Bihar Board 12th Chemistry Model Papers
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 3 in Hindi
परिक्षार्थियों के लिए निर्देश :
- परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दें।
- दाहिनी ओर हाशिये पर दिये हुए अंक पूर्णाक निर्दिष्ट करते हैं।
- उत्तर देते समय परीक्षार्थी यथासंभव शब्द-सीमा का ध्यान रखें ।
- इस प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है ।
- यह प्रश्न पत्र दो खण्डों में है, खण्ड-अ एवं खण्ड-ब
- खण्ड-अ में 1-35 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं, सभी प्रश्न अनिवार्य हैं । (प्रत्येक के लिए एक अंक निर्धारित है), इनके उत्तर उपलब्ध कराए गए ओ एम आर-शीट में दिए गए वृत्त को काले/नीले बॉल पेन से भरें । किसी भी प्रकार का व्हाइटनर/तरल पदार्थ/ब्लेड/नाखून आदि को ओ एम.आर. पत्रक में प्रयोग करना मना है, अन्यथा परीक्षा परिणाम अमान्य होगा ।
- खण्ड-ब में 18 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए दो अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 10 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है । इसके अतिरिक्त इस खण्ड में 06 दीर्घ प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए 5 अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 3 प्रश्नों का उत्तर देना है ।
- किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक यंत्र का उपयोग वर्जित है।
खण्ड-अ : वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न संख्या 1 से 35 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प | दिए गए हैं, जिनमें से एक सही है । अपने द्वारा चुने गए सही विकल्प | को OMR शीट पर चिह्नित करें। (35 x 1 = 35 )
प्रश्न 1.
निम्न में से कौन-सी CSCl क्रिस्टल की संरचना है ?
(a) अंत: केंद्रित घनीय
(b) सरल घनीय
(c) फलक केंद्रित घनीय
(d) सिरा केंद्रित घनीय
उत्तर-
(a) अंत: केंद्रित घनीय
प्रश्न 2.
निम्न में से कौन-सा क्रिस्टल तंत्र के एक प्रकार को नहीं दर्शाता है ?
(a) त्रिनताक्ष
(b) एकनताक्ष
(c) त्रिसमनताक्ष
(d) आइसोट्रॉपिकल
उत्तर-
(d) आइसोट्रॉपिकल
प्रश्न 3.
निम्न में से कौन-सा क्रिस्टल एक से अधिक ब्रेविस जालक को निहित रखता है?
(a) षट्कोण
(b) त्रिनताक्ष
(c) त्रिसमनताक्ष
(d) एकनताक्ष
उत्तर-
(d) एकनताक्ष
प्रश्न 4.
किसी घनीय संरचना में दो तत्त्वों X एवं Y के द्वारा एक क्रिस्टल बनता है। X परमाणु घन के कोनों पर तथा Y परमाणु फलक केंद्र पर । यौगिक का सूत्र होगा
(a) XY
(b) XY2
(c) X2Y3
(d) XY3
उत्तर-
(d) XY3
प्रश्न 5.
एक यौगिक दो तत्त्वों Y एवं Z के द्वारा बनता है। Z तत्त्व ccp को निर्मित करता है तथा Y परमाणु चतुष्फलकीय रिक्तियों के वें भाग को 1/3 घेरते हैं। यौगिक का सूत्र है-
(a) Y2 Z3
(b) YZ
(c) YZ3
(d) Y2 Z
उत्तर-
(a) Y2 Z3
प्रश्न 6.
ग्लूकोज़ के उस विलयन की मोललता क्या होगी जो 10% w/W है ?
(a) 0.01m
(b) 0.617 m
(c) 0.668m
(d) 1.623 m
उत्तर-
(b) 0.617 m
प्रश्न 7.
10% w/W ग्लूकोज़ विलयन में ग्लूकोज़ का मोल-अंश क्या होगा?
(a) 0.01
(b) 0.02
(c) 0.03
(d) 0.04
उत्तर-
(a) 0.01
प्रश्न 8.
मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड में शून्य विभव होता है क्योंकि
(a) हाइड्रोजन अधिक आसानी से ऑक्सीकृत हो सकता है।
(b) हाइड्रोजन में केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है।
(c) इलेक्ट्रोड विभव को शून्य माना जाता है।
(d) हाइड्रोजन सबसे हल्का तत्त्व होता है।
उत्तर-
(c) इलेक्ट्रोड विभव को शून्य माना जाता है।
प्रश्न 9.
निम्न अभिक्रियाएँ गैल्वैनी सेल में होती है,
उत्तर-
(a)
प्रश्न 10.
अभिक्रिया 2SO2 + O2 → 2SO3 में, SO2 के अदृश्य होने की दर 1.28 x 10-5 mols-1 है । SO3 के दृश्य होने की दर है –
(a) 0.64 x 10-5 mols-1
(b) 0.32 x 10-5 mols-1
(c) 2.56 x 10-5 mols-1
(d) 1.28 x 10-5 mols-1
उत्तर-
(d) 1.28 x 10-5 mols-1
प्रश्न 11.
अभिक्रिया 2X → Y, में, X का सान्द्रण 10 मिनट में 0.50 M से 0.38 M तक घटता है। इस अन्तराल के दौरान Ms-1 में अभिक्रिया की दर क्या है ?
(a) 2 x 10-4
(b) 4 x 10-2
(c) 2 x 10-2
(d) 1 x 10-2
उत्तर-
(a) 2 x 10-4
प्रश्न 12.
भौतिक अधिशोषण के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) यह एक उत्क्रमणीय प्रक्रिया है।
(b) इसमें अधिशोषण की कम ऊष्मा की आवश्यकता होती है।
(c) इसमें सक्रियण ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
(d) यह निम्न तापमान पर सम्पन्न होता है।
उत्तर-
(c) इसमें सक्रियण ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 13.
निम्न में से कौन-सा कथन ठोस की सतह पर गैस के अधिशोषण के बारे में सही नहीं है ?
(a) दाब बढ़ने पर, अधिशोषण बढ़ता जाता है।
(b) एन्थैल्पी व एन्ट्रॉपी परिवर्तन ऋणात्मक होते हैं।
(c) रासायनिक अधिशोषण, भौतिक अधिशोषण की अपेक्षा अधिक विशिष्ट होता है।
(d) यह उत्क्रमणीय अभिक्रिया है।
उत्तर-
(a) दाब बढ़ने पर, अधिशोषण बढ़ता जाता है।
प्रश्न 14.
निम्न में से कौन-सा मैग्नीशियम का अयस्क नहीं है ?
(a) कार्नेलाइट
(b) मैग्नेसाइट
(c) डोलोमाइट
(d) जिप्सम
उत्तर-
(d) जिप्सम
प्रश्न 15.
निम्न में कौन-सा अम्लीय भट्टीय (Acidic refractory) पदार्थ है ?
(a) CaO
(b) MgO
(c) Cr2O3.FeO
(d) SiO2
उत्तर-
(d) SiO2
प्रश्न 16.
निम्न हाइड्राइडों के क्वथनांकों का घटता हुआ क्रम है
(a) H2O > SbH3 > AsH3 > PH3 > NH3
(b) H2O > NH3 > SbH3 > AsH3 > PH3
(c) H2O > SbH3> NH3> AsH3 > PH3
(d) H2O > PH3 > AsH3 > SbH3 > NH3
उत्तर-
(c) H2O > SbH3> NH3> AsH3 > PH3
प्रश्न 17.
निम्न में से कौन-सा नाइट्रोजन अपनी ऑक्सीकरण संख्या के बढ़ते हुए क्रम को दर्शाता है ?
(a) N2O < NO < NO2 < NO2– < NH4+
(b) NH4+ < N2O < NO < NO2 < NO2 –
(c) NH4+< N2O< NO2 < NO3– < NO
(d) NH4+ < N2O < N2O< NO> < NO3–
उत्तर-
(b) NH4+ < N2O < NO < NO2 < NO2 –
प्रश्न 18.
संक्रमण धातुओं का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है
(a) (n-1)d1-10ns2
(b) ndd10ns2
(c) (n-1)d10ns2
(d) (n-1)d1-15ns2
उत्तर-
(a) (n-1)d1-10ns2
प्रश्न 19.
निम्न में से कौन-सा संक्रमण धातु आयन रंगहीन है ?
(a) V2+
(b) Cr3+
(c) Zn2+
(d)Ti3+
उत्तर-
(c) Zn2+
प्रश्न 20.
एक उपसहसंयोजन यौगिक CrCl3.4H2O, AgNO3 के साथ AgCl
का सफेद अवक्षेप देता है। यौगिक की आण्विक चालकता (Conductance) दो आयनों के संगत होती है। इस यौगिक का संरचना सूत्र है
(a) [Cr(H2O)4Cl3]
(b) [Cr(H2O)3Cl3]H2O
(c) [Cr(H2O)4Cl2]Cl
(d) [Cr(H2O)4Cl]Cl2
उत्तर-
(c) [Cr(H2O)4Cl2]Cl
प्रश्न 21.
जब निम्न संकुलों में से प्रत्येक के एक मोल को AgNO3 की अधिकता के साथ उपचरित किया जाता है, तो कौन-सा AgCl की अधिकतम मात्रा को देगा?
(a) [Co(NH3)]Cl3
(b) [Co(NH3)5Cl]Cl2
(c) Co(NH3)4Cl2]Cl
(d) [Co(NH3)3Cl3)
उत्तर-
(a) [Co(NH3)]Cl3
प्रश्न 22.
निम्न में से कौन-सा प्राथमिक हैलाइड है ?
(a) आइसो-प्रॉपिलियोडाइड
(b) सेक (sec.) 3°-ब्यूटीलियोडाइड
(c) टर (ter.) 3°-ब्यूटिलब्रोमाइड
(d) नियो-हेक्सिलक्रोइड
उत्तर-
(d) नियो-हेक्सिलक्रोइड
प्रश्न 23.
यौगिक
का IUPAC नाम है –
(a) 1-फ्लु ओरो-4-मेथिल-2-नाइट्रोबेंजीन
(b) 4-फ्लुओरो-1-मेथिल-3-नाइट्रोबेंजीन
(c) 4-मेथिल-1-फ्लुओरो-2-नाइट्रोबेंजीन
(d) 2-फ्लुओरो-5-मेथिल-1-नाइट्रोबेंजीन
उत्तर-
(d) 2-फ्लुओरो-5-मेथिल-1-नाइट्रोबेंजीन
प्रश्न 24.
(a) 3-प्रोपिलब्यूटेन-1-ऑल
(b) 2-प्रोपिलब्यूटेन-1-ऑल
(c) 3-मेथिल हाइड्रॉक्सीहेक्जेन
(d) 2-एथिल-2-प्रोपिल एथेनॉल
उत्तर-
(b) 2-प्रोपिलब्यूटेन-1-ऑल
प्रश्न 25.
ईथर में C-0-C कोण लगभग होता है –
(a) 180°
(b) 190°28
(c) 110°
(d) 105°
उत्तर-
(c) 110°
प्रश्न 26.
कीटोन
को किसके द्वारा एक पद में व्यक्त किया जा सकता है (जहाँ R एवं R’ ऐल्किल समूह हैं)?
(a) एस्टरों का जल-अपघटन
(b) प्राथमिक ऐल्कोहॉलों का ऑक्सीकरण
(c) द्वितीयक ऐल्कोहॉलों का ऑक्सीकरण
(d) ऐल्कोहॉलों के साथ ऐल्किल हैलाइडों की क्रिया
उत्तर-
(c) द्वितीयक ऐल्कोहॉलों का ऑक्सीकरण
प्रश्न 27.
निम्न अभिक्रिया में, उत्पाद (P) है –
(a) RCHO
(b) RCH
(c) RCOOH
(d) RCH OH
उत्तर-
(a) RCHO
प्रश्न 28.
गलत IUPAC नाम को पहचानिए
(a) (CH3CH2)2NCH3 = N-ऐथिल-N-ऐमीन
(b) (CH3)3 CNH2 = 2-मेथिलप्रोपेन-2-ऐमीन
(c)CH3NHCH(CH3)2 = N-मेथिलप्रोपेन-2-ऐमीन
(d) (CH3)2CHNH2 = 2, 2-डाइमेथिल-N-प्रोपेनऐमीन
उत्तर-
(d) (CH3)2CHNH2 = 2, 2-डाइमेथिल-N-प्रोपेनऐमीन
प्रश्न 29.
एक कार्बन परमाणु कम वाले ऐमीन को बनाने की सर्वाधिक आसान विधि है
(a) ग्रेबियल थैलेमाइड संश्लेषण
(b) ऐल्डिहाइडों का अपचयनी अमोनीकरण
(c) हॉफमेन ब्रोमामाइड अभिक्रिया
(d) आइसोनाइट्राइलों का अपचयन
उत्तर-
(c) हॉफमेन ब्रोमामाइड अभिक्रिया
प्रश्न 30.
प्रतिलोमिन शर्करा (Invert sugar) है
(a) गन्ने की शर्करा का प्रकार
(b) प्रकाशिक रूप से शर्करा का असक्रिय रूप
(c) ग्लूकोज एवं गेलेक्टोज का मिश्रण
(d) एकअणुक मात्राओं में ग्लूकोज एवं फ्रक्टोज का मिश्रण
उत्तर-
(d) एकअणुक मात्राओं में ग्लूकोज एवं फ्रक्टोज का मिश्रण
प्रश्न 31.
निम्न में से कौन-सा यौगिक प्रकृति में प्रचुरता से पाया जाता है ?
(a) फ्रक्टोज
(b) स्टार्च
(c) ग्लूकोज
(d) सेल्युलोज
उत्तर-
(d) सेल्युलोज
प्रश्न 32.
ब्यूना-S में S बताता है
(a) सल्फर
(b) स्टिरीन
(c) सोडियम
(d) सेलिसिलेट
उत्तर-
(b) स्टिरीन
प्रश्न 33.
निम्न में से कौन-सा थर्मोप्लास्टिक बहुलकों के लिये सही नहीं हैं ?
(a) थर्मोप्लास्टिक रेखीय बहुलक होते हैं
(b) ये गर्म करने पर मुलायम एवं पिघलते हैं
(c) पिघले बहुलक को किसी भी आकृति में ढाला जा सकता है
(d) इनमें क्रॉस-जोड़ होते हैं जो गर्म करने पर टूट जाते हैं
उत्तर-
(d) इनमें क्रॉस-जोड़ होते हैं जो गर्म करने पर टूट जाते हैं
प्रश्न 34.
किस प्रकार के बल सब्स्ट्रेट को एन्जाइम की एक्टिव साइट से बाँधते हैं ?
(i) आयनिक आबन्धन .
(ii) हाइड्रोजन आबन्धन
(iii) वाण्डरवाल्स बल
(iv) एन्जाइमों की क्रियात्मक समूह के साथ अभिक्रिया
(a) (i), (ii) एवं (iv)
(b) (i), (iii) एवं (iv)
(c) (i), (ii) एवं (iii)
(d) (i), (ii), (iii) एवं (iv)
उत्तर-
(c) (i), (ii) एवं (iii)
प्रश्न 35.
वे औषधियाँ जो रिसेप्टर साइट से जुड़ती हैं तथा इसके प्राकृतिक कार्य को रोकती हैं, कहलाती हैं –
(a) एगोनिस्टिक औषधियाँ
(b) एन्टागोनिस्टिक औषधियाँ
(c) एन्टीमाइक्रोबियल औषधियाँ
(d) एलोस्टेरिक औषधियाँ
उत्तर-
(b) एन्टागोनिस्टिक औषधियाँ
खण्ड-ब : गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न संख्या 1 से 18 तक सभी लघु उत्तरीय कोटि के प्रश्न हैं। इस कोटि के प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित है । आप किन्हीं दस (10) प्रश्नों के उत्तर दें। (10 x 2 = 20)
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में प्रत्येक के एक-एक उदाहरण दें :
(क) जेल
(ख) एयरोसोल ।
उत्तर-
(क) जेल-मक्खन ।
(ख) एयरोसोल-धुआँ, बादल ।
प्रश्न 2.
उल्टा परासरण क्या है ?
उत्तर-
उल्टा परासरण : यदि विलयन पर उसके परासरण-दाब से अधि क दबाव लगाया जाए तो अर्द्धपारगम्य झिल्ली के माध्यम से विलयन से विलायक का बहाव शुद्ध विलायक की ओर होने लगता है, इस प्रक्रिया को उल्टा परासरण कहते हैं । इस परासरण का उपयोग समुद्री या कठोर जल को शुद्ध करने में किया जाता है ।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित के बारे में बताइए :
(क) ईथर के क्वथनांक अल्कोहल से काफी कम होता है।
(ख) फिनॉल, अल्कोहल से अधिक अम्लीय है।
उत्तर-
(क) ईथर में हाइड्रोजन बंध नहीं होता है । परन्तु अल्कोहल में O-H हाइड्रोजन बंध होता है अतः ईथर का क्वथनांक अल्कोहल से काफी कम होता है ।
(ख) फेनॉक्साइड आयन की उपस्थिति के कारण फीनॉल में अम्लीय गुण होता है।
C6H5OH + H2O ⇌ C6H5O- + H5O– + H3O+
ऋणात्मक आवेश बेंजीन रिंग पर बिखर जाने के कारण फेनाऑक्साइड आयन को स्थायित्व प्रदान करता है । अत: फिनॉल, अल्कोहल से अधिक अम्लीय होता है । चूँकि अल्कोहल में विद्यमान एल्काईल रेडिकल पर + I प्रभाव वर्तमान होता है ।
प्रश्न 4.
डेनियल सेल का अर्द्ध सेल अभिक्रिया एवं सेल अभिक्रिया लिखें :
Zn(s)|Zn+2(aq.)(1M)||Cu+2(aq.)(1M)|Cu(s)
उत्तर-
अर्द्ध सेल अभिक्रिया :
कैथोड पर-Cu+2(aq)(IM)+2e– → Cu(s)
एनोड पर- Zn(s)→ Zn+2(aq)(IM)+2e –
सेल अभिक्रिया-Cu+2(aq) + Zn(s)→ Zn +2(aq) + cu(s)
प्रश्न 5.
निम्नलिखित के बारे में बताइए : (क)HI, HF से सबल अम्ल है। (ख) फ्लोरीन की इलेक्ट्रॉन बन्धुता का मान क्लोरीन से कम है।
उत्तर-
(क) फ्लोरीन का आकार अत्यधिक छोटा होने के कारण HF की वियोजन ऊर्जा का मान अधिक होता है । अत: HF दुर्बल अम्ल है और HI, HF से सबल अम्ल है।
(ख) फ्लोरीन की छोटी आकृति होने के कारण इलेक्ट्रॉन प्रतिकर्षण का मान बढ़ जाता है। अतः आनेवाले इलेक्ट्रॉन पर फ्लोरीन क्लोरीन की तुलना में कम नाभिकीय आकर्षण बल लगता है । इसलिए फ्लोरीन की इलेक्ट्रॉन बन्धुता का मान क्लोरीन से कम होता है ।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित के उदाहरण के साथ परिभाषा दें : _ (क) निस्तापन (ख) भर्जन ।
उत्तर-
(क) निस्तापन (Calcination) : निस्तापन वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें अयस्क को ऑक्सीजन के अनुपस्थिति गर्म किया जाता है जिससे उड़नशील पदार्थ उड़ जाती है विस्तापन कहलाती है।
(ख) भर्जन (Roasting) : भर्जन वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें अयस्क को ऑक्सीजन के उपस्थिति में गर्म किया जाता है, जिससे उड़नशील पदार्थ उड़ जाती है भर्जन कहलाता है।
उदाहरण-2ZnS +3O2 → 2zn0+2SO2 (g)↑
प्रश्न 7.
निम्नांकित समीकरणों को पूरा करें:
(क) CHCl3 + alc. KOH + C6H5NH2 →
(ख) CH3CH2OH + 4I2 + NaOH →
उत्तर-
(क) CHCl3 + alc. KOH + C6H5NH2 → C6H5N6cl + 3Kcl + H2O
(ख) CH3CH2OH + 4I2 + NaOH → CHI3 – HCOONa + 5HI
प्रश्न 8.
अवशोषण और अधिशोषण में अंतर बताइए।
उत्तर-
अवशोषण तथा अधिशोषण में निम्नांकित अंतर है :
अवशोषण-(i) इस प्रक्रिया में एक पदार्थ दूसरे पदार्थ में समान रूप से वितरित रहते हैं। (ii) इसमें सम्पूर्ण पदार्थ में सान्द्रण समान रहता है । (iii) अवशोषण समान गति से होता है ।
अधिशोषण-(i) इस प्रक्रिया में एक पदार्थ दूसरे पदार्थ के सतह पर जमा होते हैं । (ii) इसमें सतह पर अंदर की अपेक्षा सान्द्रण अधिक होता है । (iii) अधिशोषण शुरू में तीव्र गति से होता है, पर जब रिक्त सतह नहीं रहता है तो धीमी हो जाती है।
प्रश्न 9.
जब 10 ग्राम मात्रा का एक अवाष्पशील घुल्य को 100 ग्राम बेंजिन में घुलाया जाता है तब इसके क्वथनांक में 1° की बढ़ोतरी हो जाती है। घुल्य के अणु मात्रा की गणना करें।
(बेंजिन का Ka = 2.53 Km-1)
उत्तर-
जैसा कि हम जानते हैं
प्रश्न 10.
निम्नलिखित की परिभाषा दें: (क) अभिक्रिया की कोटि (ख) थ्रेसहोल्ड ऊर्जा ।
उत्तर-
(क) अभिक्रिया की कोटि : अभिक्रिया के वेग समीकरण में सम्मिलित अभिकारी स्पीशीज के गुणांकों (घातों) के योगफल को अभिक्रिया की कोटि कहा जाता है ।
aA+ bB+ cC→ उत्पाद
अभिक्रिया का वेग = K[A]p[B]p [C]r
अभिक्रिया की कोटि = p+q+r
(ख) थ्रेसहोल्ड ऊर्जा : किसी भी रासायनिक प्रतिक्रिया को सम्पन्न होने के लिए यह आवश्यक है कि अभिकारकों के अणुओं में एक निश्चित न्यूनतम ऊर्जा होनी चाहिए । ऊर्जा की वह न्यूनतम मात्रा जो अभिकारक के अणुओं के पास होनी चाहिए जिससे कि वे उत्पाद में परिवर्तित हो सके देहली ऊर्जा अर्थात् थ्रेसहोल्ड ऊर्जा कहलाती है ।
प्रश्न 11.
(क) फैराडे के विद्युत अपघटन का प्रथम नियम को लिखें। (ख) विद्युतरासायनिक तुल्यांक की परिभाषा दें।।
उत्तर-
(क) फैराडे के विद्युत अपघटन का प्रथम नियम : विद्युत अपघट्य के विलयन में विद्युत् धारा प्रवाहित करने पर किसी इलेक्ट्रोज पर एकत्रित पदार्थ की मात्रा (W-ग्राम) में प्रवाहित विद्युत् धारा की मात्रा (कूलम्ब) के समानुपाती होता है ।
w∝ Q या, W = l.t [∵ Q = I.t]; W = Z.I.t]
(ख) W = 2. I.t में 2 समानुपाती स्थिरांक है जिसे विद्युत् रासायनिक तुल्यांक कहते हैं । यदि 1 = 1 ऐम्पियर, t= 1 सेकेंड w = Z x 1 x 1 = Z
अतः जब किसी वैद्युत् अपघट्य में । एम्पियर की धारा 1 सेकेंड तक प्रवाहित की जाती है तो एकत्रित पदार्थ के भार को वैद्युत् रासायनिक तुल्यांक कहा जाता है ।
प्रश्न 12.
क्या होता है जब :
(क) इथेनॉल का आक्सीकरण अम्लीय KMnO. घोल के द्वारा किया जाता है ?
(ख) इथेनॉल की अभिक्रिया PClg से कराई जाती है ?
उत्तर-
(क) इथेनोइक एसिड बनता है ।
(ख) क्लोरो ईथेन बनता है
C2H5OH + PCl5 → C2H5cl + POCl3 + HCl
प्रश्न 13.
इन्हें कैसे परिवर्तित करेंगे?
(क) एनिलिन से 2, 4, 6 ट्राइब्रोमोएनिलिन में (ख) एसीटामाइड से इथाइलएमीन में।
उत्तर-
एनीलीन से 2, 4, 6 ट्राइब्रोमोफ्लुओरो बेन्जीन
प्रश्न 14.
(क) ‘उदासीन जोड़ी प्रभाव’ क्या है ? (ख) BCI लेविस अम्ल की तरह क्यों व्यवहार करता है ?
उत्तर-
(क) उदासीन जोड़ी प्रभाव : यह प्रभाव p-ब्लॉक के भारी तत्वों के संयोजी 5-इलेक्ट्रॉन के बंधन में भाग नहीं लेने को दर्शाता है । वर्ग में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर यह प्रभाव बढ़ता है जिसके परिणामस्वरूप p-ब्लॉक के भारी तत्व ॥ की जगह 1-2 संयोजकता प्रदर्शित करते हैं। जैसे-बोरॉन परिवार में + 3 ऑक्सीकरण संख्या B3+ > Al3+ > Ga3+ > In3+
में B के पास मात्र छह संयोजी इलेक्ट्रॉन
है यानी यह इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की क्षमता रखता है और यह लेविस अम्ल की तरह काम करता है ।
प्रश्न 15.
निम्नलिखित की व्याख्या करें :
(क) कमरे के तापक्रम पर H,S एक गैस है जबकि H2O एक दव है।
(ख) कार्बन तथा सिलिकन की संयोजकता चार होती है जबकि Ge, Sn तथा Pb की संयोजकता दो भी होती है।
उत्तर-
(क) हाइड्रोजन बंधन के कारण H,O तरल अवस्था में पाया जाता है जबकि H,S हाइड्रोजन बंधन की उपस्थिति के कारण गैसीय अवस्था पाया जाता है।
(ख) कार्बन तथा सिलिकन के परमाणुओं के आकार छोटे तथा वैद्युत-ऋणात्मकता मान काफी अधिक होने के कारण उनकी संयोजकता केवल चार होती है जबकि Ge, Sn तथा Pb की संयोजकता 2 भी होती है।
प्रश्न 16.
किसी घोल की मोलरता एवं मोललता में अंतर को समझाइए।
उत्तर-
किसी घुल्य के मोल की संख्या 1 kg घोलक में घुलता है उसे मोललता (m) कहा जाता है । जबकि 1 लीटर घोल में घुले हुए घुल्य के मोलों की संख्या को मोलरता (m) कहा जाता है।
प्रश्न 17.
रॉवल के वाष्पदाब के सापेक्ष अवनमन नियम की व्याख्या करें।
उत्तर-
विलयन के घटक का आंशिक वाष्प दबाव उसके मोल प्रभाज के समानुपाती होता है । चूँकि अवाष्पित विलेय को शुद्ध विलायक में घुलाने से उसका क्वथनांक का उन्नयन हो जाता है जिसे राउल्ट नियम कहते हैं ।
विद्युत अनअपघट्य घुल्य का अणुभार निम्न सूत्र से प्राप्त किया जाता है –
\(\frac{P_{0}-P_{s}}{P_{0}}=\frac{w}{m} \times \frac{M}{W}\)
प्रश्न 18.
CuSO4 घोल से 24125 कुलॉम विद्युत प्रवाहित करने पर कितना मोल Cu मिलेगा?
उत्तर-
Cu++ +2e → Cu
2 x 96500c 1 mole
आवेश 2 x 96500 कूलंब Cu पर गर्म होने = 1 mole
24125 कूलंब आवेश Cu पर जमा होगा ।
1 मोल x \(\frac{24125}{2 \times 96500}\) = 0.125 मोल
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्नों संख्या 19 से 24 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है । इस कोटि के प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है। आप किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दें। (3 x 5 = 15)
प्रश्न 19.
(क) फेरोचुम्बकीय तथा पाराचुम्बकीय में क्या अंतर है ?
(ख) नीचे दिखाए गए सेल के लिए।
Zn (s) | ZnSO4 (aq)||CusO4 (aq)|Cu (s)
मानक सेल विभव की गणना करें यदि मानक अवकारक इलेक्ट्रॉड विभव Cu2+ | Cu तथा Zn2+ | Zn के लिए क्रमशः +0.34 V तथा -0.76 V दिया हुआ है।
उत्तर-
(क) फैरोचुम्बकीय पदार्थ : ऐसे पदार्थ जो चुम्बकीय क्षेत्र को प्रबल रूप से आकर्षित करते हैं और चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर चुम्बक की तरह व्यवहार करते हैं तथा चुम्बकीय क्षेत्र से हटा लेने पर भी उनका चुम्बकीय गुण रहता है, फैरोचुम्बकीय पदार्थ कहलाता है जैसे- MnO, Mn2O3, MnO2 आदि।
पारा चुम्बकीय पदार्थ : वैसे पदार्थ जो चुम्बक द्वारा आकर्षित होते हैं, पाराचुम्बकीय पदार्थ कहलाते हैं । इसमें अयुग्मित इलेक्ट्रॉन पाये जाते हैं तथा वे संतुलित कक्षक की गति रखते हैं । ये क्षेत्र की रेखाओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
प्रश्न 20.
(क) ‘क्वथनांक का उन्नयन’ से आप क्या समझते हैं ?
(ख) राउल्ट नियम का उल्लेख करें । यह विद्युत-अनअपघट्य घुल्य का अनुभार ज्ञात करने में किस प्रकार उपयोगी है ?
उत्तर-
(क) क्वथनांक उन्नयन : जब किसी अवाष्पशील घुल्य को थोड़ी सी मात्रा विलायक में डाला जाता है तो घोल का वाष्प दाब घट जाता है । अत: वाष्प दाब को वायुमंडल दाब प्राप्त करने के लिए घोल का अधिक ताप पर गर्म करना पड़ेगा । इसी ताप में वृद्धि को क्वथनांक उन्नयन कहते हैं जिसे AT, से सूचित किया जाता है ।
यह पाया गया है कि ∆Tb ∝ घोल की मोललता
∆Tb = Kb घोल की मोललता
जहाँ Kb एक स्थिरांक है जिसे मोलल उन्नयन स्थिरांक कहा जाता है ।
\(\Delta T_{b}=K_{b} \times \frac{W_{1} \times 1000}{m_{1} \times W_{2}}\)
जहाँ W1 = घुल्य की मात्रा ग्राम में ।
m1 = घुल्य का अणुभार ।
W2 = घोलक की मात्रा ग्राम में ।
(ख) विलयन के घटक का आंशिक वाष्प दबाव उसके मोल प्रभाज के समानुपाती होता है। चूँकि अवाष्पित विलेय को शुद्ध विलायक में घुलाने से उसका क्वथनांक का उन्नयन हो जाता है जिसे राउल्ट नियम कहते हैं ।।
विद्युत अनअपघट्य घुल्य का अणुभार निम्न सूत्र से प्राप्त किया जाता है
\(\frac{P_{0}-P_{s}}{P_{0}}=\frac{w}{m} \times \frac{M}{W}\)
जहाँ क्रमश w तथा W Solute तथा solvent का भार है तथा m और M मोलकुलर भार ।
प्रश्न 21.
(क) अमोनिया से नाइट्रिक अम्ल उत्पादन के सिद्धान्त का उल्लेख करें।
(ख) ताम्र धातु के साथ 50% तनु HNO3 की अभिक्रिया लिखें।
उत्तर-
अमोनिया से नाइट्रिक अम्ल का उत्पादन : अमोनिया के उत्प्रेरकीय ऑक्सीकरण द्वारा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जाता है । यह विधि ओस्वाल्ड विधि के नाम से जाना जाता है ।
अमोनिया (MH3) ओर धूलमुक्त वायु का मिश्रण 1 : 10 के अनुपात में (आयतन अनुसार) परिवर्तक के पेंदी में प्रवेश कराकर 1100k पर वैद्युत रूप में गर्म किया जाता है । तब अमोनिया नाइट्रिक ऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाती है।
परिवर्तक से निकलने वाली गैसें अत्यधिक गर्म होती है । ये शीतलक पाइप की सहायता से लगभग 320k से 325k पर ठंडा की जाती है । ऑक्सीकरण कक्ष में नाइट्रिक ऑक्साइड अधिक वायु से मिश्रित होकर नाइट्रोजन-डाइऑक्साइड (NO2) बनाती है ।
प्रश्न 22.
क्या होता है जबकि
(क) अमोनिया, क्लोरीन की अधिकता के साथ अभिक्रिया करता है ?
(ख) ताम्र सल्फेट की अभिक्रिया KI के घोल से कराई जाती है ?
उत्तर-
(क) जब क्लोरीन अधिक मात्रा में हो तो अमोनिया के जलीय घोल से हाकर Cl2 प्रवाहित करने पर नाइट्रोजन ट्राइ-क्लोराइड बनाता है । जो कि एक विस्फोटक पदार्थ है।
प्रश्न 23.
(क) निम्नलिखित रसायनों का उचित उदाहरण देते हुए वर्णन करें : (i) ज्वरनाशी (एन्टीपायरेटिक्स) (ii) एन्टीसेप्टिक ।
(ख) उस विटामिन का नाम लिखें जिसकी कमी से रतौंधी (नाइट ब्लाइन्डनेस) होता है।
उत्तर-
(क) (i) ज्वरनाशी (antipyretics): वे रासायनिक यौगिक जो उच्च ज्वर आने पर शरीर के तापमान को कम करता है ज्वर नाश या एंटीपायरेटिक्स कहलाता है ।
(ख) एंटीसेप्टिक : वे रसायन जो हानिकारक सूक्ष्म जीवाणुओं को या तो मार देते हैं या उनकी वृद्धि रोक देते हैं तथा जीवित ऊतकों को हानि नहीं पहुँचाते हैं, एंटीसेप्टिक कहलाते हैं।
उदाहरण-(a) सोफ्रामाइसिन, फ्यूरासिन आदि (b) विटामिन-A तथा A1
प्रश्न 24.
(क) निम्नलिखित को एक-एक उदाहरण देकर परिभाषित करें : (i) पीड़ाहारी (एनाल्जेसिक) (ii) प्रतिजैविक (एन्टीबायोटिक्स)।
(ख) संश्लिष्ट रबर क्या हैं ? इनका एक उदाहरण दें।
उत्तर-
(क) () पीड़ाहरी (एनाल्जेसिक): वे रसायन जो पीड़ा अथवा दर्द को कम करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है, पीड़ाहारी या दर्द निवारक औषधियाँ कहलाती है ।
उदाहरण-ऐस्परीन ।
(ii) प्रतिजैविक (एंटिबायोटिक) : वे रसायनिक पदार्थ जो सूक्ष्म जीवाणुओं द्वारा उत्पन्न होते हैं । इन सूक्ष्म जीव (कवक, बैक्टीरिया) की वृद्धि को रोके या समाप्त कर दें एन्टिबायोटिक कहलाते हैं । जैसे-पेनिसिलिन ।
(ख) संश्लिष्ट रबर : संश्लिष्ट रबर अधिकांशतः 1, 3-ब्यूटाइाईन के व्युत्पन्न से बनाये जाते हैं तथा इनकी श्रृंखलाओं में भी C-C द्विआबन्ध पाया जाता है तथा इनका वल्वनीकरण किया जाता है । जैसे-SBR, Buna-N
स्टइरीन ब्यूटाडाईन रबर : (बूना-5) : यह 1, 3-ब्यूटाडाईन तथा स्टाइरीन का सह बहुलक है।