Bihar Board Class 12 Geography Solutions Chapter 8 परिवहन एवं संचार Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
BSEB Bihar Board Class 12 Geography Solutions Chapter 8 परिवहन एवं संचार
Bihar Board Class 12 Geography परिवहन एवं संचार Textbook Questions and Answers
(क) नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
प्रश्न 1.
पारमहाद्वीपीय स्टुवर्ट महामार्ग किनके मध्य से गुजरता है?
(क) डार्विन और मेलबोर्न
(ख) एडमंटन और एंकॉरेज
(ग) बैंकूवर और सेंट जॉन नगर
(घ) चेगडू और ल्हासा
उत्तर:
(क) डार्विन और मेलबोर्न
प्रश्न 2.
किस देश में रेलमार्गों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?
(क) ब्राजील
(ख) कनाडा
(ग) संयुक्त राज्य अमेरिका
(घ) रूस
उत्तर:
(घ) रूस
प्रश्न 3.
वृहद् टंक मार्ग होकर जाता है।
(क) भूमध्य सागर हिंद महासागार से होकर
(ख) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर
(ग) दक्षिण अटलांटिक महासागर से होकर
(घ) उत्तर प्रशांत महासागर से होकर
उत्तर:
(ख) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर
प्रश्न 4.
“बिग इंज’ पाइपलाइन के द्वारा परिवहित किया जाता है।
(क) दूध
(ख) जल
(ग) तरल पेट्रेलियम गैस (LPG)
(घ) पैट्रोलियम
उत्तर:
(घ) पैट्रोलियम
प्रश्न 5.
चैनल टनल जोड़ता है।
(क) लंदन बर्लिन
(ख) बर्लिन-पेरिस
(ग) पेरिस-लंदन
(घ) बार्सीलोना- बर्लिन
उत्तर:
(ग) पेरिस-लंदन
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए:
प्रश्न 1.
पर्वतों, मरुस्थलों तथा बाढ़ संभावित प्रदेशों में स्थल परिवहन की क्या-क्या समस्याएं हैं?
उत्तर:
पर्वतों, मरुस्थलों तथा बाढ़ संभावित प्रदेशों में भौगोलिक कारणों एवं सड़क एवं रेल परिवहन निर्माण सामग्री का आसानी से प्राप्त न होना तथा भारी वर्षा, घने वन, मरुस्थल तथा बाढ़ें सड़क निर्माण में बाधक हैं। इन क्षेत्रों में जनसंख्या का कम घनत्व भी सड़कों के (स्थल परिवहन के साधनों) कम होने का एक कारण है।
प्रश्न 2.
पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होता है?
उत्तर:
पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग पूरे महाद्वीप से गुजरते हुए इसके दोनों छोरों को जोड़ते हैं। इनका निर्माण आर्थिक, राजनीतिक कारणों से विभिन्न दिशाओं में लंबी यात्राओं की सुविधा प्रदान करने के लिए किया गया था।
प्रश्न 3.
जल परिवहन के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
- जल परिवहन के महत्त्वपूर्ण लाभों में से एक यह है कि इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता।
- यह बहुत सस्ता पड़ता है क्योंकि जल का घर्षण स्थल की अपेक्षा बहुत कम होता है।
- जल परिवहन की ऊर्जा लागत की अपेक्षाकत कम होती है।
- जल परिवहन को महासागरीय मार्गों और आंतरिक जलमार्गों में बांटा जा सकता है।
(ग) निम्न प्रश्नों का 150 शब्दों में उत्तर दीजिए।
प्रश्न 1.
‘एक सुप्रबंधित परिवहन प्रणाली में विभिन्न एक दूसरे की संपूरक होती है’ इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन, संचार एवं व्यापार, उत्पादन केंद्रों और उपभोग केंद्रों को जोड़ते हैं। परिवहन समाज की आधारभूत आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए रचा गया एक संगठित सेवा उद्योग है। इसके अंतर्गत परिवहन मार्गों, लोगों और वस्तुओं के वहन के लिए गाडियों, मार्गों के रख-रखाव और लदान, उतराव तथा वितरण का निपटान करने के लिए संस्थाओं का समावेश किया जाता है। विश्व परिवहन की प्रमुख विधाएं हैं – स्थल, जल, वायु और पाइपलाइन आदि। इनका प्रयोग अंतादेशिक तथा अंतरा- प्रादेशिक परिवहन के लिए किया जाता है और पाइपलाइन को छोड़कर प्रत्येक यात्रियों और माल दोनों का वहन करता है।
किसी विधा की सार्थकता परिवहित की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार, परिवहन की लागतों और उपलब्ध विधा पर निर्भर करता है। वस्तुओं के अंतर्राष्ट्रीय संचलन का निपटान भारी वाहन जलयानों द्वारा किया जाता है। कम दूरी एवं एक घर से दूसरे घर की सेवाएं प्रदान करने में सड़क परिवहन सस्ता एवं तीव्रगामी है। किसी देश के भीतर स्थूल पदार्थों के विशाल परिणाम को लंबी दूरियों तक परिवहन करने के लिए रेल सर्वाधिक अनुकूल साधन है। उच्च मूल्य वाली; हल्की तथा नाशवान वस्तुओं का वायुमार्गों द्वारा परिवहन सर्वश्रेष्ठ होता है। परिवहन के लिए वायु यातायात अच्छी विधि है। एक सुप्रबंधित परिवहन तंत्र में ये विभिन्न विधाएं एक-दूसरे की पूरक होती है।
प्रश्न 2.
विश्व के वे कौन-से प्रमुख प्रदेश हैं जहां वायुमार्ग का सघन तंत्र पाया जाता है?
उत्तर:
उत्तरी गोलार्द्ध में अंतर-महाद्वीपीय वायुमार्गों की एक सुस्पष्ट पूर्व-पश्चिम पट्टी है। पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और दक्षिण-पूर्वी एशिया में वायुमार्गों का सघन जाल पाया जाता है। विश्व के कुल वायुमार्गों के 60 प्रतिशत भाग का प्रयोग अकेला संयुक्त राज्य अमेरिका करता है। न्यूयार्क, लंदन, पेरिस, एमस्टर्डम और शिकागो नोडीय बिंदु हैं। जहां अभिसरित होते हैं अथवा सभी महाद्वीपों की ओर विकरित होते हैं।
प्रश्न 3.
वे कौन सी विधाएं हैं जिनके द्वारा साइबर स्पेस मनुष्यों के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस की वृद्धि करेगा?
उत्तर:
साइबर स्पेस लोगों के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस को ई. मेल, ई. वाणिज्य, ई. शिक्षा और ई. प्रशासन के माध्यम से विस्तृत करेगा। फैक्स, टेलिविजन और रेडियो के साथ इंटरनेट समय और स्थान की सीमाओं को लांघते हुए अधिक लोगों तक पहुंचेगा। ये आधुनिक संचार प्रणालियां हैं जिन्होंने परिवहन से कहीं ज्यादा वैश्विक ग्राम की संकल्पना को साकार किया है।
ऑप्टिक फइबर तारों के प्रयोग ने साइबर स्पेस में क्रांति ला दी हैं। इन तारों के प्रयोग से आंकड़ों की विशाल मात्राओं की तीव्रता से सुरक्षापूर्वक और त्रुटिहीन संप्रेषण संभव होता है। टेलीफोन अमेरिका के नगरीकरण का एक क्रांतिक कारक बना। आज भी टेलीफोन सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली विधा है। विकासशील देशों में उपग्रहों द्वारा संभव बनाया गया सेलफोन का प्रयोग ग्रामीण संपर्क के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
Bihar Board Class 12 Geography परिवहन एवं संचार Additional Important Questions and Answers
अति लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
परिवहन के साधनों के नाम बताओ।
उत्तर:
जल, स्थल एवं वायु परिवहन के साधन हैं।
प्रश्न 2.
पाइपलाइनों का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर:
पाइपलाइनों का उपयोग कमी वाले क्षेत्रों से जल और पैट्रोलियम जैसे तरल पदार्थों के परिवहन के लिए किया जाता है।
प्रश्न 3.
परिवहन किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक स्थान से दूसरे स्थान तक वस्तुओं और यात्रियों को लाना ले जाना परिवहन कहलाता है।
प्रश्न 4.
जल परिवहन का क्या लाभ है?
उत्तर:
इसमें किसी मार्ग के निर्माण की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
प्रश्न 5.
जलमार्गों को कितने समूहों में विभक्त किया जाता है?
उत्तर:
जलमार्गों को दो समूहों में विभक्त किया जाता है – आंतरिक जलमार्ग तथा सामुद्रिक जलमार्ग।
प्रश्न 6.
परिवहन जाल क्या होता है?
उत्तर:
अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है उसे परिवहन जाल कहते हैं।
प्रश्न 7.
पार-कैनोडियन रेलमार्ग क्या हैं?
उत्तर:
यह कनाडा की 7050 किमी. लंबी रेल लाइन पूर्व में है लिफैक्स से शुरु होकर मॉट्रियल, ओटांका, विनिपेंग और कैलगैरी से होती हुई पूर्व प्रशांत तट पर स्थित बैंकूबर तक जाती है।
प्रश्न 8.
मिसीसिपी जलमार्ग क्या है?
उत्तर:
मिसीसिपी-उनोहियो जलमार्ग सं. राज्य अमेरिका के आंतरिक भागों को दक्षिण में मैक्सिको की खाड़ी के साथ जोड़ता है।
प्रश्न 9.
व्यापार का क्या अर्थ है?
उत्तर:
बाजार के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है।
प्रश्न 10.
महामार्ग क्या होते हैं?
उत्तर:
महामार्ग वे पक्की सड़के हैं, जो दूरस्थ स्थानों को मिलती हैं।
प्रश्न 11.
भारत में सबसे लंबा महामार्ग कौन-सा हैं?
उत्तर:
भारत में राष्ट्रीय महामार्ग सं. 7 भारत की सबसे लंबा महामार्ग है। यह वाराणसी को कन्याकुमारी जोड़ता है।
प्रश्न 12.
भारत में रेलमार्गों की कुल लंबाई कितनी है?
उत्तर:
भारत में रेलमार्गों की कुल लंबाई 63000 किमी. है।
प्रश्न 13.
अफ्रीका के प्रमुख रेलमार्ग बताएं।
उत्तर:
अफ्रीका के प्रमुख रेलमार्ग हैं – बेनगुएला रेलमार्ग अगाोला से कटंगा – जाम्बिया की तांबा पट्टी तक जाता है। तनजानिया रेलमार्ग जाम्बिया की तांबा पट्टी से समुद्रतट पर स्थित दार-ए-सलाम जाता है।
प्रश्न 14.
संसार का सघनतम रेलमार्गों का जाल कहां पाया जाता है?
उत्तर:
यूरोप में, यहां लगभग 440000 किमी. लंबे रेलमार्ग हैं। इनमें से अधिकतर दोहरे या बहुलाइनों वाले रेलमार्ग हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
रेलमार्गों के प्रारूप को प्रभवित करने वाले कारकों का संक्षिप्त वर्णन करो।
उत्तर:
भारत में रेलमार्गों के विकास को निम्नलिखित कारकों ने प्रभावित किया है –
- भौतिक कारक: भारत में समतल मैदानी भागों में रेलमार्गों का अधिक विकास हुआ है, जैसे उत्तरी मैदान में। पंरतु पर्वतीय दुर्गम प्रदेशों में रेलमार्ग कम हैं। जैसे असम तथा हिमालय प्रदेश में।
- आर्थिक कारक: बड़े-बड़े औद्योगिक, व्यापारिक नगरों तथा प्रमुख पत्तनों के समीप रेलमार्गों का अधिक विस्तार हुआ है, परंतु राजस्थन में कम आर्थिक विकास के कारण रेलमार्ग कम हैं।
- राजनीतिक कारक: ब्रिटिश प्रशासन ने देश के संसाधनों के शोषण की नीति के कारण प्रमुख पत्तनों को देश के आतिरिक भागों से रेलमार्गों द्वारा जोड़ दिया।
प्रश्न 2.
‘उत्पादन एवं उपभोग को जोड़ने में परिवहन-तंत्र का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।’ व्याख्या करो।
उत्तर:
किसी देश के औद्योगिक विकास के लिए परिवहन-तंत्र की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। परिवहन सेवाएं कृषि उत्पाद, खनिज व कच्चे माल को निर्माण केन्द्रों तक पहुंचाती है। निर्मित वस्तुओं को फिर उपभोक्ता तक परिवहन साधनों द्वारा ही पहुँचाया जाता है। परिवहन-तंत्र की सहायता से स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक माल व सेवाओं को पहुंचाया जा सकता है। इस प्रकार परिवहन-तंत्र उत्पादन एवं उपयोग को एक-दूसरे से जोड़ता है।
प्रश्न 3.
ब्रिटिश प्रशासन द्वारा पत्तन नगरों को पृष्ठ प्रदेशों से रेलमार्गों को जोड़ने से क्या प्रभाव पड़े?
उत्तर:
ब्रिटिश प्रशासन का पत्तन नगरों को पृष्ठ प्रदेशों से रेलमार्गों द्वारा जोड़ने का उद्देश्य साम्राज्यवादी प्रशासन को मजबूत करना तथा देश के आर्थिक संसाधनों का शोषण करना था। इससे भारत के कई व्यापारिक केंद्रों का हास हो गया। रेलवे जंक्शन नए केन्द्रों के रूप में विकसित हुए। नदियों द्वारा परिवहन कम हो गया। नदी मार्गों के साथ-साथ स्थित व्यापार केन्द्रों तथा घाट नगरों का पतन हो गया।
प्रश्न 4.
भारतीय सड़क मार्गों को विभिन्न प्रकारों में बांटो।
उत्तर:
भारत में चार प्रकार के सड़क मार्ग हैं –
- राष्ट्रीय महामार्ग (National Highways) जो देश के प्रमुख नगरों को मिलाते हैं। इनका निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभग करता है। इनकी कुल लंबाई 33.689 किमी है।
- राजकीय मार्ग (State Highways) जो राजधानियों को अन्य नगरों से मिलाते हैं। इनकी कुल लंबाई 4 लाख किमी है।
- जिला सड़क मार्ग (District Roads) जो किसी राज्य के मुख्यालयों को अन्य नगरों से जोड़ते हैं। इनकी लंबाई 6 लाख किमी है।
- ग्रामीण सड़कें (Village Roads) जो ग्रामीण केंद्रों को नगरों से मिलाती हैं।
प्रश्न 5.
भारतीय अर्थव्यवस्था में रेलों का क्या योगदान है? भारतीय रेलमार्गों द्वारा दी जाने वाली पांच वस्तुओं के उदाहरण दो।
उत्तर:
भारतीय रेल तंत्र कितना सामान ढोता है बल्कि इस बात का भी पता चलता है कि देश का अर्थिक विकास किस स्तर तक हुआ है। 1950-51 की अपेक्षा 1987-88 में रेल द्वारा ढोये जाने वाले खाद्यान्न की मात्रा लगभग चार गुना बढ़ गई है। यह इस बात का द्योतक है कि देश में खाद्यान्न के उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि हुई है। इसी प्रकार रेल द्वारा ढोये जाने वाले उर्वरक की मात्रा में भी बहुत वृद्धि हुई है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि कृषि में उर्वरकों का उपयोग बढ़ा है जिससे कृषि विकास को एक दृढ़ आधार मिला है। रेलों द्वारा कोयला सिर्फ उसके अपने उपयोग के लिए नहीं बल्कि बड़ी मात्रा में ताप बिजली घरों के लिए भी लाया जाता है। इन ताप घरों में उत्पन्न की गई बिजली, देश के औद्योगिक विकास के लिए काम में लाई जाती है। 1950 51 से अब तक रेल द्वारा ढोये जाने वाली तेल की मात्रा की वृद्धि हुई है।
प्रश्न 6.
वायु परिवहन के क्या लाभ हैं? इसका प्रयोग किसलिए किया जाता है तथा इसके दोष भी बताइये?
उत्तर:
वायु परिवहन सबसे तीव्र किंतु महंगा माध्यम है। वायुयानों के निर्माण तथा इन्हें चलाने में हैंगर, उड़ान भरने और उतरने, ईधन तथा रख-रखाव की समुचित व्यवस्था करनी पड़ती है। वायु परिवहन के कुछ विशेष लाभ भी हैं। कीमती सामानों को विश्वस्तर पर शीघ्रता से पहुंचाया जा सकता है। तीव्र गति होने के कारण लंबी दूरी की यात्रा के लिए इसे ही पसंद किया जाता है। कुछ कठिनाई वाले क्षेत्रों जैसे ब्राजील या उत्तरी कनाडा जाने के लिए बहुधा वायु परिवहन ही एकमात्र साधन है। वायु परिवहन का प्रयोग महंगी वस्तुओं और यात्रियों के परिवहन के लिए जाता है। वायु परिवहन की सहायता से न्यूयार्क तथा लंदन के बीच की दूरी को मात्र साढ़े तीन घंटे में ही तय किया जा सकता है।
प्रश्न 7.
भूमध्य सागर, लाल सागर तथा हिंद महासागर, पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया से किस प्रकार जुड़े हुए हैं?
उत्तर:
भूमध्य सागर तथा हिंद महासागर का समुद्री जलमार्ग यूरोप के औद्योगिक रूप से विकसित देश भूमध्य सागर, लाल सागर तथा हिंद महासागर जलमार्ग द्वारा पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया से जुड़े हुए हैं। वास्तव में यूरोप से अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया को जाने वाले सभी समुद्री यातायात इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं। पूर्व की ओर जाने वाले सामानों में मुख्य रूप से मशीनी तथा औद्योगिक उत्पाद होते हैं। पश्चिम की ओर कृषि उत्पाद जैसे कपास, रबड़ चाय, कहवा, चीनी और खनिज तेल भेजे जाते हैं।
प्रश्न 8.
परिवहन राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का महत्त्वपूर्ण खंड क्यों है?
उत्तर:
किसी देश के आर्थिक तथा सामाजिक विकास के लिए सड़कों, रेलों, जलमार्गों एवं वायुमार्गों के एक सक्षम परिवहन जाल की बहुत आवश्यकता है। परिवहन व्यवस्था के आधार पर ही किसी देश में कृषि तथा उद्योगों में विकास किया जा सकता है। परिवहन-तंत्र औद्योगिक उत्पादों के लिए एक विशाल बाजार प्रदान करता है। परिवहन साधनों का प्रयोग कच्चे माल, ईंधन तथा मशीनरी को कारखानों तक पहुंचाने के लिए किया जाता है।
उत्पादन एवं उपभोग को जोड़ने में परिवहन-तंत्र का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। कई प्रदेश कृषि, वन, खनिज आदि संसाधनों में समृद्ध होते हैं, परंतु परिवहन-तंत्र के बिना उनका उपयोग नहीं किया जा सकता। परिवहन सेवाओं के विकास से औद्योगीकरण में वृद्धि होती है क्योंकि इससे रेल इंजन, जलपोत, मोटर-वाहन आदि यंत्रों की मांग बढ़ जाती है। भारत जैसे विकासशील देशों के आर्थिक विकास के लिए परिवहन-तंत्र का विकास आवश्यक है। किसी देश की आर्थिक प्रगति का मापदंड वहां के परिवहन-तंत्र द्वारा ही किया जा सकता है।
प्रश्न 9.
‘पाइपलाइन परिवहन में गुणों की तुलना में अवगुण अधिक हैं’ इस कथन के पक्ष में चार प्रमुख तर्क प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
प्राकृतिक गैस तथा खनिज तेल के परिवहन का पाइप लाइन एक सुगम साधन है। यह एक सस्ता साधन है जो दुर्गम क्षेत्रों, घने वनों, मरुस्थलों तथा पर्वतों पर से गुजरता है। परंतु इसके गुणों की तुलना में अवगुण अधिक हैं:
- इस साधन में लोच का न होना एक प्रमुख अवगुण है।
- एक बार पाइपलाइन बिछा देने के पश्चात् इसकी क्षमता में वृद्धि नहीं की जा सकती।
- पाइपलाइन की सुरक्षा करना भी कठिन कार्य है।
- भूमिगत पाइपलाइन की मरम्मत में कठिनाई होती है तथा रिसाव का पता लगाना भी कठिन होता है।
प्रश्न 10.
संचार प्रणली क्या है? इसका प्रयोग कहां किया जाता है?
उत्तर:
मानव ने संदेश भेजने के लिए अलग-अलग माध्यम अपनाए हैं। आधुनिक प्रौद्योगिक विकास ने संचार के साधनों के रूप में मनुष्यों के प्रत्यक्ष संपर्क को परिवर्तित नहीं किया है। संचार प्रणली में पहला आविष्कार दूरसंचार था। पश्चिमी अमेरिका के उपनिवेशीकरण के लिए उन्नीसवीं सदी के अन्त में तार ही माध्यम बना। टेलीफोन अमेरिका के नगरीकरण में एक निर्णायक कारक था क्योंकि इससे बड़ी कम्पनियों के मुख्यालयों पर ही कार्यों का संकेन्द्रण संभव हुआ तथा उनकी शाखाएं छोटे नगरों में स्थापित की गई। आज भी टेलीफोन ही सर्वाधिक प्रयुक्त दूरसंचार का माध्यम है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
(अ) विश्व के प्रमुख वायुमार्गों का उल्लेख करो तथा इन्हें मानचित्र पर दिखाओ।
(ब) वायु परिवहन के मुख्य दोष क्या हैं?
उत्तर:
(अ) विश्व के वायुमार्गों का वितरण बहुत ही असमान है। वायुमान निश्चित मार्गों पर चलते हैं। कुछ मुख्य वायुमार्ग निम्नलिखित हैं –
(क) अमेरिका तथा यूरोप के बीच वायुमार्ग (अटलांटिक महासागर के पार) –
- न्यूयार्क अथाव ओटावा-लंदन।
- न्यूयार्क बर्मुडा-लिस्बन, पेरिस अथवा लंदन
- न्यूयार्क अथवा ओटावा-रेकजाविक-ओसलो-स्टाकहोम
- ब्यूनस आएर्स-रियो डी जनेरो-सेलेवेर्डार-नटाल, लिस्बन-लंदन।
(ख) अमेरिका तथा सुदूर पूर्व के बीच वायुमार्ग (प्रशांत महासागर के पार) –
- सॉन फ्रांसिस्को अथवा लॉस एन्जलिस अथवा सियेटल-होनोलूलू, मनीला-हांगकांग टोकियो।
- सॉन फ्रांसिस्को अथवा लॉस एन्जलिस अथवा सियेटल-वलिंगटन।
- सॉन फ्रांसिस्को अथवा लॉस एन्जलिस अथवा सियेटल-सिंगापुर।
(ग) अन्य वायुमार्ग –
- लंदन-पेरिस-रोम-बेरुत-कराची-दिल्ली।
- लंदन-रोम-काहिरा-खारतुम-जोहन्सबर्ग।
- लंदन-एलजियर्स-मानो-किन्सहा-जोहन्सबर्ग-केपटाउन।
- मास्को-ताशकंद-बैंकाक-सिंगापुर।
- मास्को-इर्कटस्क-बीजिंग-शंघाई।
चित्र: विश्व के प्रमुख वायुमार्ग
(ब) परिवहन के दोष –
- परिवहन का सबसे महंगा साधन है, अत: इसका लाभ केवल धनी लोग ही उठा पाते हैं।
- खराब मौसम में वायु सेवा उपलब्ध नहीं होती।
- वायुयानों की दुर्घटनाएँ एवं अपहरण जैसी समस्याएँ कई बार भयंकर रूप धारण कर लेती हैं।
प्रश्न 2.
‘उपग्रह संचार प्रणली’ का विस्तारपूर्वक वर्णन करें।
उत्तर:
1970 के दशक के प्रारंभ में उपग्रह संचार प्रणाली’ के प्रयोग, संचार मूल्य और समय में कमी आई है। उपग्रह के माध्यम से संदेश भेजने का खर्च 500 किमी. से 5000 किमी. तक लगभग समान हो गया है। अंतरिक्ष-शोध संयुक्त राज्य अमेरिका एवं पूर्व सोवियत संघ द्वारा ही कृत्रिम उपग्रहों के पृथवी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किये जाने के प्रयास से संचार के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए। भारत ने भी अंतरिक्ष शोध में अत्यधिक प्रगति की है। प्रथम भारतीय संचार उपग्रह आर्यभट्ट 19 अप्रैल, 1975 को पूर्वकालिक सोवियत संघ के इंटरकॉसमास रॉकेट द्वारा छोड़ा गया। जून, 1979 को भास्कर-1 तथा 18 जुलाई, 1980 को भारत के कास्मोड्रोम श्री हरि कोटा से रोहणी उपग्रह का प्रक्षेपण किया।
इसी प्रकार 19 जून, 1981 को उपग्रह एप्पल एश्यिन रॉकेट के द्वारा छोड़ा गया। भास्कर-2 का प्रक्षेपण 20 नवम्बर, 1981 को हुआ जो भास्कर-1 की भांति ही दूर संवेदन उपग्रह था। 10 अप्रैल, 1982 को इन्सेट-1ए उपग्रह छोड़ा गया परंतु सितंबर, 1982 से इसने कार्य करना बंद कर दिया। 30 अगस्त, 1983 को इन्सेट-1बी अंतरिक्ष शटल चैलेंजर द्वारा छोड़ा गया। इन्सेट-1बी से रेडियो, टेलीविजन तथा दूरसंचार के अन्य माध्यमों में क्रांतिकारी क्षमता आ गई है। आज हम टेलीविजन पर मौसम की जानकारी प्राप्त करते हैं तथा आंधी और तूफानों की पूर्व सूचना भी दी जाती है।
उपग्रह संचार प्रणाली के माध्यम से अत्यधिक दूरी से भौगोलिक सूचनाओं का संग्रह, संचयन तथा शोधन किया जाता है। नासा के लैंडसाट उपग्रह द्वारा उपलब्ध हो रहे हैं। प्रथम इ.आर.टी.एस. (अर्थ रिसोर्सेज टैक्नोलॉजी सेटेलाइट) (पृथ्वी संसाधन प्रौद्योगिक उपग्रह) को 1972 में अतिरक्ष में छोड़ा गया था। इन उपग्रहों ने पृथ्वी से संबंधित विस्तृत सूचनाएं प्रदान की हैं। टोही उपग्रहों द्वारा मौसम के पूर्वानुमान निर्वनीकरण के क्षेत्रों की स्थिति का निर्धारण और खनिजों के भंडार भौतिक प्रारुपों तथा प्रतिक्रियाओं की पहचान करने के साथ-साथ प्रदूषण का अनुमान तथा ग्रह-स्थलों के विश्लेषण में अधिकाधिक उपयोग किया जा रहा है।
प्रश्न 3.
संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए –
- साइबेरियापारीय रेलमार्ग
- यूरोप के अंतरिक जलमार्ग
- स्वेज नहर
- उपग्रह संचार
उत्तर:
1. साईबेरियापारीय रेलमार्ग:
साइबेरियापारीय रेलमार्ग एशिया व विश्व का सबसे लंबा व महत्त्वपूर्ण रेलमार्ग है जो यूरोपीय रूस के पश्चिम में स्थित लेनिनग्राद से एशियाई रूस के पूर्व ब्लाडी बॉस्टक तक 9332 किमी. लंबा है। इस प्रकार यह रेलमार्ग रूस के पूर्व व पश्चिम को जोड़ता है। यह दोहरा रेलमार्ग है। इसका निर्माण सन् 1891 में शुरू हुआ। इसे बनने में 14 वर्ष लगे और सन् 1905 में यह महत्त्वपूर्ण रेलमार्ग बनकर तैयार हो गया।
इस रेलमार्ग पर मास्को, उफा नोवोसिबिर्क, इर्कुटस्क्क, चीता और खनारोवस्क प्रमुख स्टेशन हैं। चीता नगर के पश्चात् यह मार्ग दो मुख्य शाखाओं में बंट जाता है। इस रेलमार्ग से शाखा रेलमार्ग दक्षिण में यूक्रेन स्थित ओडेसा, केस्पियन सागर के तट पर बाकू, उजबेकिस्तान में ताशकंद, मंगोलिया में उलनबटोर, मंचूरिया में शेनयांग (मुकदेन) तथा चीन में वीपिंग तक जाते हैं। इस रेलमार्ग का निर्माण साइबेरिया के सामाजिक तथा आर्थिक विकास के उद्देश्य से किया गया था। इसके बनने से साइबेरिया का सामाजिक आर्थिक विकास तेज गति से हुआ।
2. यूरोप के अंतरिक जलमार्ग:
यूरोप के पश्चिमी भाग में आंतरिक जलमार्गों का बहुत विकास हुआ है। इन जलमार्गों की सर्वाधिक संघनता फ्रांस तथा जर्मनी में पाई जाती है। उत्तर सागर में गिरने वाली नदियां जैसे सीन, राइन, एल्न तथा उनको मिलाने वाली नहरों ने पश्चिमी यूरोप में आंतरिक जल परिवहन का सघन जाल विकसित किया है। इस भाग में कोई भी व्यक्ति भूमध्यसागर से उत्तरी सागर तक नदियों तथा नगरों से होकर यात्रा कर सकता है। इस प्रदेश के देशों जैसे फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड तथा बेल्जियम ने आंतरिक परिवहन की महत्त्वपूर्ण नदी राइन है। दूसरी आंतरिक जल परिवहन डेन्यूब नदी तथा उसकी सहायक नदियों से मिलकर बनी है। रूस में वोल्गा जलमार्ग मुख्य आतिरिक जलमार्गों पर एक नजर।
राइन जल मार्ग:
राइन इस प्रदेश में नौ-परिवहन के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह संसार का सबसे अधिक व्यस्त जलमार्ग है। इसका लगभग 900 किमी. लंबा भाग जल मार्ग के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके मुहाने पर नीदरलैंड में राटरडम स्थित है। इसका पृष्ठ प्रदेश राइन नदी के ऊपरी भाग तक फैला है।
डेन्यूब जलमार्ग:
डेन्यूब नदी आस्ट्रिया, हंगरी, रोमानिया, यूगोस्लाविया, चेकोस्लोवाक आदि देशों में से होकर बहती है। यह जर्मनी के ब्लैक फॉरेस्ट से निकलकर पूर्व में ब्लैक सागर में गिरती है। इसकी नाव्य लंबाई राइन नदी से अधिक है, परंतु इस मार्ग पर यातायात कम है।
वोल्गा जलमार्ग:
वोल्गा सबसे महत्त्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है। वोल्गा नदी प्रणाली का जल केस्पियन सागर में गिरता है। इसके अंतर्गत 11200 किमी. नौगम्य जलमार्ग उपलब्ध है बोल्गा-मास्को नहर इसे मास्को प्रदेश से जोड़ती है। बोल्गा डॉन नहर द्वारा यह जलमार्ग काला सागर से जुड़ा है। कड़ाके की सर्दी के कारण ये जलमार्ग वर्ष में लगभग 8 मास तक प्रयोग होते हैं। ब्रिटेन में टेम्स, टाइन तथा क्लाइड नदियों का प्रयोग जल यातायात के लिए किया जाता है।
3. स्वेज नहर:
स्वेज नहर मिश्र, में भमध्य सागर और लाल सागर को मिलाने के लिए बनाया गया एक मानव निर्मित जलमार्ग है। इसका निर्माण स्वेज जलडमरु मध्य को काटकर किया गया है। इसके निर्माण का कार्य 1859 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्दीनव-द-लेपेप्स को सौंपा. गया और यह नहर 1869 में बनकर तैयार हो गई। इस नहर की लंबाई 108 किमी. औसत गहराई 16.15 मी. तथा अधिकतम चौड़ाई 365 मीटर है। समुद्र तल पर बनाई गई इस नहर में कोई जलपाश नहीं है।
स्वेज नहर के खुल जाने पर पश्चिमी यूरोप और दक्षिणी पूर्वी एशिया के देशों के बीच की दूरी घटकर लगभग आधी रह गई। इस नहर पर भूमध्य सागर की ओर पोर्ट सईप तथा लाल सागर की ओर पोर्ट स्वेज इसके दो सिरे हैं। यह नहर ग्रेट बिटर झील, लिटिल झील तथा टिमसा झीलों में से होकर गुजरती है। ये सभी खारे पानी की झीलें हैं। स्वेज नहर के साथ-साथ रेलवे मार्ग भी हैं और इसके पश्चिमी किनारे पर इस्माइल नगर है। इसके अतिरिक्त एल-कन्तारा, एल बलक तथा एल-कुबरा मुख्य चेक पोस्ट बनाई गई है।
इस नहर में दो गलियारे हैं। एक जहाज आने और दूसरा जाने का। प्रतिदिन इस नहर से 90 जहाज गुजरते हैं। स्वेज नहर यातायात और नौचालन में मानव की सफलता का एक महत्त्वपूर्ण प्रमाण हैं। इसके बनने से पूर्व यूरोप व एशिया महाद्वीपों के बीच लगभग 8000 किमी. दूरी कम हो गई। इस नहर के निर्माण से यूरोपीय देशों विशेषतया ब्रिटेन को बहुत लाभ हुआ। इस नहर को ब्रिटेन की स्नायु-नाड़ी माना जाता था। (“Suez route has long been called the jujular vein of the British Empire”)
4. उपग्रह संचार:
आधुनिक तकनीकी ज्ञान के बलबूते पर मनुष्य ने संचार व्यवस्था के लिए उपग्रह का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। अंतरिक्ष में कृत्रिम उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके तरंगों के चित्रों के माध्यम से संदेश के आदान-प्रदान करने की संचार प्रणाली को उपग्रह संचार कहते हैं। 1970 के दशक से उपग्रह संचार प्रणाली का प्रारंभ हुआ। दूरी के संदर्भ के नूतय और समय एक जैसा है। उपग्रह के माध्यम ने संदेश भेजने का खर्च 500 किमी. से 5000 किमी तक लगभंग समान हो गया है।
इस तकनीक में संयुक्त राज्य अमेरिका व पूर्व सोवियत संघ अग्रणी हैं। इन देशों के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की सफलता से संचार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए। उपग्रह संचार इसी का परिणाम है। हमारे देश ने भी अंतरिक्ष शोध में भी अत्यअधिक प्रगति की है। प्रथम भारतीय संचार उपग्रह आर्यभट्ट 19 अप्रैल 1975 को पूर्वकालिक सोवियत संघ के इंटरकासमास राकेट द्वारा छोड़ा गया।
उपग्रह संचार द्वारा रेडियो, दूरदर्शन तथा दूरसंचार के अन्य माध्यमों में क्रांतिकारी क्षमता आ गई है। मौसम की पूर्व-सूचना भी प्रभावशाली तरीके से दी जा रही है। दूरसंवेदन द्वारा लक्ष्य को बिना स्पर्श किए ही बहुत अधिक दूरी से भूगोल से संबंधित सूचनाओं का संग्रहण-शोधन व विश्लेषण आसानी से हो रहा है तथा बड़े क्षेत्र के आंकड़े प्राप्त होते हैं। उपग्रहों द्वारा पृथ्वी से संबंधित विस्तृत सूचनाएं प्रदान हो रही हैं जिनका प्रयोग विभिन्न वैज्ञानिकों तथा मानचित्र निर्माणकर्ताओं द्वारा हो रहा है। सबसे अच्छे उपग्रह चित्र, नासा के लैंडसाट उपग्रहों द्वारा उपलब्ध हो रहे हैं।
उपग्रह संचार द्वारा प्राप्त जानकारी व आंकड़ों का उपयोग सैन्य व असैन्य जैसे मौसम के पूर्वानुमान, वनोन्मूलन अनुप्रयोग कुल वन क्षेत्र, क्षेत्र की स्थिति का निर्धारण और खनिजों के भंडार और सैकड़ों भौतिक लक्षणों की पहचान, वायुमंडलीय खतरों से प्रदूषण, ओजोन रिक्तीकरण के अनुमान तथा गृहस्थलों के विवेकपूर्ण व न्यायोचित विश्लेषण में किया जाता है उपग्रह संचार की सहायता से विश्व के किसी भी कोने में होने वाली घटनाओं का सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर देख सकते हैं। जैसे-जैसे मानव की तकनीकी क्षमता व प्रौद्योगिकी का विकास हो रहा है वैसे-वैसे जीवन के नये-नये क्षेत्रों में बुद्धिजीवियों व वैज्ञानिकों द्वारा उपग्रह संचार का प्रयोग करने की संभावनाएं बढ़ी हैं। उपग्रह संचार ने विश्व के विभिन्न क्षेत्रों को एक-दूसरे के निकट ला दिया है।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए:
- परिवहन के तीन मुख्य माध्यमों के नाम बताइए।
- परिवहन और संचार में अंतर स्पष्ट कीजिए।
- पाइपलाइनों का विस्तृत उपयोग खनिज तेल और प्राकृतिक गैस जैसी सामग्रियों का परिवहन करने के लिए क्यों होता है?
- महामार्ग क्या हैं?
- रेलमार्ग क्या हैं?
- अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग क्या हैं?
- जल परिवहन के क्या लाभ हैं?
- उत्तर अमेरिका के दो प्रमुख आंतरिक जलमागों के नाम बताइए।
- उत्तर प्रशांत मार्ग किन प्रमुख पत्तनों को जोड़ता है?
- संसार के वायुमार्गों के अति सघन जाल वाले तीन मुख्य प्रदेश कौन से हैं?
- इंटरनेट क्या है?
उत्तर:
1. स्थल, जल और वायु मार्ग। स्थल-सड़क रेलमार्ग, जल-समुद्री, आंतरिक (नदी, नहरें) वायु-हवाई जहाज।
2. परिवहन:
वस्तुओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाना-ले जाना परिवहन कहलाता है। सड़क, रेल जल तथा वायु परिवहन के मुख्य साधन हैं।
संचार: सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर किसी चैनल के माध्यम से पहुँचाना संचार कहलाता है। डाक सेवायें, टेलीफोन, तार और फैक्स सेवायें, इंटरनेट और उपग्रह संचार के साधन हैं।
3. पाइपलाइनों का अधिक प्रयोग तरल तथा गैरू पदार्थ जैसी सामाग्रियों का परिवहन करने के लिए किया जाता है, क्योंकि इनमें प्रवाह सतत बना रहता है और यह सस्ता साधन है।
4. महामार्ग वे पक्की, चौड़ी सड़के हैं, जो दूरस्थ स्थानों को मिलाती है। इनकी चौड़ाई अधिक होती है, ताकि दोनों तरफ से वाहन बिना किसी रूकावट के आ जा सकें।
5. रेलमार्गों के विकास निम्न कारकों का योगदान है –
(क)जहां नगरीकरण तथा औद्योगीकरण अधिक होता है वहां व्यापार तथा वाणिज्य का भी विकास होता है, जिससे रेलतंत्र का विकास होता है।
(ख)समतल भूमि रेलमार्गों के विकास प्रोत्साहित करती है, क्योंकि रेल बिछाना, आसान होता है।
(ग) जनसंख्या का घनत्व जहां अधिक होता है, वहां रेलमार्ग बनाना आर्थिक दृष्टि से लाभप्रद होता है।
6. अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग:
महाद्वीप के एक छोर को दूसरे छोर से जोड़ने वाले रेलमार्गों को अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग कहते हैं इनका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक उद्देश्य से किया जाता है। कनाडियन, पैसिफिक रेलमार्ग का निर्माण राजनैतिक तथा ट्रांस साईबेरियन का निर्माण आर्थिक उद्देश्य से किया गया है।
7. जल परिवहन के लाभ –
(क) यह परिवहन का सस्ता साधन है।
(ख)इनसे भारी सामान आसानी से ढोया जा सकता है।
(ग) इनका रख-रखाव नहीं करना पड़ता है।
(घ) जलमार्गों के लिए सड़क तथा रेल पटरी की भांति मार्ग नहीं बनाने पड़ते।
8. उत्तर अमेरिका के दो आंतरिक जलमार्ग –
महान झीलें – सैट लारेंस जलमार्ग। मिसिसिपी जलमार्ग।
9. उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित बैंकूवर, सियाटिल पोर्टलैंड, सैन फ्रांसिसिको को पूर्व के देशों के योकोहामा, कोबे, शंघाई, हांगकांग, मनीला और सिंगापुर से मिलाता है।
10. संसार से सघन वायु मार्गों के जाल वाले क्षेत्र –
- पश्चिमी यूरोप।
- पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका।
- दक्षिणी पूर्वी एशिया।
11. इंटरनेट इंटरनेशल नेटवर्क का संक्षिप्त नाम है। इंटरनेट में विभिन्न देशों के लाखों कम्प्यूटरों का एक मुक्त संयोजन होता है। (तथा इन कम्प्यूटरों के प्रयोगकार्ता सूचनाओं का अदान-प्रदान करते हैं।) कोई भी व्यक्ति माइक्रोकम्प्यूटर और मोडम के माध्यम से सूचना संचार से जुड़ सकता है।
प्रश्न 5.
उत्तर एवं दक्षिण अटलांटिक मार्ग का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अटलांटिक मार्ग-विश्व का सबसे अधिक प्रयोग में आने वाला सामुद्रिक जलमार्ग उत्तरी अटलांटिक का है जो पश्चिमी यूरोपीय देशों और उत्तरी अमेरिका के बीच स्थित है। विश्व के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का लगभग एक चौथाई भाग उत्तरी अटलांटिक मार्ग से होता है। इस मार्ग पर प्रथम स्टीमर जलपोत 1938 में चालू हुआ था, तबसे इस मार्ग के परिवहन का इतना विकास हुआ है कि अब लगभग 300 कंपनियों के जलपोत इस मार्ग पर चलते रहते हैं।
विश्व के दो सबसे उन्नत क्षेत्रों के बीच संपर्क स्थापित करने वाले इस मार्ग में दोनों ही तटों पर अच्छे पत्तनों व पोताश्रयों की सुविधा है। विश्व के 55 बंदरगाहों में से 28 बड़े बंदरगाह इसी मार्ग पर स्थित हैं। उत्तरी अमेरिका की ओर प्रसिद्ध बंदरगाह न्यूयार्क, मॉण्टियल, क्यूबेक, हैलीफैक्स, बोस्टर, सेण्टजान फिलाडेल्फिया, पार्टलैंड, बाल्टीमोर आदि हैं। यूरोपीय पट पर प्रसिद्ध बंदरगाह लंदन, लिवरपूल, ग्लासगो, मानचेस्टर साउस एम्पटन, रोटरडैम, हेम्बर्ग, लिस्बन, कोपेनहेगन तथा ओसलो है।
यूरोप के पत्तनों से निर्मित उत्पाद जैसे रसायन, स्टील, उर्वरक, वस्त्र, शराब आदि निर्मात किये जाते हैं। उत्तरी अमेरिका के पत्तनों से यूरोप को खाद्य पदार्थ तथा कच्चे माल जैसे लुग्दी गेहूं तथा पशुचारा भेजा जाता है।
दक्षिण अटलांटिक महासागरीय जलमार्ग:
यह जलमार्ग पश्चिमी यूरोप के देश तथा पश्चिमी अफ्रीका को दक्षिण अमेरिका के देशों जैसे ब्राजील अर्जेन्टाइन तथा यूरुग्वे से जोड़ा है। यह मार्ग बहुत महत्त्वपूर्ण नहीं हैं, क्योंकि अफ्रीका के पश्चिमी तट के देश आर्थिक रूप से विकसित नहीं हैं। अतः इन देशों और दक्षिणी अमेरिका के देशों के मध्य व्यापार बहुत कम होता है। यूरोप से मशीनरी एवं औद्योगिक उत्पादों तथा दक्षिण अमेरिकी देशों से कहवा, कच्चा माल व अन्य पदार्थों का परिवहन इस मार्ग द्वारा किया जाता है। दक्षिण अमेरिका के पूर्वी तटीय बंदरगाहों में पारस्परिक व्यापार भी बहुत भारी मात्रा में होता है। पेटागोनिया से व्यूनस आयर्स को पेट्रोलियम आता है। गहरा अर्जेन्टाइना से पूर्वी ब्राजील को गेहूं, आटा, समशीतोष्ण फल और शराब का निर्यात होता है। ब्राजील में अर्जेन्टाइना को केला, कॉफी, लौह अयस्क और लकड़ी का निर्यात होता है।
प्रश्न 6.
विश्व में सड़कों और महामार्गों के वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व में सड़कों व महामार्गों का वितरण:
सड़कें अपेक्षाकृत छोटी दूरियों के लिए परिवहन का सबसे सस्ता साधन है। द्वारा से द्वार तक सेवा प्रदान करने के कारण रेलों की तुलना में सड़कों द्वारा सामान का परिवहन दिनोंदिन महत्त्वपूर्ण होता जा रहा है। विश्व में सड़कों की लंबाई रेलों की तुलना में 15 गुनी है। विकसित देशों में बहुत अच्छी सड़कों का निर्माण हुआ है।
महामार्ग वे पंक्की सड़कें हैं जो दूरस्थ स्थानों को मिलाती हैं। ये सड़कें 60 मीटर तक चौड़ी होती हैं ताकि इन पर वाहन बिना रुकावट के दौड़ते रहें। विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों में वाहनों की संख्या अधिक होती है तथा सड़कों का जाल घना होता है। मोटर गाड़ियों के चलाने लायक सड़कों का घनत्व (U.S.A.) कनाडा, यूरोप, जापान, भारत व दक्षिण पूर्व दक्षिणी अमेरिका में मिलता है। (U.S.A.) में विश्व के कुल मोटर चलाने योग्य मार्ग का लगभग एक तिहाई भाग पाया जाता है। उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तथा पश्चिमी तटों पर स्थित नगर महामार्गों द्वारा जुड़े हैं। उत्तर में कनाडा के नगर भी महामार्गों द्वारा दक्षिण में मैक्सिको के नगरों से जुड़े हैं।
- कनाडापारीय महामार्ग ब्रिटिश कोलंबिया, जो पश्चिमी तट पर स्थित है, के वैकुवर नगर की फाउंडलैंड (पूर्वी तट) में स्थित सेंट जॉन नगर से जोड़ता है।
- अलास्का महामार्ग कनाडा के एडमारन नगर को अलास्का एंकरेज से जोड़ता है।
- चीन में उत्तर दक्षिण पूर्व और पश्चिम के नगरों को महामार्गों से जोड़ा गया है वियतनाम सीमा के पास स्थित सुसो नगर महामार्ग द्वारा बीजिंग से जुड़ा है। हाल ही में लहासा और येंगडू को जोड़ने के लिए एक महामार्ग बनाया गया है।
- भारत में प्रमुख नगरों को जोड़ने वाले अनेक महामार्ग हैं। राष्ट्रीय महामार्ग सं. 7 भारत का सबसे लंबा महामार्ग है जो वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ता है। चार महानगरों, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुष्कोण नामक महामार्ग बनाए जा रहे हैं।
- अफ्रीका में स्थलाकृति में विविधता के कारण सड़क परिवहन महत्त्वपूर्ण माध्यम है। अफ्रीका में एक महामार्ग अल्जीयर्स को एटलस पर्वत और सहारा मरुस्थल के पार गिनी में स्थित कोनाक्री से जोड़ता है। इसी प्रकार केरों और केपटाउन को भी जोड़ा गया है।
विकसित व विकासशील देशों की सड़कों की गुणवत्ता में निर्माण व रख-रखाव की दृष्टि से बुहत अंतर पाया जाता है। परिवहन के रूप में रेलमार्गों का महत्त्व व उनके वितरण प्रारूप सड़कों की तुलना में रेलमार्ग भारी मात्रा में सामान को अधिक दूरी तक ले जाने के लिए एक ही समय में बहुत सारे यात्रियों के आवागमन के लिए परिवहन का अपेक्षाकृत सस्ता व अधिक सुविधाजनक माध्यम है। रेलों का विकास सड़कों के विकास के काफी बाद हुआ। पहला स्टीम इंजन सन् 1825 में इंग्लैंड में स्टांकटन व डार्लिंगटन के मध्य चली थी।
परिवहन के रूप में रेलमार्गों का महत्त्व –
- रेल स्थल पर तीव्र गति से चलने वाला परिवहन का साधन है।
- रेलमार्गों द्वारा मोटरों एवं ट्रकों की अपेक्षा अधिक माल एवं यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जाता है।
- रेलमार्गों द्वारा अधिक भार वाले माल को ढोना आसान होता है।
- रेलमार्ग लंबी दूरी के लिए उत्तम परिवहन साधन है।
- यात्री रेलगाड़ियों में यात्रियों को सभी सुख-सुवधिाएं उपलब्ध होती हैं।
- सड़क परिवहन की अपेक्षा रेल परिवहन से समय व धन की बचत होती है।
- शीघ्र खराब होने वाली वस्तुओं को उनके गन्तव्य स्थान पर शीघ्रता से पहुंचाया जा सकता है।
- औद्योगिक विकास के साथ-साथ रेलें किसी भी देश की राजनैतिक स्थिरता बनाए रखने में बहुत सहयोग देती हैं।
रेलमार्गों का विश्व वितरण प्रारूप:
स्थलीय परिवहन में रेलवे महत्त्वपूर्ण साधन है विश्व के अधिकांश रेलमार्ग, उन्नत देशों द्वारा बनाए गए हैं। विभिन्न महाद्वीपों और देशों में निर्मित रेलमार्गों के वितरण में बड़ी भिन्नता है। विश्व में सर्वाधिक सघन रेलमार्गों का जाल यूरोप तथा पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया जाता है। विश्व में रेलमार्गों की सर्वाधिक लंबाई संयुक्त राज्य अमेरिका में है।
यहां विश्व के संपूर्ण रेलमार्ग का 25 प्रतिशत मिलता है। यूरोप, पूर्व सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका में समस्त संसार के 65 प्रतिशत रेलमार्ग हैं। भारत, चीन, जापान आदि एशिया में 12 प्रतिशत, लैटिन अमेरिका में 12 प्रतिशत, अफ्रीका महाद्वीप में 5 प्रतिशत और आस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड में 3 प्रतिशत रेलमार्ग हैं।
दक्षिणी गोलार्द्ध के तीन महाद्वीपों अफ्रीका, आस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अमेरिका में रेलमार्गों का विकास वहां की प्राकृतिक सम्पदा का दोहन करने के लिए किया गया है। अफ्रीका में फ्रांसीसियों ने जिबूती से आदिस अबाबा तक तथा इटलियनों ने मसावा के अगोरदत तक रेलमार्ग बनाये गये थे। दक्षिणी अमेरिका में अर्जेन्टाइना के पम्पास तथा ब्राजील के कहवा के फेजिण्टा क्षेत्रों में घने रेल जाल हैं। आस्ट्रेलिया के मुख्य रेलमार्ग दक्षिणी तथा पूर्वी तट के साथ हैं।
अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग –
1. ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग:
वर्तमान में विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग है, जिसकी कुल लंबाई 9332 किमी. है। यह रेलमार्ग पश्चिम में स्थित सेंट पीटर्सबर्ग को पूर्व में ब्लाडी वोस्टक से जोड़ती है।
2. कनाडा:
प्रशांत रेलमार्ग-यह रेलमार्ग कनाडा के अटलांटिक तट पर स्थित हैलिफैक्स को प्रशांत महासागर के तट पर स्थित बैंकवूर से मिलता है। इसकी लंबाई 7050 किमी. है यह रेलमार्ग कनाडा की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है।
3. आस्ट्रेलियाई अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग:
यह आस्ट्रेलिया का सबसे लंबा रेलमार्ग है जो पूर्व में स्थित सिडनी को पश्चिमी में स्थित पर्थ से मिलाती है। इसके प्रमुख स्टेशन ब्रोकेन हिल पीटरखेरो, पार्टपिरी, पोर्ट आगस्टा, किगून्या कालगुर्ली तथा कूलगार्डी है।
4. केप काहिरा रेलमार्ग:
इस प्रस्तावित रेलमार्ग की कुल लंबाई 14000 किमी. होगी। अभी इस मार्ग के कुछ टुकड़े ही बनाये गये हैं। यह रेलमार्ग मिश्र की राजधानी काहिरा को दक्षिणी अफ्रीका की राजधानी केपटाउन से मिलायेगा।
5. एशिया पारीय रेलमार्ग-यह प्रस्तावित रेलमार्ग है जो टर्की के कास्टेनटिनपोल नगर से थाईलैंड के बैंकाक तक बनाया जायेगा।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
निम्न में से स्थलीय परिवहन का भाग कौन सा है?
(A) सड़कें और रेलमार्ग
(B) जलमार्ग
(C) वायुमार्ग
(D) पाईपलाइनें
उत्तर:
(A) सड़कें और रेलमार्ग
प्रश्न 2.
निम्न में से परिवहन की विधाएं कौन-सी हैं?
(A) स्थल
(B) जल
(C) वायु
(D) सभी
उत्तर:
(D) सभी
प्रश्न 3.
संभवतः प्रथम सार्वजनिक रेलमार्ग कब प्रारंभ हुआ था।
(A) 1925
(B) 2005
(C) 1825
(D) 1725
उत्तर:
(C) 1825
प्रश्न 4.
खनिज तेल, जल, दूध अवमल आदि का परिवहन, परिवहन की किस विधा द्वारा किया जाता है?
(A) स्थल
(B) जल
(C) पाइपलाइन
(D) वायु
उत्तर:
(C) पाइपलाइन
प्रश्न 5.
विश्व की कुल मोटर वाहन चलाने योग्य सड़कों की लंबाई कितनी है?
(A) 150 लाख किलोमीटर
(B) 200 लाख किलोमीटर
(C) 50 लाख किलोमीटर
(D) 350 लाख किलोमीटर
उत्तर:
(A) 150 लाख किलोमीटर
प्रश्न 6.
दक्षिणी अमेरिका, मध्य अमेरिका, संयुक्त राज्य अमेरिका तथा कनाडा किस महामार्ग के निर्माण पूरा होने पर आपस में जुड़ जाएंगे?
(A) पान-अमेरिकन महामार्ग
(B) साईबेरियन महामार्ग
(C) एशियन-यूरोपीय महामार्ग
(D) ट्रांस-कनाडियन महामार्ग
उत्तर:
(A) पान-अमेरिकन महामार्ग
प्रश्न 7.
दैनिक आवागमन की रेलें निम्न में से किस देश में अधिक लोकप्रिय हैं?
(A) ब्रिटेन
(B) भारत
(C) जापान
(D) अमेरिका
(E) सभी
उत्तर:
(E) सभी
प्रश्न 8.
चीन में महामार्ग क्रिस-कॉस करते हुए किन प्रमुख नगरों को परस्पर जोड़ते हैं?
(A) शांसो (वियतनाम सीमा के पास)
(B) शंघाई (मध्य चीन)
(C) ग्वांगजाओ (दक्षिण)
(D) बींजिग उत्तर को
(E) सभी को
उत्तर:
(E) सभी को
प्रश्न 9.
भारत में वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला राष्ट्रीय महामार्ग संख्या कौन-सी है?
(A) महामार्ग संख्या 7
(B) महामार्ग संख्या 8
(C) महामार्ग संख्या 9
(D) महामार्ग संख्या 10
उत्तर:
(A) महामार्ग संख्या 7
प्रश्न 10.
निर्माणाधीन स्वर्णिम चतुर्भुज दुतमार्गों के द्वारा किन प्रमुख नगरों को जोड़ने की योजना हैं?
(A) नई दिल्ली
(B) हैदराबाद
(C) मुंबई
(D) कोलकाता
(E) सभी
उत्तर:
(E) सभी
प्रश्न 11.
अफ्रीका में एक महामार्ग उत्तर में किसको जोड़ता है?
(A) अल्जियर्स को गुयाना के कोनाक्री
(B) केरो को केपटाउन से
(C) इथोपिया को कांगो से
(D) सभी
उत्तर:
(A) अल्जियर्स को गुयाना के कोनाक्री
प्रश्न 12.
यूरोप में रेलमार्ग की लंबाई लगभग कितने किलोमीटर है?
(A) 4 लाख 40 हजार
(B) 4 लाख
(C) 2 लाख
(D) 3 लाख
उत्तर:
(A) 4 लाख 40 हजार
प्रश्न 13.
अफ्रीका में रेलमार्गों की लंबाई कितनी है?
(A) 40 हजार
(B) 60 हजार
(C) 20 हजार
(D) 10 हजार
उत्तर:
(A) 40 हजार
प्रश्न 14.
महाद्वीप का प्रमुख रेलमार्ग कौन-सा है?
(A) वेंगुएला रेलमार्ग
(B) तंजानिया रेलमार्ग
(C) केपटाउन से प्रेटोरिया
(D) सभी
उत्तर:
(D) सभी
प्रश्न 15.
एशिया का सबसे महत्त्वपूर्ण और विश्व का सर्वाधिक लंबा रेलमार्ग कौन-सा है?
(A) पार-साइबेरियन
(B) पार-कैनेडियन
(C) संघ और प्रशांत रेलमार्ग
(D) सभी
उत्तर:
(A) पार-साइबेरियन
प्रश्न 16.
कौन सी लाइन पेरिस से स्ट्रेस्वर्ग, म्यूनिख, विएना, बुडापेस्ट और बेलग्रेड होती हुई इंस्ताबूत तक जाती है?
(A) ओरिएंट एक्सप्रेस
(B) यूरोपिय एक्सप्रेस
(C) इंस्ताबूल एक्सप्रेस
(D) विएना एक्सप्रेस
उत्तर:
(A) ओरिएंट एक्सप्रेस
प्रश्न 17.
कौन-सा व्यापारिक जलमार्ग पश्चिम यूरोप को पश्चिम अफ्रीका, दक्षिण-पूर्वी एशिया, आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड को आपस में जोड़ता है?
(A) भूमध्य सागर हिंद महासागरीय मार्ग
(B) उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग
(C) दक्षिणी प्रशांत समुद्री मार्ग
(D) उत्तमाशा अंतरीय समुद्री मार्ग
उत्तर:
(A) भूमध्य सागर हिंद महासागरीय मार्ग
प्रश्न 18.
किस नगर के द्वारा समुद्री मार्ग से न्यूयार्क से सैनफ्रांसिस्को के बीच की दूरी लगभग 13,000 किमी. कम हो गई?
(A) इंदिरा गांधी नहर
(B) पनामा नहर
(C) नील नदी
(D) स्वेज नहर
उत्तर:
(B) पनामा नहर
प्रश्न 19.
संयुक्त राज्य अमेरिका के आंतरिक भागों को दक्षिण में मैक्सिको की खाड़ी के साथ कौन-सा जलमार्ग जोड़ता है?
(A) मिसीसिपी जलमार्ग
(B) वोल्गा जलमार्ग
(C) डेन्यूब जलमार्ग
(D) सेंट लारेंस जलमार्ग
उत्तर:
(A) मिसीसिपी जलमार्ग
प्रश्न 20.
किस देश में फार्मों से फैक्ट्रियों तक दूध को पाइपलाइनों द्वारा भेजा जाता है?
(A) आस्ट्रेलिया
(B) भारत
(C) न्यूजीलैंड
(D) स. रा. अमेरिका
उत्तर:
(C) न्यूजीलैंड
प्रश्न 21.
बिग इंच तेल पाइपलाईन किस देश में है?
(A) सं. रा. अमेरिका
(B) इराक
(C) इरान
(D) भारत
उत्तर:
(A) सं. रा. अमेरिका
प्रश्न 22.
वायुमार्ग के नोडीय बिंदु कौन से हैं?
(A) न्यूयार्क
(B) लंदन
(C) पेरिस
(D) एमस्टर्डम
(E) शिकागो
(F) सभी
उत्तर:
(F) सभी
प्रश्न 23.
आज इंटरनेट पृथ्वी पर कितने देशों देशों को कितने लोगों के साथ जोड़ता है?
(A) 100 देशों के 1000 करोड़ लोगों को
(B) 200 देशों के 2000 करोड़ लोगों को
(C) 50 देशों के 50 लाख लोगों को
(D) 200 देशों के 2 करोड़ लोोगें को
उत्तर:
(A) 100 देशों के 1000 करोड़ लोगों को