Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 1.
अमेरिकी संविधान कब लागू हुआ?
(a) 1787
(b) 1789
(c) 1791
(d) 1793
उत्तर-
(b) 1789

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 2.
विश्व में प्रथम लिखित संविधान किस देश में लागू हुआ?
(a) इंगलैंड
(b) फ्रांस
(c) अमेरिका
(d) स्पेन
उत्तर-
(c) अमेरिका

प्रश्न 3.
किस सन्धि के द्वारा अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम को मान्यता मिली?
(a) पेरिस की संधि
(b) विलाफ्रका की सन्धि
(c) न्यूली की सन्धि
(d) सेब्रे की सन्धि
उत्तर-
(a) पेरिस की संधि

प्रश्न 4.
अमेरिका में सबसे पहले किस देश ने अपने उपनिवेश स्थापित किये थे?
(a) इंगलैंड ने
(b) स्पेन ने
(c) जापान ने
(d) जर्मनी ने
उत्तर-
(b) स्पेन ने

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 5.
“प्रतिनिधित्व नहीं तो कर नहीं” का नारा किसने दिया था?
(a) लॉर्ड नार्थ ने
(b) सैमुअल एडम्स ने
(c) लॉर्ड कार्नवालिस ने
(d) टॉमस जेफर्सन ने
उत्तर-
(b) सैमुअल एडम्स ने

प्रश्न 6.
स्टाम्प एक्ट किसने लगाया था?
(a) ग्रेनविले ने
(b) लॉर्ड नार्थ ने
(c) छोटा पिट ने
(d) एडम स्मिथ ने
उत्तर-
(a) ग्रेनविले ने

प्रश्न 7.
पाँच असहनीय कानून किसने बनाये थे?
(a) लॉड पिट ने
(b) लॉर्ड नार्थ ने
(c) जॉर्ज तृतीय ने
(d) जॉर्ज वाशिंगटन ने
उत्तर-
(b) लॉर्ड नार्थ ने

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 8.
स्वाधीनता के पुत्र-पुत्रियाँ नामक संस्था स्थापित की गई:
(a) ब्रिटेन की रक्तहीन क्रान्ति के दौरान
(b) फ्रांस की क्रान्ति के दौरान
(c) अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान
(d) जर्मनी के एकीकरण के दौरान
उत्तर-
(c) अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान

प्रश्न 9.
अमेरिका का पता किसने लगाया?
(a) मैगलन
(b) वास्कोडिगामा
(c) कोलम्बस
(d) रेले
उत्तर-
(c) कोलम्बस

प्रश्न 10.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम का नायक कौन था?
(a) जैफरसन
(b) वाशिंगटन
(c) रॉकिघम
(d) कार्नवालिस
उत्तर-
(b) वाशिंगटन

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 11.
नेविगेशन एक्ट (नौवाहन अधिनियम) कब पास हुआ?
(a) 1750
(b) 1651
(c) 1752
(d) 1665
उत्तर-
(b) 1651

प्रश्न 12.
फिलाडेल्फिया का दूसरा सम्मेलन किस वर्ष हुआ था?
(a) 4 जुलाई, 1776 ई. में
(b) 5 सितम्बर, 1775 ई. में
(c)4 जुलाई, 1775 ई. में
(d)4 जुलाई, 1772 ई. में
उत्तर-
(a) 4 जुलाई, 1776 ई. में

प्रश्न 13.
स्वतन्त्रता का घोषणा पत्र किसने तैयार किया था?
(a) जॉर्ज वाशिंगटन ने
(b) लॉर्ड कार्नवालिस ने
(c) टॉमस जैफर्सन
(d) वुडरो विल्सन ने
उत्तर-
(c) टॉमस जैफर्सन

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 14.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम में किस देश ने उपनिवेशों की सहायता की?
(a) प्रशा ने
(b) फ्रांस ने
(c) इटली ने
(d) रूस ने
उत्तर-
(b) फ्रांस ने

प्रश्न 15.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम का तात्कालिक कारण क्या था?
(a) पेरिस की संधि
(b) बोस्टन टी पार्टी
(c) क्यूबेक एक्ट
(d) स्टाम्प एक्ट
उत्तर-
(b) बोस्टन टी पार्टी

प्रश्न 16.
स्वाधीनता के पुत्र-पुत्रियाँ” नामक संस्था स्थापित की गई:
(a) ब्रिटेन की रक्तहीन क्रान्ति के दौरान
(b) फ्रांस की क्रान्ति के दौरान
(c) अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान
(d) जर्मनी के एकीकरण के दौरान
उत्तर-
(c) अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 17.
अमेरिकी उपनिवेशों का सेनापति कौन था?
(a) जॉर्ज वाशिंगटन
(b) जेफर्सन
(c) लिंकन
(d) रूजवेल्ट
उत्तर-
(a) जॉर्ज वाशिंगटन

प्रश्न 18.
अमेरिका की राजधानी कहाँ है?
(a) न्यूयॉर्क
(b) कैलिफोर्निया
(c) वाशिंगटन
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) वाशिंगटन

प्रश्न 19.
‘कॉमनसेंस’ की रचना किसने की थी?
(a) जैफर्सन
(b) टॉमस पेन
(c) वाशिंगटन
(d) लफायते
उत्तर-
(b) टॉमस पेन

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 20.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम में किस वर्ग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?
(a) सैनिक वर्ग
(b) पूँजीपति वर्ग
(c) मध्यम वर्ग
(d) किसान वर्ग
उत्तर-
(c) मध्यम वर्ग

प्रश्न 21.
क्रिस्टोफर कोलम्बस कहाँ का निवासी था?
(a) जर्मनी
(b) जेनेवा
(c) इंगलैंड
(d) फ्रांस
उत्तर-
(b) जेनेवा

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 22.
सप्तवर्षीय युद्ध में किस देश की विजय हुई?
(a) फ्रांस
(b) इंगलैंड
(c) अमेरिका
(d) जर्मनी
उत्तर-
(b) इंगलैंड

प्रश्न 23.
फिलाडेफिया की प्रथम कांग्रेस कब हुई?
(a) 1775
(b) 1774
(c) 1777
(d) 1776
उत्तर-
(b) 1774

प्रश्न 24.
अमेरिका कब स्वतन्त्र हुआ?
(a) 1783
(b) 1776
(c) 1774
(d) 1781
उत्तर-
(a) 1783

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 25.
इंगलैंड ने उत्तरी अमेरिका में अपने कितने उपनिवेश स्थापित किये
(a) बारह
(b) तेरह
(c) चौदह
(d) पन्द्रह
उत्तर-
(b) तेरह

प्रश्न 26.
पन्द्रहवीं शताब्दी के अंत में अमेरिका का पता किसने लगाया था?
(a) वास्को-डि-गामा ने
(b) मार्कोपोलो ने ।
(c) कोलम्बस ने
(d) अमेरिगो वेस्युस्सी ने
उत्तर-
(c) कोलम्बस ने

प्रश्न 27.
सप्तवर्षीय युद्ध किन दो देशों के बीच हुआ?
(a) ब्रिटेन-अमेरिका
(b) फ्रांस-कनाडा
(c) ब्रिटेन-फ्रांस
(d) अमेरिका-कनाडा
उत्तर-
(c) ब्रिटेन-फ्रांस

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 28.
अमेरिकी स्वतंत्रता-संग्राम के समय इंगलैंड का राजा कौन था?
(a) जॉर्ज तृतीय
(b) जॉर्ज द्वितीय
(c) जेम्स प्रथम
(d) जेम्स द्वितीय
उत्तर-
(a) जॉर्ज तृतीय

प्रश्न 29.
किस सन्धि के द्वारा अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम को मान्यता मिली?
(a) पेरिस की सन्धिा
(b) न्यूली की सन्धि
(c) वर्साय की सन्धि
(d) सेब्रे की सन्धि
उत्तर-
(a) पेरिस की सन्धिा

प्रश्न 30.
स्टाम्प एक्ट किस वर्ष पारित हुआ था?
(a) 1765
(b) 1764
(c) 1766
(d) 1767
उत्तर-
(a) 1765

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 31.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम में अंग्रेजों का सेनापति कौन था?
(a) वाशिंगटन
(b) वेलेजली
(c) कार्नवालिस
(d) कर्जन
उत्तर-
(c) कार्नवालिस

प्रश्न 32.
‘क्यूबेक एक्ट’ किस देश के लिए पास हुआ?
(a) कनाडा
(b) जापान
(c) फ्रांस
(d) रूस
उत्तर-
(a) कनाडा

प्रश्न 33.
‘आयरिश फ्री स्टेट’ किस स्टेट को कहा गया?
(a) इंगलैंड
(b) आयरलैंड
(c) कनाडा
(d) अमेरिका
उत्तर-
(d) अमेरिका

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 34.
‘नई दुनिया’ किस देश को कहा जाता है?
(a) भारत
(b) अमेरिका
(c) कनाडा
(d) इंगलैंड
उत्तर-
(b) अमेरिका

प्रश्न 35.
‘शक्ति पृथक्करण सिद्धान्त’ किसने दिया था?
(a) लार्ड नार्थ ने
(b) मॉन्टेस्क्यू ने ।
(c) जॉर्ज वाशिंगटन ने
(d) लफायते ने
उत्तर-
(b) मॉन्टेस्क्यू ने ।

प्रश्न 36.
किस वर्ष आयरलैंड की संसद को स्वतंत्र स्थान प्राप्त हुआ?
(a) 1782 ई. में
(b) 1783 ई. में
(c) 1784 ई. में
(d) 1785 ई. में
उत्तर-
(a) 1782 ई. में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 37.
अमेरिका उपनिवेशों के प्रशासन का प्रधान कौन होता था?
(a) गवर्नर
(b) सेनापति
(c) राष्ट्रपति
(d) सामंत
उत्तर-
(a) गवर्नर

प्रश्न 38.
अमेरिका का प्रथम राष्ट्रपति कौन बना?
(a) जैफरसन
(b) हेमिल्टन
(c) लिंकन
(d) वाशिंगटन.
उत्तर-
(d) वाशिंगटन.

प्रश्न 39.
बोस्टन की चाय-पार्टी घटना घटी वर्षः
(a) 1765 में
(b) 1767 में
(c) 1766 में
(d) 1773 में
उत्तर-
(d) 1773 में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 40.
किस क्रान्ति में नारा दिया गया-“प्रतिनिधित्व के बिना कर नहीं”।
(a) इंगलैंड की रक्तहीन क्रान्ति
(b) फ्रांसीसी क्रान्ति में
(c) रूसी क्रान्ति में
(d) अमेरिका के स्वंतत्रता संग्राम में
उत्तर-
(d) अमेरिका के स्वंतत्रता संग्राम में

प्रश्न 41.
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम का पहला युद्ध हुआ वर्षः
(a) 1774 में
(b) 1775 में
(c) 1776 में
(d) 1781 में
उत्तर-
(b) 1775 में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 42.
अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का पहला युद्ध हुआ था?
(a) 18 अप्रैल, 1775 ई. में.
(b) 17 अप्रैल, 1774 ई. में
(c) 20 अप्रैल, 1770 ई. में
(d) 18 अप्रैल, 1774 ई. में
उत्तर-
(a) 18 अप्रैल, 1775 ई. में.

प्रश्न 43.
अमेरिकी स्वतन्त्रता संग्राम का पहला युद्ध कहाँ हुआ था?
(a) न्यू हैंपशायर में
(b) फिलाडेलफिया में
(c) लेक्सिंगटन में
(d) मेरीलैंड में
उत्तर-
(c) लेक्सिंगटन में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 44.
जॉर्ज तृतीय की किस नीति के कारण उपनिवेशवासियों में आक्रोश पनपा?
(a) प्रजातीय विभेद की नीति
(b) व्यक्तिगत शासन की नीति
(c) धार्मिक उत्पीड़न की नीति
(d) व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर प्रतिबन्ध
उत्तर-
(b) व्यक्तिगत शासन की नीति

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम

प्रश्न 45.
अमेरिकी अनिवेशवासी ईसाई धर्म के किस संप्रदाय को मानने वाले थे?
(a) ऐग्लिकन
(b) प्यूरिटन
(c) जेसुइट
(d) कॉल्विनवाद
उत्तर-
(b) प्यूरिटन

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

Bihar Board Class 12 History विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास Textbook Questions and Answers

उत्तर दीजिए (लगभग 100-150 शब्दों में)

प्रश्न 1.
क्या उपनिषदों में दार्शनिकों के विचार नियतिवादियों और भौतिकवादियों से भिन्न थे? अपने जवाब के पक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर:
उपनिषदों में दार्शनिकों के विचार नियतिवादियों और भौतिकवादियों से भिन्न थे। उपनिषदों में दार्शनिकों के विचार हैं कि लोग जीवन का अर्थ, मृत्यु के बाद जीवन की सम्भावना और पुनर्जन्म के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।

ऐसा विचार व्यक्त किया जाता है कि पूर्व जन्म के कर्मों से पुनर्जन्म निर्धारित होता है। नियतिवादी या भौतिकवादी लोग विश्वास करते थे कि सब कुछ पूर्व निर्धारित है। तात्पर्य यह है कि व्यक्ति के कर्मों का निर्धारण उसके जन्म से पहले हो जाता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 2.
जैन धर्म की महत्त्वपूर्ण शिक्षाओं का संक्षेप में लिखिए। उत्तर-जैन धर्म की महत्त्वपूर्ण शिक्षायें:
1. मोक्ष प्राप्ति:
आत्मा को कर्म बंधन से मुक्त करने को मुक्ति या निर्वाण कहा जाता है। जैन धर्म के अनुसार मोक्ष अर्थात् निर्वाण पाना प्रत्येक मनुष्य के जीवन का लक्ष्य है। निर्वाण पाने के तीन साधन-सम्यक् विश्वास, सम्यक ज्ञान और सम्यक् चरित्र हैं। जैनी इन्हें त्रिरत्न कहते हैं।

2. अहिंसा:
जैन धर्म में अहिंसा पर सबसे अधिक बल दिया गया है। अहिंसा का अभिप्राय है-किसी जीवधारी को कष्ट न देना। जैनी पशु-पक्षी तथा पेड़-पौधों को भी जीव मानते हैं। उनके अनुसार व्यक्ति को किसी भी जीव (मानव, पशु-पक्षी और पेड़-पौधे आदि) को मन, वाणी या कर्म से दुःख नहीं देना चाहिए। यही कारण है कि जैनी नंगे पाँव चलते हैं, पानी छानकर पीते हैं तथा मुँह पर पट्टी बाँधते हैं ताकि कोई जीव-हत्या न हो जाए।

3. घोर तपस्या और आत्म-त्याग:
जैनी घोर तपस्या तथा शरीर को अधिक कष्ट देने में विश्वास रखते हैं। उनका विश्वास है कि भूखे रहकर प्राण त्यागने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है।

4. ईश्वर में अविश्वास:
जैनी ईश्वर के अस्तित्त्व को नहीं मानते हैं और ईश्वर की अपेक्षा तीर्थंकरों की पूजा करते हैं।

5. जाति-प्रथा में अविश्वास:
जैन धर्मावलंबियों के अनुसार इस धर्म में विश्वास रखने वाले समान हैं।

6. वेदों और संस्कृत भाषा की पवित्रता में अविश्वास:
जैन धर्म के अनुसार वेद ईश्वरीय ज्ञान नहीं और संस्कृत पवित्र भाषा नहीं है।

7. यज्ञ और बलि आदि में अविश्वास:
जैनी यज्ञ-हवन को मोक्ष पाने के लिए आवश्यक नहीं समझते। वे पशु-बलि का भी विरोध करते हैं।

8. पुनर्जन्म और कर्म सिद्धांत में विश्वास:
जैनी इस बात में विश्वास रखते हैं कि अच्छे जन्म का कारण बनते हैं और बुरे कर्म बुरे जन्म का। इसलिए व्यक्ति को अच्छा जन्म पाने के लिए अच्छे कर्म करने चाहिए।

9. उच्च नैतिक जीवन:
महावीर स्वामी ने अपने अनुयायियों को चोरी-चुगली, लोभ, क्रोध आदि से दूर रहकर सदाचारी बनने का उपदेश दिया। महावीर स्वामी की मृत्यु के बाद जैन धर्म श्वेताम्बर और दिगम्बर नाम के दो सम्प्रदायों में बाँट गया। श्वेताम्बर सफेद वस्त्र पहनते हैं, जबकि दिगम्बर नंगे रहते हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 3.
सांची के स्तूप के संरक्षण में भोपाल की बेगमों की भूमिका की चर्चा कीजिए। अथवा, “सांची के स्तूप के अवशेषों के संरक्षण में भोपाल की बेगमों ने बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।” प्रमाणित कीजिए।
उत्तर:
सांची के स्तूप के संरक्षण में भोपाल की बेगमों की भूमिका –

  1. भोपाल के शासकों, शाहजहाँ बेगम और उनकी उत्तराधिकारी सुल्तानजहाँ बेगम का सांची स्तूप के संरक्षण में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने प्राचीन स्थल के रख-रखाव के लिए आर्थिक अनुदान दिया।
  2. जॉन मार्शल द्वारा सांची के स्तूप पर लिखे गए विस्तृत ग्रंथ के प्रकाशन में सुल्तानजहाँ बेगम ने अनुदान दिया। यही कारण था कि जॉन मार्शल ने अपने महत्त्वपूर्ण ग्रंथों को सुल्तानजहाँ को समर्पित किया।
  3. सुल्तानजहाँ बेगम ने वहाँ पर एक संग्रहालय और अतिथिशाला बनाने के लिए भी अनुदान दिया।
  4. भोपाल की बेगमों के प्रयास से सांची का स्तूप सुरक्षित रहा और किसी अन्य के हाथ में नहीं जा सका।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित संक्षिप्त अभिलेख को पढ़िए और जवाब दीजिए:
महाराजा हुविष्क (एक कुषाण शासक) के तैंतीसवें साल में गर्म मौसम के पहले महीने के आठवें दिन त्रिपिटक जानने वाले भिक्खु बल की शिष्या, त्रिपिटक जानने वाली बुद्धमिता के बहन की बेटी भिक्खुनी धनवती ने अपने माता-पिता के साथ मधुवनक में बोधिसत्त की मूर्ति स्थापित की।

  1. (क) धनवती ने अपने अभिलेख की तारीख कैसे निश्चित की?
  2. (ख) आपके अनुसार उन्होंने बोधिसत्त की मूर्ति क्यों स्थापित की?
  3. (ग) वे अपने किन रिश्तेदारों का नाम लेती है?
  4. (घ) वे कौन-से बौद्ध ग्रंथों को जानती थी?
  5. (ङ) उन्होंने ये पाठ किससे सीखे थे?

उत्तर:

  1. (क) धनवती ने अपने अभिलेख की तारीख हुविष्क (कुषाण शासक) के शासन काल के आधार पर निश्चित की। यह अभिलेख हुविष्क के शासन के तैंतीसवें वर्ष अर्थात् 138 सा०यु० में उत्कीर्ण किया गया।
  2. (ख) धनवती ने बोधिसत्त की मूर्ति बौद्ध धर्म और बुद्ध के सम्मान में स्थापित की।
  3. (ग) धनवती अपनी मौसी बुद्धमिता और अपने माता-पिता का नाम लेती है।
  4. (घ) धनवती को त्रिपिटक का ज्ञान था।
  5. (ङ) उसने यह पाठ बुद्धमिता से सीखा था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 5.
आपके अनुसार स्त्री-पुरुषा संघ में क्यों जाते थे?
उत्तर:
स्त्री-पुरुष के संघ में शामिल होने के निम्नलिखित कारण थे –

  1. वे बुद्ध की शिक्षाओं से प्रभावित थे।
  2. वे बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का प्रचार करना चाहते थे।
  3. कई स्त्रियाँ धम्म की उपदेशिकाएँ बन गई थी।
  4. वे थेरी बनना चाहते थे अर्थात् निर्वाण प्राप्त करना चाहते थे।
  5. वे प्रचलित धार्मिक प्रथा (वैदिक धर्म) से खुश नहीं थे और उसे समाप्त करना चाहते थे।

निम्नलिखित पर एक संक्षिप्त निबंध लिखिए। (लगभग 500 शब्दों में)

प्रश्न 6.
सांची की मूर्तिकला को समझने में बौद्ध साहित्य के ज्ञान से कहाँ तक सहायता मिलती है?
उत्तर:
सांची की मूर्तिकला को समझने में बौद्ध साहित्य के ज्ञान का योगदान –
1. बौद्ध साहित्य के जातकों में अनेक कहानियाँ दी गई हैं। सांची की मूर्तियों को इनसे जोड़ा जाता है। उदाहरणार्थ-सांची की मूर्तिकला में ऐसा दृश्य है जो वेसान्तर जातक से मिलता है। इसमें एक दानी राजकुमार अपना सब कुछ एक ब्राह्मण को सौंपकर जंगल में चला जाता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें सांस्कृतिक विकास img 1

2. सांची की मूर्तिकला को समझने के लिए इतिहासकारों को बुद्ध के चरित्र लेखन से भी सहायता मिलती है। बौद्ध चरित्र लेखन के अनुसार एक वृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई। कई प्रारंभिक मूर्तिकारों ने बुद्ध को मानव रूप में न दिखाकर उनकी उपस्थिति प्रतीकों के माध्यम से दर्शाने का प्रयास किया। उदाहरण के लिए रिक्त स्थान से।

3. बुद्ध के ध्यान की दशा तथा स्तूप परिनिर्वाण के प्रतीक बन गये। चक्र का भी प्रतीक के रूप में प्रयोग किया गया है। यह बुद्ध द्वारा सारनाथ में दिए गए पहले उपदेश का प्रतीक था।

4. सांची की मूर्तिकला को समझने के लिए इतिहासकारों को लोक परम्परा को समझना पड़ता है। सांची में एक जैसी अनेक मूर्तियाँ उत्कीर्ण हैं। इनका सीधा संबंध बौद्ध धर्म से नहीं है। कुछ सुन्दर स्त्रियाँ जो तोरणद्वारों के किनारे एक पेड़ पकड़कर झूल रही हैं। इसे शालभंजिका की मूर्ति कहा जाता है। यह उर्वराशक्ति की प्रतीक है।

5. सांची के स्तूप में कई स्थानों पर हाथी, घोड़े, बंदर और गाय, बैल आदि उत्कीर्ण हैं। संभवतः ये मूर्तियाँ मनुष्य के गुणों की प्रतीक हैं। उदाहरणार्थ की मूर्ति शक्ति का प्रतीक है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 7.
चित्र 4.2 और 4.3 में सांची से लिए एक दो परिदृश्य दिए गए हैं आपको इनमें क्या नजर आता है? वास्तुकला, पेड़-पौधे, और जानवरों को ध्यान से देखकर तथा लोगों के काम-धंधों को पहचान कर यह बताइए कि इनमें से कौन-से ग्रामीण और कौन-से शहरी परिदृश्य हैं?

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें सांस्कृतिक विकास img 2

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें सांस्कृतिक विकास img 3

उत्तर:
चित्र 4.2 में कुछ स्त्रियों को आभूषण धारण किये हुए दिखाया गया है। इस चित्र की बायीं ओर दो झोपड़ियाँ हैं। इनके दरवाजे पर स्त्रियाँ बैठी हुई हैं। इसमें कुछ जानवरों यथा-हिरण, भैंस और घास-फूस की आकृतियाँ हैं। इसमें कुछ योद्धाओं के चित्र हैं जो धनुष-बाण धारण किये हैं और इसके बायीं ओर एक पेड़ है। इसके नीचे सम्भवतः तालाब है जिसमें भैंसे नहा रही हैं। कुछ फर्न और शैवाल भी दिखाये गये हैं। इसके नीचे रेलिंग है। निश्चित रूप से यह ग्रामीण परिदृश्य है।

चित्र 4.3 में सुन्दर पक्के स्तम्भ हैं जिसके ऊपर विभिन्न जानवर यथा-घोड़े, हाथी, शेर आदि दिखाये गये हैं। सम्भवतः यह एक हाल है जिसमें नृत्य संगीत का कार्यक्रम चल रहा है और नगरवासी एकत्रित हैं। नीचे भी वही दृश्य है परंतु भवन के झरोखे भी दिखाई दे रहे हैं। यह निश्चित रूप से शहरी परिदृश्य है।

प्रश्न 8.
वैष्णववाद और शैववाद के उदय से जुड़ी वास्तुकला और मूर्तिकला के विकास की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
वैष्णववाद और शैववाद के उदय से जुड़ी वास्तुकला और मूर्तिकला का विकास: वैष्णववाद वह मत है जिसमें भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। विष्णुवाद के अनुयायी विष्णु को सर्वोच्च मानते हैं तथा हरि के नाम से पुकारते हैं। उनकी बड़ी श्रद्धा से पूजा करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि विष्णु ने भिन्न-भिन्न समय पर भिन्न-भिन्न रूपों में इस धरती पर अवतार लिये। यह अवतार कभी मानव तथा कभी पशु के रूप में प्रकट होते थे। भगवान विष्णु विश्व को संकट से मुक्त कराने के लिए धरती पर बार-बार जन्म लेते हैं। इन अवतारों की संख्या दस है:

  1. मत्स्य
  2. कूर्म
  3. वराह
  4. नरसिंह
  5. वामन
  6. परशुराम
  7. राम
  8. कृष्ण
  9. बुद्ध
  10. कल्कि।

विष्णु की भक्ति से सम्पूर्ण मानव जाति को सुख प्राप्त होता है। विष्णु के कई अवतारों को मूर्तियों के रूप में दिखाया गया है। दूसरे देवताओं की भी मूर्तियों बनाई गईं। शिव को उनके प्रतीक लिंग के रूप में बनाया जाता था। लेकिन उन्हें कई बार मनुष्य के रूप में दिखाया गया है।

शैववाद में शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। लगता है शैववाद सैन्धव सभ्यता से आरंभ हो गया था। वहाँ से अनेक शिवलिंग मिले हैं। शैववाद का उदय ऋग्वेद में दिये गये रुद्र के विचार से हुआ है। शिवजी को नृत्य का देवता अथवा नटराज भी कहते हैं।

शैव मत के अनुयायी शिव व पार्वती को महादेव और महादेवी कहते हैं। पार्वती सुन्दरता तथा नम्रता की देवी है। उसकी दुर्गा अथवा काली के रूप में भी पूजा की जाती है। कुछ शिवभक्त शिव के प्रतीक लोहे के त्रिशूल हाथ में उठाये रखते हैं। अन्य शिवभक्त शिवजी की लिंग के रूप में पूजा करते हैं।

उत्तरी भारत में शिवजी की कई अन्य रूपों में पूजा की जाती है जैसे कि रूद्र, नानीरुद्र, नंदीश, हर, नरेन्द्र, महाकाल, भैरव आदि । आरंभिक शैववाद को पशुपति संप्रदाय कहा जाता था । अर्थात् उन्हें पशुओं का देवता माना जाता था। शिव को बाद में स्वामी अथवा पति माना जाता था इन्हें जीवों को मुक्ति प्रदाता समझा जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 9.
स्तूप क्यों और कैसे बनाये जाते थे? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
स्तूप निर्माण के कारण:
स्तूप एक पवित्र स्थान माना जाता है क्योंकि इन स्थानों पर महात्मा बुद्ध की अस्थियाँ या उससे सम्बन्धित वस्तुएँ दबायी गई हैं। टीलेनुमा इन स्तूपों की बुद्ध तथा बौद्धधर्म के प्रतीक मानकर पूजा की जाती थी।

अशोकावदान से ज्ञात होता है कि अशोक ने सभी प्रसिद्ध नगरों में स्तूप बनाने का आदेश दिया था। भरहुत, सांची सारनाथ के स्तूप सा०यु०पू० द्वितीय शताब्दी तक बन गये थे।

स्तूप निर्माण की विधि:
इन स्तूपों का निर्माण दान द्वारा किया गया था। दान देने वालों में राजा, शिल्पकार और व्यापारी आदि शामिल थे। इसमें कुछ पुरुष, महिलायें, भिक्षुक और भिक्षुणियाँ भी शामिल थीं। आरंभ में स्तूप अर्द्धगोलाकार रूप में जमाई गई मिट्टी के बनाए जाते थे।

इसे अंड भी कहने थे। आगे चलकर इसमें अनेक वस्तुएँ जुड़ गईं। यह चौकोर और गोल आकारों का मिश्रित रू; बना। अंड के ऊपर छज्जे जैसी आकृति या हर्मिक बनने लगी थी। इसको देवताओं का निवा: माना जाता था। हर्मिका से एक मस्तूल निकलता था जिसे यष्टि कहते थे। स्तूप के चारों ओर वेदिका होती थी। सांची और भरहुत के स्तूपों में तोरणद्वार और वेदिकायें हैं। ये बांस या लकड़ी के घेरे होते थे। इसी प्रकार की कुछ अन्य संरचनायें कुछ दूसरे स्तूपों में मिलती हैं।

मानचित्र कार्य

प्रश्न 10.
विश्व के रेखांकित मानचित्र पर उन इलाकों पर निशान लगाइये जहाँ बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ। उपमहाद्वीप से इन इलाकों को जोड़ने वाले जल और स्थल मार्गों को दिखाइये।
उत्तर:

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें सांस्कृतिक विकास img 4

परियोजना कार्य (कोई एक)

प्रश्न 11.
इस अध्याय में चर्चित धार्मिक परम्पराओं में से क्या कोई परम्परा आपके अड़ोस-पड़ोस में मानी जाती है? आज किन धार्मिक ग्रंथों का प्रयोग किया जाता है? उन्हें कैसे संरक्षित और संप्रेषित किया जाता है? क्या पूजा में मूर्तियों का प्रयोग होता है? यदि हाँ तो क्या ये मूर्तियाँ इस अध्याय में लिखी गई मूर्तियों से मिलती-जुलती हैं या अलग हैं? धार्मिक कृत्यों के लिए प्रयुक्त इमारतों की तुलना प्रारंभिक स्तूपों और मंदिरों से कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 12.
इस अध्याय में वर्णित धार्मिक परम्पराओं से जुड़े अलग-अलग काल और इलाकों की कम से पाँच मूर्तियों और चित्रों की तस्वीरें इकट्ठी कीजिए। उनके शीर्षक हटाकर प्रत्येक दो लोगों को दिखाइए और उन्हें इसके बारे में बताने को कहिए। उनके वर्णनों की तुलना करते हुए अपनी खोज रिपोर्ट लिखिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास Additional Important Questions and Answers

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
साण्युपू0 600 से सायु० 600 तक सांस्कृतिक विकास जानने के कौन-कौन से स्रोत हैं?
उत्तर:

  1. साहित्यिक स्रोतों में बौद्ध, जैन और ब्राह्मणों ग्रंथों से जानकारी मिलती है।
  2. पुरातात्विक साधनों में इमारतों, अभिलेखों एवं सांची के स्तूप से विशेष जानकारी मिलती है।

प्रश्न 2.
सांची कहाँ स्थित है?
उत्तर:

  1. यह भोपाल से 20 मील पर उत्तर-पूर्व की ओर पहाड़ी की तलहटी में स्थित एक गाँव है।
  2. यहाँ प्राचीन अवशेषों की भरमार है जिसमें बौद्धकालीन तोरणद्वार और पत्थर की मूर्तियाँ मिलती हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 3.
सायु०पू० प्रथम शताब्दी को विश्व में युगांतरकारी काल क्यों माना जाता है?
उत्तर:

  1. इस युग में ईरान में जरथुस्ट, चीन में खुंगत्सी, यूनान में सुकरात, प्लेटो, अरस्तू और भारत में महावीर, बुद्ध और अन्य चिंतकों का जन्म हुआ।
  2. उन्होंने जीवन के रहस्यों, जनता और विश्व व्यवस्था के संबंध को समझने का प्रयास किया।

प्रश्न 4.
सांची स्तूप के अवशेषों को यूरोपीय लोगों से कैसे बचाया जा सका?
उत्तर:
शाहजहाँ बेगम के अथक प्रयासों से।

प्रश्न 5.
निर्वाण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
बौद्ध साहित्य में निर्वाण का अर्थ जन्म-मरण के चक्र से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त करना है। यह हमेशा मनुष्य के सत्कार्यों से संभव होता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 6.
तीर्थंकर का क्या अर्थ है?
उत्तर:

  1. जैन धर्म के संस्थापक महावीर से पहले के 23 धर्म गुरुओं या आचार्यों को तीर्थंकर कहते हैं। महावीर स्वामी को 24 वाँ तीर्थंकर माना जाता है।
  2. जैन लोग तीर्थंकरों की पूजा करते हैं। ये जैनों के लिए हिन्दुओं के देवताओं के समान थे।

प्रश्न 7.
उपनिषदों में किस प्रकार के विचार मिलते हैं?
उत्तर:

  1. उपनिषद् के विचारों से प्रकट होता है कि लोग जीवन का अर्थ, मृत्यु के बाद जीवन की संभावना और पुनर्जन्म के बारे में जानने के इच्छुक थे।
  2. लोग ऐसा उपाय या मार्ग पाने के इच्छुक थे जो उन्हें परम यथार्थ की प्रकृति को समझ सके और उसको अभिव्यक्त करने की योग्यता दे सके।
  3. यज्ञों के महत्त्व के बारे में भी विचार मिलते हैं।

प्रश्न 8.
त्रिपिटक का क्या महत्त्व है?
उत्तर:

  1. विनय पिटक में संघ या बौद्ध मठों में रहने वाले लोगों के लिए नियमों का संग्रह था।
  2. सुत्तपिटक में बुद्ध की शिक्षायें हैं।
  3. अभिधम्म में दर्शन से जुड़े विषय है।

प्रश्न 9.
सुत्तपिटक के अनुसार मनुष्य की मृत्यु के पश्चात् उसके तत्त्व कहाँ मिल जाते हैं?
उत्तर:
इसके अनुसार मृत्यु पश्चात् मनुष्य के शरीर का मिट्टी वाला अंश पृथ्वी में, जल वाला हिस्सा जल में, गर्मी वाला अंश आग में तथा सांस का अंश वायु में वापस मिल जाता है। इसी तरह इन्द्रियाँ भी अंतरिक्ष में विलीन हो जाती है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 10.
श्वेताम्बर का क्या अर्थ है?
उत्तर:

  1. जैन धर्म का वह सम्प्रदाय जो श्वेत वस्त्र धाण करता था उसे श्वेताम्बर कहा गया।
  2. इस सम्प्रदाय के अनुयायी प्रायः उत्तर भारत में थे।

प्रश्न 11.
सुत्तपिटक के अनुसार मालिकों को सेवकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए।
उत्तर:
मालिक को अपने नौकरों और कर्मचारियों की पाँच प्रकार से देखभाल करनी चाहिए

  1. उनकी क्षमता के अनुसार उन्हें काम देकर।
  2. उन्हें भोजन और मजदूरी देकर।
  3. बीमार पड़ने पर उनकी परिचर्या करके।
  4. उनके साथ सुस्वाद भोजन बांटकर।
  5. समय-समय पर उन्हें अवकाश देकर।

प्रश्न 12.
मध्यम मार्ग का क्या आशय है?
उत्तर:
मध्यम मार्ग का अर्थ है-विलासिता और कठोर तपस्या दोनों मार्गों से हटकर सहज जीवन बिताना।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 13.
अष्टांगिक मार्ग क्या है?
उत्तर:
महात्मा बुद्ध द्वारा निर्वाण प्राप्त करने के लिए जिस मार्ग को अपनाने के लिए कहा गया उसे अष्टांगिक मार्ग कहा जाता है। इस मार्ग के आठ अंग निम्नलिखित हैं –

  1. सम्यक् दृष्टि
  2. सम्यक् वचन
  3. सम्यक् जीविका
  4. सम्यक् स्मृति
  5. सम्यक् संकल्प
  6. सम्यक् कर्म
  7. सम्यक् व्यायाम
  8. सम्यक् समाधि।

प्रश्न 14.
हीनयान सम्प्रदाय के बारे में क्या जानते हैं?
उत्तर:

  1. हीनयान सम्प्रदाय के लोग बौद्ध धर्म के प्राचीन स्वरूप को मानते हैं। वे कट्टरपंथी हैं तथा बौद्ध धर्म के कठोर नियमों का पालन करने पर जोर देते हैं।
  2. उनके विचार से अष्टांगिक मार्ग अपनाकर ही मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।

प्रश्न 15.
वज्रयान का क्या अर्थ है?
उत्तर:
सातवीं शताब्दी में बौद्ध विहार विलासिता के केन्द्र बन गये। अब वहाँ वे सभी कार्य किये जाने लगे जिनपर बुद्ध ने प्रतिबंध लगाया था। बौद्ध धर्म के इस नये स्वरूप को वज्रयान कहा गया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 16.
सांची के स्तूप में जानवरों की आकृतियों क्यों उत्कीर्ण हैं?
उत्तर:
मनुष्यों के गुणों का प्रतीक मानकर ही वहाँ जानवरों की आकृतियाँ उत्कीर्ण की गई हैं। उदाहरणार्थ-हाथी की आकृति शक्ति और ज्ञान की प्रतीक है।

प्रश्न 17.
अजन्ता के चित्रों की प्रमुख विशेषतायें बताइए।
उत्तर:

  1. अजंता के चित्र जातकों की कथायें दिखाते हैं। इनमें राजदरबार का जीवन, शोभा यात्रायें, काम करते हुए स्त्री-पुरुष और त्यौहार मनाने के चित्र दिखाए गए हैं।
  2. कलाकारों ने त्रिविम रूप देने के लिए आभाथेद तकनीक का प्रयोग किया । कुछ चित्र बिल्कुल स्वाभाविक और सजीव लगते हैं।

प्रश्न 18.
गजलक्ष्मी क्या है?
उत्तर:

  1. सांची की मूर्तियों में कमल दल और हाथियों के बीच महिला की मूर्ति उत्कीर्ण है। ये हाथी उनके ऊपर जल छिड़क रहे हैं।
  2. अनेक इतिहासकार उन्हें एक लोकप्रिय देवी गजलक्ष्मी मानते हैं। गजलक्ष्मी सौभाग्य लाने वाली देवी थी जिन्हें प्रायः हाथियों के साथ जोड़ा जाता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 19.
थेरीगाथा क्या है?
उत्तर:

  1. यह एक अद्वितीय बौद्ध ग्रंथ है जो सुत्तपिटक का हिस्सा है। इसमें भिक्षुणियों द्वारा रचित छंदों का संकलन किया गया है।
  2. इससे महिलाओं के सामाजिक और अध्यात्मिक अनुभवों के बारे में अंतर्दृष्टि मिलती है।

प्रश्न 20.
चैत्य किसे कहते हैं?
उत्तर:

  1. शवदाह के पश्चात् शरीर के कुछ अवशेष टीलों पर सुरक्षित रख दिये जाते थे।
  2. अंतिम संस्कार से जुड़े ये टीले ही चैत्य माने गये।

प्रश्न 21.
चार बौद्ध स्थल कहाँ-कहाँ स्थित हैं?
उत्तर:

  1. लुम्बिनी: यहाँ बुद्ध का जन्म हुआ था। यह स्थल नेपाल में है।
  2. बोधगया: यहाँ उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया। यह स्थान बिहार में है।
  3. सारनाथ: यह स्थान वाराणसी, उत्तर प्रदेश में है। यहाँ बुद्ध ने प्रथम उपदेश दिया था।
  4. कुशीनगर: यह स्थान देवरिया, उत्तर प्रदेश में है। यहाँ बुद्ध ने परिनिर्वाण प्राप्त किया था।

प्रश्न 22.
अमरावती के स्तूप की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:

  1. अमरावती का स्तूप बौद्धों का सबसे विशाल और शानदार स्तूप था।
  2. इसमें ऊँचे-ऊँचे तोरणद्वार तथा सुंदर मूर्तिया थीं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 23.
बोधिसत्व की अवधारणा क्या है?
उत्तर:

  1. बोधिसत्व को एक दयावान जीव माना गया जो सत्कर्मों से पुण्य कमाते थे।
  2. इस पुण्य का प्रयोग वे निर्वाण प्राप्त करने के लिए नहीं बल्कि दूसरों की सहायता करने के लिए करते थे।

प्रश्न 24.
सांची क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर:

  1. सांची का स्तूप प्राचीन भारत की स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। पहाड़ी पर स्थित यह स्तूप एक मुकुट सा दिखाई देता है।
  2. सांची के स्तूप से बौद्ध धर्म का इतिहास लिखने हेतु पर्याप्त जानकारियाँ मिली। सांची बौद्ध धर्म का महत्त्वपूर्ण केन्द्र रहा है।

प्रश्न 25.
नियतवादी और भौतिकवादी किस प्रकार भिन्न थे?
उत्तर:

  1. नियतवादी आजविक परम्परा के थे। उनके अनुसार जीवन में सब कुछ पूर्व निर्धारित है। इसे बदला नहीं जा सकता।
  2. भौतिकवादी उपदेशक लोकायत परम्परा के थे। वे दान-दक्षिणा, चढ़ावा आदि देने को खोखला झूठ और मूों का सिद्धांत मानते थे। वे जीवन का भरपूर आनन्द लेने में विश्वास रखते थे।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
वैदिक-काल की यज्ञ-परम्परा का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
वैदिक-काल की यज्ञ परम्परा:

  1. सा०यु०पू० 1500 से सा०यु०पू० 1000 तक वैदिक परम्परा का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता हैं। यह एक प्राचीन परम्परा थी।
  2. यज्ञों के समय वैदिक देवताओं अग्नि, इन्द्र और सोम आदि का उच्चारण किया जाता था। ऋग्वेद इनका संग्रह है।
  3. इन यज्ञों के माध्यम से लोग मवेशी, पुत्र प्राप्ति, स्वास्थ्य, लंबी आयु आदि पाने के लिए प्रार्थना करते थे।
  4. प्रारंभ में यज्ञ सामूहिक रूप से किये जाते थे। उत्तर वैदिक-काल (1000 साव्यु०पू० से 500 सा०यु०पू०)। कुछ यज्ञ गृहस्थियों द्वारा किये जाते थे।
  5. राजसूय और अश्वमेध जैसे जटिल यज्ञ सरदार और राजा किया करते थे। इनके अनुष्ठान के लिए उन्हें ब्राह्मण पुरोहितों पर निर्भर रहना पड़ता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 2.
भारतीय जीवन पर जैन धर्म के क्या प्रभाव पड़े? अथवा, जैन धर्म का कला तथा स्थापत्य के विकास में योगदान बताइए।
उत्तर:
भारतीय जीवन पर जैन धर्म के महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़े। जैन धर्म ने जाति-प्रथा का खण्डन किया। इस कारण देश में जाति-प्रथा के बंधन शिथिल पड़ गए। इस मत के सरल सिद्धांतों की लोकप्रियता को देखकर ब्राह्मणों ने पशु-बलि, कर्मकांड तथा अन्य कुरीतियों का त्याग कर दिया। अब वैदिक धर्म एक बार फिर से सरल रूप धारण करने लगा। जैन धर्म में अहिंसा पर बल दिया गया था।

इस सिद्धांत को अपना कर लोगों ने मांस खाना छोड़ दिया और वे शाकाहारी बन गए। जैनियों ने अपने तीर्थंकरों की स्मृति में विशाल मंदिर तथा मठ बनवाए। दिलवाड़ा का जैन मंदिर, आबू पर्वत का जैन मंदिर, एलोरा की गुफाएँ तथा खजुराहों के जैन मंदिर कला के सर्वोत्तम नमूने हैं। इस धर्म के कारण कन्नड़, हिन्दी, गुजराती, मराठी आदि भाषाओं के साहित्य ने भी बड़ी उन्नति की।

प्रश्न 3.
बौद्ध ग्रंथ किस प्रकार तैयार और संरक्षित किये जाते थे?
उत्तर:
बौद्ध ग्रंथ की तैयारी और संरक्षण –

  1. महात्मा बुद्ध चर्चा और बातचीत करते हुए मौखिक शिक्षा देते थे। पुरुष, महिलायें और संभवत: बच्चे इन प्रवचनों को सुनते थे और इन पर चर्चा करते थे।
  2. बुद्ध के किसी भी संभाषण को उनके जीवन काल में नहीं लिखा गया। उनके उपदेश चर्चा के रूप में ही सुरक्षित थे।
  3. बुद्ध की मृत्यु के पश्चात् पाँचवी-चौथी शताब्दी सा०यु०पू० में उनके शिष्यों ने वरिष्ठ श्रमणों की वैशाली में एक सभा बुलाई। वहाँ पर उनकी शिक्षाओं का संकलन किया गया।
  4. इन संग्रहों को त्रिपिटक कहा जाता था। प्रारंभ में उन्हें मौखिक रूप से संप्रेषित किया जाता था। बाद में लिखकर विषय और लम्बाई के अनुसार वर्गीकरण किया गया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 4.
सामान्य युग पूर्व छठी शताब्दी में नये धार्मिक सम्प्रदायों का उदय होने के कारण बताइये।
उत्तर:

  1. हिन्दू धर्म में कर्मकाण्डों की प्रधानता: ब्राह्मणों तथा पुरोहितों द्वारा अपनी स्वार्थ-सिद्धि के कारण हिंदू धर्म में जटिलता बढ़ गई। साधारण व्यक्ति इस कर्मकाण्डी व्यवस्था को बोझ समझने लगा। पशु बलि के कारण धर्म की पवित्रता समाप्त हो गई।
  2. संस्कृत भाषा का दुरुह होना: वैदिक धर्म की भाषा संस्कृत होने के कारण धर्म साधारण व्यक्ति की समझ से परे हो गया। धर्म के सिद्धांतों को प्रत्येक व्यक्ति अपनी दिन-प्रतिदिन की भाषा में समझना चाहते थे। बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म के प्रवर्तकों द्वारा जन-भाषा में धार्मिक उपदेश दिये गये।
  3. नवीन कृषि-व्यवस्था: कृषि के विस्तार के कारण बैलों तथा अन्य पशुओं की माँग बढ़ने लगी। हिंदू धर्म में बलि के कारण इन पशुओं का अभाव होता जा रहा था। जैन तथा बौद्ध धर्म द्वारा अहिंसा के सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया।
  4. दोषपूर्ण वर्ण-व्यवस्था: जैन धर्म तथा बौद्ध धर्म के उद्भव का एक महत्त्वपूर्ण कारण दोषपूर्ण वर्ण-व्यवस्था थी। वर्ण-व्यवस्था के कठोर नियमों के अन्तर्गत शूद्रों को समस्त प्रकार के मानवीय अधिकारों से वंचित कर दिया गया।

प्रश्न 5.
हीनयान और महायान में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
हीनयान और महायान में अंतर:
1. मूर्ति पूजा:
महायान धर्म वाले बुद्ध को देवता मानने लगे, जबकि हीनयान वाले बुद्ध को केवल महान् मनुष्य ही समझते थे और बुद्ध की मूर्तियाँ बनाने के पक्ष में नहीं थे। महायान धर्मावलम्बियों ने इसके विपरीत उनकी पत्थर की मूर्तियाँ बनानी आरंभ कर दी।

2. तर्क के स्थान पर विश्वास:
हीनयान मत वाले व्यक्तिगत प्रयत्न और अच्छे कर्मों पर जोर देते थे। उनके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को अपने कर्मों का फल अवश्य मिलता है, “जब देवता भी बुरे कर्मों के फल से नहीं बच सकते तो देवताओं की पूजा करने से क्या लाभ ?” परंतु महायान वाले विश्वास और पूजा पर अधिक जोर देते थे, इसलिए उन्होंने बुद्ध की पूजा करनी आरंभ कर दी। इस प्रकार तर्क का स्थान विश्वास ने ले लिया।

3. पाली भाषा के स्थान पर संस्कृत:
महायान सम्प्रदाय की बहुत सी पुस्तकें संस्कृत भाषा में लिखी गईं, जबकि हीनयान सम्प्रदाय वालों की सभी पुस्तकें पाली भाषा में हैं।

4. बौद्ध भिक्षुओं की उपासना:
महायान धर्म में न केवल बुद्ध को भगवान मानकर उनकी उपासना आरंभ हो गई अपनी उपासना और पवित्रता के कारण प्रसिद्धि पाने वाले भिक्षुओं की उपासना भी की जाने लगी और उनकी मूर्तियाँ बनाकर बौद्ध मंदिरों में रखी जाने लगीं।

5. निर्वाण की अपेक्षा स्वर्ग:
महायान मत वालों ने भी अब जन-साधारण के सामने स्वर्ग: को अपनी अंतिम मंजिल बताया। यह परिवर्तन जन-साधारण को आकर्षित करने के लिए किया गया था। वास्तव में बौद्ध धर्म वाले यह अनुभव कर रहे थे कि हिन्दू धर्म उनसे अधिक प्रचारित है, इसलिए उन्होंने ऐसे ढोंग रचने आरंभ किये।

6. प्रार्थना तथा भेंट:
महात्मा बुद्ध ने प्रार्थना और बलि की आवश्यकता पर बल नहीं दिया था। परंतु महायानी बौद्धों ने महात्मा बुद्ध को भगवान मानकर उनकी प्रार्थना आरंभ कर दी । फल–फूल की भेंट भी दी जाने लगी। इस प्रकार बौद्ध धर्म में भी हिन्दू धर्म के तत्वों का समावेश होने लगा। बुद्ध को अवतार समझा जाने लगा।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 6.
बौद्ध धर्म में परिवर्तन की घटना से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
बौद्ध धर्म में परिवर्तन की घटना : महात्मा बुद्ध की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक भिक्षुओं ने बड़ा पवित्र जीवन व्यतीत किया, जिसके कारण वे लोगों में बड़े प्रिय हो गये थे। धीरे-धीरे उन्होंने संघ के नियमों की अवहेलना करनी आरंभ कर दी।

भिक्षुओं को ऐसा प्रतीत होने लगा कि उनके लिए बुद्ध के बनाए हुए नियमों पर चलना कठिन हो गया है। इससे बौद्ध। धर्म के अनुयायियों में मतभेद पैदा होने लगे। धीरे-धीरे मतभेद इतने बढ़ गए कि पहली शताब्दी सा०यु० में बौद्ध धर्म दो भागों में बँट गया –

  1. हीनयान मत वाले पुराने धर्म को, जिसकी नींव बुद्ध ने रखी थी, और
  2. महायान वाले धर्म के परिष्कृत स्वरूप को मानते थे। इस घटना को बौद्ध धर्म में परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 7.
बौद्ध धर्म ने धार्मिक जीवन को किस प्रकार प्रभावित किया?
उत्तर:
धार्मिक जीवन पर प्रभाव:

  1. बौद्ध धर्म के प्रचारकों ने हिन्दू धर्म की बुराइयों को लोगों के सामने रखा। इससे हिन्दू-धर्म का स्वरूप सुधरने लगा।
  2. बौद्ध लोगों ने जाति-पाँति और ऊँच-नीच का विरोध करके धार्मिक एकता की भावना को बढ़ाया।
  3. महात्मा बुद्ध की मूर्तियाँ बनती देखकर हिन्दुओं ने भी अपने देवताओं की मूर्तियाँ बनानी शुरू कर दी। इससे मूर्तिकला ने निखार पाया।
  4. प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ० वी० ए० स्मिथ (Dr. V.A. Smith) के अनुसार हिन्दू धर्म और बौद्ध मत वालों के बीच विविध परिचर्चाओं एवं गोष्ठियों ने भक्ति के विभिन्न सम्प्रदायों को जन्म दिया और भक्ति-भावना बढ़ने लगी।

प्रश्न 8.
बौद्ध धर्म की लोकप्रियता के क्या कारण थे?
उत्तर-बौद्ध धर्म की लोकप्रियता के कारण:
1. बौद्ध धर्म में संघ का योगदान:
धर्म का प्रचार करने के लिए इस धर्म में संघों की स्थापना की गई। इनमें पढ़ने तथा पढ़ाने का काम होता था, प्रचार करने के कार्यक्रम बनाए जाते थे और बुरे तथा अपवित्र भिक्षुओं को दण्ड दिया जाता था। इन संघों के माध्यम से प्रचार का काम सुव्यवस्थित ढंग से होता रहा और बौद्ध धर्म लगातार उन्नति करता रहा।

2. समय के साथ परिवर्तन:
बहुत से हिन्दू लोग बौद्ध धर्म की सरलता और सिद्धांतों से आकर्षित होकर इस धर्म में आ गये परंतु उनके लिए राम, कृष्ण, इन्द्र आदि. की पूजा छोड़ना बहुत कठिन था। बौद्ध धर्म ने यह देखकर धीरे-धीरे हिन्दू धर्म की कुछ ऐसी बातें अपना ली जिन्हें जन-साधारण के लिए छोड़ना बहुत कठिन था। बौद्ध धर्म की महायान शाखा में रहकर लोग हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करते हुए भी महात्मा बुद्ध की शिक्षा पर चल सकते थे। इस प्रकार बौद्ध धर्म और भी लोकप्रिय हो गया।

3. बौद्ध धर्म में विश्वविद्यालय:
इसके अतिरिक्त बौद्ध धर्म के प्रचार में तक्षशिला विश्वविद्यालय, गया के महाबोधि विश्वविद्यालय तथा नालंदा विश्वविद्यालय ने विशेष योगदान दिया। इन विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्र भी शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे। वे बुद्ध धर्म के तत्वों से प्रभावित हुए और वापस लौटने के बाद उन्होंने अपने-अपने देशों में भी बौद्ध धर्म का प्रचार किया।

4. राज्य संरक्षण:
बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में राजकीय संरक्षण का विशेष हाथ रहा । अशोक, कनिष्क, हर्षवर्धन जैसे अनेक राजाओं ने बौद्ध धर्म को अपनाया तथा इसको राज्यधर्म घोषित करके उसके प्रचार के लिए अपनी सारी शक्ति लगा दी। भिक्षुओं की राजकोष से सहायता की गई और उन्हें हर प्रकार की सुविधाएँ दी गईं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 9.
बौद्ध धर्म का सामाजिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
बौद्ध धर्म पर सामाजिक जीवन का प्रभाव: बौद्ध धर्म ने भारतीय समाज को अनेक प्रकार से प्रभावित किया:

  1. बौद्ध मत वालों ने जाति-प्रथा का घोर विरोध किया और सब लोगों को बराबरी का स्थान दिया। इस प्रकार धीरे-धीरे जाति-प्रथा की दृढ़ता दूर होती गई। लोगों में भेदभाव घटने से भाईचारा बढ़ा और जिससे भारतीय समाज एकता के सूत्र में बँधा।
  2. बौद्ध धर्म को छोड़कर वापस हिन्दू धर्म में आने पर लोगों ने अपनी नई जातियाँ बना ली।
  3. लोगों में मांस खाने की प्रवृत्ति कम हो गई और वे मांसाहारी से शाकाहारी बन गए।
  4. किसी जीव-जन्तु को दु:ख न देने की अहिंसा भावना से समाज को एक नई अन्तर्दृष्टि और शक्ति प्रदान की।

प्रश्न 10.
बुद्ध के अनुयायियों में कौन-कौन से वर्ग शामिल थे?
उत्तर:
बौद्ध अनुयायियों के वर्ग:

  1. अनुयायियों में कुछ ऐसे भिक्षु थे जो धम्म के शिक्षक या श्रमण बन गये। उनका जीवन सादा होता था और शिक्षा धर्म अपनाकर जीवन-यापन करने लगे।
  2. बुद्ध के प्रिय शिष्य आनन्द ने महिलाओं को भी बौद्ध धर्म में शामिल कराया। आगे चलकर कई महिलायें धम्म की उपदेशिकाएँ और कुछ थेरी भी बनीं। थेरी ऐसी महिलायें थीं जिन्होंने निर्वाण प्राप्त कर लिया था।
  3. अन्य वर्ग क्रमशः राजा, धनवान, गृहपति और सामान्यजन, कर्मकार, दास तथा शिल्पी थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 11.
गांधार कला के विषय में एक संक्षिप्त निबंध लिखिए।
उत्तर:
गांधार कला:
1. प्रारंभ कला:
गांधार शैली भारतीय कला के विकास में महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। सम्भवतः गांधार कला का आविर्भाव द्वितीय शताब्दी सा०यु०पू० तक हो चुका था। कनिष्क के शासनकाल में गांधार कला अपने चर्मोत्कर्ष पर पहुँच गयी थी। गांधार कला के प्रमुख केन्द्र थे-तक्षशिला तथा पुरुषपुर आदि। यह यूनानी तथा भारतीय शैली का समन्वय है।

2. विषय:
गांधार कला की विषय-वस्तु भारतीय है लेकिन इसकी तकनीक यूनानी है। यूनानी शिल्पकारों तथा कलाकारों के धार्मिक विचारों के आधार पर यूनानी रूप तथा वेशभूषा में भगवान बुद्ध की प्रतिमायें निर्मित हैं।

3. विभिन्न नाम:
यूनानी प्रभाव के कारण गांधार कला को इण्डो-ग्रीक, इण्डो-बैक्ट्रियन, इण्डो-हैलेमिक, इण्डो-रोमन, ग्रीको-रोमन तथा ग्रीको-बुद्धिस्ट कला के नाम से भी पुकारा जाता है लेकिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इसे गांधार कला ही कहा जाता है।

4. विशेषताएँ:

  • (क) गांधार कला की विषय-वस्तु भारतीय तथा तकनीक यूनानी है।
  • (ख) गांधार कला में निर्मित मूर्तियाँ साधारतणया स्लेटी पत्थर की हैं।
  • (ग) भगवान् बुद्ध के बाल (hair) यूनानी तथा रोम की शैली में बनाये गये।
  • (घ) मूर्तियों से दर्शित शरीर के अंगों को ध्यानपूर्वक बनाया गया है। मूर्तियों में मोटे तथा सिलवटदार वस्त्र दर्शाए गये हैं।
  • (ड) गांधार शैली में धातु कला तथा अध्यात्म कला का अभाव है।
  • (च) गांधार शैली में बुद्ध यूनान के अपोलो देवता के समान लगते हैं। यह सम्भवतः यूनानी प्रभाव के कारण है।

प्रश्न 12.
बौद्ध धर्म की सांस्कृतिक क्षेत्र में क्या देन है?
उत्तर:
सांस्कृतिक प्रभाव या सांस्कृतिक क्षेत्र में देन:
बौद्ध धर्म ने शिक्षा एवं कला के क्षेत्र में भी अपना अप्रतिम योगदान दिया –
1. बौद्ध धर्म से प्रभावित होकर ही अशोक, हर्ष और कनिष्क जैसे राजाओं ने सारे देश को सुन्दर विहारों, स्तूपों, मठों, मूर्तियों और स्तम्भों आदि से सजा दिया था। अशोक के बनाये हुए स्तम्भ आज भी अपनी कल्पना के लिए अद्वितीय है। कनिष्क के शासन काल में गांधार कला ने बड़ी उन्नति की। इस काल के बने हुए नमूने, विशेषकर बुद्ध की मूर्तियाँ, अपने सौन्दर्य में अद्वितीय हैं।

2. साहित्य के क्षेत्र में भी बौद्ध धर्म की हजारों पुस्तकें जन-साधारण की भाषा ‘प्राकृत’ में लिखी गईं। इस प्रकार जन-साधारण की भाषा में कए गोल्डेन सीरिज पासपोर्ट टू (उच्च माध्यमिक) एक नए साहित्य का विकास हुआ। ये साहित्यिक पुस्तकें ऐसी निधि हैं जिसके लिए भारत को अब तक बड़ा गर्व हैहै।

3. बौद्ध धर्म के प्रचारक अन्य देशों में धर्म-प्रचार करने के लिए गए। उनके साथ-साथ भारतीय संस्कृति भी अन्य देशों में फैल गई और भारत का उन देशों के साथ व्यापार सम्पर्क बढ़ने लगा। इस प्रकार आर्थिक तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में भी बौद्ध धर्म की बड़ी देन है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 13.
गुप्तकालीन कलाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
गुप्तकालीन कला:
1. वास्तुकता:
गुप्त-काल सृजन और विकास का युग था। एक ओर वास्तुकला की पूर्ववर्ती कला शैली का चरमोत्कर्ष और दूसरी ओर मंदिर वास्तुकता का विकास भी इसी काल में हुआ।

2. गुफा वास्तुकला:
इसका उत्कर्ष अजन्ता की गुफाओं में देखने को मिलता है।

3. मंदिर-निर्माण कला:
फाह्यान के लेखों से पता चलता है कि बड़े-बड़े नगरों में अनेक भव्य मंदिरों का निर्माण हुआ। इनमें देवगढ़ का पाषाण निर्मित मंदिर और भितरगांव का मंदिर अद्भुत मूर्ति कला के लिए प्रसिद्ध है। भूमर का शिव मंदिर और खोह का एकमुखी शिवलिंग भी प्रसिद्ध है। सारनाथ का धुमेख स्तूप और नालंदा का बौद्ध मंदिर भी इसी काल में बने।

4. मूर्तिकला:
सारनाथ और मथुरा केन्द्र थे। बुद्ध की मूर्तियों के साथ-साथ अब शिव, विष्णु, कार्तिकेय, सूर्य आदि की मूर्तियाँ भी बनाई जाने लगीं। यह कला गांधार और कुषाणकाल की कलाओं से भी अधिक उन्नत थी।

प्रश्न 14.
भारतीय कला में मथुरा कला का क्या योगदान है?
उत्तर:
मथुरा कला का योगदान:
मथुरा की मूर्तिकला का आरंभ पहली शताब्दी सा०यु० में हुआ। इस शैली की मूर्तियाँ इतनी अधिक लोकप्रिय हुईं कि उन्हें तक्षशिला, मध्य एशिया, उत्तरी-पश्चिमी प्रदेश, सरस्वती और सारनाथ आदि प्रदेशों को भेजा गया और भारत के सभी मंदिरों में इन्हें लगाया गया।

मथुरा में मूर्तियाँ लाल रेत के पत्थरों से बनाई जाती थी और उन पर पॉलिश की जाती थी। मथुरा के नागराटे नामक स्थान पर कनिष्क की बिना सिर की मूर्ति और खड़ी हुई लाटें, बुद्ध की कई मूर्तियाँ और यक्ष और यक्षी की मूर्तियाँ इसी कला में बनाई गई हैं। आरंभिक काल में इस स्कूल पर शायद जैन धर्म का प्रभाव पड़ा था। मथुरा के दस्तकारों ने बहुत-सी ऐसी मूर्तियाँ बनायी हैं जिनमें तीर्थंकर पांव पर पांव रखकर ज्ञान-मुद्रा में दिखाए गए हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 15.
सांची क्यों बच गया जबकि अमरावती नष्ट हो गया?
उत्तर:
सांची स्थल के बचने और अमरावती के नष्ट होने के कारण:
1. अमरावती के स्तूप की खोज साँची-स्तूप से थोड़ा पहले (1796) हो चुकी थी। तब तक विद्वान इस बात के महत्त्व को नहीं समझ पाये थे कि किसी पुरातात्विक अवशेष को उठाकर ले जाने की बजाय खोज की जगह पर ही संरक्षित करना महत्त्वपूर्ण होता है।

2. अमरावती स्तूप के पत्थरों को उठाकर दूसरी जगह ले जाया गया। यही नहीं वहाँ की मूर्तियों को भी संग्रहालयों में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके कारण स्तूप का महत्त्वपूर्ण अवशेष दूसरे स्थानों पर चला गया।

3. सांची की खोज 1818 सा०यु० में हुई। इसके तीन तोरणद्वार खड़े थे और चौथा वहीं पर गिरा हुआ था। टीला भी अच्छी हालत में था। इस स्तूप के तोरणद्वारों को पेरिस या लंदन भेजने की योजना बनाई गई लेकिन राजकीय संरक्षण के कारण अंग्रेजों को इसके स्थान पर प्लास्टिक की प्रतिमूर्तियाँ दे दी गई थी।

प्रश्न 16.
बौद्ध संघ की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
बौद्ध संघ की प्रमुख विशेषतायें:

  1. इसके सदस्य भिक्षु होते थे क्योंकि वे भिक्षा माँगकर जीविका चलाते थे।
  2. आरम्भ में बौद्ध संघ में केवल पुरुष शामिल होते थे, परंतु बाद में महिलाओं को भी अनुमति दे दी गयी। बुद्ध की सौतेली माँ महाप्रजापति गौतमी संघ में प्रवेश पाने वाली पहली भिक्षुणी थी। संघ में कई महिलायें धम्म की उपदेशिकायें बन गईं। आगे चलकर वे थेरी बनीं जिसका अर्थ ऐसी महिलाओं से है जिन्होंने निर्वाण प्राप्त कर लिया है।
  3. यद्यपि बौद्ध संघ के सदस्य विभिन्न सामाजिक वर्गों के थे परंतु सभी का दर्जा समान माना जाता था।
  4. संघ की संचालन पद्धति गणों और संघों की परम्परा पर आधारित थी। लोग बातचीत द्वारा किसी बात पर एकमत होने का प्रयास करते थे। यदि सहमति से किसी निष्कर्ष पर पहुँचना कठिन हो जाता था तो मतदान द्वारा निर्णय लिया जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 17.
बौद्ध परम्परा में महायान की उत्पत्ति कैसे हुई?
उत्तर:
बौद्ध परम्परा में महायान की उत्पत्ति:
कनिष्क के काल से बौद्ध परम्परा में परिवर्तन दिखाई देने लगता है। पहली शताब्दी सा०यु० के पूर्व बुद्ध को एक मानव माना जाता था और परिनिर्वाण के लिए व्यक्तिगत प्रयास को विशेष महत्त्व दिया जाता था। परंतु धीरे-धीरे इसमें परिवर्तन आने लगा। बहुत से बौद्ध अनुयायी बुद्ध को देवता मानने लगे और मूर्तियाँ बनाकर उनकी पूजा करने लगे। यहीं से महायान परम्परा की शुरूआत हुई।

महायान धर्म में न केवल बुद्ध को भगवान का पद दिया गया बल्कि उनकी उपासना में आरम्भ हो गयी। बौद्ध भिक्षुओं की उपासना भी की जाने लगी और उनकी मूर्तियाँ बनाकर बौद्ध मंदिरों में रखी जाने लगीं। महायान के लोग जन-साधारण के सामने स्वर्ग को अपनी अंतिम मंजिल बताते थे। यह धर्म में एक बड़ा परिवर्तन था और जन-साधारण को आकर्षित करने के लिए किया गया था। बौद्ध धर्म को हिन्दू धर्म से अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए वे हिन्दू देवताओं की भांति बुद्ध की पूजा भी करने लगे।

प्रश्न 18.
जैन धर्म ने भारतीय समाज को कहाँ तक प्रभावित किया?
उत्तर:
जैन धर्म का भारतीय समाज का प्रभाव:

  1. जैन धर्म ने जाति-प्रथा का खंडन किया। फलस्वरूप देश में जाति-प्रथा के बंधन शिथिल पड़ गए।
  2. जैन धर्म के सिद्धांतों से प्रभावित होकर ब्राह्मणों ने पशुबलि, कर्मकांड तथा अन्य कुरीतियों का त्याग कर दिया और वैदिक धर्म एक बार पुनः सरल रूप धारण करने लगा।
  3. जैन धर्म के अहिंसा सिद्धांत ने लोगों को शाकाहारी बनने की प्रेरणा दी। इस प्रकार जानवरों की हत्या कम हो गयी।
  4. जैनियों ने अपने तीर्थंकरों की याद में विशाल मंदिर तथा मठ बनवाये अर्थात् स्थापत्य और मूर्तिकला का विकास हुआ। दिलवाड़ा का जैन मंदिर, एलोरा की गुफायें तथा खजुराहो के जैन मंदिर इसके श्रेष्ठ उदाहरण हैं।

प्रश्न 19.
भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी सायु०पू० को महत्त्वपूर्ण क्यों माना जाता है?
उत्तर:
भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी सा०यु०पू० का महत्त्व:

  1. इस काल में अनेक राजनैतिक, सामाजिक एवं धार्मिक परिवर्तन हुए। भारत में सा०यु०पू० छठी शाताब्दी में 16 महाजनपदों का उदय हुआ।
  2. वैदिक कर्मकाण्डों का प्रभाव धीरे-धीरे घटने लगा। उपनिषदों का महत्त्व बढ़ने से चिंतन का महत्त्व बढ़ने लगा। लोगों का ध्यान मोक्ष प्राप्ति के नये साधन ढूँढ़ने की ओर आकर्षित हुआ। इसके फलस्वरूप समाज में नये दार्शनिक विचारों का प्रतिपादन हुआ।
  3. नई दार्शनिक विचारधारा के फलस्वरूप समाज में नये सामाजिक-धार्मिक सम्प्रदायों का अभ्युदय हुआ। इनकी संख्या लगभग 62 थी। इन्होंने जैन सम्प्रदाय तथा बौद्ध सम्प्रदाय के विचारों पर सबसे अधिक प्रभाव डाला। इससे भारतीय समाज में भारी बदलाव आया।
  4. बौद्ध धर्म और जैन धर्म ने आत्मसंयम तथा तपस्या पर बल दिया । ये विचार उपनिषदों में प्रतिपादित विचारों से मिलते-जुलते थे। इससे उपनिषदों की लोकप्रियता बढ़ने लगी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 20.
भारत में बौद्ध धर्म के सामाजिक प्रभावों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत में बौद्ध धर्म के सामाजिक प्रभाव:

  1. बौद्ध धर्म के प्रभाव से लोग सदाचारी बन गये और झूठ बोलना, चोरी करना तथा निन्दा करना जैसे दोषों की निवृत्ति हुई।
  2. बौद्ध धर्म ने राजनीति को भी जन-कल्याणकारी स्वरूप दिया। अशोक जैसे शासकों ने युद्ध का परित्याग कर दिया और जनकल्याण के कार्यों में लग गए।
  3. बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने जीवों को मारना और मांस खाना बंद कर दिया।
  4. बौद्ध धर्म ने साहित्य का विकास भी किया। महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं और उनके जीवन से सम्बन्धित अनेक ग्रंथ लिखे गए त्रिपिटक, जातक ग्रंथ आदि इसके उदाहरण है।
  5. बौद्ध धर्म ने स्थापत्य और मूर्ति कला को भी बढ़ावा दिया। अनेक स्तूपों, मठों और विहारों का निर्माण किया गया।

प्रश्न 21.
बुद्ध की प्रथम संसार-यात्रा से उनका जीवन कैसे बदल गया? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
बुद्ध एक दिन भ्रमण के लिए बाहर गये जहाँ उन्होंने निम्न दृश्य देखे जिससे उनका जीवन बदल गया:

  1. उन्होंने एक वृद्ध व्यक्ति देखा जिसके शरीर पर झुरियाँ पड़ी थीं।
  2. एक बीमार व्यक्ति शारीरिक कष्ट से कराह रहा था।
  3. कुछ लोग एक लाश लेकर उसके अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे और रो रहे थे। इन दृश्यों को देखकर बुद्ध का मन विचलित हो गया और उन्हें अनुभूति हुई कि शरीर का क्षय और अंत निश्चित है।
  4. उन्होंने एक गृहत्यागी सन्यासी को देखा जो बुढ़ापे, बीमारी और मृत्यु से निर्भय था और उसने शांति प्राप्त कर ली थी। इन घटना से उन्होंने सन्यास का रास्ता अपनाने का निश्चय किया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 22.
बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म में क्या अंतर था।
उत्तर:
बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म में अंतर:

  1. हिन्दू धर्म सर्वशक्तिमान ईश्वर में विश्वास करता है जबकि बौद्ध धर्म ईश्वर के प्रति मौन है।
  2. बौद्ध धर्म अहिंसा पर बल देता है और माँस भक्षण के विरुद्ध है लेकिन हिन्दू धर्म अहिंसा पर अधिक जोर नहीं देता। इसमें पशु एवं नरबलि के प्रावधान भी है।
  3. मोक्ष प्राप्त करने के लिए हिन्दू यज्ञ, बलि और कर्मकाण्ड को आवश्यक मानते हैं परंतु बौद्ध धर्म इसे नहीं मानता।
  4. बौद्ध धर्म हिन्दू धर्म की भाँति जातीय भेदभाव, ब्राह्मणों और सस्कृत के महत्त्व को नहीं मानता।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
गुप्तकालीन कला का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गुप्तकालीन कला:
(I) वास्तुकला:
इस काल में वास्तुकला या भवन निर्माण कला की विशेष उन्नति हुई। इस क्षेत्र में गुप्तों के शासन ने एक नए युग को प्रारंभ किया। इस काल के भवन निःसन्देह अद्भुत और शानदार हैं। गुप्तकाल में अनेक मंदिरों का निर्माण हुआ जिनमें निम्नलिखित प्रसिद्ध हैं –

  • (क) जबलपुर जिले के तिगवा नामक स्थान में विष्णु-मंदिर।
  • (ख) बोध-गया तथा सांची के बौद्ध मंदिर।
  • (ग) देवगढ़ का दशावतार मंदिर।
  • (घ) नागोद राज्य में भुमरा का शिव मंदिर।
  • (ड़) आसाम के दरंग जिले में ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर दह परबतिया नामक स्थान में एक मंदिर मिला है जो काफी टूट-फूट गया है परंतु स्थापत्य कला की दृष्टि से यह मंदिर बहुत श्रेष्ठ है। (च) नागोद राज्य के खोह नामक स्थान में एक शिव मंदिर मिला है।
  • (छ) अजयगढ़ राज्य में नचना-कूथर नामक स्थान पर पार्वती का मंदिर।

इन मंदिरों के अतिरिक्त कुछ ईंटों के बने हुए मंदिर भी थे। झांसी का देवगढ़ मंदिर तथा कानपुर के मंदिर उत्कृष्ट स्थापत्य कला के नमूने हैं। इसके अतिरिक्त गुप्त काल की भवन निर्माण कला में अलंकृत स्तम्भों का एक विशेष स्थान है।

(II) मूर्तिकला:
गुप्तकाल में मूर्तिकला का भी चरम विकास हुआ। इस काल की मूर्तिकला की विशेषता शारीरिक सुन्दरता की ओर अधिक ध्यान न देकर भावों को प्रकट करने में है। इस काल की मूर्तिकला पूर्ण रूप से भारतीय है। इस प्रकार मूर्तिकला विदेशी प्रभाव से सर्वथा स्वतंत्र हो गई।

कुषाण काल से पहले जो कलापूर्ण कृतियाँ थीं उनमें केवल भाव ही प्रकट किए जाते थे। कुषाण काल में शारीरिक सुन्दरता पर अधिक ध्यान दिया जाता था परंतु गुप्तकाल में कुषाण युग तथा इससे पूर्वकाल की कलाकृतियों को सुन्दर समन्वय कर दिया गया।

इस काल की मूर्तियाँ भाव-प्रेषण को वरीयता देती हैं। बुद्ध की मूर्तियाँ इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। गौतम बुद्ध की आध्यात्मिक अभिव्यक्ति, प्रशांत मुस्कराहट तथा गम्भीर विचारपूर्ण मुद्रा भारतीय मूर्तिकला से अद्भुत निखार पाती है।

इस काल में गौतम बुद्ध की प्रतिमाओं के साथ ही ब्राह्मणों ने भी अपने देवी-देवताओं की मूर्तियों का निर्माण किया। इस काल में विष्णु, शिव, ब्रह्मा, सूर्य तथा देवताओं आदि की मूर्तियाँ । बनाई गईं।

(III) चित्रकारी:
गुप्तकालीन चित्रकला अद्वितीय थी। इसकी चित्रकारी के नमूने हमें अजन्ता और बाघ की कन्दराओं से मिले हैं। ये चित्र हमारे सामने उस काल के जीवन का सजीव चित्र उपस्थित करते हैं। यद्यपि चित्रों का उद्देश्य तथागत के जीवन की घटनाओं का वर्णन करना है परंतु यह लोक जीवन से अलग नहीं है। अजन्ता के चित्रकार प्रकृति के साथ बड़ा प्रेम रखते थे। उन्होंने फलते हुए वृक्ष तथा विचरते हुए पशुओं के सजीव चित्र खींचे हैं।

ग्रिफिन्ज और फर्गुसन ने गुफा नं. XVI में दिवगंत राजकुमारी के जीवन्त चित्रण की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि वेदना और हृदय के भावों को व्यक्त करने में यह चित्रकला के इतिहास में अद्वितीय है।

अजन्ता के चित्रों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। श्रीमती हैरिन्थम का कथन है कि अजन्ता के चित्रों के कारण भारत संपूर्ण मानव-जाति की श्रद्धा का अधिकारी है।

(IV) संगीतकला:
इस काल में चित्रकला की भाँति संगीतकला का भी चरम विकास हुआ। गुप्तकालीन साहित्य से हमें ज्ञात होता है कि इस समय गायन, वादन तथा नृत्य कला का प्रचलन था। समुद्रगुप्त के सिक्कों से ज्ञात होता है कि उसकी वीणावादन में विशेष रुचि थी।

उसकी तुलना नारद ऋषि के साथ की गई है। गुप्तकाल में नृत्य का भी काफी प्रचलन था। इसके लिए शिक्षक भी नियुक्त किए जाते थे और विशेष रूप से नारियों इस कला को सीखती थी। इस सांस्कृतिक और साहित्यिक विकास के कारण ही इस युग को स्वर्ण युग कहते हैं। यह कहना अनुचित न होगा कि यह कला और साहित्य के चरम विकास का युग था।

(V) मुद्राकला:
प्रारंभ में गुप्तकालीन सम्राटों ने विदेशी मुद्राओं का अनुसरण किया परंतु बाद में भारतीयता से प्रभावित मुद्रायें चलायी। गुप्त सम्राटों की अधिकांश मुद्रायें सोने की हैं परंतु कालान्तर में उन्होंने चाँदी की मुद्रायें भी जारी की, ये मुद्रायें सुन्दर और आकर्षक हैं। इनका आकार तथा इन पर अंकित मूर्तियाँ बड़ी सुन्दर है। इन मुद्राओं पर गुप्त सम्राटों की प्रशस्ति भी लिखी गयी है।

उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है कि गुप्तकाल में भारतीय साहित्य एवं कला का चहुंमुखी विकास हुआ। हेल महोदय ने गुप्तकाल की प्रशंसा करते हुए लिखा है- भारत उन दिनों शिष्य नहीं बल्कि सम्पूर्ण एशिया का शिक्षक था और पाश्चात्य सुझावों को लेकर उसने उन्हें अपने विचारों के अनुकूल बना लिया।”

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 2.
बौद्ध धर्म के संस्थापक कौन थे? बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का वर्णन कीजिए। अथवा, बुद्ध की शिक्षाओं की संक्षेप में व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध थे। उनका जन्म नेपाल के कपिलवस्तु नामक नगर में राजा शुद्धोधन के यहाँ हुआ। उनकी माता का नाम महामाया था। राजा शुद्धोधन के इस पुत्र के बचपन का नाम सिद्धार्थ था। उनका विवाह वैशाली की राजकुमारी यशोधरा से हुआ।

उनके यहाँ एक पुत्र का जन्म हुआ जिसका नाम राहुल रखा गया । संसार में दु:ख ही दु:ख देखकर उन्होंने घर का त्याग कर दिया और सत्य की खोज में निकल पड़े उन्होंने ज्ञान-प्राप्ति के लिये घोर तपस्या की। अंत में वे सब कुछ छोड़कर गया के समीप एक वृक्ष के नीचे बैठ गये।

यहीं उन्हें सच्चे ज्ञान की प्राप्ति हुई। इसके बाद उनका नाम ‘बुद्ध’ पड़ गया। ज्ञान-प्राप्ति के पश्चात् बुद्ध ने सारनाथ में अपना पहला उपदेश दिया। यहाँ उनके पाँच शिष्य बन गये। इसके बाद उनके शिष्यों की संख्या लगातार बढ़ने लगी।

बौद्ध धर्म की शिक्षायें:
चार मौलिक सिद्धांत और अष्टमार्ग-बुद्ध की शिक्षा के चार मौलिक सिद्धांत है –

  • दुनिया दु:खों का घर है।
  • इन दु:खों का कारण वासनाएँ अथवा इच्छाएँ हैं।
  • इन वासनाओं को मार देने से दुःख दूर हो सकते हैं।
  • इन वासनाओं का अन्त करने के लिए मनुष्य को अष्टमार्ग (Eight Fold Path) पर चलना चाहिए।

अष्टमार्ग में निम्नलिखित आठ सिद्धांत है:

  • सम्यक् (शुद्धि) दृष्टि
  • सम्यक् संकल्प
  • सम्यक् वचन
  • सम्यक् आचरण
  • सम्यक् जीवन
  • सम्यक् प्रयत्न
  • सम्यक् स्मृति और
  • सम्यक् समाधि।

इस मार्ग को मध्य मार्ग भी कहते हैं, क्योंकि बुद्ध एक ओर ब्राह्मणों के भोगविलासी के जीवन से घृणा करते थे और दूसरी ओर जैनियों के घोर तपस्या वाले सिद्धांत के विरुद्ध थे। वे इन दोनों के मध्य मार्ग अर्थात् सम्यक जीवन व्यतीत करने पर जोर देते थे।

1. अहिंसा:
बुद्ध ने महावीर स्वामी की भाँति अर्थात् जीवों को कष्ट न पहुँचाने पर काफी जोर दिया। उनका यह विचार था कि मनुष्य को न पशुओं का वध करना चाहिए और न उन्हें तंग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य को प्रत्येक जीवधारी से प्रेम करना चाहिए, परंतु महावीर की भाँति उन्होंने इस बात का प्रचार नहीं किया कि वृक्षों, पत्थरों में भी जीवन होता है।

2. ईश्वर के अस्तित्व के विषय में मौन:
बुद्ध ईश्वर के अस्तित्व से संबंधित वाद-विवाद में नहीं पड़ना चाहते थे क्योंकि ऐसा करने से उनका धर्म भी हिन्दू धर्म की भांति समझने में कठिन हो जाता। ईश्वर है या नहीं? और यदि है तो उसका स्वरूप क्या है? वह कहाँ रहता है? ये कुछ ऐसे प्रश्न हैं जिन पर बहुत वाद-विवाद हो सकता है और ऐसे वाद-विवादों से महात्मा बुद्ध बचना चाहते थे।

3. यज्ञ-बलि और कर्मकाण्ड में अविश्वास:
महावीर की भाँति महात्मा बुद्ध का भी यज्ञ और उसमें दी जाने वाली पशुओं की बलि में कोई विश्वास न था। वे तो वेदों और ब्राह्मणों को श्रेष्ठता को भी नहीं मानते थे। उनके विचारानुसार यह बाह्य आडम्बर की चीजें निर्वाण-प्राप्ति के लिए बिल्कुल निरर्थक हैं, इसलिए ऐसी चीजों का उन्होंने विरोध किया।

4. जाति-प्रथा में अविश्वास:
महात्मा बुद्ध को जात-पात के भेद-भाव को नहीं मानते थे। उन्होंने वर्ण-व्यवस्था का कड़े शब्दों में विरोध किया। उनके विचार से समाज में मनुष्य के गुणों के अनुसार श्रेणियाँ बनाई जानी चाहिए न कि जाति के अनुसार।

5. निर्वाण:
बुद्ध के अनुसार जीवन का मुख्य लक्ष्य अच्छा जीवन व्यतीत करके निर्वाण प्राप्त करना है। कोई भी व्यक्ति चाहे ब्राह्मण हो अथवा शूद्र, अच्छा जीवन व्यतीत करके मानसिक शांति प्राप्त कर सकता है। जब व्यक्ति जीवन-मरण के चक्कर से छूट जाता है तो बौद्ध धर्म में यह स्थिति निर्वाण कहलाती है।

6. कर्म सिद्धांत:
महात्मा बुद्ध कर्म और पुनर्जन्म के सिद्धांत को मानते थे। वे कहते थे कि व्यक्ति जैसा कर्म करता है उसी के अनुसार उसे फल मिलता है। कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों के फल से नहीं बच सकता।

7. शुद्धाचरण पर जोर:
महात्मा बुद्ध ने जीवन को पवित्र बनाने पर बहुत जोर दिया। उनका ध्यान, वाणी और कर्म की सच्चाई तथा पवित्रता की ओर अधिक था। जीवों पर दया करना, सत्य बोलना, चोरी ओर व्यभिचार से बचना, दूसरों की निन्दा न करना आदि तथ्यों को उनके उपदेश का सारांश कहा जा सकता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 3.
महायान की उत्पत्ति कैसे हुई? यह हीनयान से किस प्रकार भिन्न था?
उत्तर:
महायान की उत्पत्ति:
सम्राट कनिष्क के शासन-काल में बौद्ध-धर्म दो भागों में बँट गया-हीनयान और महायान। इसका कारण यह था कि महात्मा बुद्ध ने अनुशासन और अहिंसा के नियमों पर अधिक बल दिया था। भिक्षुओं के लिए यह कठोर जीवन बिताना बहुत कठिन था।

इसके अतिरिक्त इस काल में लोग ज्ञान-मार्ग और कर्म-मार्ग की अपेक्षा भक्ति-मार्ग को अधिक अपना रहे थे। इस परिवर्तन को ध्यान में रखकर बौद्ध धर्म में कुछ सुधार किए गए। यह सुधरा हुआ धर्म महायान कहलाया और बौद्ध-धर्म की प्राचीन शाख हीनयान कहलायी। इन दोनों शाखाओं का मध्य एशिया के उत्तरी भू-भागों में बहुत प्रचार हुआ।

हीनयान और महायान सम्प्रदायों में अन्तर:

  • महायान शाखा के अनुयायी महात्मा बुद्ध को देवता माना और उनकी मूर्तियाँ बनाकर पूजा करने लगे। लेकिन हीनयान शाखा वाले बुद्ध को महान् व्यक्ति मानते थे, देवता नहीं। वे मूर्ति पूजा के पक्ष में भी नहीं थे।
  • महायान शाखा के अनुयायी महात्मा बुद्ध के साथ-साथ कुछ ऐसे बौद्ध भिक्षुओं (बोधिसत्त्वों) की भी पूजा करते थे जिन्होंने आत्म-त्याग द्वारा अपने जीवन को ऊँचा उठा लिया था चाहे घे निर्वाण नहीं पा सके थे। लेकिन हीनयान वाले बोधिसत्त्वों में विश्वास नहीं रखते थे।
  • महायान शाखा के लोग विश्वास और श्रद्धा पर बल देते थे जबकि हीनयान शाखा वाले किसी बात को अपनाने से पहले उसे तर्क की कसौटी पर कसते थे।
  • महायान शाखा के अनुसार जीवन का अंतिम लक्ष्य स्वर्ग को पाना है लेकिन हीनयान शाखा के अनुसार अंतिम लक्ष्य निवार्ण प्राप्ति का है।
  • महायान शाखा के लोग अपने प्रचार के लिए संस्कृत भाषा का प्रयोग करते थे लेकिन हीनयान शाखा वालों ने प्रचार करने के लिए पाली भाष्य को अपनाया।
  • महायान धर्म ब्राह्मण धर्म के बहुत निकट है। इसके कई सिद्धांत ब्राह्मण धर्म से मिलते हैं। इसके विपरीत हीनयान ब्राह्मण धर्म के निकट नहीं है।
    वास्तव में महायान धर्म में नवीनता थी क्योंकि इसके सिद्धांत समय के अनुकूल और बहुत सरल थे। बौद्ध भिक्षुओं ने बड़े उत्साह से इसका चीन, जापान, तिब्बत आदि देशों में प्रचार किया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 4.
भारत में बौद्ध धर्म के अवनति के कौन-कौन से कारण थे? अथवा, बौद्ध धर्म अपनी ही जन्मभूमि पर महत्त्वहीन हो गया। क्यों? विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत में बौद्ध धर्म की अवनति के कारण:
सा०यु०पू० छठी शताब्दी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई और छठी शताब्दी ई० तक लोकप्रिय रहा, परंतु उसके बाद उसकी अवनति होने लगी। इस अवनति के निम्नलिखित कारण थे

1. ब्राह्मण धर्म में सुधार:
जब हिन्दू लोग अन्य धर्मों में जाने लगे तो ऊँची जाति वाले लोगों और विशेषकर ब्राह्मणों को अपनी त्रुटियों का ज्ञान हुआ। अपने अस्तित्त्व को बनाए रखने के लिए अब उन्हें हठ छोड़ना पड़ा और अपने आचार-व्यवहार को बदलना पड़ा।

इस प्रकार ब्राह्मण लोग फिर से प्रिय होने लगे और उनके साथ-ही-साथ हिन्दू धर्म भी पतन के मार्ग से बच गया। हिन्दू धर्म में बुद्ध को भी एक अवतार मान लिया गया तथा अहिंसा आदि के सिद्धांत को अपना लिया गया। इसी कारण अब बौद्ध धर्म की ओर लोगों का आकर्षण जाता रहा और हिन्दू धर्म ने अपना खोया हुआ गौरव पुनः प्राप्त कर लिया।

2. बौद्ध संघों में अनाचार:
आरम्भ में भिक्षु लोग बड़े ऊँचे चरित्र के व्यक्ति होते थे और बौद्ध संघों में ऐसे व्यक्ति को ही लिया जाता था जो वास्तव में सदाचारी होता था। धीरे-धीरे इन संघों के पास अकूत धन एकत्र हो गया और स्त्रियों को भी लिया जाने लगा। फिर क्या था, इन संघों में अनाचार फैलने गया और भिक्षु लोग लोक-सेवा छोड़कर ऐश्वर्य की ओर भागने लगे। लोगों ने भिक्षुओं से घृणा करनी आरम्भ कर दी और बौद्धमत को त्यागना आरम्भ कर दिया।

3. बौद्ध धर्म का विभाजन:
कुछ समय तक बौद्ध लोग मिलकर प्रेम-भाव से काम करते रहे, परंतु धीरे-धीरे यह प्रेम-भाव लुप्त होता गया और मतभेद बढ़ने लगे। हीनयान और महायान के अतिरिक्त बौद्ध धर्म के सोलह अन्य टुकड़े हो गए। इस प्रकार लड़ाई-झगड़े, मतभेद और ईर्ष्या-द्वेष के बढ़ जाने से बौद्ध धर्म का शक्तिहीन होना स्वाभाविक ही था। एकता ने बौद्ध धर्म को नई ऊँचाइयाँ दी जबकि फूट ने उनका पतन सुनिश्चित कर दिया।

4. बुद्ध की मूर्ति पूजा:
बौद्ध धर्म का प्रसार उसमें मूर्ति पूजा और अन्य अन्धविश्वास न रहने के कारण हुआ। बौद्ध लोगों ने महात्मा बुद्ध को देवता मानकर उनकी मूर्तियाँ बनानी आरम्भ कर दी और उनकी पूजा करनी शुरू कर दी।

लोगों में यह धारणा बनी कि यदि बुद्ध भी एक देवता थे तो उनमें और हिन्दू धर्म के देवताओं में क्या अंतर है? हिन्दू लोगों ने भी बुद्ध को देवता मान लिया इसलिए बौद्ध धर्म में कोई विशेष अंतर न रहा। धीरे-धीरे यह धर्म में ही विलीन हो गया और कुछ समय पश्चात् भारत से बौद्ध धर्म लुप्त होने लगा।

5. बौद्ध धर्म में हिन्दू-दर्शन और संस्कृत:
धीरे-धीरे बौद्धों ने हिन्दू-दर्शन के कई सिद्धांतों को अपना लिया और परिणामस्वरूप उनका धर्म भी जटिल और गूढ़ बनता गया। यही नहीं, धीरे-धीरे बौद्धों ने लोगों की बोल-चाल की भाषा छोड़कर संस्कृत भाषा को अपना लिया। इससे उनकी भाषा फिर से कठिन हो गई। धर्म और भाषा के कठिन होने से लोगों की रुचि इस धर्म से हट गई।

6. हिन्दू धर्म का फिर से उन्नति करना:
गुप्तकाल में हिन्दू धर्म फिर से अपनी खोई हुई शक्ति को प्राप्त करने लगा। ब्राह्मणों का आदर होने लगा व सुन्दर-सुन्दर मंदिर बनने लगे। हिन्दू धर्म एक बार फिर चमक उठा। इस प्रकार राजाओं का संरक्षण मिलने से हिन्दू धर्म फिर से उन्नति करने लगा और बौद्ध लोग अब हिन्दू धर्म में वापस लौटने लगे।

7. हिन्दू उपदेशकों का काम:
हिन्दू धर्म को फिर से उन्नति की ओर ले जाने और पतन से बचाने के लिए उपदेशकों ने भी सराहनीय कार्य किया। आठवीं और नवीं शताब्दी में कुमारिल भट्ट और शंकराचार्य जैसे प्रकाण्ड विद्वानों ने स्थान-स्थान पर वैदिक धर्म का उपदेश देकर हिन्दू धर्म को बौद्ध धर्म से अच्छा ठहराया और सारे देश में अपने धर्म का डंका बजा दिया। बौद्ध मत वाले ऐसे उपदेशों का सामना न कर सके। इस प्रकार इनका धर्म भारत से धीरे-धीरे लुप्त हो गया।

8. राजाओं के संरक्षण का अंत:
कनिष्क की मृत्यु के पश्चात् बौद्ध धर्म को राजाओं का संरक्षण मिलना बंद हो गया। गुप्त काल में भी बौद्ध धर्म को भरपूर सहायता नहीं मिली। गुप्त शासक हिन्दू धर्म के अनुयायी थे और उन्होंने हिन्दू धर्म का प्रचार-प्रसार करने के पर्याप्त प्रयास किए। हर्ष ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया परंतु उसकी मृत्यु के बाद संरक्षण मिलना बंद हो गया।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
19वीं शताब्दी में किस अंग्रेज विद्वान ने सांची की यात्रा की?
(अ) मेजर अलेक्जेंडर कनिंघम
(ब) हीलर
(स) जॉन मार्शल
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) मेजर अलेक्जेंडर कनिंघम

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 2.
सांची कनखेड़ा क्या है?
(अ) एक गाँव का मेला है
(ब) एक गाँव है
(स) एक शहर है
(द) भोपाल का मुख्य उद्योग केन्द्र है
उत्तर:
(ब) एक गाँव है

प्रश्न 3.
शालभंजिका क्या है?
(अ) शाल धारण करने वाली स्त्री को कहते हैं
(ब) वृक्षों की शाखा को पकड़े हुए स्त्री को कहते हैं
(स) सुन्दर स्त्रियों को कहते हैं
(द) सांची की स्त्री मूर्तियों को कहते हैं
उत्तर:
(ब) वृक्षों की शाखा को पकड़े हुए स्त्री को कहते हैं

प्रश्न 4.
अजंता के चित्र में क्या नहीं दिखाया है?
(अ) राजदरबार का दृश्य
(ब) शोभा यात्राएँ
(स) त्यौहार मनाने के चित्र
(द) खेत की जुताई करते हुए कृषक
उत्तर:
(द) खेत की जुताई करते हुए कृषक

प्रश्न 5.
बोधिसत्वों की परम्परा किससे संबंधित थी?
(अ) महायान
(ब) हीनयान
(स) दिगम्बर
(द) श्वेताम्बर
उत्तर:
(अ) महायान

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 6.
वैष्णववाद में कितने अवतारों की कल्पना है?
(अ) 9
(ब) 10
(स) 11
(द) 12
उत्तर:
(ब) 10

प्रश्न 7.
गांधार कला का संबंध किससे था?
(अ) बौद्ध धर्म
(ब) जैन धर्म
(स) शैव धर्म
(द) वैष्णव धर्म
उत्तर:
(अ) बौद्ध धर्म

प्रश्न 8.
बौद्ध ग्रंथों में कितने सम्प्रदायों का उल्लेख है?
(अ) 61
(ब) 62
(स) 63
(द) 64
उत्तर:
(द) 64

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में कौन त्रिपिटक का भाग नहीं है?
(अ) विनय पिटक
(ब) सुत्तपिटक
(स) अभिधम्म पिटक
(द) उत्तराध्ययन सूत्र
उत्तर:
(द) उत्तराध्ययन सूत्र

प्रश्न 10.
लोकायत परम्परा के कौन लोग थे?
(अ) अध्यात्मवादी
(ब) प्रकृतिवादी
(स) भौतिकवादी
(द) सत्यवादी
उत्तर:
(स) भौतिकवादी

प्रश्न 11.
अष्टांगिक मार्ग किसकी खोज थी?
(अ) बुद्ध
(ब) महावीर
(स) चैतन्य महाप्रभु
(द) गोस्वामी तुलसीदास
उत्तर:
(अ) बुद्ध

प्रश्न 12.
बौद्ध संघ में शामिल होने वाली पहली महिला कौन थी?
(अ) सावित्री फुल्ले
(ब) महाप्रजापति गौतमी
(स) कुसुमावती
(द) पुष्पलता
उत्तर:
(ब) महाप्रजापति गौतमी

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 13.
स्तूप किसकी याद में बनाये गये?
(अ) संतो की याद में
(ब) महापुरुषों की याद में
(स) राजाओं की याद में
(द) बुद्ध की याद में
उत्तर:
(द) बुद्ध की याद में

प्रश्न 14.
निम्नलिखित में कहाँ पर स्तूप नहीं है?
(अ) दिल्ली
(ब) भरहुत
(स) सांची
(द) सारनाथ
उत्तर:
(अ) दिल्ली

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 4 विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

प्रश्न 15.
सांची के स्तूप में सर्पो का अंकन क्यों किया गया?
(अ) यहाँ के वृक्ष सर्साकार थे
(ब) यहाँ सर्प अधिक मिलते है
(स) यहाँ सर्प पूजा का केन्द्र था
(द) यह शैव धर्म का केन्द्र था
उत्तर:
(स) यहाँ सर्प पूजा का केन्द्र था

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 1.
हेनरी-द-नेवीगेटर राजा था:
(a) पुर्तगाल का
(b) इंगलैंड का
(c) स्पेन का
(d) रोम का
उत्तर-
(a) पुर्तगाल का

प्रश्न 2.
‘एस्ट्रोलोब’ किस प्रकार का यंत्र था?
(a) मौसम बताने वाला
(b) दिशा बताने वाला
(c) अक्षांश बताने वाला
(d) तापमान बतानेवाला
उत्तर-
(c) अक्षांश बताने वाला

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 3.
कैरोलिंगियन साम्राज्य का सम्राट कौन था?
(a) नेपोलियन
(b) शार्लमां
(c) जुलियस सीजर
(d) ऑगस्टस सीजर
उत्तर-
(b) शार्लमां

प्रश्न 4.
सामंतवाद व्यवस्था में भूमि का मालिक कौन होता था?
(a) राजा
(b) किसान
(c) सामंत
(d) कम्मी
उत्तर-
(a) राजा

प्रश्न 5.
भौगोलिक खोजों के परिणामस्वरूप किस वर्ग को सबसे अधिक फायदा हुआ?
(a) शासक वर्ग
(b) व्यापारी वर्ग
(c) सैनिक वर्ग
(d) कृषक वर्ग
उत्तर-
(b) व्यापारी वर्ग

प्रश्न 6.
मार्टिन लूथर कहाँ का रहनेवाला था?
(a) इटली का
(b) जर्मनी का
(c) फ्रांस का
(d) पुर्तगाल का
उत्तर-
(b) जर्मनी का

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 7.
द्रव्यांतरण के सिद्धान्त की आलोचना किसने की?,
(a) विकलिफ ने
(b) लॉयोला ने
(c) लूथर ने
(d) किसी ने नहीं
उत्तर-
(a) विकलिफ ने

प्रश्न 8.
अमेरिका का पता किसने लगाया?
(a) वास्कोडिगामा ने
(b) कोलम्बस ने
(c) हेनरी ने
(d) किसी ने नहीं
उत्तर-
(b) कोलम्बस ने

प्रश्न 9.
ब्राजील की खोज किसने की?
(a) बार्थोलोम्यो डियाज ने
(b) केबरल ने
(c) कोलम्बस ने
(d) किसी ने नहीं
उत्तर-
(b) केबरल ने

प्रश्न 10.
अमेरिका का नाम किसके नाम पर पड़ा?
(a) अमेरिगो वेस्पुसी के नाम पर
(b) कोलम्बस.के नाम पर
(c) कैबोट के नाम पर
(d) इनमें से किसी के नाम पर नहीं
उत्तर-
(a) अमेरिगो वेस्पुसी के नाम पर

प्रश्न 11.
वास्कोडिगामा कहाँ का यात्री था?
(a) स्पेन
(b) पुर्तगाल
(c) इंगलैंड
(d) अमेरिका
उत्तर-
(b) पुर्तगाल

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 12.
यूरोपवासियों ने दिशा-सूचक यंत्र का उपयोग किनसे सीखा?
(a) भारत से
(b) रोम से
(c) अरबों से
(d) चीन से
उत्तर-
(c) अरबों से

प्रश्न 13.
धर्मयुद्ध हुआ थाः
(a) ईसाइयों और तुर्कों में
(b) हिन्दुओं और ईसाइयों में
(c) हिन्दुओं और मुसलमानों में
(d) बौद्धों और जैनों में
उत्तर-
(a) ईसाइयों और तुर्कों में

प्रश्न 14.
कोलम्बस मूल निवासी थाः
(a) स्पेन का
(b) पुर्तगाल का
(c) जेनेवा का
(d) फ्रांस
उत्तर-
(c) जेनेवा का

प्रश्न 15.
वास्को-डि-गामा ने भारत का पता किस वर्ष लगाया था?
(a) 1498 ई. में
(b) 1499 ई. में
(c) 1497 ई. में
(d) 1496 ई. में
उत्तर-
(a) 1498 ई. में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 16.
वास्को-डि-गामा को भारत पहुँचने का मार्ग किसने बताया था?
(a) अब्दुल मजीद ने
(b) बार्थोलोमियो डियाज ने
(c) केबरल ने
(d) मैगलन ने
उत्तर-
(a) अब्दुल मजीद ने

प्रश्न 17.
कुबलई खान कहाँ का निवासी था?
(a) चीन का
(b) भारत का
(c) स्पेन का
(d) जापान का
उत्तर-
(a) चीन का

प्रश्न 18.
न्यूफउंडलैंड द्वीपों का पता किसने लगाया था?
(a) कैप्टन कुक ने
(b) मैगलन ने
(c) सर जॉन सेबास्टियन कैबोट ने
(d) कोलम्बस ने
उत्तर-
(c) सर जॉन सेबास्टियन कैबोट ने

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 19.
डिवाइन कॉमेडी की रचना कीः
(a) एरासमस ने
(b) दाँते ने
(c) मैकियावेली ने
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) दाँते ने

प्रश्न 20.
सेंट पीटर का गिरजाघर कहाँ है?
(a) रोम में
(b) लंदन में
(c) फ्रांस में
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) रोम में

प्रश्न 21.
गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त किसने प्रतिपादित किया?
(a) न्यूटन ने
(b) आइंस्टीन ने
(c) कोपरनिकस ने
(d) गैलीलियो ने
उत्तर-
(a) न्यूटन ने

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 22.
नये समुद्री मार्गों की खोजों से किसके बीच व्यापार संबंध बढ़ा?
(a) भारत तथा चीन के बीच
(b) भारत और जापान के बीच
(c) भारत तथा इंगलैंड के बीच
(d) भारत तथा रोमन साम्राज्य के बीच
उत्तर-
(d) भारत तथा रोमन साम्राज्य के बीच

प्रश्न 23.
हलके तथा तेज चलने वाले ‘जहाज कैरावल’ को किसने बनाया था?
(a) जापानियों ने
(b) पुर्तगालियों ने
(c) यूनानियों ने
(d) डचों ने
उत्तर-
(b) पुर्तगालियों ने

प्रश्न 24.
गैलिलियो ने किस यंत्र का आविष्कार किया था?
(a) कम्पास का
(b) दूरबीन का
(c) एस्ट्रोबल का
(d) घड़ी का
उत्तर-
(b) दूरबीन का

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 25.
नई दुनिया को विस्तार से किसने ढूँढ़ा?
(a) मैगलन ने
(b) कैप्टन कुक ने.
(c) अमेरिगो वेस्पुस्सी ने
(d) कोलंबस ने
उत्तर-
(c) अमेरिगो वेस्पुस्सी ने

प्रश्न 26.
अंधकार युग की अवधि थी:
(a) दसवीं से सोलहवीं सदी
(b) पाँचवीं से चौदहवीं सदी
(c) आठवीं से दसवीं सदी
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) पाँचवीं से चौदहवीं सदी

प्रश्न 27.
आधुनिक युग का प्रादुर्भाव हुआः .
(a) पन्द्रहवीं-सोलहवीं सदी ने
(b) दसवीं सदी में
(c) बारहवीं सदी में
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) पन्द्रहवीं-सोलहवीं सदी ने

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 28.
जमोरिन कहाँ का राजा था?
(a) मद्रास का
(b) कालीकट का
(c) स्पेन का
(d) डच का
उत्तर-
(b) कालीकट का

प्रश्न 29.
‘अब्दुल मजीद’ कहाँ का व्यापारी था?
(a) दक्षिण अफ्रीका का
(b) पुर्तगाल का
(c) चीन का
(d) भारत का
उत्तर-
(d) भारत का

प्रश्न 30.
कैप्टन कुक ने किस देश की खोज की थी?
(a) इंगलैंड का
(b) ऑस्ट्रेलिया का
(c) अमेरिका का
(d) जर्मनी का
उत्तर-
(b) ऑस्ट्रेलिया का

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 31.
इसाबेला कहाँ की रानी थी?
(a) ब्राजील की
(b) स्पेन की
(c) अमेरिका की
(d) भारत की
उत्तर-
(b) स्पेन की

प्रश्न 32.
‘केबरल’ नामक पुर्तगाली जहाजी ने कहाँ का पता लगाया था?
(a) ब्राजील का
(b) भारत का
(c) चीन का
(d) जापान का
उत्तर-
(a) ब्राजील का

प्रश्न 33.
80 वर्षों तक यूरोपीय अर्थव्यवस्था किस धातु पर निर्भर रहा?
(a) सोना
(b) चाँदी
(c) ताँबा
(d) पीतल
उत्तर-
(b) चाँदी

प्रश्न 34.
रोमन कैथोलिक चर्च का केन्द्र कहाँ था?
(a) फ्रांस में
(b) इंगलैंड में
(c) रोम में
(d) जर्मनी में
उत्तर-
(c) रोम में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 35.
किस शताब्दी में मध्ययुग का अंत तथा आधुनिक युग का आगमन हुआ?
(a) 14वीं-15वीं शताब्दी में
(b) 15वीं-16वीं शताब्दी में
(c) 16वीं-17वीं शताब्दी में
(d) 17वीं-18वीं शताब्दी में
उत्तर-
(b) 15वीं-16वीं शताब्दी में

प्रश्न 36.
पुनर्जागरण का केन्द्र बनाः
(a) जापान
(b) जर्मनी
(c) इटली
(d) चीन
उत्तर-
(c) इटली

प्रश्न 37.
उत्तमाशा अंतदीप (केप ऑफ गुड होप) की खोज किसने की?
(a) कोलम्बस ने
(b) वास्कोडिगामा ने
(c) मैगलन ने
(d) बार्थोलोमियो डियाज ने
उत्तर-
(d) बार्थोलोमियो डियाज ने

प्रश्न 38.
अमेरिका की खोज किस वर्ष की गई?
(a) 1453 में
(b) 1492 में
(c) 1498 में
(d) 1519 में
उत्तर-
(b) 1492 में

प्रश्न 39.
कस्तुन्तुनिया का पतन किस वर्ष किया गया?
(a) 1420 में
(b) 1453 में
(c) 1510 में
(d) 1498 में
उत्तर-
(b) 1453 में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 1 भौगोलिक खोजें

प्रश्न 40.
विश्व का चक्कर किस यात्री ने सर्वप्रथम लगाया?
(a) मैगलन
(b) कैप्टन कुक
(c) वास्कोडिगामा
(d) मार्कोपोलो
उत्तर-
(a) मैगलन

प्रश्न 41.
मैगलन ने पूरी दुनिया का चक्कर किस वर्ष लगाया था?
(a) 1520 ई. में
(b) 1521 ई. में
(c) 1519 ई. में
(d) 1518 ई. में
उत्तर-
(c) 1519 ई. में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 1.
जाड़े में तमिलनाडु के तटीय भागों में वर्षा का क्या कारण है?
(a) दक्षिण-पश्चिम मानसून
(b) उत्तर-पूर्वी मानसून
(c) शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात
(d) स्थानीय वायु पसिंचरण
उत्तर-
(b) उत्तर-पूर्वी मानसून

प्रश्न 2.
दक्षिण भारत के संदर्भ में कौन-सा तथ्य गलत है?
(a) दैनिक तापांतर कम होता है
(b) वार्षिक तापांतर कम होता है
(c) तापांतर वर्ष भर अधिक रहता है
(d) विषम जलवायु पायी जाती है
उत्तर-
(b) वार्षिक तापांतर कम होता है

प्रश्न 3.
जब सूर्य कर्क रेखा पर सीधा चमकता है, तो उसका प्रभाव होता
(a) उत्तरी-पश्चिमी भारत में उच्च वायुदाब रहता है।
(b) उत्तरी-पश्चिमी भारत में निम्नवायुदाब रहता है।
(c) उत्तरी-पश्चिमी भारत में तापमान एवं वायुदाब में कोई परिवर्तन नहीं होता है
(d) उत्तर-पश्चिमी भारत से मानसून लौटने लगता है।
उत्तर-
(b) उत्तरी-पश्चिमी भारत में निम्नवायुदाब रहता है।

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 4.
विश्व में सबसे अधिक वर्षा किस स्थान पर होती है?
(a) सिलचर
(b) चेरापूँजी
(c) मौसिमराम
(d) गुवाहाटी
उत्तर-
(c) मौसिमराम

प्रश्न 5.
मई महीने में पश्चिम बंगाल में चलनेवाली धूल भरी आँधी को क्या कहते हैं?
(a)लू
(b) व्यापारिक पवन
(c) काल वैशाखी
(d) इनमें से कोई नही
उत्तर-
(c) काल वैशाखी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 6.
भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून का आगमन कब से होता है?
(a) 1 मई से
(b) 1 जून से
(c) 1 जुलाई से
(d)1 अगस्त से
उत्तर-
(b) 1 जून से

प्रश्न 7.
जाड़े में सबसे ज्यादा ठंढा कहाँ पड़ता है?
(a) गुलमर्ग
(b) पहलगाँव
(c) खिलनमर्ग
(d) जम्मू
उत्तर-
(c) खिलनमर्ग

प्रश्न 8.
उत्तर पश्चिमी भारत में शीतकालीन वर्षा का क्या कारण है?
(a) उत्तर-पूर्वी मानसून
(b) दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून
(c) पश्चिमी विक्षोभ
(d) उष्णकटिबन्धी चक्रवात
उत्तर-
(c) पश्चिमी विक्षोभ

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 9.
ग्रीष्म ऋतु का कौन स्थानीय तूफान है जो कहवा की खेती के लिए उपयोगी होती है?
(a) आम्र वर्षा
(b) फूलों वाली बौछार
(c) काल वैशाखी
(d) लू
उत्तर-
(a) आम्र वर्षा

प्रश्न 10.
मौसिमराम में वर्षा का औसत क्या है?
(a) 1,392 सेंटीमीटर
(b) 100 सेंटीमीटर
(c) 1,800 सेंटीमीटर
(d)9,213 सेंटीमीटर
उत्तर-
(a) 1,392 सेंटीमीटर

प्रश्न 11.
शिलांग में औसत वर्षा कितनी होती है?
(a) 113 सेंटीमीटर
(b) 230 सेंटीमीटर
(c) 460 सेंटीमीटर
(d) 930 सेंटीमीटर
उत्तर-
(b) 230 सेंटीमीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 12.
भारत में वार्षिक वर्षा का औसत कितना है?
(a) 90 सेंटीमीटर
(b) 1,000 सेंटीमीटर
(c) 118 सेंटीमीटर
(d) 1,180 सेंटीमीटर
उत्तर-
(c) 118 सेंटीमीटर

प्रश्न 13.
शरद ऋतु अथवा लौटते मॉनसून के समय भारत के किस क्षेत्र में वायुदाब बढ़ने लगता है?
(a) उत्तर-पूर्वी
(b) उत्तरी-दक्षिणी
(c) उत्तर-पश्चिमी
(d) दक्षिण-पूर्वी
उत्तर-
(c) उत्तर-पश्चिमी

प्रश्न 14.
मंगलौर में वर्षा का औसत कितना है?
(a) 100 सेंटीमीटर
(b) 200 सेंटीमीटर
(c) 500 सेंटीमीटर
(d) 300 सेंटीमीटर
उत्तर-
(d) 300 सेंटीमीटर

प्रश्न 15.
चेरापूँजी और मौसिमराम किस राज्य में स्थित है?
(a) असम में
(b) त्रिपुरा में
(c) मेघालय में
(d) अरुणाचल प्रदेश में
उत्तर-
(c) मेघालय में

प्रश्न 16.
भारत के किस भाग में मॉनसून की पहुँच नहीं हो पाती है?
(a) उत्तर-पूर्व
(b) दक्षिण-पूर्व
(c) उत्तर-पश्चिम
(d) दक्षिण-पश्चिम
उत्तर-
(c) उत्तर-पश्चिम

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 17.
किस महीने में मॉनसून सारे देश में फैल जाता है? ।
(a) मई में
(b) जून में
(c) जुलाई में
(d) सितम्बर में
उत्तर-
(c) जुलाई में

प्रश्न 18.
मॉनसून की अरब सागरीय शाखा के मार्ग में कौन पर्वत अवरोधक का काम करता है?
(a) हिमालय पर्वत
(b) पश्चिमी घाट
(c) पूर्वी घाट
(d) अरावली पर्वत
उत्तर-
(b) पश्चिमी घाट

प्रश्न 19.
दास में न्यूनतम तापमान कितना पहुँचता है?
(a)+45°C
(b)-45°C
(c)+55°C
(d)-30°C
उत्तर-
(b)-45°C

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 20.
ग्रीष्मऋतु में भारत के उत्तरी मैदानों में बहने वाली पवन को निम्नलिखित में क्या कहा जाता है?
(a) काल बैशाखी
(b) व्यापारिक पवनें
(c)लू
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c)लू

प्रश्न 21.
मानसून शब्द अरबी भाषा के किस शब्द से बना है?
(a) मौसम
(b) मौसिम
(c) मौसिर
(d) मुहाजिर
उत्तर-
(b) मौसिम

प्रश्न 22.
निम्नलिखित प्रदेशों में से कहाँ ‘आम्रवृष्टि’ होती है?
(a) महाराष्ट्र तथा गुजरात
(b) केरल तथा कर्नाटक
(c) तमिलनाडु तथा आन्ध्र प्रदेश
(d) असम तथा मेघालय
उत्तर-
(b) केरल तथा कर्नाटक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 23.
ग्रीष्मऋतु में असम और पश्चिम बंगाल में उत्तरी-पश्चिमी तथा उत्तर पवनों द्वारा वर्षा होती है, उसे निम्नलिखित में से क्या कहते हैं?
(a) काल वैसाखी
(b) फूलों वाली बौछार
(c) आम्रवाली वर्षा
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) काल वैसाखी

प्रश्न 24.
भारत में मानसून का आगमन निम्नलिखित में से कब होता है?
(a) मई के प्रारंभ में
(b) जून के प्रारंभ में
(c) जुलाई के प्रारंभ में
(d) अगस्त के प्रारंभ में
उत्तर-
(b) जून के प्रारंभ में

प्रश्न 25.
निम्नलिखित में से कौन-सी भारत में शीतऋतु की विशेषता है?
(a) ठंडा दिन एवं गर्म रातें
(b) ठंडा दिन एवं ठंडी रातें
(c) गर्म दिन एवं ठंडी रातें
(d) गर्म दिन एवं गर्म रातें
उत्तर-
(b) ठंडा दिन एवं ठंडी रातें

प्रश्न 26.
भारत में सर्वाधिक तापांतर किस क्षेत्र में पाया जाता है?
(a) अंडमान द्वीप में
(b) थार मरुस्थल में
(c) लेह में
(d) कोच्चि में
उत्तर-
(b) थार मरुस्थल में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 27.
भारत में जाड़े की ऋतु में किस प्रकार का वायुदाब बनता है?
(a) उच्च
(b) निम्न
(c) सामान्य
(d) कभी उच्च कभी निम्न
उत्तर-
(a) उच्च

प्रश्न 28.
दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की उत्पत्ति कब होती है?
(a) शरद ऋतु में
(b) शीत ऋतु में
(c) वर्षाऋतु में
(d) ग्रीष्मऋतु में
उत्तर-
(c) वर्षाऋतु में

प्रश्न 29.
जेट धाराएँ वायुमंडल के किस स्तर में चलती है?
(a) क्षोभमंडल में
(b) मध्यमंडल में
(c) समतापमंडल में
(d) चुम्बकमंडल में
उत्तर-
(c) समतापमंडल में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 30.
जेट धाराएँ शीत ऋतु में कहाँ रहती हैं?
(a) तमिलनाडु के दक्षिण
(b) बिहार के दक्षिण
(c) हिमालय के दक्षिण
(d) महाराष्ट्र के उत्तर
उत्तर-
(c) हिमालय के दक्षिण

प्रश्न 31.
मॉनसून-विस्फोट के लिए कौन-सी जेट धारा उत्तरदायी है?
(a) उत्तर-पूर्वी
(b) दक्षिणी
(c) पश्चिमी
(d) पूर्वी
उत्तर-
(d) पूर्वी

प्रश्न 32.
मॉनसून शब्द किस भाषा के शब्द से बना है?
(a) फारसी के
(b) अरबी के
(c) हिन्दी के
(d) अंगरेजी के
उत्तर-
(b) अरबी के

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 33.
भात में किस प्रकार की वर्षा हुआ करती है?
(a) पर्वतीय
(b) चक्रवातीय
(c) ‘a’ एवं ‘b’ दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) ‘a’ एवं ‘b’ दोनों

प्रश्न 34.
भारत में शीत ऋतु का समय कौन-सा है?
(a) मध्य जून से सितम्बर
(b) मध्य नवंबर से मध्य मार्च
(c) नवंबर से दिसम्बर
(d) जनवरी से जून
उत्तर-
(b) मध्य नवंबर से मध्य मार्च

प्रश्न 35.
शीतकालीन वर्षा से किस फसल को लाभ पहुंचाता है?
(a) खरीफ
(b) जायद
(c) रबी
(d) अगहनी
उत्तर-
(c) रबी

प्रश्न 36.
ग्रीष्मकाल में सबसे अधिक तापमान किस स्थान में रिकॉर्ड किया जाता है?
(a) रामनगर में
(b) गंगानगर में
(c) यमुनानगर में
(d) सीतापुर में
उत्तर-
(b) गंगानगर में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 37.
मॉनसून-पूर्व वर्षा से तमिलनाडु में किस फसल को लाभ पहुँचता
(a) कपास को
(b) कहवा को
(c) चाय को
(d) मूंगफली को
उत्तर-
(b) कहवा को

प्रश्न 38.
जून से सितम्बर के बीच भारत में कौन-सी ऋतु रहती है?
(a) ग्रीष्म
(b) शरद
(c) वर्षा
(d) शीत
उत्तर-
(c) वर्षा

प्रश्न 39.
जाड़े में किस दिशा से चक्रवात आकर भारत में वर्षा करता है?
(a) उत्तर-पूर्व
(b) उत्तर-पश्चिम
(c) दक्षिण-पूर्व
(d) दक्षिण-पश्चिम
उत्तर-
(b) उत्तर-पश्चिम

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 40.
सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?
(a) मंगलूर
(b) चेरापूँजी
(c) मौसिमराम
(d) निकोबार द्वीप
उत्तर-
(b) चेरापूँजी

प्रश्न 41.
भारत में उष्ण कटिबन्धीय चक्रवात प्रायः कहाँ आते हैं?
(a) गुजरात में
(b) असम में
(c) उड़ीसा में
(d) पंजाब में
उत्तर-
(c) उड़ीसा में

प्रश्न 42.
इनमें कौन अत्यल्प वर्षा का क्षेत्र है?
(a) लेह
(b) केरल
(c) नागपुर
(d) शिलांग
उत्तर-
(a) लेह

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 43.
तमिलनाडु में जाड़े में वर्षा कराने का श्रेय किसे है?
(a) दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून को
(b) उत्तर-पूर्वी मॉनसून को
(c) चक्रवात को
(d) इनमें से कोई नी
उत्तर-
(b) उत्तर-पूर्वी मॉनसून को

प्रश्न 44.
पश्चिम बंगाल में चलनेवाली धूलभरी आँधी को क्या कहा जाता है?
(a) काल सावन
(b) काल बैसाखी
(c)लू
(d) आम्र बौछार
उत्तर-
(b) काल बैसाखी

प्रश्न 45.
उत्तर-पश्चिम भारत में जाड़े में वर्षा किससे होती है?
(a) दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से
(b) उत्तर-पूर्वी मॉनसून से
(c) भूमध्यसागरीय चक्रवात से
(d) अरब सागरीय चक्रवात से
उत्तर-
(c) भूमध्यसागरीय चक्रवात से

प्रश्न 46.
ग्रीष्मकाल में उत्तरी मैदान में चलनेवाली धूलभरी गर्म हवा को क्या कहा जाता है?
(a) नॉरवेस्टर
(b) फूलों की वर्षा
(c) आम्र बौछार
(d) लू
उत्तर-
(d) लू

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 4 जलवायु

प्रश्न 47.
इनमें से कौन वायुमंडलीय दशाओं का तत्व नहीं है?
(a) तापमान
(b) लवणता
(c) आर्द्रता
(d) वायुदाब
उत्तर-
(b) लवणता

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 1.
लक्ष्मीसागर झील किस राज्य में स्थित है?
(a) मध्यप्रदेश
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) झारखण्ड
उत्तर-
(c) बिहार

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 2.
निम्न में से कौन लवणीय झील है?
(a) वूलर
(b) डल
(c) सांभर
(d) गोविन्दसागर
उत्तर-
(c) सांभर

प्रश्न 3.
गंगा नदी पर गाँधी सेतु किस शहर के निकट अवस्थित है?
(a) भागलपुर
(b) कटिहार
(c) पटना
(d) गया
उत्तर-
(c) पटना

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 4.
कौन-सी नदी भ्रंश घाटी से होकर बहती है?
(a) महानदी
(b) कृष्णा
(c) तापी
(d) तुंगभद्रा
उत्तर-
(c) तापी

प्रश्न 5.
कौन-सी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लम्बी नदी है?
(a) नर्मदा
(b) गोदावरी
(c) कृष्णा
(d) महानदी
उत्तर-
(b) गोदावरी

प्रश्न 6.
सिन्धु जल समझौता कब हुआ था?
(a) 1950
(b) 1955
(c) 1960
(d) 1965
उत्तर-
(c) 1960

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 7.
शांग-पो किस नदी का उपनाम है?
(a) गंगा
(b) ब्रह्मपुत्र
(c) सतलज
(d) गोदावरी
उत्तर-
(b) ब्रह्मपुत्र

प्रश्न 8.
इनमें से गर्म जल का जल-प्रपात कौन है?
(a) ककोलत
(b) गरसोप्पा
(c) ब्रह्मकुंड
(d) शिवसमुद्रम
उत्तर-
(c) ब्रह्मकुंड

प्रश्न 9.
कोसी नदी का उद्गम स्थल है:
(a) गंगोत्री
(b) मानसरोवर
(c) गोसाईधाम
(d) सतपुड़ा श्रेणी
उत्तर-
(c) गोसाईधाम

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 10.
किसी प्रदेश का अपवाह तंत्र निम्नलिखित में से किस पर निर्भर करता है?
(a) धरातलीय रचना
(b) भूमि की ढाल
(c) जल की प्राप्ति
(d) इनमे से सभी
उत्तर-
(d) इनमे से सभी

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में से कौन-सा वृक्ष की शाखाओं के समान अपवाह प्रतिरूप प्रणाली को दर्शाता है?
(a) जालीनुमा
(b) द्रुमाकृतिक
(c) अरीय
(d) केन्द्राभिमुख
उत्तर-
(b) द्रुमाकृतिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 12.
लोनार झील भारत के किस राज्य में स्थित है?
(a) पंजाब
(b) महाराष्ट्र
(c) कर्नाटक
(d) तमिलनाडु
उत्तर-
(b) महाराष्ट्र

प्रश्न 13.
वूलर झील निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?
(a) जम्मू-कश्मीर
(b) उत्तराखण्ड
(c) छत्तीसगढ़
(d) झारखण्ड
उत्तर-
(a) जम्मू-कश्मीर

प्रश्न 14.
नर्मदा नदी का उद्गम कहाँ से है?
(a) पश्चिमी घाट के ढाल
(b) सतपुड़ा
(c) अमरकंटक
(d) ब्रह्मगिरि
उत्तर-
(c) अमरकंटक

प्रश्न 15.
“बिहार का शोक’ निम्नलिखित में से किस नदी को कहा जाता है?
(a) गंगा
(b) सोन
(c) गंडक
(d) कोसी
उत्तर-
(d) कोसी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 16.
अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र नदी को किस नाम से जाना जाता है?
(a) लोहित
(b) सुवर्णश्री
(c) साँपो
(d) दिहांग
उत्तर-
(d) दिहांग

प्रश्न 17.
यमुना नदी का स्रोत यमुनोत्री इनमें से कहाँ स्थित है?
(a) मध्य हिमालय में
(b) शिवालिक में
(c) सतपुड़ा में
(d) महान हिमालय में
उत्तर-
(d) महान हिमालय में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 18.
दक्षिण की गंगा किस नदी को कहा जाता है?
(a) गोदावरी को
(b) कृष्णा को
(c) महानदी को
(d) पेरियार को
उत्तर-
(a) गोदावरी को

प्रश्न 19.
झारखण्ड स्थित तिलैया बाँध किस प्रकार की झील है?
(a) गोखुर
(b) सान घाटी
(c) क्रेटर
(d) अवरोधक
उत्तर-
(b) सान घाटी

प्रश्न 20.
कांवर पक्षी विहार कहाँ स्थित है?
(a) बेगूसराय में
(b) बेतिया में
(c) बिहारशरीफ में
(d) बाढ़ में
उत्तर-
(a) बेगूसराय में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 21.
गंगा कार्य परियोजना किस वर्ष प्रारम्भ हुई थी?
(a) 1980 में
(b) 1985 में
(c) 1990 में
(d) 2000 में
उत्तर-
(b) 1985 में

प्रश्न 22.
टिहरी परियोजना का विकास किस नदी पर हुआ है?
(a) भागीरथी
(b) यमुना
(c) अलकनन्दा
(d) सोन
उत्तर-
(a) भागीरथी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 23.
इनमें से कौन-सी नदी अरब सागर में नहीं गिरती है?
(a) नर्मदा
(b) मांडवी
(c) जुआरी
(d) तुंगभद्रा
उत्तर-
(d) तुंगभद्रा

प्रश्न 24.
दक्षिण पठार से आकर सीधे गंगा में मिलने वाली नदी कौन है?
(a) चंबल
(b) बेतवा
(c) सोन
(d) लूनी
उत्तर-
(c) सोन

प्रश्न 25.
निम्नलिखित में से कौन-सी मीठे पानी वाली झील है?
(a) सांभर
(b) वूलर
(c) डीडवाना
(d) पंचभद्रा
उत्तर-
(b) वूलर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 26.
सिन्धु नदी जल समझौता किस वर्ष हुआ था?
(a) 1960 में
(b) 1955 में
(c) 1950 में
(d) 1965 में
उत्तर-
(a) 1960 में

प्रश्न 27.
इनमें कौन जल विभाजक नहीं है?
(a) अरावली
(b) पश्चिमी घाट
(c) पूर्वी घाट
(d) हिमालय
उत्तर-
(c) पूर्वी घाट

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 28.
गंगा नदी की उत्पत्ति कहाँ से होती है?
(a) मानसरोवर से
(b) गोमुख से
(c) गोखुर से
(d) गोसाईथान से
उत्तर-
(b) गोमुख से

प्रश्न 29.
गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी के संगम को क्या कहा जाता है?
(a) यमुना
(b) मेघना
(c) भागीरथी
(d) गंगासागर
उत्तर-
(b) मेघना

प्रश्न 30.
पटना किस नदी के प्राकृतिक तटबंध पर स्थित है?
(a) गंडक के
(b) सोन के
(c) घाघरा के
(d) गंगा के
उत्तर-
(d) गंगा के

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 31.
भागीरथी देवप्रयाग में किस नदी से मिलती है?
(a) अलकनंदा से
(b) ब्रह्मपुत्र से
(c) गंडक से
(d) शारदा से
उत्तर-
(a) अलकनंदा से

प्रश्न 32.
गंगा नदी किस स्थान पर पहाड़ से उतरकर मैदान में प्रवेश करती
(a) ऋषिकेश
(b) हरिद्वार
(c)प्रयाग
(d) केदारनाथ
उत्तर-
(b) हरिद्वार

प्रश्न 33.
इलाहाबाद (प्रयाग) में गंगा नदी में कौन-सी नदी मिलती है?
(a) पुनपुन
(b) सिन्धु
(c) यमुना
(d) घाघरा
उत्तर-
(c) यमुना

प्रश्न 34.
गोसाईथान से इनमें से कौन-सी नदी निकलती है?
(a) गंगा
(b) गंडक
(c) सोन
(d) ब्रह्मपुत्र
उत्तर-
(b) गंडक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 35.
ब्रह्मपुत्र नदी की उत्पत्ति कहाँ से होती है?
(a) गोमुख से
(b) गंगोत्री से
(c) मानसरोवर झील से
(d) गोसाईथान से
उत्तर-
(c) मानसरोवर झील से

प्रश्न 36.
भारत की सबसे लम्बी नदी इनमें से कौन है?
(a) गंगा
(b) ब्रह्मपुत्र
(c) कावेरी
(d) नर्मदा
-उत्तर-
(a) गंगा

प्रश्न 37.
विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा इनमें से कौन है?
(a) कृष्णा डेल्टा
(b) कावेरी डेल्टा
(c) गोदावरी डेल्टा
(d) गंगा डेल्टा
उत्तर-
(d) गंगा डेल्टा

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 38.
निम्नलिखित में से कौन-सी नदी धंसान घाटी से होकर बहती है?
(a) ब्रह्मपुत्र
(b) नर्मदा
(c) यमुना
(d) तुंगभद्रा
उत्तर-
(b) नर्मदा

प्रश्न 39.
तुंगभदा किस नदी की सहायक नदी है?
(a) कृष्णा
(b) कावेरी
(c) महानदी
(d) गोदावरी
उत्तर-
(a) कृष्णा

प्रश्न 40.
अहमदाबाद किस नदी के किनारे स्थित है?.
(a) लूनी
(b) नर्मदा
(c) ताप्ती
(d) साबरमती
उत्तर-
(d) साबरमती

प्रश्न 41.
निम्नलिखित में से कौन-सी नदी एस्चुअरी का निर्माण करती है?
(a) कावेरी
(b) कृष्णा
(c) नर्मदा
(d) गंगा
उत्तर-
(c) नर्मदा

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 42.
इनमें से कौन झील कश्मीर में है?
(a) चिल्का
(b) पुलीकट
(c) कोलेरू
(d) डल
उत्तर-
(d) डल

प्रश्न 43.
निम्नांकित में कौन-सी नदी अरब सागर में गिरती है:
(a) गोदावरी
(b) कृष्णा
(c) नर्मदा
(d) कावेरी
उत्तर-
(c) नर्मदा

प्रश्न 44.
लूनी किस राज्य की नदी है?
(a) गुजरात की
(b) महाराष्ट्र की
(c) राजस्थान की
(d) उत्तर प्रदेश की
उत्तर-
(c) राजस्थान की

प्रश्न 45.
इनमें किस झील का जल खारा नहीं है?
(a) चिल्का
(b) पुलिकट
(c) कोलेरू
(d) बेम्बानद
उत्तर-
(c) कोलेरू

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 46.
महात्मा गाँधी सेतु पटना को किस शहर से जोड़ता है?
(a) राँची से
(b) भागलपुर से
(c) आरा से
(d) हाजीपुर से
उत्तर-
(d) हाजीपुर से

प्रश्न 47.
कौन झील हिमालय से संबंधित नही है?
(a) नैनीताल
(b) वुलर
(c) डल
(d) पुलिकट
उत्तर-
(d) पुलिकट

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 3 अपवाह स्वरूप

प्रश्न 48.
कौन-सी नदी गंगा के सहायक नदी नहीं है?
(a) बेतवा
(b) सोन
(c) वैगाई
(d) चंबल
उत्तर-
(c) वैगाई

Bihar Board Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखन

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions रचना पत्र-लेखन

BSEB Bihar Board Class 8 Hindi पत्र-लेखन

पिता को पत्र 

बेतिया
5.4.2012

पूज्यवर पिताजी,

सादर चरण-स्पर्श ।
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि आपलोग भी सकुशल होंगे । आज मेरी वार्षिक का परीक्षाफल प्राप्त हुआ है । यह जानकर आपको खुशी होगी कि मैंने कक्षा में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त किया है । पिताजी, यह आपके चरणों का प्रताप और माताजी के आशीर्वाद का फल है।

हमारे सभी अध्यापक बड़े स्नेह से पढ़ाते हैं । आगे परीक्षा में भी मुझे ऐसी ही आशा है । चाचा व चाची दोनों मेरा बड़ा ध्यान रखते हैं । माता जी

की याद मुझे कभी-कभी बेचैन कर देती है । उनको मेरा प्रणाम, और लता को मेरा प्यार कहिएगा।

पता
आपका आज्ञाकारी पुत्र
रोहन कुमार

Bihar Board Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखन

छोटे भाई को पत्र ।

चिरंजीवी विकास,
महेन्द्रू, पटना
12.4.2012

आशीर्वाद ।
तुम्हारा पत्र मिला । पढ़कर प्रसन्नता हुई और सारी बातों की जानकारी भी । तुमने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, हम सब के लिए गर्व

की बात है । अब तो तुम्हें और भी अधिक मेहनत करनी चाहिए, जिससे भविष्य में अधिक अंक प्राप्त कर सको । तुम्हारी भाभी तुम्हें बहुत याद करती हैं । वह तुम्हारे लिए एक सुन्दर स्वेटर बुन रही हैं । पूरा हो जाने पर पार्सल द्वारा भेजेंगी। शेष कुशल है । पूज्य पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम ।

पता …………
तुम्हारा हितैषी
सरोज कुमार

Bihar Board Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखन

मित्र को पत्र

हाजीपुर
8.4.2012

प्रिय मित्र संजीव

नमस्ते ।
बहुत दिनों से तुम्हारा कोई समाचार प्राप्त नहीं हो सका । क्या बात है ? हमसे नाराज हो क्या ? अगर मुझसे कोई भूल हो गई हो तो क्षमा करना और शीघ्र ही पत्र का उत्तर देना । माताजी तुम्हें बहुत याद करती हैं । मैं गर्मी की छुट्टी में बरौनी आ रहा हूँ। शेष कुशल है । अपने पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम कहना, राजू और सीमा को स्नेह ।

पता :
तुम्हारा मित्र
चुनू

पिता का पत्र पुत्र के नाम

आरा
10 मार्च, 2012

प्रिय महानन्द,

आशीर्वाद ।
यहाँ सभी आनन्द और प्रसन्न हैं । आशा है कि तुम भी विद्याध्ययन में संलग्न होगे । पिछले पत्र में तुमने बुखार हो जाने की बात लिखी थी । छात्रों के लिए यह एक बुरी बीमारी है, जो कि संयम के अभाव में होती है । समय पर अपने सभी कार्यों को करनेवाले छात्र सदा स्वस्थ रहते हैं । तुम्हारे स्वस्थ रहने पर ही अच्छी पढ़ाई हो सकेगी, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है । अतः समय की पाबंदी रखो और सुबह उठकर व्यायाम करो । इससे तुम्हारा शरीर स्वस्थ होगा और मन भी प्रसन्न रहेगा । तुम्हारा स्वेटर व सामान डाक से भेज रहा हूँ । मिलने की सूचना देना।

विशेष शुभ ।
तुम्हारा पिता
रामदेव मिश्र

बड़ी बहन को पत्र

समस्तीपुर
9.8.2012

आदणीय बहन जी,

सादर प्रणाम ।
मैं कुशल से हूँ और आपकी कुशलता के लिए सदैव ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ । बहुत दिनों से आपका कोई समाचार नहीं मिला । क्या आप यहाँ से जाकर, हमें भूल गईं । हमलोगों को तो हर समय आपकी ही याद आती है । माता जी तो आपको याद करके कभी-कभी रोने लगती हैं । सच दीदी, जब से आप गई हैं, सारा घर सूना-सूना लगता है । गोपाल तो हर समय आपको खोजता रहता है।

अब राखी को त्योहार आ रहा है । क्या अच्छा होता कि आप यहाँ होती। हम सब मिलकर भैया को राखी बाँधती । दीदी, राखी के अवसर पर आने की कोशिश कीजिएगा । माँ आपको बुलाने भैया को भेजेंगी । शेष कुशल है। जोजा जी प्रणाम बोलिएगा । –
पता :

Bihar Board Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखन

उत्तर की प्रतीक्षा
में आपकी छोटी बहन
सोनिया

आवेदन पत्र

बीमारी की छुट्टी के लिए प्रधानाध्यापक को प्रार्थना-पत्र

सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीयकृत मध्य विद्यालय, फतुहा ।

आदरणीय महोदय,
सेवा में सविनय नम्र निवेदन है कि मैं कल रात से बुखार से पीड़ित हूँ। इसलिए मैं आज विद्यालय में उपस्थित नहीं हो सकूँगा ।
अतः आपसे प्रार्थना है कि मुझे तीन दिनों की छुट्टी प्रदान करने की कृपा करें ।

दिनांक :4.3.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
सुभाष कुमार
कक्षा-VIII

निर्धन-छात्रकोष से सहायता हेतु प्रधानाध्यापक

को आवेदन-पत्र

सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय मध्य विद्यालय, सहरसा

मान्यवर,
सेवा मे नम्र निवेदन है कि मैं बहुत गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताजी मजदूरी करके किसी तरह परिवार का पालन करते हैं । हमलोगों के पास पैतृक सम्पत्ति नहीं है । धनाभाव के कारण पिताजी मेरे लिए किताबें नहीं खरीद सकते हैं। मेरी पढ़ने की उत्कट इच्छा है । इसके लिए आप-जैसे कृपालु महानुभव की सहायता की अपेक्षा करता हूँ।

अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि मुझे निर्धन-छात्रकोष से किताबें खरीदने के लिए उचित रकम प्रदान कर कृतार्थ करें। इस कार्य के लिए मैं सदा आपका आभारी बना रहूँगा ।

दिनांक : 24.1.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
विपिन ठाकुर
वर्ग-VIII

Bihar Board Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखन

आर्थिक दण्ड माफ करने के लिए आवेदन-पत्र 

श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
राजकीय कृत मध्य विद्यालय, छपरा
महाशय

सेवा में निवेदन है कि कल दिनांक 8.4.2012 को भूल से वर्ग के शीशे का एक ग्लास मुझसे टूट गया । मैं पानी पीने ग्लास लेकर नल के पास गया। हाथ से गिर जाने के कारण ग्लास टूट गया । वर्गशिक्षक महोदय ने इस गलती के लिए मुझ पर आठ रुपये का आर्थिक दण्ड लगाया है । मैं एक गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताजी दण्ड की रकम देने में असमर्थ हैं।. अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि उपर्युक्त दण्ड माफ करने की कृपा की जाय । मैं इस प्रकार की गलती फिर कभी नहीं करने का वचन देता हूँ।

दिनाक :9-4-2012
आपका आज्ञाकारी छात्र
आलोक कुमार
वर्ग : अष्टम

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 1.
हिमाद्रि की औसत ऊँचाई कितनी है?
(a) 600 मीटर
(b) 6100 मीटर
(c) 2,500 मीटर
(d) 5,000 मीटर
उत्तर-
(b) 6100 मीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 2.
लद्दाख पठार की ऊँचाई कितनी है?
(a) 4 किलोमीटर
(b) 8 किलोमीटर
(c)5 किलोमीटर
(d)2 किलोमीटर
उत्तर-
(a) 4 किलोमीटर

प्रश्न 3.
गाडविन आस्टिन’ किस पर्वत श्रेणी में स्थित है?
(a) जस्कर
(b) काराकोरम
(c) लद्दाख
(d) महान हिमालय
उत्तर-
(b) काराकोरम

प्रश्न 4.
उत्तर-पूर्वी राज्यों में स्थित हिमालय को किस नाम से जाना जाता है?
(a) उत्तरांचल
(b) पूर्वांचल
(c) दक्षिणांचल
(d) पूर्वी हिमालच
उत्तर-
(b) पूर्वांचल

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 5.
भारतीय हिमालय की सर्वोच्च चोटी कौन है?
(a) नंगा पर्वत
(b) एवरेस्ट
(c) नंदा देवी
(d) कंचनजंघा
उत्तर-
(d) कंचनजंघा

प्रश्न 6.
नीलगिरि किसका अंग है?
(a) पूर्वी घाट
(b) पश्चिमी घाट
(c) विंध्याचल
(d) सतपुरा
उत्तर-
(b) पश्चिमी घाट

प्रश्न 7.
कश्मीर घाटी किसके बीच स्थित है?
(a) काराकोरम और महान हिमालय
(b) जास्कर और पीरपंजाल
(c) लघु हिमालय और बाह्य हिमालय
(d) विंध्याचल और सतपुरा
उत्तर-
(b) जास्कर और पीरपंजाल

प्रश्न 8.
लक्षद्वीप कहाँ स्थित है?
(a) अरब सागर में
(b) बंगाल की खाड़ी में
(c) हिन्द महासागर में
(d) पाक का मुहाना में
उत्तर-
(a) अरब सागर में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 9.
श्रीलंका और भारत के बीच कौन द्वीप स्थित है?
(a) एलफेंटा
(b) निकोबार
(c) रामेश्वरम्
(d) पेम्बन
उत्तर-
(d) पेम्बन

प्रश्न 10.
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कितने द्वीप स्थित हैं?
(a) 19
(b) 27
(c) 204
(d) 223
उत्तर-
(d) 223

प्रश्न 11.
लक्षद्वीप समूह में कितने द्वीप आबाद हैं?
(a) 10
(b) 19
(c) 27
(d) 300
उत्तर-
(a) 10

प्रश्न 12.
किस पर्वत को सहयाद्रि कहा जाता है?
(a) पूर्वी घाट
(b) पश्चिमी घाट
(c) अरावली
(d) विंध्याचल
उत्तर-
(b) पश्चिमी घाट

प्रश्न 13.
निम्नलिखित में से कौन-सी चोटी भारत में स्थित नहीं है?
(a) के2
(b) कामेट
(c) माउण्ट एवरेस्ट
(d) नंदा देवी
उत्तर-
(c) माउण्ट एवरेस्ट

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 14.
बिहार के उत्तर-पश्चिम किनारे पर हिमालय की कौन-सी श्रेणी है?
(a) महान हिमालय
(b) शिवालिक
(c) मध्य हिमालय
(d) पूर्वी हिमालय
उत्तर-
(b) शिवालिक

प्रश्न 15.
हिमालय के निर्माण में कौन-सा सिद्धान्त सर्वमान्य है?
(a) महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धान्त
(b) भूमंडलीय गतिशीलता सिद्धान्त
(c) प्लेट विवर्तनिक सिद्धान्त
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) प्लेट विवर्तनिक सिद्धान्त

प्रश्न 16.
सैडल चोटी की ऊँचाई है:
(a) 515 मी.
(b)460 मी.
(c) 642 मी.
(d) 738 मी.
उत्तर-
(c) 642 मी.

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 17.
भारत का सबसे प्राचीन भूखण्ड है:
(a) प्रायद्वीपीय पठार
(b) विशाल मैदान
(c) उत्तर का पर्वतीय भाग
(d) तटीय भाग
उत्तर-
(a) प्रायद्वीपीय पठार

प्रश्न 18.
निम्न हिमालय के ढालों पर पाए जाने वाले घास के मैदान को कश्मीर में क्या कहा जाता है?
(a) मर्ग
(b) वुग्याल
(c) पयार
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) मर्ग

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 19.
निम्नलिखित में से कौन-सा दर्रा सिक्किम राज्य में है?
(a) बुर्जिल
(b) नाथूला
(c) थागला
(d) बड़ा लाचाला
उत्तर-
(b) नाथूला

प्रश्न 20.
निम्नलिखित में कौन-सा भूखण्ड टेथिस नामक सागर के उत्तर में स्थित था?
(a) गोंडवाना लैंड
(b) लॉरेशिया
(c) ये दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) लॉरेशिया

प्रश्न 21.
हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को निम्नलिखित में से क्या कहा जाता है?
(a) पूर्वांचल
(b) हिमाद्रि
(c) शिवालिक
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) शिवालिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 22.
निम्नलिखित में से संसार का सर्वोच्च शिखर कौन-सा है?
(a) कंचनजंगा
(b) नंदा देवी
(c) नामचा बरुआ
(d) माउंट एवरेस्ट
उत्तर-
(d) माउंट एवरेस्ट

प्रश्न 23.
सतलज तथा काली नदी के बीच स्थित हिमालय पर्वत श्रेणी को किस नाम से जाना जाता है?
(a) कुमाऊँ हिमालय
(b) नेपाल हिमालय
(c) असम हिमालय
(d) पूर्वांचल
उत्तर-
(a) कुमाऊँ हिमालय

प्रश्न 24.
भारत का प्रायद्वीपीय पठारी भाग निम्नलिखित में किसका हिस्सा रहा है?
(a) अंगारालैंड
(b) गोंडवाना सिस्टम
(c) गोंडवाना भूमि
(d) शील्ड
उत्तर-
(c) गोंडवाना भूमि

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 25.
अल्पाइन संरचना का निर्माण किस प्रकार की चट्टानों से हुआ है?
(a) रूपान्तरित
(b) आग्नेय
(c) परिवर्तित
(d) परतदार
उत्तर-
(d) परतदार

प्रश्न 26.
दक्षिणी पठार पर किस प्रकार के चट्टान पाये जाते हैं?
(a) आग्नेय
(b) रवादार आग्नेय
(c) परतदार
(d) रूपांतरित रवादार
उत्तर-
(d) रूपांतरित रवादार

प्रश्न 27.
मध्यवर्ती मैदानी भाग की अधिकतम ऊँचाई क्या है?
(a) 1,800 मीटर
(b) 3,800 मीटर
(c) 110 मीटर
(d) 1,250 मीटर
उत्तर-
(d) 1,250 मीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 28.
हिमालय की लम्बाई कितनी है?
(a) 250 किलोमीटर
(b) 2,500 किलोमीटर
(c) 500 किलोमीटर
(d) 1,710 किलोमीटर
उत्तर-
(b) 2,500 किलोमीटर

प्रश्न 29.
एवरेस्ट की ऊँचाई क्या है?
(a) 9848 मीटर
(b) 848 मीटर
(c) 8848 मीटर
(d) 880 मीटर
उत्तर-
(c) 8848 मीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 30.
हिमाचल को और किस नाम से जाना जाता है?
(a) उच्च हिमालय
(b) निम्न हिमालय
(c) मध्य हिमालय
(d) हिमाद्रि
उत्तर-
(c) मध्य हिमालय

प्रश्न 31.
दक्षिण भारत की सर्वोच्च चोटी का क्या नाम है?
(a) नीलगिरि
(b) के2
(c) महेन्द्रगिरि
(d) अन्नामुदी
उत्तर-
(d) अन्नामुदी

प्रश्न 32.
नीलगिरि की सबसे ऊँची चोटी है
(a) दोदाबेटा
(b) ऊटी
(c) महेन्द्रगिरि
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) दोदाबेटा

प्रश्न 33.
गुजरात से गोवा तक का तटीय मैदान कहलाता है
(a) मालाबार तट
(b) कन्नड़ तट
(c) कोंकण तट
(d) कोरोमंडल तट
उत्तर-
(c) कोंकण तट

प्रश्न 34.
बिहार में हिमालय की कौन श्रेणी पाई जाती है?
(a) शिवालिक
(b) उत्तरांचल
(c) पूर्वांचल
(d) मध्य हिमालय
उत्तर-
(a) शिवालिक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 35.
भारत के क्षेत्रफल में पठारी क्षेत्र का हिस्सा कितना है?
(a) 11%
(b) 28%
(c)18%
(d) 43%
उत्तर-
(b) 28%

प्रश्न 36.
राजनीतिक दृष्टि से भारत के उत्तरी मैदान का विस्तार निम्नलिखित में से किन राज्यों पर है?
(a) राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश
(b) पंजाब, दिल्ली, कर्नाटक
(c) उत्तरी बिहार, बंगाल, असम
(d) उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड
उत्तर-
(c) उत्तरी बिहार, बंगाल, असम

प्रश्न 37.
पश्चिमी घाट का सर्वोच्च शिखर है ।
(a) अनाईमुडी
(b) डोडाबेटा
(c) पालकोण्डा
(d) नल्लामाला
उत्तर-
(a) अनाईमुडी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 38.
पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर है
(a) अनाईमुडी
(b) महेन्द्रगिरि
(c) कंचनजंगा
(d) खासी
उत्तर-
(b) महेन्द्रगिरि

प्रश्न 39.
गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिम तटीय पट्टी
(a) कोरोमंडल
(b) कन्नड़.
(c) कोंकण
(d) उत्तरी सरकार
उत्तर-
(c) कोंकण

प्रश्न 40.
एक स्थलीय भाग जो तीन ओर समुद्र से घिरा होः
(a) तट
(b) प्रायद्वीप
(c) द्वीप
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) प्रायद्वीप

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 41.
भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले __ पर्वतों का संयुक्त नाम है:
(a) हिमालय
(b) पूर्वांचल
(c) उत्तरांचल
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) पूर्वांचल

प्रश्न 42.
‘करेवा’ भू-आकृति कहाँ पाई जाती है?
(a) कश्मीर हिमालय
(b) पूर्वी हिमालय
(c) उत्तरी-पूर्वी हिमालय
(d) हिमालय-उत्तरांचल हिमालय
उत्तर-
(a) कश्मीर हिमालय

प्रश्न 43.
निम्नलिखित में से किस राज्य में ‘लोकताक’ झील स्थित है?
(a) राजस्थान
(b) उत्तरांचल
(c) केरल
(d) मणिपुर
उत्तर-
(d) मणिपुर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 44.
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह को कौन-सा जल क्षेत्र अलग करता है?
(a)11° चैनल
(b) 10° चैनल
(c) अंडमान सागर
(d) मन्नार की खाड़ी
उत्तर-
(b) 10° चैनल

प्रश्न 45.
डोडाबेटा चोटी निम्नलिखित में से कौन-सी पहाड़ी श्रृंखला में स्थित है?
(a) कार्डमिम
(b) नल्लामाला
(c) अनामलाई
(d) नीलगिरि
उत्तर-
(d) नीलगिरि

प्रश्न 46.
ऊटी क्या है?
(a) राजस्थान का एक पशु
(b) दक्षिण भारत का पर्वतीय नगर
(c) उत्तराखण्ड की एक नदी
(d) केरल का मैदान
उत्तर-
(b) दक्षिण भारत का पर्वतीय नगर

प्रश्न 47.
प्रायद्वीपीय पठार की औसत ऊँचाई है
(a) 1,200-600 मीटर
(b) 4,000-9,000 मीटर
(c) 400-900 मीटर
(d) 500-1,000 मीटर
उत्तर-
(c) 400-900 मीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 48.
गुरु शिखर सर्वोच्च चोटी हैः
(a) माउण्ट आबू
(b) पश्चिमी घाट
(c) पूर्वी घाट
(d) दक्कन
उत्तर-
(a) माउण्ट आबू

प्रश्न 49.
दक्कन पठारी क्षेत्र में किस चट्टान की प्रधानता मिलती है?
(a) बेसाल्ट
(b) ग्रेनाइट
(c) चूनपत्थर
(d) सेल
उत्तर-
(a) बेसाल्ट

प्रश्न 50.
पटाकाई ब्रूम नाग हिल तथा लुशाई हिल किस पर्वत की श्रेणियाँ या हिस्सा है?
(a) विंध्याचल
(b) पूर्वांचल
(c) पूर्वी घाट
(d) सतपुरा
उत्तर-
(b) पूर्वांचल

प्रश्न 51.
इनमें से कौन हिमालय की सर्वोच्च श्रेणी है?
(a) हिमालय
(b) हिमाद्रि
(c) शिवालिक
(d) सह्यादि
उत्तर-
(b) हिमाद्रि

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 52.
इनमें से कौन हिमालय के उत्तर में स्थित है?
(a) हिन्दूकुश
(b) पटकाई बुम
(c) काराकोरम
(d) अरावली
उत्तर-
(c) काराकोरम

प्रश्न 53.
निम्नलिखित में कौन-सी चोटी भारत में स्थित नहीं है?
(a) के2
(b) नंदादेवी
(c) डोडाबेट्टा
(d) माउंट एवरेस्ट
उत्तर-
(d) माउंट एवरेस्ट

प्रश्न 54.
महेन्दगिरि किस राज्य में स्थित है?
(a) झारखण्ड में
(b) उड़ीसा में
(c) आन्ध्र प्रदेश में
(d) कर्नाटक में
उत्तर-
(b) उड़ीसा में

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 55.
इनमें कौन केरल को तमिलनाडु से मिलाता है?
(a) थालघाट
(b) भोरघाट
(c) पालघाट
(d) शिपकी-ला
उत्तर-
(c) पालघाट

प्रश्न 56.
किस पहाड़ी पर लावा निक्षेप मिलता है?
(a) राजमहल
(b) अरावली
(c) नीलगिरि
(d) लुशाई
उत्तर-
(a) राजमहल

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 2 भौतिक स्वरूप : संरचना एवं उच्चावच

प्रश्न 57.
अरावली और विंध्याचल के बीच कौन पठार स्थित है?
(a) कर्नाटक
(b) छोटानागपुर
(c) मालवा
(d) बुंदेलखण्ड
उत्तर-
(c) मालवा

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

Bihar Board Class 7 Hindi Book Solutions व्याकरण Grammar.

BSEB Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

भाषा

भाषा मनुष्य के भावों और विचारों को प्रकट करने का साधन है । भाषा के द्वारा ही मनुष्य, जीव-जन्तु और पशु-पक्षी अपने मन के विचार प्रकट करते हैं । भाषा के द्वारा हम अपनी आवाज और संकेतों के दूसरे लोगों तक पहुँचाते है।

इस प्रकार अपनी बात दूसरों के सामने कहना और दूसरों की बात समझाना भाषा कहलाती है।

भाषा के प्रकार-भाषा तीन प्रकार की होती है –
(1) मौखिक भाषा
(2) लिखित भाषा और
(3) सांकेतिक भाषा ।

(1) मौखिक भाषा – बातचीत करने, बोलने या सुनने में हम जिस भाषा का प्रयोग करते हैं उसे मौखिक भाषा कहते हैं । इस भाषा में अपनी बात मुँह से बोलकर दूसरों के सामने प्रकट किए जाते हैं।

(2) लिखित भाषा – अपने विचारों और भावों को जब हम लिखकर दूसरे व्यक्ति के सामने प्रकट करते हैं तो वह उसे पढ़कर समझ लेता है कि क्या कहना चाहते हैं ? उसे लिखित भाषा कहा जाता है।

(3) सांकेतिक भाषा – इसमें हम केवल संकेतों या इशारों से ही अपना संदेश दूसरों तक पहुँचाते हैं । इसमें अंगुलियों, आँखों या अन्य संकेतों-साध नों का प्रयोग किया जाता है ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

वर्ण या अक्षर

वर्ण या अक्षर-भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण या अक्षर कहते हैं। इसे अलग-अलग नहीं कर सकते, जैसे- अ, च, न, इ, ऊ आदि छोटे अंश के अक्षर हैं। ये मनुष्य के मुख से निकलने वाली ध्वनियाँ हैं।

वर्णमाला-वर्णा या अक्षरों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हिन्दी वर्णमाला में 44 वर्ण या अक्षर हैं।

ये वर्ण दो प्रकार के हैं –
(1) स्वर और (2) व्यंजन ।

(1) स्वर- जिन अक्षरों का उच्चारण किसी अन्य वर्ण की सहायता के बिना किया जाता है, उन्हें स्वर कहते हैं ।

ये स्वर निम्न प्रकार हैं –
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ तथा औ।
अनुस्वर (अ) तथा विसर्ग (अ:) को भी स्वरों के साथ ही पढ़ाया जाता है।

(2) व्यंजन-जिन वर्गों का उच्चारण स्वरों की सहायता से होता है उन्हें व्यंजन कहते हैं। हिन्दी वर्णमाला में कुल 33 व्यंजन होते हैं।

जैसे – क, ख, ग, घ आदि ।
संयुक्त अक्षर- दो या दो से अधिक अक्षरों के मिले रूप को संयुक्ताक्षर कहते हैं ।

जैसे –
क्ष – क + ष + अ
त्र – त् + र + अ
ज्ञ – ज् + त्र + अ

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 1

मात्राएँ- किसी स्वर के व्यंजन से मिलने पर उसका रूप बदल जाता है, जिसे मात्रा कहा जाता है । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 2

अनुस्वर (.)-किसी अक्षर के ऊपर जो बिन्दु लगाया जाता है उसे अनुस्वर कहते हैं । अनुस्वार व्यंजन की मात्रा के पीछे लिखा जाता है ।
जैसे- क + – कं, न + – नं।
विसर्ग (:)- किसी अक्षर के सामने दो बिन्दु लगाकर विसर्ग लिखते । हैं । इसका प्रयोग मात्रा के बाद किया जाता है।
जैसे – ग + : = गः, न + : = नः ।
वाक्य-शब्दों का वह समूह जिसका पूरा-पूरा अर्थ समझ में आ जाये, उसे वाक्य कहते हैं । जैसे –
मैं बाजार जाता हूँ। गीता गाना गा रही है ।

वाक्य के दो भाग होते हैं –
(क) उद्देश्य
(ख) विधेय

(क) जिसके विषय में कुछ कहा जाता है. उसे उद्देश्य कहते हैं। जैसे –
मैं बाजार जाता हूँ । इसमें ‘मैं’ के विषय में कहा गया है । गीता गाना गा रही है । इसें ‘गीता’ के विषय में कहा गया है । अतः ‘मैं’ और गीता उद्देश्य

(ख) विधेय- उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे विधेय कहते हैं । जैसे –
मैं बाजार जाता हूँ ‘मैं’ उद्देश्य के विषयमें कहा गया है बाजार जाता हैं। अत: ‘बाजार जाता हूँ’ विधेय है । इसी प्रकार ‘गाना गा रही है’ भी विधेध हैं।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

संधि

प्रश्न 1.
संधि किस कहते हैं ?
उत्तर:
जब दो या दो से अधिक वर्ण मिलते हैं, तो इससे पैदा होने वाला विकार को संधि कहते हैं । जैसे – जगत् + नाथ = जगन्नाथ, शिव + आलय = शिवालय, गिरि + ईश = गिरीश आदि ।

प्रश्न 2.
संधि के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
संधि के तीन भेद हैं-
(i) स्वर संधि
(ii) व्यंजन संधि
(iii) विसर्ग संधि ।

प्रश्न 3.
स्वर संधि किसे कहते हैं ?
उत्तर:
दो या दो से अधिक स्वर वर्णों के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे स्वर संधि कहते हैं। जैसे – अन्न + अभाव = अन्नाभाव, महा + आशय = महाश्य, भोजन + आलय = भोजनालय ।

प्रश्न 4.
स्वर संधि के कितने भेद हैं ? उनके विषय में लिखें ।
उत्तर:
स्वर संधि के पाँच भेद हैं :

(i) दीर्घ संधि-जब ह्रस्व या दीर्घ वर्ण, ह्रस्व या दीर्घ वर्णों से मिलकर दीर्घ स्वर हो जाते हैं, उसे दीर्घ संधि कहते हैं । जैसे –
भोजन + आलय = भोजनालाय (अ + आ = आ)
अन्न + अभाव = अन्नाभाव (अ + आ = आ)
गिरि + इन्द्र = गिरीन्द्र (इ + ई = ई)
विधु + उदय = विधूदय (उ + उ = ऊ) .

(ii) गुण संधि-यदि ‘अ’ या ‘आ’ के बाद इ, ई, उ, ऊ, ऋ आवे तो वे मिलकर क्रमशः ए, ओ और अर् हो जाते हैं । जैसे – नर + इन्द्र = नरेन्द्र, देव + ईश = देवेश, महा + ऋषि = महर्षि आदि ।

(iii) वृद्धि संधि-यदि ह्रस्व या दीर्घ ‘अ आ’ के बाद ए, ऐ आवे तो – ‘ऐ’ और ‘ओ’ आवे तो ‘औ’ हो जाते हैं । जैसे-अनु + एकान्त = अनैकान्त, तथा + एव = तथैव, वन + औषधि = वनौषधि, सुन्दर + ओदन = सुन्दरौदन ।

(iv) यण संधि-इ, ई के बाद कोई भिन्न स्वर हो तो ‘य’, उ, ऊ, के बाद भिन्न स्वर आवे तो ‘व्’ और ऋ के बाद भिन्न स्वर आवे तो ‘र’ हो · जाता है.। जैसे-सखी + उवाच = सख्युवाच, दधि + आयन = दध्यानय, अनु + अय = अन्वय, अनु + एषण = अन्वेषण, पित + आदेश = पित्रादेश ।

(v) अयादि संधि-यदि ए, ऐ, ओ, औ के बाद कोई भिन्न स्वर हो, तो उसके स्थान पर क्रमशः ‘अय्’, ‘आय’, ‘आव्’ हो जाता है । जैसे-ने + अन = नयन । गै अक = गायक, भो + अन = भवन, भौ + उक = भावुक

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

प्रश्न 5.
व्यंजन संधि किसे कहते हैं ?
उत्तर:
व्यंजन वर्ण के साथ व्यंजन या स्वर वर्ण के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे व्यंजन संधि कहते हैं । जैसे-दिक् + अन्त = दिगन्त, दिक् + गज = दिग्गज, जगत् + ईश = जगदीश, जगत् + नाथ = जगन्नाथ, सत् + आनन्द = सदानन्द, उत् + घाटन = उद्घाटन ।।

प्रश्न 6.
विसर्ग संधि किसे कहते हैं ? सोदाहरण परिभाषा दें।
उत्तर:
विसर्ग (:) के साथ स्वर या व्यंजन के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं । जैसे-निः + चय – निश्चय, निः + पाप = निष्पाप ।

स्मरणीय

  • अ + नि + आय = अन्याय
  • अनु + अय = अन्वय
  • अन्य + अन्य = अन्यान्य
  • अतः + एव = अतएव
  • अभि + इष्ट = अभीष्ट
  • अति + आचार = अत्याचार
  • आत्म + उत्सर्ग = आत्मोत्सर्ग
  • अति + उत्तम = अत्युत्तम
  • आवि: + कार = आविष्कार
  • अति + अन्त = अत्यन्त
  • आशीः + वाद = आशीर्वाद
  • अधः + गति = अधोगति
  • अप् + ज = अब्ज
  • अभि + आगत = अभ्यागत
  • अहम् + कार = अहंकार
  • आदि + अन्त = आद्यन्त
  • अभि + उदय = अभ्युदय
  • उत् + नति = उन्नति
  • अहः + निश = अहर्निश
  • अनु + अय + इत = अन्वित
  • अनु + एषण = अन्वेषण
  • अन्तः + निहित = अन्तर्निहित
  • अम्बु + ऊर्मि = अम्बूमि
  • इति + आदि = इत्यादि
  • उत् + हत = उद्धत
  • उत् + विग्न = उद्विग्न
  • उप + ईक्षा = उपक्षा
  • उत् + छिन्न = उच्छिन्न
  • उत् + नायक = उन्नायक
  • उत् + मत्त = उन्मत
  • उत् + भव = उद्भव
  • उत् + लेख = उल्लेख
  • उत् + मूलित = उन्मूलित
  • उत् + हार = उद्धार
  • महा + ईश्वर = महेश्वर
  • उत् + डयन = उड्डयन
  • किम् + नर = किन्नर
  • तत् + लीन = तल्लीन
  • तत् + आकार = तदाकार
  • तेजः + राशि – तेजोराशि
  • तत् + रूप = तद्रुप
  • देव + ईश = देवेश
  • दिक् + भ्रम = दिग्भ्रम
  • दु: + धर्ष = दुर्धर्ष
  • देव + ऋषि = देवर्षि
  • देव + इन्द्र = देवेन्द्र
  • दिक् + अम्बर = दिगम्बर
  • देव + आगम = देवागम
  • नार + अयन = नारायण
  • नि: + छल = निश्छल
  • निः + आधार = निराधार
  • निः + प्राण = निष्प्राण
  • अप् + मय = अम्मय
  • ईश्वर + इच्छा = ईश्वरेच्छा
  • उत् + हृत = उद्धृत
  • उत् + लंघन = उल्लंघन
  • उत् + घाटन = उद्घाटन
  • उत् + श्वास = उच्छ्वास
  • ऊष् + म = ऊष्म
  • उत् + ज्वल = उज्ज्वल
  • उपरि + उक्त = उपर्युक्त
  • उत् + शृंखल = उच्छंखल
  • उत् + गम = उद्गम
  • उद् + दाम = उद्दाम
  • उत् + योग. = उद्योग
  • कृत + अन्त = कृदन्त
  • तथा + एव = तथैव
  • तेजः + पुंज = तेजोपुंज
  • तृष् + ना = तृष्णा
  • तत् + टीका = तट्टीका
  • दु: + शासन = दुश्शासन
  • दिक् + गज = दिग्गज
  • दाव + अनल = दावानल
  • दु: + नीति = दुर्नीति
  • दु: + जन = दुर्जन
  • दु: + दिन = दुर्दिन
  • दु: + कर = दुष्कर
  • नमः + कार = नमस्कार
  • नदी + ईश = नदीश
  • निः + सन्देह = निस्संदेह
  • निः + अर्थक = निरर्थक
  • निः + मल = निर्मल
  • निः + रव = नीरव
  • नदी + अम्बु = नद्यम्बु
  • नौ + इक = नाविक
  • निः + उपाय = निरुपाय
  • परम + ईश्वर = परमेश्वर
  • पौ + अक = पावक
  • प्रति + एक = प्रत्येक
  • परम + ओजस्वी = परमौजस्वी
  • पुरुष + उत्तम = पुरुषोत्तम
  • प्राक् + मुख = प्राङ्मुख
  • प्रति + अक्ष = प्रत्यक्ष
  • प्र + उत्साहन = प्रोत्साहन
  • प्रति + उत्तर = प्रत्युत्तर
  • प्रति + अय = प्रत्यय
  • प्र + अंगण = प्रांगण
  • पृष् + थ = पृष्ठ
  • पयः + द स = पयोद
  • पयः + पान = पयःपान
  • भाग्य + उदय = भाग्योदय
  • भो + उक = भावुक

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

शब्द

प्रश्न 1.
शब्द किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ध्वनियों के मेल से बने सार्थक वर्ण-समुदाय को ‘शब्द’ कहते हैं।

प्रश्न 2.
‘अर्थ’ के अनुसार शब्दों के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
अर्थ के अनुसार शब्दों के दो भेद हैं
(i) सार्थक – जिन शब्दों का स्वयं कुछ अर्थ होता है, उसे सार्थक शब्द कहते हैं । जैसे-घर, लड़का, चित्र आदि ।
(ii) निरर्थक – जिन शब्दों का कोई अर्थ नहीं होता, उसे निरर्थक शब्द कहते हैं । जैसे-चप, लव, कट आदि

प्रश्न 3.
व्युत्पत्ति के अनुसार शब्दों के कौन-कौन से भेद हैं ?
उत्तर:
व्युत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के चार भेद हैं ।
(i) तत्सम – संस्कृत के सीधे आए शब्दों को तत्सम कहते हैं । जैसे- रिक्त, जगत्, मध्य, छात्र ।
(ii) तद्भव – संस्कृत से रूपान्तरित होकर हिन्दी में आए शब्दों को तद्भव कहते हैं। जैसे-आग, हाथ, खेत आदि ।
(iii) देशज – देश के अन्दर बोल-चाल के कुछ शब्द हिन्दी में आ गए हैं । इन्हें देशज कहा जाता है जैसे- लोटा, पगडी, चिडिया, पेट आदि ।
(iv) विदेशज – कुछ विदेशी भाषा के शब्द हिन्दी में मिला लिये गए हैं, इन्हें विदेशज शब्द कहते हैं । जैसे-स्कूल, कुर्सी, तकिया, टेबुल, मशीन, बटन, किताब, बाग आदि ।

प्रश्न 4.
उत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
उत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के तीन भेद हैं।
(i) रूढ़ – जिन शब्दों के खंड़ों का अलग-अलग अर्थ नहीं होता, उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं । जैसे-जल = ज + ल ।
(ii) यौगिक – जिन शब्दों के अलग-अलग खंडों का कुछ अर्थ हो, उसे यौगिक शब्द कहते हैं । जैसे-हिमालय, पाठशाला, देवदूत, विद्यालय आदि ।
(iii) योगरूढ़ – जो शब्द सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ बतावे, उसे योगरूढ़ कहते हैं । जैसे-लम्बोदर (गणेश), चक्रपाणि (विष्णु) चन्द्रशेखर (शिवजी) आदि ।

संज्ञा

प्रश्न 1.
संज्ञा किसे कहते हैं ?
उत्तर:
किसी प्राणी, वस्तु, स्थान और भाव को संज्ञा कहते हैं।

प्रश्न 2.
संज्ञा के कितने भेद हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:
संज्ञा के निम्नांकित पाँच भेद हैं।
(i) व्यक्तिवाचक संज्ञा-किसी विशेष प्राणी, स्थान या वस्तु के नाम -को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-राम, श्याम, हिमालय, पटना, पूर्णिया आदि ।
(ii) जातिवाचक संज्ञा-जिस संज्ञा से किसी जाति के सभी पदार्थों का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे- गाय, घोड़ा, फूल, आदमी औरत आदि ।
(iii) भाववाचक संज्ञा-जिस से किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण-धर्म और स्वभाव का बोध हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-बुढ़ापा, चतुराई, मिठास आदि ।
(iv) समूहवाचक संज्ञा-जिस शब्द से समूह या झुण्ड का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-सोना, वर्ग, भीड़, सभा आदि ।
(v) द्रव्यवाचक संज्ञा-जिन वस्तुओं को नापा-तौला जा सके, ऐसी वस्तु के नामों को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-तेल, घी, पानी, सोना आदि ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

भाववाचक संज्ञा बनाना

(i) जातिवाचक संज्ञा से
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 3

(ii) सर्वनाम से
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 4

(iii) विशेषण से
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 5

(iv) क्रिया से
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 6

लिंग

प्रश्न 1
लिंग किसे कहा जाता है ?
उत्तर:
संज्ञा, सर्वनाम या क्रिया के जिस रूप से व्यक्ति, वस्तु और भाव की जाति का बोध हो, उसे लिंग कहते हैं । हिन्दी शब्द में संज्ञा-शब्द मूल रूप से दो जातियों के हुआ करते हैं- पुरुष-जाति और स्त्री-जाति ।

प्रश्न 2.
लिंग के कितने भेद हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:
लिंग के दो भेद हैं
1. पँल्लिग – जिस संज्ञा शब्द से पुरुष-जाति का बोध होता है. उसे पुंल्लिग कहते हैं । जैसे-घोड़ा, बैल, लड़का, छात्र, आदि ।
2. स्त्रीलिंग – जिस संज्ञा शब्द से ‘स्त्री-जाति’ का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग कहते हैं । जैसे-स्त्री, घोड़ी, गाय, लकड़ी, छात्रा, आदि।

जिन प्राणिवाचक शब्दों के जोड़े होते हैं, उनके लिंग आसानी से जाने जा सकते हैं । जैसे- लड़का-लड़की, पुरुष-स्त्री, घोड़ा-घोड़ी, कुत्ता-कुतिया ।
गरुड़, बाज, चीता और मच्छर आदि ऐसे शब्द हैं, जो सदा पुंल्लिग होते हैं। मक्खी, मैना, मछली आदि शब्द सदा स्त्रीलिंग होते हैं।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

पुंल्लिग से स्त्रीलिंग बनाना

पुंल्लिग से स्त्रीलिंग बनाने के लिए जो निह लगाये जाते हैं, उन्हें ‘स्त्री प्रत्यय’ कहा जाता है । ‘पुंल्लिग शब्दों में आई, इया, इनी, इन, त्री, आनी, आती, ‘स्त्री-प्रत्यय’ जोड़कर स्त्रीलिंग बनाये जाते हैं । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 7
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 8

वाक्य प्रयोग द्वारा लिंग निर्णय :

  • अनाज (पृ.)-आजकल अनाज महँगा है।
  • अफवाह (स्त्री.)-यह अफवाह जोरों से फैल रही है।
  • अरहर (स्त्री.)-खेतों में अहरहर लगी थी।
  • आँगन (पृ.)-मेरे घर का आँगन छोटा है।
  • आँचल (पुं.)-माँ ने आँचल पसारा ।
  • अमावस (स्त्री.)-पूनो के बाद फिर अमावस आई।
  • अश्रु (पुं.)-उनके नयनों से अश्रु झरते रहे।
  • आँख (स्त्री.)-उसकी आँखों में लगा काजल धुल गया।
  • अभिमान (पृ.)-किसी भी बात का अभिमान न करें।
  • आग (स्त्री.)-आग जलने लगी।
  • आत्मा (स्त्री.)-उसकी आत्मा प्रसन्न थी।
  • आदत (स्त्री.)-दूसरों को गाली बकने की आदत अच्छी नहीं।
  • आयु (स्त्री.)-मेरी आयु 20 साल की है।
  • आय (स्त्री.)-आपकी आय कितनी है ?
  • आकाश (पुं.)-आकाश नीला था।
  • आहट (स्त्री.)-पैरों की आहट सुनाई पड़ी।
  • ओस (स्त्री.)-रात भर ओस गिरती रही।
  • इज्जत (री.)-बड़ों की इज्जत करो।
  • ईंट (स्त्री.)-नींव की ईंट हिल गई।
  • उड़ान (स्त्री.)-मैं पक्षी की उड़ान देख रहा हूँ।
  • उपाय (पुं.)-आखिर इसका उपाय क्या है ?
  • उलझन (स्त्री.)-उलझन बढ़ती ही जा रही है।
  • ऋतु (स्त्री.)-सुहानी ऋतु आ गई।
  • कपूर (पृ.)-कपूर हवा में उड़ गया।
  • कब्र (स्त्री.)-यह पीर साहब की कब्र है।
  • कलम (स्त्री.)-मेरी कलम टूट गई है।
  • कली (स्त्री.)-कली ही खिलकरं फूल बनती है।
  • कसक (स्त्री.)-उसके दिल में एक कसक छुपी थी।
  • कसम (स्त्री.)-मैं अपनी कसम खाता हूँ।
  • कसर (स्त्री.)-अब इसमें किस बात की कसर है ?
  • कमीज (स्त्री.)-मेरी कमीज फट गई है।
  • किताब (स्त्री.)-उसकी किताब पुरानी है।
  • किरण (स्त्री.)-सुनहली किरण छा गई है।
  • कीमत (स्त्री.)-इस चीज की कीमत अधिक है।
  • कुशल (स्त्री.)-अपनी कुशल कहें।
  • केसर (पुं.)-केसर फुला गए थे।
  • कोयल (स्त्री.)-डाली पर कोयल कूक उठी।
  • कोशिश (स्त्री.)-हमारी कोशिश जारी है।
  • खाट (स्त्री.)-खाट टूट गई।
  • खटमल (पुं.)-उसकी बिछावन पर कई खटमल नजर आ रहे थे।
  • खत (पृ.)-आपका खत मिला।
  • खबर (स्त्री.)-आज की नई खबर क्या है ?
  • खीर (स्त्री.)-आज खीर अच्छी बनी है।
  • खेत (पृ.)-यह धान का खेत है।
  • खोज (स्त्री.)-मेरी खोज पूरी हुई।
  • गंध (स्त्री.)-गुलाब की गंध अच्छी है।
  • ग्रन्थ (पृ.)-यह कौन-सा ग्रंथ है ?
  • गरदन (स्त्री.)-उसकी गरदन लम्बी है।
  • गिलास (पुं.)-शीशे का नया गिलास टूट गया ।
  • गीत (पुं.)-उसका गीत पसन्द आया ।
  • गेन्द (स्त्री.)-गेन्द नीचे गिर पड़ी।
  • गोद (स्त्री.)-उसकी गोद भर गई।
  • घास (स्त्री.)-यहाँ की घास मुलायम है।
  • घी (पु.)-घी महँगा होता जा रहा है।
  • घूस (स्त्री.)-दारोगा ने घूस ली थी।
  • चना (पृ.)-इन दिनों चना महँगा है।
  • चमक (स्त्री.)-कपड़े की चमक फीकी पड़ गई है।
  • चर्चा (स्त्री.)-आपकी इन दिनों बड़ी चर्चा है।
  • चाँदी (स्त्री.)-चाँदी महँगी हो गई है।
  • चादर (स्त्री.)-चादर मैली हो गई।
  • चाल (स्त्री.)-घोड़े की चाल अच्छी है।
  • चित्र (पुं.)-यह बापू का चित्र है।
  • चिमटा (पुं.)-साधु का चिमटा खो गया।
  • चोज (स्त्री.)-मुझे हर तली चीज पसंद है।
  • चील (स्त्री.)-चील आसमान में उड़ी रही है।
  • चुनाव (पृ.)-चौदहवां आम चुनाव सम्पन्न हुआ।
  • चैत (पृ.)-फिर चैत आ गया।
  • चोंच (स्त्री.)-कौआ की चोंच टूट गई।
  • चौकी (स्त्री.)-वहाँ चौकी डाल दी गई।
  • छत (स्त्री.)-मकान की छत नीची है।
  • छल (पृ.)-उसका छल छिपा न रह सका।
  • जमघट (पुं.)-यहाँ अच्छा खासा जमघट लगा था।
  • जय (स्त्री.)-महात्मा गाँधी की जय सभी बोलते हैं।
  • जवानी (स्त्री.)-सबकी जिन्दगी में जवानी आती है।
  • जहाज (पुं.)-जहाज चला जा रहा था।
  • जाँच (स्त्री.)-उस मामले की जाँच हो रही है।
  • जीभ (स्त्री.)-उसकी जीभ ऐंठ रही है।
  • जीत (स्त्री.)-चुनाव में विरोधियों की जीत हुई।
  • जी (पुं)-उसका जी खराब है।
  • जान (स्त्री.)-हर व्यक्ति को अपनी जान प्यारी होती है।
  • जेब (स्त्री.)-किसी ने मेरी जेब काट ली।
  • जेल (पुं.)-बेउर जेल बहुत बड़ा है।
  • जोंक (स्त्री.)-जोक उसके अंगूठे से चिपकी थी।
  • जोश (पुं.)-अब उनका जोश ठंडा हो गया था।
  • झील (स्त्री.)-आगे दूर तक नीली झील फैली थी।
  • ढोल (पुं.)-दूर का ढोल सुहावना होता है।
  • तकदीर (स्त्री.)-उसकी तकदीर ही खोटी है।
  • तकिया (पृ.)-वह कोमल पंखों की तकिया है।
  • तरंग (स्त्री.)-सरिता की एक तरंग उठी।
  • तराजू (पु.)-बनिये का तराजू टूट गया।
  • तलवार (स्त्री.)-वीर की तलवार चमक उठी।
  • तलाक (पुं.)-उन्होंने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया।
  • तलाश (पृ.)-सुख की तलाश में सभी लगे हैं।
  • ताला (पुं.)-मकान के दरवाजे पर लगाया गया ताला खुला था।
  • ताज (पृ.)-उसके सर पर ताज रखा गया।
  • तिथि (स्त्री.)-परसों कौन-सी तिथि थी ?
  • तिल (पुं.)-अच्छा तिल बाजार में नहीं बिकता।
  • तीतर (पुं.)-आहट पाकर तीतर उड़ गया।
  • तौलिया (पुं)-मेरा नया तौलिया कहाँ है ?
  • थकान (स्त्री.)-चलने से काफी थकान हो गई थी।
  • दंपति (पृ.)-दम्पति अब सानन्द थे।
  • दफ्तर (पुं.)-दफ्तर नौ बजे के बाद खुलता है।
  • दरार (स्त्री.)-खेतों में दरार पड़ गई है।
  • दवा (स्त्री.)-हर मर्ज की दवा नहीं होती।
  • दही (पुं.)-अपने दही को कौन खट्टा कहता है।
  • दहेज (पुं.)-उसे भारी दहेज मिला था।
  • दाल (स्त्री.)-इस बार उसकी दाल नहीं गली।
  • दीवार (स्त्री.)-दीवारें ढह गई थीं।
  • दीमक (स्त्री.)-किताब में दीमक लग गई थी।
  • दूकान (स्त्री.)-यह दूकान पुरानी है।
  • दूब (स्त्री.)-हरी-भरी दूब प्यारी लगती है।
  • देर (स्त्री.)-आपने आने में थोड़ी देर कर दी।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

सर्वनाम

प्रश्न 1.
सर्वनाम से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होनेवाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं । जैसे-मैं, हम, वह, वे आदि ।

प्रश्न 2.
सर्वनाम के भेदों के विषय में बतावें ।
उत्तर:
सर्वनाम के छः भेद हैं ।
1. पुरुषवाचक सर्वनाम-जो सर्वनाम पुरुषवाचक या स्त्रीवाचक संज्ञाओं के नाम के बदले आता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे- मैं, वह, तूं, तुम आदि ।

2. निश्चयवाचक सर्वनाम-जिससे निश्चित वस्तु, व्यक्ति, वस्तु या भाव का बोध हो, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे-यह, वह, ये, वे, आप आदि ।

3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम-जिससे निश्चित व्यक्ति, वस्तु या भाव का बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे–कोई, कुछ ।

4. संबंधवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम से वाक्य में आए संज्ञा के संबंध स्थापित किया जाए, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे-जो, सो, आदि ।

5. प्रश्नवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग ‘प्रश्न’ करने के लिए किया जाता है, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे-कौन, क्या ।

6. निजवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम से ‘स्वयं या निज’ का बोध हो, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं । जैसे-मैं स्वयं जाऊँगा।

विशेषण

प्रश्न 1.
विशेषण से क्या समझते हैं ?
उत्तर:
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, उसे विशेषण कहा जाता है । जैसे-लाल घोड़ा, काली कमीज, उजला पैंट । यहाँ लाल, काली, उजला विशेषण हैं।

प्रश्न 2.
प्रविशेषण किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जो शब्द विशेषण की विशेषता बताते हैं, उसे प्रविशेषण कहते हैं । जैसे–’बहुत तेज घोड़ा’ वाक्य में ‘तेज’ विशेषता है और ‘बहुत’ शब्द विशेषण की विशेषता बता रहा है, अतः यह प्रविशेषण है ।

प्रश्न 3.
विशेषण के कितने भेद हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:
विशेषण के चार भेद हैं । –
1. गुणवाचक विशेषण-जिस शब्द से संज्ञा के गुण, अवस्था और धर्म . का बोध हो, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं । जैसे-काली घोड़ी, लाल लगाम, सपाट चेहरा आदि ।

2. परिणामवाचक विशेषण-जिस शब्द से किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध हो, उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं । जैसे-कुछ किलो दाल, कुछ अनाज, तीन लिटर दूध आदि ।

3. संख्यावाचक विशेषण-जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध हो, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं । जैसे-चार आदमी, आठ दिन, तीसरा लड़का आदि ।

4. सार्वनामिक विशेषण-जो सर्वनाम शब्द संज्ञा से पहले आकर ‘विशेषण’ का काम करते हैं, उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं । जैसे-यह लडका, वह स्कूल, वह फकीर आदि ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

कारक

कारक : संज्ञा या सर्वनाम का वह रूप जो वाक्य के अन्य शब्दों, खासकर क्रिया से अपना संबंध प्रकट करता है, कारक कहलाता है। जैसे –

राम ने रावन को मारा ।

इस वाक्य में दो संज्ञा शब्द (राम, रावण) और एक क्रिया शब्द (मारा) हैं। दोनों संज्ञा शब्दों का आपस में तो संबंध है ही, मुख्य रूप से उनका संबंध (मारा) क्रिया से है; जैसे –

जैसेरावण को किसने मारा ? – राम ने।
राम ने । राम ने किसको मारा ? – रावण को ।

यहाँ, मारने की क्रिया राम करता है, अत: राम ने = कर्ता कारक और मारने (क्रिया) का फल रावण पर पड़ता है, अतः रावण को = कर्म कारक ।
स्पष्ट है कि करनेवाला कर्त्ताकारक हुआ । इसका चिह्न ‘ने’ है. और जिस पर फल पड़ा, वह कर्मकारक हुआ । इसका चिह्न ‘को’ है।

कारक के भेद

हिन्दी में कारक के आठ भेद हैं, जो निम्नलिखित हैं –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 9

यहाँ इस बात पर ध्यान दें-कारकों के साथ क्रमश: गणनावाले शब्द-प्रथमा, द्वितीया, आदि शब्द ही विभक्ति हैं, लेकिन सामान्य भाषा में ‘कारक चिह्नों’ को ‘विभक्ति’ के रूप में प्रयुक्त किया जाता है ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

कारकों का अर्थ एवं प्रयोग

1. कर्ताकारक : जो कर्ता काम (क्रिया) करता है, उसे कर्ताकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘ने’ है; जैसे –

राम खाता है । (0-विभक्ति)
राम ने खाया । (ने-विभक्ति) ।

दोनों वाक्यों से स्पष्ट है कि खाने का काम (क्रिया) राम ही करता है, लेकिन पहले वाक्य में ‘ने’ चिह्न लुप्त है या छिपा हुआ है, परन्तु दूसरे वाक्य में कर्ता का ‘ने’ चिह्न स्पष्ट है।

कर्ता के ‘ने’ चिह्न का प्रयोग

(क) जब क्रिया सकर्मक हो, तो सामान्यभूत, आसन्नभूत, पूर्णभूत, संदिग्धभूत और हेतुहेतुमद्भूत कालों में कर्ता के ‘ने’ चिह्न का प्रयोग होता है; जैसे –
सामान्यभूत – उसने रोटी खायी ।
आसन्नभूत – उसने रोटी खायी है।
पूर्णभूत – उसने रोटी खायी थी।
संदिग्धभूत – उसने रोटी खायी होगी ।
हेतुहेतुमद्भूत – उसने रोटी खायी होती, तो पेट भरा होता ।

(ख) प्रायः अकर्मक क्रिया में कर्ता के ‘ने’ चिह्न का प्रयोग नहीं होता है, लेकिन-नहाना, खाँसना, छींकना, थूकना, भंकना आदि अकर्मक क्रियाओं में, इस चिह्न का प्रयोग उपर्युक्त कालों में होता है; जैसे –

राम ने नहाया ।
उसने छींका था ।
उसने खाँसा है।
मैंने थूका होगा ।

(ग) जब अकर्मक क्रिया सकर्मक बन जाती है, तो इस चिह्न का प्रयोग उपर्युक्त कालों में होता है ।
उसने बच्चे का रुलाया ।
मैंने कुत्ते को जगाया था ।
माँ ने बच्चे को हँसाया है।
उसने बिल्ली को सुलाया होगा ।

‘ने’ चिह्न का प्रयोग कहाँ-कहाँ नहीं होता ‘ने’ चिह्न का प्रयोग निम्नलिखित अवस्थाओं में न करें –

(क) वर्तमानकाल और भविष्यत्काल में इस चिह्न का प्रयोग नहीं होता है; जैसे –
वह खाता है।
वह खेलेगा ।
वह खा रहा है।
मैं लिखता रहूँगा।

(ख) पूर्वकालिक क्रिया में इस चिह्न का प्रयोग नहीं होता है, जैसे –
वह पढ़कर खाया ।
वह नहाकर खाया ।

(ग) कुछ सकर्मक क्रियाओं-बोलना, बकना, भूलना, समझना आदि के भूतकालिक प्रयोग में इस चिह्न का प्रयोग नहीं होता है; जैसे –
वह मुझसे बोली ।
वह मुझे भूला ।
श्याम गाली बका है।
वह नहीं समझा ।

2. कर्मकारक : कर्ता द्वारा संपादित क्रिया का प्रभाव जिस व्यक्ति या वस्तु पर पड़े, उसे कर्मकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘को’ है ।

सोहन आम. खाता है । (0-विभक्ति)
सोहन मोहन को पीटता है । (को-विभक्ति)

यहाँ खाना (क्रिया) का फल आम पर और पीटना (क्रिया) का फल मोहन पर पड़ता है, अतः ‘आम’ और ‘मोहन’ कर्मकारक हैं ।

‘आम’ के साथ ‘को’ चिह्न छिपा है और मोहन के साथ ‘को’ चिह्न स्पष्ट हैं ।

इस चिह का प्रयोग द्विकर्मक क्रिया रहने पर भी होता है; जैसे –

मोहन सोहन का हिन्दी पढ़ाता है। (सोहन, हिन्दी-दो कर्म)
वह सुरेश को तबला सिखाता है । (सुरेश, तबला-दो कर्म)

3. करणकारक-जो वस्तु क्रिया के संपादन में साधन का काम करे, उसे करणकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘से’ है; जैसे –
मैं कलम से लिखता हूँ। . (लिखने का साधन)
वह चाकू से काटता है। (काटने का साधन)

यहाँ, ‘कलम से’, ‘चाकू से’-करणकारक हैं, क्योंकि ये वस्तुएँ क्रिया संपादन में साधन के रूप में प्रयुक्त हैं।

4. संप्रदानकारक : जिसके लिए कोई क्रिया (काम) की जाए, उसे संप्रदान कारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘को’ और ‘के लिए’ है; जैसे –

मोहन ने सोहन को पुस्तक दी ।
‘मोहन ने सोहन के लिए पुस्तक खरीदी ।

यहाँ पर देने और खरीदने की क्रिया सोहन के लिए है । अतः ‘सोहन को’ एवं ‘सोहन के लिए’ संप्रदानकारक हैं।

5. अपादानकारक : अगर क्रिया के संपादन में कोई वस्तु अलग हो जाए, तो उसे अपादानकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘से’ है; जैसे
पेड़ से पत्ते गिरते हैं । (पेड़ से अलगाव)
छात्र कमरे से बाहर गया । (कमरे अलगाव)
यहाँ ‘पेड़ से’ और ‘कमरे से’ अपादानकारक हैं, क्योंकि गिरते समय पत्ते पेड़ से और जाते समय छात्र कमरे से अलग हो गये ।

6. संबंधकारक-जिस संज्ञा या सर्वनाम से किसी वस्तु का संबंध जान पड़े, उसे संबंधकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘का’, ‘के’, ‘की’ है; जैसे –
मोहन का घोड़ा दौड़ता है ।
मोहन के घोड़े दौड़ते हैं।
मोहन की घोड़ी दौड़ती है।
यहाँ मोहन (का, के, की) संबंधकारक हैं, क्योंकि ‘का घोड़ा’. ‘के घोड़े’ ‘की घोड़ी’ का संबंध मोहन से है । इसमें क्रिया से संबंध न होकर वस्तु या . व्यक्ति से रहता है।

7. अधिकरणकारक : जिससे क्रिया के आधार का ज्ञान प्राप्त हो, उसे अधिकरणकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘में’, ‘पर’ है; जैसे –
शिक्षक वर्ग में पढ़ा रहे हैं।
महेश छत पर बैठा है ।
यहाँ ‘वर्ग में’ और ‘छत पर’ अधिकरणकारक हैं, क्योंकि इनसे पढ़ाने और बैठने की क्रिया के आधार का ज्ञान होता है। .

8. संबोधनकारक : जिस शब्द से किसी के पुकारने या संबोधन का .. बोध हो, उसे संबोधनकारक कहते हैं । इसका चिह्न है-हे, अरे, ए आदि; जैसे –
हे ईश्वर, मेरी सहायता करो ।
अरे दोस्त, जरा इधर आओ ।
यहाँ ‘हे ईश्वर’ और ‘अरे दोस्त’ संबोधनकारक हैं । कभी-कभी संबोध नकारक नहीं भा होता है, फिर भी उससे संबोधन व्यक्त होता हैं; जैसे-
मोहन, जरा इधर आओ ।
भगवन्, मुझे बचाओ ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

क्रिया

क्रिया-जिस शब्द से किसी काम के करने या होने का बोध हो, उसे – क्रिया कहते हैं; जैसे- .

खाना, पोना, हँसना, रोना, उठना, बैठना आदि ।

वाक्यों में इनका प्रयोग विभिन्न रूप में होता है; जैसे –

खाना-खाता, खाती, खाते, खाया, खायी, खाये, खाऊ आदि ।
उदाहरण:
उसने भात खाया । (खाया-क्रिया) ,
मैंने रोटी खायी । (खायी-क्रिया)

क्रिया के विभिन्न रूप कैसे बनते हैं; यह समझने के लिए धातु की जानकारी आवश्यक है।

धातु

धातु-क्रिया के मूल रूप का धातु कहते हैं: जैसे- आ. जा, खा, पी, पढ़, लिख, रो, हँस, उठ, बैठ, टहल, चहक आदि ।

इन्हीं मूल रूपों में-ना, नी, ने, ता, ती, ते. या, यी, ये, ॐ, गा, गी, गे आदि प्रत्यय लगने से क्रिया के विभि-रूप चनते हैं; जैसे –

ना (प्रत्यय)-आना, जाना, खाना, पोना, पढ़ना, लिखना आदि । ता (प्रत्यय)-आता, जाता, खाता, पीता, पढ़ता, लिखता, रोता आदि।

धातु के भेद

धातु के दो भेद है-
1. मूल धातु और
2. यौगिक धातु ।

मूल धातु-यह स्वतंत्र होता है, किसी दूसरे शब्द पर आश्रित नहीं होता; जैसे –
___ आ, जा, खा, ले, लिख, पढ़, दे, जग, उठ, बैट आदि ।

यौगिक धातु-सामान्य भाषा में इसे क्रिया कहते हैं । यह स्वतंत्र नहीं होता है । मूल धातुं में मूल धातु या मूल धातु में किसी अन्य प्रत्यय को जोड़ने से यौगिक धातु बनता है। जैसे –

बैठना, जाना, बैठ जाना, हँसना, देना, हँस देना, जगना, जगाना, जगवाना आदि ।

यौगिक धातु तीन प्रकार से बनता है –

1. मूल धातु एवं मूल धातु के संयोग से जो यौगिक धातु बनता है, उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 10
2. मूल धातु में प्रत्यय लगने से जो यौगिक धातु बनता है, वह अकर्मक या सकर्मक या प्रेरणार्थक क्रिया होती हैं । जैसे –

मूल धातु + प्रत्यय – यौगिक धातु
जग + ना = जगना (अकर्मक क्रिया) .
जग + आनाः = जगाना (सकर्मक क्रिया)
जग + वाना = जगवाना (प्रेरणार्थक क्रिया)

3. संज्ञा, विशेषण आदि शब्दों में प्रत्यय लगने से जो यौगिक धातु बनता है, उसे नाम-धातु कहते हैं । जैसे –
संज्ञा / विशेषण + प्रत्यय = यौगिक धातु
हाथ (संज्ञा) + इयाना – हथियाना नाम-धातु
गरम (विशेषण + आना – गरमाना

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

क्रिया के भेद

क्रिया के मुख्यत: दो भेद हैं-
(1) सकर्मक क्रिया (Transitive Verb) और
(2) अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)। सकर्मक क्रिया-जिस क्रिया के साथ कर्म हो या कर्म के रहने की संभावना हो, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं; जैसे –

खाना, पीना, पढ़ना, लिखना, गाना, बजाना, मारना, पीटना आदि ।
उदाहरण: वह आम खाता है।
प्रश्न : वह क्या खाता है ?
उनर : वह आम खाता है ।
यहाँ कर्म (आम) है, या किसी-न-किसी कर्म के रहने की संभावना है, अतः ‘खाना’ सकर्मक क्रिया है ।

अकर्मक क्रिया-जिस क्रिया के साथ कर्म न हो या कर्म के रहने की संभावना न हो, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे –

आना, जाना, हँसना, रोना, सोना, जगना, चलना, टहलना आदि ।

उदाहरण:
वह रोता है।
प्रश्न : वह क्या रोता है?
ऐसा न तो प्रश्न होगा और न इसका कुछ उत्तर ।

यहाँ कर्म कुछ नहीं है और न किसी का रहने की संभावना है, अत: ‘रोना’ अकर्मक क्रिया है।

अपवाद : लेकिन कुछ अकर्मक क्रियाओं-रोना, हँसना, जगना, सोना, टहलना आदि में प्रत्यय जोड़कर सकर्मक बनाया जाता है; जैसे-

रुलाना, हंसाना, जगाना, सुलाना, टहलाना आदि ।

अकर्मक क्रिया + प्रत्यय = सकर्मक क्रिया
रो (ना) + लाना = रुलाना (वह बच्चे को रुलाता है ।
जग (ना) + आना = जगाना (वह बच्चे को जगाता है ।

प्रश्न : वह किसे रुलाता ? जगाता है ?
उत्तर:
वह बच्चे को रुलाता / जगाता है।

स्पष्ट है कि रुलाना, जगाना सकर्मक क्रिया है, क्योंकि इसके साथ कर्म
(बच्चा है या किसी-न-किसी कर्म के रहने की संभावना है।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

वाच्य

वाच्य : कर्ता, कर्म या भाव (क्रिया) के अनुसार क्रिया के रूप परिवर्तन को वाच्य कहते हैं । दूसरे शब्दों में, वाक्य में किसकी प्रधानता है, अर्थात्-क्रिया का लिंग, वचन और पुरुष; कर्ता के अनुसार होगा, या कर्म के अनुसार होगा, या स्वयं भाव के अनुसार; इसका बोध वाच्य है; जैसे –

राम रोटी खाता है । (कर्ता के अनुसार क्रिया)-कर्ता की प्रधानता । यहाँ कर्ता के अनुसार क्रिया का अर्थ है-राम (कर्ता) = खाता है (क्रिया)

राम-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
खाता है-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
राम ने रोटी खायी । (कर्म के अनुसार क्रिया)-कर्म की प्रधानता
यहाँ कर्म के अनुसार क्रिया का अर्थ है-रोट (कर्म) = खायी (क्रिया)
रोटी-स्त्रीलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
खायी-स्त्रीलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष ।
सीता से चला नहीं जाता । (भाव के अनुसार क्रिया)-भाव की प्रध निता ।

यहाँ भाव (क्रिया) के अनुसार क्रिया का अर्थ है –
चला (भाव या क्रिया) = जाता (क्रिया)
चला-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
जाता-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष ।

वाच्य के भेद

वाच्य के तीन भेद हैं-
1. कर्तृवाच्य
2. कर्मवाच्य और
3. भाववाच्य ।

कर्तृवाच्य – कर्ता के अनुसार यदि क्रिया में परिवर्तन हो, तो उसे कर्तृवाच्य कहते हैं । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 11
यहाँ क्रियाएँ-खाता है, खाती है, खाते हैं; कर्ता के अनुसार आयीं हैं, क्योंकि यहाँ कर्ता की प्रधानता है, अत: यह कर्तृवाच्य हुआ ।
कर्मवाच्य : कर्म के अनुसार यदि क्रिया में परिवर्तन हो, तो उसे कर्मवाच्य कहते हैं । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 12
यहाँ क्रियाएँ-खायी, खाया, खाये; कर्म के अनुसार आयीं हैं, क्योंकि यहाँ कर्म की प्रधानता है, अत: यह कर्मवाच्य हुआ ।

भाववाच्य : भाव (क्रिया) के अनुसार यदि क्रिया आए, तो उसे भाववाच्य कहते हैं । जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 13

यहाँ क्रियाएँ-जाता, जाता, जाता; भाव (क्रिया) के अनुसार आयीं हैं, क्योंकि यहाँ भाव (क्रिया) की प्रधानता है, अतः यह भाववाच्य हुआ ।
संक्षेप में याद रखें –
कर्ता के अनुसार क्रिया : कर्तृवाच्य
कर्म के अनुसार क्रिया : कर्मवाच्य
भाव (क्रिया) के अनुसार क्रिया : भाववाच्य

नोट : भातवाच्य में कर्म नहीं होता है । इसमें अकर्मक क्रिया का प्रयोग . होता है । यहाँ प्रयुक्त ‘चला’ शब्द अकर्मक क्रिया है ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

काल

काल-क्रिया के जिस रूप से समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं; जैसे-

मैंने खाया था । (खाया था-भूत समय)
मैं खा रहा हूँ। (खा रहा हूँ-वर्तमान समय)
मैं कल खाऊँगा । (खाऊँगा-भविष्यत् समय)

यहाँ पर क्रिया के इन रूपों-खाया था, खा रहा हूँ और खाऊँगा से भूत, वर्तमान और भविष्यत् समय (काल) का बोध होता है।

अतः काल के तीन भेद हैं-
(1) वर्तमानकाल (Present Tense)
(2) भूतकाल (Past Tense) और
(3) भविष्यत्काल (Future Tense) ।

वर्तमानकाल

वर्तमानकाल : वर्तमान समय में होनेवाली क्रिया से वर्तमानकाल का बोध होता है; जैसे –
मैं खाता हूँ। सूरज पूरब में उगता है।
वह पढ़ रहा है। गीता खेल रही होगी।

वर्तमानकाल के मुख्यतः तीन भेद हैं-1. सामान्य वर्तमान 2. तात्कालिक वर्तमान और 3. संदिग्ध वर्तमान ।

सामान्य वर्तमान : इससे वर्तमान समय में किसी काम के करने की सामान्य आदत, स्वभाव या प्रकृति, अवस्था आदि का बोध होता है। जैसे –

कुत्ता मांस खाता है। (प्रकृति)
मैं रात में रोटी खाता हूँ। (आदत)
पिताजी हमेशा डाँटते हैं। (स्वभाव)
वह बहुत दुबला है। (अवस्था )

तात्कालिक वर्तमान : इससे वर्तमान में किसी कार्य के लगातार जारी रहने का बोध होता है; जैसे –

कुत्ता मांस खा रहा है । (खाने की क्रिया जारी है।)
पिताजी डाँट रहे हैं। (इसी क्षण, कहने के समय)
संदिग्ध वर्तमान : इससे वर्तमान समय में होनेवाली क्रिया में संदेह या अनुमान का बोध होता है; जैसे –
अमिता पढ़ रही होगी । (अनुमान)
माली फूल तोड़ता होगा । (संदेह या अनुमान)

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

भूतकाल

भूतकाल : बीते समय में घटित क्रिया से भूतकाल का बोध होता है; . जैसे –

मैंने देखा । वह लिखता था । राम पढ़ा होगा ।
मैंने देखा है। वह लिख रहा था । वह आता, तो मैं जाता ।
मैं देख चुका हूँ वह लिख चुका था ।

भूतकाल के छह भेद हैं-
1. सामान्य भूत
2. आसन्न भूत
3. पूर्ण भूत
4. अपूर्ण भूत
5. संदिग्ध भूत
6. हेतुहेतुमद् भूत ।

सामान्य भूत : इससे मात्र इस बात का बोध होता है कि बीते समय में कोई काम सामान्यतः समाप्त हुआ; जैसे –
मैंने पत्र लिखा । (बीते समय में)
वे पटना गये । (बीते समय में, कब गये पता नहीं)
आसन्न भूत : इससे बीते समय में क्रिया के तुरंत या कुछ देर पहले समाप्त होने का बोध होता है, जैसे –
मैं खा चुका हूँ। (कुछ देर पहले, पेट भरा हुआ है )
सीता रोयी है। (आँसू सूख चुके हैं, लेकिन चेहरा उदास है।)

पूर्ण भूत : इससे बीते समय में क्रिया की पूर्ण समाप्ति का बोध होता – है; जैसे –
वह गया था । (जाने का काम बहुत पहले पूरा हो चुका था ।)
राम खा चुका था । (पूर्णतः खा चुका था ।)

अपूर्ण भूत : इससे बीते समय में क्रिया की अपूर्णता का बोध होता है। जैसे –
मैं पढ़ता था ।
मैं पढ़ रहा था। पढ़ने का काम जारी था, पूरा नहीं , हुआ था !

संदिग्ध भूत : इससे बीते समय में किसी क्रिया के होने में संदेह का बोध होता है; जैसे –
पिताजी गये होंगे। (गये या नहीं, संदेह है ।)

हेतुहेतुमद् भूत : इससे इस बात का बोध होता है कि कोई क्रिया बीते समय में होनेवाली थी, लेकिन किसी कारणवश न हो सकी; जैसे –
राधा आती, तो मैं जाता । (न राधा आयी, न मैं गया ।)
श्याम मेहनत करता तो अवश्य सफल होता । (न मेहनत किया, न सफल हुआ ।)

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

भविष्यत्काल

भविष्यत्काल : इससे भविष्य में किसी क्रिया के होने का बोध होता है; जैसे –
तुम पढ़ोग – वे जा चुकेंगे ।
आप खेलते रहेंगे। शायद, वह कल आए ।
वह आए, तो मैं जाऊँ। तुम पढ़ोगे, तो पास करोगे ।

भविष्यत्काल के पाँच भेद हैं-
1. सामान्य भविष्यत्
2. संभाव्य भविष्यत्
3. ‘अपूर्ण भविष्यत्
4. पूर्ण भविष्यत्
5. हेतुहेतुमद् भविष्यत् ।

1. सामान्य भविष्यत् : इससे यह पता चलता है कि कोई काम सामान्यतः भविष्य में होगा; जैसे-
वह आएगा। तुम खेलोगे । मैं सफल होऊँगा ।

2. संभाव्य भविष्यत् : इससे भविष्य में होनेवाली क्रिया के होने की संभावना का बोध होता है; जैसे –
संभव है, कल सुरेश आए । (संभावना)
मोहन परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाए । (संभावना)

3. अपूर्ण भविष्यत् : इससे यह बोध होता है कि भविष्य में कोई काम जारी रहेगा; जैसे –
मैं लिखता रहूँगा – तुम खेलती रहोगी ।

4. पूर्ण भविष्यत् : इससे यह बोध होता है कि कोई काम भविष्य में पूर्णतः समाप्त हो जाएगा; जैसे-
मैं लिख चुकूँगा। वह पढ़ चुकेगा । वे जा चुकेंगे ।

5. हेतुहेतुमद भविष्यत् : यदि भविष्य में एक क्रिया का होना दुसरी क्रिया के होने पर निर्भर करे, तो उसे हेतुहेतुमद भविष्यत् कहते हैं, जैसे –

वह पढ़ेगा, तो पास करेगा। (पढ़ने पर निर्भर है, पास करना ।)
सीता आए, तो मैं जाऊँ । (आने पर निर्भर है, जाना ।)

क्रिया का रूप परिवर्तन
यहाँ ‘पढ़ना’ क्रिया को कर्तवाच्य के रूप में तीनों कालों में दिया गया है ।

सहचर शब्द

देश-विदेश, जन्म-मरण, जमा-खचन-उतार, चाल-चलन, गलत-सही,आनन-फानन, सही-सलामत, तड़क-भड़क, घर-द्वार, वेद-पुराण, रुपया-पैसा, गाड़ी-घोड़ा, आना-जाना, आदान-प्रदान, अंग-प्रत्यंग, आज-कल, अंधड़-तूफान, अस्त्र-शस्त्र, आहार-विहार, अमीर-गरीब. अल्लाह-ईश्वर, अपना-पराया, आय-व्यय, उलटा-सीधा, ऊंच-नीच, उत्थान-पतन, कटु-मधु, कहना-सुनना, खेल-कूद, खाना-पीना, खर-पात (खरपतवार), खरा-खोटा, खट्टा-मीठा, गप-शप, गलत-सही, गाली-गलौज, चमक-दमक, चढ़ाव-उतार, चाल-चलन, चिंतन-मनन, कीट-पतंग, जन्म-मरण, जमा-खर्च, जीना-मरना, झूठ-सच, ताम-झाम, देश-विदेश, दवा-दारू, धूप-छाँव, धूम-धाम, नष्ट-भ्रष्ट, नमक-तेल, नदी-नाला, बंधु-बांधव, भला-बुरा, भूख-प्यास, भाई-बंधु, बल-विक्रम, बाल-बच्चा, मान-सम्मान (मर्यादा), मोल-जोल, यश-अपयश, राम-रहीम, रहन-सहन, रोजी-रोटी, रात-दिन, राजा-रंक, राग-विराग, लँगड़ा-लूला, लेन-देन, लाम-काफ, रीति-नीति, वर-वध, साग-पात, रूखा-सूखा, संपद-विपद, सिर-पैर, साज-बाज, साधु-संत, शकल-सूरत, हँसी-खुशी, हानि-लाभ, हिसाब-किताब, आकार-प्रकार, सोच-विचार, मोह-माया, (माया-मोह), धन-दौलत, श्रद्धा-भक्ति, ऋषि-मुनि, सोच-समझ, हँसी-खुशी।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

उपसर्ग

प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं ?
उत्तर:
उपसर्ग वह शब्दांश है जो किसी ‘शब्द’ के पहले लगकर उसके अर्थ को बदल देता है।

उपसर्ग और उनसे बने शब्द

संस्कृत के उपसर्ग
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 14

हिन्दी के उपसर्ग
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 15

उर्दू के उपसर्ग
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 16

उपसर्ग की तरह प्रयुक्त संस्कृत अव्यय
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 17

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

प्रत्यय

प्रश्न 1.
प्रत्यय किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ऐसे शब्दांशों को जो किसी शब्द के अन्त में लगकर उनके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है ।

प्रश्न 2.
प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं।

1. कृत् प्रत्यय-जो ‘प्रत्यय’ क्रिया के मूलधातु में लगते हैं, उन्हें कृत् प्रत्यय कहा जाता है । कृत् प्रत्यय से बने शब्द को ‘कृदन्त’ कहा जाता है । जैसे- पढ़नेवाला, बढ़िया, घटिया, पका हुआ, सोया हुआ, चलनी, करनी, धीकनी, मारनहारा, गानेवाला इत्यादि ।

2. तद्धित प्रत्यय-जो प्रत्यय संज्ञा और विशेषण के अन्त में लगकर उनके अर्थ में परिवर्तन’ ला देते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहा जाता है । जैसे-सामाजिक, शारीरिक, मानसिक, लकडहारा, मनिहारा, पनिहारा, वैज्ञानिक, राजनैतिक आदि ।

विशेषण में तद्धित प्रत्यय

विशेषण में तद्धित प्रत्यय जोड़ने से भाववाचक संज्ञा बनती है । जैसे –
बुद्धिमत् + ता = बुद्धिमत्ता गुरु + अ = गौरव
लघु + त्व = लघुत्व लघु + अ = लाघव आदि ।

संज्ञा में तद्धित प्रत्यय

संज्ञाओं के अन्त में तद्धित प्रत्यय जोडने से विशेषण बनते हैं। जैसे –
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 18
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 19

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

समास

प्रश्न 1.
समास किसे कहते हैं?
उत्तर:
दो या दो से अधिक पद अपने बीच की विभक्ति को छोड़कर आपस में मिल जाते हैं, उसे समास कहते हैं । जैसे-राजा का मंत्री = राजमंत्री। राज का पुत्र = राजपुत्र । .

प्रश्न 2.
समास के कितने भेद हैं ? सोदाहरण वर्णन करें।
उत्तर:
समास के छः भेद हैं।
1. तत्पुरुष समास-जिस सामासिक शब्द का अन्तिम खंड प्रधान हो, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। जैसे-राजमंत्री, राजकुमार, राजमिस्त्री, राजरानी, देशनिकाला, जन्मान्ध, तुलसीकृत इत्यादि ।

2. कर्मधारय समास-जिस सामासिक शब्द में विशेष्य-विशेषण और उपमान-उपमेय का मेल हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं । जैसे-चन्द्र के समान मुख = चन्द्रमुख, पीत है जो अम्बर = पीताम्बर आदि ।

3. द्विगु समास-जिस सामासिक शब्द का प्रथम खंड संख्याबोधक हो, उसे द्विगु समास कहते हैं । जैसे-दूसरा पहर = दोपहर, पाँच वटों का समाहार । – पंचवटी, तीन लोकों का समूह = त्रिलोक, तीन कालों का समूह – त्रिकाल आदि ।

4. द्वन्द्व समास-जिस सामाजिक शब्द के सभी खंड प्रधान हों, उसे द्वन्द्व समास कहा जाता है । ‘द्वन्द्व’ सामासिक शब्द = गौरी-शंकर । भात और दाल = भात-दाल । सीता और राम = सीता-राम । माता और पिता = माता-पिता इत्यादि ।

5. बहुव्रीहि समास-जो समस्त पद अपने सामान्य अर्थ को छोडकर विशेष अर्थ बतलाव, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। जैसे-जिनके सिर पर चन्द्रमा हो = चन्द्रशेखर । लम्बा है उदर जिनका = लम्बोदर (गणेशजी), . त्रिशल है जिनके पाणि में = त्रिशूलपाणि (शंकर) आदि ।

6. अव्ययीभाव समास-जिस सामासिक शब्द का रूप कभी नहीं बदलता हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं । जैसे-दिन-दिन = प्रतिदिन । शक्ति भर = यथाशक्ति । हर पल = प्रतिपल, जन्म भर = आजन्म । बिना अर्थ का = व्यर्थ आदि ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

स्मरणीय

नीचे दिए गए समस्त पदों का विग्रह करके समास बताइए ।
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 20
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 21
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 22
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 23

वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ और उनके शुद्ध रूप
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 24
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 25
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 26
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 27
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 28
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 29
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 30

अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 31
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 32
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 33

विपरीतार्थक शब्द

“विलोम’ शब्द का अर्थ उल्टा है । अतः किसी शब्द का उल्टा अर्थ व्यक्त करने वाला शब्द विलोम शब्द कहलाता है । उदाहरणार्थ दिन-रात । यहाँ रात शब्द, दिन शब्द का ठीक उल्टा अर्थ व्यक्त कर रहा है, अतः यह विलोम शब्द है।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 34

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 35

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 36

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 37

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 38

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 39

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

पर्यायवाची शब्द

पर्याय का अर्थ-समान । अंतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं । पर्यायवाची शब्दों से भाषा सशक्त बनती है । विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए पर्यायवाची शब्दों की सूची प्रस्तुत है ।

अग्नि – आग, अनल, पावक, जातवेद, कृशानु, वैश्वानर, हुताशन, रोहिताश्व, वायुसुख, हव्यवाहन ।
अटल-अडिग, स्थिर, पक्का, दृढ़, अचल, निश्चल ।
अर्जुन-भारत, गुडाकेश, पार्थ, श्वेत, कनेर, सहशास्त्रार्जन, धनञ्जय ।
अश्व – घोडा, तुरंग, हय, बाजि, सैन्धव, घोटक, बछेड़ा ।
अपमान-अनादर, निरादर, बेइज्जती ।
अप्सरा-परी, देवकन्या, अरुणाप्रिया, सुखवनिया, देवांगना, स्वर्वेश्या ।
अभिमान-गौरव, गर्व, नाज, घमंड, स्वाभिमान ।
अभियोग-दोषारोपण, कसूर, अपराध, गलती ।
अंधकार-तम, तिमिर, ध्वान्त ।
अपकार-अनिष्ट, अमंगल, अहित ।
अधिकार-सामर्थ्य, अर्हता, क्षमता, योग्यता ।
आदि-पहला, प्रथम, आरम्भिक, आदिम ।
आकाश-नभ, अम्बर, अन्तरिक्ष, आसमान, व्योम, गगन, दिव, द्यौ, पुष्कर, शून्य ।
आँगन-प्रागण, बगर, बाखर, अजिर, अंगना, सहन ।
आशीर्वाद-आशीष, दुआ, शुभाशीष ।
इंदिरा–लक्ष्मी, रमा, श्री, कमला ।
इन्द्रा-महेन्द्र, सुरेन्द्र, सुरेश. पुरन्दर, देवराज, मधवा, पाकरिपु, पाकशासन, पुरहत ।
इन्द्रधनुष-सुरचाप, इन्द्रधनु, शक्रचाप, मप्तवर्णधन् ।
ईमानदार-सच्चा, निष्कपट, सत्यनिष्ठ, सत्यपरायण ।
ईर्ष्या-मत्सर, डाह, जलन, कुढ़न ।
उद्यत-तैयार, प्रस्तुत, तत्पर ।
उन्मूलन-निरसन, अंत, उत्सादन ।
उत्कृष्ट-उनम, श्रेष्ठ, प्रकृष्ट, प्रवर ।
उपमा-तुलना, मिलान, सादृश्य, समानता ।
ऊर्जा-ओज, स्फूर्ति, शक्ति ।
एकता-एका, सहमति, एकत्व ।
अहसान–आभार, कृतज्ञता, अनुग्रह ।
ऐश-विलास, ऐय्याशी, सुख-चैन ।
ऐश्वर्य-वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि ।
ओज-दम, जोर, पराक्रम, बल ।
ओझल-अंतर्धान, तिरोहित, अदृश्य ।
औषध-दवा, दवाई, भेषज, औषधि ।
कंगाल-निर्धन, गरीब, अकिंचन, दरिद्र ।
कल्याण-मंगल, योमक्षेम, शुभ, हित, भलाई ।
कठोर-कड़ा, कर्कश, पुरुष, निष्ठुर ।
कूल-किनारा, तट, तीर ।
कौशल-कला, हुनर, फन ।
किरण-रश्मि, केतु, अंशु, कर ।
कायरता- भीरूता, अपौरुष, पामरता, साहसहीनता ।
खग-पक्षी, चिड़िया, पखेरू, द्विज, पंछी, विहंग, शकुनि ।
खल-शठ, दुष्ट, धूर्त, दुर्जन, कुटिल, नालायक, अधम ।
खूबसूरत-सुन्दर, मनोज्ञ, रूपवान ।
खून-रुधिर, लह, रक्त, शोणित ।
गुरु-शिक्षक, आचार्य, अध्यापक ।
गम्भीर-गहरा, अथाह, अतल ।
घी-घृत, हवि, अमृत ।
घन-जलधर, वारिद, अंबुधर, बादल ।
चपलता-चंचलता, अधीरता, चुलबुलापन ।
चिंता-फिक्र, सोच, ऊहापोह ।
चोटी-श्रृंग, तुंग, शिखर, परकोटि ।
चक्र-पहिया, चाक, चक्का ।
छात्र-विद्यार्थी, शिक्षार्थी; शिष्य ।
छाया-साया, प्रतिबिम्ब, परछाई, छाँव ।
जवान-युवा, युवक, किशोर, तरुण ।
जिद्दी-हठी, दुराग्रही, हठीला, दुर्दान्त ।
जिज्ञासा-उत्सुकता, उत्कंठा, कौतूहल ।
जोश-आवेश, साहस, उत्साह, उमंग, होसला ।
झंडा-ध्वज, केतु, पताका, निसान ।
झगड़ा-कलह, टंटा, करार, वितंडा ।
झुकाव-रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता ।
टीका-भाष्य, वृत्ति, विवृति, व्याख्या ।
टोल-समूह, मण्डली, जत्था, झण्ड, चटसाल, पाठशाला ।
ठंड-शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक ।
ठेस-आद्यात, चोट, टोकर, धक्का ।
ठौर-ठिकाना, स्थल, जगह ।
डाह-ईर्ष्या, कुढ़न, जलन ।
ढोंग-स्वाँग, पाखण्ड, कपट, छल ।
ढंग-पद्धति, विधि, तरीका, रीति, प्रणाली, करीना ।
ढेर-राशि, समूह, अम्बार, घौद, क्षुण्ड ।
तन-शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु ।
तपस्या-साधना, तप, योग, अनुष्ठान ।
तरकस-तृण, तूणीर, माथा, त्रोण. निपंग ।
तोता-सुवा, शुक, दाडिमप्रिय ।
तन्मय-मग्न, तल्लीन, लीन, ध्यानमग्न ।
तादात्म्य-तद्रूपता, अभिन्नता, सारूप्य, एकात्म्य ।
थकान-क्लान्ति, श्राति, थकावट, थकन ।
थोड़ा-कम, जरा, अल्प, स्वल्प, न्यून ।
थाह-अंत, छोर, सिरा, सीना ।
देवता-सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु ।
दासी-बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका ।
दमन-अवरोध, निग्रह, रोक, नियंत्रण, वश ।
दिव्य-अलौकिक, स्वर्गिक, लोकातीत, लोकोत्तर ।
धन्यवाद-कृतज्ञता, शुक्रिया, आभार, मेहरबानी ।
धुंध-कुहरा, नीहार, कुहासा ।
धूल-रज, खेह, मिट्टी, गर्द, धूलि ।
ध्यान-एकाग्रता, मनोयोग, तल्लीनता, तन्मयता ।
धंधा-रोजगार, व्यापार, कारोबार, व्यवसाय ।
नया-नवीन, नव्य, नूतन, आधुनिक, अभिनव, अर्वाचीन, नव, ताजा ।
नाश-समाप्ति, अवसान, विनाश, संहार, ध्वंस, नष्ट-भ्रष्ट ।
पत्थर-पाहन, प्रस्तर, संग, अश्म, पापाण ।
पति-स्वामी, कांत, भर्तार, वल्लभ, भर्ता, ईश ।
पत्नी-दुलहिन, अर्धांगिनी, गृहिणी, त्रिया, दारा, जोरू, गृहलक्ष्मी, सहध मिणी, सहचरी ।
पंडित-विद्वान, सुधी, ज्ञानी, धीर, कोविद, प्राज्ञ ।
पाला-हिम, तुपार, नीहार, प्रालेय ।
परिवार-कुल, घराना, कुटुम्ब, कुनबा
फूल-सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून, पुष्प, पुहुप ।
बलराम-हलधर, बलवीर, रेवतीरमण, बलभद्र, हली, श्यामबन्धु ।
बंजर-ऊसर, परती, अनुपजाऊ, अनुर्वर ।
बड़प्पन-बड़ाई, महत्त्व, महता, गरिमा ।
बगावत-विप्लव, विद्रोह, गदर ।
भगवान-परमेश्वर, परमात्मा, सर्वेश्वर, प्रभु, ईश्वर ।
भगिनि-दीदी, जीजी, बहिन ।
भंग-नाश, ध्वंस, क्षय, विनाश ।
भाव-आशय, अभिप्राय, तात्पर्य, अर्थ ।
भाल-ललाट, मस्तक, माथा, कपाल ।
मनोहर-मनहर, मनोरम, लुभावना, चित्ताकर्षक ।
मृत्यु-देहावसान, देहान्त, पंचतत्त्व, निधान ।
मोती-सीपिज, मौक्तिक, मुक्ता, शशिप्रभा ।
मेंढक-दादुर, दर्दुर, चातक, मण्डूक, वर्षाप्रिय, भेक ।
यात्रा-भ्रमण, देशाटन, पर्यटन, सफर, घूमना ।
रक्त-खून, लह, रुधिर, शोणित, लोहित, रोहित ।
राधा-ब्रजरानी, हरिप्रिया, राधिका, वृषभानुजा ।
राय-मत, सलाह, सम्मति, मंत्रणा, एरामर्श ।
रोचक-मनोहर, लुभावना, दिलचस्प ।
रक्षा-बचाव, संरक्षण, हिफाजत, देखरेख ।
लज्जा-शर्म, हया, लाज, ब्रीडा ।
लड़ाई-झगड़ा, खटपर, अनबन, मनमुटाव, युद्ध, रण, संग्राम, जंग ।
वन-अरण्य, अटवी, कानन, विपिन ।
विलास-आनन्द, भोग, संतुष्टि, वासना ।
वृक्ष-द्रम, पादप, तरु, विटप ।
विद्या-ज्ञान, शिक्षा, गुण, इल्म, सरस्वती ।
शिष्ट-शालीन, भद्र, संभ्रान्त, सौम्य ।
शुभ-मंगल, कल्याणकारी, शुभकर ।
श्वेत-सफेद, सित, धवल ।
संन्यासी-बैरागी, दंडी, विरत, परिव्राजक ।
समीक्षा-विवेचना, मीमांसा, आलोचना. निरूपण ।
सखी-सहली, सहचरी, सैरंध्री, सजनी ।
सज्जन-भद्र, साधु, पुंगव, सभ्य, कुलीन ।
सुरभि-इष्टगन्ध, सुघान्दी, तर्पण ।
सुन्दरी-ललित, सुनेत्रा, सुनयना, विलासिनी, कामिनी ।
स्वर्ग-सुरलोक, धुलोक, बैकुंठ, परलोक, दिव।
क्षेत्र-प्रदेश, इलाका, भूभाग, भूखण्ड ।
क्षणभंगुर-अस्थिर, अनित्य, नश्वर, क्षणिक ।
क्षय-तपेदिक, यक्ष्मा, राजरोग ।
क्षुब्ध-व्याकुल, विकल, उद्धिग्न ।
क्षीण-दुर्बल, कमजोर, बलहीन, कृश ।

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

अनेकार्थवाची शब्द
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 40
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 41
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 42
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 43
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 44

श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 45

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 46

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 47

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 48

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 49
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 50
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 51
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 52
Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar 53

Bihar Board Class 7 Hindi व्याकरण Grammar

मुहावरे

छुरी-कटारी चलाना (बड़ा बैर होना)-उनकी आपस में छुरी-कटारी चल रही है।
जी सन्न होना (अचानक घबरा जाना)-इस बात को सुनते ही मेरा जी सन्न हो गया।
आकाश-पाताल एक करना (बहुत प्रयत्न करना)-अपने खोये हुए लड़के की खोज में उसने आकाश-पाताल एक कर दिया ।
उलटे छुरे से मुड़ना (बेवकूफ बनाकर लूटना)-एक का तीन लेकर आज उसने उल्टे छुरे से मुड़ लिया ।
दाँत खट्टा करना (परास्त करना) -शिवाजी ने मुगलों के दाँत खट्टे कर दिये।
नाक काटना ( इज्जत लेना)-भरी सभा में उसने मेरी नाक काट ली।
नाकों चने चबाना (खूब तंग करना)-आज की बहस में आपने तो मुझे नाकों चने चबवा दिये।
अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना (अपना नुकसान आप करना)-क्यों पढ़ाई करके अपने पाँव में कुल्हाड़ी मार रहे हो?
आस्तीन में साँप पालना (दुश्मन को पालना)-मुझे क्या मालूम था कि ” मैं आस्तीन में साँप पाल रहा हूँ।
आपे (पायजामा) से बाहर होना (होश खोना, घमंड करना)-क्यों . इतना आपे से बाहर हो रहे हैं, चुप रहिए ।
इधर की दुनिया उधर हो जाना (अनहोनी बात होना)-इधर की दुनिया उधर भले ही जाए, पर वह पथ से विपथ नहीं होगा।
उठ जाना (खत्म होना, मर जाना, हट जाना)-आज वह संसार से उठ गया ।
ओस का मोती (क्षण भंगुर)-शरीर तो ओस का मोती है ।
कलेजा मुँह को आना (दुःख से व्याकुल होना)-उसको दुःख की खबर सुनकर कलेजा मुँह को आ गया ।
काठ मार जाना (लज्जित होना)-भेद खुलते ही उसको काठ मार गया।
छाती पत्थर का करना (जी कड़ी करना)-अब मैंने उसके लिए अपनी छाती पत्थर की कर ली है।
छठी का दूध याद आना (घोर कठिनाई में पड़ना)-इस बार तो उसे छठी का दूध गाद आ जाएगा ।
आटे के साथ घुन पीसना (बड़े के साथ छोटे को हानि उठाना)-मैं इस मुकदमे में आटे के साथ घन की तरह पिस रहा हूँ।
आँखें चार होना (देखा-देखी होना, प्यार होना)-सर्वप्रथम पुष्पवाटिका में राम-सीता की आँखें चार हुई थीं।
आँखें भर आना (आँसू आना)-इंदिराजी की मृत्यु की खबर सुनते ही लोगों की आँखें भर आयीं।
आँखें चुराना (सामने न आना)-परीक्षा में असफल होने पर राम पिता से आँखें चुराता रहा।
अंक भर लेना (लिपटा लेना)-माँ ने बेटी को देखते ही अंक भर लिया।
अंगूठा चूमना (खुशामद करना)-जब तक उसका अंगूठा नहीं चूमोगे, नौकरी नहीं मिलेगी।
अंकश देना (दबाव डालना)-वह हर काम अंकश देकर करवाता है।
आड़े हाथों लेना (भला-बुरा कहना)-आज भरी सभा में उसने मुझे आड़े हाथों लिया।
आकाश चूमना (बहुत ऊँचा होना)-कोलकाता के प्रायः सभी सरकारी भवन आकाश को चूमते नजर आते हैं।
अंधेरा छाना (कोई उपाय न सूझना)-इकलौते पुत्र की अकाल मृत्यु का समाचार पाते ही उसके सामने अंधेरा छा गया ।
आसमान के तारे तोड़ना (असंभव को संभव कर दिखाना)-गुरु के आदेश पर में असमान के तारे भी तोड कर ला सकता हूँ ।
आँचल पसारना ( याचना करना)-माया ने अपने पति की रक्षा के लिए – भगवान के सामने आँचल पसार दिया ।
श्रीगणेश करना (आरंभ करना)-काम का श्रीगणेश कब होगा ?
अपने पाँव पर खड़ा होना (आत्म-निर्भर होगा)-जो व्यक्ति बीस वर्ष की अवधि में अपने पाँव पर खड़ा होने लायक नहीं हुआ, उससे बहुत आशा नहीं करनी चाहिए।
अंगार बनना (क्रोध में आना)-नौकर के हाथ से प्याला गिरा और मालकिन अंगार हो गयी।
आँख की किरकिरी (खटकने वाला)-राम मेरी आँखों की किरकिरी है, में उस निकाल कर ही दम लँगा ।
आँख की पुतली (अत्यंत प्यारी)-मैं अपनी माँ की आँखों की पुल्ली हूँ।
ईट-से-ईंट बजाना (ध्वंस करना.)-बड़े से लड़ोगे तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा, पर वह तुम्हारी ईंट-से-ईंट बजा देगा ।
उज रखना (कसर न छोड़ना)- मैं तुम्हारी भलाई के लिए कुछ न उठा रमूंगा।
खेत आना (वीरगति प्राप्त होना)-पाकिस्तान के युद्ध में अनेक सैनिक खेत आये।
उल्टी गंगा बहाना (प्रतिकूल कार्य करना)-उसने इस अनुसंधान से उल्टी गंगा बहा दी । दुष्टों के सच्चरित्र बनाना उल्टी गंगा बहाना है।
उल्लू सीधा करना (काम बना लेना)-उसने रुपये के बल पर अपना उल्लू सीधा कर लिया। मतलबी लोग हमेशा अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते हैं।
कागज काला करना (बेमतलब लिखे जाना)-आजकल कागज काला करने वाले ही अधिक हैं, मौलिक लेखक बहुत कम ।
आटे-दाल का भाव मालूम होना (सांसारिक कठिनाइयों का ज्ञान होना)- अभी मौज कर लो, जब परिवार का बोझ सिर पर पड़ेगा तब आटे दाल का भाव मालूम होगा। आठ-आठ आँस होना (विलाप करना)-अभिमन्यु की मृत्यु पर सभी पांडव आठ-आठ आँसू रोये ।
आँखें लड़ाना (नेह जोड़ना)-हर किसी से आँखें लड़ाना ठीक नहीं।
अक्ल पर पत्थर पड़ना (समय पर अक्ल चकराना)-मेरी अक्ल पर पत्थर पड़ गया था कि घर में बंदूक रहते भी उसका प्रयोग न कर सका ।
अंगारों पर पैर रखना (जान-बूझकर खतरा मोल लेना)-पाकिस्तान भारत से दुश्मनी मोल लेकर अंगारों पर पैर रख रहा है।
कागजी घोड़ा दौड़ाना (कार्यालयों की बेमतलब की लिखा-पढ़ी)-कागजी घोड़ा अधिक दौड़ाओ, काम करो, यही जमाना आ गया है।
कीचड़ उछालना (किसी की प्रतिष्ठा पर आघात करना)-बिना सोचे । किसी पर कीचड़ उछालना अच्छा नहीं है।
कुआँ खोदना (किसी की बुराई करने का उपाय करना)-जो दूसरे के लिए कुआँ खोदता है, वह स्वयं गड्ढे में गिरता है।
आँखों से पानी गिर जाना (निर्लज्ज हो जाना)-तम अपने बड़े भाई से सवाल-जवाब करते हो, क्या तुम्हारी आँखों से पानी गिर गया है ?
जबान हिलाना (बोलना)-और अधिक जबान हिली तो ठीक न होगा।’ ठोकर खाना (हानि होना)-ठोकर खाकर ही कोई सीखता है। दंग रह जाना (चकित होना)-मैं तो उसका खेल देखकर दंग रह गया । धौंस में आना (प्रभाव में आना)-तुम्हारी धौंस में हम आने वाले नहीं है।
धज्जियाँ उड़ाना (टुकड़े-टुकड़े कर डालना, खूब मरम्मत करना, किसी का भेद खोलना)-भरी सभा में उसकी धज्जियाँ उड़ गयीं ।
पत्थर की लकीर (अमित)-मेरी बात पत्थर की लकीर समझा । पानी फेरना (नष्ट करना)-उसने सब किये-धरे पर पानी फेर दिया । पीछे पड़ना (लगातार तंग करना)-क्यों मेरे पीछे पड़े हो भाई । गम खाना (दबाना)-बेचारा डर के मारे गम खाकर रहता है। . खाक छानना (भटकना)-वह नौकरी की खोज में खाक छानता रहा। रंग जमाना (धाक जमाना)-आपने अपना रंग जमा लिया । करवट बदलना (बेचैन रहना)-मैं सारी रात करवटें बदलता रहा ।
काम तमाम करना (खत्म करना)-मैंने आज अपने दुश्मन का काम तमाम कर दिया। . कचूमर निकालना (खूब पीटना)-पुलिस वालों ने चोरों को मारते- मारते उनके कचूमर निकाल दिये ।
न घर का न घाट का (किसी लायक नहीं)-नौकरी छुटने के बाद वह न घर का रहा न घाट का ।
खार खाना (डाह करना)-न मालूम वे मुझसे क्यों खार खाये बैठे हैं? . गोटी लाल होना (लाभ होना)-अब क्या है, तुम्हारी गोटी लाल है।
गड़े मुर्दे उखाड़ना (दबी बात को फिर से उभारना)-समझौता वार्ता में गड़े मुर्दे मत उखाड़िए।

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 1.
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है?
(a) 7वाँ
(b)9वाँ
(c) 5वाँ
(d) 8वाँ
उत्तर-
(a) 7वाँ

प्रश्न 2.
भारत के अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार में लगभग कितने डिग्री (अंश) का अंतर है?
(a)45°
(b)40°
(c)30°
(d) 35°
उत्तर-
(c)30°

प्रश्न 3.
भारत की मानक मध्याह्न रेखा का मान है:
(a) 80°30′
(b)81°3′
(c) 82°30′
(d)80°1′
उत्तर-
(c) 82°30′

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 4.
भारत की स्थलीय सीमारेखा तटीय सीमा रेखा से बड़ी है लगभगः
(a) आधी
(b) दुगुनी ।
(c) तिगुनी
(d) चौगुनी
उत्तर-
(b) दुगुनी ।

प्रश्न 5.
भारत एवं चीन के बीच सीमा रेखा का नाम है:
(a) रेडिक्लिफ लाइन
(b) मैकमोहन लाइन
(c) गीनविच लाइन
(d) इनमें से कोई नी
उत्तर-
(b) मैकमोहन लाइन

प्रश्न 6.
कर्क रेखा किस राज्य से होकर नहीं गुजरती है?
(a) गुजरात
(b) महाराष्ट्र
(c) मध्य प्रदेश
(d) छत्तीसगढ़
उत्तर-
(b) महाराष्ट्र

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 7.
इनमें कौन-सा देश उत्तर प्रदेश की सीमा को छूता है?
(a) चीन
(b) पाकिस्तान
(c) अफगानिस्तान
(d) नेपाल
उत्तर-
(d) नेपाल

प्रश्न 8.
वह कौन-सा स्थान है जो तीन समुद्रों के मिलन-स्थल पर स्थित है?
(a) लक्षद्वीप
(b) मालदीव
(c) कोलकाता
(d) कन्याकुमारी
उत्तर-
(d) कन्याकुमारी

प्रश्न 9.
भारत के मुख्य भाग को सही अक्षांशीय विस्तार निम्न में कौन है?
(a) 6°10′ से 36°5′ तक
(b) 8°7′ से 37°10′ तक
(c) 8°4′ से 37°6′ तक
(d) 6807′ से 97°25′ तक
उत्तर-
(c) 8°4′ से 37°6′ तक

प्रश्न 10.
भारत के मुख्य भाग का सही देशांतरीय विस्तार है
(a) 6807′ से 97°25 पूर्व तक
(b)8°4′ से 9725 पूर्व तक
(c) 68°7 से 37°6 पूर्व तक
(d) 37°6′ से 97°25 पूर्व तक
उत्तर-
(a) 6807′ से 97°25 पूर्व तक

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 11.
भारत की मुख्य भूमि का पूर्व-पश्चिम विस्तार कितना है?
(a) 3,214 किमी.
(b)3,325 किमी.
(c)2,913 किमी.
(d)2,933 किमी.
उत्तर-
(d)2,933 किमी.

प्रश्न 12.
भारत की मुख्य भूमि के उत्तर से दक्षिण विस्तार की लम्बाई है
(a)3,314 किमी.
(b)3,325 किमी.
(c)3,214 किमी.
(d) 2,933 किमी.
उत्तर-
(c)3,214 किमी.

प्रश्न 13.
निम्न में कौन-सी रेखा भारत को उत्तर-दक्षिण दो भागों में बाँट देती
(a) कर्क रेखा
(b) मकर रेखा
(c) भूमध्य रेखा
(d) आर्कटिक रेखा
उत्तर-
(a) कर्क रेखा

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 14.
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह से निकटतम देश है
(a) मलेशिया
(b) इंडोनेशिया
(c) सिंगापुर
(d) ब्रूनेई
उत्तर-
(b) इंडोनेशिया

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से कर्क रेखा किस राज्य से नहीं गुजरती है?
(a) गुजरात
(b) झारखण्ड
(c) उड़ीसा
(d) त्रिपुरा
उत्तर-
(c) उड़ीसा

प्रश्न 16.
भारत का सबसे पूर्वी देशान्तर कौन-सा है?
(a) 68°7′ पू.
(b) 82°32′ पू.
(c)77°6′ पू.
(d) 97°25′ पू.
उत्तर-
(d) 97°25′ पू.

प्रश्न 17.
ग्रीष्मावकाश से आप यदि कावारती जाना चाहते हैं तो किस केन्द्र शासित प्रदेश में जाएंगे।
(a) लक्षद्वीप
(b) पांडिचेरी
(c) अंडमान-निकोबार
(d) दमन और दीव
उत्तर-
(a) लक्षद्वीप

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 18.
उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरांचल, सिक्किम और पश्चिम बंगाल की सीमाएँ किस देश को छूती है?
(a) भूटान
(b) नेपाल
(c) चीन
(d) म्यांमार
उत्तर-
(b) नेपाल

प्रश्न 19.
भारत और पाकिस्तान के बीच की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा रेखा है
(a) मैकमोहन रेखा
(b) डुरंड रेखा
(c) रेडिक्लिफ रेखा
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) रेडिक्लिफ रेखा

प्रश्न 20.
कर्क रेखा निम्न में से किस राज्य से होकर नहीं गुजरती है?
(a) गुजरात से
(b) मध्य प्रदेश से
(c) महाराष्ट्र से
(d) झारखण्ड से
उत्तर-
(c) महाराष्ट्र से

प्रश्न 21.
भारत का पूर्व-पश्चिम विस्तार सर्वाधिक :
(a) 23°30′
(b)8°4′
(c) 22°
(d) 22°45′
उत्तर-
(c) 22°

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 22.
भारत की मानक याम्योत्तर किस देशांतर रेखा को माना जाता है?
(a)8° की
(b)8°4′ की
(c)7° की
(d) 83°27′ की
उत्तर-
(d) 83°27′ की

प्रश्न 23.
विश्व का कितना क्षेत्रफल भारत के पास है?
(a) 3.4%
(b) 5.5%
(c)2.3%
(d)2.4%
उत्तर-
(d)2.4%

प्रश्न 24.
भारत के सुदूर पूर्व एवं पश्चिम के बीच समय का अंतराल कितने घंटे का है?
(a) दो घंटे का
(b) तीन घंटे का
(c) चार घंटे का
(d) एक घंटा का
उत्तर-
(a) दो घंटे का

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 25.
स्वेज नहर के बनने से भारत और यूरोप के बीच की दूरी में कितने किलोमीटर की कमी आयी है?
(a)3,000
(b) 5,000
(c)7,000
(d) 8,000
उत्तर-
(c)7,000

प्रश्न 26.
इनमें से कौन-सा देश भारत का पड़ोसी नहीं है?
(a) नेपाल
(b) श्रीलंका
(c) मालदीव
(d) ब्रूनेई
उत्तर-
(d) ब्रूनेई

प्रश्न 27.
भारत की मुख्य भूमि के समुद्री तट की लम्बाई कितनी है?
(a) 6,100 किमी.
(b) 1,500 किमी.
(c) 7,516 किमी.
(d) 1,313 किमी.
उत्तर-
(a) 6,100 किमी.

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 28. भारत का कुल क्षेत्रफल कितना है? .
(a) 76.8 लाख वर्ग किमी.
(b) 32.2 लाख वर्ग किमी.
(c) 99.7 लाख वर्ग किमी.
(d) 98.7 लाख वर्ग किमी.
उत्तर-
(b) 32.2 लाख वर्ग किमी.

प्रश्न 29.
मेरे मित्र एक ऐसे देश के निवासी हैं जिसकी सीमा भारत के साथ नहीं लगती है। निम्नलिखित में से वह कौन-सा देश है?
(a) नेपाल
(b) बंगलादेश
(c) भूटान
(d) तजाकिस्तान
उत्तर-
(d) तजाकिस्तान

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 30.
भारतीय मानक समय निर्धारित होता है?
(a) 827° पूर्वी देशान्तर से
(b) 81/2° पूर्वी देशान्तर से
(c) 2314° पूर्वी देशान्तर से
(d) 80 पूर्वी देशान्तर से
उत्तर-
(a) 827° पूर्वी देशान्तर से

प्रश्न 31.
हमारा देश भारत किस महासागर के शीर्ष पर स्थित है?
(a) अरब सागर
(b) प्रशांत महासागर
(c) बंगाल की खाड़ी
(d) हिन्द महासागर
उत्तर-
(d) हिन्द महासागर

प्रश्न 32.
भारत के सबसे दक्षिणतम छोर पर स्थित है।
(a) कन्याकुमारी
(b) निकोबार
(c) कश्मीर
(d) असम
उत्तर-
(a) कन्याकुमारी

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 33.
भारत के सबसे पश्चिम छोर पर स्थित राज्य का नाम है
(a) महाराष्ट्र
(b) गुजरात
(c) राजस्थान
(d) केरल
उत्तर-
(b) गुजरात

प्रश्न 34.
भारत के दक्षिण में कितने सागरों का मिलन होता है?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर-
(c) तीन

प्रश्न 35.
भारत की कुल स्थल सीमारेखा की लम्बाई कितनी है?
(a)6,100 किलोमीटर
(b) 15,200 किलोमीटर
(c)7,516 किलोमीटर
(d) 13,000 किलोमीटर
उत्तर-
(b) 15,200 किलोमीटर

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 36.
नेपाल और भूटान भारत की किस दिशा में स्थित है?
(a) पूर्व में
(b) पश्चिम में
(c) उत्तर में
(d) दक्षिण में
उत्तर-
(c) उत्तर में

प्रश्न 37.
कर्करेखा किस शहर से गुजरती है?
(a) पटना से
(b) राँची से
(c) दिल्ली से
(d) शिलांग से
उत्तर-
(b) राँची से

प्रश्न 38.
कौन देश सार्क का सदस्य नहीं है?
(a) भारत
(b) मालदीव
(c) चीन
(d) भूटान
उत्तर-
(c) चीन

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 39.
धनुषकोटि तथा श्रीलंका के तट के बीच कितने किलोमीटर की दरी
(a) 24 किलोमीटर
(b) 44 किलोमीटर
(c) 12 किलोमीटर
(d)35 किलोमीटर
उत्तर-
(a) 24 किलोमीटर

प्रश्न 40.
एडम्स ब्रिज भारत तथा किस देश के बीच स्थित है?
(a) मालदीव
(b) श्रीलंका
(c) बंगलादेश
(d) भूटान
उत्तर-
(b) श्रीलंका

Bihar Board 9th Geography Objective Answers Chapter 1 स्थिति एवं विस्तार

प्रश्न 41.
जम्मू-कश्मीर के उत्तर-पूर्व में कौन-सा पठार स्थित है?
(a) पामीर
(b) मंगोलिया
(c) तिब्बत
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) तिब्बत

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 1.
दलहन फसल वाले पौधे की जड़ की गाँठ में पाया जाता है?
(a) नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु
(b) पोटाशियम स्थिरीकरण जीवाणु
(c) फॉस्फेटी स्थिरीकरण जीवाणु
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 2.
शाही लीची बिहार में मुख्यतः होता है:
(a) हाजीपुर .
(b) समस्तीपुर
(c) मुजफ्फरपुर
(d) सिवान
उत्तर-
(c) मुजफ्फरपुर

प्रश्न 3.
कृषि का आरंभ हुआ:
(a) पूर्व-पाषाण युग में
(b) उत्तर-पाषाण युग में
(c) नवपाषाण युग में
(d) धातु-प्रस्तर युग में
उत्तर-
(c) नवपाषाण युग में

प्रश्न 4.
जुते हुए खेत का प्रमाण किस हड़प्पाई स्थल से मिला है?
(a) हड़प्पा से
(b) मोहनजोदड़ो से
(c) कालीबंगन से
(d) चन्हुदड़ो से
उत्तर-
(c) कालीबंगन से

प्रश्न 5.
बिहार में वर्ष में कितने फसलें उगाई जाती है?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) एक
उत्तर-
(c) चार

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 6.
बिहार में पहली चीन मिल कहाँ लगाई गई थी?
(a) चंपारण जिला में
(b) सारण जिला में
(c) हाजीपुर जिला में
(d) मुजफ्फरपुर जिला में
उत्तर-
(b) सारण जिला में

प्रश्न 7.
भारत में हरित क्रान्ति किस दशक में हुई?
(a) 1860 के दशक में
(b) 1960 के दशक में
(c) 1890 के दशक में
(d) 1990 के दशक में
उत्तर-
(b) 1960 के दशक में

प्रश्न 8.
रबी फसल की बुआई होती है:
(a) मार्च-अप्रैल से
(b) जून-जुलाई से
(c) सितम्बर-अक्टूबर से
(d) अक्टूबर-नवंबर से
उत्तर-
(d) अक्टूबर-नवंबर से

प्रश्न 9.
खेती की शुरुआत सबसे पहले कहाँ हुई?
(a) गंगा नदी घाटी में
(b) दजला-फरात घाटी में
(c) ह्वांगहो नदी घाटी में
(d) ब्रह्मपुत्र घाटी में
उत्तर-
(b) दजला-फरात घाटी में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 10.
केला बिहार में मुख्यतः होता है:
(a) समस्तीपुर में
(b) हाजीपुर और नवगछिया में ।
(c) सहरसा में
(d) मुजफ्फपुर में
उत्तर-
(b) हाजीपुर और नवगछिया में ।

प्रश्न 11.
इनमें से रेशेदार फसल कौन है?
(a) आम
(b) लीची
(c) धान
(d) कपास
उत्तर-
(d) कपास

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 12.
निम्नलिखित अगहनी फसल कौन-सी है?
(a) धान
(b) गेहूँ
(c) जूट
(d) मूंग
उत्तर-
(a) धान

प्रश्न 13.
मेसोपोटामिया में मजदूरी में क्या दिया जाता था?
(a) धान
(b) जौ
(c) चावल
(d) गेहूँ
उत्तर-
(b) जौ

प्रश्न 14.
हड़प्पा के किस स्थल में जलाशय का प्रमाण मिला है?
(a) लोथल में
(b) धौलावीरा में
(c) रंगपुर में
(d) हड़प्पा में
उत्तर-
(b) धौलावीरा में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 15.
अमेरिका के किस क्षेत्र को ‘विश्व की रोटी की टोकरी’ कहा जाता
(a) कोलम्बिया पठार का गेहूँ क्षेत्र
(b) कैलिफोर्निया घाटी का गेहूँ क्षेत्र
(c) प्रेयरी का गेहूँ क्षेत्र
(d) जार्जिया का गेहूँ क्षेत्र
उत्तर-
(d) जार्जिया का गेहूँ क्षेत्र

प्रश्न 16.
सामूहिक खेती का प्रचलन कहाँ नहीं है?
(a) रूस में
(b) चीन में
(c) मैक्सिको में
(d) भारत में
उत्तर-
(c) मैक्सिको में

प्रश्न 17.
राजकीय कृषि कहाँ होती है?
(a) भारत में ।
(b) रूस में
(c) पाकिस्तान में
(d) नेपाल में
उत्तर-
(b) रूस में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 18.
गरमा फसल की खेती किस ऋतु में की जाती है?
(a) वसंत ऋतु में
(b) ग्रीष्म ऋतु में
(c) वर्षा ऋतु में
(d) शरद ऋतु में
उत्तर-
(b) ग्रीष्म ऋतु में

प्रश्न 19.
निम्नलिखित में अगहनी फसल कौन-सी है?
(a) धान
(b) गेहूँ
(c) मसूर
(d) मूंग
उत्तर-
(a) धान

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 20.
एग्रीकल्चर मूल रूप से किस भाषा का शब्द है?
(a) लैटिन
(b) इंगलिश
(c) फ्रेंच
(d) स्पेनिश
उत्तर-
(a) लैटिन

प्रश्न 21.
बिहार में चाय की खेती किस क्षेत्र में आरंभ हुई थी?
(a) पूर्णिया में
(b) किशनगंज में
(c) हाजीपुर में
(d) मधुबनी में
उत्तर-
(b) किशनगंज में

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 22.
औपनिवेशिक काल में भारत के किस क्षेत्र को ‘चीनी का कटोरा’ कहा जाता था?
(a) बंगालं को
(b) गुजरात को
(c) बिहार को
(d) महाराष्ट्र को
उत्तर-
(c) बिहार को

प्रश्न 23.
रेशेदार फसल को चुनें :
(a) आम
(b) लीची
(c) धान
(d) कपास
उत्तर-
(d) कपास

Bihar Board 9th History Objective Answers Chapter 8 कृषि और खेतिहर ममाज

प्रश्न 24.
अगहनी फसल को चुनें :
(a) चावल
(b) जूट
(c) मूंग
(d) गेहूँ
उत्तर-
(a) चावल

प्रश्न 25.
बिहार में गन्ना की खेती सबसे कम कहाँ होती है?
(a) समस्तीपुर में
(b) चम्पारण में
(c) पटना में
(d) सहरसा में
उत्तर-
(d) सहरसा में

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar

Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions व्याकरण Grammar.

BSEB Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar

वर्गों के उच्चारण स्थान

उच्चारण-स्थान – वर्ण

  1. कंठ – अ, आ, क, ख, ग, घ, ह तथा विसर्ग (:)
  2. तालु – इ, ई, च, छ, ज, झ, य तथा श
  3. मूर्द्धा – ऋ, ट, ठ, ड, ढ, र, प . दंत
  4. दंत – त, थ, द, ध, न, ल और स
  5. ओष्ठ – उ, ऊ, प, फ, ब, भ
  6. कंठ और नारिका – ड.
  7. तालु और नासिका –  ब
  8. मूर्द्धा और नासिका – ण
  9. ओष्ठ और नासिका – म
  10. कंठ और तालु – ए और ऐ (दीर्घ स्वर, द्विमात्रिक स्वर एवं संयुक्त स्वर)
  11. कंठ और ओष्ठ – ओ और औ (दीर्घ स्वर, द्विमात्रिक स्वर एवं संयुक्त स्वर)
  12. दंत और ओष्ठ – व
  13. अघोष वर्ण – क, ख, च, छ, ट, ठ, त, थ, प, फ, श, प, स,
  14. (प्रत्येक वर्ग के प्रथम दो वर्ण तथा श.प.स)
  15. घोष वर्ण – ग, घ, ज, झ, ड, ढ, द, ध, ब, भ, ङ, ञ, ण, न, य, र, ल, व, ह, म, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (प्रत्येक वर्ग के अंतिम
  16. तीनों वर्ण तथा य, र, ल, व, ह एवं सभी स्वर वर्ण ।)
  17. अल्पप्राण – क, ग, ङ, च, ज, ब, ट, ड, ण, त, द, न, प, ब,म
  18. महाप्राण – ख, घ, छ, झ, ठ, ढ, फ, भ, थ, ध
  19. ऊष्ण वर्ण – श, ष, स, ह,
  20. अंत:स्थ – य, र, ल, व, अ, इ, उ तथा ऋ को ह्रस्व/एकमात्रिक
  21. और मूल स्वर कहा जाता है । क्ष (क् + ष), त्र (त् + र) और ज्ञ (ज् + ज् ) संयुक्त वर्ण हैं।

शब्द

प्रश्न 1.
शब्द किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ध्वनियों के मेल से बने सार्थक वर्ण-समुदाय को ‘शब्द’ कहते हैं।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

प्रश्न 2.
‘अर्थ’ के अनुसार शब्दों के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
अर्थ के अनुसार शब्दों के दो भेद हैं

  1. सार्थक-जिन शब्दों का स्वयं कुछ अर्थ होता है, उसे सार्थक शब्द कहते हैं । जैसे-घर, लड़का, चित्र आदि ।
  2. निरर्थक-जिन शब्दों का कोई अर्थ नहीं होता, उसे निरर्थक शब्द कहते हैं । जैसे-चप, लव, कट आदि

प्रश्न 3.
व्युत्पत्ति के अनुसार शब्दों के कौन-कौन से भेद हैं ?
उत्तर:
व्युत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के चार भेद हैं ।

  1. तत्सम – संस्कृत के सीधे आए शब्दों को तत्सम कहते हैं । जैसे- रिक्त, जगत्, मध्य, छात्र ।
  2. तद्भव – संस्कृत से रूपान्तरित होकर हिन्दी में आए शब्दों को तद्भव कहते हैं। जैसे-आग, हाथ, खेत आदि ।
  3. देशज – देश के अन्दर बोल-चाल के कुछ शब्द हिन्दी में आ गए हैं । इन्हें देशज कहा जाता है जैसे- लोटा, पगडी, चिडिया, पेट आदि ।
  4. विदेशज – कुछ विदेशी भाषा के शब्द हिन्दी में मिला लिये गए हैं, इन्हें विदेशज शब्द कहते हैं । जैसे-स्कूल, कुर्सी, तकिया, टेबुल, मशीन, बटन, किताब, बाग आदि ।

प्रश्न 4.
उत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
उत्पत्ति की दृष्टि से शब्दों के तीन भेद हैं।

  1. रूढ़-जिन शब्दों के खंड़ों का अलग-अलग अर्थ नहीं होता, उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं । जैसे-जल = ज + ल ।
  2. यौगिक-जिन शब्दों के अलग-अलग खंडों का कुछ अर्थ हो, उसे यौगिक शब्द कहते हैं । जैसे-हिमालय, पाठशाला, देवदूत, विद्यालय आदि ।
  3. योगरूढ़-जो शब्द सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ बतावे, उसे योगरूढ़ कहते हैं । जैसे-लम्बोदर (गणेश), चक्रपाणि (विष्णु) चन्द्रशेखर (शिवजी) आदि ।

संज्ञा

प्रश्न 1.
संज्ञा किसे कहते हैं ?
उत्तर:
किसी प्राणी, वस्तु, स्थान और भाव को संज्ञा कहते हैं।

प्रश्न 2.
संज्ञा के कितने भेद हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:
संज्ञा के निम्नांकित पाँच भेद हैं।

  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा-किसी विशेष प्राणी, स्थान या वस्तु के नाम -को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-राम, श्याम, हिमालय, पटना, पूर्णिया आदि ।
  2. जातिवाचक संज्ञा-जिस संज्ञा से किसी जाति के सभी पदार्थों का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे- गाय, घोड़ा, फूल, आदमी औरत आदि ।
  3. भाववाचक संज्ञा-जिस से किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण-धर्म और स्वभाव का बोध हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-बुढ़ापा, चतुराई, मिठास आदि ।
  4. समूहवाचक संज्ञा-जिस शब्द से समूह या झुण्ड का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-सोना, वर्ग, भीड़, सभा आदि ।
  5. द्रव्यवाचक संज्ञा-जिन वस्तुओं को नापा-तौला जा सके, ऐसी वस्तु के नामों को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं । जैसे-तेल, घी, पानी, सोना आदि ।

भाववाचक संज्ञा बनाना

(i) जातिवाचक संज्ञा से

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 1

(ii) सर्वनाम से

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 2

(iii) विशेषण से

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 3

(iv) क्रिया से

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 4

संधि

प्रश्न 1.
संधि किस कहते हैं ?
उत्तर:
जब दो या दो से अधिक वर्ण मिलते हैं, तो इससे पैदा होने वाला विकार को संधि कहते हैं । जैसे – जगत् + नाथ = जगन्नाथ, शिव + आलय = शिवालय, गिरि + ईश = गिरीश आदि ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

प्रश्न 2.
संधि के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
संधि के तीन भेद हैं-

  1. स्वर संधि
  2. व्यंजन संधि
  3. विसर्ग संधि ।

प्रश्न 3.
स्वर संधि किसे कहते हैं ?
उत्तर:
दो या दो से अधिक स्वर वर्णों के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे स्वर संधि कहते हैं। जैसे – अन्न + अभाव = अन्नाभाव, महा + आशय = महाश्य, भोजन + आलय = भोजनालय ।

प्रश्न 4.
स्वर संधि के कितने भेद हैं ? उनके विषय में लिखें ।
उत्तर:
स्वर संधि के पाँच भेद हैं :

  1. दीर्घ संधि-जब ह्रस्व या दीर्घ वर्ण, ह्रस्व या दीर्घ वर्णों से मिलकर दीर्घ स्वर हो जाते हैं, उसे दीर्घ संधि कहते हैं । जैसे भोजन + आलय = भोजनालाय (अ + आ = आ) अन्न + अभाव = अन्नाभाव (अ + आ = आ) गिरि + इन्द्र = गिरीन्द्र (इ + ई = ई) विधु + उदय = विधूदय (उ + उ = ऊ) .
  2. गुण संधि-यदि ‘अ’ या ‘आ’ के बाद इ, ई, उ, ऊ, ऋ आवे तो वे मिलकर क्रमशः ए, ओ और अर् हो जाते हैं । जैसे – नर + इन्द्र = नरेन्द्र, देव + ईश = देवेश, महा + ऋषि = महर्षि आदि ।
  3. वृद्धि संधि-यदि ह्रस्व या दीर्घ ‘अ आ’ के बाद ए, ऐ आवे तो – ‘ऐ’ और ‘ओ’ आवे तो ‘औ’ हो जाते हैं । जैसे-अनु + एकान्त = अनैकान्त, तथा + एव = तथैव, वन + औषधि = वनौषधि, सुन्दर + ओदन = सुन्दरौदन ।
  4. यण संधि-इ, ई के बाद कोई भिन्न स्वर हो तो ‘य’, उ, ऊ, के बाद भिन्न स्वर आवे तो ‘व्’ और ऋ के बाद भिन्न स्वर आवे तो ‘र’ हो · जाता है.। जैसे-सखी + उवाच = सख्युवाच, दधि + आयन = दध्यानय, अनु + अय = अन्वय, अनु + एषण = अन्वेषण, पित + आदेश = पित्रादेश ।
  5. अयादि संधि-यदि ए, ऐ, ओ, औ के बाद कोई भिन्न स्वर हो, तो उसके स्थान पर क्रमशः ‘अय्’, ‘आय’, ‘आव्’ हो जाता है । जैसे-ने + अन = नयन । गै अक = गायक, भो + अन = भवन, भौ + उक = भावुक

प्रश्न 5.
व्यंजन संधि किसे कहते हैं ?
उत्तर:
व्यंजन वर्ण के साथ व्यंजन या स्वर वर्ण के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे व्यंजन संधि कहते हैं । जैसे-दिक् + अन्त = दिगन्त, दिक् + गज = दिग्गज, जगत् + ईश = जगदीश, जगत् + नाथ = जगन्नाथ, सत् + आनन्द = सदानन्द, उत् + घाटन = उद्घाटन ।।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

प्रश्न 6.
विसर्ग संधि किसे कहते हैं ? सोदाहरण परिभाषा दें।
उत्तर:
विसर्ग (:) के साथ स्वर या व्यंजन के मिलने से जो विकार पैदा होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं । जैसे-निः + चय – निश्चय, निः + पाप = निष्पाप ।

स्मरणीय

  1. अप् + ज = अब्ज
  2. उत् + गम = उद्गम
  3. अनि + आय = अन्याय
  4. उपरि + उक्त = उपर्युक्त
  5. पृष् + थ = पृष्ठ
  6. सम् + सार = संसार
  7. अन्तः + पुर = अन्तःपुर
  8. उत् + लेख = उल्लेख
  9. अति + अधिक = अत्यधिक
  10. तपः + वन = तपोवन
  11. आशी: + वाद = आशीर्वाद
  12. वि + आकुल = व्याकुल
  13. आ + छादन = आच्छादन
  14. वयः + वृद्ध = वयोवृद्ध
  15. आदि + अन्त = आद्यन्त
  16. राज + ऋषि = राजर्षि
  17. अभि + इष्ट = अभीष्ट
  18. पो +’ इत्र = पवित्र
  19. राम + अयन = रामायण
  20. पुरः + कार = पुरस्कार
  21. दिक् + भ्रम = दिग्भ्रम
  22. परि + ईक्षा = परीक्षा
  23. देव + ऋषि = देवर्षि
  24. पीत + अम्बर = पीताम्बर
  25. नमः + कार = नमस्कार
  26. पयः + धिं = पयोधि ।
  27. नार + अयन = नारायण
  28. परम् + तु = परन्तु
  29. नारी + ईश्वर = नारीश्वर
  30. परम + ईश्वर = परमेश्वर
  31. नौ+ इक = नाविक
  32. प्रति + एक . = प्रत्येक
  33. ने+ अन = नयन
  34. निः + रोग = नीरोग
  35. शिर: + मणि = शिरोमणि
  36. भानु + उदय = भानूदय
  37. उत् + लंघन = उल्लंघन
  38. सु + आगत = स्वागत

लिंग

प्रश्न 1
लिंग किसे कहा जाता है ?
उत्तर:
संज्ञा, सर्वनाम या क्रिया के जिस रूप से व्यक्ति, वस्तु और भाव की जाति का बोध हो, उसे लिंग कहते हैं । हिन्दी शब्द में संज्ञा-शब्द मूल रूप से दो जातियों के हुआ करते हैं- पुरुष-जाति और स्त्री-जाति ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

प्रश्न 2.
लिंग के कितने भेद हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:
लिंग के दो भेद हैं

  1. पँल्लिग-जिस संज्ञा शब्द से पुरुष-जाति का बोध होता है. उसे पुंल्लिग कहते हैं । जैसे-घोड़ा, बैल, लड़का, छात्र, आदि ।
  2. स्त्रीलिंग-जिस संज्ञा शब्द से ‘स्त्री-जाति’ का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग कहते हैं । जैसे-स्त्री, घोड़ी, गाय, लकड़ी, छात्रा, आदि। जिन प्राणिवाचक शब्दों के जोड़े होते हैं, उनके लिंग आसानी से जाने जा सकते हैं । जैसे- लड़का-लड़की, पुरुष-स्त्री, घोड़ा-घोड़ी, कुत्ता-कुढ़िया ।

गरुड़, बाज, चीता और मच्छर आदि ऐसे शब्द हैं, जो सदा पुंल्लिग होते हैं। मक्खी, मैना, मछली आदि शब्द सदा स्त्रीलिंग होते हैं।

वाक्य प्रयोग द्वारा लिंग निर्णय

  1. कसक (स्त्री.) – उसके दिल में एक कसक छुपी थी।
  2. उपेक्षा (स्त्री.) – हर बात की उपेक्षा ठीक नहीं होती ।
  3. एकांकी (पृ.) – कल क्लब में एकांकी (नाटक) खेला गया ।
  4. चुनाव (पुं.) – चौदहवां आम चुनाव सम्पन्न हुआ।
  5. चोंच (स्त्री.) – कौआ की चोंच टूट गई।
  6. आँख (स्त्री.) – उसकी आँखों में लगा काजल धूल गया ।
  7. ओस (स्त्री.) – रात भर ओस गिरती रही।
  8. ईंट (स्त्री.) – नींव की ईंट हिल गई।
  9. किरण (स्त्री.) – सुनहली किरण छा गई है।
  10. खबर (स्त्री.) – आज की नई खबर क्या है?
  11. अनाज (पुं.) – आजकल अनाज महँगा है।
  12. आयात (पुं.) – हमारे देश का आयात अब संतुलित है।
  13. आकाश (पृ.) – आकाश नीला था।
  14. गान (पु.) – उसके बाद एक मधुर गान हुआ ।
  15. घास (स्त्री.) – यहाँ की घास मुलायम है।
  16. घूस (स्त्री.) – दारोगा ने घूस ली थी।
  17. कोदो (पुं.) – खेत में कोदो तैयार थे।
  18. कोशिश (स्त्री.) – हमारी कोशिश जारी है।
  19. गरदन (स्त्री.) – उसकी गरदन लम्बी है।
  20. कौंसिल (स्त्री.) – विचार करने के लिए कौंसिल बैठी ।
  21. जमानत (स्त्री.) – मोहन की जमानत मंजूर हो गई ।
  22. जहाज (पं.) – जहाज चला जा रहा था।
  23. जीत (स्त्री.) – चुनाव में विरोधियों की जीत हुई।
  24. जेब (स्त्री.) – किसी ने मेरी जेब काट ली ।
  25. दफ्तर (पुं.) – दफ्तर दस बजे के बाद खुलता है।
  26. कौंसिल (स्त्री.)-विचार करने के लिए कौंसिल बैठी ।
  27. जहाज (पुं.)-जहाज चला जा रहा था।
  28. जीत (स्त्री.)-चुनाव में विरोधियों की जीत हुई।
  29. जेब (स्त्री.)-किसी ने मेरी जेब काट ली।
  30. दफ्तर (पुं.)-दफ्तर दस बजे के बाद खुलता है।
  31. दर्शन (पुं.)-बहुत दिनों के बाद आपके दर्शन हुए।
  32. दलदल (स्त्री.)-इस ओर गहरी दलदल थी।
  33. तनखाह (स्त्री.)-आपकी तनखाह कितनी है ?
  34. टीस (स्त्री.) – कलेजे में एक टीस-सी उठी।
  35. जेल (पृ.)-बेउर जेल बहुत बड़ा है।
  36. जोश (पुं.)-अब उनका जोश ठंडा हो गया था।
  37. झील (स्त्री.)-आगे दूर तक नीली झील फैली थी।
  38. ठोकर (स्त्री.)-उसे कसकर ठोकर लगी।
  39. तलवार (स्त्री.)-वीर की तलवार चमक उठी।
  40. तलाश (पु.)-सुख की तलाश में सभी लगे हैं।
  41. “तेल (पुं.)-चमेली का तेल ठंढा होता है।
  42. तिल (पुं.)-अच्छा तिल बाजार में नहीं बिकता।
  43. तीतर (पुं.)-आहट पाकर तीतर उड़ गया।
  44. डाक (स्त्री.)-सुबह की डाक में कोई चिट्ठी नहीं थी।
  45. ढाढ़स (पुं.)-इस बार ढाढ़स जाता रहा ।
  46. तान (स्त्री.)-थोड़ी देर बाद एक सुरीली तान सुनाई पड़ी।
  47. ताबीज (पु.)-फकीर ने अपना ताबीज मुझे दिया ।
  48. ढेर (पृ.)-वहाँ फूलों का ढेर लगा था ।
  49. तकदीर (स्त्री.)-उसकी तकदीर ही खोटी है।
  50. थकान (स्त्री.)-चलने से काफी थकान हो गई थी।
  51. दाल (स्त्री.)-इस बार उसकी दाल नहीं गली ।
  52. तह (स्त्री.)-कपड़े की तह खराब न हो ।
  53. तीर (पुं.)-नावक के तीर छोटे, पर पैने होते हैं।
  54. दीप (पु.) – दीप जगमगा उठा।
  55. दीवार (स्त्री.) – दीवारें ढह गई थीं।
  56. हींग (स्त्री.) – नेपाली हींग अच्छी होती है।
  57. धोखा (पुं.)-जीवन में हर किसी को धोखा होता है ।
  58. नमक (पु.) – नमक जल्द गल जाता है।
  59. नल (पृ.) – वह नल सुबह से ही खुला हुआ था ।
  60. नसीहत (स्त्री.)-मैंने उसकी नसीहत का कभी बुरा नहीं माना ।
  61. द्वीप (पुं.)-समुद्र में वह द्वीप अकेला सा है ।
  62. दूब (स्त्री.)-हरी भरी दूब प्यारी लगती है।
  63. देवता (पं.)-साहित्य के देवता आजकल मौन हैं।
  64. देह (स्त्री.)-उसकी देह कमजोर है।
  65. धुन (स्त्री.)-उन्हें हमेशा कुछ करने की धुन लगी रहती है ।
  66. नाखून (स्त्री.)-उसके नाखून बढ़े हुए हैं।
  67. निराशा (स्त्री.) – इस बात से उन्हें गहरी निराशा हुई।
  68. नोंद (स्त्री.) – उसे नींद आ गई थी।
  69. पंछी (पुं.) – पंछी आसमान में उड़ रहा था ।
  70. नीलम (स्त्री:) – रास्ते की धूल में नीलम पड़ा था ।
  71. नेत्र (पु.) – विषाद से उसके नेत्र बन्द थे।
  72. पताका (स्त्री.) – उनके यश की पताका विदेशों में फहराने लगी।
  73. परछाई (स्त्री.) – सुबह में किसी की परछाई कितनी लंबी दीखती है।
  74. पानी (प.) – बाढ़ का पानी अब तेजी से उतर रहा है।
  75. पीतल (पृ.) – यह पीतल काफी चमक रहा है।
  76. पुकार (स्त्री.) – न्याय की पुकार आज कोई नहीं सुनता ।
  77. पुड़िया (स्त्री.) – बाबाजी ने जादू की पुड़िया खोली।
  78. पराकाष्ठा (स्त्री.) – उदारता की पराकाष्ठा दानवीर कर्ण में मिलती है।
  79. परीक्षा (स्त्री.) – जीवन में सभी की परीक्षा होती है।
  80. पलीता (पुं.) – किले की नींव में पलीता लगा दिया गया ।
  81. पहचान (स्त्री.) – गुणी व्यक्ति की पहचान में मुझसे भूल नहीं हो सकती।
  82. मोती (पुं.) – उसकी चूड़ियों में मोती जड़े थे।
  83. वेतम (स्त्री) – कर्मचारियों का वेतन बढ़ना चाहिए।
  84. शपथ (स्त्री.) – उसने देश की मान रक्षा की शपथ ली।
  85. शहद (पु.) – शहद बडा मीठा है।
  86. पुष्प (पुं.) – उस वृंत पर ही पुष्प खिला था ।
  87. पुस्तकालय (पुं.) – उस गाँव में एक भी पुस्तकालय नहीं था । ।
  88. पूर्णिमा (स्त्री.) – कार्तिक की रजताभ पूर्णिमा थी।
  89. बसंत (पू.) – पतझड़ गई तो बसंत आया ।
  90. बहार (स्त्री.) – चारों ओर वर्षा की बहार छाई थी।
  91. ब्रह्मपुत्र (स्त्री.) – मीलों में फैली ब्रह्मपुत्र तेज गति से बह रही थी।
  92. प्याज (पुं.) – उन दिनों प्याज महँगा होता जा रहा था ।
  93. प्यास (स्त्री.) – मुझे जोरों की प्यास लगी थी।
  94. फसल (स्त्री.) – खेतों में फसल लहलहा उठी।
  95. फागुन (पुं.) – फागुन आया और फाग के गीत गूंज उठे ।
  96. नींव (स्त्री.) – मकान की नींव ही कमजोर थी।

2. कर्मकारक : कर्ता द्वारा संपादित क्रिया का प्रभाव जिस व्यक्ति या वस्तु पर पड़े, उसे कर्मकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘को’ है।

  • सोहन आम खाता है। . (0-विभक्ति)
  • सोहन मोहन को पीटता है । (को-विभक्ति)

यहाँ खाना (क्रिया) का फल आम पर और पीटना (क्रिया) का फल मोहन पर पड़ता है, अत: ‘आम’ और ‘मोहन’ कर्मकारक हैं।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

‘आम’ के साथ ‘को’ चिह्न छिपा है और मोहन के साथ ‘को’ चिह्न स्पष्ट है। इस चिह्न का प्रयोग द्विकर्मक क्रिया रहने पर भी होता है;

  • जैसेमोहन सोहन को हिन्दी पढ़ाता है । (सोहन, हिन्दी-दो कर्म)
  • वह सुरेश को तबला सिखाता है । (सुरेश, तबला-दो कर्म)

3. करणकारक-जो वस्तु क्रिया के संपादन में साधन का काम करे, उसे करणकारक कहते हैं। इसका चिह्न ‘से’ है; जैसे

  • मैं कलम से लिखता हूँ। (लिखने का साधन)
  • वह चाकू से काटता है। (काटने का साधन)

यहाँ, ‘कलम से’, ‘चाकू से’-करणकारक हैं, क्योंकि ये वस्तुएँ क्रिया संपादन में साधन के रूप में प्रयुक्त हैं।

4. संप्रदानकारक : जिसके लिए कोई क्रिया (काम) की जाए, उसे संप्रदान कारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘को’ और ‘के लिए’ है; जैसे

  • मोहन ने सोहन को पुस्तक दी।
  • मोहन ने सोहन के लिए पुस्तक खरीदी।

यहाँ पर देने और खरीदने की क्रिया सोहन के लिए है । अतः ‘सोहन को’ एवं ‘सोहन के लिए’ संप्रदानकारक हैं।

5. अपादानकारक : अगर क्रिया के संपादन में कोई वस्तु अलग हो जाए, तो उसे अपादानकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘से’ है; जैसे

  • पेड़ से पत्ते गिरते हैं । (पेड़ से अलगाव)
  • छात्र कमरे से बाहर गया । (कमरे से अलगाव)

यहाँ पेड़ से’ और ‘कमरे से’ अपादानकारक हैं, क्योंकि गिरते समय पत्ते पेड़ से और जाते समय छात्र कमरे से अलग हो गये ।

6. संबंधकारक-जिस संज्ञा या सर्वनाम से किसी वस्तु का संबंध जान पड़े, उसे संबंधकारक कहते हैं । इसका चिह्न ‘का’, ‘के’, ‘की’ है; जैसे

  • मोहन का घोड़ा दौड़ता है।
  • मोहन के घोड़े दौड़ते हैं।
  • मोहन की घोड़ी दौड़ती है।

यहाँ मोहन (का, के, की) संबंधकारक हैं, क्योंकि ‘का घोड़ा’,’के घोड़े’ ‘की घोड़ी’ का संबंध मोहन से है । इसमें क्रिया से संबंध न होकर वस्तु – या व्यक्ति से रहता है।

7. अधिकरणकारक : जिससे क्रिया के आधार का ज्ञान प्राप्त हो, उसे अधिकरणकारक कहते हैं । इसका

  • चिह्न ‘में’, ‘पर’ है; जैसे
  • शिक्षक वर्ग में पढ़ा रहे हैं।
  • महेश छत पर बैठा है।

यहाँ ‘वर्ग में’ और ‘छत पर’ अधिकरणकारक हैं, क्योंकि इनसे पढ़ाने – और बैठने की क्रिया के आधार का ज्ञान होता है।

8. संबोधनकारक : जिस शब्द से किसी के पुकारने या संबोधन का बोध हो, उसे संबोधनकारक कहते हैं । इसका चिह्न है-हे, अरे, ए आदि;. ‘जैसे

हे ईश्वर, मेरी सहायता करो। अरे दोस्त, जरा इधर आओ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

यहाँ ‘हे ईश्वर’ और ‘अरे दोस्त’ संबोधनकारक हैं । कभी-कभी संबोध नकारक नहीं भी होता है, फिर भी उससे संबोधन व्यक्त होता हैं; जैसे_ मोहन, जरा इधर आओ। भगवम्, मुझे बचाओ।

काल

काल-क्रिया के जिस रूप से समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं;

जैसे

  • मैंने खाया था । – (खाया था-भूत समय)
  • मैं खा रहा हूँ। । – (खा रहा हूँ-वर्तमान समय)
  • मैं कल खाऊँगा । – (खाऊँगा-भविष्यत् समय)

यहाँ पर क्रिया के इन रूपों-खाया था, खा रहा हूँ और खाऊँगा से भूत, वर्तमान और भविष्यत् समय (काल) का बोध होता है।

अत: काल के तीन भेद हैं-

  • वर्तमामकाल (Present Tense),
  • भूतकाल (Past Tense)
  • भविष्यत्काल (Future Tense)

वर्तमानकाल

वर्तमानकाल : वर्तमान समय में होनेवाली क्रिया से वर्तमानकाल का बोध होता है। जैसे

  • मैं खाता हूँ। – सूरज पूरब में उगता है।
  • वह पढ़ रहा है। – गीता खेल रही होगी ।

वर्तमानकाल के मुख्यत: तीन भेद हैं-

  • सामान्य वर्तमान
  • तात्कालिक वर्तमान और
  • संदिग्ध वर्तमान ।

सामान्य वर्तमान : इससे वर्तमान समय में किसी काम के करने की सामान्य आदत, स्वभाव या प्रकृति, अवस्था आदि का बोध होता है; जैसे

  • कुत्ता मांस खाता है। – (प्रकृति)
  • मैं रात में रोटी खाता हूँ। – (आदत)
  • पिताजी हमेशा डाँटते हैं। (स्वभाव)
  • वह,बहुत दुबला है। – (अवस्था)

तात्कालिक वर्तमान : इससे वर्तमान में किसी कार्य के लगातार जारी रहने का बोध होता है; जैसे

  • कुत्ता मांस खा रहा है। – (खाने की क्रिया जारी है ।)
  • पिताजी डाँट रहे हैं। – (इसी क्षण, कहने के समय)

संदिग्ध वर्तमान : इससे वर्तमान समय में होनेवाली क्रिया में संदेह या

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

अनुमान का बोध होता है; जैसे

  • अमिता पढ़ रही होगी । (अनुमान)
  • माली फूल तोड़ता होगा । (संदेह या अनुमान)

भूतकालं

भूतकाल : बीते समय में घटित क्रिया से भूतकाल का बोध होता है;

  • जैसे
  • मैंने देखा ।
  • वह लिखता था ।
  • राम ने पढ़ा होगः ।
  • मैंने देखा है।
  • वह लिख रहा था ।
  • वह आता, तो मैं जाता।’
  • मैं देख चुका हूँ वह लिख चुका था।

भूतकाल के छह भेद हैं

  1. सामान्य भूत
  2. आसन्न भूत
  3. पूर्ण भूत
  4. अपूर्ण भूत
  5. संदिग्ध भूत और
  6. हेतुहेतुमद् भूत ।

सामान्य भूत : इससे मात्र इस बात का बोध होता है कि बीते समय में कोई काम सामान्यतः समाप्त हुआ; जैसे

  • मैंने पत्र लिखा । – (बीते समय में)
  • वे पटना गये। – (बीते समय में, कब गये पता नहीं)

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

आसन्न भूत : इससे बीते समय में क्रिया के तुरंत या कुछ देर पहले समाप्त होने का बोध होता है, जैसे-.”

मैं खा चुका हूँ। – (कुछ देर पहले, पेट भरा हुआ है )

बैठना, जाना, बैठ जाना, हँसना, देना, हँस देना, जगना, जगाना, जगवाना आदि । … यौगिक धातु तीन प्रकार से बनता है

1. मूल धातु एवं मूल धातु के संयोग से जो यौगिक धातु बनता है, उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं । जैसेमूल धातु + मूल धातु – यौगिक धातु

  • हँस + दे = हँस देना
  • खा + जा = खा जाना संयुक्त क्रिया
  • चल + पड़ = चल पडना ।

2. मूल धातु में प्रत्यय लगने से जो यौगिक धातु बनता है, वह अकर्मक या सकर्मक या प्रेरणार्थक क्रिया होती हैं । जैसे

  • मूल धातु + प्रत्यय = यौगिक धातु
  • जग + ना = जगना (अकर्मक क्रिया)
  • जग + आना = जगाना (सकर्मक क्रिया)
  • जग + वाना = जगवाना (प्रेरणार्थक क्रिया)

3. संज्ञा, विशेषण आदि शब्दों में प्रत्यय लगने से जो यौगिक धातु बनता . है, उसे नाम-धातु कहते हैं । जैसे

  • संज्ञा । विशेषण + प्रत्यय = यौगिक धातु
  • हाथ (संज्ञा) + इयाना = हथियाना नाम-धातु
  • गरम (विशेषण + आना = गरमाना

क्रिया के भेद

क्रिया के मुख्यतः दो भेद हैं-
(1) सकर्मक क्रिया (Transitive Verb) और (2) अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)।

सकर्मक क्रिया – जिस क्रिया के साथ कर्म हो या कर्म के रहने की संभावना हो, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

खाना, पीना, पढ़ना, लिखना, गाना, बजाना, मारना, पीटना आदि ।

उदाहरण:

  1. वह आम खाता है।
  2. प्रश्न : वह क्या खाता है ?
  3. उत्तर : वह आम खाता है।
  4. यहाँ कर्म (आम) है, या किसी-न – किसी कर्म के रहने की संभावना है, अतः ‘खाना’ सकर्मक क्रिया है।

अकर्मक क्रिया – जिस क्रिया के साथ कर्म न हो या कर्म के रहने की संभावना न हो, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं: जैसे

आना, जाना, हँसना, रोना, सोना, जगना, चलना, टहलना आदि।

उदाहरण :

  1. वह रोता है।
  2. प्रश्न : वह क्या रोता है?
  3. ऐसा न तो प्रश्न होगा और न इसका कुछ उत्तर ।
  4. यहाँ कर्म कुछ नहीं है और न किसी कर्म के रहने की संभावना है, अत: ‘रोना’ अकर्मक क्रिया है। .

अपवाद लेकिन कुछ अकर्मक क्रियाओं-रोना, हँसना, जगना, सोना, टहलना आदि में प्रत्यय जोड़कर सकर्मक बनाया जाता है। जैसे रुलाना, हँसाना, जगाना, सुलाना, टहलाना आदि ।

अकर्मक क्रिया + प्रत्यय – सकर्मक क्रिया

रो (ना) + लाना = रुलाना (वह बच्चे को रुलाता है ।)
जग (ना) + आना = जगाना (वह बच्चे को जगाता है।
प्रश्न : वह किसे रुलाता / जगाता है?

उत्तर : वह बच्चे को रुलाता / जगाता है।
स्पष्ट है कि रुलाना, जगाना सकर्मक क्रिया है, क्योंकि इसके साथ कर्म (बच्चा है या किसी-न-किसी कर्म के रहने की संभावना है।

क्रिया के अन्य भेद

सहायक क्रिया-मुख्य क्रिया की सहायता करनेवाली क्रिया को सहायक क्रिया कहते हैं; जैसे-हूँ, है, हैं, रहा, रही, रहे, था, थे, थी, थीं आदि ।

उदाहरण:

  • मैं खा रहा हूँ। – (रहा हूँ-सहायक क्रिया)
  • वह पढता है। – (है-सहायक क्रिया)

यहाँ मुख्य क्रिया ‘खाना’ और ‘पढ़ना’ है जिसकी सहायता सहायक क्रिया कर रही है। –

मुख्य क्रिया और सहायक क्रिया के संबंध में कुछ और बाते हैं जिन्हें समझना आवश्यक है

1. किसी वाक्य में सहायक क्रिया हो या न हो, एक मुख्य क्रिया अवश्य होती है; जैसे

  • वह पटना गया । (गया-मुख्य क्रिया)
  • उसने शुभम् से कहा । (कहा-मुख्य क्रिया) .

2. हूँ, है, हैं, था, थे, थी, थीं, आदि सहायक क्रियाएँ हैं, लेकिन किसी वाक्य में कोई दूसरी क्रिया न हो, तो ये मुख्य क्रिया बन जाती हैं।
जैसे-

  • मैं खाता हूँ। (हूँ-सहायक क्रिया)
  • मैं अच्छा हूँ। (हूँ-मुख्य क्रिया)
  • उसने खाया है। (है-सहायक क्रिया)
  • उसे एक कलम है। (है-मुख्य क्रिया)

3. संयुक्त क्रिया में प्रथम क्रिया मुख्य क्रिया होती है और बाकी सहायता करनेवाली क्रिया सहायक क्रिया; जैसे

  • वह बैठ गया था । (बैठ गया-संयुक्त क्रिया)
  • यहाँ ‘बैठ’ (बैठना) मुख्य क्रिया है । ‘गया’ (जाना) और ‘था’ सहायक क्रियाएँ हैं।

नोट-गा, गे, गी को कुछ लोग भ्रमवश सहायक क्रिया समझते हैं, लेकिन ये सहायक क्रियाएँ नहीं हैं । ये प्रत्यय हैं । जैसे

मैं खाऊँगा । (मुख्य क्रिया-खाना) (सहायक क्रिया-0)

ऊपर प्रयुक्त ‘खाऊँगा” क्रिया में मूल धातु ‘खा’ है और इसमें दो प्रत्यय जुड़े हुए हैं-‘ऊँ’ एवं ‘गा’।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

अर्थात्-खा (मूल धातु) + ऊँ (प्रत्यय) + गा (प्रत्यय) – खाऊँगा

पूर्वकालिक क्रिया-जब कर्ता एक क्रिया को समाप्त कर उसी क्षण कोई दूसरी क्रिया आरंभ करता है, तो पहली क्रिया पूर्वकालिक क्रिया कहलाती है; जैसे

खाकर, पढ़कर, लिखकर, सोकर, जगकर, आकर, जाकर आदि ।

उदाहरण:

  • खाकर वह सोने गया । – (खांकर-पूर्वकालिक क्रिया)
  • भाषण देकर वह बैठ गया । – (देकर-पूर्वकालिक क्रिया) .

वाच्य

वाच्य : कर्ता, कर्म या भाव (क्रिया) के अनुसार क्रिया के रूप परिवर्तन को वाच्य कहते हैं। दूसरे शब्दों में, वाक्य में किसकी प्रधानता है, अर्थात्-क्रिया का लिंग, वचन और पुरुष; कर्ता के अनुसार होगा, या कर्म के अनुसार होगा, या स्वयं भाव के अनुसार; इसका बोध वाच्य है;

जैसे- राम रोटी खाता है । (कर्ता के अनुसार क्रिया)-कर्ता की प्रधानता । यहाँ कर्ता के अनुसार क्रिया का अर्थ है-राम (कर्ता) – खाता है (क्रिया)

  1. राम – पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
  2. खाता है – पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
  3. राम ने रोटी खायी । (कर्म के अनुसार क्रिया)-कर्म की प्रधानता
  4. यहाँ कर्म के अनुसार क्रिया का अर्थ है – रोट (कर्म) = खायी (क्रिया)
  5. रोटी-स्त्रीलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
  6. खायी-स्त्रीलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष

सीता से चला नहीं जाता । (भाव के अनुसार क्रिया)-भाव की प्रधानता।

यहाँ भाव (क्रिया) के अनुसार क्रिया का अर्थ है- चला (भाव या क्रिया) जात-(क्रिया)

  1. चला-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष
  2. जाता-पुलिंग, एकवचन, अन्यपुरुष ।

वाच्य के भेद-वाच्य के तीन भेद हैं-1. कर्तृवाच्य (Active Voice)

2. कर्मवाच्य (Passive Voice) और 3. भाववाच्य (Impersonal Voice)।

कर्तृवाच्य – कर्ता के अनुसार यदि क्रिया में परिवर्तन हो, तो उसे कर्तृवाच्य कहते हैं । जैसे

कर्ता – कर्म – क्रिया

  1. राम – (रोटी) – खाता है।
  2. सीता – (भात) – खाती है। कर्ता के अनुसार क्रिया-कर्तृवाच्य
  3. लड़के – (संतरा) – खाते हैं।

हाँ क्रियाएँ – खाता है, खाती है, खाते हैं; कर्ता के अनुसार आयीं हैं, क्योंकि यहाँ कर्ता की प्रधानता है, अत: यह कर्तृवाच्य हुआ ।

कर्मवाच्य : कर्म के अनुसार यदि क्रिया में परिवर्तन हो, तो उसे कर्मवाच्य कहते हैं। जैसे

कर्ता – कर्म – क्रिया

  1. (राम ने) – रोटी – खायी।
  2. (सीता ने) – भात – खाया। कर्म के अनुसार क्रिया-कर्मवाच्य
  3. (गीता ने) – संतरे – खाये ।

यहाँ क्रियाएँ-खायी, खाया, खाये; कर्म के अनुसार आयीं हैं. क्योंकि यहाँ कर्म की प्रधानता है, अत: यह कर्मवाच्य हुआ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

भाववाच्य : भाव (क्रिया) के अनुसार यदि क्रिया आए, तो उसे भाववाच्य कहते हैं ।

जैसे-

कर्ता भाव – (क्रिया) – क्रिया

राम से – चला नहीं – जाता।
सीता से – चला नहीं – जाता।
लड़कों से – चला नहीं – जाता।

यहाँ क्रियाएँ-जाता, जाता, जाता; भाव (क्रिया) के अनुसार आयीं हैं, क्योंकि यहाँ भाव (क्रिया) की प्रधानता है, अतः यह भाववाच्य हुआ।

उपसर्ग

प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं ?
उत्तर:
उपसर्ग वह शब्दांश है जो किसी ‘शब्द’ के पहले लगकर उसके अर्थ को बदल देता है।

उपसर्ग और उनसे बने शब्द

संस्कृत के उपसर्ग

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 5

हिन्दी के उपसर्ग

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 6

उर्दू के उपसर्ग

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 7

उपसर्ग की तरह प्रयुक्त संस्कृत अव्यय

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 8

प्रत्यय

प्रश्न 1. प्रत्यय किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ऐसे शब्दांशों को जो किसी शब्द के अन्त में लगकर उनके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।

प्रश्न 2.
प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं।

1. कृत् प्रत्यय-जो ‘प्रत्यय’ क्रिया के मूलधातु में लगते हैं, उन्हें कृत् प्रत्यय कहा जाता है । कृत् प्रत्यय से बने शब्द को ‘कृदन्त’ कहा जाता है। जैसे- पढ़नेवाला, बढ़िया, घटिया, पका हुआ, सोया हुआ, चलनी, करनी, धौकनी, मारनहारा, गानेवाला इत्यादि ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

2. तद्धित प्रत्यय-जो प्रत्यय संज्ञा और विशेषण के अन्त में लगकर उनके अर्थ में ‘परिवर्तन’ ला देते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहा जाता है। जैसे-सामाजिक, शारीरिक, मानसिक, लकड़हारा, मनिहारा, पनिहारा, वैज्ञानिक, राजनैतिक आदि ।

विशेषण में तद्रित प्रत्यय

विशेषण में तद्धित प्रत्यय जोड़ने से भाववाचक संज्ञा बनती है । जैसे

  1. बुद्धिमत् + ता = बुद्धिमत्ता.
  2. गुरु + अ = गौरव
  3. लघु + त्व = लघुत्व
  4. लघु + अ = लाघव आदि ।

संज्ञा में तद्रित प्रत्यय

संज्ञाओं के अन्त में तद्धित प्रत्यय जोड़ने से विशेषण बनते हैं ।

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 9

समास

प्रश्न 1.
समास किसे कहते हैं ?
उत्तर:
दो या दो से अधिक पद अपने बीच की विभक्ति को छोड़कर आपस में मिल जाते हैं, उसे समास कहते हैं । जैसे-राजा का मंत्री = राजमंत्री। राज का पुत्र = राजपुत्र ।

प्रश्न 2.
समास के कितने भेद हैं ? सोदाहरण वर्णन करें।
उत्तर:
समास के छः भेद हैं।
1. तत्पुरुष समास-जिस सामासिक शब्द का अन्तिम खंड प्रधान हो, उस तत्पुरुष समास कहते हैं । जैसे-राजमंत्री, राजकुमार, राजमिस्त्री, राजरानी, ” देशनिकाला, जन्मान्ध, तुलसीकृत इत्यादि।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

2. कर्मधारय समास-जिस सामासिक शब्द में विशेष्य-विशेषण और उपमान-उपमेय का मेल हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं । जैसे-चन्द्र के समान मुख = चन्द्रमुख, पीत है जो अम्बर = पीताम्बर आदि ।
3. द्विगु समास-जिस सामासिक शब्द का प्रथम खंड संख्याबोधक हो. उसे द्विगु समास कहते हैं । जैसे-दूसरा पहर = दोपहर, पाँच वटों का समाहार = पंचवटी, तीन लोकों का समूह = त्रिलोक, तीन कालों का समूह = त्रिकाल .. आदि ।

4. द्वन्द्व समास-जिस सामाजिक शब्द के सभी खंड प्रधान हों, उसे द्वन्द्व समास कहा जाता है । ‘द्वन्द्व’ सामासिक शब्द = गौरी-शंकर । भात और दाल = भात-दाल । सीता और राम = सीता-राम । माता और पिता = माता-पिता इत्यादि ।

5. बहुव्रीहि समास-जो समस्त पद अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ बतलावे, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं । जैसे-जिनके सिर पर चन्द्रमा हो – चन्द्रशेखर । लम्बा है उदर जिनका = लम्बोदर (गणेशजी), त्रिशूल है जिनके पाणि में = त्रिशूलपाणि (शंकर) आदि ।

6. अव्ययीभाव समास-जिस सामासिक शब्द का रूप कभी नहीं बदलता हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं । जैसे-दिन-दिन = प्रतिदिन । शक्ति भर = यथाशक्ति । हर पल = प्रतिपल, जन्म भर = आजन्म । बिना अर्थ का = व्यर्थ आदि ।

स्मरणीय

नीचे दिए गए समस्त पदों का विग्रह करके समास बताइए ।

समस्त पद – विग्रह – समास

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 10

वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ और उनके शुद्ध रूप

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 11

विपरीतार्थक शब्द

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 12

पर्यायवाची शब्द

Bihar Board Class 8 Hindi व्याकरण Grammar 13

अनेकार्थवाची शब्द

  1. पत्र – पत्रा, चिट्ठी, पंख।
  2. तारा – नक्षत्र, आँख की पुतली, बाली की स्त्री, बृहस्पति की स्त्री ।
  3. कुल’ – समुदाय, वंश, वर्ग, योग ।
  4. सोना – नींद में सोना, एक मूल्यवान धातु ।।
  5. विधि – कानून, तरीका, ब्रह्मा, भाग्य, ईश्वर ।
  6. पक्ष – तरफ, पंख, पखवारा ।
  7. अग्र – आगे, पहले, पखवारा ।
  8. वर्ण – अक्षर, जाति, रंग ।
  9. मान – सम्मान, नाप, तौल, रूठना, घमंड ।
  10. पयोधर – बादल, स्तन, गन्ना, पर्वत ।
  11. नाक – नासिका, प्रतिष्ठा, स्वर्ग |
  12. दल – पत्ता, समूह ।
  13. जेष्ठ – बड़ा, श्रेष्ठ, जेठ का महीना, पति का बड़ा भाई ।
  14. चक्र – पहिया, चाक, चकवा ।
  15. चपला – बिजली, लक्ष्मी।
  16. घन – बादल, हथौड़ा, गहरा ।
  17. गुरु – कला, शिक्षक, भारी, बड़ा ।
  18. खग – पक्षी, तीर, हवा, ग्रह ।
  19. काल – मृत्यु, समय, यमराज, अकाल ।
  20. अलि – भौंरा, बिच्छू ।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द

  1. अलि – भौंरा
  2. आवास – रहने का स्थान
  3. आली – सखी
  4. आभास – झलक, संकेत
  5. क्षत्र – प्रभुत्व
  6. ‘छत्र – छाता
  7. आँगना – घर का
  8. आँगन अंगना – स्त्री
  9. अन्न – अनाज
  10. अन्य – दूसरा
  11. अम्बु – जल
  12. अम्ब – आम,
  13. माता अथक – बिना
  14. थके हुए पत्र – योग्य बर्तन पथ
  15. पौत्र – पोता
  16. पोत –’जहाज
  17. प्रण – जान, जीवन
  18. बली – वीर, राजा बलि
  19. बहन – बहिन
  20. भवन – महल, घर
  21. भुवन – संसार
  22. भारतीय – भारत
  23. का भारती – सरस्वती
  24. पवन – हवा

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

  1. जो मापा न जा सके – अपरिमित
  2. जो पहले कभी नहीं देखा गया – अदृष्टपूर्व
  3. जो बहुत बोलता है – वाचाल
  4. जो कहा गया हो – कथित
  5. जिसका तेज नष्ट हो गया हो – निस्तेज
  6. पीने योग्य – पेय
  7. कम बोलनेवाला – मितभाषी
  8. दुःख देनेवाला – दु:खद
  9. खाली करनेवाला – रिक्तक
  10. जिसके हाथ में वीणा हो – वीणापाणि
  11. जिसके सिर पर चन्द्रमा हो चन्द्रशेखर, – चन्द्रमौलि
  12. जानने की इच्छा – जिज्ञासा
  13. जीतने की इच्छा – जिगीषा
  14. जीने की इच्छा – जिजीविषा
  15. खाने की इच्छा – बुभुक्षा
  16. युद्ध करने की इच्छा – युयुत्सा
  17. जिसको कभी भेदा न जा सके। – अभेद्य
  18. जिसके आने की तिथि मालूम न हो – अतिथि
  19. जिसका कोई न हो – अनाथ
  20. मेघ की तरह नाद करनेवाला – मेघनाद
  21. जो दूसरो के अधीन हो – पराधीन
  22. जो जन्म से अन्धा हो – जन्मान्ध
  23. शिव का भक्त – शैव
  24. विष्णु का उपासक – वैष्णव
  25. इस लोक की बात – लौकिक
  26. रात में घूमनेवाला – निशाचर
  27. वर्ष में एक बार होनेवाला – वार्षिक

मुहावरे

जी सन्न होना (अचानक घबरा जाना)-इस बात को सुनते ही मेरा जी सन्न हो गया।

आकाश-पाताल एक करना (बहुत प्रयत्न करना) – अपने खोये हुए .. लड़के की खोज में उसने आकाश-पाताल एक कर दिया । ।

उलटे छरे से मुड़ना (बेवकूफ बनाकर लटना) – एक का तीन लेकर आज उसने उल्टे छुरे से मूड़ लिया ।

दाँत खट्टा करना (परास्त करना) – शिवाजी ने मुगलों के दाँत खट्टे कर दिये।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

नाक काटना (इज्जत लेना)-भरी सभा में उसने मेरी नाक काट ली।

नाकों चने चबाना (खूब तंग करना)-आज की बहस में आपने तो मुझे – नाकों चने चबवा दिये।

अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना (अपना नुकसान आप करना)-क्यों – पढ़ाई करके अपने पाँव में कुल्हाड़ी मार रहे हो ?

आस्तीन में साँप पालना (दुश्मन को पालना)-मुझे क्या मालूम था कि – मैं आस्तीन में साँप पाल रहा हूँ।

आपे (पायजामा) से बाहर होना (होश खोना, घमंड करना)-क्यों – इतना आपे से बाहर हो रहे हैं, चुप रहिए

इधर की दुनिया उधर हो जाना (अनहोनी बात होना) – इधर की दुनिया – उधर भले ही जाए, पर वह पथ से विपथ नहीं होगा।

उठ जाना (खत्म होना, मर जाना, हट जाना) – आज वह संसार से उठ । गया।

ओस का मोती (क्षण भंगुर) – शरीर तो ओस का मोती है।

कलेजा मुँह को आना (दुःख से व्याकुल होना)-दुःख की खबर सुनकर उसका कलेजा मुँह को आ गया ।

काठ मार जाना (लज्जित होना) – भेद खुलते ही उसको काठ मार गया।

छाती पत्थर की करना (जी कड़ी करना) – अब मैंने उसके लिए अपनी छाती पत्थर की कर ली है।

छठी का दूध याद आना (घोर कठिनाई में पड़ना) – इस बार तो उसे छठी का दूध याद आ जाएगा । – आटे के साथ घुन पीसना (बड़े के साथ छोटे को हानि उठाना)-मैं इस मुकदमे में आटे के साथ घुन की तरह पिस रहा हूँ।

आँखें चार होना (देखा-देखी होना, प्यार होना) – सर्वप्रथम पुष्पवाटिका में राम-सीता की आँखें चार हुई थीं।

आँखें भर आना (आँसू आना) – इंदिराजी की मृत्यु की खबर सुनते ही लोगों की आँखें भर आयीं।

आँखें चुराना (सामने न आना) – परीक्षा में असफल होने पर राम पिता से आँखें चुराता रहा।

अंक भर लेना (लिपटा लेना) – माँ ने बेटी को देखते ही अंक भर लिया अंगूठा चूमना (खुशामद करना)-जब तक उसका अंगूठा नहीं चूमोगे, नौकरी नहीं मिलेगी।

अंकुश देना (दबाव डालना)-वह हर काम अंकुश देकर करवाता है। – आड़े हाथों लेना (भला-बुरा कहना)-आज भरी सभा में उसने मुझे आड़े हाथों लिया।

आकाश चूमना (बहुत ऊँचा होना) – कोलकाता के प्रायः सभी सरकारी भवन आकाश को चूमते नजर आते हैं ।

अंधेरा छाना (कोई उपाय न सूझना) – इकलौते पुत्र की अकाल मृत्यु का समाचार पाते ही उसके सामने अंधेरा छा गया ।

अपनी खिचड़ी अलग पकाना (सबसे परे रहना)-अरे मिलजुल कर रहो । अपनी खिचड़ी अलग पकाने से कोई फायदा नहीं है।

अब-तब करना (मरणासन्न होना, आना-कानी करना) – मोहन के पिता बस अब-तब कर रहे हैं । कर्ज देना. ही होगा, अब-तब करने से काम न चलेगा। ………. अक्ल का दुश्मन (मूर्ख)-यह लड़का निश्चय ही अक्ल का दुश्मन है।  अक्ल के घोड़े दौड़ाना (कल्पना करना)-लाख अक्ल के घोड़े दौड़ाओ, पर यह समस्या सुलझेगी नहीं।

औचट में पड़ना (व्यर्थ में तंग होना) – बेचारा औचट में पड़ गया, उसका कोई दोष नहीं था।

आग उगलना (अतिशय क्रोध करना) – बच्चों की गलती पर भी आग उगल रहे हो।

आग में कूद पड़ना (जोखिम उठाना) – साहसी व्यक्ति हँसते-हँसते आग में भी कूद पड़ते हैं।

आँसू पीकर रह जाना (भीतर ही भीतर रोकर रह जाना)-पति के मर जाने पर चोर की स्त्री आँसू पीकर रह गयो ।

आँसू पीकर रह जाना (भीतर ही भीतर रोकर रह जाना)-पति के मर जाने पर चोर की स्त्री आँसू पीकर रह गयी ।

आसमान से बातें करना (अत्यंत ऊँचा होना)-मैनेजर बनने के बाद वह आसमान से बातें करने लगा है। आसमान के तारे तोड़ना (असंभव को संभव कर दिखाना)-गुरु के आदेश पर मैं आसमान के तारे भी तोड़ कर ला सकता हूँ।

आँचल पसारना (याचना करना)-माया ने अपने पति की रक्षा के लिए भगवान के सामने आँचल पसार दिया ।

श्रीगणेश करना (आरंभ करना)-काम का श्रीगणेश कब होगा ?

अंधा बनाना (मूर्ख बनाना)- लोगों को अंधा बनाना ही आजकल चालाकी का पर्याय बन गया है। – अपने पाँव पर खड़ा होना (आत्म-निर्भर होना)-जो व्यक्ति बीस वर्ष

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

की अवधि में अपने पाँव पर खड़ा होने लायक नहीं हुआ, उससे बहुत आशा नहीं करनी चाहिए।

अंगार बनना (क्रोध में आना)-नौकर के हाथ से प्याला गिरा और . मालकिन अंगार हो गयी। अंधे की लाठी (एक मात्र सहारा)-मेरा पुत्र ही मेरे लिए अंधे की लाठी ………. आँख की किरकिरी (खटकने वाला)-राम मेरी आँखों की किरकिरी है, मैं उसे निकाल कर ही दम लूँगा।

आँख की पुतली (अत्यंत प्यारी)-मैं अपनी माँ की आँखों की पुतली

ईट-से-ईंट बजाना (ध्वंस करना)-बड़े से लडोगे तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा, पर वह तुम्हारी ईंट-से-ईंट बजा देगा।

उठा न रखना (कसर न छोड़ना)- मैं तुम्हारी भलाई के लिए कुछ न उठा रखूगा।

खेत आना (वीरगति प्राप्त होना)–पाकिस्तान के युद्ध में अनेक सैनिक खेत आये। – उल्टी गंगा बहाना (प्रतिकूल कार्य करना)-उसने इस अनुसंधान से । उल्टी गंगा बहा दी । दुष्टों को सच्चरित्र बनाना उल्टी गंगा बहाना है । . उल्लू सीधा करना (काम बना लेना)-उसने रुपये के बल पर अपना

उल्लू सीधा कर लिया। मतलबी लोग हमेशा अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते हैं।

कागज काला करना (बेमतलब लिखे जाना)-आजकल कामज काला करने वाले ही अधिक हैं, मौलिक लेखक बहुत कम । – आटे-दाल का भाव मालूम होना (सांसारिक कठिनाइयों का ज्ञान होना)- अभी मौज कर लो, जब परिवार का बोझ सिर पर पड़ेगा तब

आटे-दाल का भाव मालूम होगा। आठ-आठ आँसू रोना (विलाप करना)-अभिमन्यु की मृत्यु पर सभी

पांडव आठ-आठ आँसू रोये । आँखें लड़ाना (नेह जोड़ना)-हर किसी से आँखें लड़ाना ठीक नहीं । – अक्ल पर पत्थर पड़ना (समय पर अक्ल चकराना)-मेरी अक्ल पर ।

पत्थर पड़ गया था कि घर में बंदूक रहते भी उसका प्रयोग न कर सका। – अंगारों पर पैर रखना (जान-बूझकर खतरा मोल लेना)-पाकिस्तान . भारत से दुश्मनी मोल लेकर अंगारों पर पैर रख रहा है ।

कागजी घोड़ा दौड़ाना (कार्यालयों की बेमतलब की लिखा-पढ़ी)-कागजी घोड़ा अधिक दौड़ाओ, काम करो, यही जमाना आ गया है।

कीचड़ उछालना (किसी की प्रतिष्ठा पर आघात करना)-बिना सोचे

अंगारों पर पैर रखना (जान-बूझकर खतरा मोल लेना)-पाकिस्तान

भारत से दुश्मनी मोल लेकर अंगारों पर पैर रख रहा है। का कागजी घोड़ा दौड़ाना (कार्यालयों की बेमतलब की लिखा-पढ़ी)-कागजी घोड़ा अधिक दौड़ाओ, काम करो, यही जमाना आ गया है ।

कीचड़ उछालना (किसी की प्रतिष्ठा पर आघात करना)-बिना सोचे -किसी पर कीचड़ उछालना अच्छा नहीं है।

कुआँ खोदना (किसी की बुराई करने का उपाय करना)-जो दूसरों के ‘लिए कुआँ खोदता है, वह स्वयं गड्ढे में गिरता है।

आँखों से पानी गिर जाना (निर्लज्ज हो जाना)-तुम अपने बड़े भाई से सवाल-जवाब करते हो, क्या तुम्हारी आँखों से पानी गिर गया है ? ..

जबान हिलाना (बोलना)-और अधिक जबान हिली तो ठीक न होगा। ठोकर खाना (हानि होना)-ठोकर खाकर ही कोई सीखता है। दंग रह जाना (चकित होना)-मैं तो उसका खेल देखकर दंग रह गया। धौंस में आना (प्रभाव में आना)-तुम्हारी धौंस में हम आने वाले नहीं

धज्जियाँ उड़ाना (टुकड़े-टुकड़े कर डालना, खूब मरम्मत करना, किसी का भेद खोलना)-भरी सभा में उसकी धज्जियाँ उड़ गयीं। – पत्थर की लकीर (अमिट)-मेरी बात पत्थर की लकीर समझो।

पानी फेरना (नष्ट करना)-उसने सब किये-धरे पर पानी फेर दिया । पीछे पड़ना (लगातार तंग करना)-क्यों मेरे पीछे पड़े हो भाई । गम खाना (दबाना)-बेचारा डर के मारे गम खाकर रहता है । खाक छानना (भटकना)-वह नौकरी की खोज में खाक छानता रहा । रंग जमाना (धाक जमाना)-आपने अपना रंग जमा लिया । करवट बदलना (बेचैन रहना)-मैं सारी रात करवटें बदलता रहा ।

काम तमाम करना (खत्म करना)-मैंने आज अपने दुश्मन का काम तमाम कर दिया। कचूमर निकालना (खूब पीटना)-पुलिस वालों ने चोरों को मारते-मारते उनके कचूमर निकाल दिये। .न घर का न घाट का (किसी लायक नहीं)-नौकरी छूटने के बाद वह न घर का रहा न घाट का ।

खार खाना (डाह करना)-न मालूम वे मुझसे क्यों खार खाये बैठे हैं ? – गोटी लाल होना (लाभ होना)-अब क्या है, तुम्हारी गोटी लाल है।

गड़े मुर्दे उखाड़ना (दबी बात को फिर से उभारना)-समझौता-वार्ता में गड़े मुर्दे मत उखाड़िए।

गुड़ गोबर करना (बना-बनाया काम बिगाड़ना)-आज आपने सब गुड़ गोबर कर दिया।

घी के दिये जलाना (अति प्रसन्नता प्रकट करना)-तुम इस परीक्षा में सफल हो जाओ तो मैं घी के दिये जलाऊँ ।

चाँद पर थूकना (बड़े आदमी पर कलंक लगाना)-गाँधीजी को गलत कहना चाँद पर थूकना है।

चम्पत होना (भाग जाना)-घर में जो कुछ मिला उसे लेकर चोर चम्पत हो गया। _चाँदी काटना (सुख से जिंदगी बसर करना)-अब बुढ़ापे में वह चाँदी काट रहा है।

तेवर बदलना (क्रोध करना)-बात-बात में वह तेवर बदला करता है। ” तूती बोलना (खूब चलना)-आजकल तो सर्वत्र कांग्रेस पार्टी की तूती । बोल रही है। तीन-तेरह होना (तितर-बितर होना)-मुगलों की सारी सेना तीन-तेरह हो गयी। – दूज का चाँद होना (कम दर्शन देना)-आजकल तो आप दूज के चाँद हो गये हैं।

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

बाग-बाग होना (अति खुश होन्ग्र)-यह दृश्य देखते ही मैं बाग-बाग हो गया।

नौ-दो ग्यारह होना (भाग जाना)-पुलिस को देखते ही चोर नौ-दो ग्यारह हो गये। पापड़ बेलना (प्रयत्नों का निरर्थक होना)-क्या यों ही पापड़ बेलते सारी

उम्र कटेगी? – लाले पड़ना (पूर्ण अभाव होना)-इन दिनों यहाँ अन्न के लाले पड़े हैं।

हाथ के तोते उड़ना (स्तब्ध होना)-फेल होने का समाचार सुनकर उसके हाथ के तोते उड़ गये।

सब्जबाग दिखाना (बड़ी-बड़ी आशाएँ दिलाना)-उसने अपना काम निकालने के लिए जनता को सब्जबाग दिखाया। लाल-पीला होना (रंज होना)-आप व्यर्थ ही मुझ पर लाल पीले हो रहे

हैं, मेरा तो कसूर कुछ नहीं है। – पौ बारह होना (खूब लाभ होना)-इन दिनों उनके पौ बारह हैं। … – पानी-पानी

होना (अत्यंत लज्जित होना)-अपनी मूर्खता पर वह पानी-पानी

Bihar Board Class 8 Hindi Grammar व्याकरण

हो गया। . मुँह की खाना (बुरी तरह हारना)-अंत में उसने मुँह की खायी। – छक्के छुड़ाना (हिम्मत पस्त करना)-शिवाजी ने औरंगजेब के छक्के छुड़ा दिये।