BSEB Bihar Board 12th Geography Important Questions Short Answer Type Part 1 are the best resource for students which helps in revision.
Bihar Board 12th Geography Important Questions Short Answer Type Part 1
प्रश्न 1.
व्यापार संतुलन से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
किसी समयावधि के अंतर्गत किसी देश के निर्यात और आयात के अन्तर को व्यापार का संतुलन कहते हैं। यदि कोई देश वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात आयात की अपेक्षा अधिक करता है तो व्यापार संतुलन को अनुकूल या धनात्मक कहते हैं। यदि आयात निर्यात से अधिक होता है तो व्यापार संतुलन को प्रतिकूल अथवा ऋणात्मक कहते हैं।
प्रश्न 2.
नगरीय बस्तियाँ किन रूपों में मिलती हैं ?
उत्तर:
नगरीय बस्तियाँ ग्रामीण बस्तियों से अपने कार्यों एवं स्वरूपों में भिन्न होती है। ग्रामीण बस्तियों का मुख्य आधार कृषि होता है, जबकि नगरीय बस्तियों का आधार व्यवसाय या उद्योग अर्थात् आर्थिक क्रियाकलाप प्रधान रूप में होता है। नगरीय बस्तियों में रहने वाले लोगों को अपने भोजन और वस्त्रों के लिए, अनाज और रेशे उत्पन्न करने की आवश्यकता नहीं होती। ये लोग इन वस्तुओं को प्राप्त करने के लिए माल तैयार करने, इनके खरीदने-बेचने और अन्य लोगों को लिखाने-पढ़ाने, राज-काज चलाने और इसी तरह के अन्य कार्यों में लगे रहते हैं।
प्रश्न 3.
भारत में ग्रामीण बस्तियों के प्रकार को निर्धारित करनेवाले कारकों को लिखिए।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियाँ वे होती हैं जिनके अधिकांश लोग कृषि, लकड़ी काटने वाले, पशुचारक, खान खोदने वाले, शिकारी जंगली व पर्वतों पर निवास करने वाले होते हैं।
ग्रामीण बस्तियों के प्रकार –
- सघन बस्तियाँ,
- प्रकीर्ण बस्तियाँ,
- एकाकी बस्तियाँ,
- अखण्डित बस्तियाँ।
प्रश्न 4.
मानव भूगोल के कुछ उपक्षेत्रों के नाम लिखें।
उत्तर:
मानव भूगोल के उपक्षेत्र हैं –
- व्यवहार विचारधारा,
- मानव कल्याण का भूगोल,
- सांस्कृतिक भूगोल,
- ऐतिहासिक भूगोल,
- संसाधनों का भूगोल,
- कृषि भूगोल,
- उद्योगों का भूगोल आदि।
प्रश्न 5.
जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
जनसंख्या संघटन या जनांकिकी संरचना जनसंख्या की उन विशेषताओं को कहा जाता है जिनकी माप की जा सकै तथा जिनकी मदद से दो भिन्न प्रकार के व्यक्तियों के समूहों में अंतर स्पष्ट किया जा सके। आयु, लिंग, क्षरता, शिक्षा, व्यवसाय, जीवन-प्रत्याशा, निवास स्थान (ग्रामीण, नगरीय) इत्यादि ऐसे महत्वपूर्ण घटक हैं, जो जनसंख्या के संघटन को प्रदर्शित करते हैं। किसी देश के भावी विकास की योजनाओं को बनाने में जनसंख्या संघटन का महत्वपूर्ण योगदान है।
प्रश्न 6.
भारत में पवन ऊर्जा की संभावनाओं को लिखें।
उत्तर:
पवन ऊर्जा पूर्णरूपेण प्रदूषण मुक्त और ऊर्जा का असमाप्त्य स्रोत है। पवन को गतिज ऊर्जा को टरबाइन के माध्यम से विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है। भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन की संभावित क्षमता 50000 मेगावाट की है जिसमें से एक चौथाई ऊर्जा को आसानी से काम में लाया जा सकता है। पवन ऊर्जा के लिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में अनुकूल परिस्थितियाँ विद्यमान है। गुजरात के कच्छ में लाम्बा का पवन ऊर्जा संयंत्र एशिया का सबसे बड़ा संयंत्र है। पवन ऊर्ग का एक और संयंत्र तमिलनाडु के तुतीकोरिन में स्थित है।
प्रश्न 7.
तृतीय क्रियाकलापों का वर्णन करें।
उत्तर:
तृतीय क्रियाकलापों में उत्पादन और विनिमय दोनों सम्मिलित होते हैं। उत्पादन में सेवाओं की उपलब्धता शामिल होती है, जिनका उपभोग किया जाता है। उत्पादन का परोक्षरूप से पारिश्रमिक और वेतन के रूप में मापा जाता है। विनिमय के अंतर्गत व्यापार, परिवहन और संचार सुविधाएँ सम्मिलित होती है। एक समाज, बिजली मिस्त्री, डॉक्टर, इंजीनियर, अध्यापक, धोबी, नाई, दुकानदार आदि की सेवाएँ इनके सामान्य उदाहरण हैं।
प्रश्न 8.
भारतीय कृषि की प्रमुख समस्याओं का उल्लेख करें।
उत्तर:
भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। वर्तमान समय में भारतीय कृषि की प्रमुख समस्याएँ निम्न हैं-
- अनियमित मानसून पर निर्भरता
- निम्न उत्पादकता
- वित्तीय संसाधनों की बाध्यताएँ एवं ऋणग्रस्तता
- भूमि सुधारों की कमी
- छोटे खेत तथा विखंडित जोत
- वाणिज्यीकरण का अभाव
- मृदा अपरदन।
प्रश्न 9.
भारत द्वारा आयात किये जाने वाले प्रमुख सामानों का उल्लेख करें।
उत्तर:
वर्तमान समय में भारत के आयात में प्रमुख वस्तुओं में मोती तथा उपरत्नों, स्वर्ण एवं चाँदी, धातुमय अयस्क तथा धातु छीजन एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ इत्यादि सम्मिलित हैं।
प्रश्न 10.
प्रशासनिक नगर क्या है ? उपयुक्त उदाहरण दें।
उत्तर:
राष्ट्र की राजधानियाँ जहाँ पर केन्द्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यालय होते हैं, उन्हें प्रशासनिक नगर कहा जाता है। जैसे-नई दिल्ली, कैनबेरा, लंदन, वाशिंगटन डी० सी०।
प्रश्न 11.
उपभोक्ता वस्तु उद्योग को उदाहरण सहित परिभाषित करें।
उत्तर:
वैसे उद्योग, जिनके द्वारा मानव उपभोग की वस्तुएँ निर्मित हों उपभोक्ता वस्तु उद्योग कहलाते हैं। जैसे-चीनी, बिस्कुट उद्योग।
प्रश्न 12.
‘ऊष्मा द्वीप’ क्या है ? वर्णन करें।
उत्तर:
नगरों का तापमान आस-पास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक होता है। यहाँ पक्के मकानों, सड़कों आदि की अधिकता एवं वनस्पतियों के अभाव के कारण ऐसी स्थिति मिलती है। इन अपेक्षाकृत अधिक ताप वाले नगरों को ऊष्मा द्वीप (Heat Island) कहते हैं। वैश्विक तापन के चलते धरती आज ऊष्मा द्वीप बन गयी है। यहाँ प्रदूषण से वायुमंडल की गर्मी अंतरिक्ष में विलीन, उतनी नहीं हो पा रही जितनी होनी चाहिए।
प्रश्न 13.
पूर्व-पश्चिम एवं उत्तर-दक्षिण गलियारा के बारे में संक्षेप में लिखें।
उत्तर:
पूर्व-पश्चिम एवं उत्तर-दक्षिण गलियारा – यह गलियारा स्वर्णिम चतुर्भुज (चतुष्कोण) महामार्ग के अंतर्गत पूर्व से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण चार महानगरों दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता तथा चेन्नई को जोड़ता है।
प्रश्न 14.
अनुदान क्या होता है ?
उत्तर:
वस्तुओं के बिक्री एवं सेवाओं पर सरकार द्वारा प्राप्त छूट अनुदान कहलाता है। जैसे-पेट्रोल, एवं LPG पर सरकार अनुदान देती है।
प्रश्न 15.
बेंगलुरु भारत का सिलिकन सिटी है। क्यों ?
उत्तर:
बंगलुरु में सूचना प्रौद्योगिकी पार्क विकसित हुए हैं। माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक, कंप्यूटिंग, दूरसंचार, ब्रॉडकॉस्टिंग एवं ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स में रूपांतरण का मुख्य कारक सिलिकन होता है। अतः इसे सिलिकन सिटी कहा जाता है।
प्रश्न 16.
कृषि कार्य को प्रभावित करने वाले दो कारकों का उल्लेख करें।
उत्तर:
भारत कृषि प्रधान देश है फिर भी यहाँ कृषि की दशा दयनीय है। यहाँ की कृषि को प्रभावित करने वाले दो प्रमुख कारक निम्नांकित हैं-
- वर्षा की अनियमितता तथा मौनसून पर निर्भरता।
- परंपरागत कृषि के तरीके, उन्नत बीज तथा खाद का अभाव।
प्रश्न 17.
प्रवास से संबंधित किन्हीं तीन प्रतिकर्ष कारकों का उल्लेख करें।
उत्तर:
एक स्थान से दूसरे स्थान को, लम्बे समय के निवास के लिए प्रस्थान करना प्रवास कहलाता है। भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं-
(i) अच्छे आर्थिक अवसरों की खोज, नौकरी तथा रहने की बेहतर सुविधाएँ (Better opportunities for service and housing facilities) – बहुत से पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों से लोग नगरों की ओर नौकरी या बेहतर सुविधाओं के लिए स्थानान्तरण करते हैं क्योंकि शहरी क्षेत्रों में लोगों को रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा एवं आमोद-प्रमोद संबंधी सुविधाएँ मिलती हैं। इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार से मजदूर वर्ग दिल्ली, पंजाब तथा नोएडा में आ रहे हैं।
(ii) विवाह (Marriage) – विवाह के कारण भी प्रवास होता है। शहरों से गाँवों में अथवा गाँवों से शहरों तथा शहरों से शहरों में अथवा गाँवों से गाँवों में प्रवास होता है। यह प्रवास महिलाओं में अधिक होता है।
(iii) सामाजिक असुरक्षा (Social Insecurity) – जिन क्षेत्रों में सामाजिक असुरक्षा होती है, वहाँ से लोग सुरक्षित स्थानों की ओर प्रवास करते हैं। जैसे-पंजाब तथा कश्मीर में ‘आतंकवाद के कारण बहुत से लोग दिल्ली में प्रवास कर रहे हैं।
(iv) राजनैतिक गड़बड़ी (Political disturbance) – जब किसी क्षेत्र में राजनैतिक अव्यवस्था हो जाती है तो वहाँ से भी लोग सुरक्षित क्षेत्रों की ओर प्रस्थान करने लगते हैं।
(v) अंतर्जातीय विवाह (Intercaste disputes) – जब किसी क्षेत्र में राजनैतिक गड़बड़ी हो जाती है तो बहुत-सी पिछड़ी जातियाँ अंतर्जातीय लड़ाईयों के कारण दूसरे सुरक्षित स्थानों की ओर चली जाती हैं।
प्रश्न 18.
जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए चार महत्त्वपूर्ण सुझाव दें।
उत्तर:
जल प्रदूषण की रोकथाम के चार महत्वपूर्ण सुझाव निम्नलिखित हैं-
- नदियों में कल-कारखानों के दूषित जल की साफ-सफाई कर छोड़ना।
- नदियों में स्नान, धुलाई एवं शवदाह पर पूर्णतया रोक।
- चिमनियों से उत्सर्जित धूलकणों एवं धूम्र (धुआँ) को छानना।
- जल की गुणवत्ता के लिए सदैव तत्पर रहना।।
प्रश्न 19.
सुरक्षा नगर को दो उपयुक्त उदाहरणों के साथ परिभाषित करें।
उत्तर:
आक्रमणकारियों के भय ने मानव को सदैव ही सुरक्षित स्थानों की ओर आकर्षित करने में बड़ा सहयोग दिया है। जहाँ सुरक्षा का अभाव रहता है, मानवीय बस्तियाँ अपने स्थानों से हट जाती हैं। ऐसे असुरक्षित स्थानों पर सामान्य अवस्थाओं में मनुष्य रहना पसंद नहीं करते हैं। वह असुरक्षित स्थानों पर बसने की अपेक्षा दुर्गम स्थानों को ढूंढते हैं।
उत्तरी भारत में जब विदेशी आक्रमणकारी खैबर के दर्रे द्वारा बार-बार भारत पर आक्रमण करते रहे तो 10वीं से 14वीं शताब्दी तक पंजाब, राजस्थान और गुजरात के असंख्य लोग अरावली, विन्ध्याचल व सतपुड़ा की पहाड़ियों, हिमालय की घाटियों में तथा ऊँचे भागों में जा बसे थे। जम्मू, हिमाचल प्रदेश, गढ़वाल, कुमायूँ, नेपाल आदि में इन्हीं लोगों द्वारा अनेक छोटी बस्तियाँ सुरक्षा की दृष्टि से स्थापित की गयीं।
यमुना और गंगा के मैदानों में इलाहाबाद और वाराणसी तक बस्तियाँ अधिक फैली हुई मिलती हैं किन्तु उत्तर-पश्चिम के सीमावर्ती क्षेत्रों और आक्रमणों के मार्गों के निकट गाँव विशेष सुरक्षित स्थानों पर चारदीवारी में बनाये जाते हैं।
प्रश्न 20.
निश्चयवाद क्या है ?
उत्तर:
निश्चयवाद के समर्थक निराशावादी तथा भाग्यवादी हैं परंतु आधुनिक युग में मानव की सफलताओं के समक्ष यह विचारधारा अधिक नहीं टिक सकी है। किसी सीमा तक वातावरण के प्रभाव की उपेक्षा करके मानव प्रगतिशील नहीं हो सकता है। वातावरण का प्रतिबिम्ब उसके अनेक कार्यों एवं गतिविधियों में दृष्टिगोचर होता है, किन्तु मानव पूर्णतः उसके प्रभाव के नियंत्रण में नहीं है।
ग्रिफिथ टेलर के अनुसार मनुष्य न तो प्रकृति का दास है और न ही उसका स्थामी और न ही मानव के कार्य करने की क्षमता असीमित है। उन्होंने इसे रुको और जाओ निश्चयवाद (Stop & Go Determinism) की संज्ञा दी है। उन्होंने मानव को वातावरण का स्वामी नहीं माना है, परंतु उसकी तुलना बड़े नगर में चौराहे पर खड़े एक सिपाही से की है जो सड़क पर वाहनों के चलने की गति को मंद या तीव्र कर सकता है, किन्तु उनकी दिशा को परिवर्तित नहीं कर सकता।
प्रश्न 21.
गन्ना की खेती के लिए आदर्श परिस्थितियाँ क्या होनी चाहिए ?
उत्तर:
भारत विश्व में गन्ना उत्पादन में सबसे अग्रणी देश है। यहाँ चीनी निर्माण का आधार है। इसके लिए लम्बे वर्धनकाल की आवश्यकता है। यह उष्ण तथा उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु का पौधा है। इसके लिए 25-27°C तापमान की आवश्यकता होती है। 100 सेमी० से अधिक वर्षा होनी चाहिए। अच्छी जल आपूर्ति के लिए सिंचाई की आवश्यकता होती है। अच्छे जल निकास वाली उपजाऊ मिट्टी में इसकी उपज अधिक होती है।
प्रश्न 22.
भारत में जनसंख्या के असमान वितरण के लिए जिम्मेवार दो कारकों को लिखें।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या असमान वितरण के निम्नलिखित दो कारण हैं-
- समतल मैदान – भारत की सबसे अधिक जनसंख्या गंगा और गोदावरी के समतल मैदान में अधिक है क्योंकि यह आवागमन के लिए सड़कें बनाना एवं खेती करना पठारी एवं पर्वतीय भाग की तुलना में आसान है। इसलिए मैदानी भाग की जनसंख्या अधिक है।
- जलवाय – भारत के मध्य एवं दक्षिणी भाग की जलवायु समशीतोष्ण है जिससे इस भाग में अधिक जनसंख्या निवास करती है।
प्रश्न 23.
नोएडा एवं बरौनी के महत्त्व का उल्लेख करें। .
उत्तर:
नोएडा – भारत में दिल्ली से सटा एक उपनगरीय क्षेत्र है जो उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसका पूरा नाम ‘न्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑथोरिटी’ के संक्षिप्तीकरण से बना है। इसका आधिकारिक नाम गौतम बुद्ध नगर है। ये विभिन्न सेक्टरों में बँटा हुआ है। नोएडा का औद्योगीकरण के क्षेत्र में भी काफी महत्त्व है।
बरौनी – बिहार राज्य के बेगुसराय जिला के अंतर्गत स्थित है। यह गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह एक औद्योगीकरण क्षेत्र है। इसमें इण्डियन ऑयल रिफाइनरी, बरौनी थर्मल पॉवर, हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन, बरौनी डेयरी आदि अनेक प्रकार के उद्योग विकसित होने के कारण काफी महत्त्वपूर्ण है।
प्रश्न 24.
अंतरिक्ष प्रयोगशाला के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर:
अंतरिक्ष प्रयोगशाला एक पुनः प्रयोज्य प्रयोगशाला थी जिसे स्पेस शटल द्वारा लाया गया कुछ निश्चित अंतरिक्ष उड़ानों पर इस्तेमाल किया गया था। प्रयोगशाला में कई घटक शामिल थे, जिसमें एक दबाव वाले मॉड्यूल शामिल थे, शटल के कार्गो खाड़ी में स्थित एक अप्रतिबंधित वाहक और अन्य संबंधित हार्डवेयर। प्रत्येक अंतरिक्ष उड़ान की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न विन्यास में घटकों का आयोजन किया गया था। Spacelab घटकों ने कुल 32 शटल मिशनों पर उड़ान भरी। Spacelab ने वैज्ञानिकों को पृथ्वी की कक्षा में माइक्रोग्राविटी में प्रयोग करने की अनुमति दी थी।
Spacelab से जुड़े हार्डवेयर की एक किस्म थी, इसलिए Spacelab कार्यक्रम के मिशन के बीच प्रमुख Spacelab कार्यक्रम मिशनों के बीच अंतर किया जा सकता है, साथ ही यूरोपीय वैज्ञानिकों ने Spacelab में रहने योग्य मॉड्यूल में मिशन को चलाया है, अन्य Spacelab हार्डवेयर प्रयोगों को चलाने वाले मिशनों और अन्य एसटीएस मिशन जो स्पैकेलेब के कुछ घटक का उपयोग करते हैं।
प्रश्न 25.
नगरीय जनसंख्या क्या होती है ?
उत्तर:
नगरीय जनसंख्या (Urban population) – नगरीय जनसंख्या का अर्थ एक ऐसे जनसंख्या से होता है जहाँ पर जनसंख्या घनत्व और मानवीय क्रियाकलाप उस स्थान के आस-पास के लोगों से अधिक होता है। नगरीय जनसंख्या आम तौर पर नगरों, कस्बों या उपनगरीय विस्तारों को सम्मिलित किया जाता है लेकिन इसमें ग्रामीण जनसंख्या को सम्मिलित नहीं किया जाता।
भारत में जनसंख्या वृद्धि एवं आर्थिक प्रगति में सुधार के साथ-साथ नगरीय जनसंख्या में भी वृद्धि होती रही है। यहाँ 1991 में कुल नगरीय जनसंख्या 21.71 करोड़ थी जो कुल जनसंख्या की 25.72 प्रतिशत थी। 2001 की जनगणना के अनुसार यहाँ 28.54 करोड़ व्यक्ति नगरों में निवास कर रहे हैं जो कुल जनसंख्या का 27.78 प्रतिशत है। 1901 में नगरीय जनसंख्या 2.59 करोड़ थी। इस प्रकार 100 वर्षों में देश में नगरीय जनसंख्या में 9 गुने से अधिक की वृद्धि हो गयी है। 1901 में नगरों की संख्या 1,827 थी जो बढ़कर 2001 में 5,161 हो गयी है।
प्रश्न 26.
प्रौद्योगिकी पार्क क्या है ? संक्षेप में लिखें।
उत्तर:
प्रौद्योगिकी पार्क एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे नवाचार को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक ऐसा भौतिक स्थान है, जो उच्च प्रौद्योगिकी आर्थिक विकास और ज्ञान को आगे बढ़ाने के इरादे से विश्वविद्यालय उद्योग और सरकारी सहयोग का समर्थन करता है। यूनिवर्सिटी रिसर्च पार्क, साइंस पार्क या टेक्नोलॉजी पार्क, टेक्नोपोलिस और बायोपार्क के लिए लगभग समानार्थक शब्द हैं। उपयुक्त शब्द आमतौर पर उच्च शिक्षा और अनुसंधान की एक संस्था के साथ पार्कों की संबद्धता के प्रकार पर निर्भर करता है और शायद यह भी ऐसा विज्ञान और अनुसंधान होता है जिसमें पार्क की संस्थाएँ व्यस्त होती हैं।
इन पार्कों में उस विश्वविद्यालय के अनुसंधान पार्कों और विज्ञान और तकनीक पार्कों के विशिष्ट उच्च प्रौद्योगिकी वाले व्यापारिक जिलों से भिन्न होते हैं और इसे व्यवस्थित, नियोजित और प्रबंधित किया जाता है। वे विज्ञान केंद्रों से भिन्न होते हैं, क्योंकि वे ऐसे स्थान हैं जहाँ अनुसंधान का व्यावसायीकरण किया गया है। आमतौर पर पार्कों में कारोबार और संगठन उत्पाद उन्नति और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जो कि औद्योगिक पार्कों के विरोध में होता है, जो विनिर्माण और व्यवसाय पार्कों पर केंद्रित होता है जो प्रशासन पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
प्रश्न 27.
पर्यावरणीय निश्चयवाद की अवधारणा को लिखें।
उत्तर:
प्राकृतिक पर्यावरण के विभिन्न तत्व एवं संसाधन भूतल के जैविक समुदाय के लिए ही बने हैं, लेकिन मनुष्य की संसाधनों के अधिकाधिक संग्रहण एवं द्रुतगति से सम्पन्न बने की प्रवृत्ति एवं एक मानव समाज द्वारा दूसरे मानव समाज से आगे बढ़ने की ललक से प्राकृतिक पर्यावरण का असंतुलित शोषण एवं दुरुपयोग हो रहा है। प्रौद्योगिकी विकास होने से भौतिक संसाधनों में निरंतर क्षति हो रही है और अनेक ऐसे रासायनिक जैविक एवं विध्वंसक हथियारों के निर्माण एवं उनके प्रयोग से पर्यावरण की गुणवत्ता निरंतर समाप्त हो रही है।
व्यापारिक उद्देश्य से वनों की कटाई ने वनों का सर्वनाश किया है। तकनीकी विकास ने वन प्रदेशों को उजाड़ दिया है। नवीन तकनीक के कारण नहरें बनाने, बाँध बनाने, खनिज खोदने में अनेकानेक पर्यावरणीय समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
प्रश्न 28.
सेवाओं के किन्हीं दो वर्गीकरण का उल्लेख करें। उपर्युक्त उदाहरण दें।
उत्तर:
सेवाओं का क्षेत्र व्यापक होता है क्योंकि इनकी आवश्यकता वहाँ भी पड़ती है जहाँ लोग द्वितीयक व्यवसायों में संलग्न होते हैं। विनिर्माण उद्योगों में भी विभिन्न प्रकार की सेवाओं की आवश्यकता होती है। इनमें प्रशासन तंत्र की आवश्यकता होती है जो विभिन्न क्षेत्रों में देखभाल कर सकें।
ततीयक क्रियाओं – में समाज को दी जाने वाली व्यक्तिगत तथा व्यावसायिक सेवाएँ सम्मिलित हैं। इस व्यवसाय को सेवा श्रेणी भी कहा जाता है। तृतीयक क्रियाओं के अंतर्गत समाज को सेवाएँ विभिन्न रूपों में प्रदान की जाती हैं। इन सेवाओं में रेल, सड़क, वायुयान सेवाएँ, डाक-तार सेवाएँ, रेडियो, दूरदर्शन, फिल्म, साहित्य, कानूनी सेवाएँ, जनसम्पर्क एवं परामर्श, विज्ञापन, वित्त, बीमा, थोक और फुटकर व्यापार, मरम्मत के कार्य जैसी सेवाएँ, स्थानीय, राज्यीय, राष्ट्रीय प्रशासन, पुलिस-सेना एवं अन्य जन सेवाएँ तथा गैर-सरकारी संगठनों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएँ उल्लेखनीय हैं।
चतर्थक क्रियाएँ – वर्तमान समय में मानव की आर्थिक क्रियाएँ दिनोंदिन बहुत ही विशिष्ट एवं जटिल होती जा रही हैं जिनमें क्रियाओं का एक नवीन रूप चतुर्थक क्रियाओं के रूप में सामने आया है। मानव की कानन, वित्त, शिक्षा, शोध और संचार से जुड़ी उन आर्थिक गतिविधियों को, जो सूचना के साधन और सूचना के प्रसारण से संबंधित हैं, चतुर्थक क्रियाओं के अंतर्गत सम्मिलित किया गया है।
प्रश्न 29.
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले जलवायु कारकों को लिखें।
उत्तर:
जनसंख्या के वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले तीन कारणों का विवरण निम्न है-
(i) भ-आकति – किसी देश की भू-आकृति जनसंख्या वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करते हैं। जहाँ मैदानी क्षेत्रों का विस्तार सर्वाधिक पाया जाता है वहां कृषि हेतु उपजाऊ भूमि तथा नदियों में जल की सतत उपलब्धता रहती है, जिसके कारण जनसंख्या घनत्व अधिक पाई जाती है तथा पठारी एवं पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि भूमि का अभाव, परिवहन सुविधाओं की कमी के कारण जनसंख्या घनत्व कम पाई जाती है। जैसे-गंगा के मैदानी क्षेत्र में अधिक जनसंख्या घनत्व पाई जाती है वहीं प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्रों में कम पाई जाती है।
(ii) नगरीकरण – जनसंख्या के वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले कारणों में नगरीकरण प्रमुख है। इस क्षेत्र में रोजगार की उपलब्धता, जनसंचार की सुविधा, परिवहन मार्गों की उपलब्धता इत्यादि के कारण जनसंख्या का संकेन्द्रण अधिक पाया जाता है। जैसे-दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता।
(iii) औद्योगीकरण – औद्योगीकरण के फलस्वरूप लोगों को रोजगार, परिवहन, जनसंचार, बाजार इत्यादि उपलब्ध हो पाते हैं जिसके कारण जनसंख्या घनत्व अधिक पायी जाती है। जैसे-जमशेदपुर, बोकारो, दुर्गापुर।
प्रश्न 30.
ग्रामीण अधिवासों की विशेषताओं का उल्लेख करें।
उत्तर:
ग्रामीण अधिवासों की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(i) भारतीय गाँव बहुत पुराने हैं। ये भारतीय संस्कृति के मूल आधार माने जाते हैं। महात्मा गाँधी के शब्दों में, “यदि गाँव की प्राचीन सभ्यता नष्ट हो गयी तो देश भी अंततः नष्ट हो जायेगा।” इनका मुख्य उद्यम खेती करना है।
(ii) गाँवों के निर्माण में स्थानीय रूप से मिलने वाली सामग्री का ही उपयोग किया जाता है। प्रायः मिट्टी, ईंटों और घास-फूस के बने होते हैं। पत्थर के गाँव भी अनेक क्षेत्रों में मिलते हैं। अब विकास के साथ-साथ चूना, सीमेंट, लकड़ी एवं लोहे का भी उपयोग बढ़ता जा रहा है।
(iii) भारतीय गाँव प्रायः चारों ओर से वृक्षों के कुन्जों से घिरे होते हैं। समुद्रतटीय क्षेत्रों में घरों के निकट नारियल, सुपारी, केले और फलों के वृक्ष तथा अन्यत्र पीपल, नीम, शीशम आदि के वृक्ष मिलते हैं।
(iv) सार्वजनिक उपयोग के लिए कुएँ, तालाब, मंदिर, सराय या पंचायत घर होता है जहाँ गाँव संबंधी सभी कार्यों का निर्णय लिया जाता है।
(v) भारतीय गाँवों में श्रम विभाजन स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। वैश्य, ब्राह्मण, नाई, धोबी, कुम्हार, लुहार एवं अन्य अनुसूचित जाति के लोग सभी अपना कार्य करते हैं।
प्रश्न 31.
कृषि ऋण प्रदान करनेवाली चार संस्थाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
कृषि ऋण प्रदान करने वाली चार संस्थाओं के नाम निम्नलिखित हैं-
- सहकारी बैंक
- वाणिज्यिक बैंक
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
- राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण बैंक (नाबार्ड)।
प्रश्न 32.
परमाणु ऊर्जा कैसे पैदा की जाती है ?
उत्तर:
यूरेनियम और थोरियम प्रमुख परमाणु खनिज है जिससे परमाणु ऊर्जा पैदा की जाती है। ये भारत में पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। इनके नियमित विखण्डन से प्राप्त ऊर्जा को परमाणु ऊर्जा, अणु ऊर्जा एवं नाभिकीय ऊर्जा के नामों से जाना जाता है। भारत में यूरेनियम झारखण्ड, राजस्थान, तमिलनाडु में पाया जाता है। थोरियम छोटानागपुर पठार तथा केरल की समुद्र तटीय बालू में प्राप्त होता है। भारत विश्व के छः देशों में से एक है जो परमाणु ऊर्जा प्राप्त करने की तकनीक विकसित कर चुके हैं।
प्रश्न 33.
वायु प्रदूषण क्या है ?
उत्तर:
वायु प्रदूषण उन परिस्थितियों तक सीमित रहता है जहाँ बाहरी परिवेशी वायुमण्डल में दूषित पदार्थों की सान्द्रता मनुष्य एवं पर्यावरण को हानि पहुँचाने की सीमा तक बढ़ जाती है। वायुमण्डल में विभिन्न प्रकार की गैसें पायी जाती हैं, वाष्प एवं धूल के कण विद्यमान रहते हैं। जब किन्हीं कारणों से वायुमण्डलीय गैसों का अनुपात बदलने लगता है और कुछ कणीय पदार्थ वायु में मिल जाते हैं तो उसका भौतिक संतुलन बिगड़ जाता है इस स्थिति को वायु प्रदूषण कहा जाता है।
प्रश्न 34.
उदारीकरण के लाभों को लिखें।
उत्तर:
उदारीकरण या आर्थिक सुधार एक वृहद अर्थ वाला शब्द है। प्रायः इसका उपयोग अल्पतर सरकारी नियंत्रण, अल्पतर सरकारी निषेध, निजी कम्पनियों की अधिक भागीदारी, करों की अल्पतर आदि के संदर्भ में किया जाता है। उदारीकरण के पल में मुख्य तर्क यह दिया जाता है कि इससे दक्षता आती है और हरेक को अधिक प्राप्त होता है। उदारीकरण के लाभ निम्न क्षेत्र में है-
- पूँजीवाद,
- मुक्त बाजार,
- वैश्वीकरण,
- निजीकरण
प्रश्न 35.
स्मॉग क्या होता है ?
उत्तर:
वायुमंडल की निचली परतों में एकत्रित धूलकण, धुएँ के कण एवं संघनित जलपिंडों को स्मॉग कहते हैं। ओसांक से नीचे वायु का तापमान कम होने पर कोहरे का निर्माण होता है। इसमें दृश्यता एक किमी. से भी कम होती है।
प्रश्न 36.
पृष्ठप्रदेश क्या है ?
उत्तर:
किसी भी पत्तन या बंदरगाह के आस-पास के वे राज्य जिनका आयात एवं निर्यात एक ही पत्तन से होता है। उसे उस पत्तन की पृष्ठ प्रदेश कहा जाता है।
प्रश्न 37.
भारतीय रेलवे की किन्हीं दो मुख्य समस्याओं का वर्णन करें।
उत्तर:
भारतीय रेल की दो मुख्य समस्याएँ हैं-
- समय से परिचालन का अभाव-भारतीय रेल कभी भी समय पर अपने गंतव्य स्थान पर नहीं पहुँचती है। हमेशा लेट चलती है। पर्व-त्योहारों पर तो इसमें आदमियों को जानवरों की भाँति यात्रा करना पड़ता है, फिर भी रेलवे हमेशा घाटा में चलती है।
- पठारी भूमि पर रेल लाइन बिछाना ज्यादा कठिन है क्योंकि यहाँ की जमीन समतल नहीं रहती है जिसके कारण रेलमार्ग 1° से 3° तक ढाल होती है।
प्रश्न 38.
योजना आयोग का गठन कब हुआ था? इसके दो कार्यों को लिखें।
उत्तर:
योजना आयोग का गठन 15 मार्च, 1950 ई० को किया गया था। इसके कार्य निम्नलिखित हैं-
- योजना आयोग का कार्य देश की प्राकृतिक तथा मानवीय संसाधनों का आकलन करना है।
- राष्ट्र के विकास के लिए पंचवर्षीय योजना तैयार करना। योजना आयोग की भूमिका एक सलाहकार के रूप में अधिक है।
प्रश्न 39.
फुटकर व्यापार सेवा से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
फुटकर व्यापार सेवा वह व्यापारिक क्रियाकलाप हैं जो उपभोक्ताओं को वस्तुओं के प्रत्यक्ष विक्रय से संबंधित है। अधिकांश फुटकर व्यापार केवल विक्रय से नियत प्रतिष्ठानों और भंडारों में सम्पन्न होता है। फेरी, रेहड़ी, ट्रक, द्वार से द्वार, डाक आदेश, दूरभाष, स्वचालित निजी मशीनें तथा इंटरनेट फुटकर बिक्री के भंडार इसके उदाहरण हैं।
प्रश्न 40.
आधारभूत उद्योग क्या हैं ? उदाहरण दें।
उत्तर:
आधारभूत उद्योगों के उत्पादों का उपयोग बहुधा अन्य उद्योगों में कच्चे माल के रूप में होता है, अर्थात् ये उद्योग अन्य उद्योगों के संचालन के लिए आधार तैयार करते हैं, अतः इन्हें आधारभूत उद्योग कहते हैं। जैसे-लौह अयस्क के कच्चे लोहे या पिग आयरण का उत्पादन आधारभूत उद्योग है।
प्रश्न 41.
जन्म दर एवं मृत्यु दर के बीच अंतर करें।
उत्तर:
प्रति एक वर्ष में 1000 व्यक्तियों पर जीवित जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या को जन्म दर कहा जाता है तथा प्रति एक वर्ष में 1000 व्यक्तियों पर मृतकों की संख्या को मृत्यु दर कहा जाता है। भारत में 2001 की जनगणना के अनुसार जन्म दर 26.1 प्रतिशत तथा मृत्यु दर 8.7 प्रतिशत थी।
प्रश्न 42.
सामूहिक कृषि का वर्णन करें।
उत्तर:
सामूहिक कृषि में विभिन्न क्षेत्रों में खेती की प्रबंध समितियाँ होती है। उनका मुखिया प्रबंधक सरकार के प्रति उत्तरदायी होता है। इसमें वस्तुतः दो प्रकार के फॉर्म बनाए गए। कृषि भूमि के किसानों, पशुओं या मेहनतकशों के छोटे-छोटे समूहों को मिलाकर सामूहिक फार्म बनाए गए हैं। सैद्धांतिक रूप से इनके प्रबंधक और मालिक किसान नहीं हैं, परंतु व्यापार, योजना या नीति निर्धारण पर सरकार का नियंत्रण है। इसमें वैज्ञानिक विधियों से भूमि सुधार करके नगदी खेती की जाती है। साथ ही गेहूँ, जौ, मक्का, राई, आलू भी उत्पादित होते हैं। यहाँ तक कि वनरोपण और पशुपालन का कार्य भी होता है।
प्रश्न 43.
पारिस्थितिकीय असंतुलन को प्रभावित करनेवाले दो कारकों का उल्लेख करें।
उत्तर:
प्रकृति में जीवों के रहने के लिए एक संतुलित पारिस्थितिक तंत्र अति आवश्यक है। यदि प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता पारिस्थितिक तंत्र में न हों तो ऐसा भी संभव है कि कुछ समय बाद हरे पौधे अतिवृद्धि एवं अतिसंकुलता के कारण स्वयं नष्ट हो जाएं। इसी प्रकार द्वितीय श्रेणी के उपभोक्ताओं का भविष्य प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता एवं उत्पादकों से बहुत निकट रूप से संबंधित है। इसी प्रकार यदि किसी क्षेत्र में साँपों की संख्या अधिक बढ़ जाए तो चूहों की संख्या समाप्त हो जाएगी। इसके कारण साँपों की संख्या पर भी खतरा मंडरा सकता है।