Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers प्रत्यय प्रकरण

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers प्रत्यय प्रकरण

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers प्रत्यय प्रकरण

प्रश्न 1.
क्त्वा’ प्रत्यय से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) कृत्वा
(b) कृतः
(c) कर्ता
(d) श्रोता
उत्तर-
(a) कृत्वा

प्रश्न 2.
‘कृ + क्तवतु’ से कौन-सा पद बनोग?
(a) कृतः
(b) कार्यः
(c) कृतवान्
(d) कर्ता
उत्तर-
(c) कृतवान्

प्रश्न 3.
‘इतिहास + ठक्’ से कौन-सा पद बनेगा?
(a) इतिहासिकः
(b) ऐतिहासिकः
(c) एतिहासिकः
(d) इतिहास
उत्तर-
(b) ऐतिहासिकः

प्रश्न 4.
‘लेखिका’ में कौन-सा स्त्री प्रत्यय है ? |
(a) ङीष्
(b) चाप्
(c) टाप्
(d) डाप्
उत्तर-
(c) टाप्

प्रश्न 5.
‘अश्व’ का स्त्रीलिंग रूप क्या है ?
(a) अश्वा
(b) अश्वी
(c) अश्वनी
(d) अश्विनी
उत्तर-
(a) अश्वा

प्रश्न 6.
‘लब्धुम्’ में कौन-सा प्रत्यय है ?
(a) टुम्
(b) तुमुन्
(c) तुमन्
(d) लभ्
उत्तर-
(b) तुमुन्

प्रश्न 7.
“स्था + क्त्वा’ से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) स्थात्वा
(b) तिष्ठत्वा
(c) स्थित्वा
(d) स्थिता
उत्तर-
(c) स्थित्वा

प्रश्न 8.
“शिव + अण’ से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) शिवा
(b) शिवी
(c) शिवानी
(d) शैवः
उत्तर-
(d) शैवः

प्रश्न 9.
‘लघिमा’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय है ?
(a) इमनिच्
(b) मा
(c) इमा
(d) लधि
उत्तर-
(a) इमनिच्

प्रश्न 10.
‘गतिः’ में कौन-सी स्त्री प्रत्यय है ?
(a) क्त्वा
(b) ल्यप्
(c) घञ्
(d) क्तिन्
उत्तर-
(d) क्तिन्

प्रश्न 11.
‘पठ् + क्त्वा’ से कौन-सा शब्द बनेगा ?
(a) पाठित्वा
(b) पठित्वा
(c) पाठकत्वा
(d) पठनत्वा
उत्तर-
(b) पठित्वा

प्रश्न 12.
‘विष्णु + अण’ में कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) विष्णवः
(b) विष्णुः
(c) वैष्णवः
(d) वैश्यः
उत्तर-
(c) वैष्णवः

प्रश्न 13.
‘सुन्दरतमः’ में कौन-सा स्त्री प्रत्यय है ?
(a) तरम्
(b) थाल्
(c) तमप्
(d) तसिल
उत्तर-
(c) तमप्

प्रश्न 14.
‘कृ +तुमुन्’ के योग से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) ऋतुम्
(b) कर्तुम्
(c) कर्तितुम्
(d) क्रीडितुम
उत्तर-
(b) कर्तुम्

प्रश्न 15.
‘गमनीयम्’ में कौन-सा कृत् प्रत्यय है ?
(a) तव्यत्
(b) अनीयर्
(c) ण्यत्
(d) यत्
उत्तर-
(b) अनीयर्

प्रश्न 16.
‘जन + तल से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) जनकः
(b) जनता
(c) जनार्दनः
(d) जानकी
उत्तर-
(b) जनता

प्रश्न 17.
‘सर्वत्र’ में कौन-सा तद्धित् प्रत्यय है ? .
(a) अण्
(b) त्रल्
(c) घञ्
(d) तस्
उत्तर-
(b) त्रल्

प्रश्न 18.
‘मयूरः’ से कौन-सा स्त्रीलिंग रूप बनेगा?
(a) मयूरा
(b) मौरा
(c) मयूरी
(d) मृत्तिका
उत्तर-
(c) मयूरी

प्रश्न 19.
‘राजन’ शब्द से कौन-सा स्त्रीलिंग रूप बनेगा?
(a) राजनी
(b) रजनी
(c) राज्ञी
(d) राजा
उत्तर-
(c) राज्ञी

प्रश्न 20.
‘नर’ शब्द का स्त्रीलिंग रूप क्या होगा?
(a) नरी
(b) नरा
(c) नारी
(d) नारि
उत्तर-
(c) नारी

प्रश्न 21.
कृ + क्त से कौन-सा शब्द बना है ?
(a) कृतः
(b) कतः
(c) कतृः
(d) कृतृ
उत्तर-
(a) कृतः

प्रश्न 22.
भू + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) भुतः
(b) भुत
(c) भूतः
(d) भूत्
उत्तर-
(c) भूतः

प्रश्न 23.
त्यज् + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा ?
(a) त्यजतः
(b) त्यक्तः
(c) त्यजती
(d) त्यजित
उत्तर-
(b) त्यक्तः

प्रश्न 24.
वद् + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) वदितः
(b) वदतः
(c) वदत्
(d) वदेतः
उत्तर-
(a) वदितः

प्रश्न 25.
श्रु + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) श्रूत
(b) श्रूतः
(c) श्रुतः
(d) श्रुतीः
उत्तर-
(c) श्रुतः

प्रश्न 26.
लभ् + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) लब्धः
(b) लक्तः
(c) लभयतः
(d) लभेतः
उत्तर-
(a) लब्धः

प्रश्न 27.
स्मृ + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) स्मृतः
(b) स्मृतृ
(c) स्मतः
(d) स्मक्त
उत्तर-
(a) स्मृतः

प्रश्न 28.
दा + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) दतः
(b) दत्तः
(c) दत
(d) दत्त
उत्तर-
(b) दत्तः

प्रश्न 29.
लिख् + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) लिखितः
(b) लिखतः
(c) लिखित्
(d) लिखत्
उत्तर-
(a) लिखितः

प्रश्न 30.
दृश् + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) दृश्क्त
(b) दृशतः
(c) दृष्टः
(d) दृशः
उत्तर-
(c) दृष्टः

प्रश्न 31.
स्था + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) स्थितः
(b) स्थत्
(c) सिथतः
(d) स्तः
उत्तर-
(a) स्थितः

प्रश्न 32.
ज्ञा + क्त से कौन-सा शब्द बनेगा? ।
(a) ज्ञानः
(b) ज्ञाक्तः
(c) ज्ञानः
(d) ज्ञातः
उत्तर-
(d) ज्ञातः

प्रश्न 33.
भू + क्तवतु से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) भूतवान्
(b) भूगतान
(c) भूत्वन्
(d) भूतन्
उत्तर-
(a) भूतवान्

प्रश्न 34.
त्यज् + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा?
(a) त्यजयति
(b) त्यक्तवान्
(c)त्यक्तवानः
(d) ब
उत्तर-
(b) त्यक्तवान्

प्रश्न 35.
वद् + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा?
(a) वदवतुः
(b) वदक्तुः
(c) वपितवान्
(d) वदिता
उत्तर-
(c) वपितवान्

प्रश्न 36.
पा + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा ?
(a) पीतवान्
(b) पात्रवान्
(c) पितवानः
(d) पीत्रवान्
उत्तर-
(a) पीतवान्

प्रश्न 37.
दा + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दातवान्
(b) दत्तवान्
(c) दुतवानः
(d) दतिवानः
उत्तर-
(b) दत्तवान्

प्रश्न 38.
स्म + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्मृतवान्
(b) स्मृतीवान्
(c) स्मतवुः
(d) समक्तवतु
उत्तर-
(a) स्मृतवान्

प्रश्न 39.
लिख् + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा?
(a) लिखितवान्
(b) लिखवान्
(c) लिखन्तवान्
(d) लिखतवानः
उत्तर-
(a) लिखितवान्

प्रश्न 40.
दृश् + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दृशतवतु.
(b) दृतवान्
(c) दृष्टवान्
(d) दृशवान्
उत्तर-
(c) दृष्टवान्

प्रश्न 41.
स्था + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा ?
(a) स्थातवतु
(b) स्थाक्तुः
(c) स्थितवान्
(d) स्थातः
उत्तर-
(c) स्थितवान्

प्रश्न 42.
हन् + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा ?
(a) हनतवतुः
(b) हतवान्
(c) हातवान्
(d) हनीतवानः
उत्तर-
(b) हतवान्

प्रश्न 43.
ज्ञा + क्तवतु से कौन शब्द बनेगा?
(a) ज्ञातवान्
(b) ज्ञातः
(c) ज्ञात्
(d) ज्ञातवाः
उत्तर-
(a) ज्ञातवान्

प्रश्न 44.
कृ + शतृ से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) कृतवान्
(b) कुत्तवानः
(c) कुर्वत्
(d) कृत्वान्
उत्तर-
(c) कुर्वत्

प्रश्न 45.
पठ + शतृ से कौन शब्द बनेगा ? |
(a) पठीतः
(b) पठत्
(c) पठतः
(d) पठतुः
उत्तर-
(b) पठत्

प्रश्न 46.
भू + शतृ से कौन शब्द बनेगा ?
(a) भूतः
(b) भृत्
(c) भृतुः
(d) भवत्
उत्तर-
(d) भवत्

प्रश्न 47.
त्यज् + शतृ से कौन शब्द बनेगा ?
(a) त्यजत्
(b) त्यजन
(c) त्यजतुः
(d) तयजतः
उत्तर-
(a) त्यजत्

प्रश्न 48.
वद + शतृ से कौन शब्द बनेगा?
(a) वदत्
(b) वदतिः
(c) वदतुः
(d) वदन्तः
उत्तर-
(a) वदत्

प्रश्न 49.
गम् + शतृ से कौन शब्द बनेगा ?
(a) गच्छत्
(b) गमशतः
(c) गमशत्
(d) गमश्यत्
उत्तर-
(a) गच्छत्

प्रश्न 50.
स्मृ + शतृ से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्मारत्
(b) स्मरत्
(c) स्मृतः
(d) स्मत्
उत्तर-
(b) स्मरत्

प्रश्न 51.
दृश + शतृ से कौन शब्द बनेगा?
(a) दृशत्
(b) दहत्
(c) दृहतः
(d) दृशतः
उत्तर-
(b) दहत्

प्रश्न 52.
लिख + शतृ से कौन शब्द बनेगा?
(a) लिखत्
(b) लिखतः
(c) लिखम्
(d) लिखतः
उत्तर-
(a) लिखत्

प्रश्न 53.
लभ् + शानच् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) लभमानः
(b) लभमान्
(c) लभामानः
(d) लभामान्
उत्तर-
(a) लभमानः

प्रश्न 54.
जन् + शानच् से कौन शब्द बनेगा?
(a) जयमान्
(b) जयमनः
(c) जायमानः
(d) जयामनः
उत्तर-
(c) जायमानः

प्रश्न 55.
कृ + शानच् से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) कुर्वाणः
(b) कुवणः
(c) कुर्वाणी
(d) कूवाणः
उत्तर-
(a) कुर्वाणः

प्रश्न 56.
बुध + शानच् से कौन शब्द बनेगा?
(a) बुध्यामन्
(b) बुध्यमानः
(c) बुद्धमान
(d) बुद्धमान्
उत्तर-
(b) बुध्यमानः

प्रश्न 57.
पठ् + कत्वा से कौन शब्द बनेगा?
(a) पठीत्वाः
(b) पठित्वा
(c) पठित्व्
(d) पठ्
उत्तर-
(b) पठित्वा

प्रश्न 58.
या + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दत्वा
(b) दात्वा
(c) दत्वः
(d) दत्व्
उत्तर-
(a) दत्वा

प्रश्न 59.
हन् + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) हत्वा
(b) हतवाः
(c) हति
(d) हतव्
उत्तर-
(a) हत्वा

प्रश्न 60.
लभ् + कत्वा से कौन शब्द बनेगा?
(a) ज्ञातवाः
(b) ज्ञात्वा
(c) ज्ञात्वा
(d) ज्ञातवः
उत्तर-
(c) ज्ञात्वा

प्रश्न 61.
भू + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) भूत्वाः
(b) भूतव्
(c) भूत्वा
(d) भुत्वा
उत्तर-
(c) भूत्वा

प्रश्न 62.
स्था + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) स्थवा
(b) स्थित्वा
(c) सथवा
(d) स्थवः
उत्तर-
(b) स्थित्वा

प्रश्न 63.
कृ + कत्वा से कौन शब्द बनेगा?
(a) कत्वा
(b) कत्व्
(c) कत्वः
(d) क्रित्वा
उत्तर-
(d) क्रित्वा

प्रश्न 64.
दृश् + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दृश्ताः
(b) दृश्त्
(c) दृष्टवा
(d) दृष्टव्
उत्तर-
(c) दृष्टवा

प्रश्न 65.
गम् + कत्वा से कौन शब्द बनेगा?
(a) गमित्वा
(b) गत्वा
(c) गत्व्
(d) गत्वः
उत्तर-
(b) गत्वा

प्रश्न 66.
स्मृ + कत्वा से कौन शब्द बनेगा ?
(a) स्मृत्वाः
(b) स्मृत्व
(c) स्मृत्वा
(d) समृत्वा
उत्तर-
(c) स्मृत्वा

प्रश्न 67.
भू + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा?
(a) भुतुमुन्
(b) भवितुम्
(c) भवितम्
(d) भवचतम्
उत्तर-
(b) भवितुम्

प्रश्न 68.
पंठ + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा?
(a) पठितुमुन्
(b) पठितुम्
(c) पठित्वम्
(d) पठ्
उत्तर-
(b) पठितुम्

प्रश्न 69.
गम् + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) गनतुम्
(b) गनतुमः
(c) गन्तुम्
(d) गन्तुम्
उत्तर-
(c) गन्तुम्

प्रश्न 70.
दृश् + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा?
(a) दृश्तुम
(b) दृष्तुम्
(c) द्रष्टुम्
(d) द्रष्तुम्
उत्तर-
(c) द्रष्टुम्

प्रश्न 71.
स्था + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्थातुमः
(b) स्थातूम्
(c) स्थातुम्
(d) स्थातुमुन
उत्तर-
(c) स्थातुम्

प्रश्न 72.
स्मृ + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्मृतुम्
(b) स्मृतुम्
(c) स्मर्तुम् .
(d) स्मातुम्
उत्तर-
(c) स्मर्तुम्

प्रश्न 73.
हस् + तुमुन् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) हसितुम्
(b) हसीतुम्
(c) हसितूम्
(d) हसीतूम्
उत्तर-
(a) हसितुम्

प्रश्न 74.
भू + तव्य से कौन शब्द बनेगा ?
(a) भ्रातुम्
(b) भवितव्यम्
(c) भवीतयम्
(d) भवितूम्
उत्तर-
(b) भवितव्यम्

प्रश्न 75.
पठ् + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) पठितव्यम्
(b) पठीतव्यम्
(c) पठितव्यः
(d) पठीतव्यत्
उत्तर-
(a) पठितव्यम्

प्रश्न 76.
गम् + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) गमतव्यम्
(b) गन्तव्यम्
(c) गमतव्यत्
(d) गमतवयः
उत्तर-
(b) गन्तव्यम्

प्रश्न 77.
दृश + तव्य से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दृशतव्यः
(b) दृश्तव्य्
(c) द्रष्टव्यम्
(d) द्रष्टव्यत्
उत्तर-
(c) द्रष्टव्यम्

प्रश्न 78.
पा + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) पातव्यः
(b) पावत्यः
(c) पाठतव्यः
(d) पातव्यम्
उत्तर-
(d) पातव्यम्

प्रश्न 79.
स्था + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्थातव्यम्
(b) स्थातव्यमः
(c) स्थात्वयः
(d) स्थातयमः
उत्तर-
(a) स्थातव्यम्

प्रश्न 80.
स्मृ + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) समृतव्य
(b) स्मृतव्यम्
(c) समृतव्यम्
(d) स्मृतव्यः
उत्तर-
(b) स्मृतव्यम्

प्रश्न 81.
हस् + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) हसितव्यः
(b) हसीतव्यत्
(c) हसितव्यम्
(d) हसीतव्यतम्
उत्तर-
(c) हसितव्यम्

प्रश्न 82.
लभ् + तव्य से कौन शब्द बनेगा?
(a) लब्ध्वम्
(b) लभतव्यः
(c)लभतव्यत्
(d) लब्धम्
उत्तर-
(a) लब्ध्वम्

प्रश्न 83.
भू + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) भूवनीयर
(b) भवनीयम्
(c) भवनियम्
(d) भवनीयमः
उत्तर-
(b) भवनीयम्

प्रश्न 84.
पठ + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) पठनीयम्
(b) पठिनीयम्
(c) पठीनयमः
(d) पठीनयम्
उत्तर-
(a) पठनीयम्

प्रश्न 85.
गम् + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) गमनीयरः
(b) गमनीयम्
(c) गमनियमः
(d) गमनियम्
उत्तर-
(b) गमनीयम्

प्रश्न 86.
दृश् + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दर्शनीयम्
(b) दृशनीयम्
(c) दर्शनियम्
(d) दर्शनीयमः
उत्तर-
(a) दर्शनीयम्

प्रश्न 87.
पा + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) पनियम्
(b) पानीयम्
(c) पानीयमः
(d) पातनियमः
उत्तर-
(b) पानीयम्

प्रश्न 88.
स्था + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्थानीरः
(b) स्थानीयमः
(c) स्थानीयम्
(d) स्थानिरः
उत्तर-
(c) स्थानीयम्

प्रश्न 89.
स्मृ + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) स्मृनीयरः
(b) स्मरणीयम्
(c) स्मरनीः
(d) स्मृणीयमः
उत्तर-
(b) स्मरणीयम्

प्रश्न 90.
हस् + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) हसनीयरः
(b) हसनीयर्
(c) हसीयरः
(d) हसनीयम्
उत्तर-
(d) हसनीयम्

प्रश्न 91.
लभ् + अनीयर् से कौन शब्द बनेगा?
(a) लभनीयम्
(b) लभयमः
(c) लभयनीरः
(d) लभीनयमः
उत्तर-
(a) लभनीयम्

प्रश्न 92.
गा + यत् से कौन शब्द बनेगा? .
(a) गायम्
(b) गायमः
(c) गेयम्
(d) गायामः
उत्तर-
(c) गेयम्

प्रश्न 93.
नी + यत् से कौन शब्द बनेगा? .
(a) नीयतः
(b) नीयत्
(c) नेयम्
(d) नेयमः
उत्तर-
(c) नेयम्

प्रश्न 94.
स्था + यत् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) स्थायतः
(b) स्थायत्
(c) स्थेयम्
(d) स्थेयमः
उत्तर-
(c) स्थेयम्

प्रश्न 95.
पा + यत् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) पायतः
(b) पायत्
(c) पेयम्
(d) पेयमः
उत्तर-
(c) पेयम्

प्रश्न 96.
लभ् + यत् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) लभयत्
(b) लभयतः
(c) लभ्यम्
(d) लभ्यमः
उत्तर-
(c) लभ्यम्

प्रश्न 97.
दा + यत् से कौन शब्द बनेगा?
(a) दायत्
(b) दायतः
(c) देयम्
(d) देयमः
उत्तर-
(c) देयम्

प्रश्न 98.
हन् + यत् से कौन शब्द बनेगा?
(a) हनयतः
(b) हन्यत्
(c) वहयम्
(d) वहयमः
उत्तर-
(c) वहयम्

प्रश्न 99.
भू + यत् से कौन शब्द बनेगा?
(a) भाव्यम्
(b) भाव्यमः
(c) भावयम्
(d) भावयमः
उत्तर-
(a) भाव्यम्

प्रश्न 100.
भवत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा?
(a) भवती
(b) भवतः
(c) भवतप्
(d) भवतपः
उत्तर-
(a) भवती

प्रश्न 101.
गतवत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) गतवतः
(b) गतवान्
(c) गतवती
(d) गतवः
उत्तर-
(c) गतवती

प्रश्न 102.
कुर्वत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) कुवती
(b) कुर्वती
(c) कुवति
(d) कूवती
उत्तर-
(b) कुर्वती

प्रश्न 103.
बलवत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) बलवती
(b) बलवति
(c) बलवत्
(d) बलवतः
उत्तर-
(a) बलवती

प्रश्न 104.
इयत् + डीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) इयति
(b) इयत्
(c) इयती
(d) इयतः
उत्तर-
(c) इयती

प्रश्न 105.
कर्तृ + डीप से कौन शब्द बनेगा? .
(a) की
(b) कर्तृः
(c) क
(d) कत्री:
उत्तर-
(a) की

प्रश्न 106.
धातृ + डीप से कौन शब्द बनेगा ?
(a) धातुः
(b) धातः
(c) धात्री
(d) धात्री
उत्तर-
(c) धात्री

प्रश्न 107.
दातृ + ङीप से कौन शब्द बनेगा ?
(a) दात्री
(b) दार्जि
(c) दात्रि
(d) दात्री
उत्तर-
(d) दात्री

प्रश्न 108.
हन्त + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) हनत्रिः
(b) हन्त्रि
(c) हन्त्री
(d) ही
उत्तर-
(c) हन्त्री

प्रश्न 109.
गुणिन + डीप से कौन शब्द बनेगा?
(a) गणित्री
(b) गुणिर्की
(c) गुणिनी
(d) गुनीणी
उत्तर-
(c) गुणिनी

प्रश्न 110.
मायाविन् + डीप से कौन शब्द बनेगा?
(a) मायाविनी
(b) मायावीनी
(c) मायावीनि
(d) मायाविनप
उत्तर-
(a) मायाविनी

प्रश्न 111.
यशस्विन् + डीप से कौन शब्द बनेगा ?
(a) यशस्विनी
(b) यशसवनी
(c) यशस्वनी
(d) यशस्वीः
उत्तर-
(a) यशस्विनी

प्रश्न 112.
तेजस्विन् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा?
(a) तेजसविनी
(b) तेजस्विनी
(c) तेजस्विन
(d) तेजस्वीनी
उत्तर-
(b) तेजस्विनी

प्रश्न 113.
श्रीमत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) श्रीमति
(b) श्रीमातः
(c) श्रीमती
(d) श्रीमतपः
उत्तर-
(c) श्रीमती

प्रश्न 114.
प्रेयस् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा?
(a) प्रेयसी
(b) प्रेयसि
(c) प्रयीसी
(d) प्रेयसिसी
उत्तर-
(a) प्रेयसी

प्रश्न 115.
श्रेयस् + ङीप से कौन शब्द बनेगा?
(a) श्रेयसि
(b) श्रेयसः
(c) श्रयेस्
(d) श्रेयसी
उत्तर-
(d) श्रेयसी

प्रश्न 116.
बलवत् + ङीप् से कौन शब्द बनेगा ?
(a) बलवति
(b) बलवत्
(c) बलवत
(d) बलवती
उत्तर-
(d) बलवती

प्रश्न 117.
राजन् + डीप से कौन शब्द बनेगा?
(a) राजनी
(b) राजनि
(c) राज्ञी
(d) राज्ञि
उत्तर-
(c) राज्ञी

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

Bihar Board Class 12 Political Science क्षेत्रीय आकांक्षाएँ Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में मेल करें भाग –

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ Part - 2 img 1
उत्तर:
(1) – (स)
(2) – (द)
(3) – (ब)
(4) – (अ)

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प्रश्न 2.
पूर्वोत्तर के लोगों की क्षेत्रीय आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति कई रूपों में होती है। बाहरी लोगों के खिलाफ आन्दोलन ज्यादा स्वतन्त्रता की माँग के आन्दोलन और अलग देश की माँग करना ऐसी ही कुछ अभिव्यक्तियाँ है। पूर्वोत्तर के मानचित्र पर इन तीनों के लिए अलग-अलग रंग भरिए व दिखाईए कि राज्य में कौन-सी प्रवृत्ति ज्यादा प्रबल हैं।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 3.
आनंदपुर साहिब प्रस्ताव के विवादास्पद होने के क्या कारण थे?
उत्तर:
1970 के दशक में पंजाब में अकालियों का आन्दोलन और अधिक तेज हो गया व इसके एक समूह ने पंजाब के लिए अधिक स्वायत्तता की मांग उठाई। 1973 में आनंदपुर साहिब में हुए एक सम्मेलन में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया जिसे आनंदपुर साहिब प्रस्ताव के नाम से जाना जाता है। इस प्रस्ताव में केन्द्र व प्रांतों के सम्बन्धों को पुनः पारिभाषित करने की माँग की जिसमें राज्यों के सभी क्षेत्राधिकार देकर केन्द्र को कुछ सीमित विषयों (विदेश, सम्बन्ध, रक्षा व बजट) पर क्षेत्राधिकार सीमित किया।

विभिन्न स्तर पर इस प्रस्ताव को अलग राज्य की माँग के रूप में देखा गया। आनन्दपुर साहिब प्रस्ताव को प्रारम्भ में पंजाब में ऐसी भावना का विकास किया कि पहले सीमा क्षेत्र व पानी के बँटवारे के मद्दे की राजनीति प्रारम्भ हुई व बाद में पंजाब को सिख राज्य के रूप (खालिस्तान) में माँग का आन्दोलन प्रारम्भ किया जिससे पूरा राज्य उग्रवाद की चपेट में आ गया।

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प्रश्न 4.
जम्मू-कश्मीर की अंदरुनी विभिन्नताओं की व्याख्या कीजिए व बताइए कि इस राज्य में किस तरह अनेक क्षेत्रीय आकांक्षाओं में इन विभिन्नताओं के कारण सर उठाया।
उत्तर:
जम्मू-कश्मीर में तीन राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र शामिल हैं-जम्मू, कश्मीर व लद्दाख। कश्मीर को इस राज्य का सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र माना जाता है। कश्मीरी बोलने वाले ज्यादातर लोग मुस्लिम हैं। बहरहाल, कश्मीरी भाषा लोगों में अल्पसंख्यक हिन्दु भी शामिल हैं। जम्मू क्षेत्र पहाड़ी तलहटी एवं मैदानी इलाके का मिश्रण है जहाँ हिन्दू, मुस्लिम और सिख यानी कई धर्म व भाषाओं के लोग रहते हैं। लद्दाख पर्वतीय इलाका है जहाँ बौद्ध व मुस्लिमों की आबादी है। इस क्षेत्र में बहुत कम आबादी है। जम्मू-कश्मीर की समस्या के दोनों पहलू है, बाहरी भी व आन्तरिक भी।

जम्मू-कश्मीर अपनी अलग पहचान के संघर्ष में लगा है जहाँ भारत व पाकिस्तान भी इस समस्या से जुड़े हैं । जम्मू कश्मीर को भारत अपना अभिन्न अंग मानता है जबकि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय को विवादित मानता है। वहीं जम्मू कश्मीर का एक वर्ग जम्मू-कश्मीर को अलग स्वतंत्र प्रभुसत्ता सम्पन्न राज्य के रूप में देखना चाहते हैं।

1948 के बाद से ही यह विवाद जारी है। दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर की अपनी आन्तरिक समस्या भी है जम्मू क्षेत्र पहाड़ी व मैदानी इलाके का मिश्रण है व अपनी अधिक राजनीतिक स्वायत्तता की माँग करता रहा है। कश्मीर राज्य का दिल है व इसकी पहचान को कश्मीरियत के रूप में जाना जाता है। समय-समय पर लद्दाख के लोगों की ओर से भी मांग उठती रहती है कि इस क्षेत्र को सांस्कृतिक व आर्थिक विकास के लिए पर्याप्त स्वायत्तता मिलनी चाहिए।

प्रश्न 5.
कश्मीर की क्षेत्रीय स्वायत्तता के मसले पर विभिन्न पक्ष क्या हैं? इनमें कौन-सा पक्ष आपको समुचित जान पड़ता है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर:
जम्मू-कश्मीर भारत का वह राज्य है जिसने भारत सरकार अधिनियम 1947 के कानून के आधार पर प्रारम्भ में तो स्वतन्त्र राज्य के रूप में रहने की इच्छा व्यक्त की थी परन्तु 1948 में जब कबालियों ने इस पर आक्रमण कर इसके एक भाग को अपने कब्जे में कर लिया तो उस समय के राजा हरि सिंह ने भारत के साथ जम्मू-कश्मीर को विलय कर दिया परन्तु कुछ विशेष स्थिति को ध्यान में रखते हैं इसे विशेष दर्जा दिया जाए अत: भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 व 371 के तहत इसे विशेष दर्जा दिया गया। विशेष दर्जे से यह व्यवस्था है कि जम्मू-कश्मीर का अपना संविधान होगा व भारत की संसद का कानून जम्मू-कश्मीर में तभी लागू होगा जब जम्मू-कश्मीर की विधान सभा उस बिल को पास कर दे।

जम्मू-कश्मीर को अधिक स्वायत्तता देने के लिए दिए गए अनुच्छेद 370 के सम्बन्ध में अलग-अलग विचार है। कुछ लोगों का यह कहना है कि इसके दिए गए प्रावधान जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय स्वायत्तता के लिए अपर्याप्त है व इनको पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जाता। जबकि अन्य वर्ग का यह मानना है कि 370 को समाप्त कर देना चाहिए व जम्मू-कश्मीर को भी अन्य राज्यों की तरह ही बराबर का दर्जा मिलना चाहिए।

दोनों पक्षों के निष्पक्ष अध्ययन से यह बात कही जा सकती है कि जम्मू-कश्मीर का विषय निश्चित रूप से अलग है व जरूरत है एक ऐसा वातावरण बनाने की कि जम्मू-कश्मीर के लागे कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानने लगे इसके लिए जम्मू-कश्मीर के पूर्ण सांस्कृतिक व आर्थिक विकास की आवश्यकता है। जम्मू कश्मीर के नौजवानों को अधिक से अधिक रोजगारों व स्वयं रोजगारों में लगाकर उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने की आवश्यकता है। जम्मू-कश्मीर के विकास को इस प्रकार से नियोजित करने की आवश्यकता है कि अन्य राज्यों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े। आज की सच्चाई यह है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जिसके पूर्ण विकास की जिम्मेवारी सभी पर है।

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प्रश्न 6.
असम आन्दोलन सांस्कृतिक अभियान और आर्थिक पिछड़ेपन की मिली-जुली अभिव्यक्ति था। व्याख्या करें।
उत्तर:
असम भारत का एक प्रमुख राज्य है जिसके साथ भारत की महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय सीमा लगती है। असम पूर्वोत्तर के सात राज्यों (जिन्हें सात बहनें भी कहा जाता है) में सबसे बड़ा व सबसे प्रमुख राज्य है। असम की अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान है। असमी भाषा बोलने वालों का इन राज्यों में पहलवाद है जिसके प्रभुत्व का अन्य राज्यों में बोली जाने वाली भाषा के लोगों ने इसका विरोध किया है।

यह सच है कि असम के लोगों को अपनी विशिष्ट भौगोलिकता व सांस्कृतिक धरोहर व पहचान पर अभिमान रहा है यही कारण है कि जब भी इनके इस अभिमान को किसी भी क्षेत्र से ठेस लगती है तो इनका विरोध अत्यधिक तीव्र होता है। इनके द्वारा चलाए गए विभिन्न आन्दोलन इस सच्चाई का परिणाम है।असम आन्दोलन का एक और कारण है असम का आर्थिक पिछड़ापन, जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव वहाँ के युवाओं पर पड़ा जिन्होंने विभिन्न हिंसात्मक आन्दोलनों में भाग लेना प्रारम्भ कर दिया।

केन्द्र सरकार भी विभिन्न राजनीतिक व आर्थिक कारणों से असम के विकास की ओर ध्यान नहीं दे पायी जिससे असम के लोगों का असन्तोष लगातार बढ़ता रहा जिसमें हिंसात्मक आन्दोलन का जन्म हुआ। अब असम के लोग किसी भी बाहरी लोगों को बर्दास्त नहीं करते। यही कारण है कि बंगला देश, बिहार व पश्चिम बंगाल से आए व बसे लोगों को वे इसलिए सहन नहीं कर पाते क्योंकि उनका यह मानना है कि उनके श्रोतों पर ये बाहर के लोग कब्जा कर रहे हैं। अत: यह सत्य है कि असम आन्दोलन सांस्कृतिक अभियान व आर्थिक पिछड़ेपन की मिली-जुली अभिव्यक्ति है।

प्रश्न 7.
हर क्षेत्री आन्दोलन अलगाववादी माँग की तरफ अग्रसर नहीं होता। इस अध्याय से उदाहरण देकर इस तथ्य की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
भारत में विभिन्नता में एकता है। भारत एक बहुल समाज है जिसमें विभिन्न जाति, धर्म, भाषा व सांस्कृतिक पहचान के लोग रहते हैं। सभी लोग अपने व्यवसायिक व आर्थिक हितों के प्रति सजग हैं। भारत एक प्रजातन्त्रीय देश है जिसमें सभी को अपनी बात कहने व संघ बनाने व विरोध जताने का अधिकार है। इसी सन्दर्भ में भारत में लोगों के द्वारा अपने हितों की रक्षा करने व विकसित करने का अधिकार है। अपने हितों को प्राप्त करने के लिए लोग एकत्रित होते हैं, संघ बनाते हैं व आन्दोलन भी चलाते हैं।

भारत के कई क्षेत्रों में इस प्रकार के आन्दोलन जारी रहते हैं जो भारतीय राजनीति को गहराई से प्रभावित करते हैं। आन्दोलन को प्रजातन्त्रीय प्रणालियों में स्वीकार किया जाता है परन्तु जब ये आन्दोलन उग्रवादियों व असामाजिक तत्वों के हाथों में चले जाएँ अथवा कट्टरवादियों का नियन्त्रण इन आन्दोलनों पर हो जाए तब सीमा समाप्त हो जाती है व प्रजातन्त्र के लिए खतरा भी पैदा हो जाता है।

भारत के कई राज्यों जैसे पंजाब, जम्मू-कश्मीर व कई उत्तर पूर्वी राज्यों जैसे नागालैंड व मिजोरम में उग्रवादी आन्दोलन चले हैं जो भारत की एकता अखंडता के लिए खतरा बन गए थे क्योंकि वे भारत से अलग होने की माँग कर रहे थे। पंजाब के आन्दोलनकारी भी हिंसात्मक हो गए थे व खालिस्तान (सिख राज्य’ की माँग कर रहे थे।

लेकिन कई राज्यों में विभिन्न क्षेत्रीय व्यवसायिक व आर्थिक हितों के लिए आन्दोलन चलाए गए हैं जैसे उत्तर प्रदेश में किसान आन्दोलन, असम में बोडो आन्दोलन भी अलगाववाद जैसे कोई माँग नहीं कर रहा था। असमी लोगों का विरोध बाहरी राज्यों से आए विस्थापित लोगों के खिलाफ है। झारखंड व छत्तीसगढ़ व उत्तराखंड भी ऐसे ही आन्दोलनों का परिणाम है जिसमें वे एक निश्चित क्षेत्र के विकास का मुद्दा उठा रहे थे।

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प्रश्न 8.
भारत के विभिन्न भागों से उठने वाली क्षेत्रीय मांगों से विविधता में एकता के सिद्धान्त की अभिव्यक्ति होती है। क्या आप इस कथन से सहमत हैं?
उत्तर:
यह कथन सही है कि विभिन्न राज्यों व क्षेत्रों से उठने वाली माँगों व उन मांगों के सम्बन्ध में चल रहे आन्दोलनों को हम भारत की विविधताओं की अभिव्यक्ति के रूप में समझ सकते हैं क्योंकि भारत एक बहुल समाज है जिसमें विभिन्न जाति, धर्म, भाषा व संस्कृति व भौगोलिकताओं के लोग रहते हैं जिनके प्रति लोगों में प्रजातन्त्र की प्रक्रिया के साथ-साथ लगाव व जागरूकता बढ़ी है। अत: वे अपने क्षेत्रीय भाषीय व भौगोलिक तथा सांस्कृतिक हितों की सुरक्षा के लिए विभिन्न रूपों में अपनी आवाज उठाते रहते हैं।

ये सब कुछ भारतीय संविधान द्वारा तय की गई सीमाओं में ही करते हैं क्योंकि प्रत्येक भारतीय में क्षेत्रीय व राष्ट्रीय भावनाएँ हैं जिसके आधार पर भारत में विभिन्नता में एकता है। यद्यपि कुछ क्षेत्रों से इस प्रकार की माँगें उठती रही है जिससे एकता व अखंडता को आघात लगा है। पंजाब, नागालैंड व मीजोरम व जम्मू व कश्मीर से भी ऐसी माँगें अर्थात् अलग राज्यों की मांग अर्थात् भारत से अलग होने की माँग उठती रही है जिससे भारत की विभिन्नता में एकता की भावना को चोट लगी है। धीरे-धीरे सभी अलगाववादी तत्व भारत की राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। भारत में बहुल समाज होने के बावजूद एकता की भावना छिपी हुई है।

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प्रश्न 9.
नीचे लिखे अवतरण को पढ़े व इसके आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें –
हजारिका का गीत एकता की विजय पर है …… पूर्वोत्तर के सात राज्यों को इस गीत में एक ही माँ की सात बेटियाँ कहा गया है …….. मेघालय अपने रास्ते गई …… अरुणाचल भी अलग हुई व मिजोरम असम के द्वार पर दूल्हे की तरह दूसरी बेटी से ब्याह रचाने को खड़ा है ……. इस गीत का अन्त असमी लोगों की एकता को बनाए रखने के संकल्प के साथ होता है और इसमें समकालीन असम में मौजूद छोटी-छोटी कौमो को भी अपने साथ एक जुट रखने की बात कही गई है …….. कबरी और मिसिंग भाई बहन हमारे ही प्रियजन हैं। संजीव व वरुथा।

(क) लेखक यहाँ किस एकता की बात कर रहा है?
(ख) पुराने राज्य असम से अलग करके पूर्वोत्तर के अन्य राज्य क्यों बनाए गए?
(ग) क्या आपको लगता है कि भारत के सभी क्षेत्रों के ऊपर की यही बात लागू हो सकती है? क्यों?

उत्तर:
(क) इस लेख में लेखक ने असम के उन सब लोगों व क्षेत्रों की बात कर रहा है जो बाद में सात राज्यों में विभाजित हो गए। लेखक ने इन सात राज्यों को एक ही माँ अर्थात् (असम) की सात बेटियाँ कहा है जो भले ही असम से अलग हो गए हों पर उन सबका सामाजिक, सांस्कृतिक व भौगोलिक साथ है व एकता है।

(ख) आजादी के समय मणिपुर और त्रिपुरा रियासतें थी शेष पूर्वोत्तर इलाका असम कहलाता था। गैर असमी लोगों को लगा कि असम की सरकार उन पर असमी भाषा थौंप रही है। अत: गैर असमी लोगों ने अपनी भाषीय पहचान को सुरक्षित करने के लिए अपने निश्चित क्षेत्र के लिए राजनीतिक स्वायत्तता की माँग उठा ली। पूरे राज्य में असमी भाषा को लादने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और दंगे हुए व असम से अलग होकर अपनी भाषीय पहचान के आधार पर अलग राज्य की माँग करने लगे।

पूर्वोत्तर के पूरे इलाके का बड़े व्यापक स्तर पर राजनीतिक पुनर्गठन हुआ। नागालैंड को 1960 में राज्य बनाया गया। 1972 में मेघालय, मणिपुर व त्रिपुरा राज्य बने। असम से अन्य राज्यों के अलग होने का कारण आर्थिक विसमताएँ भी थी। 1959 में मिजो पर्वतीय इलाके में भारी अकाल पड़ा। असम की सरकार इस अकाल में समुचित प्रबन्ध ना कर सकी जिससे मिजोरम के लोगों में असंतोष बढ़ गया जो धीरे-धीरे हिंसात्मक अलगाववादी आन्दोलन का रूप लेने लगा।

1986 में राजीव गाँधी व लाल डेगा के बीच समझौते के आधार पर मिजोरम राज्य का गठन हुआ। इसी प्रकार से राजीव गाँधी व फिजो के समझौते के आधार पर नागालैंड भी एक राज्य के रूप में गठित किया गया। इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि असम से अन्य राज्यों के अलग होने के दो प्रमुख कारण रहे –

  1. भाषीय पहचान के खोने का डर
  2. आर्थिक पिछड़ापन

(ग) भारत जब 1947 में आजाद हुआ था उस समय लगभग 13 राज्य व 9 केन्द्र शासित प्रदेश थे। आज भारत 29 राज्यों का संघ है। नए राज्यों का निर्माण विभिन्न राज्यों में विभिन्न आधारों पर विभिन्न क्षेत्रों से उठी मांगों के आधार पर किया गया। भारत एक बहुल समाज है जिसमें विभिन्न संस्कृतियों, बोलियों, भाषाओं व भौगोलिकताओं के लोग रहते हैं जिनकी अपनी एक विशिष्ट पहचान है। बड़े-बड़े राज्यों में आर्थिक स्तर पर भी क्षेत्रीय असन्तुलन हो जाना भी स्वाभाविक है जिससे एक क्षेत्र में दूसरे क्षेत्र के साथ प्रतियोगिता प्रारम्भ हो जाता है जिससे अलगाववाद की भावना उत्पन हो जाती है।

1955 तक कई राज्यों में भाषा के आधार पर क्षेत्रीय विकास में आर्थिक असन्तुलन को लेकर अलग राज्यों के गठन की मांग बड़ी तेजी से उभरी जिसके परिणाम स्वरूप कई बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से अलग राज्य बनाने की मांग उठी। 1956 भाषा के आधार पर राज्य पुनर्गठन कानून पास किया गया जिसके आधार पर भाषा के आधार पर अनेक राज्यों का गठन किया गया। 1966 में हरियाणा का पंजाव से विभाजन हुआ। क्षेत्रीय आर्थिक व प्रशासनिक विकास के मुद्दों के आधार पर झारखंड, छत्तीसगढ़ व उत्तराखंड राज्य अस्तित्व में आए।

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
उन प्रमुख प्रवर्तियों को बताइए जो भारतीय एकता अखंडता के लिए खतरा उत्पन्न कर रही है।
उत्तर:
निम्न वे प्रमुख प्रवर्तियाँ भारतीय राजनीतिक व्यवस्था से उभर रही है जो भारतीय एकता अखंडता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं –

  1. सांस्कृतिक पहचान खोने का डर विशेषकर अल्पसंख्यकों के द्वारा
  2. क्षेत्रवाद
  3. क्षेत्रीय आर्थिक असन्तुलन
  4. एक भाषा का अन्य भाषाओं पर प्रभुत्व का डर
  5. धार्मिक कट्टरवाद
  6. स्थानीय प्राकृतिक श्रोतो पर बाहरी लोगों का प्रभाव।

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प्रश्न 2.
कुछ प्रमुख क्षेत्रीय आन्दोलनों के नाम बताइए जिन्होंने भारतीय राजनीति को प्रभावित किया है।
उत्तर:
कुछ प्रमुख आन्दोलन निम्न हैं जो भारतीय राजनीति को लम्बे समय से प्रभावित करते रहे हैं –

  1. जम्मू-कश्मीर में चल रहे आन्दोलन
  2. आसाम आन्दोलन
  3. मिजोरम आन्दोलन
  4. नागालैंड का आन्दोलन
  5. पंजाब आन्दोलन
  6. भाषा को लेकर दक्षिण में चल रहे अनेक आन्दोलन।

प्रश्न 3.
कुछ राज्यों के नाम बताइए जिनको भाषा के आधार पर गठित किया गया है।
उत्तर:
निम्न प्रमुख राज्य हैं जिनको भाषा के आधार पर 1956 में राज्य पुनर्गठन कानून के आधार पर गठित किया गया –

  1. आन्ध्र प्रदेश
  2. कर्नाटक
  3. महाराष्ट्र
  4. गुजरात
  5. पंजाब
  6. हरियाणा।

प्रश्न 4.
जम्मू-कश्मीर के भौगोलिक व सांस्कृतिक गठन को समझाइए।
उत्तर:
जम्मू एवं कश्मीर में तीन राजनीतिक सामाजिक क्षेत्र शामिल हैं जम्मू, कश्मीर व लद्दाख। कश्मीर में ज्यादातर लोग कश्मीरी भाषा बोलते हैं व ज्यादातर लोग मुस्लिम हैं। कश्मीरी भाषी लोगों में अल्पसंख्यक हिन्दू भी शामिल हैं। जम्मू क्षेत्र पहाड़ी एवं मैदानी इलाके का मिश्रण हैं जहाँ हिन्दू, मुस्लिम और सिख यानी कई धर्म और भाषाओं के लोग रहते हैं।

लद्दाख का इलाका पर्वतीय है जिसमें बौद्ध एवं मुस्लिमों की आबादी है। यह क्षेत्र कम आबादी का क्षेत्र है। जम्मू-कश्मीर बहुलवादी समाज व राजनीति का एक जीवन्त उदाहरण है। यहाँ विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषायी, जातीय समूह के लोग रहते हैं। इसी कारण इन समूहों की अलग-अलग राजनीतिक आकांक्षाएँ हैं।

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प्रश्न 5.
कश्मीर के विभिन्न समूहों के लोगों की अलग-अलग माँगे क्या हैं? कश्मीर के भविष्य के बारे में उनकी क्या सोच है?
उत्तर:
जम्मू-कश्मीर का जब से भारत में विलय हुआ है तभी से यह विलय विवादों के घेरे में रहा है क्योंकि उस समय के कश्मीर के राजा ने कश्मीर का भारत में विलय उस समय स्वीकार किया जब कबीलियों ने जम्मू कश्मीर के ऊपर आक्रमण करके जम्मू-कश्मीर के एक भाग पर कब्जा कर लिया था। पाकिस्तान ने इस विलय पर आपत्ति की व इस मसले को संयुक्त राष्ट्र में भी ले गया। जम्मू-कश्मीर के भविष्य के सम्बन्ध में विभिन्न पक्षों की अलग-अलग माँगे निम्न हैं –

  1. कश्मीर के कुछ लोग कश्मीर को अलग स्वतंत्र प्रभुसत्ता सम्पन्न राज्य के रूप में प्राप्त करना चाहते हैं।
  2. कुछ लोग कश्मीर का पाकिस्तान में विलय चाहते हैं।
  3. एक बड़ा वर्ग वह है जो जम्मू-कश्मीर को भारत के साथ ही रखना चाहते हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर के लिए और अधिक स्वायत्तता चाहते हैं।

प्रश्न 6.
अनुच्छेद 370 के बारे में आप क्या जानते है?
उत्तर:
जब जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय हुआ तो कुछ शर्तों के साथ हुआ जिसमें संविधान के अनुच्छेद 370 में जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष दर्जे की व्यवस्था की। अनुच्छेद 370 के आधार पर जम्मू-कश्मीर का अपना अलग संविधान है व भारतीय संसद का कोई भी कानून जम्मू-कश्मीर में तभी चलेगा जब जम्मू-कश्मीर की विधान सभा उसे पारित कर देगी।

प्रश्न 7.
द्रविड़ आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
द्रविड़ आन्दोलन भारतीय राजनीति में सबसे ताकतवर व क्षेत्रीय भावनाओं की सर्वप्रथम व सबसे प्रबल अभिव्यक्ति था। यह आन्दोलन एक शान्तिप्रिय आन्दोलन था। इस आन्दोलन के लोगों ने अपनी मांगों को केवल राजनीतिक मन्त्रों के द्वारा ही रखा। द्रविड़ आन्दोलन – की बागडोर तमिल सुधारक ई.वी.राधास्वामी (पेरियार) के द्वारा हुई।

इस आन्दोलन की प्रक्रिया से एक राजनीतिक संगठन ‘द्रविड कषगय’ का सुत्रपात हुआ जिसका उद्देश्य व्यवस्था पर ब्राह्मणों के प्रभुत्व को समाप्त करना था व राजनीति में उत्तर राज्यों के प्रभाव को कम करके क्षेत्रीय गौरव की प्रतिष्ठा पर जोर देता था। यह आन्दोलन प्रमुख रूप से तमिलनाडू तक सीमित रहा।

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प्रश्न 8.
जम्मू-कश्मीर के लोग अनुच्छेद 370 के विशेष दर्जे के प्रावधानों से सन्तुष्ट क्यों नहीं हैं?
उत्तर:
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता है जिसमें कई प्रमुख प्रावधान है जैसे जम्मू कश्मीर का अपना अलग संविधान का होना । परन्तु जम्मू कश्मीर के लोग इस अनुच्छेद के द्वारा विशेष दर्जे देने से भी सन्तुष्ट नहीं जिसके निम्न कारण हैं –

  1. भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के सम्बन्ध में कश्मीर के लोगों से जनमत नहीं करवाया।
  2. अनुच्छेद 370 के द्वारा दिए गए प्रावधानों को ठीक से लागू नहीं किया गया।
  3. जिस प्रकार से भारत में प्रजातन्त्र का विकास हुआ उस प्रकार से जम्मू कश्मीर से प्रजातन्त्रीय संस्थाओं को मजबूत व प्रभावशाली नहीं बनाया गया।

प्रश्न 9.
आपरेशन ब्लूस्टार’ के क्या प्रमुख कारण थे?
उत्तर:
उग्रवादियों ने पवित्र स्वर्ण मन्दिर को अपनी नापाक उग्रवादी गतिविधियों का अड्डा बना दिया जिससे स्वर्ण मन्दिर में हथियार जमा करें जिससे यह एक हथियार बंद किले के रूप में परिवर्तित हो गया। जून 1984 को भारत सरकार ने आपरेशन ब्लूस्टार चलाया जिसके तहत सैनिक कार्यवाही से अमृतसर के. स्वर्ण मन्दिर से सभी उग्रवादियों व उनमें हथियारों को वहाँ से साफ किया जसमें अनेक हत्याएँ भी हुई।

प्रश्न 10.
1973 के आनंदपुर साहिब प्रस्ताव के सम्बन्ध में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
अकालीदल की राजनीति धीरे-धीरे उग्र विचारधारा के नेताओं के हाथों में चली गई। अकाली दल क्षेत्रीय राजनीति करने लगे व केन्द्र व प्रान्तों के सम्बन्धों की पुन: व्याख्या की माँग करने लगे। 1973 के आनंदपुर साहिब प्रस्ताव में केन्द्र व प्रान्तों के सम्बन्ध में निम्न विचार दिए गए कि केन्द्र के पास केवल निम्न विषय केन्द्र चाहिए। शेष विषय प्रान्तों के पास होने चाहिए –

  1. विदेश नीति व प्रतिरक्षा
  2. संचार व्यवस्था
  3. बजट

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प्रश्न 11.
राजीव लोंगवाल समझौते की मुख्य विशेषताएँ समझाइए।
उत्तर:
1985 के चुनावों में कांग्रेस को भारी सफलता मिली व राजीव गाँधी देश के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने देश में चल रहे विभिन्न आन्दोलनों व उनसे जुड़े मुद्दों की ओर ध्यान दिया व बातचीत के द्वारा उन सभी समस्याओं को हल करने का प्रयास किया। इसी कड़ी में पंजाब समस्या का समाधान निकालने के लिए उन्होंने तत्कालीन अकाली दल अध्यक्ष श्रीहरचंद लोंगवाल के साथ समझौता किया जिसकी मुख्य विशेषताएँ निम्न हैं –

  1. चंडीगढ़ पंजाब को दे दिया जाएगा।
  2. सीमा विवाद को निपटाने के लिए एक अलग से कमीशन गठित किया जाएगा जो यह भी देखेगा कि चंडीगढ़ के बदले हरियाणा को और कौन-सा व कितना क्षेत्र दिया जाएगा।
  3. पानी के बँटवारे को निश्चित करने के लिए ‘इरादी आयोग’ का गठन किया गया।

प्रश्न 12.
असम आन्दोलन के प्रमुख कारण क्या थे?
उत्तर:
असम आन्दोलन के निम्न प्रमुख कारण थे –

  1. असमी भाषा का अन्य भाषाओं के लोगों पर प्रभुत्व
  2. बिहार व बंगला देश के लोगों का असम की अर्थव्यवस्था पर प्रभुत्व
  3. असम का केन्द्र सरकारों के द्वारा पक्षपात पूर्ण रवैया
  4. आसाम का आर्थिक पिछड़ापन

प्रश्न 13.
राजीव गाँधी व आसाम के विद्यार्थी संगठन के बीच समझौते की प्रमुख बातें क्या थी?
उत्तर:
असम में 6 वर्षों की राजनीतिक व आर्थिक अस्थिरता के बाद राजीव गाँधी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने असम के ‘आसू’ आल इंडिया स्टूडंटस यूनियन’ के नेताओं से सफलतापूर्वक बात कर समझौता किया जिससे आसाम में स्थिरता व चमन लौट आया। इस समझौते से यह तय किया गया कि जो लोग बंगला देश के युद्ध के दौरान अथवा इसके बाद में स्मालों में असम में आए हैं उनकी पहचान की जाएगी व उन्हें बापस भेजा जाएगा। इस समझौते के बाद आसू के नेताओं ने एक क्षेत्रीय दल का गठन किया जिसका नाम आसामगण परिषद रखा। 1985 में इस वायदे के साथ यह सत्ता में आई कि विदेशी लोगों की समस्या को हल कर दिया जाएगा।

प्रश्न 14.
ऐ-जेड फिलो कौन था?
उत्तर:
असमी जादू फिजो का जन्म 1904 में हुआ व इनकी मृत्यु 1990 में हुई। वे नागालैंड के प्रमुख नेता जिन्होंने नागालैंड की स्वतन्त्रता व विकास के लिए विदेशों से संघर्ष किया। वे नागा नेशनल काउंसिल के अध्यक्ष थे। इन्होंने भारत सरकार के खिलाफ विदेशी जमीन से लम्बा संघर्ष किया। लम्बे समय तक वे भूमिगत रहे। उन्होंने जीवन के अन्तिम 30 वर्ष ब्रिटेन में गुजारे। फीजो को पाकिस्तान व चीन का भी लगातार समर्थन मिलता रहा।

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प्रश्न 15.
भारत में चल रहे आन्दोलन अन्य देशों में चल रहे आन्दोलनों से किस प्रकार से भिन्न थे?
उत्तर:
प्रजातन्त्रीय प्रणालियों में विभिन्न हितों के लोगों के द्वारा अपने-अपने हितों के विकास के लिए आन्दोलनों का रास्ता कई रास्ता कई बार स्वाभाविक प्रतीत होता है परन्तु आन्दोलन का स्वरूप उस देश की संस्कृति व वहाँ के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक वातावरण पर भी निर्भर करता है। भारत में चल रहे आन्दोलनों व अन्य देशों में चल रहे आन्दोलनों में प्रमुख अन्तर यह रहा है कि भारत का आन्दोलन प्रायः संविधान की सीमाओं में रहे व अहिंसात्मक रहे व राजनीतिक प्रक्रिया को प्रभावित करते रहे परन्तु अन्य देशों में आन्दोलन संविधान की सीमाओं से बाहर रहे व हिंसात्मक रहे।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
विभिन्न राज्यों में होने वाले प्रमुख आन्दोलनों के क्या प्रमुख कारण थे?
उत्तर:
आजादी के बाद भारत में प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया प्रारम्भ हुई जिसके पलस्वरूप लोगों में अपनी व्यक्तिगत व क्षेत्रीय हितों के प्रति भी जागरूकता पैदा हुई फलस्वरूप विभिन्न राज्यों में अनेक आन्दालेन अपना प्रभाव दिखाने लगे। इन आन्दोलन के प्रमुख कारण निम्न माने जा सकते हैं –

  1. राजनीतिक व प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया के कारण लोगों में राजनीतिक चेतना का विकास।
  2. भारतीय समाज का बहुल स्वरूप अर्थात् भारत में विभिन्न जाति, धर्म व संस्कृति व भौगोलिकता के लोग रहते हैं।
  3. कई राज्यों में सीमा विवादों का जारी रहना।
  4. क्षेत्रीय असमानताएँ।
  5. नियोजन की राजनीति का प्रभाव।
  6. संविधान के अनुच्छेद 356 का राज्यों में दुरुपयोग।
  7. विभिन्न राज्यों में नए नेतृत्व का विकास।
  8. क्षेत्रीय दलों का विकास।
  9. नदियों के पानी बँटवारे के सम्बन्ध में झगड़े।
  10. राष्ट्रीय व क्षेत्रीय हितों में सामंजस्य का अभाव।

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

प्रश्न 2.
भारत की विभिन्नता में एकता के अर्थ को समझाइए।
उत्तर:
भारत में विभिन्न जाति, धर्म, संस्कृति, भाषा, बोली व भौगोलिकता के लोग रहते हैं इस प्रकार. भारत एक बहुल समाज है। भारत में विभिन्न आधारों पर लोगों की अपनी-अपनी पहचान हैं जिसके प्रति इनकी अपनी वफादारी है। परन्तु इसके साथ-साथ राष्ट्रीय एकता व भाईचारे की भावना से भी सभी बँधे होते हैं। भारत के बारे में यह युक्ति सही ही है कि भारत में विभिन्नता में एकता है। भारत के लागों में क्षेत्रीयता व भारतीयता में सामंजस्य पाया जाता है। भारत की जलवायु व भौगोलिकता थोड़ी-थोड़ी दूर पर बदल जाती है, इसमें अनेक मौसम हैं, अनेक प्रकार की विभिन्नताएँ हैं जो भारत को बहुलवाद का रूप प्रदान करती है।

प्रश्न 3.
भारतीय राजनीति में विभिन्न राज्यों में उभर रहे आन्दोलनों के प्रभावों को समझाइए।
उत्तर:
भारत एक प्रजातन्त्रीय गणराज्य है। सभी नागरिकों को महत्वपूर्ण मौलिक अधिकार दिए गए। इन सभी अधिकारों में महत्वपूर्ण लोगों को अपने विचारों, भावनाओं व कला को व्यक्तकेरने का अधिकार है। इसी अधिकार के आधार पर प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया के चलते लोगों में अपने सामाजिक आर्थिक, भाषीय व भौगोलिक हितों के प्रति जागरूकता व संवेदना विकसित हुई है जिसको प्राप्त करने के लिए आवश्यकता पड़ने पर आन्दोलन का रास्ता अपना लेते हैं।

इसी कारण हम देखते है कि पिछले 60 वर्षों में विभिन्न राज्यों में विभिन्न आधारों पर अनेक प्रकार के आन्दोलन चल रहे हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति को नकारात्मक व सकारात्मक दोनों प्रकार से प्रभावित किया है। आमतौर पर सभी आन्दोलन भारतीय संविधान की सीमाओं के अन्दर रहकर अपने मौलिक अधिकारों के आधार पर कर रहे हैं। कुछ एक राज्यों जैसे पंजाब, जम्मू-कश्मीर, मिजोरम व नागालैंड में कुछ एक आन्दोलन ऐसे विकसित हुए जिन्होंने अलगाववाद की सोच रखी परन्तु धीरे-धीरे वे भी राष्ट्रीय मुख्य धारा में शामिल हो गए। यह भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की क्षमता का प्रतीक है।

प्रश्न 4.
जम्मू-कश्मीर की समस्या का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर:
जम्मू-कश्मीर की प्रमुख समस्या इसका भारत में विलय का स्वरूप है। भारत सरकार अधिनियम 1947 के अनुसार सभी देशी रियासतों को यह अधिकार था कि अपना विलय भारत में करे या पाकिस्तान में। उन्हें स्वतन्त्र रूप से रहने का अधिकार भी दिया गया था। जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राजा हरिसिंह ने प्रारम्भ में स्वतन्त्र रहने की स्थिति को स्वीकारा परन्तु बाद में कबिलों के आक्रमण के कारण भारत में विलय को कश्मीर के एक वर्ग ने व पाकिस्तान ने स्वीकार नहीं किया। पाकिस्तान ने कश्मीर में उग्रवाद को भड़काया। तभी से कश्मीर में अलगाववाद का उदय हुआ। आज यद्यपि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है परन्तु हिंसा का दौर जारी रहता है।

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प्रश्न 5.
संविधान के अनुच्छेद 370 का क्या महत्त्व है? इसके सम्बन्ध में विभिन्न वर्गों की प्रक्रियाएँ समझाइए।
उत्तर:
जिस समय जम्मू-कश्मीर का विलय किया गया। इसमें दी गई शर्त के अनुसार जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया। जिसकी व्यवस्था भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 में की गई। इस प्रकार का विशेष दर्जा भारत में किसी अन्य राज्य को नहीं दिया गया। विशेष दर्जे देने के कई पक्ष हैं। प्रथम तो यह है कि जम्मू-कश्मीर केवल एक वह राज्य है जिसका अपना संविधान है।

दूसरा यह कि भारतीय संसद के द्वारा बनाया गया कोई भी कानून तब तक जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं किया जा सकता जब तक कि जम्मू-कश्मीर की विधान सभा उसको पारित ना कर दे। संविधान में जम्मू-कश्मीर के बारे में दिए विशेष दर्जे (अनुच्छेद 370) के बारे में कई प्रकार की प्रतिक्रियाएँ हैं। कश्मीर के लोगों का एक बड़ा समूह यह कहता है कि कश्मीर अनुच्छेद 370 को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया। भारत में कई विरोधी दलों विशेषकर भारतीय जनता पार्टी का यह मानना है कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देना अन्य राज्यों के साथ भेदभाव व्यवहार है अतः इसे समाप्त कर देना चाहिए।

प्रश्न 6.
अकालियों ने पंजाब की अधिक स्वायत्तता की माँग क्यों उठाई?
उत्तर:
पंजाब में अकाली दल के अधिकांशतः
मिली जूली सरकार अर्थात् गठबन्धन की सरकारें ही चलायी। अकाली दल का नेतृत्व यह महसूस करता है कि पंजाब से हरियाणा अलग होने के बावजूद भी अकाली दल की स्थिति मजबूत नहीं हुई। अकाली दल इसके तीन प्रमुख कारण मानता है जो निम्न है –

  1. अकालियों की पंजाब में सरकारें बार-बार केन्द्र से हटायी हैं।
  2. अकालियों का यह भी मानना है कि इनकी सरकारों को व पार्टी का हिन्दुओं से अपेक्षित समर्थन नहीं मिलता।
  3. तीसरा प्रमुख कारण यह है कि खुद अकालीदल विभिन्न जातियों व वर्गों में बँटा हुआ है। इन कारणों से अकाली बार-बार पंजाब के लिए अधिक स्वायत्तता की माँग करते रहे हैं।

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प्रश्न 7.
आपरेशन ब्लू स्टार 1984 से लेकर राजीव लोंगवाल समझौते तक की प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
1980 के दशक में अकाली दल का नेतृत्व नरम दल के नेताओं के हाथों से निकलकर गरम दल के नेताओं के हाथों में चला गया जो धीरे-धीरे उग्रवाद का रूप धारण करने लगा। धार्मिक समुदाय के लोगों में आपसी अविश्वास व नफरत का वातावरण बनने लगा। एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के लोगों को चुन-चुन कर मारते थे। अमृतसर का पवित्र स्थान स्वर्ण मन्दिर उग्रवादियों का अड्डा बन गया जिसमें हथियारों को इकट्ठा किया गया।

इस स्थिति को समाप्त करने के लिए केन्द्र सरकार को कड़ा निर्णय लेना पड़ा। जून 1984 में स्वर्ण मन्दिर से उग्रवादियों को निकालने के लिए सैनिक कार्यवाही की गई जिसको आपरेशन ब्लू स्टार कहा गया। इस सैनिक कार्यवाही से सिख समुदाय की भावनाओं को चोट लगी जिससे सिखों में अन्य समुदायों, यहाँ तक दल के खिलाफ भी कड़वाहट आ गई जिससे उग्रवाद को और अधिक बल मिला।

इसका परिणाम यह हुआ कि 31 अक्टूबर 1984 में प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गाँधी के दो सुरक्षाकारों सिखों ने उनकी निर्मम हत्या कर दी जिससे पूरे देश में सिखों को चुन-चुन मारा। इस प्रकार साम्प्रदायिकता का भयंकर रूप सामने आ गया। राजीव गाँधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 1985 में राजीव गाँधी व लोंगवाल के बीच विभिन्न विवादित मुद्दों पर समझौता हुआ जिससे पंजाब में हालात को शांत करने में सहायता मिली।

प्रश्न 8.
राजीव लोंगवाल समझौते की मुख्य विशेषताएँ क्या थी?
उत्तर:
1985 में राजीव गाँधी व संत हरचन्द लोंगवाल के बीच हुआ समझौता पंजाब के हालात को सुधारने व विभिन्न विवादित मुद्दों को हल करने में एक ईमानदारी का प्रयास था। इसकी मुख्य विशेषताएँ निम्न हैं –

  1. चंडीगढ़ को पंजाब को हस्तानान्तरित करना
  2. चंडीगढ़ के बदले हरियाणा को दिए जाने वाले क्षेत्र को निश्चित करने के लिए एक आयोग का गठन करना
  3. सतलज व्यास के पानी के बंटवारे के सम्बन्ध में विवाद को हल करने के लिए ईरादी आयोगका गठन किया गया

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प्रश्न 9.
पूर्वोत्तर के सात राज्यों के नाम बताइए। इनको किस प्रकार से संगठित किया गया?
उत्तर:
पूर्वोत्तर के सात राज्यों को उनकी समान सामाजिक सांस्कृतिक व भौगोलिक पहचान के आधार पर सात बहनें कहा जाता है। इन सात राज्यों के नाम हैं असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश व नागालैंड। इन राज्यों को मुख्य रूप से इनकी सांस्कृतिक व भाषायी आधार पर गठित किया गया। मणिपुर व त्रिपुरा पहले रियासतें थी जो आजादी के बाद भारत में विलय हो गए थे। आसाम पहले मुख्य बड़ा राज्य था।

इसके विभिन्न क्षेत्रों में बोली जाने वाली अन्य भाषाओं के लोगों को महसूस हुआ कि असमी भाषा उनके ऊपर थोपी जा रही है अत: उन्होंने असम से अलग होकर अपनी भाषाओं के विकास के लिए पृथक राज्यों की मांग उठाना प्रारम्भ कर दिया जिनको विभिन्न समयों में स्वीकार कर लिया गया। नागालैंड का गठन 1960 में पृथक राज्य के रूप में हुआ।

1972 में मेघालय, मणिपुर व त्रिपुरा का गठन किया गया। 1986 में अरुणाचल प्रदेश व मिजोरम का अलग राज्यों के रूप में गठन किया गया। भाषायी व सांस्कृतिक कारणों के अलावा इन राज्यों ने आर्थिक विकास के अभाव के कारण वे राजनीतिक भेदभाव के कारण अलग राज्यों की मांग उठायी थी जिसमें वे अन्ततः सफल भी हो गए।

प्रश्न 10.
पूर्वोत्तर क्षेत्रों की स्वायत्तता की मांग के औचित्य को समझाइए।
उत्तर:
आजादी के बाद सम्पूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र (केवल मणिपुर व त्रिपुरा को छोड़कर) असम कहलाता था। आसामी भाषा के अन्य भाषाओं के ऊपर प्रभुत्व के डर से गैर असमी भाषा के लोगों ने अपने क्षेत्रों को अलग राज्य के रूप में गठित करने की मांग उठाई। ये अपने क्षेत्र के लिए राजनीतिक स्वायत्तता चाहते थे ताकि अपनी बोली, भाषा, संस्कृति व आर्थिक हितों की रक्षाकर सके। इसके लिए उन्होंने विभिन तरीकों से आन्दोलन प्रारम्भ कर दिए। कभी-कभी ये आन्दोलन हिंसात्मक भी हुए। ये क्षेत्र असम से अलग होकर अपना एक नेतृत्व विकसित करना चाहते थे जो उनके आर्थिक व सांस्कृतिक व भाषीय हितों की रक्षा कर सके।

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प्रश्न 11.
मिजोरम में विघटनकारी व अलगाववादी आन्दोलन के कारणों को समझाइए।
उत्तर:
मिजोरम को आजादी के बाद असम के भीतर ही एक स्वायत्त जिला बना दिया गया था। कुछ मिजो लोगों का मानना था कि वे ब्रिटिश इंडिया के अंग नहीं रहे अत: भारत से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है। 1959 में मिजोरम में अकाल पड़ा जिसकी ओर भारत सरकार ने अधिक ध्यान नहीं दिया जिससे मिजोरम के लोगों की नाराजगी और भी अधिक बढ़ गई व 1966 में मिजो नेशनल फ्रंट ने आजादी की माँग करते हुए सशस्त्र अभियान प्रारम्भ कर दिया व भारतीय सेना व केन्द्र सरकारयों को अपने गुस्से का निशाना बनाया इस प्रकार मिजो नेशनल फ्रंट ने गुरिल्ला युद्ध प्रारम्भ कर दिया।

चीन व पाकिस्तान से मिजो उग्रवादियों को सैनिक ट्रेनिंग व आर्थिक सहायता प्राप्त हुई। दो दशकों तक मिजोरम इस आतंकी हिंसा का शिकार हुआ जिसमें स्थानीय लोगों को भी नुकसान हुआ व भारतीय सैनिक व केन्द्र सरकार के कर्मचारी व अधिकारी भी इस हिंसा के शिकार हुए। मिजोरम आन्दोलन के प्रमुख नेता लालडेगाँ थे जिन्होंने 1986 में मिजोरम में शान्ति लाने व इसको भारत के साथ राष्ट्रीय मुख्य धारा में लाने के लिए समझौता किया जिसके फलस्वरूप लालडेगा राज्य के मुख्यमन्त्री बने व मिजोरम के उग्रवादियों ने हिंसा त्यागने का वायदा किया।

प्रश्न 12.
नागालैंड में उग्रवादी घटनाओं के कारणों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
मिजोरम के समान ही नागलैंड की परिस्थितियाँ रही। नागालैंड में 1951 के बाद ही ए-जैंड-फिजो के नेतृत्व में उग्रवादी गतिविधियाँ व आन्दोलन प्रारम्भ हो गए थे। नागालैंड के प्रमुख नेता फिजो को केन्द्र सरकार से वार्ता के बार-बार प्रस्ताव मिलते रहे परन्तु फिजो का रवैयाअडियल ही रहा। नागालैंड के आन्दोलन को बाहरी शक्तियों विशेषकर चीन व पाकिस्तान से लगातार समर्थन मिलता रहा। हिंसक विद्रोह के एक दौर के बाद नागा लोगों ने भारत की सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। नागालैंड का सन्तोषजनक समाधान अभी भी होना बाकी है। इनकी प्रमुख माँग थी कि नागालैंड को अलग राज्य के रूप में स्थापित करना है।

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प्रश्न 13.
राजीव व आसाम के विद्यार्थियों के बीच हुए आसाम समझौते की प्रमुख विशेषताएँ समझाइए।
उत्तर:
1979 से 1985 तक चला आसाम आंदोलन बाहरी लोगों के खिलाफ चले आंदोलनों का सबसे अच्छा उदाहरण है। असमी लोगों को यह डर था कि बिहार व बंगला देश से आए बाहरी लोग स्थानीय व्यापार व प्रशासन पर कब्जा कर एक दिन स्थानीय लोगों को अल्पसंख्यक बना देंगे जिसके खिलाफ उन्होंने आन्दोलन प्रारम्भ कर दिया जो 1979 में ऑल आसाम स्टूडेन्ट्स यूनियन ने चलाया। आसूं का आन्दोलन गैर राजनीतिक था व उनका उद्देश्य केवल बाहर से आए अवैध अप्रवासी बंगालियों के दबदबे को समाप्त करना था।

आन्दोलनकारियों की माँग थी कि 1951 के बाद जितने भी लोग असम में आकर बसे हैं उन्हें असम से बाहर भेजा जाए। इस आन्दोलन में इन्हें आसाम के प्रत्येक वर्ग का समर्थन मिला। धीरे-धीरे यह आन्दोलन हिंसक भी हुआ व इस आन्दोलन का राजनीतिकरण भी हुआ आन्दोलन की शुरुआत शान्तिपूर्ण अवश्य हुई लेकिन बाद में हिंसात्मक होने के कारण जान माल का काफी नुकसान हुआ।

छ: वर्ष की अस्थिरता के बाद राजीव गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी तथा राजीव गाँधी के साथ असम समझौता हुआ। इस समझौते में यह तय किया गया कि बंगला देश युद्ध के दौरान व उसके बाद के सालों में जो लोग असम में आए हैं उनको पहचान कर असम से बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद असम में शांति का युग प्रारम्भ हुआ।

प्रश्न 14.
क्षेत्रीय समस्याओं को हल करने में श्री राजीव गाँधी के योगदान को समझाइए।
उत्तर:
जिस समय श्री राजीव गाँधी ने देश के प्रधानमंत्री का पद सम्भाला, देश के अनेक क्षेत्रों में विभिन्न समस्याओं को लेकर आन्दोलन चल रहे थे। इनमें से कई आन्दोलन हिंसात्मक थे व अलगाववादी सोच भी रखते थे। ऐसे प्रमुख आन्दोलन पंजाब, जम्मू-कश्मीर, मिजोरम व नागालैंड में चल रहे थे। राजीव गाँधी ने अपनी व्यापक सोच समझ-बूझ के आधार पर सभी मुद्दों को समझा जिन पर आन्दालेन चल रहा था। सभी विषयों पर एक व्यवहारिक दृष्टिकोण रखते हैं आन्दोलनकारियों से बात की व समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिससे लगभग सभी क्षेत्रों की समस्याओं को हल करने में नहीं तो कम से कम उस तनाव को कम करने में मदद मिली जो हिंसा को जन्म दे रहे थे।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
पिछले साठ वर्षों की राजनीति में भारत में चली आन्दोलन की राजनीति से क्या सबक लिया जा सकता है?
उत्तर:
भारत एक प्रजातन्त्रीय देश है जिसका निर्माण उदारवादी मूल्यों के आधार पर किया गया है। भारतीय नागरिकों को मौलिक अधिकार प्राप्त हैं जिसके आधार पर उनको अपनी सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक व भौगोलिक पहचान को बनाने, विकसित करने व सुरक्षित रखने का अधिकार है। सभी नागरिकों को अपने आर्थिक हित भी सुरक्षित रखने का अधिकार है। नागरिकों को अपने को व्यक्त करने व अपने हितों को प्राप्त करने के लिए शान्तिपूर्ण आन्दोलन करने व विरोध करने का भी अधिकार है।

इन अधिकारों का प्रयोग भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक करते रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया के विकास के साथआन्दोलनों की राजनीति का भी विकास हुआ जिसने भारतीय राजनीति को नकारात्मक व सकारात्मक रूप में प्रभावित किया है। इन अनुभवों के आधार पर हम निम्न सबक प्राप्त कर सकते हैं –

  1. प्रजातन्त्रीय प्रणाली में लोगों के द्वारा अपनी क्षेत्रीय आकांक्षाओं को व्यक्त करने को सकारात्मक रूप से स्वीकार करना चाहिए ताकि उनमें किसी प्रकार विद्रोह की भावना उत्पन्न ना हो।
  2. राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्था का निर्माण इस प्रकार से होना चाहिए जिससे क्षेत्रीय भावनाओं का समायोजन हो सके।
  3. आन्दोलनकर्ताओं के साथ प्रशासनिक स्तर पर व राजनीतिक स्तर पर जल्द से जल्द बात करने की प्रक्रिया प्रारम्भ होनी चाहिए।
  4. शक्तियों को विभिन्न स्तर पर यथा सम्भव विकेन्द्रित किया जाना चाहिए व स्थानीय संस्थाओं को मजबूत किया जाना चाहिए ताकि वे स्थायी समस्याओं का निपटारा कर सके।
  5. सभी राजनीतिक दलों को स्थानीय आकांक्षाओं, माँगों व हितों को ठीक से समझकर उनहें सरकार के पास प्रस्तुत करना चाहिए।
  6. क्षेत्रीय पक्षपात को समाप्त करना चाहिए।
  7. संविधान के प्रावधानों का पक्षपात रहित तरीके से प्रयोग करना चाहिए। सही संधीय भावना के अनुसार शासन चलना चाहिए।

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प्रश्न 2.
जम्मू-कश्मीर की समस्या का मुल कारण समझाते हुए इसके निवारक का तरीका सुझाइए।
उत्तर:
आजादी से पहले जम्मू-कश्मीर एक देशी रियासत थी । भारत सरकार अधिनियम 1947 के आधार पर जम्मू-कश्मीर को भी यह छूट दी गई थी कि यह चाहे तो स्वतंत्र राज्य के रूप में रहे अथवा पाकिस्तान या भारत में विलय हो जाए। जम्मू-कश्मीर के राजा हरि सिंह ने स्वतंत्र रहना चाहा परन्तु कबिलियों के 1948 में जम्मू-कश्मीर पर आक्रमण के कारण राजा हरि सिंह ने 1948 में कुछ शर्तों के आधार पर भारत में विलय स्वीकार कर लिया। परन्तु इस विलय को पाकिस्तान ने व जम्मू-कश्मीर के एक वर्ग ने स्वीकार नहीं किया।

इसी आधार पर पाकिस्तान के साथ भारत के सम्बन्ध लगातार खराब ही चल रहे हैं। 1948, व 1965 में पाकिस्तान व भारत के बीच युद्ध चला। भारत ने जम्मू-कश्मीर को भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 के आधार पर विशेष दर्जा जिसके आधार पर कश्मीर का अपर अलग स्थानमा के द्वारा बनाया गया कोई कानून तभी लागू हो सकता है जब उस कानून को जम्मू-कश्मीर की विधान सभा पारित कर दे।

इस विलय के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता श्री शेख अबदुल्ला को जम्मू-कश्मीर का प्रधान मंत्री बनाया गया व यह भी निश्चित किया गया कि जब जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य हो जाएँगे इस विलय पर जम्मू-कश्मीर के लागों की राय अथवा स्वीकृति प्राप्त कर ली जाएगी। केवल इस विलय से समस्या समाप्त नहीं हुई बल्कि इस विलय के बाद समस्या प्रारम्भ हो गई। पाकिस्तान ने ना केवल इसे अस्वीकार कर दिया बल्कि जम्मू-कश्मीर के लागों को भी लगातार इस विषय पर गुमराह करके वहाँ पर उग्रवाद व आतंकवाद को जन्म दिया। जम्मू-कश्मीर समस्या के सम्बन्ध में तीन धारणाएँ हैं –

  1. जम्मू-कश्मीर के लोगों का समूह पाकिस्तान के साथ विलय का पक्षधर है।
  2. जम्मू-कश्मीर में एक समूह ऐसा है जो पाकिस्तान के साथ विलय नहीं चाहता बल्कि स्वतंत्र कश्मीर चाहता है।
  3. जम्मू-कश्मीर के लोगों का एक बड़ा समूह ऐसा है जो भारत में जम्मू-कश्मीर के विलय को स्वीकार करता है परन्तु और अधिक स्वायत्तता की माँग करते हैं।

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प्रश्न 3.
सिक्किम के भारत में विलय की परिस्थितियों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
भारत की आजादी के समय सिक्किम को भारत की शरणागति प्राप्त थी जिसका अर्थ यह है कि सिक्किम भारत का अंग तो नहीं था परन्तु वह पूरी तरह प्रभुसत्ता सम्पन्न राज्य भी नहीं था। सिक्किम की रक्षा व विदेशों के मामलों की जिम्मेवारी भारत की थी जबकि सिक्किम का आन्तरिक प्रशासन व विकास का कार्य वहाँ के राजा चोगयाल के पास था। यह व्यवस्था अधिक सफल नहीं हो पा रही थी क्योंकि राजा लोगों की स्थानीय प्रजातन्त्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल नहीं हो पा रही थी जिसके कारण जनता में राजा चोगयाल के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे।

सिक्किम में एक बड़ा हिस्सा नेपालियों का था जिनका यह मानना था कि राजा चोगयाल अल्पसंख्यक लेपया-भूटिया के एक छोटे से वर्ग का शासन उन पर लाद रहा है। चौगयाल के खिलाफ नेपालियों में विरोध उठा जिसको भारत सरकार का भी समर्थन मिल गया। सिक्किम विधान सभा के लिए पहला लोकतान्त्रिक चुनाव 1974 में हुआ जिसमें सिक्किम कांग्रेस को भारी सफलता प्राप्त हुई। यह पार्टी सिक्किम को भारत में विलय करने की पक्षधर थी।

सिक्किम विधान सभा में 1975 में एक प्रस्ताव पारित कर सिक्किम के भारत में विलय का प्रस्ताव पारित कर दिया जिस पर तुरन्त सिक्किम की जनता का जनमत संग्रह कराने के लिए जनता के पास भेजा गया जिस पर जनता ने इस प्रस्ताव पर जनमत संग्रह कर दिया। भारत सरकार ने सिक्किम विधान सभा के इस अनुरोध को तुरन्त स्वीकार कर लिया जिससे सिक्किम भारत का 22 वाँ राज्य बन गया। चोगयाल ने भारत के इस फैसले की निन्दा की तथा इस फैसले को भारत द्वारा षड्यन्त्र का नाम दिया। क्योंकि सिक्किम के भारत में विलय के फैसले पर जनता की राय प्राप्त कर ली गई थी इसलिए सिक्किम की राजनीति में इस विलय का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा। आज सिक्किम भारत का अन्य राज्यों की तरह अभिन्न अंग है व इसका भारत में विलय अन्तिम है।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

I. निम्नलिखित विकल्पों में सही का चुनाव कीजिए

प्रश्न 1.
जम्मू-कश्मीर को किस अनुच्छेद के तहत विशेष दर्जा दिया गया है?
(अ) 356
(ब) 370
(स) 368
(द) 352
उत्तर:
(ब) 370

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प्रश्न 2.
भारत में जम्मू-कश्मीर का विलय किस राजा ने किया?
(अ) हरि सिंह
(ब) शेख अब्दुल्ला
(स) राजवेन्द्र सिंह
(द) मीर कासिम
उत्तर:
(अ) हरि सिंह

प्रश्न 3.
आनन्दपुर साहिब प्रस्ताव किस वर्ष पारित किया गया?
(अ)1971
(ब) 1972
(स) 1973
(द) 1958
उत्तर:
(स) 1973

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प्रश्न 4.
निम्न में से कौन-से राज्य का नाम नेफा था?
(अ) मेघालय
(ब) मिजोरम
(स) सिक्किम
(द) अरुणाचल प्रदेश
उत्तर:
(द) अरुणाचल प्रदेश

प्रश्न 5.
संविधान के किस संशोधन द्वारा शक्तियों के केन्द्रीकरण का प्रयास किया गया?
(अ) 24 वाँ संविधान संशोधन
(ब) 42 वाँ संविधान संशोधन
(स) 44 वाँ संविधान संशोधन
(द) 52 वाँ संविधान संशोधन
उत्तर:
(ब) 42 वाँ संविधान संशोधन

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

प्रश्न 6.
सुन्दर लाल बहुगुणा का संबंध किस आंदोलन से है?
(अ) पर्यावरण
(ब) महिला सशक्तिकरण
(स) किसान समस्या
(द) आतंकवाद
उत्तर:
(द) आतंकवाद

प्रश्न 7.
जम्मू-कश्मीर के संबंध में भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद पर आपत्ति उठाई जाती है?
(अ) 352
(ब) 356
(स) 360
(द) 370
उत्तर:
(द) 370

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

प्रश्न 8.
पंजाब समस्या का समाधान हेतु राजीव गाँधी ने पंजाब के किस नेता के साथ समझौता किया था?
(अ) सुरजीत सिंह बरनाला
(ब) प्रकाश सिंह बादल
(स) हरचरण सिंह लौंगोवाल
(द) अमरिन्दर सिंह
उत्तर:
(स) हरचरण सिंह लौंगोवाल

प्रश्न 9.
1992 में विश्व पर्यावरण के मुद्दे पर पृथ्वी सम्मेलन कहाँ हुआ?
(अ) रियो द जनेरियो
(ब) न्यूयार्क
(स) जेनेवा
(द) टोकियो
उत्तर:
(अ) रियो द जनेरियो

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

प्रश्न 10.
नेशनल कॉन्फ्रेंस किस राज्य से संबंधित है?
(अ) राजस्थान
(ब) पंजाब
(स) जम्मू-कश्मीर
(द) हिमाचल प्रदेश
उत्तर:
(स) जम्मू-कश्मीर

प्रश्न 11.
क्षेत्रीय दलों के उदय का सबसे बड़ा कारण क्या है?
(अ) कांग्रेस के नेतृत्व का पतन
(ब) क्षेत्रीय असंतुलन
(स) भारत की संघीय व्यवस्था
(द) बहु-दलीय व्यवस्था
उत्तर:
(अ) कांग्रेस के नेतृत्व का पतन

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

प्रश्न 12.
संविधान में 42वाँ संशोधन कब हुआ?
(अ) 1971
(ब) 1976
(स) 1977
(द) 1978
उत्तर:
(ब) 1976

प्रश्न 13.
गठबंधन सरकारों के आने से संसदीय व्यवस्था में क्या प्रमुख खामियाँ आयी हैं?
(अ) राष्ट्रपति की कमजोर स्थिति
(ब) प्रधानमंत्री की सबल स्थिति
(स) सामूहिक उत्तरदायित्व की अवहेलना
(द) क्षेत्रीय दलों का उत्कर्ष
उत्तर:
(द) क्षेत्रीय दलों का उत्कर्ष

II. मिलान वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions chapter 8 क्षेत्रीय आकांक्षाएँ Part - 2 img 2
उत्तर:
(1) – (स)
(2) – (द)
(3) – (ब)
(4) – (अ)
(5) – (य)

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 7 जन-आन्दोलन का उदय

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 7 जन-आन्दोलन का उदय Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 7 जन-आन्दोलन का उदय

Bihar Board Class 12 Political Science जन-आन्दोलन का उदय Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
चिपको आन्दोलन के बारे में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन गलत हैं?
(क) यह पड़ों की कटाई को रोकने के लिए चला एक पर्यावरण आन्दोलन था।
(ख) इस आन्दोलन ने परिस्थितियों और आर्थिक शोषण के मामले उठाए।
(ग) यह महिलाओं द्वारा शुरू किया गया शराब-विरोधी आन्दोलन था।
(घ) इस आन्दोलन की माँग थी कि स्थानीय निवासियों का अपने प्राकृतिक संसाधनों का नियन्त्रण होना चाहिए।
उत्तर:
(ग) यह महिलाओं द्वारा शुरू किया गया शराब-विरोधी आन्दोलन था।

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions Chapter 7 जन-आन्दोलन का उदय

प्रश्न 2.
नीचे लिखे कुछ गलत हैं। इसकी पहचान करें और जरूरी सुधार के साथ उन्हें दुरुस्त करके दोबारा लिखे (Some of the statements below are incorrect, identify the incorrect statements and rewrite those with necessary correction)
(अ) सामाजिक आंदोलन भारत के लोकतंत्र को हानि पहुँचा रहे हैं।
(ब) सामाजिक आंदोलन की मुख्य ताकत विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच व्याप्त उनका जनाधार है।
(स) भारत के राजनीतिक दलों ने कई मुद्दों को नहीं उठाया। इसी कारण सामाजिक ‘आंदोलन का उदय हुआ।

ठीक वाक्य नीचे दिए गए हैं –

(क) यह कथन गलत है क्योंकि-सामाजिक आंदोलन भारत के लोकतंत्र को हानि पहुँचा रहे हैं।
(ब) यह कथन ठीक है क्योंकि-सामाजिक आंदोलन की मुख्य ताकत विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच व्याप्त उनका जनाधार है।
(स) यह कथन गलत है क्योंकि-भारत के राजनीतिक दलों ने कई सामाजिक, आर्थिक मुद्दों को नहीं उठाया। इसी कारण सामाजिक आंदोलन का उदय हुआ।
उत्तर:
(क) यह कथन गलत है क्योंकि-सामाजिक आंदोलन भारत के लोकतंत्र को हानि पहुँचा रहे हैं।

प्रश्न 3.
उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में (अब उत्तराखंड) 1970 के दशक में किन कारणों से चिपको आन्दोलन का जन्म हुआ? इस आन्दोलन का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन के उदय की कहानी एक ग्राम की एक छोटी-सी उस घटना से है, जिसमें ग्राम वालों ने अपनी खेती बाड़ी के औजार बनाने के लिए वन विभाग से कुछ लकड़ी काटने की अनुमति माँगी जिसको वन विभाग के अधिकारियों ने मना कर दिया परन्तु खेल का सामान बनाने वाली कम्पनी के ठेकेदार को जमीन का टुकड़ा व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए आबंटित कर दिया। जिससे ग्राम वालों में रोष पैदा हो गया व इसके खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए आन्दोलन छेड़ दिया जो जल्द ही पूरे उत्तराखंड में फैल गया।

इस आन्दोलन में आन्दोलनकारियों ने पारिस्थितिकी व आर्थिक शोषण के कई सवाल खड़े कर दिए। इसमें आन्दोलनकारियों ने मांग की कि जंगल की कटाई का कोई भी ठेका बाहरी व्यक्ति को ना दिया जाए व स्थानीय लोगों का जल, जंगल और जमीन जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर कारगर नियन्त्रण होना चाहिए। यहाँ के लागों ने मांग की कि इस क्षेत्र के विकास के लिए सरकार लघु उद्योगों के लिए कम कीमत की सामग्री उपलब्ध कराए व इस क्षेत्र को पारिस्थितिक संतुलन को नुकसान पहुँचाएँ बगैर यहाँ का विकास सुनिश्चित करें।

इस आन्दोलन की प्रमुख विशेषता यह रही कि इसमें महिलाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। सुन्दर लाल बहुगुणा का नाम इस आन्दोलन के साथ प्रमुख रूप से जुड़ा हुआ है। महिलाओं का इस आन्दोलन के साथ जुड़ने का एक प्रमुख कारण यह था कि जंगल के ठेकेदार ग्रामों के पुरुषों को शराब की आपूर्ति करते थे जिससे यहाँ के पुरुषों में नशे की लत लग जाने से परिवार आर्थिक रूप से सामाजिक रूप से व मानसिक रूप से बरबाद हो रहे थे। अतः इस सबसे छुटकारा पाने के लिए महिलाओं ने ही इस आन्दोलन के जरिए इसे दूर करने का बीड़ा उठाया। चिपको आन्दोलन को सुन्दर लाल बहुगुणा के नाम से ज्यादा जाना जाता है।

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प्रश्न 4.
भारतीय किसान यूनियन, किसानों की दुर्दशा की तरफ ध्यान आकर्षित करने वाला अग्रणी संगठन है। नब्बे के दशक में इसने किन मुद्दों को उठाया और इसे कहाँ तक सफलता मिली?
उत्तर:
किसान वर्ग भारत के सभी व्यावसायिक वर्गों की अपेक्षा बद्दतर हालत में है। देश की 80% जनसंख्या व्यवसाय की दृष्टि से कृषि पर निर्भर करती है। कृषि भारत की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। भारत सरकार ने व राज्य सरकारों ने कृषि के विकास की ओर तो कुछ ध्यान दिया है परन्तु किसान के विकास की ओर ध्यान नहीं दिया। किसान की स्वतंत्रता के 60 वर्षों के बाद भी स्थिति में बहुत अधिक सुधार नहीं हुआ। अगर कृषि की पैदावार में वृद्धि हुई तो कृषि पर होने वाले खर्च में भी उससे कहीं अधिक अनुपात में वृद्धि हुई इससे किसान के जीवन स्तर में कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं आया।

1960 के दशक में हरित क्रांति आयी। इससे पैदावार भी बढ़ी। मशीन व तकनीकी का भी खेती में प्रयोग हुआ परन्तु कुल लाभ किसानों को अधिक नहीं हुआ अगर इसका कुछ लाभ हुआ भी तो वह केवल पंजाब, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े किसानों को हुआ। कृषि की आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने के कारण व बैंकों से कर्ज मिलने की सुविधा के कारण भी किसान कों में डूब गए। कई राज्यों में किसानों ने आत्म हत्यायें भी की।

किसान लम्बे समय से असंगठित रहे जिससे इनकी आवाज व इनकी मांगों को सरकार तक ठीक प्रकार से नहीं ले जाया जा सका। 1988 के जनवरी में उत्तर प्रदेश के एक शहर मेरठ में देश भर के लगभग 20 हजार किसान जमा हुए जिसमें किसानों ने बिजली की बढ़ी हुई दरों के अलावा किसानों के हितों से जुड़े अनेक मुद्दों को उठाया। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में चौधरी महेन्द्र सिंह टिकेत के नेतृत्व में किसान आन्दोलन एक आकार ले चुका था। छोटे-छोटे आन्दोलन अन्य कई राज्यों जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, हरियाणा व पंजाब में संगठित हो रहे थे।

भारतीय किसान यूनियन एक राष्ट्रीय स्तर का संगठन है जिसका व्यापक जनाधार व प्रभाव है। किसान यूनियन ने महेन्द्र सिंह टिकेत के नेतृत्व देहली के लाल किले पर भी हजारों किसानों की संख्या के साथ धरना देकर संसद का ध्यान किसानों की माँगो की ओर खींचा था। किसान यूनियन की इन गतिविधियों का प्रभाव यह है कि ये विभिन्न स्तर पर किसानों के हितों के लिए लोबीइंग करने में सफल रहे हैं। संसद में किसानों की आवाज उठती है। किसानों के प्रतिनिधि के रूप में अनेक सांसद व विधान सभा सदस्य हैं। प्रत्येक राजनीतिक दल की किसान शाखा है जो किसानों के हितों का ध्यान रखती है। किसान यूनियन की प्रमुख माँगे निम्न हैं –

  1. गन्ने व गेहूँ की सरकारी खरीद मूल्य में बढ़ोत्तरी करने।
  2. कृषि उत्पादों के अन्तर्राज्यीय आवाजाही पर लगी पाबंदियों को हटाने।
  3. समुचित दल पर गारंटीशुदा बिजली आपूर्ति करने।
  4. किसानों के लिए पेंशन का प्रावधान करने।
  5. सस्ती दरों पर किसानों को बैंको से कर्ज दिलाने की व्यवस्था करने।
  6. मूल्यों के निर्धारण में किसानों का प्रतिनिधित्व करने आदि।

इस प्रकार से आज किसान पहले की अपेक्षा अधिक जागरूक हुआ है। सरकार ने भी ग्रामीण विकास की ओर अधिक ध्यान दिया है जिससे ग्रामों के चेहरे व किसानों के चेहरे में चमक आयी है। ग्रामों में शिक्षा स्वास्थ्य व सिंचाई की सुविधाएँ पहुँचाई गई हैं।

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प्रश्न 5.
आंध्र प्रदेश में चले शराब-विरोधी आन्दोलन ने देश का ध्यान कुछ गम्भीर मुद्दों की तरफ खींचा। ये मुद्दे क्या थे?
उत्तर:
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के कलिनारीमंडल स्थित गुंडलुर गाँव की महिला से अपने गाँव में ताड़ी बिक्री पर पाबंदी लगाने के लिए एकजुट हुई व बड़ी बहादुरी के साथ ताड़ी विक्रेताओं व उनके गुंडों का मुकाबला किया।

अन्ततः ताड़ी विक्रेताओं को हार माननी पड़ी। महिलाओं ने ना केवल ताड़ी बेचने का विरोध किया बल्कि ताड़ी के साथ शराब के धन्धे का भी विरोध किया। महिलाओं के इस अभियान की खबर प्रेस के माध्यम से सभी जगह फैल गई। महिला प्रौढ़ शिक्षा प्रोग्राम जो 1990 के प्रारम्भ में महिलाओं के लिए चलाया गया था, इस कार्यक्रम को अर्थात् महिलाओं के शराब बन्दी के आन्दोलन के प्रचार करने में प्रभावकारी सिद्ध हुआ। इस आन्दोलन ने समाज के निम्न प्रमुख मुद्दों को प्रभावित किया –

  1. महिलाओं का शारीरिक व मानसिक शोषण
  2. शराब के नशे का पुरुषों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
  3. आर्थिक संकट की स्थिति
  4. महिलाओं की अशिक्षा
  5. बेरोजगारी
  6. राजनीतिक व अपराध के बीच का सम्बन्ध
  7. प्रशासन व अपराध के बीच का सम्बन्ध
  8. घरेलू हिंसा
  9. महिलाओं की शिक्षा की आवश्यकता
  10. दहेज प्रथा
  11. महिलाओं का शारीरिक शोषण
  12. लैंगिक समानता

प्रश्न 6.
क्या आप शराब विरोधी आन्दोलन को महिला-आन्दोलन का दर्जा देंगे?
उत्तर:
वास्तव में शराब विरोधी आन्दोलन को महिला आन्दोलन कहा जा सकता है क्योंकि इन आन्दोलनों को महिलाओं का ही अधिकांशत: समर्थन है व इनका नेतृत्व भी महिला ही कर रही थी। इसको इस नजरिए से भी महिला आन्दोलन कहा जा सकता है क्योंकि शराब के नशे का सबसे ज्यादा प्रभाव महिलाओं को ही झेलना पड़ता है। इनके ऊपर शारीरिक मानसिक अत्याचार होते हैं, परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। परिवार के बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ जाता है।

परिवार बेरोजगारी का शिकार हो जाता है। परिवार कर्जवान हो जाता है। इसके साथ-साथ शराब के नशे के कारण समाज में महिलाओं को प्रभावित करने वाली अनेक कुरीतियाँ जन्म ले लेती हैं जैसे दहेज, भ्रूण हत्या व सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं का शोषण। इस प्रकार शराब बन्दी के लिए सबसे ज्यादा समर्थन महिलाओं का ही समर्थन मिलता है। हरियाणा आंध्र प्रदेश व गुजरात में चले नशाबन्दी के आन्दोलनों में भी महिलाओं की अग्रिम भूमिकाओं के उदाहरण हमारे सामने हैं। इस प्रकार से हम शराब के खिलाफ आन्दोलनों को हम महिला आन्दोलन कह सकते हैं।

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प्रश्न 7.
नर्मदा बचाओ आन्दोलन ने नर्मदा घाटी की बाँध परियोजनाओं का विरोध क्यों किया?
उत्तर:
नर्मदा बचाओ आन्दोलन प्रारम्भ से ही सरदार सरोवर परियोजना को विकास परियोजनाओं के साथ जुड़े कई अन्य मुद्दों के साथ जोड़ कर देखता रहा है। इस आन्दोलन के समर्थकों ने विकास के मॉडल और उसके सार्वजनिक औचित्य पर “सवाल उठाया।” आन्दोलनकारियों का यह कहना था कि इन परियोजनाओं पर अत्यधिक खर्च होता है व इन परियोजनाओं का समाज के गरीब वर्गों को विस्थापन, बेरोजगारी व पर्यावरण प्रदुषण के रूप में खमियाजा उठाना पड़ता है।

आन्दोलनकारियों ने अपने आन्दोलन के माध्यम से निम्न प्रमुख प्रश्न उठाएँ –

  1. परियोजनाओं की औचित्यता पर।
  2. परियोजनाओं पर होने वाले खर्चों पर।
  3. परियोजनाओं के सम्बन्ध में निर्णय लेने की प्रक्रिया पर। इनका कहना है कि जब इस प्रकार की परियोजनाओं के सम्बन्ध में निर्णय लिया जाए तो स्थानीय लोगों को भी इसमें शामिल होना चाहिए व इनकी सहमति भी आवश्यक होनी चाहिए।
  4. विस्थापित लोगों का पुनः स्थापित किया जाना चाहिए।
  5. पर्यावरण की सुरक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए।
  6. संस्कृति पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
  7. इस औचित्य को भी इस आन्दोलन में उठाया गया कि केवल कुछ लोगों के लाभ के लिए शेष लोगों को बलि का बकरा नहीं बनाना चाहिए।

प्रश्न 8.
क्या आन्दोलन और विरोध की कार्यवाइयों से देश का लोकतन्त्र मजबूत होता है? अपने उत्तर की पुष्टि में उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रजातन्त्र को प्रजा की, प्रजा के लिए व प्रजा के द्वारा सरकार माना जाता है। प्रजातन्त्र में अन्तिम शक्ति जनता के पास निहित होती है प्रजातन्त्रीय सरकार विचार विमर्श, संवाद, सहमति पर आधारित होती है। प्रजातंत्रीय सरकार में मतभेद, विनय की गुंजाइस होती है। प्रजातन्त्रीय सरकार में लोगों के अपने अधिकार व जिम्मेवारियाँ होती हैं व उनको अपनी बात अपने तरीके से कहने का अधिकार होता है। अपनी मांगों को सरकार के सम्मुख रखने का अधिकार होता है।

ये सभी बात प्रजातन्त्रीय वातावरण व संस्कृति में समा सकती है अतः विरोध, मतभेद व आन्दोलन से प्रजातन्त्र कमजोर नहीं होता बल्कि इन प्रक्रियाओं से प्रजातन्त्र मजबूत होता है। इन आन्दोलनों से सरकार पर अंकुश लगता है वह प्रजातन्त्र में गतिशीलता आती है। आन्दोलनों व विरोध से सरकार की क्षमता में विकास होता है। भारत एक प्रजातन्त्रीय देश है जिसमें विभिन्न आधारों पर (सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, भाषीय, धार्मिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक व वैचारिक) अनेक हित समूह व दबाव समूह सक्रिय रूप से भारतीय राजनीति को प्रभावित करते हैं।

अनेक बार ये अपने हितों को प्राप्त करने पर आन्दोलन भी करते हैं। किसान आन्दोलन, मजदूर आन्दोलन, महिला आन्दोलन, जातिय आन्दोलन (हाल ही में राजस्थान में आरक्षण के लिए गुर्जर आन्दोलन आदि) कई बार ये आन्दोलन हिंसक भी हो जाते हैं। कई बार ऐसा देखा गया कि राज्य भी अपनी किसी माँग को लेकर केन्द्र सरकार के विरूद्ध आन्दोलन करते हैं। इन सभी गतिविधियों से वास्तव में प्रजातन्त्र मजबूत होता है। सरकार की मनमानी पर अंकुश लगता है व नागरिकों को राजनीतिक शिक्षा भी प्राप्त होते हैं व नागरिकों के हित मजबूत होते हैं। परन्तु यदि इन आन्दोलनों का प्रयोग व आयोजन सही माँग के लिए जिम्मेवारी से नहीं किया जाता है तो इन आन्दोलन से समाज, राष्ट व प्रजातन्त्र को खतरा व नुकसान भी होता है।

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प्रश्न 9.
दलित पैंथर्स ने कौन-से मुद्दे उठाए?
उत्तर:
यह एक ऐतिहासिक सच है कि हमारे समाज में दलित वर्ग सबसे अधिक शोषित रहा है इस वर्ग को सामाजिक आर्थिक व राजनीतिक स्तर व अन्याय, असमानता व शोषण झेलना पड़ा है। आजादी के बाद प्रजातन्त्रीय वातावरण में दलितों को शिक्षा के अवसर मिले व इनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ जिससे इनमें राजनीतिक जागरूकता का भी विकास हुआ । इन्हें अपने अधिकारों का भी अहसास हुआ। इन सबके फलस्वरूप इन्होंने अपने हितों की रक्षा के लिए संगठन बनाने प्रारम्भ किए जिसमें दलित पैंथर्स भी एक प्रमुख दलित संगठन है दलित पैंथर्स का गठन महाराष्ट्र से दलित युवकों ने 1972 में किया दलित पैंथर्स के सम्मुख निम्न प्रमुख मुद्दे थे –

  1. जातिवाद का विरोध करना।
  2. संवैधानिक प्रावधानों को लागू करना।
  3. दलित महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकना।
  4. सामाजिक भेदभाव को समाप्त करना।
  5. दलितों पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करना।
  6. भूमिहीन गरीब किसानों के हितों की रक्षा करना।
  7. शहरी औद्योगिक मजदूर व अन्य कमजोर वर्गों का एक मजबूत संगठन बनाना।
  8. दलितों में जागरूकता लाना।
  9. राजनीतिक दलों को दलितों के साथ जोड़ना।
  10. आरक्षण की नीतियाँ व सामाजिक न्याय से सम्बन्धित कानूनों को लागू करना।

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प्रश्न 10.
निम्नलिखित अवतरण को पढ़े और इसके आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें।
उत्तर:
“लगभग सभी नए सामाजिक आन्दोलन नई समस्याओं जैसे-पर्यावरण का विनाश, महिलाओं की बदहाली, आदिवासी संस्कृति का नाश और मानव अधिकारों का उल्लंघन ……. के समाधान को रेखांकित करते हुए उभरे। इनमें से कोई भी अपने आप में समाज व्यवस्था के मूलगामी बदलाव के सवाल से नहीं जुड़ा था। इस अर्थ में ये आन्दोलन अतीत की क्रांतिकारी विचारधाराओं से एकदम अलग है।

लेकिन ये आन्दोलन बड़ी बुरी तरह बिखरे हुए हैं और यही इनकी कमजोरी है ……… सामाजिक आन्दोलन का एक बड़ा दायरा ऐसी चीजों की चपेट में है कि वह एक ठोस तथ्य एक जुट जनआन्दोलन का रूप नहीं ले पाता और न ही चितों और गरीबों के लिए प्रासंगिक हो पाता है। ये आन्दोलन बिखरे-बिखरे हैं। प्रतिक्रियाओं के तत्वों से भरे हैं, अनियत है और बुनियादी सामाजिक बदलाव के लिए इनके पास कोई फ्रेमवर्क नहीं है। ‘इस’ या ‘उस” के विरोध (पश्चिमी विरोधी, विकास विरोधी, पूंजीवाद विरोधी आदि) में चलने के कारण इनमें कोई संगति आती है अथवा दबे-कुचले लोगों और हाशिए के समुदायों के लिए से प्रासंगिक हो पाते हैं-ऐसी बात नहीं”

रजनी कोठारी –
(क) नए सामाजिक आन्दोलन क्रांतिकारी विचारधाराओं में क्या अन्तर है?
(ख) लेखक के अनुसार सामाजिक आन्दोलनों की सीमाएं क्या-क्या है?
(ग) यदि सामाजिक आन्दोलन विशिष्ट मुद्दों को उठाते हैं तो आप उन्हें बिखरा हुआ कहेंगे या मानेंगे कि वे अपने मुद्दे पर कहीं ज्यादा केन्द्रित है। अपने उत्तर की पुष्टि में तर्क दीजिए।

उत्तर:
(क) आज के जागरूक उदारवादी आन्दोलन व क्रान्तिकारी विचारधाराओं में यह अन्तर है कि प्रजातन्त्रीय वातावरण व उदारवादी सामाजिक आन्दोलन शान्तिपूर्ण होते हैं व धीरे-धीरे व्यवस्था परिवर्तन करने का प्रयास करते हैं जबकि क्रान्तिकारी विचारधारा पर आधारित आन्दोलन हिंसात्मक होते हैं व व्यवस्था को जल्द से जल्द बदलने का प्रयास करते हैं।

(ख) लेखक के अनुसार सामाजिक आन्दोलन की एक बड़ी सीमा यह है कि एक ठोस तथा एक जुट जन आन्दोलन का रूप नहीं ले पाता व ना ही गरीब वर्ग के लोगों के लिए अधिक उपयोगी व प्रासांगिक नहीं हो पाता। ये आन्दोलन बिखरे हुए होते हैं, अनियत होते हैं व समाज की बुनियादी समस्याओं को हल करने के लिए इनके पास कोई ठोस उपाय नहीं होता।

(ग) प्राय:
सभी आन्दोलन निश्चित मुद्दों को लेकर प्रारम्भ होते हैं परन्तु ये अपने आन्दोलन के सफर में समाज में जुड़े अथवा उस विशेष वर्ग से जुड़ी समस्याओं को भी अपने आन्दोलन के ऐजन्डे में शामिल कर लेते हैं। हालाकि अगर कोई आन्दोलन किसी एक ही विशिष्ट मुद्दे को उठाते हैं तो उसको कहेंगे कि वह अपने ही मुद्दे पर कहीं ज्यादा केन्द्रित है। अगर किसान आन्दोलन है तो जाहिर है कि वह किसानों के हितों की ही बात करेंगे। इसी प्रकार से महिला आन्दोलन महिलाओं के हित की बात करेंगे। परन्तु कुछ ऐसे भी आन्दोलन होते हैं जो विशिष्ट व सार्वजनिक अथवा कई मुद्दों को लेकर चलते हैं।

Bihar Board Class 12 Political Science जन-आन्दोलन का उदय Additional Important Questions and Answers

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
जन आन्दोलनों का प्रजातन्त्र में क्या महत्व है?
उत्तर:
प्रजातन्त्र में जन आन्दोलनों का अस्तित्व में आना व विभिन्न आधारों पर इनका उदय होना स्वाभाविक है। प्रजान्त्रीय प्रक्रिया के दौरान व प्रजातन्त्रीय वातावरण में जनता अपने हितों को समझाना प्रारम्भ करती है तथा उनको प्राप्त करने व विकसित करने के संगठन बनाते हैं व आवश्यकता पड़ने पर आन्दोलन भी करते हैं इस प्रकार से कह सकते हैं कि जन आन्दोलन का उदय होना प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया का ही एक भाग है। इस प्रकार के आन्दोलन का प्रजातन्त्रीय प्रणालियों में अपना अलग महत्त्व है। इन आन्दोलनों से प्रजातन्त्रीय प्रक्रिया में एक नई गतिशीलता को जन्म मिलता है। प्रजातन्त्र इस प्रकार के आन्दोलनों से मजबूत होता है व इन आन्दोलनों के माध्यम से नागरिकों के हितों की रक्षा भी होती है।

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प्रश्न 2.
चिपको आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
उत्तराखंड में प्रारम्भ हुआ चिपको आन्दोलन एक अत्यन्त चर्चित जन आन्दोलन रहा है। सुन्दर लाल बहुगुणा इस आन्दोलन से प्रमुख रूप से जुड़े हुए हैं। इनका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा के लिए पारिस्थितिकी सन्तुलन के पेड़ों की रक्षा करना अति आवश्यक रूप से प्राप्त करना है। इस आन्दोलन का प्रारम्भ छोटी-सी घटना से हुआ था जब जंगल के अधिकारियों ने ग्रामीणों को कृषि के यन्त्र बनाने के लिए लकड़ी काटने की अनुमति नहीं दी बल्कि खेल का सामान बनाने वाली कम्पनी के ठेकेदारों को लकड़ी काटने की अनुमति दे दी। इसके खिलाफ आन्दोलन प्रारम्भ किया गया जिसमें अन्य और कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठ गये।

प्रश्न 3.
चिपको आन्दोलनकारियों की मुख्य माँगें क्या थी?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन मुख्य रूप से जंगल के अधिकारियों के पक्षपाती व्यवहार के खिलाफ था। इसके साथ जंगल के ठेकेदारों द्वारा ग्रामवासियों को नशे की लत डालने के खिलाफ भी यह आन्दोलन था। इन आन्दोलनकारियों का उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ों की रक्षा करना भी था। इसके साथ अन्य कई और मुद्दे भी इस आन्दोलन के कार्य क्षेत्र में आ गए जैसे कि स्थानीय लोगों के अधिकार व स्थानीय प्राकृतिक श्रोतों की सुरक्षा।

प्रश्न 4.
चिपको आन्दोलन महिलाओं का आन्दोलन क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन को महिला आन्दोलन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस आन्दोलन में महिलाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया व पर्यावरण की सुरक्षा व पेड़ों की सुरक्षा के मुद्दों के साथ-साथ महिलाओं से जुड़े अनेक मुद्दों को भी उठाया। चिपको आन्दोलन में महिलाओं ने शराब, ताड़ी, दहेज, महिलाओं पर पुरुषों के द्वारा किए गए शारीरिक व मानसिक शोषण जैसे मुद्दे भी उठाए। इस आन्दोलन से महिलाओं ने वन अधिकारियों व ठेके द्वारा किए गए गलत कार्यों को भी उजागर किया तथा उनके परिवार के पुरुषों को नशे की लत डालकर किस प्रकार से उनके परिवारों को आर्थिक संकट में डाल रहे थे। अतः ये सभी प्रश्न महिलाओं को प्रभावित कर रहे थे जिससे महिलाओं ने इस आन्दोलन में सक्रिय भूमिका अदा की। इसलिए ही इसको महिला आन्दोलन भी कहा जाता है।

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प्रश्न 5.
गैर दलीय आन्दोलन से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
प्रजातन्त्रीय प्रणाली में राजनीतिक दलों की प्रमुख भूमिका होती है कि वे जनता के हितों को सरकार तक ले जाए व जनता के विभिन्न प्रकार के हितों पर जनमत तैयार करें। परन्तु आजकल राजनीतिक दल अपने इन भूमिकाओं में विफल रहे हैं जिससे स्वयं जनता को ही अपने हितों की रक्षा के लिए संगठन बनाकर अपने हितों की रक्षा करनी पड़ती है। इस प्रकार के संगठनों के आन्दोलनों को गैर राजनीतिक आन्दोलन कहते हैं। भारत में 1970 के दशक बाद विभिन्न राज्यों में विभिन्न आधारों पर अनेक गैर राजनीतिक आन्दोलन विकसित हुए। उदाहरण के तौर पर किसान यूनियन, चिपको आन्दोलन, नर्मदा बचाओ आन्दोलन आदि।

प्रश्न 6.
गैर राजनीतिक दलों की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं।
उत्तर:
गैर राजनीतिक दलों की प्रमुख भूमिकाएँ निम्न हैं –

  1. गैर राजनीतिक संगठन ऐच्छिक है।
  2. ये संगठन गैर राजनीतिक होते हैं व चुनाव में हिस्सा नहीं लेते।
  3. ये चुनावी प्रक्रिया व निर्णय प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।
  4. विभिन्न सामूहिक विषय पर संगठित होते हैं।
  5. इनका प्रभाव अक्सर क्षेत्रीय होता है।

प्रश्न 7.
दलित पैंथर्स को एक जन आन्दोलन के रूप में समझाइए।
उत्तर:
दलित समाज को इतिहास में अनेक प्रकार के कष्टों से गुजरना पड़ा है। इनके साथ सामाजिक, आर्थिक मानसिक व शारीरिक अन्याय होता रहा है। प्रजातन्त्र के विकास का दलितों पर भी प्रभाव पड़ा। विशेषकर दलित युवाओं में अपने हितों, गरिमा व मान सम्मान के प्रति जागरूकता जागी व इसको विकसित करने के लिए व अपने ऊपर होने वाले विभिन्न प्रकार के अन्याय व शोषण के खिलाफ लड़ने के लिए एक युवा संगठन बनाया। इसका प्रारम्भ महाराष्ट्र से हुआ इस संगठन का नाम दलित पैंथर्स था। इस संगठन का प्रमुख उद्देश्य था जातिवाद, छुआछुत व इन आधारों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ लड़ना व भारतीय संविधान में इन कुरीतियों को दूर करने के लिए विभिन्न प्रावधानों, सरकारी नीतियों व कानूनों को लागू कराना था।

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प्रश्न 8.
दलित संगठन की प्रमुख गतिविधियाँ क्या थी?
उत्तर:
दलित समाज के हितों की रक्षा करना दलित पैंथर्स का मुख्य उद्देश्य था। इसमें अधिकांशतः युवा वर्ग शामिल था जिनमें उत्साह, जोश व संकल्प था। इस संगठन ने निम्न गतिविधियाँ आरम्भ की –

  1. उच्च जातियों द्वारा दलितों पर किए गए अत्याचार व अन्याय के खिलाफ दलितों को इकट्ठा करना।
  2. दलितों को उनके हित अधिकार व सरकार की नीतियों के बारे में जागरूक करना।
  3. सरकार के ऊपर विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों के द्वारा दलितों के पक्ष में नीतियों के बनवाने व लागू करने के लिए दबाव डलवाना।
  4. छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ना।
  5. दलित पैंथर्स ने राजनीति को भी अपने उद्देश्य के लिए प्रयोग किया।

प्रश्न 9.
भारतीय किसान यूनियन के बारे में आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
किसान लम्बे समय से शोषित व असंगठित रहा है। गरीब किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर रही है क्योंकि वह हर चीज अर्थात् अच्छे बीज, खाद, पानी, बिजली व उसके द्वारा पैदा किए गए कृषि पदार्थों की कीमतों के लिए सरकार पर निर्भर रहा है। 1980 के बाद किसानों में भी जागरूकता आयी व इन्होंने भी राजनीतिज्ञों पर भरोसा किए बिना अपना अलग-अलग संगठन बनाया जिसका नाम भारतीय किसान यूनियन है। यह संगठन विभिन्न तरीकों से समय-समय पर सरकार को प्रभावित करता रहा है।

प्रश्न 10.
भारतीय किसान यूनियन की सफलताएँ समझाइए।
उत्तर:
एक लम्बे समय तक भारत का किसान असंगठित रहा है जिससे उसके हितों की ठीक से सुरक्षा नहीं हो पायी किसान अपनी पैदावार की कीमतों के लिए सरकार पर भी निर्भर करती रही व पैदावार के लिए प्रकृति पर निर्भर रही जिससे किसान की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रही। 1980 के दशक में भारत के किसानों ने संगठित होना प्रारम्भ किया। चौधरी महेन्द्र सिंह टिकेत के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन का गठन किया गया जिसने कई स्थानों यहाँ तक कि लालकिला व भारतीय संसद पर भी धरना दिया जिससे सरकार भारत के किसानों के हितों के प्रति सजग हुई। आज भारतीय किसानों के प्रभाव के कारण किसानों को कृषि के क्षेत्र में अनेक सुविधाएँ मिल रही हैं बैंकों से अनेक सुविधाएँ मिल रही है वे इनका अपनी कीमतों से अच्छी कीमतें भी मिल रही है। यही भारतीय किसान यूनियन की सफलता है।

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प्रश्न 11.
ताड़ी विरोधी आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
ताड़ी एक प्रकार का नशीला पेय पदार्थ होता है जिसका प्रयोग आन्ध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के ग्रामों के पुरुषों के द्वारा बड़ी मात्रा में हो रहा था जिससे परिवारों का आर्थिक संकट बढ़ रहा था व जिसकी सबसे अधिक मार महिलाओं पर पड़ रही थी इसलिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने ताड़ी की पूर्ति व बेच के खिलाफ एक संगठन बनाया व आन्दोलन चलाया जिसको ताड़ी विरोधी आन्दोलन कहते हैं। महिलाओं के इस आन्दोलन व जागरूकता को दबाने के लिए ताड़ी के विक्रेताओं व ठेकेदारों ने हर प्रकार के प्रयास किए परन्तु वे महिलाओं के साहस को कम ना कर सके। अन्त में ताड़ी के विक्रेताओं को हार माननी पड़ी। इस आन्दोलन ने शराब के नशे के प्रयोग का भी विरोध किया।

प्रश्न 12.
ताड़ी आन्दोलन किस प्रकार से फैला?
उत्तर:
ताड़ी की पूर्ति व बेचने के खिलाफ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ नैलोर में इकट्ठी हुई व सभी महिलाओं से इस आन्दोलन में शामिल होने की अपील की जिसका पूरे क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव पड़ा व महिलाओं का यह आन्दोलन एक विशाल आन्दोलन बन गया व लगभग 5000 ग्रामों में फैल गया। जगह-जगह सभाएँ हुई व ताड़ी के नशे व शराब के नशे के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए गए। इस आन्दोलन ने माफिया, अधिकारियों व राजनीतिज्ञों के सम्बन्धों को नंगा कर दिया।

प्रश्न 13.
ताड़ी विरोधी आन्दोलन में अन्य किन-किन मुद्दों को उठाया गया?
उत्तर:
ताड़ी विरोधी आन्दोलन ताड़ी व शराब के नशे के खिलाफ आन्दोलन प्रारम्भ किया परन्तु जिस प्रकार से इसको सफलता मिली, सामूहिक महत्त्व में निम्न मुद्दे भी इसमें शामिल कर लिए गए –

  1. नारी व पुरुषों में भेदभाव।
  2. महिलाओं की शारीरिक व मानसिक यातनाएँ।
  3. दहेज प्रथा।
  4. महिलाओं की सुरक्षा के लिए सम्पत्ति कानूनों में महिलाओं के पक्ष में परिवर्तन।
  5. महिला शिक्षा व रोजगार का विषय।

प्रश्न 14.
ताड़ी बचाओ आन्दोलन का प्रभाव बताइए।
उत्तर:
ताड़ी बचाओ आन्दोलन ग्रामीण क्षेत्र की कुछ महिलाओं ने प्रारम्भ किया था जिनके प्रयास से यह एक जन-आन्दोलन बन गया जिससे ना केवल नशे के खिलाफ जनमत तैयार हुआ बल्कि अन्य सामाजिक बुराइयों को दूर करने का संकल्प इस आन्दोलन के कारण लिया जा सका। इस आन्दोलन की सबसे बड़ी सफलता इस बात में है कि महिलाओं के अधिकारों के बारे में बहुत जागरूकता आयी व महिलाओं की स्थिति में एक बड़ा परिवर्तन आया। सरकार की नीतियों व कानूनों में भी परिवर्तन आ गया। इस आन्दोलन का एक और मायने में प्रभाव व महत्त्व रहा कि यह आन्दोलन माफियाओं, ठेकेदारों, सरकारी अधिकारियों व राजनीति के बीच के सम्बन्धों को तोड़ा गया।

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प्रश्न 15.
नर्मदा बचाओ आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
नर्मदा बचाओ आन्दोलन गुजरात में चलाया गया जिसका प्रभाव देश के अनेक क्षेत्रों में हुआ। इसका उद्देश्य सरदार सरोवर परियोजना के तहत होने वाले बाँध के निर्माण का विरोध करना था। इस आन्दोलन में विकास के नाम पर सरदार सरोवर परियोजना जैसी योजनाओं के औचित्य पर सवाल उठाए। अनेक पर्यावरण से जुड़े लोग व समाज सेवी जैसे प्रमुख रूप से मेधा पाटेकर व अरणघाटी राय इस आन्दोलन के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। इनकी यह मांग भी है इस प्रकार की परियोजनाओं की कीमत का सही विश्लेषण किया जाना चाहिए। इस कीमत स्थानीय लोगों द्वारा सही जाने वाली कीमत को भी ध्यान में रखना चाहिए।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
प्रजातन्त्र में गैर राजनीतिक आन्दोलनों का महत्त्व व प्रासांगिकता समझाइए।
उत्तर:
प्रजातन्त्र में राजनीतिक दलों का अत्यन्त महत्त्व होता है। यह उम्मीद की जाती है कि राजनीतिक दल सरकार व जनता के बीच एक कड़ी का कार्य करती है व जनता की मांगों को व हितो को सरकार तक ले जाती है व सरकार की नीतियों व निर्णयों को जनता तक ले जाकर स्वस्थ जनमत निर्माण का कार्य करती है। प्रजातन्त्र में राजनीतिक दल ही एक प्रकार के राजनीतिक आन्दोलनों के ऐजेन्ट होते हैं परन्तु आज के भौतिकवादी व अवसरवादी युग में राजनीतिक दल के बल, सत्ता की राजनीतिक ही करने में लगे रहते हैं व जनहित से अनभिज्ञ रहते हैं। इस कारण से राजनीतिक दल जनता में अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं।

इस कारण से जनता स्वयं अपने हितों की रक्षा के लिए स्वयं ही संगठित होकर अपने हितों की रक्षा करते हैं। सरकार व समाज का ध्यान अपनी मांगों की ओर दिलाते हैं आवश्यकता पड़ने पर ये आन्दोलन करते हैं धरना देते हैं व प्रस्ताव पारित करते हैं। प्रजातन्त्रीय प्रणाली के कारण जैसे-जैसे जागरूकता का विकास होता है गैर राजनीतिक आन्दोलनों की संख्या बढ़ती जा रही है। अपने-अपने हितों के लिए समूह व दबाव समूह के रूप में सम्बन्धित लोग इकट्ठे होते हैं व अपने विषयों पर विचार विमर्श करते हैं व योजनाएँ बनते हैं व सफलता भी प्राप्त करते हैं। अतः इन गैर राजनीतिक आन्दोलनों की प्रासांगिकता भी है व महत्व भी है।

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प्रश्न 2.
चिपको आन्दोलन का प्रारम्भ किस प्रकार से हुआ?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन उत्तराखंड में जंगल के अधिकारियों के पक्षपाती व्यवहार के कारण से प्रारम्भ हुआ। जंगल के अधिकारियों ने ग्राम के लोगों को कृषि के यन्त्र बनाने के लिए लकड़ी काटने की अनुमति नहीं दी जबकि उन्होंने खेल की सामग्री बनाने वाले ठेकेदारों को भूमिखंड ही दे दिया। इसके विरुद्ध ग्राम की महिलाओं ने अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ आन्दोलन प्रारम्भ कर दिया यह आन्दोलन मात्र कुछ लकड़ी की अनुमति न मिलने से ही नहीं था वास्तव में इसमें कई प्रकार के मुद्दे उठाए गए थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय का विषय था। ग्रामीणों को पूर्ति की जाने वाली शराब के विरुद्ध था व जंगल के अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ था। इसमें वह भी माँग थी कि स्थानीय श्रोतों पर स्थानीय लोगों का ही अधिकार हो।

प्रश्न 3.
चिपको आन्दोलन में महिलाओं की भूमिका समझाइए।
उत्तर:
चिपको आन्दोलन को सफल बनाने में महिलाओं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी। महिलाओं ने संगठित होकर जंगल के अधिकारियों, राजनीतिज्ञों व ठेकेदारों के बीच के सम्बन्धों को उजागर किया। इस आन्दोलन के माध्यम से ना केवल पेड़ों की अवैध कटाई के खिलाफ अभियान चलाया बल्कि शराब की आपूर्ति, महिलाओं पर शारीरिक व मानसिक अत्याचार परिवार की आर्थिक संकट, दहेज व बेरोजगारी जैसे विषयों को भे उठाया। महिलाओं ने इस आन्दोलन को इतना अधिक प्रभावकारी बनाया कि सरकार को पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए आदेश दिया व इस सम्बन्ध में प्रभावकारी कानून भी बनाया। इस प्रकार चिपको आन्दोलन केवल एक विषय तक ही सीमित ना रहकर ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े अनेक विषयों को भी इस आन्दोलन के साथ जोड़ दिया गया। महिलाओं ने इस आन्दोलन के माध्यम से ना केवल सरकार को इस सम्बन्ध में नीति बनाने के लिए मजबूत किया बल्कि ग्रामीण क्षेत्र का विकास व सुधार भी किया।

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प्रश्न 4.
गैर राजनीतक आन्दोलनों के उदय के कारण व इनके प्रमुख समझाइए।
उत्तर:
भारतीय प्रजातन्त्र एक उदारवादी प्रजातन्त्र है जिसमें सभी वर्गों, धर्मों, संस्कृतियों व व्यवसायों को फलने-फूलने के अवसर हैं तथा अपनी हितों के लिए संगठन बनाने के अधिकार हैं पिछले कुछ वर्षों में अनेक गैर राजनीतिक संगठनों के उदय के कारण निम्न हैं –

  1. राजनीतिक दलों से निराशा
  2. राजनीतिक दलों द्वारा केवल सत्ता की राजनीतिक करना
  3. लोगों की बढ़ती हुई विभिन्न प्रकार की समस्याएँ
  4. राजनीतिक दलों व अन्य राजनीतिक संस्थाओं में विश्वास की कमी। भारतीय प्रजातन्त्र में पिछले वर्षों में अनेक गैर राजनीतक आन्दोलनों का विकास हुआ है जिनके फलस्वरूप लोग अपने हितों की रक्षा करने व इन मुद्दों पर आमराय व स्वस्थ जनमत बनाने में सफल हुए हैं।
  5. इन आन्दोलनों के माध्यम से सरकारों पर भी नियन्त्रण करने में सफलता मिली है।

प्रश्न 5.
दलित पँथर्स का गठन व उद्देश्य समझाइए।
उत्तर:
दलित समाज लम्बे समय से शोषित व उपेक्षित रहा है। यह एक ऐतिहासिक सच है। देश की आजादी के बाद भी स्थिति में परिवर्तन आने में काफी समय लगा यद्यपि संविधान में दलितों के सामाजिक व आर्थिक विकास के अनेक प्रावधान किए गए। प्रजातन्त्रीय वातावरण बनने से युवा दलितों में जागरूकता आयी। गाँधी जी व डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रेरणा से भी दलितों में एक चेतना का विकास हुआ। दलित युवा एक जगह संगठित होकर पूरे देश में दलितों के अन्दर जागरूकता पैदा करने के लिए अभियान चलाया। युवा दलितों के इस संगठन को दलित पैंथर्स का नाम दिया गया। इसका गठन महाराष्ट्र से प्रारम्भ हुआ। दलित पैंथर्स के निम्न प्रमुख उद्देश्य थे –

  1. दलितों की सामाजिक व आर्थिक दशा को सुधारना।
  2. जाति के आधार पर पक्षपात व अन्याय को समाप्त करना।
  3. दलितों में अपने अधिकारों व सम्मान के प्रति जागरूकता का विकास करना।
  4. संविधान में दलितों के विकास सम्बन्धी प्रावधानों को लागू करना।
  5. दलितों की शिक्षा में प्रसार करना।
  6. सरकारी नौकरियों में व शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की व्यवस्था करना।

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प्रश्न 6.
दलितों के विकास में दलित पैंथर्स की भूमिका समझाइए।
उत्तर:
दलित पैंथर्स 1972 में महाराष्ट्र के युवकों द्वारा गठित युवा संगठन था। इसकी प्रेरणा दलित युवाओं ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर से ली थी। दलित पैंथर्स का मुख्य उद्देश्य दलितों पर उच्च जातियों के द्वारा किया गया शोषण व शारीरिक मानसिक अत्याचार को रोकना था। युवा पैंथर्स अर्थात् दलित पैंथर्स से जुड़े युवाओं का मुख्य निशाना छुआछूत व लम्बे समय से चली आ रही ऊँच-नीच की भावना को समाप्त करना था।

दलित पैंथर्स ने देश के सभी दलितों को संगठित कर उनमें आत्मसम्मान की भावना विकसित करने व शोषण के विरूद्ध आवाज उठाने का साहस पैदा किया। दलित पैंथर्स का इस सम्बन्ध में सहनीय योगदान है कि इन्होंने दलित समाज में जागरूकता पैदा की। – दलित समाज के प्रयासों से सरकारों ने दलित विकास के लिए अनेक नीतियाँ व कार्यक्रम तैयार किए।

प्रश्न 7.
भारतीय किसान यूनियन को भारतीय राजनीति में एक दबाव समूह के रूप में समझाइए।
उत्तर:
भारत के किसानों के हितों पर जनमत तैयार करने व किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार की नीतियों को प्रभावित करने के लिए 1980 के दशक में भारतीय किसान यूनियन का गठन किया गया। भारत के किसानों का कोई प्रभावशाली संगठन ना होने के कारण इनकी आर्थिक दशा अच्छी नहीं रही। किसान अपनी पैदावार के लिए प्रकृति पर निर्भर करते रहे हैं व कृषि की पैदावार की कीमतों के लिए सरकार पर निर्भर करते हैं किसान को अपनी उपज की कीमत को तय करने का भी अधिकार नहीं रहा है।

आज किसान यूनियन एक प्रभावकारी दबाव समूह के रूप में कार्य कर रहा है जो न केवल किसानों को संगठित करने में सफल रहा बल्कि किसानों में अपने हितों के प्रति जागरूक करने में भी सफल रहा है। आज स्थानीय स्तर, क्षेत्रिय स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर यहाँ तक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर (डब्लू. टी. ओ.) पर नीति निर्णय व कार्यक्रमों को किसान यूनियन प्रभावित करने में सफल रहा है। विधान सभाओं, संसद व मंत्रीमंडल में किसानों के हितों से सम्बन्धित लोग प्रतिनिधि के रूप में मौजूद हैं। कृषि पदार्थों की कीमत को तय करने वाली संस्था में भी किसानों का प्रतिनिधित्व है।

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प्रश्न 8.
भारतीय किसान यूनियन की मुख्य माँगे क्या हैं?
उत्तर:
भारतीय किसान यूनियन एक प्रभावकारी संस्था है जिसका प्रभाव विभिन्न राज्यों में है। चौधरी महेन्द्र सिंह टिकेत के नेतृत्व में यह संगठन काफी मजबूत हुआ है व विभिन्न स्तर पर किसानों की मांगों को भी उठाया है। भारतीय किसान यूनियन की प्रमुख माँगे निम्न हैं –

  1. कृषि पैदावार जैसे गेहूँ, चावल, गन्ना, दालों की कीमतों को इन पर आने वाले खर्चों के अनुपात में कीमतों में वृद्धि।
  2. उत्तम किस्म के बीज व खाद (रासायनिक) में सरकार की ओर से कीमतों में रियायत।
  3. अन्तर्राजीय स्तर पर कृषि पैदावार पर आने-जाने की रोक को हटाना।
  4. बिजली व पानी की सही कीमतों पर निरन्तर आपूर्ति।
  5. सरकारी कर्ज की माफी।
  6. किसानों के लिए पेंशन की व्यवस्था।

प्रश्न 9.
भारतीय किसान यूनियन के द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों को समझाइए।
उत्तर:
भारतीय किसान यूनियन भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण व प्रभावकारी दबाव समूह है जिसने किसानों को संगठित करने व उनमें अपने हितों को प्रापत करने के लिए महत्त्वपूर्ण निभाई है। किसान यूनियन की प्रमुख गतिविधियाँ निम्न प्रकार की हैं –

  1. रैली का आयोजन करना।
  2. प्रदर्शन करना।
  3. धरनों के रूप में सरकारी नीतियों व निर्णयों का विरोध करना।
  4. जेल भरो आन्दोलनों का आयोजन करना।
  5. संसद में अपने हितों के लिए भावी बनाना।
  6. राजनीतिक दलों के चुनाव घोषणा पल में अपने मुद्दों को शामिल कराना।
  7. मुकदमों के जरिए अपने हितों को प्राप्त करना।
  8. निर्णय लेने वाले प्रमुख संस्थाओं में किसानों के प्रतिनिधित्व की माँग करना।
  9. किसान समुदाय में अपने हितों के प्रति जागरूकता बढ़ना।
  10. एक शक्तिशाली व प्रभावकारी दबाव समूह के रूप में कार्य करना।

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प्रश्न 10.
ताड़ी विरोधी आन्दोलन के उदय के कारण व प्रभाव समझाइए।
उत्तर:
आन्ध्र प्रदेश में नौवे दशक में महिलाओं ने शराब माफियाओं के खिलाफ आन्दोलन छेड़ दिया। शराब माफिया ग्राम के पुरुषों को ताड़ी की आपूर्ति करके उनको नशे की आदत डाल रहे थे जिसका सीधा प्रभाव परिवार पर विशेषकर महिलाओं पर पड़ता था। ताड़ी की आपूर्ति के साथ शराब माफिया शराब की भी आपूर्ति करते थे।

ताड़ी भी एक पेय पदार्थ होता है जिसमें शराब की तरह ही नशा होता है। महिलाओं ने इन माफियाओं व माफियाओं के गुंडों के खिलाफ मजबूती से व हिम्मत से आन्दोलन चलाया। यहाँ तक सरकार भी इस विषय को ले गयी व अन्त में सभी को महिलाओं की मांगों के आगे झुकना पड़ा। महिलाओं के इस आन्दोलन को ताड़ी आन्दोलन के नाम से जाना जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य ताड़ी व शराब की आपूर्ति को रोकने व शराब के माफिया व अधिकारियों की मिली भगत को तोड़ना था।

प्रश्न 11.
ताड़ी आन्दोलन का महिलाओं की स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
ताड़ी आन्दोलन का प्रारम्भ आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के कलिनारी मंडल स्थित ग्राम गुडलुर की महिलाओं ने ग्राम के पुरुषों में ताड़ी के नशे की बढ़ती लत के खिलाफ किया। इस आन्दोलन ने ताड़ी के नशे व शराब के नशे के पुरुषों व परिवारों पर बुरे प्रभाव के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। ग्राम की महिलाओं ने इकट्ठे होकर पहले अपनी आवाज ताड़ी व शराब की बेचने वालों तक पहुँचाई व बाद में अपनी मांगों को व अपनी दशा को पुलिस प्रशासन व सरकार तक पहुँचाया जिसके परिणामस्वरूप सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाने पड़े।

इन आन्दोलनकारियों की मुख्य माँग ताड़ी व शराब की बिक्री पर पूर्ण पाबन्दी लगाना था। प्रेस के माध्यम से भी इस आन्दोलन का काफी प्रचार हुआ। यह आन्दोलन केवल महिलाओं से जुड़े इन मुद्दों तक ही सीमित ना रहा बल्कि इस आन्दोलन में समाज की अन्य सभी समस्याओं को भी शामिल किया गया। परिणाम स्वरूप इस आन्दोलन से लोगों में सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरूकता भी बढ़ी। इससे लिंगसमानता महिलाओं का आर्थिक सामाजिक व मनोवैज्ञानिक शोषण महिलाओं के प्रति हिंसा जैसे मुद्दों को सरकार की ओर से प्राथमिकता का स्थान मिला।

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प्रश्न 12.
सरदार सरोवर प्रोजेक्ट के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
अस्सी के दशक के प्रारम्भ में भारत के मध्य भाग में स्थित नर्मदा घाटी में विकास परियोजना के तहत मध्यप्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र से गुजरने वाली नर्मदा और उसकी सहायक नदियों पर 30 बड़े, 135 बीच की आकार के व 300 छोटे बाँध बनाने का प्रस्ताव रखा गया। गुजरात के सरदार सरोवर व मध्य प्रदेश के नर्मदा सागर बाँध के रूप में दो सबसे बड़ी बहु-उद्देशीय परियोजना का निर्धारण किया। इस परियोजना के निम्न उद्देश्य थे –

  1. पानी का पीने के लिए व सिंचाई के लिए निश्चित करना
  2. बिजली उत्पादन के उद्देश्य से
  3. कृषि विकास को बढ़ाने व कृषि की पैदावार को बढ़ाने के लिए।

प्रश्न 13.
नर्मदा बचाओ आन्दोलन का प्रभाव समझाइए।
उत्तर:
नर्मदा बचाओ आन्दोलन अपने गठन के बाद से ही इस प्रकार की परियोजनाओं का विरोध करता रहा है जिसके कारण स्थानीय लोगों के पर्यावास, आजीविका, संस्कृति तथा पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता हो। प्रारम्भ में आन्दोलनकारियों ने यह माँग रखी थी कि इन परियोजनाओं से प्रभावित लोगों को समुचित पुनर्वास किया जाए। नर्मदा बचाओ आन्दोलनकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी परियोजनाओं के बारे में निर्णय लेने की प्रक्रिया से स्थानीय समुदायों की भागीदारी भी होनी चाहिए व जल जंगल जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय लोगों का प्रभावी नियन्त्रण होना चाहिए।

इस आन्दोलन का प्रभाव महत्त्वपूर्ण उपलब्धि इस बात में देखी जा सकती है कि गुजरात जैसे राज्यों में इस आन्दोलन का विरोध होने के बावजूद न्यायपालिका व सरकार ने यह स्वीकार किया कि लोगों को पुनर्वास मिलना चाहिए। सरकार द्वारा 2003 में स्वीकृत राष्ट्रीय नीति को नर्मदा बचाओ जैसे सामाजिक आन्दोलन की उपलब्धि के रूप में देखा जा सकता है। इस आन्दोलन के आलोचकों का यह कहना है कि यह आन्दोलन विकास की प्रक्रिया, पानी की उपलब्धता व आर्थिक विकास में बाधा उत्पन्न करता है। मेधा पाटेकर, व अन्य कई पर्यावरण से जुड़े लोग इस आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

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प्रश्न 14.
सूचना के अधिकार के सम्बन्ध में आन्दोलन पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
सूचना का अधिकार का अर्थ है जानने का अधिकार जो प्रजातन्त्र के विकास में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सूचना के अधिकार को प्राप्त करने के लिए आन्दोलन का प्रारम्भ 1990 में हुआ व इसका नेतृत्व किया मजदूर किसान शक्ति संगठन ने। राजस्थान में काम कर रहे इस संगठन ने सरकार के सामने यह मांग रखी कि अकाल राहत कार्य और मजदूरों को दी जाने वाली पगार के रिकार्ड का सार्वजनिक खुलासा किया जाए। धीरे-धीरे यह आन्दोलन मजबूत हुआ व सरकार को इस आन्दोलन की मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करनी पड़ी। 2004 में सूचना के अधिकार के विधेयक को सदन में रखा गया। जून 2005 में विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी हासिल हुई।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
ताड़ी आन्दोलन में आन्ध्र प्रदेश के कई सामाजिक विषयों को शामिल किया गया। समझाइए।
उत्तर:
ताड़ी आन्दोलन आन्दोलन आन्ध्र प्रदेश का बहुत चर्चित आन्दोलन रहा है जिसमें चितूर जिले के ग्राम गुंडलुर गाँव की महिलाओं ने अपने ग्राम में ताड़ी की बिक्री पर पाबंदी लगाने की माँग करते हुए एक जुट हो गई तथा ग्राम में ताड़ी की बिक्री का विरोध किया जिसकी सूचना मिलने पर ताड़ी के ठेकेदारों ने महिलाओं पर शारीरिक आक्रमण किया परन्तु इस पर भी महिलाओं का साहस कम नहीं हुआ। जिसके आगे ठेकेदारों व उनके गुंडों को हार माननी पड़ी।

इस आन्दोलन में महिला संगठनों के आन्दोलन केवल ताड़ी व शराब की बिक्री के खिलाफ ही नहीं लड़ रहे थे बल्कि उनके सामने अन्य सामाजिक मुद्दे भी थे। महिलाओं ने बड़े ही साहस के साथ शराब के ठेकेदारों व माफिया समूह के बीच के सम्बन्धों को नंगा किया व राजनीतिज्ञों के सम्बन्धों को भी उजागर किया जो एक बड़ा समूह था जिसके माध्यम से ग्राम के पुरुष वर्ग का शोषण हो रहा था जिसका सबसे बुरा प्रभाव महिलाओं पर पड़ रहा था। नेलौर जिले की महिलाओं का यह आन्दोलन जल्द ही बड़े भाग में फैल गया। ताड़ी-विरोधी आन्दोलन का नारा बहुत साधारण था ‘ताड़ी की बिक्री बंद करो’ लेकिन इस साधारण नारे के पीछे क्षेत्र के व्यापक सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक मुद्दों तथा महिलाओं के जीवन को गहरे से प्रभावित किया। ताड़ी विरोधी आन्दोलन महिला आन्दोलन बन गया। इस आन्दोलन में मुख्य मुद्दे निम्न थे –

  1. नशा बन्दी
  2. ठेकेदारों व प्रशासन के बीच के सम्बन्ध
  3. महिलाओं पर हिंसा
  4. महिलाओं का शारीरिक शोषण
  5. आर्थिक संकट
  6. दहेज प्रथा

इस आन्दोलन के कारण महिलाओं के मुद्दों के प्रति समाज में व्यापक जागरूकता पैदा हो गई व महिलाओं की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए एक मंच प्राप्त हुआ। महिला आन्दोलन ने महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को भी विकसित किया। 73 वें व 74 वें संविधान संशोधन के द्वारा महिलाओं की स्थानीय समस्याओं में 33% भागीदारी निश्चित करना इस आन्दोलन का ही परिणाम है।

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प्रश्न 2.
राजनीतिक व गैर राजनीतिक आन्दोलनों का महत्त्व व प्रासांगिक समझाइए।
उत्तर:
प्रजातन्त्र सरकार वह रूप है जिसमे व्यक्ति अधिकतम स्वतन्त्रता प्राप्त होती है। व्यक्ति अपने विचार को व्यक्त कर सकता है। अपने विचार अपनी माँग रख सकता है व अपने हितों की रक्षा के लिए संगठित भी हो सकता है। प्रजातंत्र में व्यक्ति अपने हितों का प्रसार करने के लिए संगठन भी बनाते हैं। ये संगठन दो प्रकार के होते हैं राजनीतिक संगठन व गैर राजनीति संगठन। राजनीतिक संगठनों के माध्यमों से विभिन्न हित समूह राजनीति में हिस्सा लेते हैं व चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेते हैं, जबकि गैर राजनीतिक संगठन उन व्यक्तियों का समूह होता है जो अपने हितों को प्राप्त करने के लिए सीधे राजनीति में भाग नहीं लेते बल्कि राजनीतिक दलों व राजनीतिक निर्णय को प्रभावित करते हैं।

आजादी के बाद से भारत में संसदीय लोकतन्त्र काम कर रहा है व चुनावी प्रक्रिया का दौर चल रहा है। विभिन्न प्रकार के दबाव समूह इस बीच अस्तित्व में आए हैं जो अपने हितों की रक्षा के लिए कार्य कर रहे अनेक हित समूहों ने अपने संगठनात्मक आन्दोलन से चुनावी राजनीति में हिस्सा लेकर अपने हितों को प्राप्त करने का प्रयास किया है इन्हें राजनीतिक आन्दोलन कहते हैं। इसके आलावा किसान यूनियन, महिला संगठन, विद्यार्थी संगठन व अन्य अनेक प्रकार के संगठन हैं जो हित समूह व दबाव समूह के रूप में ही कार्य कर रहे हैं।

इनको गैर राजनीतिक संगठन कहते हैं वर्तमान अध्ययन में अनेक गैर राजनीतिक आन्दोलनों का वर्णन किया गया है जिनके अध्याय से ना केवल विभिन्न प्रकार के मुद्दों का ज्ञान होता है। चिपको आन्दोलन व ताड़ी आन्दोलन व नर्मदा बचाओ आन्दोलनो ने समाज के ना केवल निश्चित मुद्दे उठाए हैं बल्कि समाज व प्रशासन से जुड़े अन्य मुद्दे भी उठाए गए हैं जिससे समाज को एक नई दिशा मिली है। इस प्रकार ना केवल राजनीतिक संगठनों का आज के प्रजातंत्र में महत्त्व है बल्कि विभिन्न गैर राजनीतिक संगठनों का भी महत्व है व इनका अध्ययन व विश्लेषण प्रासांगिक भी है जिससे भारतीय प्रजातंत्र मजबूत होगा ना केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि स्थानीय स्तर पर भी।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

I. निम्नलिखित विकल्पों में सही का चुनाव कीजिए

प्रश्न 1.
निम्न में से चिपको आन्दोलन से किसका सम्बन्ध है?
(अ) सुन्दर लाल बहुगुणा
(ब) मेघा पाटेकर
(स) मोहिन्दर सिंह टिकेत
(द) विमल जोशी
उत्तर:
(अ) सुन्दर लाल बहुगुणा

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प्रश्न 2.
चिपको आन्दोलन निम्न में से किस राज्य में हुआ?
(अ) महाराष्ट्र
(ब) आन्ध्र प्रदेश
(स) उत्तराखंड
(द) गुजरात
उत्तर:
(स) उत्तराखंड

प्रश्न 3.
निम्न में से किस नदी पर सरदार सरोवर बांध बना?
(अ) यमुना
(ब) ब्रह्मपुत्रा
(स) नर्मदा
(द) झेलम
उत्तर:
(स) नर्मदा

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प्रश्न 4.
मेघा पाटेकर किस आन्दोलन से जुड़ी हैं?
(अ) किसान आन्दोलन
(ब) ताड़ी आन्दोलन
(स) नर्मदा बचाओ आन्दोलन
(द) सूचना के अधिकार का आन्दोलन
उत्तर:
(स) नर्मदा बचाओ आन्दोलन

प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्यों के सामने गलत तथा सही लिखिए –
(अ) अधिकांश विद्वान् मानते हैं कि जन आंदोलन लोकतंत्र में व्यर्थ है और यह समय, धन और जनशक्ति की बर्बादी है।
(ब) जन आंदोलन को भारतीय समाज के सर्वाधिक धनी, पूँजीपतियों, पुराने जमींदारों, जागीरदारों और स्वतंत्रता के समय देशी रजवाड़ों के शासकों ने लामबद्ध किया।
(स) हमारे लोकतांत्रिक ढाँचे और जनमत की अभिव्यक्ति और निर्माण में जन आंदोलन महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं।
(द) चिपको आंदोलन में अनेक पुरुषों और महिलाओं ने पेड़ों से लिपटकर उन्हें कटने से बचाकर स्वास्थ्यवर्धक पर्यावरण निर्माण में प्रशंसनीय योगदान किया।
उत्तर:
(अ) गलत
(ब) गलत
(स) सही
(द) सही

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प्रश्न 6.
‘भारतीय किसान यूनियन’ किस प्रदेश के किसानों का संगठन था?
(अ) उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के किसानों का
(ब) बिहार तथा झारखंड के किसानों का
(स) गुजरात के किसानों का
(द) दक्षिण भारत के किसानों का
उत्तर:
(द) दक्षिण भारत के किसानों का

प्रश्न 7.
ई. वी. रामास्वामी नायकर ‘पेरियार’ ने किस आंदोलन का नेतृत्व किया?
(अ) द्रविड़ आंदोलन का
(ब) ताड़ी-विरोधी आंदोलन का
(स) बिहार आंदोलन का
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(अ) द्रविड़ आंदोलन का

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प्रश्न 8.
चिपको आन्दोलन के संस्थापन थे –
(अ) चंडी प्रसाद भट्ट
(ब) सुंदरलाल बहुगुणा
(स) देवी लाल
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) सुंदरलाल बहुगुणा

प्रश्न 9.
‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा किसने दिया?
(अ) जयप्रकाश नारायण ने
(ब) इंदिरा गाँधी ने
(स) जगजीवन राम ने
(द) राजनारायण
उत्तर:
(अ) जयप्रकाश नारायण ने

प्रश्न 10.
1974 का छात्र-आंदोलन कहाँ हुआ?
(अ) बिहार में
(ब) उत्तर प्रदेश में
(स) बंगाल में
(द) मद्रास में
उत्तर:
(अ) बिहार में

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प्रश्न 11.
बिहार आंदोलन का नेतृत्व किसने किया?
(अ) कर्पूरी ठाकुर ने
(ब) जय प्रकाश नारायण ने
(स) सत्येन्द्र नारायण सिंह
(द) विश्वनाथ प्रताप सिंह ने
उत्तर:
(ब) जय प्रकाश नारायण ने

प्रश्न 12.
‘सूचना का अधिकार’ कब अधिनियम बना?
(अ) 2003 में
(ब) 2004 में
(स) 2005 में
(द) 2006 में
उत्तर:
(स) 2005 में

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प्रश्न 13.
मेधा पाटेकर का नाम किस आंदोलन से जुड़ा है?
(अ) नर्मदा बचाओ आंदोलन
(ब) चिपको आंदोलन
(स) टेहरी बाँध रोको आंदोलन
(द) पर्यावरण प्रदूषण रोको आंदोलन
उत्तर:
(अ) नर्मदा बचाओ आंदोलन

प्रश्न 14.
जनता दल का गठन कब हुआ?
(अ) 11 अक्टूबर, 1988
(ब) मई, 1977
(स) 31 अक्टूबर, 1984
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) 11 अक्टूबर, 1988

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प्रश्न 15.
मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करना किस राजनीतिक दल के चुनाव घोषणा-पत्र (1991) में था?
(अ) जनता दल
(ब) भाजपा
(स) समाजवादी पार्टी
(द) कांग्रेस
उत्तर:
(अ) जनता दल

प्रश्न 16.
जल, जंगल और जमीन के नारे से संबंधित आंदोलन कौन-सा है?
(अ) नर्मदा बचाओ आंदोलन
(ब) चिपको आंदोलन
(स) नक्सल आंदोलन
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) चिपको आंदोलन

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प्रश्न 17.
मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने का निर्णय किस प्रधानमंत्री के काल में हुआ?
(अ) चौधरी चरण सिंह
(ब) वी. पी. सिंह
(स) एच. डी. देवगौड़ा
(द) चन्द्रशेखर
उत्तर:
(ब) वी. पी. सिंह

प्रश्न 18.
पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण के संदर्भ में न्यायपालिका का निर्देश क्या है?
(अ) आरक्षण नहीं दिया जाए
(ब) प्रआरक्षण को समय सीमा में बाँधा जाए
(स) क्रीमी लेयर से ऊपर वाले को आरक्षण न दिया जाए
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) क्रीमी लेयर से ऊपर वाले को आरक्षण न दिया जाए

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प्रश्न 19.
राष्ट्रीय महिला आयोग के गठन का निर्णय कब लिया गया?
(अ) 1975
(ब) 1990
(स) 1985
(द) 2005
उत्तर:
(ब) 1990

प्रश्न 20.
आत्मनिर्भरता, सामाजिक न्याय तथा गरीबी के उन्मूलन के साथ ही आर्थिक विकास रूपी उद्देश्य केवल निम्न के भीतर ही संभव है –
(अ) तानाशाही
(ब) राजतंत्र
(स) अराजकता
(द) लोकतंत्रात्मक ढाँचा
उत्तर:
(द) लोकतंत्रात्मक ढाँचा

प्रश्न 21.
‘सामाजिक न्याय के साथ विकास’ का सूत्र किस पंचवर्षीय योजना में अपनाया गया?
(अ) तीसरी पंचवर्षीय योजना
(ब) चौथी पंचवर्षीय योजना
(स) पाँचवीं पंचवर्षीय योजना
(द) छठी पंचवर्षीय योजना
उत्तर:
(ब) चौथी पंचवर्षीय योजना

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प्रश्न 22.
अखिल भारतीय किसान कांग्रेस की स्थापना किसने की?
(अ) जवाहरलाल नेहरू
(ब) राजेन्द्र प्रसाद
(स) सरदार बल्लभ भाई पटेल
(द) चौधरी चरण सिंह
उत्तर:
(ब) राजेन्द्र प्रसाद

प्रश्न 23.
यह किस आंदोलन का नारा है “निजी सार्वजनिक है सार्वजनिक निजी है” –
(अ) किसानों का आंदोलन
(ब) महिलाओं के आंदोलन
(स) मजदूरों के आंदोलन
(द) पर्यावरण की सुरक्षा के आंदोलन
उत्तर:
(द) पर्यावरण की सुरक्षा के आंदोलन

II. मिलान वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर

Bihar Board Class 12 Political Science Solutions chapter 7 जन-आन्दोलन का उदय Part - 2 img 1
उत्तर:
(1) – (य)
(2) – (स)
(3) – (द)
(4) – (ब)
(5) – (अ)

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers उपसर्ग प्रकरण

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers उपसर्ग प्रकरण

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers उपसर्ग प्रकरण

प्रश्न 1.
‘प्र’ उपसर्ग से निम्न में से कौन-सा शब्द बना है ?
(a) प्रतिवादः
(b) प्रतिरूपम्
(c) पराभावः
(d) प्रस्थानम्
उत्तर-
(d) प्रस्थानम्

प्रश्न 2.
“वि’ उपसर्ग से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) वैदिकः
(b) व्यासः
(c) वृक्षः
(d) वृकोदरः
उत्तर-
(b) व्यासः

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प्रश्न 3.
संस्कृत में कौन-सा उपसर्ग है ? ।
(a) सम्
(b) संस
(c) संत
(d) अप
उत्तर-
(a) सम्

प्रश्न 4.
‘अनु’ उपसर्ग से शब्द बनता है
(a) अपकारः
(b) अधिरभः
(c) अनुदिनम्
(d) अतिक्रमणम्
उत्तर-
(c) अनुदिनम्

प्रश्न 5.
‘अति’ उपसर्ग के योग से कौन-सा शब्द बनता है?
(a) अधिक
(b) आवश्यक
(c) अत्यन्त
(d) अनाचारा
उत्तर-
(c) अत्यन्त

प्रश्न 6.
‘अभि’ उपसर्ग में कौन-सा शब्द बनता है ?
(a) अभिभावक
(b) आवश्यक
(c) अपकार
(d) अतिक्रमणम्
उत्तर-
(a) अभिभावक

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प्रश्न 7.
“प्रति’ उपसर्ग के योग से शब्द बनता है
(a) पराजयः
(b) प्रतिरूपम्
(c) परिणतिः
(d) पराभवः
उत्तर-
(b) प्रतिरूपम्

प्रश्न 8.
‘नि’ उपसर्ग के योग से बना शब्द है.
(a) निकरः
(b) परिष्कारः
(c) निरसः
(d) निश्चयः
उत्तर-
(a) निकरः

प्रश्न 9.
‘परा’ उपसर्ग के योग से बना शब्द है
(a) प्रचुरः
(b) प्रभावः
(c) पराजयः
(d) प्राकृतः
उत्तर-
(c) पराजयः

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प्रश्न 10.
‘सम्’ उपसर्ग के योग से बना शब्द है
(a) सुमनः
(b) सुयोग्यः
(c) संस्कारः
(d) सुशासितम्
उत्तर-
(c) संस्कारः

प्रश्न 11.
आजीवनम् में कौन-सा उपसर्ग है :
(a) अव
(b) आङ्
(c) अभि
(d) अधि
उत्तर-
(b) आङ्

प्रश्न 12.
उद्गम में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) उप
(b) उत्
(c) अप
(d) अति
उत्तर-
(b) उत्

प्रश्न 13.
सुरूपम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) सु
(b) सम्
(c) रूपम्
(d) सर
उत्तर-
(a) सु

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प्रश्न 14.
उपक्रम में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) क्रम
(b) प्रक्रम
(c) उत
(d) उप
उत्तर-
(d) उप

प्रश्न 15.
‘परि’ के योग से बना शब्द बनता है.
(a) परिणतिः
(b) प्रतिवाद:
(c) प्रस्थानम्
(d) पराजयः
उत्तर-
(a) परिणतिः

प्रश्न 16.
अत्युक्तिः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अनु
(b) अति
(c) अपिगमः
(d) अप्ययः
उत्तर-
(b) अति

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प्रश्न 17.
निर्बलः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) नि
(b) न
(c) निर्
(d) बल
उत्तर-
(c) निर्

प्रश्न 18.
अनुचरः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अनु
(b) अप
(c) आङ्
(d) चरः
उत्तर-
(a) अनु

प्रश्न 19.
दुष्टः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) दुष
(b) दुस्
(c) षट्
(d) दुष्
उत्तर-
(b) दुस्

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प्रश्न 20.
अध्यक्षः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अभि
(b) अति
(c) अनु
(d) अधि
उत्तर-
(d) अधि

प्रश्न 21.
उद्गम में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) उत्
(b) गम
(c) उद्
(d) उप
उत्तर-
(a) उत्

प्रश्न 22.
अनुभवः में कौन-सा उपसर्ग है ? ।
(a) भवः
(b) अन्
(c) अनु
(d) अभि
उत्तर-
(c) अनु

प्रश्न 23.
‘दूर’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) दुःस्वप्न
(b) दुस्तरः
(c) दुष्टः
(d) दुष्करः
उत्तर-
(a) दुःस्वप्न

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प्रश्न 24.
विगतः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) विग
(b) गतः
(c) वि
(d) विग
उत्तर-
(c) वि

प्रश्न 25.
अवनतः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) नतः
(b) अव
(c) अन्
(d) अनु
उत्तर-
(b) अव

प्रश्न 26.
‘अव’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) अवतरणम्
(b) अनुचरः
(c) अधिरालः
(d) अप्ययः
उत्तर-
(a) अवतरणम्

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प्रश्न 27.
अवकाशः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अन्
(b) अ
(c) काशः
(d) अव्
उत्तर-
(d) अव्

प्रश्न 28.
‘अव’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) अवतारः
(b) अभिजनः
(c) अतिरथः
(d) अध्यक्षः
उत्तर-
(a) अवतारः

प्रश्न 29.
अनुवर्षम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अभि.
(b) अन
(c) वर्षम्
(d) अनु
उत्तर-
(d) अनु

प्रश्न 30.
‘अनु’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) अपकारः
(b) अवतारः
(c) अनुभवः
(d) अवनतः
उत्तर-
(c) अनुभवः

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प्रश्न 31.
अनुचरः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अनु.
(b) अव
(c) अप
(d) आङ्
उत्तर-
(a) अनु.

प्रश्न 32.
अनुवर्षम् में कौन-सा उपसर्ग है ? ।
(a) अप
(b) अनु
(c) अव
(d) अधि
उत्तर-
(b) अनु

प्रश्न 33.
अनुदिनम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अप
(b) अधि
(c) आङ
(d) अनु
उत्तर-
(d) अनु

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प्रश्न 34.
‘सम्’ उपसर्ग से निम्न में से कौन-सा शब्द बनेगा?
(a) संयोग
(b) सुयोग्य
(c) सुशासितम्
(d) सुरूपम्
उत्तर-
(a) संयोग

प्रश्न 35.
संतोष में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) सम्
(b) सु
(c) सं
(d) तोषः
उत्तर-
(a) सम्

प्रश्न 36.
संस्कारः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) सं
(b) सु
(c) सम्
(d) संस्
उत्तर-
(c) सम्

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प्रश्न 37.
‘अप’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) अपभ्रंश
(b) आदर
(c) आघातः
(d) अभिभावकः
उत्तर-
(a) अपभ्रंश

प्रश्न 38.
अपभ्रष्टः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अन्
(b) अनु
(c) अप
(d) आङ
उत्तर-
(c) अप

प्रश्न 39.
अपकारः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अपि
(b) अति
(c) अप्
(d) उप
उत्तर-
(c) अप्

प्रश्न 40.
‘परा’ उपसर्ग से निम्न में कौन-सा शब्द बना है ?
(a) पराभवः
(b) प्रयाणम्
(c) प्रयोग
(d) प्रबलम्
उत्तर-
(a) पराभवः

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प्रश्न 41.
पराजय में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) जय
(b) परा
(c) प
(d) प्र
उत्तर-
(b) परा

प्रश्न 42.
‘प्र’ उपसर्ग से बना शब्द है
(a) प्रयाणम्
(b) प्रतिभट्टः
(c) पराजयः
(d) परिणतिः
उत्तर-
(a) प्रयाणम्

प्रश्न 43.
प्रस्थानम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) प्रस्
(b) परा
(c) परि
(d) प्र
उत्तर-
(a) प्रस्

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प्रश्न 44.
निस्सारः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) निर
(b) निस्
(c) सारः
(d) नि
उत्तर-
(b) निस्

प्रश्न 45.
‘निस्’ उपसर्ग से शब्द बना है
(a) निर्बलः
(b) निर्धनः
(c) निसन्देहः
(d) निर्मलम्
उत्तर-
(c) निसन्देहः

प्रश्न 46.
निश्चयः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) निस्
(b) नि
(c) चय
(d) निर
उत्तर-
(a) निस्

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प्रश्न 47.
निरसः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) निस्
(b) नि
(c) न्
(d) निर्
उत्तर-
(d) निर्

प्रश्न 48.
निर्धन: में कौन-सा उपसर्ग है ? ।
(a) नः
(b) नि
(c) निर्
(d) निस्
उत्तर-
(c) निर्

प्रश्न 49.
दुष्टः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) दुष्ठ
(b) दुष
(c) दुस्
(d)दु
उत्तर-
(c) दुस्

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प्रश्न 50.
दुस्तरः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) दुस्
(b) तरः
(c) दु
(d) दुस्
उत्तर-
(d) दुस्

प्रश्न 51.
आघातः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) आङ्
(b) आ
(c) घातः
(d) अधि
उत्तर-
(a) आङ्

प्रश्न 52.
अधिमासः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अपि
(b) अधि
(c) अभि
(d) अति
उत्तर-
(b) अधि

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प्रश्न 53.
उत्साहः में कौन-सा उपसर्ग है ? ,
(a) उत्
(b) उर
(c) उ
(d) उप
उत्तर-
(a) उत्

प्रश्न 54.
अभिभावकः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) अ
(b) वकः
(c) अपि
(d) अभि
उत्तर-
(d) अभि

प्रश्न 55.
उपयोगः में कौन-सा उपसर्ग है ? ।
(a) उत्
(b) उन्
(c) योगः
(d) उप
उत्तर-
(d) उप

प्रश्न 56.
उपकारः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) उत्
(b) उप
(c) काटः
(d) उ
उत्तर-
(b) उप

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प्रश्न 57.
उद्गम में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) उत्
(b) उप
(c) गम्
(d) उद्
उत्तर-
(a) उत्

प्रश्न 58.
सुयोग्यः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) सुयो
(b) योग्यः
(c) सम्
(d) सु
उत्तर-
(d) सु

प्रश्न 59.
प्रतिरूपम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) प्रति
(b) प्र
(c) रूपम्
(d) पर
उत्तर-
(a) प्रति

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प्रश्न 60.
प्रतिएकम् में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) प्र
(b) पर
(c) एकम्
(d) प्रति
उत्तर-
(d) प्रति

प्रश्न 61.
आरम्भः में कौन-सा उपसर्ग है :
(a) आर
(b) अपि
(c) आङ्
(d) अधि
उत्तर-
(c) आङ्

प्रश्न 62.
प्रयोगः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) प्र
(b) परा
(c) योगः
(d) प
उत्तर-
(a) प्र

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प्रश्न 63.
उत्साहः में कौन-सा उपसर्ग है ?
(a) प्रः
(b) उत्
(c) साहः
(d) उ
उत्तर-
(b) उत्

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 14 हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982)

Bihar Board Class 8 Social Science Solutions History Aatit Se Vartman Bhag 3 Chapter 14 हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982) Text Book Questions and Answers, Notes.

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 14 हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982)

Bihar Board Class 8 Social Science हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982) Text Book Questions and Answers

पाठ की मुख्य बातें

आधुनिक भारत के इतिहासकार के रूप में डॉ. कालीकिंकर दत्त का नाम एक महत्त्वपूर्ण नाम है । डॉ. दत्त ने बिहार एवं बंगाल के अंतिम तीन शताब्दियों ” के इतिहास का गहन अध्ययन एवं मंथन किया। इनके प्रयासों के कारण बिहार का आधुनिक इतिहास सही स्वरूप में सबके सामने आया।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 14 हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982)

डॉ कालीकिंकर दत्त का जन्म पाकुर जिला के झिकरहारी गाँव में 1905 में हुआ था। 1927 ई० में इन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से एम० ए० की

परीक्षा पास की। 1930 में ये पटना कॉलेज इतिहास विभाग में व्याख्याता भी नियुक्त हुए। ‘अलीवर्दी अण्ड हिज टाइम्स’ नामक शोध-प्रबंध पर इन्हें कलकत्ता विश्वविद्यालय से पी० एच डी० की उपाधि मिली।

1958 में इन्हें पटना कॉलेज का प्राचार्य बनाया गया। 14 मार्च, 1965 को ये पटना विश्वविद्यालय के उपकुलपति बने । दो पूर्ण कालावधि पूरा करने

के बाद 1971 में ये सेवानिवृत्त हुए। डॉ. दत्त शोध एवं सर्वेक्षण कार्य से – संबंधित अन्य संस्थाओं से भी जुड़े रहे।

उन्होंने पचास से भी अधिक पुस्तकों का लेखन एवं संपादन कार्य किया। इनके द्वारा लिखित महत्त्वपूर्ण पुस्तकों में हिस्ट्री ऑफ फ्रीडम मूवमेंट इन बिहार, तीन भागों में (1956-58) पटना से प्रकाशित हुई। यह पुस्तक आजादी की लड़ाई का मुख्य स्रोत तो बनी ही, 1857 की क्रांति की शताब्दी ग्रंथ भी बन गयी । इस पुस्तक के महत्त्व को देखते हुए बिहार हिन्दी ग्रंथ अकादमी ने बिहार में स्वातंत्र्य आंदोलन का इतिहास नाम से हिन्दी में अनुवाद कराया।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 14 हमारे इतिहासकार कालीकिंकर दत्त (1905-1982)

इसके अतिरिक्त इन्होंने गांधीजी इन बिहार (पटना 1969), बायोग्राफी ऑफ कुंवर सिंह एण्ड अमर सिंह, राजेन्द्र प्रसाद (नई दिल्ली, 1970) के साथ-साथ रिफ्लेक्शन ऑन द म्यूटिनी (कलकत्ता, 1966) की भी रचना की।

इन्होंने इतिहास की लगभग पचासों पुस्तकों का लेखन एवं संपादन । किया। जिसमें उनकी सबसे महत्त्वपूर्ण कृति कम्प्रीहेन्सिव हिस्ट्री ऑफ बिहार .. खण्ड-III है। वर्द्धमान विश्वविद्यालय ने इन्हें डी. लिट की उपाधि भी प्रदान की। अध्ययन-अध्यापन, शोध और लेखन के उच्च मानदण्ड का निर्वाह करते हुए डॉ. दत्त 24 मार्च, 1982 को परलोकवासी हो गए।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 13 स्वतंत्रता के बाद विभाजित भारत का जन्म

Bihar Board Class 8 Social Science Solutions History Aatit Se Vartman Bhag 3 Chapter 1 कब, कहाँ और कैसे Text Book Questions and Answers, Notes.

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 13 स्वतंत्रता के बाद विभाजित भारत का जन्म

Bihar Board Class 8 Social Science स्वतंत्रता के बाद विभाजित भारत का जन्म Text Book Questions and Answers

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
सही विकल्पों को चुनें

प्रश्न (i)
“वर्षों पहले हमने भविष्य को प्रतिज्ञा दी थी,” किसके भाषण का अंश है?
(क) महात्मा गांधी
(ख) जवाहरलाल नेहरू
(ग) राजेन्द्र प्रसाद
(घ) बल्लभ भाई पटेल
उत्तर-
(ख) जवाहरलाल नेहरू

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प्रश्न (ii)
आजादी के समय भारत के पास कौन-सी समस्या नहीं थी?
(क) देशी रियासतों के विलय
(ख) शरणार्थी की समस्या
(ग) पुनर्वास की समस्या
(घ) नेतृत्व की समस्या
उत्तर-
(घ) नेतृत्व की समस्या

प्रश्न (iii)
इनमें से कौन सही नहीं है?
(क) आजादी के समय देश की आबादी लगभग 34.5 करोड़ थी।
(ख) भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर था
(ग) 90 प्रतिशत जनता कृषि पर निर्भर थी
(घ) भारत में उद्योग की कमी थी ।
उत्तर-
(ख) भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर था

प्रश्न (iv)
विभाजन के समय सबसे बड़ी समस्या क्या थी?
(क) धार्मिक उन्माद
(ख) गरीबी
(ग) जातिवाद
(घ) बिजली
उत्तर-
(क) धार्मिक उन्माद

प्रश्न (v)
भाषा के आधार पर सबसे पहले किस राज्य का गठन हुआ ?
(क) उत्तर प्रदेश
(ख) हिमाचल प्रदेश
(ग) आंध्र प्रदेश
(घ) तमिलनाडु
उत्तर-
(ग) आंध्र प्रदेश

प्रश्न (vi)
“अगर हिन्दी उनपर थोपी गई तो बहुत सारे लोग भारत से अलग हो जाएँगे” किसने कहा?
(क) राजगोपालाचारी
(ख) सरदार पटेल
(ग) राधाकृष्णन
(घ) कृष्णमाचारी
उत्तर-
(घ) कृष्णमाचारी

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प्रश्न (vii)
‘गप्पूर्ण क्रांति’ का नारा किसने दिया?
(क) जयप्रकाश नारायण
(ख) विनोबा भावे
(ग) महात्मा गांधी
(घ) अन्ना हजारे
उत्तर-
(ग) महात्मा गांधी

प्रश्न (viii)
भाषायी आधार पर राज्यों के पुनर्गठन का विरोध किसने किया?
(क) जवाहरलाल नेहरू
(ख) बल्लभ भाई पटेल
(ग) उपरोक्त दोनों
(घ) किसी ने नहीं
उत्तर-
(ग) उपरोक्त दोनों

प्रश्न (ix)
पोखरण-1 का परीक्षण किसके प्रधानमंत्रित्व काल में हुआ?
(क) जवाहरलाल नेहरू
(ख) इंदिरा गांधी
(ग) मोरराजी देसाई
(घ) अटल बिहारी वाजपेयी
उत्तर-
(ख) इंदिरा गांधी

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प्रश्न (x)
संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में किसने हस्ताक्षर किया ?
(क) जवाहरलाल नेहरू
(ख) राजेन्द्र प्रसाद
(ग) महात्मा गांधी ।
(घ) बल्लभ भाई पटेल
उत्तर-
(क) जवाहरलाल नेहरू

आइए विचार करें

प्रश्न (i)
आजादी के समय भारतीय कृषि किस पर निर्भर थी?
उत्तर-
आजादी के समय भारतीय कृषि मौनसून (वर्षा) पर निर्भर थी। कृषि पर उस समय 90% जनता निर्भर थी। सिंचाई की व्यवस्था विकसित नहीं थी। वर्षा नहीं होने से किसानों को तो अकाल का सामना करना ही पड़ता था, कृषकों पर निर्भर अन्य पेशा के लोग जैसे नाई, बढई, लोहार एवं कारीगर वर्ग भी संकट में आ जाते थे।

प्रश्न (ii)
आजादी के समय सबसे बड़ी समस्या क्या थी?
उत्तर-
आजादी के साथ-साथ देश का विभाजन भी हुआ था। भारत के सामने सबसे बड़ी समस्या लगभग 1 करोड़ शरणार्थियों की थी जिन्हें दंगों के कारण पाकिस्तान से भारत आने पर बाध्य होना पड़ा था। इनके रहने और इनको काम देने की व्यवस्था करना भारतीय सरकार की सबसे बड़ी समस्या थी।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 13 स्वतंत्रता के बाद विभाजित भारत का जन्म

प्रश्न (iii)
हिन्दी भाषा का विरोध किसने किया?
उत्तर-
संविधान सभा में भाषा के मुद्दे पर लम्बी बहस हुई। अधिकांश लोग अंग्रेजी की जगह हिन्दी को अपनाना चाहते थे। लेकिन गैर हिन्दी भाषियों ने इसका विरोध किया। टी. टी. कृष्णमाचारी ने दक्षिण के लोगों की ओर से चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन पर हिन्दी थोपी गई तो बहुत सारे लोग भारत से अलग हो जाएंगे।

प्रश्न (iv)
भाषायी आधार पर बनने वाले पांच राज्यों के नाम बताएँ।
उत्तर-
भाषायी आधार पर बनने वाले पाँच राज्यों के नाम इस प्रकार हैं आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा

प्रश्न (v)
योजना आयोग का गठन कब किया गया ?
उत्तर-
योजना आयोग का गठन सन् 1950 ई० में किया गया।

आइए करके देखें

प्रश्न (i)
हमारे संविधान में देश की एकता एवं अखण्डता का भरपूर ख्याल रखा गया है। इस विषय पर वर्ग में सहपाठियों के साथ चर्चा करें।
उत्तर-
हमारे संविधान में केन्द्र और राज्य सरकार के बीच शक्तियों का स्पष्ट विभाजन किया गया है ताकि केन्द्र और राज्य के बीच टकराव न हो। हमारी संविधान सभा ने केन्द्र को बहुत शक्तिशाली बनाया है ताकि केन्द्र की

एकता, सुरक्षा और अखंडता को सुरक्षित रख सके। केन्द्र सरकार को कराधान, संचार, रक्षा और विदेश नीति की जिम्मेदारी दी गई।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 13 स्वतंत्रता के बाद विभाजित भारत का जन्म

प्रश्न (ii)
आज हमारे देश की स्थिति क्या है ? हम कहाँ तक सफल रहे हैं ? इस सम्बन्ध में अपने विचार से सहपाठियों को अवगत कराएँ।
उत्तर-
आज हमारा देश एक सशक्त लोकतांत्रिक देश के रूप में विश्व परिदृश्य में अपनी उपस्थिति करा चुका है। अब हमारी अर्थव्यवस्था भी काफी मजबूत हो गयी है। कृषि, उद्योग, व्यवसाय के क्षेत्र में हमारे देश ने बहुत तरक्की कर ली है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी हमारे देश ने काफी विकास कर लिया है। आर्थिक क्षेत्र में हमारा देश अब आत्मनिर्भर है। हम एक लोकतांत्रिक देश के रूप में अत्यन्त सफल रहे हैं।

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 1.
येनाङ्गविकारः सत्र में कौन-सी विभक्ति का योग है ?
(a) प्रथमा
(b) द्वितीय
(c) चतुर्थी
(d) तृतीया
उत्तर-
(d) तृतीया

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 2.
रामेन सह सीता अपि वनं गतवती में कौन-सा सूत्र है ?
(a) सहार्थे तृतीया
(b) साधकतम् करणम्
(c) येनाङ्गविकारः
(d) दानार्थे चतुर्थी
उत्तर-
(a) सहार्थे तृतीया

प्रश्न 3.
भारतः प्रकृत्या एव सुन्दरम् में कौन-सा सूत्र है ?
(a) येनाङ्गविकारः
(b) प्रकृत्यादिभिः उपसंख्यानम्
(c) दानार्थे चतुर्थी
(d) सहार्थे तृतीया
उत्तर-
(b) प्रकृत्यादिभिः उपसंख्यानम्

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 4.
जटाभिः सः तापस जायते में कौन-सा सूत्र है ?
(a) आख्यातोपयोगे
(b) भुवः प्रभवश्च
(c) इतयंभूतलक्षणे
(d) सहार्थे तृतीया
उत्तर-
(c) इतयंभूतलक्षणे

प्रश्न 5.
सः सात् विभेति में कौन-सी विभक्ति है ?
(a) पंचमी
(b) तृतीया
(c) चतुर्थी
(d) प्रथमा
उत्तर-
(a) पंचमी

प्रश्न 6.
मां पापात् रक्ष में कौन-सा सूत्र है ?
(a) भीत्रर्थानां भय हेतु
(b) सहार्थे तृतीया
(c) षष्ठी शेषे
(d) अख्यातोपयोगे
उत्तर-
(a) भीत्रर्थानां भय हेतु

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 7.
भुवः प्रभवश्च भुवः सूत्र में कौन-सी विभक्ति का योग होता है ?
(a) तृतीया
(b) षष्ठी
(c) चतुर्थी
(d) पंचमी
उत्तर-
(d) पंचमी

प्रश्न 8.
हिमालयात् गंगा प्रभवति में कौन-सी विभक्ति है ?
(a) तृतीया
(b) चतुर्थी
(c) षष्ठी
(d) पंचमी
उत्तर-
(d) पंचमी

प्रश्न 9.
हिमालयात् गंगा प्रभवति में कौन-सा सूत्र है ?
(a) सहार्थे तृतीया
(b) भुवः प्रभवश्च भुवः
(c) दानार्थे चतुर्थी
(d) भीत्रर्थानां भय हेतु
उत्तर-
(b) भुवः प्रभवश्च भुवः

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 10.
सः आचार्यात् व्याकरणं पठति में कौन विभक्ति है ?
(a) षष्ठी
(b) तृतीया
(c) पंचमी
(d) चतुर्थी
उत्तर-
(c) पंचमी

प्रश्न 11.
आख्यातोपयोगे में कौन-सी विभक्ति का योग है ?
(a) पंचमी
(b) द्वितीया
(c) चतुर्थी
(d) प्रथमा
उत्तर-
(a) पंचमी

प्रश्न 12.
सः आचार्यात् व्याकरणं पठति में कौन-सा सूत्र है ?
(a) आख्यातोपयोगे
(b) भीत्रार्थानां भय हेतु
(c) ध्रुमपायाऽपादानम्
(d) षष्ठीशेषे
उत्तर-
(a) आख्यातोपयोगे

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 13.
गणेशाय मोदकं रोचते में कौन-सी विभक्ति है।।
(a) तृतीया
(b) चतुर्थी
(c) द्वितीया
(d) पंचमी
उत्तर-
(b) चतुर्थी

प्रश्न 14.
गणेशाय मोदकं रोचते में कौन-सा सूत्र है ?
(a) रूच्यार्थानां प्रियमानः
(b) भुवः प्रभवश्च
(c) आख्यातोपयोगे
(d) घारेरूत्मर्ण
उत्तर-
(b) भुवः प्रभवश्च

प्रश्न 15.
रूाथां प्रियमानः में कौन-सी विभक्ति का योग होता है ?
(a) पंचमी
(b) तृतीया
(c) चतुर्थी
(d) द्वितीया
उत्तर-
(c) चतुर्थी

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 16.
दानार्थे चतुर्थी में कौन-सी विभक्ति का योग होता है ? .
(a) प्रथमा
(b) द्वितीया
(c) षष्ठी
(d) चतुर्थी
उत्तर-
(d) चतुर्थी

प्रश्न 17.
निर्धनाय धनं देहि में कौन-सी विभक्ति का योग होता है ?
(a) चतुर्थी
(b) द्वितीया
(c) षष्ठी
(d) तृतीया
उत्तर-
(a) चतुर्थी

प्रश्न 18.
सः पादेन खाञ्चः में कौन-सा सुत्र है ?
(a) इत्यंभूत लक्षणे
(b) येनाङ्गविकारः
(c) साधकतमं करणं न करणं
(d) सहार्थे तृतीया
उत्तर-
(b) येनाङ्गविकारः

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 19.
रामः रावणं वाणेन अहन् में कौन-सा सूत्र है ?
(a) सहार्थे तृतीया
(b) कर्तृरीप्सिततमे कर्म
(c) साधकतमं करणम्
(d) येनाङ्गविकारः
उत्तर-
(c) साधकतमं करणम्

प्रश्न 20.
क्रोशं कुटिलानदी अस्ति में कौन-सी विभक्ति है ? .
(a) द्वितीया
(b) तृतीया
(c) प्रथमा
(d) चतुर्थी
उत्तर-
(a) द्वितीया

प्रश्न 21.
गीता मधुरं गायति में कौन-सा सूत्र है ?
(a) सहार्थे तृतीया
(b) कर्तुरीप्सिततमे कर्म
(c) साधकतमं करणम्
(d) क्रिया विशेषणे द्वितीया
उत्तर-
(d) क्रिया विशेषणे द्वितीया

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 22.
धारेरूत्मर्ण में कर्ज देने वाले में कौन-सी विभक्ति का प्रयोग होता है ?
(a) चतुर्थी
(b) पंचमी
(c) तृतीया
(d) प्रथमा
उत्तर-
(a) चतुर्थी

प्रश्न 23.
कालाध्वनोरूयन्त संयोगे में कौन-सी विभक्ति होती है ?
(a) चतुर्थी
(b) पंचमी
(c) द्वितीया
(d) प्रथमा
उत्तर-
(c) द्वितीया

प्रश्न 24.
कर्तुरीप्सिततमं कर्म में कौन-सी विभक्ति का प्रयोग होता है ?
(a) सप्तमी
(b) पंचमी
(c) प्रथमा
(d) द्वितीया
उत्तर-
(d) द्वितीया

प्रश्न 25.
वृक्षात् पत्राणि अपतन् किस सूत्र पर आधारित है ?
(a) द्वितीया
(b) पंचमी
(c) प्रथमा
(d) चतुर्थी
उत्तर-
(b) पंचमी

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers कारक प्रकरण एवं विभक्ति

प्रश्न 26.
आधारोऽधिकरणम् में कौन-सी विभक्ति का योग है ?
(a) सप्तमी
(b) पंचमी
(c) द्वितीया
(d) तृतीया
उत्तर-
(a) सप्तमी

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 1.
“विद्वस’ शब्द का रूप तृतीय एकवचन में क्या होता है ?
(a) विद्वान्
(b) विदुष्
(c) विदुषा
(d) विदुषो
उत्तर-
(c) विदुषा

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 2.
‘अहम्’ शब्द का मूल रूप क्या है ?
(a) युष्मद्
(b) अस्मद्
(c) अद्स
(d) तद्
उत्तर-
(b) अस्मद्

प्रश्न 3.
नदी शब्द का रूप सप्तमी के एकवचन में क्या होता है ? :
(a) नद्याम्
(b) नदीम्
(c) नद्य
(d) नदीन्
उत्तर-
(a) नद्याम्

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 4.
‘वीभूयत’ पद में मूल धातु कौन है ?
(a) भ्रु
(b) व्रु
(c) भू
(d) वद्
उत्तर-
(c) भू

प्रश्न 5.
‘दातृ’ शब्द का सप्तमी के एकवचन में निम्नलिखित में से कौन-सा रूप होता है ?
(a) दातुः
(b) दातरि
(c) दात्रो
(d) दातृषु
उत्तर-
(b) दातरि

प्रश्न 6.
‘त्रियै’ पद में मूल शब्द निम्नलिखित में से कौन-सा है :
(a) श्रिय
(b) श्रेयस
(c) श्री
(d) श्रित्
उत्तर-
(c) श्री

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 7.
देवशब्द का रूप षष्ठी एकवचन में क्या होता है ?
(a) देवाय
(b) देवानाम्
(c) देवेभ्यः
(d) देवे
उत्तर-
(a) देवाय

प्रश्न 8.
‘युष्माकम्’ का मूल शब्द क्या है ?
(a) अस्मद्
(b) युष्मद्
(c) इदम्
(d) तद्
उत्तर-
(c) इदम्

प्रश्न 9.
‘अक्षि’ शब्द का तृतीय एकवचन में क्या होगा?
(a) अक्षिभ्यां
(b) अक्षणा
(c) अक्षिषु
(d) अक्षणेनां
उत्तर-
(b) अक्षणा

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 10.
‘त्वयि’ पद का मूल रूप क्या है ?
(a) तत्
(b) यत्
(c) युष्मद्
(d) अस्मद्
उत्तर-
(c) युष्मद्

प्रश्न 11.
‘दा’ धातु का रूप लट् लकार बहुवचन में क्या होता है ?
(a) ददाति
(b) ददतः
(c) ददति
(d) दतः
उत्तर-
(c) ददति

प्रश्न 12.
‘जहि’ में मूल धातु क्या है ?
(a) या
(b) हा
(c) हन्
(d) जन्
उत्तर-
(c) हन्

प्रश्न 13.
गम् धातु का रूप लोट् लकार में मध्यम पुरुष एकवचन में क्या होता
(a) गमतु
(b) गच्छ
(c) गच्छतु
(d) गच्छतम्
उत्तर-
(b) गच्छ

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 14.
“जिघ्रति’ में मूल धातु क्या है ?
(a) जिघ्र
(b) घ्रा
(c) शी
(d) इष्
उत्तर-
(b) घ्रा

प्रश्न 15.
‘अस्’ धातु का लङलकार के प्रथम पुरुष बहुवचन में क्या होगा?
(a) अस्ति
(b) आसीत्
(c) आसम्
(d) आसन्
उत्तर-
(d) आसन्

प्रश्न 16.
“तिष्ठ’ में मूल धातु निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) स्था
(b) तिस्
(c) शिङ्
(d) तिष्ठ
उत्तर-
(a) स्था

प्रश्न 17.
गम् धातु का रूप लोट लकार के उत्तम पुरुष के एकवचन में क्या होता है?
(a) गच्छानि
(b) गच्छ
(c) गच्छतु
(d) गच्छामः
उत्तर-
(c) गच्छतु

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 18.
“पा” धातु का रूप लृट् लकार प्रथम पुरुष बहुवचन में क्या होगा? |
(a) पिवामः
(b) पिवन्ति
(c) पास्यन्ति
(d) पास्यामः
उत्तर-
(b) पिवन्ति

प्रश्न 19.
‘देहि’ का मूल धातु क्या है ?
(a) दाण्
(b) दा
(c) जवा
(d) हन्
उत्तर-
(b) दा

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 20.
दा धातु का रूप लट् लकार के प्रथम पुरुष बहुवचन में लिखें :
(a) ददाति
(b) ददन्ति
(c) ददति
(d) देहि
उत्तर-
(c) ददति

प्रश्न 21.
“पठेयुः’ किस लकार का रूप है ?
(a) लृट्
(b) लङ्
(c) विधिलिङ्
(d) लट्
उत्तर-
(c) विधिलिङ्

प्रश्न 22.
‘नमन्ति’ का मूल धातु क्या है ?
(a) नन
(b) नम्
(c) वरन्
(d) नृत्
उत्तर-
(b) नम्

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 23.
‘पास्यति’ किस लकार का रूप है ?
(a) लट्
(b) लोट्
(c) लङ्
(d) लृट्
उत्तर-
(d) लृट्

प्रश्न 24.
नस्यति किस लकार का रूप है ?
(a) लट्
(b) लङ्
(c) लोट
(d) लृट्
उत्तर-
(a) लट्

प्रश्न 25.
‘कुरू’ किस लकार का रूप है ? ।
(a) लट्
(b) लङ्
(c) लोट
(d) लृट
उत्तर-
(c) लोट

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 26.
“पित्रा’ किस विभक्ति का रूप है ?
(a) प्रथमा
(b) चतुर्थी
(c) तृतीया
(d) पंचमी
उत्तर-
(c) तृतीया

प्रश्न 27.
‘लता’ शब्द के तृतीया बहुवचन में क्या होगा?
(a) लते
(b) लताभ्यः
(c) लताभिः
(d) लतानाम्
उत्तर-
(c) लताभिः

प्रश्न 28.
‘अनेन’ पद का मूल रूप क्या है ?
(a) अस्मद्
(b) इदम् (पु.)
(c) इदम् (स्त्री.)
(d) अदम्
उत्तर-
(b) इदम् (पु.)

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 29.
अस्मद् के चतुर्थी एकवचन में क्या होगा?
(a) मे
(b) अस्मद् (पु.)
(c) आसम
(d) आसव्
उत्तर-
(a) मे

Bihar Board 9th Sanskrit Grammar Objective Answers व्याकरण प्रकरणम्

प्रश्न 30.
‘कुर्यात्’ शब्द का धातु निर्दिष्ट करें।
(a) कु
(b) कृ
(c) कर्य
(d) कुर्या
उत्तर-
(b) कृ

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूषम् द्रुतयपाठय भाग 1

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूषम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 1.
विद्यादेवी का अस्ति?
(a) सरस्वती
(b) पुस्तक
(c) दुर्गा
(d) लक्ष्मी
उत्तर-
(a) सरस्वती

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 2.
सरस्वती का प्रकाशयति ?
(a) कल्याणम्
(b) बुद्धिम्
(c) पुस्तकम्
(d) सुमतिम्
उत्तर-
(b) बुद्धिम्

प्रश्न 3.
विद्यादेवी किम् धारयति ?
(a) पुस्तकम्
(b) हंसम्
(c) रत्नं
(d) धनम्
उत्तर-
(a) पुस्तकम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 4.
सरस्वती शुभयानम् कः अस्ति ?
(a) कपोतः
(b) मुषकः
(c) गजः
(d) हंसः
उत्तर-
(d) हंसः

प्रश्न 5.
सरस्वती किं धारयति ?
(a) पिताम्बरम्
(b) जलम्
(c) वस्त्रम्
(d) विमलवसना
उत्तर-
(d) विमलवसना

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 6.
सरस्वती किं करोतु ?
(a) विघ्नं
(b) रत्नं
(c) कल्याणम्
(d) जऽमतिम्
उत्तर-
(c) कल्याणम्

प्रश्न 7.
सरस्वती काम् हरति ?
(a) विघ्नं
(b) धनम्
(c) दुखम्
(d) जऽमतिम्
उत्तर-
(d) जऽमतिम्

प्रश्न 8.
सरस्वत्याः आसनं कीदृशम् अस्ति ?
(a) अतिरम्यम्
(b) जऽमतिम्
(c) विमलवसन्नम्
(d) विघ्नदलम्
उत्तर-
(a) अतिरम्यम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 9.
वेदस्य द्विव्यभाषां का? ।
(a) संस्कृत भाषां
(b) गीतम्
(c) स्तोत्रम्
(d) अभ्यासम्
उत्तर-
(a) संस्कृत भाषां

प्रश्न 10.
संगणकयोग्यभाषा का कथिता ?
(a) संगणकभाषा
(b) हिन्दीभाषा
(c) संस्कृतभाषा
(d) पुस्तकम्
उत्तर-
(c) संस्कृतभाषा

प्रश्न 11.
नित्यं किं कुरू?
(a) भावदुतम्
(b) स्तोत्रम्
(c) अभ्यासम्
(d) गीतम्
उत्तर-
(c) अभ्यासम्

प्रश्न 12.
मनोहारि किं कथियतम् ?
(a) संस्कृतम्
(b) गतिम्
(c) अभ्यासम्
(d) स्तोत्रम्
उत्तर-
(b) गतिम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 13.
भक्तिदुतं किम् अस्ति ?
(a) संस्कृतम्
(b) गतिम्
(c) अभ्यासम्
(d) स्तोत्रम्
उत्तर-
(d) स्तोत्रम्

प्रश्न 14.
कून वाक्यं वदनीयम् ?
(a) गीतेन
(b) संस्कृतेन
(c) अभ्यासेन
(d) स्तोत्रम्
उत्तर-
(b) संस्कृतेन

प्रश्न 15.
श्रृणु ………. गीतम् ।
(a) चलनम्
(b) वेदस्य
(c) वरा
(d) मनोहारि
उत्तर-
(d) मनोहारि

प्रश्न 16.
गुरूवाक्य दिशा ………।
(a) चलनम्
(b) निहितम्
(c) मनोहरम्
(d) श्रवणम्
उत्तर-
(a) चलनम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 17.
अखिलं ……… ज्ञानम् ।
(a) वेदस्य
(b) मनोहारि
(c) निहितम्
(d)चलनम्
उत्तर-
(c) निहितम्

प्रश्न 18.
एषा ……….. दिव्यभाषा।
(a) वेदस्य
(b) मनोहारि
(c) निहितम्
(d) वरा
उत्तर-
(a) वेदस्य

प्रश्न 19.
अधुनापि तथैव ……….।
(a) वेदस्य
(b) चलनम्
(c) मनोहरम
(d) वरा
उत्तर-
(d) वरा

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 20.
यत्तं विना किं न लभ्यते ?
(a) दौ
(b) रत्नम्
(c) मन्दबुद्धि
(d) कृषि
उत्तर-
(b) रत्नम्

प्रश्न 21.
क्रीडानिमग्नः कः दृष्टः ?
(a) ज्येष्ठतनयः
(b) कृषिकर्माणि
(c) रत्नम्
(d) मन्दबुद्धि
उत्तर-
(a) ज्येष्ठतनयः

प्रश्न 22.
ज्येष्ठेन स्वानुजः कीदृशः कथितः ?
(a) ज्येष्ठतनयः
(b) कृषिकर्माणि
(c) द्वौ
(d) मन्दबुद्धि
उत्तर-
(d) मन्दबुद्धि

प्रश्न 23.
कृषकः कति पुत्रौ आस्ताम् ?
(a) द्वौ
(b) चत्वार
(c) त्रय
(d) एकः
उत्तर-
(a) द्वौ

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 24.
कनिष्ठः पुत्रः कस्मिन् योगदानं यच्छति ?
(a) मन्दबुद्धि
(b) कृषिकर्माणि
(c) रत्नम्
(d) द्वौ
उत्तर-
(b) कृषिकर्माणि

प्रश्न 25.
अतिसंयमिनी तेजस्विनी च नारी का?
(a) विदुला
(b) सरला
(c) मंगला
(d) सीता
उत्तर-
(a) विदुला

प्रश्न 26.
कूफलाभिलाषिणो न भवन्ति ? ।
(a) मंत्री
(b) विद्वांस
(c) हंसः
(d) वृत्रवधेन
उत्तर-
(b) विद्वांस

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 27.
इन्द्रः कथं महेन्द्रः समपधत ?
(a) सञ्जयः
(b) विद्वांस
(c) वृत्रवधेन
(d) विदुला
उत्तर-
(c) वृत्रवधेन

प्रश्न 28.
विदुलायाः एकलः पुत्राः कः आसीत् ?
(a) सञ्जयः
(b) विजयः
(c) रामः
(d) श्यामः
उत्तर-
(a) सञ्जयः

प्रश्न 29.
सम्पूर्ण विश्वरत्नं किम् ?
(a) भारतम्
(b) हिमालयम्
(c) गंगा
(d) गौरवम् .
उत्तर-
(a) भारतम्

प्रश्न 30.
सर्वोच्च पर्वतः कः ?
(a) नंदा देवी:
(b) हिमालयम्
(c) गंगा
(d) कंचनजंघा
उत्तर-
(b) हिमालयम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 31.
का क्षेत्रं कर्षति?
(a) कृषाणः
(b) बीचम्
(c) वृषभम्
(d) वृषमौ
उत्तर-
(a) कृषाणः

प्रश्न 32.
कृषाणः कं प्रजाति ?
(a) गावः
(b) सिद्यः
(c) विषभम्
(d) बीजम्
उत्तर-
(c) विषभम्

प्रश्न 33.
क्षेत्रे कृषाणेन किम् उप्यते ?
(a) फसले
(b) शाकू
(c) भोजनम्
(d) बीजम्
उत्तर-
(d) बीजम्

प्रश्न 34.
बालभाषितं किम् ?
(a) आदरम्
(b) भोजनम्
(c) वार्ता
(d) अमृतम्
उत्तर-
(d) अमृतम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 35.
कन्या कतिवर्षीया अस्ति?
(a) त्रयवर्षीया
(b) पञ्चवर्षीया
(c) दश
(d) चत्वार
उत्तर-
(b) पञ्चवर्षीया

प्रश्न 36.
सूर्यः कुत्र उदेति ?
(a) दक्षिण दिशायाम्
(b) पूर्व दिशायाम्
(c) उत्तर दिशायाम्
(d) पश्चिम दिशायाम्
उत्तर-
(b) पूर्व दिशायाम्

प्रश्न 37.
ध्यानरताः कू दृश्यन्ते ?
(a) ऋषयः
(b) बालकः
(c) खगः
(d) वानरः
उत्तर-
(a) ऋषयः

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 38.
निद्रातः का जागर्ति? –
(a) अश्वः
(b) गजः
(c) खगः
(d) शिशुः
उत्तर-
(d) शिशुः

प्रश्न 39.
देवदत्त कः आसीत्
(a) भिक्षुकः
(b) रजकः
(c) ब्राह्मणः
(d) पथिकः
उत्तर-
(c) ब्राह्मणः

प्रश्न 40.
धूर्ताः छात्रं कम् अवदन्
(a) वानरं
(b) बालकम्
(c) देवदत्तं
(d) कुक्कुरम्
उत्तर
(d) कुक्कुरम्

प्रश्न 41.
लोभतः मोहतः च का न भवेत्
(a) मार्गभ्रष्टता
(b) मानसम्
(c) रिपुः
(d) समुज्जवलम्
उत्तर-
(a) मार्गभ्रष्टता

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 42.
स्थले कः न मुच्यताम् ?
(a) मार्गभृष्टता
(b) बले
(c) रिपुः
(d) कुक्कुरम्
उत्तर-
(c) रिपुः

प्रश्न 43.
महापुरूषाः कस्य अंशाः भवन्ति ?
(a) ईश्वरस्य
(b) राष्ट्रपिता
(c) वानरस्य
(d) कस्तूरबा
उत्तर-
(a) ईश्वरस्य

प्रश्न 44.
अस्माकं देशः कदा पूर्णस्वतन्त्रतां लब्धवान् ?
(a) 1949
(b) 1948
(c) 1950
(d) 1947
उत्तर-
(d) 1947

प्रश्न 45.
महात्मा गाँधी किं मन्यते ?
(a) ईश्वर
(b) मंत्री
(c) राष्ट्रपिता
(d) राष्ट्रपति
उत्तर-
(c) राष्ट्रपिता

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 46.
प्रधानदेशभक्तेषु अन्यतमः कः आसीत्
(a) पं. जवाहरलाल नेहरू
(b) राम
(c) स्वमित्राणाम्
(d) सताम्
उत्तर-
(a) पं. जवाहरलाल नेहरू

प्रश्न 47.
वृक्षाः कानि न खादन्ति ?
(a) भोजनानि
(b) फलानि
(c) नद्यः
(d) पत्राणि
उत्तर-
(b) फलानि

प्रश्न 48.
अम्भः का न पिबन्ति ?
(a) जलम्
(b) द्वाधं
(c) नद्यः
(d) पर्वतं
उत्तर-
(c) नद्यः

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 49.
भारयुक्ता तुला कैः भक्षिता ?
(a) मूषकैः
(b) बिडाले
(c) वानरः
(d) खगः
उत्तर-
(a) मूषकैः

प्रश्न 50.
किं सत्यम् ?
(a) प्रसिद्धिः
(b) कर्त्तव्यम्
(c) सद्ज्ञानम्
(d) जीवम्
उत्तर-
(c) सद्ज्ञानम्

प्रश्न 51.
नृपः विष्णुं किम् आपर्यत् ?
(a) देवेन्द्र
(b) मृगयार्थम्
(c) निष्प्राणः
(d) स्वशरीरम्
उत्तर-
(d) स्वशरीरम्

Bihar Board 9th Sanskrit Objective Answers संस्कृत पीयूसम् द्रुतयपाठय भाग 1

प्रश्न 52.
सरस्वती कां यच्छतु ?
(a) पुस्तकम्
(b) सुमतिम्
(c) अन्नं
(d) जनम्
उत्तर-
(b) सुमतिम्

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

Bihar Board Class 8 Social Science Solutions History Aatit Se Vartman Bhag 3 Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947) Text Book Questions and Answers, Notes.

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

Bihar Board Class 8 Social Science राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947) Text Book Questions and Answers

पाठगत प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
प्रार्थना एवं प्रतिवेदन की नीति क्या है ? शिक्षकों से चर्चा करें।
उत्तर-
कांग्रेस अंग्रेजी सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन की जगह प्रार्थना करती थी। अपनी मांगों को लिखित तौर पर प्रतिवेदन के जरिए आग्रहपूर्वक रखती थी।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न 2.
पृथक् निर्वाचक मंडल क्या है ?
उत्तर-
किसी खास धर्म और जाति के लोगों का चुनाव अपने जाति या धर्म के लोगों द्वारा किया जाना ।

प्रश्न 3.
साम्प्रदायिकता क्या है ?
उत्तर-
किसी सम्प्रदाय द्वारा अपने राजनैतिक स्वार्थों की प्राप्ति के लिए धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल ।

प्रश्न 4.
सत्याग्रह क्या है ?
उत्तर-
शोषण एवं अन्याय के विरुद्ध अहिंसक तरीके से न्याय की मांग, सत्याग्रह कहलाता है।

प्रश्न 5.
नस्ल भेद क्या है?
उत्तर-
शरीरिक रंग एवं बनावट के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव किया जाना नस्ल भेद कहा जाता है।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न 6.
खलीफा किसे कहा गया?
उत्तर-
मुसलमानों का धार्मिक एवं राजनीतिक रूप से प्रधान व्यक्ति को खलीफा कहा गया।

प्रश्न 7.
प्रांतीय स्वायत्तता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
संघ के अन्दर रहते हुए अपने राज्य क्षेत्र में जनहित में स्वतंत्र निर्णय लेने के अधिकार को प्रांतीय स्वायत्तता कहा जाता है।

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनें।

प्रश्न (i)
कांग्रेस की स्थापना में किन तत्वों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका नहीं निभायी?
(क) शुरूआती राजनीतिक संगठनों ने
(ख) एक राष्ट्रीय संस्था की गठन की जरूरत ने
(ग) अंग्रेजों की शोषणकारी नीति से
(घ) अंग्रेजों का स्वच्छ प्रशासन ने
उत्तर-
(क) शुरूआती राजनीतिक संगठनों ने

प्रश्न (ii)
राष्ट्रीयता की भावना का विकास हुआ
(क) प्रशासनिक एवं न्यायिक एकरूपता के कारण
(ख) संचार साधनों के विकास के कारण
(ग) उपरोक्त दोनों के कारण
(घ) इनमें से किसी के कारण नहीं
उत्तर-
(ग) उपरोक्त दोनों के कारण

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (iii)
आई. सी. एस. की परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्र अवधि 21 वर्ष से घटाकर कितना किया गया?
(क) 18 वर्ष
(ख) 19 वर्ष
(ग) 20 वर्ष
(घ) नहीं घटाई गई
उत्तर-
(ख) 19 वर्ष

प्रश्न (iv)
समाचार पत्रों ने किन-किन विचारों को लोकप्रिय बनाया
(क) प्रतिनिधियात्मक व्यवस्था
(ख) स्वतंत्रता एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था
(ग) सिर्फ क को
(घ) क एवं ख दोनों को
उत्तर-
(घ) क एवं ख दोनों को

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (v)
वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट के माध्यम से क्या किया गया?
(क) अंग्रेजी समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगाया गया
(ख) भारतीय भाषा के समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगाया गया।
(ग) शोषण की खुली छूट दी गयी
(घ) क और ख दोनों पर प्रतिबंध लगाया गया ।
उत्तर-
(ख) भारतीय भाषा के समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगाया गया।

प्रश्न (vi)
बंग-भंग के बाद पूरे बंगाल में क्या हुआ?
(क) शोक दिवस मनाया गया
(ख) लोगों ने उपवास रखा
(ग) विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया
(घ) उपरोक सभी
उत्तर-
(घ) उपरोक सभी

प्रश्न (vii)
महात्मा गांधी ने भारत में सत्याग्रह का प्रथम प्रयोग कहाँ किया ?
(क) अहमदाबाद
(ख) चंपारण
(ग) खेड़ा
(घ) दिल्ली
उत्तर-
(ख) चंपारण

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (viii)
रॉलेट एक्ट के विरोध में सभा कहाँ हो रही थी?
(क) जालियाँवाला बाग में
(ख) गाँधी मैदान में
(ग) रामलीला मैदान में
(घ) प्रगति मैदान में
उत्तर-
(क) जालियाँवाला बाग में

प्रश्न (ix)
कैसरे-हिन्द की उपाधि का किसने त्याग किया ?
(क) रवीन्द्रनाथ टैगोर ने
(ख) महात्मा गांधी ने
(ग) जवाहरलाल नेहरू ने
(घ) सी. आर. दास ने
उत्तर-
(ख) महात्मा गांधी ने

प्रश्न (x)
करो या मरो’ का नारा गांधीजी ने दिया
(क) असहयोग आंदोलन के दौरान
(ख) चंपारण में
(ग) भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान
(घ) सविनय अवज्ञा आंदोलन में ।
उत्तर-
(ग) भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान

आइए विचार करें

प्रश्न (i)
कैबिनेट मिशन ने क्या सझाव दिया?
उत्तर-
अंग्रेजी सरकार ने पाकिस्तान की मांग और भारत की स्वतंत्रता के संबंध में अध्ययन करने के लिए तीन सदस्यीय कैबिनेट मिशन भारत भेजा । कैबिनेट मिशन ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र को कुछ स्वायत्तता प्रदान करते हुए ढीले-ढाले महासंघ के रूप में अविभाजित भारत का सझाव दिया।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (ii)
प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस क्यों मनाया गया ?
उत्तर-
कैबिनेट मिशन के कुछ सुझावों पर लीग और कांग्रेस को आपत्ति थी। इन परिस्थितियों में अब देश का विभाजन नहीं टाला जा सकता था। मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान की मांग के समर्थन में जनता से ‘प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस’ 16 अगस्त 1946 का मनाने का आह्वान किया । इसी दिन कलकत्ता में साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गयी। जो पूरे देश में फैली और करोड़ों लोग शरणार्थी हो गए । हजारों लोग मारे गये।

प्रश्न (iii)
राष्ट्रीयता के उत्थान में किन-किन तत्वों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई ?
उत्तर-
अंग्रेजों ने संपूर्ण भारत को अपने हित में एकीकृत किया था। राजनीतिक एकता स्थापित करने के साथ ही प्रशासनिक, एकरूपता भी कायम की। समूचे भारत में एक ही तरह की न्यायिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की। उन्होंने पूरे भारत को सड़क, तार एवं रेलवे के माध्यम से एकसूत्र में बाँध दिया था। परिवहन के साधनों एवं समाचार पत्रों के प्रसार व उनके माध्यम से राष्ट्रीय विचारधारा व भावना के प्रसार से लोगों को आपस में मिलने-जुलने, विचार-विमर्श करने का पूरा मौका मिला । इन सारे तत्वों ने राष्ट्रीयता के उत्थान में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (iv)
कांग्रेस के गठन ने राष्ट्रीयता के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। कैसे?
उत्तर-
कांग्रेस के गठन होने पर उसके नेताओं ने भारत की सांस्कृतिक विभिन्नताओं को देखते हुए सावधानीपूर्वक राष्ट्रीय एकता की कोशिश की। उसके कार्यकर्ता संगठित होकर अखिल भारतीय स्तर पर राजनीतिक गतिविधियां चलाए । इन्होंने राजनीतिक चेतना जगाने और जनमत बनाने के लिए मध्यमवर्गीय लोगों से संपर्क शुरू किया जो धीरे-धीरे आम लोगों तक पहुँचा । अतः इन सारे कार्यों के कारण कांग्रेस के गठन ने राष्ट्रीयता के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न (v)
बंग-भंग ने पूरे भारत को आंदोलित कर दिया । कैसे?
उत्तर-
लॉर्ड कर्जन ने राष्ट्रीय भावना को कमजोर करने के लिए 1905 में एकीकृत बंगाल के विभाजन का आदेश निकाला । तब बंगाल भारत की राजनीतिक गतिविधियों का केन्द्र था। 16 अक्टूबर, 1905 को विभाजन के खिलाफ समूचे बंगाल में ‘शोक दिवस’ मनाया गया। लोगों ने उपवास रखे । बंगाल की गलियों में ‘वंदे मातरम्’ का नारा गूंज उठा। लोगों ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार एवं स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प लिया। . छात्रों ने स्कूल-कॉलेजों तथा वकीलों ने न्यायालयों का बहिष्कार किया । इसके विरुद्ध अंग्रेजों ने आंदोलन को दमन करने का सहारा लिया । इससे बंग-भंग ने पूरे भारत को आंदोलन कर दिया।

आइए करके देखें

प्रश्न (i)
चंपारण से ही गांधी ने अपनी राजनीतिक यात्रा क्यों शुरू की ? वर्ग में सहपाठियों से परिचर्चा करें।
संकेत :
पाठ के आधार पर परिचर्चा स्वयं करें।

Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 12 राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)

प्रश्न (ii)
स्वतंत्रता हमारे लिए खुशी और पीड़ा दोनों लेकर आया, इस विषय पर विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर वाद-विवाद आयोजित करें।
संकेत :
वाद-विवाद स्वयं आयोजित करें।

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Bihar Board 9th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 1.
A Silent Revolution’ is an essay about the latest communication known as
(a) VRS
(b) SMS
(c) E-mail
(d) MMS
Answer:
(b) SMS

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 2.
SMS is the ability to send and receive text message at a
(a) Computer
(b) T.V.
(c) Mobile phone
(d) Telephone
Answer:
(c) Mobile phone

Question 3.
Messages are sent through a short messaging service
(a) centre
(b) state
(c) site
(d) city
Answer:
(a) centre

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 4.
SMS is an easy way of
(a) Exchange
(b) connection
(c) Interception
(d) communication
Answer:
(d) communication

Question 5.
The first short message to have been sent in December
(a) 1993
(b) 1990
(c) 1992
(d) 1991
Answer:
(c) 1992

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 6.
Which continent is known as the revolution of SMS
(a) Africa
(b) Europe
(c) America
(d) Asia
Answer:
(b) Europe

Question 7.
‘A Silent Revolution’ has been written by
(a) Kunal Verma
(b) C. Rajgopalachari
(c) Arjun Dev Charan
(d) Moti Nisani
Answer:
(a) Kunal Verma

Question 8.
There is always an alert signal to convey the arrival of a
(a) messanger
(b) message
(c) Chanel
(d) letter
Answer:
(b) message

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 9.
SMS was conceived as a part of the
(a) SIM
(b) CHIP
(c) GSM
(d) MSG
Answer:
(c) GSM

Question 10.
The process of sending messages and reading generally varies from
(a) man
(b) media
(c) hand set
(d) internet
Answer:
(c) hand set

Question 11.
SMS has Become the parts of the:
(a) country
(b) globe
(c) society
(d) city
Answer:
(b) globe

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 12.
SMS has very silent
(a) beginning
(b) starting
(c) coming
(d) going
Answer:
(a) beginning

Question 13.
Today every market player mobile manufactures has interest to capture its
(a) hand set
(b) society
(c) share
(d) internet
Answer:
(c) share

Question 14.
Which company has launched the first Hindi handset to send message in Hindi.
(a) Reliance
(b) Nokia
(c) Micromax
(d) Lawa
Answer:
(b) Nokia

Question 15.
The industry is now preparing for the more advanced multi-media messaging service which would enable to send
(a) SMS
(b) messages
(c) picture
(d) data
Answer:
(c) picture

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 16.
SMS like e-mail is a store and………..service
(a) message
(b) standard
(c) forward
(d) none of these
Answer:
(c) forward

Question 17.
SMS was conceived as a part of the ………. for mobile communication.
(a) system
(b) Global system
(c) country
(d) foreign system
Answer:
(b) Global system

Question 18.
The first message was sent from a P.C. to mobile phone on the
(a) Tata mobile
(b) Nokia
(c) BSNL
(D) Vodaphone
Answer:
(D) Vodaphone

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 19.
SMS messages are immediate but not
(a) expected
(b)varried
(c) delayed
(d) simultaneous
Answer:
(d) simultaneous

Question 20.
The beauty of SMS is that messages can be sent and received even while making
(a) music
(b) noise
(c) sound
(d) voice calls
Answer:
(d) voice calls

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 21.
The SMSC stores the message and
(a) cds
(b) sends
(c) standards
(d) provides
Answer:
(c) standards

Question 22.
The process of sending messages and reading them generally varies from handset
(a) to handset
(b) to handful
(c) to market
(d) to another thing
Answer:
(a) to handset

Question 23.
Short message service centre is run .by the
(a) technology
(b) service provider
(c) advertisement
(d) none of these
Answer:
(b) service provider

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 24.
A voice call is a message sent by words of
(a) mouth
(b) writing
(c) flash
(d) none of them
Answer:
(b) writing

Question 25.
Correct spelling of ‘message’ is
(a) massage
(b) message
(c) messag
(d) mesage.
Answer:
(b) message

Question 26.
‘Communication’means
(a) means of access
(b) share
(c) convey
(d) make possible
Answer:
(a) means of access

Question 27.
SMS is sent by
(a) voice
(b) text
(c) operator
(d) none of these
Answer:
(b) text

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 28.
Aim means
(a) Destination
(b) Distance
(c) Ensure
(d) global
Answer:
(a) Destination

Question 29.
An SMS is a short message in letters and
(a) numbers
(b) digits
(c) pictures
(d) data
Answer:
(a) numbers

Question 30.
SMS can be typed on a small keypad of the
(a) computer
(b) phone
(c) T.V.
(d) camera
Answer:
(b) phone

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 31.
SMS travels on a signalling
(a) Road
(b) Highway
(c) Pathway
(d) Subway
Answer:
(c) Pathway

Question 32.
Normally the SMS messages are received
(a) immediately
(b) after one day
(c) very late
(d) after a month
Answer:
(a) immediately

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 33.
There is always a signal to show that a message has been sent or
(a) never sent
(b) received
(c) easii / sent
(d) not sent
Answer:
(b) received

Question 34.
Receivitg an SMS is generally
(a) free
(b) charged
(c) costly
(d) nominal rate
Answer:
(a) free

Question 35.
The first SMS message was sent from a PC to a vodafone mobile phone in the
(a) UI
(b) USA
(c) UAE
(d) UP
Answer:
(a) UI

Question 36.
Cellular operator could not understand its
(a) ability
(b) identity
(c) potential fully
(d) strength
Answer:
(c) potential fully

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 37.
SMS brought immense change in the field of
(a) conynunication
(b) exchange
(c) transportation
(d) relation
Answer:
(a) conynunication

Question 38.
Maximufn size of SMS cannot be more than
(a) 140 characters
(b) 200 characters
(c) 160 characters
(d) 100 characters
Answer:
(c) 160 characters

Question 39.
Encouraged by the success of SMS, the industry is now introducing
(a) VRS
(b) SIM
(c) GSM
(d) MMS
Answer:
(d) MMS

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 40.
SMS, like e-mail, is a store and……service
(a) Bad
(b) Backward
(c) Forward
(d) afterward
Answer:
(c) Forward

Question 41.
Short message service centre is run by the
(a) service taker
(b) internet
(c) Media
(d) Service provider
Ans.
(d) Service provider

Question 42.
The delivery of messages may be delayed due to
(a) congestion
(b) lackluster
(c) bureaucracy
(d) hacking
Answer:
(a) congestion

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 43.
Messages can be received even while making
(a) Voice calls
(b) pictures
(c) SMS
(d) sign
Answer:
(a) Voice calls

Question 44.
The process of typing a message on the small handset keypad is
(a) beautiful
(b) tedious
(c) awaysome
(d)easy
Answer:
(b) tedious

Question 45.
SMS was conceived as a part of the GSM
(a) digital standard
(b) Internet
(c) Media
(d) message
Answer:
(a) digital standard

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 46.
MMS enables pictures, sounds and longer. Formatted textstobe
(a) sent
(b) come
(c) taken
(d) given
Answer:
(a) sent

Question 47.
SMSC first receives the message from
(a) internet
(b) provider
(c) sender
(d) man
Answer:
(b) provider

Question 48.
A text message is typed using letter numbers and symbols on the small keypad of the
(a) TV
(b) Typewriter
(c) Computer
(d) handset
Answer:
(d) handset

Question 49.
If the receiving mobile is switched off or out of the coverage area, the message is stored at the
(a) YLCC
(b) SIM
(c) GSM
(d) SMSC
Answer:
(a) YLCC

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 50.
The beauty of SMS is that message can be sent and received even while making
(a) voice calls
(b) pictures
(c) phone
(d) messages
Answer:
(a) voice calls

Question 51.
Choose the correct one
(a) conceive
(b) concieve
(c) concive
(d) conciave
Answer:
(a) conceive

Question 52.
Choose the correct one
(a) techanology
(b) technolgy
(c) technology
(d) techonolgy
Answer:
(c) technology

Question 53.
Which of them is correct
(a) semultaneously
(b) simultaneously
(c) simuteneously
(d) simulteneously
Answer:
(b) simultaneously

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 54.
Which of them is correct
(a) enthuseasts
(b) enthiiciasts
(c) enthusiasts
(d) enthuceasts
Answer:
(c) enthusiasts

Question 55.
Which is the correct spelling.
(a) dastination
(b) destination
(c) destinetion
(d) destenation
Answer:
(b) destination

Question 56.
Choose noun word of ‘accessible’
(a) acessibiIity
(b) accessebility
(c) acessibility
(d) accessebelity
Answer:
(a) acessibiIity

Question 57.
Choose noun word of‘compatible’.
(a) compatebelity
(b) compatebility
(c) compatibility
(d) compatibilety
Answer:
(c) compatibility

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 58.
A voice call is a message sent by words of
(a) mouth
(b) hand
(c) teg
(d) head
Answer:
(a) mouth

Question 59.
SMS is a cheap and easy
(a) way
(b) device
(c) method
(d) set
Answer:
(a) way

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 60.
I send my message to my friends and relatives at a
(a) teleprinter
(b) mobile phone
(c) typewriter
(d) telephone
Answer:
(b) mobile phone

Question 61.
‘A Silent Revolution’ has been written by
(a) Arjune Dev Charan
(b) C. Rajgopalchari
(c) Kunal Verma
(d) Moti Nisani
Answer:
(c) Kunal Verma

Question 62.
Normally, messages are delivered
(a) soon
(b) late
(c) an hour late
(d) instantly
Answer:
(d) instantly

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 63.
The beauty of SMS is that messages can be sent and received even while making
(a) voice calls
(b) noise
(c) music
(d) sound
Answer:
(a) voice calls

Question 64.
SMS messages are immediate but not
(a) varied
(b) delayed
(c) expected
(d) simultaneous
Answer:
(d) simultaneous

Bihar Board 9th English Objective Answers Chapter 3 A Silent Revolution

Question 65.
From the first short message, believed to have been sent in December.
(a) 1990
(b) 1991
(c) 1994
(d) 1992
Answer:
(d) 1992