Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 16 स्वार्थी दानव Text Book Questions and Answers and Summary.
BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 16 स्वार्थी दानव
Bihar Board Class 6 Hindi स्वार्थी दानव Text Book Questions and Answers
प्रश्न-अभ्यास
पाठ से –
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प के सामने (✓) का निशान लगाइए।
(क) दानव के बाग में सतालू के कितने पेड़ थे?
(i) आठ
(ii) दस
(iii) बारह
(iv) चौदह
उत्तर:
(iii) बारह
(ख) दानव अपने मित्र के पास कितने वर्षों तक रूका था ?
(i) छ:
(ii) सात
(iii) आठ
(iv) नौ
उत्तर:
(ii) सात
(ग) इस कहानी के लेखक कौन हैं ?
(i) ऑस्कर वाइल्ड
(ii) प्रो. रामजी राय
(iii) कॉनिस
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(i) ऑस्कर वाइल्ड
प्रश्न 2.
स्वार्थी दानव ने बाग के चारों ओर ऊंची दीवार क्यों खड़ी कर दी?
उत्तर:
दानव स्वार्थी था । वह बगीचा को अपना समझता था और बच्चों को खेलना वह पसंद नहीं करता था।
प्रश्न 3.
बाग के चारों ओर ऊँची दीवार खड़ी करने का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर:
बाग के चारों ओर दीवार खड़ी करने का परिणाम यह हुआ कि बाग में बच्चों का आना बंद हो गया। फिर से जाड़ा आ गया। चिड़ियों का मधुर संगीत बंद हो गया। फूल का खिलना बंद हो गया। बसंत वापस चला गया।
प्रश्न 4.
स्वार्थी दानव ने बाग में कौन-सा अद्भुत दृश्य देखा?
उत्तर:
स्वार्थी दानव ने बाग के कोने में एक अद्भुत दृश्य देखा-एक पेड़ सुन्दर उजली कलियों से लदा हुआ था। उसकी डालियां सुनहली थी और उसमें चाँदी की तरह उजले उजले फल लटक रहे थे। उसके नीचे वही छोटा बच्चा खड़ा था जिससे वह बहुत प्यार करता था और जिसे देखने के लिए वह तरसता रहता था।
प्रश्न 5.
छोटा लड़का घायल कैसे हो गया था।
उत्तर:
उसके दोनों हथेली और पेड़ों में दो काँटी गड़ गये थे। दानव के पूछने पर उसने कहा-ये तुम्हारे प्रेम के घाव हैं।
पाठ से आगे –
प्रश्न 1.
(क) ‘लेकिन बच्चे सबसे सुन्दर फूल हैं।’ स्वार्थी दानव ने ऐसा क्यों सोचा?
उत्तर:
बच्चे के कारण ही फूल खिलते हैं ऐसा अनुभव स्वार्थी दानव को हुआ था। क्योंकि बच्चे जब बाग में आना बंद कर दिये तो आया बसंत’ वापस चला गया था। अतः उसने सोचा-बच्चे सबसे सुन्दर फूल हैं।
(ख) “ये प्रेम के घाव हैं।” छोटे लड़के के कहने का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
दानव के हृदय में उस छोटे लडके प्रति अत्यधिक प्रेम था। वह उसके दर्शन के लिए तरसता रहता था। हम तुम्हारे प्रेम से घायल हो गये हैं । यही छोटे लड़के के कहने का अभिप्राय था।
प्रश्न 2.
स्वार्थी दानव को कब महसूस हुआ कि बहुत बड़ी गलती की है?
उत्तर:
जब उसने स्वार्थवश अपने बगीचे के चारों ओर दीवार खड़ी कर दी। जब बच्चे बगीचे में आना बंद कर दिये । बसंत वापस चला गया। फिर से जाड़े पड़ने लगे। ओला गिरना प्रारम्भ हो गया। चिड़ियों का मधुर संगीत बंद हो गया तब स्वार्थी दानव को अनुभव हुआ कि उसने बहुत बड़ी गलती की है।
प्रश्न 3.
‘अनाधिकार प्रवेश करनेवालों को सजा मिलेगी।’ ऐसा – वाक्य और कहाँ-कहाँ लिखा जाता है ?
उत्तर:
“अनाधिकार प्रवेश निषेध” ऐसा वाक्य तो बहुत जगह दिखाई पड़ते हैं लेकिन “अनाधिकार प्रवेश करने वालों को सजा मिलेगी।” ऐसा वाक्य कहीं भी दिखाई नहीं पड़ता है।
प्रश्न 4.
भारतवर्ष में कौन-कौन-सी ऋतुएँ हैं ? आपको सबसे अच्छी ऋतु कौन-सी लगती है। तर्क सहित उत्तर दीजिए।
उत्तर:
भारतवर्ष में बसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शिशिर, शरद और हेमन्त नामक छः ऋतुएँ होती हैं जिसमें हमको वसंत ऋतु सबसे अच्छी लगती है क्योंकि इस ऋतु में पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। फूल खिलते हैं। हवा सुगन्धयुक्त बहती है। बगीचे में कोयल की मीठी गान सुनाई पड़ने लगता है।
प्रश्न 5.
शीत ऋतु एवं वसंत ऋतु में प्रकृति के दृश्यों का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर:
शीत ऋतु में प्रकृति के सारे पेड़-पौधे बर्फ से ढंक जाते हैं। कैंपाने वाली हवा बहती है। पेड-पौधे पत्ते विहीन दिखते हैं।
बसंत ऋतु में बाग-बगीचे में पेड़-पौधे में नये-नये पत्ते लग जाते हैं। फूल खिलने लगते हैं। सुगन्ध युक्त हवा बहती है। चिड़ियों का मधुर गीत सुनाई पड़ने लगती है।
व्याकरण
प्रश्न 1.
‘अन्’ उपसर्ग लगाकर पाँच शब्द बनाइए।
उत्तर:
अनावश्यक, अनाधिकार, अनुपस्थित, अनाध्याय, अनीश।
प्रश्न 2.
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द बताइए
प्रश्नोत्तर –
(क) दोपहर से पहल का समय।
उत्तर:
पूर्वाह्न ।
(ख) दोपहर के बाद का समय।
उत्तर:
अपराह्न ।
(ग) अपना मतलब निकालने वाला।
उत्तर:
स्वार्थी।
(घ) दूसरों पर दया करने वाला।
उत्तर:
दयालु।
(ङ) दूसरों पर उपकार करने वाला।
उत्तर
परोपकारी ।
प्रश्न 3.
इस पाठ में आए पाँच विशेषण शब्दों को चुनकर लिखिए।
उत्तर:
स्वार्थी, हरी, सुन्दर, कोमल, ऊँची।
प्रश्न 4.
पढ़िए, समझिए और वाक्य रचना बदलिए
प्रश्नोत्तर-
(क) मैं बच्चों को पेड़ पर चढ़ने देनेवाला नहीं हूँ।
उत्तर:
मैं बच्चों को पेड़ पर चढ़ने नहीं दूंगा।
(ख) फूल खिलने वाले हैं।
उत्तर:
फूल खिलेंगे।
(ग) छोटी चिड़िया गाने वाली है।
उत्तर:
छोटी चिड़िया गायेगी।
(घ) दानव उसे तलवार से दो टूक करने वाला है।
उत्तर:
दानव उसे तलवार से दो टूक कर देगा।
(ङ) अपराह्न में स्कूल बंद होने वाला है।
उत्तर:
अपराह्न में स्कूल बंद हो जायेगा।
कुछ करने को –
प्रश्न 1.
क्या स्वार्थी लोगों को इस प्रकार की सजा देना उचित है? अपने साथियों से चर्चा कीजिए और लिखिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
स्वार्थी दानव Summary in Hindi
पाठ का सार-संक्षेप
एक बगीचा एक दानव का था। वह बडा स्वार्थी था। वह कुछ दिनों के लिए अपने मित्र से मिलने गया था। इसी बीच कुछ बच्चे बगीचा में खेलने लग गयं । जब दानव आया तो अपने बगीचे में बच्चों के खेलते देख स्वार्थवश बाल उठा-मैं किसी को बगीचे में खेलने नहीं दंगा। उसने चारों ओर ऊँची दीवार खड़ी कर दी और सूचना-पट्ट टाँग दिया जिसमें लिखा था’अनाधिकार प्रवेश करने वाले को सजा मिलेगी।’
अब बच्चे बगीच में जाना बंद कर दिये । दीवार के बाहर ही चारों ओर घूम-घूमकर बगीचे की चर्चा किया करते थे।
बसंत आ गया, सब जगह फूल खिल गये, लेकिन दानव के बगीचे में अभी भी जाड़ा ही था। पेड़-पौधे बर्फ से ढंके दिख रहे थे। चिड़िया भी नहीं दिखती क्योंकि वसंत वहाँ आया ही नहीं था। ओले पड़ते थे। दानव चिन्तित हो उठा। बसंत आने में देर क्या? एक दिन दानव ने एक छोटी चिड़िया की मधुर गीत सुन खुश हो उठा कि अब बसंत आ गया। वह बिस्तर से उठकर बाहर घूमने लगा । ओले पड़ने बंद थे। फूल खिलने लगे थे। वह अपने बगीचे में घूमते हुए देखा कि कुछ बच्चे पेड़ पर और एक छोटा बच्चा पेड़ पर चढ़ने का प्रयास करता लेकिन चढ़ नहीं पाने के कारण रो रहा था। पेड़ पर अभी भी बर्फ जमी थी।
पेड़ अपनी डाली झुकाकर बच्चों को चढ़ने के लिए कहा लेकिन बच्चे चढ़ नहीं पा रहे थे। इस दृश्य को देखकर दानव द्रवित हो गया। उसने बच्चा को गोद में उठाकर पेड़ पर चढ़ा दिया । दानव को देख बच्चे भाग गये। एका एक ओले पड़ने लगे, जाड़ा आ गया । यह सब देख स्वार्थी दानव का हृदय बदल गया। उसी समय उसने दीवार तोड़ दी। बच्चे बगीचे में आ गये। बसंत फिर आ गया। अब बच्चे समझ गये दानव कठोर नहीं है। बच्चे दानव के साथ खेलते भी थे। लेकिन वह छोटा बच्चा आना बंद कर दिया । दानव बच्चों से खूब प्यार करता लेकिन उस छोटे बच्चे के लिए तरसता रहता था। वह बूढ़ा हो गया तब बच्चों के साथ खेलना बंद कर दिया, __ केवल आराम कुसों पर बैठकर बाग और बच्चों की प्रशंसा करता रहता था। उसे फूल से भी सुन्दर फूल के रूप में बच्चे लगते थे।
एक दिन उसने देखा, बगीचे के एक कोने में पेड सन्दर कलियों से ढंक गये हैं। वहीं पर एक छोटा बच्चा खड़ा है। वह पहचान गया वही बच्चा था जिसको उसने प्यार से कभी पेड़ पर चढ़ाया था। वह निकट आया। वह घायल था। उसकी हथेली में काँटी चुभने का निशान था। उसने बच्चा से पूछा, तुम्हें किसने घायल किया है। मैं उसे अपनी तलवार से काट दूंगा । बच्चा ने कहा, ये प्यार के घाव हैं। दानव ने पूछा, तुम कौन हो उसे भय होने लगा। उसने बालक के सामने सिर टेक दिया। बच्चा ने कहा—तुमने हमें बगीचे में घुमने दिया है। अतः अब तुम मेरे बगीचा में घुमोगे। वह बगीचा स्वर्ग में है। वह दानव उसी समय मर गया। जब बच्चे वहाँ आये तो देखा कि दानव – मरा पड़ा है उसके शरीर फूल कलियों से ढंके हैं।