाय के धर्म और उपासना की स्वतंत्रता के अधिकार को सीमित करने की असमानता दिखती है।

प्रश्न (iii)
आपके पड़ोस के स्कूल में आपके छोटे भाई का नामांकन नहीं । किया जाता क्योंकि आपके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
उत्तर-
इस मामले में आर्थिक असमानता दृष्टिगोचर होती है।

प्रश्न (iv)
किसी निजी नौकरी के लिए आपको इसलिए नहीं लिया जाता क्योंकि आप किसी खास समुदाय के हैं।
उत्तर-
इस मामले में अवसर की समता का व्यक्ति का अधिकार खंडित होता है।

प्रश्न 35.
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति समानता के सिद्धांत के विरुद्ध क्यों नहीं जाती ? अपनी शिक्षिका की सहायता से इस पर चर्चा कीजिए।
उत्तर-
यह समानता के विरुद्ध नहीं है क्योंकि अनुसूचित जातियों और जनजातियों को सदियों से दबाया जाता रहा है। उन्हें छात्रवृत्ति देकर अन्य वर्गों के समकक्ष लाने की कोशिश समानता के सिद्धांत के ही अनुकूल है।

प्रश्न 36.
अपने स्कूल में चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी एकत्र कीजिए। ये योजनाएँ क्या हैं और क्यों चलाई जाती हैं ? समूह .. में चर्चा कीजिए।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
एक नागरिक के रूप में देश के लोगों के लिए संविधान महत्त्वपूर्ण
क्यों है?
उत्तर-
एक नागरिक के रूप में देश के लोगों के लिए संविधान बहुत महत्त्वपूर्ण है । संविधान देश के लोगों के हितों की रक्षा को सुनिश्चित करता है। लोगों के बुनियादी मूल्यों व अधिकारों की रक्षा संविधान द्वारा ही संभव है।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता के लिए देश का संविधान व्यक्ति की हर संभव सहायता करता है।

प्रश्न 2.
स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाने की मांग क्यों रखी होगी?
उत्तर-
भारत के लोग अंग्रेजी सरकार के बर्बर और क्रूर शासन से त्रस्त थे। लोगों को न आर्थिक आजादी थी न सामाजिक और न ही राजनैतिक आजादी हासिल थी। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी नहीं थी। दमनपूर्ण शासन से त्रस्त भारत के लोगों को लगने लगा कि जब तक अपना संविधान देश में “लागू नहीं होगा, तब तक लोगों को बेहतर शासन प्राप्त नहीं होगा। अतः स्वतंत्रता, आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाने की मांग रखी।

प्रश्न 3.
भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में से आपको कौन-से मूल्य, सबसे महत्त्वपूर्ण लगते हैं और क्यों?
उत्तर-
भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में से मुझे बुनियादी मूल्य सबसे महत्त्वपूर्ण लगते हैं। इन मूल्यों में प्रमुख हैं-लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, न्याय और धर्मनिरपेक्षता । इन मूल्यों का महत्त्व इस तथ्य से पता चलता है कि इन्हें सबसे पहले संविधान के उद्देश्यों में शामिल किया गया था एवं इन्हें संविधान की उद्देशिका में लिखा गया

प्रश्न 4.
संविधान में दिए गए समता और सामाजिक न्याय को लागू करने के लिए सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन्हें निम्न तालिका में भरिये। समता का मूल्य
Bihar Board Class 8 Social Science Civics Solutions Chapter 1 भारतीय संविधान 1
उत्तर-
Bihar Board Class 8 Social Science Civics Solutions Chapter 1 भारतीय संविधान 2

प्रश्न 5.
नीचे दिए गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। संविधान सभा की बैठक नई दिल्ली के संविधान सभा भवन में 8.30 बजे शुरू हुई । माननीय डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने सभा की अध्यक्षता की। इस सभा में माननीय सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपने विचार प्रस्तुत किये, “समिति में दो विचार-धाराएँ थीं । बड़ी तादाद में विख्यात वकील थे, जो बहुत बारीकी से हर वाक्य, हर शब्द, यहाँ तक की विराम और अल्प विराम की जाँच कर रहे थे। ये दोनों विचारधाराएँ दो अलग-अलग दृष्टिकोणों से मामले को देखती थीं

एक विचारधारा यह मानती थी कि अधिकारों के इस प्रतिवेदन में जितने अधिक से अधिक संभव हों, अधिकार शामिल करने चाहिए जो अदालत में सीधे लागू किए जा सकें। इन अधिकारों को लेकर कोई भी नागरिक बिना किसी कठिनाई के सीधे अदालत जा सके और अपने अधिकार प्राप्त कर सकें । दूसरी विचारधारा का मत था कि मूल अधिकारों को कुछ ऐसी बहुत अनिवार्य बातों तक सीमित रखा जाना चाहिए जिन्हें आधारभूत माना जा सके।

दोनों विचारधाराओं में काफी बहस हुई और अंत में एक बीच का रास्ता निकाला गया, जिसे एक अच्छा मध्यम मार्ग माना गया। दोनों विचारधाराओं के लोगों ने सिर्फ एक देश के मूल अधिकारों का अध्ययन नहीं किया बल्कि दुनिया के लगभग हर देश के मूल अधिकारों का अध्ययन किया। वे इस नतीजे पर पहुँचे कि हमें इस प्रतिवेदन में जहाँ तक संभव हो, उन अधिकारों को शामिल करना चाहिए, जिन्हें उचित माना जा सके । इन बातों पर इस सदन में मतभेद हो सकता है, सदन को हर धारा पर

आलोचनात्मक तरीके से विचार करके, विकल्प सुझाने, संशोधन के सुझाव देने और निरस्त करने का अधिकार है।”

प्रश्न-

प्रश्न 1.
संविधान सभा की मूल अधिकारों की समिति में कौन-कौन से विचार प्रमुख रूप से उभर रहे थे?
उत्तर-
संविधान सभा की मूल अधिकारों की समिति में दो विचारधाराएँ प्रमुख रूप से उभर रही थीं। एक विचारधारा यह मानती थी कि अधिकारों के इस प्रतिवेदन में जितने अधिक-से-अधिक संभव हों, अधिकार शामिल करने चाहिए जो अदालत में सीधे लागू किए जा सकें ।

इन अधिकारों को लेकर कोई भी नागरिक बिना किसी कठिनाई के सीधे अदालत जा सके और अपने अधिकार प्राप्त कर सके । दूसरी विचारधारा का मत था कि मूल अधिकारों को कुछ ऐसी बहुत अनिवार्य बातों तक सीमित रखा जाना चाहिए जिन्हें धारभूत माना जा सके।

प्रश्न 2.
आप इनमें से किस विचार के साथ सहमत हैं। और क्यों?
उत्तर-
मैं प्रथम विचार से सहमत हैं क्योंकि यह विचारधारा लोगों को अधिक से अधिक अधिकार देने के पक्षधर हैं जिन्हें अदालत की सुरक्षा भी सीधे-सीधे प्राप्त होगी।

प्रश्न 3.
संविधान सभा में सदस्य किस तरह किसी निर्णय पर पहुँचते थे, गद्यांश के आधार पर अपने शब्दों में लिखिये।
उत्तर-
संविधान सभा के सदस्य काफी बहस कर अंत में किसी मुद्दे पर बीच का रास्ता निकालते थे, जिसे एक अच्छा मध्यम मार्ग माना जा सकता था।

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 5 बल से ज़ोर आजमाइश

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BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 5 बल से ज़ोर आजमाइश

Bihar Board Class 8 Science बल से ज़ोर आजमाइश Text Book Questions and Answers

अभ्यास

बल से जोर आजमाइश Bihar Board Class 8 प्रश्न 1.
किसी वस्तु को धक्का देना या खींचना कौन-सी क्रिया है ?
उत्तर-
किसी वस्तु को धक्का देना या खींचना अन्त:क्रिया या अन्योन्य क्रिया है।

Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 2.
बल क्या है?
उत्तर-
बल वह भौतिक कारक है जो किसी वस्तु पर लगकर या तो उसके स्थान को परिवर्तित कर देता है या स्थान परिवर्तित करने की चेष्टा करता या, बल एक प्रकार का धक्का या खिंचाव है जिसके कारण वस्तु में गति उत्पन्न होती है। बल का मात्रक न्यूटन है। बल एक सदिश राशि है।

Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 3.
बल के द्वारा कौन-सी क्रिया की जा सकती है ?
उत्तर-
बल के द्वारा निम्नलिखित क्रिया की जा सकती है।

  1. वस्तु के आकार में परिवर्तन ।
  2. वस्तु के अवस्था में परिवर्तन।
  3. वस्तु के गति की दिशा में परिवर्तन ।
  4. वस्तु के गति में वृद्धि या कमी लायी जा सकती है इत्यादि।

Science बुक बिहार क्लास 8 Solution Bihar Board प्रश्न 4.
वस्तुओं की अन्तःक्रिया से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
बल दो वस्तुओं के बीच कार्य करता है ये दोनों वस्तुएँ किसी माध्यम या प्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में रहते हैं। जब किसी एक वस्त द्वारा दुसरे पर बल लगाया जाता है तो दूसरी वस्तु भी पहले पर विपरीत दिशा में बल लगाता है। उसी प्रक्रिया को अन्त:क्रिया कहते हैं। बल लगाने के लिए कम-से-कम दो वस्तुओं में अन्त:क्रिया होनी आवश्यक है। इस प्रकार दो वस्तुओं की अन्त:क्रिया के कारण उनके बीच बल लगता है।

Bihar Board Solution Class 8 Science प्रश्न 5.
एक ऐसा उदाहरण दीजिए जिसमें दो व्यक्तियों द्वारा बल आरोपित किया जा रहा है परन्तु परिणामी बल शून्य होता है।
उत्तर-
डेजी तथा ज्योति प्रभा, संदूक पर समान बल लगा रही है परन्तु विपरीत दिशा में । संदूक पर बैठी शिरोमणी कुमारी तथा संदुक स्थान में कोई परिवर्तन नहीं होता है। यानि दोनों बहन के द्वारा लगाया गया बल का परिणाम शून्य है।

Class 8 Bihar Board Science Solution प्रश्न 6.
रस्साकशी के खेल में दो दलों द्वारा बल किस दिशा में लगाया जाता है ?
उत्तर-
रस्साकशी के खेल में दो दलों द्वारा बल विपरीत दिशा में लगाया जाता है।

Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 7.
सम्पर्क, असम्पर्क बल के दो प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
वैसी स्थिति जिसमें दोनों पिण्ड (वस्तु) प्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में हो या किसी वस्तु के माध्यम से सम्पर्क में हो तो दोनों वस्तुओं के बीच लगने वाले बल को सम्पर्क बल कहते हैं।

जैसे – कुली के द्वारा उठाया गया वजन, संदूक को धक्का देना, घोड़ा द्वारा गाड़ी खींचना इत्यादि ।

सम्पर्क बल दो प्रकार के होते हैं. पेशीय बल तथा घर्षण बल ।

वैसी स्थिति जिसमें दोनों वस्तुएँ प्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में न हो और न ही किसी वस्तु के माध्यम से सम्पर्क में हो तो दोनों वस्तुओं के बीच लगने वाले बल को असम्पर्क बल कहते हैं। जैसे – गिरता हुआ वस्तु तथा पृथ्वी के बीच लगने वाले बल।।

चुम्बक तथा लोहा के बीच लगने वाले बल यानि गुरुत्वाकर्षण बल, चुम्बकीय बल इत्यादि असम्पर्क बल के उदाहरण हैं।

Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 8.
गुरुत्वाकर्षण बल, विद्युत बल, घर्षण बल से क्या समझते हैं ?
उत्तर-
ब्रह्मांड में सभी पिंड एक-दूसरे पर अपने द्रव्यमान के कारण बल लगाते हैं जिसे गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं। गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी का एक गुण है जिसके द्वारा ये दुसरे पिण्डों को अपनी ओर आकर्षित करती है। पृथ्वी द्वारा लगाया गया आकर्षण बल जिसे गुरुत्व बल कहते हैं।

दो विशिष्ट वस्तुओं को आपस में रगड़ने से आवेशों का स्थानांतरण होता है जिसके कारण दोनों वस्तुएँ आवेशित हो जाती हैं। जिसमें से एक धनावेशित तो दूसरा ऋणावेशित । इस प्रकार इन वस्तुओं में किसी वस्तु को आकर्षित करने की क्षमता आ जाती है जिसे विद्युत् बल कहते हैं। जैसे-कंघा को बाल में रगड़ने से कंघा कागज के टुकड़े को आकर्षित करने लगता है।

जब कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु के सम्पर्क में गति करती है। एक बल उस वस्तु के सम्पर्क सतह पर कार्य करने लगता है। इस बल को घर्षण बल कहते हैं। घर्षण बल हमेशा गति का विरोध करता है। जैसे-पहिया और सड़क के बीच लगने वाले बल, फर्श पर लुढ़कती गेंद इत्यादि।

Bihar Board 8 Class Science Solution प्रश्न 9.
भार क्या है? क्या भार को बल की माप के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है ?
उत्तर-
जिस बल से पृथ्वी किसी वस्तु को अपनी केन्द्र की ओर आकर्षित करती है। वही बल उस वस्तु का भार कहलाता है। गुरुत्व के कारण ही

वस्तुओं में भार होता है। किसी वस्तु का भार हमेशा नीचे की ओर कार्य करता है। भार एक सदिश राशि होता है।

(भार = द्रव्यमान × गुरुत्वीय त्वरण)

हाँ, भार को बल की माप के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है।

बिहार बोर्ड क्लास 8 विज्ञान Bihar Board प्रश्न 10.
मिलान कीजिए

Class 8 Science Solution Bihar Board
उत्तर-

  1. (2)
  2. (5)
  3. (4)
  4. (3)
  5. (1)

Bihar Board 8th Class Science प्रश्न 11.
बल की इकाई का नाम बताइए।
उत्तर-
बल की इकाई न्यटन हैं या Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 5 बल से ज़ोर आजमाइश 2

Bihar Board Class 8th Science Solution प्रश्न 12.
जब गेंद हवा में फेंका जाता है तो इसकी गति में परिवर्तन होता रहता है। ये परिवर्तन किन-किन बलों के द्वारा किए जाते हैं?
उत्तर-
फेंका गया गेंद की गति में परिवर्तन निम्नलिखित बलों के कारण होता है।

  1. घर्षण बल
  2. गुरुत्वाकर्षण बल या भार
  3. आरोपित बल का घटता परिणाम इत्यादि ।

बिहार बोर्ड क्लास 8 साइंस Bihar Board प्रश्न 13.
पेड़ से नीचे गिरते सेब पर कौन-सा बल कार्य करता है?
उत्तर-
गुरुत्वाकर्षण बल।।

Science Class 8 Bihar Board प्रश्न 14.
जब दो वस्तुओं को एक-दूसरे के साथ रगड़ खाता है तो इनकी सतहों के बीच जो बल कार्य करता है वह बल होता है।
उत्तर-
घर्षण बल ।

Bihar Board 8th Class Science Solution प्रश्न 15.
इनमें कौन असम्पर्क बल है?

  1. खिंचाव
  2. धक्का
  3. चुम्बकीय
  4. घर्षण

उत्तर-
3. चुम्बकीय ।

Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 ठेस

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 3 Chapter 7 ठेस Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 ठेस

Bihar Board Class 8 Hindi ठेस Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से

ठेस कहानी का प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 1.
गाँव के किसान सिरचन को क्या समझते थे?
उत्तर:
गाँव के किसान सिरचन को कामचोर, बेकार का आदमी, धीरे-धीरे काम करने वाला नाप-तौलकर काम करने वाला, मुफ्त में मजदूरी. पाने वाला समझते थे।

Gaon Ke Kisan Sirchan Ko Kya Samajhte The Bihar Board प्रश्न 2.
इस कहानी में आये हुए विभिन्न पात्रों के नाम लिखें।
उत्तर:
इस कहानी के नायक सिरचन के साथ-साथ रेणु जी, रेणु जी की माँ, चाची, मँझली भाभी, मानू दीदी इत्यादि पात्र हैं।

ठेस’ कहानी का अंत आपको कैसा लगा अपने विचार लिखिए Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 3.
सिरचन को पान का बीड़ा किसने दिया था?
उत्तर:
मानू दीदी ने।

ठेस’ कहानी का प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 4.
निम्नलिखित गद्यांशों को कहानी के अनुसार क्रमबद्ध रूप में सजाइए।
उत्तर:

  1. मुझे याद है …………. क्या-क्या लगेगा।
  2. उस बार मेरी सबसे छोटी ………… बिना आएगी मानू तो।
  3. मान फूट-फूट कर …….. देख रहा था।

Bihar Board Class 8 Hindi Solution प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्यों के सामने सही (✓) या गलत (✗) का निशान लगाइए।
प्रश्नोत्तर:

  1. सिरचन कामचोर था । (✗)
  2. सिरचन अपने काम में दक्ष था। (✓)
  3. सिरचन बात करने में भी कारीगर था। (✓)
  4. सिरचन वकील था। (✗)

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solution प्रश्न 6.
कहानी के किन-किन प्रसंगों से ऐसा प्रतीत होता है कि सिरचन अपने काम को ज्यादा तरजीह देता था उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
कहानी के अनेक प्रसंगों से प्रतीत होता है कि सिरचन अपने काम को ज्यादा तरहीज देता था। की रेणु जी के घर मानू दीदी की विदाई के पूर्व शीतलपाटी और चिक बनाने के लिए सिरचन को बुलाया जाता है । वह अपने काम में तन्मय हो गया। अगर उसकी तन्मयता में विघ्न डाले तो वह गेहूँमन साँप की तरह फुफकार उठता और काम छोड़कर चला जाता । फिर वह काम अधूरा ही रह जाता था।

कहानी प्रसंग में दूसरे दिन जब वह अपने काम में लगा तो उसे खाने-पीने की सुधि ही नहीं रही। उसे चुड़ा-गुड़ खाने को मिलता है। वह केवल चुड़ा फाँक रहा है। गुड़ का ठेला या ही अछुता पड़ा है। चुड़ा चबाते समय भी वह अपने काम में तन्मय है। उसे कुछ सुधि नहीं है कि चुड़ा के साथ गुड़ भी खाना है। इससे स्पष्ट है कि वह भोजन की अपेक्षा अपने काम को ज्यादा तरजीह देता था।

Class 8 Hindi Chapter 7 Bihar Board प्रश्न 7.
इस कहानी में कौन-सा पात्र आपको सबसे अच्छा लगा और क्यों ?
उत्तर:
इस कहानी में हमें सबसे अच्छा पात्र सिरचन लगा क्योंकि सिरचन मानवीय गुण से भरा है । वह जिस काम को करता है। प्रेम से करता है। उसकी कारीगरी के कायल दूर-दूर गाँव के लोग थे।

वह स्वाभिमानी और सम्मानप्रिय व्यक्ति है। उसे खाना जो भी मिले वह

अपने काम को तरजीह देता था । किसी की जली-कटी बातें सुनकर या अपने  कारीगरी के प्रति आरोपों को सुनकर वह काम छोड़ देता । जिस काम को छोड़ देता वह काम अधूरा ही रह जाता।

कहानी के अंत में सिरचन की आत्मीय गुण चरम पर दिखता है जब मानू विदाई होकर स्टेशन पर गाड़ी में सवार है । गाड़ी खुलने के समय में सिरचन दौड़ता-हाँफता गट्ठर मानू दीदी को देते हुए कहता है दीदी यह हमारे तरफ से शीतलपाटी, चिक और कुश की आसानी है।

पाठ से आगे

Bihar Board Class 8 Hindi Solution In Hindi प्रश्न 1.
आपकी दृष्टि में सिरधन द्वारा चिक एवं शीतलपाटी स्टेशन पर मानू को देना कहाँ तक उचित था।
उत्तर:
सिरचन के द्वारा स्टेशन पर मानू को विदाई के समय शीतलपाटी, चिक आदि उपहार देना ही उचित था। यदि वह घर पर जाता उपहार देने तो कहानी में सिरचन के आत्मीय गुण में कमी आ जाती । फिर उसे तो गाँव वालों से ठेस लग चुका था । एक सफल कारीगर सिरचन अपनी कला का महत्व देते हुए स्वनिर्मित वस्तुओं को उपहार मानू को स्टेशन पर प्रदान करती है जो उपयुक्त समय था।

किसलय भाग 3 Solutions Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 2.
काम के बदले थोड़ा-सा अनाज या चंद रुपये देकर क्या किसी मजदूर की मजदूरी का मूल्य चुकाया जा सकता है । इस सम्बन्ध में अपना मत व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
मजदूरों को मजदूरी के बदले थोड़ा अनाज या ‘चंद रुपये देकर उसके मजदूरी का मूल्य नहीं चुकाया जा सकता है। क्योंकि किसी मजदूर या कारीगर की कला अमूल्य होती है। फिर अन्न या रुपये से मजदूरी का मूल्य कैसे चुकाया जा सकता है। किसी मजदूर या कारीगर के लिए उसकी मजदूरी का सबसे बड़ा मूल्य है। उसकी कला के प्रति आभार व्यक्त करना, कारीगर का सम्मान करना।

प्रश्न 3.
इस कहानी का अंत किये गये अंत से अलग और क्या हो सकता है? सोचकर लिखिए।
उत्तर:
किसी कहानी का अंत किये गये अंत से अलग हो सकता है। लेकिन “ठेस” शीर्षक कहानी का अंत चरमोत्कर्ष पर जाकर हुआ है क्योंकि सिरचन जो अपनी कारीगरी को पुनः नहीं करने का शपथ लेता है वही सिरचन मानू के घर से विदा हो जाने पर रास्ते में अपना उपहार शीतलपाटी चिक और कुश का आसनी प्रदान कर आत्मीयता का अनोखा परिचय देता है।

जबकि कहानीकार कहानी का अंत वही कर सकता था जहाँ वह शपथ लेता है कि मैं पुन: यह काम नहीं करूंगा। कहानीकार समझ जाता है कि एक कलाकार को “ठेस” लगा है। शीर्षक के आधार पर वही कहानी का अंत किया जा सकता था।

व्याकरण

मुहावरे : ऐसा वाक्यांश, जो सामान्य अर्थ का बोध न कराकर किसी . विलक्षण अर्थ का बोध कराए, मुहावरा कहलाता है । मुहावरे के प्रयोग से भाषा में सरलता, सरसता, चमत्कार और प्रवाह उत्पन्न होते हैं। जैसे-आँख का तारा (बहुत प्यारा) । नमन अपने माता-पिता के आँखों का तारा है।

लोकोक्ति : लोकोक्ति के पीछे कोई कहानी या घटना होती है। उससे निकली बात बाद में लोगों की जुबान पर जब चल निकलती है तो लोकोक्ति हो जाती है। जैसे एक पंथ दो काज (एक काम से दूसरा काम हो जाना)पटना जाने से एक पंथ दो काज होंगे। कवि

सम्मेलन में कविता पाठ भी करेंगे और साथ ही जैविक उद्यान भी देखेंगे। आइए इसके साथ ही कुछ ऐसी बातों को भी जानें, जिससे मुहावरे और लोकोक्तियों की समानताओं और असमानताओं का पता भी चले।

  1. मुहावरों और लोकोक्तियों में पर्यायवाची शब्द नहीं रखे जा सकते । यही कारण है कि इनका अनुवाद संभव नहीं।
  2. लोकोक्ति स्वतंत्र वाक्य होते हैं, जबकि मुहावरे वाक्यांश होते हैं।

प्रश्न 1.
इन मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते हुए अर्थ स्पष्ट कीजिए
प्रश्नोत्तर:

  1. कान मत देना – उसके बातों पर कान मत देना।
  2. दम मारना – बीमार व्यक्ति दम मार-मारकर चलता है।
  3. मुँह में लगाम न होना – श्याम के मुँह में लगाम नहीं है।
  4. सिर चढ़ाना – मदन अपने पत्नी को सिर चढ़ा लिया है।

गतिविधि

प्रश्न 1.
स्टेशन पर, सिरचन का पहुँचना एवं वहाँ मानू को सामग्री देने के अंश को पढ़ने के बाद जो चित्र आपके मस्तिष्क में उभरते उसे चित्र बनाकर वर्ग कक्ष में प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 2.
स्थानीय स्तर पर शीतलपाटी, चिक, आसनी की तरह कोई अन्य वस्तु प्रचलित हो तो उसे बनाकर वर्गकक्ष में दर्शाइए। ।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

ठेस Summary Hindi

सिरचन गाँव का एक कुशल कारीगर है जिसने मोथे और पटेर की शितलपाठी, बाँस के कमाची से चिक (पर्दा), सात रंग के डोरी से भोढे, पूंज की रस्सी से बना भूसा रखने वाला जाल, कुश की आसनी और ताल (ताड़)

के पत्ते से छतरी बनने में दूर-दराज तक प्रसिद्धि पा लिया है। लोग बड़े शौक …से शितलपाटी और चिक बनवाकर अपने-अपने सगे-सम्बन्धियों के यहाँ भेजते

इतने कुशल कारीगर को लोग कामचोर या बेगार मानकर अन्य काम में – नहीं बुलाते थे। वह कामचोर नहीं था। वह अपने काम को बड़ी ही तन्मयता – से करता था । उसको मनपसंद भोजन और प्रेमभरी वाणी मिल जाता तो उसकी तन्मयता देखते बनती थी। यदि कोई बीच में टोक देता तो उसका काम पड़ा ही रह जाता । हाँ यदि एक बार उसे मनपसंद भोजन या पर्याप्त भोजन नहीं मिलता तो दूसरी बार वह वहाँ नहीं जाता और खोलकर अपनी व्यथा व्यंग भाषा में अवश्य बोल देता।

एक ब्राह्मण पंचानंद चौधरी के घर कम और पसंद के लायक भोजन नहीं मिलने पर सिरचन ने पंचानंद के छोटे बेटे से साफ-साफ कह दिया कि तुम्हारी भाभी नाखून पर तरकारी परोसती है तथा कढ़ी इमली देकर बनाती है जो हमारे जैसे कहार-कुम्हारों को घर वाली बनाती है। तुम्हारी भाभी ने कहाँ सीखा।

रेणु जी की माँ जब कभी सिरचन को बुलाने कहती तो रेणु जी माँ से पूछते थे-भोग क्या-क्या लगेगा । लेकिन सिरचन भोजन से ज्यादा प्रेम भरी वाणी का कायल था।

रेणु जी सिरचन को बुलाते हैं उनकी छोटी बहन की विदाई होने वाली है। दामाद जी ने चिट्ठी लिखकर कहा – बर्तन-वासन मिले या न मिले फैशन वाली तीन जोड़ी चिक और पठेर की शीतल पार्टी अवश्य होना चाहिए। सिरचन आता है । माँ कही-सिरचन तुम्हें घी का खखोरन और चुड़ा पसंद है जिसे मैंने व्यवस्था कर रखा है। इस बार असली मोहर छाप वाली धोती भी दूँगी। ऐसा काम करो कि देखने वाले चकित रह जाएँ।

सिरचन अपना काम प्रारम्भ करता है। रेणु जी की मैंझली भाभी परदे के भीतर से ही बोली-मोहर छाप वाली धोती से बढ़िया काम होता है। ऐसा जानती तो भैया को भी खबर कर देती । सिरचन मँझली भाभी की बात सुनते ही बोल उठा “मोहर छाप वाली धोती के साथ रेशम का कुर्ता भी देने पर भी ऐसी चीज नहीं बनती।”

सिरचन को दूसरे दिन चुड़ा और गुड़ खाने को मिला । सिरचन छुआ तक नहीं। यह देखकर रेणुजी कहते हैं, आज सिर्फ चुड़ा-गुड़।

माँ मँझली भाभी से बुदियाँ देने को कहती है। मैंझली भाभी थोड़ी-सी बुन्दियाँ उसके सुप में डाल देती है जिसे देखकर सिरचन बोल उठा-मंझली बहुरानी क्या अपने मैके से आई हुई मिठाई भी इसी तरह हाथ खोलकर देती हैं। यह सुनते ही मँझली भाभी कमरे में जाकर रोने लगती है। …”

चाची ने भी सिरचन को किसी के नैहर-ससुराल की बात नहीं करने की चेतावनी दी। माँ आकर कही-सिरचन अपने काम में लगे रहो, किसी से बतकट्टी करने से क्या फायदा।

मानू (छोटी बहन) जो पान लगा रही थी एक पान सिरचन को देते हुए कही-सिरचन दादा पाँच लोग पाँच रंग के बात बोलेंगे, कान मत दो।

सिरचन मुस्कुराते हुए पान मुँह में रख लिया। चाची सिरचन को पान खाते देख अचरज में पड़ गई सिरचन ने चाची को अवाक देख बोल उठा-चाची जरा अपना बाला गमकौआ जर्दा तो खिलाना, बहुत दिन हो गये। यह सुनते ही चाची उसे खरी-खोटी सुनाते हुए चटोर, मुँहझौसा, वेलगाम, शीलहीन इत्यादि कह दी तथा चाची यह भी कही कि पैसा खर्च करने पर सैंकड़ों चिक मिल जाएँगे इत्यादि।

बस क्या था, मानो सिरचन को ठेस लग गयी। वह काम बंद करते हुए – अपना औजार समेटा और काम छोड़ चला गया। कहानीकार सिरचन को मनाने जाते हैं लेकिन सिरचन नहीं आया । वह

साफ-साफ कह दिया बबुआजी अब नहीं, मोहर वाली धोती लेकर क्या करूंगा, कौन पहनेगा। . शितलपाटी जिस पर वह बैठा है उसके स्वर्गीय पत्नी के हाथ का बना , है। उसे छूकर वह कसम खाता है। यह काम अब नहीं करूंगा। …सिरचन में बड़ी ही आत्मीयता थी इसका उदाहरण तब मिलता है जब मानू की विदाई हो गई स्टेशन पर गाड़ी खुलने वाली है सिरचन दौड़ता हुआ . पीठ पर एक गठर लिए हॉफते हुए गेट खोलने को कहता है ।

मानू दीदी को एक बार देख लँ. यह कहते हुए सिरचन गट्ठर खोलकर कहता है दीदी यह हमारे तरफ से शितलपाठी, चिक और कुश की आसानी है। मानू मोहर ‘ छापवाली धोती के दाम देना चाहती है लेकिन सिरचन जीभ को दाँत तले डालकर हाथ जोड लेता है तथा रुपया नहीं लेता है।

गाड़ी खुल गई । मानू रोने लगी। जब उसके गट्ठर को खोल देखा गया तो उसके कारीगरी और उसके प्रति हुए अमानवीय व्यवहार से रेणु जी हतप्रभ जैसे हो गये।

Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 5 हुंडरू का जलप्रपात

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 3 Chapter 5 हुंडरू का जलप्रपात Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 5 हुंडरू का जलप्रपात

Bihar Board Class 8 Hindi हुंडरू का जलप्रपात Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से

Hundru Ka Jalprapat Class 8 Bihar Board प्रश्न 1.
जैसे हुंडरू का झरना वैसा उसका मार्ग।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
हुंडरू का झरना अत्यन्त आकर्षक, मनमोहक और आनन्ददायक – है। उसी प्रकार हुंडरू जाने का मार्ग भी आकर्षक, मनमोहक और आनन्ददायक है। मार्ग में बीहड़ जंगल जिसमें हिंसक जीवों की आवाज के साथ-साथ विविध पक्षियों का कलरव मनमोहक लगता है। हरे-भरे खेतों की हरियाली रास्ते का आनन्द और भी बढ़ा देता है। हुंडरू का जल प्रपात से उत्पन्न धवल झाग मन के सारे विकारों को दूर कर देता है।

Hundru Ka Jalprapat Class 8 Question Answer Bihar Board प्रश्न 2.
हुंडरू का झरना कैसे बना है?
उत्तर:
स्वर्ण-रेखा नदी पहाड़ को पार करने के लिए अनेक भागों में विभक्त हो जाती है। पुनः एक जगह होकर पहाड़ से उतरती है। यह है हुंडरू का झरना जो 243 फीट ऊपर से गिरती है।

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solution प्रश्न 3.
“स्वयं झरने से भी ज्यादा खूबसूरत मालूम होता है, झरने से आगे का दृश्य” उस दृश्य की सुन्दरता का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर:
हुंडरू झरने से भी ज्यादा खुबसूरत मालूम होता है उसके आगे का दृश्य । आगे घाटी है। पहाड़ों के बीच पतली नदी मानो थर्मामीटर का पारा हो। नदी के इर्द-गिर्द पत्थरों का अंवार उस पर झाड़ी। चारों ओर सुन्दरता ही सुन्दरता दिखाई पड़ती है। सम्पूर्ण दृश्य प्राकृतिक है । स्वर्ग जैसा सुख देने वाला हुंडरू के झरने से आगे का दृश्य है।

Hundru Ka Jharna Kaise Bana Bihar Board Class 8 प्रश्न 4.
प्रस्तुत पाठ के आधार पर समझाइए कि किसी यात्रा-वृतांत को रोचक बनाने के लिए किन-किन बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए?
उत्तर:
प्रस्तुत पाठ “हुंडरू का जल प्रपात” यात्रा-वृतांत है। किसी भी यात्रा-वृतांत को रोचक बनाने के लिए प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ-साथ वहाँ के सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक स्थिति का वर्णन भी अनिवार्य है । जैसा कि “हुंडरू का जलप्रपात” शीर्षक पाठ में लेखक ने वर्णन किया है।

Bihar Board Solution Class 8 Hindi प्रश्न 5.
यहाँ पर एक दृश्य का वर्णन दो प्रकार से किया गया है।
उत्तर:
(क) हुंडरू का पानी कहीं साँप की तरह चक्कर काटता है, कहीं हरिण की तरह छलाँग भरता है और कहीं बाघ की तरह गरजता हुआ नीचे गिरता है।
(ख) हुंडरू का पानी चक्कर काटकर छलाँग भरता हुआ नीचे गिरता इनमें से आपको कौन-सा तरीका अच्छा लग रहा है और क्यों ?

  1. उपरोक्त दो कथनों में मुझे प्रथम कथन का तरीका अच्छा लगता है क्योंकि प्रथम कथन में विशेष्य-विशेषण दोनों का प्रयोग है जबकि दूसरे कथन में विशेषण मात्र प्रयोग हुआ है। .
  2. प्रथम कथन अलंकारपूर्ण है। इसमें उपमा अलंकार का समावेश किया गया है। जैसे – साँप की तरह चक्कर काटना, हिरण की तरह छलांग लगना।

गतिविधि

Bihar Board Class 8 Hindi Solution प्रश्न 1.
बिहार के दर्शनीय स्थानों की सूची बनाइए । प्राकृतिक सम्पदा तथा कृषि को ध्यान में रखते हुए बिहार एवं झारखंड का तुलनात्मक वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हमारा बिहार दर्शनीय स्थानों से भरा है। जिसमें-पटना की पटनदेवी, गोलघर, अजायबघर, चिडियाखाना, महावीर मंदिर, अगमकुँआ और गुरुगोविन्द सिंह का जन्म स्थान, इनके अतिरिक्त बक्सर में ताड़का बध स्थान, गोपालगंज में थावे मंदिर सहरसा का चण्डिका स्थान, बेगुसराय का कावर झील, सीतामढ़ी (जनकपुर) में सीता का जन्म स्थान, कुशेश्वर स्थान,

हरिहर : नाथ आदि दर्शनीय स्थल हैं। प्राकृतिक सम्पदा में झारखंड अवश्य आगे है। लेकिन झारखंड में कषि योग्य भूमि की कमी है। कृषि क्षेत्र में हमारे बिहार झारखंड की अपेक्षा आगे है।

बिहार बोर्ड क्लास 8 हिंदी Bihar Board प्रश्न 2.
अपने-अपने गाँव और उसके आस-पास ईख. अरहर. सरसों के लहलहाते फूलों पर मंडराते हुए भौरों को अवश्य देखा होगा। साथ ही आम की मंजरियों पर मकरन्द को चूसते हुए मधुमक्खियों के झुंड एवं आम के पल्लवों के बीच छिपी हई कोयल की कूक भी आपने अवश्य सुनी होगी। इस प्राकृतिक दृश्य को महसूस कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

हुंडरू का जलप्रपात Summary in Hindi

हुंडरू झारखण्ड राज्य के छोटा नागपुर जिले में पड़ता है। राँची से 27 मील की दूरी पर स्थित है-हुंडरू का जलप्रपात । अत्यन्त सुन्दर, मनमोहक यह जलप्रपात है। उसका यात्रा मार्ग भी सुन्दर एवं मनमोहक है।

पहाड़, जंगल, घाटियाँ, नदियों को पार कर हुंडरू के जलप्रपात तक पहुंचा ‘जाता है। आदिवासियों का गीत, पशु-पक्षियों की आवाज से यात्रा आनन्ददायक हो जाता है। हरियाली सम्पन्न वह प्रदेश जादू की तरह मन को मोह लेता है।

कहीं कोयला तो कहीं अबरख के खान मिलते हैं। वहाँ के लोग गरीबऔर सीधे-सादे हैं। हुंडरू का जलप्रपात स्थल शोभा देवलोक जैसा है। 243 फीट ऊँची जगह से गिरता यह प्रपात पहाड़ों को चीरता पत्थर पर जिस समय गिरता है, उसका स्वरूप अत्यन्त आकर्षक दिखता है। पानी गिर-गिरकर 20-20 फीट उछलता है । झरने (प्रपात) से आगे का दृश्य और भी अधिक मोहक है। उससे आगे भी ऊँचे-ऊँचे प्रपात (झरना)

है लेकिन वहाँ तक पहुँचाना कठिन है। – पहाड़ के ऊपर से नीचे पतली-पतली पगडंडी से चलकर घाटी की शोभा

भी वर्णनीय है। सर्पाकार पतली-पतली नदियों के किनारे रंग-बिरंगे पत्थर विभिन्न आकार-प्रकार में लोगों के लिए नयनाभिराम लगता है। हुंडरू की शोभा प्रकृति प्रदत्त है।

वहाँ दुकानों का आभाव हैं। खाने-पीने की चीज नहीं के बराबर मिलते हैं। प्रपात के पास भयंकर ध्वनि दूर से ही लोगों को आकर्षित कर लेता है।

हुंडरू का जलप्रपात दर्शनीय है।