Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

Bihar Board Class 12 History औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य Textbook Questions and Answers

उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में)

प्रश्न 1.
औपनिवेशिक शहरों में रिकॉर्ड्स संभाल कर क्यों रखे जाते थे?
उत्तर:
औपनिवेशिक शहरों में रिकॉर्ड्स संभालकर रखने के कारण –

  1. आंकड़े और जानकारियों के आधार पर शासन को सुचारु रूपसे चलाने के लिए।
  2. व्यापारिक गतिविधि यों का विस्तृत ब्यौरा व्यापार को कुशलता से प्रोन्नत करने के लिए।
  3. शहरों के विस्तार के साथ शहरी नागरिकों के रहन-सहन, आचार-विचार, शैक्षिक जागरूकता, राजनीतिक रूझान आदि का अध्ययन करने के लिए।
  4. किसी स्थान की भौगोलिक बनावट और भू-दृश्यों को भलीभाँति समझने के बाद उन स्थानों पर शहरीकरण, साम्राज्य विस्तार आदि करने के लिए।
  5. जनसंख्या के आकार में होने वाली सामाजिक बढ़ोत्तरी का अध्ययन करके तद्नुसार प्रशासनिक तौर-तरीकों, नियम-कानूनों आदि को बनाने तथा उनका कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 2.
औपनिवेशिक संदर्भ में शहरीकरण के रुझानों को समझने के लिए जगणना संबंधी आँकड़े किस हद तक उपयोगी होते हैं?
उत्तर:
औपनिवेशिक संदर्भ में शहरीकरण के रुझानों को समझने के लिए जगणना संबंधी आँकड़ों का उपयोग –

  1. यह भारत में शहरीकरण की प्रवृत्ति के अनुसार जन-सुविधाएँ, आवाम एवं अन्य व्यवस्था करने में सहायक थे।
  2. इनसे बीमारियों से होने वाली मृत्यु, उम्र, लिंग, जाति एवं व्यवसाय के विषय में जानकारी मिलती है।
  3. औपनिवेशिक काल के वर्गीकरण, विन्यास आदि का गहन अध्ययन करके उपयुक्त निष्कर्ष लेने के लिए भी जनसंख्या के आँकड़े सहायक बनते हैं।
  4. तत्कालीन जनगणना आयुक्तों की आकलन और परिकलन की कमियों को समझकर सही निष्कर्ष तक पहुँचने के लिए।
  5. जनगणना एक ऐसा साधन थी जिसके आधार पर आबादी के विषय में सामाजिक जानकारियों को सरल आँकड़ों में परिवर्तित किया जाता था। परन्तु इस जानकारी में कई भ्रम थे।
  6. इन आंकड़ों के आधार पर ही अंग्रेज छल साधित कानून बनाकर भारतीय जनता को अपने जाल में बुरी तरह फँसा लेते थे सैन्य व्यवस्था भी इसी आधार पर की जाती थी।
  7. जहाँ की आजादी तीव्रता से बढ़ती थी अंग्रेज यह अनुमान लगा लेते थे कि वे इलाके समृद्ध हैं अतः इसी आधार पर भू-राजस्व एवं अन्य करों का निर्धारण करते थे।

प्रश्न 3.
“व्हाइट” और “ब्लैक” टाउन शब्दों का क्या महत्त्व था?
उत्तर:
व्हाइट और ब्लैक टाउन शब्दों का महत्त्व –

  1. औपनिवेशिक शहरों में गोरों (Whites) अर्थात् अंग्रेजों और कालों (Blacks) अर्थात् भारतीयों की अलग-अलग बस्तियाँ होती थीं। उस समय के लेखन में भारतीयों की बस्तियों को “ब्लैक टाउन” और गोरों की बस्तियों को “व्हाइट टाउन” कहा जाता था।
  2. इन शब्दों का प्रयोग नस्ली भेद प्रकट करने के लिए किया जाता था। अंग्रेजों की राजनीतिक सत्ता की मजबूती के साथ ही यह नस्ली भेद भी बढ़ता गया।
  3. इन दोनों बस्तियों के मकानों में भी अंतर होता था। भारतीय एजेंटों और बिचौलियों ने बाजार के आस-पास ब्लैक टाउन में परम्परागत ढंग के दालान मकान बनवाये। सिविल लाइन्स में बँगले होते थे। सुरक्षा के लिए इनके आस-पास छावनियाँ भी बसाई जाती थी।
  4. व्हाइट्स टाउन साफ सुथरे होते थे जबकि ब्लैक टाउन गंदे होते थे। यहाँ बीमारी फैलने का डर होता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 4.
प्रमुख भारतीय व्यापारियों ने औपनिवेशिक शहरों में खुद को किस तरह स्थापित किया?
उत्तर:
औपनिवेशिक शहरों में भारतीय व्यापारियों की दशा:
विशेष रूप से बम्बई के व्यापारियों ने अपनी आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत कर ली थी। बम्बई में व्यापार की एक महत्त्वपूर्ण वस्तु अफीम थी। भारतीय व्यापारी और बिचौलियों ने इस व्यापार से बहुत लाभ कमाया। उन्होंने बम्बई की अर्थव्यवस्था को मालवा, राजस्थान और सिंध जैसे अफीम उत्पादक इलाकों के साथ जोड़ दिया। कालांतर में ये व्यापारी पूँजीपति बन गए। पूँजीपति वर्ग में पारसी, मारवाड़ी, कोंकणी, मुसलमान, गुजराती, बनिये, बोहरा, यहूदी आदि विभिन्न समुदायों के लोग थे।

अमेरिका के गृहयुद्ध के समय भारतीय व्यापारियों और बिचौलियों के लिए कपास का व्यापार मुनाफे का सौदा था। भारतीय व्यापारियों ने इसका खूब लाभ उठाया। 19 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध तक भारतीय व्यापारी कॉटन मिल जैसे नए उद्योगों में अपना पैसा लगाने लगे। निर्माण गतिविधियों में भी उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।

प्रश्न 5.
औपनिवेशिक मद्रास में शहरी और ग्रामीण तत्त्व किस हद तक घुलमिल गये थे?
उत्तर:
औपनिवेशिक मदास में शहरी और ग्रामीण तत्त्वों का घुल-मिल जाना:

  1. मद्रास शहर अनेक गाँवों को मिलाकर विकसित किया गया। यहाँ विविध समुदायों के लिए व्यवसाय एवं रोजगार के अवसर थे। अनेक प्रकार के कार्यवाही कई समुदाय मद्रास आकर यहीं बस गए।
  2. प्रारंभ में कंपनी के अधीन नौकरी पाने वालों में स्थानीय ग्रामीण वेल्लालार जाति थे। इन्होंने ब्रिटिश शासन के कारण मिले अवसरों का सर्वाधिक लाभ उठाया।
  3. तेलुगु कोमाटी समुदाय एक शक्तिशाली ताकतवर व्यावसायिक समूह था। इसका शहर के अनाज व्यवसाय पर नियंत्रण था।
  4. पेरियार और वन्नियार गरीब तबके का अधिसंख्यक कामगार वर्ग था । ये सभी लोग मद्रास शहर में ही रच-बस गए। उपर्युक्त तथ्य दर्शाते हैं कि मद्रास एक अर्ध ग्रामीण शहर बन गया था।

निम्नलिखित पर एक लघु निबन्ध लिखिए (लगभग 250 से 300 शब्दों में)

प्रश्न 6.
अठारहवीं शताब्दी में शहरी केन्द्रों का रूपान्तरण किस तरह हुआ?
उत्तर:
अठारहवीं शताब्दी में शहरी केन्द्रों का रूपान्तरण –

  1. मुगल साम्राज्य का पतन होने के साथ ही पुराने नगरों का अस्तित्व समाप्त हो गया और क्षेत्रीय शक्तियों का विकास होने के कारण नये नगर बनने लगे। इनमें लखनऊ, हैदराबाद, सेरिंगपट्म, पूना, नागपुर, बड़ौदा तथा तंजौर आदि उल्लेखनीय हैं।
  2. व्यापारी, प्रशासक, शिल्पकार तथा अन्य व्यवसायी पुराने नगरों से यहाँ आने लगे। यहाँ उनको काम तथा संरक्षण उपलब्ध था। चूँकि राज्यों के बीच युद्ध होते रहते थे इसलिए भाड़े के सैनिकों के लिए भी काम था।
  3. मुगल साम्राज्य के अधिकारियों ने कस्बे और गंज (छोटे स्थायी बाजार) की स्थापना की। इन शहरी केन्द्रों में यूरोपीय कम्पनियों ने भी धाक जमा ली। पुर्तगालियों ने पणजी में, डचों ने मछलीपट्टनम्, अंग्रेजों ने मद्रास तथा फ्रांसीसियों ने पांडिचेरी में अपने व्यापार केन्द्र खोल लिए।
  4. 18 वीं शताब्दी में स्थल आधारित साम्राज्यों का स्थान जलमार्ग आधारित यूरोपीय साम्राज्यों ने ले लिया। भारत में पूँजीवाद और वाणिज्यवाद को बढ़ावा मिलने लगा।
  5. मध्यकालीन शहरों-सूरत, मछलीपट्टनम् तथा ढाका का पतन हो गया।
  6. प्लासी युद्ध के पश्चात् अंग्रेजी व्यापार में वृद्धि हुई और मद्रास, कलकत्ता तथा बम्बई जैसे शहर आर्थिक राजधानियों के रूप में स्थापित हुए।
  7. ये शहर औपनिवेशिक प्रशासन और सत्ता के केन्द्र बन गये।
  8. इन शहरों को नये तरीके से बसाया गया और भवनों तथा संस्थानों का निर्माण किया गया। रोजगार के विकास के साथ ही यहाँ लोगों का आगमन भी तेज हो गया।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 7.
औपनिवेशिक शहर में सामने आने वाले नये तरह के सार्वजनिक स्थान कौन से थे? उनके उद्देश्य क्या थे?
उत्तर:
औपनिवेशिक शहर में सामने वाले नये तरह के सार्वजनिक स्थान और उनके उद्देश्य –

  1. 18 वीं शताब्दी तक मद्रास, कलकत्ता और बम्बई महत्त्वपूर्ण बन्दरगाह बन गये। यहाँ की बस्तियों में वस्तुओं के विशाल भंडार और कई कारखाने भी खुल गए थे।
  2. यूरोपीय कंपनियों की प्रतिस्पर्धा के कारण सुरक्षा के उद्देश्य से बस्तियों का दुर्गीकरण किया गया। भारतीयों की बस्तियाँ किलों से बाहर होती थीं। नस्ली भेदभाव के कारण गोरों के शहर को श्वेत शहर (White Town) और भारतीयों के शहर को ब्लैक शहर (Black Town) कहा जाने लगा।
  3. रेल परिवहन की सुविधा बढ़ने के साथ ही अन्य शहर भी बंदरगाह के शहरों से जुड़ गये। कलकत्ता के बाहरी शहरों में यूरोपियों ने अपनी जूट मिलें खोली ली।
  4. मद्रास की आबादी तृतीयक क्षेत्र या सेवा व्यवसाय (Tertiary Sector) में अधिक लगी हुई थी।
  5. भारत के दो औद्योगिक शहर-कानपुर और जमशेदपुर थे। कानपुर में चमड़े की वस्तुएँ, ऊनी और सूती कपड़े बनते थे जबकि जमशेदपुर में स्टील का उत्पादन होता था। अंग्रेजों के पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण भारत कभी भी एक आधुनिक औद्योगिक देश नहीं बन पाया।

प्रश्न 8.
उन्नीसवीं सदी में नगर नियोजन को प्रभावित करने वाली चिंताएँ कौन-सी थी?
उत्तर:
19 वीं सदी में नगर नियोजन को प्रभावित करने वाली चिंताएँ –

  1. शासक वर्ग के लिए नस्ली भेद-भाव पर आधारित क्लब, रेसकोर्स और रंगमंच बनाए गए थे।
  2. अमीर भारतीय एजेंटों और बिचौलियों के विस्तृत मकान ब्लैक टाउन में थे। वे अंग्रेज स्वामियों को खुश करने के लिए रंगीन पार्टियों करते थे और समाज में हैसियत दिखाने के लिए मंदिर बनवाते थे।
  3. मजदूर वर्ग के लोग शहर के विभिन्न इलाकों में कच्ची झोंपड़ियाँ बनाकर रहते थे। ये अपने यूरोपीय और भारतीय स्वामियों के लिए खाना पकाने, पालकी ढोने, गाड़ी ढोने, चौकीदारी, भारवाहक तथा निर्माण कार्यों और गोदी मजदूर के रूप में कार्य करते थे।
  4. 1857 के विद्रोह से अंग्रेज आशंकित रहने लगे। अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने ‘सिविल लाइन्स’ के नाम से नए शहरी इलाके विकसित किये। इसमें केवल अंग्रेज रहते थे और यहाँ की बस्तियों को छावनियों के रूप में विकसित किया गया।
  5. ब्लैक टाउन में स्वच्छता का अभाव था और शोरगुल होता था। प्रारंभ में अंग्रेजों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया परन्तु 1860-70 में प्लेग और हैजा फैलने के बाद अपने स्वास्थ्य की सलामती के लिए उन्होंने स्वच्छता कार्यों की ओर ध्यान देना आरम्भ किया था।
  6. किन स्थापत्य शैलियों के आधार पर इमारतें और भवन बनवाए जाएँ, यह भी एक चिंता का विषय था। पाश्चात्य स्थापत्य शैली, भारतीय स्थापत्य शैली, ग्रीक रोमन स्थापत्य शैली अथवा गॉथिक शैली विकल्प के रूप में थे।
  7. औपनिवेशिक शासन शहरों के रख-रखाव, सुधार और अन्य कार्यों को लागू करने के लिए पर्याप्त धन की जरूरत थी अत: एक लाटरी कमेटी का गठन किया गया।
  8. यातायात के साधनों की व्यवस्था भी एक समस्या थी।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 9.
नए शहरों में सामाजिक संबंध किस हद तक बदल गए?
उत्तर:
नए शहरों के सामाजिक संबंधों में बदलाव –

  • नये शहरों का सामाजिक जीवन अति सम्पन्नता और अति-निर्धनता का मिश्रित रूप था।
  • यहाँ की जिन्दगी अति व्यस्त थी। यहाँ यातायात के साधन घोड़ा गाड़ी, ट्राम या बस थे काम करने और आवास का स्थान अलग-अलग बनवाया गया था।
  • नए नगरों में टाउन हाल, पार्क, रंगशाला और सिनेमा हॉल जैसे सार्वजनिक स्थल थे।
  • यहाँ कई सामाजिक समूह थे और समान के विभिन्न वर्गों के लोग काम करने के लिए यहाँ आते थे।
  • मद्रास, बम्बई और कलकत्ता के नक्शे पुराने भारतीय शहरों से भिन्न थे। इनमें बनाए गए भवनों पर औपनिवेशिक उद्भव की स्पष्ट छाप थी।
  • अंग्रेजों और यूरोपियों के लिए हिल स्टेशन आदर्श स्थान बन गये थे। यहाँ की इमारतें यूरोपीय स्थापत्य शैली की होती थी। रेल परिवहन शुरू होने के साथ ही हिल स्टेशनों में अनेक प्रकार के लोग पहुँचने लगे थे। भारतीयों ने भी वहाँ रहना शुरू कर दिया।
  • जिन हिल स्टेशनों में चाय और कॉफी के बागान लगाए गए थे, वहाँ बड़ी संख्या में मजदूर आने लगे। इस तरह ये स्थान हिल स्टेशन यूरोपीय लोगों के लिए पर्यटन स्थल ही नहीं बल्कि व्यवसायिक आय का माध्यम भी बन गए थे।
  • मध्यवर्गीय वर्ग-क्लर्कों, शिक्षकों, वकीलों, डाक्टरों, इंजीनियरों और लेखाकार की मांग बढ़ने लगी। यहाँ शिक्षितों की संख्या अधिक थी।
  • समय के अनुसार तेजी से बदलाव आ रहे थे औरतें भी नौकरानी, फैक्ट्री मजदूर, शिक्षिका, रंगकर्मी और फिल्म कलाकारों के रूप में कई कार्य संपन्न कर रही थी।
  • मेहनत वश मजदूर शहरों के आकर्षण से प्रभावित होकर यहाँ रह रहे थे लेकिन उनकी आमदनी इतनी नहीं थी कि वे अपनी जीविका चला सकें।
  • नगरों में नस्ली-भेद-भाव चरम पर था। मद्रास में व्हाइट टाउन और ब्लैक टाउन में क्रमशः यूरोपीय और भारतीय अलग-अलग रहते थे। कम्पनी के लोगों को भारतीयों से विवाह करने की अनुमति नहीं थी।
  • यूरोपीय ईसाई होने के कारण डच और पुर्तगाल के नागरिकों को भी अंग्रेजों के साथ रहने की छूट थी। यूरोपियों के कम संख्या में थे अतः प्रशासकीय कार्य इन लोगों को भी सौंपे गए थे। मद्रास शहर का विकास मुट्ठी भर गोरों की आवश्यकता और सुविधाओ के अनुसार किया जा रहा था।

मानचित्र कार्य

प्रश्न 10.
भारत के नक्शे पर मुख्य नदियों और पर्वत श्रृंखलाओं को पारदर्शी कागज लगाकर रेखांकित करें। बम्बई, कलकत्ता और मद्रास सहित इस अध्याय में उल्लिखित दस शहरों को चिन्हित कीजिए और उनमें से किन्हीं दो शहरों के बारे में संक्षेप में लिखिए कि उन्नीसवीं सदी के दौरान उनका महत्त्व किस तरह बदल गया। उनमें से एक औपनिवेशिक शहर तथा दूसरा उससे पहले का शहर होना चाहिए।
उत्तर:
Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर नगर, योजना , स्थापत्य img 1

19 वीं शताब्दी का एक औपनिवेशिक शहर:

1. बम्बई:
बम्बई भारत के पश्चिमी तट पर स्थित एक विशाल बन्दरगाह है। यह शहर सात द्वीपों को मिलाकर बना है। प्रारंभ में यह पुर्तगाल के अधीन था। बंदरगाह होने के कारण यह औपनिवेशिक भारत की व्यापारिक राजधानी थी। 19 वीं शताब्दी तक भारत का आधा निर्यात और आयात इसी बंदरगाह से होता था। इस व्यापार की महत्वपूर्ण वस्तु अफीम थी। यहाँ कई पूँजीपति का विकास हुआ। 19 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में यह विश्व व्यापार से जुड़ गया। यहाँ पर बनवाई गई अनेक बड़ी इमारतें यूरोपीय शैली पर आधारित थीं।

19 वीं शताब्दी से पहले का एक प्राचीन शहर:

2. दिल्ली:
दिल्ली एक प्राचीन शहर है। यहाँ से महाभारत कालीन अवशेष प्राप्त हुए हैं। उस समय यह शहर इन्द्रप्रस्थ के रूप में जाना जाता था। 17 वीं शताब्दी में इसे शाहजहाँनाबाद कहा जाता था। इसको मुगल सम्राट शाहजहाँ ने बसाया था। यहाँ अनेक बड़ी इमारतें बनायी गईं जिनके अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। अंग्रेजों के शासन काल में नई दिल्ली की नींव रखी गई और 1911 ई. में इसे राजधानी के रूप में चुना गया। आज यह शहर भारत की राजधानी है। दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी के रूप में मान्यता प्राप्त है। यहाँ संसद सदस्य और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि के आवास और कार्यालय हैं। यहाँ सभी प्रदेशों और संघ राज्यों के निवासी और प्रतिनिधि रहते हैं।

परियोजना कार्य (कोई एक)

प्रश्न 11.
पता लगाइए कि आपके कस्बे या गाँव में स्थानीय प्रशासन कौन-सी सेवाएँ प्रदान करता है। क्या जलापूर्ति, आवास, यातायात और स्वास्थ्य एवं स्वच्छता आदि सेवायें भी उनके हिस्से में आती हैं? इन सेवाओं के लिए संसाधनों की व्यवस्था कैसे की जाती है? नीतियाँ कैसे बनाई जाती हैं? क्या शहरी मजदूरों या ग्रामीण इलाकों के खेतीहर मजदूरों के पास नीति निर्धारण में हस्तक्षेप का अधिकार होता है? क्या उनसे राय ली जाती है? अपने निष्कर्षों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 12.
अपने शहर या गाँव में पाँच तरह की इमारतों को चुनिए। प्रत्येक के बारे में पता लगाइये कि उन्हें कब बनाया गया, उनको बनाने का फैसला क्यों लिया गया। उनके लिए संसाधनों की व्यवस्था कैसे की गई, उनके निर्माण का जिम्मा किसने उठाया और उनको बनाने में कितना समय लगा। उन इमारतों के स्थापत्य या वास्तु शैली संबंधी आयामों का वर्णन करिए और औपनिवेशिक स्थापत्य से उनकी समानताओं या भिन्नताओं को चिन्हित कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य Additional Important Questions and Answers

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
18 वीं शताब्दी के नगरों में क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर:
यूरोप, रोम और इटली की स्थापत्य शैली के भवन बनने लगे। बम्बई, मद्रास और कलकत्ता जैसे विशाल ग्राम्य-शहर विकसित हुए तथा परंपरागत शहरों का महत्त्व लगातार घटने लगा।

प्रश्न 2.
मदास, बम्बई और कलकत्ता में अंग्रेज कब बसे और बम्बई उनके अधिकार में कैसे आया?
उत्तर:
1639 में मद्रास तथा 1690 में कलकत्ता में। पुर्तगाली शासक ने अंग्रेज राजकुमार के साथ अपनी पुत्री का विवाह कराते समय बम्बई को दहेज में दिया।\

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 3.
भारत में जनगणना कब शुरू हुई?
उत्तर:

  1. अखिल भारतीय जनगणना का प्रथम प्रयास 1872 में किया गया।
  2. 1881 से दशकीय (प्रत्येक 10 साल बाद) जनगणना की एक नियमित व्यवस्था बन गई।

प्रश्न 4.
कस्बा और गंज में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:

  1. ग्रामीण इलाके के एक छोटे नगर को कस्बा कहा जाता है। यह सामान्यतः स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति का केन्द्र होता है।
  2. एक छोटे स्थायी बाजार को गंज कहा जाता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 5.
यूरोपीय व्यापारिक कम्पनियों ने अपने आधार कहाँ-कहाँ स्थापित किए? उनके क्या प्रभाव पड़े?
उत्तर:

  1. पुर्तगालियों ने 1510 में पणजी में, डचों ने 1605 में मछलीपट्टनम् में, अंग्रेजों ने मद्रास में 1639 में तथा फ्रांसीसियों ने 1973 में पांडिचेरी में अपने आधार स्थापित किए।
  2. इन आधारों में व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ी और इनके आसपास नगर विकसित होने लगे।

प्रश्न 6.
व्हाइट और ब्लैक टाउन में क्या अंतर था?
उत्तर:

  1. ये दोनों शब्द नस्ली-भेदभाव के प्रतीक थे। अंग्रेजों द्वारा उत्पन्न किया गया था। अंग्रेजों ने पुराने कस्बों के आसपास के खेतों और चरागाहों को साफ करवा कर ‘सिविल लाइन्स’ के नाम से आवासीय क्षेत्र बनवाए। इन क्षेत्रों को व्हाइट टाउन कहा गया।
  2. सिविल लाइन के अलावा अन्य क्षेत्रों को ब्लैक टाउन कहा गया। यहाँ भारतीयों के आवास थे परन्तु यहाँ रहन-सहन का स्तर व्हाइट टाउन से निम्न था।

प्रश्न 7.
1853 में रेलवे का आगमन होने के बाद आर्थिक गतिविधि के केन्द्र परम्परागत शहरों से दूर क्यों जाने लगे?
उत्तर:
विदेशी व्यापार बढ़ाने के लिए।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 8.
जनगणना के दो दोष बताइए।
उत्तर:

  1. जनगणना से आबादी के विषय में सामाजिक जानकारियाँ प्राप्त की जाती हैं, परन्तु आबादी को कई वर्गों में बाँटने के कारण ऐसी जानकारियाँ एकदम सही नहीं पाई जाती।
  2. लोगों द्वारा जनगणना के कर्मचारी को सही जानकारी का न दिया जाना।

प्रश्न 9.
मद्रास के नये ब्लैक टाउन की विशेषताएँ बताइये।
उत्तर:

  1. मद्रास का नया ब्लैक टाउन परम्परागत भारतीय शहरों जैसा ही था। वहाँ मन्दिर और बाजार के आसपास आवासीय मकान बनाये गये थे।
  2. मकान गलियों के किनारे स्थित थे। अलग-अलग गलियों में अलग-अलग जाति के लोग रहते थे। जैसे चिन्ताद्रीपेठ इलाका केवल बुनकरों के लिए था। वासरमेनपेठ में रंगसाज और धोबी रहते थे। रोयापुरम में ईसाई मल्लाह रहते थे जो कम्पनी के लिए काम करते थे।

प्रश्न 10.
औपनिवेशिक काल में यातायात के विकास का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:

  1. औपनिवेशिक काल में घोड़ा गाड़ी, ट्राम और बसों के रूप में यातायात का विकास हुआ। अब नगर के लोग केन्द्र से दूर जाकर भी बस सकते थे।
  2. समय के साथ काम करने और रहने की जगह दोनों एक-दूसरे से अलग होती गई। घर से कार्यालय या फैक्ट्री जाना आसान हो गया।

प्रश्न 11.
राइटर्स बिल्डिंग के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:

  1. अंग्रेजों की ईस्ट इण्डिया कंपनी के मुख्य प्रशासकीय कार्यालय समुद्र तट से दूर बनाये गये। कलकत्ता में स्थित राइटर्स बिल्डिंग इसका उदाहरण था।
  2. यह अंग्रेजों का कार्यालय था। यहाँ राइटर्स का अर्थ क्लर्कों से था। यह ब्रिटिश शासन में नौकरशाही के बढ़ते कद का संकेत था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 12.
भारतीय नगरों में मजदूर वर्ग की क्या स्थिति थी?
उत्तर:

  1. भारतीय नगरों में मजदूर वर्ग के लोग अपने यूरोपीय और भारतीय स्वामियों के लिए खानसामा, पालकी वाहक, गाड़ीवान, चौकीदार, पोर्टर और निर्माण व गोदी मजदूर के रूप में विभिन्न सेवायें उपलब्ध कराते थे।
  2. वे शहर के विभिन्न इलाकों में कच्ची झोंपड़ियों में रहते थे।

प्रश्न 13.
छावनियों का क्या महत्त्व था?
उत्तर:

  1. छावनियाँ यूरोपीय लोगों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल था। इसके साथ भारतीय कस्बों की धनी और अव्यवस्थित बस्तियों के विपरीत व्यवस्थित शहरी जीवन का एक नमूना था।
  2. छावनियों को सुरक्षित स्थानों के रूप में विकसित किया गया। छावनियों में यूरोपीय कमान के अंतर्गत भारतीय सैनिक तैनात किये जाते थे। यहाँ चौड़ी सड़कें, बड़े बगीचे में बंगले, बैरक, परेड मैदान और चर्च आदि थे।

प्रश्न 14.
पहला हिल स्टेशन कब बना? हिल स्टेशन क्यों बनाये गये?
उत्तर:

  1. पहला हिल स्टेशन शिमला था जिसकी स्थापना गोरखा युद्ध (1815-16) के दौरान किया गया।
  2. हिल स्टेशन फौजियों को ठहरने, सरहद की चौकसी करने और दुश्मन के खिलाफ आक्रमण करने के लिए बनाये गये।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 15.
बम्बई भारत का सरताज शहर कैसे बना?
उत्तर:

  1. 1861 ई. में यह कपास का मुख्य निर्यातक केन्द्र बन गया। इंग्लैण्ड में अमेरिकी गृह युद्ध के कारण वहाँ से कपास नहीं आती थी। इसलिए दक्कन की सारी कपास बम्बई बंदरगाह से भेजी जाती थी।
  2. 1869 में स्वेज नहर खुल गया जिससे विश्व अर्थव्यवस्था के साथ बम्बई के संबंध मजबूत हो गये। इससे बम्बई सरकार और भारतीय व्यापारियों को खूब लाभ हुआ और वह भारत का सरताज शहर बन गया।

प्रश्न 16.
वैलेंज्ली ने कलकत्ता मिनट्स (1803) में किन बातों की ओर ध्यान आकृष्ट किया?
उत्तर:

  1. यह सरकार की बुनियादी जिम्मेदारी है कि वह इस विशाल शहर (कलकत्ता) में सड़कों, नालियों और जलमार्गों में सुधार की समग्र व्यवस्था बनाये।
  2. मकानों तथा सार्वजनिक भवनों के निर्माण व प्रसार के विषय में स्थायी नियम बनाकर और हर प्रकार की गड़बड़ियों को नियंत्रित करने के लिए स्थायी नियम बनाये जिससे स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुविधा मिल सके।

प्रश्न 17.
दुबाश लोग कौन थे?
उत्तर:

  1. ये लोग ब्लैक टाउन में रहते थे और स्थानीय भाषा और अंग्रेजी दोनों को बोलना जानते थे।
  2. वे एजेंट और व्यापारी के रूप में कार्य करते थे और भारतीय समाज और गाँवों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाते थे। वे सम्पत्ति एकत्र करने के लिए सरकार में अपनी पहुँच का इस्तेमाल करते थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 18.
कलकत्ता का निर्माण कैसे हुआ?
उत्तर:

  1. कलकत्ता को सुतानाती, कोलकाता और गोविन्दपुर नामक तीन गाँवों को मिलाकर बनाया।
  2. इन तीनों के सबसे दक्षिण में पड़ने वाले गोविन्दपुर गाँव की जमीन को साफ करने के लिए वहाँ के व्यापारियों और बुनकरों को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया।

प्रश्न 19.
मद्रास (चेन्नई) प्रेसीडेंसी कैसे बनाई गई थी?
उत्तर:

  1. 1801 में लार्ड डलहौजी ने कर्नाटक के पिठू नवाब पर एक नई संधि लाद दी और उसे विवश किया कि वह पेंशन लेकर अपना राज्य कंपनी को सौंप दे।
  2. इस प्रकार मैसूर से मालाबार समेत जो क्षेत्र छीने गये थे, उनमें कर्नाटक को मिलाकर मद्रास प्रेसीडेंसी बनाई गई थी जो 1947 तक जारी रही।

प्रश्न 20.
मध्यकालीन दक्षिण भारत के शहरों की विशेषतायें बताइए।
उत्तर:

  1. दक्षिण भारत, मदुराई और कोचीपुरम् जैसे नगरों का मुख्य केन्द्र मंदिर होता था।
  2. ये नगर महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र थे।
  3. धार्मिक संस्थानों का सर्वोच्य अधिकारी और मुख्य संरक्षक प्रायः शासक होता था।
  4. धार्मिक त्यौहारों को प्रायः मेलों के रूप में मनाया जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 21.
ग्रामीण इलाकों और कस्बों में क्या अंतर थे?
उत्तर:

  1. ग्रामीण अंचलों में लोग खेती, जंगलों से संग्रहण या पशुपालन द्वारा जीवन का निर्वाह करते थे। इसके विपरीत कस्बों में शिल्पकार, व्यापारी, प्रशासक तथा शासक आदि रहते थे।
  2. कस्बों और शहरों की किलेबंदी की जाती थी। यह किलेबंदी इन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से अलग करती थी।

प्रश्न 22.
चाल से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:

  1. बम्बई में जगह की कमी और भीड़भाड़ को ध्यान में रखकर एक विशेष प्रकार की इमारतें बनवाई गई जिनको चाल कहा गया।
  2. ये बहुमंजिला इमारतें थीं। इनमें एक-एक कमरे वाली आवासीय इकाईयाँ बनाई जाती थीं। इमारत के सभी कमरों के सामने एक खुला बरामदा या गलियारा और बीच में दालान था।
  3. इस प्रकार की इमारतों में बहुत थोड़ी जगह में कई परिवारों के अनेक सदस्य रहते थे। इनके बीच सहयोग और भाईचारा था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 23.
बम्बई में व्हाइट ब्लाक में इमारतों की विशेषतायें बताइये।
उत्तर:

  1. यहाँ की इमारतें यूरोपीय शैली पर आधारित थीं। इनमें शाही प्रदर्शन दिखाई देता था। एक अनजान देश में जाना-पहचाना सा भूदृश्य रचने और उपनिवेश में भी घर जैसा महसूस करने की अंग्रेजों की चाह इस शैली से प्रतिबिम्बित होती थी।
  2. अंग्रेजों को प्रतीत होता था कि यूरोपीय शैली उनकी श्रेष्ठता, अधिकार और सत्ता की प्रतीक होगी।
  3. वे सोचते थे कि यूरोपीय ढंग की दिखने वाली इमारतों से औपनिवेशिक स्वामियों और भारतीय प्रजा के बीच फर्क और फासला साफ दिखने लगेगा।

प्रश्न 24.
नव गॉथिक शैली तथा इंडो सारसिनिक शैलियों के दो-दो भवनों का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:

  1. नव गॉथिक शैली: यूनिवर्सिटी हाल, विक्टोरिया टर्मिनस।
  2. इंडो-सारसिनिक शैली: गेटवे आफ इंडिया, ताज महल होटल।

प्रश्न 25.
जनगणना में कौन सी कमियाँ थी?
उत्तर:

  1. जनगणना के आंकड़े किसी पूर्वाग्रह से प्रेरित हो सकते हैं।
  2. ये आंकड़े कई महत्त्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी नहीं देते हैं। जिन तथ्यों की ये जानकारी देते हैं, हो सकता है कि वे भी सही न हों।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 25.
19 वीं शताब्दी में बम्बई और कलकत्ता में उद्योगों की स्थापना के क्या कारण थे?
उत्तर:

  1. इन नगरों की जनसंख्या अधिक थी इसलिए यहाँ सस्ता श्रम उपलब्ध था।
  2. ये नगर रेलवे नेटवर्क द्वारा शेष भारत से जुड़े हुए थे। यहाँ देश के विभिन्न भागों से बड़ी मात्रा में निर्यात के लिए कच्चा माल आता था।

प्रश्न 26.
औपनिवेशिक काल में बम्बई, कलकत्ता तथा मद्रास में जनसंख्या वृद्धि के क्या कारण थे?
उत्तर:

  1. इन नगरों में रोजगार के अधिक अवसर थे।
  2. ये नगर प्रशासन और सत्ता के केन्द्र थे।
  3. इनमें नये भवनों तथा संस्थानों का विकास हुआ।

प्रश्न 27.
कलकत्ता की लॉटरी कमेटी (1817) क्या थी?
उत्तर:

  1. लॉटरी कमेटी लॉटरी बेचकर नगर नियोजन के लिए पैसा एकत्र करती थी।
  2. लार्ड वैलेज्ली के जाने के बाद कलकत्ता नगर के नियोजन का कार्य सरकार की सहायता से इसी कमेटी ने किया।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
18 वीं शताब्दी की व्यापार व्यवस्था में क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर:
18 वीं शताब्दी की व्यापार व्यवस्था में परिवर्तन –

  1. मुगल साम्राज्य के अधि कारियों ने कस्बे और गंज की स्थापना की। इन शहरी केंद्रों में यूरोपीय कंपनियों ने भी धाक जमा ली। इनमें पुर्तगाली, डच, अंग्रेजी और फ्रांसीसी मुख्य थे।
  2. यहाँ व्यापारिक केन्द्रों के साथ-साथ नगर भी विकसित किये गये।
  3. भारत में पूँजीवाद और वाणिज्यवाद को बढ़ावा मिलने लगा। मध्यकालीन शहरों यथा-लाहौर, दिल्ली तथा आगरा का महत्त्व कम होने लगा।
  4. प्लासी युद्ध के पश्चात् अंग्रेजी व्यापार में वृद्धि हुई और मद्रास, कलकत्ता और बम्बई जैसे शहर आर्थिक राजधानियों के रूप में स्थापित हुए।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 2.
औपनिवेशिक काल की जनगणना में क्या दोष थे?
उत्तर:

  1. जनगणना के द्वारा समसामयिक सामाजिक जानकारियाँ प्राप्त की जाती हैं परन्तु अनेक लोग इस प्रक्रिया में मदद नहीं देते थे या जनगणना आयुक्तों को गलत जवाब देते थे।
  2. ऊँची जाति के लोग अपने घर की औरतों के बारे में जानकारी देने से हिचकते थे। उनके बारे में सार्वजनिक दृष्टि या सार्वजनिक जाँच को सही नहीं माना जाता था।
  3. शहरों के लोग अपनी पहचान वास्तविक से ऊँची हैसियत की देते थे। फेरी लगाने वाले या काम न रहने पर मजदूरी करने वाले लोग जनगणना कर्मचारी को यह बताते थे कि वे व्यापारी हैं।
  4. मृत्युदर और बीमारियों से संबंधित आंकड़ों को एकत्र करना भी असंभव था। क्योंकि लोग इसकी सूचना नहीं देते थे।
  5. इतिहासकारों को जनगणना जैसे स्रोतों का भारी एहतियात से इस्तेमाल करना पड़ता है और आंकड़ों की सावधानी से जॉच करनी पड़ती है।

प्रश्न 3.
नक्शों के गुण-दोषों की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
नक्शे के गुण-दोष:

  1. सर्वेक्षण पद्धतियों और वैज्ञानिक औजारों के विकास तथा ब्रिटिश सरकार की आवश्यकताओं ने मानचित्रों की बड़ी सावधानी के साथ तैयार करने पर बल दिया।
  2. सर्वे ऑफ इंडिया (भारत सर्वेक्षण) द्वारा अनेक नक्शे बनाये गये। इसका गठन 1878 ई. में हुआ। उसक समय तैयार किये गये नक्शों से हमें पर्याप्त जानकारी मिलती है।
  3. नक्शों से अंग्रेज शासकों की सोच में निहित भेदभाव भी उजागर हो जाता है। उदाहरण के लिए-शहर में गरीबों की बड़ी-बड़ी बस्तियों को नक्शे पर चिन्हित नहीं किया गया क्योंकि शासकों के लिए ये महत्त्वहीन थे।
  4. इससे यह भी ज्ञात हुआ कि नक्शे पर मौजूद रिक्त स्थान अन्य विकास योजनाओं के लिए उपलब्ध हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 4.
19 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में औपनिवेशिक शहरों के स्वरूप में क्या बदलाव आया?
उत्तर:
19 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में औपनिवेशिक शहरों के स्वरूप में बदलाव –

  1. 1857 के विद्रोह के पश्चात् अंग्रेज भारतीयों से आशंकित रहने लगे। उन्होंने वे अपनी बस्तियाँ अलग बनाने का निश्चय किया।
  2. पुराने कस्बों के आसपास मौजूद चरागाहों और खेतों को साफ कर दिया गया और सिविल लाइन्स नाम से नए शहरी इलाके विकसित किये गये। यहाँ केवल गोरों को बसाया गया।
  3. छावनियों को सुरक्षित स्थानों के रूप में विकसित किया गया। यहाँ यूरोपीय कमान के अंतर्गत भारतीय सैनिक तैनात किये गये। ये मुख्य शहर से जुड़े थे और यूरोपीयों के लिए पूर्णतः सुरक्षित स्थान थे।
  4. सिविल लाइन्स को स्वास्थ्यप्रद बनाया गया।

पश्न 5.
औपनिवेशिक भारत में उद्योगों के विकास की स्थिति को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत में औद्योगिक विकास की स्थिति –

  1. रेलवे नेटवर्क का विस्तार होने पर अनेक शहर बंदरगाहों से जुड़ गये।
  2. कई शहरों में कच्चा माल और सस्ते श्रमिकों का आवागमन आसान हो गया और फलस्वरूप वहाँ कारखाने लगाए जाने लगे।
  3. 1850 के दशक के बाद भारतीय व्यापारियों और उद्यमियों ने बम्बई में सूती कपड़ा मिलें लगाईं। कलकत्ता के बाहरी इलाकों में यूरोपियों के स्वामित्व वाली जूट मिलें खोली गईं। यह भारत में आधुनिक उद्योगों के विकास की शुरूआत थी।
  4. यद्यपि कलकत्ता, बम्बई और मद्रास आर्थिक दृष्टि से मजबूत हो चुके थे परन्तु उनकी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से फैक्टरी उत्पादन पर आधारित नहीं थी। यहाँ की अधिकांश आबादी तृतीयक व्यवसाय में लगी थी। कानपुर और जमशेदपुर ही औद्योगिक नगरों की गिनती में थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 6.
औपनिवेशिक शासन में हिल स्टेशनों की स्थापना क्यों की गई?
उत्तर:
हिल स्टेशनों की स्थापना के कारण –

  1. ये हिल स्टेशन फौजियों को ठहराने, उनका ईलाज करवाने, सीमा की देख-रेख करने और शत्रु पर आक्रमण करने के लिए महत्त्वपूर्ण स्थान थे।
  2. हिल स्टेशनों की जलवायु इंग्लैण्ड की जलवायु जैसी ठंडी और मृदु थी।
  3. गर्म मौसम में बीमार होने के भय से वे इन हिल स्टेशनों में समय बिताना आवश्यक समझते थे।
  4. इन हिल स्टेशनों को सेनेटोरियम के रूप में भी विकसित किया गया। सिपाहियों को यहाँ विश्राम करने और इलाज करने के लिए भेजा जाता था।
  5. हिल स्टेशन ऐसे अंग्रेजों और यूरोपियनों के लिए भी आदर्श स्थान थे जो अपने घर जैसी मिलती-जुलती बस्तियाँ बसाना चाहते थे। उनकी इमारतें यूरोपीय शैली की होती थीं।

प्रश्न 7.
अंग्रेजों ने भारत में सफाई एवं स्वच्छता पर क्यों ध्यान दिया?
उत्तर:
अंग्रेजों द्वारा भारत में सफाई एवं स्वच्छता पर ध्यान देने के कारण –

  1. ब्लैक टाउन प्रायः गंदे रहने के कारण वहाँ प्लेग और हैजा जैसी फैली और हजारों लोगों की मृत्यु हो गई।
  2. ब्रिटिश अधिकारियों को भय था कि कहीं ये बीमारियाँ ब्लैक टाउन से व्हाइट टाउन में न फैल जाएँ।

प्रश्न 8.
औपनिवेशिक शहरों में कामगारों या श्रमिकों की स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
औपनिवेशिक शहरों में कामगारों की स्थिति –

  1. ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब और बेरोजगार लोग काम की खोज में शहरों की ओर कूच कर रहे थे।
  2. कुछ लोगों को शहरं में नए अवसरों का स्रोत दिखाई दे रहा था जबकि कुछ अन्य को एक भिन्न जीवन शैली का आकर्षण खींच रहा था।
  3. शहर में खर्च की लागत को कम करने के लिए अधिकांश पुरुष प्रवासी अपना परिवार गाँव में छोड़कर आते थे।
  4. शहर की जिंदगी मजदूरों के लिए संघर्षपूर्ण थी। नौकरी अस्थाई थी, खाना महंगा था और आवास का खर्च उठाना मुश्किल था। इन कठिनाइयों के बावजूद कामगारों ने वहाँ प्रायः अपनी एक अलग जीवंत शहरी संस्कृति रच ली थी।
  5. वे धार्मिक त्यौहारों, तमाशों और स्वांग आदि में उत्साहपूर्वक हिस्सा लेते थे जिनमें प्रायः उनके भारतीय और यूरोपीय मालिकों का मजाक उड़ाया जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 9.
नए शहरों में औरतों के सामाजिक बदलाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नए शहरों के महिला समाज में बदलाव –

  1. शहरों में औरतों को नये अवसर प्राप्त हुए। पत्र-पत्रिकाओं, आत्मकथाओं और पुस्तकों के माध्यम से मध्यवर्गीय औरतें खुद को अभिव्यक्त करने का प्रयास कर रही थीं।
  2. अब औरतें परम्परा से हटकर कार्य कर रही थीं। रूढ़िवादियों को यह भय सताने लगा कि इससे पुरुषों का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
  3. यहाँ तक कि सुधारक भी औरतों की शिक्षा के समर्थक होने के बावजूद उन्हें उच्च शिक्षित नहीं देखना चाहते थे। वे औरतों को माँ और पत्नी की परम्परागत भूमिका में देखना चाहते थे और उनका घर से बाहर निकलना उनके लिए गंवारा नहीं था।
  4. आगे चलकर सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की उपस्थिति बढ़ने लगी। वे फैक्ट्री मजदूर, नौकरानी, शिक्षिका, रंगकर्मी और फिल्म कलाकार के रूप में शहर के नए व्यवसायों में दाखिल होने लगी।

प्रश्न 10.
गारेर मठ क्या था? इसका क्या महत्त्व था?
उत्तर:
गारेर मठ:

  1. कलकत्ता में नवनिर्मित फोर्ट विलियम के आसपास एक विशाल जगह छोड़ दी गई जिसे स्थानीय लोग मैदान या गारेर मठ कहने लगे थे।
  2. खाली मैदान रखने का उद्देश्य यह था कि अगर शत्रु की सेना किले की ओर बढ़े तो उस पर किले से बिना किसी बाधा के गोलीबारी की जा सके।
  3. जब कलकत्ता में अंग्रेजों की स्थिति मजबूत हो गयी तो वे फोर्ट से बाहर मैदान के किनारे पर आवासीय इमारतें बनाने लगे।
  4. फोर्ट के आस-पास की विशाल खुली जगह (जो अभी भी मौजूद है) यहाँ की एक पहचान बन गई। यह कलकत्ता में नगर नियोजन की दृष्टि से प्रथम उल्लेखनीय काम था।

प्रश्न 11.
मद्रास में कौन-कौन से समुदाय आकर बस गये?
उत्तर:
मदास में बसने वाले समुदाय:
मद्रास में विविध समुदाय बसे थे जो निम्नलिखित हैं:

  1. दुबाश: ये ऐसे भारतीय थे जो स्थानीय भाषा और अंग्रेजी दोनों बोलना जानते थे। वे एजेंट और व्यापारी के रूप में काम करते थे और भारतीय समाज व गोरों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाते थे।
  2. वेल्लालार: यह एक स्थानीय ग्रामीण जाति थी। इसने ब्रिटिश शासन के मौकों का लाभ उठाया।
  3. तेलुगु कोमाटी समुदाय: यह एक ताकतवर व्यावसायिक समूह था। इसका शहर की अनाज व्यवस्था पर नियंत्रण था।
  4. पेरियार और वन्नियार: यह गरीब कामगार वर्ग था। ये मुस्लिम आबादी के मुख्य केन्द्र थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 12.
मद्रास में व्हाइट टाउन की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
मद्रास में व्हाइट टाउन की प्रमुख विशेषताएँ –

  1. मद्रास में व्हाइट टाउन सेंट जार्ज किले के आस-पास केन्द्रित था। वहाँ अधिक यूरोपीय रहते थे।
  2. दीवारों और बुओं से इसे एक खास किस्म की घेरेबंदी का रूप दे दिया गया था।
  3. किले के भीतर निवास करने का निर्णय रंग और धर्म के आधार पर किया जाता था। कंपनी के लोगों को भारतीयों के साथ विवाह करने की अनुमति नहीं थी।
  4. यूरोपीय ईसाई होने के कारण डच और पुर्तगालियों को वहाँ रहने की छूट थी। प्रशासकीय और न्यायिक व्यवस्था की संरचना भी गोरों के पक्ष में थी।
  5. संख्या की दृष्टि से कम होते हुए भी यूरोपीय लोग शासक थे और मद्रास का विकास शहर में रहने वाले नाम-मात्र की जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार किया जा रहा था।

प्रश्न 13.
भवन निर्माण की नव-गॉथिक शैली की क्या विशिष्टताएँ थी?
उत्तर:
नव-गॉथिक शैली की विशेषताएँ:

  1. इसमें ऊँची उठी हुई छतें, नोकदार मेहराबें और बारीक साज-सज्जा होती थी।
  2. इस शैली का जन्म इमारतों में विशेषरूप से गिरिजाघरों से हुआ था। ये गिरिजाघर मध्यकाल में उत्तरी यूरोप में बनाए गए थे।
  3. नव-गॉथिक शैली को इंग्लैण्ड में 19वीं सदी के मध्य में दोबारा अपनाया गया।
  4. औपनिवेशिक सरकार ने बम्बई में बुनियादी ढाँचे का निर्माण करवाते समय इसी शैली को चुना।
  5. इस शैली में निर्मित इमारतें बम्बई का सचिवालय, बम्बई विश्वविद्यालय और उच्च न्यायालय हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 14.
अंग्रेज उपनिवेश बनाने का खर्च भारत से उगाहते थे उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर:
उपनिवेश बनाने का खर्च:
ब्रिटिश कम्पनी का भारत में शासन करने का उद्देश्य यहाँ की संपदा और संसाधनों के शोषण करने का था। वह आरम्भ से ही इस नीति पर आश्रित थी कि भारतीय उन्हें इस देश को जीतने का खर्च स्वयं दें। उदाहरण के लिए कम्पनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1683 में मद्रास के अधिकारियों को लिखा-‘हमारी इच्छा है कि आप धीरे-धीरे नगर (मद्रास) को किलाबंद करें और किले को इतना मजबूत बनाएँ कि वह किसी भारतीय राजा या भारत में डच शक्ति के आक्रमण के सामने अडिग रहे। हम आप से यह भी चाहते हैं कि आप अपना काम इस प्रकार जारी रखें कि नगर निवासी ही सारी मरम्मत और किलाबंदी का खर्च उठायें।

प्रश्न 15.
औपनिवेशिक काल में लॉटरी कमेटी का क्या महत्त्व था?
उत्तर:
औपनिवेशिक काल में लॉटरी कमेटी –

  1. कलकत्ता में नगर नियोजन के कार्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार की लॉटरी कमेटी की सहायता ली गई।
  2. लॉटरी कमेटी का यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि नगर सुधार के लिए पैसे की व्यवस्था जनता के बीच लॉटरी बेचकर की जाती थी।
  3. वस्तुतः शहर के विकास के लिए धन की व्यवस्था करना नागरिकों की जिम्मेदारी मानी जाती थी न कि सरकार की। इसलिए लॉटरी कमेटी की स्थापना की गई।
  4. लॉटरी कमेटी की प्रमुख गतिविधियों में शहर के हिन्दुस्तानी आबादी वाले हिस्से में सड़क निर्माण और नदी किनारे ‘अवैध कब्जे’ हटाने जैसे कार्य शामिल थे।

प्रश्न 16.
16 वीं तथा 17 वीं शताब्दियों में मुगलों द्वारा बसाये गए शहरों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
16 वीं तथा 17 वीं शताब्दियों में मुगलों द्वारा बसाये गए शहरों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ –

  1. 16 वीं तथा 17 वीं शताब्दियों में मुगलों द्वारा बसाये गए शहरों में घनी जनसंख्या थी।
  2. यहाँ के विशाल भवन और पुष्पों के बाग शाही समृद्धि के द्योतक थे।
  3. आगरा, दिल्ली और लाहौर शाही प्रशासन तथा सत्ता के महत्त्वपूर्ण केन्द्र थे। साम्राज्य के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में रहने वाले मनसबदारों और जागीरदारों का इन सत्ता केन्द्रों में आवास निर्माण करना उनकी प्रतिष्ठा का मानक था।
  4. इन नगरों के शिल्पकार कुलीनवर्ग के परिवारों के लिए विशेष प्रकार के हस्तशिल्प का उत्पादन करते थे। शहर के बाजारों में ग्रामीण अंचलों से निवासियों और सेना के लिए अनाज लाया जाता था।
  5. राजकोष भी शाही राजधानी में ही स्थित था इसलिए राज्य का राजस्व नियमित रूप से राजधानी में ही आता रहता था।
  6. सम्राट एक किलेबंद महल में रहता था और नगर एक दीवार से घिरा था। इसमें अलग-अलग द्वारों से आवागमन पर नियंत्रण रखा जाता था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 17.
रेलवे के आरम्भ से शहरीकरण की प्रक्रिया किस प्रकार तेज हुई?
उत्तर:
रेलवे और शहरीकरण की प्रक्रिया –

  1. अंग्रेजों के लिए इस देश से कच्चा माल ले जाना सुगम हो गया क्योंकि रेलमार्ग उत्पादन केन्द्रों को मुख्य बन्दरगाहों से जोड़ते थे।
  2. रेलमार्गों के विकास के कारण कम्पनी के आयात और निर्यात व्यापार को बढ़ावा मिला।
  3. रेलमार्गों के कारण ही अंग्रेजी प्रशासन में दृढ़ता आई और अंग्रेजों के लिए भारत पर शासन करना सरल हो गया। अब सैनिकों को शीघ्र तथा सुरक्षापूर्वक एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता था।
  4. अंग्रेजों के लिए उत्तरी-पश्चिमी भारत पर अधिकार दृढ़ करना सरल हो गया।
  5. रेलों के आरम्भ होने से आधुनिक उद्योग स्थापित करने में सुविधा रही।

प्रश्न 18.
उत्तर-पूर्वी राज्यों को हिल स्टेशनों की खानें क्यों कहा जाता है?
उत्तर:

  1. उत्तर: पूर्वी राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा तथा मिजोरम आते हैं, जो पहाड़ियों से भरे पड़े हैं।
  2. ये अधिकांश राज्य बहुत सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों से घिरे हैं। यहाँ कई छोटी-छोटी नदियाँ, झरने और सुन्दर वन हैं।
  3. यहाँ कई प्रकार के जंगली पशु-पक्षी मिलते हैं।
  4. इन दृश्यों में देशी और विदेशी दोनों प्रकार के पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता है।
  5. जम्मू-कश्मीर राज्य भी अपने रमणीक स्वास्थ्यवर्धक स्थलों और घाटियों के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 19.
“ब्रिटिश सरकार ने अपनी जाति श्रेष्ठता जताने के लिए सोच समझकर मद्रास शहर का विकास किया।” उचित तर्क देकर इस कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर:

  1. मद्रास के किले में रहने का निर्णय रंग और धर्म के आधार पर लिया जाता था।
  2. कंपनी के लोगों को भारतीयों के साथ विवाह करने की अनुमति नहीं थी। यूरोपीय ईसाई होने के कारण डचों और पुर्तगालियों को वहाँ रहने की छूट थी।
  3. फोर्ट सेंट जार्ज, व्हाइट टाउन का केन्द्र बन गया। वहाँ अधिकतर यूरोपीय रहते थे। दीवारों और बुजों ने इसे एक विशेष प्रकार की घेरेबंदी प्रदान की।
  4. मद्रास का विकास वहाँ रहने वाले मुट्ठी भर गोरों की आवश्यकताओं और सुविधाओं को ध्यान में रखकर किया गया था।
  5. ब्लैक टाउन का विकास किले के बाहर हुआ था। इस आबादी को भी सीधी पहाड़ियों में बसाया गया था जो कि औपनिवेशिक शहरों की मुख्य विशेषता थी।
  6. प्रशासकीय और न्यायिक व्यवस्था भी गोरों के पक्ष में थी। संख्या की दृष्टि से कम होते हुए भी यूरोपीय लोग शासक थे।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 20.
बम्बई के सार्वजनिक भवनों के निर्माण में अंग्रेजों द्वारा प्रयोग में लाई गई किन्हीं दो वास्तुकला शैलियों का वर्णन कीजिए। प्रत्येक का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
बम्बई के सार्वजनिक भवनों के निर्माण में अंग्रेजों द्वारा प्रयोग में लाई गई दो मुख्य शैलियाँ निम्नलिखित हैं –

  1. नव शास्त्रीय शैली (New Classic Style)
  2. गॉथिक शैली (Gothic Style)

1. नव शास्त्रीय शैली:
इस शैली में बड़े-बड़े स्तम्भों के पीछे रेखागणितीय संरचनायों का निर्माण किया जाता था। इस शैली का उद्भव मूल रूप से प्राचीन रोम की भवन निर्माण शैली से हुआ था। भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के लिए उसे विशेष रूप से अनुकूल माना जाता था। 1833 ई. में बम्बई का टाउन हॉल इसी शैली के अनुसार बनाया गया था। 1860 के दशक में बनाई गयी अनेक व्यावसायिक इमारतों के समूह को एल्फिस्टन सर्कल कहा जाता था। बाद में इसका नाम बदलकर हॉर्निमान सर्कल रख दिया गया था।

2. गॉथिक शैली:
गॉथिक शैली का जन्म विशेष रूप से मध्यकालीन गिरजाघर से हुआ था। इस शैली को इंग्लैंड में 19 वीं शताब्दी के मध्य में दोबारा अपनाया था। इस शैली की इमारतों में ऊँची उठी हुई छतें, नोकदार मेहराबें और बारीक साज सज्जा दिखाई पड़ती है। सचिवालय, बम्बई विश्वविद्यालय और उच्च न्यायालय जैसी कई शानदार इमारतें इसी शैली में बनाई गईं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
कलकत्ता के विकास का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
कलकत्ता (कोलकाता) का वर्णन:

  • कलकत्ता शहर तीन गाँवों सूतानाती, कोलकाता और गोविंदपुर को मिला कर बनाया गया था।
  • अंग्रेजों ने अनेक क्षेत्रों के पुराने बुनकरों और कारीगरों को हटने का आदेश दिया। शहर के मध्य नये बनाये गये फोर्ट विलियम के आस-पास के विशाल मैदान को खाली जगह के रूप में छोड़ दिया गया।
  • लार्ड वैलेज्ली ने 18वीं शताब्दी के अन्तिम वर्षों में अपने लिए गवर्नमेंट हाउस के नाम एक विशाल महल बनवाया जो अंग्रेजी सत्ता का प्रतीक माना जाने लगा।
  • वैलेन्ली कलकत्ता के आस-पास के जंगलों, गंदे तालाबों, जल निकासी की खस्ता हालात और बदबू फैलाने वाले गंदे पानी के ठहराव को देखकर बहुत चिंतित हो गया था। इसलिए स्वच्छता की दृष्टि शहर के बीचों-बीच में खुले स्थान छोड़े गये।
  • अनेक बाजारों, घाटों, कब्रिस्तानों और चमड़े साफ करने की इकाइयों को हटा दिया गया।
  • शहर को साफ करने के लिए 1817 में ‘लाटरी कमेटी’ का गठन किया गया। इस कमेटी ने शहर में स्वास्थ्य और सफाई के लिए एक नया नक्शा बनवाया।
  • सड़क निर्माण और अवैध बस्तियों को हटाने का कार्य शुरू किया गया।
  • भयंकर बीमारियों के दिनों में सरकार ने बड़ी मात्रा में स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान करके कलकत्तावासियों की सहायता की।
  • जिन बस्तियों में सूर्य की रोशनी और साँस लेने के लिए हवा का प्रबंध नहीं था। वहाँ गंदे बस्तियों को उखाड़ फेंकने का कार्य किया गया।
  • तीनों औपनिवेशिक शहरों में नियोजन कार्य के अंतर्गत विशाल और भव्य इमारतें बनाई गईं।
  • राइटर्स नाम बिल्डिंग अंग्रेजों द्वारा कलकत्ता में बनाई गई। मूल रूप से उसे ईस्ट इंडिया कंपनी के नौकरों के लिए बनाया गया था ताकि जब वे भारत में आएँ तो उन्हें इसमें ठहराया जा सके। बाद में इसका उपयोग प्रशासनिक कार्यालय के रूप में किया जाने लगा।
  • कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (Calcutta Mahanagar Development Authority) के 1600 करोड़ रुपये की लागत वाले कोलकाता वृहत् नगर कार्यक्रम पर काम चल रहा है। इन योजनाओं में 1267.35 करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है। इनमें से 18 परियोजनायें पूर्ण हो चुकी हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 2.
बम्बई या मुम्बई नगर के विकास का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
बम्बई या मुम्बई नगर का विकास:
वर्तमान मुम्बई का नाम मुंबादेवी के नाम से लिया गया है। यह नगर सात द्वीपों को मिलाकर विकसित हुआ है। ऐसा कहा जाता है कि मुंबई में सबसे पहले व्यापारी तथा कृषक, चौदहवीं शताब्दी के मध्य में आकर बसे। ऐलीफेंटा की गुफाएँ तथा बालेश्वर मंदिर के भवन का एक भाग इसी काल में बनाए गए थे।

भारत में पुर्तगाली बस्तियों के राज्यपाल फ्रांसिस अल्मेड़ा (Francis Almeda) ने 1534 ई. में गुजरात के शासक बहादुरशाह से मुंबई के मुख्य द्वीप छीन लिए थे। उसने बेंसिन (Bassein) के स्थान पर एक दुर्ग बनाया। बांद्रा में सेंट एंड्रयू चर्च भी इसी काल में बनाया गया था। 1961 ई. में इंग्लैण्ड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय को मुंबई द्वीप पुर्तगाल की राजकुमारी के साथ विवाह में दहेज स्वरूप मिला।

चार्ल्स द्वितीय ने इसको ईस्ट इंडिया कंपनी को दे दिया था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने जार्ज ओक्सेंडन को मुंबई नगर का प्रथम राज्यपाल (Governor) नियुक्त किया। मुंबई के दूसरे गवर्नर गेरॉल्ड गियर (Gerald Aungier) ने इस द्वीप को एक व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित किया। उसने निपुण श्रमिकों तथा व्यापारियों को इस ब्रिटिश बस्ती में बसने के लिए कई रियायतें प्रदान की। इन अवसरों का लाभ, गुजराती, पारसी, बोहरा, यहूदी तथा सूरत तथा डियू (Dew) जैसे भारतीय बनिया वर्ग ने लिया। मुंबई की जनसंख्या 1661 में 10,000 से बढ़कर 1675 ई. में 60,000 हो गई।

अंग्रेजों ने 1817 ई. में मराठों पर विजय पाने के पश्चात् मुंबई में बड़े पैमाने पर भूमि का सुधार करके उद्योग स्थापित किए। 1784 से लेकर 1845 तक का काल मुंबई के विकास का स्वर्ण काल था जब इन साठ वर्षों में सात द्वीपों को जोड़कर इसको एक महानगर बना दिया गया। इस काल में एक नियमित नागरिक प्रशासन स्थापित किया गया। 1853 ई. में थाणे और मुंबई के बीच 36 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का उद्घाटन किया गया। यह भारत में सबसे पहली रेलवे लाइन थी। इसके चार वर्ष पश्चात् मुंबई में पहली कपड़ा मिल की स्थापना की गई। इन कपड़ा मिलों के स्थापित होने से बहुसंख्या में मराठी श्रमिक मुंबई की (slums) में बस गए। अब नगर ने एक निश्चित आकार ले लिया था।

1857 ई. में भारतीयों ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया परन्तु उनका निर्दयता से दमन कर दिया गया। चार्ल्स फोरजेट (Charles Forjett) ने बहुसंख्यक भारतीयों को यह झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया कि उन्होंने दिवाली के अवसर पर मुंबई को बम से उड़ाने का षड्यंत्र बनाया था। कुछ निर्दोष लोगों को तोप से उड़ा दिया गया।

1861 ई. में अमेरिका में गृह युद्ध छिड़ जाने तथा 1869 में स्वेज नहर के खुल जाने से मुंबई से कपास आदि के निर्यात से मुंबई मुख्य व्यापारिक केन्द्र बन गया। The Great Indian Peninsular Railway के बनने से भारत में यात्रा करना आसान हो गया। नगर में व्यापार तथा संचार के साधनों का जाल फैल जाने से मगर समृद्ध होता गया। सरकार ने इस नगर में फ्लोरा फाऊंटेन, विक्टोरिया टर्मिनस स्टेशन (अब छत्रपति शिवाजी) जैसे भवन और हैंगिंग गार्डन तथा झीलें बनवाई।

1872 ई. में मुंबई नगरपालिका की स्थापना की गई। 1890 ई० में प्लेग फैला और उसने कई लोगों की जाने ले ली। नगर में एक ओर सरकार की सत्ता का प्रदर्शन है परंतु दूसरी ओर साधारण लोगों की दुर्दशा आज भी दिखाई देती है।

श्रमिक वर्ग के लोगों को आवासीय मकानों की समस्या का सामना करना पड़ा है। मिलों से काम करने वाले श्रमिकों के परिवार गाँवों में और वे महानगर में अपनी आजीविका कमाते आरंभ में मिल मालिकों ने अपने कारखानों के निकट बस्तियाँ स्थापित करके मजदूरों के रहने का प्रबंध किया। सेना के बैरकों की भांति प्रत्येक भवन में तीन मंजिली इमारतें होती थीं। प्रत्येक मंजिल में एक कमरा प्रति मजदूर रहने के लिए दिया जाता था तथा उनका एक साझा शौचालय होता था।

कई बार कई चालों का समूह एक खुले आंगन के इर्द-गिर्द बना होता था। इन चालों के समूह को बाड़ी (Wadi) कहते थे। नगर में मिलों की संख्या बढ़ जाने और मजदूरों के परिवार भी यहाँ आने के कारण चालों में रहने वाले लोगों की संख्या बहुत बढ़ गई। इसके साथ-साथ मिलों के इर्द-गिर्द गंदी बस्तियाँ भी अस्तित्व में आ गई। 1864 ई० में मुंबई के गवर्नर वार्टल फ्रेयर (Bartel Frere) ने मुंबई दुर्ग के बड़े-बड़े कमरों को गिरवा दिया। अब खंडहर सेंट जार्ज अस्पताल के पास इन कमरों के खण्डहर दिखाई पड़ते हैं। इन सबको तोड़कर बड़े-बड़े भवन बनाये गये जो नगर का केन्द्रीय भाग हैं। 20 वीं शताब्दी के आरम्भ से प्राकृतिक आपदाओं से लोगों को बचाने के लिए विशेष उपाय किये गए।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में कौन महानगर नहीं है?
(अ) मद्रास
(ब) कलकत्ता
(स) बम्बई
(द) इलाहाबाद
उत्तर:
(द) इलाहाबाद

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 2.
मद्रास, कलकत्ता तथा बम्बई तीनों शहरों की एक सामान्य विशेषता क्या थी?
(अ) तीनों, शहर ब्रिटिश राज की राजधानियां थी
(ब) तीनों शहरों के लोग केवल अंग्रेजी भाषा-भाषी थे
(स) तीनों शहर मूलतः मत्स्य संग्रहण तथा बुनकरों के गाँव थे
(द) तीनों शहर विदेशी टकराव केन्द्र रहे हैं
उत्तर:
(स) तीनों शहर मूलतः मत्स्य संग्रहण तथा बुनकरों के गाँव थे

प्रश्न 3.
शाहजहाँ नाबाद को किसने बसाया था?
(अ) अकबर ने
(ब) जहाँगीर ने
(स) शाहजहाँ ने
(द) औरंगजेब ने
उत्तर:
(स) शाहजहाँ ने

प्रश्न 4.
1857 के विद्रोह के पूर्व दिल्ली के कोतवाल कौन थे?
(अ) गंगाधर नेहरू
(ब) मोतीलाल नेहरू
(स) अरुण नेहरू
(द) जवाहर लाल नेहरू
उत्तर:
(अ) गंगाधर नेहरू

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 5.
ब्रिटिश काल में पहला हिल स्टेशन किसे बनाया गया था?
(अ) शिमला
(ब) दार्जिलिंग
(स) नैनीताल
(द) मनाली
उत्तर:
(अ) शिमला

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में कौन औपनिवेशिक काल का नहीं है?
(अ) इंडिया गेट
(ब) अजमेरी गेट
(स) तुर्कमान गेट
(द) दिल्ली गेट
उत्तर:
(अ) इंडिया गेट

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 7.
शाहजहाँनाबाद कहाँ था?
(अ) कलकत्ता
(ब) दिल्ली
(स) मुम्बई
(द) मद्रास (चेन्नई)
उत्तर:
(ब) दिल्ली

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में दिल्ली का कोतवाल कौन था?
(अ) गंगाधर नेहरू
(ब) मोतीलाल नेहरू
(स) जवाहरलाल नेहरू
(द) इंदिरा गाँधी
उत्तर:
(अ) गंगाधर नेहरू

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 9.
भारत में जनगणना कब नहीं हुई?
(अ) 1972
(ब) 1981
(स) 1991
(द) 1993
उत्तर:
(द) 1993

प्रश्न 10.
भारत में रेलवे की शुरुआत कब हुई?
(अ) 1853
(ब) 1852
(स) 1851
(द) 1850
उत्तर:
(अ) 1853

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में कौन-सा फोर्ट (किला) ब्रिटिश काल का नहीं है?
(अ) फोर्ट सेंट जार्ज (मद्रास)
(ब) फोर्ट विलियम (कलकत्ता)
(स) फोर्ट (बम्बई)
(द) रेड फोर्ट (दिल्ली)
उत्तर:
(द) रेड फोर्ट (दिल्ली)

प्रश्न 12.
पहला हिल स्टेशन शिमला कब स्थापित हुआ?
(अ) 1815-16
(ब) 1818
(स) 1835
(द) 1850
उत्तर:
(अ) 1815-16

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 12 औपनिवेशिक शहर : नगर, योजना , स्थापत्य

प्रश्न 13.
बम्बई की इमारतों में कौन-सी शैली नहीं थी?
(अ) नवशास्त्रीय शैली
(ब) नव-गॉथिक शैली
(स) इंडो-सारसिनिक शैली
(द) इंडो-ग्रीक शैली
उत्तर:
(द) इंडो-ग्रीक शैली

प्रश्न 14.
निम्नलिखित में कौन मिश्रित स्थापत्य शैली थी?
(अ) नवशास्त्रीय शैली
(ब) नव-गॉथिक शैली
(स) इंडो-सारसिनिक शैली
(द) अमरीकी शैली
उत्तर:
(स) इंडो-सारसिनिक शैली

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 1.
बिहार के प्रमुख फसलें कौन हैं ?
(a) चावल
(b) गेहूँ
(c) मक्का
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 2.
बिहार में कृषि के पिछड़ेपन के प्रमुख कारण हैं
(a) मिट्टी का कटाव
(b) बाढ़, अकाल तथा सूखे से विनाश
(c) मानसून पर आधारित
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

प्रश्न 3.
बाढ से राज्य में बर्बादी होती है
(a) फसली की
(b) मनुष्य एवं मवेशीकी
(c) आवास की
(d) इस सभी को
उत्तर-
(d) इस सभी को

प्रश्न 4.
अकाल से राज्य में बर्बादी होती है
(a) खाद्यान्न फसल की
(b) मनुष्य एवं मवेशी की
(c) उद्योगों की
(d) इनमें से किसी की नहीं
उत्तर-
(a) खाद्यान्न फसल की

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 5.
शीतकालीन कृषि किसे कहा जाता है ?
(a) भदई
(b) खरीफ या अगहनी
(c) रबी
(d) गरमा.
उत्तर-
(b) खरीफ या अगहनी

प्रश्न 6.
सन् 1943 में भारत के किस प्रांत में भयानक अकाल पड़ा?
(a) बिहार
(b) राजस्थान
(c) बंगाल
(d) उड़ीसा
उत्तर-
(c) बंगाल

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 7.
विगत वर्षों के अंतर्गत भारत की राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान
(a) बढ़ा है
(b) घटा है
(c) स्थिर है
(d) बढ़ता-घटता है
उत्तर-
(b) घटा है

प्रश्न 8.
निर्धनों में भी निर्धन लोगों के लिए कौन-सा कार्ड उपयोगी है ?
(a) बी. पी. एल. कार्ड
(b) अत्योदय कार्ड
(c) ए. पी. एल. कार्ड
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) अत्योदय कार्ड

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में कौन खाद्यान्न के स्रोत हैं ?
(a) गहन खेती नीति
(b) आयात नीति
(c) भंडारण नीति
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(d) इनमें से कोई नहीं

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 10.
गैर सरकारी संगठन के रूप में बिहार में कौन-सा डेयरी प्रोजेक्ट कार्य कर रहा है ?
(a) पटना डेयरी
(b) मदर डेयरी
(c) अमूल डेयरी
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) पटना डेयरी

प्रश्न 11.
कृषि बेरोजगार का क्या है ?
(a) मुख्य साधन है
(b) मुख्य साधन नहीं है
(c)(a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) मुख्य साधन है

प्रश्न 12.
डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन कौन हैं ?
(a) कृषि वैज्ञानिक
(b) डॉक्टर
(c) इंजीनियर
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) कृषि वैज्ञानिक

प्रश्न 13.
कृषि भारत एवं बिहार का क्या है ?
(a) इंजन
(b) साधन
(c) उपयोग
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(a) इंजन

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 14.
राष्ट्रीय किसान आयोग के अध्यक्ष निम्न में से कौन है ?
(a) महेन्द्र सिंह टिकेत
(b) डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन
(c) जसवंत सिंह
(d) मुलायम सिंह यादव
उत्तर-
(b) डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन

प्रश्न 15.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना किस वर्ष किया गया था?
(a) 27 दिसंबर, 1945
(b) 26 सितंबर, 1944
(c) 27 नवंबर, 1943
(d) 23 दिसंबर, 1945
उत्तर-
(a) 27 दिसंबर, 1945

प्रश्न 16.
रबी फसलों के अंतर्गत कौन-कौन से फसलें आती है ?
(a) गेहूँ
(b) जौ
(c) चना
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 17.
भारत के प्रमुख फसलें निम्न में कौन-कौन हैं ?
(a) चावल
(b) गेहूँ
(c) मूंगफली
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

प्रश्न 18.
“जय-जवान, जय-किसान” का नारा भारत के किस प्रधानमंत्री ने दिया?
(a) श्रीमती इंदिरा गांधी
(b) पंडित जवाहरलाल नेहरू
(c) लाल बहादुर शास्त्री
(d) मोरारजी देसाई
उत्तर-
(c) लाल बहादुर शास्त्री

प्रश्न 19.
देश में दूसरी ‘हरित क्रांति’ की आवश्यकता किसने बतायी?
(a) मनमोहन सिंह
(b) अटल बिहारी वाजपेयी
(c) डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
(d) पी. वी. नरसिम्हा राव
उत्तर-
(c) डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 20.
खाद्य सुरक्षा का अभिप्राय है
(a) खाद्यान्न की उपलब्धता
(b) खाद्यान्न तक लोगों की पहुँच
(c) खाद्यान्न क्रय करने की क्षमता
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 21.
हमारे देश में खाद्य-असुरक्षित व्यक्तियों की संख्या सबसे अधिक है
(a) उड़ीसा में
(b) बिहार में
(c) उत्तर प्रदेश में
(d) इन तीनों में
उत्तर-
(c) उत्तर प्रदेश में

प्रश्न 22.
सरकार ने मध्याह्न भोजन योजना लागू की है
(a) प्राथमिक विद्यालयों में
(b) माध्यमिक विद्यालयों में
(c) उच्च विद्यालयों में
(d) इन तीनों में
उत्तर-
(a) प्राथमिक विद्यालयों में

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 23.
सार्वजनिक वितरण प्रणाली का उद्देश्य है
(a) खाद्यान्न के मूल्यों पर नियंत्रण
(b) उचित मूल्य पर खाद्यान्न का वितरण
(c) उपर्युक्त (a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) उपर्युक्त (a) एवं (b) दोनों

प्रश्न 24.
बिहार में गैर-सरकारी संगठन के रूप में कौन-सी डेयरी .. कार्य कर रही है ?
(a) मदर डेयरी
(b) अमूल डेयरी
(c) पटना डेयरी
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) पटना डेयरी

प्रश्न 25.
भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम की शुरूआत कब हुई ?
(a) 1991
(b) 1989
(c) 1995
(d) 2001
उत्तर-
(a) 1991

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 26.
मनुष्य के तीन मूलभूत आवश्यकताएँ कौन-कौन हैं ?
(a) भोजन
(b) वस्त्र
(c) आवास
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

प्रश्न 27.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के लिए निम्न में कौन-कौन से राज्यों को चयनित किया गया है?
(a) बिहार
(b) छत्तीसगढ़
(c) हरियाणा
(d) उपर्युक्त में सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त में सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 28.
भारत में हरित क्रांति किस देश से प्रभावित होकर लागू किया
गया?
(a) अमेरिका
(b) इंगलैंड
(c) मेक्सिको
(d) फ्रांस
उत्तर-
(c) मेक्सिको

प्रश्न 29.
बिहार के कुल घरेलू उत्पाद का कितना प्रतिशत कृषि से प्राप्त होता
(c) कृषि
(a) 30 प्रतिशत
(b) 39 प्रतिशत
(c)49 प्रतिशत
(d) 60 प्रतिशत
उत्तर-
(b) 39 प्रतिशत

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 30.
बिहारवासियों के जीवन-निर्वाह का मुख्य साधन है
(a) उद्योग
(b) व्यापार
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(b) व्यापार

प्रश्न 31.
राज्य में सिंचाई के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण साधन है
(a) कुएँ एवं नलकूप
(b) नहरें
(c) तालाब
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(a) कुएँ एवं नलकूप

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 32.
बिहार की सबसे प्राचीन नहर-व्यवस्था है
(a) कोसी नहर
(b) गंडक नहर
(c) ढाका नहर
(d) सोन नहर
उत्तर-
(d) सोन नहर

प्रश्न 33.
बिहार के किस क्षेत्र में बाढ़ का प्रकोप अधिक होता है ?
(a) उत्तर बिहार में
(b) मध्य बिहार में
(c) दक्षिण बिहार में
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(a) उत्तर बिहार में

प्रश्न 34.
किस नदी की ‘उत्तरी बिहार का शोक’ कहा जाता है ?
(a) सोना को
(b) गंडक को
(c) कोसी को
(d) बागमती को
उत्तर-
(c) कोसी को

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 35.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का मुख्यालय कहाँ है ?
(a) वाशिंगटन
(b) पेरिस
(c) स्विट्जरलैंड
(d) नयी दिल्ली
उत्तर-
(a) वाशिंगटन

प्रश्न 36.
बिहार में 2011-12 में विकास दर कितनी है ?
(a) 13.13 प्रतिशत
(b) 12.10 प्रतिशत
(c) 14.15 प्रतिशत
(d) 12 प्रतिशत
उत्तर-
(a) 13.13 प्रतिशत

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 5 कृषि, खाद्यान सुरक्षा एवं गुणवत्ता

प्रश्न 37.
बिहार में 11वीं योजना में प्रतिव्यक्ति आय ( 2004-05 स्थिर मूल पर) कितनी है?
(a) 15,268 रुपये
(b) 16,277 रुपये
(c) 14,244 रुपये
(d) 10,777 रुपये
उत्तर-
(a) 15,268 रुपये

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions रचना पत्र-लेखन.

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

छोटे भाई को पत्र

चिरंजीवी विकास,

मोतिहारी
12.4.2012

आशीर्वाद ।

तुम्हारा पत्र मिला । पढ़कर प्रसन्नता हुई और सारी बातों की जानकारी भी । तुमने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, हम सब के लिए गर्व की बात है। अब तो तुम्हें और भी अधिक मेहनत करनी चाहिए, जिससे भविष्य में अधिक अंक प्राप्त कर सको । तुम्हारी भाभी तुम्हें बहुत याद करती हैं। वह तुम्हारे लिए एक सुन्दर स्वेटर बुन रही हैं । पूरा हो जाने पर पार्सल द्वारा भेजेंगी। शेष कुशल है । पूज्य पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम ।
पता ……………………
……………………

तुम्हारा हितैषी
सरोज कुमार

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

मित्र को पत्र

प्रिय मित्र संजीव,

पटना
8.4.2012

नमस्ते ।

बहुत दिनों से तुम्हारा कोई समाचार प्राप्त नहीं हो सका । क्या, बात है ? हमसे नाराज हो क्या ? अगर मुझसे कोई भूल हो गई हो तो क्षमा करना और शीघ्र ही पत्र का उत्तर देना । माताजी तुम्हें बहुत याद करती हैं । मैं गर्मी की छुट्टी में बरौनी आ रहा हूँ । शेष कुशल है । अपने पिताजी और माताजी को मेरा प्रणाम कहना, राजू और सीमा को स्नेह ।

पता :

तुम्हारा मित्र
चुन्नू

बड़ी बहन को पत्र

आदणीय बहन जी,

सादर प्रणाम ।

छपरा
9.2.2012

मैं कुशल से हूँ और आपकी कुशलता के लिए सदैव ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ । बहुत दिनों से आपका कोई समाचार नहीं मिला । क्या आप यहाँ से जाकर, हमें भूल गईं । हमलोगों को तो हर समय आपकी हो याद आती है । माता जी तो आपको याद करके कभी-कभी रोने लगती हैं । सच दीदी, जब से आप गई हैं, सारा घर सूना-सूना लगता है । गोपाल तो हर समय आपको खोजता रहता है ।

अब राखी को त्योहार आ रहा है | क्या अच्छा होता कि आप यहाँ होती। हम सब मिलकर भैया को राखी बाँधती । दीदी, राखी के अवसर पर आने की कोशिश कीजिएगा । माँ आपको बुलाने भैया को भेजेंगी । शेष कुशल है । जीजा जी प्रणाम बोलिएगा ।

पता :

उत्तर की प्रतीक्षा में
आपकी छोटी बहन
सोनिया

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

बीमारी की छुट्टी के लिए प्रधानाध्यापक को प्रार्थना-पत्र

सेवा में.

श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
गाँधी संस्थान,
आरा

आदरणीय महोदय,

सेवा में सविनय नम्र निवेदन है कि मैं कल रात से बुखार से पीड़ित हूँ। इसलिए मैं आज विद्यालय में उपस्थित नहीं हो सकूँगा ।
अतः आपसे प्रार्थना है कि मुझे तीन दिनों की छुट्टी प्रदान करने की कृपा करें।

दिनांक : 4.3.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
सुभाष कुमार
कक्षा-8

विवाह के कारण छुट्टी के लिए प्रार्थना-पत्र

सेवा में,
प्रधानाचार्य,
शिशु विद्यालाय, पूर्णिया

आदरणीय महोदय,

सविनय नम्र निवेदन है कि मेरी बहन का शुभ विवाह 20 दिसम्बर को होने जा रहा है । इसलिए मैं एक सप्ताह विद्यालाय नहीं आ सकूँगी ।
अतः आपसे सादर अनुरोध है कि मुझे 28 दिसम्बर तक की छुट्टी देने की कृपा करें।

दिनांक : 8.1.2012

आपकी आज्ञाकारिणी शिष्या
सुनयना

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

पिता का पत्र पुत्र के नाम

प्रिय महानन्द,

पटना
10 मार्च, 2012

आशीर्वाद ।

यहाँ सभी आनन्द और प्रसन्न हैं ! आशा है कि तुम भी विद्याध्ययन में संलग्न होगे । पिछले पत्र में तुमने बुखार हो जाने की बात लिखी थी । छात्रों के लिए यह एक बुरी बीमारी है, जो कि संयम के अभाव में होती है। समय पर अपने सभी कार्यों को करनेवाले छात्र सदा स्वस्थ रहते हैं । तुम्हारे स्वस्थ रहने पर ही अच्छी पढ़ाई हो सकेगी, क्योंकि स स्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है । अतः समय की पाबंदी रखो और सुबह उठकर व्यायाम करो । इससे तुम्हारा शरीर स्वस्थ होगा और मन भी प्रसन्न रहेगा । तुम्हारा स्वेटर व सामान डाक से भेज रहा हूँ। मिलने की सूचना देना । विशेष शुभ ।

पता :

तुम्हारा पिता
रामदेव मिश्र

महानन्द कुमार
शिशु ज्ञान मंदिर,
मधुबनी

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

पिता को पत्र

पूज्यवर पिताजी,

बेगूसराय
5.4.2012

सादर चरण-स्पर्श ।

मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि आपलोग भी सकुशल होंगे । आज मेरी वार्षिक का परीक्षाफल प्राप्त हुआ है । यह जानकर आपको खुशी होगी कि मैंने कक्षा में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त किया है । पिताजी, यह आपके चरणों का प्रताप और माताजी के आशीर्वाद का फल है।

हमारे सभी अध्यापक बड़े स्नेह से पढ़ाते हैं। आगे परीक्षा में भी मुझे ऐसी ही आशा है । चाचा कचाची दोनों मेरा बड़ा ध्यान रखते हैं । माता जी की याद मुझे कभी-कभी बेचैन कर देती है । उनको मेरा प्रणाम, और लता को मेरा प्यार कहिएगा ।

पता :

आपका आज्ञाकारी पुत्र
रोहन कुमार

निर्धन-छात्रकोष से सहायता हेतु प्रधानाध्यापक
को आवेदन-पत्र

सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय मध्य विद्यालय, पटना

मान्यवर,
सेवा मे नम्र निवेदन है कि मैं बहुत गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताज़ी मजदूरी करके किसी तरह परिवार का पालन करते हैं । हमलोगों के पास पैतृक सम्पत्ति नहीं है । धनाभाव के कारण पिताजी मेरे लिए किताबें नहीं खरीद सकते हैं। मेरी पढ़ने की उत्कट इच्छा है । इसके लिए आप-जैसे कृपालु महानुभव की सहायता की अपेक्षा करता हूँ।

अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि मूझे निर्धन-छात्रकोष से किताबें खरीदने . के लिए उचित रकम प्रदान कर कृतार्थ करें। इस कार्य के लिए मैं सदा आपका आभारी बना रहूँगा ।

दिनांक :
24.1.2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
विपिन ठाकुर

आर्थिक दण्ड माफ करने के लिए आवेदन-पत्र

श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
उच्च विद्यालय, सीतामढ़ी

महाशय,

सेवा में निवेदन है कि कल दिनांक 8.4.2012 को भूल से वर्ग के शीशे का एक ग्लास मुझसे टूट गया । मैं पानी पीने ग्लास लेकर नल के पास गया । ___ हाथ से गिर जाने के कारण ग्लास टूट गया । वर्गशिक्षक महोदय ने इस गलती के लिए मुझ पर आठ रुपये का आर्थिक दण्ड लगाया है । मैं एक गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताजी दण्ड की रकम देने में असमर्थ हैं।

अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि उपर्युक्त दण्ड माफ करने की कृपा की . जाय । मैं इस प्रकार की गलती फिर कभी नहीं करने का वचन देता हूँ।

दिनांक :9-4-2012

आपका आज्ञाकारी छात्र
आलोक कुमार
वर्ग : दशम

Bihar Board Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन

दहेज-प्रथा के विरुद्ध जनमत तैयार करने के लिए संपादक को पत्र

सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक जागरण,
पटना।

विषय-दहेज : एक कुप्रथा

मान्यवर,

आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र ‘दैनिक जागरण’ के माध्यम से मैं ‘दहेज-प्रथा’ का वर्णन कर रहा हूँ। आप इसे अपने समाचार-पत्र में प्रकाशित करने की कृपा करें।

दहेज की कुप्रथा ने आज भारतीय समाज को बुरी तरह कुचल कर रख . दिया है। विशेषकर जिन घरों में एक-से अधिक कन्याएँ होती हैं, वहाँ दहेज का भूत गीध की तरह सदा मँडराता रहता है । इस समस्या ने नारी-जीवन को तहस-नहस करके रख दिया है।

दुर्भाग्य से आजकल दहेज की जबरदस्ती माँग की जाती है । दूल्हों के भाव लगते हैं । इस बुराई की सीमा यहाँ तक बढ़ गई है कि जो जितना शिक्षित हैं, समझदार हैं, उसका भाव उतना ही तेज है । डॉक्टर, इंजीनियर का भाव पंद्रह-बीस लाख रुपये, आई० ए० एस० का पचास-साठ लाख, प्रोफेसर का पाँच-दस लाख, ऐसे अशिक्षित व्यापारी, जो खुद कौड़ी के तीन बिकते हैं, उनका भी भाव कई बार लाखों तक जा पहुँचता है। ऐसे में कन्या का पिता कहाँ मरे?

इस प्रथा के दुष्परिणाम विभिन्न रूपों में दिखाई देते हैं । इसे रोकने के उपाय स्वयं समाज के हाथ में हैं। हमें सबसे अधिक आशा है युवक-युवतियों से, जो दहेज के दैत्य से कड़ा मुकाबला कर सकते हैं ।

भवदीय,
अमरेन्द्र रावत मेन बाजार,
दरभंगा।
दिनांक : 21-3-2012

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 4 बेकारी

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Economics Objective Answers Chapter 4 बेकारी

प्रश्न 1.
भारत में लोगों का मुख्य पेशा निम्न में क्या है ?
(a) कृषि
(b) व्यापार
(c) उद्योग
(d) सभी
उत्तर-
(a) कृषि

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 2.
भारत की कृषि निम्न में से किस पर निर्भर है ?
(a) मानसून
(b) सूखा
(c)अकाल
(d)बाढ़
उत्तर-
(a) मानसून

प्रश्न 3.
भारत में बेरोजगारी का प्रमुख कारण है-.
(a) निम्न प्रतिव्यक्ति आय
(b) जनसंख्या में तीव्र वृद्धि
(c) कृषि पर कम जनभार
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(b) जनसंख्या में तीव्र वृद्धि

प्रश्न 4.
कृषि के क्षेत्र में किस प्रकार की बेरोजगारी अधिक उम्र है ?
(a) शिक्षित बेरोजगारी
(b) औद्योगिक बेरोजगारी
(c) अदृश्य बेरोजगारी
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) अदृश्य बेरोजगारी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 5.
देश की प्रमुख आर्थिक समस्या क्या है ?
(a) गरीबी तथा बेरोजगारी
(b) क्षेत्रीय समानता
(c) खाद्यान्न की प्रचुरता
(d) उच्च शिक्षा ।
उत्तर-
(a) गरीबी तथा बेरोजगारी

प्रश्न 6.
भारत में ग्रामीण क्षेत्र में क्या पायी जाती है ?
(a) अदृश्य बेरोजगारी
(b) चक्रीय बेरोजगारी
(c) औद्योगिक बेरोजगारी
(d) शिक्षित बेरोजगारी
उत्तर-
(a) अदृश्य बेरोजगारी

प्रश्न 7.
बेरोजगारी वह स्थिति है जब निम्न स्थिति होती है
(a) इच्छा एवं योग्यता होते हुए काम का नहीं मिलना
(b) पूर्णतः इच्छा से काम नहीं करना
(c) आलस्य से काम नहीं करना
(d) अशिक्षित एवं अपंग होना
उत्तर-
(a) इच्छा एवं योग्यता होते हुए काम का नहीं मिलना

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 8.
बेकारी वह स्थिति है जब :
(a) पूर्णतः इच्छा से कम नहीं करते
(b) हम आलस्य से काम नहीं करते
(c) हमें इच्छा एवं योग्यता होते हुए भी काम नहीं मिलता
(d) हम अशिक्षित एवं अपंग होते हैं
उत्तर-
(c) हमें इच्छा एवं योग्यता होते हुए भी काम नहीं मिलता

प्रश्न 9.
बिहार में पाई जानेवाली बेरोजगारी है ?
(a) संघर्षात्मक
(b) चक्रीय
(c) अदृश्य
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) अदृश्य

प्रश्न 10.
बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में पाई जाती है।
(a) औद्योगिक बेकारी
(b) चक्रीय बेकारी
(c) अदृश्य एवं मौसमी बेकारी
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) अदृश्य एवं मौसमी बेकारी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 11.
बिहार में अशिक्षितों की संख्या करीब निम्न में कितना प्रतिशत है ?
(a) 53 प्रतिशत
(b) 40 प्रतिशत
(c) 65 प्रतिशत
(d) 47 प्रतिशत
उत्तर-
(a) 53 प्रतिशत

प्रश्न 12.
देश की प्रमुख आर्थिक समस्या है
(a) उच्च शिक्षा
(b) खाद्यान्न की प्रचुरता
(c) क्षेत्रीय समानता
(d) गरीबी तथा बेकारी
उत्तर-
(d) गरीबी तथा बेकारी

प्रश्न 13.
भारत के ग्रामीण क्षेत्र में पाई जाती है
(a) शिक्षित बेकारी
(b) औद्योगिक बेकारी
(c) अदृश्य बेकारी
(d) चक्रीय बेकारी
उत्तर-
(c) अदृश्य बेकारी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 14.
मौसमी बेरोजगारी क्या है ?
(a) यह वह स्थिति है जिसमें लोग किसी खास मौसम या समय में ही रोजी प्राप्त कर पाते हैं
(b) यह वह स्थिति है जिसमें लोग सभी मौसम या समय में ही रोजी प्राप्त कर पाते हैं
(c) यह वह स्थिति होती है जिसमें लोग सिर्फ गरमी के मौसम में ही रोजी प्राप्त करते हैं
(d) यह वह स्थिति होती है जिसमें लोग सिर्फ जाड़े के मौसम में ही रोजी प्राप्त करते हैं
उत्तर-
(a) यह वह स्थिति है जिसमें लोग किसी खास मौसम या समय में ही रोजी प्राप्त कर पाते हैं

प्रश्न 15.
अदृश्य बेरोजगारी को निम्न में और भी क्या कहा जाता है ?
(a) छिपी हुई बेरोजगारी
(b) अर्द्ध-बेरोजगारी
(c) प्रच्छन्न बेरोजगारी
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 16.
भारत में शिक्षित बेरोजगारी का प्रधान कारण है.
(a) कुटीर उद्योगों का पतन
(b) उद्योगीकरण की मद गति
(c) दोषपूर्ण शिक्षा-प्रणाली
(d) जनसंख्या में वृद्धि
उत्तर-
(c) दोषपूर्ण शिक्षा-प्रणाली

प्रश्न 17.
अदृश्य या छिपी हुई बेरोजगारी की समस्या का समाधान किया जा सकता है
(a) कृषि विकास द्वारा
(b) ग्रामीण उद्योगों द्वारा
(c) (a) एवं (b) दोनों द्वारा
(d) इनमें किसी से नहीं
उत्तर-
(c) (a) एवं (b) दोनों द्वारा

प्रश्न 18.
स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना प्रारंभ हुई है
(a) अप्रैल, 1989 से
(b) अप्रैल, 1999 में
(c) सितंबर, 2001 में
(d) सितंबर, 2005 में
उत्तर-
(b) अप्रैल, 1999 में

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 19.
संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना लागू हुई है
(a) सितंबर, 2001 में
(b) सितंबर 2003 में
(c) अप्रैल 2004 में
(d) अप्रैल 2005 में
उत्तर-
(a) सितंबर, 2001 में

प्रश्न 20.
बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में पाई जाती है
(a) मौसमी बेरोजगारी
(b) अदृश्य बेरोजगारी
(c) (a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(c) (a) एवं (b) दोनों

प्रश्न 21.
बिहार में ग्रामीण बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए आवश्यक है
(a) कृषि का विकास
(b) ग्राम्य उद्योगों का विकास
(c) जनसंख्या पर नियंत्रण
(d) इनमें तीनों ही
उत्तर-
(d) इनमें तीनों ही

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 22.
“लाभदायकता काम के अभाव की स्थिति को कहते हैं।” बेकारी की यह परिभाषा निम्न में किन अर्थशास्त्रियों द्वारा दिया गया है ?
(a) पीगू
(b) अमर्त्य सेन
(c) मार्शल
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) अमर्त्य सेन

प्रश्न 23.
रोजगार के तीन पहलू-(i) आय पहलू (ii) उत्पादन पहलू (iii) पहचान पहलू निम्न में से किन अर्थशास्त्रियों द्वारा होते हैं ?
(a) मार्शल
(b) पीगू
(c) अमर्त्य सेन
(d) बेंजामिंस हिगिंस
उत्तर-
(c) अमर्त्य सेन

प्रश्न 24.
भारत में बेरोजगारी के कितने प्रकार या स्वरूप हैं ?
(a) 5
(b)6
(c) 10
(d) 9
उत्तर-
(c) 10

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 25.
चक्रीय बेरोजगारी क्या है ?
(a) मंदी के दिनों में माँग घट जाने से जो बेकारी फैलती है
(b) मंदी के दिनों में माँग बढ़ जाने से जो बेकारी फैलती है
(c) मंदी के दिनों में माँग घटने तथा बढ़ने से जो बेकारी फैलती है
(d) उपर्युक्त में सभी
उत्तर-
(a) मंदी के दिनों में माँग घट जाने से जो बेकारी फैलती है

प्रश्न 26.
ऐच्छिक बेरोजगारी के प्रमुख उदाहरण हैं
(a) हड़ताल करने वाले श्रमिक
(b) काम नहीं करने वाले श्रमिक
(c) इच्छा के अनुसार काम नहीं करने वाले श्रमिक
(d) योग्यता के अनुसार काम करने वाले श्रमिक
उत्तर-
(b) काम नहीं करने वाले श्रमिक

प्रश्न 27.
घर्षणात्मक बेरोजगारी को और क्या कहा जाता है ?
(a) अस्थिर बेरोजगारी
(b) अदृश्य बेरोजगारी
(c) प्रच्छन्न बेरोजगारी
(d) छिपी बेरोजगारी
उत्तर-
(a) अस्थिर बेरोजगारी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 28.
बिहार में झारखंड राज्य को कब विभाजित किया गया ?
(a) 15 नवंबर, 2000 में
(b).14 नवंबर, 2001 में
(c) 14 नवंबर, 2002 में
(d) 15 नवंबर, 2003 में
उत्तर-
(a) 15 नवंबर, 2000 में

प्रश्न 29.
बेरोजगारी से पड़ने वाले प्रभाव निम्न में से कौन-कौन हैं ?
(a) मानव-शक्ति का बरबाद होना
(b) निम्न जीवन स्तर
(c) प्रतिव्यक्ति आय की कमी
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 30.
बिहार के निम्न में से कौन-कौन प्रमुख कुटीर उद्योग है ?
(a) चमड़ा उद्योग
(b) साबुन उद्योग
(c) बीड़ी उद्योग
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 31.
शिक्षित बेरोजगारी किसे कहते हैं ?
(a) जब शिक्षित व्यक्ति को अपनी योग्यता व इच्छा के अनुसार काम नहीं मिलता है
(b) जब अशिक्षित व्यक्ति को उसकी योग्यता के अनुसार काम नहीं मिलता है
(c) जब शिक्षित व्यक्ति को अपनी योग्यता व पसंद के अनुसार काम मिलता है
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(a) जब शिक्षित व्यक्ति को अपनी योग्यता व इच्छा के अनुसार काम नहीं मिलता है

प्रश्न 32.
औद्योगिक बेरोजगारी किस क्षेत्र में पायी जाती है ?
(a) शहरी क्षेत्रों में
(b) ग्रामीण क्षेत्रों में
(c) (a) एवं
(b) दोनों में
उत्तर-
(a) शहरी क्षेत्रों में

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 33.
तकनीकी बेरोजगारी निम्न में कहाँ-कहाँ देखी जाती हैं ?
(a) कृषि तथा उद्योग
(b) व्यापार एवं उद्योग
(c) कृषि तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
(d) इनमें सभी
उत्तर-
(a) कृषि तथा उद्योग

प्रश्न 34.
खुली बेरोजगारी को और क्या कहा जाता है ?
(a) संरचनात्मक बेरोजगारी
(b) प्रच्छन्न बेरोजगारी
(c) छिपी बेरोजगारी
(d) आदृश्य बेरोजगारी
उत्तर-
(a) संरचनात्मक बेरोजगारी

प्रश्न 35.
ग्रामीण बेरोजगारी का प्रकार है
(a) ऐच्छिक बेरोजगारी
(b) शिक्षित बेरोजगारी
(c) औद्योगिक बेरोजगारी
(d) छुपी हुई बेरोजगारी
उत्तर-
(d) छुपी हुई बेरोजगारी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 36.
शहरी बेरोजगारी का प्रकार है
(a) अनैच्छिक बेरोजगारी
(b) शिक्षित बेरोजगारी
(c) ऐच्छिक बेरोजगारी
(d) मौसमी बेरोजगारी
उत्तर-
(b) शिक्षित बेरोजगारी

प्रश्न 37.
बेरोजगारी के परिणामस्वरूप
(a) शिक्षा में वृद्धि होती है
(b) उत्पादन में वृद्धि होती है
(c) आय में वृद्धि होती है
(d) निर्धनता में वृद्धि होती है
उत्तर-
(d) निर्धनता में वृद्धि होती है

प्रश्न 38.
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के प्रारंभ में भारत में बेरोजगारों की संख्या थी
(a) 30.0 मिलियन
(b) 35.5 मिलियन
(c) 36.7 मिलियन
(d) 40.0 मिलियन
उत्तर-
(c) 36.7 मिलियन

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 39.
“असली भारत गाँवों में बसता है” यह कथन किसने दी?
(a) गाँधीजी
(b) सुभाषचन्द्र बोस
(c) जवाहरलाल नेहरू
(d) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
उत्तर-
(a) गाँधीजी

प्रश्न 40.
हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र में भारत को कृषि क्षेत्र के बाद कौन-सा स्थान प्राप्त है ?
(a) दूसरा
(b) तीसरा
(c) चौथा
(d) पांचवां
उत्तर-
(a) दूसरा

प्रश्न 41.
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम का नया परिवर्तित नाम क्या है ?
(a) मनरेगा
(b) नरेगा
(c) अंत्योदय योजना
(d) इंदिरा आवास योजना
उत्तर-
(a) मनरेगा

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 42.
नरेगा का नाम बदलकर महात्मा गाँधी के नाम पर करने की घोषणा कब की गयी थी?
(a) 2 अक्टूबर, 2009
(b) 2 अक्टूबर, 2008
(c) 2 अक्टूबर, 2010
(d)4 अक्टूबर, 2009
उत्तर-
(a) 2 अक्टूबर, 2009

प्रश्न 43.
संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना को किस वर्ष लागू किया गया ?
(a) 25 दिसंबर, 2001
(b) 24 दिसंबर, 2001
(c) 23 दिसंबर, 2000
(d) 25 दिसंबर, 2002
उत्तर-
(a) 25 दिसंबर, 2001

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 44.
प्रधानमंत्री रोजगार योजना किस वर्ष आरंभ किया था ?
(a) 2 अक्टूबर, 1993
(b) 2 अक्टूबर, 1994
(c) 25 दिसंबर, 2001
(d) 23 सितंबर, 1993
उत्तर-
(a) 2 अक्टूबर, 1993

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions रचना निबंध लेखन.

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

अनुशासन

नियमानुकूल आचरण अनुशासन है । ये नियम परिवार, समाज और राष्ट्र के अलावा, अपने आप को मर्यादित रखने के लिए होते हैं। अनुशासन की शुरुआत वस्तुतः अपने पर शासन से होती है। संयमपूर्वक जीवन-यापन ही __ अपने पर शासन है । हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके लिए कुछ नियम बनाये हैं। इन्हें अपने जीवन में उतारकर हम अपने-आप को निखार सकते हैं. विकसित कर सकते हैं । प्रकृति के सारे कार्य अनुशासनबद्ध है ।

आदमी एक सामाजिक प्राणी है । समाज का सही संचालन तभी हो सकता है, जब हमारे बात-व्यवहार एक-दूसरे के सुख-दुःख को दिमाग में रखकर किए जाते हैं । इसके लिए अपने को बाँधना पड़ता है और अपने स्वार्थ का परित्याग करना होता है।

राष्ट्र का तो विकास ही अनुशासन पर आश्रित है । यदि सुरक्षा के लिए सैनिक सदा सतर्क न रहें, सरकारी सेवक समय पर कार्यों को निपटाये नहीं, शिक्षक ज्ञान को विद्यार्थियों में बाँटे नहीं, छात्र अपने मूल कर्त्तव्य विद्याध्ययन से जी चुराये, किसान अन्न-उत्पादन में निरन्तर वृद्धि के लिए प्रयत्न न करे तो देश कहाँ जाएगा ? यदि सभी अपने-अपने मन की करने लगे तो पूरे देश में अराजकता फैल जाएगी । नतीजा होगा कि कोई-न-कोई धर दबोचेगा और फिर हम गुलाम बनकर रह जाएंगे ।

आज के बच्चों के ऊपर ही कल देश को चलाने का भार होगा । इसलिए जरूरी है कि हम शुरू से ही अनुशासन को जीवन में अपनाकर चलें । इससे हम अनुशासित जीवन जीने के आदी हो जायेंगे और अपने साथ देश-समाज को दुनिया में प्रतिष्ठा दिला सकेंगे । हम याद रखे कि अनुशासित राष्ट्र ही सफलता की ऊँचाई छू सकता है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

पुस्तकालय

‘पुस्तकालय’ शब्द दो शब्दों के मेल से बना है । ‘पुस्तक’ और ‘आलय’। पुस्तक का अर्थ किताब और आलय का अर्थ घर होता है । अतः ‘पुस्तकालय’ शब्द का अर्थ ‘पुस्तकों या किताबों का घर’ होता है । जहाँ पर सामूहिक और व्यवस्थित ढंग से पढ़ने के लिए पुस्तकें रखी रहती हैं, उस स्थान को ‘पुस्तकालय’ कहा जाता है । प्रत्येक विद्यालय में पुस्तकालय का रहना आवश्यक है। हमारे विद्यालय में भी पुस्तकालय है । पुस्तकालय में ज्ञानवर्द्धक और लाभदायक पुस्तकें होनी चाहिए ।

पुस्तकों, को पढ़कर ही कोई विद्वान हो सकता है । लेकिन एक आदमी अपनी जरूरत की सारी किताबें अपने पास नहीं रख सकता है । सभी किताबें सब दिन मिलती नहीं हैं । ऐसे में एक आदमी सारी किताबों को खरीद भी नहीं सकता है । पुस्तकालय से किताबें लेकर हम अपनी जरूरत पूरी करते हैं। यहाँ से कोई भी आदमी एक निश्चित समय के लिए पुस्तकें प्राप्त कर सकता है और बाद में पढ़कर उस पुस्तक को फिर पुस्तकालय में वापस कर देता है। इस तरह के अदल-बदल के द्वारा एक ही पुस्तक से बहुत लोगों को लाभ होता है। हम अपना समय बेकार की बातचीत में बर्बाद कर देते हैं । पुस्तकालय में जाकर पुस्तकों का अध्ययन करने से समय का सदुपयोग होता है । यह स्वस्थ मनोरंजन भी है । जो गरीब छात्र हैं वे पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त करके अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं । अतः आधुनिक जीवन में पुस्तकालय एक महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक संस्था है।

हमारी विद्यालय में पुस्तकालय का प्रभारी एक शिक्षक हैं । छात्र-संघ का एक प्रधानमंत्री होता है । वह प्रत्येक वर्ग के छात्रों को किताबें देता है । प्रत्येक वर्ग को सप्ताह में एक दिन किताबें दी जाती हैं । उसी दिन पहले की ली. गई किताबें छात्र वापस भी करते हैं । शिक्षक-छात्र बौद्धिक स्तर के अनुसार सुरुचिपूर्ण किताबें चुनकर देते हैं ।

पुस्तकालय विद्यालय का प्राण होता है । हमलोगों को पुस्तकालय का भरपूर उपयोग करना चाहिए । इसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें रहती है, इन पुस्तकों के पढ़ने से हमारे ज्ञान की वृद्धि होती है।

समाचार-पत्र

मनुष्य स्वभाव से जिज्ञासु होता है । वह नित्य नवीन जानकारियाँ प्राप्त करना चाहता है । पहले इस जिज्ञासा के समाधान के लिए ऐसा कोई साधन नहीं था, जो आज समाचार-पत्रों के रूप में हमें सुलभ है । समाचार-पत्रों की उत्पत्ति की कहानी, सोलहवीं सदी में इटली से आरंभ होती है । मुद्रण-यंत्रों के आविष्कार से इनका विकास होता गया । आज विश्व-भर में इनका प्रचलन है।

समाचार-पत्र कई तरह के होते हैं । जैसे-दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक तथा मासिक-पत्र । समाचार-पत्र के मुख्यतः दो भेद होते हैं ‘सामान्य’ और _ ‘विशिष्ट’ । ‘सामान्य’ समाचार-पत्र सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक . आदि विषयों से संबंधित होते हैं । ‘विशिष्ट’ समाचार-पत्रों में विशेष व्यवसाय या पेशे से संबंधित समाचार होते हैं । सामाचार-पत्र लोकतंत्र के प्रहरी हैं। आज विश्व भर में लोकतंत्र का बोलबाला है । समाचार-पत्र इस क्षेत्र में जनता के मार्गदर्शक होते हैं । समाचार-पत्रों के माध्यम से लोग अपनी इच्छा, विरोध

और आलोचना प्रकट करते हैं । इनसे राजनीतिज्ञ भी डरते हैं । नेपोलियन ने कहा था- “मैं लाखों विरोधियों की अपेक्षा तीन विरोधी समाचार-पत्रों से भयभीत रहता हूँ।” समाचार-पत्र राजनैतिक क्रिया-कलापों का पूर्ण व्योरा प्रस्तुत करते हैं । इसी के आधार पर जनता अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती है।

आज के समाचार-पत्र विविधतापूर्ण होते हैं । प्रचार-माध्यम के रूप में इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है। यदि कोई अपने विचार या रचना को देशव्यापी बनाना चाहता है, तो वह समाचार-पत्रों का सहारा लेता है । इससे उसकी बात देश-भर में फैल जाती है। व्यापार के फैलाव के लिए भी ये अत्यन्त उपयोग हैं। इनमें छपे विभिन्न विषयों के लेखों से हमारा ज्ञान-विस्तार होता है । इनसे हम नए विचारों पर चिन्तन करना, इन्हें अपनाना सीखते हैं।

समाचार-पत्र देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, अन्धविश्वास और रूढ़िवादिता जैसी बुराइयों को दूर करने में भी सहायक हो सकते हैं । ये अपनी आलोचनाओं से सामाजिक तथा राजनैतिक बुराईयों का पर्दाफाश कर सकते हैं । यह तभी सम्भव है, जब समाचार-पत्र स्वतंत्र तथा निष्पक्ष हों और अपने उत्तरदायित्वो को ईमानदारी से निभाते हों।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

विद्यार्थी जीवन

विद्यार्थी जीवन फूलों की सेज नहीं, काँटों का ताज है, किन्तु ये काँटे फूल बनाये जा सकते हैं । यह जीवन सरल नहीं है, किन्तु इसे सरल बनाया जा सकता है । इसके लिए दृढ़ निश्चय की, घोर परिश्रम की और पूर्ण शिक्षण की आवश्यकता है।

यह जीवन विद्यालय से प्रारम्भ होता है । विद्यालय वह स्थान है जहाँ जीवन की तैयारी की पहली शिक्षा मिलती है । यह मात्र पठन-पाठन का स्थान नहीं, प्रत्युत् जीवन-निर्माण, चरित्र-निर्माण की पवित्र भूमि है । जीवन का यह भाग विद्यार्थी जीवन कहलाता है ।

बच्चे का भविष्य उसके विद्यार्थी जीवन से जाना जा सकता है । यह भावी जीवन की तैयारी का काल है। मनुष्य इसी काल में विविध ज्ञान और अनेक गुणों की तैयारी करता है । इसी काल में उस जीवन-कक्ष का बीज-वपन होता है जो आगे चलकर फूलता-फलता है। हम इस काल में जैसा कर्त्तव्य करेंगे, भावी जीवन में वैसा ही फल मिलेगा। … विद्यार्थी जीवन निर्माण का काल है । इस निर्माण-काल में शिक्षा और उपदेश की, नियम और प्रतिबन्ध की एवं अनुशासन और संकल्प की आवश्यकता होती है । हमें इन गुणों को अपनाना पड़ता है । इनकी कमी से अनर्थ हो जाने की संभावना रहती है। हमें अपने शिक्षकों और अभिभावकों को नहीं भूलना है। इनके बताये मार्ग पर चलकर ही हम अपने में आत्मनिर्भरता, कर्तव्यपरायणता और अनुशासन आदि गुणों का विकास कर सकते हैं।

छात्र-जीवन का प्रधान कर्त्तव्य है पठन-पाठन । उसे चाहिए कि वह अध्ययन, अध्यवसाय और अनुशासन का मूल्य समझे । उसके लिए संयम नियम की नितान्त आवश्यकता है। इसी से जीवन प्रतिष्ठित हो सकता है। इसके अभाव में मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान का स्वप्न चूर हो जाता है । अंगेजी में एक कहावत है-“Student life is golden life” अर्थात् विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम जीवन होता है । इस जीवन की चमक सदा अक्षुण्ण रहे इसका ध्यान प्रत्येक विद्यार्थी को रहना चाहिए ।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

हमारे प्रिय शिक्षक

लाल बिहारी बाबू हमारे वर्ग शिक्षक हैं । वे पाठ को मानो घोल कर पिलाते हैं । क्या मजाल कि उनके पढ़ाते समय कोई तनिक आवाज भूल से भी करे।

जुल्म और जबरदस्ती लाल बिहारी बाबू को बर्दाश्त नहीं । बाबू राम नारायण सिंह का पुत्र भी हमारे ही विद्यालय में पढ़ता है । वे गाँव के बड़े ही प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं । विद्यालय के संचालकमंडल में भी दखल रखते हैं। एक बार उनके पुत्र ने ताव में आकर अपने साथ पढ़ने वाले हरिजन लड़के को बेवजह पीट दिया । लाल बिहारी बाबू इस अनाचार को भला कब बर्दाश्त कर सकते थे ? उतने क्रोध में पहली बार लाल बिहारी बाबू को मैंने देखा था, बेंत की छड़ी तडातड़ उस लड़के की पीठ पर पड़ रही थी । लाल बिहारी बाबू के मुँह से एक ही बात बार-बार निकल रही थी, “अरे बुद्ध ! तूम अपने सहपाठी को नीचा मानता है । तू नीच है” । वह लड़का जब घर पहुंचा तो उसके पिताजी ने सारी बात जान ली। पन्द्रह-बीस मिनट में ही लड़के को साथ लिये बाबू रामनारायण सिंह ने आते ही अपने लड़के को आज्ञा दी, “गुरुजी के पैर पकड़, शपथ ले कि आगे फिर ऐसी हरकत नहीं करेगा ! अपने साथी से अपने किए के लिए माफी माँग” | लाल बिहारी बाबू की आँखों से आँसू की धारा बह रही थी और वे हकलाते हुए कहते जा रहे थे-“खोट मुझमें है रामनारायण बाबू ! मैं लड़के को सच्ची शिक्षा नहीं दे सका कि आज आशीष देनेवाले हाथ में छड़ी उठानी पड़ गई।”

भला, ऐसे वर्ग-शिक्षक को कौन भुला सकता है ? आज सारा गाँव वस्तुतः उनके चरणों में नतमस्तक है।

बाढ़

जब नदियों का जल बढ़कर आस-पास के इलाके में फैल जाता है, तब कहा जाता है कि नदियों में बाढ़ आ गई है । अत्यधिक वर्षा और बर्फ के अधिक पिघलने से नदियों में पानी बढ़ जाता है । यह बढ़ा हुआ जल नदी के दोनों किनारों के ऊपर आ जाता है । तब पानी में आस-पास की जमीनें डूब जाती है । बाढ़ प्रायः बरसात के समय आती है । कभी-कभी किसी-किसी नदी में जोरों की बाढ़ आती है । इससे नदी के किनारे के गाँव डूब जाते हैं।

जल-शक्ति के सामने कोई भी टिक नहीं सकता है । किसी भी स्थान के लिए बाढ़ एक प्राकृतिक प्रकोप है।

बाढ़ आने से अत्यधिक हानियाँ होती हैं । अचानक बाढ़ से गाँव-के गाँव बह जाते हैं । बहुत से आदमी और पशु डूबकर मर जाते हैं । खेतों में लगी हुई फसलें बर्बाद हो जाती हैं । गाँवों में कच्चे घर गिर जाते हैं । बाढ़-वाले क्षेत्रों के लोग बेघर होकर ऊँचे स्थानों, सडकों और स्टेशनों में शरण लेते हैं। बड़े-बड़े वृक्ष बाढ़ की धारा में उखड़ कर बह जाते हैं। बाढ़ के समय नदियाँ अपनी धारा भी बदलती हैं । उपजाऊ जमीन पर बाढ़ के समय बालू जमा हो जाते हैं और जमीन ऊसर हो जाती है। बाढ़ जब उतर जाती है तो पानी नदी में चला जाता है। चारो ओर गंदगी फैली रहती है। पानी में घास-फूस आदि के सड़ने से बहुत-सी बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती हैं । खासकर पशुओं में बीमारी तेजी से फैलती है।

बाढ़ के जल में मिट्टी के चिकने और उपजाऊ कण रहते हैं। बाढ के समय ये कण हमारे खेतों में जमा हो जाते हैं । इससे हमारे खेतों की उर्वश शक्ति बढ़ जाती है । अगले वर्ष बहुत अच्छी फसल होती है । बाढ़ से गाँवों की सफाई भी हो जाती है ।

‘बाढ़ से हानियाँ भी ज्यादा हैं। इससे बचाव के लिए सरकार प्रयत्न कर रही है । बाढ़वाली नदियों के किनारे पर तटबन्ध बनाये जा रहे हैं । बाढ़ के जल के उपयोग की भी योजनाएं बनायी जा रही हैं । बाढ़ से ज्यादा नुकसान सुखाड़ से होती है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

वर्षा-ऋतु

भारतवर्ष के अन्दर छह ऋतुएँ होती है-1. वसन्त, 2. ग्रीष्म (गर्मी), 3. वर्षा, 4. शरद् (जाड़ा), 5. हेमन्त और 6. शिशिर । हम इन छहों ऋतुओं को तीन भागों में बाँट सकते हैं-गर्मी, वर्षा और जाड़ा । वर्षा ऋतु मुख्यतः आषाढ़ और सावन में आती है, लेकिन इसका प्रभाव आश्विन तक बना रहता है। वर्षा-ऋतु का आगमन ग्रीष्म (गर्मी) के बाद होता है ।

वर्षा ऋतु के आते ही आकाश में काले-काले बादल छा जाते हैं । बादल गरजने लगते हैं । भारी वर्षा प्रारम्भ हो जाती हैं । वर्षा के जल से धरती की जलती हुई छाती शीतल हो उठती है। जीव-जन्तुओं में खुशियाली छा जाती है । ग्रीष्म-ताप से झुलसे हुए पेड़-पौधे फिर से नये पत्तों से लदने लगते हैं। धीरे-धीरे धरती पर हरियाली छाने लगती है। वर्षा-ऋतु में दिन-रात वर्षा होती रहती है । बादलों की गरज और बिजली की कड़क गड़ा भयावनी होती है।

जल ही जीवन है । अत: वर्षा-ऋतु में धरती को नया जीवन मिलता है। चारों ओर हरियाली छा जाने से पृथ्वी का दृश्य देखने योग्य हो जाता है। नदी और ताल-तलैया जल से लबालब भर जाते हैं । किसानों के लिए यह बहुत खुशी का समय होता है । इसी समय धान और मकई की मुख्य फसलें बोई जाती है। रब्बी की फसल के लिए जमीन में तरी आती है। भारत की खेती वर्षा-ऋतु पर निर्भर है। – इस ऋतु से कुछ हानियाँ भी होती हैं । अधिक वर्षा के कारण नदियों में बाढ़ आ जाती है, जिससे गाँव बह जाते हैं । लगी हुई फसलें नष्ट हो जाती हैं । यातायात ठप हो जाता है । पशु-पक्षी अधिक वर्षा के कारण भींग-भीग कर मर जाते हैं । गड्ढे में पानी जम जाता है, जिससे बीमारियाँ पैदा होती हैं।

इतना होने पर भी वर्षा-ऋतु से लाभ ही अधिक है। खेती के लिए यह आवश्यक ऋतु है । वर्षा नहीं हो तो धरती वीरान और रेगिस्तान बन जाएगा।

वसन्त-ऋतु

भारत सौन्दर्यमयी प्रकृति की गोद में बसा हुआ सुषमा सम्पन्न देश है। इसे ‘प्रकृति का पालना’ भी कहा जाता है । यहाँ प्रकृति अपने रंग-बिरंगे मोहक रूपों में देखने को मिलती है । वर्ष की छह ऋतुएँ एक के बाद दूसरी क्रमसे आकर विविध रूपों में भारत-भूमि का श्रृंगार करती है । वसन्त ऋतुओं की इस माला का सबसे सुन्दर और चमकता हुआ मोती है । ऋतुराज वसन्त के आते ही उसकी मादकता हर स्थान पर छा जाती है और प्रकृति राजरानी की तरह सजने लगती है ।

ऋतुराज वसन्त के आगमन से ही शीत का भयंकर प्रकोप भाग जाता है । वसन्त का आगमन फागुन में होता है और वह चैत तक रहता है। वसन्त के आते ही पश्चिम-पवन वृक्ष के जीर्ण-शीर्ण पत्तों को गिराकर उन्हें स्वच्छ और निर्मल बना देता है । वृक्षों और लताओं के लहकते हुए नवकिसलय-दल दिखने लगते हैं । रंग-बिरंगे विविध पुष्यों की सुगन्ध दशों-दिशाओं में अपनी मादकता का संचार करने लगती है । जलवायु सम हो जाती है-न शीत की कठोरता और न ग्रीष्म का ताप । कोयल की कूक चारों ओर सुनाई पड़ने लगती है । शीत के ठिठुरे अंगों की शिथिलता मिट जाती है और उन अंगों में जीवन की नई स्फूर्ति उमड़ने लगती है । वसन्त के आगमन के साथ ही जैसे जीर्णता और पुरातनता का प्रभाव तिरोहित हो जाता है।

वसन्त में प्रकृति के कण-कण में नवजीवन का संचार हो जाता है । ऐसे में ही हँसी-खुशी के.साथ होली आती है और सबको झुमा डालती है। इसलिए होली को वसंतोत्सव भी कहा जाता है । इस समय खेतों में पकी हई फसलें लहराती रहती हैं । हर्ष में डूबे किसान अपनी फसलों को देखकर नाचने लगते हैं। ढोल की थाप ओर मैंजीरों की सकती ध्वनि से वातावरण गूंजने लगता है और ऐसा प्रतीत होता है मानों संसार में सुख-ही-सुख, आनन्द-ही-आनन्द है। वसन्त की इस मस्त कर देनेवाली माधुरी की प्रशंसा कवियों और लेखकों ने मुक्तकंठ से की है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

15 अगस्त (स्वाधीनता दिवस)

हमारे देश का सबसे महत्त्वपूर्ण और स्वर्णिम दिन है-15 अगस्त, 1947। इसी दिन हम सदियों की गुलामी की जंजीरें तोड़कर आजाद हुए । दुनिया के आजाद देशों के आकाश में एक नया सितारा जगमगा उठा-स्वाधीन भारत ।

15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय त्योहार है । इसी दिन, देश के भाग्य ने पलटा खाया, आजादी मिली । इसके लिए हमारे देश के लाखों लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाई । अपनी सारी जिंदगी या जवानी जेल के सीखचों के अन्दर गुजार दी। कितनी माताओं के लाल छिने, कितनी सुहागिनों के माँग धुले तब जाकर यह दिन आया । अमानवीय आत्याचारों से ऊबकर स्वतंत्रता-प्रेमी भारतीयों के हृदय में तीव्र आक्रोश पैदा हुआ और अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिली, सत्य और अहिंसा के अस्र के सामने अंग्रेजों की कठोरता प्रकम्पित हो उठी । 15 अगस्त, 1947 को शताब्दियों की खोई स्वतंत्रता भारत को पुनः प्राप्त हो गई । सारे देश में स्वतंत्रता की लहर दौड़ गई । लालकिले पर देश का अपना तिरगा झंडा लहराया । एक नये अध्याय की शुरुआत हुई।

लेकिन 15 अगस्त का दूसरा पहलू भी है । इसके एक दिन पूर्व मातृभूमि के दो टुकड़े हो गए । भारत का एक अंग कटकर पाकिस्तान बना । अखंड भारत का सपना बिखर गया । इस प्रकार एक ओर यह दिन हमारे लिए हर्ष’ का है तो दूसरी ओर विषाद का भी है। प्रतिवर्ष यह राष्ट्रीय पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है । विद्यालय के छात्र अपने इस ऐतिहासिक उत्सव को बड़े उल्लास और उत्साह के साथ मनाते हैं । उसी दिन राज्यों की राजधानियों में भी किसी सार्वजनिक स्थानों पर मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा झंडा फहराया जाता है । सभी सरकारी कार्यालयों में भी काफी सरगर्मी के साथ तिरंगा झंडा फहराया जाता है तथा लोग अपने-अपने घरों पर भी तिरंगा झंडा फहराते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है । प्रधानमंत्री लालकिले पर झंडा फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हैं । राज्यों की आकर्षक झाँकियाँ निकाली जाती हैं।

यद्यपि हमें आजादी मिल गई है तथापि देश की स्थिति दयनीय है, अशिक्षा है, भ्रष्टाचार है, भूख है, गरीबी है । इन्हें मिटना होगा, तभी हम सही अर्थ में स्वतंत्र देश के आदर्श नागरिक बन सकेंगे।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

हमारा देश : भारत

भारत हमारा प्यारा देश है । हम सभी भारत माता की संतान हैं । मनुष्य का जहाँ जन्म होता है, वहाँ वह पलता-बढ़ता है, वह मनुष्य की जन्मभूमि होती है। भारत हमारी जन्मभूमि है । यहीं की मिट्टी, हवा और पानी में हम पले हैं। हमारे लिए यह स्वर्ग से भी बढ़कर है । यह एक महान देश है और संसार का शिरोमणि है।

जब दुनिया के अन्य देशों के लोग असभ्यावस्था में जंगलों में घूमते थे, उस समय भारत में वेद की ऋचाएं गूंजती थीं । भारत भूमि अवतारों, ऋषियों, मुनियों एवं महात्माओं की तपोभूमि है । यहीं पर दयानन्द सरस्वती, स्वामी विवेकानन्द, रवीन्द्रनाथ टैगोर और महात्मा गाँधी जैसे महान आत्माओं ने भारत का मान विश्व में ऊँचा किया है। – इसके उत्तर में नेपाल-चीन ओर तिब्बत हैं। इसके दक्षिण में हिन्द महासागर है । इसके पूरब में बंगाल की खाड़ी और म्यांमार (बर्मा) हैं । भारत के पश्चिम में अरब सागर, पाकिस्तान और अफगानिस्तान हैं । उत्तर में संसार का सबसे ऊँचा पर्वत हिमालय भारत माता के सिर का जगमगाता मुकुट है।

प्राकृतिक दृष्टि से यह एक सम्पन्न देश है । यहाँ की नदियों में सालों भर मीठे जल का प्रवाह होते रहता है। गंगा और ब्रह्मपत्र के उत्तरी मैदान काफी उपजाऊ हैं । अनेक प्रकार के अन्न यहाँ उपजते हैं । यहाँ नदियों का जाल बिछा है । यहाँ की जलवायु मानसूनी और उत्तम है । भारत के पठारी भाग के गर्भ में खनिज-रत्नों का भंडार छिपा है । चारों ओर फैली वन-सम्पदा इसके ऐश्वर्य में चार चाँद लगाती है । भारत सदा शान्ति और अहिंसा का पुजारी रहा है । आज भी भारत अपने इस पुनीत संदेश को सारी दुनिया में फैला रहा है ।

भारत के लोग महान राष्ट्रप्रेमी हैं । इसकी मान-प्रतिष्ठा के लिए यहाँ के लोग सदा अपना बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं । हमारे अन्दर देश-प्रेम की भावना सदा भरी रहनी चाहिए । तभी देश सुरक्षित रहेगा ।

होली

ऋतुओं में वसन्त का, फूलों में गुलाब का और रसो में शृंगार का जो महत्त्व है, वही स्थान त्योहारों में होली का है । मात्र यही एक त्योहार है जिसमें वसन्त की सुषमा, गुलाब की खुशबू और श्रृंगार की मादकता का अपूर्व संयोग है। यह हँसी-खुशी का पर्व है । दिन-रात अपनी कर्म-संकुलता में उलझे मनुष्य को यह पर्व आनन्द और प्रसन्नता से भर देता है।

इस पर्व के पीछे भी एक पौराणिक कथा प्रचलित है। हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रहाद भगवान विष्णु का भक्त था । हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद को मरवाने “की हरचन्द कोशिश की, पर भगवान की कृपा से वह सदा बचता गया । प्रह्लाद की बुआ होलिका के पास वरदानयुक्त एक चादर थी, जिसे ओढ़कर कोई भी आदमी आग में नहीं जलता था । अन्त में हिरण्यकशिपु के कहने पर होलिका ” ने वही चादर ओढ़ ली और प्रह्लाद को लेकर आग में प्रवेश कर गई। भगवत्कृपा से उसी समय जोरों की हवा चली और होलिका की चादर प्रह्लाद के शरीर से लिपट गई । प्रहाद भगवान का नाम लेता हुआ चिता से बाहर आ गया और होलिका जल मरी । इसी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है।

यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है । रात्रि में होलिका दहन होता है और सुबह लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं । दोपहर के बाद स्नान के पश्चात् अबीर-गुलाल का कार्यक्रम प्रारंभ होता है। उस दिन हर चेहरा एक रंग में रंग जाता है । न कोई बड़ा होता है न छोटा, न कोई ऊँच होता है न नीच, न कोई धनी होता है न निर्धन । बच्चे, बूढ़े, जवान, स्त्री, पुरुष सभी एक ही रंग में रंगे हुए. एक ही मस्ती में मस्त । इस दिन हर गाँव का गली-कृचा ‘मोहन खेले होली हो’ की ध्वनि से गूंजने लगता है । हर स्थान पर मालपूआ और पकवान की सोधी गंध फैलने लगती है । ढोल और मँजीर की ध्वनि से आकाश गूंजने लगता है । सारा वैर-भाव भूलकर सभी एक-दूसरे को गले मिलते हैं। .. आज की भौतिकवादी दुनिया में होली की खुशियों की झोली बहुत कुछ खाली हो गयी है, फिर भी इसमें अन्य त्योहारों से अधिक खुशियाँ हैं । इस सामाजिक पर्व को भाइचारे और सहृदयता से ही मनाया जाना चाहिए ।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

दुर्गापूजा या विजयादशमी

दुर्गापुजा हिन्दुओं का सर्वप्रमुख पर्व है । इस पर्व को कहीं दशहरा, कहीं शारदीय नवरात्रपूजा और कहीं विजया दशमी भी कहा जाता है । इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के लोग बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। दुर्गापूजा शक्ति की उपासना है । यह अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है।

दुर्गापूजा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के विषय में कई तरह की धार्मिक कथाएँ प्रचलित हैं। कुछ लोग कहते हैं कि राम नं इसी दिन रावण का वध किया था । उसकी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है । कुछ लोगों के अनुसार महिपासुर नामक असुर महान शक्तिशाली एवं पराक्रमी था । उसने देवताओं को पराजित कर स्वर्ग पर अधिकार कर लिया था । स्वर्ग-च्युत भयातुर देवताओं ने भगवान विष्णु की स्तुति-आराधना की । ब्रह्मा, विष्णु, महेश-इन त्रिदेवों के शरीर से तथा सभी देवताओं के शरीर से थोड़ा-थोड़ा तेज निकला और सबके सम्मिलित तेज-पुंज से नारी रूप में आदिशक्ति माता दुर्गा प्रकट हुई । देवताओं ने अपने-अपने अस्त्र माता को प्रदान किए । माता हुंकार करती – हुई युद्ध के मैदान में पहुंची और प्रचंड बली महिषासुर का वध किया । उसी विजय के उपलक्ष्य में दुर्गापुजा का पर्व मनाया जाता है । कथाएँ जो भी सत्य हो, पर यह पूर्णतः सत्य है कि यह पर्व असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाता है।

दुर्गापूजा का पर्व दस दिन तक मनाया जाता है । आश्विन मास के शुक्लपक्ष के प्रारम्भ में ही कलश-स्थापन होता है और माता दुर्गा की पूजा प्रारम्भ हो जाती है । बड़ी निष्ठा, श्रद्धा-भक्ति, बड़े उल्लास और धूम-धाम से दुर्गापूजा की जाती है । दशमी को यज्ञ की समाप्ति के बाद विर्जन का काम होता है । इस अवसर पर कहीं-कहीं मेला लगता है तथा विभिन्न स्थानों पर संगीत-समारोह का भी आयोजन किया जाता है।

दुर्गापूजा के अवसर पर सभी शिक्षण-संस्थान और सरकारी कार्यालय बन्द कर दिये जाते हैं । सभी लोग मिल-जुलकर इस पर्व को मनाते हैं । इस पुनीत अवसर पर हम सबको अपनी संस्कृति से शील और शक्ति की सीख लेनी चाहिए । यह उत्सव मात्र प्रचण्ड शक्ति का ही प्रचार नहीं, बल्कि इसके सात्त्विक तेज का भी प्रेरक है । अतः सबको सात्विक भाव से ही माँ दुर्गा की पूजा करनी चाहिए । इस पूजा के चलते अगर धार्मिक द्वेष उत्पन्न होता है, तो निश्चित रूप से पूजा का मूल उद्देश्य नष्ट हो जाता है ।

मेरे प्रिय कवि : तुलसीदास

सूरदास, तुलसीदास, मीराबाई, नन्ददास आदि भक्त कवियों की काव्यकृतियों के रसास्वादन करने का सुअवसर हमें मिला । किन्तु महाकवि तुलसीदास की रचनाओं-रामचरितमानस, विनयपत्रिका, कवितावली में भक्ति-भावना के उद्रेक की जितनी क्षमता विद्यमान है, उतनी किसी कवि की रचनाओं में नहीं । उनकी रचनाओं में काव्य-सौष्ठव के दोनों पक्षों-भावपक्ष और कलापक्ष का अद्भुत , समन्वय हुआ है।

तुलसीदास ने विशृंखलित भारतीय संस्कृति को ठोस रूप प्रदान किया । तुलसीदास का आविर्भाव जिस काल में हुआ था, भारत में वह काल परस्पर विरोधी संस्कृतियों, साधनाओं, जातियों का सन्धिकाल था। देश की सामाजिक, राजनीतिक तथा धार्मिक स्थिति विशृंखलित हो रही थी । तुलसीदास ने समाज का सम्यक दिशा प्रदान की। उन्होंने अपने आराध्यदेव मर्यादा-पुरुषोत्तम राम के पावन चरित्र में शौर्य, विनयशीलता, पुरुषार्थ, करुणा तथा वात्सल्य भाव आदि मानवीय विभूतियों को संजोकर रख दिया है । राम के विमल चरित्र में ईश्वरीय एवं मानवीय गुण दोनों समवेत रूप से मुखरित हुए हैं।

यद्यपि महाकवि तुलसीदास के जन्म-स्थान, जन्म-तिथि, माता-पिता, शिक्षा-दीक्षा आदि के संबंध में विद्वानों में मतभेद है, फिर भी अधिकांश विद्वानों ने इनका जन्म संवत् 1589 के लगभग माना है तथा आत्माराम दूबे को इनका पिता और हुलसी को माता स्वीकारा है। गुरु नरहरिदास के चरणों में रहकर इनकी शिक्षा-दीक्षा हुई । इनका विवाह रत्नावली के साथ हुआ जिन्होंने इन्हें भगवद्-भक्ति की ओर प्रेरित किया !

तुलसीदास सचमुच आदर्शवादी भविष्यद्रष्टा थे । अपने आदर्श चरित्रों के आधार पर उन्होंने भारतवर्ष के भावी समाज की कल्पना की थी । प्रत्येक चरित्र-चित्रण में तुलसी ने मानव वृत्तियों को गंभीरता से देखा-परखा है। इसीलिए पाठक तुलसीदास द्वारा प्रतिपादित अनुभूतियों को उनके राग, वैराग्य, हास्य और रुदन को अपना ही राग-वैराग्य, हास्य और रुदन समझते हैं । यही कवि की सच्ची कला की महानता है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

प्रदूषण

प्रकृति के विभिन्न घटका में असंतुलन ‘प्रदूषण’ कहलाता है । पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व बना रहे : इसके लिए उसका प्रकृति के साथ समन्वय होना ही चाहिए । प्रदूषण के कारण वयजीव को संख्या में कमी, पारिस्थितिक असंतुलन, प्राकृतिक विपदाएँ, जनसंख्या वृद्धि आदि हैं। पर्यावरण के असंतुलन से ही प्रदूषण बढ़ता है। कारखाने की चिमनियों से निकलनेवाले धुएँ वातावरण को विषाक्त बना रहे हैं, उनके कूड़े-कचड़े तथा गंदी नालियों का बहाव नदियों की ओर किया जा रहा है । जंगलों की धड़ाधड़ कटाई हो रही है और खेतों में मनमाने ढंग से कीटाणुनाशक दवाइयाँ छिड़की जा रही है । इससे प्रदूषण की जटिल समस्याएँ उठ खड़ी हो गई हैं । इस समस्या ने मानव जाति के अस्तित्व के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया है।

प्रदूषण के अन्तर्गत वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण, और मिट्टी-प्रदूषण की चर्चा मुख्य रूप से होती है । भारत में भी प्रदूषण की मुख्य यही समस्याएँ हैं। जल, वायु, मिट्टी हमारे जीवन के लिए अत्यन्त उपयोगी तथा महत्त्वपूर्ण हैं। लेकिन मानव सभ्यता के विकास के साथ इन प्राकृतिक उपादानों की शुद्धता और निर्मलता भी घटती गई है ।

हमें अपने स्वास्थ्य तथा वायु, जल एवं मिट्टी के प्रदूषण की समस्याओं को नियंत्रित रखने के लिए जल्द ही किसी कारगर उपाय का पता लगाना आवश्यक है। वायुमंडल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम में तीव्रता लानी होगी। नदियों के जल-प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दूषित नालियों के प्रदूषित जल के बहाव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। मिट्टी के प्रदूषण को रोकने के लिए जहरीली खाद पर रोक लगानी होगी । यह कार्य सरकार तथा जनता दोनों के पारस्परिक सहयोग द्वारा ही संभव है। अतः प्रदूषण की समस्या के निराकरण के लिए जन-जागृति और जन-अभिरुचि पैदा करना आवश्यक है । इसीलिए प्रदूषण को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है ।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

विज्ञान के चमत्कार
अथवा, विज्ञान और हमारा जीवन

विज्ञान का अर्थ है-प्राकृतिक शक्तियों का विशेष ज्ञान । ज्ञान जब शृंखला की कड़ियों में गुँथ जाता है, तो विज्ञान की सृष्टि होती है । ज्ञान चेतना का विज्ञान है और विज्ञान शक्ति का ज्ञान है । ज्ञान परिचय है और विज्ञान शक्ति । ज्ञान चेतना है और विज्ञान उस चेतना के फल का भोग । ज्ञान जिज्ञासा की – तृप्ति है और विज्ञान उस तृप्ति का प्रयोजन । विज्ञान का धरातल प्रयोजन का है, भौतिक क्षेत्र में सुख-सुविधा और समृद्धि की उपलब्धि है । तात्पर्य यह कि “मनुष्य के अनुभव एवं अवलोकन से प्राप्त क्रमबद्ध एवं सुसंगठित ज्ञान को विज्ञान कहते हैं।”

विज्ञान के साथ नानव जीवन का घनिष्ठ सम्बन्ध है । विज्ञान के चामत्कारिक आविष्कारों के प्रभाव से सारा संसार घर-आँगन-सा प्रतीत होने लगा है । विज्ञान ने ‘समय’ और ‘दूरी’ पर अधिकार कर लिया है । आज विज्ञान द्वारा रेल, मोटर, ट्राम, जलयान, वायुयान, रॉकेट और अंतरिक्ष-यान बनाये जा चुके हैं जिनके द्वारा दो स्थानों के बीच की दूरी समाप्त हो गई है। इतना ही नहीं, विज्ञान ने हमें वायरलेस, टेलीफोन, रेडियो एवं टेलीविजन दिये हैं, जिनके द्वारा संसार भर का समाचार घर-बैठे प्राप्त कर सकते हैं। चलचित्र हमारे मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है । अणुवीक्षण यंत्र के द्वारा हम सूक्ष्मातिसूक्ष्म अदृश्य पदार्थों को भी देखने की सामर्थ्य प्राप्त कर चुके हैं।

तार, टेलीफोन, टैलीपिंटर, बेतार के तार, मुद्रण यंत्र, एक्स-रे आदि विज्ञान के अद्भुत चमत्कार हैं । विज्ञान के चलते ही आज दुनिया का कोई रोग असाध्य नहीं रह गया है । कम्प्यूटर का आविष्कार तो आधुनिक युग का सबसे अद्भुत आविष्कार है । यह मानव के लिए प्रायः सभी क्षेत्रों में सर्वाधिक उपयोगी है । विज्ञान ने बिजली के रूप में मनुष्य को एक महान शक्ति प्रदान की है । शक्ति के अन्य विभिन्न साधन भी विज्ञान की ही देन है । इस प्रकार शिक्षा का क्षेत्र हो या कृषि का या उद्योग का, मानव जीवन के लिए विज्ञान अत्यधिक उपयोगी है।

विज्ञान के उपर्युक्त सभी चमत्कारों को उनके व्यवहार ही निर्देशित करते हैं कि वे मानवता के लिए हितकर हैं या अहितकर । एक ओर विज्ञान ने अगर मनुष्यता के लिए सुख और सुविधाओं का अम्बार लगा दिया है, तो दूसरी ओर उसने मानवता को विनाश के रास्ते पर भी ला खड़ा किया है । विज्ञान ने अनेक भयंकर अस्त्र-शस्त्रों का आविष्कार कर मानवता को खतरे में डाल दिया है। अतः विज्ञान को ‘विज्ञान’ बनाने के लिए उसे जनहितकारी बनाया जाना चाहिए।

कम्प्यूटर और उसका महत्त्व

आधुनिकतम वैज्ञानिक आविष्कारों में कम्प्यूटर एक अद्भुत आविष्कार है । क्या रेडियो, क्या दूरदर्शन क्या चलचित्र–सर्वत्र कम्प्यूटर के सम्बन्ध में प्रचार का कार्य जारी है। कम्प्यूटर एक ऐसा उपयोगी यंत्र है जिससे मनोरंजन या मनबहलाव नहीं हो सकता है । इसलिए जनसाधारण उसकी ओर आकृष्ट नहीं होते और उसका प्रचार विभिन्न माध्यमों से किया जाता है । अतः यह स्पष्ट है कि कम्प्यूटर टंकण यन्त्र आदि की तरह एक कामयाब मशीन मात्र है और इसलिए इसका प्रचार केवल आवश्यकता के अनुरूप ही होता है । इस यंत्र से गणना सम्बन्धी बहुत बड़ा काम अत्यन्त आसानी से क्षणमात्र में हो सकता है ।

चूँकि मानव-मस्तिष्क द्वारा सम्पादित सभी काम कम्प्यूटर से सही-सही और अत्यन्त अल्प काल में हो जाते हैं, इसलिए आधुनिक काल में इसका प्रयोग सभी क्षेत्रों में हो रहा है। बड़े-बड़े व्यवसायों एवं तकनीकी संस्थाओं और प्रशासकीय कार्यालयों में इसके उपयोग से बहुत तरह के कार्य सम्पादित हो रहे हैं । बड़े-बड़े उत्पादनों का हिसाब-किताब लगाने तथा भावी उत्पादन संबंधी अनुमान की गणना करने में कम्प्यूटर से काम लिया जाता है । यही कारण है कि आजकल व्यवसाय, चिकित्सा, अंतरिक्ष कार्यक्रम, प्रतिरक्षा एवं अखबारी दुनिया में कम्प्यूटर सर्वाधिक उपयोगी सिद्ध हुआ है।

उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि कम्प्यूटर आधुनिक युग के लिए अत्यन्त आवश्यक है । व्यावसायिक, प्रशासनिक, चिकित्सा आदि सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर के प्रयोग से अप्रत्याशित लाभ उठाया जा सकता है । कम्प्यूटर की सहायता से सभी क्षेत्रों में विकास की गति में कई गुनी वृद्धि हुई है। मौसम संबंधी भविष्यवाणी में कम्प्यूटर की गणना बेजोड़ है । इस प्रकार सभी क्षेत्रों के विकास का सही आकलन करके मानव-मात्र का उपकार कर रहा है । आशा है, निकट भविष्य में यह मानव-कल्याण का अचूक साधन प्रमाणित होगा।

दहेज-प्रथा : एक अभिशाप

देहज-प्रथा भारतीय समाज की सबसे विषम कुरीति है । दहेज की रूढ़ि के चलते भारतीय समाज निराशा और कुण्ठा के अन्धकार में भटक रहा है। दहेज-प्रथा रूढ़िवादिता, शोपण एवं सामाजिक अन्धविश्वास का जीता-जागता उदाहरण है। यह विशाल सर्प की तरह पूरे समाज को अपनी कुण्डली में समेटे हुए है । इसने अच्छे-बुरे, ज्ञानी-अज्ञानी, शिक्षित-अशिक्षित सबों को एक सतह पर ला खड़ा किया है । पूरा समाज दहेज की दारुण ज्वाला से धधक रहा है।

आज इस कुप्रथा के चलते बहुत-से वर, योग्य वधू नहीं प्राप्त कर पाते । फलतः जीवन दु:खमय और नारकीय होता जा रहा है । यह कुप्रथा संक्रामक बीमारी की तरह घर-घर में फैलती चली जा रही है । हर कन्या का पिता इस कुप्रथा के चलते चिन्ता-ग्रस्त हैं । जैसे-जैसे कन्या की उम्र बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे परिवार निराशा के अन्धकार में डूबता चला जा रहा है । पिता अपना घर-द्वार, जमीन आदि बेचकर वर के अभिभावक की मांग पूरी करने में लगे हैं । वर-पक्ष की माँग सुरसा के मुँह की तरह बढ़ती ही चली जा रही है। इस राक्षसी प्रथा के बहुत-से दुष्परिणाम हुए हैं । विवाह मे दहेज की कमी के कारण अनेक कन्याओं की हत्या एवं आत्म-हत्या के समाचारों से अखबार के पन्ने भरे पड़े हैं। बहुत-सारी कन्याओं को इस प्रथा के राक्षस ने लील लिया है, बहुत-से घर इस कुप्रथा को भेंट चढ़ चुके हैं । क्या विडम्बना है, जो आज कन्या की शादी के लिए गली-गली भटक रहे हैं, वही कल लड़के की शादी के लिए अकड़ते और दहेज माँगते हैं । तलवा सहलाने वाला ही सिर पर चढ़ने लगता है।

हम सबको भारतमाता के सिर पर लगे इस दाग को धोना है। इसके लिए समाज के अविवाहित युवक-युवतियों को आगे बढ़कर आदर्श का परिचय देना है । हमारी सरकार भी इस राक्षसी प्रथा को समाप्त करने के लिए कृतसंकल्प है। दहेज लेना और देना दण्डनीय अपराध है । फिर भी यह कुप्रथा फल-फूल रही है, क्योंकि हम सभी इसका सामूहिक विरोध नहीं कर रहे हैं। जिस दिन हम सभी इसके विरुद्ध खड़े हो जायेंगे. उसी दिन यह कुप्रथा समाप्त हो जायेगी ।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

महात्मा गाँधी

“चल पड़े जिधर दो डंग मग में
चल पड़े कोटि पग उसी ओर,
पड़ गई जिधर भी एक दृष्टि
गड़ गये कोटि दृग उसी ओर ।” – सोहनलाल द्विवेदी

धन्य है वह देश जिसने एक-से-एक महापुरुषों को जन्म देकर अपनी मिट्टी का मान और गौरव बढ़ाया है ! इन महापुरुषों ने विश्व को नया प्रकाश और नयी प्रेरणा दी है। प्रातः स्मरणीय महात्मा गाँधी भी महापुरुषों की उसी पंक्ति में आते हैं, जिन्होंने अपने देश ही नहीं, वरन् विश्व-कल्याण को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया ।

महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गाँधी था । इनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई. में गुजरात राज्य के पोरबन्दर नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता करमचन्द गाँधी एक रियासत के दीवान थे और माता पुतली बाई एक महान् धार्मिक महिला थीं । इनकी शिक्षा का श्रीगणेश पोरबन्दर की पाठशाला से हुआ । बचपन में ही इनका विवाह कस्तूर वा नाम की बालिका से सम्पन्न करा दिया गया । मैट्रिक पास करने के बाद ये बैरिस्टरी पढ़ने लंदन गए ।

बैरिस्टर बनकर वे बम्बई हाईकोर्ट में वकालत करने लगे, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी । वे एक मुकदमे की पैरवी में दक्षिण अफ्रीका गये, जो इनके क्रान्तिकारी जीवन का श्रीगणेश था । वहाँ उन्होंने प्रवासी भारतीयों के पक्ष में अंग्रेजों का डटकर विरोध किया । दक्षिण अफ्रीका में सफलता एवं अनुभव प्राप्त करके भारत आये । भारत में क्रांति का श्रीगणेश बिहार राज्य के चम्पारण जिले में किया । धीरे-धीरे उनकी आवाज भारत-भर में गूंजने लगी । फिर तो आजादी की लड़ाई का बिगुल बज उठा असहयोग आन्दोलन, ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन एवं ‘करो या मरो’ के नारे ने अंग्रेजों के इस विशाल साम्राज्य की नींव हिला दी इस क्रम में गाँधीजी को कई बार जेल की यात्राएँ करनी पड़ी एवं असहनीय पीड़ाएँ भी झेलनी पड़ी, लेकिन सत्य और अहिसां का वह पुजारी सदा अपने पथ पर चट्टान की तरह अडिग रहा । 15 अगस्त, 1947 को भारत आजाद हो गया । एक हजार वर्षों के बाद भारतीय जनता ने आजादी की हवा में सौस ली । अब गाँधीजी भारत में राम-राज्य लाने के लिए प्रयत्न – करने लगे और भावी योजनाओं पर विचार-विमर्श करने लगे । 30 जनवरी, 1948 ई. संध्या की बेला थी । काल चुपके चुपके आ पहुँचा । प्रार्थना की पवित्र बेला में नाथूराम गोडसे की तीन गोलियाँ चली । गाँधीजी गिरे और ‘हे रामा’ कहते हुए स्वर्ग सिधार गये । इस खबर से भारत ही नहीं, समूचा विश्व शोकाकुल हो उठा । राम-राज्य का स्वप्न अधूरा रह गया !

ईद

हिन्दुओं के लिए जैसे होली, वैसे मुसलमानों के लिए ईद है । दोनों आनन्द के पर्व हैं । इस्लामी हिजरी सन् चन्द्रमास पर आधारित होता है । इसके बारह महीनों में एक महीना “रमजान” का होता है । यह बहुत पवित्र महीना माना जाता है । इस महीने में मुसलमान भाई रोजा रखते हैं, दिनभर रोजा रखने के बाद शाम को नमाज अदा करते हैं । फिर पूरा परिवार सामूहिक रूप से खाते-पीते हैं । इसे ही. रोजा रखना’ कहते हैं । रमज़ान के महीने में पांच बार नमाज अदा करना, रोजा रखना, खैरात देना और नेक कार्यों में लगना आवश्यक होता है।

तीस दिन विधिपूर्वक रोजा रखने के बाद, अगले महीने की पहली तारीख को यानी दूज का चाँद देखकर दूसरे दिन ‘ईद’ का त्योहार मनाया जाता है। चाँद के दर्शन करते ही लोग एक-दूसरे को मुबारकवाद देते हैं । ‘ईद’ को ‘ईद-उल-फितर’ भी कहा जाता है ।

ईद के दिन हर घर में सुबह से ही चहल-पहल रहती है । स्नानादि के बाद नए कपड़े पहनकर सभी बच्चे, बूढ़े, बड़े ईदगाह या किसी बड़े मैदान में जुटते हैं । एक के पीछे दूसरे लोग कतार में खड़े हो जाते हैं । पहले आनेवाला आगे की पंक्ति में होगा । यहाँ कोई मालिक या नौकर, कोई छोटा या बड़ा नहीं होता । खुदा के दरबार में सभी बराबर हैं । एक साथ झुकना – घुटने के बल बैठना, सिर नबाना बड़ी ही खूबसूरत अनुशासन का दृश्य उपस्थित करता है । गरीबों को उस दिन अपनी शक्ति के अनुसार दान देते हैं । उनमें सेवइयाँ और कपड़े बांटे जाते हैं।

ईद की नमाज खत्म होते ही बच्चे मिठाइयों और खिलौने की दुकानों पर टूट पट्ने हैं । बड़े-बूढ़े सभी एक-दूसरे के गले मिलते हैं । घर पर आनेवाले लोगों का स्वागत तरह-तरह के पकवानों से, जिसमें सेवई जरूर होती है, किया जाता है । जगह-जगह कव्वालियों और गजलों का जलसा रात देर तक चलता रहता है।

बड़े इंतजार के बाद हर साल ईद आती है और खुशियाँ लुटा जाती है। उसके पहले एक महीने तक का नियमित उपवास शरीर की भी शुद्धि करता है । ईद हमें बराबरी और खुशी का संदेशा देती है । वह हमें अनुशासित नियमित जीवन बिताने का पाठ पढ़ाती है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

भारतीय नारी की महत्ता

समर्पण की मूर्ति नारी भारत की नारी का नाम सुनते ही हमारे सामने प्रेम, करुणा, दया, त्याग और सेवा-समर्पण की मूर्ति अंकित हो जाती है। जयशंकर प्रसाद ने नारी के महत्त्व को यों प्रकट किया है।

नारी तुम केवल श्रद्धा हो,
विश्वास रजत नग पदतल में।
‘पीयूष स्रोत-सी बहा करो,
जीवन के सुंदर समतल में ॥

नारी के व्यक्तित्व में कोमलता और संदरता का संगम होता है । वह तर्क की जगह भावना से जीती है । इसलिए उसमें प्रेम, करुणा, त्याग आदि गुण अधिक होते हैं। इन्हीं की सहायता से वह अपने तथा अपने परिवार का जीवन सुखी बनाती है।

पश्चिमी नारी-उन्नत देशों की नारियों प्रगति की अंधी दौड़ में पुरुषों से मुकाबला करने लगी हैं। वे पुरुषों के समान व्यवसाय और धन-लिप्सा में संलग्न हैं। उन्हें अपने माधुर्य, ममत्व और वात्सल्य की कोई परवाह नहीं है। अनेक नारियाँ माता बनने का विचार ही मन में नहीं लाती। वे केवल अपने सुख, सौंदर्य और विलास में मग्न रहना चाहती हैं। भोग-विलास की यह जिंदगी भारतीय आदशों के विपरीत है।

भारतीय नारी-भारतवर्ष ने प्रारंभ से नारी के ममत्त्व को समझा है। इसलिए यहाँ नारियों की सदा पूजा होती रही है। प्रसिद्ध कथन है –

यह नार्यस्तु पूज्यन्ते तत्र रमन्ते देवता।

भारत की नारी प्राचीन काल में पुरुषों के समान ही स्वतंत्र थी। मध्यकाल में देश की स्थितियाँ बदलीं । आक्रमणकारियों के भय के कारण उसे घर की चारदीवारी में सीमित रहना पड़ा । सैकड़ों वर्षों तक घर-गृहस्थी रचाते-रचाते उसे अनुभव होने लगा कि उसका काम बर्तन-चौके तक ही है। परंतु वर्तमान युग में यह धारणा बदली। बदलते वातावरण में भारतीय नारी को समाज में खुलने का अवसर मिला। स्वतंत्रता आंदोलन में सरोजिनी नायडू, कमला नेहरू, सत्यवती जैसी महिलाओं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई । परिणामस्वरूप स्त्रियों में पढ़ने-लिखने और कुछ कर गजरने की आकांक्षा जाग्रत हुई।

वर्तमान नारी-भारत की वर्तमान नारी विकास के ऊँचे शिखर छू चुकी है। उसने शिक्षा के क्षेत्र में पुरुषों से बाजी मार ली है। कंप्यूटर के क्षेत्र में उसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है । नारी-सुलभ क्षेत्रों में उसका कोई मुकाबला नहीं है। चिकित्सा, शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में उसका योगदान अभूतपूर्व है । आज अनेक नारियाँ इंजीनियरिंग, वाणिज्य और तकनीकी जैसे क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त कर रही हैं। पुलिस, विमान-चालन जैसे पुरुषोचित क्षेत्र भी अब उससे ‘अछूते नहीं रहे हैं।

दोहरी भूमिका वास्तव में आज नारी की भूमिका दोहरी हो गई है। उसे घर और बाहर दो-दो मोर्चों पर काम संभालना पड़ रहा है। घर की सारी जिम्मेदारियाँ और ऑफिस का कार्य-इन दोनों में वह जबरदस्त संतुलन बनाए हुए है। उसे पग-पग पर पुरुष-समाज की ईर्ष्या, घृणा, हिंसा और वासना से भी लड़ना पड़ता है। सचमुच उसकी अदम्य शक्ति ने उसे इतना महान बना दिया है।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

आतंकवाद

भारत में आतंकवाद-भारत मूलतः शांतिप्रिय देश है। इसलिए यहाँ की धरती ने बुद्ध, महावीर, गाँधी जैसे अहिंसक नेता पैदा किए हैं। आतंकवाद की प्रवृत्ति यहाँ का जमीन से मेल नहीं खाती । परंतु दुर्भाग्य से पिछले दो दशकों से भारतवर्ष आतंकवाद की लपेट में आता जा रहा है। सन 1967 में बंगाल में नक्सलवाद का उदय हुआ।

सन 1981 से 1991 तक भारत का पंजाब प्रांत आतंकवाद की काली छाया से घिरा रहा । तत्कालीन भ्रष्ट राजनीति और पाकिस्तान की साजिश के कारण फैला सिख-आतंकवाद हजारों निरपराधों की जान लेकर रहा।

काश्मीर में आतंकवाद-पाकिस्तान जब पंजाब में हिंदू-सिख को लड़ाने में सफल न हो पाया तो उसने काश्मीर में अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी। पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादियों की योजनाबद्ध घुसपैठ हुई। नौजवान युवकों को जबरदस्ती आतंक के रास्ते पर डालने के लिए घृणित हथकंडे अपनाए गए । जान-बूझकर काश्मीर में भारत-विरोधी वातावरण का निर्माण किया गया। वहाँ के अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ दिल दहलाने वाले भयंकर अत्याचार किए गए, ताकि वे काश्मीर छोड़कर अन्यत्र जा बसें और काश्मीर पर पाकिस्तान का कब्जा हो सके।

काश्मीर का आतंकवाद आज कैंसर का रूप धारण कर चुका है। पाकिस्तानी आतंकवादी कभी मुंबई में तो कभी कोलकाता में बम विस्फोट करते हैं, कभी गुजरात के अक्षरधाम में तो कभी काश्मीर की मस्जिद में खून-खराबा करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद—आज आतंकवाद राष्ट्र की सीमाओं को पार करके पूरे विश्व में अपना जाल ला चुका है। ओसामा बिन लादेन ने अफगानिस्तान की भूमि पर रहकर अमेरिका के ट्विन टावरों को पल भर में भूमिसात कर दिया।

आतंकवाद फैलने के कारण आज विश्व में जो आतंकवाद फैल रहा है, उसका प्रमुख कारण है-धार्मिक कट्टरता । ओसामा बिन लादेन, तालिबान, लश्करे-तोएबा, सीरिया, पाकिस्तान, फिलीस्तिीन-सबके पीछे सांप्रदायिक शक्तियाँ काम कर रही हैं। आज आतंकवादी आधनिक तकनीक का भरपुर प्रयोग करते हैं। उनके पास विध्वंस की ढेरों सामग्री है।

भारत में आतंकवाद फैलने का एक अन्य कारण है-क्षेत्रवाद और राजनीतिक स्वार्थ । वोट के भूखे राजनेता जानबूझकर आतंकवाद को प्रश्रय देते हैं।

समाधान – आतंकवाद की समस्या मनुष्यों की बनाई हुई है, इसलिए आसानी से सुलझाई जा सकती है । जिस दिन अमेरिका की तरह पूरा विश्व दृढ़ संकल्प कर लेगा और आतंकवाद को जीने-मरने का प्रश्न बना लेगा, उस दिन यह धरती आतंक से रहित हो जाएगी।

बेरोजगारी : समस्या और समाधान

भूमिका आज भारत के सामने अनेक समस्याएँ चट्टान बनकर प्रगति का रास्ता रोके खड़ी हैं। उनमें से एक प्रमुख समस्या है-बेरोजगारी । महात्मा गाँधी ने इसे ‘समस्याओं की समस्या’ कहा था।

अर्थ बेरोजगारी का अर्थ है-योग्यता के अनुसार काम का न होना । भारत में मुख्यतया तीन प्रकार के बेरोजगार हैं । एक वे, जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। वे पूरी तरह खाली हैं। दूसरे, जिनके पार्स कुछ समय काम होता है, परंतु मौसम या काम का समय समाप्त होते ही वे बेकार हो जाते हैं। ये आशिक बेरोजगार कहलाते हैं। तीसरे वे, जिन्हें योग्यता के अनुसार काम नहीं मिला।

कारण बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण है-जनसंख्या-विस्फोट । इस देश में रोजगार देने की जितनी योजनाएँ बनती हैं, वे सब अत्यधिक जनसंख्या बढ़ने के कारण बेकार हो जाती हैं। एक अनार सौ बीमार वाली कहावत यहाँ पूरी तरह चरितार्थ होती है। बेरोजगारी का दूसरा कारण है-युवकों में बाबूगिरी की होड़ । नवयुवक हाथ का काम करने में अपना अपमान समझते हैं। विशेषकर पढ़े-लिखे युवक दफ्तरी जिंदगी पसंद करते हैं। इस कारण वे रोजगार-कार्यालय को धूल फांकते रहते हैं।

‘बेकारी का तीसरा बड़ा कारण है-दूषित शिक्षा-प्रणाली । हमारी शिक्षा-प्रणाली नित नए बेरोजगार पैदा करती जा रही है। व्यावसायिक प्रशिक्षण का हमारी शिक्षा में अभाव है । चौथा कारण है-गलत योजनाएँ । सरकार को चाहिए कि वह लघु उद्योगों को प्रोत्साहन दे। मशीनीकरण को उस सीमा तक बढ़ाया जाना चाहिए जिससे कि रोजगार के अवसर कम न हों। इसीलिए गाँधी जी ने मशीनों का विरोध किया था, क्योंकि एक मशीन कई कारीगरों के हाथों को बेकार बना डालती है।

दुष्परिणाम बेरोजगारी के दुष्परिणाम अतीव भयंकर हैं । खाली दिमाग शैतान का घर । बेरोजगार युवक कुछ भी गलत-शलत करने पर उतारू हो जाते हैं । वही शांति को भंग करने में सबसे आगे होते हैं। शिक्षा का माहौल भी वही बिगाड़ते हैं जिन्हें अपना भविष्य अंधकारमय लगता है।

समाधान–बेकारी का समाधान तभी हो सकता है, जब जनसंख्या पर रोक लगाई जाए। युवक हाथ का काम करें। सरकार लघु उद्योगों को • प्रोत्साहन दे । शिक्षा व्यवसाय से जुड़े तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर जुटाए जाएँ।

Bihar Board Class 6 Hindi रचना निबंध लेखन

समय अमूल्य धन है

समय जीवन है-फ्रैंकलिन का कथन है-‘तुम्हें अपने जीवन से प्रेम है, तो समय को व्यर्थ मत गँवाओं क्योंकि जीवन इसी से बना है।’ समय को नष्ट करना जीवन को नष्ट करना है । समय ही तो जीवन है । ईश्वर एक बार एक ही क्षण देता है और दूसरा क्षण देने से पहले उसको छीन लेता है।

समय का सदुपयोग आवश्यक समय के सदुपयोग का अर्थ है-उचित अवसर पर उचित कार्य पूरा कर लेना । जो लोग आज का काम पर और कल का काम परसों पर टालते रहते हैं, वे एक प्रकार से अपने लिए जंजाल खड़ा करते चले जाते हैं। मरण को टालते-टालते एक दिन सचमुच मरण आ ही जाता है । जो व्यक्ति उपयुक्त समय पर कार्य नहीं करता, वह समय को नष्ट करता है । एक दिन ऐसा आता है, जबकि समय उसको नष्ट कर देता है। जो छात्र पढ़ने के समय नहीं पढ़ते, वे परिणाम आने पर रोते हैं।

समय की अगवानी आवश्यक समय रुकता नहीं है। जिसे उसका उपयोग उठाना है, उसे तैयार होकर उसके आने की अग्रिम प्रतीक्षा करनी चाहिए । जो समय के निकल जाने पर उसके पीछे दौड़ते हैं, वे जिंदगी में सदा घिसटते-पिटते रहते हैं। समय सम्मान माँगता है। इसलिए कबीर ने कहा है –

काल करै सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलय होयगा, बहुरि करेगा कब ।।

उचित समय पर उचित कार्य-जो जाति समय का सम्मान करना जानती है, वह अपनी शक्ति को कई गुना बढ़ा लेती है । यदि सभी गाड़ियाँ अपने निश्चित समय से चलने लगें तो देश में कितनी कार्यकुशलता बढ़ जाएगी। यदि कार्यालय के कार्य ठीक समय पर संपन्न हो जाएँ, कर्मचारी समय के पाबंद हों तो सब कार्य सुविधा से हो सकेंगे। यदि रोगी को ठीक समय पर दवाई न मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है। अतः हमें समय – की गंभीरता को समझना चाहिए।

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

Bihar Board 9th Social Science Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th Social Science Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 1.
काम के बदले अनाज का राष्ट्रीय कार्यक्रम की शुरूआत किस वर्ष
(a) वर्ष 2004
(b) वर्ष 2005
(c) वर्ष 2006
(d) वर्ष 2007
उत्तर-
(a) वर्ष 2004

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 2.
प्रो. अमर्त्य सेन कौन हैं ?
(a) प्रमुख अर्थशास्त्री
(b) प्रमुख राजनीतिज्ञ
(c) एक समाज सेवी
(d) एक प्रमुख अधिवक्ता
उत्तर-
(a) प्रमुख अर्थशास्त्री

प्रश्न 3.
भारत में गरीबी के प्रमुख कारण हैं
(a) विदेशी शासन
(b) जनसंख्या में वृद्धि
(c) कृषि का पिछड़ापन
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 4.
अंतर्राष्ट्रीय निर्धनता रेखा के अंतर्गत किसे गरीब माना जाता है ?
(a) जिस व्यक्ति की आय 1.25 डालर दैनिक से कम है
(b) जिस व्यक्ति की आय 1.25 डालर दैनिक से ज्यादा है
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) जिस व्यक्ति की आय 1.25 डालर दैनिक से कम है

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 5.
संगठित क्षेत्र के अंतर्गत
(a) सरकारी नियमों का पालन किया जाता है
(b) प्रोविडेंट फंड की व्यवस्था होती है
(c) पेंशन की व्यवस्था होती है
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

प्रश्न 6.
संगठित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं
(a) उद्यम या व्यावसायिक इकाइयाँ
(b) इनमें लोगों को नियमित रूप से काम मिलता है
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) (a) और (b) दोनों

प्रश्न 7.
असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं
(a) जहाँ किसी भी नियम का पालन नहीं किया जाता है
(b) भूमिहीन किसान
(c) लघु किसान
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 8.
डॉ. एम. एस. अहलूवालिया के अनुसार भारत में गरीबी का कारण
(a) संपत्ति का असमान वितरण
(b) संपत्ति का समान वितरण
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) संपत्ति का असमान वितरण

प्रश्न 9.
बिहार में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करनेवाली ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से
(a) कम है
(b) बराबर है
(c) अधिक है
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c) अधिक है

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 10.
बिहार में 1999-2000 में गरीबी रेखा के नीचे रहनेवाली ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत था
(a) 42.6
(b) 44.3
(c) 54.3
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) 42.6

प्रश्न 11.
भारत की प्रमुख आर्थिक समस्या नहीं है
(a) आर्थिक विषमता
(b) औद्योगिक विकास
(c) गरीबी.
(d) औद्योगिक पिछड़ापन
उत्तर-
(b) औद्योगिक विकास

प्रश्न 12.
शहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को भोजन में प्रतिदिन केलोरी की आवश्यकता होती है ?
(a) 2600 केलोरी
(b) 2400 केलोरी
(c) 2100 केलोरी
(d) 2000 केलोरी
उत्तर-
(c) 2100 केलोरी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 13.
सरकार द्वारा वर्ष 2005 में ग्रामीण क्षेत्रों में एक व्यक्ति के लिए प्रतिमाह निर्धनता रेखा की राशि क्या निर्धारित की गई थी ?
(a) 290 रुपये
(b) 356 रुपये
(c) 456 रुपये
(d) 522 रुपये
उत्तर-
(b) 356 रुपये

प्रश्न 14.
बिहार की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत भाग गरीबी रेखा के नीचे है ?
(a) 26 प्रतिशत
(b) 36 प्रतिशत
(c) 41 प्रतिशत
(d) 51 प्रतिशत
उत्तर-
(c) 41 प्रतिशत

प्रश्न 15.
ग्रामीण क्षेत्र में निर्धनों में सम्मिलित हैं
(a) रिक्शा-चालक
(b) फेरीवाले
(c) घरेलू नौकर
(d) भूमिहीन कृषि मजदूर
उत्तर-
(a) रिक्शा-चालक

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 16.
गरीबी में बिहार भारत के राज्यों में कौन-सा स्थान रखता है ?
(a) दूसरा
(b) चौथा
(c) पहला
(d) तीसरा
उत्तर-
(a) दूसरा

प्रश्न 17.
2011 की जनगणना के अनुसार भारत के इन राज्यों में सबसे अधिक गरीबी कहाँ है?
(a) उड़ीसा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) पश्चिम बंगाल
(d) झारखंड
उत्तर-
(a) उड़ीसा

प्रश्न 18.
गरीबी रेखा के नीचे रहना
(a) गरीबी का सूचक है
(b) खुशहाली का सूचक है
(c) अमीरी का द्योतक है
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) गरीबी का सूचक है

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 19.
शहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को प्रतिदिन कितनी केलोरी भोजन की आवश्यकता है?
(a) 2,200 केलोरी
(b) 2,100 केलोरी
(c)2,300 केलोरी
(d)2,400 केलोरी
उत्तर-
(b) 2,100 केलोरी

प्रश्न 20.
निम्न में से कौन प्राकृतिक आपदा के अंतर्गत आते हैं ?
(a) उद्योग
(b) बाढ़
(c) कृषि
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(b) बाढ़

प्रश्न 21.
मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोग व्यय के द्वारा गरीबी रेखा का निर्धारण ग्रामीण क्षेत्रों में कितना रुपया प्रतिमाह किया गया ?
(a) 328 रुपया
(b) 524 रुपया
(c) 454 रुपया
(d) 354 रुपया
उत्तर-
(a) 328 रुपया

प्रश्न 22.
निर्धनता की माप मुख्यतया किस आधार पर की जाती है ?
(a) आय
(b) उपभोग
(c) (a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(c)(a) एवं (b) दोनों

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 23.
निम्नांकित में किन व्यक्तियों पर निर्धनता का सर्वाधिक प्रभाव . पड़ता है ?
(a) अनाथ बच्चे
(b) विधवाएँ
(c) दलित वर्ग के व्यक्ति
(d) इनमें सभी
उत्तर-
(d) इनमें सभी

प्रश्न 24.
बिहार की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत भाग गरीबी रेखा के नीचे है ?
(a) 26
(b) 36
(c) 33.74
(d) 51
उत्तर-
(c) 33.74

प्रश्न 25.
भारत के किस राज्य में बिहार की तुलना में निर्धनों का प्रतिशत अधिक है?
(a) पश्चिम बंगाल
(b) ओडिशा
(c) उत्तर प्रदेश
(d) महाराष्ट्र
उत्तर-
(c) उत्तर प्रदेश

प्रश्न 26.
बिहार में गरीबी की समस्या के निराकरण के लिए आवश्यक है|
(a) कृषि विकास
(b) उचित जल प्रबंधन
(c) पर्याप्त निवेश
(d) इनमें सभी
उत्तर-
(d) इनमें सभी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 27.
गरीबी में बिहार राज्य का भारत के राज्यों में कौन-सा स्थान है ?
(a) पहला
(b) दूसरा
(c) तीसरा
(d) चौथा
उत्तर-
(b) दूसरा

प्रश्न 28.
2001 की जनगणना के अनुसार भारत के इन राज्यों में सबसे अधि गरीबी कहाँ है ? ।
(a) उड़ीसा
(b) झारखंड
(c) प. बंगाल
(d) उत्तर प्रदेश
उत्तर-
(a) उड़ीसा

प्रश्न 29.
गरीबी रेखा के नीचे रहना
(a) अमीरी का द्योतक
(b) गरीबी का सूचक है
(c) खुशहाली का सूचक है
(d) इनमें से किसी का भी सूचक नहीं है
उत्तर-
(b) गरीबी का सूचक है

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 30.
भारत में सबसे कम निर्धन राज्य है
(a) बिहार
(b) गुजरात
(c) जम्मू एवं कश्मीर
(d) महाराष्ट्र
उत्तर-
(c) जम्मू एवं कश्मीर

प्रश्न 31.
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) की शुरूआत कब हुई थी?
(a) 1 अप्रैल, 2000 ई. में
(b) 1 अप्रैल, 1999 ई. में
(c) 1 अप्रैल, 2001 ई. में
(d) 1 अप्रैल, 1998 ई. में
उत्तर-
(b) 1 अप्रैल, 1999 ई. में

प्रश्न 32.
गैर-सरकारी प्रयासों के अंतर्गत गरीबी दूर करने के तरीके नहीं हैं
(a) स्वयं सहायता समूह
(b) सामुदायिक विकास कार्यक्रम
(c) सामूहिक खेती
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(d) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 33.
बिहार की अर्थव्यवस्था मूलतः आधारित है
(a) कषि प्रधान
(b) उद्योग प्रधान
(c) (a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) कषि प्रधान

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 34.
गरीबी को यह भी कहा जाता है
(a) निर्धनता
(b) अमीर
(c)निम्न आय स्तर
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) निर्धनता

प्रश्न 35.
मनुष्य को उत्पादन का एक साधन माना जाता है- .
(a) सक्रिय साधन
(b) निष्क्रिय साधन
(c)(a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) सक्रिय साधन

प्रश्न 36.
गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को
(a) निर्धन कहते हैं
(b) अमीर कहते हैं
(c) गरीबी नहीं कहते हैं
(d) इनमें से किसी भी श्रेणी में नहीं रखते हैं
उत्तर-
(a) निर्धन कहते हैं

प्रश्न 37.
गरीबी का अर्थ होता है
(a) न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति का नहीं होना
(b) न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति होना
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर-
(a) न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति का नहीं होना

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 38.
भारत के किस राज्य में बिहार की तुलना में निर्धनों की संख्या अधिक है?
(a) पश्चिम बंगाल में
(b) उड़ीसा में
(c) महाराष्ट्र में
(d) उत्तर प्रदेश में
उत्तर-
(d) उत्तर प्रदेश में

प्रश्न 39.
भारत के किस राज्य में निर्धनों का प्रतिशत बिहार से अधिक है ?
(a) झारखंड में
(b) उड़ीसा में
(c) उत्तर प्रदेश में
(d) गुजरात में
उत्तर-
(b) उड़ीसा में

प्रश्न 40.
बिहार में गरीबी की समस्या के निदान के लिए आवश्यक है
(a) कृषि विकास
(b) उचित जल प्रबंधन
(c) पर्याप्त निवेश
(d) इनमें तीनों ही
उत्तर-
(d) इनमें तीनों ही

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 41.
निरपेक्ष जीवन-स्तर में निम्न में किसकी मात्रा निश्चित नहीं की जाती है?
(a) अन्न
(b) दाल
(c) दूध
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(b) दाल

प्रश्न 42.
गैर-सरकारी प्रयासों के अंतर्गत गरीबी दूर करने के निम्न तरीकों में प्रमुख हैं
(a) स्वयं सहायता समूह
(b) स्वरोजगार ।
(c) सामूहिक खेती
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

प्रश्न 43.
स्वरोजगार के अंतर्गत आते हैं
(a) जो गाँव एवं शहरों में अपना रोजगार खुद करते हैं
(b) जो सिर्फ गाँव में ही अपना रोजगार करते हैं
(c) जो सिर्फ शहरों में ही अपना रोजगार करते हैं
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(a) जो गाँव एवं शहरों में अपना रोजगार खुद करते हैं

प्रश्न 44.
शहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को प्रतिदिन कितनी केलोरी भोजन की आवश्यकता पड़ती है ?
(a) 2400 केलोरी
(b) 2100 केलोरी
(c) 2300 केलोरी
(d) 2200 केलोरी
उत्तर-
(b) 2100 केलोरी

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 45.
निम्न में से कौन प्राकृतिक आपदा के अन्तर्गत आते हैं ?
(a) कृषि
(b) उद्योग
(c) बाढ़
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(c) बाढ़

प्रश्न 46.
MPCE के द्वारा गरीबी रेखा का निर्धारण ग्रामीण क्षेत्रों में कितना रुपया प्रतिमाह किया गया?
(a) 328 रुपया
(b) 524 रुपया
(c) 454 रुपया
(d) 354 रुपया
उत्तर-
(a) 328 रुपया

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 47.
सामूहिक खेती के अंतर्गत निम्न में कौन-सी समस्याओं का समाधान होता है ?
(a) सिंचाई की सुविधाओं की समस्या
(b) उत्तम खाद की समस्या
(c) बीज की समस्या
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(b) उत्तम खाद की समस्या

प्रश्न 48.
स्वयं सहायता समूह एक प्रमुख घटक है
(a) स्वणं जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना का
(b) जवाहर रोजगार योजना का
(c) इंदिरा आवास योजना का
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(a) स्वणं जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना का

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 49.
गरीबी दूर करने के लिए सरकारी प्रयासों के अंतर्गत निम्न में कौन है?
(a) राज्य रोजगार गारंटी योजना
(b) न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम
(c) प्रधानमंत्री ग्रामोदय योजना
(d) इनमें से सभी ।
उत्तर-
(d) इनमें से सभी ।

प्रश्न 50.
नरेगा की शुरूआत किस वर्ष हुई है ?
(a) वर्ष 2006 में
(b) वर्ष 2009 में
(c) वर्ष 2005 में
(d) वर्ष 2003 में
उत्तर-
(a) वर्ष 2006 में

प्रश्न 51.
अंत्योदय अन्न योजना कब प्रारंभ की गयी?
(a) 25 दिसंबर, 2001 में
(b) 24 दिसंबर, 2003 में
(c) 24 अप्रैल, 2001 में
(d) 25 मई, 2004 में
उत्तर-
(a) 25 दिसंबर, 2001 में

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 52.
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की शुरूआत किस प्रदेश में की गयी?
(a) 2 फरवरी, 2006 को आंध्र प्रदेश में
(b) 4 मई, 2006 को बिहार में
(c) 3 अप्रैल, 2006 को उत्तर प्रदेश में
(d) 2 फरवरी, 2006 को. अनंतरपुर जिले में
उत्तर-
(a) 2 फरवरी, 2006 को आंध्र प्रदेश में

प्रश्न 53.
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना की शुरूआत हुई
(a) 1 दिसंबर, 1997
(b) 2 दिसंबर, 2001
(c) 4 अप्रैल, 1997
(d) 5 जून, 1997
उत्तर-
(a) 1 दिसंबर, 1997

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 54.
जवाहर रोजगार योजना कब प्रारंभ की गई ?
(a) अप्रैल, 1989 में
(b) जून, 1998 में
(c) मई, 1987 में
(d) जनवरी, 1989 में
उत्तर-
(a) अप्रैल, 1989 में

प्रश्न 55.
मयाह्न भोजन के राष्ट्रीय कार्यक्रम की शुरूआत हुई
(a) 15 अगस्त, 1995 को
(b) 16 अगस्त, 1994 को
(c) 20 मई, 1995 को
(d) 3 जून, 1988 को
उत्तर-
(a) 15 अगस्त, 1995 को

प्रश्न 56.
असुरक्षा गरीबी का क्या है ?
(a) गरीबी मापने का एक तरीका है
(b) गरीबी मापने का सहीर तरीका है
(c) (a) एवं (b) दोनों
(d) इनमें सभी
उत्तर-
(a) गरीबी मापने का एक तरीका है

Bihar Board 9th Economics Objective Answers Chapter 3 गरीबी

प्रश्न 57.
प्राकृतिक आपदाएँ के अंतर्गत आते हैं
(a) भूकंप
(b) चक्रवात
(c) आकस्मिक बाढ़
(d) इनमें से सभी
उत्तर-
(d) इनमें से सभी

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Bihar Board 9th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 1
Who asked, what is the identify of woman ?
(a) Padma
(b) Padma’s mother
(c) Padma’s father
(d) None of these
Answer:
(a) Padma

Question 2.
Darma Juddha is the story of…………
(a) Padma’s Mother
(b) Padma’s father
(c) Padma
(d) Mankind
Answer:
(c) Padma

Question 3.
Who has presented the story of Yayati in English version ?
(a) Chaman Lai
(b) Vishnu Sharma
(c) C. Rajgopalchari
(d) Kalinkar Dutt
Answer:
(c) C. Rajgopalchari

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 4.
The emperor Yayati was the ancestor of………..
(a) Kauravas
(b) Pandavas
(c) Arjuns
(d) None of these
Answer:
(c) Arjuns

Question 5.
Short message service centre is run by the…….
(a) Service provider
(b) Service management
(c) Self
(d) None of these
Answer:
(a) Service provider

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 6.
The delivery of messages may be delayed due to………….
(a) Iligation
(b) Congestion
(c) Both
(d) None of these
Answer:
(b) Congestion

Question 7.
Near about how many people are being added every year in the world’s population ?
(a) 50 million
(b) 60 million
(c) 70 million
(d) 80 million
Answer:
(d) 80 million

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 8.
Most of the are convinced that the world is already over populated ?
(a) Scholars
(b) Scientists
(c) Ecologists
(d) Social activities
Answer:
(c) Ecologists

Question 9.
Who has presented Echo and Narcissus in English language ?
(a) Moria Kerr
(b) John Benett
(c) D.H. Zawrence
(d) A & B
Answer:
(d) A & B

Question 10.
Who answered ‘Let us meat’ ?
(a) Narcissus
(b) Hera
(c) Echo
(d) None of these
Answer:
(c) Echo

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 11.
Who was treated brutally by Narcissus ?
(a) Hera
(b) Echo
(c) Forest
(d) None of these
Answer:
(b) Echo

Question 12.
Ustad Bismillah Khan was a great maestro.
(a) Table
(b) sitar
(c) shehani
(d) flute
Answer:
(c) shehani

Question 13.
Ustad Bismillah Khan received which of the award given below for his contribution in music.
(a) Padam Vibhushan
(b) Padma Shri
(c) Shehani
(d) All of these
Answer:
(b) Padma Shri

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 14.
When did A.P J. Adbul Kalam born ?
(a) In 1931 A.D.
(b) In 1935 A.D.
(c) In 1940 A.D.
(d) In 1945 A.D.
Answer:
(a) In 1931 A.D.

Question 15.
From where, Dr. Kalam was specillized in Aeronautical Engineering ?
(a) IIT-Cheenai
(b) Motilal Nehru Engineering College, Allahabad
(c) Madras Institute of Technology
(d) BIT Mesra
Answer:
(c) Madras Institute of Technology

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 16.
Who is the author of The gift of the Magi ?
(a) D.H. Lawrence
(b) N.C. Choudhary
(c) O. Henry
(d) Robert Anthony
Answer:
(c) O. Henry

Question 17.
For what reason Oliver Henry is famous ?
(a) his poems
(b) his excellent short stories
(c) his dramas
(d) his satieres
Answer:
(b) his excellent short stories

Question 18.
Ray Young Bear was an American end originally a
(a) Poet
(b) novelist
(c) story writer
(d) A & B
Answer:
(d) A & B

Question 19.
In this poetry Ray Young Bear has expressed great
loves affection to his
(a) Father
(b) Mother
(c) Grandfather
(d) Grandmother
Answer:
(d) Grandmother

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 20.
Who is the poet of On His Blindness ?
(a) John Milton
(b) William Wordsworth
(c) Shakespear
(d) None of these
Answer:
(a) John Milton

Question 21.
Which of the date given below is the data of birth of the poet ?
(a) 9 Dec, 1508
(b) 6 June, 1608
(c) 9 Dec, 1608
(d) None of these
Answer:
(c) 9 Dec, 1608

Question 22.
Which country did the poet bleong ?
(a) America
(b) United Kingdom
(c) South Africa
(d) Guyana
Answer:
(b) United Kingdom

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 23.
Who is the poeters of Self introduction ?
(a) Rayani Parulekar
(b) Neerada Suresh
(c) John Milton
(d) None of these
Answer:
(b) Neerada Suresh

Question 24.
In which year Neerada Suresh was born ?
(a) In A.D. 1952
(b) in A.D. 1962
(c) in A.D. 1942
(d) in A.D. 1972
Answer:
(a) In A.D. 1952

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 25.
When did Ranjani Parulekar born ?
(a) in A.D. 1965
(b) in A.D. 1945
(c) in A.D. 1975
(d) In A.D. 1955
Answer:
(b) in A.D. 1945

Question 26.
What is the subject of the poetry Sound ?
(a) Disturbing nature by cutting trees
(b) Disturbing nature by producing extra sound
(c) Both of the above
(d) None of the these
Answer:
(a) Disturbing nature by cutting trees

Question 27.
Who requests Daffodils to stop for a while in the poetry ?
(a) Poet
(b) nature
(c) time
(d) none of these
Answer:
(a) Poet

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 28.
I………..my book.
(a) read
(b) reads
(c) reading
(d) has been reading
Answer:
(a) read

Question 29.
The sun………….in the east
(a) rises
(b) rised
(c) rise
(d) rising
Answer:
(a) rises

Question 30.
The sun in the day.
(a) shined
(b) shining
(c) shines
(d) shine
Answer:
(c) shines

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 31.
They …………their country. –
(a) loves
(b) loving
(c) loved
(d) love
Answer:
(d) love

Question 32.
Who is the poet of the poetry Abraham Lincoln’s letter to his son’s Teacher ?
(a) John Milton
(b) Robert Herricks
(c) Abraham Lincoln
(d) William wordsworth
Answer:
(c) Abraham Lincoln

Question 33.
Abraham Lincoln was the……..president of America.
(a) 14th
(b) 16th
(c) 18th
(d) 20th
Answer:
(b) 16th

Question 34.
Pash originally was a poet.
(a) Punjabi
(b) Gujrati
(c) Hindi
(d) Marathi
Answer:
(a) Punjabi

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 35.
What was the life-span of Pash ?
(a) A.D. 1950-88
(b) A.D. 1945-75
(c) A.D. 1935-65
(d) None of these
Answer:
(a) A.D. 1950-88

Question 36.
Sonal was in Germany teaching a course in Indian classical:
(a) music
(b) painting
(c) dance
(d) poetry
Answer:
(c) dance

Question 37.
Dr. Gravel said that sonal would again be able to:
(a) read
(b) sing
(c) hear
(d) dance
Answer:
(d) dance

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 38.
Santosh got herself enrolled in a school in :
(a) Uttarakashi
(b) Delhi
(c) Jaipur
(d) the village
Answer:
(b) Delhi

Question 39.
Santosh was under pressure for marriage when the turned:
(a) thirteen
(b) fifteen
(c) sixteen
(d) eighteen
Answer:
(c) sixteen

Question 40.
Kabir lived during the period from:
(a) 1448 BC to 1518 BC
(b) AD 1448 to AD 1518
(c) AD 1438 to AD 1508
(d) 1438 BC to 1508 BC
Answer:
(b) AD 1448 to AD 1518

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 41.
Kabir lived in :
(a) Varanasi
(b) Bihar
(c) Rajasthan
(d) Uttar Pradesh
Answer:
(a) Varanasi

Question 42.
Kabir became a disciple of:
(a) Shaikh Taqqi
(b) Ravi Das
(c) Saint Ramananda
(d) Saint Atmananda
Answer:
(c) Saint Ramananda

Question 43.
Who got into the compartment at Rohana station ?
(a) A boy
(b) An old lady
(c) A man
(d) A girl
Answer:
(d) A girl

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 44.
Ismat Chughtai was called by her nickname :
(a) Munni
(b) Chunni
(c) Ginny
(d) Manju
Answer:
(b) Chunni

Question 45.
Ismat’s father retired as :
(a) District Magistrate
(b) Revenue collector
(c) Deputy Collector
(d) Judicial Magistrate
Answer:
(c) Deputy Collector

Question 46.
There is friendship two boys.
(a) among
(b) upon
(c) between
(d) for
Answer:
(c) between

Question 47.
I am agree you.
(a) with
(b) upon
(c)into
(d)for
Answer:
(a) with

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 48.
She…….. her son well.
(a) Look after
(b) after
(c) Take care of
(d) All of a sudden
Answer:
(a) Look after

Question 49.
The post of Prime Minister is not……………
(a) For the sake of
(b) A bed of roses
(c) Bring up
(d) At once
Answer:
(b) A bed of roses

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 2

Question 50.
Ram is……..in his family
(a) At any cost
(b) All in all
(c) A bed of roses
(d) At sixes and sevens
Answer:
(b) All in all

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Bihar Board 9th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 1.
Who said to Padma, that you will know about your identify after marriage ?
(a) Padma’s mother
(b) Padma’s father
(c) Padma’s friend
(d) None of these
Answer:
(b) Padma’s father

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 2.
Who is the author of the prose Dharama-Judda ?
(a) Padma
(b) padma’s father
(c) Padma’s mother
(d) Arjun Dev Charan
Answer:
(d) Arjun Dev Charan

Question 3.
The story of Yajati has been found in …………….
(a) Ramayan
(b) Mahabharta
(c) Vedas
(d) Puranas
Answer:
(b) Mahabharta

Question 4.
Who compiled and edited the story of Yayati published by the publication division ?
(a) Ved-vyash
(b) C. Rajgopalachari
(c) Chaman Lai
(d) Vishvamitra
Answer:
(c) Chaman Lai

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 5.
What does the observation SMS stands for ?
(a) Single Mobile Service
(b) Short Mesaging Service
(c) Symbol Messaging Service
(d) None of these
Answer:
(b) Short Mesaging Service

Question 6.
What does the observation GSM stands for ?
(a) Global Short Messaging
(b) Giant System of Mobile
(c) Global System of Mobile
(d) None of these
Answer:
(c) Global System of Mobile

Question 7.
Who is the author of ‘Too may people, Too Few Trees’ ?
(a) Suresh Pachauri
(b) Moti Nisani
(c) Sunderlal Bahuguna
(d) None of these
Answer:
(b) Moti Nisani

Question 8.
What is subject of this article too many people, too few trees ?
(a) Over population
(b) Pollution
(c) Deforestation
(d) A & C
Answer:
(d) A & C

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 9.
Who was very handsome ?
(a) Narcissus
(b) Author of this article
(c) Hera
(d) None of these
Answer:
(a) Narcissus

Question 10.
Who put a curse on Echo ?
(a) Zeus
(b) Narcissus
(c) Hera
(d) None of these
Answer:
(c) Hera

Question 11.
When did Ustad Bismillah Khan received Bharat Ratna ?
(a) 1999 AD
(b) 2000 AD
(c) 2001 AD
(d) 2003 AD
Answer:
(a) 1999 AD

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 12.
In which state Ustad Bismillah Khan was born on 21 March, 1916?
(a) Uttar Pradesh
(b) Madhya Pradesh
(c) Bihar
(d) Jharkhand
Answer:
(b) Madhya Pradesh

Question 13.
Who has written the article, “My Childhood” ?
(a) Vikram Seth
(b) Dr. A.P.J. Abdul Kalam
(c) Raja Ramanna
(d) None of these
Answer:
(b) Dr. A.P.J. Abdul Kalam

Question 14.
Dr. A.P.J. Adbul Kalam was the…………of India.
(a) Prime Minister
(b) President
(c) Chief Justice
(d) Vice President
Answer:
(b) President

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 15.
Who is the author of ‘cabbages and kings’ ?
(a) Vikaram seth
(b) Khuswant Singh
(c) O. Henry
(d) None of these
Answer:
(c) O. Henry

Question 16.
Which of the following is the main character of the story ‘THE GIFT OF MAGI’ ?
(a) Jim
(b) Della
(c) O. Henry
(d) A & B
Answer:
(d) A & B

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 17.
Who is the poet of poetry The Grandmother ?
(a) Ray young bear
(b) John Milton
(c) William shakespear
(d) None of these
Answer:
(a) Ray young bear

Question 18.
When did the poet Ray Young Bear bom ?
(a) 1943 A.D.
(b) 1945 A.D.
(c) 1950 A.D.
(d) 1955 A.D.
Answer:
(c) 1950 A.D.

Question 19.
In which of the age given below the poet became behind ?
(a) 35 years
(b) 40 years
(c) 50 years
(d) 25 years
Answer:
(b) 40 years

Question 20.
According to the poetry ‘On His Blindness’ considered such people to have discharged their duties even thought they did nothing.
(a) God
(b) Religion
(c) Temple
(d) None of these
Answer:
(a) God

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 21.
Who is the poet of this poetry ?
(a) William wordsworth
(b) William shakespear
(c) John Milton
(d) Robert Heric
Answer:
(b) William shakespear

Question 22.
Shakespeare was born on 23rd April, 1564,in………….
(a) London
(b) Parish Church
(c) Berlin
(d) Copenhegan
Answer:
(b) Parish Church

Question 23.
William Shakespeare was a great ………….
(a) Novelist
(b) Dramatist
(c) Poet
(d) B & C
Answer:
(d) B & C

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 24.
From which of the following poet man is compared in the poetry ?
(a) natural activities
(b) Painter
(c) Farmer
(d) None of these
Answer:
(a) natural activities

Question 25.
Who is credited for writing 100 poems ?
(a) Rayani Parulekar
(b) John Milton
(c) Neerada Suresh
(d) None of these
Answer:
(c) Neerada Suresh

Question 26.
About which the poetry self introduction is Focussed ?.
(a) miserable condition of women
(b) unequal potion of women in the society
(c) both of the above
(d) none of these
Answer:
(c) both of the above

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 27.
Who is the creater of the poetry Sound ?
(a) John milton
(b) William Shakespears
(c) Robert Herric
(d) Rayani Parulekar
Answer:
(d) Rayani Parulekar

Question 28.
Rayani Perulekar is the receipient of the………..award.
(a) Kalidas
(b) Maharashtra state Literature
(с) padmashree
(d) Gyanpeeth
Answer:
(b) Maharashtra state Literature

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 29.
Who is the poet of the poetry To Daffodils ?
(a) Robert Herrick
(b) Wiliam Shakespeare
(c) Wiliam wordsworth
(d) John Milton
Answer:
(a) Robert Herrick

Question 30.
Which of country given below did the Robert Herrick ?
(a) America
(b) France
(c) England
(d) Italy
Answer:
(c) England

Question 31.
She does not………her time.
(a) wasted
(b) wastes
(c) has wasted
(d) waste
Answer:
(d) waste

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 32.
The stars…….at night.
(a) shined
(b) shining
(c)shines
(d) shine
Answer:
(d) shine

Question 33.
She rerely…………….her bag with her.
(a) carry
(b) carrying
(c) carried
(d) carries
Answer:
(d) carries

Question 34.
Her mother….. my house every Sunday.
(a) visits
(b) visiting
(c) visit
(d) visited
Answer:
(c) visit

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 35.
Abraham Lincoln liberated united state of America from ……………..
(a) Dieases
(b) Slavery
(c) Dependence
(d) None of these
Answer:
(b) Slavery

Question 36.
What will the pupil have to learn according to Lincoln ?
(a) All men are not just and true
(b) If there are scounderal there are heroes also
(c) Quick money may be dishonest
(d) All of the above
Answer:
(d) All of the above

Question 37.
Who is the poet of the poetry I am Like Grass ?
(a) Rayani Parulekar
(b) Neerada Suresh
(c) Pash
(d) Vikaram seth
Answer:
(c) Pash

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 38.
Sonal Mansingh married George Lechner in August:
(a) 1973
(b) 1975
(c) 1974
(d) 1985
Answer:
(b) 1975

Question 39.
Sonal was making a new ………….
(a) era
(b) century
(c) age
(d) start
Answer:
(d) start

Question 40.
Sonal Masingh felt top of the world.
(a) in
(b) on
(c) at
(d) by
Answer:
(b) on

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 41.
Santosh is also an …………
(a) educator
(b) engineer
(c) environmentalist
(d)teacher
Answer:
(c) environmentalist

Question 42.
Santosh felt…………as an Indian
(a) Proud
(b) downcast
(c) sad
(d) impressed
Answer:
(a) Proud

Question 43.
Emperor…………banished him from Varanasi itself.
(a) Akbar
(b) Ashok
(c) Sikandar Lodi
(d) Kanishk
Answer:
(c) Sikandar Lodi

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 44.
The Hindu priests and maulavis………….Kabir.
(a) loved
(b) adored
(c) hated
(d) ignored
Answer:
(c) hated

Question 45.
Ismat completed reading the Quran at the age of:
(a) nine
(b) eleven
(c) twelve
(d) sixteen
Answer:
(c) twelve

Question 46.
Ismat’s mother gave her an old ghara (skirt) top practise:
(a) sewing
(b) kintting
(c) weaving
(d) embroidery
Answer:
(a) sewing

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 47.
Cholera broke…….. in my village
(a) from
(b) about
(c) into
(d) out
Answer:
(d) out

Question 48.
Make a call……………doctor.
(a) with
(b) to
(c) into
(d) for
Answer:
(b) to

Question 49.
He passed the examination …………. hard labour.
(a) Look after
(b) Look after
(c) Take care of
(d) By dint of
Answer:
(d) By dint of

Bihar Board 9th English VVI Objective Questions Model Set 1

Question 50.
My scheme….for want of money.
(a) Look for
(b) Look After
(c) Because of
(d) Fell fait
Answer:
(d) Fell fait

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solutions Amrita Bhag 3 Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

Bihar Board Class 8 Sanskrit संकल्प वीर: दशरथ माँझी Text Book Questions and Answers

जयन्ति कर्मवीरास्ते कृतभूरिपरिश्रमाः। सर्वेषामुपकाराय येषां संकल्पसिद्धयः ॥
अर्थ-जिन्होंने खूब परिश्रम किया ऐसे कर्मवीरो आपकी जय हो। क्योंकि आपके द्वारा किया गया कार्य का फल सबों के उपकार के लिए होता

दुर्बलकायः स्वदेमुख: रिक्तोदरः कौपीनवसनः कृषिकः ग्रामक्षेत्रेषु सर्वदा श्रमं करोति । ग्रामेषु प्रायेणार्थव्यवस्थायाः आधारः कृषिरेव वर्तते । किन्तु कृषिकाः आवश्यकवस्तूनि क्रेतुं निकटस्थान् अट्टान् आपणान् च. गच्छन्ति । बिहारप्रान्तस्य गयामण्डले उटजप्रधाने ग्रामे गहलौरनामके कश्चित् कृषिश्रमिकः न्यवसत् । तस्य नाम दशरथ माँझी इत्यासीत् । अतीव परिश्रमी संकल्पवान् चासीत् । सः तस्य ग्रामः राजगीर-पर्वतमालायाः एकभागे अवर्तत । तस्य ग्रामस्य आपणस्थानं वजीरगंजे आसीत् । उभयोः ।

अनेन संकल्पेन दशरथं प्रति ग्रामीणाः जनाः उपहासं कृतवन्तः । किन्तु निरक्षरोऽपि दशरथः दृढसंकल्पवान् जातः। यद्यपि स कुठारेण काष्ठानयनस्य कार्याणि कृत्वा क्षेत्राणां कर्षणं च कृत्वा जीवनं यापयति, तथापि तस्मात् दिवसात् प्रस्तरछेदनाय अपि उपकरणानि क्रीत्वा स स्वसंकल्पस्य पूरणे प्रवृत्तः । दिनानि व्यतीतानि वर्षानि च गतानि । शैनः-शनैः अस्य श्रमिकस्य परिश्रमः प्रत्यक्षो जातः । द्वाविंशतिवर्षेषु एकः विस्तीर्णः मार्ग: पर्वतमध्ये निर्मितः, नाव कस्यापि शारीरिकः सहयोगः प्राप्तः । प्रस्तरखण्डानि भग्नानि । गहलौरात् वजीरगंजस्य मार्ग: अल्पीभूतः । एतेषु वर्षेषु दशरथ माँझी बहून सम्मानान् लब्धवान् । पर्वतमार्गश्च तस्य नाम्ना अभिहितः । ग्रामे प्रशासनेन तदनु सामुदायिक भवनं निर्मितं चिकित्सालयश्च तस्य नाम्ना स्थापितः । राज्यप्रशासनं तस्मै ‘पर्वतपुरुष’ इति सम्मानोपाधिम् अयच्छत् । दशरथस्य उदाहरणेन स्पष्टं भवति यत् कोऽपि जनः दृढेन संकल्पेन कठिनं किञ्च असम्भवमपि कार्य कृत्वा यशो लभते एतादृशाः कर्मवीराः एव समाजस्य वास्तविकाः सेवकाः

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

अर्थ इस निश्चय को जानकर ग्रामीण लोगों ने दशरथ मांझी का उपहास भी किया। लेकिन निरक्षर दशरथ दृढ़ निश्चयी हो गया। जबकि वह कुल्हाड़ी से काटकर लकड़ी लाने का काम और खेतों को जोतकर जीवन-यापन किया करता था। इसके बाद भी उसी दिन से पत्थर काटने के लिए उपकरणों (छेनी, हथौड़ा) खरीदकर वह अपने संकल्प को पूरा करने में लग गया । दिन बीता और वर्ष भी बीतने चला । इस मजदूर का परिश्रम दिखने लगा । बाईस वर्षों में एक चौड़ा मार्ग पहाड़ के बीच में निर्माण हो गया। इसमें किसी का शारीरिक सहयोग नहीं प्राप्त हुआ। पत्थर के टुकड़े-टुकड़े होकर टूट गये।

गहलौर से वजीरगंज का मार्ग छोटा हो गया । इन वर्षों में दशरथ माँझी बहुत सम्मान पाये । वह पर्वतीय मार्ग उन्हीं के नाम से जाना जाता है। उसके बाद ग्राम प्रशासन के द्वारा सामुदायिक भवन और अस्पताल निर्माण उन्हीं के नाम से किया गया। राज्य सरकार उनको ‘पर्वत पुरुष’ इस सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया । दशरथ माँझी के उदाहरण से स्पष्ट होता है कि कोई भी व्यक्ति दृढ़ संकल्प से कुछ भी असम्भव कार्य को करने का यश प्राप्त कर सकता है। ऐसे कर्मवीर लोग ही समाज के वास्तविक सेवक होते हैं।

शब्दार्थ

कृतभूरिपरिश्रमाः = जिन्होंने खूब परिश्रम किये हैं। सर्वेषाम् = सबका/सबकी, सबके । उपकाराय = उपकार के लिए । संकल्पसिद्धयः = संकल्पित कार्य के फल । दुर्बलकायः = दुबले शरीर वाला । स्वेदमुखः = पसीना युक्त मुँह । रिक्तोदरः = खाली पेट । कौपीनवसनः = लंगोटी धारण किये हुए । कृषिकः = किसान । ग्रामक्षेत्रेषु = ग्रामीण इलाकों में । केतुम् = खरीदने हेतु । निकटस्थान = समीप स्थित (को) । अट्टान् = हाटों को। आपणान् = दुकानों को । उटजप्रधाने = झोपड़ी बहुल । कृषिश्रमिकः = खेतिहर मजदूर । न्यवसत् = निवास करता था। संकीर्णः = सँकरा, तंग। बाधारूपः = बाधा पहुँचाने वाला । पदयात्रिकाः = पदयात्री लोग, पैदल चलने वाले । चलितुम् = चलने में ।

अनुभूतवन्तः = अनुभव करते थे। विस्तारीकरणे = चौड़ा करने में। नीत्वा = लेकर । भग्नो (भग्नः) जातः = टूट गया। मानसे = मन में । मार्गमेतम् (मार्गम् + एतम्) = इस रास्ते को । अहमेव (अहम् + एव) = मैं ही । विनाश्य = नाश/समाप्त करके । निर्मास्यामि = बनाऊँगा, निर्माण करूँगा। उपहासम् = मजाक । दृढसंकल्पवान् = दृढ़ निश्चय वाला । काष्ठामयनस्य = लकड़ी ढोने का । कुठारेण = कुल्हाड़ी से। कर्षणम् = जुताई । क्षेत्राणाम् = खेतों का/की/के । यापयति = बिताता है । प्रस्तरछेदनाय = पत्थर काटने के लिए । पूरणे = पूरा करने में । प्रवृत्तः = लग गया । व्यतीतानि = बिताये गये/बीत गये । गतानि = गये । अल्पीभूतः = छोटा हो गया । द्वाविंशतिवर्षेषु = बाइस वर्षों में । नाम्ना = नाम से । अभिहितः = पुकारा गया । तदनु = उसके बाद । अयच्छत् = दिया । किञ्च = इसके अतिरिक्त । एतादशाः = इस प्रकार के।’

व्याकरणम्

सन्धिविच्छेद

कर्मवीरास्ते = कर्मवीराः + ते (विसर्ग सन्धि)। रिक्तोदरः = रिक्त + उदरः (गुण-सन्धि) । प्रायेणार्थव्यवस्थायाः = प्रायेण + अर्थव्यवस्थायाः (दीर्घ सन्धि) । कृषिरेव = कृषिः + एव (विसर्ग सन्धि) । इत्यासीत् = इति + आसीत् (यण् सन्धि) । चासीत् = च + आसीत् (दीर्घ सन्धि) । यद्यपि = यदि + अपि (यण् सन्धि)। नासन् = न. + आसन् (दीर्घ सन्धि)। कृषिकाश्च = कृषिकाः + च (विसर्ग सन्धि)। कठोरस्यापि = कठोरस्य + अपि (दीर्घ सन्धि) । निरक्षरोऽपि = निः + अक्षरः + अपि (विसर्ग सन्धि)। काष्ठानयनस्य = काष्ठ + आनयनस्य (दीर्घ सन्धि) । तथापि = तथा + अपि (दीर्घ सन्धि) । कस्यापि = कस्य + अपि (दीर्घ सन्धि) । चिकित्सालयश्च = चिकित्सा + आलयः + च (दीर्घ सन्धि)। सम्मानोपाधिम् = सम्मान + उपाधिम् (गुण + सन्धि)।
प्रकृति-प्रत्यय-विभाग :

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर दशरथ माँझी 1

अभ्यास

मौखिक

प्रश्न 1.
अधोलिखितानां शब्दानाम् उच्चारणं कुरुत
(निम्नलिखित शब्दों का उच्चारण करें):
रिक्तोदरः आपणस्थानम्, इत्यासीत्, प्रायेणार्थव्यवस्थायाः, अट्टान्, निर्मास्यामि, द्वाविंशतिवर्षेषु, असम्भवमपि, सम्मानोपाधिम्।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

प्रश्न 2.
कृषिकस्य विषये संस्कृतभाषायां द्वे वाक्ये वदत
उत्तरम्-

  1. कृषिकाः ग्रामवासिनः भवन्ति ।
  2. कृषिकाः कृषिकार्यं कुर्वन्ति ।

प्रश्न 3.
निम्नलिखितानां शब्दानाम् अर्थं वदत:
अट्टान, कौपीनः, स्वेदः, आपणम्, चलितुम्, कर्षणम्, अयच्छत्
उत्तरम्-

  1. अट्टान = हाट (बाजार) ।
  2. कौपीनः = लंगोटी ।
  3. स्वेदः = पसीना ।
  4. आपणम् = दुकान ।
  5. चलितुम् = चलने के लिए ।
  6. कर्षणम् = जुताई ।
  7. अयच्छत् = दिया, प्रदान किया।

लिखित

प्रश्न 4.
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरम् एकेन पदेन लिखत :
(क) अस्मिन पाठे संकल्पवीरः कः ?
उत्तरम्-
दशरथ माँझी।

(ख) सम्प्रति भारतवर्षे ग्रामीण क्षेत्रे अर्थ व्यवस्थायाः मख्याधार कः?
उत्तरम्-
कृषिकार्यम् ।

(ग) ग्रामीण: क्षेत्रे कृषिका: आवश्यक वस्तूनि क्रेतुं कुत्र गच्छन्ति ?
उत्तरम्-
अट्टान ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

(घ) दशरथ मांझी कस्मिन् ग्रामे वसति स्म?
उत्तरम्-
गहलौरे।

(ङ) राज्य प्रशासनं कस्मै ‘पर्वत पुरुष’ इति सम्मानोपाधिम् अयच्छत् ?
उत्तरम्-
दशरथाय।

प्रश्न 5.
निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं पूर्णवाक्येन लिखत
(क) दशरथ मांझी कीदृशः आसीत् ?
उत्तरम्-
दशरथ माँझी परिश्रमी दृढ़ संकल्पः च आसीत् ।

(ख) दशरथ माँझी महोदयस्य ग्रामः कुत्र स्थितः आसीत् ?
उत्तरम्-
दशरथ माँझी महोदयस्य ग्रामः राजगीर पर्वतमालायाः मध्ये स्थितः आसीत् ।

(ग) कयोः स्थानयोः मध्ये पर्वतस्य संकीर्णः मार्गः बाधा रूपः आसीत् ?
उत्तरम्-
गहलौर वजीरगंजयोः मध्ये पर्वतस्य संकीर्णः मार्गः बाधारूप: आसीत्।

(घ) कं प्रति ग्रामीणाः जनाः उपहासं कृतवन्तः ?
उत्तर-
दशरथ माँझी महोदयं प्रति ग्रामीणाः जनाः उपहासं कुलवन्तः ।

(ङ) दशरथस्य उदाहरणेन का शिक्षा मिलति ?
उत्तरम्-
दशरथस्य उदाहरणेन शिक्षा मिलति यत्-कोपि जन: दृढ़ेन संकल्पेन कठिनं कार्यं कृत्वा यशः लभते ।

(च) कस्याः कष्टं दृष्ट्वा दशरथः संकल्पं कृतवान् ?
उत्तरम्-
पत्न्याः कष्टं दृष्ट्वा दशरथ: संकल्पं कृतवान् ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

प्रश्न 6.
मञ्जूषायाः उचितपदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत
(वजीरगंजे, संकीर्णः, कृषिरेव, दशरथ माँझी, राजगीर पर्वतमालायाः, गहलौर, अल्पीभूतः)
प्रश्नोत्तरम्-

  1. ग्रामेषु प्रायेणार्थ व्यवस्थायाः आधारः कृषिरेव वर्तते ।।
  2. तस्य ग्रामस्य आपणस्थानं वजीरगंजे आसीत् ।
  3. गहलौरात् वजीरगंजस्य मार्गः अल्पीभूतः।
  4. उभयोः स्थानयोः मध्ये पर्वतस्य संकीर्णः मार्गः बाधारूपः अभवत् ।
  5. तस्य ग्रामः राजगीर पर्वतमालायाः एकभागे अवर्तत। पंचमी..
  6. उटज प्रधाने ग्रामे गहलौर नामके कश्चित् कृषि श्रमिक: न्यवसत् ।
  7. तस्य नाम दशरथ माँझी इत्यासीत् ।

प्रश्न 7.
अधोलिखितेषु पदेषु प्रयुक्तां विभक्ति वचनं च लिखत :
पदानि – विभक्तिः – वचनम्

यथा-
क्षेत्रेषु – सप्तमी – बहुवचनम्
प्रश्नोत्तरम् :

  1. ग्रामेषु – सप्तमी – बहुवचनम्
  2. दुर्बलकायः – प्रथमा – एकवचनम्
  3. क्षेत्राणाम् – षष्ठी – बहुवचनम्
  4. तस्मात् – पंचमी – एकवचनम्
  5. नाम्ना – तृतीया – एकवचनम्
  6. तस्य – षष्ठी – एकवचनम्
  7. पर्वतस्य – षष्ठी – एकवचनम्
  8. तस्मिन् – सप्तमी – एकवचनम्

प्रश्न 8.
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत

(सर्वदा, कृषकः, उभयोः, ग्रामेषु, अतीव)
प्रश्नोत्तरम्-

  1. सर्वदा – सर्वदा बालकाः पठेयुः।
  2. कृषकः – कृषक: कृषिकर्म करोति ।
  3. उभयोः – गंगायाउभयोः तट्योः नगरानि सन्ति ।
  4. ग्रामेषु – ग्रामेषु कृषिका: वसन्ति ।
  5. अतीव: – स: अतीव परिश्रमी आसीत् ।

प्रश्न 9.
सुमेलनं कुरुत :

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर दशरथ माँझी 2

उत्तरम्-
(क) – (2)
(ख) – (5)
(ग) – (1)
(घ) – (6)
(ङ) – (4)
(च) – (3)

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

प्रश्न 10.
अधोलिखितानां पदानां सन्धिं सन्धि विच्छेदं वा कुरुत
प्रश्नोत्तरम-

  1. यदि + अपि = यद्यपि ।
  2. च + आसीत् = चासीत् ।
  3. न + आसन = नासन् ।
  4. रिक्त + उदरः = रिक्तोदरः।
  5. इति + आसीत् = इत्यासीत् ।
  6. क: + चित् = कश्चित् ।

प्रश्न 11.
वचन-परिवर्तनं कुरुत:।

एकवचनम् – बहुवचनम्
यथा-
करोति – कुर्वन्ति ।
उत्तरम्-
एकवचनम् – बहुवचनम्

  1. गच्छति । – गच्छन्ति ।
  2. आगीत – आसन्
  3. वर्तते – वर्तन्ते.
  4. अगच्छत् । – अगच्छन्
  5. करिष्यामि – करिष्यामः
  6. अकरोत् – अकुर्वन्
  7. रक्षतु – रक्षन्तु
  8. भवसि – भवथ

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 9 संकल्प वीर: दशरथ माँझी

प्रश्न 12.
उदाहरणानुसारं अव्यय पदानि चिनुत
यथा –
दुर्बलकायः कृषिकः ग्रामक्षेत्रेषु सर्वदा श्रमं करोति । = सर्वदा
प्रश्नोत्तर:

  1. ग्रामेषु अर्थव्यवस्थायाः आधारः प्रायेण कृषिः वर्तते । = प्रायेण ।
  2. दशरथः परिश्रमी संकल्पवान च आसीत् । = च।
  3. शनैः शनैः अस्य श्रमिकस्य परिश्रमः प्रत्यक्षो जातः । = शनैः-शनैः ।
  4. एतादृशाः कर्मवीराः एव समाजस्य वास्तविकाः सेवकाः । = एव ।
  5. यात्रिकाः अपि चलितुम् असमर्थाः आसन् । = अपि ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solutions Amrita Bhag 3 Chapter 12 सदाचार: Text Book Questions and Answers, Summary.

BSEB Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

Bihar Board Class 8 Sanskrit सदाचार: Text Book Questions and Answers

1. नापृष्टः कस्यचिद् ब्रूयात् न चान्यायेन पुच्छतः ।
जानन्नपि हि मेधावी जडवल्लोकमाचरेत् ॥

अर्थ – बिना पूछे किसी से नहीं बोलना चाहिए और यदि किसी के द्वारा जबरदस्ती पूछा जा रहा हो तो मेधावी लोग जानते हुए भी मूर्ख की तरह संसार में आचरण करते हुए चुप रहें।

2. अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः ।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशोबलम् ।।

अर्थ – अभिवादन करने का स्वभाव रखने वाले का और बड़े-बुजुर्गों (वृद्ध लोगों) की सेवा करने वालों का चार चीज बढ़ते हैं आयु, विद्या, यश और बल।

3. वित्तं बन्धुर्वयः कर्म विद्या भवति पञ्चमी।
एतानि मान्यस्थानानि गरीयो यद् यदुत्तरम् ।।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

अर्थ – धन, बान्धव, आयु, कर्म और विद्या ये पाँच मान पाने की चीजें हैं। इनमें से हरेक के बाद जो दूसरे हैं वे श्रेष्ठ हैं । अर्थात् विद्या मापन पाने का सर्वश्रेष्ठ साधन है।

4. ब्राह्म मुहूर्ते बुध्येत स्वस्थो रक्षार्थमायुषः ।
शरीरचिन्तां निर्वर्त्य कृतनित्यक्रियो भवेत् ॥

अर्थ – आयु और स्वास्थ्य रक्षा के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए । _शरीर की चिन्ता करते हुए नित्य क्रिया का सम्पादन करना चाहिए।

5. आचार्यश्च पिता चैव माता भ्राता च पूर्वजः ।।
नार्तेनाप्यवमन्तव्याः पुंसा कल्याणकामिना ॥
अर्थ – कल्याण चाहने वाले लोग अपने को विवश जानकर भी आचार्य (गुरु), पिता, माता, भाई और अन्य बड़े लोगों का अपमान नहीं करें।

6. विषादप्यमृतं ग्राह्यं बालादपि सुभाषितम् ।
अमित्रादपि सवत्तममेध्यादपि काञ्चनम् ॥

अर्थ – विष से अमृत को प्राप्त हो, छोटा बच्चा से सुभाषित (अच्छे वचन) मिले, शत्रु से भी अच्छा आचरण की सीख मिले तथा अपवित्र स्थान या अपवित्र व्यक्ति से भी सोना मिले तो ग्रहण कर लेना चाहिए।

7. सर्वलक्षणहीनोऽपि यः सदाचारवान् नरः ।।
श्रद्धावान् अनसूयश्च शतं वर्षाणि जीवति ॥

अर्थ – सभी शुभ लक्षणों से हीन होकर भी जो व्यक्ति सदाचारवान है, श्रद्धावान है और ईर्ष्यारहित है, वह व्यक्ति सौ वर्षों तक जीवित रहता है।

8. सर्वेषामेव शौचानामर्थशौचं परं स्मृतम्।
योर्षे शुचिः स हि शुचिः न मृद्वारिशुचिः शुचिः ।।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

अर्थ – सभी प्रकार की पवित्रताओं में धन की पवित्रता को श्रेष्ठ कहा गया है । जो धन पक्ष में पवित्र है वही पवित्र है। मिट्टी पानी से बार-बार शुद्ध करने से कोई शुद्ध (पवित्र) नहीं होता है।

शब्दार्थ

नापृष्टः (न + अपृष्टः) = बिना पूछे नहीं। कस्यचित् = किसी का/की/के । ब्रूयात् = बोलना चाहिए । चान्यायेन (च + अन्यायेन) = और अन्याय/जबरदस्ती से। पृच्छतः = पूछते हुए का। जानन्नपि (जानन् + अपि) = जानता हुआ भी । जडवल्लोकमाचरेत् = मूर्ख की तरह संसार में आचरण करना चाहिए । अभिवादनशीलस्य = अभिवादन करने वाले का । वृद्धोपसेविन: (वृद्ध + उपसेविनः) = बूढों की सेवा करने वालों का/की/के। वर्धन्ते = बढ़ते हैं । वयः = उम्र । वित्तं = धन । मान्यस्थानानि = आदरणीय, सम्मान के पात्र । गरीयो (गरीयः) = श्रेष्ठ, बढ़कर ।

यदुत्तरम् (यत् + उत्तरम् ) = जो उत्तर । ब्राह्मे = ब्रह्मवेला में, सूर्योदय से पूर्व के समय में। मुहूर्ते = वेला में, I मुहूर्त = 24 मिनट । बुध्येत = जागना चाहिए । रक्षार्थमायुषः = आयु की रक्षा के लिए । निर्वर्त्य = पूरा करके/सम्पन्न करके। कृतनित्यक्रियो = जिसने नित्य क्रिया कर हो (ऐसा व्यक्ति) । आचार्यः = गुरु, शिक्षक । नार्तेनाप्यवमन्तव्याः (न+ आर्तेन + अपि + अवमन्तव्याः) = आर्त (विवश/बेचैन/पीड़ित) होकर भी अपमान नहीं करना चाहिए । पुंसा = व्यक्ति द्वारा । कल्याणकामिना = कल्याण चाहने वाला । विषादप्यमृतम् (विषात् + अपि + अमृतम् ) = जहर से भी अमृत । ग्राह्यम् = ग्रहण करना चाहिए, लेना चाहिए । बालादपि (बालात् + अपि) = बच्चे से भी।

सुभाषितम् = अच्छे वचन । अमित्रादपि (अमित्रात् + अपि) = शत्रु से भी। काञ्चनम् = सोना, स्वर्ण को । यः = जो । सर्वलक्षणहीनोऽपि = सभी – लक्षणों से हीन भी। सदाचारवान् = अच्छे आचरण वाला । अनसूयश्च (अन् + असूयः + च) = और ईर्ष्यारहित/डाह न करनेवाला । शौचानामर्थशौचम् (शौचानाम् + अर्थशौचम्) = पवित्रताओं में धन की पवित्रता । स्मृतम् = कहा गया है । शुचिः = पवित्र । हि = निश्चय ही । मृद्वारि = मिट्टी एवं जल । सद्वृत्तम् = अच्छा व्यवहार । अमेध्यादपि = अपवित्र से भी। काञ्चनम् = सोना (स्वर्ण) को ।

व्याकरणम्

सन्धिविच्छेद

नापृष्टः = न + अपृष्टः (दीर्घ सन्धि) । चान्यायेन = च + अन्यायेन (दीर्घ सन्धि) । जानन्नपि = जानन् + अपि (व्यंजन संधि) । जडवल्लोकमाचरेत् = जडवत् + लोकम् + आचरेत् (व्यंजन सन्धि) । वृद्धोपसेविनः = वृद्ध + उपसेविनः (गुण सन्धि) । आयर्विद्या = आयु: + विद्या (विसर्ग सन्धि) । बन्धुर्वयः = बन्धुः + वयः (विसर्ग सन्धि)। यदुत्तरम् = यत् + उत्तरम् (व्यञ्जन सन्धि) । रक्षार्थमायुषः = रक्षा + अर्थम् + आयुषः (दीर्घ सन्धि)। आचार्यश्च = आचार्यः + च (विसर्ग सन्धि) । नार्तेनाम्यवमन्तव्याः = न + आर्तेन + अपि + अवमन्तव्याः (दीर्घ सन्धि, यण् सन्धि) । विषादप्यमृतम् = विषात् + अपि + अमृतम् (व्यंजन संधि, यण् सन्धि) । बालादपि = बालात् + अपि (व्यञ्जन – सन्धि) । सद्वृत्तममेध्यादपि = (सत् + वृत्तम् + अमेध्यात् + अपि) (व्यञ्जन सन्धि) । सदाचारवान् = सत् + आचारवान् (व्यञ्जन सन्धि)। अनसूयश्च = अन् + असूयः + च (विसर्ग सन्धि) । शौचानामर्थशौचम् = शौचानाम् + अर्थशौचम् ।

प्रकृति-प्रत्यय-विभागः

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार 1

अभ्यासः

मौखिक

प्रश्न 1.
पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) कस्य चत्वारि वर्धन्ते ?
उत्तरम्-
अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

(ख) अभिवादन शीलस्य कानि चत्वारि वर्धन्ते ।
उत्तरम्-
अभिवादन शीलस्य आयुः विद्या यशः बलम् च वर्धन्ते ।

(ग) कति मान्य स्थानानि सन्ति ?
उत्तरम्-
पञ्च मान्य स्थानानि सन्ति ।

(घ) पञ्च मान्य स्थानानि कानि सन्ति ?
उत्तरम्-
वित्तं, बन्धुः, वयः कर्मः विद्या च एतानि पञ्च मान्य स्थानानि सन्ति ।

(ङ) कदा बुध्येत् ?
उत्तरम्
ब्रह्म मुहूर्ते बुध्येत् ।

प्रश्न 2.
सुस्पष्टम् उच्चारयत ( साफ-साफ उच्चारण करें।)
प्रश्नोत्तरम्-

  1. ब्रूयात् – ब्रूयाताम् – बुयुः
  2. आचरेत् – आचरेताम् – आचरेयुः
  3. भवेत् – भवेताम् – भवेयुः

प्रश्न 3.
पठत:

  1. न मित्रम् = अमित्रम्
  2. न मेध्यम = अमेध्यम्
  3. न असूया = अनसूया
  4. न पृष्टः = अपृष्टः
  5. न न्यायेन = अन्यायेन
  6. न उचितम् = अनुचितम्

लिखित

प्रश्न 4.
उदाहरणानुरूपं वाक्यानि रचयत
प्रश्नोत्तरं-

  1. नित्यं = वयं नित्यं विद्यालयं गच्छामः ।
  2. पिता = पिता पुत्रेण सह गच्छति ।
  3. स्वस्थः = सः स्वस्थ: अस्ति ।
  4. काञ्चनम् = काञ्चनम् सर्वे इच्छन्ति ।
  5. जीवति = यस्य कीर्ति सः जीवति ।
  6. रक्षार्थम् = देशस्य रक्षार्थम् अहं जीवामि।

प्रश्न 5.
मेलनं कुरुत:
प्रश्नोत्तरं-

  1. सदाचारः = श्रेष्ठः
  2. मेधावी = कस्यचित् वंशस्य पूर्वपुरुषः
  3. सुभाषितम् = सम्य-विभागः
  4. पूर्वजः = सुन्दरं वचनम्
  5. गरीयः = सज्जनानां व्यवहार:
  6. मुहूर्तः = यः कञ्चित् विलक्षणसंस्कारं धारयति

प्रश्न 6.
प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत
(क) कल्याणकामिना के नावमन्तव्याः?
उत्तरम्-
कल्याणकामिना आचार्यः पिता माता भ्राता पूर्वजः च नावमन्तव्याः ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

(ख) कस्मात् अमृतं ग्राह्यम् ?
उत्तरम्-
विषात् अमृतं ग्राह्यम् ।

(ग) किम शौचं श्रेष्ठं स्मृतम् ?
उत्तरम्-
अर्थं शौचं श्रेष्ठं स्मृतम् ।

(घ) कः शतं वर्षाणि जीवति ?
उत्तरम्-
यः सदाचारः श्रद्धावान् अनसूयश्च नरः सः शतं वर्षाणि जीवति ।।

(ङ) अपृष्टः किन्न कुर्यात् ?
उत्तरम्-
अपृष्टः कस्यचिद् न ब्रूयात् ।

प्रश्न 7.
वर्णान् संयोज्य लिखत :
यथा-
व् + इ + त् + त् + अ + म् = वित्तम्

  1. ब् + र् + आ + ह् + म् + अ = ब्राह्मः
  2. म् + उ + ह् + ऊ + र् + त् + अ = मुहूर्तः
  3. श् + र् + अ + द् + ध् + आ: = श्रद्धाः
  4. श् + ऋ + इ + ग् + आ + र् + अ = शृंगार:
  5. उ + ज् + ज + व + अ + ल् + अ = उज्ज्व ल:

प्रश्न 8.
उदाहरणानुसारं पदानि पृथक् कुरुत :
यथा-
सर्वेषामेव = सर्वेषाम् + एव
उत्तरम्-

  1. लोकमाचरेत् = लोकम् + आचरेत् ।
  2. रक्षार्थमायुषः = रक्षार्थम् + आयुषः
  3. वृत्तममेध्यात् = वृत्तम् + अमेध्यात् ।
  4. प्रथममेव = प्रथमम् + एव।
  5. शौचानामर्थशौचम् = शौचानाम् + अर्थशौचम् ।

प्रश्न 9.
मञ्जूषायाः पदानि संयोज्य वाक्यानि रचयत

(विशालः, गंगायाः, पूर्वभागे, मध्ये, तटे, गंगा, पर्वतानाम्।)
यथा –
भारतस्य उत्तरभागे कश्मीर राज्यम् अस्ति।

  1. भारतस्य पूर्वभागे बंगप्रदेशः अस्ति ।
  2. बिहारस्य मध्य गंगानदी प्रवहति ।
  3. बंगोपसागरस्य तटे उत्कलप्रदेशः अस्ति ।
  4. तीरे गंगायाः वाराणसी अस्ति ।
  5. पाटलिपुत्रस्य उत्तरभागे गंगा प्रवहति ।
  6. शोणनदः अतीव विशालः वर्तते ।
  7. हिमालयः पर्वतानां राजा कथ्यते ।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 12 सदाचार:

प्रश्न 10.
मंजूषातः क्रियापदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत :

(विराजते, चलत, भविष्यति, निवसामः, निवससि, आसन्)
यथा-
वयं भारतवर्षे निवसामः।

  1. त्वं कस्मिन् ग्रामे निवससि ?
  2. पाटलिपुत्र गंगायास्तटे विराजते
  3. राज्ञो दशरथस्य चत्वारः पुत्राः आसन्।
  4. यूयं अस्माभिः सह विद्यालयं चलत्
  5. अस्माकं विद्यालये श्व: वार्षिकोत्सवः भविष्यति

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

Bihar Board Class 12 History संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत Textbook Questions and Answers

उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में)

प्रश्न 1.
उद्देश्य प्रस्ताव में किन आदर्शों पर जोर दिया गया था?
उत्तर:
उद्देश्य प्रस्ताव के मुख्य आदर्श –

  1. प्रभुता सम्पन्न स्वतन्त्र भारत की स्थापना और उसके सभी भू-भागों और सरकार के अंगों की सभी प्रकार की शक्ति और अधिकारों का स्रोत जनता का रहना।
  2. भारत के सभी लोगों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, पद अवसर और कानून के समक्ष समानता, कानून और सार्वजनिक नैतिकता के अंतर्गत विचार अभिव्यक्ति के अधिकार, विश्वास, निष्ठा, पूजा, व्यवसाय, संगठन और कार्य की स्वतंत्रता की गारंटी देना।
  3. अल्पसंख्यकों, पिछड़े और जनजाति वाले क्षेत्रों, दलित और अन्य वर्गों के लिए सुरक्षा के समुचित उपाय करना।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 2.
विभिन्न समूह ‘अल्पसंख्यक’ शब्द को किस तरह परिभाषित कर रहे थे?
उत्तर:

  1. कुछ लोग आदिवासियों को मैदानी लोगों से अलग देख कर उन्हें विशेष आरक्षण देना चाहते थे।
  2. अन्य प्रकार के लोग दमित वर्ग के लोगों को हिंदुओं से अलग करके देख रहे थे और वह उनके लिए अधिक स्थानों का आरक्षण चाहते थे।
  3. कुछ विद्वान मुसलमानों को ही अल्पसंख्यक कह रहे थे। उनके अनुसार उनका धर्म रीति-विाज आदि हिन्दुओं से बिल्कुल अलग है।
  4. सिक्ख लीग के कुछ सदस्य सिक्ख धर्म के अनुयायियों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने और अल्पसंख्यकों को सुविधायें देने की मांग कर रहे थे।
  5. मद्रास के बी. पोकर बहादुर ने 27 अगस्त, 1947 के दिन संविधान सभा में अल्पसंख्यकों को पृथक् निर्वाचिका देने की मांग की और कहा कि मुसलमानों की जरूरतों को गैर-मुसलमान अच्छी तरह नहीं समझ सकते हैं।

प्रश्न 3.
प्रांतों के लिए ज्यादा शक्तियों के पक्ष में क्या तर्क दिए गए?
उत्तर:

  1. मद्रास के सदस्य के. सन्तनम ने कहा कि न केवल राज्यों को बल्कि केन्द्र को मजबूत बनाने के लिए भी शक्तियों का पुनर्वितरण आवश्यक है।
  2. उन्होंने बताया कि केन्द्र के पास जरूरत से ज्यादा उत्तरदायित्व होंगे तो वह प्रभावी ढंग से काम नहीं कर पायेगा। उसके कुछ दायित्वों में कमी करके उन्हें राज्यों को सौंप देने से केन्द्र ज्यादा मजबूत हो सकता है।
  3. सन्तनम ने केन्द्र को अधिक राजकोषीय अधिकार देने का भी विरोध किया। उनके अनुसार ऐसा करने से राज्यों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जायेगी और वे विकास कार्य नहीं कर सकेंगे। उन्होंने संघीय व्यवस्था को समाप्त करके एकल व्यवस्था को स्थापित करने की वकालत की।
  4. प्रांतों के अन्य अनेक सदस्य भी इसी प्रकार की आशंकाओं से परेशान थे। उनका कहना था कि समवर्ती सूची और केन्द्रीय सूची में कम से कम विषय रखे जाएँ एवं राज्यों को अधिक अधिकार दिए जाएँ।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 4.
महात्मा गाँधी को ऐसा क्यों लगता था कि हिन्दुस्तानी राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए?
उत्तर:
हिन्दुस्तानी राष्ट्रीय भाषा –
1. महात्मा गाँधी का मानना था कि हिंदुस्तानी भाषा में हिंदी के साथ-साथ उर्दू भी शामिल है और दो भाषाएँ मिलकर हिंदुस्तानी भाषा बनाती हैं।

2. वह हिंदू और मूसलमान दोनों के द्वारा प्रयोग में लाई जाती हैं और दोनों की संख्या अन्य सभी भाषा-भाषियों की तुलना में अधिक है। यह हिन्दू और मुसलमानों के साथ-साथ उत्तर और दक्षिण में भी खूब प्रयोग में लाई जा सकती है।

3. गाँधी जी यह जानते थे कि हिंदी और उर्दू में संस्कृत के साथ-साथ अरबी और फारसी के शब्द भी मध्यकाल से प्रयोग हो रहे हैं। जब ऐसा है तो हिन्दुस्तानी भाषा सभी लोगों के लिए समझने में सहज है।

4. गाँधी जी हिंदुस्तानी भाषा को देश के हिंदू और मुसलामनों में सद्भावना और प्रेम बढ़ाने वाली भाषा मानते थे। उनको कहना था कि इससे दोनों सम्प्रदायों के लोगों में परस्पर मेल-मिलाप, प्रेम, सद्भावना ज्ञान का आदान-प्रदान बढ़ेगा और यही भाषां देश की एकता को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

5. महात्मा गाँधी का कहना था जो लोग हिंदी को हिंदुओं की और उर्दू को केवल मुसलमानों की भाषा बनाकर भाषा के क्षेत्र में धार्मिकता और साम्प्रदायिकता का घृणित खेल खेलना चाहते हैं वे वस्तुतः संकीर्ण मनोवृत्ति के हैं।

प्रश्न 5.
वे कौन-सी ऐतिहासिक ताकतें थीं जिन्होंने संविधान का स्वरूप तय किया?
उत्तर:
संविधान का स्वरूप तय करने वाली ऐतिहासिक ताकतें निम्नलिखित हैं:

  1. संविधान का स्वरूप तय करने वाली प्रथम ऐतिहासिक ताकत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस थी जिसने देश के संविधान को लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष गणराज्य बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
  2. मुस्लिम लीग ने देश के विभाजन को बढ़ावा दिया परन्तु उदारवादी और विभाजन के बाद भी विभिन्न दबाव समूहों या राजनैतिक दलों से जुड़े रहने वाले मुसलमानों ने भी भारत को धर्म निरपेक्ष बनाए रखने तथा सभी नागरिकों की अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाये रखने में सक्षम सांविधिक प्रावधानों को समर्थन दिया।
  3. समाजवादी विचारधारा या वामपंथी विचारधारा वाले लोगों ने संविधान में समाजवादी ढाँचे की सरकार बनाने, भारत को कल्याणकारी राज्य बनाने और समान काम के लिए समान वेतन, बंधुआ मजदूरी समाप्त करने, जमींदारी उन्मूलन करने के प्रावधानों को प्रविष्ट कराया।
  4. एन. जी. रांगा और जयपाल सिंह जैसे आदिवासी नेताओं ने संविधान का स्वरूप तय करते समय इस बात की ओर ध्यान देने के लिए जोर दिया कि संविधान में आदिवासियों की सुरक्षा तथा उन्हें आम आदमियों की दशा में लाने के प्रावधान प्रविष्ट किए जाएँ।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 6.
दमित समूहों की सुरक्षा के पक्ष में किए गए विभिन्न दावों पर चर्चा कीजिए।
उत्तर:
दमित समूहों की सुरक्षा के पक्ष में किए गए विभिन्न दावें:

  1. अस्पृश्यों (अछूतों) की समस्या को केवल संरक्षण और बचाव से हल नहीं किया जा सकता बल्कि इसके लिए जाति भेदभाव वाले सामाजिक नियमों, कानूनों और नैतिक मान्यताओं को समाप्त करना जरूरी है।
  2. हरिजन संख्या की दृष्टि से अल्पसंख्यक नहीं हैं। आबादी में उनको हिस्सा 20-25 प्रतिशत है। उन्हें समाज और राजनीति में उचित स्थान नहीं मिला है और शिक्षा और शासन में उनकी पहुँच नहीं है।
  3. डा. अम्बेडकर ने संविधान का द्वारा अस्पृश्यता का उन्मूलन करने, तालाबों, कुओं और मंदिरों के दरवाजे सभी के लिए खोले जाने और निम्न जाति के लोगों को विधायिकाओं और सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिये जाने का समर्थन किया।
  4. मद्रास के नागप्पा ने दमित जाति के लोगों हेतु सरकारी नौकरियों और विधायिकाओं में आरक्षण का दावा किया।
  5. मध्य प्रांत के दमित जातियों के एक प्रतिनिधि श्री के जे खाण्डेलकर ने दलित जातियों के लिए विशेष अधिकारों का दावा किया।

प्रश्न 7.
संविधान सभा के कुछ सदस्यों ने उस समय की राजनीतिक परिस्थिति और एक मजबूत केन्द्र सरकार की जरूरत के बीच क्या संबंध देखा?
उत्तर:

  1. प्रारम्भ में सन्तनम जैसे सदस्यों ने केन्द्र के साथ राज्यों को भी मजबूत करने की बात कही। अनेक शक्तियाँ केन्द्र को सौंप देने से वह निरंकुश हो जायेगा और ज्यादा उत्तरदायित्व रहने के कारण वह प्रभावी ढंग से काम नहीं कर पायेगा।
  2. ड्राफ्ट कमेटी के चेयरमेन डॉ. बी. आर अम्बेडकर ने कहा कि वे एक शक्तिशाली और एकीकृत केन्द्र सरकार की स्थापना करना चाहते हैं।
  3. 1946 और 1947 में देश के विभिन्न भागों में सांप्रदायिक दंगे और हिंसा के दृश्य दिखाई दे रहे थे। इससे सामाजिक तनाव बढ़ रहा था और देश अनेक टुकड़ों में विभाजित हो रहा था। इसका संदर्भ देते हुए अनेक सदस्यों ने सुझाव दिया कि केन्द्र को अधिक अधिकार देकर उसे मजबूत बनाना चाहिए जिससे वह इन दंगों का दमन कर सके और साम्प्रदायिकता समाप्त कर सके।
  4. संयुक्त प्रान्त (उत्तर प्रदेश) के एक सदस्य बालकृष्ण शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि शक्तिशाली रहने पर ही केन्द्र सरकार सम्पूर्ण देश के हित की योजना बना पाएगी और आर्थिक संसाधनों को जुटा पाएगी।
  5. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश के विभाजन के पूर्व इस बात से सहमत थी कि प्रांतों को पर्याप्त स्वायत्तता दी जायेगी परन्तु लीग द्वारा विभाजन कराए जाने के पश्चात् कांग्रेस का विचार बदल गया क्योंकि यदि केन्द्र सरकार अधिक शक्तिशाली रहती तो लीग ऐसा नहीं कर सकती थी।
  6. औपनिवेशिक शासन व्यवस्था समाप्त होने के तुरंत बाद नेताओं ने यह महसूस किया कि केन्द्र ही अव्यवस्था पर अंकुश लगा सकता है और देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 8.
संविधान सभा ने भाषा के विवाद को हल करने के लिए क्या रास्ता निकाला?
उत्तर:
संविधान सभा द्वारा भाषा के विवाद को हल करने के लिए किये गए उपाय:
1. संविधान की भाषा के मुद्दे पर कई महीनों तक बहस होती रही और कई बार तनाव भी उत्पन्न हुआ। वस्तुत: यह देश अनेक भाषाओं और संस्कृतियों का देश था ऐसे में इसे भाषा की दृष्टि से सूत्रबद्ध करने की समस्या थी।

2. गांधी जी का मानना था कि हिंदी और उर्दू के मेल से बनी हिंदुस्तानी भारतीय जनता के एक बहुत बड़े भाग और यह विविध संस्कृतियों के आदान-प्रदान से समृद्ध हुई एक साझी भाषा है। वह हिन्दुओं और मुसलमानों को, उत्तर और दक्षिण के लोगों को एकजुट कर सकती है।

3. भाषा को लेकर भी संविधान सभा में गर्मागर्म बहस हुई। कोई स्पष्ट हल न निकलने की दशा में एक भाषा समिति बनाई गई तथा उसकी संस्तुति के अनुसार देवनागरी को राज्यभाषा का दर्जा देने की बात सभी सदस्यों ने स्वीकार की ली। राष्ट्रभाषा के रूप में उसके वर्चस्व को नकार दिया गया जबकि उत्तर भारत के लगभग सभी नेता इसको राष्ट्रभाषा को दर्जा दिलाने के लिए बहुत व्यग्र थे।

मानचित्र कार्य

प्रश्न 9.
वर्तमान भारत के राजनीतिक मानचित्र पर यह दिखाइए कि प्रत्येक राज्य में कौन-कौन सी भाषाएँ बोली जाती हैं। इन राज्यों की राजभाषा को चिन्हित कीजिए। इस मानचित्र की तुलना 1950 के दशक के प्रारंभ के मानचित्र से कीजिए। दोनों मानचित्रों में आप क्या अंतर पाते हैं? क्या इन अंतरों से आपको भाषा और राज्यों के आयोजन के संबंधों के बारे में कुछ पता चलता है? वर्तमान भारतीय राज्यों में भाषाओं में परिवर्तन-1950 के पश्चात् कई राज्यों का पुनर्गठन हुआ और उनके भाषायी चरित्र में कुछ उल्लेखनीय परिवर्तन आए हैं –

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण एक नए युग की शुरूआत img 1

  1. अरुणाचल: अरुणाचल के कई लोगों ने गत 60 वर्षों में प्रमुख भाषाओं के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी सीखी है ।
  2. असम में: असमी के साथ हिंदी और अंग्रेजी का प्रभाव ज्यादा बढ़ा है। अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ कम हुई हैं।
  3. आंध्र प्रेदश में तेलुगू भाषा अधिक प्रमुख हुई है। शहरों में हिंदी और अंग्रेजी भाषा का विकास हुआ है।
  4. उड़ीसा में उड़िया के साथ-साथ आदिवासियों की स्थानीय भाषाएँ बोली जाती हैं। हिंदी, अंग्रेजी का प्रचार-प्रसार अधिक हुआ है।
  5. उत्तर प्रदेश में हिंदी के साथ-साथ अवधी, ब्रजभाषा, भोजपुरी, उर्दू और अंग्रेजी का प्रचार-प्रसार है।
  6. कर्नाटक में कन्नड़ के साथ-साथ दक्षिण भारत की तमिल, तेलुगू, हिंदी और अंग्रेजी भाषा शहरी क्षेत्रों में अधिक बढ़ी है।
  7. केरल में मलयालम के साथ-साथ उर्दू, तमिल, कन्नड़, मलयालम और कुछ शहरों में हिंदी और अंग्रेजी का प्रचार-प्रसार बढ़ा है।
  8. गुजरात में गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है और मराठी का कम हुआ है।
  9. गोवा में पुर्तगाली भाषा का प्रभाव कम हुआ है, हिंदी और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  10. जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी, ढोंगरी, लद्दाखी के साथ-साथ उर्दू और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  11. तमिलनाडु में तमिल, कन्नड़, तेलुगू के साथ हिंदी, अंग्रेजी शहरों में बढ़ी है।
  12. त्रिपुरा में अंग्रेजी, हिंदी का प्रभाव बढ़ा है और बंगला का प्रभाव कम हुआ है।
  13. पंजाब में पंजाबी और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  14. पश्चिमी बंगाल में बंगला और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  15. बिहार में हिंदी, उर्दू, संथाली और भोजपुरी का प्रभाव बढ़ा है।
  16. मणिपुर में मणिपुरी, थाडो, कंगकुल और शहरों में अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  17. मध्य प्रदेश में हिंदी, गॉडी, भीली और शहरों में अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  18. मिजोरम में लुशाई, बंगला और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  19. मेघालय में खासी, गारो और बंगला का प्रभाव कम हुआ है।
  20. राजस्थान में हिंदी, भीली, उर्दू और शहरों में अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  21. सिक्किम में नेपाली, भोटिया, हिंदी और अंग्रेजी का प्रभाव बढ़ा है।
  22. हरियाणा में हिंदी, उर्दू और पंजाबी का प्रभाव कम हुआ है।
  23. हिमाचल प्रदेश में हिंदी, किन्नौरी और पंजाबी का प्रभाव कम हुआ है।
  24. छत्तीसगढ़ में भीली, गाँडी, और शहरों में हिंदी का प्रभाव बढ़ा है।
  25. दिल्ली में हिंदी, पंजाबी, हरियाणवी का प्रभाव बढ़ा है।

परियोजना कार्य (कोई एक)

प्रश्न 10.
हाल के वर्षों के किसी एक महत्त्वपूर्ण संवैधानिक परिवर्तन को चुनिए। पता लगाइए कि यह परिवर्तन क्यों हुआ, परिवर्तन के पीछे कौन-कौन से तर्क दिए गए और परिवर्तन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि क्या थी? अगर संभव हो, तो संविधान सभा की चर्चाओं को देखने की कोशिश कीजिए। (http:/parliamenttofindia.nic.in/is/debases/debates.htm) यह पता लगाइए कि मुद्दे पर उस वक्त कैसे चर्चा की गई। अपनी खोज पर संक्षिप्त रिपोर्ट लिखिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 11.
भारतीय संविधान की तुलना संयुक्त राज्य अमेरिका अथवा फ्रांस अथवा दक्षिणी अफ्रीका के संविधान से कीजिए। ऐसा करते हुए निम्नलिखित में से किन्हीं दो विषयों पर गौर कीजिए-धर्मनिरपेक्षता, अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकार और केन्द्र एवं राज्यों के बीच संबंध। यह पता लगाइए कि इन संविधानों में अंतर और समानताएँ किस तरह से उनके क्षेत्रों के इतिहासों से जुड़ी हुई हैं।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

Bihar Board Class 12 History संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत Additional Important Questions and Answers

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
संविधान से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
संविधान उन नियमों तथा सिद्धांतों के संचित समूह या पुस्तक को कहते हैं जिनके अनुसार किसी देश का शासन चलाया जाता है। इसमें वे सर्वोच्य कानून होते हैं जिन्हें नागरिक व सरकार दोनों को मानना पड़ता है। इसी में ही सरकार की शक्तियों तथा नागरिकों के अधिकारों व कर्त्तव्यों का वर्णन होता है। किसी भी देश का शासन चलाने के लिए कुछ मौलिक कानूनों या नियमों की आवश्यकता होती है। इन मौलिक कानूनों या नियमों को देश के संविधान में लिख दिया गया है। संविधान प्रत्येक अधिकारी की शक्तियों की व्याख्या करता है। उदाहरण के लिए-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल, राज्यपाल आदि की शक्तियों का वर्णन।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 2.
भारतीय संविधान का निर्माण कब हुआ?
उत्तर:
भारत के संविधान का निर्माण एक संविधान सभा द्वारा किया गया। 9 दिसम्बर, 1946 को संविधान सभा बुलाई गई। डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा इसके अस्थायी अध्यक्ष थे। 11 दिसम्बर, 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को स्थायी अध्यक्ष चुना गया। इस संविधान सभा के द्वारा 2 वर्ष 11 मास 18 दिन के अथक प्रयास द्वारा 26 नवम्बर, 1949 को यह संविधान संपूर्ण हुआ और ऐतिहासिक दिवस 26 जनवरी, 1950 को इसे लागू किया गया।

प्रश्न 3.
किसी देश के लिए संविधान का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
संविधान सरकार की शक्ति का स्रोत है। सरकार के विभिन्न अंगों की शक्तियाँ क्या हैं-वे क्या कर सकते हैं आदि संविधान में वर्णित है। संविधान के दो मुख्य उद्देश्य होते हैं:

  1. सरकार के विभिन्न अंगों के आपसी संबंधों की व्याख्या करना।
  2. सरकार और नागरिकों के सम्बन्धों का वर्णन करना। संविधान की सबसे अधिक उपयोगिता इस बात में है कि यह सरकार द्वारा सत्ता के दुरुपयोग को रोक सकता है। इस दृष्ट्रि से संविधान प्रत्येक देश का सबसे महत्त्वपूर्ण प्रलेख होता है।

प्रश्न 4.
संविधान में प्रस्तावना की आवश्यकता पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
संविधान में प्रस्तावना की आवश्यकता इसलिए है ताकि संविधान के लक्ष्यों, उद्देश्यों तथा सिद्धांतों का संक्षिप्त और स्पष्ट वर्णन किया जा सके। सरकार के मार्गदर्शक सिद्धांतों का वर्णन भी प्रस्तावना में ही किया जाता है। इसके अतिरिक्त संविधान का आरंभ एक प्रस्तावना से करने की एक संवैधानिक परम्परा बन गयी है। अमेरीका, स्विट्जरलैण्ड, आयरलैण्ड, जापान, जर्मनी और चीन तथा बांग्लादेश के संविधान का आरंभ प्रस्तावना से ही होता है। भारत में भी संविधान निर्माताओं ने संविधान का आरम्भ प्रस्तावना से ही किया है। संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि प्रस्तावना समूचे संविधान की विषय-वस्तु का दर्पण है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 5.
भारतीय संविधान 26 जनवरी, 1950 को क्यों लागू किया गया?
उत्तर:
पं. जवाहर लाल नेहरू ने कांग्रेस के 31 दिसम्बर 1929 के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता की मांग का प्रस्ताव पारित कराया था और 26 जनवरी, 1930 का दिन सारे भारत में ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाया गया था। इसके बाद प्रति वर्ष 26 जनवरी को इसी रूप में मनाया जाने लगा। इसी पवित्र दिवस की यादगार को ताजा रखने के लिए संविधान सभा ने संविधान को 26 जनवरी, 1950 से लागू किया।

प्रश्न 6.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में प्रयुक्त बन्धुत्व की भावना का अर्थ बताइए।
उत्तर:
डॉ. अम्बेडकर के अनुसार बन्धुत्व का अर्थ सभी भारतीयों में भ्रातृ-भाव है। उनके शब्दों में यह एक ऐसा सिद्धांत है जो सामाजिक जीवन को एकत्व एवं सुदृढ़ता प्रदान करता है।

प्रश्न 7.
भारत के संविधान में किन विषयों में संशोधन करने के लिए साधारण प्रक्रिया अपनायी जाती है?
उत्तर:

  1. राज्यों के नाम परिवर्तन करना।
  2. राज्यों की सीमाओं में परिवर्तन करना।
  3. राज्यों में विधान परिषद् की स्थापना या समाप्ति आदि।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 8.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित दो मार्गदर्शक सिद्धांतों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
1. सम्प्रभुता (Sovereignty):
भारतीय संविधान में भारत की जनता को सम्प्रभु (sovereign) बताया गया है । संविधान की प्रस्तावना में ‘हम भारत के लोग’ से अभिप्राय भारत की जनता से है।

2. समाजवाद (Socialist):
यद्यपि समाजवादी शब्द भारत के संविधान की प्रस्तावना में 42वें संशोधन द्वारा 1976 में जोड़ा गया था परन्तु इस व्यवस्था को आरम्भ से ही अपनाया गया है।

प्रश्न 9.
भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य बनाने में भारतीय संविधान में क्या व्यवस्था है?
उत्तर:
भारतीय संविधान ने भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित किया है। भारतीय संविधान की प्रस्तावना में भी ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द 42 वें संशोधन द्वारा 1976 में जोड़ा गया है। राज्य का अपना कोई धर्म नहीं और न राज्य नागरिकों को कोई धर्म विभेद अपनाने की प्रेरणा देता है। वह सभी धर्मों का आदर करता है तथा नागरिकों को अपनी इच्छानुसार धर्म मानने की स्वतंत्रता है। धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार मौलिक अधिकारों में से एक है।

प्रश्न 10.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना स्पष्ट रूप से किन तीन बातों पर प्रकाश डालती है?
उत्तर:

  1. संवैधानिक शक्ति का स्रोत क्या है?
  2. भारतीय शासन व्यवस्था कैसी है? तथा
  3. संविधान के उद्देश्य क्या हैं?

प्रश्न 11.
राजनैतिक और आर्थिक न्याय से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
1. राजनैतिक न्याय:
राजनैतिक न्याय का अर्थ है कि सभी व्यक्तियों को धर्म, जाति, रंग आदि भेदभाव के बिना समान राजनीतिक अधिकार (सत्ता में भागीदारी) प्राप्त हों। सभी नागरिकों को समान मौलिक अधिकार प्राप्त हों।

2. आर्थिक न्याय:
आर्थिक न्याय से अभिप्राय है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आजीविका कमाने के समान अवसर प्राप्त हों तथा उसके कार्य के लिए उचित वेतन प्राप्त हो।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 12.
प्रभुतासम्पन्न राज्य से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:

  1. प्रभुतासम्पन्न राज्य से तात्पर्य एक ऐसे राज्य से है जो सभी दृष्टियों से आजाद हो। वह राष्ट्र के हित में युद्ध कर सकता है, शांति समझौता कर सकता है और राज्य किसी बाहरी हस्तक्षेप के बिना प्रशासन तथा अर्थव्यवस्था चला सकता है।
  2. ऐसे राज्य में जनता की प्रतिनिधि सरकार बनाते हैं और राज्य के मुखिया का निर्वाचन होता है।

प्रश्न 13.
देशी रियासतों का एकीकरण किसने किया तथा एकीकरण की प्रक्रिया कैसे हुए।
उत्तर:
1. देशी रियासतों का एकीकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल (लौह पुरुष) ने किया।

2. एकीकरण की प्रक्रिया से उन्होंने छोटी रियासतों को पड़ोसी राज्यों में मिला दिया। कई अन्य छोटी रियासतों को मिलाकर उनका एक संघ बनाया। कुछ बड़ी-बड़ी रियासतों को राज्य के रूप में मान्यता दी। कुछ पिछड़े हुए तथा शासन व्यवस्था ठीक न होने वाले राज्यों को केन्द्र की देख-रेख में रखा गया।

प्रश्न 14.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में दिए गए ‘हम भारत के लोग’ का क्या अर्थ है?
उत्तर:
इसका अर्थ यह है कि भारत की सर्वोच्य सत्ता भारत के लोगों में केंद्रित है और भारतीय संविधान के स्त्रोत कोई और नहीं बल्कि भारत की जनता है।

प्रश्न 15.
भारतीय शासन व्यवस्था की दो विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:

  1. भारत सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न गणराज्य है।
  2. भारत समाजवादी राज्य है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 16.
भारत एक गणराज्य कैसे है?
उत्तर:
भारत में कार्यपालिका का अध्यक्ष राष्ट्रपति, अप्रत्यक्ष रूप से एक निर्वाचक मंडल द्वारा 5 वर्ष के लिए चुना जाता है और यह पद आनुवंशिक नहीं है। इसलिए भारत एक गणराज्य है।

प्रश्न 17.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना को ‘राजनीतिक जन्मपत्री’ किसने कहा है? क्या वे संविधान बनाने वाली समिति के सदस्य थे?
उत्तर:
के. एम. मुंशी ने प्रस्तावना को राजनीतिक जन्मपत्री कहा है। के. एम. मुंशी संविधान सभा के सदस्य थे।

प्रश्न 18.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में भारत को क्या घोषित किया गया था?
उत्तर:
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में भारत को एक प्रभुत्व सम्पन्न लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था।

प्रश्न 19.
क्या प्रस्तावना न्यायसंगत है?
उत्तर:
प्रस्तावना न्यायसंगत है क्योंकि –

  1. प्रस्तावना को संविधान के भाग के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है।
  2. प्रस्तावना में वर्णित उद्देश्यों को यदि सरकार पूरा नहीं करती तो हम इसके लिए न्यायालय में उसे चुनौती नहीं दे सकते।

प्रश्न 20.
भारत के संविधान की प्रस्तावना में दिए गए शब्द ‘प्रतिष्ठा और अवसर की समता’ का अर्थ बताइए।
उत्तर:
इससे अभिप्राय यह है कि भारतीयों को प्रत्येक स्थिति में सदैव एक समान समझा जाएगा। किसी के साथ धर्म, जन्म स्थान, छोटे या बड़े के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 21.
संविधान सभा की पहली और अंतिम बैठक कब हुई थी?
उत्तर:

  1. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर, 1946 को हुई।
  2. इसकी अंतिम बैठक 24 जनवरी, 1950 को हुई थी।

पश्न 22.
संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे? इस सभा में प्रारूप समिति ने अपनी संस्तुतियां कब प्रस्तुत की थी?
उत्तर:

  1. संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ० बी० आर० अम्बेडकर थे।
  2. इस समिति ने संविधान सभा में अपनी संस्तुतियाँ 4 नवम्बर, 1948 को प्रस्तुत की थीं।

प्रश्न 23.
राज्य के नीतिनिर्देशक तत्त्व न्याय निर्योग्य हैं। क्यों?
उत्तर:

  1. भारत के संविधान के भाग 4 में नागरिकों के कल्याण के लिए राज्यों को कुछ निर्देश दिये गये हैं, परन्तु ये न्याय योग्य (Enforceable) नहीं हैं।
  2. न्याय निर्योग्य से तात्पर्य यह है कि यदि सरकार इन्हें लागू नहीं करती थी, इनके विरुद्ध कोई कार्य करती है तो नागरिक उन्हें करवाने के लिए न्यायालय की शरण नहीं ले सकते हैं। राज्य के नीतिनिर्देशक तत्त्वों को लागू कराने के लिए न्यायालय सक्षम नहीं हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
संविधान सभा की क्या भूमिका थी? इस सभा के अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर:
संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसम्बर, 1946 को डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा की अध्यक्षता में हुई परंतु 11 दिसम्बर को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को संविधान का स्थायी चेयरमैन चुन लिया गया। इस संविधान सभा ने संविधान निर्माण का कार्य 2 वर्ष 11 मास 18 दिन में अर्थात् 26 नवम्बर, 1949 को पूरा किया। ऐतिहासिक महत्त्व के कारण यह संविधान 26 जनवरी, 1950 को ही लागू किया गया। संविधान सभा की महत्त्वपूर्ण भूमिका भारत के लिए एक नये संविधान को तैयार करने की थी।

प्रश्न 2.
संविधान सभा में ‘उद्देश्य प्रस्ताव’ किसने प्रस्तुत किया? इसके मुख्य उपबन्धों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution):
संविधान सभा के सामने 13 दिसम्बर, 1946 को पं. जवाहर लाल नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस उद्देश्य प्रस्ताव में स्पष्ट किया गया कि “संविधान सभा भारत के लिए एक ऐसा संविधान बनाने का दृढ़ निश्चय करती है जिसमें –

(क) भारत के सभी निवासियों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय प्राप्त हो; विचार, भाषण, अभिव्यक्ति और विश्वास की स्वतंत्रता हो; अवसर और कानून के समक्ष समानता हो और उनमें परस्पर भाईचारा हो।

(ख) अल्पसंख्यक वर्गों, अनुसूचित जातियों और पिछड़ी जातियों की सुरक्षा की समुचित व्यवस्था हो।”

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 3.
भारतीय संविधान के मौलिक ढाँचे से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
1973 में ‘केशवानन्द भारती’ नामक विवाद में उच्चतम न्यायालय ने यह कहा कि संसद संविधान में संशोधन करके मूल अधिकारों में कमी कर सकती है परन्तु संविधान में ऐसा कोई संशोधन नहीं कर सकती जिससे संविधान का मौलिक ढाँचा ही बदल जाए। सरकार को इससे संतोष नहीं हुआ और 1976 में 42 वां संशोधन पास करके यह व्यवस्था की गई कि संविधान संशोधनों को किसी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकती। मिनर्वा मिल्स विवाद (1980) में उच्चतम न्यायालय ने इस धारा को अवैध घोषितं कर दिया। वर्तमान स्थिति यह है कि संसद संविधान में संशोधन तो कर सकती है परन्तु इसके मौलिक ढाँचे को नष्ट करने का उसे कोई अधिकार नहीं है। मुख्य न्यायाधीश श्री सीकरी ने निम्न बातों को मौलिक ढाँचे में शामिल माना था –

  1. संविधान की सर्वोच्चता का सिद्धांत।
  2. शासन का लोकतांत्रिक और गणतंत्रीय स्वरूप।
  3. धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत।
  4. कार्यपालिका, विधानमंडल और न्यायपालिका के बीच शक्तियों का बंटवारा।
  5. संविधान का संघात्मक ढाँचा।

प्रश्न 4.
संविधान को प्रस्तावना की क्या आवश्यकता है?
उत्तर:
संविधान को प्रस्तावना की आवश्यकता:
भारतीय संविधान की प्रस्तावना का महत्त्व निम्न प्रकार है:
1. इससे संविधान के दर्शन का बोध होता है। संविधान की प्रस्तावना एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण प्रलेख है। यह संविधान के मुख्य उद्देश्यों, विचारधाराओं, लक्ष्यों तथा सरकार के उत्तरदायित्वों पर प्रकाश डालती है। इसके द्वारा यह पता लगता है कि संविधान निर्माता देश में किस प्रकार का सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक ढाँचा तैयार करना चाहते थे।

2. प्रस्तावना का कानूनी महत्त्व भी है। डॉ. डी. डी. बसु ने लिखा है कि जहाँ संविधान का कानूनी भाग अस्पष्ट है वहाँ उसकी व्याख्या करने के लिए तथा उसे स्पष्ट करने के लिए प्रस्तावना की सहायता ली जा सकती है। प्रस्तावना संविधान के अंतर्गत स्थापित संस्थाओं व अधिकारियों के लिए मार्गदर्शन का कार्य करती है और जब भी किसी उपबन्ध के बारे में कोई मतभेद उत्पन्न होता है तो उसे हल करने में सहायता करती है।

3. संविधान की प्रस्तावना से संवैधानिक शक्ति का बोध होता है। प्रस्तावना यह स्पष्ट करती है कि संविधान को बनाने, स्वीकार करने तथा भारत पर लागू करने वाली अंतिम सत्ता जन इच्छा या जनादेश है। भारत का प्रत्येक नागरिक प्रभुसत्ता का अभिन्न अंग है।

4. प्रस्तावना में भारतीय शासन के ढाँचे को प्रजातांत्रिक घोषित किया गया है। प्रस्तावना अप्रत्यक्ष रूप से सरकार का निर्देशन और उसके कार्यों का नियमन भी करती है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 5.
राजकोषीय संघवाद क्या है? इससे केन्द्र और राज्यों में राजकोष का बंटवारा कैसे हुआ?
उत्तर:
राजकोषीय संघवाद –
1. संविधान सभा में कुछ सदस्यों के विरोध के बावजूद अन्य सदस्यों ने केन्द्र को शक्तिशाली बनाने पर जोर दिया। राजकोष में भी केन्द्र को अधिक हिस्सा देने पर जोर दिया गया। इसी को राजकोषीय संघवाद कहा गया।

2. कुछ करों जैसे-सीमा शुल्क और कम्पनी कर से होने वाली आय केन्द्र सरकार के पास रखी गई।

3. कुछ अन्य मामलों जैसे-आयकर और आबकारी शुल्क से होने वाली आय राज्य और केन्द्रीय सरकारों के बीच बाँट दी गई तथा अन्य मामलों में होने वाली आय (जैसे राज्य स्तरीय) पूरी तरह राज्यों को सौंप दी गई।

4. राज्य सरकारों को अपने स्तर पर भी कुछ अधिभार और कर वसूलने का अधिकार दिया गया। उदाहरण के लिए वे जमीन और संपत्ति कर, बिक्रीकर तथा बोतल-बंद शराब पर अलग से कर वसूल कर सकते थे।

प्रश्न 6.
भारतीय संविधान की विशालता के कारण बताइए।
उत्तर:
भारतीय संविधान की विशालता के कारण:
भारतीय संविधान निम्नलिखित तथ्यों के कारण विशाल है:

  1. भारत में केन्द्र और राज्यों के लिए एक संयुक्त संविधान की व्यवस्था की गई है। प्रांतों के लिए कोई पृथक् संविधान नहीं है।
  2. संविधान के तृतीय भाग में मौलिक अधिकारों की विस्तृत व्याख्या की गई है।
  3. संविधान के चौथे भाग में राजनीति के निर्देशक सिद्धांत शामिल किए गए हैं।
  4. संविधान में 18वें भाग में अनुच्छेद 352 से लेकर 360 तक राष्ट्रपति की संकटकालीन शक्तियों की व्यवस्था की गई है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 7.
कौन से चार देशों के संविधान का भारतीय संविधान पर प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
संविधान निर्माताओं का लक्ष्य एक अच्छे संविधान का निर्माण करना था, इसलिए उन्होंने भारत की तथ्य और परिस्थितियों के अनुकूल विदेशी संविधानों के जो हिस्से/नियम या उपबंध दिखाई दिए, उन्हें भारत के संविधान में अन्तःस्थापित कर लिया। भारतीय संविधान पर निम्नलिखित देशों के संविधानों का प्रभाव पड़ा:

1. ब्रिटिश संविधान:
भारत में संसदीय शासन प्रणाली भारत की देन है। भारत के मंत्रिमंडल की शक्तियाँ व स्थिति लगभग वही है जो ब्रिटिश मंत्रिमंडल की है।

2. अमेरिकन संविधान:
अमेरिकन संविधान की प्रस्तावना से भारतीय संविधान की प्रस्तावना मिलती-जुलती है। भारतीय संविधान में दिए गए मौलिक अधिकार, सुप्रीम कोर्ट की शक्तियाँ, उप-राष्ट्रपति का पद इत्यादि अमेरिकन संविधान से मिलते-जुलते हैं।

3. कनाडा का संविधान:
कनाडा के संविधान का भी भारत के संविधान पर काफी प्रभाव पड़ा है। कनाडा के संघीय राज्य की भांति भारत को ‘राज्यों का संघ’ (Union of States) कहा गया है।

4. जर्मन संविधान:
नए संविधान में राष्ट्रपति को जो संकटकालीन शक्तियाँ दी गई हैं, वे जर्मनी के वाइमर संविधान से ली गई हैं।

प्रश्न 8.
भारतीय संविधान में न्यायिक पुनरावलोकन की क्या व्यवस्था थी?
उत्तर:
भारतीय संविधान में न्यायिक पुनरावलोकन या न्यायिक पुनर्निरीक्षण:
न्यायिक पुनरावलोकन या न्यायिक पुनर्निरीक्षण वह शक्ति है जिसके द्वारा विधानमंडल के कानूनों तथा कार्यपालिका के आदेशों की जांच की जा सकती है और यदि ये कानून अथवा आदेश संविधान के विरुद्ध हों तो उनको असांविधिक या अवैध घोषित किया जा सकता है। न्यायालय कानून की उन्हीं धाराओं को अवैध घोषित करते हैं, जो संविधान के विरुद्ध होती हैं न कि समस्त कानून को। भारत में सर्वोच्च न्यायालय को न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति प्राप्त है। 1967 में सर्वोच्च न्यायालय ने गोलकनाथ बनाम भारत सरकार के मुकद्म में यह निर्णय दिया कि संसद को मौलिक अधिकारों में परिवर्तन करने का अधिकार नहीं है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 9.
राज्य सूची के बारे में आप क्या जानते हैं? संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राज्य सूची में 66 विषय दिए गए हैं। भारतीय संविधान में केन्द्र और राज्यों में शक्तियों का विभाजन किया गया है। राज्य सूची के विषयों पर साधारण स्थिति में राज्य को कानून बनाने का अधिकार है। इस सूची में सार्वजनिक स्वास्थ्य, पुलिस, न्याय, प्रशासन, जेल, सफाई, स्थानीय शासन, मादक पेय, सार्वजनिक निर्माण कार्य, गैस व गैस निर्माण, आयकर, मनोरंजन कर, विलासिता की वस्तुओं पर कर, विज्ञापन पर कर, व्यापार एवं वाणिज्य तथा कृषि एवं बिक्री कर आदि सम्मिलित हैं।

सामान्यतः उन सभी विषयों को राज्य सूची में रखा गया है जिनका सम्बन्ध जन-कल्याण से है, परन्तु 42 वें संशोधन के बाद राज्य सूची के विषयों की संख्या घटकर 62 रह गई है क्योंकि शिक्षा, जंगली जानवर (वन्य जीव), पक्षियों की रक्षा और नाप तौल समवर्ती सूची में रख दिए गए हैं। कुछ विशेष परिस्थितियों में राज्य सूची पर संसद कानून बना सकती है। ये विशेष परिस्थितियाँ निम्नलिखित हैं –

  1. देश में संकटकाल की घोषणा होने पर।
  2. किसी राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर।
  3. राज्य सभा द्वारा इस आशय का प्रस्ताव पारित किए जाने पर।
  4. दो या दो से अधिक राज्यों के विध निमंडल की इच्छा पर।

प्रश्न 10.
भारतीय संविधान की किन्हीं चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:

  1. भारत का संविधान लिखित तथा विस्तृत है। इसमें 395 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियाँ हैं और उन्हें 24 भागों में बांटा गया है।
  2. भारत का संविधान सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न, समाजवादी, धर्म-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य की स्थापना करता है। भारत पूर्ण रूप से आन्तरिक तथा बाहरी मामलों में प्रभुसत्ता सम्पन्न है । इसका उद्देश्य समाजवादी समाज की स्थापना करना है।
  3. भारत का संविधान अनेक स्रोतों से तैयार किया गया संविधान है।
  4. भारत के संविधान में मौलिक अधिकारों का वर्णन किया गया है।
  5. भारत का संविधान लचीला और कठोर है।

प्रश्न 11.
केन्द्रीय संघवाद से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
भारतीय संघवाद को केन्द्रीय संघवाद भी कहा जाता है। इसका अभिप्राय यह है कि भारत में संघात्मक शासन होते हुए भी केन्द्र सर्वाधिक शक्तिशाली है। वे बातें जिनके कारण केन्द्र अधिक शक्तिशाली बन गया है, निम्नलिखित हैं –

  1. केन्द्रीय सरकार की शक्तियाँ बहुत व्यापक हैं। उदाहरणार्थ-केन्द्र सूची में 97 विषय रखे गए हैं।
  2. संसद किसी नए राज्य का निर्माण या उसके आकार को घटा या बढ़ा सकती है।
  3. राज्यों के अपने संविधान नहीं हैं।
  4. संविधान दोहरी नागरिकता के सिद्धांत को स्वीकार नहीं करता है।
  5. भारत में एकीकृत न्यायपालिका है।
  6. अखिल भारतीय सेवाओं तथा राज्यपालों पर केन्द्र का नियंत्रण है।
  7. आर्थिक दृष्टि से राज्य सरकारें केन्द्र पर निर्भर हैं।
  8. आपातकाल की घोषणा हो जाने पर केन्द्रीय सरकार का स्वरूप एकात्मक हो जाता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 12.
भारत में संघात्मक व्यवस्था के साथ-साथ शक्तिशाली केन्द्र की स्थापना क्यों की गई है?
उत्तर:
भारतीय संविधान में जहाँ एक ओर संघात्मक शासन की स्थापना की गई है वहीं दूसरी ओर केन्द्र को अधिक शक्तिशाली बनाया गया है। इसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
1. विदेशी आक्रमण का मुकाबला करने के लिए (Toresist the foreighattacks):
हमारे संविधान निर्माताओं ने देश के इतिहास से पाठ सीखा कि जब भी केन्द्र निढाल हुआ तब-तब विदेशी आक्रमण हुए । इसलिए उन्होंने शक्तिशाली केन्द्र की स्थापना का निर्णय लिया ।

2. राष्ट्रीय एकता की स्थापना के लिए (For establishment of National Integ rity):
भारत शताब्दियों तक छोटे-छोटे राज्यों में विभक्त रहा परन्तु ब्रिटिश शासन काल में यहाँ एकता का प्रादुर्भाव हुआ। संविधान निर्माता उस राष्ट्रीय एकता को बनाए रखना चाहते थे अतः उन्होंने शक्तिशाली केन्द्र की स्थापना की।

3. भारतीय रियासतों की समस्या (The problem of Indian States):
1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ तो यहाँ 500 से अधिक देशी रियासतें थीं। इन रियासतों को भारतीय संघ में विलय करने के लिए भी केन्द्र को शक्तिशाली बनाना अनिवार्य था।

4. देश की विभिन्न समस्याओं का सामना (To face the multipleproblems):
देश के सामने कई समस्याएँ और चुनौतियाँ खड़ी थीं। साम्प्रदायिक दंगे, कश्मीर की समस्या, विस्थापितों की पुनर्स्थापना, देश की बाह्य आक्रमणों से रक्षा आदि समस्याओं का मुकाबला करने
के लिए शक्तिशाली केन्द्र बनाना अनिवार्य था।

5. आर्थिक उन्नति के लिए (For economic progress):
भारत जब 1947 में स्वतंत्र हुआ तो भारत की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब थी। देश के लोगों का जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिए आर्थिक योजनाओं का आरम्भ करना आवश्यकं था। इस कार्य को अच्छी प्रकार संपन्न करने के लिए भी एक शक्तिशाली केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता थी।

प्रश्न 13.
समवर्ती सूची किसे कहते हैं? टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
भारतीय संविधान में संघ और राज्यों के बीच शक्तियों का विभाजन किया गया है। एक सूची संघ सूची है जिस पर केन्द्र द्वारा कानून बनाये जाते हैं। दूसरी सूची राज्य सूची है। इसमें दिए गए विषयों पर साधारण परिस्थितियों में राज्य सरकारें नियम बनाती हैं। कुछ विषय ऐसे भी होते हैं जिन पर केन्द्र तथा राज्य दोनों मिलकर कानून बना सकते हैं परन्तु टकराव की स्थिति में केन्द्र द्वारा बनाया गया कानून ही प्रभावी रहता है। इस तीसरी सूची को ही समवर्ती सूची (Concurrent list) कहा जाता है। इस सूची में 47 विषय हैं। इसमें विवाह, तलाक, दण्ड विधि, दीवानी कानून, न्याय, समाचार पत्र, पुस्तकें तथा छापाखाने, आर्थिक-सामाजिक योजना, कारखने इत्यादि आते हैं।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 14.
ऑपरेशन विजय क्या है? इसका महत्त्व बताइए।
उत्तर:
ऑपरेशन विजय एवं इसका महत्त्व:

  1. भारतीयों के अनुनय-विनय का तिरस्कार करते हुए गोवा में पुर्तगालियों ने राष्ट्रवादियों पर हमले करने शुरू कर दिये और गोवा छोड़ने से इन्कार कर दिया। फलस्वरूप भारत ने गोवा की आजादी के लिए ऑपरेशन विजय (Operation Vijay) नामक सैनिक कार्यवाही की।
  2. ऑपरेशन विजय नामक कार्यवाही 17-18 दिसम्बर, 1961 को शुरू की गई। इस कार्यवाही के कमाण्डर जरनल जे० एन० चौधरी थे। 19 दिसम्बर, 1961 को ‘ऑपरेशन विजय’ नामक कार्यवाही पूरी सफलता के साथ समाप्त हो गयी।
  3. यह कार्यवाही भारतीय स्वतंत्रता को पूर्ण करने वाली कार्यवाही थी।
  4. गोवा, दमन, दीव, हवेली आदि में भारत का तिरंगा फहराया गया। गोवा की स्वतंत्रता से भारतीयों के स्वाभिमान में वृद्धि हुई।
  5. गोवा भारत का अंग बन गया। भारत में विदेशियों की अनधिकृत उपस्थिति और वर्चस्व समाप्त हो गया।

प्रश्न 15.
भारतीय संविधान में ‘आपातकालीन प्रावधान’ पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
भारतीय संविधान के भाग 18 के अनुसार देश में आंतरिक या बाहरी संकट उत्पन्न हो जाने पर आपातकाल घोषित किए जाने की व्यवस्था है। आपातकाल घोषित करने का अधिकार राष्ट्रपति को दिया गया है। जिन तीन प्रावधानों के अनुसार भारत को आपातकाल की घोषणा की जा सकती है ये निम्नलिखित हैं:

1. युद्ध, विदेशी आक्रमण अथवा सशस्त्र विद्रोह की स्थिति या इनकी आशंका की अवस्था में उत्पन्न हुआ संकट (अनुच्छेद 352):
यदि राष्ट्रपति को यह विश्वास हो जाए कि देश में गंभीर संकट विद्यमान है अर्थात् युद्ध या बाहरी आक्रमण या आंतरिक अशांति के कारण भारत या भारत के किसी भाग की सुरक्षा खतरे में पड़ने वाली है तो वह इस आपातकाल की घोषणा कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप शासन की सारी शक्तियाँ केन्द्र के हाथों में आ जाती हैं।

2. किसी राज्य में संवैधानिक शासन की विफलता की अवस्था में उत्पन्न हुआ संकट (अनुच्छेद 356):
इस अनुच्छेद के अनुसार यदि किसी राज्य में शासन, संविधान के अनुसार न चल रहा हो तो राष्ट्रपति उस राज्य में आपातकाल की घोषणा कर सकता है और वहाँ का शासन अपने हाथों में ले सकता है। राष्ट्रपति शासन लागू होने के दौरान उस राज्य के लिए कानून निर्माण का कार्य संसद द्वारा ही किया जाता है।

3. वित्तीय संकट (अनुच्छेद 360):
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 360 में कहा गया है कि यदि राष्ट्रपति को विश्वास हो जाए कि देश की आर्थिक स्थिरता संकट में पड़ गई है तो वह सम्पूर्ण सत्ता अपने हाथ में ले सकता है।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 16.
भारतीय समाज द्वारा समाजवाद के आदर्श को प्राप्त करने के मुख्य उपाय बताइए।
उत्तर:

  1. सभी सामाजिक भेदभाव और असमानताएं दूर करनी होंगी। कानून की दृष्टि में कोई भी ऊँचा नीचा, धनी गरीब अथवा छूत-अछूत नहीं होना चाहिए।
  2. ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि का समान बँटवारा होना चाहिए। बेगार का उन्मूलन कर देना चाहिए।
  3. सभी नागरिकों को जाति, धर्म, वर्ण तथा क्षेत्रवाद के बिना मतदान करने तथा चुने जाने के अधिकार देने चाहिए।
  4. महाजनों, पूँजीपतियों को समाज के कमजोर वर्गों का शोषण करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और मजदूरों को कारखानों तथा अन्य संस्थानों के प्रबंध में भागीदार बनाया जाना चाहिए।

प्रश्न 17.
भारतीय संविधान के निर्माताओं को किन समस्याओं का सामना करना पड़ा? अथवा, भारतीय संविधान के निर्माताओं के कार्य किस प्रकार के थे? विवेचन कीजिए।
उत्तर:
भारतीय संविधान के निर्मताओं की समस्यायें:

  1. भारतीय संविधान निर्माताओं के सामने अनेक समस्यायें थीं। उनका सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य देश की अखण्डता को बनाए रखना था क्योंकि पाकिस्तान से खतरा था।
  2. दूसरी विकट समस्या देशी रियासतों की थी। उन्हें यह अधिकार दिया गया था कि वे किसी भी देश में शामिल हो सकते हैं।
  3. इसके अतिरिक्त जनजातियों की भी समस्या थी। इसके क्षेत्रों को भारत में पूर्णतया शामिल करना था।
  4. संविधान निर्माताओं के समक्ष नए संविधान के माध्यम से स्वतंत्र भारत का निर्माण करने और गरीबों की आर्थिक स्थिति को सुधारने की चुनौती खड़ी थी।
  5. भारत की स्थिति सुदृढ़ करना और विश्व में अपने सम्मान को बढ़ाना भी संविधान निर्माताओं का विचारणीय मुद्दा था।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 18.
ब्रिटिश काल में भारत में संवैधानिक सुधारों की क्या सीमायें थीं?
उत्तर:
ब्रिटिश काल में संवैधानिक सुधारों की सीमायें –

  1. ब्रिटिश भारत में संवैधानिक सुधार प्रतिनिध्यात्मक सरकार के लिए बढ़ती मांग के उत्तर में दिए गए थे।
  2. ब्रिटिश भारत के विभिन्न कानूनों (1909, 1919 और 1935) को पारित करने की प्रक्रिया में भारतीयों की कोई प्रत्यक्ष भागीदारी नहीं थी। इन्हें औपनिवेशिक सरकार ने ही लागू किया था।
  3. प्रांतीय निकायों का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल का विस्तार अवश्य हो रहा था परन्तु भारतीयों को कम प्रतिनिधित्व दिया गया।
  4. 1935 में भी यह मताधिकार वयस्क जनसंख्या के 10-15% भाग तक ही सीमित था। सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार की व्यवस्था लागू नहीं हुई थी।
  5. 1935 के कानून के अंतर्गत निर्वाचित विधायिकाएँ ब्रिटिश शासन के ढांचे में ही काम कर रही थीं। वे अंग्रेजों द्वारा नियुक्त गवर्नर के प्रति उत्तरदायी थीं।

प्रश्न 19.
संविधान सभा का निर्माण कैसे हुआ? क्या यह एक दल का ही समूह था?
उत्तर:
संविधान सभा का गठन –

  1. संविधान सभा के सदस्यों का चुनाव 1946 के प्रांतीय चुनावों के आधार पर किया गया था। संविधान सभा में ब्रिटिश प्रांतों से भेजे गये सदस्यों के अतिरिक्त रियासतों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
  2. संविधान सभा में पूरे देश के उच्च नेता शामिल थे। पं० जवाहर लाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि कांग्रेस के नेता थे।
  3. अन्य दलों के सदस्यों में डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी तथा फ्रेंक एंथनी प्रमुख थे।
  4. श्रीमती सरोजिनी नायडू तथा विजय लक्षमी पंडित इसकी महिला सदस्या थीं।
  5. इस प्रकार संविधान सभा पूरे देश का प्रतिनिधित्व करती थी। मुस्लिम लीग द्वारा इसकी आरंभिक बैठकों का वहिष्कार किया गया। इसलिए संविधान सभा एक ही दल का समूह बनकर रह गई। सभा के 82% सदस्य कांग्रेस के थे।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारतीय संविधान एक संविधान सभा द्वारा निर्मित हुआ। इस सभा के प्रधान भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। संविधान सभा ने इसका प्रारूप बनाने के लिए 7 सदस्यों की एक प्रारूप समिति बनाई। इस समिति के अध्यक्ष डॉ० भीमराव अम्बेडकर थे। यह संविधान 9 दिसम्बर, 1946 से 26 नवम्बर, 1949 तक बन कर तैयार हुआ। इस प्रकार संविधान को पूर्णत: तैयार करने में 2 वर्ष 11 मास 18 दिन लगे। यह संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया। इस संविधान की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

1. लिखित एवं विशालतम संविधान (Written and Lengthiest Constituion):
भारत का संविधान विश्व के अधिकतर संविधानों की तरह एक लिखित संविधान है। यह संसार भर में सबसे विशाल संविधान है। 26 जनवरी, 1950 को भारत में लागू किया गया, संविधान 22 भागों में विभाजित था। इसमें 395 अनुच्छेद और 19 अनुसूचियाँ थीं। आजकल 12 अनुसूचियाँ हैं। संविधान निर्माताओं ने विश्व के विभिन्न संविधानों का अध्ययन करके इसमें अच्छी-अच्छी बातों को प्रविष्ट किया। संविधान में नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्त्तव्य, नीतिनिर्देशक तत्त्व तथा केन्द्र व राज्यों की व्यवस्थापिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के संगठन तथा कार्यों का भी विस्तृत वर्णन किया गया है।

2. सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न, समाजवादी, धर्म-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य की स्थापना (Creation of a Sovereign, Socialist, Secular, Democratic Republic): भारतीय संविधान ने भारत को सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, धर्म-निरपेक्ष, लोकतन्त्रात्मक गणराज्य घोषित किया है। इसका अर्थ है कि भारत पूर्ण रूप से स्वतंत्र तथा सर्वोच्च सत्ताधारी है और किसी अन्य सत्ता के अधीन नहीं है। भारत का लक्ष्य समाजवादी समाज की स्थापना करना है और भारत धर्म-निरपेक्ष राज्य है। यहाँ पर लोकतंत्रीय गणराज्य की स्थापना की गई है क्योंकि राष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक-मंडल द्वारा 5 वर्ष की अवधि के लिए होता है।

3. जनता का अपना संविधान (People’s own Constitution):
भारत के संविधान की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह जनता का अपना संविधान है और इसे जनता ने स्वयं अपनी इच्छा से अपने ऊपर लागू किया है। हमारे संविधान में आयरलैण्ड के संविधान की तरह ऐसा कोई अनुच्छेद नहीं है जिससे यह स्पष्ट होता हो कि भारतीय संविधान को जनता ने स्वयं बनाया है तथापि इस बात की पुष्टि संविधान की प्रस्तावना कराती है: “हम भारत के लोग, भारत में एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न समाजवादी, धर्म-निरपेक्ष, लोकतन्त्रात्मक गणराज्य स्थापित करते हैं। अपनी इस संविधान सभा में 26 नवम्बर, 1949 को इस संविधान को अंगीकार हैं।”

4. अनेक स्त्रोतों से तैयार किया हुआ अद्वितीय संविधान (A Unique Constitution Derived from many Sources):
हमारे संविधान में अन्य देशों के संविधानों के अच्छे सिद्धांतों तथा गुणों को सम्मिलित किया गया है। हमारे संविधान निर्माताओं का उद्देश्य एक अच्छा संविधान बनाना था, इसलिए उनको जिस देश के संविधान में कोई अच्छी बात दिखाई दी, उसको उन्होंने सविधान में शामिल कर लिया। संसदीय शासन प्रणाली को इंग्लैण्ड के संविधान से लिया गया है। संघीय प्रणाली अमेरिका तथा राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत हमने आयरलैण्ड के संविधान से लिए हैं। इस प्रकार भारत का संविधान अनेक संविधानों के गुणों का सार है।

5. संविधान की सर्वोच्चता (Supremacy of the Constitution):
भारतीय संविधान की एक अन्य विशेषता यह है कि यह देश का सर्वोच्च कानून है। कोई कानून या आदेश इसके विरुद्ध जारी नहीं किया जा सकता है। सरकार के सभी अंगों को संविधान के अनुसार कार्य करना पड़ता है। यदि संसद कोई ऐसा कानून पास करती है जो संविधान के विरुद्ध हो या राष्ट्रपति ऐसा आदेश जारी करता है जो संविधान के साथ मेल नहीं खाता तो न्यायपालिका ऐसे कानून और आदेश को अवैध घोषित कर सकती है।

6. धर्म-निरपेक्ष राज्य (Secular State):
भारत के संविधान के अनुसार भारत एक धर्म-निरपेक्ष गणराज्य है। 42 वें संशोधन द्वारा प्रस्तावना में धर्म-निरपेक्ष शब्द जोड़ा गया है। धर्म-निरपेक्ष राज्य का अर्थ है कि राज्य का अपना कोई धर्म नहीं है और राज्य की दृष्टि में सभी धर्म समान हैं। नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है और वे अपनी इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपना सकते हैं, इच्छानुसार अपने इष्ट देव की पूजा कर सकते हैं तथा अपने धर्म का प्रचार कर सकते हैं। अनुच्छेद 25 से 28 तक धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करने के बारे में है।

7. लचीला तथा कठोर संविधान (Flexible and Rigid Constitution):
भारत का संविधान लचीला भी है और कठोर भी। यह न तो इंग्लैण्ड के संविधान की भांति अत्यंत लचीला है और न ही अमेरिका के संविधान की भांति कठोर है। संविधान की कुछ बातें तो ऐसी हैं जिनमें संशोधन करना बड़ा सरल है और संसद साधारण बहुमत से उसे बदल सकती है। संविधान के तका कुछ अनुच्छेदों में संशोधन करना बड़ा कठिन है। मि. व्हीयर (Wheare) ने ठीक ही कहा है कि, “भारतीय संविधान के निर्माताओं ने कठोर तथा लचीले संविधान के मध्य का मार्ग अपनाया है।”

8. संघात्मक-संविधान परंतु एकात्मक प्रणाली की ओर झुकाव (Federal Consti tution with a Unitary Bias):
यद्यपि हमारे संविधान के किसी अनुच्छेद में ‘संघ’ शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है फिर भी भारतीय संविधान संघात्मक सरकार की स्थापना करता है। संविधान की धारा 1 में कहा गया है, “भारत राज्यों का एक संघ है” (India is a Union of States) इस समय भारत में 28 राज्य और 7 संघीय क्षेत्र हैं जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली भी शामिल है। भारत के संविधान में संघात्मक सरकार की सभी विशेषताएँ पाई जाती हैं, परन्तु इसके बावजूद हमारे संविधान का झुकाव एकात्मक स्वरूप की ओर है। प्रायः ऐसा कहा जाता है कि “भारतीय संविधान आकार में संघात्मक परन्तु भावना में एकात्मक है।”

9. संसदीय सरकार (Parlimamentary Form of Government):
भारतीय संविधान ने भारत में संसदीय शासन प्रणाली की व्यवस्था की। राष्ट्रपति राज्य का अध्यक्ष है परन्तु उसकी शक्तियाँ नाम-मात्र की हैं- वास्तविक नहीं। अनुच्छेद 74 के अनुसार, उसके परामर्श तथा सहायता के लिए एक मंत्रिपरिषद् की व्यवस्था की गई है और वास्तव में वही कार्यपालिका है। राष्ट्रपति अपनी शक्तियों का प्रयोग मंत्रिपरिषद् की सलाह से ही करता है और इसका संसद के साथ घनिष्ठ संबंध है। अधिकतर मंत्री संसद सदस्यों में से ही लिए जाते हैं और वे अपने कार्यों के लिए संसद के निम्न सदन लोकसभा के प्रति उत्तरदायी हैं। लोकसभा अविश्वास का प्रस्ताव पास करके मंत्रिपरिषद् को जब चाहे अपदस्थ कर सकती है, अर्थात् मंत्रिमंडल लोकसभा के प्रासाद-पर्यन्त ही अपने पद पर रह सकता है।

10. द्वि-सदनीय विधानमंडल (Bicameral Legislature):
हमारे संविधान की एक अन्य विशेषता यह है कि इसके द्वारा केन्द्र में द्वि-सदनीय विधानमंडल की स्थापना की गई है। संसद के निम्न सदन को लोकसभा (Lok Sabha) तथा उच्चसदन को राज्यसभा (Rajya Sabha) कहा जाता है। लोकसभा की शक्तियाँ और अधिकार राज्यसभा की शक्तियों और अधिकारों से अधिक हैं।

11. मौलिक अधिकार (Fundamental Rights):
भारतीय संविधान की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि संविधान के तीसरे भाग में अनुच्छेद 14 से 32 तक भारतीयों को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। ये अधिकार केवल नागरिकों को ही प्राप्त नहीं हैं बल्कि इनमें कई ऐसे अधिकार भी हैं जो राज्य में रहने वाले सभी व्यक्तियों को प्राप्त हैं। 44 वें संशोधन से पूर्व संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों को सात श्रेणियों में बांटा जाता था परन्तु 44 वें संशोधन के अंतर्गत सम्पत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकारों के अध्याय से निकालकर कानूनी अधिकार बनाने की व्यवस्था की गई है। अत: 44वें संशोधन के बाद 6 मौलिक अधिकार रह गए हैं जो कि इस प्रकार हैं –

  • समानता का अधिकार
  • स्वतंत्रता का अधिकार
  • धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
  • सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बन्धी अधिकार
  • शोषण के विरुद्ध अधिकार
  • संवैधानिक उपचारों का अधिकार।

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 2.
भारत में केन्द्र और राज्यों के मध्य विधायी सम्बन्धों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
केन्द्र और राज्यों के मध्य व्यवस्थापिका या विधायी सम्बन्धों का तात्पर्य ऐसे सम्बधों से है जो कानून बनाने की शक्ति से सम्बन्धित हैं। भारतीय संविधान में केन्द्र तथा राज्यों में व्यवस्थापिका की शक्तियों का बंटवारा विषयों की तीन सूचियाँ बनाकर किया गया है। ये सूचियाँ हैं:

  1. संघ सूची
  2. राज्य सूची और
  3. समवर्ती सूची। केन्द्र व राज्य की कानून बनाने की शक्ति का विस्तृत वर्णन नीचे दिया गया है।

1. संघ सूची (Union List):
संघ सूची में राष्ट्रीय महत्त्व के 97 विषयों का उल्लेख किया गया है। इन विषयों का सम्बन्ध सम्पूर्ण राष्ट्र से है। इनमें प्रमुख विषय है: देश की सुरक्षा, विदेशी सम्बन्ध, युद्ध, सन्धि, रेल, वायुयान, समुद्री जहाज, डाकघर, टेलीफोन, प्रसारण, विदेशी व्यापार, नोट व मुद्रा, रिजर्व बैंक, जनगणना और आयकर इत्यादि। संघ सूची के विषयों पर कानून बनाने का अधिकार केवल संसद को ही प्राप्त है। राज्यों के विधानमंडल संघ सूची पर किसी भी अवस्था में कानून बनाने का अधिकार नहीं रखते।

2. राज्य सूची (State List):
राज्य सूची में ऐसे 66 विषय रखे गये हैं जो स्थानीय महत्त्व के हैं। उदाहरणार्थ-कानून व व्यवस्था, पुलिस, जेल, न्याय, सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, स्थानीय स्वशासन, कृषि, सिंचाई, राजस्व और औद्योगिक विकास इत्यादि। इन 66 विषयों पर सामान्य अवस्था में राज्यों के विधानमंडलों को ही कानून बनाने का अधिकार है, लेकिन विशेष अवस्था या संकटकाल में इनमें से किसी विषय को या सभी विषयों को केन्द्र सरकार को दिया जा सकता है।

3. समवर्ती सूची (Concurrent List):
समवर्ती सूची में 47 विषय हैं। ये स्थानीय महत्त्व के विषय हैं, परंतु यदि इन विषयों पर कानून बनाए जाएं तो एकात्मकता की भावना बढ़ेगी और देश का कल्याण होगा। इसी कारण इस सूची पर केन्द्र सरकार व राज्य सरकार दोनों को ही कानून बनाने का अधिकार प्राप्त है। इस सूची के विषय हैं-दण्ड प्रक्रिया, मजदूर हित, कारखाने, नजरबन्दी, विवाह विच्छेद, आर्थिक योजना, सामाजिक योजना, मूल्य नियंत्रण, बिजली, समाचार पत्र, छापेखाने इत्यादि। इन विषयों पर कानून बनाने का अधिकार संघ व राज्य सरकार को प्राप्त है किन्तु इस सूची के किसी भी विषय पर यदि टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाए तो केन्द्र द्वारा बनाया गया कानून ही प्रभावी रहता है।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1.
भारतीय संविधान कब अस्तित्व में आया?
(अ) 26 जनवरी, 1930
(ब) 15 अगस्त, 1942
(स) 15 अगस्त, 1947
(द) 26 जनवरी, 1950
उत्तर:
(स) 15 अगस्त, 1947

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में कौन-सा संविधान सभा से संबंधित नहीं है?
(अ) 11 सत्र
(ब) 365 दिन
(स) समितियाँ
(द) उपसमितियाँ
उत्तर:
(ब) 365 दिन

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में किसने भारतीय संविधान के विषय में अपने विचार व्यक्त नहीं किए थे।
(अ) गणेश उत्सव समिति
(स) निम्न जातियों के समूह
(ब) ऑल इंडिया वर्णाश्रम स्वराज्य संघ
(द) विजयनगरम् के जिला शिक्षा संघ
उत्तर:
(अ) गणेश उत्सव समिति

प्रश्न 4.
संविधान सभा का अध्यक्ष कौन था?
(अ) जवाहरलाल नेहरू
(ब) वल्लभ भाई पटेल
(स) राजेन्द्र प्रसाद
(द) बी. आर. अम्बेडकर
उत्तर:
(स) राजेन्द्र प्रसाद

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से केन्द्रीय विधि मंत्री कौन था?
(अ) बी. आर. अम्बेडकर
(ब) के. एम. मुंशी
(स) कृष्णास्वामी अय्यर,
(द) बी. एन. राव
उत्तर:
(अ) बी. आर. अम्बेडकर

प्रश्न 6.
उद्देश्य प्रस्ताव कब पेश किया गया?
(अ) 9 दिसम्बर, 1946
(ब) 13 दिसम्बर, 1946
(स) 16 मई, 1946
(द) 26 जून, 1946
उत्तर:
(ब) 13 दिसम्बर, 1946

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से अंतरिम सरकार का सदस्य कौन नहीं था?
(अ) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(ब) जवाहरलाल नेहरू
(स) अर्जुन सिंह
(द) सरदार पटेल
उत्तर:
(स) अर्जुन सिंह

प्रश्न 8.
हिन्दू धर्म में सुधार के प्रयास किसने किये?
(अ) राजा राममोहन राय
(ब) विवेकानन्द
(स) मायावती
(द) मुलायम सिंह
उत्तर:
(ब) विवेकानन्द

प्रश्न 9.
अल्पसंख्यकों के लिए पृथक निर्वाचिका बनाने का तर्क किसने दिया?
(अ) बी. पोकर बहादुर
(ब) जवाहरलाल नेहरू
(स) महात्मा गांधी
(द) सरदार पटेल
उत्तर:
(अ) बी. पोकर बहादुर

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 10.
संविधान सभा में आदिवासियों के कल्याण के लिए किसने आवाज उठाई?
(अ) पोकर बहादुर
(ब) जयपाल सिंह
(स) जवाहरलाल नेहरू
(द) बी. आर. अम्बेडकर
उत्तर:
(ब) जयपाल सिंह

प्रश्न 11.
केन्द्र सरकार कौन से अनुच्छेद के अधीन राज्य के अधिकार अपने हाथ में ले लेती है?
(अ) अनुच्छेद 351
(ब) अनुच्छेद 352
(स) अनुच्छेद 353
(द) अनुच्छेद 356
उत्तर:
(स) अनुच्छेद 353

Bihar Board Class 12 History Solutions Chapter 15 संविधान का निर्माण : एक नए युग की शुरूआत

प्रश्न 12.
संविधान सभा में हिंदी का समर्थन किसने किया?
(अ) महात्मा गांधी
(ब) आर. वी. धुलेकर
(स) जी. दुर्गाबाई
(द) शंकरराव देव
उत्तर:
(ब) आर. वी. धुलेकर