Bihar Board 12th Chemistry Model Papers
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 2 in Hindi
परिक्षार्थियों के लिए निर्देश :
- परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दें।
- दाहिनी ओर हाशिये पर दिये हुए अंक पूर्णाक निर्दिष्ट करते हैं।
- उत्तर देते समय परीक्षार्थी यथासंभव शब्द-सीमा का ध्यान रखें ।
- इस प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है ।
- यह प्रश्न पत्र दो खण्डों में है, खण्ड-अ एवं खण्ड-ब
- खण्ड-अ में 1-35 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं, सभी प्रश्न अनिवार्य हैं । (प्रत्येक के लिए एक अंक निर्धारित है), इनके उत्तर उपलब्ध कराए गए ओ एम आर-शीट में दिए गए वृत्त को काले/नीले बॉल पेन से भरें । किसी भी प्रकार का व्हाइटनर/तरल पदार्थ/ब्लेड/नाखून आदि को ओ एम.आर. पत्रक में प्रयोग करना मना है, अन्यथा परीक्षा परिणाम अमान्य होगा ।
- खण्ड-ब में 18 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए दो अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 10 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है । इसके अतिरिक्त इस खण्ड में 06 दीर्घ प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए 5 अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 3 प्रश्नों का उत्तर देना है ।
- किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक यंत्र का उपयोग वर्जित है।
खण्ड-अ : वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न संख्या 1 से 35 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से एक सही है। अपने द्वारा चुने गए सही विकल्प को OMR शीट पर चिह्नित करें। (35 × 1 = 35 )
प्रश्न 1.
निम्न में से कौन-सा विषमदैशिकता (Anisotropy) को दर्शाएगा?
(a) काँच
(b) NaBr
(c) प्लास्टिक
(d) रबड़
उत्तर-
(b) NaBr
प्रश्न 2.
ठोस X एक ऐसा अत्यंत कठोर ठोस होता है जो ठोस के साथ-साथ गलित अवस्था में विद्युतरोधी होता है तथा जिसका अत्यंत उच्च गलनांक होता है। यह किस प्रकार का ठोस है ?
(a) आयनिक ठोस
(b) सहसंयोजी ठोस
(c) धात्विक ठोस
(d) आण्विक ठोस
उत्तर-
(b) सहसंयोजी ठोस
प्रश्न 3.
आयनिक ठोस गलित अवस्था में विद्युत का संचालन करते हैं किन्तु ठोस अवस्था में नहीं, क्योंकि
(a) गलित अवस्था में, मुक्त आयन बनते हैं जो ठोस अवस्था में गति करने के लिए स्वतंत्र नहीं होते हैं।
(b) ठोस अवस्था में, आयनिक ठोस कठोर, भंगुर होते हैं तथा गलित अवस्था में मृदु बन जाते हैं।
(c) सभी ठोस गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं।
(d) ठोस अवस्था में, आयन परमाणु में परिवर्तित हो जाते हैं जो विद्युतरोधी होते हैं।
उत्तर-
(a) गलित अवस्था में, मुक्त आयन बनते हैं जो ठोस अवस्था में गति करने के लिए स्वतंत्र नहीं होते हैं।
प्रश्न 4.
हीरे, सिलिकन एवं क्वार्ट्स में मुख्य आबंधी बल (Major binding force) होता है
(a) स्थिर वैद्युत बल
(b) विद्युत आकर्षण
(c) सहसंयोजी आबंध बल
(d) वान्डरवॉल्स बल
उत्तर-
(c) सहसंयोजी आबंध बल
प्रश्न 5.
हीरे और ग्रेफाइट के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(a) हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से बँधा हुआ होता है।
(b) ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु समान तल में अन्य तीन कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजी रूप से आबंधित होते हैं।
(c) ग्रेफाइट में C-C आबंध लंबाई एकल व द्विआबंध दूरी के मध्य माध्यमिक (Intermediate) होती है।
(d) हीरा एक परतदार संरचना है, दो परतें वान्डरवॉल बलों के द्वारा जुडी रहती हैं।
उत्तर-
(d) हीरा एक परतदार संरचना है, दो परतें वान्डरवॉल बलों के द्वारा जुडी रहती हैं।
प्रश्न 6.
किसी विलयन के 500 mL में 10 g NaOH की मात्रा को निहित रखने वाले विलयन की मोलरता क्या होगी?
(a) 0.25 mol L-1
(b) 0.75 mol L-1
(c) 0.5 molL-1
(d) 1.25 mol L-1
उत्तर-
(c) 0.5 molL-1
प्रश्न 7.
500 mL में घोले गए 0.5 M H2SO4 विलयन के 30 mL की मोलरता क्या होगी?
(a) 0.3 M .
(b) 0.03 M
(c) 3M
(d) 0.103 M
उत्तर-
(b) 0.03 M
प्रश्न 8.
डेनियल सेल में
(a) रेडॉक्स अभिक्रिया के दौरान मुक्त की गई रासायनिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
(b) सेल की विद्युत ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
(c) सेल की ऊर्जा रेडॉक्स अभिक्रिया के चालन में उपयोग की जाती है।
(d) सेल की विभव ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
उत्तर-
(a) रेडॉक्स अभिक्रिया के दौरान मुक्त की गई रासायनिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
प्रश्न 9.
निम्न में से वह कौन-सा सही क्रम है जिसमें धातुएँ उनके लवणों के लवण विलयन से एक-दूसरे को विस्थापित करती हैं ?
(a) Zn, Al, Mg, Fe, Cu
(b) Cu, Fe, Mg, AI, Zn
(c) Mg, Al, Zn, Fe, Cu
(d) AI, Mg, Fe, Cu, Zn
उत्तर-
(c) Mg, Al, Zn, Fe, Cu
प्रश्न 10.
अभिक्रिया 4NH3 + 5O2 → 4NO + 6H2O के लिए, यदि NH3 की अदृश्यता की दर 3.6 × 10-3 mol L-1s-1 है, तो H2O के निर्माण की दर क्या है?
(a) 5.4 × 10-3mol L-1s-1
(b) 3.6 × 10-3mol L-1s-1
(c) 4 × 10-4mol L-1s-1
(d) 0.6 × 10-4 mol L-1s-1
उत्तर-
(a) 5.4 × 10-3mol L-1s-1
प्रश्न 11.
जब कोई अभिक्रिया संपन्न होती है, तब अभिक्रिया के दौरान, अभिक्रिया की दर
(a) समय के साथ बढ़ती है ।
(b) समय के साथ नियत रहती है ।
(c) निम्न तापमान, निम्न दाब
(d) निम्न तापमान, उच्च दाब
उत्तर-
(c) निम्न तापमान, निम्न दाब
प्रश्न 12.
वान्डरवाल्स अधिशोषण के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा सही है ?
(a) उच्च तापमान, निम्न दाब
(b) उच्च तापमान, उच्च दाब
(c) समय के साथ घटती है ।
(d) समय के साथ अनियमित प्रवृत्ति को दर्शाती है ।
उत्तर-
(d) समय के साथ अनियमित प्रवृत्ति को दर्शाती है ।
प्रश्न 13.
निम्न में से कौन-सा अधिशोषण के दौरान शून्य से कम होता है ?
(a) ∆G
(b) ∆S
(c) ∆H
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी
प्रश्न 14.
निम्न में से कौन-सा एक ऑक्साइड अयस्क नहीं है ?
(a) कोरण्डम
(b) जिंकाइट
(c) कैलामाइन
(d) क्रोमाइट
उत्तर-
(c) कैलामाइन
प्रश्न 15.
निम्न में से कौन-सा अयस्क उसके साथ दिए गए सूत्र का सही नाम नहीं है?
(a) MgSO4.7H2O – एप्सम लवण
(b)CuCO3Cu(OH)2 मेलेकाइट
(c) KAISi2O8 – फेल्ड्सपार
(d) KCI.MgCl2.6H2O – डोलोमाइट
उत्तर-
(d) KCI.MgCl2.6H2O – डोलोमाइट
प्रश्न 16.
नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था किसमें अत्यधिक होती है ?
(a) N3H
(b) NH3
(c) NH2OH
(d) N2H4
उत्तर-
(a) N3H
प्रश्न 17.
नाइट्रोजन किस परास तक भिन्न ऑक्सीकरण अवस्थाएँ दर्शाता है ?
(a) -3 से + 5
(b) -5 से +5
(c) 0 से -5
(d) -3 से +3
उत्तर-
(a) -3 से + 5
प्रश्न 18.
निम्न में से कौन-सा एक ‘d-ब्लॉक का तत्त्व’ है ?
(a) Gd
(b) Hs
(c) ES
(d) Cs
उत्तर-
(b) Hs
प्रश्न 19.
Fe3+ यौगिक Fe2+ यौगिकों से अधिक स्थायी होते हैं क्योंकि
(a) Fe3+ का आकार Fe2+ से छोटा होता है।
(b) Fe3+ में 3d5 विन्यास होता है (अर्द्ध-पूर्ण) ।
(c) Fe3+ में ऑक्सीकरण अवस्था उच्च होती है।
(d) Fe3+ की प्रकृति अनुचुम्बकीय होती है।
उत्तर-
(b) Fe3+ में 3d5 विन्यास होता है (अर्द्ध-पूर्ण) ।
प्रश्न 20.
किसके निर्माण के कारण कॉपर सल्फेट अमोनिया में घुल जाता है ?
(a) Cu2O
(b) [Cu (NH3)4]SO4
(c) [Cu(NH3)4]OH
(d) [Cu(H2O)4]SO4
उत्तर-
(b) [Cu (NH3)4]SO4
प्रश्न 21.
जलीय विलयन में [Pt(NH3)6 ]Cl4 द्वारा दी गई आयनों की संख्या
होगी
(a) दो
(b) तीन
(c) पाँच
(d) ग्यारह
उत्तर-
(c) पाँच
प्रश्न 22.
निम्न में से कौन-सा एक ऐलिलिक हैलाइड नहीं है ?
(a) 4-ब्रोमोपेन्ट-2-ईन
(b) 3-ब्रोमो-2-मेथिलब्यूट-1-ईन
(c) 1-ब्रोमोब्यूट-2-ईन
(d) 4-ब्रोमोब्यूट-1-ईन
उत्तर-
(d) 4-ब्रोमोब्यूट-1-ईन
प्रश्न 23.
हैलोऐल्केनों में किसी ऐल्किल समूह के sp3 संकरित कार्बन परमाणु से
जुड़े हैलोजन परमाणु होते हैं। निम्न यौगिकों में से हैलोऐल्केन को पहचानिए ।
(i) 2-ब्रोमोपेन्टेन
(ii) विनाइल क्लोराइड (क्लोरोएथीन)
(iii) 2-क्लोरोऐसीटोफिनॉन
(iv) ट्राइक्लोरोमीथेन
(a) केवल (ii)
(b) (ii) एवं (iv)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (i), (ii) एवं (iii)
उत्तर-
(c) (i) एवं (iv)
प्रश्न 24.
C5H12O एक मोनोहाइडड्रिक ऐल्कोहॉल है । इस ऐल्कोहॉल के कितने समावयवी संभव हैं ? इनमें निहित कितने काइरल (Chiral) केन्द्रों के साथ-साथ उत्क्रयावयवता (Enantiomerism) पायी जा सकती है ?
(a) 8 एवं 3
(b) 6 एवं 2
(c) 4 एवं 2
(d) 12 एवं 4
उत्तर-
(a) 8 एवं 3
प्रश्न 25.
यौगिक C6H14O2 में दो तृतीयक ऐल्कोहॉलिक समूह होते हैं। इस यौगिक का IUPAC नाम है
(a) 2, 3-डाइमेथिल-1, 2-ब्यूटेनडाइऑल
(b) 3. 3-डाइमेथिल-1, 2-ब्यूटेनडाइऑल
(c) 2, 3-डाइमेथिल-2, 3-ब्यूटेनडाइऑल
(d) 2-मेथिल-2, 3-पेन्टेनडाइऑल
उत्तर-
(c) 2, 3-डाइमेथिल-2, 3-ब्यूटेनडाइऑल
प्रश्न 26.
निम्न में से कार्बनिक यौगिकों का कौन-सा नाम सही रूप से नहीं लिखा है ?
उत्तर-
(b)
प्रश्न 27.
निम्न में से कौन-सा कार्बोनिल यौगिक सर्वाधिक ध्रुवीय है ?
उत्तर-
(d)
प्रश्न 28.
ऐमीनों समूह का नाइट्रोजन परमाणु………संकरित होता है।
(a) sp
(b) sp2
(c) sp3
(d) sp3d
उत्तर-
(c) sp3
प्रश्न 29.
C3H9N प्रदर्शित नहीं कर सकता है
(a) 1° एमीन
(b) 2° एमीन
(c)3° एमीन
(d) चतुर्थक अमोनियम लवण
उत्तर-
(d) चतुर्थक अमोनियम लवण
प्रश्न 30.
ग्लूकोज के ऐसीटिलीकरण के दौरान इसे ऐसीटिक एनहाइड्राइड के x मोल की आवश्यकता होती है। x का मान होगा
(a) 3
(b) 5
(c) 4
(d) 1
उत्तर-
(b) 5
प्रश्न 31.
मृदु ऑक्सीकारक जैसे Br2/H2O के साथ ऑक्सीकरण पर, ग्लूकोज किस अम्ल में ऑक्सीकृत हो जाता है ?
(a) सैकेरिक अम्ल
(b) ग्लूकेरिक अम्ल
(c) ग्लूकोनिक अम्ल
(d) वेलेरिक अम्ल
उत्तर-
(c) ग्लूकोनिक अम्ल
प्रश्न 32.
बैकेलाइट किसका उदहरण है ?
(a) इलेस्टोमर
(b) फाइबर
(c) थर्मोप्लास्टिक
(d) थर्मोसेटिंग
उत्तर-
(d) थर्मोसेटिंग
प्रश्न 33.
ब्यूना-S के एकलकों की सही संरचना है –
उत्तर-
(c)
प्रश्न 34.
बीमारियों के उपचार के लिए रसायनों का उपयोग कहलाता है
(a) कीमोथेरैपी
(b) फिजियोथेरैपी
(c) एंजियोथेरैपी
(d) पॉलीथेरैपी
उत्तर-
(a) कीमोथेरैपी
प्रश्न 35.
कुछ औषधियाँ एन्जाइम की एक्टिव साइट पर नहीं जुड़ती हैं, बल्कि • एन्जाइम की अन्य साइट पर जुड़ती हैं। यह साइट कहलाती है
(a) एलोस्टेरिक साइट
(b) सब्स्ट्रेट साइट
(c) आयनिक साइट
(d) कॉम्पिटेटिव साइट
उत्तर-
(a) एलोस्टेरिक साइट
खण्ड-ब : गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न संख्या 1 से 18 तक सभी लघु उत्तरीय कोटि के प्रश्न हैं। इस कोटि के प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित है । आप किन्हीं दस (10) प्रश्नों के उत्तर दें। (10 × 2 = 20)
प्रश्न 1.
परिसारक दाब को परिभाषित करें । क्यों परिसारक दाब अपसामान्य हो जाता है ?
उत्तर-
परिसारिक दाब : घोल पर आरोपित वह न्यूनतम दाब जो परासरण को रोक दे उसे परिसारिक दाब कहते हैं । इसे 1 से दर्शाया जाता है
परिसारिक दाब (π) = \(\frac{n R T}{V}\)
विलय में अणुओं के एसोसिएशन या डिसोसिएशन के कारण परिसारिक दाब असामान्य हो जाता है ।
प्रश्न 2.
बिन्दु दोष को परिभाषित करें । ठोस रवा में फ्रेंकल दोष क्यों उत्पन्न हो जाता है?
उत्तर-
बिन्दु दोष : क्रिस्टल में आयनों के लुप्त होने या मिसप्लेस होने के कारण अशुद्धता उत्पन्न हो जाती है जिसे बिन्दु दोष कहते है।
फ्रेंकल दोष : इस प्रकार के दोष में धनायन अपना स्थान छोड़कर अन्तराकाशी स्थान में पाया जाता है । इस दोष में क्रिस्टल के घनत्व में कोई परिवर्तन नहीं होता है । इस प्रकार के दोष कम समन्वय संख्या वाले यौगिकों में पाई जाती है । जैसे-CaF2, AgCl
प्रश्न 3.
संक्षेप में लिखें: (क) ब्राउनियन गति (ख) अभिक्रिया का अर्द्धकाल।
उत्तर-
(a) ब्राउनियन गति : राबर्ट ब्राउन ने अति सूक्ष्मदर्शी से देखा कि परिक्षित अवस्था के कण परिपेक्षण माध्यम से हमेशा अनियमित टेढ़ी-मेढ़ी (zig-zag) गति करते हैं । इस टेढ़ी-मेढ़ी गति को ब्राउनियन गति कहा जाता है । ब्राउनियन गति परिपेक्षपण माध्यम के अणुओं की कोलाइडी कणों के साथ असमय टक्कर के कारण उत्पन्न होता है ।
(b) अभिक्रिया का अर्द्धकाल : वह काल जिसमें प्रथम कोटि की अभिक्रिया में प्रतिवाद अपने मूल मात्रा का आधा हो जाता है अभिक्रिया का अर्द्धकाल कहलाता है ।
अभिक्रिया का अर्द्धकाल \(\left(t_{1 / 2}\right)=\frac{0.693}{K}\)
प्रश्न 4.
संक्रमण तत्त्वों में परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्था क्यों होती है?
उत्तर-
संक्रमण तत्वों में ॥S और (n- 1) इलेक्ट्रॉनों के बंधन में भाग लेने के कारण परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्था होती है क्योंकि nS तथा (n – 1)d आर्बिटल की ऊर्जा लगभग बराबर होती है।
प्रश्न 5.
(क) जटिल लवण K3[Fe(CN)6] का I.U.P.A.C. नाम दें। (ख) इस जटिल लवण में Fe की E.A.N. (प्रभावी परमाणु संख्या) की गणना करें।
उत्तर-
(a) पोटैशियम हेक्सासायनोफैरोट (b) माना Fe की ऑक्सीकरण संख्या =x
अत: 1 × 3 + x(-1) × 6 = 0 या x – 2 = 0 i.e. x = +2
Fe3+ में इलेक्ट्रॉन की संख्या =D23, 6CN–आयन द्वारा प्राप्त इलेक्ट्रॉन = 12
EA.N. = Fe3+ में इलेक्ट्रॉन की संख्या + 6CN– आयन द्वारा प्राप्त इलेक्ट्रॉन
अत: E.A.N. = 23 + 12 = 35 ; E.A.N = 35
प्रश्न 6.
व्याख्या करें कि सामान्य अवस्था में क्यों H2O तरल अवस्था में होता है जबकि H2S गैसीय अवस्था में होता है।
उत्तर-
H20 में ऑक्सीजन परमाणु हाइड्रोजन परमाणु के साथ अन्तराणुविक हाइड्रोजन बंधन बनाता है परन्तु H2S में सल्फर परमाणु हाइड्रोजन के साथ अन्तराण्विक हाइड्रोजन बंधन नहीं बनता है । यही कारण है कि H2O तरल अवस्था में रहता है तथा H2S गैसीय अवस्था में होता है।
प्रश्न 7.
एक परीक्षण को लिखें जिसके द्वारा मिथाइल अल्कोहल एव ईथाइल अल्कोहल के अन्तर को स्पष्ट करें।।
उत्तर-
ऑयल ऑफ विंटरग्रीन परीक्षण द्वारा मिथाइल अल्कोहल एवं इथाइल अल्कोहल के बीच अंतर पता किया जा सकता है । इसमें मिथाइल अल्कोहल, मिथाइल सैलिसाइलेट की गंध देता है जबकि इथाइल अल्कोहल गंधहीन होता है।
प्रश्न 8.
एसिटिक अम्ल को मिथाइल ऐमीन में किस प्रकार परिवर्तित किया जा सकता है ?
उत्तर-
एसिटिक अम्ल को मिथाइल ऐमिन में निम्न प्रकार से परिवर्तित किया जाता है ।
प्रश्न 9.
नीचे दिये गये अभिक्रियाओं में A, B, C एवं D की पहचान करें।
उत्तर-
प्रश्न 10.
निम्नलिखित के मोनोमर का नाम लिखें : (क) नायलॉन-6 (ख) ब्यूना-S.
उत्तर-
(क) एमिनो केपोरिक अम्ल (ख) बुटाडाईन एवं स्टाईरीन
प्रश्न 11.
निम्नलिखित के एक-एक उपयोग दर्शाइए : (क) पारासिटामॉल . (ख) टिंक्चर आयोडिन
उत्तर-
(क)पारासिटामोल (Paracetamol)-बुखार को कम करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है ।
(ख) एंटीसेप्टिक के रूप में इसका उपयोग किया जाता है ।
प्रश्न 12.
लायोफोबिक कोलाइड और लायोफिलिक कोलाइड में कैसे विभेद करेंगे?
उत्तर-
लायोफॉनिक कोलाइड-(i) यह टिंडेल प्रभाव दिखाता है। (ii) यह ज्यादा stable होता है । (iii) यह घुलनशील होता है । (iv) यह आसानी से तैयार किया जा सकता है ।
लायोफीलिक कोलाइड-(i) यह टिंडेल प्रभाव को नहीं दिखाता है । (ii) यह कम stable होता है । (iii) यह घुलनशील नहीं होता है । (iv) इसे विशिष्ट विधि द्वारा तैयार किया जाता है ।
प्रश्न 13.
5% यूरिया के घोल का परासरण दाब 273K पर ज्ञात करें। उत्तर-जैसा कि हम जानते हैं ।
उत्तर-
प्रश्न 14.
निम्नलिखित के IUPAC नाम लिखें :
(क) K2 [Ni(CN)4] (ख) [CoCl2 (NH3)4]Cl.
उत्तर-
(a) पोटैशियम टेट्रासायनोनिकेलेट II
(b) टेट्राएमीन डाईक्लोरिडो कोबाल्ट III क्लोराइड
प्रश्न 15.
निम्नलिखित के कारण बताइए :
(क) फार्मिक अम्ल, एसीटिक अम्ल से अधिक सबल है।
(ख) एनीलीन, मिथाइलएमीन से कम क्षारीय है।
उत्तर-
एसीटिक अम्ल एसीटिक अम्ल में CH3 समूह +1 प्रभाव प्रदर्शित करता है जो O-H के इलेक्ट्रॉन घनत्व को बढ़ा देता है तथा O-H के वियोजन को कम कर देता है। इसी कारण फार्मिक अम्ल, एसीटिक अम्ल से सबल होता है ।
एनीलीन एनीलीन में नाइट्रोजन परमाणु पर उपस्थित इलेक्ट्रॉन की निर्जन जोड़ी अनुनाद में भाग लेती है। जिसके कारण नाइट्रोजन पर इलेक्ट्रोन घनत्व घट जाती है ।
मिथाइल एमीन में CH–3 समूह + I प्रभाव प्रदर्शित करती है । जोकि नाइट्रोजन परमाणु पर इलेक्ट्रोन घनत्व बढ़ा देती है ।
अतः एनीलीन, मिथाइल एमीन से कम क्षारीय है।
प्रश्न 16.
निम्नलिखित यौगिकों में से किसके रासायनिक आबंध में कम आयनिक अभिलक्षण होगा?
LiCl अथवा KCl.
उत्तर-
LiCl>KCl, व्याख्या-K का आकार बड़ा होने के कारण KCL यौगिक का आयनिक अभिलक्षण कम होता है। LiCI के सहसंयोजी होने के कारण Lit का अधिक आयनन क्षमता होता है।
प्रश्न 17.
CsCl के बनावट का संक्षिप्त विवरण दें।
उत्तर-
Cscl क्रिस्टल में Cs+ की उप संयोजन संख्या 8 है ।
Cs+C–
प्रश्न 18.
चीनी के घोल का परासरणी दाब 27°C पर 2.46 atm है। इस घोल का समाहरण क्या होगा?
उत्तर-
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्नों संख्या 19 से 24 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है । इस कोटि के प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है । आप किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दें। (3 × 5 = 15 )
प्रश्न 19.
(क.) एक प्रथम क्रम की अभिक्रिया को 75% पूरा होने में 60 मिनट लगता है । इस अभिक्रिया का अर्द्धजीवन काल निकालें।
(ख) शून्य क्रम और प्रथम क्रम अभिक्रियाओं का एक-एक उदाहरण दें।
उत्तर-
प्रश्न 20.
संक्रमण तत्त्वों के सामान्य गुणों की विवेचना निम्न के विशेष संदर्भ में करें :
(i) रंगीन लवण के निर्माण।
(ii) परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्था।
उत्तर-
(i) रंगीन लवण का निर्माण : संक्रमण तत्व रंगीन लवण का निर्माण करते हैं, क्योंकि संक्रमण तत्वों आयनों में d-कक्षक के अयुग्मित इलेक्ट्रॉन बाह्य वातावरण से ऊर्जा अवशोषित करके उच्च ऊर्जा तलों में संक्रमण कर जाता है और पुनः लौट समय ऊर्जा को प्रकाश के रूप में उत्सर्जन करता है । इस प्रकार संक्रमण तत्व रंगीन लवण का निर्माण करता है ।
उदाहरण-ब्लु भिटरोल (CuSO4.5H2O) = ब्ल्यु ग्रीन भिटरोल (FeSO4.7H2O) ग्रीन के-डाईक्रोमेट (K2Cr2O7) = ओरेंज ।
(ii) परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्था : संक्रमण तत्वों में (n-1)d और n-s-कक्षक के बीच ऊर्जा का अंतर बहुत कम होता है । अतः ये परिवर्तन ऑक्सीकरण अवस्था प्रस्तुत करते हैं। जब केवल ns का दो इलेक्ट्रॉन उपयोग किये जाते हैं तो ये + 2 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करते हैं । लेकिन उच्च ऑक्सीकरण अवस्था +3, +4, +5, +6 और +7 में (h-1)d तथा ns इलेक्ट्रॉन दोनों भाग लेते हैं।
उदाहरण-21 SC(3d1 4S2).+2 तथा +3
25Mn(3d5,5s2), + 2,+3,+4,+5,+6
प्रश्न 21.
निम्नलिखित के IUPAC नाम लिखिए :
(i) CH3CONH2
(ii) (CH3)2 CH CH2Cocl
(iii) CH3-O-C2H5
(iv) CH3 CH2CN
उत्तर-
(i) इथनामाइड (ii)3-मिथाइल ब्यूटेनाइल क्लोराइड (iii) मेथॉक्सी एथेन (iv) एथिल आइसोसायनाइड या एथिल कार्बिलऐमीन (v) 2-ईथाइल ब्यूटेनोइक एसिड ।
प्रश्न 22.
बहुलकीकरण क्या है ? ‘योगात्मक बहुलकीकरण’ और ‘संघनन बहुलकीकरण’ को परिभाषित कीजिए । प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दें।
उत्तर-
बहुलीकरण-बहुलक उच्च अणुभार वाले यौगिक होते हैं जो अधिक संख्या में कम अणु भार वाले छोटे, (सरल) अणुओं के मिलने से बने होते हैं । वे सरल अणु, जिनकी पुनरावृत्ति से बहुलक का निर्माण होता है एकलक (monomer) कहलाते हैं । एकलक (monomer) से बहुलक बनने की प्रक्रिया बहुलीकरण (polymerisation) कहलाती है ।
क्रियाविधि के आधार पर यह दो प्रकार के होते हैं –
(i) योगात्मक बहुलक (Addition polymers) : वे बहुलक, जिनका संश्लेषण योगात्मक बहुलीकरण प्रक्रिया द्वारा होता है उन्हें योगात्मक बहुलक कहते हैं । इनमें एकलक इकाइयाँ असंतृप्त होती हैं । योगात्मक बहुलक अणु का मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र एकलक के मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र का n गुणा होता है, जहाँ । बहुलीकरण की मात्रा है ।
(ii) संघनक बहुलक (Condensation Polymers) : इस प्रकार के बहुलीकरण में एकलक के एक से अधिक अणु आपस में क्रिया कर बहुलक के साथ-साथ H2O, ROH, NH3 आदि बनाते हैं । इन बहुलकों को मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र एकलक अणुओं के मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र का | पूर्ण गुणक नहीं होता है ।
प्रश्न 23.
एक तत्त्व A(परमाणु द्रव्यमान = 100) bcc संरचना रखता है, जिसके इकाई सेल के किनारे की लम्बाई 400 pm. है। A का घनत्व और 10 ग्राम A में उसके इकाई सेलों की संख्या ज्ञात करें।
उत्तर-
प्रश्न 24.
निम्नलिखित को रासायनिक समीकरण देकर लिखें :
(i) काबिलऐमीन अभिक्रिया।
(ii) वुर्ज अभिक्रिया।
(iii) बेंजीन का नाइट्रीकरण ।
उत्तर-