Bihar Board Class 9 Social Science Solutions Political Science राजनीति विज्ञान : लोकतांत्रिक राजनीति भाग 1 Chapter 3 संविधान निर्माण Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Political Science Solutions Chapter 3 संविधान निर्माण
Bihar Board Class 9 Political Science संविधान निर्माण Text Book Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहुविकल्पीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
संविधान सभा की पहली बैठक कब हुई ?
(क) दिसम्बर 1940
(ख) दिसम्बर 1942
(ग) दिसम्बर 1945
(घ) दिसम्बर 1946
उत्तर-
(ग) दिसम्बर 1945
प्रश्न 2.
भारतीय संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे?
(क) डा० भीमराव अंबेदकर
(ख) डा. राजेन्द्र प्रसाद
(ग) सरदार पटेल
(घ) पं. जवाहरलाल नेहरू
उत्तर-
(ग) सरदार पटेल
प्रश्न 3.
भारतीय संविधान सभा के लिए चुनाव कब हुआ था ?
(क) जुलाई 1950
(ख) जुलाई 1946
(ग) जुलाई 1935
(घ) जुलाई 1940
उत्तर-
(ग) जुलाई 1935
प्रश्न 4.
भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में कितने सदस्य थे?
(क) 299
(ख) 290
(ग) 295
(घ) 292
उत्तर-
(ग) 295
प्रश्न 5.
भारतीय संविधान कब तैयार हुआ?
(क) 26 नवंबर 1950 को
(ख) 26 नवंबर 1947 को
(ग) 26 नवंबर 1948 को
(घ) 26 नवंबर 1949 को
उत्तर-
(ग) 26 नवंबर 1948 को
प्रश्न 6.
भारतीय संविधान कब लागू हुआ?
(क) 26 जनवरी 1948 को
(ख) 26 जनवरी 1949 को
(ग) 26 जनवरी 1950 को
(घ) 26 जनवरी 1951 को
उत्तर-
(ग) 26 जनवरी 1950 को
प्रश्न 7.
भारत ब्रिटिश शासन से कब मुक्त हुआ?
(क) 10 जनवरी 1947 को
(ख) 15 अगस्त 1947 को
(ग) 15 फरवरी 1947 को
(घ) 15 दिसम्बर 1947 को
उत्तर-
(ग) 15 फरवरी 1947 को
प्रश्न 8.
सन् 1931 में कांग्रेस का अधिवेशन कहाँ हुआ था ?
(क) इलाहाबाद में
(ख) बम्बई में
(ग) इस्लामाबाद में
(घ) कराची में
उत्तर-
(ग) इस्लामाबाद में
प्रश्न 9.
कांग्रेस के किस अधिवेशन में भारत के संविधान की रूपरेखा रखी गयी थी?
(क) सन् 1919
(ख) सन् 1931
(ग) सन् 1940
(घ) सन् 1950
उत्तर-
(ग) सन् 1940
प्रश्न 10.
दक्षिण अफ्रीका का प्रधान नेता कौन था ?
(क) महात्मा गाँधी
(ख) नेल्सन मंडेला
(ग) अबुल कलाम आजाद
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(ग) अबुल कलाम आजाद
प्रश्न 11.
भारतीय संविधान के संशोधनों पर कितनी बार चर्चा हुई ?
(क) 100 बार
(ख) 2000 से ज्यादा
(ग) 50 बार
(घ) 1000 से ज्यादा
उत्तर-
(ग) 50 बार
प्रश्न 12.
इनमें कौन-सा तत्व है, जो भारतीय संविधान की प्रस्तावना में नहीं
(क) स्वतंत्रता
(ख) लोकतंत्रात्मकता
(ग) एकता और अखंडता
(घ) सांप्रदायिकता
उत्तर-
(ग) एकता और अखंडता
प्रश्न 13.
दक्षिण अफ्रीका में अश्वेत, रंगीन, चमड़ीवाले और भारतीय मूल के लोगों ने रंगभेद प्रणाली के खिलाफ कब संघर्ष किया ?
(क) 1940 से
(ख) 1945 से
(ग) 1947 से
(घ) 1950 से
उत्तर-
(ग) 1947 से
प्रश्न 14.
नेल्सन मंडेला को कितने वर्षों तक जेल में रखा गया था?
(क). 20 वर्षों तक
(ख) 25 वर्षों तक
(ग) 28 वर्षों तक
(घ) 15 वर्षों तक
उत्तर-
(ग) 28 वर्षों तक
प्रश्न 15.
दक्षिण अफ्रीका को किस वर्ष स्वतंत्रता मिली?
(क) 1964 में
(ख) 1965 में
(ग) 1970 में
(घ) 1975 में
उत्तर-
(ग) 1970 में
प्रश्न 16.
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति कौन बने ?
(क) जैक्शन मंडेला
(ख) जे. बी. मंडेला
(ग) मि. एक्स
(घ) नेल्सन मंडेला
उत्तर-
(ग) मि. एक्स
प्रश्न 17.
भारतीय संविधान निर्माण करते समय कितने दिनों तक गंभीर चर्चा
(क) 100 दिनों तक
(ख) 114 दिनों तक
(ग) 115 दिनों तक
(घ) 200 दिनों तक
उत्तर-
(ग) 115 दिनों तक
प्रश्न 18.
भारतीय संविधान को कितने खंडों में प्रकाशित किया गया ?
(क) 10
(ख) 15
(ग) 12
(घ) 20
उत्तर-
(ग) 12
प्रश्न 19.
किस संशोधन के द्वारा वयस्कता की उम्र को 21 से घटाकर 18 वर्ष कर दी गई?
(क) 55 वें
(ख) 60 वें
(ग) 65 वें
(घ) 66 वें
उत्तर-
(ग) 65 वें
प्रश्न 20.
किसी कानूनी दस्तावेज का प्रारंभिक रूप क्या कहलाता है ?
(क) धारा
(ख) प्रारूप
(ग) संविधान
(घ) प्रस्तावना
उत्तर-
(ग) संविधान
रिक्त स्थान की पूर्ति करें :
प्रश्न 1.
राज्य की कल्पना करना बेमानी है।
उत्तर-
संविधानहीन
प्रश्न 2.
नियमों के संग्रह को ……………………. कहा जाता है।
उत्तर-
संविधान
प्रश्न 3.
……………………….वर्षों की चर्चा और बहस के बाद दक्षिण अफ्रीका एक बेमिसाल संविधान बनाने में सफल हुआ।
उत्तर-
दो
प्रश्न 4.
दक्षिण अफ्रीका के स्थानीय लोगों की चमड़ी का रंग …………………. होता है।
उत्तर-
काला
प्रश्न 5.
दक्षिण अफ्रीकी संविधान से दुनिया भर के लोकतांत्रिक लोग ………….. लेते हैं।
उत्तर-
प्रेरणा
प्रश्न 6.
संविधान स्पष्ट करती है कि ……………………… कैसे होगा। उत्तर-सरकार का गठन
प्रश्न 7.
………………….. ई. में महात्मा गाँधी ने यह उद्गार व्यक्त किया कि ‘भारतीय संविधान भारतीयों की इच्छानुसार ही होगा।’
उत्तर-
1922
प्रश्न 8.
1924 ई. में …………………. द्वारा ब्रिटिश सरकार से यह मांग की गयी कि भारतीय संविधान के निर्माण के लिए संविधान सभा का गठन किया जाए।
उत्तर-
मोतीलाल नेहरू
प्रश्न 9.
……………………. ई. में मोतीलाल नेहरू और आठ कांग्रेस नेताओं ने भारत का एक संविधान लिखा था ।
उत्तर-
1928
प्रश्न 10.
संविधान सभा के सदस्यों की विचारधारा भी …………. थी।
उत्तर-
अलग-अलग.
प्रश्न 11.
महात्मा गाँधी के पत्रिका का नाम ……………………… था।
उत्तर-
यंग इंडिया
प्रश्न 12.
हमारे संविधान में …………. वें संविधान संशोधन द्वारा प्रस्तावना में भारत को समाजवादी राज्य घोषित किया गया है।
उत्तर-
42
प्रश्न 13.
42वें संवैधानिक संशोधन द्वारा प्रस्तावना में भारत को एक ………………. राज्य घोषित किया गया है।
उत्तर-
समाजवादी
प्रश्न 14.
स्वतंत्र न्यायपालिका प्रजातंत्र की ……………. है।
उत्तर-
आधारशिला
प्रश्न 15.
अब सम्पत्ति का अधिकार एक ………….. अधिकार नहीं है ।
उत्तर-
मौलिक
प्रश्न 16.
शिक्षा के अधिकार को ………….. के रूप में मान्यता प्राप्त है।
उत्तर-
मौलिक अधिकार
प्रश्न 17.
जन-प्रतिनिधियों की वह सभा जो संविधान लिखने का काम करती है उसे ……….. कहते हैं ।
उत्तर-
संविधान सभा
प्रश्न 18.
किसी सोच और काम को दिशा देने वाले सबसे बुनियादी विचार को ……………… कहते हैं।
उत्तर-
दर्शन
प्रश्न 19.
देश की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश करने के अपराध को …………………. कहते हैं।
उत्तर-
देशद्रोह
प्रश्न 20.
संविधान का वह पहला कथन जिसमें कोई अपने संविधान के …………….. बुनियादी मूल्यों और अवधारणाओं को स्पष्ट ढंग से कहता
उत्तर-
प्रस्तावना
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
संविधान क्या है?
उत्तर-
किसी देश का शासन जिन नियमों एवं सिद्धान्तों के आधार पर चलता है, उन सिद्धान्तों या नियमों को संविधान कहते हैं।
प्रश्न 2.
अफ्रीकी रंगभेद नीति का विरोध किस संगठन ने किया ?
उत्तर-
अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस पार्टी ने।
प्रश्न 3.
भारत का संविधान किसने बनाया ?
उत्तर-
संविधान सभा ने।।
प्रश्न 4.
भारतीय संविधान प्रारूप कमेटी के अध्यक्ष कौन थे? ।
उत्तर-
डा. अम्बेदकर।।
प्रश्न 5.
संविधान सभा ने भारत का संविधान बनाने में कितना समय लगाया?
उत्तर-
2 वर्ष, 11 महीने एवं.18 दिन ।
प्रश्न 6.
भारत में संसदीय प्रणाली किस देश से प्रभावित होकर ली गई है ?
उत्तर-
इंग्लैंड से।
प्रश्न 7.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में किस वर्ष ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द जोड़ा गया ?
उत्तर-
1976 में।
प्रश्न 8.
भारतीय संविधान में कितने अनुच्छेद एवं अनुसूचियाँ हैं?
उत्तर-
कुल 395 अनुच्छेद, 22 भाग एवं 12 अनुसूचियाँ हैं।
प्रश्न 9.
संविधान की आवश्यकता क्यों है ?
उत्तर-
संविधान के बिना लोकतंत्रात्मक शासन प्रणाली की कल्पना बेमानी है।
प्रश्न 10.
संविधान निर्माण में निर्माता फ्रांस के संविधान से किस तरह प्रभावित थे ?
उत्तर-
फ्रांसीसी क्रान्ति के आदर्शों से।
प्रश्न 11.
संविधान निर्माता किसके संसदीय कार्य से प्रभावित थे ?
उत्तर-
ब्रिटेन के संसदीय लोकतंत्र के कामकाज से ।
प्रश्न 12.
संविधान निर्माता अमेरिका के संविधान से किस तरह प्रभावित थे ?
उत्तर-
अमेरिका के अधिकारों की सूची से काफी प्रभावित थे।
प्रश्न 13.
संविधान निर्माता रूस के संविधान से किस तरह प्रभावित थे ?
उत्तर-
रूस की समाजवादी क्रान्ति से प्रभावित थे।
प्रश्न 14.
स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
उत्तर-
पं. जवाहरलाल नेहरू ।
प्रश्न 15.
संविधान सभा के लिए कब चुनाव कराए गए ?
उत्तर-
जुलाई 1946 में।
प्रश्न 16.
हम भारतवासी हर वर्ष गणतंत्र दिवस कब मनाते हैं ?
उत्तर-
प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को ।
प्रश्न 17.
संविधान के अनुसार भारत किस प्रकार का राज्य है ?
उत्तर-
भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य है।
प्रश्न 18.
गणराज्य का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
गणराज्य का अर्थ है, शक्ति का संपूर्ण स्रोत ‘गण’ अर्थात् जनता में है।
प्रश्न 19.
भारतीय संविधान के अनुसार संप्रभुता कहाँ निहित है ?
उत्तर-
भारत की जनता में।
प्रश्न 20.
पता लगाएं, स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे ?
उत्तर-
डा. राजेन्द्र प्रसाद ।।
प्रश्न 21.
पता लगाएँ, ब्रिटिश भारत के अंतिम गवर्नर जनरल कौन थे ?
उत्तर-
लार्ड माउंटबेटन ।
प्रश्न 22.
लार्ड माउंटबेटन के बाद स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल
कौन थे?
उत्तर-
श्री सी. राजगोपालाचारी।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
दक्षिण अफ्रीका में रंगीन चमड़ीवाला किसे कहा गया है ?
उत्तर-
दक्षिण अफ्रीका में मुख्य रूप से काले चमड़ी वाले लोग रहते हैं। आबादी में उनका हिस्सा तीन चौथाई है और उन्हें अश्वेत कहा जाता है। श्वेत गोरे लोग कहलाते हैं। श्वेत और अश्वेत के अलावा वहाँ मिश्रित नस्लों के लोग रहते हैं जिन्हें ‘रंगीन चमड़ी’ वाला कहा जाता है। , इनकी त्वचा का रंग लाल होता है।
प्रश्न 2.
रंगभेद नीति क्या थी?
उत्तर-
रंगभेद की नीति अश्वेतों के लिए खासतौर से दमनकारी थी। उन्हें गोरों की बस्तियों में रहने-बसने की इजाजत नहीं थी। परमिट होने पर ही वे वहाँ जाकर काम कर सकते थे। रेलगाड़ी, किसी भी सवारी, होटल, अस्पताल, स्कूल और कॉलेज, पुस्तकालय, सिनेमाघर, समुद्रतट, तरणताल तथा अन्य सार्वजनिक शौचालयों तक में गोरों और कालों के लिए एकदम अलग-अलग व्यवस्था थी । इसे पृथककरण या अलग-अलग करने का इंतजाम कहा जाता था । अश्वेतों को संगठन बनाने और इस भेदभावपूर्ण व्यवहार का विरोध करने का अधिकार नहीं था । इस तरह रंगभेद नीति अत्यन्त ही दमनकारी थी।
प्रश्न 3.
रंगभेद नीति के खिलाफ किन लोगों ने संघर्ष किया?
उत्तर-
1950 ई. से ही अश्वेत, रंगीन चमड़ी वाले और भारतीय मूल के लोगों ने रंगभेद प्रणाली के खिलाफ संघर्ष किया। उन्होंने विरोध प्रदर्शन किए और हड़ताल आयोजित किया अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के झंडे तले एक जुट हुए इनमें कई मजदूर संगठन और कम्युनिस्ट पार्टी भी शामिल थी। अनेक समझदार और संवेदनशील गोरे नेशनल कांग्रेस के साथ आए और संघर्ष में साथ दिया । लेकिन गोरे सरकार ने रंगभेद में हजारों अश्वेतों और रंगीन चमड़ी वाले लोगों की हत्या और दमन कर डाला
प्रश्न 4.
नेल्सन मंडेला के विषय में संक्षेप में लिखें।
उत्तर-
नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के महान नेता थे । गोरों की सरकार ने मंडेला पर देशद्रोह का मुकदमा चलाकर जेल में बंद कर दिया ।
मंडेला गोरों की सरकार का विरोध करते थे । नेल्सन को 28 वर्षों तक – जेल में बंद रहने के बाद आजाद कर दिया गया और दक्षिण अफ्रीका
स्वतंत्र हो गया । नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के प्रथम राष्ट्रपति 1994 ई. में बने।
प्रश्न 5.
दक्षिण अफ्रीका के उदय के साथ अश्वेत नेताओं ने अश्वेत समाज से क्या आग्रह किया?
उत्तर-
नए लोकतांत्रिक दक्षिण अफ्रीका के उदय के साथ ही अश्वेत नेताओं ने अश्वेत समाज से आग्रह किया कि सत्ता में रहते हुए गोरे लोगों ने जो जुल्म किये थे उन्हें भूल जाएँ और गोरों को माफ कर दें। यह भी आग्रह किया कि अब सभी नस्लों तथा स्त्री-पुरुष की समानता, लोकतांत्रिक मूल्यों, सामाजिक न्याय और “मानवाधिकार पर आधारित नए दक्षिण अफ्रीका का निर्माण करें।
प्रश्न 6.
दक्षिण अफ्रीका का संविधान बेमिसाल संविधान है। कैसे?
उत्तर-
नए संविधान के निर्माण के लिए सभी साथ-साथ मिलकर बैठें। दो वर्षों की चर्चा और बहस के बाद एक बेमिसाल संविधान बनाने में वे सफल रहे । उनका संविधान अपने इतिहास अर्थात् भूतकाल एवं भविष्यतकाल के सुनहरे दिनों की बात करता है। इस संविधान में नागरिकों
को व्यापक अधिकार दिये गये। अतीत के दुःस्वप्न से बाहर निकलकर – इस बात पर सहमति बनी कि अब से हर समस्या के समाधान में पूर्वाग्रह से मुक्त होकर सबकी भागीदारी होगी।
दक्षिण अफ्रीकी संविधान ऐसा तैयार हुआ कि दुनिया भर के लोकतांत्रिक देश इससे प्रेरणा लेते हैं।
प्रश्न 7.
संविधान की आवश्यकता क्यों है ? व्याख्या करें।
उत्तर-
लोकतंत्र की सफलता के लिए संविधान जरूरी है। किसी देश का शासन जिन नियमों एवं सिद्धान्तों के आधार पर चलता है, उन सिद्धान्तों या नियमों का संग्रह ही संविधान है। संविधानहीन राज्य की कल्पना करना बेमानी है। संविधान के अभाव में राज्य, राज्य न होकर एक प्रकार की अराजकता होगी। इसके अतिरिक्त संविधान नागरिकों को कुछ मौलिक अधिकार प्रदान करते हैं जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
प्रश्न 8.
संविधान के कार्यों का उल्लेख करें।
उत्तर-
संविधान के निम्नलिखित कार्य हैं-(i) यह स्पष्ट करता है कि सरकार का गठन कैसे होगा और किसे फैसले लेने का अधिकार होगा । (ii) संविधान सरकार के अधिकारों की सीमा तय करता है और हमें बताता है कि नागरिकों के क्या अधिकार हैं । (iii) यह अच्छे समाज के गठन के लिए लोगों की आवश्यकताओं को व्यक्त करता है। (iv) संविधान एक ऐसा दस्तावेज है जिसे किसी देश के नागरिक स्वाभाविक रूप से मानते हैं । संविधान सर्वोच्च कानून है जिससे किसी क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों के बीच आपसी संबंध तय होने के साथ-साथ लोगों और सरकार के बीच संबंध तय होते हैं।
प्रश्न 9.
‘यंग इंडिया’ में गाँधीजी ने भारत के संविधान के विषय में क्या लिखा था?
उत्तर-
1931 ई. में अपनी पत्रिका ‘यंग इंडिया’ में गाँधीजी ने संविधान में अपनी अपेक्षा के बारे में लिखा था, “मैं भारत के लिए ऐसा संविधान चाहता हूँ जो उसे गुलामी और अधीनता से मुक्त करें। मैं ऐसे भारत के लिए प्रयास करूंगा जिसे सबसे गरीब व्यक्ति भी अपना माने और उसे लगे कि देश को बनाने में उसकी भी भागीदारी है, ऐसा भारत जिसमें लोगों का उच्च वर्ग और निम्न वर्ग न रहे, सभी समुदाय के लोग पूरे मेल-जोल से रहें। जिसमें छुआछूत, शराब और नशीली चीजों के लिए कोई जगह न हो। औरतों को मदों जैसे अधिकार मिले । मैं इससे कम पर संतुष्ट नहीं होऊँगा ।”
प्रश्न 10.
डॉ. अम्बेडकर ने संविधान के विषय में क्या भाषण दिया था ?
उत्तर-
संविधान सभा में दिए गए अपने अंतिम भाषण में डॉ. अम्बेडकर ने स्पष्ट ढंग से कहा था-“26 जनवरी, 1950 को हम विशेषाधिकारों से भरे जीवन में प्रवेश करने जा रहे हैं । राजनीति के मामले में यहाँ समानता होगी पर आर्थिक और सामाजिक जीवन असमानताओं से भरा होगा । राजनीति में हम ‘एक व्यक्ति एक वोट’ और ‘हर वोट का समान महत्व’ के सिद्धान्त को मानेंगे।”
प्रश्न 11.
संविधान की प्रस्तावना क्या है ? स्पष्ट करें।
उत्तर-
प्रस्तावना किसी देश के संविधान की कुंजी है। संविधान अपने बुनियादी मूल्यों की एक छोटी-सी उद्देशिका के साथ आरम्भ करता है। इसे ही संविधान की प्रस्तावना या उद्देशिका कहते हैं। अमेरिकी संविधान की प्रस्तावना से प्रेरणा लेकर समकालीन दुनिया के अधिकांश देश अपने संविधान की शुरूआत एक प्रस्तावना से करते हैं। वास्तव में प्रस्तावना में संविधान के स्रोतों, लक्ष्यों, आदर्शों और सरकार के बुनियादी राजनीतिक ढाँचों का संक्षिप्त विवरण होता है।
प्रश्न 12.
संयुक्त राज्य के संविधान की प्रस्तावना के विषय में लिखें।
उत्तर-
संयुक्त राज्य के संविधान की प्रस्तावना कुछ इस प्रकार है’संयुक्त राज्य के हम सभी लोग अधिक अच्छा संघ बनाने, न्याय की स्थापना करने, घरेलू शांति बनाने, साझा सुरक्षा व्यवस्था बनाने, जन कल्याण को बढ़ावा देने, अपने और अपनी समृद्धि में स्वतंत्रता साथ लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के इस संविधान को स्थापित करते हैं और इसका अभिषेक करते हैं।
प्रश्न 13.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर संक्षिप्त नोट लिखें।
उत्तर-
भारतीय संविधान की प्रस्तावना लोकतंत्र पर लिखित रूप में खूबसूरत कविता-सी लगती है। इसमें वह दर्शन शामिल है जिस पर पूरे संविधान का निर्माण हुआ है। यह दर्शन सरकार के किसी भी कानून और फैसले के मूल्यांकन और परीक्षण का मानक तय करता है । इसके सहारे परखा जा सकता है कि कौन कानून, कौन फैसला अच्छा या बुरा है। प्रस्तावना में ही भारतीय संविधान की आत्मा बसती है।
प्रश्न 14.
क्या भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है ?
उत्तर-
धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान की एक प्रमुख विशेषता है। 42वें संवैधानिक संशोधन द्वारा प्रस्तावना में भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित किया गया है। धर्मनिरपेक्ष राज्य का तात्पर्य यह है कि राज्य की दृष्टि में सभी धर्म समान हैं और राज्य के द्वारा विभिन्न धर्मावलम्बियों में कोई भेद-भाव नहीं किया जायगा। सभी नागरिक स्वेच्छा से कोई धर्म अपनाने और उपासना करने में स्वतंत्र हैं।
प्रश्न 15.
संविधान किसे कहते हैं ?
उत्तर-
संविधान किसी भी देश के उन आधारभूत सिद्धान्तों का समूह होता है । संविधान वहाँ की सरकार के निर्माण, संचालन तथा कार्यपद्धति का ब्यौरा प्रस्तुत करता है । संविधान एक ऐसा लिखित दस्तावेज है जिसे किसी देश के नागरिक स्वाभाविक रूप से मानते हैं । संविधान सर्वोच्च कानून है जिससे किसी क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों के बीच के आपसी संबंध तय होने के साथ-साथ लोगों और सरकार के बीच संबंध भी तय होते हैं।
प्रश्न 16.
भारतीय संविधान जनता का संविधान क्यों माना जाता है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान जनता का संविधान है । यह बात सत्य है कि संविधान सभा के सदस्य वयस्क मताधिकार के आधार पर ही चुने जाते हैं। संविधान सभा के सदस्य प्रांतीय विधानमंडल द्वारा चुने जाते हैं। वास्तव में देश के सभी महत्वपूर्ण नेता संविधान सभा के सदस्य होते हैं। सभी वर्गों (हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, महिलाएँ) के प्रतिनिधि संविधान सभा में होते हैं । यदि वयस्क मताधिकार के आधार पर चुनाव होता तो यही व्यक्ति चुनाव जीतकर आते । अतः हमारा संविधान जनता का संविधान है।
प्रश्न 17.
संविधान के आधार पर गणतंत्र का अर्थ क्या है ?
अथवा, भारत एक लोकतंत्रात्मक गणराज्य है ! कैसे ?
उत्तर-
सरकार की स्थापना जनता के प्रतिनिधियों द्वारा होती है और प्रतिनिधियों का चुनाव जनता संविधान द्वारा प्रदत्त वयस्क मताधिकार द्वारा करती है । गणराज्य से तात्पर्य ऐसे राज्य से है, जहाँ शासनाध्यक्ष चंशानुगत न होकर जनता द्वारा निश्चित अवधि के लिए चुना जाता है । गणराज्य का अर्थ ही यही है कि यहाँ शक्ति का संपूर्ण स्रोत ‘गण’ अर्थात् जनता में है। ‘लोकतंत्रात्मक’ शब्द इस बात का परिचायक है कि सरकार का स्रोत जनता में ही निहित है, लोकतंत्रात्मक सरकार जनता का, जनता के लिए तथा जनता द्वारा स्थापित होती है।
प्रश्न 18.
संसदात्मक शासन प्रणाली क्या है ? भारत में किस प्रकार संसदीय शासन प्रणाली है ?
उत्तर-
संसदात्मक शासन प्रणाली वह शासन प्रणाली है जहाँ कार्यपालिका व विधानपालिका के बीच अटूट संबंध होता है। कार्यपालिका, विधानपालिका के प्रति उत्तरदायी होता है। कार्यपालिका अर्थात् मंत्रिपरिषद् के सदस्य संसद् के प्रति उत्तरदायी होते हैं। सभी मंत्री प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कार्य करते हैं तथा उनका प्रधानमंत्री के प्रति निजी उत्तरदायित्व होता है। भारत में संसदात्मक प्रणाली अपनाई गई है। सभी मंत्रियों का लोकसभा के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व होता है।
प्रश्न 19.
भारत में संघीय प्रणाली होते हुए भी एकल नागरिकता की व्यवस्था है, कैसे?
उत्तर-
हमारे देश में संघीय प्रणाली होते हुए भी एकल नागरिकता की ही व्यवस्था है। भारत का कोई भी निवासी चाहे वह किसी भी राज्य का हो, किसी भी धर्म या संप्रदाय को मानने वाला हो, किसी भी भाषा अथवा क्षेत्र से संबंध रखता है, भारत का नागरिक है। भारत में अखंडता के साथ-साथ मौलिक एकता पर जोर दिया गया है। इसलिए एकल नागरिकता की ही व्यवस्था की गई है।
प्रश्न 20.
संविधान संशोधन प्रक्रिया क्या है, इसे क्यों आवश्यक बनाया गया?
उत्तर-
संविधान सिर्फ मूल्यों और दर्शन का बयान भर नहीं है। यह .एक बहुत ही लम्बा और विस्तृत दस्तावेज है। इसलिए समय-समय पर इसे नया रूप देने के लिए इसमें बदलाव की जरूरत पड़ती है। निर्माताओं को लगा कि इसे भावनाओं के अनुरूप चलना चाहिए और समाज में हो रहे बदलावों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने इसे पवित्र स्थायी और न बदले जा सकने वाले कानून के रूप में नहीं देखा था। इसलिए उन्होंने बदलाओं को समय-समय पर शामिल करने का प्रावधान भी रखा । इन बदलावों को ‘संविधान संशोधन’ कहते हैं।
प्रश्न 21.
संविधान में वर्णित समाजवादी सिद्धान्त क्या है ? स्पष्ट करें।
उत्तर-
भारतीय संविधान में प्रशासन के समाजवादी सिद्धान्त पर बल दिया गया है । जिस राजनीतिक प्रशासनिक सिद्धान्त के अन्तर्गत व्यक्ति की अपेक्षा सम्पूर्ण समाज को विकास का समान अवसर प्रदान किया जाता है, उसे ‘समाजवाद’ कहते हैं। इसका उद्देश्य संपूर्ण समाज में आर्थिक, राजनीतिक और आधिकारिक दृष्टि से समानता स्थापित करना होता है । वास्तव में समाजवाद का तात्पर्य ऐसे सामाजिक नीति या सिद्धान्त से है, जो उत्पादन के साधनों, पूँजी, जमीन, सम्पत्ति आदि का सम्पूर्ण समुदाय द्वारा नियंत्रण तथा स्वामित्व का समर्थन करता है तथा सभी के हित में वितरण और प्रशासन की व्यवस्था करता है।
प्रश्न 22.
संविधान सभा किसे कहते हैं ?
उत्तर-
जनता द्वारा चुने गए वैसे प्रतिनिधियों की सभा जो संविधान निर्माण का कार्य करती है संविधान सभा कहलाती है । भारतीय संविधान सभा ने 9 दिसम्बर, 1946 से अपना कार्य करना प्रारम्भ कर दिया था । भारत का संविधान 26 नवम्बर,च 1949 ई. को अपना काम पूरा कर . लिया । संविधान 26 जनवरी, 1950 ई. को लागू हुआ ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत का संविधान किस प्रकार बना?
उत्तर-
भारत का संविधान एक संविधान सभा ने निर्माण किया है। इसव निर्माण के तत्व इस प्रकार हैं
(i) संविधान सभा का गठन-भारतीय नेता काफी समय से यह मांग करते आ रहे थे कि भारत का संविधान बनाने के लिए संविधान सभा बनाई गई। 1946 में हुई संविधान सभा में 299 सदस्य थे। इसमें बड़े-बड़े नेता थे। जैसे- पं. जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी श्रीमती सरोजनी नायडू । डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष थे।
(ii) प्रारुप समिति की नियक्ति तथा संविधान का निर्माण२ प्रधान का प्रारुप तैयार करने के लिए एक समिति की नियुक्ति की गई। – 7 समिति के प्रधान डॉ. भीमराव अंबेदकर थे।
इस समिति ने विभिन्न देशों के संविधानों का अध्ययन करके बड़े परिश्रम से संविधान की रूप-रेखा बनाई। इसी रूप रेखा के आधार पर ही देश के लिए विशाल संविधान तैयार किया गया । संविधान तैयार करने में 2 वर्ष, 11 मास और 18 दिन का समय लगा। इस दौरान संविधान. सभा की 114 दिनों तक गंभीर चर्चा हुई। सभा में पेश हर प्रस्ताव, हर शब्द ओर वहाँ कही गई हर बात का रिकार्ड किया गया । इन्हें “कांस्टीट्यूट असेम्बली डिबेट्स’ नाम से 12 मोटे खंडों में प्रकाशित किया गया । 26 नवंबर, 1949 ई० को संविधान पूरा हुआ और पारित किया गया । इसे 26 जनवरी 1950 ई. को लागू किया गया। इस प्रकार संविधान का गठन हुआ।
प्रश्न 2.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना के महत्व की चर्चा करें।
उत्तर-
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में भारतीय संविधान की आत्मा बसती है । इसलिए इसके बहुत महत्व हैं । वे निम्नलिखित हैं
- जनता का संविधान-प्रस्तावना का आरंभ ‘हम भारत के लोग’ से किया गया है। इससे स्पष्ट है यह लोगों अर्थात् जनता का संविधान है, जिसका निर्माण जनता ने अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से किया है।
- आदर्श मूल्यों की चर्चा-प्रस्तावना के अध्ययन से पता चलता है कि भारतीय संविधान में राष्ट्रीय एकता, अखंडता, समानता, स्वतंत्रता, विश्वशांति आदि भारतीय संविधान के मूल आदर्श हैं।
- धर्मनिरपेक्ष राज्य-संविधान के 42वें संशोधन द्वारा 1976 में भारतीय संविधान की प्रस्तावना में धर्म-निरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया है। अतः धर्म के आधार पर भारत के किसी भी नागरिक के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। कोई भी नागरिक किसी भी धर्म को मान सकता है।
- सरकार की अभिव्यक्ति-प्रस्तावना में सरकार के स्वरूप की स्पष्ट झलक मिलती है, कि भारत एक संप्रभुता संपन्न लोकतांत्रिक गणराज्य है।
प्रश्न 3.
भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर-
भारतीय संविधान की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं
- लोकतांत्रिक गणराज्य-भारतीय संविधान की पहली विशेषता है कि यह लोकतांत्रिक गणराज्य है। यह बताता है कि सरकार की वास्तविक शक्ति का संपूर्ण स्रोत ‘गण’ अर्थात् जनता में है।
- विशाल एवं लिखित संविधान भारतीय संविधान विश्व का सर्वाधिक विशाल संविधान है। इसमें 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 12 अनुसूचियाँ हैं । इसमें संघ और राज्यों की व्यापकता से वर्णन है।
- समाजवादी राज्य-42वें संविधान संशोधन द्वारा प्रस्तावना में । भारत को समाजवादी राज्य घोषित किया गया । जो सामाजिक नीति पर आधारित है, जो उत्पादन के साधनों पूँजी, जमीन, सम्पत्ति आदि का सम्पूर्ण द्वारा नियंत्रण तथा स्वामित्व का समर्थन करता है।
- सम्प्रभुता-भारत को सम्प्रभुत्व गणराज्य बनाया गया है। इस पर अब किसी बाहरी शक्ति का नियंत्रण नहीं रहा । यहाँ शासन की शक्ति जनता के हाथ में है; जिसका प्रयोग वह अपने प्रतिनिधियों के द्वारा करता है।
- धर्मनिरपेक्षता यहाँ राज्य की दृष्टि में सभी धर्म समान हैं और राज्य के द्वारा विभिन्न धर्मावलम्बियों में कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
- संसदीय शासन प्रणाली—इस शासन व्यवस्था के अन्तर्गत शासन की वास्तविक सत्ता मंत्रिपरिषद् में निहित होती है और मंत्रिपरिषद् का नियंत्रण व्यवस्थापिका द्वारा होता है। राष्ट्रपति और राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख होते हैं।
- संघीय शासन प्रणाली-भारत राज्यों का एक संघ है । संविधान ने शासन शक्ति एक स्थान पर केन्द्रित न करके केन्द्र और राज्य सरकारों में विभाजित कर दी है। यहाँ भारतीय संविधान का स्वरूप संघात्मक है, तथापि व्यावहारिक रूप में उसकी आत्मा एकात्मक है।
- स्वतंत्र न्यायपालिका-भारतीय संविधान सारे देश के लिए न्याय प्रशासन की एक व्यवस्था करता है जिसके शिखर पर उच्चतम न्यायालय है। न्यायपालिका को कार्यकारिणी के दबाव और नियंत्रण से स्वतंत्र होना आवश्यक है। स्वतंत्र न्यायपालिका प्रजातंत्र की आधारशिला है ।
- मौलिक अधिकार एवं मूल कर्त्तव्य-संविधान द्वारा नागरिकों को, मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं, जैसे–समानता, स्वतंत्रता, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता, शिक्षा के अधिकार आदि 42वें संशोधन, 1976 में 10 मूल कर्त्तव्यों की चर्चा है जिनमें वैधानिक व्यवस्थाओं का पालन, राष्ट्रध्वज का सम्मान करना, राष्ट्रगान का सम्मान करना आदि कर्त्तव्य हैं।
- राज्य के नीति निदेशक तत्व-इसका मुख्य लक्ष्य है लोक कल्याणकारी राज्य की स्थापना करना ।
- वयस्क मताधिकार-हर 18 वर्ष से ऊपर पुरुष एवं स्त्री को मत देने का अधिकार प्राप्त है। इसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं
- एकल नागरिकता-सभी नागरिकों को एक ही नागरिकता प्राप्त है, वह है भारत की नागरिकता।
- एक राष्ट्रभाषा की व्यवस्था भारतीय संविधान में कई भाषाओं को मान्यता प्राप्त है पर हिन्दी को राष्ट्रभाषा माना गया है।
प्रश्न 4.
15 अगस्त, 1947 की मध्यरात्रि के समय संविधान सभा में दिए पं. जवाहर लाल नेहरू के प्रसिद्ध भाषण का संक्षिप्त रूप प्रस्तुत करें।
उत्तर-
15 अगस्त, 1947 की मध्यरात्रि के समय संविधान में पं. जवाहर लाल नेहरू के भाषण कुछ इस प्रकार थे “वर्षों पहले हमने अपनी नियति के साथ साक्षात्कार किया था, और अब वक्त आ गया है कि हम अपने वायदों पर अमल करें-पूरी तरह, या हर तरह से नहीं तो काफी हद तक। 12 बजते ही भारत आजाद होगा। ऐसे पवित्र क्षण में हम अपने आपको भारत और उसके लोगों तथा उससे भी अधिक मानवता की सेवा में समर्पित करें, यही हमारे लिए उचित है। आजादी और सत्ता जिम्मेवारियाँ लाती हैं। भारत के संप्रभु लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली इस संप्रभुता सम्पन्न सभा के ऊपर अब जिम्मेवारी है। आजादी के जन्म से पूर्व हमने पूरी प्रसव पीडा झेली है और इस क्रम में हुए दुखों से हमारा दिल भारी है। इसमें कुछ दर्द अभी भी बने हुए हैं। फिर भी इतिहास अब बीत चुका है और भविष्य हमें सुनहरे संकेत दे रहा है।