Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 4 हॉकी का जादूगर

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 4 हॉकी का जादूगर Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 4 हॉकी का जादूगर

Bihar Board Class 6 Hindi हॉकी का जादूगर Text Book Questions and Answers

प्रश्न अभ्यास

पाठ से –

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 1.
ध्यानचंद किस खेल से सम्बन्ध रखते हैं?
उत्तर:
ध्यानचंद का संबंध हॉकी के खेल से रहा है।

Bihar Board Class 6 Hindi Solution In Hindi प्रश्न 2.
दूसरी टीम के खिलाड़ी ने ध्यानचंद को हॉकी क्यों मारी?
उत्तर:
विपक्षी टीम के खिलाड़ी ध्यानचंद से गेंद छीनने की कोशिश करते लेकिन उनकी हर कोशिश बेकार जाती। इतने में गुस्से में आकर एक खिलाड़ी ने ध्यानचंद के सिर पर हॉकी दे मारी।

Bihar Board 6th Class Hindi प्रश्न 3.
ध्यानचंद ने अपनी सफलता का राज क्या बताया है?
उत्तर:
मेजर ध्यानचंद ने अपनी सफलता का राज बताते हुये कहा है-“मेरे पास सफलता का कोई गुरुमंत्र तो है नहीं। लगन, साधना और खेल की भावना ही सफलता के सबसे बड़े मन्त्र हैं।”

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solution प्रश्न 4.
“दोस्त! खेल में इतना गुस्सा अच्छा नहीं लगता”‘- ऐसा ध्यानचंद ने क्यों कहा?
उत्तर:
चोट खाकर पुन: मैदान में लौटने के बाद ध्यानचंद ने एक के बाद एक छः गोल विरोधी दल के गोलपोस्ट में दाग दिये। खेल की समाप्ति के बाद ध्यानचंद ने उस खिलाड़ी की पीठ थपथपाई और कहा- मैंने तो अपना बदला ले ही लिया है। अगर तुम मुझे हॉकी नहीं मारते तो शायद मैं तुम्हें दो ही गोल से हराता।” वह खिलाड़ी सुनकर अत्यन्त शर्मिन्दा हुआ।

Bihar Board Class 6 Hindi Book प्रश्न 5.
ध्यानचंद को कब से ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाने लगा?
उत्तर:
1936 में बर्लिन में आयोजित ऑलम्पिक खेल को भारतीय हॉकी टीम के मेजर ध्यानचंद कप्तान बनाये गये। उस समय वे सेना में लांसनायक थे। उस ऑलम्पिक खेल में भारत का हॉकी स्वर्ण पदक प्राप्त करने का गौरव मिला। उस सफलता का श्रेय लोगों ने ध्यानचंद के करिश्माई खेल को दिया और इन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाने लगा।

पाठ से आगे –

Bihar Board Class Six Hindi प्रश्न 1.
अगर ध्यानचंद हॉकी नहीं खेलते तो वे क्या कर रहे होते?
उत्तर:
अगर ध्यानचंद हॉकी नहीं खेलते तो वे सेना में एक सामान्य सैनिक की तरह अपनी सेवा देते रहते और अपनी सेवा की बदौलत उनकी पदोन्नति उच्च पदों पर होती रहती और फिर एक दिन वे सेवानिवृत्त होकर ..अन्य सेवा अधिकारी की तरह जीवन-यापन करते।

Bihar Board Class 6 Hindi Solution प्रश्न 2.
ध्यानचन्द की जगह अगर आप होते तो अपना बंदला किस प्रकार लेते?
उत्तर:
हो सकता है कि इस झगड़े का निपटारा मैदान में ही हो जाता और दोनों टीमें एक दूसरे से हॉकी का स्टिक लेकर आपस में भीड़ जाती और खेल का मैदान युद्ध के मैदान में परिवर्तित हो जाता।

Class 6 Bihar Board Hindi Book प्रश्न 3.
खेलते समय नोक-झोंक क्यों होते हैं?
उत्तर:
खेलते समय झगड़े अक्सर खेल भावना के विपरीत जाने से होते हैं। अपने-आप को विजेता बनाने की होड़ में खिलाड़ी आपस में भिड़ जीते हैं और उपनी श्रेष्ठता झगड़कर तय करना चाहते हैं। वैसे खेल के दौरान आवेश में आ जाना स्वाभाविक भी है।

Bihar Board Class Six हॉकी का जादूगर प्रश्न 4.
विजेता बनने के लिये मनुष्य में क्या-क्या गुण होने चाहिये?
उत्तर:
विजेता बनने के लिये व्यक्ति में लगन, साधना, साहस और खेल-भावना के गुण का समावेश आवश्यक है।

व्याकरण –

प्रश्न 1.
थोड़ी देर बाद मैं पट्टी बाँधकर फिर मैदान में आ पहुंचा। आते ही मैंने उस खिलाड़ी की पीठ पर हाथ रखकर कहा- ‘तुम चिंता मत करो, इसका बदला मैं जरूर लूँगा” मेरे इतना कहते ही वह खिलाड़ी घबड़ा गया।
ऊपर के वाक्य में मैं, मैंने, उस, तुम, इसका, मेरे, इतना, वह आदि शब्द संज्ञा की जगह आए हैं। ऐसे शब्द सर्वनाम कहलाते हैं।
उत्तर:
संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। सर्वनाम के निम्नांकित छ: भेद हैं –

(क) पुरुषवाचक सर्वनाम – जो शब्द बोलने वाला अपने लिए, सुननेवाले के लिए या किसी अन्य के लिए प्रयोग किए जाते हैं, पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे – मैं, तुम, वह ।

(ख) निश्चयवाचक सर्वनाम-जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत के लिए प्रयोग किया जाए, वे निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे- उस, इसका, इतना।

(ग) अनिश्चयवाचक सर्वनाम-जो शब्द किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं कराता है, वे अनिश्यवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे – कोई, कुछ।

(घ) प्रश्नवाचक सर्वनाम-प्रश्न करने के लिए जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करते हैं, प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे – कौन, क्या।

(ङ) सम्बन्धवाचक सर्वनाम-जो शब्द किसी व्यक्ति वस्तु या घटना का संबंध जोड़ते हैं, वे सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे- जो, से, जिसने, जैसा, तैसा ।

(च) निजवाचक सर्वनाम-जो शब्द कर्ता अपने लिए प्रयोग करता है, वे निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे – अपना, स्वयं, आप ही।

निम्नलिखित वाक्यों में मोटे अक्षरों में छपे सर्वनाम के भेद सामने कोष्ठक में लिखिए।
प्रश्नोत्तर –
(क) कौन खा रहा है? (प्रश्नवाचक)
(ख) मैं अपने काम पर लौट आया। (पुरुषवाचक)
(ग) यही मेरा घर है। (निश्चयवाचक)
(घ) जैसी करनी वैसी भरनी (सम्बन्धवाचक)
(ङ) मैं स्वयं चला जाऊँगा। (निजवाचक)
(च) कुछ तो किया करो। (अनिश्चयवाचक)

प्रश्न 2.
इन शब्दों से वाक्य बनाइए। धक्का -मुक्की , नोंक-झोंक, बार-बार, जैसे-जैसे, वैसे-वैसे।
उत्तर:
(क) धक्का -मुक्की – बस में चढ़ने के लिये बच्चों में ध क्का-मुक्की होने लगी।
(ख) मार-पीट-वहाँ दो दलों में मार-पीट हो गयी और कई-एक लोग घायल हो गये।
(ग) जैसे-तैसे-जैसे-तैसे हमलोगों ने भीड़ वाले रास्ते को पार किया।
(घ) गुरु-मंत्र-ध्यानचंद ने कहा-मेरे पास सफलता का कोई गुरु-मंत्र – नहीं है।
(ङ) वैसे-वैसे-जैसे-जैसे आप मेहनत करेंगे वैसे-वैसे आपको सफलता मिलेगी।

प्रश्न 3.
इन वाक्यों में क्रिया शब्द को रेखांकित कीजिए।
उत्तर:
(क) खेल में तो यह सब चलता ही है।
(ख) मैं पंजाब रेजीमेंट की ओर से खेला करता था।
(ग) बाद में हम झाँसी आकर बस गये।
(घ) वह बार-बार मुझे खेलने के लिये कहते।
(ङ) बर्लिन ओलम्पिक में हमें स्वर्ण पदक मिला।

प्रश्न 4.
नीचे लिखे शब्दों को क्रम में सजाकर वाक्य बनाइए –
(क) नौसिखिया/उस समय/मैं एक/था/खिलाड़ी।
(ख) आता/खेल में/मेरे/गया/निखार ।
(ग) शर्मिंदा/वह/बड़ा/हुआ/सचमुच/खिलाड़ी।
(घ) ले जाया/मैदान से/बाहर/मुझे।
उत्तर:
(क) मैं उस समय एक नौसिखिया खिलाड़ी था।
(ख) मेरे खेल में निखार आता गया।
(घ) वह सचमुच बड़ा शर्मिंदा खिलाड़ी हुआ।
(घ) मुझे मैदान से बाहर ले जाया गया ।

कुछ करने को –

प्रश्न 1.
अखबार में रोजाना खेल का एक पृष्ठ आता है। आपको जो खबर अच्छी लगे उसे संकलित कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 2.
यह पाठ एक ‘संस्मरण’ है। आप भी अपना कोई संस्मरण लिखिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

हॉकी का जादूगर Summary in Hindi

पाठ का सार-संक्षेप

यह संस्मरण हॉकी के एक अद्भुत खिलाड़ी के जीवन की घटनाओं पर आधारित है जिसे बाद में ‘हॉकी का जादुगर’ कहकर सम्मानित किया गया और इसी सम्मान से उसे विश्वभर में जाना जाने लगा। उसका नाम था ध्यानचन्द। बड़ा होकर उसने सेना में नौकरी कर ली और सिपाही से तरक्की पाकर मेजर बना जो सेना में एक उच्च पद माना जाता है।

ध्यानचंद का जन्म 1904 में, प्रयाग में एक साधारण परिवार में हुआ था। बाद में ध्यानचंद का परिवार झाँसी आकर बस गया। 16 साल की उम्र में ध्यानचंद, फर्स्ट ब्राह्मण रेजिमेंट में एक सिपाही के रूप में भर्ती हुआ। इस रेजिमेंट का हॉकी के खेल में बड़ा नाम था। इस रेजिमेंट के सूबेदार मेजर तिवारी थे। वे बार-बार ध्यानचंद को हॉकी खेलने के लिये प्रेरित करते। उस छावनी में हॉकी खेलने का कोई समय निर्धारित नहीं था। सैनिक जब चाहते मैदान में पहुँच जाते और अभ्यास शुरू कर देते। ध्यानचंद ने भी हॉकी खेलना शुरू किया। ध्यानचंद ने लिखा है कि उस समय वह एक नौसिखिया खिलाड़ी था -धीरे-धीरे उसने खेल में प्रवीणता हासिल करनी शुरू कर दी और उसके खेल में निखार आता गया।

सन् 1936 के बर्लिन ऑलम्पिक में ध्यानचंद को भारत की टीम का कप्तान बनाकर भेजा गया। बर्लिन ऑलम्पिक में लोग ध्यानचंद के खेल से इतने प्रभावित हुये कि इन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाने लगा। उस समय ध्यानचंद सेना में लांसनायक के पद पर कार्यरत थे।

ध्यानचंद अपने संस्मरण में कहा है कि ऐसा नहीं है कि खेल में सारे गोल इन्हीं के द्वारा बनाये जाते थे। वे कहते हैं – “मेरी तो हमेशा यह कोशिश रहती कि मैं गेंद को गोल के पास ले जाकर अपने किसी साथी खिलाड़ी को दे दूँ ताकि उसे गोल करने का श्रेय मिल जाय। अपनी इसी खेल भावना के कारण मैंने दुनिया के खेल-प्रेमियों का दिल जीत लिया। बर्लिन ओलम्पिक में हमें स्वर्ण पदक मिला।”

। खेल के मैदान में घटित एक घटना का उल्लेख करते हये मेजर ध्यानचंद लिखते हैं- खेल के मैदान में धक्का-मुक्की और मारपीट की घटनाएँ तो होती रहती हैं। जिस दिन हम खेला करते थे, उन दिनों भी यह सब चलता था।

सन् 1933 की बात का उल्लेख करते हुये वे कहते हैं – “उन दिनों मैं पंजाब रेजिमेंट की ओर से खेलता था। एक दिन पंजाब रेजिमेंट और संपर्स एण्ड माइनर्स टीम के बीच मुकाबला हो रहा था। माइनर्स टीम के खिलाड़ी मुझसे गेंद छीनने की कोशिश करते लेकिन उनकी हर कोशिश बेकार जाती। इतने में एक खिलाड़ी ने गुस्से में आकर हॉकी मेरे सिर पर दे मारी। मुझे मैदान से बाहर ले जाया गया। थोड़ी देर बाद मैं पट्टी बाँध कर फिर मैदान में आ पहुँचा। आते ही खिलाड़ी की पीठ पर हाथ रख कर कहा- “तुम चिन्ता मत करो, इसका बदला मैं जरूर लूँगा।” वह खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की बात सुनकर घबड़ा गया और पूरे खेल के दौरान मेरी ओर ही देखता रहा, कि मैं कब उसके सिर पर हॉकी मारने वाला हूँ। इसी दौरान मैंने झटपट एक के बाद एक छः गोल कर दिये। खेल खत्म होने पर मैंने उस खिलाड़ी की पीठ थपथपाई और कहा- “दोस्त! खेल में इतना गुस्सा अच्छा नहीं लगता। मैंने तो अपना बदला ले लिया।” वह खिलाड़ी अपनी करनी पर शर्मिन्दा था क्योंकि उसने जानबूझकर एक गलत काम किया था।

आज जब भी कोई मुझसे पूछता है कि मेरी सफलता का क्या राज है तो मैं एक ही उत्तर देता हूँ “लगन, साधना और खेल-भावना ही सफलता के सबसे बड़े मंत्र हैं। हार या जीत मेरी नहीं है, बल्कि पूरे देश की है।”

Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 7 पिता का पत्र पुत्र के नाम

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 7 पिता का पत्र पुत्र के नाम Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 7 पिता का पत्र पुत्र के नाम

Bihar Board Class 6 Hindi पिता का पत्र पुत्र के नाम Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

Pita Ka Patra Putra Ke Naam Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 1.
गाँधीजी ने पत्र के माध्यम से अपने पुत्र को क्या-क्या शिक्षाएँ दी हैं ?
उत्तर:
गाँधीजी ने पत्र के माध्यम से अपने पुत्र को शिक्षाएँ दी कि अपने आहार पर पूर्ण ध्यान देना चाहिए। किताबी ज्ञान के साथ-साथ चरित्र निर्माण और कर्त्तव्य बोध अनिवार्य है। अपने कर्तव्य का पालन भी करना चाहिए । बारह वर्षों के बाद बच्चों को अपनी जिम्मेवारी और कर्त्तव्य का भान हो जाना चाहिए । मनुष्य के लिए आत्मा और परमात्मा के साथ स्वयं का ज्ञान तथा अक्षर-ज्ञान अनिवार्य है। अमीरी और गरीबी की तुलना में गरीबी में जीना सुखद है। गणित और संस्कृत विषय पर अधिक ध्यान देना चाहिए। अपने कार्य को नियत समय में करना चाहिए। कुछ समय भजन प्रार्थना में भी देना चाहिए। खर्च का हिसाब रखना चाहिए इत्यादि ।

पिता का पत्र पुत्र के नाम Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 2.
गाँधीजी ने असली शिक्षा किसे माना है ? उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
गाँधीजी ने असली शिक्षा चरित्र-निर्माण और कर्त्तव्य का बोध करना है।

वस्तुतः किताबी ज्ञान ही भात्र ज्ञान नहीं बल्कि चरित्र-निर्माण और कर्तव्य का भान होना है। वास्तविक शिक्षा मनुष्य को समय का दुरुपयोग से बचाता है तथा समाज में सभ्य मनुष्य के रूप में प्रकाशित करता है। चरित्रहीन विद्वान कभी भी सम्मान के योग्य नहीं होते तथा कर्तव्य ज्ञान के बिना संसार सागर से पार करना मुश्किल है।

Pita Ka Patra Putri Ke Naam Question Answer प्रश्न 3.
गाँधीजी के पत्र के माध्यम से किन तीन बातों को महत्वपूर्ण माना गया है?
उत्तर:
गाँधीजी के पत्र के माध्यम से निम्नलिखित बातों को महत्वपूर्ण माना गया है।

  1. अपने आहार पर पूर्ण ध्यान देना।
  2. अपने जिम्मेवारी को हर्षपूर्वक संभालना।
  3. शब्द ज्ञान के अतिरिक्त आत्मा स्वयं एवं ईश्वर का ज्ञान प्राप्त करना ।
  4. गरीबी में जीना अमीरी में जीने से सुखद है।
  5. कृषि कार्य भी करना चाहिए।
  6. गणित-संस्कृत और संगीत विषयों में अधिक अभिरुचि रखना।
  7. खर्च का हिसाब सही ढंग से रखना।
  8. अपना कार्य नियमपूर्वक और नियत समय पर करना ।
  9. ईश्वर की प्रार्थना एवं भजन करना।

Pita Ka Putra Ko Patra Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 4.
“बा” उपनाम से किन्हें जाना जाता है?
उत्तर:
गाँधीजी की पत्नी कस्तुरबा गाँधी “बा” उपनाम से जानी जाती थी।

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solution प्रश्न 5.
निम्नलिखित प्रश्नों के चार-चार विकल्प दिए गए हैं। सही विकल्प के सामने (✓) सही का निशान लगाइए –

(क) गाँधीजी ने अपने जिस पुत्र को पत्र लिखा उसका नाम था –
(i) देवदास गाँधी
(ii) मणिलाल गाँधी
(iii) मोहनदास
(iv) रामदास गाँधी
उत्तर:
(ii) मणिलाल गाँधी

(ख) गाँधीजी ने यह पत्र-कहाँ से लिखा था?
(i) पटना जेल से
(ii) लखनऊ जेल से
(iii) तिहार जेल से
(iv) प्रिटोरिया जेल से
उत्तर:
(iv) प्रिटोरिया जेल से

(ग) गाँधीजी मे यह पत्र कब लिखा.?
(i) 25 मार्च, 1919
(ii) 25 मार्च, 1900
(iii) 25 मार्च, 1909
(iv) 25 मार्च, 1929
उत्तर:
(iii) 25 मार्च, 1909

पाठ से आगे –

Bihar Board Class 6 Hindi Solution प्रश्न 1.
आप अपने पिताजी को गाँव/शहर की जीवन शैली के सम्बन्ध में एक पत्र लिखिए।
उत्तर:
पूज्य पिताजी !
सादर प्रणाम ।
मैं कुशलपूर्वक हूँ आशा करता हूँ कि आप भी सपरिवार कुशल होंगे।

मैं अभी कुछ दिनों से बम्बई शहर में हूँ। शहर के लोगों की जीवन शैली मुझे पसंद नहीं आ रही है। यहाँ के लोगों की जीवन शैली आकर्षक तो खूब है लेकिन पारस्परिक प्रेम और स्नेह से लोग वंचित है। केवल अपने को संभालकर किसी भी देश की जनता सम्पन्न राष्ट्र की कल्पना नहीं सोच सकता है। यहाँ के लोग स्वास्थ्य पर ध्यान बिल्कुल नहीं देते । कार्य की अधिकता तो अच्छी बात है लेकिन कार्य को नियत समय पर ही करना स्वास्थ्य के लिए उत्तम है जो यहाँ के लोगों में अभाव है। । यहाँ के लोग अमोद-प्रमोद प्रिय हैं जो जीवन के कुछ ही वर्ष के लिए अनिवार्य है। प्रायः विद्यार्थी जीवन में सुख-सुविधा और आजादी जीवन को परेशानी में डाल देती है। लेकिन यहाँ की छात्र जीवन भी अमोद-प्रमोद युक्त दिखलाई पड़ते हैं जो जीवन-निर्माण में जटिलता लाता है।

यहाँ के अमीर और गरीब लोगों की जीवन-शैली में अत्यन्त फर्क दिखता है जबकि ग्राम्य जीवन-शैली में फर्क कम दिखता है।

आप मेरे पत्र को पढ़कर शहरी जीवन-शैली पर विशेष रूप से विचार कर अपनी राय पत्र के द्वारा भेजेंगे।

माताजी को प्रणाम तथा छोटे को स्नेह भरा आशीर्वाद ।

आपका पुत्र
मुकेश कुमार

Pita Ka Patra Putra Ke Naam Question Answer प्रश्न 2.
आप अपने गांव के किसान के बारे में लिखिए।
उत्तर:
हमारे गाँव मंझौल में प्रायः हरेक वर्ग के किसान हैं। सभी किसानों में प्रायः एकता देखी जाती है। हरेक किसान एक-दूसरे के पूरक दिखाई पड़ते हैं। हमारे गाँव के किसान अत्यन्त परिश्रमी हैं। जबकि हमारे गाँव की भूमि अधिक उपजाऊ नहीं है। कभी अतिवृष्टि तो कभी अनावृष्टि भी किसानों को प्रभावित करती है लेकिन इसके बावजूद हमारे गाँव के किसान अपनी कर्मठता के कारण उन्नत किसान कहलाते हैं। वहाँ के अन्य गाँवों की अपेक्षा हमारे गाँव के किसान अधिक सम्पन्न दिखाई पड़ते हैं।

ये किसान नियमित रूप से उठते हैं जिसके कारण गोपालन का काफी समय उनको प्राप्त हो जाता है। हमारे यहाँ के किसान गोपालन में भी बहुत आगे हैं। विशेषतः किसान पढ़े-लिखे हैं जिसके कारण कृषि का सम्यक् ज्ञान उन्हें प्राप्त होते रहता है।

Mahatma Gandhi Wikipedia In Hindi Bihar Board प्रश्न 3.
क्या हमें पत्र लिखना चाहिए? हाँ तो क्यों ? नहीं तो क्यों ?
उत्तर:
हमें पत्र लिखना चाहिए। पत्र सम्बन्ध स्थापित करने का मूर्त उपाय है। इससे लेखन कला की सम्पन्नता के साथ-साथ अपने भाव को व्यापक रूप से प्रकट करने का अवसर मिलता है। पत्र लेखन में पैसे की भी बचत है।

व्याकरण –

Mahatma Gandhi Letter In Hindi Bihar Board प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों को अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
पत्र, शिक्षा, आश्रम, जिम्मेवारी, महत्वपूर्ण, गरीबी, आनन्द, जेल, चेष्टा, सुख।
उत्तर:
पत्र = पत्र लिखना चाहिए।
शिक्षा = शिक्षा के बिना मनुष्य पशु समान होता है।
आश्रम = आश्रम में मुनि लोग रहते थे।
जिम्मेवारी = अपनी जिम्मेवारी आप संभालो।
महत्वपूर्ण = महत्वपूर्ण कार्य में उसे बुला लूँगा।
गरीबी = गरीबी में मनुष्य को संयमित रहना चाहिए।
आनन्द = आनन्दपूर्वक अपना कार्य करना चाहिए।
जेल = जेल से छूटकर मैं पढूँगा।
चेष्टा = वह चेष्टापूर्वक कार्य करता है।
सुख = सुख मिलने पर सब सोते हैं।

Bhiksha Patra In Hindi Class 5 Question Answer प्रश्न 2.
नीचे लिखे संज्ञाओं के साथ पूर्वक प्रत्यय लगाकर क्रिया-विशेषण बनाइए और उनका अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए।
धैर्य, शांति, संतोष, प्रेम, श्रम।
उत्तर:
धैर्य = धैर्यपूर्वक कार्य करना चाहिए।
शांति = शांतिपूर्वक बैठना चाहिए।
संतोष = संतोषपूर्वक रहना चाहिए।
प्रेम = प्रेमपूर्वक यहाँ रहो।
श्रम = श्रमपूर्वक काम से सफलता मिलेगी।

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 3.
नीचे कुछ भाववाचक संज्ञाएँ दी गयी हैं। इससे विशेषण बनाकर उनका अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
महत्व, निश्चय, उपयोग, सहानुभूति, मानब ।
उत्तर:
महत्व = महत्वपूर्ण कार्य करना चाहिए।
निश्चय = निश्चयपूर्वक कहता है।
उपयोग = उपयोगी वस्तु दान दो।
सहानुभूति = सहानुभूतिपूर्वक निवास करो।
मानव = मानवीय गुणों को धारण करना चाहिए।

पिता का पत्र पुत्र के नाम Summary in Hindi

पाठ का सार – संक्षेप

पत्र मणिलाल गाँधी के नाम लिखा गया। पत्र 25 मार्च, 1909 ई० को प्रिटोरिया जेल से लिखा गया।

पत्र लिखने वाले मोहनदास करमचंद गाँधी हैं।
प्रिय पुत्र,
प्रतिमास एक पत्र लिखने और प्राप्त करने का अधिकार मुझे प्राप्त है। मिस्टर रीच, मिस्टर पोलक (दोनों मित्र) और तुम्हारा ख्याल बारी-बारी से आया। लेकिन तुम्हें पत्र लिखना पसंद किया क्योंकि तुम्हारा ही ध्यान मुझे बराबर रहता था।

मैं पूर्ण शांति में हूँ। आशा है ‘बा’ अच्छी होगी। मुझे मालूम है कि तुम्हारा अनेक पत्र आये लेकिन मुझे नहीं दिये गये फिर भी डिप्टी गवर्नर की उदारता से मालूम हुआ कि-“बा” का स्वास्थ्य सुधर रहा है। तुम सब “बा” के साथ सबेरे दूध के साथ साबूदाना बराबर लेते रहना। मुझे आशा है कि तुम अपनी जिम्मेवारी आनन्द से निभाते होगे । जेल में मैंने खूब पढ़ा। इससे मैं यह समझता हूँ कि केवल अक्षर-ज्ञान ही शिक्षा नहीं बल्कि सच्ची । शिक्षा चरित्र निर्माण और कर्तव्यबोध है। मुझे आशा है कि तुम भी सच्ची शिक्षा प्राप्त कर रहे होगे । बीमार माँ की सेवा के साथ रामदास और देवदास पर भी ध्यान दे रहे होगे। ब्रह्मचर्य और संन्यास आश्रम में कोई अन्तर नहीं। बारह वर्षों के बाद बच्चों में जिम्मेवारी और कर्त्तव्य का भान होना चाहिए तथा उन्हें अपने आचार और विचार में सत्य-अहिंसा के प्रयोग की चेष्टा करनी चाहिए । अक्षर ज्ञान के साथ-साथ संसार में तीन बातें महत्वपूर्ण हैं। अपनी आत्मा, अपने आप एवं ईश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करना । इतना याद रखना कि अब हमें गरीबी में रहना है क्योंकि गरीबी में जीना अधिक सुखद है। तुम कृषि-कार्य पर भी पूरा ध्यान दना तथा कृषि, उपकरणां को भी साफ-सुथरा रखना।

अक्षर ज्ञान में गणित और संस्कृत पर पूरा ध्यान देना । भविष्य में संस्कृत बहुत उपयोगी सिद्ध हागा। संगीत में भी रुचि रखना। हिन्दी, गुजराती और अंग्रेजी भजनों और कविताओं का संग्रह तैयार करना जो अंत में मूल्यवान प्रतीत होगा। काम की अधिकता से मनुष्य को घबराना नहीं चाहिए। शांतचित्त से सद्गुणों को प्राप्त करने की चेष्टा करते रहना । आशा है कि तुम खर्च के पैसे का हिसाब ठीक से रखते होगे तथा यह भी आशा है कि तुम रोज शाम में . नियमपूर्वक प्रार्थना करते होगे। सूर्योदय से पूर्व उठकर भी प्रार्थना करना । प्रयत्नपूर्वक नियत समय में प्रार्थना करना चाहिए । यह नियमितता तुम्हें जीवन में सहायक सिद्ध होगी। पत्र को पढ़कर तथा अच्छी तरह समझकर जवाब देना।

तुम्हारा पिता
मोहन दास

Bihar Board Class 6 English Book Solutions Chapter 2 The Boy Who Lost His Appetite

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BSEB Bihar Board Class 6 English Book Solutions Chapter 2 The Boy Who Lost His Appetite

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Bihar Board Class 6 English The Boy Who Lost His Appetite Text Book Questions and Answers

A. Warmer

The Boy Who Lost His Appetite Bihar Board Question 1.
What food do you find tasty ? If you are told to sit at home and enjoy yourself tasty food without any activity would you enjoy it? Give reasons.
Answer:
I like many food tasty such as pulav, puri, manchoorian, pua etc. If I were told to sit at home and enjoy the tasty food without any activity I would not enjoy it as activities or labour arise appetite. When one doesn’t do labour or don’t go with activities in his life, he or she becomes lazy and loses his or her appetite.

B. Comprehension

B. 1. Think and Tell

Bihar Board Class 6 English Book Solution Chapter 2 Question 1.
Why did Sham lag behind other friends ?
Answer:
Sham was a rich young man. He ate rich folk in bed all day. As a result, he had become very lazy. So, A a he went to hunt in woods with his friends, he lagged behind his other friends as he was not used to ride fast ought of his laziness

The Boy Who Lost His Appetite Ka Hindi Bihar Board  Question 2.
What kind of life did he live after his father’s death ?
Answer:
Sham’s father passed away early. Then, he became the owner of all his father’s property. He had become rich without any labour. Now, he started living a luxurious life. He used to eat rich food and lay in bed all day. For this, he became very lazy and did not find any food tasty. He had lost his appetite.

B. 2. Think and Write

B. 2. 1. True or False

The Boy Who Lost His Appetite In Hindi Bihar Board Question 1.
Based on the story write ‘true’ or ‘false’ next to each . sentence given below.
(a) Sham was a young boy.
(b) Sham lay in bed all day because he became sick.
(c) Sham rode very slowly.
(d) The peasant offered Sham roti and vegetables.
(e) Sham was lost in the woods when he was returning home from the peasant’s house.
Answer:
(a) False
(b) False
(c) True
(d) False
(e) False

B. 2. 2. Tick the answers to each of the questions given below

Class 6 English Chapter 2 Summary In Hindi Bihar Board Question 1.
Why did Sham find the food tasteless?
(a) The food was prepared badly.
(b) He felt sad for his father.
(c) He did not feel much hungry because he passed his day without any activity.
(d) He was sleeping.
Answer:
(c) He did not feel much hungry because he passed his day without any activity.

Class 6 English Chapter 2 Question Answer Bihar Board Question 2.
Why did Sham like the dal and roti ?
(a) It was cooked in a special way.
(b) Sham had not eaten roti and dal for many days.
(c) Sham was tired and hungry.
(d) Sham liked the huts.
Answer:
(c) Sham was tired and hungry.

B. 2. 3. Answer the following questions in not more than 50 words

Class 6 English Chapter 2 Bihar Board Question 1.
How did Sham spend his life after his father died ?
Answer:
Sham’s father had died early. After his father’s death, Sham became the owner of all his father’s property. Then on wards, he started living a luxurious life. He used to eat rich food and lay in bed all the day. As a result he soon became quite lazy. Not doing any labour, he lost the taste of food and so lost his appetite.

Class 6 English Chapter 2 Question And Answer Bihar Board Question 2.
What made Sham lose his way in the woods ?
Answer:
Sham had agreed to go to hunt in woods with his friends, in spite of his laziness. He was not used to riding fast so he found himself lagging behind other friends. He got lost and wandered away in the woods.

Class 6 English Chapter 2 Solution Bihar Board Question 3.
Who helped Sham when he lost his way ? How ?
Answer:
Sham had lost his way in the woods and wandered for long. Then, he saw a peasant’s hut. He rode up to the hut and reached to the peasant. The peasant gave his dal, roti to eat. Then, he helped Sham guiding him the right path towards his home.

Class 6 Chapter 2 English Bihar Board Question 4.
What made the food tasty or tasteless for Sham. Give reasons for your answers
Answer:
Labour had made the food tasty, for Sham. He had been wandering for long riding on his horse. For a long time, he hadn’t eat anything, so he felt hungry. Due to labour’he got hungry and so he felt the simple food dal, roti tasty to eat. But, back to home, he again got involved in his daily routine to only sleep in bed and eat rich food. Due to no labour, he lost his appetite and this made the rich food tasteless for Sham.

C. Vocabulary

Think of words related to luxurious and food. Now fill in the web chart with those words.
Bihar Board Class 6 English Book Solution

D. Grammar

D.1. Conjunctions

Example:
He ate rich food and lay in bed all day.
We can break this sentence into two sentences.
1. He ate rich food.
2 He lay in bed all day.

We use ‘and’ to join two or more words or group of words. We also use ‘but’, ‘when’, ‘because’ and ‘Or’ to join two or more words or group of words.

Now break the following sentences into two sentences as shown in the example above.

Question 1.
He rode up to it and asked for a little food.
Answer:
(i) He rode up to it.
(ii) He asked for a little food.

Question 2.
I have only roti and dal, sir.
Answer:
(i) I have only roti.
(ii) I have only dal, sir.

Question 3.
He went back to his rich food and lazy ways.
Answer:
(i) He went back to his rich food.
(ii) He went back to his lazy ways.

Fill in the blanks with the words given in the box

(But, when, because, and, so, on)

  1. The boy opened his umbrella _________ it started raining.
  2. Mukul _________ Arti will bring the book to school.
  3. Rahim had high fever _________ he could not come to school.
  4. Munna ran very fast _________ could not win the race.
  5. Ram _________ Pawan went to see a film yesterday.
  6. Lalit had high fever _________ he got wet in the rain.

Answer:

  1. when
  2. and
  3. so
  4. but
  5. and
  6. because

E. Let’s Talk and Write

Question 1.
Discuss your daily routine in groups. Also, share your food habits with your friends.

Answer:
I get up early morning at six a.m. Then, I prepare to go to school. I reach to my school at eight a.m. After school break at three p.m. I move to my home. In evening, from five to six p.m. I play with my friends in the nearby field. I sit to study at seven p.m. to eight thirty p.m. Then, I watch T.V. programmes for an hour, take my dinner and go to bed. I eat all kind of food but I prefer to fresh green vegetables, fruits and simple food. Oily, spicy and junk food are not good for health so I keep a distance with them. Its not so that I never eat them, but I eat them very casually, only to have a change.

Question 2.
Write 6 sentences about the food you like to eat and why you like that food.
Answer:

  1. I like to eat rod.
  2. It is made of wheat.
  3. It is easy to digest.
  4. It keeps me healthy.
  5. It is not a rich diet.
  6. It is easy to make.

F .Translation

Translate the first paragraph into your mother tongue/ Hindi.

Question 1.
First paragraph of the chapter:
Sham was a rich young man. His father had passed away very early. After his father’s death, he became the owner of all his father had. Now, he started living a luxurious life. He ate rich food and lay in bed all day. As a result, he  became very lazy and lost his appetite and didn’t find any foo tasty
Answer:
हिन्दी अनुवाद – शैम एक अमीर युवा आदमी था। उसके पिता जब जल्द ही गुजर गये तब शैम उनकी सारी जायदाद का मालिक बन बैठा । अब उसका जीवन बिल्कुल ही शानो-शौकत वाला हो गया था। वह खब बढ़िया-बढ़िया खाना खाता था और सारा का सारा दिन बिस्तर पर लेटा रहता था। परिणाम के तौर पर, उसे अब कोई भी खाना स्वादिष्ट नहीं लगता था।

Question 2.
A little Bit of Nonsense.
There was an old man with a beard Who said.’It is just as I feared’
Two owls and a hen.
Four larks and a wren.
Have all built their nests in my beard
Answer:
अ लिटिल बिट ऑफ नौनसेन्स .
देयर वाज एन ओल्ड मैन विथ अ बीयर्ड हू सेड, ‘इट इज जस्ट एज आई फीयर्ड’
टू आउल्स एण्ड अ हेन।
फोर, लार्क्स एण्ड अ रेन ।
हैव ऑल बिल्ट देयर नेस्ट्स इन माई बीयर्ड।

The Boy Who Lost His Appetite Summary In English

Sham was a rich young man. His father had passed away very early. After his father’s death, he became the owner of all his father had. Now, he started living a luxurious life. He ate rich food and lay in bed all day. As a result, he  became very lazy and lost his appetite and didn’t find any foo tasty

Once, he went to hunt in woods. He was not used to ride fast so he lagged behind his friends and got lost. After six to seven hours of roaming he felt tired and hungry. He reached to a peasant’s hut and asked for some food. The poor peasant gave him dal, rod which he found very tasty to eat. The peasant guided him the right way. Back to home he got back to his rich food and lazy ways. Again he found his rich food tasteless. He wondered why the simple dal-roti tasted so nice.

The Boy Who Lost His Appetite Summary In Hindi

शैम एक अमीर युवा व्यक्ति था। उसके पिता जल्द ही गुजर गये । अपने पिता की मृत्यु के बाद वह अपने पिता की जायदाद का स्वामी बन गया । अब, वह एक शान-शौकत भरा जीवन व्यतीत करने लगा। वह खूब बढ़िया और कीमती खाना खाता था और सारा दिन बिस्तर पर पड़ा रहता था । परिणामस्वरूप, वह बहुत आलसी बन गया। उसकी भूख मिट गयी और उसे कोई भी खाना स्वादिष्ट नहीं लगता था। एक बार, वह जंगल में शिकार खेलने गया । वह तेज घुड़सवारी करने का आदी नहीं था, ‘ अपने दोस्तों से पीछे छूट गया और रास्ता भटक गया।

छह-सात घंटे इधर-उधर भटकते रहने के बाद वह बेहद थका हुआ और भूख महसूस कर रहा था। वह एक किसान की झोंपड़ी के पास पहुँचा और उससे कुछ खाने को माँगा । गरीब किसान ने उसे खाने को दाल-रोटी दिया जो उसे बहुत स्वादिष्ट लगा। उस किसान ने उसे सही रास्ता बता दिया । घर वापस आकर वह फिर से अपने पुराने जीवन के ढर्रे पर लौट आया । बढिया-बढिया खाना खाना और सारा दिन बिस्तर पर पड़े रहना । फिर से उसे अपने बढ़िया खाना में स्वाद नहीं लगने लगा। वह आश्चर्य से सोचता कि वह साधारण दाल-रोटी उसे इतना स्वादिष्ट क्यों कर लगी थी।

The Boy Who Lost His Appetite Hindi Translation Of The Chapter

Sham wasa……………………………..any food tasty.
Word Meanings: Rich (adj) [रिच] = अमीर | Young (adj) [यंग] = युवा, जवान | Passed away (phr) [पास्ड अवे] = गुजर गये, मृत्यु को प्राप्त हो गये। Early (adj) [अर्ली] = जल्दी । Became (v) [बीकेम] = बन गया । Owner (n) [ओनर] = मालिक | Luxurious (adj)[लक्जरिअस] = शान-शौकत वाला । Life (n) [लाइफ] = जीवन | Ate (v) [एट) = खाया । Rich (adj) [रिच] = (यहाँ) गरिष्ठ, बढ़िया । Food (n) [फुड] = भोजन । Lay (v)[ले] = पड़ा होना | Allday (phr)[ऑल डे] = सारा दिन | Result (n)[रिजल्ट] = परिणाम | Tasty (adj)[टेस्टी] = स्वादिष्ट ।

हिन्दी अनुवाद – शैम एक अमीर युवा आदमी था। जब उसके पिता जल्द ही गुजर गये तो वह उनकी सारी जायदाद का मालिक बन बैठा । अब उसका जीवन बिल्कुल ही शानो-शौकत वाला हो गया था। वह खब बढ़िया-बढ़िया खाना खाता था और सारा का सारा दिन बिछावन पर लेटा रहता था। आराम फरमाता रहता था। इसका यह अंजाम हुआ कि धीरे-धीरे उसे कोई भी खाना स्वादिष्ट नहीं लगता था । खाने में उसकी रुचि ही खत्म होने लगी थी।

Months passed ……………………………………..tired and hungry.
Word Meanings : Passed (v) [पास्ड] = बीता। Inspite of (prep) [इनस्पाइट ऑफ] = के बावजूद | Laziness (n)[लेजीनेस] = आलसपन । Agreed (v) [एग्रीड] = सहमत अथवा राजी होना । Take part (phr) [टेक पार्ट] = हिस्सा लेना । Hunt (v) [हन्ट] = शिकार करना । Riding (v) [राइडिंग] = घुड़सवारी करना । Lagging (v) [लैगिंग] = पीछे छूट जाना । Got lost (phr) |गौट लॉस्ट] = खो गया । Wandered (v) [वान्डर्ड] = इधर-उधर भटका । Woods (n) [वुड्स] = जंगल | Roaming (v) [रोमिंग] = इधर-उधर घूमना, निरुद्देश्य भटकना । Tired (adj) [टायर्ड] = थका हुआ। Hungry (adj) [हंग्री] = भूखा । ।

हिन्दी आवाद – पहीनों गुजर गये । एक दिन जबकि वह बेहद सुस्ती का अनुभव कर रहा था, उसने एक शिकार के अभियान में भाग लेना स्वीकार कर लिया था। लेकिन तेज चलने या फिर तेज घुड़सवारी करने की उसकी आदत तो थी नहीं। इसी कारण उस शिकार-अभियान में जब वह घुडसवारी कर रहा था तो वह अपने अन्य शिकारी मित्रों से काफी पीछे छूट गया और इस कारण वह रास्ता भटक गया। फिर तो वह जंगल में इधर-उधर, काफी । देर तक भटकता रहा । इस प्रकार से, चारों ओर भटकते-भटकते छह से सात-घंटे बीत गये । तब वह बेहद थका हुआ महसूस कर रहा था और उसे जमकर भूख लग गयी थी।

Suddenly hesaw……………… tasted so nice.
Word Meanings : Suddenly (adv)[सडनलि] = एकाएक, शीघ्रता से । Peasant (n)[पीजेन्ट] = किसान | Hut (n) हट] = झोंपड़ी) Rodeup (phr) [रोड अप] = सवारी करना, घोड़े का। Asked (v) [आस्ड] = पूछा, माँगा | Welcome (v)[वेलकम] = स्वागत करना । Really (adv) रीयली] = वास्तव में । Like (v)[लाइक) = पसन्द करना | Earlier (adj)[अर्लियर = इसके पहले । Directions (n) [डाइरेक्शन्स] = दिशा-निर्देश । Rested (v)(रेस्टेड] = आराम किया । Tasteless (adj) [टेस्टलेस = स्वादहीन, बिना स्वाद का या बेमजा वाला (भोजन) । Wondered (v) [बॅन्डर्ड) = गंभीरता से सोचा।

हिन्दी अनुवाद – तभी उसे एक किसान की कुटिया दिखाई दी। वह घुड़सवारी करते हुए उस कुटिया तक पहुँच गया और वहाँ उसने कुछ भोजन की मांग की। “वहाँ, उस कुटिया में मौजूद किसान ने उसकी माँग को सुनकर कहा”मैं तो एक गरीब आदमी हूँ। मेरे पास तो सर, केवल रोटी और दाल ही है लेकिन अगर आप इसे खाना चाहें तो आपका बहुत-बहुत स्वागत है।” वह युवा आदमी वास्तव में बहुत ही भूखा था और इस कारण उसे वह खाना बहुत स्वादिष्ट लगा। उसे ऐसा महसूस हुआ कि अपने जीवन में उसने जो भी कुछ खाया है, उससे यह खाना लाख गुना बेहतर है और सबसे ज्यादा स्वादिष्ट है।

तब उस किसान से उसने जंगल के बाहर निकलने का रास्ता पूछा । किसान से सही रास्ता का पता चलने पर उसने किसान को धन्यवाद दिया और अपने घर की ओर घुड़सवारी करते हुए लौटने लगा। वह अपने घर को वापस लौट आया और आराम फरमाने लगा। फिर से वह अपने पुराने जीवन जीने के ढर्रे में ढल गया । फिर से उसे आलस ने घेर लिया। वह सारा का सारा दिन फिर से आलसी-सा पड़ा रहने लगा और कीमती से कीमती खाना खाने लगा और फिर से कुछ ही समय बाद उसे अपना कीमती खाना बेमजा लगने लगा। बिना स्वाद का जब लगने लगा उसे अपना कीमती भोजन तो वह गंभीरता से सोचने लगा कि जो साधारण-सा भोजन, रोटी-दाल उसने उस किसान के यहाँ खाया था, वह क्यूँ कर उसे उतना स्वादिष्ट लगा था।

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Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 8 मंत्र

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 8 मंत्र Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 8 मंत्र

Bihar Board Class 6 Hindi मंत्र Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

मंत्र कहानी के प्रश्न उत्तर Class 8 Bihar Board प्रश्न 1.
डाक्टर के लड़के कैलाश ने साँप को पाल रखा था फिर . भी साँप ने उसे क्यों काटा?
उत्तर:
साँप को लगा कि कैलाश उसपर आक्रमण करना चाहता है। अतः आत्मरक्षा में उतरे कैलाश पर आक्रमण कर अंगुली को काट खाया। साँप की – यह प्रकृति होती है कि वह तबतक आक्रमण नहीं करता जबतक उसे यह न लगे कि यह व्यक्ति उसे मारना या चोट पहुँचाना चाहता है।

मंत्र’ कहानी के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 2.
डा. चड्ढा बूढ़े व्यक्ति को क्यों खोज रहा था?
उत्तर:
डा. चड्ढा उस बूढ़े व्यक्ति के उपकार का बदला चुकाना चाहता । था तथा पूर्व में अपने व्यवहार के लिये उस बूढ़े से क्षमा मांगना चाहता था।

Mantra Chapter Question Answer Bihar Board प्रश्न 3.
डाक्टर के लड़के कैलाश को साँघ ने काट लिया। इस खबर को सुनकर बूढ़े व्यक्ति को नींद क्यों नहीं आ रही थी?
उत्तर:
मानवता का तकाजा और कर्त्तव्य की पुकार के कारण बुड्ढा चाहकर भी नहीं सो पा रहा था। अस्सी वर्ष के उसके जीवन में यह पहला अवसर था कि ऐसा समाचार पाकर भी वह दौड़कर न गया हो। इसका अन्तर्मन उसे अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक कर रहा था।

पाठ से आगे –

Mantra By Premchand Questions And Answers Bihar Board प्रश्न 1.
डाक्टर द्वारा बूढ़े के लड़के को देखने से इन्कार करने पर । बूढ़ा व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा होगा? अपने शब्दों में लिखिये।
उत्तर:
बूढ़ा डाक्टर के इन्कार करने पर हतप्रभ हो गया। उसके मन को . ठेस लगी। वह मन ही मन समझ गया कि उसके जीवन की आखिरी निशानी थी अब नहीं बचेगी। वह अन्दर से टूट गया पर कोई उपाय नहीं देख डोली उठवा ली और अपने घर को लौट गया।

Mantra Question Answer Bihar Board प्रश्न 2.
समाज में गरीबों का जीवन-स्तर सुधारने के लिये आप क्या करना चाहेंगे?
उत्तर:
उसके लिये समाज में शिक्षा का प्रचार-प्रसार आवश्यक है।’ शिक्षा से जागरूकता आयेगी -समाज में सबको आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा।

Bihar Board Class 6 Hindi Book प्रश्न 3.
इस पाठ में आपको किसका चरित्र सबसे अच्छा लगा और क्यों?
उत्तर:
इस पाठ में सबसे अच्छा चरित्र उस बूढ़े का है जिसने मानव-मूल्यों की रक्षा की और डाक्टर चड्ढा के बेटे की जान बचाने के लिये आधी रात .. को उसके घर पहुँच गया। डाक्टर चडढा से बदला लेने की भावना उसके मन में आयी पर बूढ़े ने उस पर नियन्त्रण करते हुये डाक्टर चड्ढा के यहाँ जाने का निर्णय लिया। डाक्टर चड्ढा से इनाम या पारिश्रमिक पाने की अपेक्षा किये बिना वह घर वापस आ गया। इस प्रकार बूढ़े ने इन्सानियत का उच्च उदाहरण प्रस्तुत किया।

मंत्र कहानी के प्रश्न उत्तर Class 6 Bihar Board प्रश्न 4.
इस पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर:
यह कहानी हमें शिक्षा देती है कि मानव मूल्य सर्वोपरि है –
जो तोको काँटा बोये, ताही बोउते तुम फूल
तोहे फूल का फूल है, ताको है त्रिशूल।।
मानवता की रक्षा के लिये ही ईश्वर ने मानव को इस धरती पर जन्म दिया है।

व्याकरण

Mantra By Premchand Questions And Answers In Hindi प्रश्न 1.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए –

(क) चैन न आना
उत्तर:
चिंता के कारण बूढ़े को चैन नहीं आ रहा था।

(ख) हवा देना
उत्तर:
राम ने आंदोलन को और हवा दी।

(ग) पगड़ी उतारकर रखना
उत्तर:
निर्धन पिता ने दहेज नहीं देने के कारण अपनी पगड़ी उतार कर पैर पर रख दी।

(घ) भूत सवार होना
उत्तर:
उसे पैसा कमाने का भूत सवार है।

(ङ) कलेजा ठण्डा होना
उत्तर:
पाकिस्तान की हार से भारत का कलेजा ठंडा हो गया।

(च) सीधा मुँह बात न करना
उत्तर:
वह इतना घमंडी है कि सीधा मुँह बात भी नहीं करता।

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों में अ उपसर्ग लगाकर विलोम बनाइए।
उत्तर:
(क) धर्म = अधर्म ।
(ख) ज्ञान = अज्ञान ।
(ग) भाव = अभाव
(घ) सहमत = असहमत
(ङ) सावधानी = असावधानी ।

मंत्र Summary in Hindi

पाठ का सार-संक्षेप

कथा-सम्राट मुंशी प्रेमचन्द लिखित अनेक कहानियों से चुनी गयी यह कहानी मानव-मूल्यों की स्थापना.का सन्देश देती है। मनुष्य अहंकार भाव को प्रधानता देते हुये किस प्रकार इन्सानियत की अपेक्षा करता है और फिर. मानव-मूल्यों की बलि देता है, इसकी स्थापना इस कहानी का मूल उद्देश्य है। इस कहानी के दो मुख्य पात्र हैं – एक डाक्टर चड्ढा और दूसरा एक बूढ़ा जो सांप के विष को झाड़ने का मन्त्र जानता है और पास के एक गाँव में अपनी पत्नी के साथ रहता है।

बूढे के सात बच्चों में से छ: की मौत एक -एक कर हो चुकी है। यह सातवाँ भी गम्भीर रूप से बीमार हो गया है और अपने बीमार बेटे को डोली में सुलाकर वह बूढ़ा डाक्टर चड्ढा की डिस्पेन्सरी (औषधालय) पर पहुँचता है। उस समय सन्ध्या हो चुकी थी और डाक्टर चड्ढा नित्य की तरह टेनिस खेलने के लिये जाने की तैयारों में लगे थे। बूढ़ा घर के सामने डोली पर बीमार – बच्चे को छोड़कर, डॉक्टर साहब के घर के दरवाजे पर लगी चिक (परदा) उठाकर झांकता है।

उसको अन्दर प्रवेश करने की हिम्मत नहीं होती है- कहीं कोई डाँट न दे? अन्दर से डॉक्टर साहब की कड़क आवाज आती है- कौन . है? क्या चाहता है? बूढ़ा गिड़गिड़ाता हुआ विनती करता है “हूजूर! बड़ा गरीब आदमी हूँ, मेरा लड़का कई दिन से बीमार है।” डॉक्टर साहब घर के अन्दर ” से उत्तर देते हैं “कल सवेरे आओ, कल सवेरे। हम इस वक्त मरीजों को नहीं -देखते।”

बूढ़ा कहता है – “दुहाई है सरकार की, लड़का मर जायेगा, हुजूर! चार दिन से आँखें नहीं खोली हैं।”

डाक्टर साहब घड़ी देखते हैं-कुल दस मिनट का समय बाकी है। उन्होंने फिर कहा – “कल सवेरे आओ। यह हमारे खेलने का समय है।”

बूढ़ा ने अपनी पगड़ी उतारकर चौखट पर रख दी और रोते हुये कहा-“हुजूर एक निगाह देख लें। बस, एक निगाह! लड़का मर जायेगा, हुजूर! सात – लड़कों में से यही एक बच रहा है। हम रो-रोकर ही मर जायेंगे।”

डाक्टर साहब ने बूढ़े की बात अनसुनी कर दी। उन्होंने चिक उठायी और बाहर निकलकर अपनी मोटर की ओर बढ़ गये। बढे ने अन्तिम प्रयास किया दया कीजिये हुजूर, इस लड़के को छोड़कर इस संसार में मेरा कोई नहीं है।” डाक्टर साहब ने मुँह फेर लिया और अपनी गाड़ी पर बैठकर बोले – “कल आना”

डोली जिधर से आयी थी. उधर चली गयी और फिर उसी रात उसका हँसता-खेलता लड़का, इस संसार से विदा हो गया।

कई साल बीत गये। डाक्टर चड्ढा की प्रैक्टिस दिन दुनी रात चौगनी बढ़ती गयी। उन्होंने यश भी कमाया और धन भी। डाक्टर चड्ढा की दो संतान थी – एक लड़का और एक लड़की। लड़की का विवाह डाक्टर साहब ने कर दिया था। लड़का अभी कॉलेज में पढ़ता था। उसका नाम था कैलाश। कैलाश को सांप पालने-खिलाने और नचाने का शौक था। आज कैलाश की बीसवीं सालगिरह का समारोह डाक्टर चड्ढा मना रहे थे। इस समारोह में कैलाश के सहपाठी और खास मित्र बुलाये गये थे, जिनमें मृणालिनी भी थी। मृणालिनी, कैलाश से प्यार करती थी। मृणालिनी आज जिद कर बैठी कि वह सांप देखेगी। -कैलाश इस भीड़ में सांपों को नहीं निकालने का बहाना करता रहा, पर मृणालिनी की जिद् के आगे झुकना ही पड़ा। वह मृणालिनी और अन्य मित्रों को लेकर सांपों के रखने की जगह पर गया और बीन बजाने लगा। वह – एक-एक सांप निकालता और उनके करतब दिखाता। उन्हें अपने गले में डाल लेता था फिर बीन बजाकर उन्हें नचाता। एक मित्र ने व्यंग्य किया – इन सांपों के दाँत नहीं होंगे अन्यथा ये अभी तक काट लिये होते। (कैलाश ने हँसकर – कहा – दाँत तोड़ना तो मदारियों का काम है। इनके दाँत सही सलामत हैं –

कहो तो दिखा दूँ। इनके काटे की कोई दवा नहीं है। यह अत्यन्त जहरीला है। कैलाश को जोश आ गया। उसने उस सांप की गर्दन दबायी और मुँह खोलकर . उसके दाँत सबको दिखा दिये। सांप को उसके पालने वालों का आज का

व्यवहार ठीक नहीं लगा क्योंकि सांप क्षणभर में क्रोध से पागल हो गया। – कैलाश ने उसकी गर्दन ढीली कर दी। सांप ने आत्मरक्षा में अपने फन फैला दिये और कैलाश की अंगुली में अपने दाँत गड़ा दिये। कैलाश की अंगुली से खून टपकने लगा। सांप छुटते ही वहाँ से भाग निकला। कैलाश ने अंगुली . दबा ली। एक जड़ी पीसकर लगायी गयी पर उसका कोई फायदा नहीं निकला। कैलाश की आँखें झपकने लगीं और होठों पर नीलापन दौड़ने लगा। कैलाश की हालत खराब होने लगी। मेहमान कमरे में इकट्ठा हो गये। एक सपेरे को बुलाया गया जो विप झाड़ने का काम करता था। वह आया पर कैलाश की सूरत देख कर बोला-“अब क्या हो सकता है सरकार! जो कुछ होना था सो हो चुका।” घर में कोहराम मच गया। सभी रोने लगे।।

शहर से कुछ दूर एक झोपड़ी में एक बूढा और एक बढिया अंगीठी के सामने बैठे जाड़े की रात काट रहे थे। घर में न चारपाई थी और न कोई विछावन। एक छोटी-सी ढिवरी ताक पर जल रही थी। किसी ने द्वार पर आकर आवाज दी “भगत, भगत! क्या सो गये? जरा किवाड़ खोलो।” भगत ने दरवाजा खोल दिया। एक आदमी अन्दर आकर बोला – “कुछ सुना. डाक्टर चड्ढा के लड़के को सांप काट लिया। तुम चले जाओ, आदमी बन जाओगे। खूब पैसा मिलेगा।

बूढ़े न इन्कार करते हुये कहा – “मैं नहीं जाता। मेरी बला से मरे। मेरा लड़का अन्तिम सांसें गिन रहा था। मैं बेटा को लेकर उन्हीं के पास गया था। मैं पैरों पर गिर पड़ा कि एक नजर देख लीजिये। मगर उसने सीधे मुँह बात तक नहीं की। अब पता चलेगा कि बेटे का गम क्या होता है। उन्हें तनिक भी – दया नहीं आयी थी।”

भगत अपनी बातों पर अटल रहा और वह आदमी लौट गया। भगत ने किवाड़ बन्द कर लिया और चिलम पीने लगा। बुढ़िया ने कहा- “इतनी रात गये जाड़े में कौन जायेगा?”

“अरे, दोपहर ही होती तो भी मैं नहीं जाता। सवारी दरवाजे पर लेने आती तो भी न जाता। भूला थोड़े ही हूँ। मेरे बेटे को निर्दयी ने एक नजर देखा भी न था” – बूढ़े ने कहा। बूढ़े के जीवन में यह पहला अवसर था कि सांप काटे की खबर पाकर भी वह नहीं गया। मौसम कैसा भी हो, लेन-देन का विचार कभी मन में आया ही नहीं।

बुढ़िया सो गयी थी। बूढ़े का मन भारी हो रहा था। उसके मन को चैन नहीं आ रहा था। उसने अपनी लकड़ी उठायी और धीरे से किवाड़ खोले। बुढ़िया की नींद टूट गयी – पृछा “कहाँ जाते हो?” बूढ़े ने बहाना कर दिया-देख रहा था कि कितनी रात है? बुढ़िया ने कहा – ” अभी बहुत रात है, सो जाओ।” “नींद नहीं आती” – बूढ़े ने उत्तर दिया। ” नींद काहे को आयेगी? मन तो चड्ढा के घर लगा हुआ है। बुढ़िया ने व्यंग्य-वाण छोड़े।” चड्ढा ने हमारे साथ कौन-सी नेकी कर दी है, जो वहाँ जाऊँ” बूढ़े ने कहा। बुढ़िया फिर सो गयी। भगत ने धीरे से किवाड़ खोला ताकि बुढ़िया जग न जाय। उसके पैर अपने आप आगे बढ़ गये। वह लपका चला जा रहा था। उसके मन ने उसे कई बार पीछे खींचा। पर उसका अंतर्मन उसे आगे की ओर ठेलता गया।

इसने में दो आदमी आता दिखायी दिया। वे आपस में बातें करते चले आ रहे थे। -“चड्ढा बाबू का घर उजड़ गया। वही तो एक लड़का था।” भगत के कानों में ये शब्द पड़े और उसकी चाल तेज हो गयी। अपनी उम्र में इतना तेज वह कभी नहीं चला था। चड्ढ़ा साहब के घर बूढ़ा पहुँच गया। रात के दो बज चुके थे। मेहमान सांत्वना देकर विदा हो गये थे। भगत ने द्वार पर पहुँचकर आवाज दी। डाक्टर साहब बाहर आये। देखा, एक बूढ़ा आदमी खड़ा है- कमर झुकी हुयी, पोपला मुँह, भौंहे तक सफेद हो गयी हैं। लकड़ी के सहारे कांप रहा है।

बूढ़ा ने कहा- “भैया कहाँ है? जरा मुझे दिखा दीजिये” चड्ढा ने कहा “चलो, देख लो, मगर तीन-चार घंटे हो गये – जो कुछ होना था सो हो चुका। बहुतेरे झाड़ने-फूंकने वाले देखकर चले गये।”

डाक्टर चड्ढा, भगत को अन्दर ले गये। उसने कैलाश की हालत एक मिनट तक देखी, फिर मुस्कुरा कर कहा – “अभी कुछ नहीं बिगड़ा है, बाबूजी! आप पानी का इन्तजाम करवाइये।”

लोगों ने कैलाश को नहलाना शुरू किया और बूढ़ा भगत खड़ा मुस्कुराकर मंत्र पढ़ता जाता। मंत्र की समाप्ति पर एक जड़ी कैलाश को सुंघा देता। यह क्रम सुबह तक चलता रहा। सुबह होते-होते कैलाश ने लाल-लाल आँखें खाली, अंगडाई ली और पीने को पानी मांगा। भगत का काम पूरा हो चुका था। वह घर की तरफ भागा। भगत बढिया के जागने के पहले अपने घर पहुँच जाना चाहता था। यहाँ चारो तरफ भगत की खोज होने लगी।

जब सब चले गये तो डाक्टर साहब ने अपनी पत्नी से कहा – “बुड्ढा न जाने कहाँ चला गया? एक चिलम, तम्बाकू का भी हकदार नहीं हुआ।” पत्नी (नारायणी) ने कृतज्ञतापूर्वक कहा – “मैंने तो सोचा था इसे कोई बड़ी रकम दूँगी।

चड्ढा ने कहा – “रात को तो मैंने नहीं पहचाना, पर जरा साफ होने पर गहचान गया। एक बार यह एक मरीज को लेकर आया था। मैं खेलने के लिये जा रहा था। मैंने मरीज को देखने से इन्कार कर दिया था। आज मुझे जितनी ग्लानि हो रही है, उसे प्रकट नहीं कर सकता। मैं अब उसे खोज निकालूँगा और उसके पैरों पर गिरकर अपना अपराध क्षमा कराऊँगा। वह कुछ लेगा नहीं, यह जानता हूँ। उसका जन्म यश की वर्षा ही के लिये हुआ है। उसकी सज्जनता ने मुझे ऐसा आदर्श दिखा दिया है जो अब से जोवनपर्यन्त मेरे सामने रहेगा।”

Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 6 तुम कल्पना करो

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प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

Tum Kalpana Karo Bihar Board Class 6 प्रश्न 1.
पाठ के आधार पर आप किस प्रकार की कल्पना कीजिएगा?
उत्तर:
पाठ के आधार पर हम अपनी कल्पना करना कि पुरानी नीतियों, रीतियों एवं पुरानी कुरीतियों से दूर होकर हरेक क्षेत्र में नवीनता की कल्पना करेंगे।

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solution प्रश्न 2.
‘राष्ट्र के शरीर’ कहने से आपके मन में किसका चित्र आता
उत्तर:
‘राष्ट्र के शरीर’ कहने से हमारे मा में भारत माता का चित्र मन में आता है।

तुम कल्पना करो कविता Bihar Board Class 6 प्रश्न 3.
चित्तौड़ के ‘प्रताप’ की कहानी हमें क्या सिखलाती है?
उत्तर:
चित्तौड़ के प्रताप’ की कहानी हमें सिखलाती है कि गुलामी हम . कभी स्वीकार नहीं करना चाहिए।

Bihar Board Class 6 Hindi Book प्रश्न 4.
इस कविता के माध्यम से हमें क्या-क्या करने की बात कही गई है?
उत्तर:
इस कविता के माध्यम से हमें नवीन कल्पना, राष्ट्रशक्ति के लिए नवीन कामना, दरिद्रता दूर करने के लिए सूर्य-चन्द्रमा से समृद्धि और ऋद्धि-सिद्धि याचना तथा स्वतंत्र योजना बनाने की बात कही गई है।

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 5.
नीचे लिखी गई पंक्तियों को पूरा कीजिए –
प्रश्नोत्तरजंजीर टूटती कभी न अश्रु-धार से,
दुख-दर्द दूर भागते नहीं दुलार से।
हटती न दासता पुकार से, गुहार से,
इस गंग-तीर बैठ आज राष्ट्र-शक्ति की।
तुम कामना करो, किशोर कामना करो,
तुम कामना करो।

पाठ से आगे –

Tum Kalpana Karo Kavita Bihar Board Class 6 प्रश्न 1.
आकाश को स्वतंत्र क्यों कहा गया है ?
उत्तर:
आकाश पर किसी का प्रभुत्व नहीं है। इसलिए उसे स्वतंत्र कहा गया है।

Kislay Hindi Book Bihar Class 6 प्रश्न 2.
कविता को पढ़ने के बाद अपने मन में कौन-सा भाव उत्पन्न होता है?
उत्तर:
कविता को पढ़ने के बाद हमें स्वतंत्र होने तथा स्वतंत्र नवीन कल्पना करने का भाव उत्पन्न होता है।

तुम कल्पना करो कविता का सारांश Bihar Board Class 6 प्रश्न 3.
इस पाठ के प्रत्येक पद में एक-एक काम करने के लिए कहा गया है। उन्हें खोजिए और प्रत्येक के संबंध में पाँच पंक्तियाँ लिखिए।
उत्तर:
प्रथम पद में नवीन कल्पना करने को कहा गया है। नवीन कल्पना से ही नया समाज, नया राष्ट्र का निर्माण सम्भव है। नवीन कल्पना के माध्यम से हम पुरानी नीतियों, रीतियों और कुरीतियों को दूर कर सकते हैं। जब पुरानी परम्परा रीति-रिवाज आदि दूर होगा तो हममें नई धारणाएँ नई सोच उत्पन्न होगा।

दूसरे पद में किशोर (नवीन) कामना की बात कही गई है। वस्ततः में नई कामना (इच्छाएँ) से ही समाज में या देश में बदलाव सम्भव है। जो किसी के सामने आँसू बहाने या पुचकारने या किसी का गुहार लगाने से सम्भव नहीं है। नई कामना पूरी होने के लिए हमें पूज्य होना होगा। तभी हमारी – इच्छा पूर्ण हो सकता है।

तीसरे पद में याचना करने की बात कही गई है। वस्तुत: पूर्ण से ही पूर्णता की याचना करना चाहिए । सूर्य चन्द्रमा जो पूर्ण है। हमें उससे समृद्धि आदि की याचना करना चाहिए जिससे हमारा समाज या हमारा देश सब प्रकार से समृद्ध होगा। हमारे देश से गरीबी दूर होगी।

चौथे पद में स्वतंत्र योजना बनाने के लिए कहा गया है। स्वतंत्र योजना से हम कोई कार्य को भलीभाँति कर सकते हैं। स्वतंत्र योजना से ही समृद्धिशाली समाज या देश बन सकता है। स्वतंत्र योजना ही सफलता का कारण है। यदि हमारी योजना में किसी का दखलअंदाजी होता है तो योजना के तरफ से मन टूटता नजर आता है।

तुम कल्पना करो कविता का अर्थ Bihar Board Class 6 प्रश्न 4.
इस कविता को पढ़ने से मेरा मन ………….. से भर गया।
(प्रेम, श्रद्धा, उत्साह, देश-प्रेम) उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थान को भरिए तथा इसके लिए अपना तर्क दीजिए।
उत्तर:
इस कविता को पढ़ने से मेरा मन उत्साह से भर गया।

व्याकरण

Bihar Board Class 6 Hindi Solution In Hindi प्रश्न 1.
रके भिन्न-भिन्न रूपों का प्रयोग करते हुए पाँच-पाँच शब्द लिखिए।
(क) उम्र …….. …….. …….. ……..
(ख) कर्म …….. …….. …….. ……..
(ग) ट्रक …….. …….. …….. ……..
उत्तर:
(क) उम्र, कब्र, कद्र, नम्र, भद्र ।
(ख) कर्म, दर्द, फर्क, मर्द, दर्द।
(ग) ट्रक, ट्रस्ट, राष्ट्र, ड्राम, ट्राम।

Class 6 Bihar Board Hindi Book प्रश्न 2.
निम्नलिखित उपसर्गों से दो-दो शब्द बनाइए।
प्र – प्रहार प्रबल परि …….. ……..
कु – ………. ………. पर …….. ……..
उप – ………. ………. स्व …….. ……..
अ – ………. ……….. प्रति …….. ……..
यहाँ प्र, क, उप, अ, परि, स्व, प्रति इत्यादि शब्दांश शब्द के शुरू में जुड़कर शब्द के अर्थ में विशेषता लाते हैं। इस प्रकार के वाक्यांश उपसर्ग कहलाते हैं।
उत्तर:
प्र- प्रहार, प्रबल।
परि – परिश्रम, परिवार ।
कु – कुकर्म, कुपुत्र । पर – परोपकार, पराधीन।
उप – उपयोग, उपमान । स्व-स्वकर्म, स्वतंत्र ।
अ – अविचल, अचल । प्रति – प्रतिदिन, प्रत्येक।

कुछ करने को –

Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 1.
आप एक अच्छे विद्यालय की कल्पना कीजिए और बताइए कि विद्यालय में क्या होना चाहिए?
उत्तर:
एक अच्छे विद्यालय में खेल का मैदान, पुष्पवाटिका, खेल का उपकरण, प्रयोगशाला, सभा भवन, शौचालय, पुस्तकालय और वाचनालय होना चाहिए।

Bihar Board Class 6 Hindi Solution प्रश्न 2.
आप अपने समाज की किन-किन प्रथाओं को समाप्त करना चाहते हैं और क्यों?
उत्तर:
हम अपने समाज से छुआ-छूत, श्राद्ध आदि अवसर पर अधिक खर्च इत्यादि प्रथाओं को दूर करना चाहते हैं इसलिए कि छुआ-छुत से समाज बढ़ता है तथा प्रथाओं के हि अधिक खर्च करना हम अनुचित समझते हैं।

तुम कल्पना करो Summary in Hindi

अर्थ-लेखन

तुम कल्पना ……………………………… तुम कल्पना करो।

अर्थ – अब नवीन कल्पना का समय आ गया है। अब समाज की तमाम . नीतियाँ घिस गई हैं, पुरानी रीतियाँ घिस गई है। कुरीतियाँ अब चुनौतियाँ दे रही हैं। अब अपने देश भारत माता के शरीर सिंगार के लिए नवीन कल्पना करो।

जंजीर टूटती ……………………………… किशोर कामना करो, तुम कामना करो।

अर्थ – आँसू बहाने से गुलामी की जंजीर नहीं टूटती । दुलार करने से दुख-दर्द नहीं भागता । पुकार और गुहार से .दासता नहीं हटती । इसलिए तुम गंगा के किनारे लौटकर आज राष्ट्र-शक्ति की कामना करो। नई कामना करो।

जो तुम गए, स्वदेश ……………………………… दरिद्र याचना करो, तुम याचना करो। .

अर्थ – यदि तुम कामना करने में चुक गये तो स्वदेश की जवानियाँ चली जायेंगी। चित्तौड़ के महाराणा प्रताप की वीरता की कहानी मिट जायेगा । आजाद भारत का रक्त बहाव रूक जायेगी। अब सूर्य-चन्द्रमा से भारत की समृद्धि तथा ऋद्धि-सिद्धि की याचना तुम करो। तुम गरीब हो, इसलिए याचना करो।

आकाश है स्वतंत्र ……………………………… योजना करो, तुम योजना करो।

अर्थ – आकाश स्वतंत्र है, भारत की मेखला (करधनी) गंगा-यमुना आदि नदियाँ स्वतंत्र हैं। पर्वत के शिखर भी स्वतंत्र रूप में खड़े हैं, ढलकाऊँ बनाकर झरना, पर्वत की चोटियों के सदैव स्वतंत्रतापूर्वक काटती रहती। इसलिए स्वतंत्रतापूर्वक तुम भी आनन्द या शोक, जन्म या मृत्यु के लिए अपनी स्वतंत्र योजना बनाओ।

Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल

Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.1

Bihar Board Class 6 Math Solution In Hindi प्रश्न 1.
15 का सभी गुणनखण्ड लिखें।
उत्तर
15 का गुणनखण्ड 1, 3, 5, 15

Bihar Board Class 6 Math Book Solution प्रश्न 2.
64 का सभी गुणनखण्ड लिखें।
उत्तर
64 का गुणनखण्ड 1, 2, 4, 8, 16, 32, 64

Bihar Board Class 6 Math Solution प्रश्न 3.
निम्न में प्रत्येक के सभी गुणनखण्ड लिखें।
(i) 36
उत्तर
36 का गुणनखण्ड 1, 2, 3, 4, 6, 9, 12, 18, 36

(ii) 45
उत्तर
45 का गुणनखण्ड 1, 3, 5, 9, 15, 45

(iii) 78
उत्तर
78 का गुणनखण्ड 1, 2, 3, 6, 13, 26, 39, 78

(iv) 125
उत्तर
125 का गुणनखण्ड 1, 5, 25, 125

(v) 144
144 का गुणनखण्ड 1, 2, 3, 4, 6, 8, 9, 12, 16, 18, 24, 48, 72, 144

Bihar Board Solution Class 6 Math प्रश्न 4.
14 का गुणज लिखें-
उत्तर
18 का गुणज 14, 28, 42, 56, 70, 84, 98…

Class 6 Bihar Board Math Solution प्रश्न 5.
18 का गुणज लिखें-
उत्तर
18 का गुणज 18, 36, 54, 72, 90, 108, 126, 144…

Bihar Board Class 6 Math प्रश्न 6.
निम्न में प्रत्येक का कम-से-कम पहले पाँच गुणज लिखें-
(i) 4
उत्तर
4 का गुणज 4, 8, 12, 16, 20

(ii) 12
उत्तर
12 का गुणज 12, 24, 36, 48, 60

(iii) 30
उत्तर
30 का गुणज 30, 60, 90, 120, 150

(iv) 24
उत्तर
24 का गुणज 24, 48, 72, 96, 120

(v) 50
उत्तर
50 का गुणज 50, 100, 150, 200, 250…

Bihar Board Class 6 Math Book प्रश्न 7.
सबसे छोटी अभाज्य संख्या बताएँ।
उत्तर
सबसे छोटी अभाज्य संख्या-2

Bihar Text Book Class 6 Math Solution In Hindi प्रश्न 8.
सम अभाज्य संख्या बताएँ।
उत्तर
सम अभाज्य संख्या-2

Bihar Board 6th Class Math Solution प्रश्न 9.
तीन अभाज्य युग्म का उदाहरण दें।
उत्तर
तीन अभाज्य युग्म- (3, 5), (5, 7), (7, 9)

Bihar Board Math Solution Class 6 प्रश्न 10.
निम्न में कौन-सी अभाज्य-संख्या है।
(a) 23
(b) 28
(c) 42
(d) 9
(e) 31
उत्तर
अभाज्य संख्या
(a) 23
(e) 31

Bihar Board 6 Class Math प्रश्न 11.
सबसे छोटी भाज्य संख्या बताएँ।
उत्तर
सबसे छोटी भाज्य संख्या 4 है।

Bihar Board Class 6th Math Solution प्रश्न 12.
100 से कम 5 क्रमागत भाज्य संख्या लिखो जिनके बीच कोई अभाज्य संख्या नहीं है।
उत्तर
100 से कम 5 क्रमागत भाज्य संख्या-92, 93, 94, 95, 96

Class 6 Maths Bihar Board प्रश्न 13.
किसी संख्या के इकाई स्थान पर 5 है। यदि वह संख्या 150 और 200 के बीच को हो तो वह भाज्य होगी अथवा अभाज्य?
उत्तर
किसी संख्या के इकाई स्थान पर 5 है। यदि वह संख्या 150 और 200 के बीच की हो तो वह भाज्य होगी।

Bihar Board Class 6 Math Book Pdf प्रश्न 14.
10 से बड़ी किसी संख्या के अभाज्य होने के लिए इसके इकाई स्थान पर कौन-कौन से अंक हो सकते हैं।
उत्तर
10 से बड़ी किसी संख्या के अभाज्य होने के लिए इसके इकाई स्थान पर 1, 3, 7, 9 हो सकते हैं।

Class 6 Math Bihar Board प्रश्न 15.
क्या कोई ऐसी भी संख्या है, जिसका कोई गुणनखण्ड न हो।
उत्तर
नहीं, ऐसी कोई भी संख्या नहीं है, जिसका कोई गुणनखण्ड नहीं है।

Bihar Board Class 6 Maths Solutions प्रश्न 16.
1 और 100 के बीच सिर्फ दो सम्पूर्ण संख्याएँ है, वे कौन-कौन से हैं?
उत्तर
6 और 28

Class 6 Math Solution Bihar Board प्रश्न 17.
निम्न में प्रत्येक संख्या को दो विषय अभाज्य संख्या के योग के रूप में लिखें।
(i) 32
(ii) 40
(iii) 56
(iv) 80
(v) 100
उत्तर
(i) 32 = 29 + 3
(ii) 40 = 37 + 3
(iii) 56 = 53 + 3
(iv) 80 = 77 + 3
(v) 100 = 97 + 3

Bihar Board 6th Class Math प्रश्न 18.
16 से छोटी सभी अभाज्य और भाज्य संख्याएँ अलग-अलग लिखिए।
उत्तर
16 से छोटी सभी अभाज्य संख्याएँ- 2, 3, 5, 7, 11, 13
16 से छोटी सभी भाज्य संख्याएँ- 4, 6, 8, 10, 12, 14, 15

Class 6 Maths Book Bihar Board प्रश्न 19.
क्या 1729 अभाज्य संख्या है?
उत्तर
हाँ, 1729 अभाज्य संख्या है।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित में जो सत्य हो इसके आगे (✓) सत्य का चिह्न और जो गलत हो उसके आगे (✗) गलत का चिह्न लगावें।
(i) वह संख्या जिनके केवल एक अपवर्तक होते हैं, वह संख्या है। (✓)
(ii) सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है। (✓)
(iii) सबसे छोटी भाज्य संख्या 6 है। (✗)
(iv) दो अभाज्य विषम संख्या का योग सम होता है। (✓)
(v) 2 को छोड़कर किसी भी दो अभाज्य संख्या का योगफल सम संख्या होता है। (✓)
(vi) सभी सम संख्याएँ भाज्य संख्या है। (✗)
(vii) तीन विषम संख्याओं का योगफल विषम होता है। (✓)
(viii) दो सम संख्याओं का योगफल सदैवं सम संख्या होता है। (✓)

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.2

प्रश्न 1.
विभाज्यता की जाँच के नियमों का प्रयोग करते हुए पता कीजिए कि निम्नलिखित संख्याओं में से कौन-सी संख्याएँ 2 से, 3 से, 4 से 6 से 7 से 8 से, 9 से 10 से और 11 से विभाज्य है सिर्फ हाँ या नहीं में जवाब दें।
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.2 Q1
उत्तर
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.2 Q1.1

प्रश्न 2.
विभाज्यता की जाँच द्वारा ज्ञात करें कि निम्नलिखित संख्याओं में कौन-सी विभाग है 2 से 3 से, 5 से और 9 से
(i) 126
उत्तर
126 विभाज्य है- 2 से, 3 से, 9 से

(ii) 672
उत्तर
672 विभाज्य है- 2 से, 3 से

(iii) 990
उत्तर
990 विभाज्य है- 2 से, 3 से, 5 से तथा 9 से।

(iv) 2050
उत्तर
2050 विभाज्य है- 2 से, 5 से।

(v) 2856
उत्तर
2856 विभाज्य है- 2 से, 3 से।

(vi) 406839
उत्तर
406839 विभाज्य है- 3 से।

प्रश्न 3.
विभाज्य को विधि द्वारा बताएँ कौन-सी संख्याएँ 4 से, 8 से विभाज्य है।
(i) 512
उत्तर
विभाज्य है- 4 से तथा 8 से

(ii) 12159
उत्तर
विभाज्य नहीं है।

(iii) 4096
उत्तर
विभाज्य है- 4 से तथा 8 से

(iv) 14540
उत्तर
विभाज्य है- 4 से।

(v) 21084
उत्तर
विभाज्य है- 4 से।

(vi) 31795012
उत्तर
विभाज्य है- 4 से।

प्रश्न 4.
निम्न संख्याओं की 6 से विभाज्यता की जाँच करें।
(i) 12583
उत्तर
12583
2 से विभाज्य नहीं है तथा 3 से विभाज्य नहीं है। अत: 12583 6 से विभाज्य नहीं है।

(ii) 639210
उत्तर
392110
2 से विभाज्य है तथा इसे विभाज्य है। इस प्रकार 6392106 से विभाज्य है।

(iii) 546534
उत्तर
546534 2 से विभाज्य है तथा 3 से विभाज्य है। इस प्रकार, 546534 6 से विभाज्य है।

प्रश्न 5.
निम्न में कौन-सा कथन सत्य है-
(i) यदि कोई संख्या 3 से विभाज्य है तो वह 9 से भी विभाज्य होगी।
उत्तर
असत्य।

(ii) यदि कोई संख्या 9 से विभाज्य होती है वह 3 और 6 दोनों से विभाज्य होगी।
उत्तर
असत्य।

(iii) सभी संख्याएँ जो 18 से विभाज्य होती है वह 3 और 6 दोनों से विभाज्य होगी।
उत्तर
सत्य।

(iv) सभी संख्याएँ जो 8 से विभाज्य है 4 से भी विभाज्य होती है।
उत्तर
सत्य।

(v) जो संख्या 9 और 10 दोनों से विभाज्य है वह 90 से भी विभाज्य होती है।
उत्तर
सत्य।

(vi) यदि कोई संख्या दी हुई दो संख्याओं के योग को पूर्ण विभाजित करती है तो वह उन दोनों संख्याओं को अलग-अलग भी पूर्ण विभाजित करती है।
उत्तर
असत्य।

(vii) दो सह-अभाज्य में कम-से-कम एक अभाज्य संख्या होनी चाहिए।
उत्तर
सत्य।

(viii) दो क्रमागत विषम संख्याओं का योग सदैव 4 से विभाज्य होता है।
उत्तर
सत्य।

प्रश्न 6.
8, 24, 32 का गुणनखण्ड ज्ञात करें।
हल :
8 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 8…..
24 का गुणनखण्ड- 1, 2, 3, 4, 6, 8, 12, 24
32 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 8, 16, 32

प्रश्न 7.
निम्नलिखित का सार्वगुणनखंड बताएँ :
(a) 4, 32
हल :
4 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4
4 और 32 दोनों में मिलने वाले गुणनखण्ड = 1, 2, 4 है।
अत: 4 और 32 के सार्व गुणनखण्ड = 1, 2 और 4

(b) 8, 32, 42
हल :
8 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 8
32 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 8, 16, 32
32 का गुणनखण्ड- 1, 2, 3, 6, 7, 14, 21, 42
8, 32 और 42 तीनों में मिलने वाले गुणनखण्ड = 1, 2
अतः 8, 32 और 42 कं सार्व गुणनखण्ड = 1, 2

(c) 14, 56, 28
हल :
14 का गुणनखण्ड- 1, 2, 7, 14
56 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 7, 8, 14, 28, 56
28 का गुणनखण्ड- 1, 2, 4, 7, 14, 28
14, 56 और 28 तीनों में मिलने वाले गुणनखण्ड = 1, 2, 7, 14
अतः 14, 56 और 28 के सार्व गुणनखण्ड = 1, 2, 7, 14

प्रश्न 8.
निम्न का गुणज निकालें।
(a) 8, 10
हल :
8 का गुणज- 8, 16, 24, 32, 40, 48, 56, 64, 72, 80
10 का गुणज- 10, 20, 30, 40, 50, 60, 70, 80, 90, 1000

(b) 4, 12
हल :
4 का गुणज- 4, 8, 12, 16, 20, 24, 28, 32, 36, 40
12 का गुणज- 12, 24, 36, 48, 60, 72, 84, 96, 108, 120

(c) 3, 5, 8
हल :
3 का गुणज- 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30
5 का गुणज- 5, 10, 15, 20, 25, 30, 35, 40, 45, 50
18 का गुणज- 8, 16, 24, 32, 40, 48, 56, 64, 72, 80

प्रश्न 9.
निम्न का सार्व गुणज बताएँ।
(a) 4, 14
हल :
4 का गुणज- 4, 8, 12, 16, 20, 24, 28, 32, 36, 40…..
14 का गुणज- 14, 28, 42, 56, 70, 84…….
4 और 14 के वैसे गुणज जो दोनों में है- 28, 56……..
अत: 4 और 14 के सार्व गुणज = 28, 56, 84,…….

(b) 8, 24
हल :
8 का गुणज- 8, 16, 24, 32, 40, 48, 56, 64, 72, 80…..
24 का गुणज- 24, 48, 72, 96………
8 और 24 दोनों में मिलनेवाले गुणज है- 24, 48, 72, 96…….
अत: 8 और 24 के सार्व गुणज = 24, 48, 72, 96,……

(c) 6, 21 और 27
हल :
6 का गुणज- 6, 12, 18, 24, 30, 36, 42, 48, 54, 60…
21 का गुणज- 21, 42, 63, 84, 105, 126, 147, 168…
27 गुणज- 27, 54, 81, 108, 135, 162
6, 21 और 27 तीनों में मिलनेवाले गुणज है- 378…….
अत: 6, 21 और 27 के सार्व गुणज- 378

प्रश्न 10.
निम्नलिखित का अभाज्य गुणनखंडन ज्ञात करें।
(a) 540
(b) 450
(c) 420
हल :
(a) 540
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.2 Q10
540 का अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 3 × 3 × 3 × 5

(b) 450
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.2 Q10.1
450 का गुणनखण्ड = 2 × 3 × 3 × 5 × 5

(c) 420
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.2 Q10.2
420 का अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 3 × 7 × 5

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.3

प्रश्न 1.
निम्नलिखित संख्याओं के म० स० ज्ञात करें- (अभाज्य गुणनखण्ड द्वारा)
(a) 24, 36
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1
इस प्रकार 24 = 2 × 2 × 2 × 3
36 = 2 × 2 × 3 × 3
24 और 36 में सार्व अभाज्य गणनखण्ड = 2 × 2 × 3
महतम समापवर्तक = 2 × 2 × 3 = 12

(b) 40, 60
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.1
इस प्रकार 40 = 2 × 2 × 2 × 5
60 = 2 × 2 × 3 × 5
40 और 60 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 5
महत्तम समापवर्तक = 2 × 2 × 5 = 20

(c) 20, 50
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.2
इस प्रकार 20 = 2 × 2 × 5
50 = 2 × 5 × 5
20 और 50 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 5
महत्तम समापवर्तक = 2 × 5 = 10

(d) 4, 12
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.3
इस प्रकार 4 = 2 × 2
12 = 2 × 2 × 3
4 और 12 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2
महत्तम समापवर्तक = 2 × 2 = 4

(e) 12, 72, 84
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.4
इस प्रकार 12 = 2 × 2 × 3
72 = 2 × 2 × 2 × 3 × 3
84 = 2 × 2 × 3 × 7
12, 72 और 84 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 3
महत्तम समापवर्तक = 2 × 2 × 3 = 12

(f) 70, 105, 175
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.5
इस प्रकार 70 = 2 × 5 × 7
105 = 3 × 5 × 7
175 = 5 × 5 × 7
70, 105 और 175 में सार्व अभाज्य गणनाण्ड = 5 × 7
महत्तम समापवर्तक = 5 × 7 = 35

(g) 91, 112, 49
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q1.6
इस प्रकार 91 = 7 × 13
112 = 2 × 2 × 2 × 2 × 7
49 = 7 × 7
91, 112 और 49 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 7
महत्तम समापवर्तक = 7

प्रश्न 2.
निम्न का म० स० क्या है?
(a) दो क्रमागत संख्याएँ
हल :
दो क्रमागत संख्याएँ का म० स० होता है।

(b) दो क्रमागत सम संख्याएँ
हल :
दो क्रमागत सम संख्याओं का म० स० 2 होगा।

(c) दो क्रमागत विषम संख्याएँ
हल :
दो क्रमागत विषम संख्याओं का म० स० 1 होगा।

प्रश्न 3.
निम्न का म० स० ज्ञात करें। (अभाज्य गुणनखण्ड द्वारा)
(a) 4 और 15
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q3
इस प्रकार 4 = 2 × 2 × 1
15 = 3 × 5 × 1
4 और 15 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 1
महत्तम समापवर्तक = 1

(b) 8 और 9
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q3.1
इस प्रकार 8 = 2 × 2 × 2 × 1
9 = 3 × 3 × 1
8 और 9 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 1
महत्तम समापवर्तक = 1

(c) 4 और 13
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.3 Q3.2
इस प्रकार 4 = 2 × 2 × 1
13 = 13 × 1
4 और 13 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 1
महत्तम समापवर्तक = 1

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.4

प्रश्न 1.
निम्न का म० स० अभाज्य गुणनखण्ड विधि से ज्ञात करें।
(i) 81, 117
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1
इस प्रकार 81 = 3 × 3 × 3 × 3
117 = 3 × 3 × 13
81 और 117 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 3 × 3
महत्तम समापवर्तक = 3 × 3 = 9

(ii) 18, 48
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.1
इस प्रकार 18 = 2 × 3 × 3
48 = 2 × 2 × 2 × 2 × 3
18 और 48 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 3
महत्तम समापवर्तक = 2 × 3 = 6

(iii) 27, 63
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.2
इस प्रकार 27 = 3 × 3 × 3
63 = 3 × 3 × 7
27 और 63 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 3 × 3
महत्तम समापवर्तक = 3 × 3 = 9

(iv) 36, 84
हल:
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.3
इस प्रकार 36 = 2 × 2 × 3 × 3
84 = 2 × 2 × 3 × 7
36 और 84 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 3
महत्तम समापवर्तक = 2 × 2 × 3 = 12

(v) 70, 105, 175
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.4
इस प्रकार 70 = 2 × 5 × 7
105 = 3 × 5 × 7
175 = 5 × 5 × 7
70, 105 और 175 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 5 × 7
महत्तम समापवर्तक = 5 × 7 = 35

(vi) 12, 45, 75
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.5
इस प्रकार 12 = 2 × 2 × 3
45 = 3 × 3 × 5
75 = 3 × 5 × 5
12, 45 और 75 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 3
महत्तम समापवर्तक = 3

(vii) 120, 144, 204
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.6
इस प्रकार 120 = 2 × 2 × 2 × 3 × 5
144 = 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 3
204 = 2 × 2 × 3 × 17
120, 144 और 20 पत्तें सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 2 × 2 × 3
महत्तम समापवर्तक = 2 × 2 × 3 = 12

(viii) 106, 159, 265
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.7
इस प्रकार, 106 = 2 × 53
159 = 3 × 53
265 = 5 × 53
106, 159 और 265 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 53
महत्तम समापवर्तक = 53

(ix) 625, 3125, 15625
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q1.8
इस प्रकार, 625 = 5 × 5 × 5 × 5
3125 = 5 × 5 × 5 × 5 × 5
15625 = 5 × 5 × 5 × 5 × 5 × 5
625, 3125 और 15625 में सार्व अभाज्य गुणनखण्ड = 5 × 5 × 5 × 5
महत्तम समापवर्त्तक = 5 × 5 × 5 × 5 = 625

प्रश्न 2.
निम्न का म० स० भाग विधि से ज्ञात करें :
(i) 300, 450
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2
अत: अभीष्ट म० स० = 150

(ii) 442, 1261
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2.1
अतः अभीष्ट म० स० = 13

(iii) 252, 576
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2.2
अतः अभीष्ट म० स० = 36

(iv) 935, 1320
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2.3
अत: अभीष्ट म० स० = 55

(v) 1624, 522, 1276
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2.4
अत: अभीष्ट म० स० = 58

(vi) 2241, 8217, 747
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q2.5
अत: अभीष्ट म० स० = 11

प्रश्न 3.
65610 विभाज्य है 27 से 65610 की दो निकटतम संख्याएँ ज्ञात करें जो 27 से विभाज्य हों।
हल :
65610 की दा निकटतम संख्याएँ जो 27 से विभाज्य हैं-
65610 – 27 तथा 65637 + 27
65583 तथा 65637

प्रश्न 4.
किन्हीं दो क्रमागत संख्याओं का म० स० क्या होगा?
हल :
किन्हीं दो क्रमागत संख्याओं का म० स० 1 होगा।

प्रश्न 5.
दो छोटे टैंकरों में क्रमश: 85 और 68 लीटर पेट्रोल आता है उसे मापने वाने बर्तन की अधिकतम धारिता ज्ञात करें जिससे प्रत्येक टैंकर का पेट्रोल पूरा-पूरा मापा जा सके।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q5
85 और 68 लीटर पेट्रोल मापने वाले बर्तन की अधिकतम धारिता 17 लीटर है। इससे प्रत्येक टैंकर का पेट्रोल परा- पूरा मापा जा सकता है।

प्रश्न 6.
एक विद्यालय की कक्षा 6,7.8 क्रमश: 220, 116 और 132 छात्र है। इनके बराबर-बराबर बच्चे के समूह में अधिक से अधिक कितने छात्र होंगे।
हल :
इनक बराबर-बराबर बच्चे के समूह में अधिक से अधिक इतने ही छात्र होंगे जो 220, 116 और 132 की पूरी तरह से विभाजित कर देता है।
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q6
अत: अभीष्ट म० स० = 220
अतः कक्षा 6, 7, 8 में क्रमश: 220, 116 और 132 छात्र हैं इनके बराबर-बराबर बच्चे के समूह में अधिक-से-अधिक 4 छात्र होंगे।

प्रश्न 7.
एक आयताकार फर्श की ल० 20 मी० 16 सेमी और चौड़ाई 15 से० मी० है। इसको समान वर्गाकार टाइलें लगाकर पक्का करना है। ज्ञात करें कि इसके लिए कम-से-कम कितने टाइलें चाहिए।
हल :
एक आयताकार फर्श की लं० = 20 मी० 16 मी० = 2016 सेमी
आयताकार फर्श की चौ० = 15 मी० 60 से० मी० = 1560 सेमी
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.4 Q7
अत: म० स० = 24
आयताकार फर्श को पक्का करने के लिए कम-से-कम 24 टाइलें समान वर्गाकार का चाहिए।

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.5

प्रश्न 1.
निम्नलिखित का ल० स० अभाज्य गुणनखण्डन विधि से करें।
(a) 16, 36
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
16 = 2 × 2 × 2 × 2 → 2 चार बार
36 = 2 × 2 × 3 × 3 → 2 दो बार, 3 दो बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 3 = 144

(b) 14, 28
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखाटन करते हैं। जो इस प्रकार है-
14 = 2 × 7 → 2 एक बार, 7 एक बार
28 = 2 × 2 × 7 → 2 दो बार, 7 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 7 = 28

(c) 32, 36
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
32 = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 → 2 पाँच वार
36 = 2 × 2 × 3 × 3 → 2 दो बार, 3 दो बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 3 = 288

(d) 50, 60
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
50 = 2 × 5 × 5 → 2 एक बार, 5 दो बार
60 = 2 × 2 × 3 × 5 → 2 दो बार, 3 एक बार, 5 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 5 × 5 = 300

(e) 160, 120
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
160 = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 × 5 → 2 पाँच बार, 5 एक बार
120 = 2 × 2 × 2 × 3 × 5 → 2 तीन बार, 3 एक बार, 5 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 5 = 480

(f) 32, 42
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
32 = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 → 2 पाँच बार
42 = 2 × 3 × 7 → 2 तीन बार, 3 एक बार, 7 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 7 = 672

(g) 15, 18, 21
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
15 = 3 × 5 → 3 एक बार, 5 एक बार
18 = 2 × 3 × 3 → 2 एक बार, 3 दो बार
21 = 3 × 7 → 3 एक बार, 7 दो बार
ल० स० = 2 × 3 × 3 × 5 × 7 = 630

(h) 24, 32, 36
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
24 = 2 × 2 × 2 × 3 → 2 तीन बार, 3 एक बार
32 = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 → 2 पाँच बार
36 = 2 × 2 × 3 × 3 → 2 दो वार, 3 दो बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 3 = 288

(i) 9, 12, 18
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
9 = 3 × 3 → 3 दो बार
12 = 2 × 2 × 3 → 2 दो बार, 3 एक बार
18 = 2 × 3 × 3 → 2 एक बार, 3 दो बार
ला स० = 2 × 2 × 3 × 3 = 36

(j) 9, 12, 18, 21
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
9 = 3 × 3 → 3 दो बार
12 = 2 × 2 × 3 → 2 दो बार, 3 एक बार
18 = 2 × 3 × 3 → 2 एक बार, 3 दो बार
21 = 3 × 7 → 3 एक बार, 7 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 3 × 7 = 252

(k) 12, 16, 24, 30
हल :
सर्वप्रथम हम प्रत्येक संख्या का अभाज्य गुणनखण्डन करते हैं। जो इस प्रकार है-
12 = 2 × 2 × 3 → 2 दो बार, 3 एक बार
16 = 2 × 2 × 2 × 2 → 2 चार बार
24 = 2 × 2 × 2 × 30 → 2 तीन बार, 3 एक बार
36 = 2 × 3 × 5 → 2 एक बार, 3 एक बार, 5 एक बार
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 5 = 240

Bihar Board Class 6 Maths संख्याओं का खेल Ex 3.6

प्रश्न 1.
निम्न संख्याओं का ल० (भाग विधि से) ज्ञात करें-
(i) 18, 28
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1
ल० स० = 2 × 9 × 14 = 252

(ii) 32, 36
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.1
ल० स० = 2 × 2 × 8 × 9 = 288

(iii) 24, 36
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.2
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 2 × 3 = 72

(iv) 12, 36, 48
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.3
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 3 × 4 = 144

(v) 25, 10, 15, 45
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.4
ल० स० = 3 × 5 × 5 × 2 × 3 = 450

(vi) 8, 5
हल :
ल० स० = 8 × 5 = 40

(vii) 6, 15, 18, 30, 36
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.5
ल० स० = 2 × 3 × 3 × 5 × 2 = 180

(viii) 180, 384, 144
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.6
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 15 × 32 × 61 = 351360

(ix) 112, 168, 266
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.7
ल० स० = 2 × 2 × 2 × 7 × 2 × 3 × 19 = 6384

(x) 240, 420, 660
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q1.8
ल० स० = 2 × 2 × 3 × 5 × 4 × 7 × 11 = 18480

प्रश्न 2.
नीचे दिये गये प्रत्येक संख्या युग्म के लिए सिद्ध करें कि उनका गुणनफल उनके म० स० व ल० स० के गुणनफल के बराबर है-
(i) 24, 34
हल :
24 और 34 का म० स० = 2
24 और 34 का ल० स० गुणनफल = 2 × 408 = 816
म० स० और ल० स० गुणफल = 2 × 408 = 816
दी हुई संख्याओं 24 और 34 का गुणनफल = 24 × 34 = 816
अत: प्रत्येक दशा में हम देखते हैं कि म० स० और ल० स० का गुणनफल दोनों संखाओं के गुणनफल के बराबर है अर्थात्
म० स० × ल० स० = एक संख्या × दूसरी संख्या
सिद्ध हो गया।

(ii) 36, 42
हल :
36 और 42 का म० स० = 6
36 और 42 का ल० स० = 252
ल० स० और म० स० गुणफल = 252 × 6 = 1512
36 और 42 का गुणनफल = 36 × 42 = 1512
अतः प्रत्येक दशा में हम देखते हैं कि
म० स० × ल० स० = एक संख्या × दूसरी संख्या सिद्ध हो गया।

(iii) 25, 40
हल :
25 और 40 का म० स० = 5
25 और 40 का ल० स० = 200
म० स० और ल० स० गुणफल = 200 × 5 = 1000
25 और 40 का गुणनफल = 25 × 40 = 1000
अतः प्रत्येक दशा में हम देखते हैं कि
म० स० × ल० स० = एक संख्या × दूसरी संख्या सिद्ध हो गया

(iv) 15, 45
हल :
15 और 45 का म० स० = 15
15 और 45 का ल० स० = 15 × 45 = 675
म० स० और ल० स० गुणफल = 252 × 6 = 1512
15 और 45 का गुणनफल = 15 × 45 = 675
अतः प्रत्येक दशा में हम देखते हैं कि
म० स० × ल० स० = एक संख्या × दूसरी संख्या सिद्ध हो गया

प्रश्न 3.
दो संख्याओं का म० स० 6 और ल० स० 36 तथा एक संख्या 18 तो दूसरी संख्या ज्ञात करें।
हल :
हम जानते हैं कि एक संख्या × दूसरी संख्या = ल० स० × म० स०
6 × 36 = 18 × दूसरी संख्या
दूसरी संख्या = \(\frac{6 \times 36}{18}\) = 12

प्रश्न 4.
दो संख्याओं का म० स० 16 और गुणनफल 6400 है। उसका ल० स० ज्ञात करें।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q4
= \(\frac{6400}{16}\)
ल० स० = 400

प्रश्न 5.
दो संख्याओं का म० स० व ल० स० क्रमशः 13 और 1989 है। यदि उनमें से एक संख्या 117 है तो दूसरी संख्या ज्ञात करें।
हल :
हम जानते हैं कि एक संख्या × दूसरी संख्या = म० स० × ल० स०
117 × दूसरी संख्या = 13 × 1989
दूसरी संख्या = \(\frac{13 \times 1989}{117}\) = 221
अतः दूसरी संख्या = 221

प्रश्न 6.
वह छोटी-से-छोटी संख्या ज्ञात करें जिसको 25, 40 और 60 से भाग करने पर 7 शेष बचे।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q6
ल० स० = 2 × 2 × 5 × 5 × 5 × 2 × 3 = 600
अतः अभीष्ट संख्या = 600 + 7 = 607

प्रश्न 7.
तीन व्यक्ति एक सुबह सैर को निकले। उनकी पग दूरी क्रमशः 80 सेमी० 85 सेमी० तथा 90 सेमी. है। ज्ञातकरें कि चलने के स्थान से कितने दूरी परउनके पग फिर एक साथ पड़ेंगे।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q7
ल० स० = 2 × 5 × 8 × 17 × 9 = 12240
अभिष्ट दूरी = 12240 ÷ 100 = 122.4 मी० अर्थात् 122 मीटर 40 सेमी।

प्रश्न 8.
1000 के निकटतम वह संख्या ज्ञात करें जो 2, 3, 4, 5, 6 और 7 से से पूरी-पूरी विभाजित हो सके।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q8
अतः अभीष्ट निकटतम संख्या = 10000 – 340 = 9660
या 10000 + 340 = 10340

प्रश्न 9.
1000 के निकटतम उससे बड़ी संख्या ज्ञात करें जो 8, 15 और 21 से से पूरी-पूरी विभाजित हो सके।
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q9
अतः अभीष्ट निकटतम संख्या = 10000 + (1680 – 1600) = 1000 + 80 = 10080

प्रश्न 10.
एक सड़क के साथ-साथ तार के खम्भे 220 मीटर की दूरी पर लगे हैं और उसी सड़क के साथ-साथ पत्थर के ढेर 300 मीटर की समान दूरी पर लगे हैं यदि पहले ढेरी पहले खम्भे के निम्न भाग के साथ लगी हुई है तो उससे कितनी दूरी पर दूसरी ढेरी फिट खम्भे के निम्न भाग के साथ लगी होगी?
हल :
Bihar Board Class 6 Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं का खेल Ex 3.6 Q10
ल० स० = 2 × 2 × 5 × 5 × 11 × 3 = 3300
3300 मीटर बाद दूसरी ढेरी फिट खम्भे के निम्न भाग के साथ लगी होगी।

Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 19 बसंती हवा

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 19 बसंती हवा Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 19 बसंती हवा

Bihar Board Class 6 Hindi बसंती हवा Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

बसंती हवा कविता का सारांश Bihar Board प्रश्न 1.
बसंती हवा ने अपने आपको दूसरे मुसाफिरों से अलग क्यों बताया ?
उत्तर:
एक मुसाफिर जिसकी कोई मंजिल नहीं, कोई रास्ता नहीं बर्मनी हवा कहती है- ” जिधर चाहती हूँ, उधर घूमती हूँ”

आम तौर पर एक मुसाफिर का अपना एक गंतव्य स्थान हाताह जहाँ उसे पहुँचना होता है। फिर अपने स्थान तक पहुँचने का उसका एक निर्धारित मार्ग होता है पर बसंती हवा के सफर का कोई मार्ग नहीं, कोई अन्तिम पड़ाव नहीं। इसीलिये बसंती हवा ने अपने को अन्य मुसाफिरों से अलग माना है।

बसंती हवा कविता का प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 2.
इस पाठ में कवि ने खेत-खलिहानों के हँसने की बात कही है। ऐसा उन्होंने क्यों कहा?
उत्तर:
बसन्त ऋतु में खेतो में पौधे लहलहाने लगते हैं। सरसों में पीले-पीले फूल निकल आते हैं, अलसी के नीलं फूलों की छटा ही न्यारी होती है-खेतों की हरियाली मन को मोहती है और बसन्ती हवा के झोकों से हरे, पीले, नीले रंग लहराते हैं तो अद्भुत छटा से दिशायें हँस उठती हैं। यही है खेत-खलिहानों का हँसना।

Basanti Hawa Poem Summary In Hindi Bihar Board प्रश्न 3.
बसंती हवा का कौन-सा अंश आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करता है?
उत्तर:
छात्र उत्तर हेतु भावार्थ का अन्तिम अंश (पाराग्राफ) देखें।

पाठ से आगे –

बसंती हवा के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 1.
बसंत का आगमन कब होता है? इस ऋतु में आप कैसा अनुभव करते हैं?
उत्तर:
बसन्त का आगमन शरद ऋतु के अवसान यानी समाप्ति पर जनवरी माह के मध्य भाग से लगभग होता है जो मार्च तक रहता है। हिन्दी महीने की गणना के अनुसार इस ऋतु का आगमन -काल माघ माह के शुक्ल पक्ष से माना जाता है। इसी माह में बसन्तोत्सव के रूप में बसन्तपंचमी को सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है। होलिका दहन और होली के रंगोत्सव के साथ इसकी समाप्ति मानी जाती है।

इसे ऋतुओं का राजा माना जाता है क्योंकि इस ऋतु के आते ही कंपकपाने वाली सर्दी खत्म हो जाती है और पसीने तथा लू वाली गर्मी का आगमन नहीं हुआ रहता है। अतः मौसम का कष्ट नहीं झेलना पड़ता है।

प्रकृति दुल्हन की तरह सज-सँवरकर लोगों का स्वागत करती है। इसी समय विद्यार्थियों के लिये परीक्षा का समय आ जाता है, जिसके कारण हम विद्यार्थियों की बेचैनी भी बढ़ जाती है। फिर भी यह मौसम मन को सुकून देता है।

बसंती हवा की विशेषताएं Bihar Board प्रश्न 2.
इस पाठ को पढ़ने के बाद हवा के प्रति आप के मन में किस प्रकार के भाव उठते हैं?
उत्तर:
इस पाठ में हवा का मानवीकरण किया गया है। यूँ तो हवा जीवन के लिये जान है। बिना हवा के पृथ्वी पर जीवन असम्भव है। इस कविता को पढ़कर हवा के प्रति एक आत्मीय भाव मन में उपजता है। हवा की यह उक्ति अत्यन्त प्यारी लगती है –

अनोखी हवा हूँ, बड़ी बावली हूँ। बड़ी मस्तमौला, बड़ी ही निडर हूँ जिधर चाहती हूँ, उधर घूमती हूँ।

हवा की सर्वव्यापकता ही मनुष्य जीवन का आधार है। हमारे अन्दर का प्राणवायु ही हमें जीवन देता है।

Basanti Hawa Question Answer Bihar Board प्रश्न 3.
सरस्वती पूजा को वसंत पंचमी के नाम से भी जानते हैं। सरस्वती पूजा पर एक निबंध लिखिए।
उत्तर:
वसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा भारत त्योहारों का देश है। त्योहार हमारे जीवन में आशा का संचार करते हैं। माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि, वसंत-पंचमी के नाम से जानी … जाती है। प्रत्येक वर्ष रोमन कैलेंडर के अनुसार माघ माह का आगमन वर्ष के प्रथम माह यानी जनवरी में हो जाता है। बसंत ऋतु का प्रवेश भी इसी माह में होता है । वसंत पंचमी के दिन देश के एक बड़े भू-भाग में वसतंत-पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की आराधना की जाती है—विद्यालय, महाविद्यालय एवं शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों द्वारा इस दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

इस दिन पूजा स्थलों पर सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना की जाती है और अत्यन्त श्रद्धा और भक्ति से विद्यार्थी इनकी पूजा करते हैं। इस दिन सर्वत्र . एक विशेष उत्सव के साथ वसंत पंचमी पूजा का आयोजन किया जाता है। विद्यार्थी इस दिन से होली पर्व’का भी आगाह करते हैं और एक-दूसरे के माथे पर रंग-अबीर लगाते हैं। शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विद्यार्थी मिलजुलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं और संगीत, नृत्य और वाद्य का एक मनोहारी प्रदर्शन पूजा स्थलों पर आयोजित होता है।

व्याकरण

बसंती हवा के प्रश्न उत्तर दिखाओ Bihar Board प्रश्न 1.
नीचे दिये गये पद्यांश में विशेषण शब्दों को रेखांकित कीजिये –
अनोखी हवा हूँ। बड़ी बावली हूँ। बड़ी मस्तमौला। नहीं कुछ फिकर है बड़ी ही निडर हूँ।
पद्यांश में आये शब्द अनोखी, बावली, मस्तमौला, निडर वसंती हवा की विशेषता बताते हैं।

बसंती हवा कक्षा 6 Bihar Board प्रश्न 2.
योजक चिह्न ( – ) इस बात को दर्शाता है कि इसके दोनों ओर के शब्द परस्पर मिले हुये हैं। जैसे दिन-रात। इस प्रकार के और शब्द लिखिये।
उत्तर:
दिन-रात, सुबह-शाम, दाल-भात, मौज-मस्ती, घर-द्वार, उल्टा-पुल्टा, सोच-समझ, घर-बार, खिलाया-पिलाया, बनाया-मनाया, आकाश-पाताल, राई-पर्वत, भोजन-पानी, दिया-बत्ती, माता-पिता, सुख-दुःख आदि।

कुछ करने को –

बसंती हवा कविता का व्याख्या Bihar Board प्रश्न 1.
ऋतु से संबंधित किसी कविता का संकलन कर अपनी कक्षा में सुनाइए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

बसंती हवा प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 2.
आप किन-किन चिड़ियों को आवाज से पहचान सकते हैं ? उनकी बोली के साथ सूची बनाइए। .
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

बसंती हवा का भावार्थ Bihar Board प्रश्न 3.
वायु को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कौन-कौन से कदम उठाये जाने चाहिए ? कक्षा में अपने साथियों से चर्चा कीजिए।
उत्तर:
वायु को प्रदूषण मुक्त करने के लिये वातावरण में कार्बन-डाइआक्साइड गैस का उत्सर्जन कम किया जाना चाहिये। इस जहरीले गैस के कारण हवा प्रदूषित होती है जो पृथ्वी पर वास करने वाले जीव-जन्तुओं के लिये खतरनाक होता है। कार्बन डाइआक्साइड गैस की वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है-पृथ्वी पर से वृक्षों का काटा जाना और सड़कों पर चलने वाले लाखों-लाख वाहनों द्वारा कार्बन डाइआक्साइड मिश्रित धुयें का छोड़ा जाना है। इनके अतिरिक्त उपभोक्तावादी संस्कृति के कारण देश में उद्योगों का तेजी से विकास हो रहा है। इन उद्योगों ने असंख्य कल-कारखानों को जन्म दिया है जो तरह-तरह के गैस का सृजन करते हैं जिसे हवा में छोड़ दिया जाता है। ये हवा को जहरीली बनाते हैं।

अतः वायु को प्रदूषण मुक्त करने के लिये वृक्षों का विनाश बन्द किया जाना चाहिये। साथ ही अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाये जाने चाहिये ताकि ऑक्सीजन की मात्रा वायु में ज्यादा से ज्यादा हो तथा वाहनों के परिचालन हेतु ऐसे ईंधन का उपयोग किया जाय जिससे कार्बन की मात्रा पर नियंत्रण हो। कल-कारखानों में भी धुयें का उत्सर्जन कम किया जाना चाहिये और उसे वातावरण में मिश्रित होने के पूर्व ही नियन्त्रित कर लिया जाना चाहिये।

बसंती हवा Summary in Hindi

कविता का सार-संक्षेप

कवि केदारनाथ अग्रवाल लिखी इस कविता में कुल छ: छंद हैं। इस कविता के माध्यम से कवि बसंत ऋतु के आगमन का सजीव चित्र खींचता है। इस कविता में कवि ने बसंती हवा को सन्देशवाहक बनाया है। बसंती हवा मतवाली बनी बहती है और प्रकृति के अंग-अंग को सहलाती चलती है। बसंती हवा अपनी कथा स्वयं कहती है –

1. बसंती हवा कहती है – मैं बसंती हवा हूँ, जिधर चाहती हूँ उधर बह निकलती हूँ। बड़ी मस्तमौला मन है मेरा। मैं निडर भी हैं और बेफिक्री में जीती हूँ। मेरा यह चरित्र अपना है पर सबको यह चरित्र मेरा भाता
2. मेरे मन में किसी प्रकार की आशा-अभिलाषा नहीं है। मेरा न कोई दोस्त है और न दुश्मन और मुझे जीवन में कोई चाह नहीं। न मेरा कोई घर, बसेरा है और न कोई इच्छा। मैं प्राण खोलकर जीवन जीती हूँ और मलमस्त हुयी विचरती हूँ।

3. शहर, गाँव, बस्ती, नदी, रेत (बालू) हरे-भरे खेत, पोखर-तालाब और वे सभी स्थल जहाँ मनुष्य नहीं रहता यानी निर्जन भूमि- सब जगह मैं झूमती, गाती विचरण करती हूँ। एक दिशा से निकलकर दूसरी दिशा तक बहना मेरी प्रकृति है।

4. महुआ के पेड़ों पर जब मैं चढ़ी तो महुआ के फल टपटप चूने लगे। आम के पड़ों को भी झकझोरा जहाँ कोयल बैठी मीठे स्वर में कू-कू कर गाती है। उसका मधुर स्वर सुनकर मैं गेहूँ के लहलहाते खोतों को झूमने को मजबूर करती हुयी बहती हूँ। उन खेतों में में सुबह से शाम तक (पहर, दोपहर, अनेक पहर) अठखेलियाँ करती हुयी बहती सहलाती चलती हूँ।

5. खेतों में खड़ी अलसी (तीसी) के पौधों को मैंने खूब झकझोरा पर उनके माथ पर रखी अलसी के दानों की कलसी (घड़ा) गिरी नहीं। वे तो जस-के तस माथे पर चढ़े रहे। यह एक प्रकार से मेरी हार थी- इस हार से सबक लेकर मैंने सरसों के फूलों को नहीं छुआ। उन्हें मैंने नहीं झकझोरा, नहीं हिलाया।

6. मुझ आता देख अड़हरी(अड़हर के पौधे) लजा गयी। पर मैंने उसे भी नहीं छोड़ा। उसे मनाया, प्यार से थपथपाया पर वह नहीं मानी। एक पथिक उस खेत से आता हुआ दिखा। उसे देखकर मैं खिलखिला कर हँस पड़ी। मुझे हँसता देख सभी दिशायें हँस पड़ीं। लहलहाते खेत हँसने लगे – चमचमाती धूप भी प्रकृति का साथ देती हँसकर सबका स्वागत करने लगी। सारी सृष्टि में ही मुस्कान दौड़ गयी। दिशायें प्रसन्न हो गयीं। प्रकृति न्यारी लगने लगी, सृष्टि में जीवन का नया संचार होने लगा। मैं हवा हूँ, बसंती हवा हूँ। कवि ने बासंती हवा का मानवीकरण किया है यानी इसे एक मानव के रूप में चित्रित किया है। बसंती हवा की संवेदनायें उसक क्रिया-कलाप, उसका इठलाना, झूम-झूम कर चलना सब मानव जीवन के रंगों को ही रूप देते हैं। बसंती हवा का घुमन्तु मन कहता है –

न घर-बार मरा, न उद्देश्य मेरा
न इच्छा किसी की, न आशा किसी की,
न प्रेमी, न दुश्मन,
जिधर चाहती हूँ उधर घूमती हूँ।

ये पंक्तियाँ इस कविता की सर्वश्रेष्ठ पंक्तियाँ हैं, जो एक पाठक के हृदय को छूती हैं और प्रभावित करती हैं।

शब्दार्थ – बावली = पगली । मुसाफिर = यात्री। सृष्टि = संसार । कलसी = घड़ा, गगरी । अलसी = तीसी, एक प्रकार का छोटा पौधा जिसके बीज से तेल निकलता है। मस्तमौला = आजादी पसन्द करने वाला । निर्जन = सुनसान । शीश = माथा, सिर । पथिक = यात्री, राही।

Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 2 असली चित्र

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 2 असली चित्र Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 2 असली चित्र

Bihar Board Class 6 Hindi असली चित्र Text Book Questions and Answers

प्रश्न अभ्यास

पाठ से –

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solution प्रश्न 1.
यह कहानी आपको कैसी लगी? इस संबंध में आप अपने तर्क (विचार) दें।
उत्तर:
यह कहानी रोचक तथा मनोरंजक है। इस कहानी की सबसे बडी विशेषता यह है कि पाठक की रुचि कहानी पढ़ने में आदि से अन्त तक बनी रहती है। तेनालीराम की बुद्धि के आगे सेठजी की चालाकी नहीं चली और उन्हें अन्त में अपनी हार माननी ही पड़ी।

असली चित्र का क्वेश्चन आंसर Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 2.
इसका कौन-सा पात्र अच्छा लगा और क्यों ?
उत्तर:
वैस तो इस कहानी में कुल चार ही पात्र हैं पर तेनालीराम की भूमिका सर्वोपरि है। तेनालीराम के कारण ही कहानी आगे बढ़ती है और उसका सुखदायी अन्त होता है अन्यथा कहानी का बीच में ही अन्त हो जाता और अन्त दुखदायी होता क्योंकि चित्रकार को अपने परिश्रम का फल नहीं मिलता।

असली चित्र Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 3.
तेनालीराम ने इस घटना की खबर राजा को दी तो क्या हुआ?
उत्तर:
इस घटना की खबर तेनालीराम ने राजा कृष्णदेव राय को दी। राजा इसे सुनकर लोट-पोट हो गये। वे अपनी हँसी रोक नहीं पाये।

Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 4.
“एक कौड़ी-खर्च करने में उसकी जान निकलती थी।” इस वाक्य का आशय स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
कंजूसों के लिये पैसा सब कुछ होता है। इस संबंध में एक कहावत है कि “चमड़ी जाय तो जाय पर दमडी बची रहे।” एक कौडी खर्च करने में उनकी जान निकल जाने की नौबत आ जाती है। राजा कृष्णदेव राय के राज्य में भी एक ऐसा ही धनी सेढ़ था जो पैसे को हाथ से निकलना सहन नहीं कर सकता था।

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों को भरिए।
(क) कंजूस सेठ ने चित्रकार से ……………. देने का वादा किया।
(ख) यह कहानी राजा ……………. के राज्य की है।
(ग) चित्रकार ने …………. से सलाह ली।
(घ) एक दिन चित्रकार ……………. लेकर सेठ के पास पहुंचा।
(ङ) तेनालीराम राजा कृष्णदेव राय के दरबार में ………….. थे।
उत्तर:
(क) उसके चित्र के लिये सौ स्वर्ण मुद्राएँ
(ख) कृष्णदेव राय
(ग) तेनालीराम
(घ) तेनालीराम के कहे अनुसार आईना
(ङ) विदूषक ।

पाठ से आगे –

Bihar Board Class 6 Hindi Solution प्रश्न, 1.
चित्रकार की जगह आप होते तो क्या करते?
उत्तर:
चित्रकार की जगह कोई भी दूसरा व्यक्ति होता तो निराश होकर बैठ जाता और दो-तीन प्रयास के बाद बनाये चित्र को कंजूस सेठ के घर छोड़कर आ जाता।

Asali Chitra Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 2.
गप्प लगाने से नुकसान ज्यादा होता है या फायदा? पाँच वाक्यों में लिखिए।
उत्तर:
गप्प लगाने का आधार ज्यादातर झूठ होता है। झूठ के पाँव नहीं होते। झूठ अपने बल पर बहुत देर तक टिक नहीं पाता। अत: बराबर गप्प लगाने वाला व्यक्ति अपने मित्रों के सामने बहुत प्रभाव डालने में विफल हो जाता है क्योंकि सच्चाई प्रकट हो जाती है। गप्प लगाने से नुकसान ज्यादा होता है फायदा बिलकुल नहीं।

किसलय हिंदी बुक बिहार क्लास 6 Bihar Board प्रश्न 3.
बार-बार कंजूस सेठ द्वारा अपना चेहरा बदल लेने के बाद चित्रकार को सलाह किसने दी? दी गई सलाह का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर:
चित्रकार कंजूस सेठ की चालाकी से हतप्रभ हो गया था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। फिर वह तेनालीराम के पास गमा और अपनी समस्या बतायी। तेनालीराम ने ही चित्रकार को आईना लेकर जाने के लिये कहा जिसमें कंजूस सेठ को अपना सही चेहरा दिखाई दे । कंजूस सेठ का असली चेहरा स्वयं प्रकट हो गया और उसे अपनी हार मानने को मजबूर होना पड़ा । यह सलाह उस स्थिति में सबसे अच्छी थी और उसका सही प्रभाव पड़ा।

व्याकरण –

किसलय हिंदी बुक बिहार क्लास 6 Solution Bihar Board प्रश्न 1.
बॉक्स में दिए गए शब्दों को संज्ञा के विभिन्न भेदों में छाँटकर लिखिए।
कृष्णदेव राय, चित्रकार, तेनालीराम, पानी, आईना, लोग, कंजूसी, दूध, ईमानदारी, गाय, पढ़ना, वर्ग, चीनी, गाय, हिमालय, मेला।
उत्तर:

(क) जातिवाचक संज्ञा : चित्रकार, गाय, आईना
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा : कृष्णदेव राय, तेनालीराम, हिमालय।
(ग) भाववाचक संज्ञा : कंजूसी, ईमानदारी
(घ) द्रव्यवाचक संज्ञा : पानी, दूध, चीनी।
(ङ) समूहवाचक संज्ञा : लोग, वर्ग, मेला पढ़ना क्रिया है, संज्ञा नहीं।

Bihar Board Class 6 Hindi Book प्रश्न 2.
इन मुहावरों का वाक्य में प्रयोग करें
पानी-पानी होना, काम चाँदी होना, हँसते-हँसते लोट पोट होना, हिम्मत करना, भौंचक रह जाना ।
उत्तर:

  1. पानी-पानी होना : सच्चाई प्रकट होने पर रणधीर पानी-पानी हो गया।
  2. काम चाँदी होना : पैसा मिलते ही उसका काम चाँदी हो गया।
  3. हँसते-हँसते लोट-पोट होना : बच्चे की बात सुनते ही घर के सभी लोग हँसते-हँसते लोट-पोट हो गये।
  4. हिम्मत हारना ; बाधा आने पर भी मनुष्य को हिम्मत नहीं हारना चाहिये।
  5. भौचक रह जाना : परीक्षा में असफल हो जाने की सूचना पाकर वह भौंचक रह गया।

Bihar Board Class 6 Hindi Solution In Hindi प्रश्न 3.
इनके विपरीतार्थक शब्द लिखिएअपार, नया, निराशा, समझ, देर, सही।
उत्तर:
अपार – सीमित
निराशा – आशा
देर – शीघ्र
नया – पुराना
समझ – नासमझ
सही – गलत

Bihar Board Class Six Hindi प्रश्न 4.
निम्न शब्दों से वाक्य बनाइएचित्रकार, पत्रकार, कलाकार, सलाहकार, नाटककार ।
उत्तर:

  1. चित्रकार : भारत में अनेक अच्छे चित्रकार हैं।
  2. पत्रकार : पत्रकार बनकर आप यश कमा सकते हैं।
  3. कलाकार : अच्छे कलाकार का सभी सम्मान करते हैं।
  4. सलाहकार : सलाहकार बनना गौरव की बात है।
  5. सरकार सरकार का गठन शासन चलाने के लिये होता है।

कुछ करने को –

Class 6 Hindi Bihar Board प्रश्न 1.
तेनालीराम की ही तरह बीरबल और गोनू झा के किस्से भी प्रचलित हैं। अपनी कक्षा में वैसे किस्से सुनाइए।
उत्तर:
उत्तर – [इनके प्रचलित किस्से, छात्र एकत्रित करें और अपने साथियों को कक्षा में सुनायें।]

बीरबल, अकबर के दरबार के नवरत्नों में एक थे। बीरबल की बद्धिमानी के किस्से उसके राज्य में अत्यन्त प्रचलित थे। अकबर और बीरबल के बीच होने वाले नोंक-झोंक की कहानियाँ भी लोगों के बीच कहे और सुने जाते थे। एक दिन अकबर ने बीरबल को हराने की सोची जब दरबार लगा था, महाराज ‘अकबर ने एक श्याम-पट (ब्लैकबोर्ड) पर खली से एक रेखा खींच दी और बीरबल को आदेश दिया कि इस रेखा को बिना काटे या छाँटे छोटी कर दो। पर यह कैसे सम्भव था? सब लोक चकित थे। आज तो बीरबल की खैरियत नहीं थी। इस बीच बीरबल उठे और अकबर द्वारा खींची रेखा के नीचे एक बड़ी रेखा खींच दी। अकबर द्वारा खींची रेखा छोटी हो गयी। दरबारी, बीरबल की बुद्धि की प्रशंसा करने लगे। अकबर अपने सिंहासन से उतरे और बीरबल को गले लगा लिया। इस किस्से से एक शिक्षा मिलती है। बिना मारे-काटे अपने दुश्मन को छोटा कर दो – उसे परास्त कर दो। अपने को उतना ताकतवर बना लो कि तुम्हारा दुश्मन तुम्हारे आगे नतमस्तक हो जाय।

है न, यह किस्सा मनोरंजक और शिक्षाप्रद भी। इस प्रकार के किस्से आप इकत्रित कर सकते हैं।

Bihar Board 6th Class Hindi प्रश्न 2.
अपने मित्रों के बीच इसी तरह की कोई रोचक कहानी सुनाइए और सुनिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

Class 6 Chapter 2 Hindi Bihar Board प्रश्न 3.
इस कहानी को एकांकी के रूप में कक्षा में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

असली चित्र Summary in Hindi

पाठ का सार-संक्षेप

दक्षिण भारत में एक प्रसिद्ध राजा हो गये थे जिनका नाम कृष्णदेव राय था। उनके राज्य में एक सेठ रहता था जो कंजूस ही नहीं महाकंजूस था। वह अपार धन-दौलत का मालिक था पर खर्च करने के नाम पर उसकी जान निकल जाती थी।

एक बार सेठ के मित्रों ने सेठ से उसका चित्र बनवाने के राजी कर लिया। चित्रकार ने बड़े मनोयोग से सेठ जी का चित्र बनाया और उनके सामने उपस्थित किया। चित्रकार ने पारिश्रमिक के रूप में सेठ से सौ स्वर्ण मुद्राओं की मांग की । सेठ का कलेजा, स्वर्ण मुद्राओं की बात सुनकर बैठ गया। पैसे नहीं देने पड़े, इस बात के लिये सेठ ने एक तरकीब सोची। सेठ स्वयं चेहरा बदलने में माहिर था- वह घर के अन्दर गया और अपना चेहरा बदल कर चित्रकार के सामने उपस्थित हुआ। उसने चित्रकार से कहा – तुम्हारे द्वास बनाया चित्र तो मेरे चेहरे से मेल ही नहीं खाता, फिर यह मेरे किस काम की? तुम स्वयं ही मिलाकर देख लो। चित्रकार सेठ का बदला हुआ चेहरा देखकर निराश हो गया और बनाये हुये चित्र को लेकर वापस चला गया।

दूसरे दिन चित्रकार पुन: एक नया चित्र बनाकर लाया जो पिछले दिन के चेहरे से एकदम मिलता था। लेकिन कमाल हो गया जब सेठ ने चित्रकार को आया देखकर पुनः अपना चेहरा बदल कर उपस्थित हुआ । चित्रकार सेठ का बदला हुआ चेहरा देखकर हतप्रभ हो गया। चित्रकार मारे शर्म के · पानी-पानी हो गया। उसकी समझ में ही नहीं आ रहा था कि आखिर उससे भूल कहाँ हो जाती है। उसने फिर से चित्र बनाने का फैसला किया।

अगले चित्र के साथ भी वही हश्र हुआ जो पहले दो चित्रों के साथ हुआ था। इसके बाद कई दिनों तक वह नया-नया चित्र बनाता रहा और बार-बार उसे सेठ के सामने लज्जित होने की नौबत आती रही।

चित्रकार अबतक सेठ की चाल अच्छी तरह समझ चुका था और उसकी कंजूसी को भी जान चुका था। वह सोचने लगा इस कंजूस सेठ से कैसे पार पाया जाये । गम्भीरतापूर्वक विचार करने के बाद उसने तेनालीराम से राय लेने की बात सोची। थोड़ी देर सोचने के बाद तेनालीराम ने चित्रकार को सलाह दी- कल तुम कंजूस के पास एक आईना लेकर जाना और उसे कहना कि इस बार वह उसका सही चित्र लेकर आया है। आप इस चित्र को अपने चेहरे से अच्छी तरह मिलाकर देख लें और फर्क पड़े तो उसे बतावें। तेनालीराम ने कहा – “इतना भर करो और तुम्हारा काम चाँदी।”.

कल के दिन चित्रकार ने तेनालीराम के कहे अनुसार किया और एक आईना लेकर कंजूस सेठ के पास पहुँचा । उसने सेठ से कहा- ” सेठजी आज आपका बिल्कुल सही चित्र बनाकर लाया हूँ। देख लें इसमें किसी प्रकार की – त्रुटि की गुंजाइश नहीं है। सेठ आईने को देखकर आगबबूला हो गया और बौखलाकर बोला – “अरे, यह चित्र कहाँ है ? यह तो आईना है ? चित्रकार ने तब सेठ से कहा- ” महाराज! आईना के सिवा आपकी असली सूरत और कौन बना सकता है? बस जल्दी से मेरे चित्रों की कीमत एक हजार स्वर्ण मुद्रायें निकालें।” सेठ का माथा चक्कर खा गया। वह समझ गया कि यह बुद्धि कंवल तेनालीराम की ही हो सकती है। बिना देर किये उसने एक हजार स्वर्ण मुद्रायें सौंप दीं।

अगले दिन तेनालीराम ने इस घटना की सूचना कृष्णदेव राय को दी। राजा भी इस घटना को सुनकर लोट-पोट हो गये।

Bihar Board Class 6 English Book Solutions Chapter 1 My Mother

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Bihar Board Class 6 English My Mother Text Book Questions and Answers

A. Warmer

My Mother Class 6 Bihar Board Question 1.
When ever in trouble or pain the word ‘Maa’ conies not usually to us. Can you explain why it is so ?
Answer:
We are very deeply attached to our mother so whenever we are in trouble the word ‘Maa’ comes naturally to us.

B. Comprehension

B. 1. Think and Tell

My Mother Class 6 Question Answer Bihar Board Question 1.
Who cares for the infants.
Answer:
Our mothers.

My Mother By Ann Taylor Questions And Answers Question 2.
Why does the mother weep when her child falls ill ?
Answer:
Fearing for her child’s death.

My Mother Poem Class 6 Bihar Board Question 3.
What does she do when her child falls down ?
Answer:
She told a pretty story. She also kisses on the injured place to make it well.

My Mother Poem By Ann Taylor Questions And Answers Question 4.
What will you do for your mother when she is old ?
Answer:
will take care of my mother. I will be ready to soothe her pains away, when she is old.

B. 2 Think and Write

B. 2.1. Answer in a word or a sentence

Bihar Board Class 6 English Book Solution Question 1.
Who wrote this poem ?
Answer:
Ann Taylor.

My Mother Questions And Answers Bihar Board Question 2.
What does a mother do when her child is very young ?
Answer:
A mother, loves, takes care and feed her child when her child is very young.

Bihar Board Class 6 English Solution In Hindi Question 3.
The mother wept when her child was ill. What fear did she have ?
Answer:
She feared of her child’s death:

B. 2.2. Answer in not more than 50 words

My Mother Poem Question Answers Bihar Board Question 1.
How can you say that a mother loves her child very much ?
Answer:
A mother gazes her infant child and shed her affection. When her child gets ill she fears of the child’s death. When her child fells she tells her story and kisses on the place to make it well.

Bihar Board Solution Class 6 English Question 2.
Why should we not be unkind to our mother ?
Answer:
Our mother has given us life. She has taken a lot of pain to make us grow-up. She has nursed us for day and night when we became ill in childhood. So, we should not be unkind to our mothers.

Bihar Board Class 6 English Solution Question 3.
Can yea ever be unkind mother? give reason for your answer.
Answer:
No, I can never be unkind to my mother. I have seen this world because of my mother. She is next to God to me. She has taken a lot of pain to bring me up. So, I can never be unkind to my mother.

My Mother Question Answer Bihar Board Question 4.
Write an incident of your life which shows your mother’s intimate affection towards you.
Answer:
Once I was playing. 1 fell down. I got hurt in my knees. My mother became very worried. She put ointment on my knees. She brought a glass of hot milk. Then, she told me a pretty story. She always asked about my pain the whole day. When I assured her that there was no pain with me, then only she became to ease.

C. Word Power

C. 1. Go through the text again and again and find out the words of the same meaning

  1. love _______
  2. illness_______
  3. lovely _______

Answer:

  1. affection
  2. sickness
  3. pretty.

D. Translation

D. 1. Translate the following lines from the poem into your mother tongue

When pain and sickness made me cry,
who gazed upon my heavy eye ?
And wept for fear that I should die ?
My mother.
Answer:
जब दर्द और बीमारी से मैं रोया, किसने मेरी भारी आँखों को निहारा ?
और इस डर के साथ रोई . कि कहीं मैं मर न जाऊँ ? मेरी माँ।

My Mother Summary in English

‘My Mother’ poem is written by Ann Taylor. The poet is describing the qualities of a mother in this poem. A mother cares a lot about her child. She looks over her child with love. She always sheds affection on her child. When her child gets pain she is ready to give her special caring. In times of her child’s sickness she always remains with the child to care the child. She is always worried about her child’s life and fear of its death.

She tells pretty stories to her child to make her child please and happy. The poet says that a person should remember all these things. When a person becomes grown-up, he/she should always remain ready to take care of his/her parents, especially the mother.

My Mother Summary in Hindi

‘माई मदर’ कविता एन टेलर द्वारा लिखित है। इस कविता में कवि एक माँ के गुणों का वर्णन करता है। एक माँ अपने शिशु का बहुत ख्याल रखता है। वह अपने बच्चे को प्यार से देखती रहती है। वह हमेशा अपने बच्चे पर प्यार बरसाती है। जब उसका बच्चा बीमार पड़ जाता है तो वह उसका विशेष रूप से ध्यान रखती है। वह हमेशा अपने बच्चे के जीवन के लिए चिन्तित रहती है और उसकी मृत्यु के खौफ से भयभीत रहती है।

वह अपने बच्चों को प्यारी कहानियाँ सुनाकर उसे खुश रखने की हर प्रकार से कोशिश किया करती है। कवि अंत में कहता है कि ऐसी माँ के प्रति किसी भी व्यक्ति को निर्दयी नहीं बनना चाहिए। हर व्यक्ति को ये बातें याद रख अपने माता-पिता विशेषकर अपनी माँ की उसके बुढ़ापे में सेवा करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

My Mother Hindi Translation Of The Chapter

1. Who sat and ………… My mothers
Word Meanings : Affection (n) [अफेक्शन] = प्यार, प्रेम । Shed (v) [शेड] = गिराया, छलकाया । Cradle bed (n) [क्रेडल बेड] = पालना।

हिन्दी अनुवाद-कौन बैठा और देखा मेरा शिश-सिर जब मैं पालना में लेटा हुआ था और किसने प्रेम के आँसू मुझ पर छलकाए? मेरी माँ ।

2. When pain and ……………….. My mother.
Word Meanings : Pain (n) [पेन] = दर्द | Cry (v) [क्राई] = रोना । Gazed (v) [गेज्ड] = ताका, निहारा । Wept (v) [वेप्ट] = रोया । Fear (n) [फीयर] = भय, डर।

हिन्दी अनुवाद-जब दर्द और बीमारी से मैं रोया, किसने मेरी भारी आँखों को निहारा ? और इस डर के साथ रोया कि कहीं मैं मर न जाऊँ ? मेरी म।

3. Who ran to help ………………………………… My mother.
Word Meanings : Help (v) [हेल्प] = मदद करना । Fell (v) [फेल] = गिरना | Kiss (v) [किस] = चूमना ।

हिन्दी अनुवाद-जब मैं गिर पड़ा, कौन मेरी मदद करने के लिए दौड़ . पड़ा और कोई सुन्दर कहानी कहा, या चूमा उस स्थान को जहाँ चोट लगी . थी मुझे उस जगह को ठीक करने के लिए? मेरी माँ ।

4. And can lever……………………My mother?
Word Meanings : Ever (adv) [एवर) = कभी । Kind (adj) [काइन्ड] __ = दयालु । Thee (pron) [दी] = तुझको, तुझे । So (conj) [सो] = इतना । To me (phr)[टू मी] = मेरे प्रति ।

5. Ah,no! …………………. My mother!
Word Meanings : Thought (v) [थॉट) = सोचा । Bear (v) [बीयर] = सहना । Life (n) [लाइफ] = जीवन । Spare (v) [स्पेयर) = छोड़ना, बख्शना | Hope (v) [होप] = आशा करना । Reward (v) [रिवार्ड) = इनाम देना । Thy (pron) [दाई] = तेरा । Care (v) [केअर] = देखभाल करना।

हिन्दी अनुवाद-आह, नहीं! ऐसे विचारों को मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता! और यदि ईश्वर ने मुझे थोड़ा भी जीवन दिया, तो मैं आशा करता हूँ कि मैं तुम्हारे द्वारा मेरी की गई देखभाल का मूल्य जरूर चुकाऊँगा, मेरी माँ !

6. When thou art ……………. My mother!
Word Meanings : Thou (pron) [दाऊ] = तुम | Art (v) [आर्ट) = होगे । Old (adj) [ओल्ड] = बूढ़ी । Feeble (adj) [फीबल] = दुर्बल, कमजोर । Grey (adj) [ग्रे] = काला-भूरा, धूसर रंग का । Healthy (adj) [हेल्दी] = स्वस्थ । Stay (v)[स्टे] = सहारा देना, रोकना, थामना । Soothe (v) [सूद] = आराम देना/पहुँचाना । Pains (n) [पेन्स] = दर्द, कष्टों । Away (adv) [अवे] = दूर।

हिन्दी अनुवाद-जब तुम बूढ़ी हो जाओगी, कमजोर हो जाओगी और काली पड़ जाओगी तुम्हारी त्वचा मेरे स्वस्थ बाजू (बाँहें) सदा रहेंगे तुम्हारी सेवा करने के लिए और मैं तुम्हारी पीड़ा, तुम्हारे दुःख दूर करने का प्रयास जरूर करूँगा, मेरी माँ।

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Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 5 हार की जीत

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 5 हार की जीत Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 5 हार की जीत

Bihar Board Class 6 Hindi हार की जीत Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

हार की जीत कहानी के प्रश्न उत्तर Class 6 Bihar Board प्रश्न 1.
बाबा भारती कौन थे ?
उत्तर:
बाबा भारती एक संत थे । जिनके पास सुलतान नामक एक घोड़ा था।

Har Ki Jeet Chapter Question Answer Bihar Board Class 6 प्रश्न 2.
बाबा भारती अपने घोड़े ‘सुलतान’ से किस प्रकार स्नेह करते थे?
उत्तर:
बाबा भारती अपने घोड़े सुलतान से उसी प्रकार स्नेह करते थे जैसे कोई माँ बेटे से स्नेह करती है, किसान को अपने खेत से स्नेह होता है । और जैसे गुरु शिष्य को स्नेह करता है।

Haar Ki Jeet Question Answer Bihar Board Class 6 प्रश्न 3.
बाबा भारती के घोड़े को देखने के लिए खड्ग सिंह क्यों अधीर हो उठा? घोड़ा देखने के बाद खड्ग सिंह के दिमाग में क्या उथल-पुथल होने लगी?
उत्तर:
बाबा भारती के घोड़े की कीर्ति सुनकर उसे देखने के लिए खड्ग सिंह अधीर हो उठा। घोड़ा देखने के बाद उसके दिमाग में उथल-पुथल होने लगी कि—यह घोड़ा मुझे कैसे प्राप्त होगा।

हार की जीत कहानी के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 6 प्रश्न 4.
खड्ग सिंह ने बाबा भारती के घोड़े को पाने के लिए किस प्रकार का रूप बदला?
उत्तर:
खड्ग सिंह ने बाबा भारती के घोड़े सुलतान को पाने के लिए अपाहिज का रूप बदला।

Haar Ki Jeet Question Answer Class 6 Bihar Board प्रश्न 5.
पाठ के किन वाक्यों से पता चलता है कि बाबा भारती को अपने घोड़े पर गर्व था?
उत्तर:
बड़ा विचित्र जानवर है, देखोगे तो प्रसन्न हो जाओगे। उसकी चाल तुम्हारा मन मोह लेगी इत्यादि । पाठ के वाक्यों से पता चलता है कि बाबा भारती को अपने घोड़े पर गर्व था।

Har Ki Jeet Question Answer Bihar Board Class 6 प्रश्न 6.
सही वाक्यों के सामने सही (✓) एवं गलत वाक्यों के सामने गलत (☓) का निशान लगाइए।
(क) बाबा भारती का घोड़ा कमजोर एवं दुर्बल था। (☓)
(ख) घोड़ा का नाम सुलतान था। (✓)
(ग) खड्गसिंह को बाबा भारती का घोड़ा पसंद था। (✓)
(घ) बाबा भारती ने सुलतान से बिछुड़ने पर प्रसन्नता व्यक्त की। (✓)
(ङ) खड्गसिंह ने चुपक से घोड़ा को अस्तबल में बाँध दिया। (✓)

पाठ से आगे –

Har Ki Jeet Class 6 Bihar Board प्रश्न 1.
लोगों को यदि इस घटना का पता लग गया तो वे किसी अपाहिज पर विश्वास न करेंगे।” बाबा भारती के इस वक्तव्य का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
बाबा भारती के इस वक्तव्य का अभिप्राय है कि लोग किसी अपाहिज को मदद करने से दूर भागेंगे।

हार की जीत कहानी का सारांश Bihar Board Class 6 प्रश्न 2.
खड्गसिंह ने चुपके से रात में सुलतान को वापस अस्तबल में बाँध दिया। ऐसा उसने क्यों किया?
उत्तर:
खड्ग सिंह ऐसा इसलिए किया कि-बाबा भारती के वाक्य सुनकर उसका हृदय परिवर्तन हो गया वस्तुतः लोगों को मालूम हो जाने पर कोई भी व्यक्ति लाचार, गरीब और अपाहिज पर विश्वास नहीं करता । अतः उसने बाबा के घोड़े को लौटाने के लिए चुपके से घोड़े को अस्तबल में बाँध -दिया।

हार की जीत Question Answer Bihar Board Class 6 प्रश्न 3.
बाबा भारती के किस व्यवहार से खड्गसिंह के सोच में परिवर्तन हुआ?
उत्तर:
बाबा भारती ने घोड़ा के विषय में बात नहीं कर खड्ग सिंह से कहा-मैं प्रार्थना करता हूँ कि यह घटना किसी से मत कहना । यदि लोगों को इस घटना के बारे में मालूम हो जायेगा तो गरीब, लाचार पर विश्वास करना छोड़ दंगे । यह कहकर सुलतान को बिना देख वापस चल दिए । बाबा के इस व्यवहार से खड्ग सिंह के सोच में परिवर्तन हुआ।

हार की जीत के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 6 प्रश्न 4.
आपकी प्रिय वस्तु कोई छिनने का प्रयास करे तो आप क्या करेंगे?
उत्तर:
हमारी प्रिय वस्तु यदि कोई छिनने का प्रयास करेगा तो मैं उसका विरोध करूँगा।

हार की जीत पाठ का सारांश Bihar Board Class 6 प्रश्न 5.
अगर आपको बाबा भारती से घोड़ा लेना होता तो आप क्या करते?
उत्तर:
अगर हमको बाबा भारती से घोड़ा लेना होता तो हम उनसे आग्रह करते और उसका उचित मूल्य देने की कोशिश करते।

Bihar Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 6.
कहानी का कोई दूसरा शीर्षक क्या हो सकता है?
उत्तर:
इस कहानी का दूसरा शीर्षक “सुलतान” हो सकता है।

व्याकरण प्रश्न

हार की जीत का प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 6 प्रश्न 1.
(क) किसान अपने लहलहाते खेतों को देखकर बहुत प्रसन्न होता है।
(ख) खड्गसिंह एक कुख्यात डाकू था।
(ग) बाबा भारती के मुख पर प्रसन्नता थी।
(घ) उन्होंने दंढे जल से स्नान किया।
(ङ) सुलतान को देखने के लिए भीड़ लगी रहती थी।

उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द क्रमशः जातिवाचक, व्यक्तिवाचक, भाववाचक, द्रव्यवाचक एवं समूहवाचक संज्ञा है। इस प्रकार संज्ञा के पाँच भेद है।
निम्नलिखित वाक्यों में मोटे शब्दों को सामने के कोष्ठक में संज्ञा के भेद के रूप में लिखिए।

प्रश्नोत्तर –

  1. वह ईमानदारीपूर्वक काम करता है। (भाव वाचक संज्ञा)
  2. सुलतान बड़ा सुन्दर और बलवान था। (व्यक्तिवाचक संज्ञा)
  3. कार्तिक पूर्णिमा के दिन सोनपुर में मेला लगता है। (समूह वाचक संज्ञा)
  4. दूध स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। (द्रव्य वाचक संज्ञा)
  5. बस घाटी से होकर गुजरती है। (जातिवाचक संज्ञा)

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solution प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों से वाक्य बनाइए –
(क) पश्चात
(ख) महात्मा
(ग) निश्चय
(घ) प्रशंसा
(ङ) अपाहिज
(च) स्वीकार।
उत्तर:
(क) पश्चात् = श्याम के पश्चात् राम भी यहाँ आया।
(ख) महात्मा = महात्मा लोग दयालु होते हैं।
(ग) निश्चय = निश्चय करके काम करना चाहिए।
(घ) प्रशंसा = अपनी प्रशंसा सुन सब प्रसन्न होते हैं।
(ङ) अपाहिज = अपाहिज लोग दया के पात्र होते हैं।
(च) स्वीकार = उसने मेरा निमंत्रण स्वीकार कर लिया ।

Kislay Hindi Book Bihar Class 6 Bihar Board प्रश्न 3.
इस पाठ में घोड़े की विशेषता से संबंधित जो शब्द हैं उन्हें चुनकर लिखिए।
उत्तर:
इस पाठ में घोड़े की विशेषता संबंधित शब्द है-बड़ा सुन्दर, बड़ा बलवान, बड़ा विचित्र जानवर है, उसकी चाल मन मोह लेगा। बाँका घोड़ा इत्यादि ।

प्रश्न 4.
निम्नांकित मुहावरों का अर्थ लिखिए
(क) लट्टू होना
(ख) फूले न समाना
(ग) हृदय पर साँप लोटना
(घ) मुँह मोड़ लेना।
उत्तर:
(क) लट्टू होना = लोभ हो जाना।
(ख) फूले न समाना = अत्यन्त खुश होना।
(ग) हृदय पर साँप लोटना = ईर्ष्या होना।
(घ) मुँह मोड़ लेना = नाता तोड़ लेना।

कुछ करने को –

प्रश्न 1.
आपके आस-पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो अपने व्यवहार से आपको प्रभावित करता है । उसका पता कीजिए और उसकी दिनचर्या को लिखिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

हार की जीत Summary in Hindi

पाठ का सार संक्षेप

बाबा भारती अपने घोड़े सुलतान को बेहद प्यार करते थे। क्योंकि सुलतान बड़ा ही सुन्दर और बड़ा बलवान था। उस घोड़े का जोड़ सारे इलाके में कहीं नहीं था। वे अपने हाथ से घोड़े का. खरहरा करते, स्वयं उसको दाना खिलाते थे। शाम में उस पर बैठकर 8-10 मील का चक्कर लगाया करते थे।

खड्ग सिंह उस इलाके का कुख्यात डाकू था । लोग उसका नाम खुलकर काँप जाते थे। जब खड्ग सिंह ने सुलतान की बड़ाई सुनी तो वह सुलतान को देखने के लिए बाबा भारती के पास आया और प्रणाम कर सामने बैठ गया। बाबा ने खड्ग सिंह से हाल-चाल पूछा, पुनः आने का कारण पूछा। खड्ग सिंह ने कहा-सुलतान की चाहत यहाँ तक खींच लाई है। बाबा ने भी सुलतान की बड़ाई खड्ग सिंह से की। सुलतान को दिखाया। खड्ग सिंह ने उसकी चाल दिखाने का आग्रह किया तो बाबा ने घोड़े पर सवार होकर उसकी चाल भी दिखा दी। अब तो खड्ग सिंह ने सोच लिया यह घोड़ा मैं अवश्य प्राप्त करूँगा । बाबा से बोला—बाबाजी इस घोड़े को आपके पास नहीं रहनं दूंगा।

बाबा घबड़ा गये। सारी रात स्वयं जगकर घोड़े की रक्षा करने लगे। कुछ दिन बीत जाने पर बाबा कुछ लापरवाह हो गये । एक दिन जब शाम में बाबा भारती घोड़े पर घूम रहे थे तो किसी के कराहट की आवाज आई, “बाबा इस कंगाल की बाते सुनते जाना।” बाबा अपाहिज जैसा देखकर उसे पूछा क्या कष्ट है। उसने हाथ जोड़कर कहा, बाबा मैं दुखियारा हूँ मुझ पर दया करो । कृपा कर रामाबाला तक मुझे पहुँचा दो, भगवान आपका भला करेगा। दयावश बाबा ने अपाहिज को घोड़े पर बैठाकर लगाम पकड़ पैदल चलने लगे। एकाएक जोड़ का झटके के साथ लगाम हाथ से छूट गया । अपाहिज तनकर घोड़े पर बैठकर भागे जा रहा है। वह समझ गये खड्ग सिंह ही है।

बाबा भारती जोर से चिल्लाते हुए कहा-“खड्ग सिंह रूक जाओ, एक प्रार्थना करता हूँ अस्वीकार न करना, नहीं तो मेरा दिल टूट जायेगा।”

खड्ग सिंह ने कहा-“आज्ञा दीजिए। आपका दास हूँ केवल घोड़ा नहीं दूंगा।” बाबा ने कहा, घोड़े की बात मत करो। मेरी प्रार्थना केवल यही है कि इस घटना को किसी से मत कहना । यदि लोगों को इस घटना के बारे में पता चल जायेगा तो लोग अपाहिज पर विश्वास नहीं करेंगे। यह कहकर बाबा ने सुलतान की तरफ से मुँह मोड़ लिया।

खड्ग सिंह का मुँह आश्चर्य से खुला ही रह गया। रात्रि के अन्धकार में वह बाबा के मंदिर के पास आकर सन्नाटे में सुलतान को अस्तबल में बाँध दिया और चला गया। कल सुबह बाबा अपने आदत के अनुकूल अस्तबल जाने लगे। लेकिन याद आते ही लौटने लगे। उतनी ही देर में सुलतान की हिनहिनाहट सुनकर आश्चर्य और प्रसन्नता से दौड़कर सुलतान के गले लिपटकर रोने लगे। मानो बिछड़ा बेटा वापस आया हो  पुनः संतोष की श्वास – लेते हुए बोले…..अब कोई गरीब की सहायता करने से मुख नहीं मोड़ेगा।

Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 15 भूल गया क्यों इंसान

Bihar Board Class 6 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 1 Chapter 15 भूल गया क्यों इंसान Text Book Questions and Answers and Summary.

BSEB Bihar Board Class 6 Hindi Solutions Chapter 15 भूल गया क्यों इंसान

Bihar Board Class 6 Hindi भूल गया क्यों इंसान Text Book Questions and Answers

प्रश्न-अभ्यास

पाठ से –

भूल गया है क्यों इंसान कविता के प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 1.
कविता का सारांश अपनी भाषा में लिखिए।
उत्तर:
कविवर हरिवंश राय बच्चन लिखित इस कविता में कवि, मानव को अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। कवि कहता है कि इंसान यह क्यों भूल जाता है कि सभी मनुष्यों का शरीर मिट्टी का बना है। यह शरीर नाशवान है। कोई जीव यहाँ अमर होकर नहीं आया। ईश्वर सभी मनुष्य को इस धरती पर जन्म देता है और सबके ऊपर आकाश की निर्मल छाया समान रूप से पड़ती है। यह नभ सबको एक ही प्रकार से अपनी छाया प्रदान करता है।

ईश्वर ने मनुष्यों को जन्म दिया और मनुष्यों ने ईश्वर की दी हुयी इस धरती को बाँट कर अलग-अलग देश बनाया। ध्यान से देखा जाय तो इन देशों में धरती की संतान का ही बसेरा है। कवि आगे कहता है कि माना,कि देश अलग-अलग है। उन देशों में रहने वालों की वेश-भूषा, बोली, खान-पान सब अलग हैं लेकिन सभी मानव के शरीर में तो एक ही प्राण का वास है। एक ही ईश्वर की ज्योति सभी मानव के हृदय को आलोकित करती है, प्रकाशित करती है। यह सच्चाई इन्सान क्यों भूल जाता है ?

Bhool Gaya Hai Kyun Insaan Question Answer In Hindi प्रश्न 2.
इस कविता से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
इस कविता से प्रेरणा मिलती है कि सम्पूर्ण पृथ्वी के मानव एक ही धरती के संतान हैं। भले हमारा निवास अलग-अलग देशों में क्यों न होम हम सबों का शरीर और प्राण भी एक ही जैसा है। मानव को परस्पर एक-दूसरे को समान समझे।

Bhul Gaya Hai Kyun Insaan Poem Meaning In Hindi प्रश्न 3.
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए –
(क) देश अलग है, देश अलग हों,
वेश अलग हैं, वेश अलग हों,
मानव का मानव से लेकिन, अलग न अंतर प्राण ।
उत्तर:
कवि मनुष्य और मनुष्य के बीच भेद को अस्वीकार करते हुये कहता है कि धरती एक है। उस धरती को बाँट कर अलग-अलग देश हमने बनाये। अब देश अलग है तो वहाँ की वेश-भूषा भी अलग-अलग हो सकती है क्योंकि इनका निर्माण भी मनुष्य ने अपनी सुविधा के अनुसार -स्थानीय प्रकृति और जलवायु के अनुसार किया।

पर सभी मनुष्यों के अंतर में एक ही प्राणवायु का संचरण होता है। एक ही ज्योति सभी मनुष्य के शरीर को आलोकित करती है। हम सभी एक ही ईश्वर की संतान हैं – फिर मनुष्य और मनुष्य के बीच भेद कैसा?

(ख) सबकी है मिट्टी की काया,
सब पर नभ की निर्मल छाया,
यहाँ नहीं है कोई आया ले विशेष वरदान।।
उत्तर:
कवि कहता है कि मनुष्य का यह शरीर एक ही प्रकार की मिट्टी से बना है। मृत्यु के बाद यह शरीर उसी मिट्टी में मिल जाता है। धरती की मिट्टी और आकाश की निर्मल छाया सभी मनुष्यों को समान रूप से प्राप्त है। इसे देने में निर्माता यानी ईश्वर कोई भेद नहीं करता। यहाँ यानी धरती पर आने वाला कोई भी मानव कोई विशेष वरदान लेकर नहीं आता। अतः इंसान और इंसान में भेद की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई पड़ती। यह भेद-विभेद मानव अपने स्वार्थों की पूर्ति हेतु बनाता है और अपने दायित्वों को भुला देता है।

पाठ से आगे –

Bhool Gaya Hai Kyun Insaan Question Answer प्रश्न 1.
मनुष्य किस प्रकार दूसरों को अपने से भिन्न समझते हैं ?
उत्तर:
जाति, धर्म, भाषा और ऐश्वर्य मनुष्य को मनुष्य से अलग करता है। अपने को दूसरे से श्रेष्ठ समझने के कारण मन में एक अहंकार उत्पन्न होता है जो मनुष्य को मनुष्य से भिन्न बनाने में या समझने में सहायक होता है। इन सब पर अगर नियन्त्रण हो जाय तो मनुष्य, सच में मानव होकर जीवन-यापन कर सकता है।

भूल गया है क्यों इंसान कविता का अर्थ Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 2.
अलग-अलग देश, अलग-अलग वेश के बावजूद हर मनुष्य एक जैसा है। कैसे?
उत्तर:
देश और वेश मनुष्य के बनाये हुये हैं – ये सब मानव निर्मित हैं। मनुष्य तो एक ही ईश्वर की सन्तान हैं। सभी मनुष्यों को एक ही प्रकार से प्रकाश, पानी, हवा और अन्य ईश्वर निर्मित सुविधायें उपलब्ध हैं। सभी के हृदय में एक ही ज्योति एक ही प्राण संचरित होता है अतः सभी मनुष्य धरती की एक संतान होने के कारण एक हैं। अनेक भाव मनुष्य ने स्वयं बनाये हैं। ईश्वर ने सबको इंसान बनाया है।

कुछ करने को –

Bhul Gaya Hai Kyon Insan Bihar Board Class 6 Hindi प्रश्न 1.
इस कविता को समवेत स्वर में अपनी कक्षा में सुनाइए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

भूल गया क्यों इंसान Summary in Hindi

कविता का सार-संक्षेप

कविवर हरिवंश राय बच्चन लिखित इस कविता में कवि, मानव को अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। कवि कहता है कि इंसान यह क्यों भूल जाता है ‘कि सभी मनुष्यों का शरीर मिट्टी का बना है। यह शरीर नाशवान है। कोई जीव यहाँ अमर होकर नहीं आया। ईश्वर सभी मनुष्य को इस धरती पर जन्म देता है और सबके ऊपर आकाश की निर्मल छाया समान रूप से पड़ती है। यह नभ सबको एक ही प्रकार से अपनी छाया प्रदान करता है।

ईश्वर ने मनुष्यों को जन्म दिया और मनुष्यों ने ईश्वर की दी हुयी इस धरती को बाँट कर अलग-अलग देश बनाया। ध्यान से देखा जाय तो इन देशों में धरती की संतान का ही बसेरा है। कवि आगे कहता है कि माना कि देश अलग-अलग है। उन देशों में रहने वालों की वेश-भूषा, बोली, खान-पान सब अलग हैं लेकिन सभी मानव के शरीर में तो एक ही प्राण का वास है। एक ही ईश्वर की ज्योति सभी मानव के हृदय को आलोकित करती है, प्रकाशित करती है। यह सच्चाई इन्सान क्यों भूल जाता है ?