Bihar Board Class 9 Hindi Book Solutions Varnika Bhag 1 Chapter 7 बिहार का सिनेमा संसार Text Book Questions and Answers, Summary, Notes.
BSEB Bihar Board Class 9 Hindi Solutions Varnika Chapter 7 बिहार का सिनेमा संसार
Bihar Board Class 9 Hindi बिहार का सिनेमा संसार Text Book Questions and Answers
प्रश्न 1.
बिहार में सबसे पहली फिल्म किसने बनाई थी और उस फिल्म का नाम क्या था?
उत्तर-
बिहार में सबसे पहली फिल्म ‘छउमेला’ और ‘पुनर्जन्म’ थी और इसके निर्माता महाराजा जगनाथ प्रसाद सिंह ‘किंकर’ थे।
प्रश्न 2.
बिहार की सबसे पहली डाक्यूमेंट्री फिल्म कौन थी ?
उत्तर-
महाराज जगन्नाथ सिंह ने देव और छठ मेले पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई थी।
प्रश्न 3.
फिल्म-निर्देशक प्रकाश झा का संक्षिप्त परिचय दें।
उत्तर-
प्रकाश झा हिन्दी फिल्म जगत के दो-चार वैसे निर्देशकों में हैं जिन्होंने हिन्दी फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय सोद्देश्यता से जोड़ा है। प्रकाश झा के निर्देशन का प्रारंभ ‘हिप हिप हुरे’ से हुआ था जिसमें उनके व्यावसायिकता मुक्त रुझान का पता चला था। उसके बाद उन्होंने दामुल, मृत्युदंड, परिणति, बंदिश, राहुल, गंगाजल और अपहरण के द्वारा फिल्म-निर्देशन तथा अपनी परिष्कृत अभिरुचि के अनेक नूतन आयामों से हिन्दी सिनेमा संसार को परिचित कराया है।
प्रश्न 4.
सिनेमा जगत में भोजपुरी फिल्मों के योगदान का संक्षिप्त परिचय कीजिए।
उत्तर-
जगन्नाथ सिंह के बाद भोजपुरी सिनेमा का दौर शुरू हुआ। भोजपुरी फिल्मों के दौर में ‘गंगा मइया तोहे पियरी चढुइबो’ निर्माता विश्वनाथ शाहाबादी और ‘लागी नाहीं छूटे राम’ जैसी फिल्में बनती हैं। गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो और लागी नाहीं छूटे राम के गीत-संगीत वाली लोकप्रियता आज तक किसी अन्य । भोजपुरी फिल्म को प्राप्त न हो सका।
भोजपुरी फिल्म निर्माण के एक दूसरे दौर में अशोक चन्द्र जैन और मुक्ति नारायण पाठक ने अनेक भोजपुरी फिल्में दी थीं। उस दौर में ‘गंगा किनारे मोरा गाँव’, ‘दूल्हा गंगा पार के’, ‘दंगल’, ‘सुहाग, बिंदिया’, ‘गंगा आबाद रखिह सजनवा के’, ‘बिहारी बाबू’ आदि फिल्में बनी थीं।
प्रश्न 5.
अभिनय के क्षेत्र में सिनेमा को बिहार का योगदान पर एक संक्षिप्त टिप्पणी दें।
उत्तर-अभिनय के क्षेत्र में कुणाल सुपर स्टार बनकर उभरे थे। वर्तमान दौर में मनोज तिवारी और रवि किशन ने अभूतपूर्व अभिनय क्षमता प्रदर्शित की है और भरपूर प्रसिद्धि भी पाई है।
प्रश्न 6.
शत्रुघ्न सिन्हा और मनोज वाजपेयी में आप क्या अंतर पाते हैं?
उत्तर-
शत्रुघ्न सिंहा विलेन के रोल में प्रतिष्ठा पा चुके हैं। मनोज वाजपेयी के अभिनय में जीवंतता दिखाई देती है। यही दोनों कलाकारों में अन्तर है फिर भी ये बिहार के गौरव हैं।
प्रश्न 7.
हिन्दी सिने संसार में शत्रुघ्न सिन्हा के महत्व पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
उत्तर-
बिहार के शत्रुघ्न सिन्हा ने रािने संसार के विविध क्षेत्रों में समृद्धि तथा स्तरीयता दी है। शत्रुघ्न सिन्हा पटना के कदमकुआँ क्षेत्र के निवासी हैं। इन्होंने सिने संसार को जो अभिनय से ख्याति दी है वह अवर्णनीय है।
प्रश्न 8.
‘अध्ययन में सिनेमा का महत्व’ इस विषय पर एक निबंध लिखें।
उत्तर-
अध्ययन के क्षेत्र में सिनेमा का अत्यधिक महत्व है। इससे बेरोजगारी की समस्या हल हो सकती है। बालोपयोगी चीजें भी दिखाये जाते हैं जिससे बच्चों का भविष्य सँवर सकता है। साहित्य के क्षेत्र में, गीतकार, पटकथा और संवाद लेखन की अपार संभावनाएँ विकसित होती हैं। सिनेमा में साहित्य की खोज करके अध्ययन के क्षेत्र को विकसित किया जाता हैं। सिनेमा यों तो मनोरंजन के साधनों में से एक है लेकिन अगर इसका साहित्यिक अध्ययन किया जाय तो नये समाज का निर्माण हो सकता है और समाज की सभी दुर्भावनाएँ समाप्त हो सकती हैं।
अध्ययन की दृष्टि से सिनेमा में बहुत सारे तथ्य छिपे हुए रहते हैं जिससे सामाजिक परिवर्तन, रूढ़िवादिता का अन्त, समाजसुधार की आवश्यकता, छुआछूत का अन्त, धार्मिक कुप्रवृत्तियों का अन्त, आपसी भाईचारा, वसुधैव कुटुम्बकम की भावना इत्यादि कार्य की जानकारी मिलती है और इसके निदान के उपाय भी मिलते हैं। अध्ययन की दृष्टि से सिनेमा का अध्ययन बहुत ही उपयोगी है।