BSEB Bihar Board 12th Geography Important Questions Short Answer Type Part 4 are the best resource for students which helps in revision.

Bihar Board 12th Geography Important Questions Short Answer Type Part 4

प्रश्न 1.
लोहा-इस्पात उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है, ऐसा क्यों ?
उत्तर:
लोहा इस्पात उद्योग के विकास ने भारत में औद्योगीकरण के द्वार खोल दिये हैं। लगभग सभी क्षेत्र लोहा इस्पात उद्योग पर निर्भर करता है। लोहा इस्पात उद्योग में अन्य उद्योगों के लिये मशीनरी उपकरण आदि तैयार होते हैं। इसके विभिन्न उत्पाद अन्य उद्योगों के लिये कच्चा माल है। जीवन का हर क्षेत्र लोहे से प्रभावित है। इसलिये यह उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है।

प्रश्न 2.
सूती वस्त्र उद्योग के दो सेक्टरों के नाम बताइए। वे किस प्रकार भिन्न हैं ?
उत्तर:
सूती वस्त्र उद्योग के दो सेक्टर हैं-

  • हथकरघा सेक्टर तथा
  • शक्ति करघा सेक्टर।

हथकरघा क्षेत्र में वस्त्र हाथ से बनाये जाते हैं जबकि शक्ति करघा क्षेत्र में मशीनों से वस्त्र निर्माण होता है। शक्ति करघा क्षेत्र में 59% वस्त्र का निर्माण होता है।

प्रश्न 3.
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्रान्ति के प्रमुख प्रभाव क्या हैं ?
उत्तर:
सूचना प्रौद्योगिकी का भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है। इस उद्योग ने देश में आर्थिक और सामाजिक विकास की नई संभावनायें खोल दी हैं। इसने व्यापार प्रक्रिया को बाह्य स्रोत सम्बन्धी बना दिया है।

भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से उभरकर आया है जिसके द्वारा व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है।

प्रश्न 4.
उद्योग की स्थापना के लिए कौन-कौन से चार मुख्य कारक सहायक होते हैं ? उदाहरण सहित बताइए।
उत्तर:
उद्योगों की स्थापना के लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदायी हैं-
1. कच्चे माल की निकटता (Nearness of the Raw Materials) – भारी उद्योग के लिए कच्चा माल निकट और सस्ता मिलना चाहिए। इसलिये इस प्रकार के उद्योग कच्चे माल के समीप लगाये जाते हैं। जैसे-लोहा तथा इस्पात उद्योग के लिये लोहा समीप मिलना चाहिए।

2. शक्ति के साधन (Means of Power) – उद्योगों के लिये शक्ति के साधन जैसे कोयला, बिजली आदि आवश्यक है। कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस आदि के बिना आधुनिक उद्योग का विकास संभव नहीं है। नांगल (पंजाब) में उर्वरक का कारखाना आपूर्ति के ही समीप है।

3. परिवहन की सुविधा (Transport Facilities) – उद्योगों के लिए कच्चा माल लाने और तैयार माल ले जाने के लिए परिवहन के अच्छे साधनों का होना आवश्यक है। कोलकाता, मुम्बई, चेन्नई बंदरगाह अपने पृष्ठ प्रदेशों से रेल मार्ग तथा सड़क मार्ग से जुड़े हैं।

4. कुशल एवं सस्ते श्रमिक (Skilled and Cheap Labour) – उद्योगों को चलाने के लिए पर्याप्त संख्या में सस्ते श्रमिक आवश्यक हैं। कुछ उद्योग तो श्रमप्रधान ही होते हैं। इन्हें विशेष दक्षता वाले श्रमिकों की आवश्यकता होती है। मुरादाबाद का बर्तन उद्योग, फिरोजाबाद का चूड़ी उद्योग, बनारस का साड़ी उद्योग ऐसे ही उद्योग हैं।

5. बाजार की निकटता (Nearness of Market) – उद्योगों के तैयार माल के लिये बाजार का समीप होना आवश्यक है, विशेषकर भारी वस्तुओं को बेचने के लिए बाजार की निकटता प्रभावी कारक हैं।

6. जल की आपूर्ति (Water Supply) – कुछ उद्योगों के लिए भारी मात्रा में जल की आवश्यकता होती है। जैसे लोहा तथा इस्पात उद्योग, वस्त्र उद्योग, जूट उद्योग आदि जल के स्रोत के निकट ही लगाये जाते हैं।

प्रश्न 5.
सॉफ्टवेयर पार्कों से किस प्रकार के उद्योग सम्बन्धित हैं ? आन्ध्र प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में स्थित एक-एक सॉफ्टवेयर पार्क का नाम बताएँ।
उत्तर:
सॉफ्टवेयर पार्क से सूचना और प्रौद्योगिकी उद्योग सम्बन्धित है। ये केन्द्र सॉफ्टवेयर विशेषज्ञों के लिए सूचना प्रदान करते हैं।
कनार्टक राज्य में बंगलौर तथा आन्ध्र प्रदेश में हैदराबाद प्रमुख सॉफ्टवेयर पार्क हैं।

प्रश्न 6.
हुगली औद्योगिक प्रदेश के विकास के लिये उत्तरदायी कारकों का वर्णन करें।
उत्तर:
हुगली औद्योगिक प्रदेश के विकास के लिए उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं-

  1. ऐतिहासिक कारक – इसका विकास 17वीं शताब्दी के अन्तिम चरणों में हुआ। 1855 में रिसरा नामक स्थान पर पहली जूट मिल खुली।
  2. छोटानागपुर पठारी क्षेत्र में उपलब्ध खनिज पदार्थों ने इस प्रदेश के विकास में योगदान दिया है।
  3. इस प्रदेश का आन्तरिक भाग रेलमार्गों और सड़क मार्गों से जुड़ा है जिससे औद्योगिक पट्टी के विकसित होने में मददं मिली।
  4. कोलकाता बंदरगाह का विकास इसकी स्थापना का एक अन्य कारक था ।

प्रश्न 7.
इन्दिरा गाँधी नहर कमान क्षेत्र का सिंचाई पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
नहर निकलने से सिंचाई द्वारा प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था में दृष्टिगोचर परिवर्तन हुआ है। क्षेत्र में मृदा आर्द्रता बढ़ी है। कृषि सिंचाई से कृषि योग्य क्षेत्र में वृद्धि हुई है। पारम्परिक फसलें बाजरा, गुआर, चना के स्थान पर गेहूँ का उत्पादन किया जाने लगा है। इसके साथ कपास, मूंगफली और चावल की कृषि की जाने लगी है। यह गहन कृषि सिंचाई का परिणाम है।

प्रश्न 8.
किसी देश के विकास के लिये नियोजन क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:

  1. भारत जैसे विकासशील देश में यह टिकाऊ विकास का महत्त्वपूर्ण भाग है। इसका उद्देश्य बहुमुखी विकास है जिसमें कृषि, उद्योग, परिवहन, जनस्वास्थ्य, शिक्षा आदि की उन्नति का विशेष महत्व है।
  2. नियोजन का उद्देश्य संविधान में घोषित सामाजिक दायित्वों के उद्देश्यों की क्रमिक रूप में कुछ अवस्थाओं के रूप में संकल्पना की जाती है।
  3. नियोजन की आवश्यकता प्रादेशिक तथा सामाजिक विषमताओं और असन्तुलन को घटाने के उद्देश्य से होती है। नियोजन क्रमिक अवस्थाओं में सीमित संसाधनों तथा प्रौद्योगिकी के साथ किए जाने वाला प्रयास है जिससे देश का क्रमिक रूप में आर्थिक विकास होता है।

प्रश्न 9.
भारत में रोजगार की क्या स्थिति है ?
उत्तर:
रोजगार-जनन भी नियोजन की आवश्यकताओं में से एक रहा है। 1983 में भारत में रोजगार की कुल संख्या लगभग 3.03 करोड़ आँकी गई थी जो 2000 में बढ़कर 3.97 करोड़ हो गई। इससे स्पष्ट है कि रोजगार के अवसरों में लगातार वृद्धि तो हुई परन्तु जनसंख्या वृद्धि दर की तुलना में यह धीमी गति से बढ़ी। 1972-78 की अवधि में रोजगार की औसत वार्षिक वृद्धि दर 2.72% थी जो 1983-88 में घटकर 1.54% और 1993-2000 की अवधि में 1.03% रह गई।

वर्तमान समय में शिक्षित बेरोजगारों की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। 1996-97 में रोजगार की तलाश में युवकों की संख्या: 3.7 करोड़ तक बढ़ गई।

प्रश्न 10.
परिवहन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
लोगों के आवागमन और सामान की ढुलाई को सुविधाजनक बनाने के लिए परिवहन की आवश्यकता होती है। यह यात्रियों और माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का साधन है। परिवहन तंत्र देश की जीवन रेखा होता है। परिवहन तंत्र स्थानीय बाजारों को एक-दूसरे से तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़ता है। किसी देश का परिवहन जाल जितना अधिक विकसित होगा, उतनी ही सुदृढ़ वहाँ की अर्थव्यवस्था होती है।

प्रश्न 11.
सड़क परिवहन के क्या लाभ हैं ?
उत्तर:
सड़क परिवहन के निम्नलिखित लाभ हैं-

  • सड़क परिवहन सीधा उपभोक्ता के घर तक ले जाता है।
  • पहाड़ी, उबड़-खाबड़ और मरुस्थलों में भी सड़क बनाना संभव है।
  • बस, ट्रक आदि कहीं भी रुककर माल अथवा सवारी उतार सकते हैं और ले जा सकते हैं।
  • शीघ्र नाशवान वस्तुओं जैसे-दूध, फल, सब्जियों को शीघ्र सड़क परिवहन द्वारा पहुँचाना संभव है।
  • निर्माण और मरम्मत व्यय रेलों की तुलना में कम है।
  • छोटी दूरियों के लिये सड़क मार्ग ही उपयुक्त रहते हैं।
  • सूखा और बाढ़ की स्थिति में सड़क के द्वारा रेलों की तुलना में पीड़ित क्षेत्रों तक पहुँचना अधिक संभव है।
  • सुरक्षा को सड़क सुदृढ़ बनाती है।
  • जनसम्पर्क सुविधा-सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सम्पर्कों के लिये सड़कें अधिक – उपयोगी होती हैं।

प्रश्न 12.
चार राष्ट्रीय महामार्गों के नाम उनके टर्मिनल सहित बताएँ।
उत्तर:

  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-1 (National Highway No.-1) – इसे शेरशाह सूरी मार्ग भी कहते हैं। यह दिल्ली और अमृतसर को जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-2 (National Highway No.-2) – यह दिल्ली और कोलकाता को जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-3 (National Highway No.-3) – यह ग्वालियर और मुम्बई को जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-4 (National Highway No.-4) – यह चेन्नई और थाणे को जोडता है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-5 (National Highway No.-5) – यह पूर्वी तट के साथ बहरा घोरा और चेन्नई के बीच है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-6 (National Highway No.-6) – यह देश का दूसरा सबसे लम्बा (1949 किमी) महामार्ग है। यह महामार्ग कोलकाता से संबलपुर, नागपुर होते हुए धुले तक जाता है।
  • राष्ट्रीय महामार्ग नं०-7 (National Highway No.-7) – देश का सबसे लम्बा (2369 किमी) महामार्ग है जो वाराणसी से कन्याकुमारी तक जाता है।

प्रश्न 13.
जनसंख्या परिवर्तन के तीन निर्धारक घटक कौन-से हैं?
उत्तर:
जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक हैं-जन्म-दर, मृत्यु-दर और प्रवास। एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्ति पर जन्म और मृत्यु की संख्या को क्रमशः अशोधित जन्म-दर और अशोधित मृत्यु-दर कहते हैं। जन्म और मृत्यु की संख्या में अंतर द्वारा होने वाले परिवर्तन को प्राकृतिक वृद्धि या ह्रास कहते हैं। तीसरा घटक प्रवास है, जिसमें आप्रवास अंतः प्रवास और उत्प्रवास, बाह्य प्रवास शामिल हैं। आप्रावास अंतः प्रवास से जनसंख्या बढ़ती है और उत्प्रवास। बाह्य प्रवास से जनसंख्या कम होती है। आप्रवास और उत्प्रवास शब्द का प्रयोग अंतर्राष्ट्रीय प्रवास के लिए होता है और अंतःप्रवास और बाह्य प्रवास का अंतर्देशीय प्रवास के लिए। जन्म-दर, मृत्यु-दर और प्रवास तीनों के फलस्वरूप जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन का वास्तविक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 14.
भारत के प्रमुख पत्तनों की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। किन्हीं दो राज्यों के नाम लिखिए जहाँ दो प्रमुख पत्तन हैं।
उत्तर:
भारत में 12 प्रमुख पत्तन हैं – जिनमें मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, तूतीकोरन, विशाखापटनम और कांडला आदि मुख्य हैं।
भारत के प्रमुख पत्तनों की विशेषताएँ-

  • ये बन्दरगाह प्राकृतिक और कृत्रिम दोनों हैं।
  • ये सभी औद्योगिक प्रदेशों से जुड़े हैं।

मुम्बई तथा न्हावा शेवा महाराष्ट्र के दो बन्दरगाह हैं। तमिलनाडु में चेन्नई तथा तूतीकोरन दो बन्दरगाह हैं।

प्रश्न 15.
अंतर्राष्ट्रीय एवं अंतर्राज्यीय प्रवास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अंतर्राज्यीय प्रवास का अर्थ – जब कोई व्यक्ति राज्य के एक शहर से दूसरे शहर में जाकर निवास करता है तो इसे अंतर्राज्यीय प्रवास कहते हैं। इसके लिए किसी प्रकार की सरकारी आदेश की कोई जरूरत नहीं है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय प्रवास में कोई व्यक्ति एक देश के किसी शहर से दूसरे देश के किसी शहर में आवास या निवास करता है इसके लिए उसे सरकारी नियमों का संवैधानिक पालन करना पड़ता है।

प्रश्न 16.
पश्चिम बंगाल में जूट की कृषि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत में कुल जूट उत्पादन का 50 प्रतिशत इस राज्य में उत्पन्न किया जाता है। (पश्चिम बंगाल) दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, वर्द्धमान, हुगली, हावड़ा, मेदिनीपुर, मुर्शिदाबाद, चौबीस परगना प्रदेश के प्रमुख जूट उत्पादक जिले हैं। इन जिलों की 85 प्रतिशत भूमि पर जूट बोया जाता है।

प्रश्न 17.
उपग्रह संचार क्या है ? उपग्रह संचार के तीन लाभ बताइए।
उत्तर:
संचार मानव जीवन के लिए आवश्यक है। वर्तमान समय में कोई भी व्यक्ति एक दूसरे से बातचीत किये बिना नहीं रहा सकता है। अब अधिकतर लोग संचार माध्यमों का उपयोग करते हैं।

कृत्रिम उपग्रहों के आविष्कार ने सार्वभौमिक संचार के इतिहास में एक नये युग का सूत्रपात किया है।

उपग्रह संचार के तीन लाभ-

  1. संचार उपग्रह-अंतरिक्ष में तीव्र क्षमता वाले प्रसारण का कार्य करते हैं।
  2. इससे दुनिया में अलग-अलग भागों में दूर-दूर स्थित केन्द्र भी माइक्रोवेव सम्पर्क के द्वारा एक-दूसरे से जोड़े जा सकते हैं।
  3. पृथ्वी के किसी भी स्थान से देखने पर इनकी स्थिति स्थिर बनी रहती है।

प्रश्न 18.
मेट्रो रेलवे क्या है ?
उत्तर:
मेट्रो रेलवे भूमि के अंदर कोलकाता एवं दिल्ली जैसे महानगरों में प्रदूषण मुक्त, अत्याधुनिक, स्वचालित गाड़ी नियंत्रण प्रणाली एवं यात्री नियंत्रण प्रणाली से लैस होकर विद्युत चालित रेलगाड़ियों का परिचालन है।

प्रश्न 19.
भारत में सिंचाई के कौन-कौन से साधन हैं ?
उत्तर:
भारत में सिंचाई के निम्नलिखित साधन हैं-

  • कुआँ
  • नहर
  • नदी
  • ट्यूबबेला

प्रश्न 20.
बहुउद्देशीय योजना का क्या अर्थ है ?
उत्तर:
भारत में नियोजित आर्थिक विकास का शुभारंभ 1951 में प्रथम योजना के प्रारंभ से हुआ लेकिन नियोजन के लिए सैद्धांतिक प्रयास स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व ही प्रारंभ हो गये थे। बहुउद्देशीय योजना का अर्थ सरकार द्वारा एक साथ अनेक उद्देश्य को साथ में लेकर चलना होता है अर्थात् इस योजना के अंतर्गत बहुत-सी योजना सम्मिलित होती है।

प्रश्न 21.
आधुनिक निर्माण उद्योग की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं ?
उत्तर:
आधुनिक निर्माण उद्योग प्रशासकीय अधिकारी वर्ग के अंतर्गत एक जटिल तकनीकी तंत्र के तहत कार्य करता है, जिसमें अधिक पूँजी की सहायता से विशिष्टीकरण एवं श्रम विभाजन के द्वारा कम समय एवं कम लागत में अधिक माल का उत्पादन किया जाता है।

प्रश्न 22.
विश्व जनसंख्या वितरण की प्रमुख विशेषताओं को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
विश्व जनसंख्या वितरण के अंतर्गत स्थल भाग में मात्र 10 प्रतिशत क्षेत्र पर विश्व की लगभग 90 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है। इनमें भी विश्व की 60 प्रतिशत जनसंख्या 10 सर्वाधिक आबादी देशों में रहती है। इन 10 देशों से 6 एशिया महादेश में हैं।

प्रश्न 23.
जल विद्युत शक्ति का विकास उत्तर भारत में अधिक क्यों हुआ? कोई तीन कारण लिखिए।
उत्तर:
जल विद्युत शक्ति का विकास उत्तर भारत में अधिक हुआ है। इसके तीन प्रमुख कारण हैं-

  • उत्तर भारत की नदियाँ सदावाहिनी हैं जो गहरी, संकरी घाटियों से होकर गुजरती हैं।
  • इन पर बाँध बनाना एवं विद्युत उत्पादन करना सुगम है।
  • उपजाऊ मैदान एवं कई महत्त्वपूर्ण औद्योगिक प्रदेशों से होकर बहने के कारण बिजली की माँग यहाँ अधिक है।

प्रश्न 24.
वृद्धि एवं विकास के मध्य क्या अंतर हैं ?
उत्तर:
वद्धि एवं विकास दोनों समय आधारित है। वद्धि मात्रात्मक यानि धनात्मक एवं ऋणात्मक दोनों तथा मूल्य निरपेक्ष होता है। जबकि विकास का संबंध गुणात्मक परिवर्तन से है। यह तब होता है जब गणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन आता है।

प्रश्न 25.
देश में कुल उपयोग किए गए जल में कृषि क्षेत्र का हिस्सा कम होने की संभावना क्यों है ?
उत्तर:
कृषि क्षेत्र में सतह जल का 89% और भूमिगत जल का 92% उपयोग होता है। इसके विपरीत औद्योगिक क्षेत्र में सतह जल केवल 2% और भूमिगत जल का 5% ही उपयोग होता है। कुल जल उपयोग में कृषि क्षेत्र का भाग अन्य क्षेत्र से अधिक है। अन्य क्षेत्रों का भाग बढ़ाने के लिये कृषि क्षेत्र का जल उपयोग कम करना आवश्यक है।

प्रश्न 26.
इंटरनेट क्या है ? इसकी विशेषतायें बताइए।
उत्तर:
इंटरनेट कम्प्यूटर प्रणाली दूर संचार के लिए एक सशक्त माध्यम है। यह सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए प्रयोग की जानेवाली संसार की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है। यह लगभग 100 देशों के 1 अरब से भी अधिक लोगों को आपस में जोड़ता है।

इन्टरनेट की सुविधाजनक सम्पर्क प्रणाली द्वारा कोई प्रयोगकर्ता माइक्रो कम्प्यूटर और मोडम के माध्यम से साइबर स्पेस से जुड़ सकता है। इस प्रकार वह विश्व के किसी केन्द्र से जुड़कर जानकारी प्राप्त कर सकता है। साइबर स्पेस एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटरीकृत क्षेत्रका संसार है जो इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब की प्रौद्योगिकी से संचालित होता है।

आज लाखों ग्राहक इंटरनेट से जुड़े रहते हैं। सूचना संसार के आकार, प्रयोग तथा महत्त्व में वृद्धि हो रही है। इंटरनेट के अंतर्गत ई-मेल त इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य (ई-कॉमर्स/ई-मेल) भी शामिल हैं।

प्रश्न 27.
भारत के विशाल मैदान भौम जल संसाधनों में संपन्न क्यों हैं ?
उत्तर:
भारत में वर्षा से प्राप्त जल की कुल मात्रा का लगभग 22% भाग जल भूमि द्वारा सोख लिया जाता है। इसका 60% भाग मिट्टी की ऊपरी सतह तक ही पहुँचता है। यही जल कृषि उत्पादन के लिए अधिक महत्त्वपूर्ण है। देश के कुल भौम जल भंडारण का लगभग 42% भाग भारत के विशाल मैदानों में पाया जाता है। इसके कारण निम्नलिखित हैं-

  • विशाल मैदानों में जलोढ़ मृदा पाई जाती है जिसमें जल आसानी से रिस जाता है।
  • इन मैदानों में बहने वाली नदियाँ सदानीरा हैं। इसमें वर्ष भर जल प्रवाह उच्च रहता है।
  • इन मैदानों में पर्याप्त गहराई तक अवसादी शैल पाई जाती है जिसमें जल की मात्रा का अधिक संग्रहण होता है।
  • इन मैदानों में मानसून वर्षा भी पर्याप्त होती है जो जल का एक स्रोत है और इस वर्षा त्ला जल रिसकर भौम जल बनाता है।

प्रश्न 28.
भारत के संभावित पृष्ठीय जल संसाधनों के वितरण का वर्णन करें।
उत्तर:
भारत में संभावित पृष्ठीय जल नदियों, तालाबों, झीलों में पाया जाता है। भारत में हिमालयी नदी तंत्रों का भरपूर जल संसाधन उपलब्ध है। के० एल० राव के अनुसार भारत में कुल नदियों (धाराओं) की संख्या 10,360 है।

भारत की समस्त नदियों का औसत वार्षिक प्रवाह 1869 अरब घन मीटर है लेकिन इनका केवल 32% जल ही उपयोग के लिए उपलब्ध है। कुल पृष्ठीय जल का 60% भाग सिन्धु-गंगा -ब्रह्मपुत्र में से होकर आता है।

भारत में सिन्धु और उसकी सहायक नदियों का औसत वार्षिक प्रवाह लगभग 73 अरब घन मीटर है। गंगा-ब्रह्मपत्र नदियों का जल उनकी सहायक नदियों सहित क्रमशः 501 तथा 537 अरब घन मीटर है। गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियाँ संसार की सबसे बड़ी नदियों में से हैं। भारत की सभी नदियों का वार्षिक जल प्रवाह विश्व की सभी नदियों के कुल वार्षिक जल प्रवाह के 6% के लगभग है।

प्रश्न 29.
बस्ती से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
अभिन्यास (प्लान) वाले मकानों और झोपड़ियों के समूह को बस्ती कहते हैं। एक बस्ती का निर्माण घरों के समूह से होता है। एक बस्ती 10 या 12 झोपड़ियों का समूह होता है अथवा यह सैकड़ों मकानों का समूह भी हो सकता है। बस्ती में रहने के लिए मकान, पशुओं के लिए बाड़े (घेर) और औजारों व उपकरणों तथा उत्पादित वस्तुओं को रखने के लिए भंडार गृह शामिल है।

प्रश्न 30.
बसावट किसे कहते हैं ?
उत्तर:
किसी क्षेत्र या प्रदेश पर लोग मकान या ढाँचे खड़े कर लेते हैं। उस क्षेत्र पर बसने की प्रक्रिया अथवा परिघटना को बसावट कहते हैं। कुछ लोग भरण-पोषण के लिए आर्थिक क्रिया करने के उद्देश्य से बसने के आसपास के क्षेत्र पर अधिकार कर लेते हैं।

बसावट धीरे-धीरे वंशानुगत प्रक्रम में बस्ती के रूप में परिवर्तित होती है।

प्रश्न 31.
भारत के अधिकतर लोग किस आकार के गाँवों में रहते हैं ?
उत्तर:
भारत की अधिकतर जनसंख्या औसत से कम दूरी वाले गाँवों में अधिक बसती है।

प्रश्न 32.
500 से कम जनसंख्या वाले गाँवों का क्या अनुपात है ?
उत्तर:
500 से कम जनसंख्या वाले गाँवों का अनुपात 24.31 प्रतिशत है तथा ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत 70.8 है।

प्रश्न 33.
गुच्छित बस्ती किसे कहते हैं ?
उत्तर:
पास-पास बने घरों वाली ग्रामीण बस्तियों को गुच्छित या संहत बस्ती कहते हैं। इस प्रकार की बस्तियाँ अत्यन्त उपजाऊ मैदानों और घाटियों में पाई जाती हैं।

प्रश्न 34.
सेवाओं के प्रमुख घटक क्या हैं ?
उत्तर:
सेवाओं के प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं-

  • वाणिज्यिक सेवायें – विज्ञापन, कानूनी सेवायें, जनसम्पर्क और परामर्श।
  • अचल सम्पत्ति की क्रय – विक्रय सम्बन्धी सेवायें, जो वित्त, बीमा, वाणिज्यिक और आवासीय भूमि व भवनों से सम्बन्धित हैं।
  • उत्पादक एवं उपभोक्ता को जोड़ने वाले थोक और फुटकर व्यापार तथा रख-रखव व मरम्मत के लिए कार्य जैसी सेवायें।
  • परिवहन और संचार – रेल, सड़क, जलयान व वायुयान सेवायें तथा डाक-तार सेवायें।
  • मनोरंजन-दूरदर्शन, रेडियो, फिल्म और साहित्य।
  • प्रशासन – स्थानीय, राज्य तथा राष्ट्रीय प्रशासन, अधिकारी वर्ग, पुलिस सेवा तथा अन्य जन सेवायें।
  • गैर-सरकारी संगठन – शिशु चिकित्सा, पर्यावरण, ग्रामीण विकास आदि लाभरहित सामाजिक क्रियाकलापों से जुड़े व्यक्तिगत या सामूहिक परोपकारी संगठन।

प्रश्न 35.
महामार्ग क्या है ?
उत्तर:
किसी देश के मुख्य नगरों को जोड़ने वाली पक्की सड़कें महामार्ग कहलाती हैं। उदाहरण के लिए भारत में शेरशाह सूरी मार्ग 1 महामार्ग की सड़कों की चौड़ाई 60 मीटर तक हो सकती है। यातायात के सुचारू रूप से प्रवाह के लिए महामार्गों पर पथ लेन, पुल, फ्लाईओवर तथा सड़कों के किनारे पुशते आदि बने होते हैं।

प्रश्न 36.
संसार में वायुमार्गों के अति सघन वाले तीन मुख्य प्रदेश कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
संसार में सघन वायुमार्ग वाले क्षेत्र हैं-

  • पश्चिमी यूरोप
  • पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका
  • दक्षिण-पूर्वी एशिया।

प्रश्न 37.
उत्तर अमेरिका में एक अनोखा अन्तःस्थलीय जलमार्ग कौन-सा है ? इस अन्तः स्थलीय जलमार्ग की दो मुख्य विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
उत्तरी अमेरिका का यह अनोखा जलमार्ग ग्रेट लेक्स-सेंट लारेंस जलमार्ग है

विशेषताएँ-

  1. इस जलमार्ग पर स्थित सभी पत्तनों का विकास सभी सुविधायुक्त पत्तनों की भांति ही हुआ है।
  2. यह जलमार्ग अटलांटिक महासागर से बड़ी झीलों को जोड़ता है।

प्रश्न 38.
अन्तःस्थलीय जलमार्ग का क्या अर्थ है ? संसार में अन्तः स्थलीय जल मार्गों के विकास के लिए दो उपायों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
नदियों, नहरों, झीलों के मार्ग से नावों तथा स्टीमरों द्वारा माल के साथ-साथ यात्रियों को ढोया जाता है, ये मार्ग अन्तः स्थलीय जल मार्ग कहलाते हैं।

अनेक कमियों के बाद भी संसार के अनेक भागों में जल परिवहन का विकास हुआ हैं अनेक नदियों की नाव्यता को बढ़ाने के लिए बहुत से सुधार किए गए हैं।

  • जल के प्रवाह की निरंतरता बनाए रखने के लिए बाँधों तथा बैराजों का निर्माण किया गया है।
  • नदियों में पानी की एक निश्चित गहराई बनाए रखने के लिए तल मार्जन का काम किया जाता है। नदी धाराओं में परिवर्तन की समस्या का समाधान तटबंध बनाकर किया गया है।
  • जल प्रवाह की निरन्तरता बनाए रखने के लिए नई परिवहन प्रौद्योगिकी का विकास करना।

प्रश्न 39.
सतही खनन तथा भूमिगत खनन में अन्तर बताइए।
उत्तर:
सतही खनन तथा भूमिगत खनन में निम्नलिखित अन्तर है-
सतही खनन (Open cost mining):

  1. इस प्रकार के खनन को खुले गर्त वाली खान से उत्खनन करना अथवा खदान से खनिज खोदना कहा जाता है।
  2. खनन का यह प्रकार बहुत सरल होता है तथा खनिजों का निष्कासन सस्ता होता है।
  3. इस समय विश्व में सभी प्रकार के खनिजों के खनन की कुल खानों में 90% सतही खानें हैं।
  4. अत्यधिक खनिजों के लिए 99% खानों से सतही खनन होता है।
  5. सतही खनन में अयस्कों के जमीन में पाए जाने के ढंग तथा उनकी प्रकृति के आधार पर खनन विधि अपनाई जाती है। जैसे खुली खान अथवा खुले गर्त वाली खान।

भूमिगत खनन (Shatt mining):

  1. इस प्रकार का खनन कार्य सतही खनन विधि की तुलना में अधिक कठिन तथा जोखिम भरा होता है।
  2. इस प्रकार की विधि में खनन प्रक्रिया गहरी ऊर्ध्वाधर खानों से अथवा तिरछे खनिकूप बनाकर की जाती है।
  3. गहरी भूमिगत सुरंगें बनाई जाती हैं जो एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं।
  4. खोदे गए खनिजों को लिफ्ट द्वारा ऊपर लाया जाता है।
  5. इस प्रकार के खनन में खनिकों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाते हैं। गहरी खानों में हवा के लिए पंखों तथा प्रकाश आदि का प्रबंध होता है।

प्रश्न 40.
स्वेज नहर पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर:

  • स्वेज नहर मार्ग भूमध्यसागर तथा लाल सागर को मिलाता है। यह मार्ग पुरानी दुनिया के मध्य में से होकर जाता है। अतः इसका विश्व के अधिकतर भागों से संपर्क है। इससे विश्व का लगभग 15% व्यापार होता है।
  • यह नहर यूरोप के औद्योगिक तथा एशिया के विकाशील देशों के मध्य संपर्क स्थापित करती है।
  • इस नहर के निर्माण से पहले यूरोप से एशिया आने वाले जहाजों को दक्षिणी केप ऑफ गुड होप से होकर गुजरना पड़ता था, परंतु इस मार्ग के बन जाने पर उत्तर-पश्चिमी यूरोप और एशिया के बीच की दूरी 8000 मी. कम हो गई है।
  • इस नहर का सबसे अधिक लाभ ग्रेट ब्रिटेन को हुआ है क्योंकि इसके निर्माण से ग्रेट ब्रिटेन का संबंध भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड आदि से सुविधाजनक हो गया है।

प्रश्न 41.
जनसंख्या की वद्धि से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
दो समय बिन्दुओं के बीच जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि कहते हैं। जनसंख्या में होने वाले इस परिवर्तन को प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है।

प्रश्न 42.
भारत की जनांकिकी के चार चरण लिखिए।
उत्तर:
भारतीय जनांकिकी के चार चरण हैं-

  • प्रथम चरण – 1921 से पूर्व का समाय है। इस अवस्था में जनसंख्या में बहुत धीमी वृद्धि हुई।
  • दूसरा चरण – 1921 से 1951 के बीच का समय है। इस समय जनसंख्या में निरंतर वृद्धि हुई।
  • तृतीय चरण – यह 1951 से 1981 के मध्य का समय है। इस अवस्था में जनसंख्या में बहुत तीव्रता से वृद्धि हुई क्योंकि मृत्यु दर तेजी से गिरी।
  • चतुर्थ चरण – यह 1981 के बाद का समय है। इस अवस्था में जनसंख्या में वृद्धि में कुछ गिरावट आई। वृद्धि दर का क्रमिक ह्रास हुआ।

प्रश्न 43.
प्रत्येक उत्तरोत्तर जनगणना में जनसंख्या का घनत्व क्यों बढ़ रहा है ?
उत्तर:
प्रत्येक उत्तरोतर जनगणना में जनसंख्या में वृद्धि हुई है लेकिन क्षेत्रफल में कोई अन्तर नहीं होता है। जनसंख्या घनत्व किसी देश की एक निश्चित समय में कुल जनसंख्या तथा उस देश के कुल क्षेत्रफल के बीच अनुपात होता है। उदाहरण के लिए 1991 की जनगणना के अनसार भारत की कल जनसंख्या 84.65 करोड थी तथा क्षेत्रफल 32.87 लाख वर्ग किमी। अतः जनसंख्या घनत्व 274 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी० था। लेकिन 2001 में जनसंख्या 102.72 करोड़ थी। क्षेत्रफल में कोई वृद्धि नहीं हुई इसलिए जन घनत्व 324 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी० हो गया।