Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

Bihar Board Class 12 History उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन Textbook Questions and Answers

उत्तर दीजिए (लगभग 100-150 शब्दों में)

प्रश्न 1.
ग्रामीण बंगाल के बहुत से इलाकों में जोतदार एक ताकतवर हस्ती क्यों था?
उत्तर:
ग्रामीण बंगाल के बहुत से इलाकों में जोतदार एक ताकतवर हस्ती था। इसके निम्नलिखित कारण थे-

  1. बंगाल के दिनाजपुर जिले के धनी किसानों को जोतदार कहा जाता था। इनके पास जमीन के बड़े-बड़े रकबे होते थे। कहीं-कहीं तो यह हजारों एकड़ का होता था।
  2. स्थानीय व्यापार और साहूकार के कारोबार पर इनका नियंत्रण था। वे क्षेत्र के गरीब काश्तकारों पर शक्ति प्रयोग करते थे।
  3. ये लोग गाँवों में रहते थे और गरीब ग्रामीणों के बड़े वर्ग:पर नियंत्रण रखते थे।
  4. ये किसानों के पक्षधर और लगान बढ़ाए जाने के मुद्दे पर जमींदार के कट्टर विरोधी थे। ये अंग्रेज अधिकारियों के कार्यों पर रोक भी लगाते थे।
  5. ये खुद खेती नहीं करते थे और अपनी जमीन बटाईदारों को खेती करने के लिए दे देते थे। उनसे वे उपज का आधा भाग लेते थे। इस प्रकार ये बिना मेहनत धनवान हो जाते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 2.
जमींदार लोग अपनी जमींदारियों पर किस प्रकार नियंत्रण बनाए रखते थे?
उत्तर:
जमींदारों द्वारा अपनी जमींदारियों पर नियंत्रण रखने के उपाय –

  1. राजस्व की अत्यधिक माँग और अपनी भूसम्पदा की नीलामी से जमींदार तंग आ गये थे। इससे बचने के लिए जमींदारों ने नया षड्यंत्र सोच लिया। संपदा की फर्जी बिक्री ऐसी ही एक रणनीति थी।
  2. बर्दमान के राजा ने पहले तो अपनी जमींदारी का कुछ भाग अपनी माँ के नाम कर दिया क्योंकि कंपनी ने यह नियम बनाया था कि स्त्रियों की सम्पत्ति को छीना नहीं जायेगा।
  3. नीलामी की प्रक्रिया में एजेंटों और नौकरों को शामिल किया गया। इस प्रकार संपदा पर जमींदार का अधिकार बना रहता था।
  4. जमींदार कंपनी को राजस्व समय पर नहीं देते थे और इस प्रकार बकाया राजस्व राशि का बोझ बढ़ता गया। जब भूसंपदा का कुछ भाग नीलाम किया गया तो जमींदार के संबंधियों ने ही ऊँची बोली लगाकर खरीद लिया परंतु रकम का भुगतान नहीं किया। यही प्रक्रिया बार-बार चलती रही।
  5. कुछ दिनों के बाद लोगों ने बोली लगाना बंद कर दिया। कंपनी को कम दाम पर जमीन जमींदार को बेचनी पड़ी।
  6. जमींदारों ने नीलामी से बचने के लिए अन्य कई तरकीबें निकालीं। वे संपदा खरीदने वालों को जमीन पर कब्जा नहीं करने देते थे या मार-पीटकर भगा देते थे।

प्रश्न 3.
पहाडिया लोगों ने बाहरी लोगों के आगमन पर कैसी प्रतिक्रिया दर्शाई?
उत्तर:

  1. स्थायी कृषि विस्तार के साथ बाहरी लोगों और पहाड़ियों के बीच संघर्ष तेज हो गया था। वे ग्रामवासियों का अनाज और पशु झपटने लगे।
  2. 1770 ई. के दशक में ब्रिटिश अधिकारियों ने पहाड़ियों के प्रति कठोरता की नीति अपनाई और उन पर आक्रमण शुरू कर दिया।
  3. 1780 के दशक के भागलपुर के कलक्टर ऑगस्ट्स क्लीवलैंड ने शांति स्थापना का प्रस्ताव रखकर पहाड़ी मुखियाओं का वार्षिक भत्ता निश्चित किया ताकि वे अपने आदमियों को नियंत्रण में रख सकें। पहाड़िया लोग अंग्रेजों को सन्देह की दृष्टि से देखने लगे और उनसे घृणा करने लगे।
  4. पहाड़ियों के लिए एक अन्य खतरा इनके क्षेत्रों में संस्थालों का प्रवेश बन गया । जहाँ कुदाल पहाड़ियों की रक्षक थी, वहीं हल संथालों का सुदृढ़ अस्त्र बन गया। अब इन दोनों के बीच संघर्ष शुरू हो गया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 4.
संथालों ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह क्यों किया?
उत्तर:
संथालों द्वारा ब्रिटिश शासन के विरुद्ध-विद्रोह के कारण:

  1. ब्रिटिश अधिकारियों ने संथालों को दामिन-इ-कोह में बसने के लिए निमंत्रण दिया । यहाँ संथालों के गाँवों और जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई। वे व्यापारिक फसलों की खेती करते थे परंतु ब्रिटिश सरकार ने उनकी जमीन पर भारी कर लगा दिया।
  2. 1850 ई. के दशक तक संथाल लोग स्वायत्त शासन चाहते थे परंतु ब्रिटिश सरकार इसके लिए तैयार नहीं की। फलस्वरूप संथालों ने विद्रोह कर दिया।
  3. 1855-56 के संथाल विद्रोह के बाद संथाल परगने का निर्माण कर दिया गया। इस प्रकार उनका क्षेत्र सीमित कर दिया गया।

प्रश्न 5.
दक्कन के रैयत ऋणदाताओं के प्रति क्रुद्ध क्यों थे?
उत्तर:
दक्कन के रैयत का ऋणदाताओं के प्रति क्रुद्ध होने के कारण –
1. जब भारत से इंग्लैण्ड में कपास का निर्यात हो रहा था तो महाराष्ट्र के निर्यात व्यापारी और साहूकार रैयत को खूब ऋण दे रहे थे। अमेरिका में गृहयुद्ध की समाप्ति और वहाँ से इंग्लैण्ड में कपास का निर्यात पुनः होने से ये ऋणदाता ऋण देने में उत्सुक नहीं रहे। यह भी एक कारण था कि दक्कन के रैयत क्रुद्ध हो गये।

2. ऋणदाताओं ने देखा कि भारतीय कपास की माँग घटती जा रही है और कपास की कीमतों में भी गिरावट आ रही है। यही कारण था कि उन्होंने अपना कार्य व्यवहार बंद करने, रैयत की अग्रिम राशियाँ प्रतिबंधित करने और बकाया ऋणों को वापस लेने का निर्णय लिया।

3. 1830 ई. के पश्चात् राजस्व का नया बंदोवस्त लागू किया गया जिसमें भूराजस्व 50 से 100 प्रतिशत बढ़ा दिया गया। इतना भारी लगान देने के लिए रैयतों को ऋण लेना अनिवार्य हो गया परंतु ऋणदाताओं ने ऋण देने से मना कर दिया। रैयत इस बात से अधिक नाराज था कि ऋणदाता वर्ग इतना संवेदनहीन हो गया है कि वह उनकी हालत पर कोई तरस नहीं खा रहा है और गाँव की प्रथाओं का उल्लंघन कर रहा है।

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250 से 300 शब्दों में)

प्रश्न 6.
इस्तमरारी बंदोबस्त के बाद बहुत सी जमींदारियाँ क्यों नीलाम कर दी गई?
उत्तर:
इस्तमरारी बंदोबस्त के बाद बहुत सी जमींदारियों के नीलाम होने के कारण –
1. 1793 ई. में चार्ल्स कार्नवालिस द्वारा इस्तमरारी बंदोबस्त लागू कर दिया गया। इसके अंतर्गत निश्चित भूराजस्व लम्बे समय के लिए निर्धारित कर दिया गया और इसे निश्चित तिथि पर भुगतान करना होता था। निश्चित भूराजस्व जमा न करने पर जमींदारों की भूमि नीलाम कर दी जाती थी।

2. बंगाल में राजस्व के भुगतान की समस्या बढ़ती जा रही थी जबकि ब्रिटिश अधिकारी यह आशा कर रहे थे कि इस्तमरारी बंदोबस्त लागू होने के पश्चात् यह समस्या हल हो जायेगी। वस्तुतः 1770 ई. के पश्चात् बंगाल में बार-बार अकाल पड़ रहे थे एवं खेती की पैदावार घटती जा रही थी। इसलिए किसान भूराजस्व नहीं दे पा रहे थे। ऐसे में जमींदार भी भूराजस्व देने में असमर्थ हो जाते थे। फिर तो भूमि का नीलाम होना निश्चित था।

3. जमींदारों के अधीन अनेक गाँव यहाँ तक कि 400 गाँव भी होते थे। कई गाँव मिलकर एक जमींदार के अधीन राजस्व सम्पदा बनाते थे। इस संपदा पर कंपनी राजस्व की कुल माँग का निर्धारण करती थी। इसके बाद जमींदार अलग-अलग गाँवों के लिए भूराजस्व निश्चित करता था और वसूल करता था। इस प्रकार यह एक जटिल कार्य था। जब जमींदार निर्धारित राजस्व को समय पर जमा न कर पाता था तो उनकी संपदा (भूमि) का नीलाम कर दिया जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 7.
पहाडिया लोगों की आजीविका संथालों की आजीविका से किस रूप में भिन्न थी?
उत्तर:
पहाड़िया लोगों और संथालों की आजीविका में अंतर –
1. 18 वीं शताब्दी के परवर्ती दशकों के राजस्व अभिलेखों से ज्ञात होता है कि पहाड़िया जंगल की उपज से अपनी जीविका चलाते थे और झूमकर खेती किया करते थे। जंगल को साफ करके बनाई गई जमीन पर लोग खाने के लिए विभिन्न प्रकार की दालें और ज्वार-बाजरा उगा लेते थे। कुछ वर्षों तक उस साफ की गई जमीन पर खेती करते थे और फिर उसे परती छोड़कर नये इलाके में चले जाते थे। जमीन की खोई हुई उर्वरता फिर से लौट आए, इसीलिए ऐसा किया जाता था। संथाल लोग स्थायी खेती करते थे। वे परिश्रम से जंगल को साफ करके खेतों की जुताई करते थे। इनकी जमीन चट्टानी थी लेकिन उपजाऊ थी। बुकानन के अनुसार वहाँ तम्बाकू और सरसों की अच्छी खेती होती थी।

2. पहाड़िया लोग गुजारे वाली और खाद्य पदार्थों की खेती अधिक करते थे जबकि संथाल लोग व्यापारिक और नकदी फसलों की खेती करते थे।

3. पहाड़िया लोग जंगल साफ करने और खेती करने के लिए कुदाल का प्रयोग करते थे। वे जंगल काटने के लिए हल का प्रयोग नहीं करते थे और उपद्रवी थे। इसके विपरीत संथाल आदर्श बाशिंदे थे, क्योंकि उन्हें जंगलों का सफाया करने में कोई हिचक नहीं थी और वे भूमि की गहरी जुताई करते थे।

4. जंगलों में पहाड़िया लोग खाने के लिए महुआ के फूल, बेचने के लिए रेशम के कोया और राल और काठ कोयला बनाने के लिए लकड़ियाँ, एकत्र करते थे। संथाल लोग इस प्रकार का कार्य नहीं करते थे।

5. पहाड़िया लोग प्रायः उन मैदानों पर आक्रमण किया करते थे जहाँ के स्थाई किसान खेती-बाड़ी करते थे। अभाव या अकाल के वर्षों में स्वयं को जीवित रखने के लिए ऐसे आक्रमण किये जाते थे। संथाल लोग इस प्रकार के कार्यों में रुचि नहीं लेते थे।

6. मैदानों में रहने वाले जमींदार पहाड़ी मुखियाओं को नियमित रूप से खिराज देकर उनसे शांति खरीदनी पड़ती थी। पहाड़िया लोग व्यापारियों से पथकर लिया करते थे। पथकर लेकर वे व्यापारियों की रक्षा करते थे। संथाल ऐसा कार्य नहीं करते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 8.
अमेरिकी गृहयुद्ध ने भारत में रैयत समुदाय के जीवन को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर:
अमेरिकी गृहयुद्ध का भारत में समुदाय के जीवन पर प्रभाव –
1. 1860 के दशक से पूर्व ब्रिटेन अमेरिका से कपास आयात करता था जिसके बंद होने की आशंका बनी रहती थी। 1857 में ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना हुई। इसका उद्देश्य कंपनी की आय बढ़ाने के लिए विश्व के प्रत्येक भाग में कपास के उत्पादन को प्रोत्साहित करना था। भारत को ऐसा देश समझा गया जो अमेरिका से कपास की आपूर्ति बंद हो जाने की स्थिति में ब्रिटेन को कपास भेज सकता है। भारत से कपास का निर्यात, सस्ते दामों पर ब्रिटेन को होता था। रैयतों को इससे बहुत घाटा उठाना पड़ता था।

2. 1861 में अमेरिकी गृह-युद्ध छिड़ने के कारण कपास में कमी आने लगी और उसका दाम बढ़ने लगा। भारत और अन्य देशों से कपास की आपूर्ति होने लगी। इसके कारण भारतीय रैयतों को कपास का अच्छा दाम मिलने लगा।

3. दक्कन में किसानों को कपास उगाने के लिए खूब ऋण दिया गया । फलस्वरूप दक्कन से कपास के उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि हुई।

4. इंग्लैंड में कपास के कुल आयात का 90% भाग भारत से आयात होता था। परंतु कपास की उत्पादन की वृद्धि से भी रैयतों को पर्याप्त लाभ नहीं हुआ। वे कर्ज में दबे रहे।

5. 1865 ई. तक अमेरिका में शांति बहाल होने के साथ ही ब्रिटेन में अमेरिका से कपास पुनः आने लगी। इसके कारण भारतीय कपास के निर्यात में कमी आ गई। महाराष्ट्र में साहूकारों ने कर्ज देना बंद कर दिया और किसानों से ऋणों की वसूली करने लगे। इस प्रकार रैयतों को ऋण मिलना भी बंद हो गया और वे तबाह होने लगे।

प्रश्न 9.
किसानों का इतिहास लिखने में सरकारी स्रोतों के उपयोग के बारे में क्या समस्याएँ आती हैं?
उत्तर:
किसानों का इतिहास लिखने में सरकारी स्रोतों के उपयोग के विषय में आने वाली समस्याएँ:
किसानों का इतिहास लिखने में सरकारी स्रोतों के उपयोग के बारे में अनेक समस्याएँ आती हैं जो निम्नलिखित हैं –
1. सरकारी स्रोत सरकार के कार्यों से सम्बद्ध होते हैं। किसानों के बारे में इनसे विस्तृत और सही रिपोर्ट नहीं मिलती है।

2. सरकारी स्रोत में उल्लिखित विवरण सरकार के पक्ष में होते हैं। उसमें सरकारी कमियों को नहीं दिखाया जाता था। किसानों के हित की बात की जाती है परंतु अहित के बारे में नहीं लिखा जाता।

3. सरकारी स्रोत घटनाओं के बारे में सरकारी सरोकार और अर्थ प्रतिबिंबित करते हैं। उदाहरण के लिए-दक्कन दंगा आयोग से विशिष्ट रूप से यह जाँच करने के लिए कहा गया था कि क्या सरकारी राजस्व की माँग का स्तर विद्रोह का कारण था।

4. संपूर्ण प्रमाण प्रस्तुत करने के बाद आयोग ने यह सूचित किया था कि सरकारी माँग किसानों के गुस्से की वजह नहीं थी। इसमें पूरा दोष ऋणदाताओं या साहूकारों का ही था, जबकि ऐसा नहीं था। इसमें सरकारी माँग बहुत कुछ उत्तरदायी थी। ब्रिटिश सरकार यह मानने को कभी तैयार नहीं थी कि जनता में असंतोष या क्रोध सरकारी कार्यवाही के कारण उत्पन्न हुआ था।

5. सरकारी रिपोर्ट किसानों के इतिहास के पुनर्निर्माण के लिए उपयोगी है परंतु उन्हें सावधानीपूर्वक पढ़ना पड़ेगा अन्य का तथ्य गलत हो सकते हैं।

6. सरकारी स्रोतों से प्राप्त जानकारी का समाचारपत्रों, गैर सरकारी वृत्तान्तों, विधिक अभिलेखों और यथासंभव मौखिक स्रोतों से संकलित साक्ष्य के साथ मिलान करके उनकी विश्वसनीयता की जाँच करनी पड़ेगी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

मानचित्र कार्य

प्रश्न 10.
उपमहाद्वीप के बाह्यरेखा मानचित्र (खाके) में इस अध्याय में वर्णित क्षेत्रों को अंकित कीजिए। यह भी पता लगाइये कि क्या ऐसा भी कोई इलाका था जहाँ इस्तमरारी बंदोबस्त और रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू थी। ऐसे इलाकों को मानचित्र में भी अंकित कीजिए।
उत्तर:
Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात सरकारी अभिलेखों का अध्ययन image 1

परियोजना कार्य (कोई एक)

प्रश्न 11.
फ्रांसिस बुकानन ने पूर्वी भारत के अनेक जिलों के बारे में रिपोर्ट प्रकाशित की थी। उनमें से एक रिपोर्ट पढ़िए और इस अध्याय में चर्चित विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए उस रिपोर्ट में ग्रामीण समाज के बारे में उपलब्ध जानकारी को संकलित कीजिए। यह भी बताइए कि इतिहासकार लोग ऐसी रिपोर्टों का किस प्रकार उपयोग कर सकते हैं।
उत्तर:
छात्र स्वयं करे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 12.
आप जिस क्षेत्र में रहते हैं, वहाँ के ग्रामीण समुदाय के वृद्धजनों से चर्चा कीजिए और उन खेतों में जाइए जिन्हें वे अब जोतते हैं। यह पता लगाइए कि वे क्या पैदा करते हैं, वे अपनी रोजी-रोटी कैसे कमाते हैं, उनके माता-पिता क्या करते थे, उनके बेटे-बेटियाँ अब क्या करते हैं और पिछले 75 सालों में उनके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन आए हैं। अपने निष्कर्षों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन Additional Important Questions and Answers

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
जमींदार राजस्व क्यों नहीं अदा कर पाते थे?
उत्तर:

  1. सरकार के भूराजस्व की प्रारंभिक मांगें बहुत ऊँची थी, क्योंकि स्थाई बंदोबस्त में कई वर्षों तक एक निश्चित भूराजस्व का अनुबंध किया गया था। कंपनी ने महसूस किया कि आगे चलकर कीमतों में बढ़ोत्तरी होने और खेती का विस्तार होने से आय में वृद्धि होगी परंतु कंपनी उस वृद्धि में अपने हिस्से का दावा नहीं कर सकेगी।
  2. 1793 में कृषि वस्तुओं की दरें नीची थीं। इस कारण रैयत के लिए जमींदारों के ऊँची राजस्व राशि चुकाना मुश्किल था।

प्रश्न 2.
उपनिवेशवाद का क्या अर्थ है ? उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर:

  1. उपनिवेशवाद वह विचारधारा है जिसमें एक ताकतवर देश दूसरे कमजोर देश पर अधिकार कर लेता है और उनके संसाधनों का मनमाने ढंग से उपयोग करने लगता है।
  2. भारत कभी ब्रिटेन का एक उपनिवेश था। ब्रिटेन के उपनिवेशवाद की वजह से ही भारत गुलाम हुआ और उसके संसाधनों का शोषण हुआ।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 3.
इस्तमरारी बंदोबस्त कब, किसने और कहाँ लागू किया? इसमें क्या व्यवस्था की गई?
उत्तर:

  1. इस्तमरारी बंदोबस्त 1793 ई. में बंगाल के गवर्नर चार्ल्स कार्नवालिस द्वारा बंगाल प्रान्त में लागू किया गया।
  2. इस बंदोबस्त के अंतर्गत बंगाल की सम्पूर्ण कृषि योग्य भूमि जमींदार को दे दी गई। इस सम्पदा पर निर्धारित भूराजस्व को जमींदार निश्चित समय पर सरकारी खजाने में जमा करते थे अन्यथा उनकी जमीन नीलाम कर दी जाती थी।

प्रश्न 4.
1770 के दशक में बंगाल की ग्रामीण अर्थव्यवस्था क्यों खराब हो गई?
उत्तर:

  1. बंगाल में बार-बार अकाल पड़ रहे थे और खेती की पैदावार घटती जा रही थी।
  2. खेती के विकास के लिए सरकार कोई निवेश नहीं कर रही थी जबकि राजस्व की दर लगातार बढ़ाई जा रही थी।

प्रश्न 5.
जोतदार और मंडल जमींदार से क्यों नहीं डरते थे?
उत्तर:

  1. जोतदार एक धनी रैयत होता था जबकि मंडल गाँव का मुखिया होता था। दोनों जमींदार के अधीन होते थे। वे डरते नहीं थे बल्कि जमींदारों को परेशान देखकर खुश होते थे।
  2. वस्तुत: जमींदार आसानी से उन पर अपनी ताकत का इस्तेमाल नहीं कर सकता था। जमींदार बाकीदारों पर मुकदमा तो चला सकता था मगर न्यायिक प्रक्रिया बहुत लंबी होती थी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 6.
ताल्लुकदार कौन थे?
उत्तर:

  1. ताल्लुकदार का शाब्दिक अर्थ है-वह व्यक्ति जिसके साथ ताल्लुक या सम्बन्ध हो। परंतु आगे चलकर ताल्लुक का अर्थ क्षेत्रीय इकाई हो गया। ताल्लुकदार क्षेत्रीय इकाई का स्वामी होता था।
  2. ब्रिटिश सरकार ने इस्तमरारी बंदोबस्त के अधीन बंगाल के राजाओं और ताल्लुकदारों के साथ अनुबंध किया।

प्रश्न 7.
सूर्यास्त कानून क्या है?
उत्तर:

  1. फसल अच्छी हो या खराब, राजस्व का ठीक समय पर भुगतान जरूरी था। इस कानून के अनुसार निश्चित तिथि को सूर्य डूबने तक भुगतान हो जाना चाहिए।
  2. यदि ऐसा नहीं होता तो जमींदारी को नीलाम किया जा सकता था। इस प्रकार जमींदार को जमीन से हाथ, धोना पड़ता था।

प्रश्न 8.
19 वीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में जमींदारों की स्थिति कैसे मजबूत बनी?
उत्तर:

  1. इस अवधि में राजस्व के भुगतान संबंधी नियमों को लचीला बना दिया गया था। इससे गाँवों पर जमींदार की सत्ता और अधिक मजबूत हो गई।
  2. 19 वीं शताब्दी के प्रारंभ में कृषि उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने लगी थी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 9.
गाँवों में जोतदारों की शक्ति, जमींदारों की ताकत की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होती थी। क्यों?
उत्तर:

  1. जमींदार शहर में रहते थे और राजस्व की वसूली के लिए गाँवों में अपने अमलों (अधिकारी) को भेजते थे। जोतदार गाँवों में रहते थे और गरीब ग्रामवासियों के एक बड़े वर्ग पर नियंत्रण रखते थे।
  2. जब जमींदार गाँवों में लगान बढ़ाना चाहते थे तो जोतदार इसका विरोध करते थे और अंग्रेज अधिकारियों के कार्यों में बाधा उत्पन्न करने थे। इससे वे अपने साथ के रैयतों में लोकप्रिय थे।

प्रश्न 10.
पहाड़िया लोगों के जीविका के क्या साधन थे?
उत्तर:

  1. राजमहल के जंगलों में रहने वाले पहाड़िया लोग खाने के लिए महुआ के फूल एकत्र करते थे, बेचने के लिए रेशम का कोया, राल और काष्ठ कोयला बनाने के लिए लकड़ियाँ एकत्र करते थे।
  2. पेड़ों के नीचे जमने वाली घासों पर उनके पशु जीवित रहते थे और ये घासें पशुओं के लिए चरागाह बन जाती थी।

प्रश्न 11.
पहाड़िया लोगों के आवास और स्वभाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:

  1. वे लोग जंगलों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े थे। वे इमली के पेड़ों के बीच बनी अपनी झोंपड़ियों में रहते थे और आम के पेड़ों के नीचे आराम करते थे।
  2. वे सम्पूर्ण प्रदेशों को अपनी निजी भूमि मानते थे और यह भूमि उनकी पहचान और जीवन का आधार थी। वे शहरी लोगों को अपनी जमीन में घुसने देना नहीं चाहते थे। उनके मुखिया लोग अपने समूह में एकता बनाये रखते थे और अपने झगड़े आपस में ही निपटा लेते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 12.
संथाल लोग राजमहल की पहाड़ियों में कैसे पहुँचे?
उत्तर:

  1. संथाल लोग बंगाल में जमींदारों के लिए नई भूमि तैयार करने और खेती के विस्तार के लिए भाड़े पर काम करते थे। ब्रिटिश उद्यमियों ने इन्हें राजमहल पहाड़ियों में बसने का न्यौता दिया।
  2. अंग्रेज अधिकारी पहाड़ियों के कृषि कार्य से संतुष्ट नहीं थे। संथाल मेहनती थे और जंगल को शीघ्र साफ करके खेत तैयार कर देते थे और खेतों की अच्छी जुताई करते थे।

प्रश्न 13.
पाँचवीं रिपोर्ट क्या है?
उत्तर:

  1. भारत में ईस्ट इण्डिया कंपनी के प्रशासनिक तौर तरीकों तथा क्रियाकलापों व तैयार की गई और ब्रिटिश संसद में पेश की गई रिपोर्ट को पाँचवीं रिपोर्ट कहते हैं। यह रिपोर्ट 1002 पृष्ठों की थी जिसमें 800 से अधिक पृष्ठ परिशिष्टों के थे।
  2. इसमें जमींदारों और रैयतों की अर्जियाँ, भिन्न-भिन्न जिलों के कलेक्टरों की रिपोर्ट, राजस्व विवरणियों से सम्बन्धित सांख्यिकीय तालिकाएँ और अधिकारियों की बंगाल और मद्रास के राजस्व तथा न्यायिक प्रशासन पर लिखित टिप्पणियाँ शामिल की गई थीं।

प्रश्न 14.
पाँचवीं रिपोर्ट की दो कमियाँ बताइये।
उत्तर:

  1. पाँचवीं रिपोर्ट लिखने वाले कंपनी के कुप्रशासन की आलोचना करने का आशय रखते थे। उल्लेखनीय है कि पाँचवीं रिपोर्ट में परम्परागत जमींदारी सत्ता के पतन का वर्णन अतिशयोक्तिपूर्ण है।
  2. जमींदारों द्वारा जमीन खोने का भी अतिरंजित वर्णन किया गया है। जब जमींदारियाँ नीलाम की जाती थी, तो जमींदार नए-नए हथकंडे अपनाकर अपनी जमींदारी को बचा लेते थे और बहुत कम जमीन छीनी जाती थी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 15.
महालवाड़ी व्यवस्था के दोष बताइए।
उत्तर:
दोष:
इस भूमि व्यवस्था में निम्नलिखित दोष थे:
1. नम्बरदारों के विशेषाधिकार:
नम्बरदारों व अन्य विशिष्ट लोगों की सरकार तक पहुँच थी क्योंकि ये ही सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करते थे। इस स्थिति का वे अपने स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करते थे। इस व्यवस्था में भी मध्यस्थता करने वाले व्यक्ति विद्यमान रहते थे।

2. छोटे किसानों की दयनीय स्थिति:
गाँवों के बड़े-बड़े जमींदार तथा मान्यता प्राप्त व्यक्ति अपनी स्थिति का लाभ उठाकर छोटे किसानों पर अत्याचार करते थे और उनसे बेगार लेते थे। वे इन किसानों की भूमि को अपने अधिकार में कर लेते थे और अन्ततः बड़े किसानों के नौकर के रूप में काम करने पर मजबूर हो जाते थे। इन कारणों से उनकी स्थिति दयनीय बन गई थी।

प्रश्न 16.
रैयतवाड़ी राजस्व प्रणाली क्या है?
उत्तर:

  1. रैयत का अर्थ किसान है। यह प्रणाली कंपनी और रैयत के मध्य लगान संबंधी सीधा इकरारनामा (ठेका) थी। इसके अनुसार समय-समय पर लगान बढ़ाया जा सकता था।
  2. यह राजस्व प्रणाली मद्रास और बम्बई प्रेसीडेंसियों में लागू की गई।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 17.
किसानों के सूपा आंदोलन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:

  1. किसान व्यापारियों और साहूकारों से चिढ़े हुए थे। उन्होंने पूना जिले के सूपा गाँव में आंदोलन शुरू कर दिया। यहाँ एक मंडी थी जहाँ अनेक व्यापारी और साहूकार रहते थे।
  2. 12 मई, 1875 को आस-पास के ग्रामीण इलाकों के किसान एकत्र हो गये। उन्होंने व्यापारियों और साहूकारों पर आक्रमण कर दिया और उनकी बहियाँ तथा ऋणपत्र जला दिये, उनकी दुकानें लूट ली और कुछ मामलों में तो साहूकारों के घरों में आग भी लगा दी।

प्रश्न 18.
डेविड रिकार्डो कौन था?
उत्तर:

  1. डेविड रिकार्डों इंग्लैंड का एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री था। भारत में ब्रिटिश अधिकारियों ने अपने महाविद्यालयी जीवन में रिकार्डों के विचारों का अध्ययन किया था।
  2. 1820 के दशक में महाराष्ट्र में ब्रिटिश अधिकारियों में बंदोबस्त की शर्त तय करने के लिए रिकार्डो के विचारों का सहारा लिया।

प्रश्न 19.
जमींदारों को कृषकों से लगान (भू-राजस्व) एकत्र करने में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था?
उत्तर:

  1. प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसल खराब हो जाने से वे लगान देने में असमर्थ हो जाते थे। कभी-कभी उपज का दाम भी बहुत गिर जाता था।
  2. किसान कभी-कभी स्वयं भी भूराजस्व देने में विलम्ब करते थे जबकि जमींदारों के समय पर लगान जमा करना होता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 20.
दामिन-ए-कोह क्या है?
उत्तर:

  1. 1832 में अंग्रेजों ने राजमहल के पहाड़ी प्रदेश में जमीन के एक बहुत बड़े भाग को सीमित कर दिया और इसे संथालों की भूमि घोषित कर दिया।
  2. यहाँ संथालों को कृषि करने के लिए प्रेरित किया गया। इस भूमि को ‘दामिन-ए-कोह’ नाम दिया गया।

प्रश्न 21.
ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना कब हुई? इसके क्या उद्देश्य थे?
उत्तर:

  1. ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना 1857 में हुई।
  2. इस संघ का उद्देश्य विश्व के प्रत्येक भाग में कपास के उत्पादन को प्रोत्साहित करना था जिससे कि इंग्लैण्ड की मैनचेस्टर कॉटन कंपनी का विकास हो सके। उल्लेखनीय है कि भारत को इसके लिए अनुकूल माना गया और प्रोत्साहन के लिए कपास उगाने वाले किसानों को खूब कर्ज दिया गया।

प्रश्न 22.
दक्कन दंगा आयोग क्यों स्थापित किया गया?
उत्तर:

  1. दक्कन में हुए दंगों के कारणों की छानबीन करने के लिए जिस आयोग की स्थापना की गई उसे दक्कन दंगा आयोग कहते हैं।
  2. ब्रिटिश सरकार 1857 के विद्रोह की याद से चिंतित थी। वह नहीं चाहती थी कि भारत में फिर से इसी प्रकार का विद्रोह हो।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 23.
जमींदारी को नियंत्रित और उनकी आजादी समाप्त करने के लिए अंग्रेजी कंपनी ने क्या कदम उठाये?
उत्तर:

  1. जमींदारों से स्थानीय न्याय तथा स्थानीय पुलिस व्यवस्था का अधिकार छीन लिया गया।
  2. उनकी कचहरियों को कंपनी द्वारा नियुक्त कलेक्टर के अधीन कर दिया गया।
  3. जमींदारों की सैनिक टुकड़ियों को भंग कर दिया गया।
  4. सीमा शुल्क लेने का अधिकार छीन लिया गया।

प्रश्न 24.
1832 ई. के बाद कृषकों को ऋण लेने के लिए विवश होना पड़ा। क्यों?
उत्तर:

  1. 1832 ई. के बाद कृषि उत्पादों के मूल्यों में तेजी से गिरावट आई और लगभग डेढ़ दशक तक यही स्थिति बनी रही। इसके कारण किसानों की आमदनी घट गई।
  2. 1832-34 के वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रो में अकाल फैल गया। इसमें जन-धन की विपुल हानि हुई। वस्तुतः किसानों के पास खाने को पर्याप्त खाद्यान्न भी न रहा। दूसरी भूराजस्व की बकाया राशि भी बढ़ती जा रही थी। ऐसी स्थिति में ऋण लेने के अलावा किसानों के पास कोई अन्य विकल्प शेष न रहा।

प्रश्न 25.
बटाईदार (बकगादार) कौन थे?
उत्तर:

  1. बटाईदार एक प्रकार के किसान थे जो जोतदारों की जमीन पर खेती करते थे। वे अपने हल का प्रयोग करके फसल उगाते थे।
  2. उपज तैयार होने पर ये लोग उसका आधा भाग जोतदार को देते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 26.
ग्रामीण जोतदार जमींदारों से अधिक शक्तिशाली क्यों होते थे?
उत्तर:

  1. जोतदार गाँवों में गरीब किसानों के साथ रहते थे। किसानों को उनका समर्थन प्राप्त था, जमींदार शहरों में रहते थे और किसानों पर उनका नियंत्रण नाममात्र के लिए था।
  2. जमींदारों की नीलाम होने वाली जमींदारी प्राय: जोतदार ही खरीदते थे।

प्रश्न 27.
ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ तथा मैनचेस्टर में कॉटन कंपनी की स्थापना कब हुई? इनका क्या उद्देश्य था?
उत्तर:

  1. ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना 1857 में हुई और मैनचेस्टर कॉटन कंपनी 1859 में बनी।
  2. इनका उद्देश्य विश्व के सभी स्थानों पर कपास के उत्पादन को बढ़ावा देने का था।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में जोतदारों की स्थिति स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में जोतदारों की स्थिति –

  1. बंगाल के दिनाजपुर जिले के किसानों को जोतदार कहा गया है। 19 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में इनके पास बड़े-बड़े रकबे होते थे जो कभी-कभी कई हजार एकड़ तक विस्तृत होते थे।
  2. स्थानीय व्यापार और साहूकार के कारोबार पर भी उनका नियंत्रण होता था और इस प्रकार वे उस क्षेत्र के गरीब काश्तकारों पर व्यापक शक्ति का प्रयोग करते थे।
  3. उनकी जमीन का काफी बड़ा भाग बटाईदारों के माध्यम से जोता जाता था और उन्हें उपज का आधा भाग मिलता था।
  4. गाँवों में जोतदारों की शक्ति जमींदारों की ताकत की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली थी। वे गाँवों में रहते थे और ग्रामीणों में काफी लोकप्रिय थे। इसके विपरीत जमींदार शहरों में रहते थे और गाँवों में उनकी धाक नहीं थी।
  5. जोतदार ग्रामीणों को जमींदारों के विरुद्ध भड़काते थे और उन्हें भूराजस्व न देने के लिए प्रेरित करते थे। वे जमींदारों से विल्कुल भी नहीं डरते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 2.
भारत में इस्तमरारी बंदोबस्त या स्थायी भूमि व्यवस्था किस प्रकार लागू की गई?
उत्तर:
भारत में इस्तमरारी या स्थायी भूमि व्यवस्था-पिट के इण्डिया एक्ट के अनुसार भारत में कंपनी ने राजस्व एकत्र करने की प्रणाली में सुधार करना था। 1786 ई. में कंपनी के. डायरेक्टरों ने कार्नवालिस को लिखा कि वह जमींदारों के साथ पहले 10 वर्ष के लिए एक समझौता करें तथा यह व्यवस्था यदि संतोषजनक सिद्ध हो तो इसे स्थायी बना दिया जाए।

कार्नवालिस ने कोई जल्दबाजी ने की। उसने बंगाल प्रशासन के एक अनुभवी सदस्य सर जान शोर को राजस्व एकत्र करने की व्यवस्था की जाँच करने का कार्य सौंपा। सर जान शोर ने 1789 ई. तक यह जाँच पूरी की तथा 10 वर्ष के लिए भूमि व्यवस्था की सिफारिश की। इसको बाद में स्थायी व्यवस्था बनाने की सिफारिश की गई थी। कार्नवालिस स्वयं इस निर्णय को स्थायी बनाने के पक्ष में था क्योंकि प्रधानमंत्री पिट तथा बोर्ड ऑफ कंट्रोल के प्रधान सदैव कार्नवालिस की पीठ पर थे। सर जॉन शोर की सिफारिशें स्वीकार कर ली गईं तथा 1793 ई. में स्थायी भूमि. व्यवस्था लागू कर दी गई। इससे जमींदार सरकार के समर्थक बन गए।

प्रश्न 3.
कंपनी ने जमींदारों को किस प्रकार नियंत्रित अथवा विनियमित किया?
उत्तर:
कंपनी द्वारा अपनाए गए जमींदारों को नियंत्रित एवं विनियमित करने के उपाय –

  1. यद्यपि कंपनी जमींदारों का आदर करती थी परंतु उन्हें अपने नियंत्रण में रखना चाहती थी। उसने जमींदारों की सैनिक टुकड़ियों को भंग कर दिया सीमा शुल्क समाप्त कर दिया गया और उनकी कचहरियों का निरीक्षण करने के लिए कलेक्टरों की नियुक्ति कर दी।
  2. जमींदारों से न्याय एवं स्थानीय पुलिस की व्यवस्था करने की शक्ति छीन ली गई।
  3. कलेक्टर कार्यालय की स्थापना करके जमींदारों के अधिकार को पूरी तरह सीमित एवं प्रतिबंधित कर दिया गया।
  4. कहीं-कहीं तो खुलेआम आदेश दिया गया कि राजा तथा उसके अधिकारियों के सम्पूर्ण प्रभाव और प्राधिकार को खत्म कर देने के लिए सर्वाधिक प्रभावशाली कदम उठाए जाएँ।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 4.
ब्रिटिश सरकार ने भारत में नई राजस्व प्रणालियाँ क्यों लागू की?
उत्तर:
ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में नई राजस्व प्रणालियाँ लागू करने के कारण –

  1. 1810 ई. के पश्चात् कृषि की कीमत बढ़ गई। इससे उपज के मूल्य में वृद्धि हुई और बंगाल के जमींदारों की आमदनी भी बढ़ गई।
  2. राजस्व की माँग इस्तमरारी बंदोबस्त के अंतर्गत तय की गई थी इसलिए ब्रिटिश सरकार इस बढ़ी हुई आय में अपने हिस्से का कोई दावा नहीं कर सकती थी।
  3. ब्रिटिश सरकार अपने वित्तीय संसाधनों को बढ़ाना चाहती थी। इसलिए उसे. भूराजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने के तरीकों पर विचार करना पड़ा।
  4. नीतियाँ निर्धारित करने वाले अधिकारी इंग्लैंड के जाने-माने अर्थशास्त्री डेविड रिकार्डों के विचारों से प्रभावित थे। उसके अनुसार भूस्वामी को उस समय लागू औसत लगानों को प्राप्त करने का हक होना चाहिए।

प्रश्न 5.
इंग्लैंड में ईस्ट इण्डिया कंपनी के विरुद्ध किन बातों को लेकर विरोध होता था?
उत्तर:
इंग्लैंड में ईस्ट इण्डिया कंपनी के विरुद्ध विरोध की बातें –

  1. भारत में ईस्ट इण्डिया कंपनी के शासन की स्थापना के साथ इंग्लैंड में उसकी आलोचना होने लगी। अनेक लोग भारत तथा चीन के साथ व्यापार पर ईस्ट इण्डिया कंपनी के एकाधिकार का विरोध करते थे। वस्तुत: कुछ अन्य समूह भी भारत तथा चीन के साथ व्यापार में हिस्सेदार बनना चाहते थे।
  2. लोग उस शाही फरमान को रद्द करने की मांग कर रहे थे जिसके अंतर्गत इस कंपनी को एकाधिकार दिया गया था।
  3. ऐसे निजी व्यापारियों की संख्या बढ़ती जा रही थी जो भारत के साथ व्यापार में रुचि ले रहे थे और ब्रिटेन के उद्योपगति ब्रिटिश विनिर्याताओं के लिए भारत का बाजार खुलवाने के लिए उत्सुक थे।
  4. कंपनी के कुशासन और अव्यवस्थित प्रशासन के विषय में प्राप्त सूचना पर ब्रिटेन में तीव्र प्रतिक्रिया हो रही थी।
  5. अधिकारियों के लोभ-लालच और भ्रष्टाचार की घटनाओं को ब्रिटेन के समाचार-पत्रों में व्यापक रूप से उछाला जा रहा था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 6.
बुकानन कौन था? उसकी प्रेक्षण शक्ति का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
बुकानन एवं उसकी प्रेक्षण शक्ति –

  1. फ्रांसिस बुकानन एक चिकित्सक था। भारत आने के बाद बंगाल चिकित्सा सेवा में कार्य किया। उसने लार्ड वेलेज्ली की शल्य चिकित्सा भी की।
  2. बुकानन में अद्भुत प्रेक्षण शक्ति थी। उसने पत्थरों, चट्टानों और वहाँ की भूमि के भिन्न स्तरों तथा परतों को ध्यानपूर्वक देखा और उत्पादन के लिए अध्ययन किया।
  3. उसने व्यापारिक दृष्टि से मूल्यावन पत्थरों तथा खनिजों को खोजने की कोशिश की।
  4. उसने लौह खनिज, अबरक, ग्रेनाइंट तथा साल्ट-पीटर से संबंधित सभी स्थानों का पता लगाया। वह भूमि का प्रेक्षण उसकी उत्पादकता के आधार पर करता था।

प्रश्न 7.
रैयतवाड़ी व्यवस्था के दोषों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
रैयतवाड़ी व्यवस्था के दोष:
1. व्यवस्था स्थायी न होना:
इस व्यवस्था की सबसे बड़ी कमी यह थी कि यह स्थायी न थी। इसके कारण किसानों की भूमि में रुचि उत्पन्न नहीं की जा सकी। किसानों को यह आशंका रहती थी कि उनका लगान अधिक आंका गया है अत: वे नए समझौते करने के लिए उत्साहित नहीं होते थे।

2. जमीन जब्त किए जाने की व्यवस्था:
रैयतवाड़ी व्यवस्था के अनुसार जब तक किसान अपनी भूमि का मालिक केवल लगान दिए जाने तक रहता था। यदि लगान देने में वह किसी कारणवश असमर्थ हो जाता था तो उसकी भूमि सरकार जब्त कर लेती थी।

3. सरकारी कर्मचारी द्वारा लगान अधिक आंकना:
वैज्ञानिक व्यवस्था होते हुए भी सरकारी कर्मचारी सामान्यतः ऊँची दर से लगान आँकते थे, जिससे किसान का न केवल उत्साह भंग होता था बल्कि लगान चुकाने की एक कठिन समस्या बन जाती थी।

4. लगान वसूल करने वाले कर्मचारियों के अत्याचार:
लगान वसूल करने वाले कंपनी के कर्मचारी किसानों पर घोर अत्याचार करते थे और बड़ी कड़ाई से लगान वसूल करते थे। किसान डर के मारे महाजन से ऊँची दरों पर कर्ज लेकर भी लगान चुकाते थे और भविष्य के लिए सदा कर्जदार बने रहते थे। किसान जमींदारों के चंगुल से निकलकर राज्य के चंगुल में फंस गए लेकिन बाद में सरकार ने स्पष्ट किया कि राजस्व कर नहीं बल्कि लगान है।

5. प्राकृतिक प्रकोपों के समय भी सुविधाओं का अभाव:
सरकार की ओर से कृषि उत्पादन में किसी प्रकार की सहायता प्राप्त नहीं होती थी। उपज बढ़ाने लिए किसान को ही प्रयास करना होता था। प्राकृतिक प्रकोपों-अनावृष्टि अथवा अतिवृष्टि-के समय भी उन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं दी जाती थी। इसके विपरीत इन कठिन परिस्थितियों में भी उन्हें समय पर पूरा लगान देना होता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 8.
ब्रिटिश-शासन की भूराजस्व व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ब्रिटिश-शासन की भू-राजस्व व्यवस्था:
यह तीन प्रकार की थी:
1. स्थाई बंदोबस्त:
लॉर्ड कार्नवालिस ने 1793 ई. में बंगाल में स्थाई बंदोबस्त आरम्भ किया। इसके अंतर्गत लगान सदा के लिए निश्चित कर दिया गया और लगान एकत्र करने वालों को जमींदार बना दिया गया।

2. रैयतवाड़ी:
मद्रास और बम्बई प्रेसिडेन्सियों में रैयतवाड़ी बंदोबस्त आरम्भ किया गया। यह कंपनी और रैयत (किसान) के मध्य लगान संबंधी सीधा इकरारनामा (ठेका) था। समय-समय पर लगान बढ़ाया जा सकता था।

3. महालवाड़ी:
इसके अंतर्गत लगान का समझौता कंपनी और गाँव या महाल के मध्य हुआ। यह उत्तर और मध्य भारत में लागू किया गया।

प्रश्न 9.
स्थाई बंदोबस्त के तीन दूरगामी परिणाम बताइये।
उत्तर:
स्थाई बंदोबस्त के दूरगामी परिणाम –

  1. कंपनी की लगान राशि निश्चित हो गई जिससे उसे बजट बनाने में सुविधा हो गई।
  2. इस व्यवस्था के कारण किसानों का शोषण बढ़ गया। जमींदारों को रैयत द्वारा दी जाने वाली लगान की राशि निश्चित की गयी थी तथापि जमींदारों ने किसान से ली जाने वाली लगान की राशि निश्चित नहीं की थी। वे किसानों से मनमानी दर पर राजस्व वसूल करने लगे।
  3. इस बंदोबस्त ने किसानों की दशा बद से बदतर बना डाली। जमींदारों के दलाल किसानों पर और अधिक अत्याचार करते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 10.
इस्तमरारी बंदोबस्त से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
1. स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement):
इस व्यवस्था में सबसे ऊँची बोली लगाने वाले व्यक्ति को भू-राजस्व इकट्ठा करने का अधिकार दिया जाता था। इससे न तो रैयत (किसान) और न ही जमींदार, कृषि में सुधार करने का प्रयास करते थे क्योंकि वे जानते थे कि आगे लगान इकट्ठा करने का अधिकार और किसी को मिल सकता है। स्थायी बंदोबस्त की निम्नलिखित विशेषताएँ थीं –

  • जमींदारों और मालगुजारों को भू-स्वामी बना दिया गया।
  • काश्तकारों का दर्जा गिर गया और वे बटाईदार होकर रह रहे थे। जमींदार स्वेच्छा से किसान को भूमि जोतने के लिए देता था अन्यथा किसान हाथ पर हाथ धरे रहता था।
  • भू-राजस्व निश्चित होने के कारण सरकार की आय भी निश्चित हो गई थी।
  • अगर भू-राजस्व समय पर जमा नहीं कराया जाता था तो किसान की भूमि नीलाम कर दी जाती थी या उसे जब्त कर लिया जाता था।

प्रश्न 11.
महालवाड़ी राजस्व व्यवस्था की विशेषतायें बताइये।
उत्तर:
महालवाड़ी राजस्व व्यवस्था की विशेषताएँ:
जिस प्रकार बंगाल में स्थायी भूमि व्यवस्था तथा दक्षिण में रैयतवाड़ी भूमि व्यवस्था लागू थी। उसी प्रकार उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों तथा पंजाब व मध्य प्रदेश आदि क्षेत्रों में महालवाड़ी (ग्रामानुसार) भूमि व्यवस्था प्रारंभ की गई। इस व्यवस्था की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित थीं –

1. लगान का एक निश्चित अवधि के लिए निर्धारण:
इस व्यवस्था में लगान 30 या 20 वर्ष की निश्चित अवधि के लिए निर्धारित किया जाता था और इस अवधि के पश्चात् उसका पुनर्निर्धारण होता था।

2. समझौता सरकार व सम्पूर्ण ग्राम के साथ था:
महालवाड़ी भूमि व्यवस्था के अन्तर्गत समझौता रैयतवाड़ी के अनुसर अलग-अलग किसानों के साथ नहीं, बल्कि सारे गाँव के साथ किया जाता था। इस प्रकार लगान की अदायगी के लिए सारा गाँव सम्मिलित रूप से तथा गाँव का प्रत्येक किसान अलग-अलग, सारे ग्राम के लगान के प्रति उत्तरदायी था।

3. ग्राम के नम्बरदार की विशेष भूमिका:
ग्राम की ओर से सरकार के द्वारा दिए जाने वाले सम्पूर्ण लगान के संबंध में समझौते पर ग्राम का नम्बरदार हस्ताक्षर करता था। उसकी दोनों पक्षों के लिए विशेष महत्त्वपूर्ण स्थिति हो जाती थी।

4. लगान देते रहने तक किसान जमीन का मालिक:
प्रत्येक ग्रामवासी सम्पूर्ण ग्राम द्वारा जाने वाली राशि में अपनी जोत का भाग देता था तथा अन्यों को अपना-अपना भाग देने को प्रोत्साहित करता था, जिससे सम्पूर्ण ग्राम का भाग दिया जा सके। यदि कोई किसान अपना भाग नहीं दे पाता था, तो उसे बेदखल कर दिया जाता था।

5. किसानों की भूमि का ब्यौरा:
सरकारी कर्मचारी ग्राम के नम्बरदार तथा ग्राम पंचायत से परामर्श करके किसानों के लगान निश्चित करते थे। किसानों को उनकी जमीन का अधिकार-पत्र मिले हुए थे। इन पर लगान की राशि अंकित की जाती थी। सम्पूर्ण ग्राम की जमीन के नक्शे में इस बात का विवरण होता था कि किस व्यक्ति के पास कितनी भूमि है तथा उससे कितना लगान प्राप्त होना है।

6. जमीन की उत्पादकता की जानकारी:
चूँकि सरकार को एक निश्चित समय के पश्चात् लगान की राशि निर्धारित करनी होती थी। इस कारण समय-समय पर जमीन की उत्पादकता की जाँच करने का अवसर भी सरकार को प्राप्त हो जाता था। एक बार निर्धारित की गई राशि उस सम्पूर्ण अवधि भर चलती थी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 12.
अंग्रेजों ने जमींदारों के साथ समझौता करके और कृषकों के अधिकारों की अवहेलना करके भयंकर भूल की। क्यों?
उत्तर:
अंग्रेजों की भयंकर भूल-अंग्रेजों ने भिन्न:
भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न भू-राजस्व प्रणालियाँ लागू कर रखी थीं। पूरे साम्राज्य में एक जैसी भू-राजस्व प्रणाली न थी। बंगाल, बिहार और उड़ीसा में स्थायी बंदोबस्त था परंतु दक्षिणी-पश्चिमी भारत में रैयतवाड़ी प्रथा थी, जबकि उत्तरी भारत के कुछ क्षेत्रों में महालवाड़ी प्रथा थी। इन तीनों प्रथाओं से कंपनी और जमींदारों के हित साधन तो होते थे परंतु किसान शोषण की चक्की में पिसता जाता था। भूमि सुधारों की ओर किसी का भी ध्यान न था। वे अपना काम केवल कर वसूल करना समझते थे।

अंग्रेज अपने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए चाय, जूट, अफीम, कहवा, नील आदि की खेती पर जोर देते थे। जमींदार भी बड़े-बड़े शहरों में सुंदर बंगलों में रहकर क्लिासितापूर्ण जीवन व्यतीत करते थे। उनके कारिंदे किसानों से बड़ी बेरहमी से कर वसूल करते थे। समय पर कर देने के लिए किसान अपने पशु, घर, गहने आदि गिरवी रख देता या। बेच देता था गाँव का महाजन ऊँची दर पर कर्ज देता था। अकाल आदि प्राकृतिक विपदाओं में भी किसानों को सरकार की ओर से कोई सहायता न मिलती थी। उन्हें सिंचाई जैसी मूल आवश्यकता को पूरा करने में भी सरकार की ओर से कोई सहायता न दी जाती थी।

प्रश्न 13.
स्थायी बंदोबस्त या इस्तमरारी बंदोबस्त से क्या लाभ हुए?
उत्तर:
स्थाई बन्दोबस्त से लाभ (Benefit of Permanent Settlement):

  1. कंपनी को एक निर्धारित समय पर एक निश्चित धन राशि मिल जाती थी।
  2. अंग्रेज वफादार जमींदारों से लाभ कमाते थे और बेईमान जमींदारों की भूमि नीलाम कर देते थे।
  3. कंपनी भू-राजस्व की वसूली से संबंधित बेकार के खर्चों से बच गई।
  4. जमींदारों को भी काफी लाभ पहुँचा, क्योंकि इस व्यवस्था के अनुसार इन्हें सरकारी कोष में एक निश्चित धनराशि ही जमा करवानी पड़ती थी लेकिन वे किसानों से मनमानी धनराशि लेते थे।
  5. भूमि जमींदारों की बपौती बन गई।
  6. जमींदार पूँजीपति बन गये। उनके पास बड़े-बड़े बंगले और विलास सामग्री आ गई।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 14.
रैयतवाड़ी व्यवस्था क्या थी? उसके सामाजिक और आर्थिक प्रभाव क्या थे?
उत्तर:
रैयतवाड़ी व्यवस्था:
दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम भारत में लागू की गई इस व्यवस्था के अन्तर्गत किसान भू-राजस्व का भुगतान करते रहने तक ही भूमि का स्वामी था। इस व्यवस्था के समर्थकों का कहना था कि यह वही व्यवस्था है, जो भारत में पहले से प्रचलित थी। बाद में यह व्यवस्था मद्रास और बम्बई प्रेसिडेंसियों में भी लागू कर दी गई। इस व्यवस्था में 20-30 वर्ष बाद संशोधन कर दिया जाता था तथा राजस्व की राशि बढ़ा दी जाती थी। रैयतवाड़ी व्यवस्था में निम्नलिखित ‘त्रुटियाँ थीं –

  • भू-राजस्व 45 से 55 प्रतिशत था, जो बहुत अधिक था।
  • भू-राजस्व बढ़ाने का अधिकार सरकार ने अपने पास रखा था।
  • सूखे अथवा बाढ़ की स्थिति में भी पूरा राजस्व देना पड़ता था। इससे भूमि पर किसान का प्रभुत्व कमजोर पड़ गया।

प्रभाव (Effect):

  • इससे समाज ने असंतोष और आर्थिक विषमता का वातावरण छा गया।
  • सरकारी कर्मचारी किसानों पर अत्याचार करते रहे तथा किसानों का शोषण पहले जैसा ही होता रहा।

प्रश्न 15.
पहाड़िया लोगों के जीवन की मुख्य विशेषतायें बताइए।
उत्तर:
पहाडिया लोगों के जीवन की विशेषतायें –

  1. पहाड़िया लोग पूरे प्रदेश को अपनी निजी भूमि मानते थे।
  2. वे इमली के पेड़ों के नीचे झोपड़ियाँ बनाकर रहते थे और आम की छाया में आराम करते थे।
  3. वे अपने प्रदेश में बाहरी लोगों के प्रवेश पर विरोध करते थे।
  4. उनके मुखिया अपने-अपने समूह में एकता बनाये रखते थे और उनके आपसी लड़ाई-झगड़े निपटाते थे। जनजातियों तथा मैदानी लोगों से लड़ाई छिड़ने पर वे अपने-अपने कबीले का नेतृत्व करते थे।
  5. वे जंगलों में शिकार करते थे और झूम खेती करते थे। जंगल से वे खाद्य पदार्थ, रेशम का कोया तथा लकड़ी भी एकत्र करते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 16.
जमींदार रैयत (किसान) से भूराजस्व की वसूली कैसे करते थे? उनके लिए भूराजस्व वसूली एक समस्या क्यों थी?
उत्तर:
जमींदारों द्वारा रैयत से भूराजस्व की वसूली –

  1. रैयत से भूराजस्व की वसूली के लिए जमींदार अपने एक अधिकारी को भेजता था जिसको ‘अमला’ कहा जाता था।
  2. राजस्व वसूली में कई परेशानियाँ होती थीं। खराब फसल तथा उपज की निम्न कीमत होने पर रैयत भूराजस्व नहीं देता था।
  3. रैयत भूराजस्व देने में जानबूझकर विलम्ब करता था।
  4. धनी किसान और गाँव का मुखिया किसान को भूराजस्व न देने के लिए बहका देता था। वे जमींदार को परेशान देखकर खुश होते थे।
  5. कभी-कभी वे जमींदार को मिलने वाले भूराजस्व के भुगतान में जानबूझ कर देरी का देते थे।

प्रश्न 17.
दक्कन दंगम आयोग के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
दक्कन दंगा आयोग –

  1. अंग्रेजी सरकार 1857 के विद्रोह के बाद से चितित थी। उसने बम्बई की सरकार पर दबाव डाला कि दंगों के कारणों की छानबीन करने के लिए एक जाँच आयोग की स्थापना की जाए।
  2. उसे विशेष रूप से यह जाँच करने के लिए कहा गया था कि क्या सरकारी राजस्व की माँग भी स्तर विद्रोह का कारण था।
  3. इसमें सभी साक्ष्य यह प्रमाणित करने के लिए पेश किये गये थे कि सरकार की राजस्व मांग विद्रोह का कारण नहीं थी।
  4. दक्कन दंगा रिपोर्ट इतिहासकारों को उन दंगों का अध्ययन करने की आधार सामग्री उपलब्ध कराती है।
  5. आयोग ने दंगा पीड़ित जिलों में जाँच पड़ताल कराई। रैयत वर्गों, साहूकारों और चश्मदीद गवाहों के बयान लिए, भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में राजस्व की दरों, कीमतों और ब्याज के बारे में आँकड़े एकत्र किये और जिला कलेक्टरों द्वारा भेजी गई रिपोर्टों का संकलन किया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 18.
1770-80 में पहाड़ियों के प्रति ब्रिटिश अधिकारियों की नीति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
1770-80 में पहाड़ियों के प्रति ब्रिटिश अधिकारियों की नीति –

  1. 1770 के दशक में ब्रिटिश अधिकारियों ने पहाड़ियों को खत्म कर देने की क्रूर नीति अपना ली और उनका संहार करने लगे।
  2. 1780 के दशक में भागलपुर के कलेक्टर आगस्टस क्लीवलैंड ने शांति स्थापना की नीति अपनायी।
  3. शाति नीति के अंतर्गत पहाड़िया मुखियाओं को एक वार्षिक भत्ता दिया गया। बदले में उन्हें अपने आदमियों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी लेनी थी।
  4. मुखियाओं से यह आशा भी की गयी कि वे अपनी बस्तियों में शांति व्यवस्था बनाए रखेंगे और अपने जाति के लोगों को अनुशासन में रखेंगे।
  5. इस नीति के अपनाने से मुखियाओं की शक्ति क्षीण हो गयी और अपने समुदाय में सम्मान कम हो गया। उन्हें अंग्रेजों के अधीनस्थ कर्मचारी के रूप में समझा जाने लगा।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
ब्रिटिश शासन काल में भारतीय किसानों की दरिद्रता के कारणों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारतीय कृषकों की दरिद्रता के कारण भारतीय किसानों की दरिद्रता को समझने के लिए निम्नलिखित बातों को समझना आवश्यक है –
1. भूमि की नई-नई व्यवस्थाएँ:
बंगाल, बिहार व उड़ीसा की दीवानी पर अधिकार हो जाने के पश्चात् अंग्रेजों ने राजस्व के माध्यम से अधिकाधिक धन प्राप्त करने के उपाय किए। इनमें उनके द्वारा प्रचलित विभिन्न भूमि व्यवस्थाएँ थीं। इन व्यवस्थाओं में नीलामी के द्वारा कई प्रकार के पट्टों पर भूमि दिए जाने की व्यवस्था तथा स्थायी भूमि प्रबंध आदि सम्मिलित थीं। प्रत्येक व्यवस्था में राजस्व वसूल करने वाले नये व्यक्ति होते थे और वे एक बार में किसानों से अधिकाधिक धन वसूल करने का प्रयास करते थे। किसान के सामने समर्पण करने के अतिरिक्त और कोई मार्ग न था। इन व्यवस्थाओं ने भारतीय किसान की स्थिति को दयनीय बना डाला।

2. किसानों में असुरक्षा की भावना:
भूमि की विभिन्न व्यवस्थाओं के कारण भारतीय किसान को सदा भय बना रहता था कि उसकी भूमि उसके पास रहेगी भी या नहीं। नीलामी में किसानों को अपनी भूमि अपने पास रखने के लिए ऊँची बोली लगानी पड़ती थी। कई बार तो यह बोली इतनी ऊँची हो जाती थी कि किसान को राजस्व देना असंभव हो जाता था। स्थायी समझौते के अंतर्गत पुराना पट्टा और किसान को जमीन की गारंटी देने वाला कबूलियत का तरीका बनाए रखा गया किन्तु व्यवहार में जमींदार अपने पट्टेदार को किसी न किसी बहाने से बेदखल करने का अधिकार रखता था। जमींदारों की उसके ऊपर कृपा बनी रहे और उसकी भूमि न छिन जाए, इसके लिए किसान को भारी मूल्य चुकाना पड़ता था।

3. किसानों ने भी भूमि की उपेक्षा की:
असुरक्षा की भावना के कारण किसानों ने भूमि की उपेक्षा की और पैदावार बढ़ाने की ओर ध्यान नहीं दिया। उन्हें भय रहता था कि उनके द्वारा तैयार की गई भूमि को जमींदार कहीं किसी दूसरे किसान को न दे। इससे उपज में कमी हुई और इसका प्रभाव अंततः किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ा। सरकार द्वारा किए गए अस्थायी समझौते से भी किसान को भय रहता था कि अगली बार उसका किराया बढ़ सकता है।

4. जमींदारों ने भरपूर शोषण किया:
स्थायी भूमि प्रबंध में जिन जमींदारों को भूमि प्राप्त हुई उनको शासकों का संरक्षण प्राप्त था। वे इस स्थिति का लाभ उपायों से भी उनका शोषण करने लगे। किसान को भूमि छिन जाने का भय तो था ही, साथ ही शासन के भय के कारण भी उनकी असहाय स्थिति थी और उन्हें जमींदार की दया पर ही जीवन व्यतीत करने को मजबूर होना पड़ा था।

5. खेतों का छोटे:
छोटे भागों में बंट जाना-नगरों में उद्योगों के नष्ट हो जाने के कारण कारीगर ग्रामों में चले गए और इससे कृषि पर बोझ बढ़ गया। किसान की भूमि छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट गई। जनसंख्या वृद्धि ने खेतों के छोटे होने की प्रक्रिया को और अधिक तेज कर दिया। खेतों के इतने छोटे-छोटे टुकड़े हो गये कि ये जोतें आर्थिक दृष्टि से अलाभकारी बन गईं। इससे किसानों की दरिद्रता बढ़ना स्वाभाविक ही था।

6. ग्रामोद्योगों का पतन:
अंग्रेजों के आगमन का दुष्परिणाम न केवल नगरों के उद्योगों पर हुआ बल्कि ग्रामों के उद्योग भी धीरे-धीरे नष्ट हो गये। इन उद्योगों के समाप्त होने से ग्रामों में बड़ी संख्या में लोग बेकार हो गए और मजबूरन उन्हें कृषि पर निर्भर होना पड़ा। ये लोग भूमिहीन किसान बन गए और अपने जीविकोपार्जन के लिए किसानों की भूमि पर मजदूरों के रूप में खेती का काम करने लगे। इन भूमिहीन किसानों की दशा और अधिक खराब हो गई।

7. सरकार की उपेक्षा:
कृषकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही थी किन्तु विदेशी सरकार ने उनकी दशा सुधारने का कभी प्रयास नहीं किया। वे परम्परागत तरीकों से ही कृषि करते थे। खेती के सुधरे हुए तरीके, नए औजारों का प्रयोग तथा अच्छे बीज व खाद का प्रयोग उन्हें नहीं आता था। सरकार ने इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया। कृषि पर बोझ बढ़ता गया, राजस्व व अन्य उपायों से कृषक का शोषण होता रहा, उपज घटती रही और सरकार की उपेक्षा की बनी रही, परिणामस्वरूप किसान की आर्थिक दशा बहुत बिगड़ गई।

8. साहूकारों द्वारा शोषण:
कृषक की दुर्बल स्थिति का साहूकार ने भी लाभ उठाया। वह साहूकार से कर्ज लिए बिना खेती की व्यवस्था नहीं कर सकता था। आमतौर से साहूकार थोड़े से कर्ज के लिए भी किसान की भूमि अपने पास रख लेते थे। ऊँची ब्याज दर के कारण किसान के लिए ब्याज देना भी कठिन हो जाता था, मूल धन लौटाना तो दूर की बात थी। अन्ततः किसान को अपनी भूमि से हाथ धोना पड़ता था। साहूकारों व महाजनों के इन कार्यों से सरकार भली-भाँति परिचित थी, किन्तु उसने भी किसानों की सहायता का प्रयास नहीं किया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 2.
इस्तमरारी बंदोबस्त के गुण-दोषों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
इस्तमरारी बंदोबस्त के गुण या विशेषताएँ:
1. कंपनी की प्रशासन क्षमता में वृद्धि:
किसानों से मिलने वाली मालगुजारी कंपनी की आमदनी का मुख्य स्रोत थी। कंपनी के योग्यतम् कर्मचारियों को इस राजस्व को एकत्र करने के लिए लगाना पड़ता था। फलस्वरूप दूसरे विभागों का कार्य ठीक से नहीं हो पाता था। इस व्यवस्था के कारण सरकार योग्य व्यक्तियों को अन्य विभागों में लगाने की सुविधा प्राप्त कर पाई। इस प्रकार प्रशासनिक व्यवस्था की क्षमता बढ़ना स्वाभाविक था।

2. कंपनी के व्यय में कमी:
भूमि के बार-बार प्रबंध करने में सरकार का बहुत अधिक धन खर्च होता था। अनेक अतिरिक्त कर्मचारियों और अधिकारियों को इस कार्य में लगाया जाता था और अतिरिक्त भत्ता देना पड़ता था। सरकार इस काम से अलग हो इसलिए उसकी बचत बढ़ गयी।

3. जमींदारों के हितों में वृद्धि:
जमींदारों को कानूनी रूप से भूमि का स्थायी मान लिया गया। उन्हें इस व्यवस्था से सर्वाधिक लाभ हुआ । अब वे भूमि में रुचि लेने लगे तथा उपज को बढ़ाने का प्रयत्न करने लगे। राज्य का भाग तो निश्चित ही था। अतिरिक्त उपज जमींदारों के हाथ में ही रहनी थी। इसके कारण वे समृद्ध हो गये। इस प्रकार इस व्यवस्था ने उनके हितों में वृद्धि की।

4. किसानों को प्रोत्साहन:
इस व्यवस्था से कृषक वर्ग को बहुत प्रोत्साहन मिला। उन्हें अपने खेत का पट्टा मिल गया था जिस पर भूमि की माप और लगान लिखा होता था। उन्हें तब तक बेदखली का भय नहीं रहता था जब तक कि वे लगान अदा करते रहते थे। इस प्रकार वे लगान देकर मन से खेती करने लगे।

5. उद्योग और व्यापार में उन्नति:
भूमि के स्थायी प्रबंध से व्यापार के क्षेत्र में पर्याप्त उन्नति हुई। इस व्यवस्था से जमींदारों की आमदनी बढ़ गयी। उन्होंने अपने अतिरिक्त धन को उद्योग तथा व्यापार में लगाया। फलस्वरूप बंगाल में अनेक उद्योगों की स्थापना की गयी।

6. बंगाल प्रान्त की समृद्धि:
इस व्यवस्था से बंगाल में कृषि की पर्याप्त उन्नति हुई और कृषि उत्पादन बढ़ गया। बंगाल में खाने-पीने की वस्तुओं की कमी नहीं रही। उद्योग और व्यापार की उन्नति से भी बंगाल में समृद्धि आ गयी।

7. अंग्रेज समर्थक वर्ग का उदय:
राजनैतिक दृष्टि से अंग्रेजों को इस व्यवस्था से बहुत अधिक लाभ हुआ। जमींदार भूमि के स्वामी बन गये थे। इसके फलस्वरूप वे बहुत अधिक धनी हो गये। उन्हें यह सम्मान और सम्पत्ति अंग्रेजों के कारण प्राप्त हुई थी। वे अंग्रेजों के समर्थक और विश्वासपात्र बन गये। अंग्रेजों के राज्य को स्थायी बनाने में जुट गये। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया।

इस्तमरारी बंदोस्बत के दोष:

1. जमींदारों पर विपरीत प्रभाव:
यद्यपि स्थायी व्यवस्था अन्ततः जमींदारों के लिए लाभदायी सिद्ध हुई तथापि इसके उस समय के प्रभाव उनके लिए विनाशकारी सिद्ध हुए। इस व्यवस्था के द्वारा निश्चित भू-राजस्व की दरें बहुत ऊँची थीं। उस समय उपज बहुत कम थी। बहुत से जमींदार धन की अदायगी समय पर न कर सके और राज्य ने उनकी भूमि तथा जायदाद बेचकर यह धन पूरा कर लिया। बहुत से जमींदार अपनी जमींदारी से ही वंचित हो गये। उस समय यह व्यवस्था जमींदारों के हितों के प्रतिकूल सिद्ध हुई।

2. राज्य की भविष्य की आय वृद्धि पर प्रतिबंध:
इस स्थायी व्यवस्था ने राज्य के भावी हितों की अवहेलना कर दी। कुछ समय के पश्चात् भूमि की उपज बढ़ गई क्योंकि जमींदारों ने भूमि में रुचि लेना तथा उपज बढ़ाने के लिए इस पर धन खर्च करना प्रारंभ कर दिया था। सरकार अपने निर्धारित हिस्से से अधिक राजस्व की मांग नहीं कर सकती थी।

3. कृषकों के हितों की उपेक्षा:
कार्नवालिस का उद्देश्य वास्तव में कंपनी की आय को बढ़ाने तथा न्यूनतम खर्च पर अधिकतम लगान वसूल करने का था। उसे किसानों के हितों से कोई सहानुभूति न थी। उनके अधिकारों तथा हितों की अवहेलना करके उन्हें जमींदारों की दया पर छोड़ दिया गया। जमींदार किसानों से मनमाना व्यवहार करने लगे और विभिन्न प्रकार से धन वसूल करने लगे।

4. जमींदारों के कारकूनों द्वारा किसानों पर अत्याचार:
इस व्यवस्था का एक अन्य दोष यह था कि धीरे-धीरे सम्पूर्ण अधिकार जमींदारों के नौकरों के हाथों में आ गए। वास्तव में उपज के बढ़ जाने से जमींदार बहुत धनवान हो गए। अब उन्होंने ग्रामों में रहना बंद कर दिया तथा बड़े-बड़े नगरों में जाकर शाही जीवन व्यतीत करने लगे। उनके कारकून (नौकर) कृषकों पर खूब अत्याचार करते थे।

5. अन्य प्रान्तों पर बोझ:
बंगाल का प्रान्त धीरे-धीरे कम आय देने वाला प्रान्त बन गया जबकि राज्य सरकार का खर्च दिन प्रतिदिन बढ़ रहा था। ऐसी दशा में इस खर्च का भार अन्य प्रान्तों पर डाला गया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 3.
ब्रिटिश नीतियों का भारत के किसानों पर क्या असर पड़ा, इसका विवेचन कीजिए। उन कारकों को स्पष्ट कीजिए जिनके कारण ग्रामीण दरिद्रता पैदा हुई तथा भारत में बहुधा अकाल पड़े।
उत्तर:
ब्रिटिश शासन की आर्थिक नीतियों के कारण किसानों की दशा अत्यन्त शोचनीय हो गई। कृषि की दशा भी खराब हो गई जिसके कारण किसान निर्धन हो गये। संक्षेप में, कृषि तथा किसानों पर ब्रिटिश शासन के निम्नलिखित प्रभाव पड़े –

1. भूमि का स्वामित्व:
अंग्रेजों से पूर्व भारत में भूमि आजीविका कमाने का साधन थी। इसे न तो खरीदा जा सकता था और न बेचा जा सकता था। भूमि पर कृषि करने वाले, उपज का एक निश्चित भाग भूमि-कर के रूप में सरकार को दे दिया करते थे परंतु अंग्रेजों ने इस आदर्श प्रणाली को समाप्त कर दिया। लॉर्ड कार्नवालिस ने बंगाल में भूमि का स्थायी बंदोबस्त लागू किया। इसके अनुसार भूमि सदा के लिए जमींदारों को दे दी गई। उन्हें सरकारी खजाने में निश्चित कर जमा करना होता था। वे यह जमीन अपनी इच्छानुसार किसी भी व्यक्ति को दे सकते थे। इस तरह भूमि पर कृषि करने वालों का दर्जा एक नौकर जैसा हो गया। स्वामी सेवक बन गये और राजस्व की वसूली करने वाले जमींदारों के सेवक स्वामी बन गये।

2. कृषकों का शोषण:
अंग्रेजी शासन के अधीन भूमि की पट्टेदारी की तीन विधियाँ आरम्भ हुई-स्थायी प्रबंध, रैयतवाड़ी प्रबंध तथा महलवाड़ी प्रबंध। इन तीनों विधियों के परिणामस्वरूप किसानों को ऐसे अनेक कष्ट करने पड़े, जिन्हें सुनकर मन दहल जाता है। भूमि का स्वामी अपने-आपको गाँव का भाग नहीं समझता था। उसे अपनी रैयत अथवा खेतिहर किसान से कोई सहानुभूति नहीं थी। वह किसानों को जब चाहे बेदखल कर सकता था। इस नियम का सहारा लेकर वह किसानों से मनचाही रकम ऐंठने लगा। भूमि की सारी अतिरिक्त उपज वह स्वयं हड़प जाते थे और किसानों के पास बस इतना माल रह जाता था जिससे उनके प्राण बचे रह सकें।

रैयतवाड़ी प्रथा के अनुसार किसानों के कष्ट और अधिक बढ़ गए। किसान भूमि के स्वामी तो मान लिए थे, परंतु कर की दर इतनी अधिक थी कि उनके लिए कर अदा करना बड़ा कठिन था। कर जमा कराने के नियम बड़े कठोर तथा अमानवीय थे। निश्चित तिथि को सूर्यास्त होने से पूर्व यदि किसान अपना लगान नहीं चुका पाता था तो उसकी भूमि नीलाम कर दी जाती थी। कर चुकाने के लिए मजबूर किसान साहूकारों से ऋण लिया करते थे। बस, एक बार ऋण लेने पर किसान साहूकार के चंगुल में बुरी रह फंस जाते थे। साहूकार सूद तथा किसानों की निरक्षता का सहारा लेकर उनकी जमीन हड़प लेते थे। किसान से अधिक पैसे ऐंठने के लिए तरह-तरह के प्रपंच रचे जाते थे। वास्तव में, वह किसान जो भू-स्वामी हुआ करता था, अंग्रेजी राज्य की छाया में मजदूर बनकर रह गया।

3. कृषि का पिछड़ापन:
अंग्रेजी शासन के अधीन कृषक के साथ-साथ कृषि की दशा भी बिगड़ने लगी। कृषक पर भारी कर लगा दिये गए। जमींदार उससे बड़ी निर्दयता से रकम ऐंठता था। जमींदार स्वयं तो शहरों में रहते थे। उनके मध्यस्थ किसानों की उपज का अधिकतर भाग ले जाते थे। जमींदार की दिलचस्पी पैसा कमाने में थी। वह भूमि सुधारने में विश्वास नहीं रखता था। इधर किसान दिन-प्रतिदिन निर्धन तथा निर्बल होता जा रहा था, अतः वह भूमि में धन तथा श्रम दोनों ही नहीं लगा पा रहा था। उसे एक और हानि हुई। इंग्लैंण्ड का मशीनी माल आ जाने से ग्रामीण उद्योग-धन्धे नष्ट हो गये, अत: खाली समय में वह औद्योगिक गतिविधियों से जो पैसे कमाया करता था, अब बंद हो गया। भूमि के अधिकार सिद्धांत ने उनके जीवन में मुकद्दमेबाजी का नवीन अध्याय आरम्भ किया। मुकद्दमों पर उसका समय तथा धन दोनों ही नष्ट होने लगे और कृषि पिछड़ने लगी। संक्षेप में, अंग्रेजों की भूमि नीति ने कृषक के उत्साह को बड़ी ठेस पहुंचाई जो अन्ततः कृषि के लिए हानिकारक सिद्ध हुई।

किसानों की दरिद्रता के कारण:
ब्रिटिश शासनकाल में किसानों की दशा बड़ी ही शोचनीय थी। उनकी निर्धनता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी। उनकी निर्धनता के कारणों का वर्णन इस प्रकार किया जा सकता है –

  • ब्रिटिश शासनकाल में जमींदारी प्रथा प्रचलित थी। भूमि के स्वामी बड़े-बड़े जमींदार होते थे। किसानों का वे शोषण करते थे। वे उनसे बेगार भी लेते थे।
  • किसानों के खेती करने के ढंग बहुत पुराने थे। कृषि के लिए अच्छे बीज तथा खाद की कोई व्यवस्था नहीं थी। सिंचाई के उपयुक्त साधन उपलब्ध न होने के कारण किसानों को केवल वर्षा
    पर निर्भर रहना पड़ता था।
  • ब्रिटिश सरकार ने किसानों की दशा सुधारने की ओर कोई ध्यान, नहीं दिया।
  • किसान प्रायः साहूकारों से ऋण लेता था जिस पर उसे भारी ब्याज देना पड़ता था। सरकार की ओर से उन्हें ऋण देने का कोई प्रबंध नहीं था।
  • किसानों को भारी भूमि-कर देना पड़ता था। यह भी इनकी निर्धनता का एक बहुत बड़ा कारण था।

अकाल पड़ने के कारण:
भारत में अंग्रेजी काल में अनेक बार अकाल पड़े जिनमें हजारों लोग मारे गये। भारत में अकाल पड़ने के निम्नलिखित कारण थे –

  • जमींदारी प्रथा आरम्भ होने से कृषकों की भूमि में कोई रुचि न रही। जमींदार भी भूमि को सुधारने के लिए पूँजी लगाने को तैयार नहीं थे। परिणामस्वरूप अन्न का उत्पादन बहुत कम हो गया जो अकाल का कारण बना।
  • अंग्रेज भारत में किसानों को ऐसी फसलें बोने के लिए विवश करते थे जिनसे उन्हें केवल कच्चा माल प्राप्त हो।
  • कंपनी के अनेक कर्मचारी मुनाफाखोरी के लिए अन्न का संग्रह कर लेते थे जिससे अनाज का कृत्रिम अभाव उत्पन्न हो जाता था।
  • यातायात के साधनों का अभाव और सरकारी उदासीनता भी अकाल का कारण बनती थी।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
औपनिवेशिक शासन भारत में कब से शुरू हुआ?
(अ) 1757 ई.
(ब) 1857 ई.
(स) 1919 ई.
(द) 1947 ई.
उत्तर:
(अ) 1757 ई.

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 2.
1793 ई. में इस्तमरारी बंदोबस्त किसने लागू किया था?
(अ) लार्ड क्लाइव
(ब) वारेन हेस्टिंग्स
(स) लार्ड कार्नवालिस
(द) लार्ड वैलेजलि
उत्तर:
(स) लार्ड कार्नवालिस

प्रश्न 3.
जमींदार क्या थे?
(अ) भूमि के स्वामी थे
(ब) राजस्व समाहर्ता थे
(स) ग्राम पंचायत के मुखिया थे
(द) किसानों को नियंत्रित करते थे
उत्तर:
(ब) राजस्व समाहर्ता थे

प्रश्न 4.
अंमला कौन था?
(अ) जोतदार का अधिकारी था
(ब) किसानों का स्वामी था
(स) गाँव का प्रभावशाली व्यक्ति था
(द) जमींदार का एक अधिकार था
उत्तर:
(द) जमींदार का एक अधिकार था

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 5.
जोतदार कौन-सा कार्य नहीं करता था?
(अ) जोतदार जमींदार को परेशान करते थे
(ब) वे शहरों में रहते थे
(स) वे गाँवों में रहते थे
(द) रैयतों को एकजुट करके रखते थे
उत्तर:
(ब) वे शहरों में रहते थे

प्रश्न 6.
भू-सम्पदा की नीलामी से बचने के लिए जमींदार कौन-सी तरकीब अपनाते थे?
(अ) जमीन की फर्जी बिक्री करते थे
(ब) जमीन पर खेती नहीं करते थे
(स) जोतदारों से कर्ज लेते थे
(द) जमीन का लगान बढ़ा देते थे
उत्तर:
(अ) जमीन की फर्जी बिक्री करते थे

प्रश्न 7.
पाँचवीं रिपोर्ट कितने पृष्ठों की है ?
(अ) 1000
(ब) 1002
(स) 2002
(द) 3002
उत्तर:
(ब) 1002

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 10 उपनिवेशवाद और देहात : सरकारी अभिलेखों का अध्ययन

प्रश्न 8.
विलियम होजेज कौन था?
(अ) एक ब्रिटिश कलाकार
(ब) एक ब्रिटिश कवि
(स) एक ब्रिटिश इतिहासकार
(द) एक धर्म प्रचारक
उत्तर:
(अ) एक ब्रिटिश कलाकार

प्रश्न 9.
ऑगस्टस क्लीवलैंड ने शांति के लिए पहाड़ियों को क्या देना चाहा?
(अ) सभी किसानों को वार्षिक भत्ता
(ब) जमींदारों को वार्षिक भत्ता
(स) पहाड़िया मुखियाओं को वार्षिक भत्ता
(द) कठोर दंड
उत्तर:
(स) पहाड़िया मुखियाओं को वार्षिक भत्ता

प्रश्न 10.
दामिन-इ-कोर किसका इलाका था?
(अ) बंगाल के जमींदारों
(ब) संथालों
(स) पहाड़ियों
(द) बंगाल के जोतदारों
उत्तर:
(ब) संथालों

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Economics Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 1.
अर्थशास्त्र में भूमि का तात्पर्य है
(a) प्रकृति प्रदत्त सभी निःशुल्क वस्तुएँ
(b) जमीन की ऊपरी सतह
(c) जमीन की निचली सतह
(d) ल खनिज सम्पत्ति
उत्तर-
(a) प्रकृति प्रदत्त सभी निःशुल्क वस्तुएँ

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन उत्पादक है ?
(a) बढ़ई
(b) भिखारी
(c) ठग
(d) शराबी
उत्तर-
(a) बढ़ई

प्रश्न 3.
भूमि उत्पादन का साधन है
(a) सक्रिय
(b) निष्क्रिय
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) निष्क्रिय

प्रश्न 4.
निम्न में से भूमि की विशेषता कौन-सी है ?
(a) भूमि नाशवान है
(b) वह मनुष्य निर्मित है
(c) उसमें गतिशीलता का अभाव है
(d) उसमें समान उर्वरता है
उत्तर-
(c) उसमें गतिशीलता का अभाव है

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 5.
उत्पादन का साधन है
(a) वितरण
(b) उपभोग
(c) श्रम
(d) विनिमय
उत्तर-
(c) श्रम

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में कौन उत्पादन का साधन नहीं है ?
(a) संगठन
(b) उद्यम
(c) पूँजी
(d) उपभोग
उत्तर-
(d) उपभोग

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में कौन ‘अचल पूँजी’ है ?
(a) कारखाने का भवन
(b) कोयला
(c) पेट्रोल
(d) कच्चा माल
उत्तर-
(a) कारखाने का भवन

प्रश्न 8.
भारत में कृषि की नवीन पद्धति कब अपनाई गई?
(a) 1955-56 में
(b) 1966-67 में
(c) 1975-76 में
(d) 1986-87 में
उत्तर-
(b) 1966-67 में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 8.
हमारे देश के किस राज्य में हरित क्रांति का सर्वाधिक प्रभाव पड़ा
(a) उत्तर प्रदेश में
(b) बिहार में
(c) पश्चिम बंगाल में
(d) पंजाब एवं हरियाणा में
उत्तर-
(d) पंजाब एवं हरियाणा में

प्रश्न 10.
भूमि के अन्तर्गत आता है
(a) हल
(b) कारखाना
(c) जंगल
(d) कुदाल
उत्तर-
(c) जंगल

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में से कौन पूँजी है ?
(a) घर के बाहर पड़ा पत्थर
(b) किसान का हल ।
(c) बिना व्यवहार में लायी जाने वाली मशीन
(d) फटा हुआ वस्त्र
उत्तर-
(b) किसान का हल ।

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 12.
जो व्यक्ति व्यवासय में जोखिम का वहन करता है, उसे कहते हैं
(a) व्यवस्थापक
(b) पूँजीपति
(c) साहसी
(d) संचालक मंडल
उत्तर-
(c) साहसी

प्रश्न 13.
निम्नलिखित में कौन श्रम के अंतर्गत आती है ?
(a) नौकर द्वारा बच्चों की सेवा
(b) पैसे के लिए फुटबॉल खेलना
(c) वकील का कार्य
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 14.
पूँजीगत वस्तुएँ निम्नलिखित में कौन-से हैं ?
(a) मशीनें
(b) हल
(c) ट्रैक्टर
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 15.
चल पूँजी निम्नलिखित में से कौन है ?
(a) बीज
(b) कोयला
(c) कच्चा माल
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

प्रश्न 16.
उत्पादन पूँजी निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) मशीन
(b) औजार
(c) हल
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 17.
उत्पादन के प्रमुख साधन कितने हैं ?
(a) तीन
(b) चार
(c) पाँच
(d) दो
उत्तर-
(c) पाँच

प्रश्न 18.
उत्पादन का अर्थ है :
(a) नयी वस्तु का सृजन
(b) उपयोगिता का सृजन
(c) उपयोगिता का नाश
(d) लाभदायक होना
उत्तर-
(c) उपयोगिता का नाश

प्रश्न 19.
उत्पादन का निष्क्रिय साधन है :
(a) श्रम
(b) संगठन
(c) साहसी
(d) भूमि
उत्तर-
(d) भूमि

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 20.
पूँजीगत वस्तुएँ निम्नलिखित में कौन-से हैं ?
(a) मशीनें
(b) हल
(c) ट्रैक्टर
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

प्रश्न 21.
निम्नलिखित में से भूमि की विशेषता कौन-सी है?
(a) वह नाशवान है
(b) वह मनुष्य निर्मित है
(c) उसमें गतिशीलता का अभाव है
(d) उसमें समान उर्वरता है
उत्तर-
(c) उसमें गतिशीलता का अभाव है

प्रश्न 22.
निम्नांकित में कार्यशील पूँजी कौन है ?
(a) हल-बैल
(b) ट्रैक्टर
(c) खाद-बीज
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) खाद-बीज

प्रश्न 23.
पूँजी उत्पादन का साधन है
(a) सक्रिय
(b) निष्क्रिय
(c) अक्षय
(d) नैसर्गिक
उत्तर-
(b) निष्क्रिय

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 24.
निम्नलिखित में कौन ‘चल पूँजी’ है ?
(a) हल-बैल
(b) ट्रैक्टर
(c) खाद-बीज
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) खाद-बीज

प्रश्न 25.
माल्थस का सिद्धांत किससे संबंधित है ?
(a) उद्यम
(b) जनसंख्या
(c) पूँजी
(d) श्रम-बल
उत्तर-
(b) जनसंख्या

प्रश्न 26.
उत्पादन का साधन है ?
(a) वितरण
(b) श्रम
(c) विनिमय
(d) उपभोग
उत्तर-
(b) श्रम

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 27.
निम्नलिखित में कौन उत्पादन का साधन नहीं है ?
(a) संगठन
(b) उद्यम
(c) पूँजी
(d) उपभोग
उत्तर-
(d) उपभोग

प्रश्न 28.
निम्नलिखित में से कौन पूँजी है ?
(a) फटा हुआ वस्त्र
(b) बिना व्यवहार में लायी जाने वाली मशीन
(c) किसान का हल
(d) घर के बाहर पड़ा पत्थर
उत्तर-
(c) किसान का हल

प्रश्न 29.
जो व्यक्ति व्यवसाय में जोखिम का वहन करता है, उसे कहते हैं ?
(a) व्यवस्थापक
(b) पूँजीपति
(c) साहसी
(d) संचालक मंडल
उत्तर-
(c) साहसी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 30.
निम्नलिखित में कौन श्रम के अंतर्गत आता है ?
(a) सिनेमा देखना
(b) छात्र द्वारा मनोरंजन के लिए क्रिकेट खेलना
(c) शिक्षक द्वारा अध्यापन
(d) आनन्द के लिए संगीत का अभ्यास करना
उत्तर-
(c) शिक्षक द्वारा अध्यापन

प्रश्न 31.
मानसिक श्रम के अन्तर्गत आता है
(a) मजदूर द्वारा हल चलाना
(b) औरतों द्वारा रोपनी करना
(c) वकील द्वारा कचहरी में बहस करना
(d) श्रमिक द्वारा मशीन चलाना
उत्तर-
(c) वकील द्वारा कचहरी में बहस करना

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 32.
कार्यशील पूँजी के अन्तर्गत रखा जाता है
(a) श्रम को
(b) मशीन को
(c) मकान को
(d) मुद्रा को
उत्तर-
(d) मुद्रा को

प्रश्न 33.
गोपालपुर गाँव की कार्यशील जनसंख्या के कितने प्रतिशत लोग कृषि-कार्य करते हैं ?
(a) 50 प्रतिशत
(b) 75 प्रतिशत
(c) 90 प्रतिशत
(d) 40 प्रतिशत
उत्तर-
(b) 75 प्रतिशत

प्रश्न 34.
अर्थशास्त्र में भूमि शब्द का क्या अर्थ है ?
(a) भूमि की ऊपरी सतह
(b) खनिज संपदा
(c) जंगल
(d) ये सभी
उत्तर-
(d) ये सभी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 बिहार के एक गाँव की कहानी

प्रश्न 35.
उत्पादन के साधनों में कौन सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ?
(a) भूमि
(b) श्रम
(c) पूँजी
(d) उद्यम
उत्तर-
(b) श्रम

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन मौलिक अधिकार नहीं है ?
(a) समानता का अधिकार
(b) विदेश में घूमने का अधिकार
(c) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) विदेश में घूमने का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 2.
मौलिक अधिकारों के रक्षक के रूप में कौन कार्य करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) सर्वोच्च न्यायालय
(d) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय
उत्तर-
(d) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय

प्रश्न 3.
भारत में सबसे पहले किस राजनेता ने मौलिक अधिकारों का सवाल उठाया?
(a) लाला लाजपत राय ने
(b) बाल गंगाधर तिलक ने
(c) विपिनचंद्र पाल ने
(d) सुभाषचंद्र बोस ने
उत्तर-
(b) बाल गंगाधर तिलक ने

प्रश्न 4.
समता के अधिकार का उल्लेख भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में किया गया है ?
(a) अनुच्छेद 19-22 में
(b) अनुच्छेद 14-18 में
(c) अनुच्छेद 352 में
(d) अनुच्छेद 370 में
उत्तर-
(b) अनुच्छेद 14-18 में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 5.
मौलिक अधिकार के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन कथन सत्य नहीं है?
(a) मौलिक अधिकार असमानता पैदा करते हैं ।
(b) यह व्यक्ति का सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है
(c) यह संविधान द्वारा नागरिकों को प्रदान किये जाते हैं
(d) इन अधिकारों में राज्य का भी हस्तक्षेप नहीं होता है
उत्तर-
(a) मौलिक अधिकार असमानता पैदा करते हैं ।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार व्यक्ति के विकास में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है ?
(a) सामाजिक अधिकार
(b) राजनीतिक अधिकार
(c) मौलिक अधिकार
(d) विधिक अधिकार
उत्तर-
(c) मौलिक अधिकार

प्रश्न 7.
शिक्षा का अधिकार के अंतर्गत कितने वर्ष तक के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान है ?
(a) शून्य से 14 वर्ष
(b) 6 से 14 वर्ष
(c)6 से 18 वर्ष
(d) 5 से 10 वर्ष
उत्तर-
(b) 6 से 14 वर्ष

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 8.
निम्नांकित में किस अधिकार को मूल अधिकारों की सूची से निकाल दिया गया है ?
(a) संपत्ति का अधिकार
(b) समता का अधिकार
(c) शिक्षा का अधिकार
(d) विचार अभिव्यक्ति का अधिकार
उत्तर-
(a) संपत्ति का अधिकार

प्रश्न 9.
अधिकारों के बिना जीवन केसा होता है ?
(a) सर्वोत्तम
(b) अच्छा
(b) अच्छा
(c) सामान्य
(d) व्यर्थ
उत्तर-
(d) व्यर्थ

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से कौन-सा मौलिक अधिकारों के उपयोग का उदाहरण नहीं है ?
(a) बिहार के मजदूरों का पंजाब के खेतों में काम के लिए जाना
(b) इसाई मिशनों द्वारा मिशनरी स्कूलों की श्रृंखला चलाना
(c) सरकारी नौकरी में पुरुषों एवं महिलाओं को समान वेतन मिलना
(d) बच्चों द्वारा माँ-बाप की संपत्ति विरासत में प्राप्त करना
उत्तर-
(d) बच्चों द्वारा माँ-बाप की संपत्ति विरासत में प्राप्त करना

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 11.
धर्म निरपेक्षता का अर्थ होता है
(a) राज्य द्वारा किसी खास धर्म को प्रश्रय देना
(b) राज्य द्वारा किसी धर्म को राज्य धर्म घोषित करना
(c) राज्य द्वारा धार्मिक मामलों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप न करना
(d) राज्य द्वारा किसी खास धर्म पर प्रतिबंध लगाना
उत्तर-
(c) राज्य द्वारा धार्मिक मामलों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप न करना

प्रश्न 12.
भारतीय नागरिकों को कौन-सा सांस्कृतिक अथवा शैक्षिक अधिकार वर्जित है ?
(a) किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय को अपनी निजी भाषा अथवा संस्कृति कायम रखने का अधिकार
(b) सरकारी विद्यालयों अथवा सरकारी धन से संपोषित किसी शैक्षिक संस्था में सभी नागरिकों का नामांकन
(c) सभी अल्पसंख्यकों को अपनी इच्छानुसार शैक्षिक संस्थाओं की स्थापना करना
(d) सरकारी विद्यालयों में किसी धर्म विशेष की पढ़ाई
उत्तर-
(d) सरकारी विद्यालयों में किसी धर्म विशेष की पढ़ाई

प्रश्न 13.
इनमें कौन-सी स्वतंत्रता भारतीय नागरिकों को प्राप्त नहीं है ?
(a) सरकार की आलोचना करने की स्वतंत्रता
(b) संविधान के केंद्रीय मूल्यों का विरोध प्रकट करने की स्वतंत्रता
(c) सरकार बदलने के लिए आंदोलन प्रारंभ करने की स्वतंत्रता
(d) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(d) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता

प्रश्न 14.
इनमें कौन-सा ऐसा अधिकार है जो मूल अधिकारों की श्रेणी में नहीं आता है ?
(a) समता का अधिकार
(b) स्वतंत्रता का अधिकार
(c) जीवन का अधिकार
(d) संपत्ति का अधिकार
उत्तर-
(d) संपत्ति का अधिकार

प्रश्न 15.
निम्नांकित में कौन मौलिक अधिकारों की श्रेणी में नहीं आता है ?
(a) समानता का अधिकार
(b) विदेश में घूमने का अधिकार
(c) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(d) शोषण के विरुद्ध अधिकार
उत्तर-
(b) विदेश में घूमने का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 16.
निम्नांकित में मौलिक अधिकारों का संरक्षण कौन करता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) सर्वोच्च न्यायालय
(d) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय
उत्तर-
(d) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय

प्रश्न 17.
इनमें कौन-से अधिकार भारतीय नागरिकों को प्राप्त है ?
(a) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(b) वृद्धावस्था में सहयोग पाने का अधिकार
(c) आजीविका का अधिकार
(d) काम का अधिकार
उत्तर-
(a) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार

प्रश्न 18.
भारत में मतदान करने की न्यूनतम उम्र क्या है ?
(a) 21 वर्ष
(b) 20 वर्ष
(c) 19 वर्ष
(d) 18 वर्ष
उत्तर-
(d) 18 वर्ष

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 19.
किस अधिकार को मूल अधिकारों की श्रेणी से निकाल दिया गया
(a) समता का अधिकार
(b) स्वतंत्रता का अधिकार
(c) सम्पत्ति का अधिकार
(d) जीवन का अधिकार
उत्तर-
(c) सम्पत्ति का अधिकार

प्रश्न 20.
आपातकाल में नागरिकों के मौलिक अधिकार
(a) स्थगित किए जाते हैं
(b) समाप्त किए जाते हैं
(c) इसके बारे में संविधान मौन है
(d) निरर्थक हो जाते हैं
उत्तर-
(a) स्थगित किए जाते हैं

प्रश्न 21.
इनमें से कौन-सी स्वतंत्रता भारतीय नागरिकों को नहीं है ?
(a) सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता
(b) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता
(c) सरकार बदलने के लिए आंदोलन शुरू करने की स्वतंत्रता
(d) संविधान के केन्द्रीय मूल्यों का विरोध करने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(b) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता

प्रश्न 22.
भारत का संविधान इनमें से कौन-सा अधिकार देता है ?
(a) काम का अधिकार
(b) निजता का अधिकार
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(d) पर्याप्त जीविका का अधिकार
उत्तर-
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 23.
निम्नांकित में कौन-सा कारक मौलिक अधिकारों के उपयोग का उदाहरण नहीं माना जा सकता?
(a) मजदूरी करने के लिए हरियाणा या दिल्ली जाना
(b) सरकारी नौकरी में स्त्रियों एवं पुरुषों को समान वेतन मिलना
(c) बच्चों का माता-पिता की संपत्ति पर अधिकार होना
(d) धार्मिक संस्थाओं द्वारा स्कूल खोलना
उत्तर-
(c) बच्चों का माता-पिता की संपत्ति पर अधिकार होना

प्रश्न 24.
इनमें कौन-सा तथ्य धार्मिक स्वतंत्रता को सही व्याख्या प्रस्तुत करता है?
(a) प्रत्येक व्यक्ति को इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपनाने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए
(b) हिंदु बहुल शहर में मुसलमानों के जाने पर प्रतिबंध लगना चाहिए
(c) सिख बहुल शहर में हिंदुओं के जाने पर प्रतिबंध लगना चाहिए
(d) मजहब (धर्म) के आधार पर ही सरकारी सेवा में कम्रचारियों की भर्ती की जानी चाहिए
उत्तर-
(a) प्रत्येक व्यक्ति को इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपनाने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए

प्रश्न 25.
एक कल्याणकारी राज्य कैसा होता है ?
(a) लोकतंत्रात्मक
(b) समाजवादी
(c) पंथनिरपेक्ष
(d) जातिनिरपेक्ष
उत्तर-
(a) लोकतंत्रात्मक

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 26.
भारतीय नागरिकों के मूल कर्तव्यों को संविधान के किस भाग में
जोड़ा गया है ?
(a) भाग-1 में
(b) भाग-II में
(c) भाग-III में
(d) भाग-IV A में
उत्तर-
(d) भाग-IV A में

प्रश्न 27.
निम्नांकित में भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का सही अर्थ कौन-सा है ?
(a) राज्य का अपना धर्म है
(b) राज्य का धर्म से गहरा संबंध है
(c) राज्य अधर्मी है
(d) राज्य का धर्म से कोई संबंध नहीं है
उत्तर-
(d) राज्य का धर्म से कोई संबंध नहीं है

प्रश्न 28.
भारतीय नागरिकों को प्राप्त शोषण के विरुद्ध अधिकार में कौन-सा अधिकार लगों को प्राप्त है ?
(a) बेगार का प्रतिबंध
(b) मानव व्यापार पर प्रतिबंध
(c) बाल श्रम पर निषेध
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 29.
व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अंतर्गत कौन-सा अधिकार नहीं आता है ?
(a) हिरासत के लिए गए व्यक्ति को कारण बताया जाना
(b) निकटतम मैजिस्ट्रेट के सम्मुख 24 घंटे के अंतर्गत उपस्थित करना
(c) स्वयं के विरुद्ध साक्ष्य देना
(d) अपनी इच्छानुसार वकील रखना
उत्तर-
(c) स्वयं के विरुद्ध साक्ष्य देना

प्रश्न 30.
निम्नलिखित में से किसे मौलिक अधिकारों का पिता माना जाता
(a) फ्रांस की राज्यक्रांति
(b) अमेरिकी क्रांति
(c) बिल ऑफ राइट्स
(d) मैग्नाकार्टा
उत्तर-
(d) मैग्नाकार्टा

प्रश्न 31.
बिल ऑफ राइट्स किस देश से संबंधित है ?
(a) ब्रिटेन
(b) संयुक्त राज्य अमेरिका
(c) भारत
(d) फ्रांस
उत्तर-
(a) ब्रिटेन

प्रश्न 32.
भारतीय संविधान का कौन-सा भाग भारत को कल्याणकारी राज्य घोषित करता है?
(a) भाग-IV
(b) भाग-II
(c) भाग-I
(d) भाग-III
उत्तर-
(a) भाग-IV

प्रश्न 33.
निम्नांकित में समानता का सर्वोत्तम अर्थ कौन-सा है ? .
(a) व्यवहार की पहचान
(b) पारिश्रमिक की समानता
(c) न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति
(d) नियमों का पालन.
उत्तर-
(b) पारिश्रमिक की समानता

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 34.
निम्नांकित में स्वतंत्रता का सही अर्थ क्या है ?
(a) अनुचित नियंत्रणों का अभाव
(b) अधिकतम न्याय
(c) राष्ट्रीय मुक्ति
(d) नियंत्रणों की अनुपस्थिति
उत्तर-
(a) अनुचित नियंत्रणों का अभाव

प्रश्न 35.
निम्नांकित में कौन-सा कथन सही है ?
(a) भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों की रक्षा की गारंटी दी गई है
(b) भारत में नागरिकों के कानून के समक्ष समान नहीं समझा जाता है
(c) भारतीय नागरिकों के मौलिक कर्तव्य मूल संविधान में भी मौजूद थे
(d) वर्तमान कानून के अंतर्गत भारत में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को चिमनी भट्टा, खानों, कारखानों एवं अन्य खतरनाक कार्यों में लाया जा सकता है
उत्तर-
(a) भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों की रक्षा की गारंटी दी गई है

प्रश्न 36.
भारत में संघ अथवा संगठन का निर्माण करना किस प्रकार का मौलिक अधिकार है ?
(a) स्वतंत्रता का अधिकार
(b) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(c) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(d) समता का अधिकार
उत्तर-
(a) स्वतंत्रता का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 37.
निम्नलिखित में से कौन अधिकार का एक प्रमुख लक्षण नहीं है ?
(a) अधिकार से नागरिकों को कष्ट होता है
(b) अधिकार सभी पर समान रूप से लागू होते हैं
(c) अधिकार तार्किक होता है।
(d) अधिकार को सामाजिक स्वीकृति होती है
उत्तर-
(a) अधिकार से नागरिकों को कष्ट होता है

प्रश्न 38.
निम्नलिखित में से नागरिकों की स्वतंत्रता सम्बन्धी अधिकार कौन
(a) हथियार सहित सभा करने की स्वतंत्रता
(b) सरकार के विरुद्ध षडयंत्र करने की स्वतंत्रता
(c) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता
(d) विदेश में घूमने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(c) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता

प्रश्न 39.
इनमें कौन-सा अधिकार मौलिक अधिकार की श्रेणी में नहीं है ?
(a) संगठन कायम करने का अधिकार
(b) भाषण की स्वतंत्रता का अधिकार
(c) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(d) औरतों एवं पुरुषों को समान कार्य करने के लिए समान वेतन पाने का अधिकार
उत्तर-
(d) औरतों एवं पुरुषों को समान कार्य करने के लिए समान वेतन पाने का अधिकार

प्रश्न 40.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा किस तिथि को मानवाधिकार का घोषणापत्र – स्वीकार किया गया था ?
(a) 26 जनवरी 1950 को
(b) 24 अक्टूबर 1945 को
(c) 15 अगस्त 1947 को
(d) 10 दिसंबर 1948 को
उत्तर-
(d) 10 दिसंबर 1948 को

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 41.
निम्नांकित में धार्मिक स्वतंत्रता का एक सही उदाहरण कौन-सा है ?
(a) धार्मिक संस्थाओं को चलाने की स्वतंत्रता
(b) धर्म से संबंधित कार्यों के लिए कर चुकाना
(c) नागरिकों का किसी विशेष धर्म में आस्था पर रोक
(d) धार्मिक संस्थाओं को संपत्ति रखने पर रोक
उत्तर-
(a) धार्मिक संस्थाओं को चलाने की स्वतंत्रता

प्रश्न 42.
मानवाधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष किस तिथि को मनाया जाता है ?
(a) 15 अगस्त को
(b) 26 जनवरी को
(c) 10 दिसंबर को
(d) 20 जून को
उत्तर-
(c) 10 दिसंबर को

प्रश्न 43.
सूचना का अधिकार संपूर्ण भारत में कब से लागू हुआ?
(a) 10 अगस्त 1998 से
(b) 15 अगस्त 2000 से
(c) 12 अक्टूबर 2005 से
(d) 14 अगस्त 2008 से
उत्तर-
(c) 12 अक्टूबर 2005 से

प्रश्न 44.
इनमें कौन-से संवैधानिक संशोधन द्वारा भारत में प्राथमिक शिक्षा के अधिकार का मौलिक अधिकार का दर्जा दिया गया ?
(a) 42वां संविधान संशोधन 1976 द्वारा
(b) 66वां संविधान संशोधन 1990 द्वारा
(c) 86वां संविधान संशोधन 2002 द्वारा
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) 86वां संविधान संशोधन 2002 द्वारा

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 45.
बंधुआ मजदूर एवं बाल मजदूर की प्रथा को संविधान के किस अधिकार द्वारा दूर किया जा सकता है ?
(a) शिक्षा के अधिकार द्वारा
(b) सांस्कृतिक अधिकार द्वारा
(c) धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार द्वारा
(d) शोषण के विरुद्ध अधिकार द्वारा
उत्तर-
(d) शोषण के विरुद्ध अधिकार द्वारा

प्रश्न 46.
भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों को संविधान संशोधन द्वारा जोड़ा गया है ?
(a) 42वें संविधान संशोधन द्वारा
(b) 73वें संविधान संशोधन द्वारा
(c) 86वें संविधान संशोधन द्वारा
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(a) 42वें संविधान संशोधन द्वारा

प्रश्न 47.
निजता का अधिकार किस देश के संविधान में जोड़ा गया है ?
(a) भारत के
(b) स्विट्जरलैंड के
(c) इंग्लैंड के
(d) दक्षिण अफ्रीका के
उत्तर-
(d) दक्षिण अफ्रीका के

प्रश्न 48.
किस देश के नागरिकों के मौलिक कर्तव्य में सैनिक सेवा में सम्मिलित होने की बात कही गई है ?
(a) अमेरिका के
(b)सोवियत रूस के
(c) चीन के
(d) जापान के
उत्तर-
(c) चीन के

प्रश्न 49.
भारत का संविधान आये में कौन-सा अधिकार देता है ?
(a) काम का अधिकार
(b) निजता का अधिकार
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(d) पर्याप्त जीविका का अधिकार
उत्तर-
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 50.
‘अवसर की समानता’ भारतीय नागरिकों को किस मौलिक अधिकार __के अंतर्गत प्रदान किया गया है ? .
(a) स्वत्तयता का अधिकार
(b) स्वतंत्रता का अधिकार
(c) संवैधानिक उपचार का अधिकार
(d) समानता का अधिकार
उत्तर-
(d) समानता का अधिकार

प्रश्न 51.
भारतीय संविधान के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार नागरिकों को प्राप्त नहीं है ?
(a) समानता का अधिकार
(b) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(c) संपत्ति का अधिकार
(d) सांस्कृतिक एवं शैक्षिक अधिकार
उत्तर-
(c) संपत्ति का अधिकार

प्रश्न 52.
किसने कहा है कि संवैधानिक उपचार का अधिकार संविधान को ‘आत्मा और हृदय है’?
(a) पं. जवाहरलाल नेहरू
(b) डॉ. बी. आर. अम्बेदकर
(c) महात्मा गांधी
(d) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
उत्तर-
(b) डॉ. बी. आर. अम्बेदकर

प्रश्न 53.
भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार सम्बन्धी कानून किस वर्ष पारित हुआ?
(a) 1991
(b) 1992
(c) 1993
(d) 1995
उत्तर-
(c) 1993

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 54.
सूचना का अधिकार किस मौलिक स्वतंत्रता से सम्बद्ध है?
(a) विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
(b) संगठन अथवा संघ बनाने की स्वतंत्रता
(c) देश में कहीं भी आने जाने की स्वतंत्रता
(d) दैहिक स्वतंत्रता
उत्तर-
(a) विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

प्रश्न 55.
अनुच्छेद 19 के अंतर्गत नागरिकों को संविधान द्वारा प्राप्त स्वतंत्रता में निम्नलिखित में से कौन सही नहीं है?
(a) भाषण देने की स्वतंत्रता
(b) अपनी इच्छानुसार व्यवसाय करने की स्वतंत्रता
(c) संपत्ति रखने की स्वतंत्रता
(d) भारत में कहीं भी घूमने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(c) संपत्ति रखने की स्वतंत्रता

प्रश्न 56.
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 से 22 तक में निम्नलिखित में से किस अधिकार का वर्णन है ?
(a) समानता का अधिकार
(b) स्वतंत्रता का अधिकार
(c) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(d) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
उत्तर-
(b) स्वतंत्रता का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 57.
किसी गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को कितने समय के अंदर निकटतम न्यायाधीश के सामने उपस्थित किया जाना आवश्यक है ?
(a) 24 घंटे के अंदर
(b) तीन दिनों के अंदर
(c) एक सप्ताह के अंदर
(d) न्यायाधीश के सामने उपस्थित किया जाना आवश्यक नहीं है
उत्तर-
(a) 24 घंटे के अंदर

प्रश्न 58.
शिक्षा का अधिकार का वर्णन किस अनुच्छेद में है ?
(a) अनुच्छेद 21
(b) अनुच्छेद 29
(c) अनुच्छेद 19
(d) अनुच्छेद 22
उत्तर-
(b) अनुच्छेद 29

प्रश्न 59.
आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक में से अंतर्राष्ट्रीय घोषणा पत्र में कौन-सा अधिकार सम्मिलित नहीं है ?
(a) काम पाने का अधिकार
(b) सामाजिक सुरक्षा का अधिकार
(c) छुआछूत की समाप्ति
(d) शिक्षा का अधिकार
उत्तर-
(c) छुआछूत की समाप्ति

प्रश्न 60.
निम्नलिखित में कौन-सा मौलिक अधिकार नहीं है ?
(a) समानता का अधिकार
(b) विदेश में घूमने का अधिकार
(c) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(d) वाक् स्वतंत्रता का अधिकार
उत्तर-
(b) विदेश में घूमने का अधिकार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 61.
इनमें से कौन मौलिक अधिकारों के रक्षक के रूप में कार्य करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) सर्वोच्च न्यायालय
(d) उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय दोनों
उत्तर-
(d) उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय दोनों

प्रश्न 62.
मौलिक अधिकारों का वर्णन संविधान में किस अनुच्छेद से किस अनुच्छेद तक है ?
(a) अनुच्छेद 12 से 35 तक
(b) अनुच्छेद 36 से 51 तक
(c) अनुच्छेद 52 से 71 तक
(d) अनुच्छेद 72 से 80 तक
उत्तर-
(a) अनुच्छेद 12 से 35 तक

प्रश्न 63.
निम्नलिखित में से किस संशोधन द्वारा मौलिक अधिकारों की श्रेणी में संपत्ति का अधिकार को समाप्त किया गया ?
(a) 42वां संशोधन
(b) 43वां संशोधन
(c) 44वां संशोधन
(d) 45वां संशोधन
उत्तर-
(c) 44वां संशोधन

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 64.
वर्तमान समय में भारतीय नागरिकों को कितने प्रकार के मौलिक अधिकार प्राप्त है ?
(a) सात प्रकार के
(b) छह प्रकार के
(c) पाँच प्रकार के
(d) नौ प्रकार के
उत्तर-
(b) छह प्रकार के

प्रश्न 65.
निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार समानता का अधिकार के अंतर्गत नहीं आता है ?
(a) कानून के समक्ष समानता
(b) उपाधियो की समाप्ति
(c) छुआछूत की समाप्ति
(d) समान रूप से संपत्ति का विवरण
उत्तर-
(d) समान रूप से संपत्ति का विवरण

प्रश्न 66.
मौलिक अधिकार का उल्लंघन होने पर व्यक्ति किस न्यायालय में जा सकता है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय में
(b) उच्च न्यायालय में
(c) उपर्युक्त दोनों न्यायालय में
(d) देश के किसी भी न्यायालय में
उत्तर-
(c) उपर्युक्त दोनों न्यायालय में

प्रश्न 67.
शोषण के विरुद्ध अधिकार निम्नलिखित में से किससे संबंधित नहीं है ?
(a) मनुष्यों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध से
(b) धर्म परिवर्तन के प्रतिबंध से
(c) बेगार लेने पर प्रतिबंध से
(d) बाल-श्रम पर प्रतिबंध से .
उत्तर-
(b) धर्म परिवर्तन के प्रतिबंध से

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 68.
बेगार का अर्थ है
(a) पुरुषों की खरीद-फरोख्त करना
(b) बच्चों को कारखानों में काम करने पर प्रतिबंध लगाना
(c) व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध काम करवाना
(d) कमजोर वर्गों का शोषण करना
उत्तर-
(c) व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध काम करवाना

प्रश्न 69.
धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन अधिकार शामिल नहीं है ?
(a) जबर्दस्ती धर्म-पालन करवाने का अधिकार
(b) अपनी इच्छा से धर्म-पालन का अधिकार
(c) धार्मिक संस्थाएँ स्थापित करने का अधिकार
(d) अपने धर्म के प्रचार-प्रसार का अधिकार
उत्तर-
(a) जबर्दस्ती धर्म-पालन करवाने का अधिकार

प्रश्न 70.
धर्मनिरपेक्षता शब्द निम्नलिखित में से किस शब्द का समानार्थी है ?
(a) समाज निरपेक्षता
(b) पंथ निरपेक्षता
(c) कर्म निरपेक्षता
(d) गुट निरपेक्षता
उत्तर-
(b) पंथ निरपेक्षता

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 71.
निम्नलिखित में से किस मौलिक अधिकार में अल्पसंख्यकों के हितों .का विशेष ख्याल रखा गया है ?
(a) समानता का अधिकार में
(b) स्वतंत्रता का अधिकार में
(c) शोषण के विरुद्ध अधिकार में
(d) सांस्कृतिक एवं शिक्षा के विरुद्ध अधिकार में
उत्तर-
(d) सांस्कृतिक एवं शिक्षा के विरुद्ध अधिकार में

प्रश्न 72.
सर्वोच्च न्यायालय लेख कब जारी करता है ?
(a) कानून निर्माण के लिए
(b) मौलिक अधिकारों का उल्लंघन रोकने के लिए
(c) अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए
(d) किसी भी मुद्दे पर
उत्तर-
(b) मौलिक अधिकारों का उल्लंघन रोकने के लिए

प्रश्न 73.
निम्नलिखित में से किस परिस्थिति में मौलिक अधिकार का स्थगन या निलंबन नहीं होगा?
(a) संसद के द्वारा संविधान में संशोधन के आधार पर
(b) साधारण स्थिति में
(c) संकटकाल के समय
(d) सेना विधि के लागू होने पर
उत्तर-
(b) साधारण स्थिति में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 74.
“जानकारी कॉल सेंटर” का संबंध है
(a) मानवाधिकार से
(b) .सूचना का अधिकार से
(c) समानता का अधिकार से
(d) स्वतंत्रता का अधिकार से
उत्तर-
(b) .सूचना का अधिकार से

प्रश्न 75.
मानवाधिकार संबंधित है- .
(a) व्यक्ति की गरिमा एवं प्रतिष्ठा से
(b) व्यक्ति की संपत्ति से
(c) समूहों के अधिकार से
(d) सरकार के अधिकार से
उत्तर-
(a) व्यक्ति की गरिमा एवं प्रतिष्ठा से

प्रश्न 76.
मानवाधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
(a) 15 अगस्त को
(b) 26 जनवरी को
(c) 10 दिसंबर को
(d) 2 अक्टूबर को
उत्तर-
(c) 10 दिसंबर को

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 77.
भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्थापना कब की गयी?
(a) 1992 में
(b) 1993 में
(c) 1994 में
(d) 1995 में
उत्तर-
(b) 1993 में

प्रश्न 78.
किसने संवैधानिक उपचारों के अधिकार को संविधान का हृदय और आत्मा बताया है ?
(a) महात्मा गाँधी
(b) जवाहरलाल नेहरू
(c) भीमराव अंबेडकर
(d) इंदिरा गाँधी
उत्तर-
(c) भीमराव अंबेडकर

प्रश्न 79.
संयुक्त राष्ट्र ने कब मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा-पत्र को स्वीकार किया ?
(a) 1945
(b) 1946
(c) 1947
(d) 1948
उत्तर-
(d) 1948

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 80.
भारत का संविधान इनमें से कौन-सा अधिकार देता है ?
(a) काम का अधिकार
(b) निजता का अधिकार
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(d) पर्याप्त जीविका का अधिकार
उत्तर-
(c) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार

प्रश्न 81.
निम्नलिखित में से नागरिकों की स्वतंत्रता संबंधी अधिकार कौन है ?
(a) हथियार सहित सभा करने की स्वतंत्रता
(b) सरकार के विरुद्ध षडयंत्र करने की स्वतंत्रता
(c) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता
(d) विदेश में घूमने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(c) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता

प्रश्न 82.
किस संविधान संशोधन के द्वारा भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों को शामिल किया गया है ?
(a) प्रथम संशोधन 1951
(b) 42वां संशोधन 1976
(c)32वां संशोधन 1985
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) 42वां संशोधन 1976

प्रश्न 83.
वर्तमान समय में भारतीय नागरिकों को कितने मौलिक कर्तव्य प्रदान किए गए हैं?
(a) 8
(b) 9
(c) 11
(d) 12
उत्तर-
(c) 11

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 6 लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्न 84.
मौलिक अधिकारों का रक्षक के रूप में कौन कार्य करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) सर्वोच्च न्यायालय
(d) सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय
उत्तर-
(d) सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय

प्रश्न 85.
किस अधिकार को मूल अधिकारों की श्रेणी से निकाल दिया गया
(a) समता का अधिकार
(b) स्वतंत्रता का अधिकार
(c) संपत्ति का अधिकार
(d) जीवन का अधिकार
उत्तर-
(c) संपत्ति का अधिकार

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

Bihar Board Class 7 Hindi Book Solutions रचना पत्र-लेखन

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

छोटे भाई को पत्र

चिरंजीवी विकास,

मोतिहारी
12.4.2012

आशीर्वाद ।

तुम्हारा पत्र मिला । पढ़कर प्रसन्नता हुई और सारी बातों की जानकारी भी । तुमने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, हम सब के लिए गर्व की बात है। अब तो तुम्हें और भी अधिक मेहनत करनी चाहिए, जिससे भविष्य में अधिक अंक प्राप्त कर सको । तुम्हारी भाभी तुम्हें बहुत याद करती हैं। वह तुम्हारे लिए एक सुन्दर स्वेटर बुन रही हैं । पूरा हो जाने पर पार्सल द्वारा भेजेंगी। शेष कुशल है । पूज्य पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम ।
पता ……………………
……………………

तुम्हारा हितैषी
सरोज कुमार

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

मित्र को पत्र

प्रिय मित्र संजीव,

पटना
8.4.2012

नमस्ते ।

बहुत दिनों से तुम्हारा कोई समाचार प्राप्त नहीं हो सका । क्या, बात है ? हमसे नाराज हो क्या ? अगर मुझसे कोई भूल हो गई हो तो क्षमा करना और शीघ्र ही पत्र का उत्तर देना । माताजी तुम्हें बहुत याद करती हैं । मैं गर्मी की छुट्टी में बरौनी आ रहा हूँ । शेष कुशल है । अपने पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम कहना, राजू और सीमा को स्नेह ।

पता :

तुम्हारा मित्र
चुन्नू

बड़ी बहन को पत्र

आदणीय बहन जी,

सादर प्रणाम ।

छपरा
9.2.2012

मैं कुशल से हूँ और आपकी कुशलता के लिए सदैव ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ । बहुत दिनों से आपका कोई समाचार नहीं मिला । क्या आप यहाँ से जाकर, हमें भूल गईं । हमलोगों को तो हर समय आपकी हो याद आती है । माता जी तो आपको याद करके कभी-कभी रोने लगती हैं । सच दीदी, जब से आप गई हैं, सारा घर सूना-सूना लगता है । गोपाल तो हर समय आपको खोजता रहता है ।

अब राखी को त्योहार आ रहा है | क्या अच्छा होता कि आप यहाँ होती। हम सब मिलकर भैया को राखी बाँधती । दीदी, राखी के अवसर पर आने की कोशिश कीजिएगा । माँ आपको बुलाने भैया को भेजेंगी । शेष कुशल है । जीजा जी प्रणाम बोलिएगा ।

पता :

उत्तर की प्रतीक्षा में
आपकी छोटी बहन
सोनिया

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

बीमारी की छुट्टी के लिए प्रधानाध्यापक को प्रार्थना-पत्र

सेवा में.

श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
गाँधी संस्थान,
आरा

आदरणीय महोदय,

सेवा में सविनय नम्र निवेदन है कि मैं कल रात से बुखार से पीड़ित हूँ। इसलिए मैं आज विद्यालय में उपस्थित नहीं हो सकूँगा ।
अतः आपसे प्रार्थना है कि मुझे तीन दिनों की छुट्टी प्रदान करने की कृपा करें।

दिनांक : 4.3.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
सुभाष कुमार
कक्षा-8

विवाह के कारण छुट्टी के लिए प्रार्थना-पत्र

सेवा में,
प्रधानाचार्य,
शिशु विद्यालाय, पूर्णिया

आदरणीय महोदय,

सविनय नम्र निवेदन है कि मेरी बहन का शुभ विवाह 20 दिसम्बर को होने जा रहा है । इसलिए मैं एक सप्ताह विद्यालाय नहीं आ सकूँगी ।
अतः आपसे सादर अनुरोध है कि मुझे 28 दिसम्बर तक की छुट्टी देने की कृपा करें।

दिनांक : 8.1.2012

आपकी आज्ञाकारिणी शिष्या
सुनयना

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

पिता का पत्र पुत्र के नाम

प्रिय महानन्द,

पटना
10 मार्च, 2012

आशीर्वाद ।

यहाँ सभी आनन्द और प्रसन्न हैं ! आशा है कि तुम भी विद्याध्ययन में संलग्न होगे । पिछले पत्र में तुमने बुखार हो जाने की बात लिखी थी । छात्रों के लिए यह एक बुरी बीमारी है, जो कि संयम के अभाव में होती है। समय पर अपने सभी कार्यों को करनेवाले छात्र सदा स्वस्थ रहते हैं । तुम्हारे स्वस्थ रहने पर ही अच्छी पढ़ाई हो सकेगी, क्योंकि स स्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है । अतः समय की पाबंदी रखो और सुबह उठकर व्यायाम करो । इससे तुम्हारा शरीर स्वस्थ होगा और मन भी प्रसन्न रहेगा । तुम्हारा स्वेटर व सामान डाक से भेज रहा हूँ। मिलने की सूचना देना । विशेष शुभ ।

पता :

तुम्हारा पिता
रामदेव मिश्र

महानन्द कुमार
शिशु ज्ञान मंदिर,
मधुबनी

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

पिता को पत्र

पूज्यवर पिताजी,

बेगूसराय
5.4.2012

सादर चरण-स्पर्श ।

मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि आपलोग भी सकुशल होंगे । आज मेरी वार्षिक का परीक्षाफल प्राप्त हुआ है । यह जानकर आपको खुशी होगी कि मैंने कक्षा में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त किया है । पिताजी, यह आपके चरणों का प्रताप और माताजी के आशीर्वाद का फल है।

हमारे सभी अध्यापक बड़े स्नेह से पढ़ाते हैं। आगे परीक्षा में भी मुझे ऐसी ही आशा है । चाचा कचाची दोनों मेरा बड़ा ध्यान रखते हैं । माता जी की याद मुझे कभी-कभी बेचैन कर देती है । उनको मेरा प्रणाम, और लता को मेरा प्यार कहिएगा ।

पता :

आपका आज्ञाकारी पुत्र
रोहन कुमार

निर्धन-छात्रकोष से सहायता हेतु प्रधानाध्यापक
को आवेदन-पत्र

सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय मध्य विद्यालय, पटना

मान्यवर,
सेवा मे नम्र निवेदन है कि मैं बहुत गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताज़ी मजदूरी करके किसी तरह परिवार का पालन करते हैं । हमलोगों के पास पैतृक सम्पत्ति नहीं है । धनाभाव के कारण पिताजी मेरे लिए किताबें नहीं खरीद सकते हैं। मेरी पढ़ने की उत्कट इच्छा है । इसके लिए आप-जैसे कृपालु महानुभव की सहायता की अपेक्षा करता हूँ।

अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि मूझे निर्धन-छात्रकोष से किताबें खरीदने . के लिए उचित रकम प्रदान कर कृतार्थ करें। इस कार्य के लिए मैं सदा आपका आभारी बना रहूँगा ।

दिनांक :
24.1.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
विपिन ठाकुर

आर्थिक दण्ड माफ करने के लिए आवेदन-पत्र

श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
उच्च विद्यालय, सीतामढ़ी

महाशय,

सेवा में निवेदन है कि कल दिनांक 8.4.2012 को भूल से वर्ग के शीशे का एक ग्लास मुझसे टूट गया । मैं पानी पीने ग्लास लेकर नल के पास गया । ___ हाथ से गिर जाने के कारण ग्लास टूट गया । वर्गशिक्षक महोदय ने इस गलती के लिए मुझ पर आठ रुपये का आर्थिक दण्ड लगाया है । मैं एक गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताजी दण्ड की रकम देने में असमर्थ हैं।

अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि उपर्युक्त दण्ड माफ करने की कृपा की . जाय । मैं इस प्रकार की गलती फिर कभी नहीं करने का वचन देता हूँ।

दिनांक :9-4-2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
आलोक कुमार
वर्ग : दशम

Bihar Board Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन

दहेज-प्रथा के विरुद्ध जनमत तैयार करने के लिए संपादक को पत्र

सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक जागरण,
पटना।

विषय-दहेज : एक कुप्रथा

मान्यवर,

आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र ‘दैनिक जागरण’ के माध्यम से मैं ‘दहेज-प्रथा’ का वर्णन कर रहा हूँ। आप इसे अपने समाचार-पत्र में प्रकाशित करने की कृपा करें।

दहेज की कुप्रथा ने आज भारतीय समाज को बुरी तरह कुचल कर रख . दिया है। विशेषकर जिन घरों में एक-से अधिक कन्याएँ होती हैं, वहाँ दहेज का भूत गीध की तरह सदा मँडराता रहता है । इस समस्या ने नारी-जीवन को तहस-नहस करके रख दिया है।

दुर्भाग्य से आजकल दहेज की जबरदस्ती माँग की जाती है । दूल्हों के भाव लगते हैं । इस बुराई की सीमा यहाँ तक बढ़ गई है कि जो जितना शिक्षित हैं, समझदार हैं, उसका भाव उतना ही तेज है । डॉक्टर, इंजीनियर का भाव पंद्रह-बीस लाख रुपये, आई० ए० एस० का पचास-साठ लाख, प्रोफेसर का पाँच-दस लाख, ऐसे अशिक्षित व्यापारी, जो खुद कौड़ी के तीन बिकते हैं, उनका भी भाव कई बार लाखों तक जा पहुँचता है। ऐसे में कन्या का पिता कहाँ मरे?

इस प्रथा के दुष्परिणाम विभिन्न रूपों में दिखाई देते हैं । इसे रोकने के उपाय स्वयं समाज के हाथ में हैं। हमें सबसे अधिक आशा है युवक-युवतियों से, जो दहेज के दैत्य से कड़ा मुकाबला कर सकते हैं ।

भवदीय,
अमरेन्द्र रावत मेन बाजार,
दरभंगा।
दिनांक : 21-3-2012

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

Bihar Board Class 7 Hindi Book Solutions रचना निबंध लेखन

BSEB Bihar Board Class 7 Hindi निबंध लेखन

अनुशासन

नियमानुकूल आचरण अनुशासन है । ये नियम परिवार, समाज और राष्ट्र के अलावा, अपने आप को मर्यादित रखने के लिए होते हैं। अनुशासन की शुरुआत वस्तुतः अपने पर शासन से होती है। संयमपूर्वक जीवन-यापन ही __ अपने पर शासन है । हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके लिए कुछ नियम बनाये हैं। इन्हें अपने जीवन में उतारकर हम अपने-आप को निखार सकते हैं. विकसित कर सकते हैं । प्रकृति के सारे कार्य अनुशासनबद्ध है ।

आदमी एक सामाजिक प्राणी है । समाज का सही संचालन तभी हो सकता है, जब हमारे बात-व्यवहार एक-दूसरे के सुख-दुःख को दिमाग में रखकर किए जाते हैं । इसके लिए अपने को बाँधना पड़ता है और अपने स्वार्थ का परित्याग करना होता है।

राष्ट्र का तो विकास ही अनुशासन पर आश्रित है । यदि सुरक्षा के लिए सैनिक सदा सतर्क न रहें, सरकारी सेवक समय पर कार्यों को निपटाये नहीं, शिक्षक ज्ञान को विद्यार्थियों में बाँटे नहीं, छात्र अपने मूल कर्त्तव्य विद्याध्ययन से जी चुराये, किसान अन्न-उत्पादन में निरन्तर वृद्धि के लिए प्रयत्न न करे तो देश कहाँ जाएगा ? यदि सभी अपने-अपने मन की करने लगे तो पूरे देश में अराजकता फैल जाएगी । नतीजा होगा कि कोई-न-कोई धर दबोचेगा और फिर हम गुलाम बनकर रह जाएंगे ।

आज के बच्चों के ऊपर ही कल देश को चलाने का भार होगा । इसलिए जरूरी है कि हम शुरू से ही अनुशासन को जीवन में अपनाकर चलें । इससे हम अनुशासित जीवन जीने के आदी हो जायेंगे और अपने साथ देश-समाज को दुनिया में प्रतिष्ठा दिला सकेंगे । हम याद रखे कि अनुशासित राष्ट्र ही सफलता की ऊँचाई छू सकता है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

पुस्तकालय

‘पुस्तकालय’ शब्द दो शब्दों के मेल से बना है । ‘पुस्तक’ और ‘आलय’। पुस्तक का अर्थ किताब और आलय का अर्थ घर होता है । अतः ‘पुस्तकालय’ शब्द का अर्थ ‘पुस्तकों या किताबों का घर’ होता है । जहाँ पर सामूहिक और व्यवस्थित ढंग से पढ़ने के लिए पुस्तकें रखी रहती हैं, उस स्थान को ‘पुस्तकालय’ कहा जाता है । प्रत्येक विद्यालय में पुस्तकालय का रहना आवश्यक है। हमारे विद्यालय में भी पुस्तकालय है । पुस्तकालय में ज्ञानवर्द्धक और लाभदायक पुस्तकें होनी चाहिए ।

पुस्तकों, को पढ़कर ही कोई विद्वान हो सकता है । लेकिन एक आदमी अपनी जरूरत की सारी किताबें अपने पास नहीं रख सकता है । सभी किताबें सब दिन मिलती नहीं हैं । ऐसे में एक आदमी सारी किताबों को खरीद भी नहीं सकता है । पुस्तकालय से किताबें लेकर हम अपनी जरूरत पूरी करते हैं। यहाँ से कोई भी आदमी एक निश्चित समय के लिए पुस्तकें प्राप्त कर सकता है और बाद में पढ़कर उस पुस्तक को फिर पुस्तकालय में वापस कर देता है। इस तरह के अदल-बदल के द्वारा एक ही पुस्तक से बहुत लोगों को लाभ होता है। हम अपना समय बेकार की बातचीत में बर्बाद कर देते हैं । पुस्तकालय में जाकर पुस्तकों का अध्ययन करने से समय का सदुपयोग होता है । यह स्वस्थ मनोरंजन भी है । जो गरीब छात्र हैं वे पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त करके अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं । अतः आधुनिक जीवन में पुस्तकालय एक महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक संस्था है।

हमारी विद्यालय में पुस्तकालय का प्रभारी एक शिक्षक हैं । छात्र-संघ का एक प्रधानमंत्री होता है । वह प्रत्येक वर्ग के छात्रों को किताबें देता है । प्रत्येक वर्ग को सप्ताह में एक दिन किताबें दी जाती हैं । उसी दिन पहले की ली. गई किताबें छात्र वापस भी करते हैं । शिक्षक-छात्र बौद्धिक स्तर के अनुसार सुरुचिपूर्ण किताबें चुनकर देते हैं ।

पुस्तकालय विद्यालय का प्राण होता है । हमलोगों को पुस्तकालय का भरपूर उपयोग करना चाहिए । इसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें रहती है, इन पुस्तकों के पढ़ने से हमारे ज्ञान की वृद्धि होती है।

समाचार-पत्र

मनुष्य स्वभाव से जिज्ञासु होता है । वह नित्य नवीन जानकारियाँ प्राप्त करना चाहता है । पहले इस जिज्ञासा के समाधान के लिए ऐसा कोई साधन नहीं था, जो आज समाचार-पत्रों के रूप में हमें सुलभ है । समाचार-पत्रों की उत्पत्ति की कहानी, सोलहवीं सदी में इटली से आरंभ होती है । मुद्रण-यंत्रों के आविष्कार से इनका विकास होता गया । आज विश्व-भर में इनका प्रचलन है।

समाचार-पत्र कई तरह के होते हैं । जैसे-दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक तथा मासिक-पत्र । समाचार-पत्र के मुख्यतः दो भेद होते हैं ‘सामान्य’ और _ ‘विशिष्ट’ । ‘सामान्य’ समाचार-पत्र सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक . आदि विषयों से संबंधित होते हैं । ‘विशिष्ट’ समाचार-पत्रों में विशेष व्यवसाय या पेशे से संबंधित समाचार होते हैं । सामाचार-पत्र लोकतंत्र के प्रहरी हैं। आज विश्व भर में लोकतंत्र का बोलबाला है । समाचार-पत्र इस क्षेत्र में जनता के मार्गदर्शक होते हैं । समाचार-पत्रों के माध्यम से लोग अपनी इच्छा, विरोध

और आलोचना प्रकट करते हैं । इनसे राजनीतिज्ञ भी डरते हैं । नेपोलियन ने कहा था- “मैं लाखों विरोधियों की अपेक्षा तीन विरोधी समाचार-पत्रों से भयभीत रहता हूँ।” समाचार-पत्र राजनैतिक क्रिया-कलापों का पूर्ण व्योरा प्रस्तुत करते हैं । इसी के आधार पर जनता अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती है।

आज के समाचार-पत्र विविधतापूर्ण होते हैं । प्रचार-माध्यम के रूप में इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है। यदि कोई अपने विचार या रचना को देशव्यापी बनाना चाहता है, तो वह समाचार-पत्रों का सहारा लेता है । इससे उसकी बात देश-भर में फैल जाती है। व्यापार के फैलाव के लिए भी ये अत्यन्त उपयोग हैं। इनमें छपे विभिन्न विषयों के लेखों से हमारा ज्ञान-विस्तार होता है । इनसे हम नए विचारों पर चिन्तन करना, इन्हें अपनाना सीखते हैं।

समाचार-पत्र देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, अन्धविश्वास और रूढ़िवादिता जैसी बुराइयों को दूर करने में भी सहायक हो सकते हैं । ये अपनी आलोचनाओं से सामाजिक तथा राजनैतिक बुराईयों का पर्दाफाश कर सकते हैं । यह तभी सम्भव है, जब समाचार-पत्र स्वतंत्र तथा निष्पक्ष हों और अपने उत्तरदायित्वो को ईमानदारी से निभाते हों।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

विद्यार्थी जीवन

विद्यार्थी जीवन फूलों की सेज नहीं, काँटों का ताज है, किन्तु ये काँटे फूल बनाये जा सकते हैं । यह जीवन सरल नहीं है, किन्तु इसे सरल बनाया जा सकता है । इसके लिए दृढ़ निश्चय की, घोर परिश्रम की और पूर्ण शिक्षण की आवश्यकता है।

यह जीवन विद्यालय से प्रारम्भ होता है । विद्यालय वह स्थान है जहाँ जीवन की तैयारी की पहली शिक्षा मिलती है । यह मात्र पठन-पाठन का स्थान नहीं, प्रत्युत् जीवन-निर्माण, चरित्र-निर्माण की पवित्र भूमि है । जीवन का यह भाग विद्यार्थी जीवन कहलाता है ।

बच्चे का भविष्य उसके विद्यार्थी जीवन से जाना जा सकता है । यह भावी जीवन की तैयारी का काल है। मनुष्य इसी काल में विविध ज्ञान और अनेक गुणों की तैयारी करता है । इसी काल में उस जीवन-कक्ष का बीज-वपन होता है जो आगे चलकर फूलता-फलता है। हम इस काल में जैसा कर्त्तव्य करेंगे, भावी जीवन में वैसा ही फल मिलेगा। … विद्यार्थी जीवन निर्माण का काल है । इस निर्माण-काल में शिक्षा और उपदेश की, नियम और प्रतिबन्ध की एवं अनुशासन और संकल्प की आवश्यकता होती है । हमें इन गुणों को अपनाना पड़ता है । इनकी कमी से अनर्थ हो जाने की संभावना रहती है। हमें अपने शिक्षकों और अभिभावकों को नहीं भूलना है। इनके बताये मार्ग पर चलकर ही हम अपने में आत्मनिर्भरता, कर्तव्यपरायणता और अनुशासन आदि गुणों का विकास कर सकते हैं।

छात्र-जीवन का प्रधान कर्त्तव्य है पठन-पाठन । उसे चाहिए कि वह अध्ययन, अध्यवसाय और अनुशासन का मूल्य समझे । उसके लिए संयम नियम की नितान्त आवश्यकता है। इसी से जीवन प्रतिष्ठित हो सकता है। इसके अभाव में मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान का स्वप्न चूर हो जाता है । अंगेजी में एक कहावत है-“Student life is golden life” अर्थात् विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम जीवन होता है । इस जीवन की चमक सदा अक्षुण्ण रहे इसका ध्यान प्रत्येक विद्यार्थी को रहना चाहिए ।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

हमारे प्रिय शिक्षक

लाल बिहारी बाबू हमारे वर्ग शिक्षक हैं । वे पाठ को मानो घोल कर पिलाते हैं । क्या मजाल कि उनके पढ़ाते समय कोई तनिक आवाज भूल से भी करे।

जुल्म और जबरदस्ती लाल बिहारी बाबू को बर्दाश्त नहीं । बाबू राम नारायण सिंह का पुत्र भी हमारे ही विद्यालय में पढ़ता है । वे गाँव के बड़े ही प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं । विद्यालय के संचालकमंडल में भी दखल रखते हैं। एक बार उनके पुत्र ने ताव में आकर अपने साथ पढ़ने वाले हरिजन लड़के को बेवजह पीट दिया । लाल बिहारी बाबू इस अनाचार को भला कब बर्दाश्त कर सकते थे ? उतने क्रोध में पहली बार लाल बिहारी बाबू को मैंने देखा था, बेंत की छड़ी तडातड़ उस लड़के की पीठ पर पड़ रही थी । लाल बिहारी बाबू के मुँह से एक ही बात बार-बार निकल रही थी, “अरे बुद्ध ! तूम अपने सहपाठी को नीचा मानता है । तू नीच है” । वह लड़का जब घर पहुंचा तो उसके पिताजी ने सारी बात जान ली। पन्द्रह-बीस मिनट में ही लड़के को साथ लिये बाबू रामनारायण सिंह ने आते ही अपने लड़के को आज्ञा दी, “गुरुजी के पैर पकड़, शपथ ले कि आगे फिर ऐसी हरकत नहीं करेगा ! अपने साथी से अपने किए के लिए माफी माँग” | लाल बिहारी बाबू की आँखों से आँसू की धारा बह रही थी और वे हकलाते हुए कहते जा रहे थे-“खोट मुझमें है रामनारायण बाबू ! मैं लड़के को सच्ची शिक्षा नहीं दे सका कि आज आशीष देनेवाले हाथ में छड़ी उठानी पड़ गई।”

भला, ऐसे वर्ग-शिक्षक को कौन भुला सकता है ? आज सारा गाँव वस्तुतः उनके चरणों में नतमस्तक है।

बाढ़

जब नदियों का जल बढ़कर आस-पास के इलाके में फैल जाता है, तब कहा जाता है कि नदियों में बाढ़ आ गई है । अत्यधिक वर्षा और बर्फ के अधिक पिघलने से नदियों में पानी बढ़ जाता है । यह बढ़ा हुआ जल नदी के दोनों किनारों के ऊपर आ जाता है । तब पानी में आस-पास की जमीनें डूब जाती है । बाढ़ प्रायः बरसात के समय आती है । कभी-कभी किसी-किसी नदी में जोरों की बाढ़ आती है । इससे नदी के किनारे के गाँव डूब जाते हैं।

जल-शक्ति के सामने कोई भी टिक नहीं सकता है । किसी भी स्थान के लिए बाढ़ एक प्राकृतिक प्रकोप है।

बाढ़ आने से अत्यधिक हानियाँ होती हैं । अचानक बाढ़ से गाँव-के गाँव बह जाते हैं । बहुत से आदमी और पशु डूबकर मर जाते हैं । खेतों में लगी हुई फसलें बर्बाद हो जाती हैं । गाँवों में कच्चे घर गिर जाते हैं । बाढ़-वाले क्षेत्रों के लोग बेघर होकर ऊँचे स्थानों, सडकों और स्टेशनों में शरण लेते हैं। बड़े-बड़े वृक्ष बाढ़ की धारा में उखड़ कर बह जाते हैं। बाढ़ के समय नदियाँ अपनी धारा भी बदलती हैं । उपजाऊ जमीन पर बाढ़ के समय बालू जमा हो जाते हैं और जमीन ऊसर हो जाती है। बाढ़ जब उतर जाती है तो पानी नदी में चला जाता है। चारो ओर गंदगी फैली रहती है। पानी में घास-फूस आदि के सड़ने से बहुत-सी बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती हैं । खासकर पशुओं में बीमारी तेजी से फैलती है।

बाढ़ के जल में मिट्टी के चिकने और उपजाऊ कण रहते हैं। बाढ के समय ये कण हमारे खेतों में जमा हो जाते हैं । इससे हमारे खेतों की उर्वश शक्ति बढ़ जाती है । अगले वर्ष बहुत अच्छी फसल होती है । बाढ़ से गाँवों की सफाई भी हो जाती है ।

‘बाढ़ से हानियाँ भी ज्यादा हैं। इससे बचाव के लिए सरकार प्रयत्न कर रही है । बाढ़वाली नदियों के किनारे पर तटबन्ध बनाये जा रहे हैं । बाढ़ के जल के उपयोग की भी योजनाएं बनायी जा रही हैं । बाढ़ से ज्यादा नुकसान सुखाड़ से होती है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

वर्षा-ऋतु

भारतवर्ष के अन्दर छह ऋतुएँ होती है-1. वसन्त, 2. ग्रीष्म (गर्मी), 3. वर्षा, 4. शरद् (जाड़ा), 5. हेमन्त और 6. शिशिर । हम इन छहों ऋतुओं को तीन भागों में बाँट सकते हैं-गर्मी, वर्षा और जाड़ा । वर्षा ऋतु मुख्यतः आषाढ़ और सावन में आती है, लेकिन इसका प्रभाव आश्विन तक बना रहता है। वर्षा-ऋतु का आगमन ग्रीष्म (गर्मी) के बाद होता है ।

वर्षा ऋतु के आते ही आकाश में काले-काले बादल छा जाते हैं । बादल गरजने लगते हैं । भारी वर्षा प्रारम्भ हो जाती हैं । वर्षा के जल से धरती की जलती हुई छाती शीतल हो उठती है। जीव-जन्तुओं में खुशियाली छा जाती है । ग्रीष्म-ताप से झुलसे हुए पेड़-पौधे फिर से नये पत्तों से लदने लगते हैं। धीरे-धीरे धरती पर हरियाली छाने लगती है। वर्षा-ऋतु में दिन-रात वर्षा होती रहती है । बादलों की गरज और बिजली की कड़क गड़ा भयावनी होती है।

जल ही जीवन है । अत: वर्षा-ऋतु में धरती को नया जीवन मिलता है। चारों ओर हरियाली छा जाने से पृथ्वी का दृश्य देखने योग्य हो जाता है। नदी और ताल-तलैया जल से लबालब भर जाते हैं । किसानों के लिए यह बहुत खुशी का समय होता है । इसी समय धान और मकई की मुख्य फसलें बोई जाती है। रब्बी की फसल के लिए जमीन में तरी आती है। भारत की खेती वर्षा-ऋतु पर निर्भर है। – इस ऋतु से कुछ हानियाँ भी होती हैं । अधिक वर्षा के कारण नदियों में बाढ़ आ जाती है, जिससे गाँव बह जाते हैं । लगी हुई फसलें नष्ट हो जाती हैं । यातायात ठप हो जाता है । पशु-पक्षी अधिक वर्षा के कारण भींग-भीग कर मर जाते हैं । गड्ढे में पानी जम जाता है, जिससे बीमारियाँ पैदा होती हैं।

इतना होने पर भी वर्षा-ऋतु से लाभ ही अधिक है। खेती के लिए यह आवश्यक ऋतु है । वर्षा नहीं हो तो धरती वीरान और रेगिस्तान बन जाएगा।

वसन्त-ऋतु

भारत सौन्दर्यमयी प्रकृति की गोद में बसा हुआ सुषमा सम्पन्न देश है। इसे ‘प्रकृति का पालना’ भी कहा जाता है । यहाँ प्रकृति अपने रंग-बिरंगे मोहक रूपों में देखने को मिलती है । वर्ष की छह ऋतुएँ एक के बाद दूसरी क्रमसे आकर विविध रूपों में भारत-भूमि का श्रृंगार करती है । वसन्त ऋतुओं की इस माला का सबसे सुन्दर और चमकता हुआ मोती है । ऋतुराज वसन्त के आते ही उसकी मादकता हर स्थान पर छा जाती है और प्रकृति राजरानी की तरह सजने लगती है ।

ऋतुराज वसन्त के आगमन से ही शीत का भयंकर प्रकोप भाग जाता है । वसन्त का आगमन फागुन में होता है और वह चैत तक रहता है। वसन्त के आते ही पश्चिम-पवन वृक्ष के जीर्ण-शीर्ण पत्तों को गिराकर उन्हें स्वच्छ और निर्मल बना देता है । वृक्षों और लताओं के लहकते हुए नवकिसलय-दल दिखने लगते हैं । रंग-बिरंगे विविध पुष्यों की सुगन्ध दशों-दिशाओं में अपनी मादकता का संचार करने लगती है । जलवायु सम हो जाती है-न शीत की कठोरता और न ग्रीष्म का ताप । कोयल की कूक चारों ओर सुनाई पड़ने लगती है । शीत के ठिठुरे अंगों की शिथिलता मिट जाती है और उन अंगों में जीवन की नई स्फूर्ति उमड़ने लगती है । वसन्त के आगमन के साथ ही जैसे जीर्णता और पुरातनता का प्रभाव तिरोहित हो जाता है।

वसन्त में प्रकृति के कण-कण में नवजीवन का संचार हो जाता है । ऐसे में ही हँसी-खुशी के.साथ होली आती है और सबको झुमा डालती है। इसलिए होली को वसंतोत्सव भी कहा जाता है । इस समय खेतों में पकी हई फसलें लहराती रहती हैं । हर्ष में डूबे किसान अपनी फसलों को देखकर नाचने लगते हैं। ढोल की थाप ओर मैंजीरों की सकती ध्वनि से वातावरण गूंजने लगता है और ऐसा प्रतीत होता है मानों संसार में सुख-ही-सुख, आनन्द-ही-आनन्द है। वसन्त की इस मस्त कर देनेवाली माधुरी की प्रशंसा कवियों और लेखकों ने मुक्तकंठ से की है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

15 अगस्त (स्वाधीनता दिवस)

हमारे देश का सबसे महत्त्वपूर्ण और स्वर्णिम दिन है-15 अगस्त, 1947। इसी दिन हम सदियों की गुलामी की जंजीरें तोड़कर आजाद हुए । दुनिया के आजाद देशों के आकाश में एक नया सितारा जगमगा उठा-स्वाधीन भारत ।

15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय त्योहार है । इसी दिन, देश के भाग्य ने पलटा खाया, आजादी मिली । इसके लिए हमारे देश के लाखों लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाई । अपनी सारी जिंदगी या जवानी जेल के सीखचों के अन्दर गुजार दी। कितनी माताओं के लाल छिने, कितनी सुहागिनों के माँग धुले तब जाकर यह दिन आया । अमानवीय आत्याचारों से ऊबकर स्वतंत्रता-प्रेमी भारतीयों के हृदय में तीव्र आक्रोश पैदा हुआ और अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिली, सत्य और अहिंसा के अस्र के सामने अंग्रेजों की कठोरता प्रकम्पित हो उठी । 15 अगस्त, 1947 को शताब्दियों की खोई स्वतंत्रता भारत को पुनः प्राप्त हो गई । सारे देश में स्वतंत्रता की लहर दौड़ गई । लालकिले पर देश का अपना तिरगा झंडा लहराया । एक नये अध्याय की शुरुआत हुई।

लेकिन 15 अगस्त का दूसरा पहलू भी है । इसके एक दिन पूर्व मातृभूमि के दो टुकड़े हो गए । भारत का एक अंग कटकर पाकिस्तान बना । अखंड भारत का सपना बिखर गया । इस प्रकार एक ओर यह दिन हमारे लिए हर्ष’ का है तो दूसरी ओर विषाद का भी है। प्रतिवर्ष यह राष्ट्रीय पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है । विद्यालय के छात्र अपने इस ऐतिहासिक उत्सव को बड़े उल्लास और उत्साह के साथ मनाते हैं । उसी दिन राज्यों की राजधानियों में भी किसी सार्वजनिक स्थानों पर मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा झंडा फहराया जाता है । सभी सरकारी कार्यालयों में भी काफी सरगर्मी के साथ तिरंगा झंडा फहराया जाता है तथा लोग अपने-अपने घरों पर भी तिरंगा झंडा फहराते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है । प्रधानमंत्री लालकिले पर झंडा फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हैं । राज्यों की आकर्षक झाँकियाँ निकाली जाती हैं।

यद्यपि हमें आजादी मिल गई है तथापि देश की स्थिति दयनीय है, अशिक्षा है, भ्रष्टाचार है, भूख है, गरीबी है । इन्हें मिटना होगा, तभी हम सही अर्थ में स्वतंत्र देश के आदर्श नागरिक बन सकेंगे।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

हमारा देश : भारत

भारत हमारा प्यारा देश है । हम सभी भारत माता की संतान हैं । मनुष्य का जहाँ जन्म होता है, वहाँ वह पलता-बढ़ता है, वह मनुष्य की जन्मभूमि होती है। भारत हमारी जन्मभूमि है । यहीं की मिट्टी, हवा और पानी में हम पले हैं। हमारे लिए यह स्वर्ग से भी बढ़कर है । यह एक महान देश है और संसार का शिरोमणि है।

जब दुनिया के अन्य देशों के लोग असभ्यावस्था में जंगलों में घूमते थे, उस समय भारत में वेद की ऋचाएं गूंजती थीं । भारत भूमि अवतारों, ऋषियों, मुनियों एवं महात्माओं की तपोभूमि है । यहीं पर दयानन्द सरस्वती, स्वामी विवेकानन्द, रवीन्द्रनाथ टैगोर और महात्मा गाँधी जैसे महान आत्माओं ने भारत का मान विश्व में ऊँचा किया है। – इसके उत्तर में नेपाल-चीन ओर तिब्बत हैं। इसके दक्षिण में हिन्द महासागर है । इसके पूरब में बंगाल की खाड़ी और म्यांमार (बर्मा) हैं । भारत के पश्चिम में अरब सागर, पाकिस्तान और अफगानिस्तान हैं । उत्तर में संसार का सबसे ऊँचा पर्वत हिमालय भारत माता के सिर का जगमगाता मुकुट है।

प्राकृतिक दृष्टि से यह एक सम्पन्न देश है । यहाँ की नदियों में सालों भर मीठे जल का प्रवाह होते रहता है। गंगा और ब्रह्मपत्र के उत्तरी मैदान काफी उपजाऊ हैं । अनेक प्रकार के अन्न यहाँ उपजते हैं । यहाँ नदियों का जाल बिछा है । यहाँ की जलवायु मानसूनी और उत्तम है । भारत के पठारी भाग के गर्भ में खनिज-रत्नों का भंडार छिपा है । चारों ओर फैली वन-सम्पदा इसके ऐश्वर्य में चार चाँद लगाती है । भारत सदा शान्ति और अहिंसा का पुजारी रहा है । आज भी भारत अपने इस पुनीत संदेश को सारी दुनिया में फैला रहा है ।

भारत के लोग महान राष्ट्रप्रेमी हैं । इसकी मान-प्रतिष्ठा के लिए यहाँ के लोग सदा अपना बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं । हमारे अन्दर देश-प्रेम की भावना सदा भरी रहनी चाहिए । तभी देश सुरक्षित रहेगा ।

होली

ऋतुओं में वसन्त का, फूलों में गुलाब का और रसो में शृंगार का जो महत्त्व है, वही स्थान त्योहारों में होली का है । मात्र यही एक त्योहार है जिसमें वसन्त की सुषमा, गुलाब की खुशबू और श्रृंगार की मादकता का अपूर्व संयोग है। यह हँसी-खुशी का पर्व है । दिन-रात अपनी कर्म-संकुलता में उलझे मनुष्य को यह पर्व आनन्द और प्रसन्नता से भर देता है।

इस पर्व के पीछे भी एक पौराणिक कथा प्रचलित है। हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रहाद भगवान विष्णु का भक्त था । हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद को मरवाने “की हरचन्द कोशिश की, पर भगवान की कृपा से वह सदा बचता गया । प्रह्लाद की बुआ होलिका के पास वरदानयुक्त एक चादर थी, जिसे ओढ़कर कोई भी आदमी आग में नहीं जलता था । अन्त में हिरण्यकशिपु के कहने पर होलिका ” ने वही चादर ओढ़ ली और प्रह्लाद को लेकर आग में प्रवेश कर गई। भगवत्कृपा से उसी समय जोरों की हवा चली और होलिका की चादर प्रह्लाद के शरीर से लिपट गई । प्रहाद भगवान का नाम लेता हुआ चिता से बाहर आ गया और होलिका जल मरी । इसी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है।

यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है । रात्रि में होलिका दहन होता है और सुबह लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं । दोपहर के बाद स्नान के पश्चात् अबीर-गुलाल का कार्यक्रम प्रारंभ होता है। उस दिन हर चेहरा एक रंग में रंग जाता है । न कोई बड़ा होता है न छोटा, न कोई ऊँच होता है न नीच, न कोई धनी होता है न निर्धन । बच्चे, बूढ़े, जवान, स्त्री, पुरुष सभी एक ही रंग में रंगे हुए. एक ही मस्ती में मस्त । इस दिन हर गाँव का गली-कृचा ‘मोहन खेले होली हो’ की ध्वनि से गूंजने लगता है । हर स्थान पर मालपूआ और पकवान की सोधी गंध फैलने लगती है । ढोल और मँजीर की ध्वनि से आकाश गूंजने लगता है । सारा वैर-भाव भूलकर सभी एक-दूसरे को गले मिलते हैं। .. आज की भौतिकवादी दुनिया में होली की खुशियों की झोली बहुत कुछ खाली हो गयी है, फिर भी इसमें अन्य त्योहारों से अधिक खुशियाँ हैं । इस सामाजिक पर्व को भाइचारे और सहृदयता से ही मनाया जाना चाहिए ।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

दुर्गापूजा या विजयादशमी

दुर्गापुजा हिन्दुओं का सर्वप्रमुख पर्व है । इस पर्व को कहीं दशहरा, कहीं शारदीय नवरात्रपूजा और कहीं विजया दशमी भी कहा जाता है । इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के लोग बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। दुर्गापूजा शक्ति की उपासना है । यह अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है।

दुर्गापूजा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के विषय में कई तरह की धार्मिक कथाएँ प्रचलित हैं। कुछ लोग कहते हैं कि राम नं इसी दिन रावण का वध किया था । उसकी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है । कुछ लोगों के अनुसार महिपासुर नामक असुर महान शक्तिशाली एवं पराक्रमी था । उसने देवताओं को पराजित कर स्वर्ग पर अधिकार कर लिया था । स्वर्ग-च्युत भयातुर देवताओं ने भगवान विष्णु की स्तुति-आराधना की । ब्रह्मा, विष्णु, महेश-इन त्रिदेवों के शरीर से तथा सभी देवताओं के शरीर से थोड़ा-थोड़ा तेज निकला और सबके सम्मिलित तेज-पुंज से नारी रूप में आदिशक्ति माता दुर्गा प्रकट हुई । देवताओं ने अपने-अपने अस्त्र माता को प्रदान किए । माता हुंकार करती – हुई युद्ध के मैदान में पहुंची और प्रचंड बली महिषासुर का वध किया । उसी विजय के उपलक्ष्य में दुर्गापुजा का पर्व मनाया जाता है । कथाएँ जो भी सत्य हो, पर यह पूर्णतः सत्य है कि यह पर्व असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाता है।

दुर्गापूजा का पर्व दस दिन तक मनाया जाता है । आश्विन मास के शुक्लपक्ष के प्रारम्भ में ही कलश-स्थापन होता है और माता दुर्गा की पूजा प्रारम्भ हो जाती है । बड़ी निष्ठा, श्रद्धा-भक्ति, बड़े उल्लास और धूम-धाम से दुर्गापूजा की जाती है । दशमी को यज्ञ की समाप्ति के बाद विर्जन का काम होता है । इस अवसर पर कहीं-कहीं मेला लगता है तथा विभिन्न स्थानों पर संगीत-समारोह का भी आयोजन किया जाता है।

दुर्गापूजा के अवसर पर सभी शिक्षण-संस्थान और सरकारी कार्यालय बन्द कर दिये जाते हैं । सभी लोग मिल-जुलकर इस पर्व को मनाते हैं । इस पुनीत अवसर पर हम सबको अपनी संस्कृति से शील और शक्ति की सीख लेनी चाहिए । यह उत्सव मात्र प्रचण्ड शक्ति का ही प्रचार नहीं, बल्कि इसके सात्त्विक तेज का भी प्रेरक है । अतः सबको सात्विक भाव से ही माँ दुर्गा की पूजा करनी चाहिए । इस पूजा के चलते अगर धार्मिक द्वेष उत्पन्न होता है, तो निश्चित रूप से पूजा का मूल उद्देश्य नष्ट हो जाता है ।

मेरे प्रिय कवि : तुलसीदास

सूरदास, तुलसीदास, मीराबाई, नन्ददास आदि भक्त कवियों की काव्यकृतियों के रसास्वादन करने का सुअवसर हमें मिला । किन्तु महाकवि तुलसीदास की रचनाओं-रामचरितमानस, विनयपत्रिका, कवितावली में भक्ति-भावना के उद्रेक की जितनी क्षमता विद्यमान है, उतनी किसी कवि की रचनाओं में नहीं । उनकी रचनाओं में काव्य-सौष्ठव के दोनों पक्षों-भावपक्ष और कलापक्ष का अद्भुत , समन्वय हुआ है।

तुलसीदास ने विशृंखलित भारतीय संस्कृति को ठोस रूप प्रदान किया । तुलसीदास का आविर्भाव जिस काल में हुआ था, भारत में वह काल परस्पर विरोधी संस्कृतियों, साधनाओं, जातियों का सन्धिकाल था। देश की सामाजिक, राजनीतिक तथा धार्मिक स्थिति विशृंखलित हो रही थी । तुलसीदास ने समाज का सम्यक दिशा प्रदान की। उन्होंने अपने आराध्यदेव मर्यादा-पुरुषोत्तम राम के पावन चरित्र में शौर्य, विनयशीलता, पुरुषार्थ, करुणा तथा वात्सल्य भाव आदि मानवीय विभूतियों को संजोकर रख दिया है । राम के विमल चरित्र में ईश्वरीय एवं मानवीय गुण दोनों समवेत रूप से मुखरित हुए हैं।

यद्यपि महाकवि तुलसीदास के जन्म-स्थान, जन्म-तिथि, माता-पिता, शिक्षा-दीक्षा आदि के संबंध में विद्वानों में मतभेद है, फिर भी अधिकांश विद्वानों ने इनका जन्म संवत् 1589 के लगभग माना है तथा आत्माराम दूबे को इनका पिता और हुलसी को माता स्वीकारा है। गुरु नरहरिदास के चरणों में रहकर इनकी शिक्षा-दीक्षा हुई । इनका विवाह रत्नावली के साथ हुआ जिन्होंने इन्हें भगवद्-भक्ति की ओर प्रेरित किया !

तुलसीदास सचमुच आदर्शवादी भविष्यद्रष्टा थे । अपने आदर्श चरित्रों के आधार पर उन्होंने भारतवर्ष के भावी समाज की कल्पना की थी । प्रत्येक चरित्र-चित्रण में तुलसी ने मानव वृत्तियों को गंभीरता से देखा-परखा है। इसीलिए पाठक तुलसीदास द्वारा प्रतिपादित अनुभूतियों को उनके राग, वैराग्य, हास्य और रुदन को अपना ही राग-वैराग्य, हास्य और रुदन समझते हैं । यही कवि की सच्ची कला की महानता है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

प्रदूषण

प्रकृति के विभिन्न घटका में असंतुलन ‘प्रदूषण’ कहलाता है । पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व बना रहे : इसके लिए उसका प्रकृति के साथ समन्वय होना ही चाहिए । प्रदूषण के कारण वयजीव को संख्या में कमी, पारिस्थितिक असंतुलन, प्राकृतिक विपदाएँ, जनसंख्या वृद्धि आदि हैं। पर्यावरण के असंतुलन से ही प्रदूषण बढ़ता है। कारखाने की चिमनियों से निकलनेवाले धुएँ वातावरण को विषाक्त बना रहे हैं, उनके कूड़े-कचड़े तथा गंदी नालियों का बहाव नदियों की ओर किया जा रहा है । जंगलों की धड़ाधड़ कटाई हो रही है और खेतों में मनमाने ढंग से कीटाणुनाशक दवाइयाँ छिड़की जा रही है । इससे प्रदूषण की जटिल समस्याएँ उठ खड़ी हो गई हैं । इस समस्या ने मानव जाति के अस्तित्व के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया है।

प्रदूषण के अन्तर्गत वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण, और मिट्टी-प्रदूषण की चर्चा मुख्य रूप से होती है । भारत में भी प्रदूषण की मुख्य यही समस्याएँ हैं। जल, वायु, मिट्टी हमारे जीवन के लिए अत्यन्त उपयोगी तथा महत्त्वपूर्ण हैं। लेकिन मानव सभ्यता के विकास के साथ इन प्राकृतिक उपादानों की शुद्धता और निर्मलता भी घटती गई है ।

हमें अपने स्वास्थ्य तथा वायु, जल एवं मिट्टी के प्रदूषण की समस्याओं को नियंत्रित रखने के लिए जल्द ही किसी कारगर उपाय का पता लगाना आवश्यक है। वायुमंडल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम में तीव्रता लानी होगी। नदियों के जल-प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दूषित नालियों के प्रदूषित जल के बहाव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। मिट्टी के प्रदूषण को रोकने के लिए जहरीली खाद पर रोक लगानी होगी । यह कार्य सरकार तथा जनता दोनों के पारस्परिक सहयोग द्वारा ही संभव है। अतः प्रदूषण की समस्या के निराकरण के लिए जन-जागृति और जन-अभिरुचि पैदा करना आवश्यक है । इसीलिए प्रदूषण को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है ।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

विज्ञान के चमत्कार
अथवा, विज्ञान और हमारा जीवन

विज्ञान का अर्थ है-प्राकृतिक शक्तियों का विशेष ज्ञान । ज्ञान जब शृंखला की कड़ियों में गुँथ जाता है, तो विज्ञान की सृष्टि होती है । ज्ञान चेतना का विज्ञान है और विज्ञान शक्ति का ज्ञान है । ज्ञान परिचय है और विज्ञान शक्ति । ज्ञान चेतना है और विज्ञान उस चेतना के फल का भोग । ज्ञान जिज्ञासा की – तृप्ति है और विज्ञान उस तृप्ति का प्रयोजन । विज्ञान का धरातल प्रयोजन का है, भौतिक क्षेत्र में सुख-सुविधा और समृद्धि की उपलब्धि है । तात्पर्य यह कि “मनुष्य के अनुभव एवं अवलोकन से प्राप्त क्रमबद्ध एवं सुसंगठित ज्ञान को विज्ञान कहते हैं।”

विज्ञान के साथ नानव जीवन का घनिष्ठ सम्बन्ध है । विज्ञान के चामत्कारिक आविष्कारों के प्रभाव से सारा संसार घर-आँगन-सा प्रतीत होने लगा है । विज्ञान ने ‘समय’ और ‘दूरी’ पर अधिकार कर लिया है । आज विज्ञान द्वारा रेल, मोटर, ट्राम, जलयान, वायुयान, रॉकेट और अंतरिक्ष-यान बनाये जा चुके हैं जिनके द्वारा दो स्थानों के बीच की दूरी समाप्त हो गई है। इतना ही नहीं, विज्ञान ने हमें वायरलेस, टेलीफोन, रेडियो एवं टेलीविजन दिये हैं, जिनके द्वारा संसार भर का समाचार घर-बैठे प्राप्त कर सकते हैं। चलचित्र हमारे मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है । अणुवीक्षण यंत्र के द्वारा हम सूक्ष्मातिसूक्ष्म अदृश्य पदार्थों को भी देखने की सामर्थ्य प्राप्त कर चुके हैं।

तार, टेलीफोन, टैलीपिंटर, बेतार के तार, मुद्रण यंत्र, एक्स-रे आदि विज्ञान के अद्भुत चमत्कार हैं । विज्ञान के चलते ही आज दुनिया का कोई रोग असाध्य नहीं रह गया है । कम्प्यूटर का आविष्कार तो आधुनिक युग का सबसे अद्भुत आविष्कार है । यह मानव के लिए प्रायः सभी क्षेत्रों में सर्वाधिक उपयोगी है । विज्ञान ने बिजली के रूप में मनुष्य को एक महान शक्ति प्रदान की है । शक्ति के अन्य विभिन्न साधन भी विज्ञान की ही देन है । इस प्रकार शिक्षा का क्षेत्र हो या कृषि का या उद्योग का, मानव जीवन के लिए विज्ञान अत्यधिक उपयोगी है।

विज्ञान के उपर्युक्त सभी चमत्कारों को उनके व्यवहार ही निर्देशित करते हैं कि वे मानवता के लिए हितकर हैं या अहितकर । एक ओर विज्ञान ने अगर मनुष्यता के लिए सुख और सुविधाओं का अम्बार लगा दिया है, तो दूसरी ओर उसने मानवता को विनाश के रास्ते पर भी ला खड़ा किया है । विज्ञान ने अनेक भयंकर अस्त्र-शस्त्रों का आविष्कार कर मानवता को खतरे में डाल दिया है। अतः विज्ञान को ‘विज्ञान’ बनाने के लिए उसे जनहितकारी बनाया जाना चाहिए।

कम्प्यूटर और उसका महत्त्व

आधुनिकतम वैज्ञानिक आविष्कारों में कम्प्यूटर एक अद्भुत आविष्कार है । क्या रेडियो, क्या दूरदर्शन क्या चलचित्र–सर्वत्र कम्प्यूटर के सम्बन्ध में प्रचार का कार्य जारी है। कम्प्यूटर एक ऐसा उपयोगी यंत्र है जिससे मनोरंजन या मनबहलाव नहीं हो सकता है । इसलिए जनसाधारण उसकी ओर आकृष्ट नहीं होते और उसका प्रचार विभिन्न माध्यमों से किया जाता है । अतः यह स्पष्ट है कि कम्प्यूटर टंकण यन्त्र आदि की तरह एक कामयाब मशीन मात्र है और इसलिए इसका प्रचार केवल आवश्यकता के अनुरूप ही होता है । इस यंत्र से गणना सम्बन्धी बहुत बड़ा काम अत्यन्त आसानी से क्षणमात्र में हो सकता है ।

चूँकि मानव-मस्तिष्क द्वारा सम्पादित सभी काम कम्प्यूटर से सही-सही और अत्यन्त अल्प काल में हो जाते हैं, इसलिए आधुनिक काल में इसका प्रयोग सभी क्षेत्रों में हो रहा है। बड़े-बड़े व्यवसायों एवं तकनीकी संस्थाओं और प्रशासकीय कार्यालयों में इसके उपयोग से बहुत तरह के कार्य सम्पादित हो रहे हैं । बड़े-बड़े उत्पादनों का हिसाब-किताब लगाने तथा भावी उत्पादन संबंधी अनुमान की गणना करने में कम्प्यूटर से काम लिया जाता है । यही कारण है कि आजकल व्यवसाय, चिकित्सा, अंतरिक्ष कार्यक्रम, प्रतिरक्षा एवं अखबारी दुनिया में कम्प्यूटर सर्वाधिक उपयोगी सिद्ध हुआ है।

उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि कम्प्यूटर आधुनिक युग के लिए अत्यन्त आवश्यक है । व्यावसायिक, प्रशासनिक, चिकित्सा आदि सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर के प्रयोग से अप्रत्याशित लाभ उठाया जा सकता है । कम्प्यूटर की सहायता से सभी क्षेत्रों में विकास की गति में कई गुनी वृद्धि हुई है। मौसम संबंधी भविष्यवाणी में कम्प्यूटर की गणना बेजोड़ है । इस प्रकार सभी क्षेत्रों के विकास का सही आकलन करके मानव-मात्र का उपकार कर रहा है । आशा है, निकट भविष्य में यह मानव-कल्याण का अचूक साधन प्रमाणित होगा।

दहेज-प्रथा : एक अभिशाप

देहज-प्रथा भारतीय समाज की सबसे विषम कुरीति है । दहेज की रूढ़ि के चलते भारतीय समाज निराशा और कुण्ठा के अन्धकार में भटक रहा है। दहेज-प्रथा रूढ़िवादिता, शोपण एवं सामाजिक अन्धविश्वास का जीता-जागता उदाहरण है। यह विशाल सर्प की तरह पूरे समाज को अपनी कुण्डली में समेटे हुए है । इसने अच्छे-बुरे, ज्ञानी-अज्ञानी, शिक्षित-अशिक्षित सबों को एक सतह पर ला खड़ा किया है । पूरा समाज दहेज की दारुण ज्वाला से धधक रहा है।

आज इस कुप्रथा के चलते बहुत-से वर, योग्य वधू नहीं प्राप्त कर पाते । फलतः जीवन दु:खमय और नारकीय होता जा रहा है । यह कुप्रथा संक्रामक बीमारी की तरह घर-घर में फैलती चली जा रही है । हर कन्या का पिता इस कुप्रथा के चलते चिन्ता-ग्रस्त हैं । जैसे-जैसे कन्या की उम्र बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे परिवार निराशा के अन्धकार में डूबता चला जा रहा है । पिता अपना घर-द्वार, जमीन आदि बेचकर वर के अभिभावक की मांग पूरी करने में लगे हैं । वर-पक्ष की माँग सुरसा के मुँह की तरह बढ़ती ही चली जा रही है। इस राक्षसी प्रथा के बहुत-से दुष्परिणाम हुए हैं । विवाह मे दहेज की कमी के कारण अनेक कन्याओं की हत्या एवं आत्म-हत्या के समाचारों से अखबार के पन्ने भरे पड़े हैं। बहुत-सारी कन्याओं को इस प्रथा के राक्षस ने लील लिया है, बहुत-से घर इस कुप्रथा को भेंट चढ़ चुके हैं । क्या विडम्बना है, जो आज कन्या की शादी के लिए गली-गली भटक रहे हैं, वही कल लड़के की शादी के लिए अकड़ते और दहेज माँगते हैं । तलवा सहलाने वाला ही सिर पर चढ़ने लगता है।

हम सबको भारतमाता के सिर पर लगे इस दाग को धोना है। इसके लिए समाज के अविवाहित युवक-युवतियों को आगे बढ़कर आदर्श का परिचय देना है । हमारी सरकार भी इस राक्षसी प्रथा को समाप्त करने के लिए कृतसंकल्प है। दहेज लेना और देना दण्डनीय अपराध है । फिर भी यह कुप्रथा फल-फूल रही है, क्योंकि हम सभी इसका सामूहिक विरोध नहीं कर रहे हैं। जिस दिन हम सभी इसके विरुद्ध खड़े हो जायेंगे. उसी दिन यह कुप्रथा समाप्त हो जायेगी ।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

महात्मा गाँधी

“चल पड़े जिधर दो डंग मग में
चल पड़े कोटि पग उसी ओर,
पड़ गई जिधर भी एक दृष्टि
गड़ गये कोटि दृग उसी ओर ।” – सोहनलाल द्विवेदी

धन्य है वह देश जिसने एक-से-एक महापुरुषों को जन्म देकर अपनी मिट्टी का मान और गौरव बढ़ाया है ! इन महापुरुषों ने विश्व को नया प्रकाश और नयी प्रेरणा दी है। प्रातः स्मरणीय महात्मा गाँधी भी महापुरुषों की उसी पंक्ति में आते हैं, जिन्होंने अपने देश ही नहीं, वरन् विश्व-कल्याण को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया ।

महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गाँधी था । इनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई. में गुजरात राज्य के पोरबन्दर नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता करमचन्द गाँधी एक रियासत के दीवान थे और माता पुतली बाई एक महान् धार्मिक महिला थीं । इनकी शिक्षा का श्रीगणेश पोरबन्दर की पाठशाला से हुआ । बचपन में ही इनका विवाह कस्तूर वा नाम की बालिका से सम्पन्न करा दिया गया । मैट्रिक पास करने के बाद ये बैरिस्टरी पढ़ने लंदन गए ।

बैरिस्टर बनकर वे बम्बई हाईकोर्ट में वकालत करने लगे, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी । वे एक मुकदमे की पैरवी में दक्षिण अफ्रीका गये, जो इनके क्रान्तिकारी जीवन का श्रीगणेश था । वहाँ उन्होंने प्रवासी भारतीयों के पक्ष में अंग्रेजों का डटकर विरोध किया । दक्षिण अफ्रीका में सफलता एवं अनुभव प्राप्त करके भारत आये । भारत में क्रांति का श्रीगणेश बिहार राज्य के चम्पारण जिले में किया । धीरे-धीरे उनकी आवाज भारत-भर में गूंजने लगी । फिर तो आजादी की लड़ाई का बिगुल बज उठा असहयोग आन्दोलन, ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन एवं ‘करो या मरो’ के नारे ने अंग्रेजों के इस विशाल साम्राज्य की नींव हिला दी इस क्रम में गाँधीजी को कई बार जेल की यात्राएँ करनी पड़ी एवं असहनीय पीड़ाएँ भी झेलनी पड़ी, लेकिन सत्य और अहिसां का वह पुजारी सदा अपने पथ पर चट्टान की तरह अडिग रहा । 15 अगस्त, 1947 को भारत आजाद हो गया । एक हजार वर्षों के बाद भारतीय जनता ने आजादी की हवा में सौस ली । अब गाँधीजी भारत में राम-राज्य लाने के लिए प्रयत्न – करने लगे और भावी योजनाओं पर विचार-विमर्श करने लगे । 30 जनवरी, 1948 ई. संध्या की बेला थी । काल चुपके चुपके आ पहुँचा । प्रार्थना की पवित्र बेला में नाथूराम गोडसे की तीन गोलियाँ चली । गाँधीजी गिरे और ‘हे रामा’ कहते हुए स्वर्ग सिधार गये । इस खबर से भारत ही नहीं, समूचा विश्व शोकाकुल हो उठा । राम-राज्य का स्वप्न अधूरा रह गया !

ईद

हिन्दुओं के लिए जैसे होली, वैसे मुसलमानों के लिए ईद है । दोनों आनन्द के पर्व हैं । इस्लामी हिजरी सन् चन्द्रमास पर आधारित होता है । इसके बारह महीनों में एक महीना “रमजान” का होता है । यह बहुत पवित्र महीना माना जाता है । इस महीने में मुसलमान भाई रोजा रखते हैं, दिनभर रोजा रखने के बाद शाम को नमाज अदा करते हैं । फिर पूरा परिवार सामूहिक रूप से खाते-पीते हैं । इसे ही. रोजा रखना’ कहते हैं । रमज़ान के महीने में पांच बार नमाज अदा करना, रोजा रखना, खैरात देना और नेक कार्यों में लगना आवश्यक होता है।

तीस दिन विधिपूर्वक रोजा रखने के बाद, अगले महीने की पहली तारीख को यानी दूज का चाँद देखकर दूसरे दिन ‘ईद’ का त्योहार मनाया जाता है। चाँद के दर्शन करते ही लोग एक-दूसरे को मुबारकवाद देते हैं । ‘ईद’ को ‘ईद-उल-फितर’ भी कहा जाता है ।

ईद के दिन हर घर में सुबह से ही चहल-पहल रहती है । स्नानादि के बाद नए कपड़े पहनकर सभी बच्चे, बूढ़े, बड़े ईदगाह या किसी बड़े मैदान में जुटते हैं । एक के पीछे दूसरे लोग कतार में खड़े हो जाते हैं । पहले आनेवाला आगे की पंक्ति में होगा । यहाँ कोई मालिक या नौकर, कोई छोटा या बड़ा नहीं होता । खुदा के दरबार में सभी बराबर हैं । एक साथ झुकना – घुटने के बल बैठना, सिर नबाना बड़ी ही खूबसूरत अनुशासन का दृश्य उपस्थित करता है । गरीबों को उस दिन अपनी शक्ति के अनुसार दान देते हैं । उनमें सेवइयाँ और कपड़े बांटे जाते हैं।

ईद की नमाज खत्म होते ही बच्चे मिठाइयों और खिलौने की दुकानों पर टूट पट्ने हैं । बड़े-बूढ़े सभी एक-दूसरे के गले मिलते हैं । घर पर आनेवाले लोगों का स्वागत तरह-तरह के पकवानों से, जिसमें सेवई जरूर होती है, किया जाता है । जगह-जगह कव्वालियों और गजलों का जलसा रात देर तक चलता रहता है।

बड़े इंतजार के बाद हर साल ईद आती है और खुशियाँ लुटा जाती है। उसके पहले एक महीने तक का नियमित उपवास शरीर की भी शुद्धि करता है । ईद हमें बराबरी और खुशी का संदेशा देती है । वह हमें अनुशासित नियमित जीवन बिताने का पाठ पढ़ाती है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

भारतीय नारी की महत्ता

समर्पण की मूर्ति नारी भारत की नारी का नाम सुनते ही हमारे सामने प्रेम, करुणा, दया, त्याग और सेवा-समर्पण की मूर्ति अंकित हो जाती है। जयशंकर प्रसाद ने नारी के महत्त्व को यों प्रकट किया है।

नारी तुम केवल श्रद्धा हो,
विश्वास रजत नग पदतल में।
‘पीयूष स्रोत-सी बहा करो,
जीवन के सुंदर समतल में ॥

नारी के व्यक्तित्व में कोमलता और संदरता का संगम होता है । वह तर्क की जगह भावना से जीती है । इसलिए उसमें प्रेम, करुणा, त्याग आदि गुण अधिक होते हैं। इन्हीं की सहायता से वह अपने तथा अपने परिवार का जीवन सुखी बनाती है।

पश्चिमी नारी-उन्नत देशों की नारियों प्रगति की अंधी दौड़ में पुरुषों से मुकाबला करने लगी हैं। वे पुरुषों के समान व्यवसाय और धन-लिप्सा में संलग्न हैं। उन्हें अपने माधुर्य, ममत्व और वात्सल्य की कोई परवाह नहीं है। अनेक नारियाँ माता बनने का विचार ही मन में नहीं लाती। वे केवल अपने सुख, सौंदर्य और विलास में मग्न रहना चाहती हैं। भोग-विलास की यह जिंदगी भारतीय आदशों के विपरीत है।

भारतीय नारी-भारतवर्ष ने प्रारंभ से नारी के ममत्त्व को समझा है। इसलिए यहाँ नारियों की सदा पूजा होती रही है। प्रसिद्ध कथन है –

यह नार्यस्तु पूज्यन्ते तत्र रमन्ते देवता।

भारत की नारी प्राचीन काल में पुरुषों के समान ही स्वतंत्र थी। मध्यकाल में देश की स्थितियाँ बदलीं । आक्रमणकारियों के भय के कारण उसे घर की चारदीवारी में सीमित रहना पड़ा । सैकड़ों वर्षों तक घर-गृहस्थी रचाते-रचाते उसे अनुभव होने लगा कि उसका काम बर्तन-चौके तक ही है। परंतु वर्तमान युग में यह धारणा बदली। बदलते वातावरण में भारतीय नारी को समाज में खुलने का अवसर मिला। स्वतंत्रता आंदोलन में सरोजिनी नायडू, कमला नेहरू, सत्यवती जैसी महिलाओं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई । परिणामस्वरूप स्त्रियों में पढ़ने-लिखने और कुछ कर गजरने की आकांक्षा जाग्रत हुई।

वर्तमान नारी-भारत की वर्तमान नारी विकास के ऊँचे शिखर छू चुकी है। उसने शिक्षा के क्षेत्र में पुरुषों से बाजी मार ली है। कंप्यूटर के क्षेत्र में उसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है । नारी-सुलभ क्षेत्रों में उसका कोई मुकाबला नहीं है। चिकित्सा, शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में उसका योगदान अभूतपूर्व है । आज अनेक नारियाँ इंजीनियरिंग, वाणिज्य और तकनीकी जैसे क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त कर रही हैं। पुलिस, विमान-चालन जैसे पुरुषोचित क्षेत्र भी अब उससे ‘अछूते नहीं रहे हैं।

दोहरी भूमिका वास्तव में आज नारी की भूमिका दोहरी हो गई है। उसे घर और बाहर दो-दो मोर्चों पर काम संभालना पड़ रहा है। घर की सारी जिम्मेदारियाँ और ऑफिस का कार्य-इन दोनों में वह जबरदस्त संतुलन बनाए हुए है। उसे पग-पग पर पुरुष-समाज की ईर्ष्या, घृणा, हिंसा और वासना से भी लड़ना पड़ता है। सचमुच उसकी अदम्य शक्ति ने उसे इतना महान बना दिया है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

आतंकवाद

भारत में आतंकवाद-भारत मूलतः शांतिप्रिय देश है। इसलिए यहाँ की धरती ने बुद्ध, महावीर, गाँधी जैसे अहिंसक नेता पैदा किए हैं। आतंकवाद की प्रवृत्ति यहाँ का जमीन से मेल नहीं खाती । परंतु दुर्भाग्य से पिछले दो दशकों से भारतवर्ष आतंकवाद की लपेट में आता जा रहा है। सन 1967 में बंगाल में नक्सलवाद का उदय हुआ।

सन 1981 से 1991 तक भारत का पंजाब प्रांत आतंकवाद की काली छाया से घिरा रहा । तत्कालीन भ्रष्ट राजनीति और पाकिस्तान की साजिश के कारण फैला सिख-आतंकवाद हजारों निरपराधों की जान लेकर रहा।

काश्मीर में आतंकवाद-पाकिस्तान जब पंजाब में हिंदू-सिख को लड़ाने में सफल न हो पाया तो उसने काश्मीर में अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी। पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादियों की योजनाबद्ध घुसपैठ हुई। नौजवान युवकों को जबरदस्ती आतंक के रास्ते पर डालने के लिए घृणित हथकंडे अपनाए गए । जान-बूझकर काश्मीर में भारत-विरोधी वातावरण का निर्माण किया गया। वहाँ के अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ दिल दहलाने वाले भयंकर अत्याचार किए गए, ताकि वे काश्मीर छोड़कर अन्यत्र जा बसें और काश्मीर पर पाकिस्तान का कब्जा हो सके।

काश्मीर का आतंकवाद आज कैंसर का रूप धारण कर चुका है। पाकिस्तानी आतंकवादी कभी मुंबई में तो कभी कोलकाता में बम विस्फोट करते हैं, कभी गुजरात के अक्षरधाम में तो कभी काश्मीर की मस्जिद में खून-खराबा करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद—आज आतंकवाद राष्ट्र की सीमाओं को पार करके पूरे विश्व में अपना जाल ला चुका है। ओसामा बिन लादेन ने अफगानिस्तान की भूमि पर रहकर अमेरिका के ट्विन टावरों को पल भर में भूमिसात कर दिया।

आतंकवाद फैलने के कारण आज विश्व में जो आतंकवाद फैल रहा है, उसका प्रमुख कारण है-धार्मिक कट्टरता । ओसामा बिन लादेन, तालिबान, लश्करे-तोएबा, सीरिया, पाकिस्तान, फिलीस्तिीन-सबके पीछे सांप्रदायिक शक्तियाँ काम कर रही हैं। आज आतंकवादी आधनिक तकनीक का भरपुर प्रयोग करते हैं। उनके पास विध्वंस की ढेरों सामग्री है।

भारत में आतंकवाद फैलने का एक अन्य कारण है-क्षेत्रवाद और राजनीतिक स्वार्थ । वोट के भूखे राजनेता जानबूझकर आतंकवाद को प्रश्रय देते हैं।

समाधान – आतंकवाद की समस्या मनुष्यों की बनाई हुई है, इसलिए आसानी से सुलझाई जा सकती है । जिस दिन अमेरिका की तरह पूरा विश्व दृढ़ संकल्प कर लेगा और आतंकवाद को जीने-मरने का प्रश्न बना लेगा, उस दिन यह धरती आतंक से रहित हो जाएगी।

बेरोजगारी : समस्या और समाधान

भूमिका आज भारत के सामने अनेक समस्याएँ चट्टान बनकर प्रगति का रास्ता रोके खड़ी हैं। उनमें से एक प्रमुख समस्या है-बेरोजगारी । महात्मा गाँधी ने इसे ‘समस्याओं की समस्या’ कहा था।

अर्थ बेरोजगारी का अर्थ है-योग्यता के अनुसार काम का न होना । भारत में मुख्यतया तीन प्रकार के बेरोजगार हैं । एक वे, जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। वे पूरी तरह खाली हैं। दूसरे, जिनके पार्स कुछ समय काम होता है, परंतु मौसम या काम का समय समाप्त होते ही वे बेकार हो जाते हैं। ये आशिक बेरोजगार कहलाते हैं। तीसरे वे, जिन्हें योग्यता के अनुसार काम नहीं मिला।

कारण बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण है-जनसंख्या-विस्फोट । इस देश में रोजगार देने की जितनी योजनाएँ बनती हैं, वे सब अत्यधिक जनसंख्या बढ़ने के कारण बेकार हो जाती हैं। एक अनार सौ बीमार वाली कहावत यहाँ पूरी तरह चरितार्थ होती है। बेरोजगारी का दूसरा कारण है-युवकों में बाबूगिरी की होड़ । नवयुवक हाथ का काम करने में अपना अपमान समझते हैं। विशेषकर पढ़े-लिखे युवक दफ्तरी जिंदगी पसंद करते हैं। इस कारण वे रोजगार-कार्यालय को धूल फांकते रहते हैं।

‘बेकारी का तीसरा बड़ा कारण है-दूषित शिक्षा-प्रणाली । हमारी शिक्षा-प्रणाली नित नए बेरोजगार पैदा करती जा रही है। व्यावसायिक प्रशिक्षण का हमारी शिक्षा में अभाव है । चौथा कारण है-गलत योजनाएँ । सरकार को चाहिए कि वह लघु उद्योगों को प्रोत्साहन दे। मशीनीकरण को उस सीमा तक बढ़ाया जाना चाहिए जिससे कि रोजगार के अवसर कम न हों। इसीलिए गाँधी जी ने मशीनों का विरोध किया था, क्योंकि एक मशीन कई कारीगरों के हाथों को बेकार बना डालती है।

दुष्परिणाम बेरोजगारी के दुष्परिणाम अतीव भयंकर हैं । खाली दिमाग शैतान का घर । बेरोजगार युवक कुछ भी गलत-शलत करने पर उतारू हो जाते हैं । वही शांति को भंग करने में सबसे आगे होते हैं। शिक्षा का माहौल भी वही बिगाड़ते हैं जिन्हें अपना भविष्य अंधकारमय लगता है।

समाधान–बेकारी का समाधान तभी हो सकता है, जब जनसंख्या पर रोक लगाई जाए। युवक हाथ का काम करें। सरकार लघु उद्योगों को • प्रोत्साहन दे । शिक्षा व्यवसाय से जुड़े तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर जुटाए जाएँ।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

समय अमूल्य धन है

समय जीवन है-फ्रैंकलिन का कथन है-‘तुम्हें अपने जीवन से प्रेम है, तो समय को व्यर्थ मत गँवाओं क्योंकि जीवन इसी से बना है।’ समय को नष्ट करना जीवन को नष्ट करना है । समय ही तो जीवन है । ईश्वर एक बार एक ही क्षण देता है और दूसरा क्षण देने से पहले उसको छीन लेता है।

समय का सदुपयोग आवश्यक समय के सदुपयोग का अर्थ है-उचित अवसर पर उचित कार्य पूरा कर लेना । जो लोग आज का काम पर और कल का काम परसों पर टालते रहते हैं, वे एक प्रकार से अपने लिए जंजाल खड़ा करते चले जाते हैं। मरण को टालते-टालते एक दिन सचमुच मरण आ ही जाता है । जो व्यक्ति उपयुक्त समय पर कार्य नहीं करता, वह समय को नष्ट करता है । एक दिन ऐसा आता है, जबकि समय उसको नष्ट कर देता है। जो छात्र पढ़ने के समय नहीं पढ़ते, वे परिणाम आने पर रोते हैं।

समय की अगवानी आवश्यक समय रुकता नहीं है। जिसे उसका उपयोग उठाना है, उसे तैयार होकर उसके आने की अग्रिम प्रतीक्षा करनी चाहिए । जो समय के निकल जाने पर उसके पीछे दौड़ते हैं, वे जिंदगी में सदा घिसटते-पिटते रहते हैं। समय सम्मान माँगता है। इसलिए कबीर ने कहा है –

काल करै सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलय होयगा, बहुरि करेगा कब ।।

उचित समय पर उचित कार्य-जो जाति समय का सम्मान करना जानती है, वह अपनी शक्ति को कई गुना बढ़ा लेती है । यदि सभी गाड़ियाँ अपने निश्चित समय से चलने लगें तो देश में कितनी कार्यकुशलता बढ़ जाएगी। यदि कार्यालय के कार्य ठीक समय पर संपन्न हो जाएँ, कर्मचारी समय के पाबंद हों तो सब कार्य सुविधा से हो सकेंगे। यदि रोगी को ठीक समय पर दवाई न मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है। अतः हमें समय – की गंभीरता को समझना चाहिए।

अच्छा स्वास्थ्य महा वरदान

स्वस्थ शरीर-एक वरदान-सृष्टि ने मानव को जो सर्वश्रेष्ठ वरदान दिए हैं उनमें से एक महत्त्वपूर्ण वरदान है-स्वस्थ शरीर । स्वस्थ शरीर से ही जिंदगी की सही शुरूआत होती है। जीवन के सभी सुख, सभी आनंद स्वस्थ होने पर ही याद आते हैं।

अच्छे स्वास्थ्य का अर्थ-अच्छे स्वास्थ्य का अर्थ है-शरीर के सभी अंगों का नीरोग और विकारहीन होना । कुछ लोग शरीर के मोटेपन, सुराउन, आकर्षक चेहरे आदि को स्वास्थ्य मान लेते हैं। लेकिन यह भ्रामक धारणा है । मोटापन स्वास्थ्य नहीं, रोग है। शरीर का गठीलापन भी अच्छे स्वास्थ्य का अनिवार्य चिह्न नहीं है । इसी भाँति शरीर के दुबलेपन को कई लोग रोग मान लेते हैं। लेकिन यह अनिवार्य नहीं है । प्रायः दुबले लोग अधिक स्वस्थ रहते हैं । स्वस्थता का असली चिह्न यह है कि शरीर में कोई रोग न हो।

स्वास्थ्य वरदान क्यों-अच्छा स्वास्थ्य महा वरदान इसलिए है क्योंकि संसार के सभी सुख स्वस्थ होने पर ही भोगे जा सकते हैं । यदि किसी करोड़पति के पास स्वस्थ शरीर न हो तो वह करोड़ों की संपत्ति का क्या करेगा? धनपति के पास मजबूत टाँगें न हों तो वह जगह-जगह घूमने का आनंद कैसे लेगा? उसका पेट ही खराब हो तो स्वादिष्ट व्यंजनों का रस कैसे ग्नेगा? शरीर जर्जर होने पर करोड़ों रुपये मिलकर भी उसकी कामनाएं पूरी नहीं कर सकते । भला पोलियो से ग्रस्त बच्चा खेलों की उस विद्युत-गति का – आनंद कैसे ले सकेगा, जिसे स्वस्थ लेकिन गरीब बच्चा भी अनुभव कर सकता है? सच तो यह है कि स्वास्थ्य के बिना मनुष्य बहुत निर्धन है। इसीलिए किसी ने कहा है-‘स्वास्थ्य धन है।’ यह उक्ति भी उतनी सही नहीं है जितनी कि यह उक्ति-‘जान है तो जहान है।’ यदि स्वास्थ्य नहीं तो न जिंदगी है, न संसार है।

स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा का निवास संभव-स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन और स्वस्थ आत्मा का निवास संभव है । स्वामी विवेकानंद का कथन है

‘शारीरिक दुर्बलता ही हमारे दुखों के कम-से-कम एक तृतीयांश का कारण है। सर्वप्रथम हमारे नवयुवकों को बलवान बनाना चाहिए। धर्म पीछे आ जाएगा।

रोगी काया तो न किसी प्रकार का मानसिक आनंद ले पाती है और नप्रभु में ध्यान लगा सकती है। रोगी का ध्यान सदा अपने रोग में अटका रहता है। इसलिए यह बात सच है कि ‘नीरोग शरीर परमात्मा द्वारा मिला हुआ सर्वश्रेष्ठ वरदान है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

चरित्र-बल

चरित्र का अर्थ और महत्त्व-चरित्र’ का अर्थ है-‘चाल-चलन’ या व्यक्तित्व के गुण । यद्यपि चरित्र बुरा भी हो सकता है और श्रेष्ठ भी, परंतु समाज में प्रायः अच्छे चरित्र को ही चरित्रवान कहते हैं। अत: ‘चरित्र’ शब्द स्वतंत्र रूप में अच्छे चरित्र के लिए प्रयुक्त होता है। चरित्रवान का अर्थ है-ईमानदार, सन्ना, दयावान, करुणावान, कर्मठ, सात्विक, शुद्ध और कपटहीन व्यक्ति ।

चरित्र-बल-सच्चरित्रता में अपार बल होता है। जिस व्यक्ति में प्रेम, मानवता, दया, करुणा, विनय आदि गुण समा जाते हैं, वह शक्ति का भंडार बन जाता है। उसमें से ज्योति की किरणें फूटने लगती हैं। जैसे सूर्य का तेज समस्त दिशाओं को आलोकित कर देता है, उसे प्रकार चरित्र-बल जीवन के सभी क्षेत्रों को शक्ति, उत्साह और प्रकाश से भर देता है । कारण स्पष्ट है । ईमानदारी, सच्चाई, निष्कपटता, मानवता आदि गुण स्वयं में बहुत शक्तिवान हैं। यदि ये सभी शक्ति के कण किसी एक व्यक्ति के व्यक्तित्व में पूजीभूत हो जाएँ तो फिर महाशक्ति का विस्फोट हो सकता है।

उदाहरण-महात्मा गाँधी के व्यक्तित्व का लें । उन्होंने जिस महानता को अर्जित किया, उसके पीछे उनके चारित्रिक गुण ही थे। असत्य का विरोध, अहिंसा, अन्याय का सविनय बहिष्कार, सच्चाई, मानवता आदि गुणों के कारण ही उन्होंने पूरे देश में अपने व्यक्तित्व की छाप अंकित की। इसी चरित्र-बल के कारण ही विश्वविजयी अंग्रेज सरकार उनसे डरती थी । उन्होंने अपने चरित्र-बल से केवल स्वयं को ही नहीं, अपितु पूरे भारत को आंदोलित कर दिया।

चरित्र-बल का प्रभाव अत्यंत तीव्रता से होता है । किसी चरित्रवान व्यक्ति के सामने खड़े होकर हमारी कमजोरियाँ नष्ट होने लगती हैं। जब पत्थर की देव-मूर्ति के सामने ही हम कोई पाप नहीं कर पाते, तो जीवित देवताओं के सामने भला कैसे कोई पाप कर सकते हैं ? यही कारण है कि चरित्र-संपन्न लोगों के सामने व्यसनी लोग इस तरह झुक जाते हैं जैसे सूरज के निकलने पर अंधेरा हार मान लेता है । इतिहास प्रमाण है कि भगवान बुद्ध के सामने डाकू अंगुलिमाल ने घुटने टेक दिए थे, क्रांतिकारी जयप्रकाश नारायण के सामने अंसख्य डाकुओं ने हथियार डाल दिए थे । इन सबसे यही प्रमाणित होता है कि चरित्र-बल में अपार शक्ति है।

Bihar Board Class 7 Hindi रचना निबंध लेखन

परोपकार

परोपकार का अर्थ – परोपकार दो शब्दों के मेल से बना है-पर + उपकार । इसका अर्थ है-दूसरों की भलाई करना । गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है ‘परहित सरिस धर्म नहिं भाई।’ अर्थात परोपकार सबसे बड़ा धर्म है । मैथिलीशरण गुप्त जी भी यही कहते हैं

मनुष्य है वही कि जो मनुष्य के लिए मरे,
यह पशु प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे।

परोपकार का महत्त्व–परोपकार एक सामाजिक भावना है। इसी के सहारे हमारा सामाजिक जीवन सुखी और सुरक्षित रहता है। परोपकार की भावना से ही हम अपने मित्रों, साथियों, परिचितों और अपरिचितों को निष्काम सहायता करते हैं।

प्रकृति हमें परोपकार की शिक्षा देती है। सूर्य हमें प्रकाश देता है, चंद्रमा अपनी चाँदनी छिटकाकर शीतलता प्रदान करता है, वायु निरंतर गति से बहती हुई हमें जीवन देती है तथा वर्षा का जल धरती को हरा-भरा बनाकर हमारी खेती को लहलहा देता है । प्रकृति से परोपकार की शिक्षा ग्रहण कर हमें भी परांपकार की भावना को अपनाना चाहिए।

परोपकार से प्राप्त अलौकिक सुख -परोपकार करने से आत्मा को सच्चे आनंद की प्राप्ति होती है । दूसरे का कल्याण करने से परोपकारी की आत्मा विस्तृत हो जाती है उसे अलौकिक आनंद मिलता है। उसके आनंद की तुलना भौतिक सुखों से नहीं की जा सकी । ईसा मसीह ने एक बार अपने शिष्यों को कहा था-‘स्वार्थी बाहरी रूप से भले ही सुखी दिखाई पड़ता है, परंतु उसका मन दुखी और चिंतित रहता है । सच्चा आनंद तो परोपकारियों को प्राप्त होता है।

परोपकार के विविध रूप और उदाहरण भारत अपनी परोपकारी परंपरा के लिए जगत-प्रसिद्ध रहा है। भगवान शंकर ने समुद्र-मंथन में मिले विष का पान करके धरती के कष्ट को स्वयं उठा लिया था । महर्षि दधीचि ने राक्षसों के नाश के लिए अपने शरीर की हड्डियाँ तक दान कर दी थीं। आधुनिक काल में दयानंद, तिलक, गाँधी, सुभाष आदि के उदाहरण हमें लोकहित की प्रेरणा देते हैं।

परोपकार में ही जीवन की सार्थकता-परोपकार मनुष्य-जीवन को सार्थक बनाता है । आज तक जितने भी मनुष्य महापुरुष कहलाने योग्य हुए हैं, जिनके चित्र हम अपने घरों पर लगाते हैं, या जिनकी हम पूजा करते हैं, वे सब परोपकारी थे। उनकी इसी परोपकार भावना ने उन्हें ऊँचा बनाया, महान बनाया।

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 1.
लोकतन्त्र के बारे में इनमें से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) लोकतन्त्र में लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता होती है।
(b) लोकतन्त्र में लोगों को संगठन बनाने का अधिकार होता है।
(c) लोकतांत्रिक देशों में लोगों को विरोध करने की आजादी नहीं होती
(d) लोकतन्त्र में चुने हुए नेताओं को ही देश पर शासन का अधिकार होता है।
उत्तर-
(c) लोकतांत्रिक देशों में लोगों को विरोध करने की आजादी नहीं होती

प्रश्न 2.
इनमें से किससे लोकतन्त्र के विस्तार में मदद मिलती है?
(a) विदेशी लोकतांत्रिक शासन का आक्रमण
(b) सैनिक तख्ता-पलट
(c) प्रेस पर प्रतिबन्ध
(d) लोगों का संघर्ष
उत्तर-
(d) लोगों का संघर्ष

प्रश्न 3.
नेपाल के उग्र राजनीतिक दल को कहा जाता है:
(a) माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी
(b) नक्सलवादी
(c) साम्यवादी
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 4.
चिली में पिनोशे का सैनिक शासन कब समाप्त हुआ?
(a) 1968 में
(b) 1989 में
(c) 1988 में
(d) 1998 में
उत्तर-
(c) 1988 में

प्रश्न 5.
लोकतन्त्र के विस्तार का वर्तमान चरण प्रारंभ होता है:
(a) 1976
(b) 1980
(c) 1992
(d) 2000
उत्तर-
(b) 1980

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 6.
वर्तमान समय में किस शासन व्यवस्था को विश्व में सबसे लोकप्रिय एवं सर्वोत्तम माना जाता है?
(a) सैनिकतंत्र
(b) लोकतन्त्र
(c) राजतन्त्र
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) लोकतन्त्र

प्रश्न 7.
सोलिडेरिटी वर्ग का संगठन है:
(a) व्यावसायिक
(b) पूँजीपति
(c) राजनीतिक
(d) मजदूर वर्ग
उत्तर-
(d) मजदूर वर्ग

प्रश्न 8.
पोलैंड में ‘सोलिडेरिटी’ में सीनेट के सभी 100 सीटों के लिए चुनाव लड़ा। इस चुनाव में ‘सोलिडेरिटी’ को कितने सीटों पर सफलता मिली?
(a) 55
(b) 69
(c) 77
(d) 99
उत्तर-
(d) 99

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 9.
जारूजेल्स्की का शासन निम्नलिखित में से किस देश पर था?
(a) भारत
(b) म्यांमार
(c) पोलैंड
(d) सोवियत संघ
उत्तर-
(c) पोलैंड

प्रश्न 10.
इनमें से कौन-सा कथन सही है?
(a) प्राचीन भारत में लोकतन्त्र के प्रमाण नहीं मिलते हैं।
(b) ब्रिटेन में 1688 ई की गौरवपूर्ण क्रान्ति के बाद लोकतन्त्र कमजोर हुआ।
(c) फ्रांस में 1789 ई. की क्रान्ति ने लोकतांत्रिक शासन की नींव डाली।
(d) पाकिस्तान एवं नेपाल में लोकतांत्रिक शासन को कभी चुनौती नहीं दी गई।
उत्तर-
(c) फ्रांस में 1789 ई. की क्रान्ति ने लोकतांत्रिक शासन की नींव डाली।

प्रश्न 11.
चिली में लोकतन्त्र की वापसी किस प्रकार हुई?
(a) सैनिक तानाशाही का अंत करके
(b) ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का अंत करके
(c) एक दल के शासन का अंत करके
(d) नरेश द्वारा अपने अधिकारों का त्याग करके
उत्तर-
(a) सैनिक तानाशाही का अंत करके

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 12.
पाकिस्तान में जनरल मुशर्रफ ने किस वर्ष सत्ता पलट द्वारा सैनिक शासन स्थापित किया था?
(a) 1995 में
(b) 1996 में
(c) 1999 में
(d) 2001 में
उत्तर-
(c) 1999 में

प्रश्न 13.
नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र ने कब निर्वाचित सरकार को पदच्यूत कर दिया था?
(a) 2005 में
(b) 2003 में
(c) 2007 में
(d) 2008 में
उत्तर-
(a) 2005 में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 14.
नेपाल में संविधान सभा के चुनाव कब संपन्न हुए?
(a) 2006 में
(b) 2005 में
(c) 2008 में
(d) 2009 में
उत्तर-
(c) 2008 में

प्रश्न 15.
डॉ. रामवरन यादव किस देश राष्ट्रपति हैं?
(a) श्रीलंका
(b) मालदीव
(c) भूटान
(d) नेपाल
उत्तर-
(d) नेपाल

प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से कहाँ प्राचीन समय में लोकतन्त्र का उदाहरण नहीं मिलता है?
(a) कपिलवस्तु का शाक्य
(b) अलकम्प का बुलि
(c) कुशीनारा का मल्ल
(d) मगध का पाटलिपुत्र
उत्तर-
(d) मगध का पाटलिपुत्र

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 17.
नेपाल में लोकतन्त्र की वापसी कब हुई?
(a) 2002 में
(b) 2003 में
(c) 2006 में
(d) 2008 में
उत्तर-
(c) 2006 में

प्रश्न 18.
‘लेक वालेशा’ के संबंध में निम्नलिखित में से कौन कथन सही नहीं
(a) यह साम्यवादी सरकार के नेता थे
(b) हड़तालियों का नेतृत्व किया
(c) यह एक इलेक्ट्रीशियन थे ।
(d) 1989 के निर्वाचन में राष्ट्रपति बने
उत्तर
(a) यह साम्यवादी सरकार के नेता थे

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 19.
अमेरिका द्वारा सार्वभौम वयस्क मताधिकार किस वर्ष अपनाया गया?
(a) 1928
(b) 1945
(c) 1965
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) 1965

प्रश्न 20.
चिली में सैनिकों द्वारा किस वर्ष सल्नाडोर आयेंद के शासन का तख्ता पलट कर दिया गया था?
(a) 1973
(b) 1988
(c) 1975
(d) 1990
उत्तर-
(a) 1973

प्रश्न 21.
पोलैंड में जनतन्त्र की स्थापना से पहले कौन-सी स्थिति नहीं थी?
(a) व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार
(b) सरकार का समस्त उद्योगों पर नियन्त्रण
(c) एक दलीय व्यवस्था
(d) जनता को अपनी सरकार को चुनने की स्वतंत्रता
उत्तर-
(d) जनता को अपनी सरकार को चुनने की स्वतंत्रता

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 22.
किसने कहा था कि “जब देशद्रोह करनेवाली ताकतें अपनी सत्ता पूरी तरह कायम कर लेंगी तब भी चीली के लोग उस अंधियारे की दौर से पार पा लेंगे।”
(a) सत्नाडोर आयेंद
(b) अल्बर्टो वैशेले
(c) ऑगस्तो पिनाशे
(d) मिशेल बैशेल
उत्तर-
(a) सत्नाडोर आयेंद

प्रश्न 23.
अगस्तो पिनाशे द्वारा शासन सत्ता पर अधिकार जमाना उदाहरण है:
(a) साम्यवादी शासन का
(b) सैनिक तख्ता पलट का
(c) लोकतन्त्र का
(d) उपरोक्त मे से कोई नहीं
उत्तर-
(b) सैनिक तख्ता पलट का

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 24.
लोकतन्त्र के बारे में इनमें कौन-सा कथन सही है?
(a) लोकतन्त्र का विकास रूक-रूककर हुआ
(b) लोकतन्त्र का क्रमिक विकास हुआ
(c) लोकतन्त्र का विकास कभी रूक-रूककर एवं कभी क्रमिक हुआ
(d) लोकतन्त्र का विकास कभी नहीं हुआ
उत्तर-
(b) लोकतन्त्र का क्रमिक विकास हुआ

प्रश्न 25.
लोकतन्त्र का अंग्रेजी रूपांतर डेमोक्रेसी (Democracy) शब्द निम्नलिखित में से किस भाषा से लिया गया है?
(a) फ्रेंच
(b) लैटिन
(c) ग्रीक
(d) इटालियन
उत्तर-
(c) ग्रीक

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 26.
आंग-सान-सू-की का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से है?
(a) चीन
(b) भारत
(c) नेपाल
(d) म्यांमार
उत्तर-
(d) म्यांमार

प्रश्न 27.
स्वतन्त्रता, समानता और भातृत्व नामक लोकतन्त्र के तत्व किस क्रान्ति के द्वारा स्थापित हुए?
(a) गौरवपूर्ण क्रान्ति
(b) फ्रांसीसी क्रान्ति
(c) अमेरिकी क्रान्ति
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) फ्रांसीसी क्रान्ति

प्रश्न 28.
लोकतन्त्र में निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार लोगों को प्राप्त नहीं होता है?
(a) हड़ताल करने का
(b) संघ अथवा संगठन बनाने का
(c) विचार अभिव्यक्ति का
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 29.
सुरक्षा परिषद् के सदस्यों की संख्या कितनी है? ..
(a) पाँच
(b) दस
(c) पन्द्रह
(d) बीस
उत्तर-
(c) पन्द्रह

प्रश्न 30.
निम्नलिखित राज्यों में से किस राज्य को सुरक्षा परिषद् में ‘वीटो’ का अधिकार प्राप्त नहीं है?
(a) अमेरिका
(b) ब्रिटेन
(c) चीन
(d) भारत
उत्तर-
(d) भारत

प्रश्न 31.
चीली के पिनाशे सरकार का पतन किस वर्ष हुआ?
(a) 1975
(b) 1980
(c) 1988
(d) 1990
उत्तर-
(c) 1988

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 32.
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्यालय कहाँ है?
(a) न्यूयॉर्क
(b) द हेग
(c) लंदन
(d) नई दिल्ली
उत्तर-
(b) द हेग

प्रश्न 33.
चिली में लोकतन्त्र की बहाली कब हुई?
(a) 2000 में
(b) 2004 में
(c) 2006 में
(d) 2009 में
उत्तर-
(c) 2006 में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 34.
इन कथनों में कौन-सी ऐसी मांग है जो पोलैंड के हड़ताली मजदूरों ने सरकार के समक्ष नहीं रखी?
(a) देश में स्वतन्त्र मजदूर संघ को मान्यता मिले
(b) देश में सैनिक शासन की स्थापना की जाए
(c) राजनैतिक बंदियों को रिहा किया जाए।
(d) प्रेस पर लगी सेंसरशिप हटाई जाए।
उत्तर-
(d) प्रेस पर लगी सेंसरशिप हटाई जाए।

प्रश्न 35.
पहली बार किस साम्यवादी शासन वाले देश में स्वतन्त्र मजदूर संघ बनाने की मान्यता प्रदान की गई?
(a) चीन में
(b) पोलैंड में
(c) सोवियत संघ में
(d) क्यूबा में
उत्तर-
(b) पोलैंड में

प्रश्न 36.
निम्नलिखित में से किससे लोकतन्त्र के विस्तार में मदद मिलती है?
(a) वयस्क मताधिकार की व्यवस्था
(b) सैनिक तख्तापलट
(c) वंशानुगत राजतन्त्र की व्यवस्था
(d) राजनीतिक दलों पर प्रतिबन्ध
उत्तर-
(a) वयस्क मताधिकार की व्यवस्था

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 37.
प्राचीन युग में निम्नलिखित में से किस देश में लोकतन्त्र की व्यवस्था नहीं थी?
(a) भारत
(b) रोम
(c) चीन
(d) रूस
उत्तर-
(d) रूस

प्रश्न 38.
प्रत्यक्ष लोकतन्त्र आज किस देश में प्रचलित है?
(a) भारत
(b) स्विट्जरलैंड
(c) ब्रिटेन
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका
उत्तर-
(b) स्विट्जरलैंड

प्रश्न 39.
निम्नलिखित में से किससे लोकतन्त्र के विकास में मदद नहीं मिलती
(a) लोगों का समानता के लिए संघर्ष
(b) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण
(c) उपनिवेशवाद का अंत
(d) लोगों की स्वतन्त्रता की चाह
उत्तर-
(b) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 40.
निम्नलिखित में से कौन संयुक्त राष्ट्रसंघ का विशिष्ट अभिकरण नहीं है?
(a) आसियान
(b) FAO
(c) UNICEF
(d) IMF
उत्तर-
(a) आसियान

प्रश्न 41.
निम्नलिखित वाक्यांशों में से किसी एक वाक्य का चुनाव करके इस वाक्य को पूरा कीजिए। अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं में लोकतन्त्र की जरूरत है ताकि.
(a) धनी देशों की बातों का ज्यादा वजन हो।
(b) विभिन्न देशों को बातों का वजन उनकी सैन्य शक्ति के अनुपात में हो
(c) देशों की उनकी आबादी के अनुपात में सम्मान मिले।
(d) दुनिया के सभी देशों के साथ समान व्यवहार हों
उत्तर-
(d) दुनिया के सभी देशों के साथ समान व्यवहार हों

प्रश्न 42.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव निम्नलिखित में से कौन हैं?
(a) कोफी अन्नान
(b) डॉ. बी. बी. घाली
(c) ट्रिगिव लाई
(d) बान-की-मून
उत्तर-
(d) बान-की-मून

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 43.
निम्नलिखित में से किसका सम्बन्ध प्रत्यक्ष जनतन्त्र प्रणाली से नहीं
(a) जनमत संग्रह
(b) आरंभक
(c)प्रत्याहह्वान
(d) जनता द्वारा अपने प्रतिनिधियों का निर्वाचन
उत्तर-
(d) जनता द्वारा अपने प्रतिनिधियों का निर्वाचन

प्रश्न 44.
लोकतन्त्र के कितने रूप हैं?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
उत्तर-
(a) दो

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 45.
संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना हुई:
(a) 24 अक्टूबर, 1950 को ।
(b) 26 जनवरी, 1950 को
(c) 24 अक्टूबर, 1945 को
(d) 15 अगस्त, 1947 को
उत्तर-
(c) 24 अक्टूबर, 1945 को

प्रश्न 46.
निम्नलिखित में से कौन-सा देश है जहाँ सबसे पहले जनता को सार्वभौम वयस्क मताधिकार प्राप्त हुआ?
(a) भारत
(b) अमेरिका
(c) फ्रांस
(d) न्यूजीलैंड
उत्तर-
(d) न्यूजीलैंड

प्रश्न 47.
नेपाल में प्रथम संविधान कब बना?
(a) 1950
(b) 1948
(c) 1975
(d) 2009
उत्तर-
(b) 1948

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 48.
“लोकतन्त्र जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए शासन प्रणाली है।” लोकतन्त्र की यह परिभाषा निम्नलिखित में से किस विद्वान का है?
(a) जेलिनेक
(b) अरस्तू
(c) अब्राहम लिंकन
(d) सीले
उत्तर-
(c) अब्राहम लिंकन

प्रश्न 49.
आयेंदे कहाँ के निर्वाचित राष्ट्रपति थे?
(a) चिली
(b) पोलैंड
(c) श्रीलंका
(d) भारत
उत्तर-
(a) चिली

प्रश्न 50.
निम्नलिखित में से कौन-सा संयुक्त राष्ट्रसंघ का अंग नहीं है?
(a) महासभा
(b) सुरक्षा परिषद्
(c) दक्षेश
(d) अन्तराष्ट्रीय न्यायालय
उत्तर-
(c) दक्षेश

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 51.
सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों के संबंध में कौन विकल्प सही हैं?
(a) संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ब्रिटेन, रूस, चीन
(b) भारत, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, चीन
(c) संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, जापान
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन
उत्तर-
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन

प्रश्न 52.
सुरक्षा परिषद् में वीटो का अधिकार किसे प्राप्त है?
(a) सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों को
(b) सुरक्षा परिषद् के अस्थायी सदस्यों को
(c) सुरक्षा परिषद् के स्थायी और अस्थायी दोनों सदस्यों को
(d) सिफ संयुक्त राज्य अमेरिका को
उत्तर-
(a) सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों को

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

प्रश्न 53.
निम्नलिखित जोड़ों का परीक्षण करें और दिए गए कूटों में से सही
कूट की पहचान करें:
Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास - 1
उत्तर-
(c)

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solutions Amrita Bhag 3 Chapter 5 सामाजिकं कार्यम् Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

Bihar Board Class 8 Sanskrit सामाजिकं कार्यम् Text Book Questions and Answers

विज्ञानस्य विकासेन अद्य संसारः यद्यपि नाना सुविधाः लभते किन्तु मनुष्येषु सामाजिकः सम्पर्कः क्रमश: अल्पीकृतः । स्वगृहे एव जनः अनेकानि विज्ञानोपकरणानि प्रयुञ्जानः अन्यान् तुच्छान् मन्यते । कदाचित् एतेषाम् उपकरणानाम् अभावे परिवारे सदस्याः एव उपकारकाः अभवन् । क्रमेण मानवस्य एकाकित्वेन स्वार्थवादः उदितः । इदानीं मनुष्यः स्वकीयं हितमेव सर्वोपरि मन्यते । किन्तु समाजस्य सदस्यरूपेण सर्वेषां कर्त्तव्यं वर्तते यत् एकैकस्य जनस्य हिताहितं चिन्तयेयुः। कश्चित् संकटापन्नः वर्तते, कश्चिन्मार्गे दुर्घटनाग्रस्तः, क्वचित् जलपूरेण सम्पूर्णस्य ग्रामस्य विनाशः, क्वचित् निर्धनः जनः परिवारपालने असमर्थः, क्वचित् वृद्धाः जनाः उपेक्षिताः, कदाचित् गृहेषु अग्निदाहः, क्वचित् यातायातमार्गः अवरुद्धः, क्वचित् मार्गे वृक्षाः पतिताः, क्वचित् अनाथा: शिशवः, दुर्बलाः महिलाश्च सहायताम् अपेक्षन्तेइत्येवं समाजे नाना समस्याः जनस्य ध्यानाकर्षणाय वर्तन्ते ।

अर्थ – विज्ञान के विकास से आज संसार जबकि अनेक सुविधा प्राप्त करता है। लेकिन मनुष्यों में सामाजिक सम्पर्क कम से कम हो गया है । अपने घर में ही मनुष्य अनेक वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग कर दूसरों को नीच (कमजोर) मानते हैं। कभी इन उपकरणों के अभाव में परिवार में सदस्य भी उपकार करने वाले हो जाते थे । धीरे-धीरे (क्रम से) मानव के अकेलापन के कारण स्वार्थवाद का उदय हुआ। इस समय मनुष्य अपना हित को ही श्रेष्ठ मानते हैं। लेकिन समाज के सदस्य होने के कारण सबों का कर्त्तव्य है कि हरेक व्यक्ति के हित-अहित का चिन्तन करना चाहिए। कोई संकट से घिरा है। कोई मार्ग में दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। कहीं बाढ़ से समूचे गाँव का विनाश हो जाता है। कहीं निर्धन लोग परिवार पालने में असमर्थ हैं। कहीं बूढ़े लोग उपेक्षित हैं। कभी घरों में आग लग गया। कहीं आने-जाने का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। कहीं रास्ते में पेड़ गिर गया है। कहीं अनाथ बच्चे और दुर्बल महिलाएँ हैं। सब सहायता की अपेक्षा रखते हैं। इसी प्रकार के ही समाज में

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

अनेक समस्या लोगों को ध्यानाकर्षण के लिए हैं। एताः स्वार्थवादेन न समाधेयाः सन्ति, प्रत्युत उपकारपरेण जनेन कल्याणकारिण्या संस्था वा गृह्यन्ते । सर्वदा न सुखं दृश्यते, संकटोपि

जनैः  अपेक्षितं भवति । नेदं यत् सामाजिक कार्य संकटकाले एव भवति प्रत्युत समाजस्य विकासाय स्वग्रामस्य नगरस्य वा गौरवाय अपि इदं क्रियते । यथा काचित् सामाजिकी संस्था सम्पूर्ण ग्राम स्वच्छं कुर्यात्, मार्गेषु वृक्षारोपणम्, कूपतडागदिजलाशयानां व्यवस्थाम्, रिक्तेषु क्षेत्रेषु उद्यानानां विन्यासम्, क्वचित् पुस्तकालयस्य, व्यायामशालायाः सामुदायिकभवनस्य वा प्रबन्धनं कुर्यात् । यदि ग्रामे मार्गव्यवस्था नास्ति तदा ग्रामजनानां स्वैच्छिक-श्रमेण मार्ग निर्मातुं प्रभवन्ति सामाजिकसंस्थाः । तदर्थम् एकोऽपि मनुष्यः कार्यारम्भे समर्थः ।।

अर्थ- इन सबों का समाधान स्वार्थवाद नहीं है। लेकिन परोपकार में लगे लोगों या कल्याण के काम में लगे रहने वाली संस्था से सम्भव है। सदैव सुख नहीं दिखता है। संकट किसी को भी कहीं भी हो सकता है। ऐसे समय में ही सामाजिक कार्यों का लोग अपेक्षा करते हैं। ये सब सामाजिक कार्य संकट काल में ही नहीं होता बल्कि समाज के विकास के लिए अपने गाँव या शहर की उन्नति के लिए भी यह किया जाता है। जैसे कोई सामाजिक संस्था सम्पूर्ण गाँव को स्वच्छ करता है। रास्ते में वृक्षारोपण, कुआँ, तालाब आदि जलाशयों की व्यवस्था, खाली (परती) खेतों में बगीचे का लगाना, कहीं पुस्तकालय, व्यायामशाला या सामुदायिक भवन का प्रबन्ध भी किसी को करना चाहिए । यदि गाँव में मार्ग व्यवस्था नहीं है तो सामाजिक संस्था गाँव के लोगों से श्रम के द्वारा निर्माण कराने में समर्थ होते हैं। इस कार्य को आरम्भ करने में एक ही मनुष्य समर्थ है।

संकटकाले तु सुतरां वर्धते सामाजिक कार्यम् । क्वचित् निर्धने परिवारे विवाहयोग्यानां किशोरीणां किशोराणां च सामूहिको विवाहोऽपि सार्वजनिकस्थलेषु आयोज्यते । तब विवाहस्य सरला रीतिः आडम्बरविहीना दृश्यते। किञ्च काश्चित् संस्थाः निर्धनान् छात्रान् प्रतियोगितापरीक्षार्थ प्रस्तुवन्ति निःशुल्कम्। तदपि महत्त्वपूर्ण कार्यम् । किञ्च क्वचित् यानानां दुर्घटनासु सत्वरं सहायतार्थ समागच्छन्ति, आहतान् चिकित्सालयं प्रापयन्ति, अनाथीभूतान् बालकान् उचितं स्थान प्रापयन्ति काश्चित् संस्थाः ।

अर्थ – संकट के समय में सामाजिक कार्य और भी अधिक बढ़ जाते हैं। कहीं गरीब परिवार के विवाह योग्य लड़कियों का और लड़कों का सामूहिक विवाह भी सार्वजनिक स्थलों पर आयोजन किये जाते हैं । वहाँ के विवाह सरल रीति और आडम्बर विहीन दिखते हैं। कहीं कोई संस्था गरीब छात्रों की प्रतियोगिता परीक्षा निःशुल्क लेता है। यह सब भी महत्त्वपूर्ण कार्य हैं । कहीं कोई संस्था यान दुर्घटना के अवसर पर तेजी में सहायता के लिए आ जाते हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाते हैं । अनाथ बच्चों को उचित स्थान दिलाते हैं।

भारते वर्षे नदीनां जलपूरेण यदा विनाशलीला दृश्यते, विशेषेण विहारराज्ये, तदानीमपि सामाजिकसंस्था: दूरस्थाः अपि समागत्य विविधा सहायतां धनजनसामग्रीरूपां कुर्वन्ति । एकैकेनापि पुरुषेण यदि अपरस्योपकारः क्रियते तदा जीवनं सफलं मन्येता भारतस्य प्राचीन: आदर्शः आसीत्

“कामये दुःखतप्तानां प्राणिनामातिनाशनम्”। यत्र भारते सर्वे प्राणिनः सहायतां संकटकाले लभन्ते तत्र सम्प्रति मनुष्याः अवश्यमेव उपकर्त्तव्याः । अर्थ-भारतवर्ष में बाढ़ से जब विनाश की लीला दिखाई पड़ती है विशेषकर बिहार राज्य में, उस समय दूर में रहने वाली सामाजिक संस्था आकर : विविध प्रकार की सहायता धन-जन के द्वारा करते हैं । हरेक व्यक्ति के द्वारा यदि दूसरों का उपकार किया जाता है तो मानव का जीवन सफल माना जाएगा। भारत का प्राचीन आदर्श था कि दुःख से दुःखी लोगों का दुःख दूर … करने की कामना करता हूँ।

जिस भारत में संकटकाल में प्राणी एक-दूसरों से सहायता प्राप्त करते रहे हैं वहाँ के मनुष्यों को उपकार अवश्य करना चाहिए।

शब्दार्थ

अद्य = आज । नाना = अनेक । लभते = प्राप्त करता है । अल्पीकृतः = कम हो गया है। प्रयुञ्जानः = प्रयोग करते हुए। तुच्छान् = नीच, महत्त्वहीन । मन्यते = मानता है, समझता है । कदाचित् = कभी । उपकारकाः = उपकार करने वाले । एकाकित्वेन = अकेलापन के कारण । उदितः = उत्पन्न हुआ, प्रकट हुआ । इदानीम् = इस समय । स्वकीयम् = अपना । सर्वोपरि = सबसे ऊपर । जलपूरेण = जल भरने से, बाढ़ से । क्वचित् = कहीं । अवरुद्धः = रुका हुआ, बंद । पतिताः = गिरे हुए । शिशवः = बच्चे । अनाथाः = जिनके माता-पिता नहीं हैं । अपेक्षन्ते = चाहते हैं । एवम् = इस प्रकार । वर्तन्ते = हैं । एताः = ये । प्रत्युत = अपितु, वरन् । उपकारपरेण = दूसरों की भलाई करने वाले (तृतीया विभक्ति) ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

दृश्यते = दिखलाई देता है। कस्यापि = किसी का भी । कुत्रापि = कहीं भी । भवितुम् = होने के लिए, होने में । शक्नोति = सकता है । क्रियते = किया जाता है । काचित् = कोई (स्त्रीलिङ्ग) । कुर्यात् = करें । कूपः = कुआँ । तडागः = तालाब । रिक्तेषु = खाली (सप्तमी विभक्ति) । क्षेत्रेषु = स्थानों में, विषयों में, खेतों में। उद्यानानाम् = बगीचों की। विन्यासम् = रचना, निर्माण । निर्मातुम् = बनाने के लिए । प्रभवन्ति = समर्थ/उत्पन्न होते हैं। सुतराम् = बहुत । वर्धते = बढ़ता है। आयोज्यन्ते = मनाये जाते हैं, किये जाते है। किञ्च = इसके अतिरिक्त । सत्वरम् = शीघ्र । समागच्छन्ति = आते हैं। प्रापयन्ति = ले जाते हैं, पहुँचाते हैं। तदानीम् = उस समय । दूरस्थाः = दूर में रहने वाले । समागत्य = आकर । विविधाम् = विभिन्न (द्वितीया विभक्ति)। एकैकेनापि = एक-एक के द्वारा भी। अपरस्य = दूसरे का । कामये = कामना करता हूँ। दुःखतप्तानाम् = दु:ख से आतों का, दुःख से पीड़ितों का । यत्र = जहाँ । उपकर्त्तव्याः = उपकृत करना चाहिए।

व्याकरणम्

सन्धि-विच्छेद

यद्यपि = यदि + अपि (यण् सन्धिः) । विज्ञानोपकरणानि = विज्ञान + उपकरणानि (गुण-सन्धिः) । एकैकस्य = एक + एकस्य (वृद्धि-सन्धिः) । कश्चित् = कः + चित् (विसर्ग-सन्धिः) । संकटापन्नः = संकट + आपन्न: (दीर्घ-सन्धिः) । कश्चिन्मार्गे = कः + चित् + मार्गे (विसर्ग-सन्धिः, व्यञ्जन-सन्धिः) । निर्धनः = निः + धनः (विसर्ग-सन्धिः) । दुर्बलाः = दुः + बलाः (विसर्ग-सन्धिः) । महिलाश्च = महिलाः + च (विसर्ग-सन्धि)। इत्येवम् = इति + एवम् (यण-सन्धिः) । ध्यानाकर्षणाय = ध्यान + आकर्षणाय (दीर्घ-सन्धिः) । संकटोऽपि = संकटः + अपि (विसर्ग-सन्धिः) । कस्यापि = कस्य + अपि (दीर्घ-सन्धिः)। कुत्रापि = कुत्र + अपि (दीर्घ-सन्धिः ) । नेदम् = न + इदम् (दीर्घ-सन्धिः ) । पुस्तकालयस्य = पुस्तक + आलयस्य (दीर्घ-सन्धिः)। नास्ति = न + अस्ति (दीर्घ-सन्धिः) । तदर्थम् = तत् + अर्थम् (व्यञ्जन-सन्धिः ) । एकोऽपि = एकः + अपि (विसर्ग-सन्धिः) । कार्यारम्भे = कार्य + आरम्भे (दीर्घ-सन्धिः) । किञ्च = किम् + च (व्यंजन-सन्धिः) । काश्चित् = काः + चित् (विसर्ग-सन्धिः) । तदपि = तत् + अपि (व्यञ्जन-सन्धिः) । चिकित्सालयम् = चिकित्सा + आलयम् (दीर्घ-सन्धिः ) । समागत्य = सम् + आगत्य । एकैकेनापि = एक + एकेन + अपि (वृद्धि-सन्धि, दीर्घ-सन्धिः ) । अपरस्योपकारः = अपरस्य + उपकारः (गुण-सन्धिः ) । अवश्यमेव = अवश्यम्: + एव ।

प्रकृति-प्रत्यय-विभाग:

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम् 1

अभ्यास

मौखिक 

प्रश्न 1.
निम्नलिखितानां शब्दानाम् अर्थं वदत :
प्रश्नोत्तर :

  1. अल्पीकृतः = कम हो गया है।
  2. प्रयुञ्जानः = प्रयोग करते हैं।
  3. एकाकित्वेन = अकेलापन के कारण।
  4. हिताहितम् = हित और अहित ।
  5. क्वचित् = कहीं ।
  6. प्रत्युत = बल्कि, अपितु ।
  7. सर्वदा = सदैव ।
  8. सुतराम् = बहुत, अत्यन्त ।
  9. विन्यासम् = रचना, निर्माण ।
  10. वर्धते = बढ़ता है ।
  11. आसीत् = था।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

प्रश्न 2.
निम्नलिखितानां पदानां एकवचन रूपं वदत
प्रश्नोत्तर :

  1. प्रापयन्ति = प्रापयति ।
  2. प्रभवन्ति = प्रभवति ।
  3. अभवनम् = अभवत् ।
  4. सन्ति = अस्ति ।
  5. आसन् = आसीत् ।
  6. समागच्छन्ति = समागच्छति ।
  7. कुर्वन्ति = करोति।

प्रश्न 3.
निम्नलिखितानां पदानां बहुवचन रूपं वदत
प्रश्नोत्तर :

  1. विज्ञानोपकरणम् = विज्ञानोपकरणानि ।
  2. महिला = महिलाः ।
  3. जनस्य = जनानाम् ।
  4. बालकाय = बालकेभ्यः ।
  5. ग्रामे = ग्रामेषु ।
  6. फलम् = फलानि ।
  7. नदी = नद्यः।

लिखित 

प्रश्न 4.
सन्धिं कुरुत:
प्रश्नोत्तर:

  1. न + इदम् = नेदम् ।
  2. कः + चित् = कश्चित् ।
  3. एकः + अपि = एकोऽपि ।
  4. एकेन + अपि = एकेनापि ।
  5. निः + धन: = निर्धनः ।
  6. इति + एवम् = इत्येवम् ।

प्रश्न 5.
सन्धि विच्छेदं कुरुत
प्रश्नोत्तर :

  1. महिलाश्च = महिलाः + च ।
  2. कश्चिन्मार्गे = कः + चित् + मार्गे।
  3. एकैकस्य = एक + एकस्य ।
  4. यद्यपि = यदि + अपि ।
  5. किञ्च = किम् + च ।
  6. काश्चित् = काः + चित् ।
  7. संकटोऽपि = संकटः + अपि ।

प्रश्न 6.
वाक्य निर्माणं कुरुत ।
प्रश्नोत्तर :

  1. असमर्थः = सः कार्यं कर्तुम असमर्थः अस्ति ।
  2. इदानीम् = इदानीम् परोपकारकः न दृश्यते ।
  3. वृद्धः = वृद्धः जनः सेवा योग्यः भवति ।
  4. पतति = वृक्षात् पत्रं पतति ।
  5. गमिष्यामि = अहं गृहं गमिष्यामि।
  6. वर्तते = भारतस्य उत्तरे हिमालयः वर्तते ।
  7. आसीत् = भरतः एकः नृपः आसीत् ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

प्रश्न 7.
मञ्जूषातः शब्द चित्वा रिक्तस्थानानि पूरथत :
(गच्छन्ति, सन्ति, दृश्यते, रोहितः, जनाः, नद्यः ।

प्रश्नोत्तर :

  1. सर्वदा सुखं न दृश्यते ।
  2. जनाः गृहं गच्छन्ति ।
  3. वृक्षे आम्रफलानि सन्ति।
  4. रोहितः छात्रः अस्ति ।
  5. नद्यः प्रवहन्ति ।
  6. जना. सत्वरं सहायतार्थं समागच्छन्ति ।

प्रश्न 8.
प्रकृति-प्रत्यय-विभागं कुरुत

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम् 2

प्रश्न 9.
सुमेलनं कुरुत

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम् 3

उत्तरम्:
(क) – (2)
(ख) – (5)
(ग) – (1)
(घ) – (3)
(ङ) – (4)

प्रश्न 10.
विपरीतार्थक शब्दयोः सुमेलनं कुरुत

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम् 4
उत्तरम्:
(क) – (7)
(ख) – (1)
(ग) – (6)
(घ) – (5)
(ङ) – (4)
(च) – (3)
(छ) – (2)

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

प्रश्न 11.
उदाहरणानुसारम् अव्ययपदानि चिनुत :
यथा – शीला श्वः ग्रामं गमिष्यति-श्वः ।
प्रश्नोत्तर :

  1. वैभवी कुत्र गमिष्यति ? – कुत्र। ।
  2. शाम्भवी कदा पठिष्यति ? – कदा ।
  3. आयुषी चैतन्यः च लिखतः – च ।
  4. जावेदः उच्चैः अहसत् – उच्चैः ।
  5. जॉनः सर्वदा सत्यं वदति – सर्वदा।

प्रश्न 12.
रेखांकितपदेषु प्रयुक्तां विभक्ति लिखत
प्रश्नोत्तर :

  1. मनुष्येषु सामाजिकः सम्पर्कः क्रमशः अल्पीकृतः।
  2. समाजस्य सदस्यरूपेण सर्वेषां कर्त्तव्यं वर्तते ।
  3. सर्वेषां जनानां विकासाय कार्यं कर्त्तव्यम्
  4. मम ग्रामे एका सामाजिकी संस्था अस्ति।
  5. जनैः सामाजिक कार्यं कर्तव्यम् ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 5 सामाजिकं कार्यम्

प्रश्न 13.
अधोलिखित तद्भव-शब्दानां तत्समशब्दान् चिनुत
यथा

  1. गाँव – ग्राम

प्रश्नोत्तर

  1. गाँव – ग्राम
  2. आग – अग्नि
  3. कुआँ – कूप
  4. खेत – क्षेत्र
  5. पाँचवाँ – पंचम
  6. सब – सर्व
  7. बूढ़ा – वृद्ध

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 1.
आपदा प्रबंधन के तीन प्रमुख अंकों में कौन एक निम्नलिखित में शामिल नहीं है?
(a) पूर्वानुमान, चेतावनी एवं प्रशिक्षण
(b) आपदा के समय प्रबंधन गतिविधियाँ
(c) आपदा के बाद निश्चित रहना
(d) आपदा के बाद प्रबंधन कार्य करना
उत्तर-
(c) आपदा के बाद निश्चित रहना

प्रश्न 2.
प्रत्येक ग्रीष्म ऋतु में कौन-सी आपदा लगभग निश्चित है? .
(a) आगजनी
(b) वायु दुर्घटना’
(c) रेल दुर्घटना
(d) सड़क दुर्घटना
उत्तर-
(a) आगजनी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 3.
सामुदायिक प्रबंधन के अन्तर्गत निम्नलिखित में से कौन एक प्राथमिक क्रियाकलाप में शामिल नहीं है?
(a) निकटतम प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र को सूचित करना
(b) प्रभावित लोगों को स्वच्छ जल और भोजन की उपलब्धता की … गारंटी करना
(c) आपदा की जानकारी प्रशासनतंत्र को नहीं देना
(d) आपातकालीन राहत शिविर की व्यवस्था करना
उत्तर-
(c) आपदा की जानकारी प्रशासनतंत्र को नहीं देना

प्रश्न 4.
ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख कार्य इनमें से कौन नहीं है?
(a) प्राथमिक उपचार की व्यवस्था नहीं करना
(b) सभी को सुरक्षा देना
(c) राहत शिविर का चयन एवं राहत पहुँचाने का कार्य करना
(d) स्वच्छता का ख्याल करना
उत्तर-
(a) प्राथमिक उपचार की व्यवस्था नहीं करना

प्रश्न 5.
आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय में कौन-से अच्छे गुण होने चाहिए?
(a) परिश्रमी और साहसी
(b) समुदाय की भलाई के विषय में सोचना
(c) उत्साह, साहस और सख्ती प्रयोग की क्षमता
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 6.
आपदा से निपटने में कौन लोग सही सुझाव दे सकते हैं?
(a) बच्चे
(b) महिलाएँ
(c) विकलांग
(d) अनुभवी लोग
उत्तर-
(d) अनुभवी लोग

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में कौन पूर्वानुमान अनुभव आधारित आपदा नहीं है?
(a) गर्मी के दौरान आग लगना
(b) भीड़वाली जगहों या सड़कों पर दुर्घटना होना
(c) वर्षा ऋतु के दौरान बाढ़
(d) शीत ऋतु के दौरान सूखे की स्थिति
उत्तर-
(d) शीत ऋतु के दौरान सूखे की स्थिति

प्रश्न 8.
आपदा के दौरान क्या करना चाहिए?
(a) घर छोड़कर भाग जाना चाहिए।
(b) प्रशासन का सूचना देनी चाहिए।
(c) अफवाह फैलानी चाहिए।
(d) घायलों की सहायता नहीं करनी चाहिए।
उत्तर-
(b) प्रशासन का सूचना देनी चाहिए।

प्रश्न 9.
आपदा से निपटना किसकी जिम्मेवारी है?
(a) एक व्यक्ति की
(b) सिर्फ सरकार की
(c) सिर्फ बच्चों की
(d) समुदाय की
उत्तर-
(d) समुदाय की

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 10.
अग्निशामक दस्तों के आने के पूर्व क्या करना चाहिए?
(a) आगे बुझाने का प्रयास करना चाहिए।
(b) घर में फंसे लोगों को बाहर निकालना चाहिए।
(c) शांत बैठे रहना चाहिए।
(d) मुखिया को खबर करनी चाहिए।
उत्तर-
(b) घर में फंसे लोगों को बाहर निकालना चाहिए।

प्रश्न 11.
समुदाय के लोगों को किस बात का ध्यान रखना चाहिए?
(a) स्वयं का
(b) समाज के हित का
(c) प्रशासन का
(d) मुनाफे का
उत्तर-
(b) समाज के हित का

प्रश्न 12.
आपदा प्रबंधन के लिए किस प्रकार के क्रियाकलाप किए जाने चाहिए?
(a) प्राथमिक
(b) द्वितीयक
(c) तृतीयक
(d) पंचम
उत्तर-
(a) प्राथमिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 13.
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक दंगों को किन शक्तियों ने रोका था?
(a) सांस्कृतिक
(b) धार्मिक
(c) सामाजिक
(d) आर्थिक
उत्तर-
(c) सामाजिक

प्रश्न 14.
ग्रीष्मकाल के दौरान किस आपदा की आशंका रहती है?
(a) रेल दुर्घटना का
(b) वायु दुर्घटना की
(c) आगजनी का
(d) राहजनी की
उत्तर-
(c) आगजनी का

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में कौन आपदा प्रबंधन से संबंधित नहीं है?
(a) पूर्वानुमान, चेतावनी और प्रशिक्षण
(b) आपदा के समय प्रबंधन करना
(c) आपदा के बाद निश्चित हो जाना
(d) आपदा के बाद भी प्रबंधन कार्य करना
उत्तर-
(c) आपदा के बाद निश्चित हो जाना

प्रश्न 16.
मानव किस प्रकार का प्राणी है?
(a) दुर्बल
(b) सामुदायिक
(c) एकाकी
(d) असभ्य
उत्तर-
(b) सामुदायिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 17.
निम्नलिखित में कौन सामुदायिक आपदा प्रबंधन का प्राथमिक क्रियाकलाप नहीं है?
(a) निकट के स्वास्थ्य केन्द्र को सूचित करना
(b) स्वच्छ जल एं भोजन का प्रबंध
(c) आपातकालीन राहत शिविर चलाना
(d) प्रशासन को सूचना नहीं देना
उत्तर-
(d) प्रशासन को सूचना नहीं देना

प्रश्न 18.
निम्नलिखित में कौन ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति का प्रमुख कार्य
(a) सब की सुरक्षा
(b) चिकित्सा व्यवस्था करना
(c) राहत शिविर की देखभाल
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

प्रश्न 19.
ग्रामीण स्तर पर कौन आपदा प्रबंध समिति में विशेष सहयोग नहीं दे सकता है?
(a) बैंक मैनेज़र
(b) ग्रामसेवक
(c) सरपंच
(d) मुखिया
उत्तर-
(a) बैंक मैनेज़र

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 13 समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन

प्रश्न 20.
भीड़वाली सड़कों पर किस प्रकार की आपदा की आशंका बनी । रहती है?
(a) बाढ़ की
(b) भूकम्प की
(c) तूफान की
(d) दुर्घटना की
उत्तर-
(d) दुर्घटना की

प्रश्न 21.
आपदा किस प्रकार आती है? .
(a) पूर्व सूचना देकर
(b) पूर्व सूचना दिए बिना
(c) प्रशासकों को सूचना देकर
(d) सभी गलत
उत्तर-
(b) पूर्व सूचना दिए बिना

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 1.
सामान्य आपदाओं को कितने वर्गों में रखा जाता है?
(a) 1
(b) 2
(c) 3
(d) 4
उत्तर-
(b)2

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 2.
तीव्र ज्वर का क्या कारण है? ।
(a) जीवाणु
(b) विषाणु
(c) फंगस
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) जीवाणु

प्रश्न 3.
पैदल चलते समय सड़क पर चलना आदर्श है।
(a) दायीं तरफ
(b) बीच से
(c) बायीं तरफ
(d) स्वेच्छा से
उत्तर-
(c) बायीं तरफ

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 4.
नगरों में सड़क कहाँ से पार करनी चाहिए?
(a) जहाँ जेब्रा का चिह्न नहीं बना हो
(b) जहाँ जेब्रा का चिह्न बना हो
(c) अपनी इच्छा के अनुसार
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) जहाँ जेब्रा का चिह्न बना हो

प्रश्न 5.
रेल यात्रा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
(a) रेल फाटकों को पार करते समय दायीं-बायीं ओर नहीं देखना चाहिए
(b) रेल यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ नहीं ले जाना चाहिए।
(c) बच्चों को रेलवे लाइन पार करने के नियमों की जानकारी नहीं होनी चाहिए।
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) रेल यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ नहीं ले जाना चाहिए।

प्रश्न 6.
पैदल चलते समय सड़क पर चलना आदर्श है।
(a) दायीं तरफ
(b) बायीं तरफ
(c) बीच में .
(d) स्वेच्छा से
उत्तर-
(b) बायीं तरफ

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 7.
विश्व में सबसे अधिक दुर्घटना की दर किस देश में है?
(a) भारत
(b) रूस
(c) संयुक्त सज्य अमेरिका
(d) जापान
उत्तर-
(a) भारत

प्रश्न 8.
संयुक्त राज्य अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर कब आतंकवादी हमला हुआ था?
(a) 11 सितम्बर, 2001
(b) 13 सितम्बर, 2001
(c) 26 नवम्बर, 2008
(d) 16 नवम्बर, 2008.
उत्तर-
(a) 11 सितम्बर, 2001

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में से कौन कालाजार का लक्षण नहीं है?
(a) तीव्र ज्वर
(b) जबर्दस्त कँपकँपी.
(c) कै-दस्त होना
(d) भूख नहीं लगना
उत्तर-
(b) जबर्दस्त कँपकँपी.

प्रश्न 10.
अधिकतर रेल दुर्घटनाएँ कहाँ होती हैं?
(a) प्लेटफॉर्म पर
(b) समपार पर
(c) पुल पर
(d) कहीं भी
उत्तर-
(b) समपार पर

प्रश्न 11.
पेट की गड़बड़ी होने पर क्या करना चाहिए?
(a) तुरंत स्वयंसेवी संस्था को फोन पर सूचित करना चाहिए।
(b) नमक और चीनी का घोल एक-एक घंटे के अंतराल पर व्यक्ति को देना चाहिए।
(c) ग्रामसेवक की सहायता लेनी चाहिए।
(d) अग्निशामक को सूचित करना चाहिए।
उत्तर-
(b) नमक और चीनी का घोल एक-एक घंटे के अंतराल पर व्यक्ति को देना चाहिए।

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 12.
सड़क दुर्घटना का क्या कारण है?
(a) यातायात के नियमों का ठीक से पालन नहीं करना
(b) वाहनों की गति अधिक रहना
(c) ओवरटेकिंग कर आगे निकलने की जल्दबाजी
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 13.
भारत में समपारों की संख्या कितनी है?
(a) 2,100
(b) 4,700
(c) 3,700
(d) 5,700
उत्तर-
(c) 3,700

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 14.
प्रत्येक बस में क्या रखना अत्यावश्यक है?
(a) प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स
(b) टिकट
(c) सीट
(d) खलासी
उत्तर-
(a) प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स

प्रश्न 15.
वायु दुर्घटना का क्या कारण है?
(a) मौसम की खराबी
(b) तकनीकी गड़बड़ी
(c) तूफान का आना
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 16.
ड्राइवर का कैसा होना जरूरी है?
(a) अप्रशिक्षित
(b) मोटा एवं पहलवान
(c) प्रशिक्षित
(d) ताकतवर
उत्तर-
(c) प्रशिक्षित

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 12 सामान्य आपदाएँ : निवारण एवं नियंत्रण

प्रश्न 17.
घर में आग से धुआँ भर जाने पर क्या करना चाहिए?
(a) खिड़की से कूद जाना चाहिए
(b) हो-हल्ला करना चाहिए
(c) जमीन पर लेटकर तथा रेंगकर बाहर निकलना चाहिए
(d) सभी गलत है
उत्तर-
(c) जमीन पर लेटकर तथा रेंगकर बाहर निकलना चाहिए

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 1.
इनमें से कौन परमाणु ऊर्जा केन्द्र है?
(a) कैगा
(b) वाराणसी
(c) दिल्ली
(d) मेरठ
उत्तर-
(a) कैगा

प्रश्न 2.
हिरोशिमा किस देश में है?
(a) भारत
(b) जापान
(c) चीन
(d) ताईवान
उत्तर-
(b) जापान

प्रश्न 3.
परमाणु विस्फोट से बचने के लिए सर्वप्रथम प्रतीक चिह्न का विकास किसने किया था?
(a) टोकियो विश्वविद्यालय
(b) कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
(c) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 4.
मानवजनित आपदा के सर्वाधिक विनाशकारी संघटक हैं:
(a) मानवीय भूल के कारण आग लगना
(b) नाभिकीय कारकों से उत्पन्न आपदा
(c) जहरीले उत्पाद का रिसाव
(d) बाँध के टूटने से उत्पन्न आपदा
उत्तर-
(b) नाभिकीय कारकों से उत्पन्न आपदा

प्रश्न 5.
परमाणु के विस्फोट से बचने के लिए सर्वप्रथम प्रतीक चिह्न का विकास किसने किया है?
(a) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
(b) टोकियो विश्वविद्यालय
(c) कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय

प्रश्न 6.
भोपाल में रासायनिक गैस रिसाव कब हुआ था?
(a) 1984
(b) 1990
(c) 1930
(d) 2004
उत्तर-
(a) 1984

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 7.
तूतीकोरिन में 1997 ई. में गैस रिसाव से कौन-सी बीमारी उत्पन्न हुई थी?
(a) उल्टी होना
(b) सर्दी एवं खाँसी
(c) उल्टी होना, छाती में जलन
(d) मस्तिष्क ज्वर
उत्तर-
(c) उल्टी होना, छाती में जलन

प्रश्न 8.
अम्लीय वर्षा का सर्वाधिक प्रभाव कहाँ पड़ा है?
(a) पटना महानगर
(b) दामोदर घाटी क्षेत्र
(c) उत्तरी बिहार
(d) असम घाटी क्षेत्र
उत्तर-
(b) दामोदर घाटी क्षेत्र

प्रश्न 9.
हिरोशिमा पर परमाणु बम किस दिन गिराया गया था?
(a) 6 सितम्बर को
(b) 6 अगस्त को
(c) 9 अगस्त को
(d)9 नवम्बर को
उत्तर-
(b) 6 अगस्त को

प्रश्न 10.
हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए जाने के कितने दिन बाद नागासाकी शहर पर भी परमाणु बम गिराया गया था?
(a) 1 दिन
(b) 2 दिन
(c)3 दिन
(d) 5 दिन
उत्तर-
(b) 2 दिन

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 11.
परमाणु तकनीक विकसित देशों की संख्या लगभग कितनी है?
(a) 5
(b) 15
(c) 18
(d) 20
उत्तर-
(d) 20

प्रश्न 12.
2004 में किस ग्रह तक एक प्लूटोनियम से संचालित अंतरिक्ष यान पहुँच गया था?
(a) बुध
(b) शुक्र
(c) शनि
(d) वृहस्पति
उत्तर-
(c) शनि

प्रश्न 13.
रासायनिक आपदाओं को कितने वर्गों में बाँटा जाता है?
(a) 1
(b) 2
(c) 5
(d) 3
उत्तर-
(d) 3

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 14.
पहली बार किस वर्ष रसायनों के घातक परिणाम को अनुभव किया गया?
(a) 1990 में
(b) 1935 में
(c) 1993 में
(d) 1975 में
उत्तर-
(a) 1990 में

प्रश्न 15.
भोपाल शहर में गैस त्रासदी किस वर्ष हुई थी?
(a) 1973 में
(b) 1984 में
(c) 1994 में
(d) 2004 में
उत्तर-
(b) 1984 में

प्रश्न 16.
भोपाल गैस दुर्घटना का कारण क्या था?
(a) मेथिल ऐल्कोहॉल
(b) मेथिल आइसोसायनेट
(c) मेथिल ईथर
(d) सभी गलत
उत्तर-
(b) मेथिल आइसोसायनेट

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 17.
भारत में प्रयोग किए जानेवाले कितने कीटनाशकों को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अत्यन्त जहरीला घोषित किया है?
(a) 35% को
(b) 55% को
(c) 80% को
(d) 85% को
उत्तर-
(c) 80% को

प्रश्न 18.
जैविक आपदा को कितने वर्गों में बांटा गया है?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर-
(d) चार

प्रश्न 19.
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर किस वर्ष हमला हुआ था? ।
(a) 2001 में
(b) 2002 में
(c) 2003 में
(d) 1998 में
उनस-
(a) 2001 में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 20.
भारत में एड्स का पता किस वर्ष चला?
(a) 1986 में
(b) 1987 में
(c) 1988 में
(d) 1999 में
उत्तर-
(a) 1986 में

प्रश्न 21.
डेंगू बीमारी का क्या कारण है?
(a) आग लगने से
(b) एक बर्तन में अधिक समय तक पानी रहने से
(c) बाढ़ आने से
(d) गंदे भोजन से
उत्तर-
(b) एक बर्तन में अधिक समय तक पानी रहने से

प्रश्न 22.
एंथेक्स क्या है?
(a) अति सूक्ष्म जीव
(b) युद्धपोत
(c) जंगली जानवर
(d) युद्ध का एक अस्त्र
उत्तर-
(a) अति सूक्ष्म जीव

प्रश्न 23.
भारत में एड्स से लगभग कितने लोग प्रभावित हैं?
(a)25 लाख
(b) 30 लाख
(c) एक करोड़
(d) 50 लाख
उत्तर-
(a)25 लाख

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 24.
हिरोशिमा किस देश में है?
(a) भारत में
(b) जापान में
(c) मलेशिया में
(d) चीन में
उत्तर-
(b) जापान में

प्रश्न 25.
भारत में पहला परमाणु ऊर्जा उत्पादक केन्द्र कहाँ स्थापित किया गया?
(a) ट्रॉम्बे में
(b) पोखरण में
(c) भोपाल में
(d) चेन्नई में
उत्तर-
(a) ट्रॉम्बे में

प्रश्न 26.
परमाणु विस्फोट से बने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय रेडियोधर्मी प्रतीक का विकास किसने किया है?
(a) कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने
(b) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने
(c) टोकियो विश्वविद्यालय ने
(d) संयुक्त राष्ट्र ने
उत्तर-
(b) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 27.
पहला परमाणु बम कहाँ गिराया गया था?
(a) चेर्नोबिल पर
(b) इराक पर
(c) हिरोशिमा पर
(d) अफगानिस्ता पर
उत्तर-
(c) हिरोशिमा पर

प्रश्न 28.
निम्नलिखित में कौन रासायनिक अस्त्रों के विशेषज्ञ हैं?
(a) मार्क टुली
(b) अमर्त्य सेन
(c) जी. हैरिजेल
(d) जी. मॉरसेल
उत्तर-
(c) जी. हैरिजेल

प्रश्न 29.
निम्नलिखित में कौन दीर्घकाल तक प्रभावित करनेवाली बीमारियों में शामिल नहीं है?
(a) एड्स
(b) बर्ड फ्लू
(c) डेंगू
(d) मलेरिया
उत्तर-
(d) मलेरिया

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 30.
इनमें से कौन एक घातक बीमारी है?
(a) येलो फीवर
(b) इंफ्लुएंजा
(c) हैजा
(d) डायरिया
उत्तर-
(b) इंफ्लुएंजा

प्रश्न 31.
तूतीकोरिन स्थित ताँबे की फैक्टरी से किस वर्ष गैस रिसाव से दुर्घटना हुई थी?
(a) 1995 में
(b) 2005 में
(c) 2002 में
(d) 1997 में
उत्तर-
(d) 1997 में

प्रश्न 32.
भोपाल शहर किस राज्य में स्थित है?
(a) छत्तीसगढ़
(b) गुजरात
(c) राजस्थान
(d) मध्य प्रदेश
उत्तर-
(d) मध्य प्रदेश

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 33.
थर्मोन्यूक्लीय बम विस्फोट किस वर्ष कराया गया था?
(a) 1998 में
(b) 1999 में
(c) 1997 में
(d) 2001 में
उत्तर-
(a) 1998 में

प्रश्न 34.
भारत में भूमिगत परमाणु विस्फोट परीक्षण कहाँ किया गया?
(a) नरोरा में
(b) कैगा में
(c) तारापुर में
(d) पोखरन में
उत्तर-
(d) पोखरन में

प्रश्न 35.
निम्नलिखित में कौन क्षेत्र अम्ल-वर्षा से अधिक प्रभावित होता है?
(a) उत्तर बिहार
(b) दामोदर घाटी
(c) नर्मदा घाटी
(d) ब्रह्मपुत्र घाटी
उत्तर-
(b) दामोदर घाटी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 36.
डेंगू बीमारी का क्या कारण है?
(a) आग लगना
(b) जल जमाव
(c) बाढ़ प्रकोप
(d) ठंडा भोजन
उत्तर-
(b) जल जमाव

प्रश्न 37.
निम्नलिखित में कौन रेडियोधर्मी खनिज/धातु नहीं है?
(a) यूरेनियम
(b) थोरियम
(c) प्लूटोनियम
(d) कोयला
उत्तर-
(d) कोयला

प्रश्न 38.
रेडियोधर्मी खनिजों से कौन-सी किरणें नहीं निकलती हैं?
(a) अल्फा
(b) गामा
(c) बीटा
(d) सभी
उत्तर-
(d) सभी

प्रश्न 39.
भारत में परमाणु ऊर्जा आयोग कब गठित हुआ था?
(a) 1954 में
(b) 1931 में
(c) 1948 में
(d) 1974 में
उत्तर-
(c) 1948 में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित : घटनाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक

प्रश्न 40.
भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान पर कार्य किस वर्ष प्रारंभ हुआ था?
(a) 1939 से
(b) 1949 से
(c) 1959 से
(d) 1962 से
उत्तर-
(d) 1962 से

प्रश्न 41.
चन्द्रयान किस वर्ष चाँद पर उतरा?
(a) 2001 में
(b) 2003 में
(c) 2005 में
(d) 2008
में उत्तर-
(d) 2008

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 1.
अगर आपको भारत का राष्ट्रपति चुना जाए तो आप निम्नलिखित से कौन-सा फैसला खुद कर सकते हैं ?
(a) अपनी पसंद के व्यक्ति को प्रधानमंत्री चुन सकते हैं
(b) लोकसभा में बहुमत वाले प्रधानमंत्री को उसके पद से हटा सकते
(c) दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर पुनर्विचार के लिए कह सकते
(d) मंत्रिपरिषद् में अपनी पसंद के नेताओं का चयन कर सकते हैं।
उत्तर-
(c) दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर पुनर्विचार के लिए कह सकते

प्रश्न 2.
निम्नांकित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का एक प्रधान हिस्सा
(a) गृहमंत्री
(c) पुलिस महानिदेशक
(b) जिलाधीश
(d) गृह मंत्रालय का सचिव
उत्तर-
(a) गृहमंत्री

प्रश्न 3.
निम्नांकित राजनैतिक संस्थाओं में से कौन-सी संस्था देश के वर्तमान कानून में संशोधन कर सकती है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) राष्ट्रपति
(c) प्रधानमंत्री
(d) संसद
उत्तर-
(d) संसद

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का हिस्सा होता है ?
(a) जिलाधीश
(b) गृह मंत्रालय का सचिव
(c) गृहमंत्री
(d) पुलिस महानिदेशक
उत्तर-
(c) गृहमंत्री

प्रश्न 5.
न्यायपालिका के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा बयान गलत है?
(a) संसद द्वारा पारित प्रत्येक कानून को सर्वोच्च न्यायालय को मंजूरी की जरूरत होती है
(b) अगर कोई कानून संविधान की भावना के खिलाफ है तो न्यायपालिका उसे अमान्य घोषित कर सकती है
(c) न्यायपालिका कार्यपालिका से स्वतंत्र होती है
(d) अगर किसी नागरिक के अधिकारों का हनन होता है तो वह अदालत में जा सकता है
उत्तर-
(a) संसद द्वारा पारित प्रत्येक कानून को सर्वोच्च न्यायालय को मंजूरी की जरूरत होती है

प्रश्न 6.
संघीय मंत्रिमंडल की बैठकों का सभापतित्व कौन करता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) उपराष्ट्रपति
(c) राष्ट्रपति
(d) गृहमंत्री
उत्तर-
(a) प्रधानमंत्री

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 7.
संघीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों का चयन कौन करता है ?
(a) संसद
(b) उपराष्ट्रपति
(c) राष्ट्रपति
(d) प्रधानमंत्री
उत्तर-
(d) प्रधानमंत्री

प्रश्न 8.
संघीय मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से किसके प्रति उत्तरदायी होती भा
(a) लोकसभा
(b) राज्यसभा
(c) राष्ट्रपति
(d) जनता
उत्तर-
(a) लोकसभा

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 9.
निम्नांकित में किसकी नियुक्ति राष्ट्रपति नहीं करता है ?
(a) उपराष्ट्रपति की
(b) चुनाव आयुक्त की
(c) प्रधानमंत्री की
(d) सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश की
उत्तर-
(a) उपराष्ट्रपति की

प्रश्न 10.
पटना उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या है
(a)21
(b) 25
(c) 43
(d) 33
उत्तर-
(c) 43

प्रश्न 11.
लोकसभा की प्रथम महिला अध्यक्ष का नाम है
(a) शीला दीक्षित
(b) नजमा हेपतुल्ला
(c) मीरा कुमार
(d) सुषमा स्वराज
उत्तर-
(c) मीरा कुमार

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 12.
15वीं लोकसभा के गठन की तिथि है
(a) 20 मई 2009
(b) 22 मई 2009
(c) 24 मई 2009
(d) 26 मई 2009
उत्तर-
(b) 22 मई 2009

प्रश्न 13.
कार्यपालिका कितने प्रकार की होती है ?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार.
उत्तर-
(b) दो

प्रश्न 14.
इनमें कौन-सी राजनीतिक संस्था राष्ट्रपति के चुनाव में भाग नहीं
लेती है ?
(a) लोकसभा
(b) विधानपरिषद
(c) राज्यसभा
(d) विधानसभा
उत्तर-
(b) विधानपरिषद

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 15.
लोकसभा को कहा जाता है
(a) प्रथम सदन
(b) द्वितीय सदन
(c) तृतीय सदन
(d) उच्च सदन
उत्तर-
(a) प्रथम सदन

प्रश्न 16.
पिछड़ी जाति के लिए आरक्षण पर निम्नलिखित तीन प्रतिक्रियाओं में कौन-सी प्रतिक्रिया सही है ?
(a) चूँकि सर्वोच्च न्यायालय सरकार के साथ सहमत हो गयी। अतः वह स्वतंत्र नहीं है
(b) न्यायापालिका स्वतंत्र है । क्योंकि वह सरकार के विरुद्ध, भी फैसला सुना सकती थी। सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को अपने निर्णय में संशोधन का आदेश दिया
(c) न्यायपालिका न तो स्वतंत्र है और न ही किसी की इच्छा के अनुसार चलनेवाली संस्था है । बल्कि यह परस्पर विरोधी समूहों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाती है । न्यायालय ने इस आरक्षण विवाद में इसके समर्थकों एवं विरोधियों के बीच अच्छा संतुलन बनाया
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) न्यायापालिका स्वतंत्र है । क्योंकि वह सरकार के विरुद्ध, भी फैसला सुना सकती थी। सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को अपने निर्णय में संशोधन का आदेश दिया

प्रश्न 17.
लोकसभा के निर्वाचित सदस्यों की संख्या कितनी है ?
(a) 545
(b) 520
(c) 543
(d) 500
उत्तर-
(c) 543

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 18.
निम्नलिखित में से कौन-सा सदन विघटित नहीं होता है ?
(a) लोकसभा
(b) विधानसभा
(c) राज्यसभा
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-
(c) राज्यसभा

प्रश्न 19.
सरकारी नीतियों का कार्यालय आदेश निर्गत करता है
(a) राष्ट्रपति
(b) विभागीय लोकसेवक
(c) सम्बद्ध मंत्री
(d) प्रधानमंत्री
उत्तर-
(b) विभागीय लोकसेवक

प्रश्न 20.
देश के कानून के निर्माण का अधिकार किसे है ?
(a) संसद को
(b) प्रधानमंत्री को
(c) राष्ट्रपति को
(d) सर्वोच्च न्यायालय
उत्तर-
(a) संसद को

प्रश्न 21.
संसद का अधिवेशन बुलाने का कार्य कौन करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) लोकसभा का अध्यक्ष
(c) राज्यसभा का सभापति
(d) संघीय मंत्रिपरिषद
उत्तर-
(a) राष्ट्रपति

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 22.
राज्यसभा का सभापति कौन होता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) उपराष्ट्रपति
(d) राज्यसभा का सदस्य
उत्तर-
(c) उपराष्ट्रपति

प्रश्न 23.
बिहार विधानसभा में कुल कितने सदस्य होते हैं ?
(a) 123
(b) 243
(c) 550
(d) 324
उत्तर-
(b) 243

प्रश्न 24.
राष्ट्रपति को सलाह एवं मंत्रणा कौन देता है ?
(a) मुख्यमंत्री
(b) राज्यपाल
(c) संघीय मंत्रिपरिषद
(d) उपराष्ट्रपति
उत्तर-
(c) संघीय मंत्रिपरिषद

प्रश्न 25.
भारत में राष्ट्रीय संकट की उद्घोषणा कौन करता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) विदेशमंत्री
(d) वायुसेनाध्यक्ष
उत्तर-
(b) राष्ट्रपति

प्रश्न 26.
महान लोकतांत्रिक देश भारत में केंद्रीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों की सभा को क्या कहा जाता है :
(a) पार्लियामेंट
(b) नेशनल असेंबली
(c) संसद
(d) कांग्रेस
उत्तर-
(c) संसद

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 27.
राज्यपाल विधानपरिषद के कितने सदस्यों को मनोनीत कर सकता
(a) 1/2 सदस्यों को
(b) 1/6 सदस्यों को
(c) 17 सदस्यों को
(d) 1/8 सदस्यों को
उत्तर-
(b) 1/6 सदस्यों को

प्रश्न 28.
बिहार के विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति कौन होता है ?
(a) राज्यपाल
(b) राष्ट्रपति
(c) मुख्यमंत्री
(d) प्रधानमंत्री
उत्तर-
(a) राज्यपाल

प्रश्न 29.
बिहार विधानपरिषद के कुल सदस्यों की संख्या है
(a) 45
(b) 5
(c) 75
(d) 65
उत्तर-
(c) 75

प्रश्न 30.
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश अपने पद पर बने रहते हैं
(a) 58 वर्ष की उम्र तक
(b) 60 वर्ष की उम्र तक
(c) 62 वर्ष की उम्र तक
(d) 65 वर्ष की उम्र तक
उत्तर-
(d) 65 वर्ष की उम्र तक

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 31.
राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे व्यक्ति का नाम कितने मतदाताओं द्वारा क्रमशः प्रस्तावित एवं अनुमोदित होना चाहिए ?
(a) 30-30
(b) 40-40
(c) 50-50
(d) 60-60
उत्तर-
(c) 50-50

प्रश्न 32.
किस संशोधन अधिनियम द्वारा सर्वोच्च न्यायालय की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया गया था?
(a) 42वें संशोधन अधिनियम द्वारा
(b) 44वें संशोधन अधिनियम द्वारा
(c) 43वें संशोधन अधिनियम द्वारा
(d) 45वें संशोधन अधिनियम द्वारा
उत्तर-
(a) 42वें संशोधन अधिनियम द्वारा

प्रश्न 33.
निम्नलिखित राजनैतिक संस्थाओं में से कौन-सी संस्था देश के मौजूदा कानून में संशोधन कर सकती है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) राष्ट्रपति
(c) प्रधानमंत्री
(d) संसद
उत्तर-
(d) संसद

प्रश्न 34.
‘राष्ट्रपति’ निम्नलिखित में से किसके अंतर्गत आते हैं ?
(a) विधायिका
(b) न्यायपालिका
(c) कार्यपालिका
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) कार्यपालिका

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 35.
संघात्मक शासन में सरकार के कितने स्तर होते हैं ?
(a) एक स्तर
(b) दो स्तर
(c) तीन स्तर
(d) चार स्तर
उत्तर-
(b) दो स्तर

प्रश्न 36.
निम्नलिखित में से किस देश में संघात्मक शासन नहीं है
(a) ब्रिटेन
(b) भारत
(c) संयुक्त राज्य अमेरिका
(d) कनाडा
उत्तर-
(a) ब्रिटेन

प्रश्न 37.
किसी भी विधेयक को संसद के किसी सदन से पास होने के लिए कितने वाचनों से गुजरना पड़ता है ?
(a) दो वाचन
(b) तीन वाचन
(c) चार वाचन
(d)पाँच वाचन
उत्तर-
(b) तीन वाचन

प्रश्न 38.
निम्नलिखित में से कौन नीतिगत निर्णय में शामिल नहीं होते हैं ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) राजनीतिक दल
(d) मंत्रिमंडल
उत्तर-
(c) राजनीतिक दल

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 39.
भारत का राष्ट्रपति जटिल कानूनी मसलों पर किससे परामर्श ले सकता है?
(a) संसद का
(b) निर्वाचन आयोग का
(c) केन्द्रीय मंत्रिमंडल का
(d) अधीनस्थ न्यायालय का
उत्तर-
(d) अधीनस्थ न्यायालय का

प्रश्न 40.
भारत का सर्वोच्च न्यायालय किहाँ से निरीक्षण कर सकता है ?
(a) प्रधानमंत्री से
(b) सर्वोच्च न्यायालय से
(c) उच्च न्यायालयों से
(d) कानून मंत्री से
उत्तर-
(b) सर्वोच्च न्यायालय से

प्रश्न 41.
निम्नांकित में सर्वोच्च न्यायालय का एक सही कार्य कौन-सा है ?
(a) संविधान की भावना के विरुद्ध बने कानूनों को अमान्य करार देना
(b) संसद द्वारा पारित विधेयक को स्वीकृति प्रदान करना
(c) संसद एवं राष्ट्रपति के परामर्श के अनुसार अधिकारों का प्रयोग करना
(d) कार्यपालिका के कार्य में अनावश्यक हस्तक्षेप करना
उत्तर-
(a) संविधान की भावना के विरुद्ध बने कानूनों को अमान्य करार देना

प्रश्न 42.
बिना विधायिका का सदस्य बने कोई भी व्यक्ति कब तक मंत्री के पद पर बना सकता है ?
(a) छह माह तक
(b) तीन माह तक
(c) नौ माह तक
(d) एक वर्ष तक
उत्तर-
(a) छह माह तक

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 43.
राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) मुख्यमंत्री
(d) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
उत्तर-
(b) राष्ट्रपति

प्रश्न 44.
निम्नलिखित में निर्णय कौन लेता है ?
(a) सैनिक
(b) सरकार
(c) किसान
(d) जनता
उत्तर-
(b) सरकार

प्रश्न 45.
भारत के सरकारी सेवाओं एवं पदों में 27 प्रतिशत आरक्षण किसके लिए किया गया है?
(a) अगड़े वर्गों के लिए
(b) राजनैतिक वर्ग के लोगों के लिए
(c) पिछड़े वर्गों के लिए
(d) अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के लिए
उत्तर-
(c) पिछड़े वर्गों के लिए

प्रश्न 46.
किस तरह की शासन-व्यवस्था में सरकार मुख्य रूप से लोक-कल्याण के लिए कार्य करती है ?
(a) लोकतांत्रिक शासन में
(b) तानाशाही शासन में
(c) सैनिक शासन में
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) लोकतांत्रिक शासन में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 47.
निम्नलिखित में से कौन सरकार का अंग नहीं है ?
(a) विधायिका
(b) कार्यपालिका
(c) न्यायपालिका
(d) राजनीतिक दल
उत्तर-
(d) राजनीतिक दल

प्रश्न 48.
संसद में कितने सदन हैं ?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर-
(b) दो

प्रश्न 49.
केंद्रीय विधानमंडल किसे कहा जाता है ?
(a) विधानसभा
(b) न्यायपालिका
(c) संसद
(d) मंत्रिमंडल
उत्तर-
(c) संसद

प्रश्न 50.
निम्नलिखित में से कौन औपचारिक राजनैतिक संस्था नहीं है ?
(a) संसद
(b) प्रधानमंत्री
(c) केबिनेट
(d) दबाव समूह
उत्तर-
(d) दबाव समूह

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 51.
निम्नलिखित में से निर्णय लागू करने की जिम्मेदारी किसकी होती है ?
(a) विधायिका
(b) कार्यपालिका
(c) न्यायपालिका
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) कार्यपालिका

प्रश्न 52.
भारत में कैसी शासन-व्यवस्था है ?
(a) संघात्मक
(b) एकात्मक
(c) उपर्युक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) संघात्मक

प्रश्न 53.
भारत में आरक्षण निम्नलिखित में से किसे प्राप्त है ?
(a) पिछड़ा वर्ग को
(b) अगड़ा वर्ग को
(c) बुजुर्गों को
(d) बच्चों को
उत्तर-
(a) पिछड़ा वर्ग को

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 54.
निम्नलिखित में से कौन कार्यपालिका के अंतर्गत नहीं आता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राज्यपाल
(c) उच्च न्यायालय
(d) उपराष्ट्रपति
उत्तर-
(c) उच्च न्यायालय

प्रश्न 55.
निम्नलिखित में से किसकी अंतिम हस्ताक्षर होने के बाद कोई विधेयक कानून का रूप लेता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) उपराष्ट्रपति
(d) लोकसभा के अध्यक्ष
उत्तर-
(b) राष्ट्रपति

प्रश्न 56.
लोकतांत्रिक देशों में लोक-कल्याणकारी कार्य के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन कार्य सम्मिलित नहीं है ?
(a) धनवानों की सुरक्षा
(b) सबके लिए शिक्षा की व्यवस्था
(c) सबके लिए स्वास्थ्य की व्यवस्था
(d) विकास संबंधी कार्य करना
उत्तर-
(a) धनवानों की सुरक्षा

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 57.
निम्नलिखित में से कौन कार्य राज्यसभा का नहीं है ?
(a) साधारण विधेयक पास करना
(b) धन विधेयक पर संशोधन संबंधी सुझव देना
(c) मंत्रियों से प्रश्न पूछना
(d) अविश्वास प्रस्ताव लाना
उत्तर-
(d) अविश्वास प्रस्ताव लाना

प्रश्न 58.
लोकसभा का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है ?
(a) 6 वर्ष
(b) 5 वर्ष
(c) यह कभी भंग नहीं होता है
(d) 10 वर्ष
उत्तर-
(b) 5 वर्ष

प्रश्न 59.
लोकसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के कम से कम कितने सदस्यों का होना आवश्यक है ?
(a) 12 सदस्य
(b) 1 सदस्य
(c)2 सदस्य
(d) 10 सदस्य
उत्तर-
(c)2 सदस्य

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 60.
धन विधेयक सर्वप्रथम किस सदन में पेश किया जाता है ?
(a) किसी भी सदन में
(b) किसी भी सदन में नहीं।
(c) राज्यसभा में
(d) लोकसभा में
उत्तर-
(d) लोकसभा में

प्रश्न 61.
विधानसभा में सदस्यों की संख्या अधिकतम कितनी हो सकती है?
(a) 500
(b) 243
(c) 400
(d) अनिश्चित
उत्तर-
(a) 500

प्रश्न 62.
बिहार विधानपरिषद में सदस्यों की संख्या कितनी है ?
(a) 100
(b) 36
(c) 63
(d) 75
उत्तर-
(d) 75

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 63.
विधानपरिषद के संबंध में निम्नलिखित में से कौन कथन सत्य है ?
(a) यह एक स्थायी सदन है
(b) इसकी बैठक वर्ष में कम से कम एक बार अवश्य होनी चाहिए
(c) इसकी सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु 25 वर्ष है
(d) भारत में सभी राज्यों में विधानपरिषद है
उत्तर-
(a) यह एक स्थायी सदन है

प्रश्न 64.
राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) उपराष्ट्रपति
(c) लोकसभा के अध्यक्ष
(d) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
उत्तर-
(d) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश

प्रश्न 65.
विदेशी राजदूत एवं कूटनीतिज्ञ अपना परिचय-पत्र किसे पेश करते
(a) राष्ट्रपति को
(b) प्रधानमंत्री को
(c) उपराष्ट्रपति को
(d) किसी अन्य मंत्री को
उत्तर-
(a) राष्ट्रपति को

प्रश्न 66.
निम्नलिखित में से कौन राष्ट्रपति की विधायी शक्ति के अंतर्गत नहीं आता है ?
(a) संसद की बैठक बुलाना
(b) राज्यपाल की नियुक्ति करना
(c) दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाना
(d) अध्यादेश जारी करना
उत्तर-
(b) राज्यपाल की नियुक्ति करना

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 67.
उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
(b) राज्यपाल
(c) उपराष्ट्रपति
(d) राष्ट्रपति
उत्तर-
(d) राष्ट्रपति

प्रश्न 68.
राष्ट्रपति के निर्वाचन में निम्नलिखित में कौन मतदाता है ?
(a) विधानसभा के मनोनीत सदस्य
(b) राज्यपाल के मनोनीत सदस्य
(c) उपराष्ट्रपति
(d) लोकसभा के निर्वाचित सदस्य
उत्तर-
(d) लोकसभा के निर्वाचित सदस्य

प्रश्न 69.
भारत के राष्ट्रपति पर महाभियोग निम्न में से किस स्थिति में लगाया जा सकता है ?
(a) बीमार होने की स्थिति में
(b) देश से बाहर रहने की स्थिति में
(c) संविधान के उल्लंघन की स्थिति में
(d) प्रधानमंत्री के परामर्श से किसी मंत्री को बर्खास्त करने की स्थिति
उत्तर-
(c) संविधान के उल्लंघन की स्थिति में

प्रश्न 70.
सर्वोच्च न्यायालय में अन्य न्यायाधीशों की संख्या है
(a) 31
(b) 30
(c) 25
(d) 20
उत्तर-
(b) 30

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 71.
सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या में वृद्धि किसके द्वारा होती है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
(b) संसद
(c) राज्यों के उच्च न्यायालयों की समितियों द्वारा
(d) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के कमेटी द्वारा
उत्तर-
(b) संसद

प्रश्न 72.
सर्वोच्च न्यायालय में तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) संसद
(b) न्यायाधीशों का एक समूह
(c) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
(d) संघ लोक सेवा आयोग
उत्तर-
(c) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश

प्रश्न 73.
सवोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की योग्यता के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सही नहीं है ?
(a) वह भारत का नागरिक हो
(b) उच्च न्यायालयों में 10 वर्षों तक न्यायाधीश के रूप में काम करने का अनुभव
(c) राष्ट्रपति के विचार में कानून का ज्ञाता हो
(d) किसी उच्च न्यायालय में 10 वर्षों तक अधिवक्ता के रूप में कार्य करने का अनुभव
उत्तर-
(b) उच्च न्यायालयों में 10 वर्षों तक न्यायाधीश के रूप में काम करने का अनुभव

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 74.
सर्वोच्च न्यायालय स्थापित है
(a) मुंबई में
(b) चेन्नई में
(c) पटना में
(d) दिल्ली में
उत्तर-
(d) दिल्ली में

प्रश्न 75.
द्विसदनात्मक विधानमंडल में कितने सदन होते हैं ?
(a) पाँच
(b) चार
(c) तीन
(d) दो
उत्तर-
(d) दो

प्रश्न 76.
राष्ट्रपति को संसद का अंग मानने के लिए निम्नलिखित में से कौन तर्क सही है ?
(a) संसद के फैसले राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद लागू होते हैं
(b) संसद जनता के प्रतिनिधियों वाली संस्था है
(c) संसद संवैधानिक संस्था है
(d) राष्ट्रपति के चुनाव में संसद सदस्य भाग लेते हैं
उत्तर-
(a) संसद के फैसले राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद लागू होते हैं

प्रश्न 77.
राज्यसभा में बिहार से कितने सदस्यों का प्रतिनिधित्व है ? .
(a) 22
(b) 16
(c) 6
(d) 18
उत्तर-
(b) 16

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 78.
निम्नलिखित में से कौन राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए आवश्यक योग्यता नहीं है ?
(a) वह भारत का नागरिक हो
(b) उसकी उम्र 25 वर्ष हो
(c) वह लाभ के पद पर न हो
(d) वह अपराधी न हो
उत्तर-
(b) उसकी उम्र 25 वर्ष हो

प्रश्न 79.
निम्नलिखित में से कौन राज्यसभा का सभापति होता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) उपराष्ट्रपति
(d) राज्यपाल
उत्तर-
(c) उपराष्ट्रपति

प्रश्न 80.
जनप्रतिनिधियों के राष्ट्रीय सभा को भारत में किस नाम से जाना
जाता है ?
(a) राष्ट्रीय परिषद
(b) नेशनल असेंबली
(c) संसद
(d) राजनीतिक दल
उत्तर-
(c) संसद

प्रश्न 81.
मंत्रिपरिषद किस सदन के प्रति उत्तरदायी होता है ?
(a) तृतीय सदन
(b) निम्न सदन
(c) उच्च सदन
(d) दोनों सदनों के प्रति
उत्तर-
(b) निम्न सदन

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 82.
संसद के कितने सदन हैं ?
(a) एक सदन
(b) दो सदन
(c) तीन सदन
(d) एक भी सदन नहीं है
उत्तर-
(b) दो सदन

प्रश्न 83.
राज्यसभा में सदस्यों की संख्या कितनी है ?
(a) 238
(b) 545
(c) 552
(d) 250
उत्तर-
(d) 250

प्रश्न 84.
राज्यसभा का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है ?
(a) 6 वर्ष
(b) स्थायी सदन है
(c)5 वर्ष
(d) 2 वर्ष
उत्तर-
(b) स्थायी सदन है

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 85.
साधारण विधेयक को राज्यसभा में कितने दिनों तक रोककर रखा जा सकता है ?
(a) 14 दिन
(b) 6 महीना
(c) 5 वर्षों तक
(d) अनिश्चित काल तक
उत्तर-
(b) 6 महीना

प्रश्न 86.
लोकसभा में अधिकतम सदस्य संख्या कितनी हो सकती है ?
(a) 545
(b) 552
(c) 250
(d) 1000
उत्तर-
(b) 552

प्रश्न 87.
ग्राम कचहरी के प्रधान को क्या कहा जाता है ?
(a) मुखिया
(b) वार्ड सदस्य
(c) सरपंच
(d) प्रमुख
उत्तर-
(c) सरपंच

प्रश्न 88.
निम्नलिखित में से कौन राजस्व न्यायालय के अंतर्गत नहीं आता
(a) राजस्व परिषद
(b) ए. डी. एम.
(c) एल. आर. डी. सी.
(d) जिला जज का न्यायालय
उत्तर-
(d) जिला जज का न्यायालय

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 89.
अंतिम अपीलीय न्यायालय निम्नलिखित में से कौन है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) जिला न्यायालय
(c) जिला न्यायालय
(d) ग्राम कचहरी
उत्तर-
(a) सर्वोच्च न्यायालय

प्रश्न 90.
निम्नलिखित में से कौन अभिलेख न्यायालय है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) उच्च न्यायालय
(c) सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय दोनों

प्रश्न 91.
निम्नलिखित में से कौन-सा एक कारण है जिसके आधार पर . राष्ट्रपति राष्ट्रीय आपात की घोषणा कर सकते हैं ?
(a) वित्तीय संकट की स्थिति में
(b) राज्यों में संवैधानिक तंत्र विफल होने की स्थिति में
(c) युद्ध या बाहरी आक्रमण की स्थिति में
(d) इनमें से सभी स्थिति में
उत्तर-
(c) युद्ध या बाहरी आक्रमण की स्थिति में

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 92.
भारत में राष्ट्रपति शासन सर्वप्रथम किस राज्य में लागू हुआ?
(a) बिहार
(b) पंजाब
(c) केरल
(d) उत्तर प्रदेश
उत्तर-
(b) पंजाब

प्रश्न 93.
भारत में वित्तीय आपात की घोषणा कितनी बार की गई है ?
(a) तीन बार
(b) सौ से अधिक बार
(c) दो बार
(d) एक बार भी नहीं
उत्तर-
(d) एक बार भी नहीं

प्रश्न 94.
उपराष्ट्रपति किस सदन का पदेन सभापति होता है ?
(a) राज्यसभा का
(b) लोकसभा का
(c) उपर्युक्त दोनों का
(d) उपर्युक्त में से किसी का नहीं
उत्तर-
(a) राज्यसभा का

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 95.
उपराष्ट्रपति अपना त्याग-पत्र किसे सौंपता है ?
(a) प्रधानमंत्री को
(b) राज्यसभा के उपसभापति को
(c) राष्ट्रपति को
(d) लोकसभा के अध्यक्ष को
उत्तर-
(c) राष्ट्रपति को

प्रश्न 96.
राष्ट्रपति अपना कार्य किसकी सलाह और मंत्रणा से करता है ?
(a) राज्यपाल
(b) संघीय मंत्रिपरिषद
(c) उपराष्ट्रपति
(d) राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त एक कमेटी में ।
उत्तर-
(b) संघीय मंत्रिपरिषद

प्रश्न 97.
मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से किसके प्रति उत्तरदायी होता है ?
(a) लोकसभा के प्रति
(b) राज्यसभा के प्रति
(c) जनता के प्रति
(d) सर्वोच्च न्यायालय के प्रति
उत्तर-
(a) लोकसभा के प्रति

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 98.
संसद की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कौन करता है ?
(a) लोकसभा के अध्यक्ष
(b) राज्यसभा के सभापति
(c) राष्ट्रपति
(d) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
उत्तर-
(c) राष्ट्रपति

प्रश्न 99.
निम्नलिखित संस्थाओं में से कौन-सी देश के वर्तमान कानून में संशोधन कर सकती है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) राष्ट्रपति
(c) प्रधानमंत्री
(d) संसद
उत्तर-
(d) संसद

प्रश्न 100.
लोकसभा एवं विधानसभा द्वारा मंत्रिपरिषद् पर नियंत्रण रखने का निम्नलिखित में से कौन-सा साधन नहीं है ?
(a) अविश्वास प्रस्ताव
(b) कटौती प्रस्ताव
(c) हड़ताल एवं बंद का प्रस्ताव
(d) काम रोको प्रस्ताव
उत्तर-
(c) हड़ताल एवं बंद का प्रस्ताव

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 101.
राज्यों के विधानमंडल का स्वरूप केसा है ?
(a) केवल एक सदनात्मक
(b) केवल.द्विसदनात्मक
(c) एक सदनात्मक एवं द्विसदनात्मक दोनों का रूप
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) एक सदनात्मक एवं द्विसदनात्मक दोनों का रूप

प्रश्न 102.
निम्नलिखित में से किस राज्य में द्विसदनात्मक विधानमंडल नहीं है ?
(a) झारखंड
(b) बिहार
(c) उत्तर प्रदेश
(d) जम्मू-कश्मीर
उत्तर-
(a) झारखंड

प्रश्न 103.
अविभाजित बिहार में विधानसभा के सदस्यों की संख्या कितनी थी?
(a) 550
(b) 324
(c) 243
(d) 81
उत्तर-
(b) 324

प्रश्न 104.
निम्नलिखित में से कौन प्रशासनिक कार्य करता है ?
(a) विधायिका
(b) कार्यपालिका
(c) न्यायपालिका
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) कार्यपालिका

प्रश्न 105.
कार्यपालिका के रूप होते हैं
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
उत्तर-
(a) दो

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 106.
राष्ट्रपति निम्नलिखित में से किस कार्यपालिका के अंतर्गत आते हैं?
(a) स्थायी कार्यपालिका
(b) राजनैतिक कार्यपालिका
(c) उपर्युक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) राजनैतिक कार्यपालिका

प्रश्न 107.
भारत के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सही है ?
(a) यहाँ अर्द्धअध्यक्षात्मक कार्यपालिका है
(b) यहाँ अध्यक्षात्मक कार्यपालिका है
(c) यहाँ उपर्युक्त दोनों तरह की कार्यपालिका है
(d) यहाँ संसदीय कार्यपालिका है
उत्तर-
(d) यहाँ संसदीय कार्यपालिका है

प्रश्न 108.
भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति कौन थे ?
(a) एस. राधाकृष्णन
(b) बी. डी. जत्ती
(c) शंकर दयाल शर्मा
(d) हामिद अंसारी
उत्तर-
(a) एस. राधाकृष्णन

प्रश्न 109.
केंद्रीय सरकार का वास्तविक प्रधान निम्नलिखित में से कौन है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) उपराष्ट्रपति
(d) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
उत्तर-
(a) प्रधानमंत्री

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 110.
निम्नलिखित में से कौन बिहार के मुख्यमंत्री नहीं रहे हैं ?
(a) कर्पूरी ठाकुर
(b) राम सुंदर दास
(c) लालू प्रसाद
(d) राम विलास पासवान
उत्तर-
(d) राम विलास पासवान

प्रश्न 111.
निम्नलिखित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का हिस्सा होता है ?
(a) गृहमंत्री
(b) सचिव
(c) निर्देशक
(d) जिलाधीश
उत्तर-
(a) गृहमंत्री

प्रश्न 112.
राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है ?
(a) 10 वर्ष
(b) 6 वर्ष
(c) 5 वर्ष
(d) कभी समाप्त नहीं होता है
उत्तर-
(c) 5 वर्ष

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 113.
निम्नलिखित में से कौन-सी शक्ति राष्ट्रपति को प्राप्त नहीं है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करना
(b) उपराष्ट्रपति की नियुक्ति करना
(c) अध्यादेश जारी करना
(d) धन विधेयक पेश करने की अनुमति प्रदान करना
उत्तर-
(b) उपराष्ट्रपति की नियुक्ति करना

प्रश्न 114.
राज्यों में संवैधानिक तंत्र विफल होने पर राष्ट्रपति शासन की घोषणा कौन करता है ?
(a) राज्यपाल
(b) मुख्यमंत्री
(c) राष्ट्रपति
(d) गृहमंत्री
उत्तर-
(c) राष्ट्रपति

प्रश्न 115.
निम्नलिखित में से कौन संसद में धन विधेयक पेश करने की अनुमति प्रदान करता है ?
(a) वित्तमंत्री
(b) प्रधानमंत्री
(c) राष्ट्रपति
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) राष्ट्रपति

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 116.
निम्नलिखित में से कौन राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्ति नहीं
(a) खाद्यान्न का संकट
(b) राष्ट्रीय आपात
(c) राज्यों में संवैधानिक संकट
(d) वित्तीय संकट
उत्तर-
(a) खाद्यान्न का संकट

प्रश्न 117.
लोकतंत्र में विवादों के समाधान के लिए न्यायापालिका के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सही है ?
(a) न्यायाधीशों का मनमाना निर्णय
(b) कानून के शासन का सिद्धांत
(c) परिस्थिति की सिद्धांत के अनुसार निर्णय
(d) व्यक्ति की हैसियत के अनुसार निर्णय
उत्तर-
(b) कानून के शासन का सिद्धांत

प्रश्न 118.
न्यायपालिका की स्वतंत्रता के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सही नहीं है?
(a) न्यायपालिका पर कार्यपालिका का नियंत्रण होना चाहिए
(b) न्यायाधीश बिना डर एवं भय के निर्णय करें
(c) न्यायापालिका की सरकार के विभागों से मुक्त होना चाहिए
(d) न्यायपालिका के निर्णय में किसी तरह का हस्तक्षेप न हो
उत्तर-
(a) न्यायपालिका पर कार्यपालिका का नियंत्रण होना चाहिए

प्रश्न 119.
राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
(b) मुख्यमंत्री
(c) राष्ट्रपति
(d) विधानसभा के सदस्य
उत्तर-
(c) राष्ट्रपति

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 120.
राज्य मंत्रिपरिषद का प्रधान कौन होता है ??
(a) प्रधानमंत्री
(b) मुख्यमंत्री
(c) राज्यपाल
(d) केबिनेट मंत्री
उत्तर-
(b) मुख्यमंत्री

प्रश्न 121.
राज्य मंत्रिपरिषद का आकार कितना बड़ा होता है ?
(a) विधानसभा के कुल सदस्यों की संख्या का 15%
(b) विधानसभा के कुल सदस्यों की संख्या का 12%
(c) केंद्रीय मंत्रिपरिषद के बराबर
(d) कोई सीमा नहीं है
उत्तर-
(a) विधानसभा के कुल सदस्यों की संख्या का 15%

प्रश्न 122.
मुख्यमंत्री को शपथ निम्नलिखित में से कौन दिलाता ?
(a) राष्ट्रपति
(b) उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
(c) राज्यपाल
(d) प्रधानमंत्री
उत्तर-
(c) राज्यपाल

प्रश्न 123.
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री कौन थे ?
(a) श्रीमती इंदिरा गांधी
(b) लाल बहादुर शास्त्री
(c) गुलजारी लाल नंदा
(d) पं. जवाहरलाल नेहरू
उत्तर-
(d) पं. जवाहरलाल नेहरू

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 124.
निम्नलिखित में से कौन मंत्रिपरिषद का कार्य नहीं है ?
(a) मंत्रियों की नियुक्ति करना
(b) राष्ट्रीय नीति निर्धारण करना
(c) राष्ट्रपति को सलाह देना
(d) राष्ट्रपति के लिए अभिभाषण तैयार करना
उत्तर-
(a) मंत्रियों की नियुक्ति करना

प्रश्न 125.
प्रधानमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) लोकसभा के अध्यक्ष
(c) राज्यसभा के सभापति
(d) भारतीय नागरिक
उत्तर-
(a) राष्ट्रपति

प्रश्न 126.
निम्नलिखित में से किसके लिए यह योग्यता निर्धारित है कि लोकसभा में बहुमत दल का नेता हो ?
(a) राष्ट्रपति
(b) उपराष्ट्रपति
(c) मंत्री
(d) प्रधानमंत्री
उत्तर-
(d) प्रधानमंत्री

Bihar Board 9th Political Science Objective Answers Chapter 5 संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ

प्रश्न 127.
मंत्रिमंडल की बैठक कौन बुलाता है ?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राष्ट्रपति
(c) लोकसभा के अध्यक्ष
(d) उपराष्ट्रपति
उत्तर-
((a) प्रधानमंत्री