Bihar Board Class 10 Geography Solutions Chapter 5B बिहार : उद्योग एवं परिवहन

Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Geography भूगोल : भारत : संसाधन एवं उपयोग Chapter 5B बिहार : उद्योग एवं परिवहन Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Geography Solutions Chapter 5B बिहार : उद्योग एवं परिवहन

Bihar Board Class 10 Geography बिहार : उद्योग एवं परिवहन Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

बिहार के प्रमुख उद्योग Bihar Board प्रश्न 1.
बिहार के किस शहर में काँच उद्योग स्थापित है ?
(क) हाजीपुर
(ख) शाहपुर
(ग) भरकुण्डा
(घ) भवानी नगर
उत्तर-
(क) हाजीपुर

Bihar Board Class 10 History Solution प्रश्न 2.
सिगरेट का कारखाना कहाँ है ?
(क) मुंगेर में
(ख) पटना में
(ग) शाहपुर में
(घ) गया में
उत्तर-
(क) मुंगेर में

Bihar Board Class 10 Social Science Solution प्रश्न 3.
रेल वर्कशॉप कहाँ स्थित है ?
(क) जमालपुर
(ख) भागलपुर
(ग) मुंगेर
(घ) पटना
उत्तर-
(क) जमालपुर

Bihar Board Solution Class 10 Social Science प्रश्न 4.
खाद कारखाना कहाँ स्थित है ?
(क) बरौनी
(ख) बाढ़
(ग) मोकामा
(घ) लक्खीसराय
उत्तर-
(क) बरौनी

Bihar Board Class 10 Economics Solution प्रश्न 5.
किस नगर में कालीन तैयार होता है?
(क) ओबरा
(ख) दाउदनगर
(ग) बिहारशरीफ
(घ) गया
उत्तर-
(क) ओबरा (ख) दाउदनगर

Bihar Board Class 10 Sst Solution प्रश्न 6.
अशोक पेपर मिल किस जिला में स्थित है ?
(क) समस्तीपुर
(ख) पटना
(ग) पूर्णिया
(घ) अररिया
उत्तर-
(ग) पूर्णिया

Bihar Board Class 10th Geography Solution प्रश्न 7.
बिहार की पहली रेल लाइन थी
(क) मार्टीन लाइट रेलवे
(ख) ईस्ट इण्डिया रेल मार्ग
(ग) भारत रेल
(घ) बिहार रेल सेवा
उत्तर-
(ख) ईस्ट इण्डिया रेल मार्ग

Geography Class 10 Bihar Board प्रश्न 8.
पटना हवाई अड्डा का क्या नाम है ?
(क) जय प्रकाश अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन
(ख) पटना हवाई अड्डा
(ग) राजेन्द्र प्रसाद अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
(घ) बिहार हवाई अड्डा
उत्तर-
(क) जय प्रकाश अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन

Social Science In Hindi Class 10 Bihar Board Pdf प्रश्न 9.
ग्रांड ट्रंक रोड का राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या क्या है ?
(क) 1
(ख) 2
(ग) 3
(घ) 4
उत्तर-
(ख) 2

Bihar Board Class 10 Geography Solutions प्रश्न 10.
बिहार में रेल परिवहन का शुभारम्भ कब से माना जाता है?
(क) 1842 से
(ख) 1860 से
(ग) 1858 से
(घ) 1862 से
उत्तर-
(ख) 1860 से

Bihar Board Class 10 History Notes Pdf प्रश्न 11.
मध्य-पूर्व रेलवे का मुख्यालय कहाँ है?
(क) पटना में
(ख) हाजीपुर में
(ग) मुजफ्फरपुर में
(घ) समस्तीपुर में
उत्तर-
(ख) हाजीपुर में

प्रश्न 12.
बिहार की सीमा में रेलमार्ग की कुल लम्बाई कितनी है ?
(क) 6,283 किमी०
(ख) 5,283 किमी०
(ग) 7,283 किमी०
(घ) 8,500 किमी०
उत्तर-
(क) 6,283 किमी०

प्रश्न 13.
बिहार में रज्जु मार्ग कहाँ है ?
(क) बिहारशरीफ
(ख) राजगीर
(ग) गया
(घ) बांका
उत्तर-
(ख) राजगीर

प्रश्न 14.
मन्दार हिल किस जिला में स्थित है ?
(क) मुंगेर
(ख) भागलपुर
(ग) बांका
(घ) बक्सर
उत्तर-
(ग) बांका

प्रश्न 15.
राष्ट्रीय योत संस्थान पटना के किस घाट पर स्थित है? ।
(क) महेन्द्रु घाट
(ख) गाँधी घाट
(ग) दीघा घाट
(घ) बांस घाट
उत्तर-
(क) महेन्द्रु घाट

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
बिहार में जूट उद्योग पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
आजादी से पूर्व भारत में जूट के 40 कारखाने थे जो अधिकांशतः प. बंगाल और बिहार में ही केन्द्रित थे। लेकिन आजादी के बाद अधिकतर क्षेत्र बंगलादेश में चले गये। बिहार में जूट के तीन बड़े कारखाने हैं -कटिहार, पूर्णिया एवं दरभंगा में वर्तमान में सिर्फ कटिहार का कारखाना कार्यरत है।

प्रश्न 2.
गंगा किनारे स्थित महत्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
गंगा नदी के दोनों ओर तटीय जिलों में दलहन का अधिक उत्पादन होता है, इसलिए यहाँ दलहन की छोटी मिलें बाढ़, मोकामा, बरबीघा, शेखपुरा, पटना, बिहार शरीफ इत्यादि शहरों में स्थित हैं।
दानापुर एवं मोकामा में बाटा की दो बड़ी इकाइयाँ स्थित हैं। भागलपुर में रेशमी वस्त्र उद्योग विकसित है। पटना, हाजीपुर, दरभंगा और भागलपुर में काँच उद्योग स्थित है।

प्रश्न 3.
औद्योगिक विकास हेतु बिआडा के पहल को बताएँ।
उत्तर-
बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (BIADA) द्वारा औद्योगिक विकास हेतु साहसिक कदम उठाए गए हैं। उनमें मुख्य हैं वर्ष 2006-07 में 1720.45 करोड़ रुपये परियोजना लागत वाली 15 इकाइयों को जमीन दी गई। इसके विपरीत इस वर्ष 4218.62 करोड़ रु. निवेश वाली 627 नई इकाइयों को जमीन दी गई। बिआडा ने नई इकाइयों को 24 घंटे में जमीन आवंटन की व्यवस्था की।

प्रश्न 4.
नई औद्योगिक नीति के मुख्य बिन्दुओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
नई औद्योगिक नीति 2006 की मुख्य बातें निम्न हैं-

  • आधारभूत औद्योगिक संरचना को विकसित करने हेतु प्रोत्साहन देना।
  • उपभोक्ता रुचि वाले औद्योगिक इकाइयों को विकसित करने हेतु प्रोत्साहन देना।
  • निवेशों को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठाना।

प्रश्न 5.
जमालपुर में किस चीज का वर्कशाप है और यह क्यों प्रसिद्ध है ?
उत्तर-
जमालपुर में 1875 ई. में एक बड़ा रेलवे वर्कशाप स्थापित हुआ था जिसमें कभी 10 हजार मजदूरों को रोजगार मिला था और यह एशिया का सबसे पहला वर्कशाप था।

जमालपुर मुंगेर जिला अन्तर्गत आता है जहाँ डीजल इंजन का कार्य होता है। यह एक बड़ा रेलवे वर्कशाप है।

प्रश्न 6.
राजगीर के औद्योगिक विकास पर अपना विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर-
राजगीर बिहार का एक ऐतिहासिक पर्यटन नगरी है। यह मुख्य रूप से गर्मजल के झरने एवं कुंड के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावे यहाँ गृद्धकूट पर्वत पर शांति स्तूप स्थापित है, जो विश्व को भगवान बुद्ध का शांति संदेश देता है।
यह मनोरम दृश्यों से भरपूर पर्यटन नगरी है जहाँ कई दर्शनीय स्थान हैं जैसे—स्वर्ण भंडार, वेणुवन, नौलखा मंदिर, जरासंध का अखाड़ा, अजातशत्रु के किला का भग्नावशेष इत्यादि। अतः पर्यटन उद्योग के विकास की यहाँ असीम संभावनाएं हैं। इसके अलावे यहाँ आयुद्ध निर्माणी कारखाना भी स्थापित किया गया है जो राजगीर के औद्योगिक विकास में चार चाँद लगाता है। यह क्षेत्र रेलवे लाइन, सड़क मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ है।

प्रश्न 7.
मुंगेर में कौन-कौन से उद्योग विकसित हैं, वर्णन कीजिए।
उत्तर-
मुंगेर में सबसे प्रमुख सिगरेट बनाने का कारखाना है। इसके अलावे यहाँ स्थानीय भेड़ों से प्राप्त ऊन से कम्बल बनाया जाता है। लौह उद्योग भी मुंगेर में विकसित है।

प्रश्न 8.
उत्तरी बिहार की अपेक्षा दक्षिणी बिहार में सड़कों का विकास अधिक हुआ है, क्यों?
उत्तर-
उत्तरी बिहार का अधिकांश हिस्सा कोसी के बेसीन और टाल, चाउर एवं दियारा क्षेत्र के अन्तर्गत आता है जो बाढ़ प्रभावित है। यहाँ लगभग प्रतिवर्ष भयंकर बाढ़ की तबाही देखनी पड़ती है। इस कारण सड़कों का विकास कम हो पाया है जो सड़कें बनती भी हैं वे बाढ़ की । भेंट चढ़ जाती हैं।

प्रश्न 9.
बिहार में नदियों का परिवहन क्षेत्र में क्या योगदान है ?
उत्तर-
बिहार एक भू-आवेशित राज्य है। इसका समुद्री मार्ग से कोई सम्पर्क नहीं है। यहाँ जलमार्ग के लिए नदियों का उपयोग किया जाता है। यहाँ कई बड़ी नदियाँ हैं जिनमें सालोभर जल प्रवाहित होता रहता है। शायद यही कारण है कि इस राज्य में प्राचीन काल से ही जल परिवहन का कार्य होता रहा है। मध्यकाल में परिवहन का मुख्य साधन भी यही था। गंगा, घाघरा, कोसी, गण्डक और सोन नदियाँ मुख्य रूप से जल परिवहन के लिए उपयोग की जाती हैं। घाघरा नदी से खाद्यान, गंडक से लकड़ी और फल सब्जी, सोन नदी से बालू और पुनपुन से बाँस ढोए जाते हैं। गंगा में बड़े-बड़े स्टीमर चलाए जाते हैं। वर्तमान में गंगा नदी में हल्दिया-इलाहाबाद राष्ट्रीय जलमार्ग विकसित किया गया है। हाल ही में महेन्द्र घाट के पास एक राष्ट्रीय पोत संस्थान की स्थापना की गई है।

प्रश्न 10.
बिहार के प्रमुख हवाई अड्डों के नाम लिखिः और वे कहाँ स्थित हैं ?
उत्तर-
Bihar Board Class 10 Geography Solutions Chapter 5B बिहार उद्योग एवं परिवहन - 1

प्रश्न 11.
उत्तरी बिहार के रेलमार्ग की विवेचना कीजिए।
उत्तर-
उत्तरी बिहार में रेलमार्ग का काफी विकास हुआ है। मध्य-पूर्व रेलवे का कार्यालय उत्तरी बिहार के हाजीपुर में ही स्थित है। 1975 ई. में ही मोकामा के पास राजेन्द्र सेतु का निर्माण किया गया था जो उत्तरी और दक्षिणी बिहार को जोड़ता है। हाजीपुर जक्शन से होते हुए कई लम्बी दूरी की रेलगाड़ियाँ भी चल रही हैं। दीघा-सोनपुर के बीच गंगा पर रेलपुल निर्माण का कार्य चल रहा है।

प्रश्न 12.
बिहार के जलमार्ग पर अपना विचार प्रस्तुत करें।
उत्तर-
बिहार एक भू-आवेशित राज्य है। इसका समुद्री मार्ग से कोई सम्पर्क नहीं है। यहाँ जलमार्ग के लिए नदियों का उपयोग किया जाता है। यहाँ कई बड़ी नदियाँ हैं जिनमें सालोभर जल प्रवाहित होता रहता है। शायद यही कारण है कि इस राज्य में प्राचीन काल से ही जल परिवहन का कार्य होता रहा है। मध्यकाल में परिवहन का मुख्य साधन भी यही था। गंगा, घाघरा, कोसी, गण्डक और सोन नदियों मुख्य रूप से जल परिवहन के लिए उपयोग की जाती हैं। घाघरा नदी से खाद्यान, गंडक से लकड़ी और फल,सब्जी, सोन नदी से बालू और पुनपुन से बाँस ढोए जाते हैं। गंगा में बड़े-बड़े स्टीमर चलाए जाते हैं। वर्तमान में गंगा नदी में हल्दिया-इलाहाबाद राष्ट्रीय जलमार्ग विकसित किया गया है। हाल ही में महेन्द्र घाट के पास एक राष्ट्रीय पोत संस्थान की स्थापना की गई है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
बिहार के कृषि आधारित किसी एक उद्योग के विकास एवं वितरण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है यहाँ की 80% आबादी कृषि पर ही आधारित है और कृषि पर आधारित यहाँ कई उद्योग हैं, जैसे-चीनी उद्योग, जूट उद्योग, तम्बाकू उद्योग इत्यादि इनमें चीनी उद्योग प्रमुख है।

चीनी उद्योग यह बिहार का एक मुख्य कृषि आधारित उद्योग है। 20वीं शताब्दी के मध्य । तक भारत के चीनी उद्योग के क्षेत्र में बिहार का स्थान महत्वपूर्ण था। किन्तु 1960 के बाद इसमें हास होने लगा, जबकि यहाँ इस उद्योग के लिए सभी अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों वर्तमान हैं। अतः हाल के कुछ वर्षों में पुनः इसमें सुधार होने लगा है। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में इसपर विशेष ध्यान दिया गया है। बिहार राज्य चीनी निगम के बंद पड़े 15 चीनी मिलों एवं दो निर्माणधीन इकाइयों को पुनः जीवित करने की योजना है। सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि ग्यारह चीनी मिलों के परिचालन की जिम्मेदारी रिलायस, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को दे दी जाएगी। बिहार में चीनी की अधिकतर मिलें उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्र में विकसित हैं। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सिवान, गोपालगंज और सारण जिला में चीनी मिलें केन्द्रित हैं, क्योंकि यह क्षेत्र गन्ना उत्पादन के लिए अत्यन्त ही अनुकूल है।

बिहार में कुछ चीनी मिलें दरभंगा जिला के सकरी, लोहार, हसनपुर एवं मुजफ्फरपुर जिला के मोतीपुर में हैं। राज्य के दक्षिणी भाग में भी चीनी के कुछ कारखाने स्थित हैं। इनमें विक्रमगंज, बिहटा और गुरारू की चीनी मिलें हैं। नवादा के वारिसलीगंज में भी एक चीनी मिल थी जो बंद पड़ी है।

वर्तमान में चीनी का कुल उत्पादन यहाँ 4.52 लाख मीट्रिक टन है।

प्रश्न 2.
बिहार में वस्त्र उद्योग पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
उत्तर-
वस्त्र उद्योग बिहार का एक प्राचीन उद्योग है। इस उद्योग में एक विशेष समुदाय की भागीदारी रही है। यह काम यहाँ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र दोनों में होता है। भागलपुर के तसर कपड़े, लुंगी एवं चादर देश-विदेश में प्रसिद्ध हैं। औरंगाबाद जिले के ओबरा तथा दाउदनगर के बने कालीन की मांग सम्पूर्ण भारत में है। बिहार में सूती, रेशमी एवं ऊनी वस्त्र तैयार किये जाते हैं। कच्चे माल के अभाव में यहाँ सूती मिल का अधिक विकास नहीं हुआ है, लेकिन सस्ते मजदूर तथा बाजार की उपलब्धता के कारण डुमरांव, गया, मोकामा, मुंगेर, फुलवारीशरीफ, ओरमाझी, भागलपुर में यह उद्योग विकसित हुआ है। यहाँ छोटी-छोटी मिलें स्थापित हैं जिसके लिए सूत कानपुर एवं अहमदाबाद से मंगाया जाता है।

मुंगेर, मुजफ्फरपुर एवं पटना जिलों में स्थानीय भेड़ों से प्राप्त उन से कम्बल बनाया जाता है।
बिहार में हस्तकरघा प्रक्षेत्र राज्य का एक बड़ा औद्योगिक प्रक्षेत्र है। यहाँ 34,320 करघे हैं जिनमें 10817 सहकारी एवं 23503 गैर सहकारी क्षेत्र में हैं। इसके अलावे 11361 विद्युत चालित करघे हैं। यह उद्योग पटना, गया, भागलपुर, बांका, दरभंगा, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, भभुजा, नवादा, खगड़िया, नालन्दा एवं मधुबनी जिलों में केन्द्रित हैं। हस्तकरघा उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं।

प्रश्न 3.
बिहार के प्रमुख सड़क मार्गों के विस्तार एवं विकास पर प्रकाश डालें।
उत्तर-
परिवहन के साधनों में सड़कमार्ग का विस्तार बिहार में सबसे पहले हुआ था। अशोक एवं शेरशाह दो सम्राटों ने सड़कमार्ग के विकास में यहाँ काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आजादी के बाद सड़क का विस्तार काफी हुआ है। यहाँ वर्तमान में सड़कों की कुल लम्बाई 81,680 किमी. है। वर्तमान सड़क मार्ग को प्रशासनिक एवं कार्मिक दृष्टि से पाँच वर्गों में बाँटा गया है-राष्ट्रीय उच्च पथ, राज्य उच्च पथ, मुख्य जिला सड़कें, अन्य जिला सड़कें एवं ग्रामीण सड़कें।

राज्य में सबसे अधिक विस्तार ग्रामीण सड़कों का हुआ है, इसकी कुल लंबाई 8.3261.36 किमी. हैं इनमें 27,400 किमी. पक्की एवं 35861.63 किमी. सड़कें कच्ची हैं। इनके निर्माण एवं रख-रखावे का कार्य ग्राम पंचायत या प्रखंड विकास कार्यालय द्वारा होता है।

वर्तमान में सड़कों के विकास पर अधिक बल दिया जा रहा है। इसमें सम्पूर्ण उच्च पथों की मरम्मती, नवीकरण और उन्नयन कार्य सम्मिलित है। वर्ष 2006-07 में 773 किमी. और जनवरी 2008 तक 552 किमी. राष्ट्रीय उच्चपथों का नवीकरण किया गया। राज्य एवं जिला पथों  का भी तेजी से उन्नयन हो रहा है। वर्ष 2006 में 1054 किमी. सड़कों को राज्यपथ घोषित किया गया और एशियन बैंक के सहयोग से इन्हें दो लेनेवाले उच्चपथों में उन्नयन का कार्य जारी है। वर्ष 2008 में 772 किमी. सड़कों को राज्य पथ घोषित किया गया है। बिहार की कई सड़कें .
अन्तर्राष्ट्रीय सीमा तक भी जाती हैं। जैसे नेपाल सीमा तक।

उत्तरी बिहार में बाढ़ जैसी प्राकृतिक बाधा के कारण सड़कों का विकास कम हुआ है।

प्रश्न 4.
बिहार के रेल अथवा जलमार्ग का विस्तार से चर्चा करें।
उत्तर-
रेलमार्ग- बिहार में रेलमार्ग का विकास ब्रिटिश काल में सर्वप्रथम 1860 में हुआ था। इस अवधि में गंगा के किनारे ईस्ट इंडिया कम्पनी ने कोलकाता तक पहली रेल लाइन बिछाई।
यह रेलमार्ग मुख्यतः सुरक्षा और प्रशासनिक कार्य के लिए बनाया था और इस से पटना का सम्पर्क पश्चिमी और पूर्वी भारत से स्थापित हो गया। इसके बाद उत्तरी-बिहार में पूरब-पश्चिम रेलमार्ग का निर्माण हुआ।

उन्नीसवीं सदी के अन्तिम दशक तक कोलकाता से तत्कालीन बिहार के कई स्थानों को मिला दिया गया। बीसवीं सदी के मध्य तक अर्थात आजादी के समय तक उत्तरी बिहार में मीटरगेज के विकास के साथ कई शहरों को जोड़ दिया गया था। जबकि दक्षिण बिहार में अधिकतर बड़ी गेज का विकास हुआ था। स्वतंत्रता के बाद 1975 में राजेन्द्र सेतु निर्माण के उपरान्त उत्तरी और दक्षिणी बिहार का रेलमार्ग द्वारा सम्पर्क स्थापित हो गया।

2001 तक इस राज्य में रेल लाइन की कुल लम्बाई 6,283 किमी. हो गई है और हाजीपुर में 2002 में पूर्व-मध्य रेलवे का मुख्यालय स्थापित हो गया। 2003 में रेल लाइन को और विकसित किया गया और फतुहा-इस्लामपुर बड़ी लाइन बिछाई गई, इसके बाद राजगीर-नटेसर रेल-लाइन विस्तृत हुआ। बाँका को भागलपुर मन्दार हिल रेल लाइन से जोड़ दिया गया। दीघा-सोनपुर के बीच गंगा पर रेलपुल का निर्माण काम चल रहा है। किऊल-गया मार्ग में तिलैया स्टेशन के दक्षिण में कोडरमा तथा उत्तर में राजगीर से जोड़ने का काम चल रहा है। वर्तमान समय में बिहार के रेलमार्ग का नक्शा काफी बदल चुका है। सभी राज्यों की राजधानियों या मुख्य नगरों के लिए पटना से रेलगाड़ी रवाना होती है।

राज्य के भीतरी भागों में सवारी, एक्सप्रेस, शटल इ. एम. यू. तथा डी. एम. यू. गाड़ियाँ दौड़ती हैं। रेलवे के विकास एवं विस्तार के क्रम में कई बड़ी योजनाएं चल रही हैं।
किऊल-मुगलसराय रेल लाइन पटना-गया रेललाइन का विद्युतीकरण हो चुका है। पटना जंक्शन का विस्तार कर राजेन्द्रनगर तक कर दिया गया है। पटना-गया लाइन का दोहरीकरण हो रहा है।

Bihar Board Class 10 Geography बिहार : उद्योग एवं परिवहन Notes

  • झारखंड के अलग होने के बाद बिहार के मानचित्र से बड़े उद्योग लगभग विलुप्त हो चुके हैं
  • औद्योगिक विकास के लिए यहाँ अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियाँ मौजूद हैं।
  • बिहार में लघु एवं कुटीर उद्योगों का अधिक विस्तार है।
  • कृषिप्रधान राज्य होने के कारण यहाँ चीनी उद्योग, जूट उद्योग, तम्बाकू उद्योग में अपार संभावनाएं हैं।
  • वस्त्र उद्योग में भी विकास की अपार संभावनाएं हैं।
  • परिवहन के साधनों में सड़कमार्ग रेलमार्ग, जलमार्ग एवं वायुमार्ग सभी में लगातार विकास हो रहा है।
  • पटना और बोधगया में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे भी मौजूद हैं।
  • जमालपुर में रेलवे का एक बड़ा वर्कशॉप मौजूद है और राजगीर में आयुध निर्माणी कारखान कार्यारंभ होने की प्रतीक्षा में है।
  • पटना में महेन्द्र के पास एक राष्ट्रीय पोत संस्थान की स्थापना की गई है।

Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण पद परिचय

Bihar Board Class 10 Hindi Book Solutions Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण पद परिचय Questions and Answers, Notes.

BSEB Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण पद परिचय

Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण पद परिचय Questions and Answers

 

प्रश्न
पद तथा पद-परिचय की परिभाषा दीजिए।
उत्तर-
वाक्य में प्रयुक्त शब्दों को ‘पद’ कहते हैं। उन पदों का व्याकरणिक परिचय देना ‘पद-परिचय’ कहलाता है।
पद-परिचय के लिए आवश्यक संकेत
पद-परिचय के अंतर्गत संज्ञा, सर्वनाम आदि पदों का निम्नलिखित व्याकरणिक परिचय देनां अपेक्षितं होता है-
संज्ञा-संज्ञा के भेद, लिंग, वचन; कारक, क्रिया के साथ संबंधा
सर्वनाम- सर्वनाम के भेद, पुरुष, लिंग, वचन, कारक, क्रिया के साथ संबंधा
विशेषण- विशेषण के भेद, लिंग, वचन, विशेष्य।
क्रिया- अकर्मक, सकर्मक, लिंग, वचन, पुरुष, धातु, काल, वाच्य, प्रयोग, कर्ता और कर्म का संकेत।
क्रियाविशेषण- भेद, जिस क्रिया की विशेषता बताई गई हो उसके बारे में निर्देश।

समुच्चयबोधक, संबंधबोधक, विस्मयादिबोधक-
उन शब्दों के भेद तथा उनका संबंध, निर्देशं आदि।
(क) हम आज भी देश पर प्राण न्योछावर करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
हम- पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, पुल्लिंग, उत्तम पुरुष, कर्ता कारक।
देश पर- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक।
हो जाते हैं- सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल, उत्तम पुरुष, ‘हम’ कर्ता की क्रिया।

(ख) रमेश वहाँ दसवीं कक्षा में बैठा है।
रमेश – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक, ‘पढ़ता था’ क्रिया का कर्ता।
वहाँ-स्थानवाचक, क्रियाविशेषण, ‘पढ़ता था’ क्रिया का स्थान-निर्देश।
दसवीं-विशेषण, क्रमसूचक, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘कक्षा’ विशेष्य का विशेषण।
कक्षा में-जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारक।
बैठा है- अकर्मक क्रिया, ‘बैठ’ धातु, एकवचन, अन्य पुरुष, निश्चयार्थ कर्तृवाच्य, कर्तरि प्रयोग, इसका कर्ता रमेश।

(ग) भागकर जाओ और बाजार से कुछ तो लाओ।
भागकर- पूर्वकालिक क्रिया, रीतिवाचक, क्रियाविशेषण।
बाजार- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अपादान कारक।
कुछ- अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक।

(घ) काला घोड़ा तेज भागता है।
काला- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, ‘घोड़ा’ विशेष्य है।
घोड़ा- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, ‘भागता है’ क्रिया का कर्ता।
तेज- रीतिवाचक क्रियाविशेषण, ‘भागता है’ क्रिया की विशेषता प्रकट कर रहा है।

भागता है- अकर्मक क्रिया, कर्तवाच्य, वर्तमान काल, पुल्लिंग, अन्य पुरुष, एकवचन, ‘घोड़ा’ उसका कर्ता है।

(ङ) हम बाग में गए परंतु वहाँ कोई आम न मिला।
हम – पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम पुरुष, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक, ‘गए’ क्रिया का कर्ता। ..
बाग में-जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक।
गए.- अकर्मक क्रिया, ‘जा’ धातु, उत्तम पुरुष, पुल्लिंग, बहुवचन, भूतकाल, निश्चयार्थ, कर्तृवाच्य, कर्तरि प्रयोग, ‘हमें’ सर्वनाम इसका कर्ता है। .
परंतु – व्यधिकरण समुच्चयबोधक, दो वाक्यों को जोड़ता है।
वहाँ – स्थानवाचक क्रिया-विशेषण।
कोई – संख्यावाचक विशेषण, पुल्लिंग, एकवचन,
‘आम’ – विशेष्य का विशेषण। आम- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन कर्म कारक।
न – रीतिवाचक क्रिया-विशेषण।
मिला – सकर्मक क्रिया, ‘मिल’ धातु, अन्य पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, भूतकाल, निश्चयार्थ, कर्तृवाच्य, कमणि प्रयोग (‘हमें’ कर्ता का लोप है) इस क्रिया का कर्म ‘आम’ है।

(च) शीत ऋतु में हिमालय का क्षेत्र पूर्णतया बर्फ से ढक जाता है और वहां पर जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
शीत – विशेषण, गुणवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘ऋतु’ संज्ञा का विशेषण।
ऋतु में – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारका
हिमालय का – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, संबंधकारक।
क्षेत्र – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता ‘ढक जाना’ क्रिया का कर्ता।
पूर्णतया – रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, ‘ढक जाता है’ क्रिया-पद की विशेषता बता रहा है।
बर्फ से – जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, करण कारक। .
ढक जाता है – अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, एकवचन, निश्चयार्थ, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य, कर्तरि प्रयोग, इसका कर्ता ‘क्षेत्र’ है।
और – समानाधिकरण समुच्चयबोधक, दो वाक्यों को जोड़ता है। वहाँ स्थानवाचक क्रियाविशेषण।
जन-जीवन – भाववाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक, ‘हो जाता है’ क्रिया का कर्ता।
अस्त-व्यस्त – रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, ‘हो जाता है’ क्रिया का क्रियाविशेषण।
हो जाता है – अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग; एकवचन, निश्चयार्थ, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य, कर्तरि । प्रयोग।

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Short Answer Type Questions
B. Answer the following questions briefly:

Thinner Than A Crescent Question Answer Bihar Board Class 10 Question 1.
Why is Radha crying?
Answer:
Radha is crying to meet Lord Krishna.

Thinner Than A Crescent Bihar Board Class 10 Question 2.
What two feelings of Radha have been referrel to by her friend?
Answer:
The two feeling of Radha as referred by her friend have been,
(i) she does not hear, whatever other people say to her
(ii) she only expresses her agony.

Thinner Than A Crescent Meaning In Hindi Bihar Board Class 10  Question 3.
To Whom does the friend make a report?
Answer:
The friend makes the report to Lord Krishna (Madhav).

Thinner Meaning In Hindi Bihar Board Class 10 Question 4.
What did Radha’s friend believe in?
Answer:
Radha’s friends believer that when the hopelessness. would be driven away joy may come again.

Question 5.
Why did Radha’s friends run to Lord Krishna?
Answer:
Radha’s friend ran to Lord Krishna, to inform him that Radha was calling his name repeatedly and getting weak.

C.1. Long Answer Type Questions:

Question 1.
Describe Radha’s condition, as reported by her friend.
Answer:
Radha’s friend became sad to see her falling health and pathetic mental condition. He realised that she had immense love and devotion for Lord Krishna and his separation was unbearable to her. She had a strong desire to have a glimpse of her Lord to ask him for such a harsh attitude towards her. As such, Radha’s friend went hurriedly to Lord Krishna and narrated all about her.

As reported by him, she was so much miserably spending her day and night. Her tears had turned into a river. She was hurt and confused sitting constantly there. She had almost lost her sense. She did not understand what other people say and even what to tell them. She did repeat continuously her Lord’s name.

Thus, such was Radha’s condition as reported by her friend.

Question 2.
Why is Radha’s friend so worried?
Answer:
Radha is highly annoyed to see the negligence of Lord Krishna towards her. She has become physically and mentally sick. Seeing her such priecarious condition her friend becomes worried. Such unhappy situation is intolerable to him. He does not like to see her in such a miserable condition.

Being her true friend his anxiety is justified, which has made him restless. There is a proverb. “A friend in need is a friend indeed.” Naturally, Radha’s friend is so much worried over her misery.

Question 3.
“Radha each day grows thinner than the crescent in the sky”, comment on the use of imagery.
Answer:
Vidyapati has compared Radha’s physical health with the curved shape of the moon. The poet is well known for using imagery in his poems.

In the present poem, he has nicely compared the health of Radha to the curved shape of the moon which gradually becomes shorter each day and finally is reduced to a thin curved line. It is a wonderful example of the use of imagery, in this stanza. “Imagery is the way of expression, using images or comparing something or some persons through images.”.

The poet’s idea behind it is to show the condition of Radha’s health. she has reduced to a Skelton. The depreciation in her health did not occur in a day. It took time to become so. Likewise, the full moon is not reduced to a thin curved line in one day. Every day it gets shorter and it takes about a fortnight to become so.

Thus, the poet has beautifully used imagery in this stanza of the poem.

C.3. Composition:

Question 1. Write a message to your mother to inform her that you are going to see Ranjan who has taken ill.
Answer:

Patna
…………2012.

My dear mother,
I have not received any letter from you for more than a month. I am anxious to know your welfare. I am quite well here.

Ranjan is suffering from fever at Muzaffarpur. He had gone there about ten days back. I thought it proper to inform you about his illness. You need not worry for, I am going to see him today. I shall remain there till his recovery. I shall take him with me to Patna if required.

Convey my best regards to father and love to dear children. With regards.

Your loving son
Rahul.

Question 2.
Your friend is living in a state of anxiety and worry. Write, in a paragraph of 80-100 words on the pathetic condition of your friend.
Answer:
Jyoti is my fast friend. He is not keeping up good health. He is much worried about his ill-health. He has formed an idea that he would not regain his lost health. Due to his bad health, he is not in a position to continue his regular studies. It has made him worried. He has almost lost hope of his being cured. I feel pity to see his condition and try to convince him of his recovery. from illness soon. But he does not believe me. I remain with him for some time every day. His family members are also highly confused and disturbed owing to his pathetic health. May God bless him with a sound health and peace of mind!

D. Word study:
D. 1. Dictionary use:

Question 1.
Correct the spelling of the following words:

Karv Banis Brudes
Seige Konfusd Thiner

Answer:

Curve banish broods
Cease Confused Thinner

Question 2.
Write antonyms of the following words:
believe, thin, hope, friend, cease, confused.
Answer:

believe disbelieve
thin thick
hope hopeless
friend enemy
cease continue
confused convinced

E. Grammar:

Question 1.
Fill up the blanks with suitable verbs given in the brackets:
(1) Each boy…………….. to school. (go/goes)
(2) Each teacher …………. got a room. (has/have)
(3) Each person …………. a car. (own/owns)
(4) Each child ……………. a problem. (has/have)
(5) Each labourer ………….. given a uniform. (was/were)
(6) Each painter ………….. given a prize. (has been have been)
(7) Each lesson in the book ……….. two pictures. (has/have)
(8) Each room in this hotel ……….a television set. (has/have)
(9) Each bench in the park ……….. full. (is/are)
(10) Each compartment ……………. Overcrowded: (was/we 🙂
Answer:

  1. goes,
  2. has,
  3. owns,
  4. has,
  5. was,
  6. has been
  7. has,
  8. has,
  9. is,
  10. was

F. Activities:

1. Translate any song in your mother tongue into English.
2. Find out for yourself one more poem by Vidyapati and recite it in the class.
Answer:
Students should do themselves.

Translate into English:

  1. मौं तुम्हों सुचना देने आया हूँ |
  2. मौं तुम्हों यह पुस्तक देने आया हूँ |
  3. मौं नास्ता कर चूका हूँ |
  4. मौं अपना काम समाप्त कर चूका हूँ |
  5. मौं यह पुस्तक पढ़ चूका हूँ |
  6. वह खोलने गया है |
  7. वह बाजार गया है |
  8. वह सिनमा गया है |

Answer:

  1. I have come to inform you.
  2. I have come to give you this book.
  3. I have done my breakfast.
  4. I have finished my work.
  5. I have read this book.
  6. He has gone to play.
  7. He has gone to market.
  8. He has gone to the movies.

Comprehensive Based Questions with Answers

1. Her tears carved a river
And she broods on its bank
hurt and confused.
Questions:
(i) Who is crying?
(ii) How is she hurt?
(iii) What does she brood?
(iv) Find the word which means: puzzled.
(v) Who wrote the above lines?
Answers:
(i) Radha is crying.
(ii) Her lover Lord Krishna has gone away from her, so she is hurt by Separation.
(iii) She is brooding over her past days.
(iv) Confused.
(v) Vidyapati wrote these Lines.

हिन्दी भाषान्तर:
कवि विद्यापति राधा का कृष्ण के प्रति अनुराग तथा उनके वियोग से उत्पन्न राधा की असह्य पीड़ा का वर्णन करते हैं

  • उसके आँसुओं ने नदी का निर्माण कर दिया है अर्थात् नदी का रूप धारण कर लिया है।
  • तथा वह उसके तट पर बैठकर वेदनापूर्ण हृदय से लगातार सोचती रहती है।
  • आहत तथा किंकर्तव्य विमूढ़ होकर ।

2. You ask her one thing
She speaks of another
Her friends believe
That joy may come again
At times they banish hope
and cease to case.
Questions:
(i) Name the poem and its poet.
(ii) How does Radha reply?
(iii) Is she in her true sense?
(iv) Find the word from the passage which means, expel.
Answers :
(i) The name of the poem is “Thinner Than A crescent’ and the poet is Vidyapai.
(ii) She does not reply in proper way. She relpies confusedly (Hkzfer gksdj)
(iii) No, she is not in her true sense. She seems insane because someone asks her some questions she replies in another way.
(iv) Banish.

हिन्दी अनुवाद:

  • यदि आप उससे एक बात पूछते हैं,
  • तो वह दूसरी बात के विषय में कहती है।
  • उसके मित्रों को विश्वास है ।
  • कि अपार हर्ष पुनः प्राप्त हो सकता है
  • अनेक बार वे आशा त्याग देते हैं अर्थात् निराश हो जाते हैं
  • तथा इस प्रकरण को बन्द कर देते हैं अर्थात् इस दिशा में सोचना बन्द कर देते हैं।

3. O Madhava,,
I have run to call you:
Radha each day grows thinner
Thinner than the crescent in the sky.
Questions.
(i) Who is ‘Madhava’ here?
(ii) Why is Radha growing thinner and thinner each day?
(iii) Who has run to call to whom?
(iv) Find the word in the passage which means:
‘The curved shaped of the moon.
Answers :
(i) Madhava is Lord Krishna here.
(ii) Radha is in agony. She is aggrieved of Separation from Lord Krishna. She has left her eating , thus she is growing thinner and thinner everyday.
(iii) Radha’s anonymous friend has run to call Lord Krishna.
(iv) Crescent.

हिन्दी अनुवाद:

  • ऐ माधव (प्रभु कृष्ण)
  • मैं आपको संदेश देने के लिए तेज चाल में चलकर आया हूँ; . राधा प्रत्येक दिन
  • दुबली होती जाती है अर्थात् निरन्तर दुबली होती जाती है
  • आकाश के अर्द्ध चन्द्र से भी अधिक दुबली, अर्थात् घटते हुए चन्द्रमा (प्रतिपदा के चन्द्रमा) के आकार से भी अधिक दुबली।

भावार्थ:
कवि के कहने का आशय यह है कि राधा के हितैषी मित्र भगवान कृष्ण के पास आकर राधा की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति का वर्णन करते हुए कहते हैं कि राधा उनकी याद में दिन प्रतिदिन दुबली होती जा रही है जिस प्रकार पूर्ण चन्द्र क्रमशः सिमटते हुए निरन्तर पतला होता जाता है ।

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Bihar Board Class 10 Geography Solutions Chapter 3 निर्माण उद्योग

Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Geography भूगोल : भारत : संसाधन एवं उपयोग Chapter 3 निर्माण उद्योग Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Geography Solutions Chapter 3 निर्माण उद्योग

Bihar Board Class 10 Geography निर्माण उद्योग Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
इनमें स कौन औद्योगिक अवस्थिति का कारक नहीं है ?
(क) बाजार
(ख) जनसंख्या
(ग) पूँजी
(घ) ऊर्जा
उत्तर-
(ख) जनसंख्या

प्रश्न 2.
भारत में सबसे पहले स्थापित लौह इस्पात कंपनी निम्नांकित में से कौन है ?
(क) भारतीय लोहा और इस्पात कंपनी
(ख) टाटा लोहा इस्पात कंपनी
(ग) बोकारो स्टील सिटी
(घ) विश्वेश्वरैया लोहा और इस्पात उद्योग
उत्तर-
(ख) टाटा लोहा इस्पात कंपनी

प्रश्न 3.
पहली आधुनिक सूती निम्न मिल मुंबई में स्थापित की गई थी, क्योंकि.
(क) मुंबई एक पत्तन है
(ख) यह कपास उत्पादक क्षेत्र के निकट स्थित है.
(ग) मुंबई में पूँजी उपलब्ध थीं
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(घ) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 4.
निम्नांकित में से कौन उद्योग कृषि पर आधारित नहीं है ?
(क) सूती वस्त्र
(ख) सीमेंट
(ग) चीनी
(घ) जूट वस्त्र
उत्तर-
(ख) सीमेंट

प्रश्न 5.
हुगली औद्योगिक प्रदेश का केन्द्र है ?
(क) कोलकाता-रिसड़ा
(ख) कोलकाता-कोनागरि
(ग) कोलकाता-मोदिनीपुर
(घ) कोलकाता-हावड़ा
उत्तर-
(घ) कोलकाता-हावड़ा

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन उद्योग सार्वजनिक क्षेत्र के अन्तर्गत आता है.?
(क) जे.के. सीमेंट उद्योग
(ख) टाटा लौह एवं इस्पात
(ग) बोकारो लौह इस्पात उद्योग
(घ) रेमण्ड कृत्रिम वस्त्र उद्योग
उत्तर-
(ग) बोकारो लौह इस्पात उद्योग

प्रश्न 7.
इनमें से कौन उपभोक्ता उद्योग है ?
(क) पेट्रो-रसायन
(ख) लौह-इस्पात
(ग) चीनी उद्योग
(घ) चितरंजन लोकोमोटिव
उत्तर-
(ग) चीनी उद्योग

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से कौन छोटे पैमाने का उद्योग है ?
(क) चीनी उद्योग ।
(ख) कागज उद्योग ।
(ग) खिलौना उद्योग
(घ) विद्युत उपकरण उद्योग
उत्तर-
(ग) खिलौना उद्योग

प्रश्न 9.
भोपाल त्रासदी में किस गैस का रिसाव हुआ था ?
(क) कार्बन डाईऑक्साइड
(ख) कार्बन मोनोआक्साइंड
(ग) मिथाइल आइसोसाइनाईट
(घ) सल्फर डाईआक्साइड
उत्तर-
(ग) मिथाइल आइसोसाइनाईट

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
विनिर्माण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
कच्चे मालों द्वारा जीवनोपयोगी वस्तुएं तैयार करना विनिर्माण उद्योग कहलाता है। वर्तमान समय में यह किसी भी राष्ट्र के विकास एवं सम्पन्नता का सूचक है। जैसे-कपास से कपड़ा, गन्ने से चीनी, लौह अयस्क के लोहा एवं इस्पात आदि का निर्माण करना।

प्रश्न 2.
सार्वजनिक और निजी उद्योग में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-
सार्वजनिक उद्योग-वैसे उद्योग जिनका संचालन सरकार स्वयं करती है, सार्वजनिक उद्योग कहलाता है। जैसे-दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला लोहा इस्पात केन्द्र।
निजी उद्योग-वैसे उद्योग जिनका स्वामित्व किसी एक व्यक्ति या संस्था के पास होता है निजी उद्योग कहलाता है। जैसे-टाटा आयरन एण्ड स्टील कंपनी।

प्रश्न 3.
उद्योगों के स्थानीयकरण के तीन कारकों को लिखिए।
उत्तर-
उद्योगों के स्थानीयकरण के तीन कारक निम्न हैं (i) अनुकूल सुलभता (ii) अनुकूल जलवायु (iii) मानवीय कारक।

प्रश्न 4.
कृषि आधारित उद्योग और खनिज आधारित उद्योग के अंतर को स्पष्ट करें।
उत्तर-
कृषि आधारित उद्योग वैसा उद्योग जिसके लिए कच्चा माल कृषि से प्राप्त होता है। जैसे-सतीवस्त्र उद्योग, रेशमी और ऊनी वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग, चाय उद्योग, कहवा उद्योग, जूट
खनिज आधास्ति उद्योग–ऐसे उद्योग जो अपने कच्चे माल के लिए खनिजों पर निर्भर है, उन्हें खनिज आधारित उद्योग कहते हैं। लोहा एवं इस्पात, सीमेंट तथा रसायन उद्योग।

प्रश्न 5.
स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को उदाहरण सहित वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर-

  • सार्वजनिक उद्योग-इनका संचालन सरकार स्वयं करती है। जैसे-दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला के लोहा इस्पात केन्द्र।
  • संयुक्त अथवा सहकारी उद्योग-जब उद्योगों में दो या दो से अधिक व्यक्तियों या सहकारी समितियों का योगदान हो तो उसे संयुक्त अथवा सहकारी उद्योग कहा जाता है। जैसे आइल इंडिया लिमिटेड, महाराष्ट्र के चीनी उद्योग इत्यादि।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उदारीकरण, निजीकरण और वश्वीकरण से आप क्या समझते हैं ? वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा है ? इसकी व्याख्या करें।
उत्तर-
उदारीकरण-उद्योग तथा व्यापार को लालफीता शाही के अनावश्यक प्रतिबंधों से मुक्त करके अधिक प्रतियोगी बनाना ही उदारीकरण कहलाता है। –

निजीकरण- देश की स्वस्थ अर्थव्यवस्था को बनाये रखने हेतु देश के अधिकतर उद्योगों के नियंत्रण पर सरकारी एकाधिकार को कम कर या समाप्त कर उसके स्वामित्व को निजी हाथों में सौंप देना ही निजीकरण कहलाता है।

वैश्वीकरण-वैश्वीकरण का अर्थ है देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ना, अर्थात् प्रत्येक देश का अन्य देशों के साथ बिना किसी प्रतिबंध के पूँजी, तकनीकी एवं व्यापारिक आदान-प्रदान ही वैश्वीकरण है।

भारत सरकार की नवीन आर्थिक नीतियाँ वैश्वीकरण को परिभाषित करने में लगी हुई हैं। हमारा उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था का विश्व की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ तारतम्य बनाना है।

इसके अन्तर्गत सभी वस्तुओं के आयात में खुली छूट, सीमा शुल्क में कमी, विदेशी पूँजी की मुक्त प्रवाह की अनुमति, सेवा क्षेत्र विशेषकर बैंकिंग, बीमा और जहाजरानी क्षेत्रों में विदेशी पूंजी निवेश की छूट और रुपयों को पूर्ण परिवर्तनशील बनाना है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु भारतीय अर्थव्यवस्था का तेजी से वैश्वीकरण हो रहा है। परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में उत्साहवर्द्धक उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं। विदेशी मुद्रा का भण्डार काफी बढ़ गया है, किन्तु निर्यात और कृषि दरों में गतिरोध उत्पन्न हुआ है।

विश्वव्यापी मंदी के बावजूद चीन की छोड़कर अन्य विकासशील देशों की तुलना में भारत में सकल घरेलू उत्पाद की दर अधिक है। किन्तु सामाजिक क्षेत्रों की प्रगति संतोषजनक नहीं है। रोजगार सृजन के अवसर कम हुए हैं। गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। अनाज का विपुल भंडार रहते हुए भी भारी संख्या में भारतवासी कुपोषण के शिकार हैं। इसका मुख्य कारण उनमें क्रयशक्ति की कमी है।

वैश्वीकरण स स्वदेशी उद्योगों विशेषकर कुटीर एवं लघु उद्योगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यह बात स्पष्ट रूप से कही जा सकती है कि वैश्वीकरण से हमारी अर्थव्यवस्था पर और औद्योगिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

प्रश्न 2.
भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी उद्योग का विवरण दीजिए।
उत्तर-
इस उद्योग को ज्ञान आधारित उद्योग भी कहते हैं क्योंकि इसमें उत्पादन के लिए विशिष्ट नए ज्ञान, उच्च प्रौद्योगिकी और निरंतर शोध और अनुसंधान की आवश्यकता रहती है। यह वह उद्योग है जो मुख्यतः सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित है। इसने देश के आर्थिक ढाँचे तथा लोगों की जीवनशैली में बहुत क्रांति ला दी है।

इस उद्योग के अन्तर्गत आनेवाले उत्पादों में ट्रांजिस्टर से लेकर टी. वी., टेलीफोन, पेपर, राडार, सेल्यूलर टेलीकॉम, लेजर, जैव प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष उपकरण, कम्प्यूटर की यंत्र सामग्री (हार्डवेयर) तथा प्रक्रिया सामग्री (सॉफ्टवेयर) इत्यादि हैं। इन्हें उच्च प्रौद्योगिकी भी कहते हैं। इनके प्रमुख उत्पादक केन्द्र बंगलूर, मुम्बई, दिल्ली, हैदराबाद, पूणे, चेन्नई, कोलकता, कानपुर तथा लखनऊ हैं। इसके अतिरिक्त 20 सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क हैं जो सॉफ्टवेयर विशेषज्ञों को एकल विंडो सेवा तथा उच्च ऑकड़े संचार सुविधा प्रदान करते हैं। इसका प्रमुख महत्व रोजगार उपलब्ध कराना है। पिछले दो या तीन वर्षों से यह उद्योग विदेशी मुद्रा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है। जिसका कारण तेजी से बढ़ता व्यवसाय प्रक्रिया बाह्यस्रोतीकरण है।

प्रश्न 3.
भारत में सूतीवस्त्र उद्योग के वितरण का विवरण दें।
उत्तर-
सूतीवस्त्र बनाने में भारत का एकाधिकार बहुत प्राचीन काल से चला आ रहा है। परन्तु पहली आधुनिक सूती मिल की स्थापना सन् 1818 ई. में कोलकता के निकट फोर्ट ग्लास्टर नामक स्थान पर की गयी जो कुछ समय बाद बंद हो गई और पहली सफल मिल मुम्बई में सन् 1854 ई. में काबस जी नाना भाई डाबर ने लगाई और इसके बाद भारत में आधुनिक वस्त्र उद्योग का विकास हुआ। वर्तमान में यह भारत का सबसे विशाल उद्योग है जो कृषि के बाद दूसरा बड़ा रोजगार प्रदान करता है।

इसका वितरण निम्न है-

  • तमिलनाडु- यह भारत का सबसे बड़ा सूती वस्त्र तैयार करने वाला राज्य है। यहाँ 219 मिलें हैं।
  • गुजरात यहाँ मिलों की संख्या 117 है। इसके प्रमुख केन्द्र अहमदाबाद, बड़ौदा, सूरत, भड़ोंच, पोरबंदर, भावनगर एवं नादियार हैं।
  • महाराष्ट्र-यहाँ 107 मिले हैं। यहाँ के मुख्य केन्द्र मुम्बई, शोलापुर, पूणे, वर्धा, नागपुर, औरंगाबाद और जलगाँव हैं।
  • पश्चिम बंगाल- इसके मुख्य केन्द्र आवड़ा, मुर्शिदाबाद, हुगली और श्रीरामपुर हैं।
  • उत्तर प्रदेश- इसके मुख्य केन्द्र मानपुर, मुरादाबाद, आगरा और मोदीनगर हैं।
  • मध्य प्रदेश- ग्वालियर, उज्जैन, इंदौर और देवास इसके प्रमुख केन्द्र हैं।

परियोजना कार्य

प्रश्न 1.
भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को उपयुक्त चिह्नों की सहायता से अंकित कीजिये तथा उनके नाम लिखियो..
(i) निजी क्षेत्र में स्थापित एक प्रसिद्ध लोहा-इस्पात केन्द्र।।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

(ii) मध्यप्रदेश का सॉफ्टवेयी प्रौद्योगिकी पार्की
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

(iii) बिहार का सॉफ्टवेयी प्रौद्योगिकी पार्क
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

(iv) छत्तीसगढ़ का लोहा-इस्पात संयंत्र
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

(v) चीनी उद्योग का अग्रणी राज्य
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

(vi) सूती वस्त्र उद्योग के प्रधान केन्द्र मुम्बई, कोयम्बटूर अहमदाबाद तथा कानपुरा।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

अपने शिक्षक की सहायता से भारत में कार्यरत 10 बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की तालिका तैयार कीजिए तथा प्रत्येक के नाम के सामने उन उद्योगों का नाम लिखें जिनसमें उनका निवेश विशेष रूप से हुआ है।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 10 Geography निर्माण उद्योग Additional Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
सिंदरी कहाँ स्थित है ?
(क) पश्चिम बंगाल में
(ख) झारखण्ड में
(ग) छत्तीसगढ़ में
(घ) उड़ीसा में
उत्तर-
(ख) झारखण्ड में

प्रश्न 2.
नेपानगर किस उद्योग के लिए प्रसिद्ध है ?
(क) चीनी
(ख) सीमेंट
(ग) अखबारी कागज
(घ) सूती कपड़ा
उत्तर-
(ग) अखबारी कागज

प्रश्न 3.
चीनी उत्पादन में कौन राज्य भारत में सबसे आगे है ?
(क) प. बंगाल
(ख) उत्तर प्रदेश
(ग) महाराष्ट्र
(घ) पंजाब
उत्तर-
(ग) महाराष्ट्र

प्रश्न 4.
इनमें कौन सूती वस्त्र में अग्रणी है ?
(क) कानपुर
(ख) मुम्बई
(ग) चेन्नई
(घ) नागपर
उत्तर-
(ख) मुम्बई

प्रश्न 5.
इनमें कौन इस्पात केंद्र समुद्र के निकट है ?
(क) विजयनगर
(ख) बोकारो
(ग) भिलाई
(घ) भद्रावती
उत्तर-
(घ) भद्रावती

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
किस योजनाकाल में भारत में औद्योगिकीकरण का विचार प्रस्तुत किया गया ?
उत्तर-
द्वितीय पंचवर्षीय योजनाकाल में भारत में औद्योगिकीकरण का विचार प्रस्तुत किया गया।

प्रश्न 2.
1854 में भारतीय पूँजी से सबसे पहली सूती वस्त्र की मिल कहाँ स्थापित की गयी थी?
उत्तर-
1854 में भारतीय पूँजी से सबसे पहली सूती वस्त्र की मिल मुंबई में स्थापित की गयी थी।

प्रश्न 3.
भारत का कौन राज्य जूट उत्पादन में अग्रणी है ?
उत्तर-
भारत का पश्चिम बंगाल जूट उत्पादन में अग्रणी राज्य है।

प्रश्न 4.
टीटागढ़ का कागज कारखाना किस राज्य में अवस्थित है ?
उत्तर-
पश्चिम बंगाल में टीटागढ़ का कागज कारखाना अवस्थित है।

प्रश्न 5.
भारत का पहला इस्पात कारखाना किस नदी घाटी में स्थापित हुआ था? :
उत्तर-
भारत में पहला इस्पात कारखाना सबसे पहले 1830 ई. में तमिलनाडु में पोर्टोनोवा नदी घाटी में स्थापित हुआ था।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
गौण उत्पाद किसे कहते हैं। एक उदाहरण दें।
उत्तर-
प्राकृतिक उत्पादों में कुछ ऐसे उत्पाद हैं जिन्हें अधिकाधिक उपयोग में लाने के लिए संसाधित करने की आवश्यकता होती है। प्राथमिक उत्पादों को संसाधित करने से जो उपयोगी. पदार्थ प्राप्त होते हैं उन्हें गौण उत्पाद कहते हैं। रूई से तैयार किया गया कपड़ा और लौह अयस्क से तैयार किया गया इस्पात गौण उत्पाद के उदाहरण हैं।

प्रश्न 2.
निर्माण उद्योग से आप क्या समझते हैं ? दो उदाहरण दें।
उत्तर-
अधिक-से-अधिक कच्चा माल जुटाकर इससे बहुमूल्य और अधिक उपयोगी वस्तुओं का अधिकाधिक उत्पादन करने की प्रक्रिया ही निर्माण उद्योग है, अपनी कार्यकुशलता और तकनीकी ज्ञान से जब मानव प्राथमिक उत्पादों को गौण उत्पादों में परिवर्तित करता है तो उसका यह प्रयास और क्रियाशीलन निर्माण उद्योग या सिर्फ निर्माण कहलाता है। उदाहरण के लिए, गन्ने के 10 टन रस से 1 टन चीनी ही बनती है, परन्तु इसका मूल्य रस के मूल्य से 10 गुना हो जाता है। इसी प्रकार कच्चे माल बहुत सस्ते होते हैं, परन्तु उनसे बना माल मूल्यवान हो जाता है। जंगल में पेड़ के पत्ते का कोई मूल्य नहीं, परन्तु उसी से पत्तल बनाकर बेचने पर आमदनी होने लगती है।

प्रश्न 3.
उद्योगों का विकास क्यों आवश्यक है ?
उत्तर-
उद्योगों के विकास से लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठता है। भारत में कृषि पर आधारित अनेक उद्योग स्थापित हैं। जैसे सूती-वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग, चाय, कॉफी, जूट उद्योग आदि। कुछ उद्योग कृषि के विकास में लगे हैं, जैसे उर्वरक उद्योगा ।

उद्योगों में आत्मनिर्भरता लाने के लिए उच्च कोटि की कार्यकुशलता और प्रतिस्पर्धा लाने की आवश्यकता है। जब तक औद्योगिक उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नहीं होगा, तब तक अन्य देशों से हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते हैं। विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए हमें ऐसा करना जरूरी है। विदेशी मुद्रा अर्जित कर राष्ट्रीय सम्पत्ति बढ़ा सकते हैं और देश को खुशहाल बना सकते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
भारत में लोहा-इस्पात उद्योग के विकास का सकारण विवरण दें।
उत्तर-
लोहा-इस्पात उद्योग खनिज पर आधारित उद्योगों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण उद्योग है। जिसपर आधुनिक युग के छोटे-बड़े सभी उद्योग आश्रित हैं। भारत में लौह-इस्पात उद्योग का इतिहास अत्यन्त प्राचीन है। दिल्ली स्थित जंगरहित लौह स्तम्भ भारत में प्राचीन काल से ही निर्मित होने वाले उत्तम किस्म के इस्पात का एक सुन्दर उदाहरण है। आधुनिक लोहा और इस्पात कारखानों की स्थापना सन् 1779 ई. में तमिलनाडु के दक्षिण में अर्काट जिले में की गई थी। सभी कच्चे मालों की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं होने के कारण यह कारखाना असफल रहा। पुनः 1874 ई. में पश्चिम बंगाल में कुल्टी नामक स्थान पर बराकर लौह कम्पनी स्थापित हुई जिसे ब्रिटिश सरकार ने सन् 1882 में अपने नियंत्रण में ले लिया 1918 ई. में हीरापुर में एक इस्पात कारखाने की स्थापना की गई।

1936 ई. में इसे कुल्टी कारखाने में मिलाकर 1952 में इण्डियन आयरन एण्ड स्टील कम्पनी का नाम दिया गया। स्वतंत्रता के पूर्व श्री जमशेद जी टाटा के द्वारा एक महत्वपूर्ण प्रयास के तहत 1907 में साकची नामक स्थान पर एक इस्पात कारखाना की स्थापना की गई जो अभी टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी के रूप में देश के निजी क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण कारखाना है।

स्वतंत्रता के बाद भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के अन्तर्गत 6 नवीन कारखानों की स्थापना की गई है। ये हैं-राउरकेला (उड़ीसा), भिलाई (मध्य प्रदेश), विशाखापत्तनम् (आंध्र प्रदेश), बोकारो, दुर्गापुर, सलेम। उड़ीसा के पाराद्वीप और कर्नाटक के विजयनगर में अन्य कारखानों का निर्माण हो रहा है। नवीन औद्योगिक नीति के तहतं निजी क्षेत्र में इस उद्योग का तेजी से.विकास हो रहा है।

भारत में लोहा-इस्पात उद्योग का विकास बहुत तेजी गति से हो रहा है। इसका प्रमुख कारण यह है कि यहाँ उच्च कोटि का हेमाटाइट और मैग्नेटाइट लौह-अयस्क मिलता है, जिसमें 50% 70% तक लौहांश पाया जाता है। झारखण्ड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में इसका बहुल्य है। कोयले की प्राप्ति रानीगंज, झुरिया, गिरिडीह और बोकारो कोयला क्षेत्रों से की जाती है। गालक के रूप में प्रयुक्त होनेवाले खनिजों की भी यहाँ कमी नहीं है।

उड़ीसा के सुन्दरगढ़, झारखण्ड के राँची, छत्तीसगढ़ के दुर्ग और मध्य प्रदेश के सतना तथा कर्नाटक के शियोगा जिलों में चूनापत्थर के भण्डार मिलते हैं। डोलोमाइट, मैंगनीज और ऊष्मा सह पदार्थ (refractory materials) लौह अयस्क तथा कोयला क्षेत्रों के निकट सुलभ हैं। यही कारण है कि इन सारी आवश्यक सुविधाओं से लबरेज होने के कारण भारत में लोहा-इस्पात उद्योग का विकास बहुत ही तेजी के साथ हो रहा है। आवश्यकता इस बात की है कि इस विकास की गति को लम्बे समय तक बनाए रखना आवश्यक है। जिससे यहाँ इस उद्योग के विकास की गति और तेज हो सके। जिसके फलस्वरूप यहाँ के लोगों (मजदूरों) कोअधिक-से-अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे और देश का आर्थिक विकास भी अपनी चरम सीमा पर होगा।

प्रश्न 2.
भारत में सूती कपड़े या चीनी उद्योग का विकास किन क्षेत्रों में और किन कारणों से हुआ है ? विस्तृत विवरण दें।
उत्तर-
भारत सूती वस्त्र का निर्माता प्राचीनकाल से रहा है। मुगलकालीन भारत में ढाका का मलमल विश्वविख्यात था। परन्तु इंग्लैण्ड के औद्योगिक क्रांति ने इसे बर्बाद कर दिया।

आज फिर सूती वस्त्र उद्योग देश का बड़ा उद्योग बन गया है। औद्योगिक उत्पादन में इसका 20% योगदान है। इस उद्योग में लगभग डेढ़ करोड़ लोग लगे हैं। भारत में कुल निर्यात में इसका योगदान 25% है।

सूती-वस्त्र उद्योग की स्थापना सबसे अधिक महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में हुआ है। महाराष्ट्र में 122 कारखाने स्थापित हैं। केवल मुंबई महानगर में 62 कारखाने स्थापित हैं। गुजरात दूसरा बड़ा वस्त्र उत्पादक राज्य है। यहाँ 120 कारखाना स्थापित हैं जिनमें 72 कारखाने अहमदाबाद में स्थापित हैं।

महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में वस्त्र उद्योग के विकास का मुख्य कारण है कपास की पर्याप्त उपलब्धत, कपास एवं मशीनरी के आयात-निर्यात की सुविधा मुंबई और कांडला बन्दरगाह से प्राप्त है। कुशल कारीगर की उपलब्धता है।

इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, प. बंगाल में भी सूती-वस्त्र उद्योग का अच्छा विकास हुआ है। इन जगहों पर सस्ते श्रमिक, परिवहन के साधन जल-विद्युत की सुविधा उपलब्ध होने के कारण विकास में मदद मिला है।

चीनी उद्योग कृषि पर आधारित उद्योग है। इसका कच्चा माल गन्ना हैं। चीनी उद्योग को गन्ना उत्पादक क्षेत्र में ही स्थापित करना उपयुक्त होता है। इसीलिए चीनी मिलें गन्ना उत्पादक ‘राज्यों में मुख्य रूप से स्थापित की गयी हैं। उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा राज्यों में चीनी की मिलें स्थापित की गयी हैं।उत्तर प्रदेश में चीनी की लगभग 100 मिलें हैं। यहाँ इसके लिए निम्नांकित सुविधाएं उपलब्ध है

  • गन्ने की अच्छी खेती
  • परिवहन की अच्छी व्यवस्था,
  • सस्ते श्रमिक और घरेलू बाजार।

1960 तक यह देश का प्रथम उत्पादक राज्य था। परंतु अब उत्पादन घट कर एक-चौथाई पर आ गया है।
बिहार राज्य में चीनी की बीसों मिलें स्थापित हैं, परंतु उत्पादन कम है। उत्तर भारत में पंजाब और हरियाणा राज्य में भी एक दर्जन से अधिक चीनी की मिलें स्थापित हैं।

दक्षिण भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश और तमिलनाडु में चीनी की मिलें स्थापित . हैं। महाराष्ट्र में चीनी मिलों के लिए निम्नांकित सुविधाएँ प्राप्त हैं-

  • गन्ने की प्रतिहेक्टेयर उपज अधिक, रस का अधिक मीठा होना और रस अधिक . निकलना।
  • उपयुक्त जलवायु।
  • यहाँ चीनी की मिलें स्वयं गन्ने की खेती करती हैं।
  • समुद्री तट के कारण निर्यात की सुविधा। चीनी उत्पादन में आज महाराष्ट्र देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है।

प्रश्न 3.
उद्योगों से होनेवाले प्रदूषण को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
उत्तर-
जब से भारत में औद्योगिकीकरण की शुरूआत हुयी है, तब से भारत में उद्योगों का विकास बहुत तेजी से हुआ है। उद्योगों के विकास होने से यहाँ आर्थिक विकास हुआ है और लोगों को रोजगार के भी अवसर अधिक मात्रा में उपलब्ध हुए हैं। लेकिन उद्योगों के विकास होने से एक ओर अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं तो दूसरी ओर इसके बुरे परिणाम भी हमें झेलने . . पड़ रहे हैं। उद्योगों के विकास होने से प्रदूषण को बढ़ावा मिला है। जो मानव और जीव-जन्तुओं के लिए हानिकारक हैं। लेकिन विगत वर्षों में सरकार द्वारा उचित कदम उठाए गये हैं।

उद्योगों से होनेवाले प्रदूषण को कम करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए

  • कारखानों में ऊंची चिमनियाँ लगायी जाएँ, चिमनियों में इलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपण, स्क्रबर । उपकरण तथा गैसीय प्रदूषक पदार्थों को पृथक करने के लिए उपकरण लगाए जाएँ।
  • तापीय विद्युत की जगह जलविद्युतं का उपयोग कर वायु प्रदूषण में कमी लायी जा सकती है।
  • नदियों में गर्म जल तथा अपशिष्ट पदार्थों को प्रवाहित करने से पहले उनका शोधन कर लिया जाए। औद्योगिक कचरों से मिले जल की भौतिक, जैविक तथा रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा शोधन कर पुनःचक्रण (recycling) द्वारा पुनः प्रयोग योग्य बनाया जाए। ..
  • मशीनों, उपकरणों तथा जेनरेटरों में साइलेंसर लगाकर ध्वनि प्रदूषण को रोका जाए। कारखानों में कार्यरत श्रमिकों को कानों पर शोर नियंत्रण उपकरण पहनने के लिए प्रेरित किया जाए।
  • भूमि पर औद्योगिक कचरों को बहुत दिनों तक जमा होने से रोका जाए। _ अतः स्पष्ट है कि कल-कारखाने वाले उद्योगों के बढ़ने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है। प्राकृतिक पर्यावरण की गुणवत्ता घटने लगती है। इसलिए इसे रोकने के लिए समुचित कदम उठाए जाने चाहिए।

Bihar Board Class 10 Geography निर्माण उद्योग Notes

  • कच्चे मालों द्वारा जीवनोपयोगी वस्तुएँ तैयार करना विनिर्माण उद्योग कहलाता है जो किसी
    भी राष्ट्र के विकास और सम्पन्नता का सूचक है।
  • भारत में पहला जूट कारखाना 1855 ई. में कोलकाता के निकट ‘रिसरा’ नामक स्थान पर स्थापित हुआ था।
  • मुम्बई को सूती वस्त्रों की महानगरी कहा जाता है।
  • भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की सभी लौह-इस्पात संयंत्रों का प्रबंधन भारतीय इस्पात प्राधिकरण के अधीन है।
  • द्वितीय पंचवर्षीय योजनाकाल के दौरान दुर्गापुर, राउरकेला एवं भिलाई में लौह-इस्पात
    कारखाने लगाये हैं।
  • अन्गोरा कुन खरगोश के रोएँ से बनाया जाता है।
  • वर्तमान समय में सूती-वस्त्र उद्योग की देशभर में 1824 से अधिक मिलें हैं।
  • चीनी का कुल उत्पादन 2000 में 182 लाख टन हुआ।
  • प. बंगाल में जूट मिलें हुगली तट पर बांसबेरिया से बिरलापुर तक स्थापित हैं।
  • देश के कुल निर्यात में वस्त्र उद्योग की भागीदारी 30% है।
  • 1882 ई० में टीटागढ़ (प. बंगाल) में टीटागढ़ पैपर मिल्स की स्थापना की गयी।
  • आज देश में 600 से अधिक लुगदी तथा कागज मिलें हैं।
  • भारत में 10 वृहत एवं 200 से अधिक लधु लोहा एवं इस्पात कारखाने हैं।
  • सकल राष्ट्रीय उत्पादन में निर्माण उद्योगों का हिस्सा 17% है।
  • सूती वस्त्र उद्योग में भारत आत्म-निर्भर है।
  • भारत में अभी लगभग 78 जूट मिलें हैं। जूट के निर्यात में भारत का विश्व में दूसरा स्थान है।
  • लोहा-इस्पात का आधुनिक ढंग का बड़ा कारखाना 1907 ई. में स्वर्ण रेखा घाटी में साकची नामक स्थान पर खोला गया।
  • भारत में सीमेंट का पहला कारखाना 1904 ई. में तमिलनाडु में खुला था।
  • ऐलुमिनियम कारखाने सस्ती बिजली क्षेत्र के निकट स्थापित किए जाते हैं।
  • ताँबा उद्योग के कारखाने घाटशिला (झारखण्ड), खेत्री (राजस्थान) एवं तूतीकोरिन (तमिलनाडु) में हैं।
  • सिंदरी उर्वरक कारखाना झारखण्ड में 1952 ई. में खुला।
  • भारत प्रतिवर्ष 147.81 करोड़ टन सीमेंट तैयार करता है।
  • उद्योगों के विकास से लोगों का जीवन-स्तर ऊँचा होता है।
  • उद्योग-स्थापन के कई कारक हैं, जैसे-कच्चे माल की प्राप्ति, शक्ति आपूर्ति, यातायात की सुविधा, मानव संसाधन, बाजार, राजनीतिक स्थिरता, पूँजी की, सुविधा।
  • स्वामित्व के आधार पर प्रमुख कार्यों के आधार पर, आकार के आधार पर और कच्चे माल … . तथा तैयार माल के भार के आधार पर उद्योगों के कई वर्ग हैं।
  • कच्चे मालों द्वारा जीवनोपयोगी वस्तुएँ तैयार करना विनिर्माण उद्योग कहलाता है जो किसी भी राष्ट्र के विकास और संपन्नता का सूचक है।

Bihar Board Class 10 English Reader Solutions Chapter 1 January Night

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Panorama English Reader Class 10 Solutions Chapter 1 January Night

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January Night Question Answer Bihar Board Question 1.
Suppose you are Munni, the landlord comes to your house and asks you to pay the rent. What will you do then?
Answer:
I shall tell the landlord that as I have no money at the present time. it is not possible for me to pay him the rent. I shall request him to have pity on me and kindly give me some more time. I shall pay him the same after the harvest. I promise to stick to my words.

January Night Story Questions And Answers Bihar Board Question 2.
Animals also possess the ability to understand human feelings. Elaborate this statement keeping in view the role of Jabra in the story.
Answer:
Animals also possess the ability to understand human feelings. In the story, Haiku has a pet dog named Jabra. He goes to guard his harvest in the field with his dog Jabra at the January night. It is biting cold. Haiku picks up Jabra and pats his head to get him fall asleep in his lap. Jabra thought himself to be in heaven. Suddenly Jabra picks up the noise of some animals grazing the harvest. Haiku’s special intimacy had produced a new alertness in Jabra. He sprang up and ran out of the shelter and began to bark at the nilgais which had entered the field. Haiku did not go to the field due to biting cold. Seeing the whole field flattened Jabra lay stretched out underneath the shelter as though he were dead. This incident shows that animals do have the ability to understand human feelings.

January Night Question Answers Bihar Board Question 3.
Haiku didn’t go to the field even when he knew that animals were devastating the crops. Had you been there what would you have done?
Answer:
I would have rushed to the field to drive away the nilgais who were devastating the field and grazing the harvest. Haiku totally failed to guard his field and save the crops. How could I have allowed my labour to prove futile? How can a farmer prefer sleeping to protecting his crops is beyond my understanding and imagination.

January Night Bihar Board Question 4.
How many characters are there in the story? Whom do you like . most? Give reason for your choice.
Answer:
There are three characters in the story, namely, Haiku-the farmer, Munni-Halku’s wife, and Jabra-Halku’s pet dog. Of the three characters, I like Munni most. She asks Haiku to tell the landlord that he would pay him the money after the harvest. She also advises Haiku to give up tenant farming which was killing him as whatever he earned went to pay up the arrears. So she asks him to finish with it. She asks him if they were born just to keep paying off debts. She is very dynamic and straight forward. So I like this character most.

January Night Chapter Pdf Bihar Board Question 5.
Give the main idea of the story.
Answer:
The main idea of the story is that despite his hard labour Haiku fails to get rid of the debts that he has to pay off to the landlord. In doing so he fails even to buy a blanket to pass the biting cold of the January night. The severity of the cold caused by the gust of wind at night does not allow Haiku to go to his field to drive away the nilgais which were grazing his harvest and devastating his field.

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Bihar Board 10th English Objective Answers Poem 5 The Empty Heart

Bihar Board 10th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 10th English Objective Answers Poem 5 The Empty Heart

The Empty Heart Question Answer Bihar Board 10th English Question 1.
Who has written the poetry, “The Empty Heart” ?
(A) Vidyapati
(B) Puran Singh
(C) Periasamy Thoran
(D) Amrita Pritam
Answer:
(C) Periasamy Thoran

The Empty Heart Bihar Board 10th English Question 2.
What was the problem of the man ?
(A) he was very dissatisfied
(B) he was very much in threat
(C) he had a crisis of money
(D) None of these
Answer:
(A) he was very dissatisfied

Empty Poem Bihar Board 10th English Question 3.
What did he demand from the tree ?
(A) Pot of Gold
(B) Pot of Silver
(C) Pot of Bronze
(D) Pot of Copper
Answer:
(A) Pot of Gold

The Heart Of The Tree Questions And Answers Bihar Board Question 4.
What happened to his prayer ?
(A) Prayers were not grahted
(B) Prayers were granted
(C) Prayers were neither Ranted nor refused
(D) None of these
Answer:
(B) Prayers were granted

Heart Of The Tree Poem Bihar Board Question 5.
What were in Pitchers ?
(A) Gold Coins
(B) Silver Coins
(C) Copper Coins
(D) None of these
Answer:
(A) Gold Coins

Empty Heart Poem Bihar Board Question 6.
Greed is ………….but life is not.
(A) Worthy
(B) Bad
(C) Good
(D) Endless
Answer:
(D) Endless

The Heart Of The Tree Poem Questions And Answers Bihar Board Question 7.
This poem tells about the problems caused by
(A) Sickness
(B) Poverty
(C) Overeating
(D) Greed
Answer:
(D) Greed

The Heart Of The Tree Mcq Questions Bihar Board Question 8.
There was a…………….which had the power to grant wishes.
(A) Snake
(B) Pigeon
(C) Tree
(D) Temple
Answer:
(C) Tree

The Heart Of The Tree Question Answers Bihar Board Question 9.
The tree gave the man seven…………..full of gold coins.
(A) Pots/Pitchers
(B) Pans
(C) Bags
(D) Sacks
Answer:
(A) Pots/Pitchers

The Heart Of The Tree Poem Bihar Board Question 10.
The man tried all tricks to gather
(A) Silver
(B) Diamonds
(C) Jewellery
(D) Gold
Answer:
(D) Gold

Empty Heart Bihar Board Question 11.
What made him mad ?
(A) His Greedy tendency
(B) His tendency of getting more & more
(C) Sudden shock
(D) None of these
Answer:
(B) His tendency of getting more & more

10th Class English Poem Prayer Bihar Board Question 12.
Who has written the poem. “The Empty Heart”?
(A) Vidyapati
(B) Puran Singh
(C) Periasamy Thooran
(D) AmritaPritam
Answer:
(C) Periasamy Thooran

Question 13.
What was the problem of the man?
(A) he was very dissatisfied
(B) he was very much in threat
(C) he had a crisis of money
(D) none of these
Answer:
(A) he was very dissatisfied

Question 14.
The poem ‘The Empty Heart’ tells about the problems caused by…………..
(A) anger
(B) content
(C) greed
(D) poverty
Answer:
(C) greed

Question 15.
What did he demand from the tree?
(A) Pot of Gold
(B) Pot of Silver
(C) Pot of Bronze
(D) Pot of Copper
Answer:
(A) Pot of Gold

Question 16.
What happened to his prayer?
(A) Prayers were not granted
(B) Prayers were granted
(C) Prayers were neither granted nor refused .
(D) None of these
Answer:
(B) Prayers were granted

Question 17.
What were in Pitchers?
(A) Gold Coins
(B) Silver Coins
(C) Copper Coins
(D) None of these
Answer:
(A) Gold Coins

Question 18.
Greed is ……………. but life is not.
(A) worthy
(B) bad
(C) good
(D) endless
Answer:
(D) endless

Question 19.
There was a…………….which had the power to grant wishes.
(A) snake
(B) pigeon
(C) tree
(D) temple
Answer:
(C) tree

Question 20.
This poem tells about the problems caused by
(A) Sickness
(B) Poverty
(C) Overeating
(D) Greed
Answer:
(D) Greed

Question 21.
The tree gave the man seven ……………. full of gold coins.
(A) Pots/Pitchers
(B) Pans
(C) Bags
(D) Sacks
Answer:
(A) Pots/Pitchers

Question 22.
The man tried all tricks to gather
(A) Silver
(B) Diamonds
(C) Jewellery
(D) Gold
Answer:
(D) Gold

Question 23.
What is Kalpaka?
(A) a tree
(B) a big tree
(C) a golden tree
(D) wish-yielding tree
Answer:
(D) wish-yielding tree

Question 24.
Each coin he could clutch by hook or
(A) shook
(B) look
(C) crook
(D) took
Answer:
(C) crook

Question 25.
The poem, ‘The Empty Heart’ is translated from
(A) English
(B) Oriya
(C) Bengali
(D) Tamil
Answer:
(D) Tamil

Question 26.
Periasami Thooran was born in
(A) 1708
(B) 1809
(C) 1908
(D) 1988
Answer:
(C) 1908

Question 27.
Periasami Thooran, the poet died in
(A) 1908
(B) 1988
(C) 1987
(D) 1897
Answer:
(C) 1987

Question 28.
What made him mad?
(A) His Greedy tendency
(B) His tendency of getting more & more
(C) Sudden shock
(D) None of these
Answer:
(B) His tendency of getting more & more

Question 29.
Periasamy Thooran was a writer.
(A) Bengali
(B) Marathi
(C) Panjabi
(D) Tamil
Answer:
(D) Tamil

Question 30.
Why was the man not content, although he was rich?
(A) due to thirst of gold
(B) due to thirst of wealth
(C) (A) and (B) both
(D) none of these
Answer:
(C) (A) and (B) both

Question 31.
Periasamy Thooran first made his name as a writer of
(A) essay
(B) Short stories and poems
(C) Poem
(D) satire
Answer:
(B) Short stories and poems

Question 32.
‘The Empty Heart’ talks about the problems caused by
(A) gold
(B) pot
(C) gold coins
(D) greed
Answer:
(D) greed

Question 33.
The poet asks the Koel, what has her. [2018(A)]
(A) hurt
(B) forgotten
(C) told
(D) longings
Answer:
(A) hurt

Question 34.
The high pitched strains of the Koel wakes in the poet’s soul a
(A) dreams
(B) desires
(C) memories
(D) longings
Answer:
(C) memories

Question 35.
The man’s prayer was granted
(A) quick
(B) late
(C) gold coins
(D) sevenfold
Answer:
(D) sevenfold

Question 36.
How many pitchers did the man get as a gift?
(A) one
(B) three
(C) Six
(D) Seven
Answer:
(D) Seven

Question 37.
Because he did not eat, drink or sleep properly, his health
(A) became sound
(B) got down
(C) broke down
(D) None of these
Answer:
(C) broke down

Question 38.
Morning, noon and……. …. he went.
(A) day
(B) afternoon
(C) night
(D) midnight
Answer:
(C) night

Question 39.
His prayer was granted
(A) eight fold
(B) sevenfold
(C) six fold
(D) five fold
Answer:
(B) sevenfold

Question 40.
For as a gift to him was.
(A) granted
(B) gifted
(C) offered
(D) given
Answer:
(D) given

Question 41.
To All this was his thought.
(A) steadily
(B) quick
(C) sharply
(D) shortly
Answer:
(B) quick

Question 42.
The seven full he clean forgot
(A) pots
(B) pitchers
(C) pictures
(D) vessels
Answer:
(D) vessels

Question 43.
Nothing is wrong with a half filled purse, ‘Tis the void iii the heart
(A) that is the curse
(B) that is the purse
(C) that is the gold
(D) that is the wealth
Answer:
(A) that is the curse

Question 44.
The demon now made him mad.
(A) fire
(B) gold
(C) silver pot
(D) Desire
Answer:
(D) Desire

Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3

Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Text Book Questions and Answers.

BSEB Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3

Bihar Board Class 10 Maths समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3

Bihar Board Class 10 Math Book Solution In Hindi प्रश्न 1.
निम्नलिखित समान्तर श्रेढ़ियों का योग ज्ञात कीजिए :
(i) 2, 7, 12, ……., 10 पदों तक
(ii) -37, -33, -29, ….., 12 पदों तक
(iii) 0.6, 1.7, 2.8, ……, 100 पदों तक
(iv) \(\frac{1}{15}, \frac{1}{12}, \frac{1}{10}\)….., 11 पदों तक
हल
(i) दी गई समान्तर श्रेढ़ी : 2, 7, 12, …….., 10 पदों तक
पहला पद (a) = 2, सार्वान्तर (d) = 7 – 2 = 5, पदों की संख्या (n) = 10
n पदों का योग, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d]
10 पदों तक योग, S10 = \(\frac{10}{2}\) [2 × 2 + (10 – 1)5]
= 5[4 + (9 × 5)]
= 5[4 + 45]
= 5 × 49
= 245
अत: 10 पदों तक का योग = 245

(ii) दी गई समान्तर श्रेढ़ी : -37, -33, -29, ….., 12 पदों तक
पहला पद (a) = -37, सार्वान्तर (d) = (-33) – (-37) = -33 + 37 = 4,
पदों की संख्या (n) = 12
पदों का योग, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d]
12 पदों का योग, S12 = \(\frac{12}{2}\) [(2 × -37) + (12 – 1) × 4]
= 6[-74 + (11 × 4)]
= 6[-74 + 44]
= 6 × (-30)
= -180
अत: 12 पदों तक का योग = -180

(iii) दी गई समान्तर श्रेढ़ी : 0.6, 1.7, 2.8, …… , 100 पदों तक
पहला पद (a) = 0.6, सार्वान्तर (d) = 1.7 – 0.6 = 1.1, पदों की संख्या (n) = 100
पदों तक योग, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d]
100 पदों तक योग, S100 = \(\frac{100}{2}\) [(2 × 0.6) + (100 – 1) × 1.1]
= 50[1.2 + 99 × 1.1]
= 50[1.2 + 108.9]
= 50 × 110.1
= 5505
अत: 100 पदों तक का योग = 5505

Bihar Board Class 10 Math Book Solution In Hindi

Bihar Board Class 10 Math Book Solution In Hindi Pdf Download प्रश्न 2.
नीचे दिए हुए योगफलों को ज्ञात कीजिए :
(i) 7 + 10\(\frac{1}{2}\) + 14 +…..+ 84
(ii) 34 + 32 + 30 +………+10
(iii) -5 + (-8) + (-11) + ….. + (-230)
हल
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Bihar Board Math Solution
Class 10 Maths Bihar Board
Bihar Board Class 10th Math Solution
Bihar Board Class 10th Math Solution In Hindi

Bihar Board Math Solution प्रश्न 3.
एक A.P. में,
(i) a = 5, d = 3 और an = 50 दिया है। n और Sn ज्ञात कीजिए।
(ii) a = 7 और a13 = 35 दिया है। d और S13 ज्ञात कीजिए।
(iii) a12 = 37 और d = 3 दिया है। n और S12 ज्ञात कीजिए।
(iv) a3 = 15 और S10 = 125 दिया है। d और a10 ज्ञात कीजिए।
(v) d = 5 और S9 = 75 दिया है। a और a9 ज्ञात कीजिए।
(vi) a = 2, d = 8 और Sn = 90 दिया है। n और an ज्ञात कीजिए।
(vii) a = 8, an = 62 और Sn = 210 दिया है। n और d ज्ञात कीजिए।
(viii) an = 4, d = 2 और Sn = -14 दिया है। n और a ज्ञात कीजिए।
(ix) a = 3, n = 8 और S = 192 दिया है। d ज्ञात कीजिए।
(x) l = 28, S = 144 और कुल 9 पद हैं। a ज्ञात कीजिए।
हल
(i) दिया है, a = 5, d = 3 और an = 50
अनुक्रम A.P. में है और an = 50
a + (n – 1)d = 50
⇒ 5 + (n – 1) 3 = 50
⇒ 5 + 3n – 3 = 50
⇒ 3n = 50 + 3 – 5
⇒ 3n = 48
⇒ n = 16
सूत्र Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1) d] से,
S16 = \(\frac{16}{2}\) [(2 × 5) + (16 – 1) × 3]
= 8 [10 + (15 × 3)]
= 8 [10 + 45]
= 8 × 55
= 440
अत: n = 16 तथा Sn = 440

(ii) दिया है, a = 7 और a13 = 35
यहाँ, a13 = 35
Bihar Board Class 10th Math Book
= \(\frac {13}{2}\) × 42
= 13 × 21
= 273
अत: d = \(\frac{7}{3}\) तथा S13 = 273

(iii) दिया है, a12 = 37 और d = 3
यहाँ, a12 = 37
⇒ a + (12 – 1)d = 37
⇒ a + 11d = 37
⇒ a + 11 x 3 = 37
⇒ a + 33 = 37
⇒ a = 4
तब, S12 = \(\frac{12}{2}\) [2a + (12 – 1)d]
= 6 [(2 × 4) + 11 × 3]
= 6[8 + 33]
= 6 × 41
= 246
अत: a = 4 तथा S12 = 246

(iv) दिया है, a3 = 15 और S10 = 125
a3 = 15
a + (3 – 1)d = 15
a + 2d = 15 …… (1)
और S10 = 125
\(\frac{10}{2}\) [2a + (10 – 1)d] = 125
2a + 9d = \(\frac{125 \times 2}{10}\) = 25
2a + 9d = 25 …….(2)
समीकरण (1) को 2 से गुणा करके समीकरण (2) में से घटाने पर,
(2a + 9d) – (2a + 4d) = 25 – 30
5d = -5
d = -1
समीकरण (1) में d का मान रखने पर,
a + 2(-1) = 15
a = 15 + 2 = 17
a10 = a + (10 – 1)d
= 17 + 9 × (-1)
= 17 – 9
= 8
a10 = 8
अतः d = -1 और a10 = 8

(v) दिया है, d = 5 और S9 = 75
S9 = \(\frac{9}{2}\) [2a + (9 – 1)d]
= \(\frac{9}{2}\) [2a + 8d]
= 9a + 36d
= 9(a + 4d)
परन्तु S9 = 75 दिया है
9(a + 4d) = 75
Bihar Board Class 10 Maths Solution
Class 10 Bihar Board Math Solution
Bihar Board Math Solution Class 10

(viii) दिया है, an = 4, d = 2 और Sn = -14
यहाँ, an = 4
⇒ a + (n – 1)d = 4
⇒ a + (n – 1)2 = 4
⇒ a + 2n – 2 = 4
⇒ a + 2n = 6 ……..(1)
Sn = -14
\(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1) 2] = -14
⇒ n[a + n – 1] = -14 ……..(2)
समीकरण (1) से, a = 6 – 2n
तब, समीकरण (2) में a का मान रखने पर,
n(6 – 2n + n – 1) = -14
⇒ n(5 – n) = -14
⇒ 5n – n2 = -14
⇒ n2 – 5n – 14 = 0
⇒ n2 – 7n + 2n – 14 = 0
⇒ n(n – 7) + 2 (n – 7) = 0
⇒ (n – 7) (n + 2) = 0
⇒ n = 7 या n = -2
n एक धन पूर्णांक होना चाहिए।
n = 7
तब, a = 6 – 2n = 6 – (2 × 7) = 6 – 14 = -8
a = -8 तथा n = 7

(ix) दिया है, a = 3, n = 8 और Sn = 192
Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1) d] से,
⇒ \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d] = 192 [∵ S = 192, दिया है]
⇒ \(\frac{8}{2}\) [(2 × 3) + (8 – 1) d] = 192
⇒ 4[6 + 7d] = 192
⇒ 24 + 28d = 192
⇒ 28d = 192 – 24 = 168
⇒ d = 6
अत: d = 6

(x) दिया है, अन्तिम पद, l = 28, S = 144 और कुल पद = 9
सूत्र, S = \(\frac{n}{2}\) [a + l] से,
⇒ 144 = \(\frac{9}{2}\) [a + 28]
⇒ 288 = 9[a + 28]
⇒ 288 = 9a + 252
⇒ 9a = 288 – 252
⇒ 9a = 36
⇒ a = 4
अतः a = 4

Class 10 Maths Bihar Board प्रश्न 4.
636 योग प्राप्त करने के लिए A.P.: 9, 17, 25,….. के कितने पद लेने चाहिए?
हल
दी गई A.P. : 9, 17, 25, ……..
यहाँ a = 9 तथा d = 17 – 9 = 8
माना पदों की संख्या n है। .
Sn = 636 (दिया है)
⇒ \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d] = 636
⇒ \(\frac{n}{2}\) [2 × 9 + (n – 1)8] = 636
⇒ \(\frac{n}{2}\) [18 + 8n – 8] = 636
⇒ \(\frac{n}{2}\) [8n + 10] = 636
⇒ n(4n + 5) = 636
⇒ 4n2 + 5n – 636 = 0
⇒ 4n2 + 53n – 48n – 636 = 0
⇒ n(4n + 53) – 12(4n + 53) = 0
⇒ (4n + 53) (n – 12) = 0
⇒ n – 12 = 0 या 4n + 53 = 0
⇒ n = 12 या \(-\frac{53}{4}\)
परन्तु n एक धन पूर्णांक होना चाहिए।
n = 12
अत: 12 पद लेने चाहिए।

Bihar Board Class 10th Math Solution प्रश्न 5.
किसी A.P. का प्रथम पद 5, अन्तिम पद 45 और योग 400 है। पदों की संख्या और सार्वान्तर ज्ञात कीजिए।
हल
दिया है, प्रथम पद (a) = 5, अन्तिम पद (l) = 45 योग (S) = 400
माना पदों की संख्या n है।
सूत्र, S = \(\frac{n}{2}\) (a + l) से,
400 = \(\frac{n}{2}\) [5 + 45]
400 = \(\frac{n}{2}\) × 50
25n = 400
n = 16
अन्तिम पद (l) = 45 परन्तु 16 वाँ पद भी अन्तिम पद है।
a16 = 45
a + (16 – 1)d = 45
5 + 15d = 45
15d = 45 – 5 = 40
d = \(\frac{40}{15}=\frac{8}{3}\)
अतः पदों की संख्या n = 16 तथा सार्वान्तर = \(\frac{8}{3}\)

Bihar Board Class 10th Math Solution In Hindi प्रश्न 6.
किसी A.P. के प्रथम और अन्तिम पद क्रमशः 17 और 350 हैं। यदि सार्वान्तर 9 है तो इसमें कितने पद हैं और इनका योग क्या है?
हल
दिया है, प्रथम पद (a) = 17 अन्तिम पद (l) = 350 तथा सार्वान्तर (d) = 9
माना दी गई A.P. में पदों की संख्या n हैं।
तब, अन्तिम पद, l = n वाँ पद
l = a + (n – 1)d
350 = 17 + (n – 1)9
350 – 17 = 9n – 9
350 – 17 + 9 = 9n
9n = 342
n = 38
तब, 38 पदों का योग, S38 = \(\frac{n}{2}\) (a + l)
= \(\frac{38}{2}\) (17 + 350)
= 19 × 367
= 6973
अतः पदों की संख्या = 38 तथा पदों का योग = 6973

Bihar Board Class 10th Math Book प्रश्न 7.
उस A.P. के प्रथम 22 पदों का योग ज्ञात कीजिए, जिसमें d = 7 है और 22 वाँ पद 149 है।
हल
दिया है, d = 7 तथा n = 22
22 वाँ पद = 149
a22 = a + (22 – 1)d = 149
a + 21 × 7 = 149
a + 147 = 149
a = 2
तब, प्रथम 22 पदों का योग, S22 = \(\frac{n}{2}\) (a + a22)
= \(\frac{22}{2}\) (2 + 149)
= 11 × 151
= 1661
अत: दी गई A.P. के प्रथम 22 पदों का योग = 1661

Bihar Board Class 10 Maths Solution प्रश्न 8.
उस A.P. के प्रथम 51 पदों का योग ज्ञात कीजिए, जिसके दूसरे और तीसरे पद क्रमश: 14 और 18 हैं।
हल
दिया है, A.P. का दूसरा पद (a2) = 14
तीसरा पद (a3) = 18
सार्वान्तर (d) = a3 – a2 = 18 – 14 = 4
अब पुनः दूसरा पद = 14
a + d = 14
a + 4 = 14 [∵ d = 4]
a = 14 – 4
a = 10
तब, सूत्र Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d] से,
51 पदों का योग, S51 = \(\frac{51}{2}\) [2 × 10 + (51 – 1) 4] [∵ n = 51]
= \(\frac{51}{2}\) [20 + (50 × 4)]
= \(\frac{51}{2}\) [20 + 200]
= \(\frac{51}{2}\) × 220
= 51 x 110
= 5610
अत: दी गई A.P. के प्रथम 51 पदों का योग 5610 है।

Class 10 Bihar Board Math Solution प्रश्न 9.
यदि किसी A.P. के प्रथम 7 पदों का योग 49 है और प्रथम 17 पदों का योग 289 है, तो इसके प्रथम n पदों का योग ज्ञात कीजिए।
हल
माना A.P. का पहला पद a तथा सार्वान्तर d है।
दिया है, प्रथम 7 पदों का योग (S7) = 49
\(\frac{7}{2}\) [2a + (7 – 1) d] = 49
\(\frac{7}{2}\) [2a + 6d] = 49
7(a +3d) = 49
a + 3d = 7 ……..(1)
इसी प्रकार, प्रथम 17 पदों का योग = 289
\(\frac{17}{2}\) [2a + (17 – 1) d] = 289
\(\frac{17}{2}\) [2a + 16d] = 289
\(\frac{17}{2}\) × 2[a + 8d] = 289
a + 8d = 17 …….(2)
समीकरण (2) में से समीकरण (1) को घटाने पर,
a + 8d – (a + 3d) = 17 – 7
5d = 10
d = 2
समीकरण (1) में d का मान रखने पर,
a + 3 × 2 = 7
a + 6 = 7
a = 1
a = 1, तथा d = 2
तब, प्रथम n पदों का योग, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d]
= \(\frac{n}{2}\) [2 × 1 + (n – 1)2]
= \(\frac{n}{2}\) [2 + (n – 1)2]
= \(\frac{n}{2}\) [2 + 2n – 2]
= \(\frac{n}{2}\) (2n)
= n2
अत: प्रथम n पदों का योग = n2

Bihar Board Math Solution Class 10 प्रश्न 10.
दर्शाइए कि a1, a2,….., an,…..से एक A.P. बनती है, यदि an नीचे दिए अनुसार परिभाषित है :
(i) an = 3 + 4n
(ii) an = 9 – 5n
साथ ही, प्रत्येक स्थिति में, प्रथम 15 पदों का योग ज्ञात कीजिए।
हल
(i) दिया है, किसी अनुक्रम का n वाँ पद (an) = 3 + 4n
n = 1 रखने पर, पहला पद (a1) = 3 + 4(1) = 7
n = 2 रखने पर, दूसरा पद (a2) = 3 + 4(2) = 11
n = 3 रखने पर, तीसरा पद (a3) = 3 + 4(3) = 15
अत: अभीष्ट अनुक्रम = 7, 11, 15, ……,(3 + 4n) है।
सार्वान्तर = दूसरा पद (a2) – पहला पद (a1) = 11 – 7 = 4
अथवा तीसरा पद (a3) – दूसरा पद (a2) = 15 – 11 = 4
सार्वान्तर नियत है; अत: अनुक्रम एक A.P. है।
तब, प्रथम 15 पदों का योगफल,
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q10
अत: अनुक्रम = 7, 11, 15, …… , (3 + 4n) A.P. है तथा योगफल = 525

(ii) दिया है, अनुक्रम का n वा पद (an) = 9 – 5n
n = 1 रखने पर, पहला पद (a1) = 9 – 5(1) = 4
n = 2 रखने पर, दूसरा पद (a2) = 9 – 5(2) = -1
n = 3 रखने पर, तीसरा पद (a3) = 9 – 5(3) = -6
अत: अनुक्रम 4, -1, -6,….., (9 – 5n) है।
पदों का सार्वान्तर (d) = दूसरा पद (a2) – पहला पद (a1) = -1 – (4) = -5
अथवा तीसरा पद (a3) – दूसरा पद (a2) = -6 – (-1) = -5
चूँकि सार्वान्तर नियत है; अत: अनुक्रम एक A.P. है।
तब, प्रथम 15 पदों का योगफल,
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q10.1
अत: अनुक्रम = 4, -1, -6,……,(9 – 5n) A.P. है तथा योगफल = -465

Bihar Board Class 10 Math Solution प्रश्न 11.
यदि किसी A.P. के प्रथम n पदों का योग 4n – n2 है, तो इसका प्रथम पद (अर्थात S1) क्या है? प्रथम दो पदों का योग क्या है? दूसरा पद क्या है? इसी प्रकार, तीसरे, 10 वें और nवें पद ज्ञात कीजिए।
हल
दिया है, A.P. के प्रथम n पदों का योगफल, Sn = 4n – n2
n = 1 रखने पर, S1 = (4 × 1) – (1)2 = 3
प्रथम पद (a1) = 3
n = 2 रखने पर,
S2 = (4 × 2) – (2)2 = 8 – 4 = 4
प्रथम दो पदों का योगफल, S2 = 4
प्रथम पद (a1) = 3
दूसरा पद (a2) = S2 – S1 = 4 – 3 = 1
n = 3 रखने पर,
S3 = 4n – n2
= (4 × 3) – (3)2
= 12 – 9
= 3
तीसरा पद (a3) = S3 – S2 = 3 – 4 = -1
n = 9 रखने पर, S9 = 4n – n2 = 4 × 9 – 92 = 36 – 81 = -45
n = 10 रखने पर, S10 = 4n – n2 = 4 × 10 – 102 = 40 – 100 = -60
10 वाँ पद (a10) = S10 – S9 = -60 – (-45) = -60 + 45 = -15
Sn = 4n – n2 और Sn-1 = 4(n – 1) – (n – 1)2 [n के स्थान पर (n – 1) रखने पर]
= (n – 1) [4 – (n – 1)]
= (n – 1)[4 – n + 1]
= (n – 1) (5 – n)
= 5n – n2 – 5 + n
= 6n – n2 – 5
n वाँ पद (an) = Sn – Sn-1
= (4n – n2) – (6n – n2 – 5)
= 4n – n2 – 6n + n2 + 5
= 5 – 2n
अत: S1 = 3, प्रथम दो पदों का योग, S2 = 4, दूसरा पद, a2 = 1, तीसरा पद,(a3) = -1,
10 वाँ पद, a10 = -15 तथा n वाँ पद, an = 5 – 2n

Bihar Board Solution Class 10 Math प्रश्न 12.
ऐसे प्रथम 40 धन पूर्णांकों का योग ज्ञात कीजिए जो 6 से विभाज्य हो।
हल
6 से विभाज्य धन पूर्णांक क्रमशः
6, 12, 18, 24, 30, …….., 40 पदों तक
पहला पद (a) = 6, सार्वान्तर (d) = 12 – 6 = 6, तथा n = 40
प्रथम n पदों का योगफल, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1) d]
प्रथम 40 पदों का योगफल, S40 = \(\frac{40}{2}\) [(2 × 6) + (40 – 1) 6]
= 20 [12 + 39 × 6]
= 20 [12 + 234]
= 20 × 246
= 4920
अत: 6 से विभाज्य प्रथम 40 धन पूर्णांकों का योग = 4920

Bihar Board Class 10 Math Solution In Hindi प्रश्न 13.
8 के प्रथम 15 गुणजों का योग ज्ञात कीजिए।
हल
8 के प्रथम 15 गुणज क्रमश:
8, 16, 24, 32, ………., 15 पदों तक
S = 8 + 16 + 24 + 32 +…….+ 15 × 8
= 8[1 + 2 + 3 + 4 +……+ 15]
= 8[\(\frac{15}{2}\) (1 + 15] [∵ Sn = \(\frac{n}{2}\) [a + l]]
= 8[\(\frac{15}{2}\) × 16]
= 8 × 120
= 960
अत: 8 के प्रथम 15 गुणजों का योगफल = 960

Class 10th Math Solution In Hindi Bihar Board प्रश्न 14.
0 और 50 के बीच की विषम संख्याओं का योग ज्ञात कीजिए।
हल
0 और 50 के बीच की विषम संख्याएँ क्रमश:
1, 3, 5, 7, ……….., 49
यहाँ a = 1, d = 3 – 1 = 2, तथा an = 49
an = 49
a + (n – 1)d = 49
1 + (n – 1)2 = 49
(n – 1) 2 = 48
(n – 1) = 24
n = 25
A.P.: 1, 3, 5, 7, ………. का 25 पदों तक योगफल
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q14
अतः शून्य और 50 के बीच की विषम संख्याओं का योगफल = 625

Bihar Board Class 10 Math Book Solution प्रश्न 15.
निर्माण कार्य से सम्बन्धित किसी ठेके में, एक निश्चित तिथि के बाद कार्य को विलम्ब से पूरा करने के लिए, जुर्माना लगाने का प्रावधान इस प्रकार है : पहले दिन के लिए ₹ 200, दूसरे दिन के लिए ₹ 250, तीसरे दिन के लिए ₹ 300 इत्यादि, अर्थात् प्रत्येक उत्तरोत्तर दिन का जुर्माना अपने से ठीक पहले दिन के जुर्माने से ₹ 50 अधिक है। एक ठेकेदार को जुर्माने के रूप में कितनी राशि अदा करनी
पड़ेगी, यदि वह इस कार्य में 30 दिन का विलम्ब कर देता है?
हल
यहाँ, पहले दिन के विलम्ब के लिए अर्थदण्ड = ₹ 200
दूसरे दिन के विलम्ब के लिए अर्थदण्ड = ₹ 250
तीसरे दिन के विलम्ब के लिए अर्थदण्ड = ₹ 300
………………………..
………………………..
a = 200, d = 250 – 200 = 50, तथा n = 30 दिन
30 दिन के विलम्ब के बाद अर्थदण्ड का योगफल,
S30 = \(\frac{30}{2}\) [(2 × 200) + (30 – 1) × 50]
[∵ सूत्र, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d] से]
= 15[400 + 29 × 50]
= 15[400 + 1450]
= 15 × 1850
= 27750
अत: ठेकेदार को जुर्माने के रूप में ₹ 27750 देने होंगे।

Class 10th Math Bihar Board प्रश्न 16.
किसी स्कूल के विद्यार्थियों को उनके समग्र शैक्षिक प्रदर्शन के लिए 7 नकद पुरस्कार देने के लिए ₹ 700 की राशि रखी गई है। यदि प्रत्येक पुरस्कार अपने से ठीक पहले पुरस्कार से ₹ 20 कम है, तो प्रत्येक पुरस्कार का मान ज्ञात कीजिए।
हल
माना पहला पुरस्कार ₹ a है।
दूसरा पुरस्कार (a2) = (a – 20)
तीसरा पुरस्कार (a3) = ₹ (a – 20 – 20) = ₹ (a – 40)
चौथा पुरस्कार (a4) = ₹ (a – 40 – 20) = ₹ (a – 60)
पाँचवाँ पुरस्कार (a5) = ₹ (a – 60 – 20) = ₹ (a – 80)
छठा पुरस्कार (a6) = ₹ (a – 80 – 20) = ₹ (a – 100)
सातवा पुरस्कार (a7) = ₹ (a – 100 – 20) = ₹ (a – 120)
कुल पुरस्कारों की धनराशि = a + a2 + a3 + a4 + a5 + a6 + a7
= a + (a – 20) + (a – 40) + (a – 60) + (a – 80) + (a – 100) + (a – 120)
= 7a – 420
प्रश्नानुसार, यह धनराशि ₹ 700 है।
7a – 420 = 700
7a = 700 + 420
7a = 1120
a = 160
पहला पुरस्कार = ₹ 160, शेष पुरस्कार क्रम से ₹ 20 – 20 कम है।
अतः पुरस्कार ₹ 160, ₹ 140, ₹ 120, ₹ 100, ₹ 80, ₹ 60, ₹ 40 हैं।

Math Class 10 Bihar Board प्रश्न 17.
एक स्कूल के विद्यार्थियों ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए स्कूल के अन्दर और बाहर पेड़ लगाने के बारे में सोचा। यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक कक्षा का प्रत्येक अनुभाग अपनी कक्षा की संख्या के बराबर पेड़ लगाएगा। उदाहरणार्थ, कक्षा I का एक अनुभाग 1पेड़ लगाएगा, कक्षा II का एक अनुभाग 2 पेड़ लगाएगा, कक्षा III का एक अनुभाग 3 पेड़ लगाएगा, इत्यादि और ऐसा कक्षा XII तक के लिए चलता रहेगा। प्रत्येक कक्षा के तीन अनुभाग हैं। इस स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए कुल पेड़ों की संख्या कितनी होगी?
हल
प्रत्येक कक्षा में तीन अनुभाग हैं।
कक्षा I द्वारा लगाए गए कुल पेड़ = 3 × 1 = 3
कक्षा II द्वारा लगाए गए कुल पेड़ = 3 × 2 = 6
कक्षा III द्वारा लगाए गए कुल पेड़ = 3 × 3 = 9
कक्षा IV द्वारा लगाए गए कुल पेड़ = 3 × 4 = 12
………………………..
………………………..
तब, अनुक्रम A.P. : 3, 6, 9, 12, ………. बनता है।
a = 3, तथा d = 6 – 3 = 3
तब, कक्षा XII तक के कुल विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए पेड़ों का योगफल
सूत्र, Sn = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d] से,
S12 = \(\frac{12}{2}\) [(2 × 3) + (12 – 1) × 3]
= 6[6 + 33]
= 6 × 39
= 234
अत: स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा लगाए कुल पेड़ = 234

Bihar Board 10th Class Maths Book Solution In Hindi प्रश्न 18.
केन्द्र A से प्रारम्भ करते हुए, बारी-बारी से केन्द्रों A और B को लेते हुए, त्रिज्याओं 0.5 cm, 1.0 cm, 1.5 cm, 2.0 cm, ….. वाले उत्तरोत्तर अर्द्धवृत्तों को खींचकर एक सर्पिल (spiral) बनाया गया है, जैसा कि आकृति में दर्शाया गया है। तेरह क्रमागत अर्द्धवृत्तों से बने इस सर्पिल की कुल लम्बाई क्या है?(π = \(\frac{22}{7}\)) लीजिए। [संकेत : क्रमशः केन्द्रों A, B, A, B… वाले अर्धवृत्तों की लम्बाइयाँ l1, l2, l3, l4 हैं।
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q18
हल
पहले अर्द्धवृत्त की त्रिज्या, r1 = 0.5 cm
दूसरे अर्द्धवृत्त की त्रिज्या, r2 = 1.0 cm
तीसरे अर्द्धवृत्त की त्रिज्या, r3 = 1.5 cm
चौथे अर्द्धवृत्त की त्रिज्या, r4 = 2.0 cm
……………………………….
……………………………….
13 वें अर्द्धवृत्त की त्रिज्या, r13 = ?
r1 = a = 0.5 cm, d = 1.0 – 0.5 = 0.5 cm तथा n = 13
r13 = a + (n – 1) d = 0.5 + (13 – 1) × 0.5
= 0.5 + 12 × 0.5
= 0.5 + 6.0
= 6.5
अर्द्धवृत्तों की वृत्तीय परिधियाँ :
πr1, πr2, πr3, ………., πr13
13 क्रमागत अर्द्धवृत्तों से बने सर्पिल की लम्बाई
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q18.1
अत: सर्पिल की लम्बाई = 143 cm

Bihar Board 10th Math Book Solution प्रश्न 19.
200 लट्ठों (logs) को ढेरी के रूप में इस प्रकार रखा जाता है : सबसे नीचे वाली पंक्ति में 20 लढे, उससे अगली पंक्ति में 19 लटे, उससे अगली पंक्ति में 18 लट्टे, इत्यादि जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। ये 200 लटे कितनी पंक्तियों में रखे हुए हैं तथा सबसे ऊपरी पंक्ति में कितने लढे हैं?
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q19
हल
दिया है, सबसे निचली पंक्ति में 20 लटे हैं।
अर्थात् नीचे से प्रारम्भ कर प्रथम पंक्ति में = 20 लढे
दूसरी पंक्ति में = 19 लढे
तीसरी पंक्ति में = 18 लढे
चौथी पंक्ति में = 17 लढे ……… इत्यादि
तब, एक A.P. बनती है : 20, 19, 18, 17, …..
a = 20, तथा d = 19 – 20 = -1
माना पंक्तियों की संख्या n हैं।
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q19.1
यदि n = 25, तो an = a + (n – 1)d
= 20 + (25 – 1) × (-1)
= 20 – 24
= -4
अत: n = 25 स्वीकार्य नहीं है।
तब, n = 16 से,
an = a + (n – 1) d
= 20 + (16 – 1) × -1
= 20 + (15 × (-1))
= 20 – 15
= 5
अत: कुल पंक्तियाँ = 16 और सबसे ऊपर की पंक्ति में लट्ठों की संख्या = 5

प्रश्न 20.
एक आलू दौड़ (potato race) में, प्रारम्भिक स्थान पर एक बाल्टी रखी हुई है, जो पहले आलू से 5 मीटर की दूरी पर है तथा अन्य आलुओं को एक सीधी रेखा में परस्पर 3 m की दूरियों पर रखा गया है। इस रेखा पर 10 आलू रखे गए हैं। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।
Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 5 समांतर श्रेढ़ियाँ Ex 5.3 Q20
प्रत्येक प्रतियोगी बाल्टी से चलना प्रारम्भ करती है, निकटतम आलू को उठाती है, उसे लेकर वापस आकर दौड़कर बाल्टी में डालती है, दूसरा आलू उठाने के लिए वापस दौड़ती है, उसे उठाकर वापस बाल्टी में डालती है और वह ऐसा तब तक करती रहती है, जब तक सभी आलू बाल्टी में न आ जाएँ। इसमें प्रतियोगी को कुल कितनी दूरी दौड़नी पड़ेगी?
[संकेत : पहले और दूसरे आलुओं को उठाकर बाल्टी में डालने तक दौड़ी गई दूरी = 2 × 5 + 2 × (5 + 3) है।]
हल
पहले आलू की बाल्टी से दूरी = 5 m
दूसरे आलू की बाल्टी से दूरी = (5 + 3) = 8 m
तीसरे आलू की बाल्टी से दूरी = (8 + 3) = 11 m
चौथे आलू की बाल्टी से दूरी = (11 + 3) = 14 m
इस प्रकार बाल्टी से आलुओं की दूरी A.P. में है जिसका
पहला पद (a) = 5 m तथा सार्वान्तर (d) = 3 m
एक बार बाल्टी से चलकर आलू को उठाना होता है और उसे फिर वापस बाल्टी में डालना पड़ता है।
आलू बाल्टी में डालने के लिए चली दूरियाँ :
= 2 × 5 m, 2 × 8 m, 2 × 11 m, 2 × 14 m, …….
= 10 m, 16 m, 22 m, 28 m, …………
यहाँ a = 10, d = 16 – 10 = 6, तथा n = 10
n आलुओं को उठाकर बाल्टी में डालने के लिए चली दूरी = \(\frac{n}{2}\) [2a + (n – 1)d]
10 आलुओं की रेस में चली दूरी = \(\frac{10}{2}\) [2 × 10 + (10 – 1) × 6]
= 5[20 + (9 × 6)]
= 5[20 + 54]
= 5[74]
= 370 m
अतः प्रतियोगी द्वारा चली दूरी = 370 m

Bihar Board Class 10 Economics Solutions Chapter 4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ

Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Economics अर्थशास्त्र : हमारी अर्थव्यवस्था भाग 2 Chapter 4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Economics Solutions Chapter 4 हमारी वित्तीय संस्थाएँ

Bihar Board Class 10 Economics हमारी वित्तीय संस्थाएँ Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

I. सही विकल्प चुनें।

प्रश्न 1.
गैर-संस्थागत वित्त प्रदान करने वाला सबसे लोकप्रिय साधन है
(क) देशी बकर
(ख) महाजन
(ग) व्यापारी
(घ) सहकारी बैंक
उत्तर-
(ग) व्यापारी

प्रश्न 2.
इनमें से कौन संस्थागत वित्त का साधन है ?
(क) सेठ-साहूकार
(ख) रिश्तेदार
(ग) व्यावसायिक बैंक
(घ) महाजन
उत्तर-
(ग) व्यावसायिक बैंक

प्रश्न 3.
भारत के केन्द्रीय बैंक कौन हैं ?
(क) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(ख) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(ग) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(घ) पंजाब नेशनल बैंक
उत्तर-
(क) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया

प्रश्न 4.
राज्य में कार्यरत केन्द्रीय सहकारी बैंक की संख्या कितनी है?
(क) 50
(ख) 75
(ग) 35
(घ) 25
उत्तर-
(घ) 25

प्रश्न 5.
दीर्घकालीन ऋण प्रदान करनेवाली संस्था कौन सी है
(क) कृषक महाजन
(ख) भूमि विकास बैंक
(ग) प्राथमिक कृषि साख समिति
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(ख) भूमि विकास बैंक

प्रश्न 6.
भारत की वित्तीय राजधानी (Financial Capital) किस शहर को कहा गया है
(क) मुंबई
(ख) दिल्ली
(ग) पटना
(घ) बंगलौर
उत्तर-
(क) मुंबई

प्रश्न 7.
सहकारिता प्रांतीय सरकारों का हस्तांतरित विषय कब बनी?
(क) 1929 ई.
(ख) 1919 ई.
(ग) 1918 ई.
(घ) 1914 ई.
उत्तर-
(ख) 1919 ई

प्रश्न 8.
देश में अभी कार्यरत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की संख्या है
(क) 190
(ख) 192
(ग) 199
(घ) 196
उत्तर-
(घ) 196

प्रश्न 9.
व्यावसायिक बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया-
(क) 1966 ई.
(ख) 1980 ई०
(ग) 1969 ई.
(घ) 1975 ई.
उत्तर-
(ग) 1969 ई.

II. रिक्त स्थानों को भरें:

प्रश्न 1.
साख अथवा ऋण की आवश्यकताओं की पूर्ति……..संस्थानों के द्वारा की जाती है।
उत्तर-
वित्तीय

प्रश्न 2.
ग्रामीण क्षेत्र में साहूकार द्वारा प्राप्त ऋण की प्रतिशत मात्रा…………..है।
उत्तर-
30

प्रश्न 3.
प्रतिशत प्राथमिक कृषि साख समिति कृषकों को ऋण प्रदान करती है।
उत्तर-
अल्पकालीन

प्रश्न 4.
भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना…………..में हई।
उत्तर-
1935 ई.

प्रश्न 5.
वित्तीय संस्थाएं किसी भी देश का………..माना जाता है।
उत्तर
मेरूदंड

प्रश्न 6.
स्वयं सहायता समूह में लगभग………..सदस्य होते हैं।
उत्तर-
15-20

प्रश्न 7.
SHG में बचत और ऋण संबंधित अधिकार निर्णय लेते हैं।
उत्तर-
समूह के सदस्य

प्रश्न 8.
व्यावसायिक बैंक……प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं।
उत्तर-
चार

प्रश्न 9.
भारतीय पूँजी बाजार……… वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
उत्तर-
दीर्घकालीन

प्रश्न 10.
सूक्ष्म वित्त योजना के द्वारा …… पैमाने पर साख अथवा ऋण की सुविधा उपलब्ध होता है।
उत्तर-
छोटे या लघु

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वित्तीय संस्थान स आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
वित्तीय संस्थान मौद्रिक क्षेत्र में देश अथवा राज्य की ऐसी संस्थाओं को कहते हैं, जो लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु साख एवं मुद्रा संबंधी कार्यों का संपादन करती हैं। वित्तीय संस्थान के द्वारा कृषि, उद्योग, व्यापार जैसे आर्थिक कार्यों के लिए मौद्रिक प्रबंधन किया जाता है। ये संस्थाएँ समाज के आर्थिक विकास के लिए उनकी आवश्यकता के अनुरूप अल्पकालीन, मध्यकालीन और दीर्घकालीन साख अथवा ऋण की सुविधा प्रदान करती हैं। किसी भी आर्थिक और व्यावसायिक कार्य के संपादन के लिए रुपये की आवश्यकता होती है। किसी भी उद्यमी के पास इतने अधिक आर्थिक साधन नहीं होते कि वे अपने बलबूते पर अपने व्यवसाय को चला सकें। ऐसी परिस्थिति में वित्तीय संस्थान उनके लिए उनकी आवश्यकता एवं माँग के अनुरूप वित्तीय साधन उपलब्ध कराती है।

प्रश्न 2.
राज्य के वित्तीय संस्थान को कितने भागों में बाँटा जाता है, संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर-
(a) संस्थागत वित्तीय संस्थाएँ तथा (b) गैर-संस्थागत वित्तीय संस्थाएं। संस्थागत वित्तीय संख्याओं के अन्तर्गत सहकारी बैंक, प्राथमिक सहकारी समितियाँ, भूमि विकास बैंक व्यावसायिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, नाबार्ड आते हैं। :गैर-संस्थागत वित्तीय संस्थाओं में महाजन, सेठ-साहुकार, किसान, रिश्तेदार आदि आते हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के सहज स्रोत हैं।

प्रश्न 3.
किसानों को साख अथवा ऋण की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-
किसानों को साख अथवा ऋण की आवश्यकता इसलिए पड़ती है कि अधिकांश किसान छोटे या सीमांत श्रेणी के होते हैं जिनके पास आय की कमी है तथा वे अपना बचत नहीं के बराबर कर पाते हैं। परिणामस्वरूप कृषि एवं उससे संबंधित उद्योगों में अपेक्षित निवेश नहीं कर पाते हैं। इसके लिए उन्हें वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्राप्त साख अथवा ऋण की आवश्यकता पड़ती है।

प्रश्न 4.
व्यावसायिक बैंक कितने प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं ? संक्षिप्त वर्णन करों
उत्तर-
व्यावसायिक बैंक प्रायः चार प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं जो निम्नलिखित हैं-

  • स्थायी जमा स्थायी जमा खाते में रुपया एक निश्चित अवधि जैसे एक वर्ष या इससे अधिक के लिए भी जमा किया जाता है। इस निश्चित अवधि के अन्दर साधारणतया यह रकम : नहीं निकाली जा सकती है। इस प्रकार के जमा को सावधि जमा भी कहा जाता है। इस अवधि के अन्दर जमा की गयी राशि पर बैंक आकर्षक ब्याज भी देते हैं।
  • चालू-चालू जमा खाते में रुपया जमा करने वाला अपनी इच्छानुसारं रुपया जमा कर सकता है अथवा निकाल सकता है। इसमें किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं रहता है। सामान्यतः इस प्रकार का जमा व्यापारियों तथा बड़ी-बड़ी संस्थाओं के लिए विशेष सुविधाजनक होता है। उ माँग जमा भी कहते हैं।
  • संचयी जमा-इस प्रकार के खाते में रुपया जमा करने वाला जब चाहे रु कर सकता है। किन्तु रुपया निकालने का अधिकार सीमित रहता है, वह भी एक निश्चित रकम से अधिक नहीं। इसमें चेक की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
  • आवती जमा-इस प्रकार के खाते में व्यावसायिक बैंक साधारणतया अपने ग्राहकों से तिमाह एक निश्चित रकम जमा के रूप में एक निश्चित अवधि जैसे 60 माह या 72 माह के लए ग्रहण करता है और इसके बाद एक निश्चित रकम भी देता है। इसी प्रकार का एक अन्य जमा संचयी समयावधि जमा भी होता है।

प्रश्न 5.
सहकारिता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
सहकारिता का अर्थ है “एक साथ मिल-जुलकर कार्य करना” लेकिन अर्थशास्त्र में : इस शब्द का प्रयोग अधिक व्यापक अर्थ में किया जाता है, “सहकारिता वह संगठन है जिसके द्वारा दो या दो से अधिक व्यक्ति स्वेच्छापूर्वक मिल-जुलकर समान स्तर पर आर्थिक हितों की वृद्धि करते हैं।” इस प्रकार सहकारिता उस आर्थिक व्यवस्था को कहते हैं जिसमें मनुष्य किसी आर्थिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए मिल-जुलकर कार्य करते हैं। सहकारिता का सिद्धांत यह भी बतलाता है कि विपन्न एवं शक्तिहीन व्यक्ति एक-दूसरे के साथ मिलकर व्यापारिक सहयोग के शरा ऐसे भौतिक लाभ अथवा सुख प्राप्त कर सकें जो धनी और शक्ति-सम्पन्न व्यक्तियों को उपलब्ध हो और जिससे उनका नैतिक विकास हो। सहकारिता के द्वारा जीवन के ऐसे उच्च एवं अधिक समुन्नत स्तर की वास्तविक सिद्धि की आशा की जाती है जिसमें श्रेष्ठतम कृषि तथा समृद्ध जीवन संभव हो सके। अंततः इसका सिद्धांत “सब प्रत्येक के लिये और प्रत्येक सब के लिये है।”

प्रश्न 6.
स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
स्वयं सहायता समूह वास्तव में ग्रामीण क्षेत्र में 15-20 व्यक्तियों (खासकर महिलाओं) का एक अनौपचारिक समूह होता है जो अपनी बचत तथा बैंकों से लघु ऋण लेकर अपने सदस्यों के पारिवारिक जरूरतों को पूरा करता है और विकास गतिविधियाँ चलाकर गांवों के विकास और पहिला सशक्तिकरण में योगदान करता है।

प्रश्न 7.
भारत में सहकारिता की शुरूआत किस प्रकार हुई, संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर-
भारत में सहकारिता की शुरूआत पिछली शताब्दी के प्रारंभ में हुई। इसमें निर्धन तथा कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान एवं किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सहकारी समितियों की स्थापना पर जोर दिया जाने लगा। इसके लिए सर्वप्रथम 1904 ई. में एक “सहकारिता साख समिति विधान” पारित हुआ जिसके अनुसार गाँव या नगर में कोई भी स व्यक्ति मिलकर सहकारी साख समिति की स्थापना कर सकते थे।

इसमें सुधार लाने तथा इसके क्षेत्र को विस्तृत रूप देने के लिए 1912 ई. में एक और अधिनियिम बनाया गया। 1919 ई. के राजनीतिक सुधारों के अनुसार सहकारिता प्रांतीय सरकारों का हस्तांतरित विषय बन गयी। अतएव इसके संचालन का भार अब राज्य सरकारों के हाथ में आ गया।

सहकारिता समितियों की वित्तीय आवश्यकता की पूर्ति सहकारी बैंक के द्वारा होती है। जो हमारे देश में तीन स्तर पर काम करते हैं। पहला स्तर प्राथमिक सहकारी समितियाँ, दूसरा स्तर केन्द्रीय सहकारी बैंक तीसरा स्तर राज्य सहकारी बैंक हैं।

प्रश्न 8.
सूक्ष्म वित्त योजना को परिभाषित करें।
उत्तर-
सूक्ष्म वित्त योजना के द्वारा गाँव, कस्बा और जिला में गरीब परिवारों को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर ऋण मुहैया कराया जाता है। इससे छोटे पैमाने पर साख अथवा ऋण की सुविधा प्रदान होती है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान किसे कहते हैं ? इसे कितने भागों में बाँटा जाता है ? वर्णन करें।
उत्तर-
ऐसी वित्तीय संस्थाएं जो देश के लिए वित्तीय और साख नीतियों का निर्धारण एवं निर्देशन करती हैं तथा राष्ट्रीय स्तर पर वित्त प्रबंधन के कार्यों का संपादन करती हैं उन्हें हम राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएँ कहते है-
राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं को दो भागों में बाँटा जाता है-

(i) भारतीय मदा बाजार भारतीय मुद्रा बाजार ऐसा मौद्रिक बाजार है जहाँ उद्योग एव व्यवसाय के क्षेत्र के लिए अल्पकालीन एवं मध्यकालीन वित्तीय व्यवस्था एवं प्रबंधन किया जात है। भारतीय मुद्रा बाजार को संगठित और असंगठित क्षेत्रों में विभक्त किया जाता है। संगठित क्षेत्र में वाणिज्य बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एवं विदेशी बैंक शामिल किये जाते हैं जबकि असंगठित क्षेत्र में देशी बैंकर जिनमें गैर-बैंकिंग वित्तीय कम्पनियाँ शामिल की जाती हैं।

(ii)भारतीय पंजी बाजार भारतीय पूंजी बाजार मुख्यतः दीर्घकालीन पूँजी उपलब्ध करातः है। दीर्घकालीन पूँजी की मांग बड़े-बड़े उद्योग घराने एवं सार्वजनिक निर्माण कार्यों के लिए होत है। इसका वर्गीकरण इस प्रकार किया जा सकता है

भारतीय पंजी-(i) प्रतिभूति बाजार- इसके अन्तर्गत प्राथमिक बाजार और द्वितीयक बाजा आते हैं। (ii) औद्योगिक बाजार। (iii) विकास वित्त संस्थान। (iv) गैर-बैंकिंग वित्त कम्पनियाँ।

भारतीय पूंजी बाजार मूलतः इन्हीं चार वित्तीय संस्थानों पर आधारित है जिसके चल राष्ट्र-स्तरीय सार्वजनिक विकास जैसे-सड़क, रेलवे, अस्पताल, शिक्षण-संस्थान, विद्युत उत्पादन संयंत्र एवं बड़े-बड़े निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग संचालित किये जाते हैं। फलस्वरूप राष्ट्र
के निर्माण में इन वित्तीय संस्थानों का काफी योगदान होता है। भारत की वित्तीय राजधानी मुम्बई में एक सुसंगठित बाजार है जिसके माध्यम से औद्योगिक क्षेत्रों के लिए वित्त की व्यवस्था होती है। भारत को यह पूंजी बाजार इतना दृढ़ है कि वर्तमान में विश्वव्यापी आर्थिक मंदी का जो दौ चल रहा है उसमें विश्व के अन्य देशों की अपेक्षाकृत कम प्रभावित हुआ है। मुंबई के जिस जगह पर इस पूंजी बाजार का प्रधान क्षेत्र है उसे दलाल स्ट्रीट कहा जाता है।

प्रश्न 2.
राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत के कार्यों का वर्ण करें
उत्तर-
राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत के निम्नलिखित कार्य हैं-

  • सरकारी बैंक के कार्य-इसके माध्यम से राज्य के किसानों को अल्पकालीन मध्यकालीन तथा दीर्घकालीन ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।
  • प्राथमिक सहकारी समितियों के कार्य उत्पादक कार्यों के लिए अल्पकालीन (1 वा के लिए) ऋण देती है परन्तु विशेष परिस्थितियों में इनकी अवधि 3 वर्ष तक बढ़ायी जाती है
  • भूमि विकास बैंक के कार्य राज्य में किसानों को दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने व लिए भूमि बंधक बैंक खोला गया था, जिसे अब भूमि विकास बैंक कहा जाता है। यह किसान की भूमि को बंधक रखकर कृषि में स्थायी सुधार एवं विकास के लिए दीर्घकालीन ऋण प्रदान करता है। ट्रैक्टर, पावर टीलर, पंपिंग सेट, मकान बनाने या पुराने ऋणों का भुगतान, कृषि में स्थार्य सुधार के लिये 15 से 20 वर्षों तक का ऋण भूमि विकास बैंक द्वारा प्राप्त होता है।
  • व्यावसायिक बैंक के कार्य व्यावसायिक बैंक अधिक मात्रा में किसानों को ऋण प्रदान करती है। यह राज्य में किसानों को साख की सुविधा प्रदान करती है।
  • क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कार्य-यह राज्य में साख की सुविधा प्रदान करती है। छोले । एवं सीमांत किसानों, कारीगरों तथा अन्य कमजोर वर्गों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सारु एवं ऋण प्रदान करती है।
  • नाबार्ड के कार्य-यह राज्य में कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए सरकारी, संस्थाओं, व्यावसायिक बैंकों तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को वित्त की सुविधा प्रदान करता है। जो बाद में किसानों को यह सुविधा प्रदान करते हैं इसके अतिरिक्त यह राज्य में किसानों को सूक्ष्म वित्त भी प्रदान करती है।

प्रश्न 3.
व्यावसायिक बैंकों के प्रमुख कार्यों की विवेचना करें।
उत्तर-
व्यावसायिक बैंकों के प्रमुख कार्य निम्न हैं
(i)जमा राशि को स्वीकार करना -व्यावसायिक बैंकों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य अपने ग्राहकों से जमा के रूप में मुद्रा प्राप्त करना है। समाज में अधिकांश व्यक्ति अथवा संस्था अपनी आय का एक अंश बचाकर रखते हैं। अधिकांश लोग अपनी बचत को चोरी हो जाने के भय से अथवा ब्याज कमाने के उद्देश्य से किसी बैंक में ही जमा करते हैं। बैंक के लिए भी इस प्रकार का जमा विशेष महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इसी के आधार पर कर्ज देकर वे अपने लाभ का एक प्रमुख भाग प्राप्त करते हैं।

(ii) ऋण प्रदान करना-व्यावसायिक बैंक का दूसरा मुख्य कार्य लोगों को ऋण प्रदान – करना है। बैंक के पास जो रुपया जमा के रूप में आता है उसमें से एक निश्चित राशि नकद कोष में रखकर बाकी रुपया बैंक द्वारा दूसरे व्यक्तियों को उधार दे दिया जाता है। ये बैंक प्रायः उत्पादक कार्यों के लिए ऋण देते हैं तथा उचित जमानत की मांग करते हैं। ऋण की रकम प्रायः जमानत के मूल्य से कम होती है।

(iii) सामान्य उपयोगिता संबंधी कार्य-इसके अतिरिकत व्यावसायिक बैंक अन्य बहुत से कार्यों को भी सम्पन्न करते हैं जिन्हें सामान्य उपयोगिता संबंधी कार्य भी कहा जाता है।

(iv) एजेंसी संबंधी कार्य-वर्तमान समय में व्यावसायिक बैंक ग्राहकों की एजेंसी के रूप : में सेवा करते हैं। इसके अतिरिक्त बैंक चेक, बिल व ड्राफ्ट का संचालन, ब्याज तथा लाभांश का संकलन तथा वितरण, ब्याज, ऋण की किस्त बीमे की किस्त का भुगतान प्रतिभूतियों का – क्रय-विक्रय तथा ड्राफ्ट तथा डाक द्वारा कोष का हस्तांतरण आदि क्रियाएँ करते हैं।

प्रश्न 4.
सहकारिता के मूल तत्व क्या हैं ? राज्य के विकास में इसकी भूमिका का वर्णन करो
उतर-
सहकारिता के तीन मूलभूत तत्व हैं। एक तो यह कि यहाँ संगठन की सदस्यता स्वैच्छिक * होती है। लोग अपनी इच्छा से सहकारी संगठन के सदस्य बनते हैं। उनपर कोई बाहरी बंधन का दबाव नहीं रहता।

दूसरा इसका प्रबंधन व संचालन जनतंत्रात्मक आधार पर होता है। इसके सदस्यों के बीच पूँजी, हैसियत अथवा किसी अन्य आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। वे एक-दूसरे के बराबर समझे जाते हैं और सबकों एक जैसे अधिकार व अवसर प्राप्त होते हैं।

तीसरा इसके आर्थिक उद्देश्यों में नैतिक और सामाजिक तत्व भी शामिल रहते हैं। यह केवल ‘ आर्थिक लाभ कमाने के लिए नहीं बल्कि नैतिक और सामाजिक पहलू से भी सदस्यों के हित लाभ के लिए कार्य करता है। इसका ध्येय दूसरों को लूट-खसोट करके धनवान बनाना नहीं है। बल्कि
आत्म-सहायता और पारस्परिक सहयोग द्वारा व्यक्ति और समूह के लाभ व सुख-समृद्धि को बढ़ाना है।

बिहार भारत का एक पिछड़ा राज्य है। एकीकृत बिहार (झारखण्ड सहित) के समय इसका – आर्थिक संसाधन अत्यधिक था। परन्तु राज्य बँटवारा के बाद यह सारी सम्पदा आज के बिहार से अलग हो गयी। वह सारा भूखण्ड राज्य बँटवारे के बाद झारखण्ड के पास चला गया। – फलस्वरूप शेष बचे बिहार में खेती ही एक मात्र मूल साधन है जिसपर बिहार की कुल जनसंख्या का 80% आबादी निर्भर करती है। यहाँ की खेती भी मॉनसून पर आधारित है। सामान्चतः खेती में निवेश एक जुआ के समान माना जाता है। चूंकि, खेती बिहारवासियों की जीविका का आधार है इसलिए आर्थिक तंगी के बावजूद बिहारी कृषक एवं मजदूर कृषि पर धन लगाने के लिए विवश है।

बिहार में खासकर ग्रामीण स्तर पर धनकुट्टी, अगरबत्ती निर्माण, बीड़ी निर्माण, जूता निर्माण, ईंट निर्माण इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण रोजगार सहकारिता के सहयोग से चलाये जा रहे हैं। इसके लिए राज्य स्तरीय सहकारी बैंक ऋण मुहैया कराती है। इस सहकारी बैंक से रोजगार को बढ़ावा ग्रामीण स्तर पर काफी हद तक किया जा रहा है। जहाँ भी इस तरह के रोजगार चलाये जा रहे हैं वहाँ की जनता पर अनुकूल आर्थिक प्रभाव देखने को मिल रहा है। फलस्वरूप व्यक्ति की आय धीरे-धीरे बढ़ रही है और लोगों का जीवन-स्तर ऊँचा उठ रहा है।

प्रश्न 5.
स्वयं सहायता समूह में महिलाएं किस प्रकार अपनी अहम भूमिका निभाती हैं ? वर्णन करें।
उत्तर-
स्वयं सहायता समूह वास्तव में ग्रामीण क्षेत्रों में 15-20 व्यक्तियों (खासकर महिलाओं) का एक अनौपचारिक समूह होता है जो अपनी बचत तथा बैंकों से लघु ऋण लेकर अपने सदस्यों के पारिवारिक जरूरतों को पूरा करता है और विकास गतिविधियाँ चलाकर गाँव के विकास और महिला सशक्तिकरण में योगदान करता है। स्वयं सहायता समूह में महिलाएँ विशेषकर गरीब महिलाएं अपनो बचत पूँजी को एकत्रित करती हैं और उस एकत्रित पूँजी से निर्धन लोगों को कर्ज देती हैं। उन कों पर वे ब्याज भी लेती हैं। लेकिन यह साहूकार द्वारा लिए गये ब्याज से कम होता है। इस स्वयं सहायता समूह में महिलाएँ बढ़-चढ़कर भाग लेती हैं।

इस स्वयं सहायता समूह में छोटे पैमाने पर साख अथवा ऋण की सुविधा प्रदान की जाती है। क्योंकि साधारणतः ये महिलाओं द्वारा चलायी जाती हैं। महिलाओं द्वारा बचत की गयी पूँजी को उचित ब्याज दर पर जमीन छुड़वाने के लिए, घर बनाने के लिए, सिलाई मशीन खरीदने के लिए, हथकरघा एवं पशु खरीदने के लिए, बीज, खाद और बाँस खरीदने के लिए ऋण दिये जाते हैं। इन ऋणों पर जो ब्याज आता है इससे स्वयं सहायता समूह की पूँजी का निर्माण हो जाता है। इससे न केवल महिलाएँ आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो जाती हैं बल्कि समूह के नियमित बैठकों के जरिये लोगों को एक आम मंच मिल जाता है, जहाँ वे तरह-तरह के सामाजिक जैसे स्वास्थ्य, पोषण और घरेलू हिंसा इत्यादि पर आपस में चर्चा कर पाती हैं और इन समस्याओं का निदान करने की कोशिश भी करती हैं।

स्वयं सहायता समह के जरिये महिलाएँ छोटे-मोटे स्वरोजगार कर अपनी आमदनी कमाती हैं जिससे वे आर्थिक रूप में सशक्त हो रही हैं और दूसरी जरूरतमंद महिलाओं को सामाजिक तथा आर्थिक रूप से मदद कर उनके जीवन-स्तर को ऊंचा उठाने की कोशिश करती हैं। अतः महिलाएँ स्वयं सहायता समूह में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।

अतिरिक्त परियोजना/कार्यकलाप

नीचे दी गयी प्रश्नावली के अनुरूप अपने पास-पड़ोस के किसी भी बैंक में जाकर वहाँ इस बात का सर्वेक्षण करें कि किस वर्ग समूह को कितने ऋण की आवश्यकता थी, उन्हें ऋण उपलब्ध कराया गया अथवा नहीं, यदि ऋण उपलब्ध कराया गया तो ऋण की कितनी राशि मिली और कितने दिनों में ऋण उपलब्ध कराया गया। यदि नहीं, तो उसके कारण की चर्चा करें। परियोजना
कार्यक्रम में निम्नलिखित चार बिन्दुओं को दिखायें।
1. बैंक का नाम 2. ऋण आवेदक की पृष्ठभूमि 3. ऋण की राशि जो माँगी/जो दी गयी 4. ऋण उपलब्ध कराने की अवधि
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 10 Economics हमारी वित्तीय संस्थाएँ Additional Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वित्तीय सेवाओं की आवश्यकता होती है
(क) व्यक्तियों को
(ख) व्यावसायिक संस्थानों को
(ग) सरकार को
(घ) इनमें सभी को
उत्तर-
(घ) इनमें सभी को

प्रश्न 2.
भारतीय बैकिंग प्रणाली के शीर्ष पर हैं
(क) व्यावसायिक बैंक
(ख) सहकारी बैंक ।
(ग) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(घ) रिजर्व बैंक
उत्तर-
(क) व्यावसायिक बैंक

प्रश्न 3.
निम्नांकित में संस्थागत वित्त का साधन कौन है ?
(क) महाजन
(ख) साहुकार
(ग) व्यावसायिक बैंक
(घ) व्यापाकरी
उत्तर-
(ग) व्यावसायिक बैंक

प्रश्न 4.
किस शहर को भारत की वित्तीय राजधानी कहा जाता है ?
(क) कोलकात्ता
(ख) चेन्नई
(ग) दिल्ली
(घ) मुंबई
उत्तर-
(घ) मुंबई

प्रश्न 5.
बिहार के वित्त के संस्थागत स्रोतों में कौन सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ?
(क) सहकारी बैंक
(ख) व्यावसायिक बैंक
(ग) राजकीय संस्थाएँ
(घ) राष्ट्रीय संस्थाएँ
उत्तर-
(ख) व्यावसायिक बैंक

प्रश्न 6.
बिहार में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या है
(क) 5
(ख) 10
(ग) 15
(घ) 25
उत्तर-
(क) 5

प्रश्न 7.
भारत में सहकारिता का प्रारंभ किस वर्ष हुआ?
(क) 1901
(ख) 1904
(ग) 1912
(घ) 1915
उत्तर-
(ख) 1904

प्रश्न 8.
गैर-संस्थागत वित्त प्रदान करने वाला सबसे लोकप्रिय साधन है
(क) देशी बैंकर
(ख) महाजन
(ग) व्यापारी
(घ) सहकारी बैंक
उत्तर-
(ख) महाजन

प्रश्न 9.
राज्य में कार्यरत केन्द्रीय सहकारी बैंक की संख्या कितनी है ?
(क) 50.
(ख) 75
(ग) 35
(घ) 25.
उत्तर-
(घ) 25.

प्रश्न 10.
दीर्घकालीन ऋण प्रदान करनेवाली संस्था कौन-सी है ?
(क) कृषक महाजन
(ख) भूमि विकास बैंक
(ग) प्राथमिक कृषि साख समिति
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(ख) भूमि विकास बैंक

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वित्तीय संस्थाओं का मुख्य कार्य क्या है ?
उत्तर-
वित्तीय संस्थाओं का मुख्य कार्य जमा स्वीकार करना अल्पकालीन या दीर्घकालीन साख या ऋण को देना है। वित्तीय संस्थाएँ व्यावसायिक संस्थाओं को वित्तीय सुविधाएँ जैसे ड्राफ्ट और साख पत्र जारी करना, ऋण-पत्रों की गारंटी इत्यादि देने का कार्य भी करती है।

प्रश्न 2.
छोटे किसानों को वित्त या साख की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर-
छोटे किसानों की आर्थिक तंगी के कारण खाद, बीज, हल बैल आदि खरीदने के लिए अल्पकालीन या मध्यकालीन तथा कृषि के क्षेत्र में स्थायी सुधार के लिए दीर्घकालीन साख की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 3.
बैंकों के ऋण-जमा अनुपात का क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
ऋण जमा अनुपात का अभिप्राय राज्य में बैंकों द्वारा एकत्र किए गए जमा में से ऋण की मांग पूरी करने हेतु दी गई राशि के परिमाण से है। .

प्रश्न 4.
बिहार में सहकारी वित्तीय संस्थाओं की क्या स्थित है ?
उत्तर-
सहकारी वित्तीय संस्थाओं की बिहार में स्थिति संतोषजनक नहीं है। राज्य के कृषि ऋणों में सहकारी बैंकों की हिस्सेदारी मात्र 10 प्रतिशत है तथा राज्य के 16 जिलों में इन बैंकों
का कोई अस्तित्व नहीं है।

प्रश्न 5.
सहकारिता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
सहकारिता एक ऐच्छिक संगठन है जो सामान्य आर्थिक एवं सामाजिक हितों की वृद्धि के लिए समानता के आधार पर स्थापित किया जाता है। सहकारिता का अर्थ मिलकर कार्य करना है।

प्रश्न 6.
प्रारंभिक कृषि-साख समितियाँ क्या है?
उत्तर-
प्रारंभिक कृषि-साख समितियाँ एक ग्राम स्तर पर स्थापित किया जाता है। प्रारंभिक कृषि-साख समितियाँ प्रायः उत्पादक कार्यों के लिए किसानों को अल्पकालीन तथा मध्यकालीन ऋण प्रदान करती है।

प्रश्न 7.
सहकारी विक्रय समितियाँ क्या है ?
उत्तर-
सहकारी विक्रय समितियाँ गैर साख कृषि समितियाँ है। सहकारी वित्तिय समितियाँ अपने सदस्यों द्वारा उत्पादित फसल को बेचने के लिए प्रतिनिधि का कार्य करती है तथा साथ ही उनकी उपज के बदले ऋण प्रदान करती है।

प्रश्न 8.
स्वयं-सहायता समूह से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
स्वयं-सहायता समूह ग्रामीण निर्धन परिवारों तथा विशेषकर महिलाओं के सहायता के लिए अपनाया गया एक तरीका है। इसमें गाँव के व्यक्ति या महिलाएं ही 15 से 20 सदस्यों को संगठित कर अपने विकास के लिए नियमित छोटे बचत कर संगठन या समूह का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 9.
स्वयं-सहायता समूहों के संचालन में महिलाओं की क्या भूमिका होती है ?
उत्तर-
स्वयं सहायता समूह में ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन व्यक्तियों विशेषकर महिलाओं को छोटे-छोटे स्वयं सहायता समूहों में संगठित करना है। महिलाओं को आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से उनके समुहों को बैंक लघु ऋण उपलब्ध कराती है। इसलिए महिलाओं की भूमिका स्वयं सहायता समूहों में महत्वपूर्ण हो जाती है।

प्रश्न 10.
स्वयं-सहायता समूहों से निर्धन परिवारों को क्या लाभ हुआ है ?
उत्तर-
स्वयं-सहायता समूहों का निर्माण मुख्यतः निर्धन परिवारों की सहायता के लिए अपनाया गया एक तरीका है। इसके माध्यम से सरकार अथवा बैंक उन्हें कर्ज से उबरने में सहायता प्रदान करती है। इससे किसानों की जमीन की सुरक्षा तथा सेठ, साहुकारों के चंगुल से बचने में सहायता प्रदान होती है।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
सरकार को साख या ऋण लेने की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-
सरकार को विकासात्मक कार्यों जैसे-परिवहन, संचार, विद्युत, गैस तथा विनिर्माण के अतिरिक्त कृषि, कुटीर एवं लघु उद्योगों को अनुदान तथा निर्धन परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। इस प्रकार सरकार का व्यय उसकी आय की तुलना में अधिक होता है और इस घाटे को पूरा करने के लिए केंद्रीय तथा अन्य बैंकों से साख
या ऋण लेने की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 2.
मुद्रा बाजार तथा पूँजी बाजार की वित्तीय संस्थाओं में अंतर बताएँ।
उत्तर-
मुद्रा बाजार तथा पूंजी बाजार, वित्तीय संस्थाओं के दो वर्ग है। मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएं साख या ऋण का अल्पकालीन लेन-देन करती है। इसके विपरीत पूंजी बाजार की संस्थाएँ उद्योग तथा व्यापार की दीर्घकालीन साख की आवश्यकताओं को पूरा करती है। मुद्रा बाजार में बैंक तथा देशी बैंकर आदि है तथा पूँजी बाजार में शेयर मार्केट शामिल है।

प्रश्न 3.
उद्योग एवं व्यापार को दीर्घकालीन ऋण प्रदान करनेवाली विशिष्ठ वित्तीय संस्थाओं का उल्लेख करें।
उत्तर-
उद्योग एवं व्यापार को दीर्घकालीन साख प्रदान करनेवाली संस्थाओं में भारतीय औद्योगिक वित्त निगम, भारतीय औद्योगिक विकास बैंक, भारतीय औद्योगिक साख एवं निवेश निगम यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया निर्यात-आयात बैंक आदि महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 4.
बैंक जमा कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर-
व्यवसायिक बैंक चार प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं

  • स्थायी जमा इसे सावधि जमा भी कहते हैं। इसमें बैंक एक निश्चित अवधि के लिए : राशि जमा कर लेती है और उसकी निकासी समय से पूर्व नहीं होती।
  •  चालू जमा-इसे मांग जमा भी कहते हैं। इसमें व्यक्ति अपनी इच्छानुसार रुपया जमा या निकाल सकता है।
  • संचयी जमा- इस जमा में बैंक ग्राहकों को निकासी के अधिकार को सीमित कर देता है। इसमें एक निश्चित रकम से अधिक निकासी नहीं हो सकती है।
  • आवर्ती जमा-आवर्ती जमा खाते में ग्राहकों को प्रतिमाह एक निश्चित राशि जमा करना होता है। आवर्ती जमा एक निश्चित अवधि (60 माह या 72 माह) तक होता

प्रश्न 5.
व्यावसायिक बैंकों द्वारा ऋण प्रदान करने के मुख्य तरीके क्या है ?
उत्तर-
लोगों की बचत को जमा के रूप में स्वीकार करना तथा ऋण या कर्ज देना व्यावसायिक बैंकों का एक महत्वपूर्ण कार्य है। बैंकों द्वारा ऋण प्रदान करने के मुख्य तरीके निम्नांकित है।

  • अधविकर्ष (Overdraft)इसके अंतर्गत बैंक अपने ग्राहकों को उनकी जमा राशि से अधिक रकम निकालने की सुविधा देता है।
  • नकद साख (Cash Credit)-नकद साख में बैंक अपने ग्राहकों को माल आदि की जमानत पर ऋण देते हैं।
  • ऋण एवं अग्रिम (Cash and advances)_इसमें बैंक अपने ग्राहकों को उचित जमानत के आधार पर पूर्व-निश्चित अवधि के लिए ऋण देते हैं।
  • विनिमय विलों का भुगतान (Discounting of Bills of exchange)-व्यावसायिक बैंक विनिमय बिलों को भुनाकर भी व्यापारियों को ऋण देते हैं।

प्रश्न 6.
कुटीर एवं लघु उद्योगों के क्षेत्र में किस प्रकार की सहकारी समितियाँ स्थापित की जाती है ?
उत्तर-
कुटीर एवं लघु उद्योगों के क्षेत्र में सहकारिता का महत्वपूर्ण स्थान है। इस क्षेत्र में भी सहकारी समितियाँ भी दो प्रकार की होती है साख समितियों तथा गैर-साख समितियाँ।

  • प्रारंभिक गैर-कृषि साख समितियाँ व्यवसाय में लगे हुए व्यक्तियों को साख-सुविधा प्रदान करने के लिए प्रारंभिक गैर-कृषि साख समितियों की स्थापना की जाती है। इस प्रकार की समितियाँ प्रायः नगरों में स्थित होती हैं तथा इन्हें ‘नगर साख समिति’ भी कहते हैं।
  • प्रारंभिक गैर कृषि गैर साख समितियाँ-प्रारंभिक गैर कृषि मैर-साख समितियाँ साख देने के लिए नहीं वरन् कारीगरों तथा शिल्पकारों को अन्य आर्थिक कार्यों में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित की जाती है। इनमें औद्योगिक समितियाँ, मत्स्यपालन समितियाँ तथा बुनकर समितियाँ अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 7.
वित्तीय संस्थाओं से आप क्या समझते हैं ? इनका मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर-
आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं के संचालन में साख की भूमिका अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होती है। आज प्रायः सभी प्रकार की उत्पादक क्रियाओं के लिए वित्त या साख की आवश्यकता होती है। वित्तीय संस्थाओं के अंतर्गत बैंक, बीमा कंपनियों, सहकारी समितियों तथा महाजन, साहूकार आदि देशी बैंकरों को सम्मिलित किया जाता है जो साख अथवा ऋण के लेन-देन का कार्य करती है। लोग प्रायः अपनी बचत को बैंक आदि संस्थाओं में जमा अथवा निवेश करते हैं। वित्तीय संस्थाएँ इस बचत को स्वीकार करती हैं और इसे ऐसे व्यक्तियों को उधार देती हैं जिन्हें धन की आवश्यकता है। इस प्रकार, वित्तीय संस्थाएँ ऋण लेने और देनेवाले व्यक्तियों के बीच मध्यस्थ का कार्य करती हैं।

प्रश्न 8.
किसानों को वित्त या साख की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-
भारत में किसानों को अल्पकालीन, मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन तीन प्रकार के साख की आवश्यकता होती है। अल्पकालीन साख की आवश्यकता प्रायः 6 से 12 महीने तक की होती है, इसलिए इसे मौसमी साख भी कहते हैं। इनकी मांग खाद एवं बीज खरीदने, मजदूरी चुकाने तथा ब्याज आदि का भुगतान करने के लिए की जाती है। प्रायः फसल कटने के बाद किसान इन्हें वापस लौटा देता है। मध्यकालीन साखं कृषि यंत्र, हल, बैल आदि खरीदने के लिए ली जाती है। इनकी अवधि प्रायः एक वर्ष से 5 वर्ष तक की होती है। दीर्घकालीन साख की अवधि प्राय: 5 वर्षों से अधिक की होती है। किसानों को सिंचाई की व्यवस्था करने, भूमि को समतल बनाने तथा महो कृषि यंत्र आदि खरीदने के लिए इस प्रकार के ऋण की आवश्यकता होती है। ये ऋण कृषि क्षेत्र में स्थायी सुधार लाने के लिए होते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
पूँजी बाजार क्या है ? इसके कार्यों की विवेचना कीजिए।
उत्तर-
मूंजी बाजार वह है जिसमें व्यावसायिक संस्थाओं के हिस्सों तथा ऋणपत्रों का क्रय-विक्रय होता है। उद्योग एवं व्यापार की साख या पूँजी की दीर्घकालीन आवश्यकता की पूर्ति पूँजी बाजार से होती है।

आधुनिक समय में सभी वृहत उद्योग या संस्थान संयुक्त पूँजी कंपनी के रूप में चलाए जाते हैं जिसमें बहुत बड़ी मात्रा में पूँजी या साख की आवश्यकता होती है। व्यावसायिक बैंकों द्वारा इतनी मात्रा में पूंजी या साख की व्यवस्था संभव नहीं है। संयुक्त पूँजी कंपनी दीर्घकालीन पूँजी की आवश्यकता की पूर्ति अंशपत्रों या हिस्सों को विक्रय कर तथा ऋणपत्रों के निर्गमन द्वारा करती है।

संयुक्त पूँजी कंपनी के हिस्सों और ऋणपत्रों का क्रय-विक्रय पूँजी बाजार में होता है। पूँजी बाजार के दो मुख्य अंग होते हैं।

  1. प्राथमिक बाजार-प्राथमिक बाजार का संबंध कंपनियों के नए हिस्सों के निर्गमन से होता है।
  2. द्वितीयक बाजार-द्वितीयक बाजार को स्टॉक एक्सचेंज अथवा शेयर बाजार भी कहते हैं। इस बाजार में संयुक्त पूँजी कंपनियों के वर्तमान हिस्सों और ऋणपत्रों का क्रय-विक्रय होता है।

हमारे देश में मुंबई देश की वित्तीय गतिविधियों का केन्द्र है। मुंबई का शेयर बाजार दबाव स्ट्रीट में स्थित है जिसके माध्यम से इस पूँजी बाजार का संचालन होता है।

प्रश्न 2.
‘राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक’ के कणों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
ग्रामीण तथा कृषि क्षेत्र की वित्तीय संस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार ने जुलाई 1982 में ‘राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना की यह बैंक कृषि तथा ग्रामीण साख की पूर्ति के लिए देश की शीर्ष संस्था है।

देश में कृषि एवं ग्रामीण साख की आवश्यकताओं की पूर्ति तथा इस कार्य में संलग्न विभिन्न संस्थाओं के कार्यों में समन्वय स्थापित करने का कार्य करता है। कृषि एवं अन्य क्रियाकलापों के लिए ऋण उपलब्ध कराने तथा इस संबंध में नीति-निर्धारण के लिए यह एक शीर्ष संस्था है। विकास कार्यों के लिए निवेश तथा उत्पादक ऋण देनेवाली संस्थाओं के पुनर्वित के लिए मुख्य प्रतिनिधि का कार्य करता है।

राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक का दूसरा महत्वपूर्ण कार्य पुनर्वास योजनाएँ तैयार, ‘ करना उनपर निगरानी रखना तथा ऋण उपलब्ध करानेवाली संस्थाओं का पुनर्गठन एवं उनके कर्मचारियों का प्रशिक्षण है।

बैंक का एक अन्य कार्य ऋण वितरण प्रणाली की क्षमता को बढ़ाने के लिए उनकी संस्थागत व्यवस्था को विकसित करना है। इसके साथ ही यह परियोजनाओं की देखरेख तथा मूल्यांकन करता है जिनके लिए उसने पुनर्वित की व्यवस्था की है।

लघु सिंचाई, कृषि यंत्रीकरण, स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना स्वयं सहायता समूह तथा ग्रामीण गैर-कृषि प्रक्षेय आदि के लिए वर्ष 2007-08 में नाबार्ड द्वारा बिहार में लगभग 184 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है।

प्रश्न 3.
हमारे देश में सहकारी बैंकों के मुख्य प्रकार क्या है ?
उत्तर-
सहकारिता के क्षेत्र में सहकारी बैकों का महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे देश में इन बैंकों के तीन मुख्य रूप है केंद्रीय सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक तथा भूमि विकास बैंक।

(i) केंद्रीय सहकारी बैंक- केंद्रीय सहकारी बैकों का मुख्य कार्य प्रारंभिक समितियों का संगठन करना तथा उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है। अपनी अंशपूँजी एवं जमा-राशि, जनता द्वारा जमा की गई राशि तथा राज्य सहकारी बैंक से प्राप्त ऋण एवं अग्रिम केंद्रीय सहकारी बैंकों के पूँजी के मुख्य स्रोत है। केंद्रीय सहकारी बैंक उन सभी कार्यों का संपादन करते हैं जो एक व्यावसायिक बैंक द्वारा किए जाते हैं, जैसे जनता के धन को जमा के रूप में स्वीकार करना, ऋण देना, चेक, बिल, हुंडी आदि
का भुगतान करना आदि।

(ii) राज्य सहकारी बैंक- प्रत्येक राज्य में इस प्रकार का केवल एक ही बैंक होता है जो उसके मुख्यालय में स्थित होता है। राज्य सहकारी बैंक राज्य के सभी केंद्रीय सहकारी बैंकों के प्रधान होते हैं। राज्य सहकारी बैंक के वित्तीय साधन उनकी अपनी अंशपूंजी, केंद्रीय सहकारी बैंक एवं जनता की जमाराशि तथा राज्य सरकार से प्राप्त ऋण एवं अग्रिम है। राज्य, सहकारी बैकों का मुख्य कार्य केंद्रीय सहकारी बैंकों का संगठन तथा उन्हें ऋण प्रदान करना है। भूमि विकास बैंक- प्रारंभिक कृषि-साख समितियाँ कृषि की अल्पकालीन एवं मध्यकालीन साख की आवश्यकताओं को पूरा करती है। भूमि विकास बैंक किसानों के लिए दीर्घकालीन ऋण की व्यवस्था करते हैं। दीर्घकालीन ऋणि सिंचाई, ट्रेक्टर आदि जैसे महंगे कृषि-यंत्र, पुराने ऋणों के भुगतान तथा भूमि में स्थायी सुधार के लिए होते हैं। भूमि विकास बैंक को पहले ‘भूमि.बंधक बैंक भी कहा जाता था। भूमि विकास बैंक अपनी अंशपूँजी, जमाराशि तथा ऋणपत्रों की बिक्री आदि से वित्तीय साधन एकत्र
करते हैं।

भूमि विकास बैंक भी दो प्रकार की होती हैं केंद्रीय भूमि विकास बैंक तथा प्रारंभिक भूमि, विकास बैंक। देश के कई राज्यों में प्रारंभिक भूमि विकास बैंक नहीं है। ऐसे राज्यों में किसानों को सीधा केंद्रीय भूमि विकास बैंक से ही ऋणों की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 4.
मद्रा बाजार की प्रमुख वित्तीय संस्थाओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
वित्तीय संस्थाओं को प्रायः दो वर्गों में विभाजित किया जाता है—मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएँ तथा पूँजी बाजार की वित्तीय संस्थाएँ। मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएँ साख या ऋण का अल्पकालीन लेन-देन करती हैं। इसके विपरीत, पूँजी बाजार की संस्थाएँ उद्योग तथा व्यापार की दीर्घकालीन साख की आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाओं में बैंकिंग संस्थाएँ सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं। भारतीय बैंकिंग प्रणाली के शीर्ष पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया है जिसकी स्थापना अप्रैल 1935 में हुई थी। यह भारत का केंद्रीय बैंक है जो. देश की संपूर्ण बैंकिंग व्यवस्था का नियमन एवं नियंत्रण करता है।

भारत की बैंकिंग प्रणाली व्यावसायिक बैंकों पर आधारित है। व्यावसायिक बैंकों का मुख्य कार्य जनता की बचत को जमा के रूप में स्वीकार करना तथा उद्योग एवं व्यवसाय को उत्पादन कार्यों के लिए ऋण प्रदान करना है। व्यावसायिक बैंक कई प्रकार की अन्य वित्तीय सेवाएँ भी प्रदान करते हैं, जैसे मुद्रा का हस्तांतरण, साखपत्र जारी करना इत्यादि। कुछ समय पूर्व तक हमारे देश के अधिकांश व्यावसायिक बैंकों की शाखाएँ शहरी क्षेत्रों में स्थित थीं। ये बैंक उद्योग एवं व्यापार के लिए केवल अल्पकालीन ऋण की व्यवस्था करते थे। परंतु, हमारी अर्थव्यवस्था में बैंकिंग के महत्त्व को देखते हुए सरकार ने देश के प्रमुख व्यावसायिक बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर लिया है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज के पिछड़े और उपेक्षित वर्ग को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी अधिक-से-अधिक शाखाओं का विस्तार करना था।

1975 से सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को ऋण प्रदान करने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की एक नई योजना आरंभ की है। इन बैंकों का मुख्य कार्य ग्रामीण क्षेत्र के छोटे एवं सीमांत किसानों, कृषि श्रमिकों, कारीगरों, छोटे व्यापारियों आदि को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।

कृषि-साख की आवश्यकताओं को पूरा करनेवाली वित्तीय संस्थाओं में सहकारी साख समितियों की भूमिका भी महत्त्वपूर्ण है। ग्रामीण तथा कृषि क्षेत्र की वित्तीय संस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार ने जुलाई 1982 में ‘राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक’ की स्थापना की है। यह बैंक कृषि तथा ग्रामीण साख की पूर्ति के लिए देश की शीर्ष संस्था है।

भारतीय मुद्रा बाजार का एक असंगठित क्षेत्र भी है जिसे देशी बैंकर की संज्ञा दी जाती है। यह क्षेत्र प्राचीन पद्धति के अनुसार ऋणों के लेन-देन का कार्य करता है तथा इसे देश के विभिन्न भागों में साहूकार, महाजन, चेट्टी, सर्राफ आदि नामों से पुकारा जाता है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी देशी बेंकरों की ही प्रधानता है।

Bihar Board Class 10 Economics हमारी वित्तीय संस्थाएँ Notes

  • वित्तीय संस्थाएँ हमारी आर्थिक संरचना के प्रमुख अंग है।
  • वित्तीय संस्थाओं के विकसित होने पर आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलता है।
  • वित्तीय सेवाओं की आवश्यकता व्यक्ति या परिवार, व्यावसायिक संस्थान तथा सरकार सभी को होती है।
  • विनीयों को प्रायः दो वर्गों मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएँ तथा पंजी बाजार की वित्तीय संस्थाएं में विभाजित किया जाता है।
  • बैंक आदि मुद्रा बाजार की वित्तीय संस्थाएं अल्पकालीन साख या ऋण के लेन-देन का कार्य करती है।
  • पूंजी बाजार की संस्थाएँ उद्योग एवं व्यापार की दीर्घकालीन साख की आवश्यकताओं को – पूरा करती है।
  • मुद्रा बाप की वित्तीय संस्थाओं में बैंकिंग संस्था सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
  • भारतीय बाजार को संगठित एवं असंगठित दो भागों में विभक्त किया जा सकता है।
  • संगठित क्षेत्र (बैंक) पर जि का नियंत्रण होता है।
  • असंगठित क्षेत्र में पद आदि देशी बैंकर आये है।
  • पूंजी बाजार वह है जिसमें व्यावसायिक बैंकों के हिस्सों तथा ऋणपत्रों का होता है।
  • हमारे देश की वित्तीय गतिविधियों का केन्द्र मलई है। यहाँ का पूँजी बाजार अत्यंत सुसंगठित है।
  • मुम्बई का शेयर बाजार दलाल स्ट्रीट में स्थित है जिसके माध्यम से पूंजी बाजार का संचालन होता है।
  • कृषि-साख की दीर्घकालीन वित्त की आवश्यकताओं को पूरा करनेवाली संस्थाओं में पाय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक’ सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
  • बिहार में संस्थागत तथा गैर-संस्थागत दो प्रकार की वितीय या कार्यरत है।
  • अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार में व्यावसायिक बैंकों का ऋण-जमा अनुपात बहुत कम है।
  • बिहार में 5 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक है जिनमें प्रत्येक राज्य के एक विशेष क्षेत्र में सेवा प्रदान करता है।
  • बिहार में व्यावसायिक बैंक संस्थागत ऋण प्रदान करने के माय मोत है।
  • नावाई अथात् राष्टीय कषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना सन् 1982 में की गई।
  • बिहार के कृषि-ऋण मागों की हिस्सेदारी मात्र 10 प्रतिशत है।
  • बिहार को वित्तीय सहायता उपलब्ध करानेवाली राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में गाय की एवं ग्रामीण विकास बैंक सबसे महत्वपूर्ण है।
  • सहकारिता एक सा है जिसे सामान्य आर्थिक एवं सामाजिक हितों की वृद्धि के लिए समानता के आधार पर स्थापित किया जाता है।
  • भारत में सहकारिता का विकास 1904 में आरंभ हुआ।
  • स्वयं सहायता समह निर्धन परिवारों की ऋणधारा की कमी की समस्या के समाधान में सहायक हुआ है।

Bihar Board Class 10 Economics Solutions Chapter 6 वैश्वीकरण

Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Economics अर्थशास्त्र : हमारी अर्थव्यवस्था भाग 2 Chapter 6 वैश्वीकरण Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Economics Solutions Chapter 6 वैश्वीकरण

Bihar Board Class 10 Economics वैश्वीकरण Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

I. सही विकल्प चुनें।

वैश्वीकरण में किसका मुक्त प्रवाह Bihar Board प्रश्न 1.
नई आथिक नीति में किसे सम्मिलित किया गया?
(क) उदारीकरण
(ख) निजीकरण
(ग) वैश्वीकरण
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(ग) वैश्वीकरण

वैश्वीकरण में किसका मुख्य प्रभाव Bihar Board  प्रश्न 2.
वैश्वीकरण के मुख्य अंग कितने हैं ?
(क) एक
(ख) दो
(ग) पाँच
(घ) चार
उत्तर-
(ग) पाँच

वैश्वीकरण क्या है Class 10 Bihar Board प्रश्न 3.
इनमें से कौन बहुराष्ट्रीय कंपनी है ?
(क) फोर्ड मोटर्स
(ख) सैमसंग
(ग) कोका कोला
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(घ) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 4.
वैश्वीकरण का अर्थ है ?
(क) विदेशी पूँजी एवं विनियोग पर रोक
(ख) व्यापार, पूँजी, तकनीक हस्तांतरण, सूचना प्रवाह द्वारा देश की अर्थव्यवस्था का विश्व अर्थव्यवस्था के साथ समन्वय
(ग) सरकारीकरण की प्रक्रिया को बढ़ाना
(घ) इनमें से कोई नहीं ।
उत्तर-
(ख) व्यापार, पूँजी, तकनीक हस्तांतरण, सूचना प्रवाह द्वारा देश की अर्थव्यवस्था का विश्व अर्थव्यवस्था के साथ समन्वय

प्रश्न 5.
पारले समूह के ‘थम्स अप’ ब्रांड को किस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने खरीद लिया ?
(क) कोका कोला
(ख) एल. जी.
(ग) रिबॉक
(घ) नोकिया
उत्तर-
(क) कोका कोला

II. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।

1. वैश्वीकरण का अर्थ है देश की अर्थव्यवस्था का …………… अर्थव्यवस्था के साथ समन्वया
2. व्यापार, पूँजी, तकनीक, हस्तांतरण, सूचना प्रवाह के माध्यम से ……… को बढ़ावा मिलता है।
3. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वैश्वीकरण की प्रक्रिया में ……………. भूमिका निभा रही हैं।
4. विदेशी व्यापार विश्व के देशों के बाजारों को …………. का कार्य करते हैं।
5. W.T.O.(World Trade Organisation) की स्थापना सन् ………….. में की गई।
उत्तर-
1. विश्व,
2. वैश्वीकरण,
3. मुख्य,
4. जोड़ने,
5. 1995.

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
वैश्वीकरण वह प्रक्रिया वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं; प्रौद्योगिकी, पूँजी और श्रम या मानवीय पूंजी का भी निर्बाध प्रवाह हो सके। वैश्वीकरण के अन्तर्गत पूंजी वस्तु तथा प्रौद्योगिकी . का निर्बाध रूप से एक दूसरे देश में प्रवाह होता है। इसको स्पष्ट करते हुए बैंकों मिलनोवीक ने कहा है-“वैश्वीकरण का अर्थ पूँजी, वस्तु, प्रौद्योगिकी एवं लोगों के विचार का स्वतंत्र प्रवाह होता है। कोई भी ऐसा वैश्वीकरण आशिक ही माना जाएगा जिसमें मानवीय सम्पदा के प्रवाह में रुकावट आये।” अर्थात् वैश्वीकरण के अन्तर्गत वस्तुओं के साथ-साथ पूंजी, तकनीक एवं । सेवाओं का भी एक देश से दूसरे देश के बीच बिना किसी रुकावट के प्रवाह होता है। वैश्वीकरण के कारण ही विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं एवं सेवाओं, पूंजी और प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान हो रहा है। दुनिया के देश एवं लोग एक-दूसरे के अपेक्षाकृत अधिक सम्पर्क में आये हैं।

प्रश्न 2.
बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ किसको कहते हैं ?
उत्तर-
बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वे हैं, जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण व स्वामित्व रखती हैं। जैसे—फोर्ड मोटर्स, सैमसंग, कोका कोला, नोकिया, इंफोसिस, टाटा मोटर्स आदि।

प्रश्न 3.
विश्व व्यापार संगठन क्या है ? यह कब और क्यों स्थापित किया गया ?
उत्तर-
विश्व व्यापार संगठन एक ऐसा अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाना है। विश्व व्यापार संगठन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित नियमों को निर्धारित करता है और देखता है कि इन नियमों का पालन है। विश्व व्यापार संगठन सभी देशों को मुक्त व्यापार की सुविधा देता है। विश्व व्यापार संगठन की स्थापना जनवरी 1995 में उपर्युक्त उद्देश्यों से की गई थी।

प्रश्न 4.
भारत में सन् 1991 के आर्थिक सुधारों से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
भारत ने सन् 1991 में कुछ नई नीतियों को अपनाया जिसे नई आर्थिक नीति कहा जाता है। इस नई आर्थिक नीति में व्यापक आर्थिक सुधारों को सम्मिलित किया गया है। भारत में आर्थिक सुधारों का मतलब उन नीतियों से है जिनका प्रारंभ 1991 में आर्थिक व्यवस्था की शक्ति के स्तरों में वृद्धि करने के दृष्टिकोण से किया गया है। ये आर्थिक सुधार उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण की नीतियों पर आधारित हैं। अतः इन्हें हम एल.पी.जी. नीति भी कहते हैं। यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि आर्थिक सुधारों को हम नई आर्थिक नीति (New Economic Policy) के नाम से भी पुकारते हैं।

प्रश्न 5.
उदारीकरण को परिभाषित करें।
उत्तर-
सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों तथा प्रतिबंधों जैसे- लाइसेंस, कोटा आदि को हटाना उदारीकरण है। आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत सन् 1991 में भारत सरकार ने उदारीकरण की नीति अपनायी।

प्रश्न 6.
निजीकरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
निजीकरण का अभिप्राय, निजी क्षेत्र द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों पर पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्वामित्व प्राप्त करना तथा उनका प्रबंध करना है। आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत भारत सरकार में सन् 1991 से निजीकरण की नीति अपनायी।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
एक बहुराष्ट्रीय कंपनी द्वारा किसी देश में अपनी उत्पादन इकाई लगाने के निर्णय पर किन बातों का प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी द्वारा किसी क्षेत्र में अपनी उत्पादन इकाई लगाने के निर्माण पर निम्नलिखित बातों का प्रभाव पड़ता है सस्ते श्रम, सस्ता कच्चा माल, उपभोक्ता बाजार एवं अन्य संसाधन।

कोई बहुराष्ट्रीय कंपनी लाभ कमाने की दृष्टि से ही किसी अन्य देश में अपनी उत्पादन इकाई लगाती है, अतः वह सर्वप्रथम यह देखती है कि अमुक देश में सस्ते दर पर श्रमिक उपलब्ध हैं या नहीं। जहाँ सस्ते श्रमिक उपलब्ध होंगे वहाँ की वह अपनी इकाई लगायेगी।

दूसरी बात जो बहुराष्ट्रीय कंपनी के निर्णय को प्रभावित करनी है, वह है सस्ता कच्चा माल। जिस देश के बहुराष्ट्रीय कंपनी की इकाई में प्रयुक्त होने वाले कच्चे माल की प्रचुरता होगी और सस्ते में उपलब्ध होंगे वहाँ की वह अपनी इकाई लगायेगी।

तीसरी चीज है बाजार। बहुराष्ट्रीय कंपनी यह देखती है कि जिस इकाई को वह लगाने जा रही है उसके उत्पाद के उपभोक्ता उस देश में काफी संख्या में हैं। अतः वहाँ ही वह अपनी इकाई लगाती है। यदि उपभोक्ता ही न मिले तो उत्पादन किसके लिए होगा।

इनके अतिरिक्त अन्य संसाधनों की उपलब्धता पर भी बहुराष्ट्रीय कंपनी ध्यान देती है जैसे यातायात, शक्ति उस देश के लोगों का जीवन स्तर पर्यावरण आदि।

प्रश्न 2.
वैश्वीकरण का बिहार पर पड़े प्रभावों को बतायें।
उत्तर-
वैश्वीकरण के कारण बिहार का आर्थिक परिवेश भी बदलता जा रहा है। आर्थिक विकास के लिए अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी अधिक पूंजीनिवेश की आवश्यकता है। वैश्वीकरण का बिहार के जनजीवन पर न केवल सकारात्मक प्रभाव पड़े हैं बल्कि इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव भी है जिसे हम निम्नलिखित रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।

सकारात्मक प्रभाव –

1. कृषि उत्पादन में वृद्धि-वैश्वीकरण के बाद बिहार के कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बिहार में खाद्यान्नों का उत्पादन 1977-78 में 102 लाख टन था जो 1996-97 में बढ़कर 141 लाख टन हो गया। इसी तरह 1980-83 की अवधि में बिहार में प्रति हेक्टेयर फसलों का औसत मूल्य 3,680 रु. या जो 1992-95 की अवधि में बढ़कर 5,678 रु. हो गया।

2.निर्यातों में वृद्धि वैश्वीकरण के फलस्वरूप बिहार से किये गये निर्यातों में वृद्धि हुई है। इन निर्यातों में कुछ खाद्य एवं व्यावसायिक फसलों का निर्यात, कुटीर तथा लघु उद्योगों द्वारा निर्मित वस्तुओं का निर्यात तथा फलों का निर्यात शामिल है। फलों के निर्यात के अन्तर्गत बिहार लीची, आम तथा मखाना के लिए प्रसिद्ध है।

3. विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग की प्राप्ति-वैश्वीकरण के फलस्वरूप बिहार में विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग भी हुआ है और विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग के लिए काफी दिलचस्पी दिखायी गयी है। इससे भविष्य में विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग में काफी वृद्धि की आशा की जा सकती है।

4.शुद्ध राज्य घरेलू उत्पादन तथा प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पादन में वृद्धि-वैश्वीकरण के फलस्वरूप चालू मूल्यों पर राज्य के शुद्ध घरेलू उत्पादन तथा प्रति व्यक्ति शुद्ध घरेलू उत्पादन में वृद्धि हुई है। दूसरे शब्दों में इस अवधि में राज्य की कुल आय तथा प्रति व्यक्तिआय में वृद्धि हुई है।

5.निर्धनता में कमी-वश्वीकरण के पश्चात् राज्य में निर्धनता में उल्लेखनीय कमी हुई है। बिहार में निर्धनता की रेखा से नीचे आनेवाली जनसंख्या 1993-94 में 54.96 थी जो 1999-2000 में घटकर, 42.60% हो गयी।

6. विश्वस्तरीय उपभोक्ता वस्तुओं की उपलब्धता वैश्वीकरण के कारण बिहार के बाजारों में विश्वस्तरीय उपभोक्ता वस्तुएं उपलब्ध हो गयी हैं। विभिन्न बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के मोबाईल फोन, जूते, रेडिमेड वस्त्र आदि अब बिहार के बाजारों में भी उपलब्ध हैं।

7.रोजगार के अवसरों में वृद्धि–वैश्वीकरण के फलस्वरूप रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। उच्च शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्राप्त लोगों के लिए विदेशों तथा देश के अन्य भागों में रोजगार के नये अवसर उपलब्ध हुए हैं। वैश्वीकरण का ही प्रभाव है कि बिहार के बहुत सारे सॉफ्टवेयर इंजीनियर आज विदेशों में नौकरी कर रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका एवं इंग्लैंड में बड़ी संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी कर रहे हैं।

8. बहुराष्ट्रीय बैंक एवं बीमा कम्पनियों का आगमन-वैश्वीकरण का ही प्रभाव है कि बिहार में बहुराष्ट्रीय बैंकों जैसे HSBC बैंक आदि का आगमन हुआ। बिहार में बहुराष्ट्रीय बीमा कम्पनियाँ भारतीय कम्पनियों के साथ मिलकर संयुक्त कम्पनी के रूप में उत्तर रही हैं। जैसे बजाज एलियांज, बिरला सनलाइट, टाटा ए. आई. जी., अवीवा आदि।

नकारात्मक प्रभाव:

(i) कृषि एवं कृषि आधारित उद्योगों की उपेक्षा-बाहर एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ बड़े पैमाने पर उद्योग-धंधे काफी कम हैं। राज्य में कृषि पर किया गया निवेश संतोषजनक नहीं है। यहाँ कृषि आधारित उद्योगों के विकास की संभावना काफी है। लेकिन इन उद्योगों में वैश्वीकरण के पश्चात् जितना निवेश होना चाहिए था उतना नहीं हुआ है।

(ii) कटीर एवं लघु उद्योग पर विपरीत प्रभाव-बिहार में बड़े पैमाने के उद्योग-धन्धे कम हैं। यहाँ कुटीर एवं लघु उद्योग ज्यादा हैं। वैश्वीकरण के कारण छोटे पैमाने के उद्योगों जैसे कुटीर एवं हस्तशिल्प उद्योग के लिए खतरा हो गया है, क्योंकि उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा निर्मित वस्तुओं का सामना करना पड़ता है जो क्वालिटी में इनसे अच्छी एवं सस्ती होती हैं। जैसे–चीन द्वारा निर्मित खिलौने से हमारा बाजार पट गया है। चीनी खिलौनों ने हमारे कुटीर एवं हस्तशिल्प उद्योगों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।

(iii) रोजगार पर विपरीत प्रभाव-चूंकि बिहार में छोटे पैमाने के उद्योग-धंधे ज्यादा हैं । जैसे- कुटीर एवं हस्तशिल्प उद्योग आदि। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा निर्मित वस्तुओं के आने से इन उद्योगों की बहुत सारी इकाइयाँ बंद हो गयीं। जिसके चलते बहुत सारे श्रमिक बेरोजगार हो गये।

(iv) आधारभूत संरचना के कम विकास के कारण कम निवेश-बिहार में पूँजी निवेश उतना नहीं हुआ है जितना वैश्वीकरण के फलस्वरूप देश के अन्य राज्यों में हुआ है। इसका कारण है कि बिहार में आधारभूत संरचना की कमी है। यहाँ सड़क, बिजली विश्वस्तरीय होटल एवं हवाई अड्डा की कमी है।

इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि वैश्वीकरण के सकारात्मक अथवा लाभकारी प्रभाव इनके नकारात्मक प्रभाव की तुलना में अधिक वजन रखते हैं। वैश्वीकरण का जो भी प्रभाव पड़ा है उससे बिहार को लाभ ही हुआ है।

प्रश्न 3.
भारत में वैश्वीकरण के पक्ष में तर्क दें।
उत्तर-
भारत में वैश्वीकरण के पक्ष में निम्नलिखित तर्क इस प्रकार हैं

  1. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को प्रोत्साहन वैश्वीकरण से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रोत्साहित होगा, जिससे भारत जैसे विकासशील देश अपने विकास के लिए पूँजी प्राप्त कर सकेगा।
  2. प्रतियोगी शक्ति में वृद्धि-वैश्वीकरण की नीति के फलस्वरूप भारत जैसे विकासशील देशों की प्रतियोगी शक्ति में वृद्धि होगी और अर्थव्यवस्था का त्वरित विकास हो सकेगा।
  3. नयी प्रौद्योगिकी के प्रयोग में सहायक वैश्वीकरण भारत जैसे विकासशील देशों को विकसित देशों द्वारा तेयार की गई नई प्रौद्योगिकी के प्रयोग में सहायता प्रदान करता है।
  4. अच्छी उपभोक्ता वस्तुओं की प्राप्ति–वैश्वीकरण भारत जैसे विकासशील देशों को अच्छी-अच्छी गुणवत्ता की उपभोग वसतुओं को सापेक्षतः कम कीमत पर प्राप्त करने के योग्य बनाता है।
  5. नये बाजार तक पहुंचना-वैश्वीकरण के फलस्वरूप भारत जैसे विकासशील देश के लिए दुनिया के बाजारों तक पहुँच का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा।
  6. उत्पादन तथा उत्पादिता के स्तर को उन्नत करना-वैश्वीकरण से ज्ञान का तेजी से प्रसार होता है और इसके परिणामस्वरूप भारत जैसे विकासशील देश अपने उत्पादन और उत्पादिता – के स्तर को उन्नत कर सकते हैं। अतः यह उत्पादिता के अंतर्राष्ट्रीय स्तर प्राप्त करने के लिए गति न करता है।
  7. किंग तथा वित्तीय क्षेत्र में सपार-वैश्वीकरण के फलस्वरूप विश्व के अन्य देशों ‘ के सम्पर्क में आने से बैंकिंग तथा वित्तीय क्षेत्र की कुशलता में सुधार होगा।
  8. मानवीय पूँजी की क्षमता का विकास- शिक्षा तथा कौशल प्रशिक्षण वैश्वीकरण के प्रमुख घटक हैं। इससे मानवीय विकास को बढ़ावा मिलता है।

प्रश्न 4.
वैश्वीकरण का आम आदमी पर पड़े प्रभाव की चर्चा करें।
उत्तर-
वैश्वीकरण का आम आदमी पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव पड़े हैं। सर्वप्रथम अच्छा प्रभाव निम्न है

1. उपयोग के आधनिक संसाधनों की उपलब्धता- वैश्वीकरण के कारण दुनिया के सभी देशों के उच्चतम उत्पादन लोगों को उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया है। उदाहरण के लिए पहले जहाँ आम आदमी रेडियो से मनोरंजन प्राप्त करता था। अब उनके लिए विभिन्न कंपनियों के रंगीन
टेलीविजन जैसी चीजों की उपलब्धता हो गई है।

2. रोजगार की बढ़ी हई संभावना वैश्वीकरण के कारण नए-नए क्षेत्र खुल गए हैं। जिससे कुशल श्रमिकों के लिए अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो गए हैं।

3. आधुनिक तकनीक की उपलब्धता वैश्वीकरण के कारण विश्व के विकसित देशों के आधुनिक तकनीक अन्य विकासशील देशों में आसानी से उपलब्ध होने लगे हैं। जिससे आम लोगों के लिए आधुनिकतम तकनीक के उपयोग का दरवाजा खुल गया है। सच कहा जाए तो, भारत जैसे विकासशील देश में आम लोगों पर वैश्वीकरण का बुरा प्रभाव ही पड़ा। वैश्वीकरण से आम लोगों पर निम्नलिखित बुरा प्रभाव पड़ा है

1. बेरोजगारी बढ़ने की आशंका- वैश्वीकरण के कारण आधुनिक संयंत्रों से मशीनी उत्पादन को बढ़ावा मिला है, जिसके कारण समाज के.अधिकतम श्रम शक्ति जो अर्द्धकुशल या अकुशल हैं, ऐसे लोगों में बेरोजगारी के बढ़ने की संभावना हो गई है।

2. उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्र में बढ़ती हई प्रतियोगिता- विदेशी पूजी एवं विदेशी कंपनियों के बिना किसी प्रतिबंध के आयात होने से आम लोगों में बेरोजगारी फैलने की संभावना बढ़ गई है।

3. श्रम संगठनों पर बरा प्रभाव- श्रमिक संगठनों के द्वारा आम मजदूरों की न्यूनतम माँगों को संगठित रूप से माँग की जाती है जिससे श्रमिकों को सामान्य वेतन एवं सुविधाएं उपलब्ध होने लगती हैं। अब वैश्वीकरण के कारण श्रम कानूनों में लचीलापन आया है जिससे श्रमिक संगठन भी कमजोर हो गया है। इससे आम श्रमिकों को उचित पारिश्रमिक मिलने में कठिनाई आने लगी है।

4. मध्यम एवं छोरे उत्पादकों की कठिनाई- वैश्वीकरण के कारण मध्यम एवं छोटे ‘उत्पादकों के लिए अपने उत्पादन को सक्षम रखने में अनेक कठिनाइयाँ होने लगी हैं। प्रकृति का यह एक सामान्य नियम है कि पानी में बड़ी मछलियाँ छोटी मछलियों को खा जाती हैं। उसी तरह वैश्वीकरण के कारण जो बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ देश में आने लगी हैं, उससे मध्यम और छोटे उद्योग और व्यवसाय के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है।

5. कषि एवं ग्रामीण क्षेत्र का संकट वैश्वीकरण के कारण अब देश और विदेश के बड़े-बड़े पूँजीपति फार्म हाऊस बनाने लगे हैं जिसमें कृषि के क्षेत्र में भी अधिक पूंजी निवेश के द्वारा कम श्रम-शक्ति से ही अधिक उत्पादन प्राप्त करने लगे हैं। इस स्थिति में गाँव के मध्यम एवं छोटे श्रेणी के किसानों के लिए अनेक प्रकार के संकट उत्पन्न हो गए हैं। इस प्रकार वैश्वीकरण के आम लोगों पर कुछ अनुकूल एवं अधिक विपरीत प्रभावों को देखने के बाद हम इस निष्कर्ष पर आते हैं कि वैश्वीकरण से आम लोगों को लाभ से अधिक हानि होने की संभावना है। यह सत्य है कि वैश्वीकरण से पूँजी उत्पाद और आय में वृद्धि होगी।

किन्तु वृद्धि का यह लाभ समा के मुट्ठी भर धनी एवं उच्च शिक्षा प्राप्त लोग ही प्राप्त कर सकेंगे। वैश्वीकरण की स्थिति में ऊँ आय के अमीर व्यक्तियों की आय बढ़ती चली जाएगी और 85 प्रतिशत की सर्वाधिक संख्या में आम लोगों का जीवन कठिन हो जाने की संभावना है।

परियोजना कार्य

अपने विद्यालय के समीप के किसी गाँव या मुहल्ले के निम्न मध्यम वर्ग के दस लोगों से इन बिन्दुओं पर उनकी राय लें और बताएं कि वैश्वीकरण से उन्हें कितना और कैसे लाभ हुआ है?
(क) विगत वर्षों में उनके द्वारा उपभोग की गई वस्तु की संख्या में वृद्धि हुई है अथवा नहीं?
(ख) यदि उनके द्वारा उपभोग की वस्तुओं में वृद्धि है तो क्या
(i) वे वस्तुएँ स्थानीय बाजार की नीर्मित हैं या बड़ी कंपनियों द्वारा
(ii) उनके उपभोग की सामग्रियों में कितनी बहुराष्ट्रीय कंपनी का उत्पादन है।
(iii) वैश्वीकरण को सरल शब्दों में बताकर उनसे पूछे कि उन्हें इससे लाभ हुआ है अथवा नहीं।
इस प्रश्नावली के आधार पर दस पंक्तियों में यह बताएं कि वैश्वीकरण का आम लोगों पर कैसा प्रभाव पड़ा है अच्छा अथवा बुरा।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

Bihar Board Class 10 Economics वैश्वीकरण Additional Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वैश्वीकरण को प्रमुख विशेषता है
(क) वस्तुओं का मुक्त प्रवाह
(ख) पूँजी का मुक्त प्रवाह
(ग) प्रौद्योगिकी का मुक्त प्रवाह
(घ) इनमें सभी
उत्तर-
(घ) इनमें सभी

प्रश्न 2.
वैश्वीकरण के फलस्वरूप दो देशों के उत्पादकों के बीच प्रतिस्पर्धा
(क) कम होगी
(ख) बढ़ जाएगी
(ग) घटती-बढ़ती रहेगी
(घ) कोई परिवर्तन नहीं होगा
उत्तर-
(ख) बढ़ जाएगी

प्रश्न 3.
बहुराष्ट्रीय निगमों द्वारा दूसरे देशों में निवेश का सबसे सामान्य तरीका है
(क) नए कारखानों की स्थापना
(ख) स्थानीय कंपनियों को खरीद लेना
(ग) स्थानीय कंपनियों से साझेदारी
(घ) इनमें सभी
उत्तर-
(घ) इनमें सभी

प्रश्न 4.
सरकार की नवीन आर्थिक नीति का अंग है
(क) उदारीकरण ।
(ख) निजीकरण
(ग) वैश्वीकरण
(घ) इनमें सभी
उत्तर-
(घ) इनमें सभी

प्रश्न 5.
वैश्वीकरण से किसके जीवन-स्तर में सुधार हुआ है ?
(क) सभी लोगों के
(ख) संपन्न वर्ग के लोगों के
(ग) अकुशल श्रमिकों के
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर-
(क) सभी लोगों के

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
एक बहराष्ट्रीय निगम क्या है?
उत्तर-
बहुराष्ट्रीय कंपनी या बहुराष्ट्रीय निगम वह है जिसका एक से अधिक देशों में वस्तुओं के उत्पादन पर नियंत्रण या स्वामित्व होता है। बहुराष्ट्रीय कंपनी की क्रियाएँ या व्यापार एक देश में सीमित न होकर अनेक राष्ट्रों में फैली रहती है।

प्रश्न 2.
बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ अन्य कंपनियाँ से किस प्रकार भिन्न होती है ?
उत्तर-
एक बहुराष्ट्रीय निगम वह है जिसका एक से अधिक देशों में वस्तुओं के उत्पादन पर नियंत्रण या स्वामित्व होता है। बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ विभिन्न देशों में पूँजी का निवेश करती है। तथा इनके द्वारा किया गया निवेश अरबों रुपयों में होता है। कोका-कोला, सैंमसंग, इंफोसिस इत्यादि इसी श्रेणी में आते हैं। परंतु अन्य कंपनियों का कार्य छोटे स्तरों पर होता है। एक क्षेत्र विशेष राज्य या देश स्तर पर ही अन्य कंपनियां अपनी उत्पादन प्रक्रिया को करती है।

प्रश्न 3.
विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ता है। कैसे?
उत्तर-
प्राचीनकाल से ही विदेश व्यापार विभिन्न देशों को परस्पर जोड़ने का माध्यम रहा है। दो देशों के बीच मुक्त व्यापार होने से वस्तुओं का एक बाजार से दूसरे बाजार में आवागमन होता है। बाजार में वस्तुओं के विकल्प बढ़ जाते हैं तथा दो बाजारों में एक ही वस्तु का मूल्य एकसमान होने लगता है। इस प्रकार विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ने अथवा एकीकरण में सहायक होता है।

प्रश्न 4.
क्या आप मानते हैं कि फोर्ड मोटर्स एक बहुराष्ट्रीय निगम है ?
उत्तर-
‘फोर्ड मोटर्स’ एक अमेरिकी कंपनी है तथा यह विश्व की बड़ी कार निर्माता कंपनियों में सबसे बड़ी है। उसका उत्पादन 26 अलग-अलग देशों में फैला हुआ हो। फोर्ड मोटर्स एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है।

प्रश्न 5.
विदेशी निवेश से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
बहुराष्ट्रीय कंपनी अथवा निगम अपने देश के बाहर दूसरे देशों में जो पूँजी लगाते हैं, उसे विदेशी निवेश कहते हैं। विदेशी निवेश का एकमात्र उद्देश्य लाभ अर्जित करना होता है।

प्रश्न 6.
वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करनेवाले प्रमुख कारक क्या है ?
उत्तर-
वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करनेवाले प्रमुख कारक है- प्रौद्योगिकी, परिवहन प्रौद्योगिकी, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी तथा विदेशी व्यापार तथा विदेशी निवेशों का उदारीकरण।

प्रश्न 7.
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में होनेवाली प्रगति ने वैश्वीकरण को कैसे संभव बनाया है ?
उत्तर-
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में होनेवाली प्रगति वैश्वीकरण और विभिन्न देशों के एकीकरण को संभव बनानेवाले कारकों में एक प्रमुख कारक है। परिवहन प्रौद्योगिकी में सुधार होने से सुदूर स्थानों में अधिक मात्रा में तथा कम समय में वस्तुओं को भेजा जा सकता है। तथा कम समय में वस्तुओं को भेजा जा सकता है। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी ने भी विश्व के सभी भागों के निवासी को एक-दूसरे से संपर्क और सूचनाओं का आदान-प्रदान करने में सुलभता प्रदान की है।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
अतीत में विश्व के विभिन्न देशों को जोड़ने का प्रमुख माध्यम क्या था? अब वह किस प्रकार भिन्न है ?
उत्तर-
अतीत से ही विदेश व्यापार विभिन्न देशों की परस्पर जोड़ने का माध्यम रहा है। उस समय व्यापार सामुद्रिक मार्गों से होता था। वर्तमान में विदेशी व्यापार से उत्पादक एवं उपभोक्ता दोनों ही लाभान्वित होते हैं। दो देशों के बीच मुक्त व्यापार होने से वस्तुओं के विकल्प बढ़ जाते हैं। तथा बाजारों में एक ही वस्तु का मूल्य एकसमान होने लगता है। इस प्रकार पहले विदेश व्यापार दो देशों को जोड़ने का काम करता था परंतु आज विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ने तथा एकीकरण का काम करता है।

प्रश्न 2.
विदेशी व्यापार और विदेशी निवेश में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-
विदेशी व्यापार में बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ या निगम वस्तुओं का विभिन्न देश में व्यापार कर लाभ अर्जित करता था। इसमें उत्पादक और उपभोक्ता दोनों लाभान्वित होते हैं। विभिन्न कंपनियों में प्रतियोगिता के कारण उनकी वस्तुओं की गुणवत्ता बढ़ जाती है। तथा कीमत में कमी आती है। विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ने अथवा उनके एकीकरण में सहायक होता है।

विदेशी निवेश द्वारा बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ दूसरे देशों में उत्पादक कार्यों के निवेश करते हैं। वेदेशी निवेश का मुख्य उद्देश्य कंपनियों द्वारा लाभ अर्जित करना है।

प्रश्न 3.
वैश्वीकरण प्रक्रिया में अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों की क्या भूमिका है?
उत्तर-
वैश्वीकरण प्रक्रिया में अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों का महत्वपूर्ण योगदान है। बहराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन से उत्पादन में गुणात्मक परिवर्तन हुए हैं। आरंभ में उत्पादन मुख्यतया किसी देश की सीमाओं के भीतर ही होता था। बहुराष्ट्रीय कंपनियों का एक से अधिक देशों में वस्तुओं के उत्पादन पर नियंत्रण या स्वामित्व होता है। बहुराष्ट्रीय कंपनी विश्व स्तर पर अपनी उत्पाद को बेचता है। इस प्रकार वैश्वीकरण अथवा विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था को जोड़ने में बहुराष्ट्रीय कंपनियों का महत्वपूर्ण योगदान है।

प्रश्न 4.
विभिन्न देशों को जोड़ने और उनमें संबंध स्थापित करने के क्या तरीके हो सकते हैं?
उत्तर-
आर्थिक स्वतंत्रता एवं मुक्त व्यापार विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। विदेश व्यापार विभिन्न देशों को परस्पर जोड़ने का माध्यम रहा हो। विभिन्न देश इस प्रकार के तरीकों तथा अपनी नीतियों में सुधार कर विभिन्न देशों से संबंध स्थापित कर सकते हैं। इसमें उदारीकरण निजीकरण की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।

प्रश्न 5.
विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में किस प्रकार सहायक होता है?
उत्तर-
प्राचीनकाल से ही विदेश व्यापार विभिन्न देशों को परस्पर जोड़ने का माध्यम रहा है। विदेश व्यापार उत्पादकों को घरेलू बाजार अर्थात् अपने देश के बाजार से बाहर के बाजारों में पहुँचने का अवसर प्रदान करता है। विभिन्न देशों के उत्पादकों में प्रतियोगिता के कारण वस्तुओं की लागत अर्थात् उत्पादन व्यय में कमी होती है। इससे कम मूल्य में ऐसी वस्तुओं के उपभोग का भी अवसर मिलता है। जिनका निर्माण देश में नहीं हो सकता है। इस प्रकार विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ने अथवा उनके एकीकरण में सहायक होता है।

प्रश्न 6.
सचना प्रौद्योगिकी वैश्वीकरण से कैसे जुड़ी हुई है? क्या इसके प्रसार के बिना वैश्वीकरण संभव था?
उत्तर-
वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करनेवाले कारकों में परिवहन प्रौद्योगिकी से भी अधिक महत्वपूर्ण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का विकास है। विभिन्न देशों के बीच सेवाओं के उत्पादन के प्रसार में इस प्रौद्योगिकी की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए इस प्रौद्योगिकी की उपलब्धता के कारण लंदन की प्रकाशक कंपनी अपनी प्रकाशन का सभी काम इंटरनेट के माध्यम से भारत के किसी कंपनी को देकर छपाई के कार्यों को कम कीमत में कर लाभ अर्जित कर सकता है। सूचना प्रौद्योगिकी के विकास से कई प्रकार के नई औद्योगिक इकाईयों का विकास हुआ है। तथा वैश्वीकरण के ये अंग हो गये है। सूचना प्रौद्योगिकी के बिना इस प्रकार के वैश्वीकरण का आज अभाव पाया जा सकता था।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
बहुराष्ट्रीय निगमों से आप क्या समझते हैं ? इन्होंने किस प्रकार विभिन्न देशों के उत्पादन को जोड़ने का कार्य किया है ?
उत्तर-
बहुराष्ट्रीय कंपनी वह कंपनी है जिसका एक से अधिक देशों उत्पादन पर नियंत्रण एवं स्वामित्व होता है। ये कंपनियाँ विभिन्न देशों में पूँजी का निवेश करती है। जिनको प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश कहते हैं। कोका-कोला, सैमसंग, इंफोसिस इसी श्रेणी में आते हैं। इनके द्वारा किया गया निवेश अरबों रुपयों में होता है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने विभिन्न देशों के उत्पादन को जोड़ने का कार्य किया है।

इन निगमों का मुख्य उद्देश्य अधिकतम लाभ अर्जित करना होता है। इसलिए ये कंपनियाँ या निगम उन देशों में अपने कारखाने और संयंत्र को स्थापित करते हैं जहाँ कम वेतन पर कुशल श्रमिक उपलब्ध हो, उत्पादन के कारकों की आपूर्ति सुनिश्चित हो तथा सड़क, बिजली पानी आदि जैसे आधारभूत संरचनात्मक सुविधाएँ वर्तमान हो। विदेशी उत्पादकों एवं निवेशकों के प्रति सरकार की नीति भी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के स्थापित होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कई बार बहुराष्ट्रीय निगम अन्य देशों की स्थानीय कंपनियों के साथ संयुक्त रूप से उत्पादन करते हैं। बहुराष्ट्रीय निगमों के निवेश का सबसे सामान्य तरीका अन्य देशों की स्थानीय कंपनियों को खरीदना और उसके पश्चात् उत्पादन का विस्तार करना है।

इस प्रकार, बहुराष्ट्रीय निगम कई प्रकार से अपने उत्पादन-कार्य का विस्तार कर रहे हैं। इनकी उत्पादक गतिविधियों से सुदूर स्थानों का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है तथा एक-दूसरे से जुड़ता जा रहा है।

प्रश्न 2.
1991 के आर्थिक सुधारों से आप क्या समझते हैं ? भारत में इन सुधारों की आवश्यकता क्यों हुई?
उत्तर-
आर्थिक सुधारों के अंतर्गत वे सभी तरीके शामिल है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के लिए 1991 में अपनाए गए। इन सुधारों का मुख्य बल अर्थव्यवस्था की उत्पादकता और कुशलता में वृद्धि के लिए एक प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण का निर्माण करने पर है। हमारे देश में आर्थिक सुधारों का प्रारंभ विदेशी व्यापार की प्रतिकूलता तथा विभिन्न कारणों से देश में उत्पन्न विदेशी विनिमय के गंभीर संकट की पृष्ठभूमि में हुआ था। अतएव, आर्थिक सुधार की नीतियों में व्यापार एवं पूँजी प्रवाह संबंधी सुधारों को विशेष महत्व दिया गया है।

विगत वर्षों के अंतर्गत एशिया के कई कम विकसित देशों के तीव्र विकास से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशुल्क एवं व्यापार अवरोधों में कमी होने से निर्यात के साथ ही घरेलू बाजार के लिए उत्पादन बढ़ता है। इससे निर्यातों में वृद्धि होती है और आर्थिक संवृद्धि की दर तीव्र होती है। यही कारण है कि जुलाई 1991 से सरकार ने व्यापार के क्षेत्र में ऐसे कई सुधार किए हैं जो हमारे देश को विश्व अर्थव्यवस्था से जोड़ने में सहायक हुए हैं। इनमें रुपये का अवमूल्यन, व्यापार मंद में और इसके पश्चात चालू मद में रुपये की पूर्ण परिवर्तनशीलता, आयात प्रणाली का उदारीकरण, प्रशुल्क-दरों में कटौती तथा निर्यात-वृद्धि के लिए अपनाए गए उपाय महत्वपूर्ण हैं। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (direct foreign investment) द्वारा सरकार ने पूँजी प्रवाह के अवरोधों को दूर करने का प्रयास किया है।

इस प्रकार, भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की दृष्टि से 1991 में प्रारंभ किए गए आर्थिक सुधार अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है। स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात भारत सरकार ने आर्थिक विकास के लिए जो नीति अपनाई उसमें कई दोष थे। इस नीति के अंतर्गत देश के आर्थिक विकास में सार्वजनिक क्षेत्र को आवश्यकता स अधिक महत्व दिया गया था, निजी निवेश एवं आयात-निर्यात पर कई प्रकार के नियंत्रण और प्रतिबंध लगाए गए थे तथा केंद्रीय नियोजन की नीति अपनाई गई थी। यह नीति लगभग 40 वर्षों तक लागू रही तथा बदलती हुई परिस्थितियों के अनुसार इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया। इसका भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इसी समय कुछ अन्य घटनाएँ भी हुई जिनसे हमारा आर्थिक संकट और बढ़ गया।

इनमें सोवियत संघ का विघटन, खाड़ी युद्ध, सरकार के बजट, राजकोषीय घाटे ने अत्यधिक वृद्धि आदि महत्वपूर्ण थे। इसके फलस्वरूप; हमारे विदेशी व्यापार की प्रतिकूलता बहुत बढ़ गई और देश के सामने विदेशी विनिमय का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया। अतः, जुलाई 1991 में भारत सरकार द्वारा आर्थिक नीति में सुधार की रणनीति अपनाई गई। इस नीति को नवीन आर्थिक नीति की संज्ञा दी गई तथा उदारीकरण, निजीकरण एवं वैश्वीकरण इसके प्रमुख अंग हैं। यही कारण है इस नीति को उदारीकरण, निजीकरण एव वैश्वीकरण(liberalisation, privatisation and globalisation, LPG) की नीति भी कहते हैं।

प्रश्न 3.
उदारीकरण से आप क्या समझते हैं ? इस दृष्टि से भारत सरकार की वर्तमान नीति क्या है?
उत्तर-
प्रायः, सरकारें विदेश व्यापार पर कई प्रकार क नियंत्रण या प्रतिबंध लगा देती हैं जिन्हें व्यापार अवरोधक कहते हैं। किसी भी देश की सरकार व्यापार अवरोधक का प्रयोग अपने विदेश व्यापार में कमी या वृद्धि तथा आयातित वस्तुओं की मात्रा या प्रकार को निर्धारित करने के लिए कर सकती है। स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात भारत सरकार ने भी विदेश व्यापार पर कई प्रकार के नियंत्रण और प्रतिबंध लगा दिए थे। घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए तथा उन्हें विदेशी प्रतिस्पर्धा से संरक्षण प्रदान करने के लिए यह आवश्यक माना गया था।

लेकिन, कुछ समय पूर्व सरकार ने यह अनुभव किया कि अब भारतीय उत्पादकों के लिए विदेशी प्रतिस्पर्धा का सामना करने का समय आ गया है। अतः, उसने अपनी नवीन आर्थिक नीति के अंतर्गत अर्थव्यवस्था को खोलने तथा अनावश्यक नियंत्रणों को समाप्त करने का एक व्यापक कार्यक्रम अपनाया है जिसे उदारीकरण की संज्ञा दी जाती है।

प्रायः, सरकारें विदेशी व्यापार पर कई प्रकार के नियंत्रण या अवरोध लगा देती है जिन्हें व्यापार अवरोधक (trade barrier) कहते हैं। स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात भारत सरकार ने भी विदेश व्यापार एवं विदेशी निवेश पर कई प्रकार के नियंत्रण और प्रतिबंध लगा दिए थे। घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन देने तथा देश के उत्पादकों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से संरक्षण प्रदान करने के लिए यह आवश्यक माना गया था। 1950 एवं 1960 के दशक भारतीय उद्योगों के विकास के प्रारंभिक चरण थे।

इस अवस्था में विदेशी प्रतियोगिता इनके लिए घातक हो सकती थी। यही कारण है कि इस काल में सरकार ने मशीनरी, पेट्रोलियम, उर्वरक आदि जैसी कुछ अति आवश्यक वस्तुओं के आयात की ही अनुमति प्रदान की थी। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि विश्व के सभी विकसित देशों ने अपने विकास के प्रारंभिक काल में घरेलू उत्पादकों को विभिन्न प्रकार से संरक्षण प्रदान किया है।

लेकिन, कुछ समय पूर्व सरकार ने यह अनुभव किया कि अब भारतीय उद्योगों के लिए विश्व प्रतिस्पर्धा का सामना करने का समय आ गया है। अतएव, उसने 1991 में अपनी आर्थिक नीतियों में कुछ महत्त्वपूर्ण परिवर्तन किए जिन्हें नवीन आकि नीति (NewEconomic Policy, NEP) की संज्ञा दी गई है। इस नीति के लागू होने के बाद अर्थव्यवस्था को अधिक उदार बनाने के लिए सरकार ने विभिन्न नियंत्रणों को समाप्त करने का एक व्यापक कार्यक्रम अपनाया है। इसके अंतर्गत निर्यात एवं आयात की अधिकांश वस्तुओं को लाइसेंस-मुक्त कर दिया गया है तथा विदेश व्यापार एवं विदेशी निवेश पर लगाए गए अधिकांश नियंत्रण और प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।

Bihar Board Class 10 Economics वैश्वीकरण Notes

  • वैश्वीकरण प्रक्रिया के माध्यम से विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है। जिससे वस्तुओं एवं सेवाओं प्रौद्योगिकी, पूँजी और श्रम या मानवीय पूंजी का भी प्रवाह हो सके।
  • वैश्वीकरण के कारण ही विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं, पूँजी और प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान हो रहा है।
  • वैश्वीकरण निजीकरण एवं उदारीकरण की नीतियों का परिणाम है।
  • भारतीय संदर्भ में वैश्वीकरण आर्थिक सुधारों तथा सरकार की नवीन आर्थिक नीति का एक अंग है।
  • मक्त व्यापार वैश्वीकरण का आधार है।
  • प्राचीनकाल से ही विदेश व्यापार विभिन्न देशों को जोड़ने का माध्यम रहा है।
  • बहुराष्ट्रीय निगमों के आगमन के पश्चात् उत्पादन की प्रकृति में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए है।
  • उदारीकरण का अर्थ है, सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों एवं प्रतिबंधों जैसे परमिट, लाइसेंस, कोटा इत्यादि से अर्थव्यवस्था की मुक्ति।
  • निजीकरण का अर्थ है निजी क्षेत्र द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों पर पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्वामित्व प्राप्त करना तथा उसका प्रबंधन करना।
  • बहुराष्ट्रीय कंपनियों का एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण एवं स्वामित्व रखती है।
  • होन्डा, पेप्सी, कोका-कोला, नोकिया आदि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उदाहरण है।
  • बहुराष्ट्रीय निगमों ने विभिन्न देशों के उत्पादन को जोड़ने का कार्य किया है।
  • वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करनेवाले कारकों में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
  • विश्व व्यापार संगठन की स्थापना 1994 में हुई तथा 1995 से यह कार्यरत है।
  • विश्व व्यापार संगठन का मुख्य उद्देश्य सभी देशों के विदेश व्यापार को मुक्त व्यापार के सिद्धांत के अनुसार संचालित करना है।
  • वर्तमान में 149 देश विश्व व्यापार संगठन के सदस्य है।
  • भारत विश्व व्यापार संगठन का संस्थापक सदस्य देश रहा है।
  • विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालयजेनेवा है।
  • भारत में वैश्वीकरण की नीति की शुरूआत 1991 में की गई तथा इसने भारतीय ।अर्थव्यवस्था को खोलने का कार्य किया है।
  • राज्य-नियंत्रित उद्योगों से हमारा अभिप्राय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों से है।
  • भारत में आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया1991 से प्रारंभ हुई जिसेनवीन आर्थिक नीति की संज्ञा दी गई है।
  • बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किए गए निवेश को विदेशी निवेश कहते हैं।
  • भारतीय उपभोक्ता बाजार में मॉल अपेक्षाकृत नयी अवधारणा है। इसमें एक बड़े भवन को बाजार के रूप में परिवर्तित कर दिया जाता है। जिससे उपभोक्ता को एक छत के नीचे आकर्षक कीमत पर अधिक से अधिक वस्तुएँ प्राप्त हो जाती है।

Bihar Board Class 10 Disaster Management Solutions Chapter 1 प्राकृतिक आपदा : एक परिचय

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BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Disaster Management Solutions Chapter 1 प्राकृतिक आपदा : एक परिचय

Bihar Board Class 10 Disaster Management प्राकृतिक आपदा : एक परिचय Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

Class 10th History Chapter 1 Notes Bihar Board प्रश्न 1.
इनमें से कौन प्राकृतिक आपदा नहीं है ?
(क) सुनामी
(ख) बाढ़
(ग) आतंकवाद
(घ) भूकंप.
उत्तर-
(ग) प्रश्न

Bihar Board Class 10 History Chapter 1 प्रश्न 2.
इनमें से कौन मानव जनित आपदा है ?
(क) सांप्रदायिक दंगे
(ख) आतंकवाद
(ग) महामारी
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(क) सांप्रदायिक दंगे

Bihar Board Solution Class 10 Social Science प्रश्न 3.
सुनामी का प्रमुख कारण क्या है ?
(क) समुद्र में भूकंप का आना
(ख) स्थलीय क्षेत्र पर भूकंप का आना
(ग) द्वीप पर भूकंप का आना
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(क) समुद्र में भूकंप का आना

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Bihar Board Class 10 Geography Solutions प्रश्न 1.
आपदा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
प्राकृतिक व्यवस्था में जब कारणों से अकारण व्यवधान उत्पन्न होते हैं जो वे ही व्यवधान आपदा कहे जाते हैं।

Bihar Board Class 10 Social Science Solution प्रश्न 2.
आपदा कितने प्रकार का होता है?
उत्तर-
प्रकृति पर पड़नेवाले किसी भी प्रकार के विपत्ती को आपदा कहते हैं। परन्तु मुख्य रूप से आपदा दो तरह की होती हैं-
(i) प्राकृतिक आपदा तथा
(ii) मानवजनित आपदा।।

(i) प्राकृतिक आपदा- इसमें बाढ़, सुखाड़, भूकंप और सुनामी को लिया जाता है जो अति विनाशकारी हैं। इसके अतिरिक्त चक्रवात, ओलावृष्टि, हिमस्खलन, भूस्खलन जैसी घटनाएँ भी प्राकृतिक आपदा के ही अंग हैं।
(ii) मानव-जनित आपदा- इसमें मुख्य रूप से आतंकवाद और सांप्रदायिक दंगे को लिया जाता है। आतंकवाद एक देश दूसरे पर आतंकवाद का सहारा लेकर दबाव बनाता है।

जैसे-पाकिस्तान आतंकवाद के पूरे विश्व पर दबाव बनाए हुए है। दूसरा है साम्प्रदायिक दंगा जिसमें जातिगत आधार, धर्मगत आधार आते हैं। जैसे-देश में बराबर हिन्दू-मुस्लिम दंगे होते हैं जिसमें देश तबाह होता है।

Social Science In Hindi Class 10 Bihar Board Pdf प्रश्न 3.
आपदा प्रबंधन की आवश्यकता क्यों है ?
उत्तर-
आपदा अपने आप में एक ऐसा शब्द है जो प्राणी जगत को दहला देता है। वह जब आती है तो प्रलय का दृश्य उपस्थित हो जाता है। इसलिए इसका प्रबंधन आवश्यक है।
आपदा से न केवल विकास कार्य अवरुद्ध हाते हैं बल्कि विकास कार्यों में कई व्यवधान उपस्थित होते हैं। यद्यपि राष्ट्रीय स्तर तथा राज्य पर आपदा प्रबंधन की व्यवस्था की गई लेकिन इससे कुद त्रुटियाँ भी हैं।
उत्तर बिहार के लोग कोशी की विनाश को अंगीकार कर लिया है और सामूहिक सहयोग से इससे बचते रहे हैं। सुखाड़ के प्रबंधन हेतु भी सामूहिक सहयोग से कुएँ की खुदाई, तालाब की खुदाई कर इससे बचने के उपाय खोजते रहे हैं। भूकंप और सुनामी के लिए भी प्रबंधन की आवश्यकता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Bihar Board Class 10 Economics Chapter 1 प्रश्न 1.
प्राकृतिक आपदा एवं मानवजनित आपदा में अंतर उपयुक्त उदाहरणों के साथ प्रस्तुत करें।
उत्तर- आपदा अपने आप में एक भयंकर शब्द है जिसको बोलचाल की भाषा में ‘आफत’ कहते हैं। यह दो तरह के होते हैं।-() प्राकृति आपदा और (ii) मानव-जनित आपदा।

(i) प्राकृतिक आपदा- प्राकृतिक आपदा में बाढ़, सुखाड़, सुनामी, चक्रवात, ओलावृष्टि, हिमस्खलन, भूस्खलन इत्यादि के नाम लिए जा सकते हैं। इसमें पृथ्वी की गति रुक जाती है। – प्राणी जगत असहाय हो जाती है। जैसे-उत्तर बिहार में कोशी की भयानक लीला देश को दहला दिया, सुनामी 2004 ई. में आकर भारत के पूर्वी तट तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह में जो धन-जन की बर्बादी हुई जिसकी सही आकलन संभव नहीं है। चक्रवात, ओलावृष्टि, हिमस्खलन, भूस्खलन तो भारत के पर्वतीय क्षेत्र में आते ही रहते हैं।

(ii) मानव-जनित आपदा- मानव-जनित आपदा मनुष्य द्वारा रचा जाता है। इसमें आतंक और सांप्रदायिकता का सहारा लिया जाता है और असंख्य धन-जन की हानि होती है तथा लोग मारे जाते हैं।

मानव-जनित आपदा में सांप्रदायिक दंगे, अक्सर हो जाया करते हैं। इसमें एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों में नफरत पैदा कर दंगा रूप देते हैं। जैसे-1984 ई. में भागलपुर का सांप्रदायिक दंगा विश्वप्रसिद्ध हो गया। इसमें देश की जो क्षति हुई कहा नहीं जा सकता। मानव-जनित आपदा में दूसरा नाम आतंकवाद का आता है जिसमें आतंकी अवैध हथियारों का प्रयोग कर धन-जन को हानि पहुंचाते हैं। जैसे-पाकिस्तान, आतंकवाद का सहारा लेकर भारत को तबाह किए हुए है। कश्मीर में घुसपैठ कराकर मुम्बई में हमला और 26/11 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हमला आतंकवाद का ही उदाहरण है।

Bihar Board Class 10th Social Science Solution प्रश्न 2.
आपदा प्रबंधन की संकल्पना को स्पष्ट करते हुए आपदा प्रबंधन की आवश्यकता अनिवार्यता का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
आपदा कोई भी हो उसका प्रबंधन अनिवार्य है। आपदा से न केवल विकास कार्य अवरुद्ध होते हैं बल्कि विकास कार्यों में कई व्यवधान उपस्थित होते हैं। कोई भी प्रबंधन कार्य तब तक सफल नहीं हो सकता है जबतक उसमें आमलोगों की सहभागिता नहीं होती है। आमलोगों की सहभागिता तथा पंचायत की मदद से ठोस प्रशासनिक निर्णय लिए जा सकते हैं और निर्णय ही दीर्घकाल में प्रबंधन हेतु आवश्यक होते हैं। पूर्वानुमान या पूर्व जानकारी से अपने आसपास घटनेवाली किसी भी संभावित विनाश से बचा जा सकता है। – उत्तर बिहार के लोग कोशी की विनाशलीला से बचने के लिए आपसी सहयोग से बाढ़ के अनुरूप जीवन-शैली बना ली है। सुखाड़ के लिए आपसी सहयोग कुएँ को खुदाई, तालाब की खुदाई करके आपदा से बचा जा सकता है। भूकंप और सुनामी से बचने के लिए प्रबंध की आवश्यकता है जिसमें भूकंपनिरोधी भवन वृत्ताकार या बहुभुजीय आकृति के बदले आयताकार बनाये जाने चाहिए। देश में केन्द्रीय स्तर तथा राज्य स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए कार्य किए जा रहे हैं लेकिन इसमें अफसरशाही के चलते यह पूर्ण नहीं हो पा रहा है।

Bihar Board Class 10 History Notes In Hindi प्रश्न 3.
बिहार में बाढ़ की स्थिति की व्याख्या करें। बिहार सरकार ने इसका सामना करने के लिए कौन-कौन से प्रबंधन किए हैं ?
उत्तर-
मौनसून की अनिश्चितता के कारण बिहार के किसी-न-किसी भाग में प्रतिवर्ष बाढ़ का आगमन होता है। बिहार की कोसी बाढ़ की विभीषिका के लिए बदनाम है। उत्तरी बिहार के मैदान बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। उत्तरी बिहार में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सारण, गोपालगंज, वैशाली, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सहरसा, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी इत्यादि हैं। इन क्षेत्रों में मुख्यत: घाघरा, गंडक, कमला, बागमती और कोसी नदियों से बाढ़ आती हैं। उत्तरी बिहार की नदियों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने के प्रमुख कारण हिमालय तराई के क्षेत्र में अधिक वर्षा है। एक सर्वेक्षण के अनुसार बिहार के कुल बाढ़-क्षेत्र का लगभग 64 लाख हेक्टेयर है।

बाढ़ वे प्राकृतिक आपदाएं हैं, जिनका संबंध वर्षा से है। जब मौनसूनी वर्षा अत्यधिक होती है, तो नदियों के जल-स्तर में उफान आता है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। मौनसून की अनिश्चितता के कारण भारत के किसी-न-किसी भाग में प्रतिवर्ष बाढ़ का आगमन होता है। कुछ . नदियाँ तो बाढ़ की विभीषिका के लिए बदनाम हो चुकी हैं, जैसे कोसी। हाल के वर्षों में बाढ़ की स्थिति मानवीय स्थिति से भी उत्पन्न होने लगी हैं। बाढ़ को रोकने के लिए बाँध और तटबंध बनाये गये हैं, लेकिन नदी का बढ़ता जलस्तर जब इन्हें तोड़ देता है तो अनेक ऐसे क्षेत्र भी जल प्लावित हो जाते हैं। 2008 ई. में भारत-नेपाल की सीमा पर कुसहा के पास तटबंध के टूटने से आई भयंकर बाढ़ है।

सुरक्षा-संबंधी उपाय

  • नदियों के किनारे तटबंध बनाना।
  • बांध का निर्माण किया गया है।
  • वनीकरण को प्रोत्साहित किया गया है।
  • जलाशय का निर्माण किया गया है।
  • सूचना-तंत्र को सुदृढ़ किया गया है आदि।

Bihar Board Class 10 Disaster Management प्राकृतिक आपदा : एक परिचय Notes

धन-जन की व्यापक हानि पहुंचानेवाली आकस्मिक दुर्घटना को प्राकृतिक आपदा कहते हैं। . यदि आपका प्रभाव दीर्घकालिक हो, तो उसे संकट कहते हैं।
आपदाएँ प्राकृतिक भी होती हैं और मानवीय क्रियाकलापों का परिणाम भी।

आजोनपरत का क्षरण, भूमंडलीय तापन का प्रभाव विस्तृत क्षेत्र पर पड़ता है, परन्तु अन्य आपदाओं का प्रभाव स्थानीय स्तर पर होता है।
बाढ़, सूखा, भूकंप, सूनामी और ज्वालामुखी, अधिक विनाशक आपदाएं हैं, जबिक चक्रवात, ओलावृष्टि, हिमस्खलन, भूस्खलन, वज्रपात, मेघ-स्पोट आदि कम विनाशकारी है।। भारत ज्वालामुखी के प्रकोप से प्रायः वंचित हैं।

कुछ प्रमुख प्राकृतिक संकट और आपदाएँ-भारत प्राकृतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विविधताओं का देश है। इसकी विपुल जनसंख्या और विस्तृत क्षेत्र किसी-न-किसी आपदा से ग्रस्त होता रहता है। कोई क्षेत्र एक आपदा के लिए संवेदनशील है तो कोई दूसरी आपदा के लिए और कोई कई आपदाओं से एक साथ ग्रस्त हो सकता है।

अधिक विनाशकारी आपदाएँ-बाढ़, सूखा (सूखाड़), भूकम्प, सुनामी।

कुछ कम विनाशकारी आपदाएँ-चक्रवात, ओलावृष्टि, हिमस्खलन, भूस्खलन, वज्रपात, मेघ-स्फोट, ज्वालामुखी।

बाढ़-जब नदियों का जल उसके तटों से बाहर निकलकर विस्तृत क्षेत्र में फैलकर फसलों को डुबा दें, सड़कों पर पानी के जमाव से आवागमन अवरुद्ध हो जाए, बस्तियों में जल-जमाव से कठिनाई हो और जहाँ-तहाँ मकान भी गिरने लगे तो इस स्थिति को बाढ़ कहते हैं मुंबई जेसे नगरों में तो लगातार तेज वर्षा से ही बाढ़ आ जाती है, अर्थात नदी के जल के अतिरिक्त भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उत्तर का पूर्वी भाग सर्वाधिक बाढ़ग्रस्त क्षेत्र है।

सूखा (सुखाड़)-50 सेमी. से कम वार्षिक वर्षा वाला क्षेत्र तो स्वभावतः सूखे की स्थिति में होते हैं। परंतु, क्षेत्रों में वार्षिक वर्षा 25 प्रतिशत से भी कम हो तथा प्रायः 30 प्रतिशत फसलें सिंचाई के अभाव में सूखने लगे तो वहाँ सुखा की स्थिति मानी जाती है।

भूकम्प-पृथ्वी के भीतर भूगर्भीय हलचल के कारण जब समुद्र में कंपन उत्पन्न होता है तो इसे भूकंप कहते हैं। 1934 में बिहार में आई विनाशकारी भूकंप से धरती फट गई थी और सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो गई थी।

सुनामी-भूगर्भीय हलचल के कारण जब समुद्री लहरें तेजी से तटों के पास के भूभाग पर फैलकर जानमाल को हानि पहुंचाती हैं, तो इसे सुनामी कहते हैं, भारत का पूर्वी तट सुनामी से प्रभावित होता है, परंतु पश्चिमी तट प्रायः सुरक्षित है। सागर तट से दूर होने के कारण बिहार भी सुनामी के प्रकोप से बचा हुआ है।

चक्रवात-अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में प्रतिवर्ष चक्रवात आते हैं। मई-जून तथा अक्टूबर-नवंबर में अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी दोनों ओर से चक्रवात उठते हैं, परंतु बंगाल की खाड़ी का अक्टूबर-नवंबर का चक्रवात भयानक होता है। इससे झारखण्ड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग तो प्रभावित होते ही हैं, साथ-साथ पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे तटीय राज्यों में तूफान महोमि (storm surge) भी आते हैं जिनसे धन-जन की अत्यधिक हानि होती है, पेड़ और मकान ध्वस्त हो जाते हैं।

ओलावृष्टि-कभी-कभी वर्षा के समय पानी से अधिक बर्फ के टुकड़ों की बौछार होने लगती है। ओलावृष्टि तो कभी हो जाती है, परंतु खड़ी फसलों के समय की ओलावृष्टि से फसलों की इतनी बरबादी होती है कि किसानों की कमर ही टूट जाती है। सब्जियों और अनाज की फसल नष्ट होने से कभी-कभी उन्हें भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ती है।

हिमस्खलन-हिमालय की तराई के राज्य जम्मू-कश्मीर, हिमालय प्रदेश और उत्तराखंड में भारी वर्षा या बर्फबारी से बर्फ की बड़ी-बड़ी चट्टानें खिसककर नीचे गिरने लगती है इससे सीमित क्षेत्र में लोगों के दबने, भवनों के गिरने तथा सड़क मागों के अवरुद्ध हो जाने से कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इन तीन राज्यों में हिमस्खलन प्रायः सामान्य घटना है।

भूस्खलन-हिमस्खलन की भांति ही तराई ढालों पर प्रायः बहुत अधिक मिट्टी खिसककर नीचे गिरकर हानि पहुंचाती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई के भाग, सिक्किम, दार्जिलिंग और अरुणाचल प्रदेश इससे प्रभावित होते हैं। इसमें भी जान-माल की हानि के साथ सड़कों के अवरुद्ध हो जाने से आवागमन में कठिनाई सम्पन्न हो जाती है।

वज्रपात-वर्षा के समय जब बादलों में अधिक हलचल होती है, तो प्रायः बिजली गिरती है, मकान टूट जाते हैं, पेड़ों की डालियाँ भी टूट जाती हैं। प्रायः सूखे स्थानों पर पशु या मनुष्य भी उसके शिकार हो जाते हैं।

मेघ-स्फोट-पहाड़ी स्थानों पर कभी-कभी अकस्मात कम समय में ही इतनी अधिक वर्षा हो जाती है कि उन स्थानों पर बाढ़ का दृश्य उपस्थित हो जाता है। इससे भूस्खलन भी होने की संभावना हो जाती है।

ज्वालामुखी-पृथ्वी के भीतर से कहीं-कही भारी मात्रा में पिछली चयनों और गैसें निकलने लगती हैं, वस्तुत: कुछ ज्वालामुखी विस्फोट तो अत्यंत भयानक होते हैं, परंतु भारत में अंडमान के पूरब की ओर के एक टापू पर ही ज्वालामुखी का प्रकोप है, देश के शेष भाग इस विपदा से प्रायः सुरक्षित हैं।

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1. In about 100 words, write a letter to your friend inviting him to attend your birthday party. [2005(S)]
Answer:

Mahendru
Patna, 800006
9th February, 2012

My dear Rakesh,
It’s since long we met.’ I have not heard anything from you for a month. I am afraid you are angry with me. Perhaps you remember that my birthday falls on Februrary 26th. I have decided to celebrate my birthday. A party will be held on the occasion. I have – invited to the party some of my friends who are good musicians. They will present a musical programme. You will surely enjoy the party and the musical programme. Please do attend my birthday party. If you don’t come, I shall miss you badly. With best wishes.

Address:
Yours sincerely,
Sunil
Mr. Rakesh Kumar
Ramana, Arrah

2. Your uncle has sent you a beautiful gift Write a letter to your friend describ¬ing the gift and your feelings in about 100 words. [1995(S) (BM)]

Answer:

Station Road
Muzaffarpur
20th Feb. 2012

DearRanjan,
I celebrated my birthday on Feb. 15.1 got lots of presents on that happy occasion. My uncle sent me a beautiful gift. Of all the presents I liked it most. It is a Titan watch. Ifs- : price is Rs. 1200. 1 was very happy to receive this gift as I needed it badly. Without a watch, I usually got Sate for my school on several days. This watch has a beautiful dial. It is fully automatic and runs on a tiny battery. It keeps accurate time. I am proud of it. I am very grateful to my uncle for this nice gift.

Yours sincerely,
Manoj

Address
Mr. Ranjan Kumar ‘ Kadamkuan, Patna-800 003

3. In about 100 words; write a letter to your friend describing the match you have witnessed.

Answer:

Station Road,
Gaya
8th March, 2012

Dear Ashok,
1 was so glad to receive your letter. 1 want to tell you about a football match that I saw yesterday.
The match was played between our school team and that of Patna High School. It began at 2.30; p.m. A large number of people had gathered to witness the match. At first the match was boring but gradually, it became interesting when both the teams tried their best to score a goal. After the interval, within five minutes our school team scored a goal. Then the players of the other side tried their best to equalise, but their efforts went in vain andwe won the match. The match gave us a good deal of joy.

Yours sincerely,
Arjun Singh

Address
Nala Road, Patna-800003

4. Your younger brother lives in a hostel. You have come to know that he devotes more time to games than to studies. Write a letter advising him to pay due attention to his studies.

Answer:

Kadamkuan, Patna
13 February 2012

My dear Vivek,
You have not written any letter to me for a long time. Prakash came home from Buxar yesterday. From him I came to know about you. It is distressing to know that you are spending most of your time in games and sports thus neglecting your studies. Your annual examination is not very far off. I shall advise you toprepare hard for your examination. Otherwise, you will get a shock by getting plucked. Always take care of your future career and try to be an ideal student. I hope you will pay due attention to your studies. I hope to see you soon.

Yours affectionately,
Rajiv

5. In about 100 words, write a letter to your friendiit Delhi, describing about your school. [1995A, 2006A]

Answer

Mahendru
Patna 800006
23rd March, 2012

Dear Suresh,
Thank you for your letter. Today I am going to describe about my school. I study in R. M. R. Seminary, Patna. It is one of the oldest schools of Bihar. It has a glorious past. The building of my school is magnificent There are about forty teachers in the school. All of them are qualified and efficient. There are different teachers for teaching different subjects. There are more than two thousand students in this school. They are well-disciplined.
My school is one of the best schools in Bihar. I .am proud of studying in this school.

Yours sincerely,
Sanjeev

Address:

6. In about 100 words, write a letter to your friend congratulating him on his success at the examination. [1999 S]

Answer:

Buxar
26th May, 2012

Dear Prakash,
I am very glad to learn that you secured first position in the annual Secondary School Examination. My heartiest congratulations on your brilliant success in the examination. ‘You have achieved a rare distinction, I .was sure you must achieve this distinction.’ Your regular studies and hard labour has been crowned with success. You have brought glory not only to yourself but to all of your friends. I am proud of being your intimate friend. Your grand success gives me inspiration. I hope you will achieve similar distinc¬tions in future. Inform me of the date you are arranging a dinner to celebrate your success? With best wishes,

Yours sincerely,
Shobhtt

Address:

7. In about 100 words, write a-letter to your father telling him what you wish to do after your Board Examination is over.

Answer:

Fraser Road
Patna 800001
17 th January, 2012

My dear Father,
My Board Examination begins on February 14th. It will be over on February 22nd. I have been labouring hard. I hope to secure first division. After the examination is over I shall go to Shimla. It is full of beautiful scenery. I also intend to go on sight-seeing tour to Kulu and Manali. I am sure you will not grudge it, and will permit me to undertake the journey, I need some money for expenditure in the journey. I will be very kind of you if you send Rs. 900 tome.

Yours affectionately,
Mukesh

Address:

8. Write a letter to your younger brother in about 100 words, advising him . to read newspapers daily. [2000 S]

Answer:

Station Road
24th Feb. 2012

DearVivek,
I was glad to receive your letter last Monday. But I am sorry to know that you do not read newspapers at all. You must read newspapers regularly. You will learn many things of history, geog¬raphy, language and general knowledge through newspapers. They also tell us what is happening in different parts of the world. They help us to form the opinion on matters of national and international importance. Besides, you are interested in games and sports too. So you see that newspapers have a great importance in our life and for the nation as well. Please do start reading newspapers from today itself. With blessings,

Your loving brother.
Ravi Ranjan

Address:

9. In about 100 words, write a letter to your father telling him about the visit of a very important person to your school. [1995 S]

Answer:

Patna High School
Patna 800001
13th March, 2012

My dear Father,
I was so glad to receive .your letter last Monday. The Education Minister visited our school recently. I want to tellyou about his visit. ‘ The Education Minister came to our school on March 7th. He was welcomed by everyone ir. the school. The Headmaster of our school introduced the teachers to him. A mass drill by the school boys was done. The Education Minister took interest in the mass drill. Some boys also presented a variety entertainment programme. The Education Min¬ister was impressed and he praised us in his speech.

Your affectionate son
Ashok

Address:

10. Your friend is ill. In about 100 words, write a letter of cheers to him.

Answer:

Nehru Nagar
Gaya
20th March, 2012

Dear Ravi Ranjan,
I am very sorry to hear of your iiiness. I got a letter from Anubhav who has written about your illness. Perhaps you are feeling lonely. I think your friends are there and they are attending on you. Don’t lose heart. It is not serious at all. Don’t be sad, cheer up. You will recover in a few days as you are taking medicines regularly. You have to take rest and be particular about your diet as well. Your, trouble is sure to end in a few days. 1 hope to hear about your recovery very soon. With best wishes,

Yours sincerely,
Amitabh

Address:

11. You have just received the progress report of your younger brother who. is very weak in English. In about 100 words, write a letter to him, advising him to pay more attention to English.

Answer:

Exhibition Road
Patna 800001
10th January, 2012

My deaf Rajendra,
1 have just received your letter and your progress report. It is distressing to find that you are awfully weak in English. You must remow your deficiency in English as soon as possible. Self-help is the best help. Instead of engaging a private tutor you should yourself take steps to come up to the mark in this subject. You must pay more attention to it from now. Read your textbooks carefully. Think of the probable questions that may be asked. Write their answers and let them be cor¬rected by a competent teacher of English.

With lots of love,
Yours affectionately.
Surendra

Address:

12. An educational tour has been organized by your Headmaster. Write a letter in about 100 words to your father, seeking permission to join the tour and requesting him to send you money for this.

Answer:

Laheriasarai
Darbhanga
5th, March, 2020.

My dear Father,
I received your kind letter yesterday. The Headmaster of our school has organized an educational tour during the Puja vacation. About twenty-five students of the school will participate in the tour. A senior teacher of my school will accompany the students. They will visit Varansi, Allahabad, Kanpur, Agra, Fatehpur Sikri, New Delhi and Chandigarh. The student wishing to join the tour will have to deposit Rs. 500. I want to join the tour because I feel that it will be very pleasant and educative. Please permit me to join the tour and send me a sum of Rs. 800.

With best regards,

Yours affectionately,
Amitabh

13. Write a letter to your friend in about one hundred words describing your daily life. [1996 S, 1997S, 2000A]

Answer:

Rajendra Nagar, Patna
12th February, 2012

Mydear Amit,
I am well and hope you also the same. Ramesh had come to see me. He was telling about you and Bhupesh. I am happy to know that you are labouring hard these days to get success in the coming examination. 1 am also preparing for examination. Every day I get up at 4 O’clock in the morning. After getting fresh, I start reading. I take up my breakfast at 6.30. After breakfast again, I start study. I take my lunch at 9.30 A.M. and get up ready for school. I reach school in time. The school breaks at 4.30 P.M. After coming from school I take some refreshment and go to play cricket. In the evening 1 start my study at 7 P.M. and read up to 10 P.M. After taking my meal at 10.30 P.M. I go to bed. Amit, this is my life’s daily routine which I maintain daily. Rest in’ the next letter. Convey my ‘Pranam’ to Uncle and Aunti and blessings to the youngers.

Yours Sincerely
Rohit

Address:
C/o Sunil Singh, Vill., Badiha
P.O.—Ranibari, Dist—Siwan.

14. In about 100 words write a letter to a friend describing him about a picnic you have enjoyed recently.
Answer:

Gaya
25th Jan. 2012

My dear Mohan
1 received your letter. It pleased me much. Well, lam narrating regarding a picnic which we arranged recently, in this letter. We enjoyed it near Prem nagar. We started in the morning. The sun was not yet up. There was pin drop silence everywhere. We got’ down safely to Prem nagar. First we had a bath. We felt hungry. We had some breakfast. But it was a drop in the ocean. Ram cooked rice and chappati. We had a hearty meal. We had a darshan of Paramhansjee. We returned in the evening. We reached home before dusk.

Your sincerely,
Ramesh

Address:

15. In about 100 words write a letter to your sister describing her about your experience of life in a hostel.

Answer:

Patna Collegiate school Hostel
Patna 800004
14th March, 2012.

Dear Rita,
It’s long since we met. I am having a nice time here. I find this place quite comfortable. I get my meals at fixed hours. There are two teachers in the hostel. They are very helpful to me. They guide me in my studies. We have a common-room. We all sit and play indoor games here. There are a number of magazines and newspapers available for us. In the evening we play volley-ball and hockey under the direct supervision of our P.T. teacher, Every Saturday We have a film show in the hostel compound. With regards to elders and love to dear children. Awaiting an early reply.

Your affectionate brother
Satish.

Address:
Miss Rita Kumari
C/o Shri.B. K. Sinha
Kalambagh Road, Muzaffarpur

16. Write a letter to your friend about the serious accident you have met with. [1996 A, 2008A]

Answer:

Khazanchi Road, Patna-4
14th Feburary, 2012.

Dear Gobind,
1 got your letter. I am very sorry because I could not reply to your letter. I am hospitalised because I met a serious road accident. About a week back, I was going to school on my bicycle. A motorcycle collided with me. I lost my balance and fell on the road. I became unconscious for a while. When I came to my sense I found myself in the hospital. I am lucky enough; by the grace of God that I suffered minor head injury with few scratches on the body. Now, I am recovering. Do not worry about me.

Your loving friend
With love from Balram

Address:

17. Write a letter to your younger brother advising him to take part in school activities. [1996 S]

Examination Hall
4th February, 2012

Dear Ramesh,
Yesterday, I got a letter from, Suresh. He has written that these days you have become a book-worm. Your health is not so good. You do not take care of your health. This is very bad. You must have heard a popular proverb, All work and no play, makes Jack a dull boy. So, you should take part in your school activities. To keep good health you should take part in games and sports. For this I advise you to take part in your school acti vities I hope you will follow my advice and do accordingly.”

‘With test wishes from Your elder brother,
Dinesh.

Address :

18. In aboQMOO words write a letter to a pen-friend describing him about an important festival of your country. _
Answer:

Ara
20th March, 2012

My dear John,
The postman handed over your letter today, I read it. I was glad to read it. You want to know about the most important festival of India. You know India is a religious country. No month of the year is without festival. But Holi is the most important festival of the Hindus. It is a festival of joy. It is celebrated in spring. People eat, drink and make merry. They beat drums. They sing high sounding songs. They go from house to house. They use colour and abir. They embrace each other. The rich and the poor, the high and the low are mad of joy. This festival makes the victoiy of good over evil. Thus this festival is the most important festival of our country.

Rest is O.K. Reply soon.
Address:

Your’s sincerely,
Shambhu

19. Write a letter in about 100 words to your friend describing a historical place of India. [2007(A)]
Answer:

Rajgir
14th February, 2014

Dear Mohan,

I am well with all the members of my family. Here I describe a historical place of India. Agra is the best historical place of India. It is ‘worth-seeing’. Here we can see the Agra fort and the Tajmahal, The Tajmahal is one of the seven wonders of the world. People from far and wide daily come to see it. Its beauty is beyond description. The Agra Fort is too beyond description. It is not less than the Tajmahal.

With my best regards and love.

Your’s sincere friend
Shashi

Address:

20. Write a letter to your father describing the prize giving ceremony held in your school in about 100 words.

Answer:

Mahendru, Patna-6
12th Sept. 2013

My dear father.
I have received your letter yesterday. I am quite well here. I think you along with mother, Nitish and Nisha will be doing well with Sound health and spirit. I was busy in the prize giving ceremony for a week. The ceremony held on 8th September. The education minister presided over the ceremony and distributed the prizes to the winning students. There was a very fine arrangement under the guidence of the Headmaster. Students, guardians and the distinguished persons attended the function. The education minister addressed the students and the audience. He advised the students to build their career by hard labour and sincere study. He distributed the’ prizes and the ceremony performed nicely.

I am awfully busy in my studies. My best regards to mother and love to doar youngers.

Your affectionate son,
Yash Raj

21. Write a letter to your guardian seeking his permission to live in the school hostel.
Answer:

Dehri
5th February, 2015

Respected Uncle,
I got your letter. I became very glad to read it. I am also quite well here. 1 am putting on well with my studies. I have a mind to live in the school hostel. It is the abode of peace. We live a social life here. Here every student has to live in perfect discipline. Here is a ‘good time and space for learning. Some teacher of my school also live here. They must help mein my studies. So I want to get your permission. Waiting for your reply.

Your’s loving nephew
Amjad Ah

Address:

22. Write a letter to your friend inviting him to spend the “Summer Vacation” with you. (100 words) [2003(A)]
Answer:

Patna
6th March, 2015

DearVikash,
I am very much anxious to know your welfare, as for the last few months I haven’t received any letter from you. I think you might be doing well with yow studies and members of your family might also be enjoying good health and spirit as well. It is my hearty desire to spend the Summer Vacation with you. I shall be much pleased if you will agree to my proposal and come to enjoy the holidays together, fulfiling my long cherished desire. Convey my best regards to your parents and elders and love to dear children. Awaiting your loving reply.

Yours affectionately
Ankit

Address:

23. Write a letter to your father about the school subjects which interest you most in 100 words. [2006(A)]
Answer.

Patna
7th July, 2014

My dear father,
I have received your letter today. I am quite well here. Now a days. I was busy with my studies. I want to stand first in the class. It will be helpful in my mission in the college. You have asked in your letter about the school subject I like most. Economics is my favourite subject. In this subject I leant much about the economical condition of our country and detailed study to develop our agriculture and industries. There are so many important topics like export, inport, international trade etc. I can serve my country with the help of this subject. I”want to pass my M.A. Examination in economics and Ph.D too. I think my selection of favourite school subject will please you. Please convey my best respects to mother and other- elders and love to dear children.

AWaiting your affectionate reply.

Your obedient son
Rakesh

Address:

24. Write a letter to your friend in England telling him some important things of your country. [1997(A)]

Answer:

Examination- Hall
14th February, 2015

My dear Robert,
I received your letter yesterday. Many thanks for your letter. You want to know about some important things of my country. Dear friend, our country has many important things. It is a country with a number of places of historical importance. It has seen the rise and fall of a number of empires. Here are historical cities like Delhi, Agra, Lucknow, Rajgir, Nalanda and others. They abound in historical monuments. Every stone of Delhi has a tale to tell. The Red fort and the Qutub Minar of Delhi, the Taj and the fort of Agra are-matchless monuments. The gardens of Lucknow are peerless. The valley of Kashmir is heaven upon earth. In short our country is indeed a land full of beauty and mystery. ‘
I hope you will now plan to visit this tod of historical importance. With best wishes. ‘

Your’s Sincerely
Ajay Kr.

25. You have to cover a long distance going and coming from school. Write a letter to your father (mother) to send you some money to purchase a bicycle. [1997(A), 2003 (S)]

AIK.
Muzaffarpur
10th March, 2015

Respected Father,
I am very glad to receive your letter. You have advised me to work hard. But I have some difficulty. My school is four miles from home. I go to school on foot. It takes much of my time. I get tired in reaching the school. Sometimes I am late. I am fined for that. So, I want to purchase a bicycle. It will cost two thousand rupees. It will help me. It will solve my many difficulties. Therefore, 1 request you to send me Rs’. 2500/-for bicycle. Rest is O.K. Please convey my best regards to mother and good wishes to youngers.

Your Obedient Son
Ramesh

Address:

26. Write a letter to your father requesting him to send you some money to buy books. [1998 (S), 2005 (A)]
Answer:

Begusarai
Respected Father, 16th March, 2014

I got your kind letter. I am very glad to go through it. Father, my classes are going on. I have to buy some books. So I need some money. Please send me Rs. 700/- as soon as possible. Please.convey my love to mother. Ask her to write more and more letters

Your’s Loving son
v Rajeev

Address:

27. Write a letter to your friend describing a religious place of India.
Answer:

Pumia
26th January, 2015

Dear Anita,
My joy knew no bounds to get your letter. I am also quite well here. Here are a number of temples. They are grand and attractive. The temple of Bishwanath jee Is famous all over India. The Hindus want to die here. A number of the dead bodies of the Hindus are burnt here. It is a thickly populated 36 ENGLISH GRAMMAR -X town. It is worth visiting. Here are a number of old monuments.

With love.
Address:

Yoiir’sever
Poonam

28. Write a letter to your friend telling him how you have celebrated the Golden Jubilee of the Independence Day in your School. [1998 (S)]
Answer:

Patna
10th February, 2015

My dear Suresh,
I got your letter and became very glad to read it. I am also quite well here. I am very happy to inform you that the Golden jubilee of the Independence Day was celebrated recently iii my school. The Education Minister of Bihar was the chief guest of the function. Our school was decorated with colourful lights. Our Headmaster presided over the meeting’of the function. All the students were engaged in preparation. A band party was also managed; We celebrated the Golden Jubilee of the Independence Day very successfully.

Rest is O.K.

Your friend
Ramesh.

29. Write a letter to your friend telling him about your preparation for the S.S. Examination Annual. [1998 (A), 2002 (A), 2004 (S), 2002 (S)J

Answer:

Nalanda
20th Match, 2015

Dear Dilip,
Your letter is just to hand. 1 am also putting on well with my health and studies. My Board Exam is just in hand. I am preparing hard for it. It is very near completion. I am sure that I must secure high marks in all papers. I am not so satisfied in Math. I am labouring hard for it also. May God fulfil my desire with love.

Waiting for reply.

Your’s sincere friend
Parwez

30. Write a letter to your friend describing how a koel though black in appearance stands for the sweetness of the koel. [2011(C)]

Answer:

Gaighat, Patna
8th February, 2015

My dear Shobhit,
Your sweet note is just to hand. I became, very glad to read your letter. You wanted to know what made koel to be loved by mankind. Well, I hereby narrate the reason behind it. Koel though black in appearance is known for the sweet notes it preserves. People become enchanted by its admirable voice. The continuous calling of koel attracts our attention and its musical notes creates pleasure in our hearts. Beauty does not become the reason for the popularity of a man. Of course, certain qualities like cordial behaviour, and sweet tongue in a man make him popular and being loved by all. As such ‘Koel’ is the symbdl of love and affection. Rest is O.K With best compliments to your parents and good wishes to children.

Yours Loving Friend
Pankaj

Address:

31. Write a letter to your friend describing a village market. [2012(A)]

Answer:

Patna
12th Feb, 2014

Dear Rahul,
After a pretty long time I received your letter yesterday. In your letter you have enquired about “a Village-market”. I am glad that you wanted to know about the market in a village. Well, I am describing about a village-marke in this letter. The village market is a place where people gather to buy and sell things. People from nearby village also visit this market. There are a few permanent shops in the market. But we find a good number of temporary shops there. Most of the shop-keeper, lipe their articles like grains, vegitables, fish, coarse cloth, utencils, sweets, agricultural implaments; stationary etc; to sell them. There is a lot of noise in the villae-market. There is much bargaining relating to price in the market. A person who visits the market for the first time may be easily cheated. Though the market is full of noise, dust and disorder, it is very useful to villagers. I would be glal if you will personally come here to visit the market. With best regards.

Your’s sincerely
Vika

Address:

32. Write a letter to your friend, inviting him to attend the marriage ceremony of ypur sister, (or elder brother) [1999 (A)]

Answer:

Buxar
12th March, 2015

DearMukesh,
I got your letter, became very glad to read it. I am also quite well here. The marriage ceremony of my elder sister is going to be held on 25th of the current month. The preparation is going on. YoV presence here is badly needed. You must have some problems. Please don’t wait for my invitation card. Reach my home with mother and others as early as possible. You and I shall go together to make some necessary purchases. With my best regards and love.

Awaiting your arrival very soon.

Your friend
Kuldeep

Address:

33. Write a letter to your younger brother advising him to take part in games and sports. [2009 (A)]

Answer:

‘Dev-Ashram’ Mahendru, Patna
24th Jan. 2015

Dear Anil,
I am glad to receive your letter just now. But at the same time I feel sorry to learn through your letter that you are spending all of your time in your studies. You have become book-worm. It is really not good. You should at least take part in sports and games for sometime during the monring or evening, which ever suits you most. I know that there is good arrangements of games and sports in your school. Thus, participating in these activities, will improve your health. It will also increase your intelligence and keen insight and will be rather helpful in preparing your courses of studies. I think you would follow my sincere advice. Reply soon. With blessings.

Your loving brother
Anup

Address:

Application

34. Write an application to your Headmaster requesting him to provide yhu with books from the Book Bank of your school. [2012 (C)]

To
The Headmaster
R.M. R. Seminary, Patna

Sir,
I have the honour to state that I am a very poor student. My father is an employee in a medical store. He gets a very little amount as his monthly salary. He can not afford to bear the family’s affairs and the expenditure over the education of three children including myself, properly. I, therefore request you to kindly provide me books from the Book- BankoftheSchool, which will help me in my studies. For this act of your kindness I shall be ever remain grateful to you.

Your most obedient Pupil,
10.08.2013
Dev
Class-X

35. Write an application to your Headmaster requesting him to grant you four day’s leave to attend a marriage party. [1998 A]
Or, Write an application to your Headmaster requesting him to grant you leave’ to attend the marriage function of your sister. [2007 (S)] Ans.

Patna
March 10, 2015

To,
The Headmaster,
R.M.R. Seminary Patna

Sir,
Most respectfully I beg to request you that marriage ceremony of my elder sister will be solemnized on 26th March, 2007. My presence on the occassion is highly essential, relating to necessary arrangements during the marriage. I therefore request you to be kind enough to grant four days leave with effect from 24th March 2007. For this act of your kindness I shall ever remain grateful.

Your most obdient pupil,
Dinesh

36. Write an application to your Headmaster to grant you “Full-Free- Studentship.” . [1999 A] [2012(A)]
Or, Write an application to the Principal of your school asking him to grant you fee-concession. [2007 (S)]

Patna
8th March, 2015

To,
The Headmaster,
T. K. Ghosh’s Academy Patna

Respected Sir, .
Most humbly I beg to request the following for your kind consideration and sympathetic action over my present financial condition. My father being working in a private concern receives a very poor salary. He has to look-after the family consisting of my mother, three sons and two daugters with this meagre amount (income). As such to continue my studies is not possible in the present situation. I am a good student of the school and stand second in the class. I therefore, request your goodself to kindly grant me full “Free-studentship”, so that I may continue my studies in future. I shall ever remain grateful for your favourable consideration in the matter.

Yours obediently,
Mohan

37. Write an application to the Headmaster for issuing “Character Certificate”. – [2001(A)]

To,
The headmaster,

Zila School, Gaya Sir,
Respectfully I beg to submit the following for your necessary action ‘ over my problem I am seeking admission in Gaya College and I have submitted my application form for the purpose there. I have to Lodge the character certificate at the time of admission. I, therefore request your honour to issue my character certificate at the earliest, so that I may be able to fulfil the requirement of the college. In case the same is not submitted, my admission in the college will not be possible. I shall be highly obliged if you will kindly favour me with my character certificate.

Yours obediently
15th Jan. 2015.
Rakesh

38. Write an application to headmaster to issue a transfer certificate. [2003 (A), 2003 (S); 2014 (A) Set-II]

To,
The Headmaster,
Sri Ganesh High School, Bakhtiyarpur, Patna
Sub: Request for the transfer certificate ‘

Sir,
Most humbly and respectfuly I beg to state thatl am a student of class IX. . My father was working in the local branch of a bank. He has been transferred to Kolkala. I am also going with my family. So, I need the transfer certificate. Kindly issue me the transfer certificate so that I may continue my studies in a school at Kolkata. For this act of kindness I shall remain grate ul to you.

The 6th March, 2014

Yours obediently
Ravi Kumar

39. Write an application to the Headmaster or to the Principal of your school or to your head of the institution requesting him for some help from the Poor Boy’s Fund of the School. [2002 (A), 2002 (S), 2005 (A), 2008 (A), 2011 (A)]

To,
The Headmaster,
Patna High School, Patna Through ‘The class teacher
Sub: For some help from the Poor Bov’s Fund of the School.

Sir,
1 beg to state that I am a student of class, X, Sec. B. I stand first in my class. My father is a teacher in a lower school. He has to maintain a big family. I need some necessary books. I cannot buy them for want of money. So 1 want help, from P. B. Fund of the- school.

Your most obedient pupil
Ram Bilash Prasad
Class X

20th March, 2015

40. Write an application to the Headmaster for ten days leave. [2007 (A), 2012(A)]
Or, Write an application to the headmaster requesting him to grant you leave for ten days as you are suffering from typhoid. [2007 (A)]

The Headmaster,
Patna Collegiate School
Patna

Sir,
As 1 have been suffering from typhoid since last Monday. I can’t attend school for ten days more. I feel much weakness. The doctor advised me complete rest for ten days at least. I badly feel headache too. I have to take medicines every hour. I there fore, request you kindly to cram me ten days leave from today the 15th of Jan, 2015.

Yours most obedient
Ravi, Class—X,

15 Jan. 2015.

41. Write an application to your Mukhiya for an approach road to your village in 100 words. [2004 (A)]

To,
The Mukhiya
Sub: An approach road in our village.

Sir,
Most humbly and respectfully I want to draw your kind attention on behalf of the resident of my village, towards the pitiable condition of our approach road connecting it from main road at present. Practically there is no approach road at all. The aforesaid road really has turned into most undevelop stape, and quite unfit for communication. In rainy season it becomes muddy with many a pits their in. The administration is not taking care of the problem in spite of our repeated reminders. therefore request you to take necessary action in the matter and I am con, aer.t to get your favour, so that the poor villagers will get relief. With regards.

Yours faithfully,
Rajesh Ranjan

10 Feb. 2015.

We wish the knowledge shared regarding Bihar Board Solutions for Class 10 English Letter Writing Questions and Answers has been helpful to you. If you need any further help feel free to ask us and we will get back to you with the possible solution. Bookmark our site to avail the latest updates on different state boards solutions in split seconds.