Bihar Board Class 9 Maths Solutions in Hindi & English Medium

Bihar Board Class 9 Maths Solutions in Hindi & English Medium

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BSEB Bihar Board Class 9 Maths Book Solution in Hindi & English Medium

Bihar Board Class 9th Maths Book Solutions in Hindi Medium

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 1 संख्या पद्धति

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 2 बहुपद

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 3 निर्देशांक ज्यामिति

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 4 दो चरों वाले रैखिक समीकरण

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 5 युक्लिड के ज्यामिति का परिचय

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 6 रेखाएँ और कोण

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 7 त्रिभुज

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 8 चतुर्भुज

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 9 समान्तर चतुर्भुज और त्रिभुजों के क्षेत्रफल

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 10 वृत्त

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 11 रचनाएँ

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 12 हीरोन का सूत्र

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 13 पृष्ठीय क्षेत्रफल एवं आयतन

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 14 सांख्यिकी

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 15 प्रायिकता

Bihar Board Class 9th Maths Book Solutions in English Medium

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 1 Number systems

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 2 Polynomials

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 3 Coordinate Geometry

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 4 Linear Equations in Two Variables

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 5 Introduction to Euclid’s Geometry

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 6 Lines and Angles

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 7 Triangles

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 8 Quadrilaterals

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 9 Areas of Parallelograms and Triangles

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 10 Circles

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 11 Constructions

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 12 Heron’s Formula

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 13 Surface Areas and Volumes

  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.1
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.2
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.3
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.4
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.5
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.6
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.7
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.8
  • Chapter 13 Surface Areas and Volumes Ex 13.9

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 14 Statistics

Bihar Board Class 9th Maths Chapter 15 Probability

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Bihar Board 9th Science Objective Answers Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ

Bihar Board 9th Science Objective Questions and Answers

Bihar Board 9th Science Objective Answers Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ

हमारे आस-पास के पदार्थ प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 1.
वायु का दाब जैसे-जैसे घटता है वैसे-वैसे द्रव का क्वथनांक:
(A) बढ़ाता है
(B) घटता है
(C) स्थिर रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) घटता है

हमारे आस-पास के पदार्थ प्रश्न उत्तर Pdf Bihar Board प्रश्न 2.
गैस का द्रव में परिवर्तन कहलाता है।
(A) गैसीकरण
(B) उर्वपातन
(C) संघनन
(D) जमना
उत्तर-
(C) संघनन

Class 9 Science Objective Questions In Hindi Bihar Board प्रश्न 3.
वह ताप जिस पर ठोस द्रव में परिवर्तित होता है, कहलाता है:
(A) द्रवणांक
(B) क्वथनांक
(C) क्रान्तिक ताप
(D) क्रान्तिक बिन्दु
उत्तर-
(A) द्रवणांक

Hamare Parivesh Ke Padarth Bihar Board प्रश्न 4.
पदार्थ के कणों को एक-साथ बाँधकर रखनेवाला बल कहलाता है:
(A) अंतरा-अणुक स्थान
(B) बंधन
(C) अंतरा-अणुक बल
(D) नाभिकीय बल
उत्तर-
(C) अंतरा-अणुक बल

हमारे आस-पास के पदार्थ के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 5.
वह प्रक्रिया जिससे इन की गंध वायु में चारों ओर फैल जाती है, कहलाती है:
(A) वामन
(B) विसरण
(C) संघनन
(D) द्रवण
उत्तर-
(B) विसरण

9th Class Science Objective Questions In Hindi Pdf प्रश्न 6.
निम्न में कौन पदार्थ का मौलिक गुण है?
(A) द्रव्यमान और आयतन
(B) तापक्रम और दाब
(C) घनत्व और संपीड्यता
(D) ठोस, द्रव और गैस
उत्तर-
(A) द्रव्यमान और आयतन

हमारे परिवेश के पदार्थ Bihar Board प्रश्न 7.
पदार्थ के कण :
(A) अतिसूक्ष्म होते हैं
(B) गतिज ऊर्जायुक्त होते हैं।
(C) एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं
(D) इनमें सभी
उत्तर-
(D) इनमें सभी

हमारे आस पास के पदार्थ प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 8.
पदार्थ की कितनी अवस्थाएं होती हैं?
(A) तीन
(B) चार
(C) पांच
(D) छः
उत्तर-
(C) पांच

9th Class Science Objective Questions In Hindi प्रश्न 9.
निम्न में कौन पदार्थ का गुण नहीं है?
(A) घनत्व
(B) संपीड्वता
(C) तरंगदैर्घ्य
(D) विसरण
उत्तर
(C) तरंगदैर्घ्य

9th Class Chemistry Objective Questions In Hindi प्रश्न 10.
किसकी संपीड्यता सबसे कम होती है।
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) प्लाज्या
उत्तर-
(A) ठोस

हमारे आस-पास के पदार्थ पाठ के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 11.
निम्न में किसका घनत्व सबसे अधिक होता है?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) प्लाज्मा
उत्तर-
(A) ठोस

Hamare Parivesh Ke Padarth Ka Question Answer Bihar Board प्रश्न 12.
किसी ठोस पदार्थ का सीधे वाष्य में परिवर्तन कहलाता है।
(A) वाष्पन
(B) उबलना
(C) संघनन
(D) उर्ध्वपातन
उत्तर-
(D) उर्ध्वपातन

Hamare Aas Paas Ke Padarth Class 9 Ka Question Answer Bihar Board प्रश्न 13.
बाष्पन की प्रक्रिया से उत्पन्न होती है:
(A) गर्मी
(B) ठंडक
(C) ताप में वृद्धि
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) ठंडक

9th Class Science Objective Question Answer In Hindi Bihar Board प्रश्न 14.
100°C ताप का केल्विन में मान होता है:
(A) 200.15
(B) 373.15
(C) 473.15
(D) 573.15
उत्तर-
(B) 373.15

हमारे आस-पास के पदार्थ Question Answer Bihar Board प्रश्न 15.
किसी पदार्थ का केल्विन में ताप 673.15 है। सेल्सियस या सेंटीग्रेड में इस ताप का मान होगाः
(A) 373.75
(B) 273.15
(C) 473.15
(D) 400
उत्तर-
(D) 400

हमारे आस-पास के पदार्थ कक्षा 9 के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 16.
सौरमण्डल में प्लाजमा अवस्था की उत्पत्ति का कारण है:
(A) निम्न ताप
(B) उच्च दाब
(C) उच्च ताप
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(C) उच्च ताप

हमारे आस पास के पदार्थ Bihar Board प्रश्न 17.
गर्म करने पर गैस का आयतनः
(A) बड़ जाता है
(B) घट जाता है
(C) अपरिवर्तित रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) बड़ जाता है

Class 9th Science Objective Question In Hindi प्रश्न 18.
आई वायु में गीले कपड़े सूखते हैं:
(A) देर से
(B) जल्द से
(C) उमस के कारण
(D) ठंडक के कारण
उत्तर-
(A) देर से

9th Class Physics Objective Questions In Hindi Pdf प्रश्न 19.
हवादार जगहों पर द्रव के वाष्पन का वेगः
(A) घट जाता है
(B) बढ़ जाता है
(C) अपरिवर्तित रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) बढ़ जाता है

प्रश्न 20.
निम्नलिखित में कौन सही नहीं है?
(A) पदार्थ सूक्ष्म कणों से बना है
(B) पदार्थ के कण निरंतर गतिशील रहते हैं।
(C) ठोस पदार्थ का घनत्व द्रव से अधिक होती है
(D) ठोस पदार्थ का संपौड्यता द्रव से अधिक होती है
उत्तर-
(D) ठोस पदार्थ का संपौड्यता द्रव से अधिक होती है

प्रश्न 21.
तापमान बढ़ाने पर कोई ठोस पदार्थः
(A) द्रव में परिवर्तित हो सकता है.
(B) बिना द्रव में बदले सीधे गैसीय अवस्था में जा सकता है
(C) अपरिवर्तित रह सकता है
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(D) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 22.
निम्न में किसका ऊर्ध्वपातन होता है?
(A) गंधक
(B) आयोडीन
(C) मैग्नीशियम
(D) ब्रोमीन
उत्तर-
(B) आयोडीन

प्रश्न 23.
निम्नलिखित में कौन पदार्थ है?
(A) गंध
(B) ठंडा
(C) प्रेम
(D) ठंडा पेय
उत्तर-
(D) ठंडा पेय

प्रश्न 24.
निम्नलिखित में कौन पदार्थ नहीं है?
(A) हवा
(B) जल
(C) स्नेह
(D) भोजन
उत्तर-
(C) स्नेह

प्रश्न 25.
किम अवस्था में अणुओं की ऊर्जा अधिकतम होती है?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(C) गैस

प्रश्न 26.
किस अवस्था में अणुओं की ऊर्जा सबसे कम होती है?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठोस

प्रश्न 27.
निम्नलिखित में द्रव में कौन अनिश्चित है?
(A) पनत्व
(B) आकार
(C) आयतन
(D) द्रव्यमान
उत्तर-
(B) आकार

प्रश्न 28.
बर्फ का एक टुकड़ा जल की सतह पर तैरता रहता है, क्योंकि:
(A) यह जल से भारी होता है
(B) बर्फ और जल का घनत्व समान होता है
(C) बर्फ जल से हल्की होती है
(D) बर्फ का घनत्व जल से अधिक होता है
उत्तर-
(C) बर्फ जल से हल्की होती है

प्रश्न 29.
शुष्क बर्फ क्या है?
(A) बर्फ का सूखा हुआ टुकड़ा
(B) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
(C) ठोस कार्बन डाइ सल्फाइड
(D) ठोस एल्कोहल
उत्तर-
(B) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड

प्रश्न 30.
निम्नलिखित में कौन तरल पदार्थ नहीं है?
(A) जल
(B) पारा
(C) हवा
(D) लोहा
उत्तर-
(D) लोहा

प्रश्न 31.
किसी पदार्थ के इकाई आयतन का द्रव्यमान को क्या कहते हैं?
(A) दाब
(B) संपीड्यता
(C) घनत्व
(D) आकृति
उत्तर-
(C) घनत्व

प्रश्न 32.
एक गिलास पानी में दो चम्मच चीनी मिलाने पर भी उसके जल के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं होता क्योंकि चीनी के कणः ।
(A) वाष्पीकृत हो जाते हैं
(B) जल के कणों के बीच व्यवस्थित हो जाते हैं
(C) जल के कणों से जुड़ जाते हैं
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) जल के कणों के बीच व्यवस्थित हो जाते हैं

प्रश्न 33.
निम्न में से किसमें आन्तराण्विक स्थान सर्वाधिक है?
(A) जल
(B) हवा
(C) मिट्टी
(D) आग
उत्तर-
(B) हवा

प्रश्न 34.
दाब के प्रभाव से पदार्थ का आयतन कम होने की क्रिया को क्या कहते हैं?
(A) संपीड्यता
(B) घनत्व
(C) विसरण
(D) संघनन
उत्तर-
(A) संपीड्यता

प्रश्न 35.
निम्न में कौन सबसे अधिक संपीड्य है?
(A) हवा
(B) जल
(C) लकड़ी
(D) लोहा
उत्तर-
(A) हवा

प्रश्न 36.
जिस तापक्रम पर द्रव के वाष्य का दाब वायुमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है, उसे उस द्रव का……….
(A) हिमांक कहते हैं
(B) क्वथनांक कहते हैं
(C) गलनांक कहते हैं
(D) वाष्पांक कहते हैं
उत्तर-
(B) क्वथनांक कहते हैं

प्रश्न 37.
निम्नलिखित में कौन पदार्थ का गुण नहीं है?
(A) स्थान घेरना
(B) द्रव्यमान होना
(C) आयतन होना
(D) नंगी आँखों से दिखाई नहीं देना
उत्तर-
(D) नंगी आँखों से दिखाई नहीं देना

प्रश्न 38.
किसी गैस का द्रव में परिवर्तित हुए बिना सीधे ठोस अवस्था में परिवर्तित होने की क्रिया क्या कहलाती है?
(A) संघनन
(B) द्रवण
(C) वाष्पन
(D) कर्ध्वपातन
उत्तर-
(D) कर्ध्वपातन

प्रश्न 39.
0°C का मान केल्विन स्केल में क्या होता है?
(A) 273°K
(B) 373°K
(C) 473°K
(D) 173°C
उत्तर-
(A) 273°K

प्रश्न 40.
निम्न में कौन ठोस नहीं है?
(A) मोम
(B) गंधक
(C) मैग्नीशियम
(D) पारा
उत्तर-
(D) पारा

प्रश्न 41.
निम्न में द्रव को चुनें :
(A) जल
(B) वाष्प
(C) जल
(D) हवा
उत्तर-
(A) जल

प्रश्न 42.
हमारे आस-पास उपस्थित पदार्थ कितनी अवस्थाओं में होता है?
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
उत्तर-
(C) तीन

प्रश्न 43.
कणों के बीच का आकर्षण बल किसमें सबसे अधिक होता है?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठोस

प्रश्न 44.
अमोनियम क्लोराइड को गर्म करने पर क्या होता है?
(A) द्रवण
(B) विघटन
(C) कर्ण्यपातन
(D) संघनन
उत्तर-
(C) कर्ण्यपातन

प्रश्न 45.
470″K का मान सेल्सियस में होगा:
(A) 20°C
(B) 97°C
(C) 197°C
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) 97°C

प्रश्न 46.
किसी ठोस के इकाई द्रव्यमान को द्रव अवस्था में बदलने में बिना ताप बदले जितनी ऊष्मा लगती है, वह उस ठोस का कहलाता है
(A) द्रवण ऊष्मा
(B) वाष्पन ऊष्मा
(C) वाष्पीकरण
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) द्रवण ऊष्मा

प्रश्न 47.
निम्न में कौन पदार्थ सामान्य अवस्था नहीं है?
(A) ठोस
(C) गैस
(B) द्रव
(D) प्लाज्मा
उत्तर-
(D) प्लाज्मा

प्रश्न 48.
वायुमंडलीय दाब पर 1kg द्रव को उसके द्रवणांक पर गैसीय अवस्था में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक ऊष्मा को क्या कहते हैं?
(A) द्रवीकरण की कष्मा
(B) वाष्पीकरण की ऊष्मा
(C) द्रवीकरण की गुप्त ऊष्मा
(D) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा
उत्तर-
(D) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा

प्रश्न 49.
निम्न में कौन पदार्थ नहीं है?
(A) बालू
(B) हवा
(C) बादल
(D) सूर्य का प्रकाश
उत्तर-
(D) सूर्य का प्रकाश

प्रश्न 50.
पदार्थों के विसरण की दर के लिए कौन-सा क्रम सही है?
(A) ठोस < द्रव < गैस
(B) गैस < व < ठोस
(C) द्रव < ठोस < गैस
(D) ठोस < गैस < द्रव
उत्तर-
(A) ठोस < द्रव < गैस

प्रश्न 51.
वाष्पीकरण की क्रिया द्रव में किस भाग में होती है?
(A) सतह पर
(B) संपूर्ण द्रव में
(C) निचले भाग में
(D) किसी भी भाग में
उत्तर-
(A) सतह पर

प्रश्न 52.
शुष्क बर्फ क्या है?
(A) अत्यधिक ठंडा बर्फ
(B) पहाड़ों पर गिरने वाले बर्फ
(C) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
(D) ठोस ऑक्सीजन
उत्तर-
(C) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड

प्रश्न 53.
पदार्थ का अवस्था परिवर्तन कैसे होता है?
(A) तापक्रम में परिवर्तन से
(B) दाब में परिवर्तन से
(C) तापक्रम बढ़ने और दाब घटने से
(D) इनमें सभी
उत्तर-
(D) इनमें सभी

प्रश्न 54.
गर्म करने पर पदार्थ के ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में चले जाने की क्रिया क्या कहलाती है?
(A) वाचन
(B) क्व थन
(C) ऊर्ध्वपातन
(D) संघनन
उत्तर-
(C) ऊर्ध्वपातन

प्रश्न 55.
निम्न में कौन वामीकरण को प्रभावित नहीं करता?
(A) द्रव का क्वथनांक
(B) द्रव की सतह का क्षेत्रफल
(C) वायु की गति
(D) वायु का घनत्व
उत्तर-
(D) वायु का घनत्व

प्रश्न 56.
वाष्पीकरण की प्रक्रिया:
(A) एक स्वतः होने वाली क्रिया है
(B) द्रव के क्वथनांक पर निर्भर करती है
(C) शीतलता उत्पन्न करती है
(D) उपर्युक्त सभी सही है।
उत्तर-
(D) उपर्युक्त सभी सही है।

प्रश्न 57.
वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा क्या है?
(A) वाष्पीकरण में मुक्त ऊष्मा
(B) वाष्पीकरण में शोषित ऊष्मा
(C) क्वथनांक पर किसी द्रव के वाष्पित होने में अवशोषित ऊष्मा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(C) क्वथनांक पर किसी द्रव के वाष्पित होने में अवशोषित ऊष्मा

प्रश्न 58.
वायुमंडल में उपस्थित गैसों में बाष्य कौन है?
(A) N2
(B) O2
(C) CO2
(D) H2O
उत्तर-
(D) H2O

प्रश्न 59.
प्लाज्या क्या है?
(A) एक गैस
(B) एक द्रव
(C) एक ठोस
(D) पदार्थ की चौथी अवस्था
उत्तर-
(D) पदार्थ की चौथी अवस्था

प्रश्न 60.
हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की गंध दूर से ही महसूस होती है। ऐसा किस प्रक्रिया के द्वारा होता है?
(A) विसरण
(B) विकिरण
(C) उर्ध्वपातन
(D) संघनन
उत्तर-
(A) विसरण

प्रश्न 61.
निम्न में कौन सही नहीं है?
(A) ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा न्यूनतम होती है
(B) द्रव तरल होते हैं किन्तु ठोस इद होते हैं ।
(C) वाष्पीकरण की क्रिया द्रव की सतह के अन्दर होती है
(D) जल का घनत्व बर्फ से अधिक होता है
उत्तर-
(C) वाष्पीकरण की क्रिया द्रव की सतह के अन्दर होती है

प्रश्न 62.
निम्न में कौन ऊर्ध्वपातित नहीं होता है?
(A) गंधक
(B) आयोडीन
(C) नौसादर
(D) कपूर
उत्तर-
(A) गंधक

प्रश्न 63.
नेपथेलीन की गोली कुछ समय बाद बिना कोई अवशेष छोड़े गायब हो जाती है। ऐसा किस प्रक्रिया द्वारा होता है?
(A) प्रवण
(B) प्रवण
(C) कर्ध्वपातन
(D) संघनन
उत्तर-
(C) कर्ध्वपातन

प्रश्न 64.
खाना बनाने वाली गैस की गंध किस चौगिक की उपस्थिति के कारण होती है?
(A) इथाइल मरकैप्टेन
(B) मिथाइल आइसो सायनाइड
(C) ब्यूटेन
(D) आइसो पेन्टेन
उत्तर-
(A) इथाइल मरकैप्टेन

प्रश्न 65.
वाधीकरण की क्रिया सेः
(A) ठंडक पैदा होती है
(B) ऊष्मा उत्पन्न होती है ।
(C) तापक्रम में कोई परिवर्तन नहीं होता
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठंडक पैदा होती है

प्रश्न 66.
जल, पेट्रोल और सिमट के वाष्पीकरण का दर की सही क्रम चुनें:
(A) जल > पेट्रोल > स्पिट
(B) स्प्रिट > जल > पेट्रोल
(C) पेट्रोल > स्पिट > जल
(D) पेट्रोल > जल > स्पिट
उत्तर-
(C) पेट्रोल > स्पिट > जल

प्रश्न 67.
ठोस पदार्थों का संपीड्न :
(A) द्रव से कम होता है किन्तु गैस से अधिक होता है
(B) द्रव से अधिक होता है किन्तु गैस से कम होता है
(C) द्रव और गैस दोनों से अधिक होता है
(D) द्रव और गैस से कम होता है
उत्तर-
(D) द्रव और गैस से कम होता है

प्रश्न 68.
सही कथन को बुनें:
(A) द्रव को गैसों की अपेक्षा आसानी से संपीडित किया जा सकता है
(B) गैसों का विसरण नहीं होता किन्तु द्रवों का विसरण होता है
(C) ठोस पदाथों की आकृति और उसके आयतन निश्चित होते हैं
(D) गैसों के कणों के बीच का अन्तराण्विक बल ठोस या द्रव की तुलना में कम होता है
उत्तर-
(C) ठोस पदाथों की आकृति और उसके आयतन निश्चित होते हैं

प्रश्न 69.
पदार्थ के कणों के बीच उपस्थित आकर्षण बल को क्या कहते हैं?
(A) आंतरिक बल
(B) अन्तराण्विक बल
(C) कणाकर्षण बल
(D) गुरुत्वाकर्षण बल
उत्तर-
(B) अन्तराण्विक बल

प्रश्न 70.
प्लाज्या पदार्थ की कौन-सी अवस्था है?
(A) प्रथम
(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चतुर्थ
उत्तर-
(D) चतुर्थ

प्रश्न 71.
सिलिंडर में भरा हुआ द्रवित पेट्रोलियम गैस (LPG):
(A) एक द्रव है
(B) एक गैस है
(C) एक ठोस है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) एक द्रव है

प्रश्न 72.
किसी खौलते हुए द्रव का तापक्रम :
(A) स्थिर रहता है
(B) घटने लगता है
(C) बढ़ता रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) स्थिर रहता है

प्रश्न 73.
किसी ठोस पदार्थ का द्रवणांक उसके द्रव रूप काः
(A) क्वथनांक होता है
(B) हिमांक होता है
(C) क्वथनांक या हिमांक हो सकता है
(D) वाष्मांक होता है
उत्तर-
(B) हिमांक होता है

प्रश्न 74.
निम्नलिखित में कौन कपड़ा गर्मियों के समय में अधिक आरामदेह होता है?
(A) पॉलिस्टर
(B) सिल्क
(C) सूती
(D) सिंथेटिक (क) सिबाटक
उत्तर-
(C) सूती

प्रश्न 75.
वाष्पीकरण की क्रिया किस तापक्रम पर होती है?
(A) सामान्य तापक्रम
(B) उच्च तापक्रम
(C) निम्न तापक्रम
(D) क्वथनांक
उत्तर-
(A) सामान्य तापक्रम

प्रश्न 76.
निम्न में कौन ठोस पदार्थ का गुण नहीं है?
(A) दृढ़ता
(B) कम संपीड्यता
(C) बहाव
(D) अधिक घनत्व
उत्तर-
(C) बहाव

प्रश्न 77.
किसी द्रव पदार्थ का वाष्पीकरण तेज करने के लिए उसे निम्न में से किसमें रखेंगे?
(A) बोतल में
(B) गिलास में
(C) थाली में
(D) फ्रिज में
उत्तर-
(C) थाली में

प्रश्न 78.
गैस से द्रव अवस्था में परिवर्तित होने की क्रिया है:
(A) संघनन
(B) कर्ध्वपातन
(C) विसरण
(D) संपीड्न
उत्तर-
(A) संघनन

प्रश्न 79.
निम्न में कौन द्रव का गुण नहीं है?
(A) निश्चित आयतन
(B) अनिश्चित आकृति
(C) बहाव का अभाव
(D) ठोस से अधिक संपीड्यता
उत्तर-
(C) बहाव का अभाव

प्रश्न 80.
भोजन की गंध किस क्रिया द्वारा महसूस होती है?
(A) विकिरण
(B) विसरण
(C) प्रसरण
(D) प्रसारण
उत्तर-
(B) विसरण

प्रश्न 81.
बरतन के प्रति इकाई क्षेत्र पर गैस के कणों द्वारा आरोपित बल को क्या कहते हैं?
(A) गैस का दाब
(B) गैस की शक्ति
(C) गैस का गुण
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) गैस का दाब

प्रश्न 82.
वायुमण्डलीय दाब कितने पॉस्कल के बराबर होती है?
(A) एक
(B) एक सौ
(C) एक हजार
(D) एक लाख
उत्तर-
(D) एक लाख

प्रश्न 83.
वायुमण्डलीय दाब पर 1 kg ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए आवश्यक ऊर्जा को क्या कहते हैं?
(A) संगलन की गुप्त ऊष्मा
(B) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा
(C) संगलन की ऊष्या
(D) वाष्पीकरण की ऊष्मा
उत्तर-
(A) संगलन की गुप्त ऊष्मा

प्रश्न 84.
निम्न में कौन ऊर्ध्वपातित होता है?
(A) फॉस्फोरस
(B) सोडियम
(C) शुष्क बर्फ
(D) मोम
उत्तर-
(C) शुष्क बर्फ

प्रश्न 85.
शुष्क बर्फ क्या है?
(A) ठोस CO2
(B) द्रव CO2
(C) ठोस नाइट्रोजन
(D) द्रव नाइट्रोजन
उत्तर-
(A) ठोस CO2

प्रश्न 86.
गैस के कणों द्वारा बर्तन पर आरोपित बल क्या है?
(A) गैस का दाब
(B) गैस की संपीड्यता
(C) विसरण
(D) संपनन
उत्तर-
(A) गैस का दाब

प्रश्न 87.
निम्नलिखित में द्रव में कौन निश्चित है?
(A) आकार
(B) वेग
(C) धनत्व
(D) आयतन
उत्तर-
(D) आयतन

प्रश्न 88.
10 तापक्रम बराबर है:
(A) 163 K
(B) 283 K
(C) 10 K
(D) 186 K
उत्तर-
(B) 283 K

प्रश्न 89.
जब वाष्प संघनित होता है, तो:
(A) वह ऊष्मा अवशोधित करती है
(B) वह कष्या उत्सर्जित करती है
(C) उसका ताप बढ़ जाता है।
(D) उसका ताप घट जाता है
उत्तर-
(D) उसका ताप घट जाता है

प्रश्न 90.
सही कथन को चुनें :
(A) पदार्थ पंचतत्वों से बना है
(B) पदार्थ के कणों के बीच कोई रिक्त स्थान नहीं होता
(C) पदार्थ कणों से बना है
(D) पदार्थ के कर्णों के बीच कोई विकर्षण होता है
उत्तर-
(C) पदार्थ कणों से बना है

प्रश्न 91.
कौन-सा कथन सही नहीं है?
(A) ठोस के कण स्थिर होते हैं, द्रव के गतिशील
(B) वाष्पीकरण से गर्मी पैदा होती है
(C) पदार्थ के कणों के बीच परस्पर आकर्षण होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(C) पदार्थ के कणों के बीच परस्पर आकर्षण होता है

प्रश्न 92.
वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्या क्या है?
(A) वाष्पीकरण के लिए आवश्यक ऊष्मा
(B) वाष्पीकरण करने में प्रयुक्त ऊष्मा
(C) वाष्पीकरण की क्रिया में मुक्त होने वाली गुप्त ऊष्मा
(D) क्वथनांक पर 1 kg द्रव को वाष्पित होने में अवशोषित ऊष्या
उत्तर-
(D) क्वथनांक पर 1 kg द्रव को वाष्पित होने में अवशोषित ऊष्या

प्रश्न 93.
किस पदार्थ के आकृति और आयतन दोनों अनिश्चित होते हैं?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठोस

प्रश्न 94.
निम्न में पदार्थ को चुनें :
(A) आकाश
(B) आग
(C) बादल
(D) धूप
उत्तर-
(C) बादल

प्रश्न 95.
निम्न में किस तापक्रम पर जल द्रव अवस्था में रहता है?
(A) -5°C
(B) 120°C
(C) 105°C
(D) 20°C
उत्तर-
(D) 20°C

प्रश्न 96.
दाब बढ़ाने पर किसी द्रव का क्वथनांक:
(A) बढ़ जाता है
(B) घट जाता है
(C) अप्रभावित रहता है
(D) घट या बढ़ सकता है
उत्तर-
(A) बढ़ जाता है

प्रश्न 97.
बर्फ के टुकड़े का गर्म करने पर वह पिघलने लगता है किन्तु तापक्रम स्थिर रहता है। दी जा रही ऊष्मा कहाँ चली जाती है?
(A) गुप्त ऊष्मा में परिवर्तित हो जाती है
(B) बर्फ के कणों को स्वतन्त्र गति के योग्य बनाती है
(C) गर्म की जा रही सामग्री में छुपी रहती है
(D) उपर्युक्त सभी सही है
उत्तर-
(D) उपर्युक्त सभी सही है

प्रश्न 98.
बर्फ जल के ऊपर तैरता है, क्योंकि
(A) बर्फ के घनत्व जल के घनत्व से कम होता है
(B) बर्फ का घनत्व जल के घनत्व से अधिक होता है
(C) बर्फ का घनत्व जल के घनत्व के बराबर होता है
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-
(A) बर्फ के घनत्व जल के घनत्व से कम होता है

प्रश्न 99.
वायु है।
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) प्लाज्मा
उत्तर-
(C) गैस

प्रश्न 100.
धातु की बाल्टी है:
(A) द्रव
(B) ठोस
(C) गैस
(D) BEC
उत्तर-
(B) ठोस

प्रश्न 101.
दूध है:
(A) ठोस
(B) ठोस
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठोस

प्रश्न 102.
स्पंज है।
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) ठोस

प्रश्न 103.
गैस के कणों के बीच आकर्षण बल होता है।
(A) अधिक
(B) कम
(C) अधिक और कम के बीच
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(B) कम

प्रश्न 104.
गैसों की संपीड्यता होती है।
(A) अधिक
(B) कम
(C) अधिक और कम के बीच
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(A) अधिक

प्रश्न 105.
20 का मान केल्विन स्केल में होगा:
(A) 250K
(B) 273K
(C) 293K
(D) 393K
उत्तर-
(C) 293K

Bihar Board 9th English Reader Objective Answers Chapter 3 Saint Kabir

Bihar Board 9th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 10th English Reader Objective Answers Chapter 3 Saint Kabir

Saint Kabir Bihar Board 9th Question 1.
Kabir was against………..system.
(a) religion
(b) caste
(c) sati-pratha
(d) none of these
Answer:
(b) caste

Kabir Class 9 Bihar Board Question 2.
Kabir was from 1448 AD to………
(a) 1518 AD
(b) 1560 AD
(c) 1590 AD
(d) 1620 AD
Answer:
(a) 1518 AD

Kabir Chapter Class 9 Bihar Board Question 3.
Kabir was the…….of a widow.
(a) father
(b) brother
(c) son
(d) husband
Answer:
(c) son

Kabir Saint Bihar Board Class 9 Question 4.
Kabir was looked after by a………..couple.
(a) Hindu
(b) Budh
(c) Sikh
(d) Muslim
Answer:
(d) Muslim

Aadikal Meaning In English Bihar Board Question 5.
Kabir belonged to the downtrodden……….
(a) society
(b) culture
(e) nature
(d) none of these
Answer:
(a) society

Kabir In English Bihar Board Class 9 Question 6.
Kabir was against…………evils
(a) family
(b) country
(c) social
(d) none of these
Answer:
(c) social

Saint Kabir Songs Bihar Board Class 9 Question 7.
Kabir became a disciple of………..in his young age.
(a) Ramanand
(b) Ramakant
(e) Ramashanker
(d) Ramabhav
Answer:
(a) Ramanand

Question 8.
Kabir was believer of personal…………
(a) human being
(b) matter
(c) things
(d) God
Answer:
(d) God

Question 9.
Ramanand guided Kabir to be a social…………
(a) drama
(b) media
(c) worker
(d) evil
Answer:
(c) worker

Question 10.
Kabir fought elitism and………….
(a) evil
(b) orthodoxy
(c) bad
(d) social element
Answer:
(b) orthodoxy

Question 11.
Kabir rejected the authority of the traditional scripture and the men prevailing superstitions belief in both the Hindu and the………..
(a) Muslims
(b) Hindu
(e) Sikh
(d) Budh
Answer:
(a) Muslims

Question 12.
Kabir preached…………
(a) violence
(b) unkindness
(c) tolerance
(d) none of these
Answer:
(c) tolerance

Question 13.
Kahir’s poems are in……………
(a) Guru Granth
(b) Poetry
(c) Chandamama
(d) Champak
Answer:
(a) Guru Granth

Question 14.
Kabir was one of the greatest……….ofBhakti-Era.
(a) Writer
(b) Film-maker
(c) Professor
(d) Poets
Answer:
(d) Poets

Question 15.
ICabir was looked after by a couple, Neema and Neeru
(a) Kanpur
(b) Varanasi
(c) Agra
(d) Lucknow
Answer:
(b) Varanasi

Question 16.
Kabir was a………..poet.
(a) great
(b) saint
(c) good
(d) famous
Answer:
(b) saint

Question 17.
Kabir’s songs castigated casteism, ritualism and
(a) evil
(b) social &ements
(e) bad
(d) orthodoxy
Answer:
(d) orthodoxy

Question 18.
Kabir had to wage a relentless was against obscurantism
orthodox Brahminism, and……….
(a) Sikh
(b) Hindu
(c) Islam
(d) Budh
Answer:
(c) Islam

Question 19.
The orthodox Hindu and Muslim hated
(a) Kabir
(b) Surdas
(c) Kalidas
(d) Ravindra
Answer:
(a) Kabir

Question 20.
Kabir was able to convey to them his message of love,
compassion and
(a) fatherhood
(b) brotherhood
(c) motherhood
(d) sisterhood
Answer:
(b) brotherhood

Question 21.
Kabir was on of the greated poets of
(a) Aadikal
(b) Bhakti era
(c) modern era
(d) none of these
Answer:
(b) Bhakti era

Question 22.
Kabir was the son of a widow but looked after by Neema and
(a) Nijam
(b) Nihar
(c) Nilokas
(d) Neeru
Answer:
(d) Neeru

Question 23.
Kabir was against social.
(a) good
(b) ill
(c) evils
(d) man
Answer:
(c) evils

Question 24.
Kabir was against
(a) cast system
(b) upper cast
(e) lower cast
(d) the lowest cast
Answer:
(a) cast system

Question 25.
Kabir was against.
(a) Hinduism
(b) muslims
(c) both
(d) obscurantism
Answer:
(d) obscurantism

Question 26.
Kabir lived during the passed, from 1448 AD to………..
(a) I600AD
(b) 1606 AD
(c) 1500AD
(d) 1518AD
Answer:
(d) 1518AD

Question 27.
Both the orthodox Hindu priests and Maulvis
(a) loved Kabir
(b) hated Kabir
(c) liked Kabir
(d) none of these
Answer:
(b) hated Kabir

Question 28.
Kabir was disciple of Saint
(a) Ramakant
(b) Ranadha shastri
(c) Ramananda
(d) none of these
Answer:
(c) Ramananda

Question 29.
Ramananda tutored Kabir and made him a follower of his liberal
(a) idea
(b) social outlook
(c) big people
(d) none of these
Answer:
(b) social outlook

Question 30.
Kabir rejected the Varna and caste sÿstem without most
(a) contempt
(b) likeness
(e) love
(d) affection
Answer:
(a) contempt

Question 31.
Kabir believed………God.
(a) three
(b) two
(c) one
(d) four
Answer:
(c) one

Question 32.
Kabir was a……….poet.
(a) tutor
(b) mentor
(c) saint
(d) tecture
Answer:
(c) saint

Question 33.
Kabir’s sect is known as
(a) Kabir panth
(b) Kabir story
(c) Kabir poem
(d) Kabir sakhi
Answer:
(a) Kabir panth

Question 34.
Kabir preached no preference for…………rcligion.
(a) a few
(b) some
(c) either
(d) any
Answer:
(d any

Question 35.
Kabir preached
(a) tolerance
(b) kindness
(c) wisensess
(d) bless
Answer:
(a) tolerance

Question 36.
Kabir rejected the practice of untouchability and all divisions based on caste, creed and
(a) cart
(b) religion
(c) social Out
(d) touchability
Answer:
(b) religion

Question 37.
Kabir’s teaching is total rejection of
(a) social media
(b) social out
(c) cast-system
(d) social worker
Answer:
(c) cast-system

Question 38.
Kabir vehenently denounced
(a) worship
(b) pray
(c) untouchability
(d)God
Answer:
(c) untouchability

Question 39.
Saint Guru Nanak was greatly…………..by Kabir.
(a) influenced
(b) afflucent
(c) expedition
(d) endurance.
Answer:
(a) influenced

Question 40.
Kabir was able to convey his message of
(a) hate
(b) love
(c) kind
(d) take care
Answer:
(b) love

Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ

BSEB Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ

Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

Bihar Board Class 9 Science हमारे आस-पास के पदार्थ InText Questions and Answers

प्रश्न श्रृंखला # 01 (पृष्ठ संख्या 4)

Bihar Board Class 9 Science Solution प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन-से पदार्थ हैं-कुर्सी, वायु, स्नेह, गंध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, नींबू पानी, इत्र की सुगंध।
उत्तर:
कुर्सी, वायु, बादाम, नींबू पानी पदार्थ हैं।

Bihar Board Class 9 Science Solution In Hindi प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रेक्षण के कारण बताएँ गर्मा-गर्म खाने की गंध कई मीटर दूर से ही आपके पास पहुँच जाती है लेकिन ठंडे खाने की महक लेने के लिए आपको उसके पास जाना पड़ता है।
उत्तर:
गर्म खाने की गंध दूर तक पहुँच जाती है क्योंकि तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती है या उनकी गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है। अतः गन्ध का वायु में विसरण तेज हो जाता है।

Bihar Board Solution Class 9 Science प्रश्न 3.
स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। इससे पदार्थ का कौन-सा गुण प्रेक्षित होता है ?
उत्तर:
स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है क्योंकि पानी के कणों के बीच आकर्षण बल ठोसों की तुलना में कम होता है।

Bihar Board 9th Class Science Book Pdf In Hindi प्रश्न 4.
पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएँ होती हैं ?
उत्तर:
पदार्थ के कणों की निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं –

  1. पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है।
  2. वे निरन्तर गतिशील होते हैं, अर्थात् उनमें गतिज ऊर्जा होती है।
  3. पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।

प्रश्न श्रृंखला # 02 (पृष्ठ संख्या 6)

Bihar Board Class 9 Science Book Solutions प्रश्न 1.
किसी तत्व के द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन को घनत्व कहते हैं। (घनत्व = द्रव्यमान/आयतन) बढ़ते हुए घनत्व के क्रम में निम्नलिखित को व्यवस्थित करें-वायु, चिमनी का धुआँ, शहद, जल, चॉक, रुई और लोहा।
उत्तर:
वायु, चिमनी का धुआँ, जल, शहद, रुई, चॉक, लोहा।

Bihar Board Class 9th Science Solution प्रश्न 2.
(a) पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के गुणों में होने वाले अन्तर को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
Bihar Board Class 9 Chemistry Solutions

Bihar Board 9th Class Chemistry प्रश्न 2.
(b) निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए-दृढ़ता, संपीड्यता, तरलता, बर्तन में गैस का भरना, आकार, गतिज ऊर्जा एवं घनत्व।
उत्तर:

  1. दृढ़ता – ठोस दृढ़ होते हैं क्योंकि उनके कणों के बीच में रिक्त स्थान काफी कम व आकर्षण बल बहुत अधिक होता है। बाह्य बल लगाने पर भी ये
  2. अपने आकार को बनाये रखते हैं। अत्यधिक बल लगाने पर ये टूट सकते हैं, पर इनका आकार नहीं बदलता।
  3. संपीड्यता – बाह्य बल लगाने पर गैसों के आयतन में परिवर्तन होता है क्योंकि उसके कणों के बीच में अत्यधिक रिक्त स्थान व न्यून आकर्षण बल
  4. होता है। अतः उनकी संपीड्यता सबसे अधिक होती है।
  5. तरलता – द्रवों में बहाव होता है और इनका आकार बदलता है, इसीलिए ये दृढ़ नहीं लेकिन तरल होते हैं।
  6. बर्तन में गैस का भरना – संपीड्यता काफी अधिक होने के कारण गैस के अत्यधिक आयतन को एक कम आयतन वाले बर्तन में संपीडित किया जा
  7. सकता है व आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजा जा सकता है।
  8. आकार – ठोसों का आकार निश्चित होता है। बाहरी दाब का उनके आकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, द्रवों का आकार बदलता रहता है। जिस
  9. बर्तन में इन्हें रखा जाये ये उसका आकार ले लेते हैं। गैसों का कोई आकार नहीं होता।
  10. गतिज ऊर्जा – पदार्थ में कणों की गति के कारण जो ऊर्जा होती है वह गतिज ऊर्जा कहलाती है। पदार्थ के कण निरन्तर गतिशील रहते हैं, अर्थात्
  11. उनमें गतिज ऊर्जा होती है। तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती है। इसलिए तापमान बढ़ने से कणों की गतिज ऊर्जा भी बढ़ जाती है।
  12. घनत्व – किसी तत्व के द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन को घनत्व कहते हैं।
  13. घनत्व = द्रव्यमान/आयतन।
  14. ठोसों का घनत्व सबसे अधिक, द्रवों का ठोसों से कम व गैसों का बहुत कम होता है।

Bihar Board Class 9th Physics प्रश्न 3.
कारण बताएँ –
(a) गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है जिसमें इसे रखते हैं।
उत्तर:
गैसीय अवस्था में कणों की गति अनियमित और अत्यधिक तीव्र होती है एवं कणों के बीच रिक्त स्थान भी अधिक होता है। अत: गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है, जिसमें इसे रखते हैं।

(b) गैस बर्तन की दीवारों पर दबाव डालती है।
उत्तर:
गैस के कणों की गति अत्यधिक तीव्र एवं अनियमित होती है। इस अनियमित गति के कारण ये कण आपस में एवं बर्तन की दीवारों से टकराते हैं। बर्तन की दीवार पर गैस कणों द्वारा प्रति इकाई क्षेत्र पर लगे बल के कारण गैस का दबाव बनता है।

(c) लकड़ी की मेज ठोस कहलाती है।
उत्तर:
लकड़ी की मेज का एक निश्चित आकार, स्पष्ट सीमाएँ तथा स्थिर आयतन या नगण्य संपीड्यता होती है। बाह्य बल लगाने पर भी यह अपने आकार को बनाये रखती है। इसमें दृढ़ता होती है अतः यह ठोस कहलाती है।

(d) हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलाने के लिए हमें कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।
उत्तर:
हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं क्योंकि हवा गैसीय अवस्था में होती है। अतः उसके कणों के बीच अत्यधिक रिक्त स्थान एवं नगण्य आकर्षण बल होता है। जबकि ठोस लकड़ी दृढ़ होती है। उसके कणों के बीच बहुत कम रिक्त स्थान होता है एवं उनके बीच का आकर्षण बल बहुत अधिक होता है जिस कारण उसको तोड़ने में बहुत अधिक बल की आवश्यकता होती है।

Bihar Board 9th Class Science Book Pdf प्रश्न 4.
सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है। लेकिन आपने बर्फ के टुकड़े को जल में तैरते हुए देखा होगा। पता लगाइए, ऐसा क्यों होता है ?
उत्तर:
सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है लेकिन जल जब ठंडा होकर बर्फ बनाता है तो उसके कणों के मध्य रिक्त स्थान में वृद्धि होती है जिसके परिणामस्वरूप उसके आयतन में भी वृद्धि हो जाती है। अत: बर्फ का घनत्व जल के घनत्व से कम हो जाता है फलस्वरूप बर्फ का टुकड़ा जल पर तैरता है।

प्रश्न श्रृंखला # 03 (पृष्ठ संख्या 9)

Bihar Board Class 9 Science प्रश्न 1.
निम्नलिखित तापमान को सेल्सियस में बदलें –
(a) 300 K
(b) 573 K
हल : (a) 300 K
0°C = 273 K
300 K = 300 – 273
उत्तर:
= 27°C

(b) 573 K
573 K = 573 – 273
उत्तर:
= 300°C

Class 9 Science Notes Bihar Board प्रश्न 2.
निम्नलिखित तापमान पर जल की भौतिक अवस्था क्या होगी?
(a) 250°C
(b) 100°C.
उत्तर:
(a) 250°C पर जल वाष्प अवस्था में होगा।
(b) 100°C पर जल द्रव से वाष्प अवस्था में बदलता है। 100°C जल का क्वथनांक होता है। इस ताप पर जल वाष्प व द्रव दोनों अवस्था में होगा।

Bihar Board Class 9 Biology Solutions प्रश्न 3.
किसी भी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर क्यों रहता है ?
उत्तर:
अवस्था परिवर्तन के दौरान पदार्थ का तापमान स्थिर रहता है क्योंकि पदार्थ अवस्था परिवर्तन के दौरान ऊष्मा को अवशोषित करता है व कणों के पारस्परिक आकर्षण बल को वशीभूत करके पदार्थ की अवस्था को बदलने में इस ऊष्मा का उपयोग होता है। इस ऊष्मा को गुप्त ऊष्मा कहते हैं। तापमान में बिना किसी तरह की वृद्धि दर्शाये इस ऊष्मीय ऊर्जा को पदार्थ अवशोषित कर लेता है।

Bihar Board Class 9 Science Book प्रश्न 4.
वायुमण्डलीय गैसों का द्रव में परिवर्तन करने के लिए कोई विधि सुझाइए।
उत्तर:
वायुमण्डलीय गैसों को दाब बढ़ाकर या संपीडित करके व तापमान घटाकर द्रव में परिवर्तित किया जा सकता है।

प्रश्न श्रृंखला # 04 (पृष्ठ संख्या 11)

Bihar Board Class 9 Physics Solution प्रश्न 1.
गर्म एवं शुष्क दिन में कूलर अधिक ठंडा क्यों करता है ?
उत्तर:
गर्म एवं शुष्क दिन में तापमान की अधिकता व आर्द्रता 1 में कमी के कारण वाष्पीकरण की दर तेज होती है। वाष्पीकरण की दर अधिक होने के कारण कूलर अधिक ठंडा करता है।

Bihar Board Class 9 Physics Solutions प्रश्न 2.
गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है ?
उत्तर:
गर्मियों में तापमान अधिक होता है अतः घड़े की बाहरी सतह से जल के वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है। वाष्पीकरण के दौरान घड़े की सतह के कण घड़े के अन्दर के जल से या आसपास से ऊर्जा प्राप्त करके वाष्प में बदल जाते हैं। वाष्पीकरण की प्रसुप्त ऊष्मा के बराबर ऊष्मीय ऊर्जा घड़े के जल से अवशोषित हो जाती है, जिससे जल शीतल हो जाता है।

Bihar Board Class 9 Physics Book प्रश्न 3.
ऐसीटोन/पेट्रोल या इत्र डालने पर हमारी हथेली ठंडी क्यों हो जाती है ?
उत्तर:
जब ऐसीटोन/पेट्रोल या इत्र को हम हथेली पर गिराते हैं तो इसके कण हमारी हथेली या उसके आस-पास से ऊर्जा प्राप्त कर लेते हैं और वाष्पीकृत हो जाते हैं जिससे हथेली पर शीतलता महसूस होती है।

Bihar Board Solution Class 9 Biology प्रश्न 4.
कप की अपेक्षा प्लेट से हम गर्म दूध या चाय जल्दी क्यों पी लेते हैं ?
उत्तर:
वाष्पीकरण एक सतही प्रक्रिया है। सतही क्षेत्र बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर भी बढ़ जाती है। अतः प्लेट में गर्म दूध या चाय डालने पर वह जल्दी ठण्डी हो जाती है, क्योंकि उसकी वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है, और हम उसे जल्दी पी लेते हैं।

Bihar Board Class 9 Chemistry Solutions प्रश्न 5.
गर्मियों में हमें किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए?
उत्तर:
गर्मियों में हमें सूती कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि गर्मियों में हमें अधिक पसीना आता है। चूंकि सूती कपड़ों में जल का.अवशोषण अधिक होता है, अतः हमारा पसीना इसमें अवशोषित होकर वायुमण्डल में आसानी से वाष्पीकृत हो जाता है और हमें शीतलता मिलती है।

क्रियाकलाप 1.1 (पृष्ठ संख्या 1)

प्रश्न 1.
आपके अनुसार नमक या शर्करा का क्या हुआ ?
उत्तर:
नमक या शर्करा जल (पानी) में घुल गई।

प्रश्न 2.
ये कहाँ गायब हुए ?
उत्तर:
नमक या शर्करा को जल में घोलने पर इनके कण जल के कणों के बीच के रिक्त स्थानों में समावेशित हो जाते हैं।

प्रश्न 3.
क्या जल के स्तर में कोई बदलाव आया ?
उत्तर:
नहीं, जल के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया।

क्रियाकलाप 1.2 (पृष्ठ संख्या 2)

प्रश्न 1.
क्या जल अब भी रंगीन है ?
उत्तर:
प्रत्येक बार तनुकृत करने पर घोल का रंग हल्का होता जाता है, फिर भी पानी रंगीन नजर आता है।

क्रियाकलाप 1.3 (पृष्ठ संख्या 2)

प्रश्न 1.
अपनी कक्षा के किसी कोने में एक बुझी हुई अगरबत्ती रख दें। इसकी सुगन्ध लेने के लिए आपको इसके कितने समीप जाना पड़ता है ?
उत्तर:
बुझी हुई अगरबत्ती की सुगन्ध लेने के लिए हमें इसके एकदम समीप जाना पड़ता है।

प्रश्न 2.
अगर अगरबत्ती जला दें। क्या होता है ? क्या दूर से इसकी सुगन्ध आपको मिलती है ?
उत्तर:
अगरबत्ती जलाने पर इसका धुआँ फैलने लगता है या वायु में विसरित हो जाता है व दूर से इसकी सुगन्ध हमें मिलने लगती है।

क्रियाकलाप 1.4 (पृष्ठ संख्या 2)

प्रश्न 1.
स्याही की बूंद डालने के तुरन्त बाद आपने क्या देखा?
उत्तर:
स्याही की बूँद डालने के तुरन्त बाद जल का रंग नीला होने लगा।

प्रश्न 2.
शहद की बूंद डालने के तुरन्त बाद आपने क्या देखा?
उत्तर:
शहद की बूंद डालने के बाद जल का रंग धीरे-धीरे पीला होने लगा।

क्रियाकलाप 1.5 (पृष्ठ संख्या 3)

प्रश्न 1.
गिलास में ठोस क्रिस्टल के ठीक ऊपर क्या दिखाई देता है ?
उत्तर:
गिलास में ठोस क्रिस्टल के ठीक ऊपर क्रिस्टल के रंगीन कण जल में गति करते हुए दिखाई देते हैं।

प्रश्न 2.
समय बीतने पर क्या होता है ?
उत्तर:
समय बीतने पर कॉपर सल्फेट या पोटैशियम परमैंगनेट के कण समान रूप से पानी में वितरित हो जाते हैं।

प्रश्न 3.
इससे ठोस और द्रव के कणों के बारे में क्या पता चलता है ?
उत्तर:
इससे पता चलता है कि ठोस के कण द्रव के कणों के रिक्त स्थानों में समावेशित हो जाते हैं व पदार्थ के कण निरन्तर गतिशील होते हैं।

प्रश्न 4.
क्या तापमान के साथ मिश्रित होने की दर बदलती है ? क्यों और कैसे ?
उत्तर:
तापमान बढ़ने पर मिश्रित होने की दर तेज हो जाती है क्योंकि तापमान बढ़ने से पदार्थ के कणों की गति तेज हो जाती है। पदार्थ के कण निरन्तर गतिशील होते हैं या उनमें गतिज ऊर्जा होती है। तापमान बढ़ने से कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है व उनका विसरण या मिश्रित होना तेज हो जाता है।

क्रियाकलाप 1.6 (पृष्ठ संख्या 3)

प्रश्न 1.
किस समूह को तोड़ना आसान था ? और क्यों ?
उत्तर:
तीसरे समूह को जोड़ना आसान था क्योंकि उसमें मानव श्रृंखला के मानवों ने एक-दूसरे को केवल उँगली के सिरे से छूकर श्रृंखला बनाई थी। अतः उनके बीच न्यून बल था।

प्रश्न 2.
यदि हम प्रत्येक विद्यार्थी को पदार्थ का एक कण मानें तो किस समूह में कणों ने एक-दूसरे को अधिक बल से पकड़ रखा था ?
उत्तर:
पहले समूह ने।

क्रियाकलाप 1.7 (पृष्ठ संख्या 3)

प्रश्न 1.
लोहे की कील, चॉक व रबर बैंड में से किसके कण अधिक बल से एक-दूसरे से जुड़े हैं ?
उत्तर:
लोहे की कील के।

क्रियाकलाप 1.8 (पृष्ठ संख्या 4)

प्रश्न 1.
जल का नल खोलकर जल की धार को अपनी उँगली से काटने का प्रयास करें। क्या जल की धार कटती
उत्तर:
नहीं, जल की धार नहीं कटती।

प्रश्न 2.
जल की धार न कटने का क्या कारण है ?
उत्तर:
जल के कणों के बीच आकर्षण बल कार्य करता है जिस कारण जल की धार के कण अलग नहीं होते व धार नहीं कटती।

क्रियाकलाप 1.9 (पृष्ठ संख्या 4)

प्रश्न 1.
क्या पेन, किताब, सुई और लकड़ी की छड़ का निश्चित आकार, स्पष्ट सीमाएँ तथा स्थिर आयतन है ?
उत्तर:
हाँ, इन सभी का निश्चित आकार, स्पष्ट सीमाएँ । तथा स्थिर आयतन है।

प्रश्न 2.
इन पर हथौड़ा मारने, खींचने या गिराने से क्या होता है ?
उत्तर:
बाह्य बल लगाने पर ये सभी ठोस अपने आकार को बनाये रखते हैं। बल लगाने पर ये टूट सकते हैं लेकिन इनका आकार नहीं बदलता।

प्रश्न 3.
क्या इनका एक-दूसरे में विसरण सम्भव है ?
उत्तर:
नहीं, इनका एक-दूसरे में विसरण सम्भव नहीं है, क्योंकि इनके कणों के बीच रिक्त स्थान बहुत न्यून होता है।

प्रश्न 4.
बल लगाकर इनको सम्पीडित करने का प्रयास करें। क्या इनका संपीडन होता है ?
उत्तर:
इनका संपीडन नहीं होता। ये दृढ़ होते हैं।

क्रियाकलाप 1.10 (पृष्ठ संख्या 5)

प्रश्न 1.
जल, खाना पकाने का तेल, दूध, जूस, शीतल पेय को फर्श पर डाल देने पर क्या होगा ?
उत्तर:
इन द्रवों को फर्श पर डाल देने पर ये बहने लगते हैं।

प्रश्न 2.
किसी एक द्रव का 50 ml मापकर विभिन्न बर्तनों में क्रमशः एक-एक करके डालें। क्या प्रत्येक बार आयतन एकसमान रहता है ?
उत्तर:
हाँ, प्रत्येकं बार आयतन एकसमान रहता है।

प्रश्न 3.
क्या द्रव का आकार एकसमान रहता है ?
उत्तर:
नहीं, जिस बर्तन में इसे रखा जाए यह उसी का आकार ले लेता है।

प्रश्न 4.
द्रव को एक बर्तन से दूसरे बर्तन में उड़लने पर क्या यह आसानी से बहता है ? ..
उत्तर:
हाँ, यह तरल होने के कारण आसानी से बहता है।

क्रियाकलाप 1.11 (पृष्ठ संख्या 5)

प्रश्न 1.
आपने क्या देखा ? किस स्थिति में पिस्टन आसानी से अन्दर चला गया ?
उत्तर:
हमने देखा कि हवा भरी सिरिंज का पिस्टन बहुत आसानी से अन्दर चला गया व जल व चॉक भरी सिरिंज के पिस्टन को दबाना मुश्किल था।

प्रश्न 2.
अपने प्रेक्षण से आपने क्या अनुमान लगाया ?
उत्तर:
अपने प्रेक्षण से हमने यह अनुमान लगाया कि ठोसों एवं द्रवों की तुलना में गैसों की संपीड्यता काफी अधिक होती है।

क्रियाकलाप 1.12 (पृष्ठ संख्या 8)

प्रश्न 1.
उपर्युक्त क्रियाकलाप से आप क्या निष्कर्ष निकालते हैं ?
उत्तर:
उपर्युक्त क्रियाकलाप में अमोनियम क्लोराइड या कपूर द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस और वापस ठोस में बदल जाता है। अतः इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि कपूर ऊर्ध्वपातित होता है।

क्रियाकलाप 1.14 (पृष्ठ संख्या 10)

प्रश्न 1.
वाष्पीकरण के निम्नलिखित तथ्यों के बारे में आप क्या अनुमान लगा सकते हैं ? तापमान का प्रभाव, सतह का क्षेत्र और वायु की चाल।
उत्तर:
तापमान का प्रभाव – तापमान में वृद्धि से जल के अधिक कणों में पर्याप्त गतिज ऊर्जा मिलती है, जिससे वे वाष्पीकृत हो जाते हैं।
सतह का क्षेत्र – सतही क्षेत्र बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर भी बढ़ जाती है।
वायु की चाल – वायु के तेज होने से जलवाष्प के कण वायु के साथ उड़ जाते हैं जिससे आसपास के जलवाष्प की मात्रा घट जाती है। अतः वाष्पीकरण की दर तेज हो जाती है।

Bihar Board Class 9 Science हमारे आस-पास के पदार्थ Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
निम्नलिखित तापमानों को सेल्सियस इकाई में परिवर्तित करें
(a) 300 K
(b) 573 K
हल : (a) 300 K
0°C = 273 K
300 K = 300 – 273
उत्तर:
= 27°C

(b) 573 K
273 K = 0°C
573 K = 573 – 273
उत्तर:
= 300°C

प्रश्न 2.
निम्नलिखित तापमानों को केल्विन इकाई में परिवर्तित करें
(a) 25°C
(b) 373°C.
हल : (a) 25°C
0°C = 273 K
अतः 25°C = 25 + 273
उत्तर:
= 298K

(b)373°C
0°C = 273 K
अतः 373°C = 373 + 273
उत्तर:
= 646 K

प्रश्न 3.
निम्नलिखित अवलोकनों हेतु कारण लिखें –
(a) नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह समय के साथ कुछ भी ठोस पदार्थ छोड़े बिना अदृश्य हो जाती है।
(b) हमें इत्र की गंध बहुत दूर बैठे हुए भी पहुँच जाती है।
उत्तर:
(a) नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह ऊर्ध्वपातित हो जाती है, अर्थात् यह द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस में परिवर्तित हो जाती है।
(b) इत्र के कण वायु में मिल जाते हैं और विसरित होकर हम तक पहुँचते हैं। इत्र के कणों की तेज गति और अत्यधिक रिक्त स्थानों के कारण उनका वायु में विसरण बहुत तीव्रता से होता है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित पदार्थों को उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण के अनुसार व्यवस्थित करें
(a) जल
(b) चीनी
(c) ऑक्सीजन।
उत्तर:
पदार्थों का उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण का क्रम –
ऑक्सीजन < जल < चीनी

प्रश्न 5.
निम्नलिखित तापमानों पर जल की भौतिक अवस्था क्या है –
(a) 25°C
(b) 0°C
(c) 100°C
उत्तर:
(a) 25°C पर द्रव अवस्था।
(b) 0°C पर द्रव व ठोस दोनों अवस्थाएँ सम्भव हैं।
(c) 100°C पर द्रव व गैस दोनों अवस्थाएँ सम्भव हैं।

प्रश्न 6.
पुष्टि हेतु कारण दें –
(a) जल कमरे के ताप पर द्रव है।
(b) लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है।
उत्तर:
(a) जल कमरे के ताप पर द्रव है क्योंकि इसका एक निश्चित आयतन है व इसमें बहाव है।
(b) लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है क्योंकि इसका एक निश्चित आकार व आयतन है। इसमें जल की भाँति बहाव नहीं है।

प्रश्न 7.
273K पर बर्फ को ठंडा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठंडा करने पर शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है?
उत्तर:
273 K या 0°C पर ठंडा करने पर बर्फ, जल की तुलना में ज्यादा शीतलता प्रदान करती है, क्योंकि वह जल में परिवर्तित होने के लिए संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा जितनी ऊष्मा अवशोषित करती है। जबकि 273 K पर जल की अवस्था में परिवर्तन नहीं होता। अतः यह बर्फ की तुलना में कम ऊर्जा अवशोषित करता है।

प्रश्न 8.
उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है ?
उत्तर:
भाप से उबलते हुए जल की तुलना में जलने की तीव्रता अधिक महसूस होती है क्योंकि भाप के कणों में उसी तापमान पर पानी के कणों की अपेक्षा अधिक ऊर्जा होती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि भाप के कणों ने वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा के रूप में अतिरिक्त ऊष्मा अवशोषित कर ली है।

प्रश्न 9.
निम्नलिखित चित्र के लिए A,B,C,D, E तथा F की अवस्था परिवर्तन को नामांकित करें –
Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ
उत्तर:
A – संगलन
B – वाष्पीकरण
C – संघनन
D – जमना
E – ऊर्ध्वपातन
F – ऊर्ध्वपातन।

Bihar Board Class 9 History Solutions Chapter 7 विश्वशांति के प्रयास

Bihar Board Class 9 Social Science Solutions History इतिहास : इतिहास की दुनिया भाग 1 Chapter 7 विश्वशांति के प्रयास Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.

BSEB Bihar Board Class 9 Social Science History Solutions Chapter 7 विश्वशांति के प्रयास

Bihar Board Class 9 History विश्वशांति के प्रयास Text Book Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न :

Bihar Board Solution Class 9 Social Science प्रश्न 1.
राष्ट्रसंघ के सचिवालय का प्रधान कार्यालय
(क) न्यूयार्क में था
(ख) पेरिस में था
(ग) जेनेवा में था
(घ) बर्लिन में था
उत्तर-
(ग) जेनेवा में था

Bihar Board Class 9th History Solution प्रश्न 2.
इसमें कौन राष्ट्रसंघ का सदस्य नहीं था?
(क) इंग्लैण्ड
(ख) संयुक्त राज्य अमेरिका
(ग) फ्रांस
(घ) जर्मनी
उत्तर-
(ख) संयुक्त राज्य अमेरिका

Bihar Board Solution Class 9 History प्रश्न 3.
राष्ट्रसंघ की स्थापना का मूल उद्देश्य था
(क) द्वितीय विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि तैयार करना
(ख) भविष्य में युद्ध रोकना
(ग) राष्ट्रों के बीच मतभेद उत्पन्न करना
(घ) इनमें से कुछ नहीं।
उत्तर-
(ग) राष्ट्रों के बीच मतभेद उत्पन्न करना

Bihar Board Class 9 History Book Solution प्रश्न 4.
राष्ट्रसंघ की स्थापना किस वर्ष हुई ?
(क) 1945
(ख) 1925
(ग) 1920
(घ) 1895
उत्तर-
(ग) 1920

Bihar Board 9th Class History Book प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से कौन संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी है ?
(क) आर्थिक और सामाजिक परिषद्
(ख) अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
(ग) संरक्षण परिषद्
(घ) अंतर्राष्ट्रीय मजदूर संघ
उत्तर-
(ग) संरक्षण परिषद्

Class 9 History Bihar Board प्रश्न 6.
संयुक्त राष्ट्रसंघ का मुख्यालय कहाँ अवस्थित है ?
(क) जेनेवा
(ख) वाशिंगटन डी० सी०
(ग) न्यूयार्क
(घ) लंदन
उत्तर-
(ख) वाशिंगटन डी० सी०

Bihar Board Class 9 Economics Solution प्रश्न 7.
संयुक्त राष्ट्रसंघ का किस सम्मेलन का सफल परिणाम था ?
(क) डाम्बस्टन ओक्स
(ख) सैन फ्रांसिस्को
(ग) जेनेवा
(घ) पेरिस
उत्तर-
(ख) सैन फ्रांसिस्को

Bihar Board Class 9 Civics Solution प्रश्न 8.
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्रसंघ के कितने सदस्य हैं ?
(क) 111
(ख) 192
(ग) 190
(घ) 290
उत्तर-
(ख) 192

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

Bihar Board Class 9 Civics Solution प्रश्न 1.
सुरक्षा परिषद् में कितने स्थायी और अस्थायी सदस्य हैं ?
उत्तर-
सुरक्षा परिषद् में 5 स्थायी तथा 10 अस्थायी सदस्य हैं।

Bihar Board Class 9 History प्रश्न 2.
राष्ट्रसंघ का सबसे प्रमुख अंग कौन है ?
उत्तर-
आमसभा संयुक्त राष्ट्रसंघ का सबसे प्रमुख अंग है।

Bihar Board Class 9 History Book प्रश्न 3.
संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना किस तिथि को हुई ?
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 ई० को हुई।

Bihar Board Class 9 Geography Solutions प्रश्न 4.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के वर्तमान महासचिव कौन हैं ?
उत्तर-
वर्तमान महासचिव बानकी मून हैं।

Bihar Board 9th Class Social Science Book Pdf प्रश्न 5.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के चार्टर में कितनी धाराएँ हैं ?
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ के चार्टर में 111 धाराएँ हैं।

Bihar Board Class 9 Social Science Solution प्रश्न 6.
सुरक्षा परिषद् के अस्थाई सदस्यों की कितनी संख्याएँ है ?
उत्तर-
10 अस्थाई सदस्य हैं।

Bihar Board Class 9th Economics Solution प्रश्न 7.
संयुक्त राष्ट्रसंघ का प्रधान अधिकारी क्या कहलाता है ?
उत्तर
संयुक्त राष्ट्रसंघ का प्रधान अधिकारी महासचिव कहलाता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

Bihar Board Class 9 History Solution प्रश्न 1.
राष्ट्रसंघ की स्थापना किस प्रकार हुई ?
उत्तर-
प्रथम विश्वयुद्ध (1919 ई०) की समाप्ति के बाद पेरिस में हुए शांति-सम्मेलन में राष्ट्र-संघ की स्थापना की नींव पड़ी । इसका मुख्य श्रेय अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बुड्रो विल्सन को जाता है। जिन्होंने अपने ’14 सूत्री’ प्रस्तावों में किसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थान की स्थापना की अनिवार्यता पर बल दिया जिसके द्वारा विश्व के राज्यों में आपसी झगड़े शान्तिपूर्वक निपटाए जा सके और राष्ट्रीय मामलों पर विचार किया जा सके। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रमुख राष्ट्रों ने मिलकर राष्ट्रसंघ की स्थापना 10 जून, 1920 ई० को की।

Bihar Board Class 9th Social Science Solution प्रश्न 2.
राष्ट्रसंघ निःशस्त्रीकरण के प्रश्न को सुलझाने में क्यों असफल रहा?
उत्तर-
राष्ट्रसंघ अपने उद्देश्य की पूर्ति में असफल रहा । भावी युद्ध रोकने के लिए नि:शस्त्रीकरण की आवश्यकता थी। जर्मनी, इटली और जापान अपनी सैनिक शक्ति में लगातार वृद्धि कर रहे थे । अमेरिका रूस, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैण्ड आदि शक्तिशाली देश एक दूसरे को संदेह की दृष्टि से देख रहे थे। सभी देश अपने को अस्त्र-शस्त्र से सम्पन्न करने में प्रयासरत थे । ऐसी स्थिति में शक्तिहीन एवं निर्बल संस्था निःशस्त्रीकरण के प्रश्न पर मूक दर्शक बनकर रह गयी।

Social Science Class 9 Bihar Board प्रश्न 3.
राष्ट्रसंघ किन कारणों से असफल रहा ? किन्हीं 4 कारणों को बतावें।
उत्तर-
राष्ट्रसंघ की असफलता के चार कारण अग्रलिखित हैं
(i) शक्तिशाली राष्ट्रों का अलगाव-यद्यपि राष्ट्रसंघ की स्थापना में अमेरिका की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही थी तथापि वह स्वयं इसका सदस्य नहीं बना । अतः राष्ट्रसंघ को विश्व के महान शक्तिशाली राष्ट्र का समर्थन नहीं मिला । आरम्भ में रूस भी इससे अलग था अतः शक्तिशाली राष्ट्रों का अलगाव भी इसकी असफलता का कारण बना ।

(ii) राष्ट्रसंघ का दुरुपयोग-राष्ट्रसंघ की नीतियों एवं उद्देश्यों को सफल बनाना कम वरन् अपने साम्राज्यवादी एवं पूँजीवादी हितों को पूरा करना अधिक था इन उद्देश्यों को पूरा करने में राष्ट्रसंघ का दुरुपयोग किया गया।

(iii) विश्व आर्थिक मंदी-1929-30 की आर्थिक मंदी ने सभी राष्ट्रों को अपने देश की आर्थिक हितों की चिंता थी । अत: परस्पर सहयोग की भावना नहीं रही।

(iv) राष्ट्रसंघ के गठन में दोष-शक्तिशाली देश केवल अपने हितों की सुरक्षा में लगे रहते थे। यह भी एक कारण था असफलता का ।

प्रश्न 4.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के उद्देश्यों एवं सिद्धान्तों को लिखें।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ के निम्नलिखित उद्देश्य थे-

  • शांति स्थापना करना
  • संसार के राष्ट्रों के मध्य मैत्रीपूर्ण संबंध बनाना।
  • विभिन्न राष्ट्रों की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक समस्याओं का समाधान करना ।
  • U.N.O को ऐसा केन्द्र बनाना जहाँ उपर्युक्त सभी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए की जानेवाली कार्यवाही में तालमेल स्थापित किया जा सके।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के सिद्धान्त-

  • राष्ट्रों की समानता के सिद्धान्त पर यह संस्था आधारित रहेगी।
  • प्रत्येक सदस्य राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्रसंघ के घोषणापत्र (Charter) का स्वागत करेगा।
  • सभी राष्ट्र अपने झगड़ों का निबटारा शांतिपूर्ण ढंग से करेंगे।
  • संस्था के सदस्य किसी अन्य राष्ट्र की स्वतंत्र को विनष्ट नहीं करेंगे।
  • संयुक्त राष्ट्रसंघ किसी भी राष्ट्र के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
  • शांति भंग करने वाले देश के विरुद्ध कार्यवाही करेगी।

प्रश्न 5.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के गैर राजनीतिक कार्य कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-
गैर राजनीतिक क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्रसंघ ने निम्नलिखित कार्य किए हैं

  • संयुक्त राष्ट्रसंघ ने बालसंकट कोष की स्थापना कर विश्व के विभिन्न सदस्य राष्ट्रों में बच्चों को शिक्षा, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा आदि की महत्त्वपूर्ण व्यवस्था की है।
  • स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से संबद्ध क्षेत्र में भी विश्व के अनेक राष्ट्रों को संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य संगठन द्वारा सहायता प्रदान किया है।
  • अपनी विशिष्ट संस्थाओं द्वारा इसने बालकों श्रमिकों तथा स्त्रियों की स्थिति में सुधार लाने का प्रयास किया।
  • विश्व में होने वाली प्राकृतिक आपदाओं से उत्पन्न समस्याओं को दूर करने जैसे-पुनर्वास कार्य, संक्रामक बीमारियों को रोकने एवं आर्थिक क्षतिपूर्ति में संयुक्त राष्ट्रसंघ की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।

प्रश्न 6.
संयुक्त राष्ट्रसंघ की किन्हीं चार राजनैतिक सफलताओं का उल्लेख करें।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ के निम्नलिखित राजनैतिक सफलताएँ हैं

  • रूस-ईरान विवाद-ईरान में रूसी सेना जमी हुई थी। 1946 ई० में ईरान ने इसकी शिकायत सुरक्षा परिषद में की। संयुक्त राष्ट्रसंघ के हस्तक्षेप के बाद रूस ने ईरान से अपनी सेना हटा ली।
  • कोरिया का संकट-उत्तरी (रूसी प्रभाव क्षेत्र) और दक्षिणी (अमेरिकी प्रभाव क्षेत्र) में बंटा था। 1950 ई0 में उत्तरी कोरिया ने दक्षिणी कोरिया पर आक्रमण कर दिया । लंबे समय तक युद्ध चला पर 1953 ई० में दोनों पक्षों में संयुक्त राष्ट्रसंघ संधि कराने में सफल हो गया ।
  • स्वेज संकट-1956 ई० में स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया । अतः ब्रिटेन तथा फ्रांस इसके विरूद्ध हो गए । इजरायल ने मिस्र पर आक्रमण कर दिया । इग्लैंड तथा फ्रांस भी इसमें कूद पड़ा। संयुक्त राष्ट्रसंघ के हस्तक्षेप से शांति-व्यवस्था स्थापित की गई।
  • भारत-पाक युद्ध-1965 ई० में भारत-पाकिस्तान युद्ध बंद कराने हेतु संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ठोस कदम उठाए ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
राष्ट्रसंघ के स्थापना की परिस्थितियों का वर्णन करें।
उत्तर-
प्रथम विश्वयुद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय झगड़ों के शांतिपूर्ण हल एवं विश्वशांति की स्थापना के उद्देश्य से राष्ट्रसंघ की स्थापना की गयी । यह अमेरिका के राष्ट्रपति बुडरो विल्सन के दिमाग की उपज था । 1918 ई० में उन्होंने विश्वशांति की स्थापना के लिए चौदह-सूत्री सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। इसके चौदहवें सूत्र में विश्वशांति बनाए रखने के लिए राष्ट्रों की संगठन की बात कही। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान ही अनेक राजनीतिज्ञ इस प्रकार के संगठन की स्थापना पर बल दे रहे थे । ऐसे राजनीतिज्ञों में प्रमुख थे-ब्रिटेन के रॉबर्ट सेसिल, दक्षिण अफ्रीका के जान स्मट्स तथा फ्रांस के लियों बुर्जियो । इन सभी के सम्मिलित प्रयास से विभिन्न योजनाओं को मिलाकर 10 जून 1920 ई० को राष्ट्रसंघ (League of Nation) की स्थापना हुई।

प्रश्न 2.
राष्ट्रसंघ किन कारणों से असफल रहा, वर्णन करें।
उत्तर-
राष्ट्रसंघ की असफलता के चार कारण अग्रलिखित हैं
(i) शक्तिशाली राष्ट्रों का अलगाव-यद्यपि राष्ट्रसंघ की स्थापना में अमेरिका की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही थी तथापि वह स्वयं इसका सदस्य नहीं बना । अतः राष्ट्रसंघ को विश्व के महान शक्तिशाली राष्ट्र का समर्थन नहीं मिला । आरम्भ में रूस भी इससे अलग था अतः शक्तिशाली राष्ट्रों का अलगाव भी इसकी असफलता का कारण बना ।

(ii) राष्ट्रसंघ का दुरुपयोग-राष्ट्रसंघ की नीतियों एवं उद्देश्यों को सफल बनाना कम वरन् अपने साम्राज्यवादी एवं पूँजीवादी हितों को पूरा करना अधिक था इन उद्देश्यों को पूरा करने में राष्ट्रसंघ का दुरुपयोग किया गया।

(iii) विश्व आर्थिक मंदी-1929-30 की आर्थिक मंदी ने सभी राष्ट्रों को अपने देश की आर्थिक हितों की चिंता थी । अत: परस्पर सहयोग की भावना नहीं रही।

(iv) राष्ट्रसंघ के गठन में दोष-शक्तिशाली देश केवल अपने हितों की सुरक्षा में लगे रहते थे। यह भी एक कारण था असफलता का ।

प्रश्न 3.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के उद्देश्यों एवं सिद्धान्तों की प्रासंगिकता बतावें।
उत्तर-

संयुक्त राष्ट्रसंघ के निम्नलिखित उद्देश्य थे-

  • शांति स्थापना करना
  • संसार के राष्ट्रों के मध्य मैत्रीपूर्ण संबंध बनाना।
  • विभिन्न राष्ट्रों की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक समस्याओं का समाधान करना ।
  • U.N.O को ऐसा केन्द्र बनाना जहाँ उपर्युक्त सभी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए की जानेवाली कार्यवाही में तालमेल स्थापित किया जा सके।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के सिद्धान्त-

  • राष्ट्रों की समानता के सिद्धान्त पर यह संस्था आधारित रहेगी।
  • प्रत्येक सदस्य राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्रसंघ के घोषणापत्र (Charter) का स्वागत करेगा।
  • सभी राष्ट्र अपने झगड़ों का निबटारा शांतिपूर्ण ढंग से करेंगे।
  • संस्था के सदस्य किसी अन्य राष्ट्र की स्वतंत्र को विनष्ट नहीं करेंगे।
  • संयुक्त राष्ट्रसंघ किसी भी राष्ट्र के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
  • शांति भंग करने वाले देश के विरुद्ध कार्यवाही करेगी।

(संपूर्ण) तथा प्रासंगिकता–संयुक्त राष्ट्र संघ के उपर्युक्त उद्देश्य एवं सिद्धान्तों में विश्वशांति, सुरक्षा एवं सहअस्तित्व के भाव निहित है । यह निश्चित रूप से ‘विश्वबंधुत्व’ एवं ‘समानता’ कायम करने में सहायक है। विश्व के अधिकांश राष्ट्रों का एक झंडे तले आना यह सिद्ध करता है कि इसके सिद्धान्त एवं उद्देश्य आज भी उतने ही प्रासंगिक एवं विश्वसनीय हैं जितने कि इसकी स्थापना के समय थे। वर्तमान में इसके 192 सदस्य हैं। मांटेनिग्रों इसका नवीनतम (192वाँ) सदस्य है जिसने 2006 में इसकी सदस्यता ग्रहण की।

प्रश्न 4.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रमुख अंगों की भूमिका का वर्णन करें।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ के 6 प्रमुख अंग हैं, जिनका कार्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक राजनीतिक, आर्थिक एवं अन्य क्षेत्रों में योगदान करना है। ये प्रमुख अंग निम्नलिखित हैं-

(i) आमसभा-यह संयुक्त राष्ट्र का सबसे प्रमुख अंग है। इसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं तथा प्रत्येक सदस्य राष्ट्र को मत देने एवं वाद विवाद में भाग लेने का अधिकार है । इसकी बैठक वर्ष में एक बार होती है। सभी प्रमुख कार्य इसी अंग के द्वारा हाता है। जैसे-राष्ट्रों को सदस्यता देना तथा सदस्यता छीन लेना शामिल है। इसमें महासचिव का निर्वाचन तथा अन्य आर्थिक मुद्दों पर निर्णय लेना इसका कार्य है।

(ii) सुरक्षा परिषद्-यह इकाई अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए 5 स्थायी और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं।

(iii) आर्थिक और सामाजिक परिषद्-यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं स्वास्थ्य से संबंधि त मामलों पर अध्ययन करती है एवं इससे संबंधित विभिन्न सूचनाएँ सुरक्षा परिषद के प्रार्थना पर उसे प्रदान करती है । इसके अलग-अलग समूह विश्व स्तर पर कार्यरत हैं।

जैसे -(क) यूनीसेफ (UNICEF)-United Nations Children’s Fund (बाल सहायता कोष)।
(ख) यूनेस्को (UNESCO)United Nations Educational, Scientific and cultural Organisation (संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, विज्ञान एवं सांस्कृतिक संगठन) ।
(ग) अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन [(ICO)-International Labour organisation.]

(iv) न्यास परिषद-यह अंग उन प्रदेशों में जहाँ अभी तक पूर्ण स्वायत्त शासन नहीं है, उनके निवासियों के हितों की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यास का कार्य करती है। जैसे-प्रशान्त महासागर में स्थित माइक्रोनेशीया के 4 द्वीप समूह इसी संगठन के निर्देश पर संयुक्त राज्य अमेरिका के शासन में है । इस संगठन के 4 उद्देश्य हैं-
(क) अंतर्राष्ट्रीय शांति तथा सुरक्षा को बढ़ावा देना
(ख) लोगों के स्वशासन तथा स्वतंत्रता के क्रमिक विकास में सहायता करना ।
(ग) मानवीय अधिकारों एवं स्वतंत्रता के प्रति आस्था बढ़ाना ।
(घ) सामाजिक आर्थिक और वाणिज्य संबंधी मामलों में समानता का व्यवहार करना ।

(v) अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय-यह कानूनी संस्था है। इसमें सर्वोच्च अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय भी है जो नीदरलैंड के ‘हेग’ शहर में है।

(vi) सचिवालय-इसका प्रधान प्रशासनिक अधिकारी महासचिव है। इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयार्क शहर में स्थित है।

प्रश्न 5.
संयुक्त राष्ट्रसंघ की महत्ता को रेखांकित करें।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना 1945 ई० में हुई थी। अपनी स्थापना के समय से अब तक संयुक्त राष्ट्रसंघ ने विश्व राजनीति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने अनेक राजनीतिक विवादों का शांतिपूर्ण समाधान निकाला है। आज संसार दो शक्तिशाली गुटों में विभाजित है। संयुक्त राष्ट्रसंघ दोनों के बीच सामंजस्य एवं सद्भाव स्थापित करने की कोशिश में लगा रहता है।

इसकी महत्ता इस बात पर आंकी जा सकती है कि इसने अनेक विवादास्पद मामलों में भी हस्तक्षेप किया है। अरब इजरायल संघर्ष, खाड़ी युद्ध, आफगानिस्तान की समस्या, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया की स्वतंत्रता आदि प्रश्नों पर संयुक्त राष्ट्रसंघ के हस्तक्षेप और सूझबूझ से अभी तक तृतीय विश्वयुद्ध नहीं हो सका है। यही इसकी सबसे बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है, जो इसको श्रेष्ठतम महत्ता प्रदान करती है।

इसके अतिरिक्त उपनिवेशवाद और. साम्राज्यवाद की समाप्ति में सहयोग प्रदान किया । इसने मानवाधिकारों की सुरक्षा एवं मानव-कल्याण के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कार्य किये। अपनी विशिष्ट संस्थाओं द्वारा इसने बालकों, श्रमिकों तथा स्त्रियों की स्थिति में सुधार लाने का प्रयास किया है । शिक्षा, कला एवं संस्कृति के विकास को प्रोत्साहन दिया है। संक्रामक रोगों एवं महामारियों को रोकने तथा चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने का काम भी किया गया है । इस प्रकार इसका अभी भी काफी महत्त्व है।

Bihar Board 9th English Reader Objective Answers Chapter 7 Saint Ravidas

Bihar Board 9th English Objective Questions and Answers

BSEB Bihar Board 10th English Reader Objective Answers Chapter 7 Saint Ravidas

 

Question 1.
Saint Ravidas was born in the village
(a) Chittoor
(b) Mandoor Garh
(c) Jaipur
(d) Jodhpur
Answer:
(b) Mandoor Garh

Question 2.
Saint Ravidas was cobbler by
(a) town
(b) family
(c) birth
(d) country
Answer:
(c) birth

Question 3.
Ravidas was born on
(a) Sunday
(b) Monday
(c) Wednesday
(d) Saturday
Answer:
(a) Sunday

Question 4.
Ravidas was a great non-Brahmin………..
(a) Pandit
(b) Piety
(c) vice
(d) saint
Answer:
(d) saint

Question 5.
Ravidas was a man of virtue with piety and ………… attainments
(a) traditional
(b) spiritual
(c) professional
(d) thinking
Answer:
(b) spiritual

Question 6.
The……..took ‘ ‘deeksha’ ’ from Ravidas
(a) Mirabaai
(b) Queen Jhansi
(c) Queen Jhali
(d) Queen Elizabeth
Answer:
(c) Queen Jhali

Question 7.
The queen Jhali of chitoor, a disciple of saint Ravidas had sent on impressive procession from chittoor to……..to honour saint Ravidas.
(a) Banaras
(b) Agra
(c) Lucknow
(d) Kanpur
Answer:
(a) Banaras

Question 8.
At that time, untouchability was in practised in full
(a) Casteism
(b) vigour
(c) absurd
(d) saint
Answer:
(b) vigour

Question 9.
Ravidas was a great
(a) Vice
(b) quality
(c) unifier
(d) piety
Answer:
(c) unifier

Question 10.
Ravidas stood on universal
(a) brotherhood
(b) childhood
(c) father-hood
(d) Mother-hood
Answer:
(a) brotherhood

Question 11.
Ravidas was born in the village Mandoor Garh on the outskirts of
(a) Allahabad
(b) Kashi
(c) Delhi
(d) Madhura
Answer:
(b) Kashi

Question 12.
An impressive procession came from
(a) Jaipur
(b) Jhansi
(c) Delhi
(d) Chittor
Answer:
(d) Chittor

Question 13.
The expensive presents and variety of fruits were sent
by the queen of
(a) ihanshi
(b) Jaipur
(c) Chittor
(d) Jodhpur
Answer:
(c) Chittor

Question 14.
The presents were for a pou per who was the saint of
(a) people
(b) public
(c) the time
(d) saints
Answer:
(d) saints

Question 15.
The present were embodiment of virtue aùd
(a) vice
(b) quality
(C) piety
(d) saint
Answer:
(c) piety

Question 16.
The procesšion came to Banaras and stopped before a
(a) big palace
(b) hut
(c) temple
(d) pandits
Answer:
(b) hut

Question 17.
The small hut was the sacred of the godly:
(a) Sadhu
(b) Ravidas
(c) Cobbler
(d) Pandit
Answer:
(b) Ravidas

Question 18.
This was a period of
(a) darkness
(b) brighness
(c) bright
(d) none of these
Answer:
(a) darkness

Question 19.
Ravidas was one of the disciples of swami
(a) Ramcharan
(b) Ramdas
(c) Ramanand
(d) Guru Nanak
Answer:
(c) Ramanand

Question 20.
Expensive presents were sent by queen Jhali of
(a) Bijnor
(b) Ujjain
(c) Jaipur
(d) Chittoor
Answer:
(d) Chittoor

Question 21.
Ravidas waged a relentless war on
(a) brotherhood
(b) unity
(e) caste and casteism
(d) virtue
Answer:
(e) caste and casteism

Question 22.
Ravidas showed utter disregard for
(a) poverty
(b) money
(c) comforts
(d) equality
Answer:
(b) money

Question 23.
Ravidas lived and died for
(a) power
(b) money
(c) mankind
(d) self-respect
Answer:
(c) mankind

Question 24.
They went there to honour and reverse the………there.
(a) saint
(b) queen
(e) prince
(d)king
Answer:
(a) saint

Question 25.
The small hut was the sacred abode of………
(a) Kabir
(b) Swami Ramananda
(c) Ravidas
(d) Rahim
Answer:
(c) Ravidas

Question 26.
Ravidas waged a………..war on caste and casteism.
(a) Fruitless
(b) limitless
(c) relentless
(d) unholy
Answer:
(c) relentless

Question 27.
Ravidas had utter disregard………..money
(a) with
(b) from
(c) for
(d) into
Answer:
(a) with

Question 28.
Ravidas is also called
(a) Raidas
(b) Gopaldas
(c) Swamidas
(d) Muktadas
Answer:
(c) Swamidas

Question 29.
Ravidas was swami Ramanda’s……….
(a) disciple
(b) friend
(c) priest
(d) guide
Answer:
(a) disciple

Question 30.
Among his disciples were poetess Mirabai and…………of chittoor.
(a) Mirabaai
(b) Rani Jhali
(c) Ninagupta
(d) Radha
Answer:
(b) Rani Jhali

Question 31.
Ravidas’s central teaching was that be who worships God becomes a………….
(a) Guru Granth Sahib
(b) Casteism
(c) Man of God
(d) Ram Nam
Answer:
(c) Man of God

Question 32.
According to Ravidas high and low castes are meaningless and …….
(a) absurd
(b) casteism
(c) reform
(d) None of God
Answer:
(a) absurd

Question 33.
Ravidas waged a relantless war on caste and………….
(a) vice
(b) quality
(c) cateism
(d) piety
Answer:
(c) cateism

Question 34.
Ravidas verses are in the
(a) Guru Grandh sahib
(b) Bible
(c) Ramayana
(d)Gita
Answer:
(a) Guru Grandh sahib

Question 35.
Ravidas’s alchemy was ………… and the goodness of man high or low.
(a) Krishna
(b) Rannam
(c) Ram
(d) Sri om
Answer:
(b) Rannam

Pick out the suitable option.

Question 36.
To change metal into gold.
(a) Caparisoned
(b) alchemy
(c) potentate
(d) prejudices
Answer:
(b) alchemy

Question 37.
Opinion
(a) prejudices
(b) castigated
(c) potentate
(d) caparisoned
Answer:
(a) prejudices

Question 38.
Criticizing
(a) alchemy
(b) prejudices
(c) castigated
(d) potentate
Answer:
(c) castigated

Question 39.
Powerful
(a) caparisoned
(b) alchemy
(c) prejudices
(d) potentate
Answer:
(d) potentate

Question 40.
Ornamental covering for horse or elephant
(a) Caparisoned
(b) potentate
(c) alchemy
(d) castigated
Answer:
(a) Caparisoned

Bihar Board Class 9 Hindi Solutions पद्य Chapter 4 पलक पाँवड़े

Bihar Board Class 9 Hindi Book Solutions Godhuli Bhag 1 पद्य खण्ड Chapter 4 पलक पाँवड़े Text Book Questions and Answers, Summary, Notes.

BSEB Bihar Board Class 9 Hindi Solutions पद्य Chapter 4 पलक पाँवड़े

Bihar Board Class 9 Hindi पलक पाँवड़े Text Book Questions and Answers

पलक पावड़े कविता का अर्थ Bihar Board Class 9 प्रश्न 1.
कवि को भोर क्यों भा रहा है?
उत्तर-
भारत स्वाधीन हो चुका है। प्रथम सूर्योदय का प्रहर है इसीलिए कवि को भोर अच्छा लग रहा है, मन को भा रहा है। कवि आजादी के इस पावन भोर पर मन ही मन प्रसन्न है और इसकी सुंदरता उसके हृदय को पुलकित कर रही है। इस भोर के पावन बेला में कवि अतिशय प्रसन्न है। सारी जनता प्रसन्नता का अनुभव कर रही है। सारा राष्ट्र आज चिरप्रसन्न होकर आनंदमय सुहावन भोर के अवसर पर अपने-आपको धन्य-धन्य मान रहा है।

Palak Pawde Meaning In Hindi Bihar Board Class 9 प्रश्न 2.
‘रोली भरी थाली’ का क्या आशय है?
उत्तर-
प्रकृति के मनोहारी रूप का कवि अपनी कविता में चित्रण कर रहा है। प्रकृति के रूपों का प्रतीक में प्रयोग कर कवि अपने भावों को मूर्त रूप देने में सफल रहा है। जब प्रात:काल में सूरज पूरब दिशा में उगता है तब आकाश लालिमामय दृष्टिगत होता है और प्रतीत होता है कि आकाश रूपी थाली में रोली भरा हुआ है। यहाँ कवि प्रतीक प्रयोग कर प्रात:कालीन सूर्योदय की सुषमा और आकाश का रूपक-चित्र प्रस्तुत किया है। इस प्रकार छायावादी भाव भी इस कविता में प्रकट हो रहा है। कवि प्रकृति-वर्णन में सफल रहा है।

Bihar Board Class 9 Hindi Book Solution प्रश्न 3.
कवि को प्रकृति में हो रहे परिवर्तन किस रूप में अर्थपूर्ण जान पड़ते हैं?
उत्तर-
प्रस्तुत कविता में महाकवि ‘हरिऔध’ जी ने प्रकृति के माध्यम से जीवन में हो रहे परिवर्तन की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट किया है। प्रकृति परिवर्तन का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। इन बातों की चर्चा कवि ने अपनी कविता में सूक्ष्मता से किया है।
कवि भोर के समय आसमान में पसरी लालिमा से काफी प्रसन्न है। सूरज की लाली से आकाश ने रोली से भरी हुई थाली का स्वरूप ग्रहण कर लिया है।

पेड़ों पर पक्षियों के कलरव से मन प्रसन्न हो उठता है। जन-जन का हृदय उमंग से भर जाता है। ओस से युक्त पत्तियाँ मोती सदृश दृष्टिगत हो रही है।

हरे-भरे पेड़ अधिक मात्रा में खिले फूल अधखिली कलियों की सुंदरता और _भौंरों का उमंग में सुध-बुध खो देना आदि पंक्तियाँ अर्थपूर्ण भाव प्रदर्शित कर रही है।
हवाएँ थम-थमकर बह रही हैं। सर्वत्र कोने-कोने में मलय-बयार की महक परिव्याप्त है।

लाल, नीले, सफेद फूलों से लदी हरी पत्तियों से युक्त लताओं की डंडियाँ मन को बहला रही हैं। झील, तालाब और नदियों का जल प्रातः की सूर्य किरणों के कारण सुनहली चादर का रूप धारण कर लिया है। लगता है कि यह जल नहीं सुनहली चादर बिछी हुई है। चारो तरफ ठाट-बाट का साम्राज्य है। इस दृश्य को देखकर सभी प्रसन नजर आते हैं। भारत भू-खंड का एक-एक हिस्सा सज-धजकर आज स्वर्ग की बराबरी कर रहा है। .
कवि इस चहल-पहल से अपनी अनभिज्ञता प्रकट करते हुए स्वयं से प्रश्न पछता है कि आज सबके दिल में कैसी चाह बढ़ गई है? सभी लोग किसकी आरती उतारने के लिए आतुर है?

छायावादी भाव का भारतीय नवजागरण और आजाद भारत की वंदना करने के लिए कवि अपलक भाव से बाट निहार रहा है। कवि स्वाधीन भारत के पावन अवसर के लिए आतुर भाव से राह देख रहा है। उसकी आँखें पथरा गई हैं लेकिन कवि अभी उसके पावन दर्शन पाने में असमर्थ सिद्ध हो रहा है। फिर कवि कहता है कि जब वह दिन आएगा तो उसकी आगवानी में मैं पलक पाँवड़े बिछाए रहूँगा साथ ही उसकी अभ्यर्थना करूंगा, वंदना करूंगा। यानि आजाद भारत की वंदना अभ्यर्थना के लिए कवि का हृदय व्यग्र है। बेचैन है। आतुर है। वह नए विहार का इंतजार कर रहा है। नवजागरण का मंत्र फूंकना चाहता है। वह नए सूरज की वंदना के लिए राह में अपलक भाव से खड़ा है।

Class 9 Hindi Chapter 4 Question Answer Bihar Board प्रश्न 4.
हवा के कौन-कौन से कार्य-व्यापार कविता में बताए गए हैं?
उत्तर-
प्रस्तुत काव्य-पाठ में महाकवि ‘हरिऔध’ ने हवा के माध्यम से अनेक कार्य-व्यापार को पूर्ण करने का वर्णन किया है। हवाएँ मंद-मंद गति से बह रही हैं। वे जहाँ-तहाँ थमते हुए यानि रुक-रुक कर बहती है।

हवा सर्वत्र कोने-कोने में परिव्याप्त है। हवा अपनी महक से यानि सुवास से सारे वातावरण को खुशबूनुमा बना रही है। इस प्रकार कवि ने हवा के कार्य-व्यापार को कई रूपों में चित्रण करते हुए अपनी काव्य प्रतिभा का सुंदर परिचय दिया है।

Class 9 Hindi Chapter 4 Bihar Board प्रश्न 5.
सुनहरी चादरें कहाँ बिछी हुई हैं और क्यों?
उत्तर-
प्रस्तुत ‘काव्य-पाठ’ में कवि ने प्रकृति-सौंदर्य का सुंदर चित्रण प्रस्तुत . किया है। अपनी काव्य प्रतिभा का परिचय देते हुए कवि ने प्रकृति के विभिन्न रूपों का सही चित्रण किया है।

झील, तालाब और नदियों में प्रात:कालीन सूर्य की किरणें जब जल पर पड़ती हैं तब जल का स्वरूप और. सौंदर्य स्वत: बदल जाता है। इस प्रकार कवि ने अपनी सुंदर काव्य पंक्तियों में प्रकृति का चित्र प्रस्तुत किया है। उस समय सूर्य किरणों के कारण जल का रूप सुनहला दिखाई पड़ता है और लगता है कि झील, तालाब, नदियों में जल ही जल नहीं है बल्कि सुनहली चादर बिछी हुई दिखाई पड़ती है। जल ने सुनहली चादर का रूप धारण कर लिया है।

Bihar Board 9th Class Hindi Book Solution प्रश्न 6.
प्रकृति स्वर्ग की बराबरी कैसे करती है?
उत्तर-
प्रस्तुत काव्य-पाठ में महाकवि ‘हरिऔध’ जी ने प्रकृति-चित्रण द्वारा धरती के रूप-सौंदर्य को बढ़ाकर स्वर्ग के सदृश तुलना की है।
धरती पर चारो तरफ हरियाली व्याप्त है। फूलों से लकदक हरी-भरी पत्तियों से युक्त लताएँ धरती की सुषमा को बढ़ा रही हैं। झील, तालाब, नदियों का जल सुनहली चादर का रूप धारण कर लिया है। चारो तरफ प्रकृति की निराली छटा में श्री-वृद्धि हो गई है। चारो तरफ प्राकृतिक सुषमा के बीच जन समुदाय ठाट-बाट का अनुभव कर रहा है। यह भारत-भूखंड सज-धजकर स्वर्ग की बराबरी कर रहा है। उसी प्रकार भारत की धरती स्वर्ग से भी बढ़कर है। चारो तरफ प्राकृतिक सुषमा से जल-थल मनोहारी रूप को धारण कर लिया है जो सबके मन को भाता है। अच्छा लगता है।

Bihar Board Solution Class 9 Hindi प्रश्न 7.
कवि को ऐसा लगता है कि सभी प्राकृतिक व्यापारों के प्रकट होने के पीछे कोई गूढ़ अभिप्राय है। यह गूढ़ अभिप्राय क्या हो सकता है? आप क्या सोचते है? अपने विचार लिखें।
उत्तर-
प्रस्तुत काव्य-पाठ पलक पाँवड़े में महाकवि ‘हरिऔध’ ने प्राकृतिक व्यापारों का अपने मन में छिपे गूढ़ भाव या रहस्य को प्रकट करने का प्रयास किया यह प्रयास का गूढ़ रहस्य है-भारत की आजादी/गुलामी की जंजीरों से मुक्त । भारत के प्रथम सूर्योदय पर कवि ने इस कविता की रचना करते हुए प्राकृतिक सुषमा को सूक्ष्म रूप में प्रकट किया है।
कवि का हृदय अत्यंत ही प्रसन्न है। वह प्रथम आजादी के प्रथम प्रहर पर स्वयं का प्रसन्नचित्त मानव के रूप में चित्रण करते हुए प्रश्नों की झड़ी लगा देता है।

स्वाधीनता प्राप्ति के बाद सारा राष्ट्र उमंग और जोश में अपना सुध-बुध खोकर बेसुध पडा है यानि पुरे भारत में प्रसन्नता ही प्रसन्नता दिखाई पड़ती है। इस प्रकार प्रकृति के मनोहारी रूपों का चित्रण करते हुए कवि ने अपने ही मन का नहीं बल्कि सारे राष्ट्र के मन की अभिलाषा को व्यक्त किया है। अपनी प्रस्तुत काव्य कृति में कवि ने समग्र भारतीय जनता की खुशियों का प्रकृति के रूपों में चित्रित करते हुए अपने मन में छिपे हुए भावों को अभिव्यक्ति देकर शब्दबद्ध किया है।

Class 9 Hindi Book Bihar Board प्रश्न 8.
कवि को किसकी उत्कंठित प्रतीक्षा है? इस पर विचार कीजिए।
उत्तर-
महाकवि ‘हरिऔध’ जी स्वाधीनता के पावन अवसर की प्रतीक्षा में __ आतुर होकर अगवानी कर रहे हैं। कवि की हार्दिक इच्छा है कि हमारा भारत स्वतंत्र
हो, सार्वभौम सत्ता से संपन्न हो। नवजागरण का शंखनाद हो, नयी चेतना और नया विहान का नया सूरज इसकी पावन धरती पर उतरे और हम सभी इसकी हृदय से वंदना करें। पूजा करें अभ्यर्थना करें। पथ में कुमकुम बिखेर कर अपलक भाव से अगवानी करें। इन पंक्तियों में कवि ने अपने हृदय के उत्कट भाव, को प्रकट किया है।

देखते राह थक गईं आँखों
क्या हुआ क्यों तुम्हें न पाते हैं।
आ अगर आज आ रहा है तू
हम पलक पाँवड़े बिछाते हैं।

इन पंक्तियों में कवि की उत्कट भावना छिपी हुई है। वह भाव है-स्वाधीन भारत के प्रथम-प्रहर का जिसकी अगवानी में कवि प्रतीक्षारत है। व्यग्रभाव से अपलक उसके बाट को निहार रहा है। वह पावन अवसर कवि के लिए सबसे सुखकारी है।

नीचे लिखे पद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें।

1. लाल नीले सफेद पत्तों में।
भर गए फूल बेली बहली क्यों।
झील तालाब और नदियों में।
बिछ गई चादरें सुनहली क्यों॥
किसलिए ठाट-बाट है ऐसा।
जी जिसे देखकर नहीं भरता।
किसलिए एक-एक थल सजकर।
स्वर्ग की है बराबरी करता।
(क) कविता और कवि के नाम लिखें।
(ख) यहाँ कवि ने पत्तों और फूलों की लताओं का कैसा वर्णन किया
(ग) बिछ गईं चादरें सुनहली क्यों? कथन का अर्थ स्पष्ट करें।
(घ) किस ठाट-बाट को देखकर कवि का जी नहीं भरता है, और
क्यों? (ङ) यहाँ स्वर्ग की बराबरी कौन और किस रूप में कर रहा है?
उत्तर-
(क) कविता-पलक पाँवड़े, कवि-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’

(ख) कवि ने प्रातः कालीन सुषमा के अंकन के क्रम में पत्तों, फूलों और लताओं के मोहक स्वरूप-सौंदर्य का बड़ा सही रूप अंकित किया है। सुबह का हल्का उजाला फैला हुआ है। उस पर उग रहे बाल-अरुण किरणों का साया पसरा हुआ है। इस सहज रंगीन परिवेश में लाल-पीले और सफेद रंगों में लिपटे पत्ते शोभायमान हैं। फूल और उसकी लताएँ चारों ओर पसर-पसर कर फैल गई हैं। लताओं की गोद फूलों से भरी हुई है।

(ग) प्रातः काल की बेला में हल्का-हल्का उजाला फैला रहता है। उस समय पूर्वी लाल क्षितिज पर बाल अरुण की रक्ताभ किरणें फूटती नजर आती हैं जिनका रंगीन साया झील-तलाब और नदियों के तल पर छाया और छितरा जाता है। कवि की कल्पनाशील आँखें इस सौंदर्य को देखकर मचल उठती हैं और कवि को ऐसा लगता है मानो झील, तालाब और नदियों के तल पर उस समय सुनहली चादरें बिछ गई हों।

(घ) कवि प्रातः कालीन बेला में प्राकृतिक सौंदर्य के ठाट-बाट को देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है। हरे-भरे पेड़-पौधे, लाल-पीले, सफेद पत्तों से भरे पड़े हैं। उनकी गोद में फूलों और कलियों के सौंदर्य का बाजार छाया-छितराया हुआ है। मन को चंचल करनेवाली, थम-थमकर सुवासित हवा चल रही है। नदियों, तालाबों और झीलों के पलंग पर सुनहली चादर का सौंदर्य फिसल रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य के इस ठाट-बाट को इस रूप में देखकर कवि का मन संतुष्ट नहीं हो रहा है। उसका मन सौंदर्य के कुछ और नजारे को पाने के लिए विकल हो रहा है। भला इस नजारे के बीच कवि का मन शांत कैसे रह सकता है!

(ङ) कवि ने यहाँ यह बताया है कि प्रातः कालीन प्राकृतिक सौंदर्य के नजारों से धरती का कोना-कोना, एक-एक थल के रूप में सजा और सँवरा हुआ है। सौंदर्य के इस उभार और सुषमा के इस भंडार का यहाँ कुछ ऐसा आलम है कि कवि को लगता है कि वहाँ स्वर्ग की शोभा और सुन्दरता उतरकर आ गई है। कवि को ऐसा लगता है कि स्वर्ग और धरती की गोद में बिखरी इस सुंदरता और शोभा में पूरी समानता है।

2. किसलिए है चहल-पहल ऐसी।
किसलिए धूमधाम दिखलाई॥
कौन-सी चाह आज दिन किसकी।
आरती है उतारने आई।
देखते राह थक गई आँखें।
क्या हुआ क्यों तुम्हें न पाते हैं।
आ अगर आज आ रहा है।
हम पलक पाँवड़े बिछाते हैं।
(क) पाठ और कवि के नाम लिखें।
(ख) प्रस्तुत पद्यांश में नई चहल-पहल और धूमधाम का कौन-सा कारण छिपा हुआ है?
(ग) कवि के अनुसार कौन-सी चाह किसकी आरती उतारने को आज उतावली है?
(घ) किसकी प्रतीक्षा में कवि की आँखें राह देखते-देखते थक गई।
(ङ) प्रस्तुत पद्यांश का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर-
(क) पाठ-पलक पाँवड़े, कवि-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’

(ख) प्रस्तुत कविता राष्ट्रीय स्वतंत्रता-संग्राम और नवजागरण के समय रची गई थी। लग रहा था कि अब स्वतंत्रता की नई चेतना और उससे जडा नया विहान हमारे देश की धरती पर उतरनेवाला था। कवि ने यहाँ इस पद्यांश में उसकी आहट का परिचय दिया है। उसी आहट के अवतरण के मूल और गुप्त कारणों की यहाँ चर्चा की गई है।

(ग) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने भारतवासियों की स्वतंत्रता-प्राप्ति की बहुप्रतीक्षित चाह की चर्चा की है जिसके आगमन पर भारत के लोग आरती उतारने के लिए उतावले थे। उस समय दीर्घकाल से चला आ रहा स्वतंत्रता-संग्राम करीब-करीब अवासन बेला को प्राप्त कर चुका था और लोगों की आशा और हसरत-भरी निगाहें उसके नजारे को देखने के लिए विकल थीं।

(घ) भारत में महात्मा गाँधी के नेतृत्व में चल रहा स्वतंत्रता-आंदोलन समूचे देश में नवजागरण का नया माहौल भर चुका था। लग रहा था कि अब शीघ्र ही स्वतंत्रता की नई किरणें इस देश के भू-भाग पर अवतरित होंगी। कवि के मन में भी उस स्वतंत्रता के आगमन की आशा-भरी प्रतीक्षा की घड़ी बहुत दिनों से जमी हुई थी। नवचेतना प्रेरित कवि के मन की आँखें उस स्वतंत्रता के और नव-चेतना के आगमन की राह को देखते-देखते थक गई थीं!

(ङ) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के दौरान अवतरित नवजागरण का वर्णन करते हुए स्वतंत्रता की नई चेतना और नवविहान के आगमन की आहट की चर्चा की है। पराधीनता के काले साये में शोषित जीवन की पोट के दंश को झेलता हर भारतीय बड़ा परेशान था। गाँधीजी के नेतृत्व में स्वतंत्रता-आंदोलन चला। इस आंदोलन के अवसानकाल में लोग आश्वस्त हो गए कि अब जल्द ही स्वतंत्रता की नई किरण अवतरित होगी। यहाँ प्रतीक्षा की घड़ी की उसी आकुलता का कवि ने बड़ा स्वाभाविक वर्णन किया है। इस नवजागरण के अवतरण की संभावना ने इस देश में चतुर्दिक नई चहल-पहल और धूमधाम की सृष्टि कर दी थी।

Bihar Board Class 9 English Book Solutions Chapter 6 The Shehnai of Bismillah Khan

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Bihar Board Class 9 English The Shehnai of Bismillah Khan Text Book Questions and Answers

A. Work in small groups and discuss the following:

The Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Answers Bihar Board Question 1.
Have you ever heard a shehnai being played in marriage ceremonies or festivals?
Answer:
Yes, I have heard a shehnai being played in marriage ceremonies and festivals on so many occasions.

The Shehnai Of Bismillah Khan Question Answer Bihar Board Question 2.
How do you like this instrument?
Answer:
I like this instrument very much. It has magical power to charm every one.

Question Answer Of The Shehnai Of Bismillah Khan Bihar Board Question 3.
Discuss any pipe instrument which is played in your local-ity in marriage ceremonies or festivals.
Answer:
Clarinent is a pipe instrument which is played in my locality in marriage and festivals. This is a part of the band party. The man who plays on the clarinet is the master of the musical party, he heads the party.

The Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Solutions Bihar Board Question 4.
Do you know that it was Bismillah Khan, the great Shehnai maestro, who made this instrument a reality? Can you name some leading players of other popular musical instruments?
Answer:
I know that it was Bismillah Khan the great Shehnai maestro. Who made this instrument a reality. Pandit Ravishanker plays Sifar, Guddai Maharaj Tabla, Amjad Ali Khan SaTod. They are leading players of these popular instruments.

B.1.1. Write ‘T’ for true and ‘F’ for false statements:

  1. Bismillah Khan belongs to a family of musicians from Uttar Pradesh.
  2. Bismillah Khan’s ancestors were also great shehnai players.
  3. The flowing water of the Ganga gave inspiration to Bismillah to create ragas.
  4. He learnt shehnai from his parent and grandfather.

Answer:

  1. — F
  2. — T
  3. — T
  4. — F

B.1.2. Complete the sentences on the basis of the unit you have just studied.

  1. The pungi is a __________ instrument.
  2. The pungi became the generic name for ________ noise makers.
  3. The instrument which is so different from the pungi is called __________
  4. _______ holes were made on the body of a pipe.
  5. _________ was the Shehnai nawaj of Bhojpuri king’s court.
  6. __________ was Bismillah’s grandfather.
  7. Bismillah accompanied _________ to the Vishnu temple of Benaras.
  8. Bismillah played at the temple of ________ and at the banks of ________ as a young apprentice.

Answer:

  1. musical
  2. reeded
  3. Shehnai
  4. Seven
  5. Rasool Bux Khan
  6. Rasool bux Khan
  7. Ali Bux
  8. Balaji and Mangla Maiya, the Ganga.

B.1.3. Answer the following questions very briefly:

Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Solutions Bihar Board Question 1.
Who banned the playing of the pungi?
Answer:
Emperor Aurangzeb banned the playing of the pungi.

Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Question Answers Bihar Board Question 2.
What generic name did the pungi come to acquire?
Answer:
The pungi became the generic name for reeded the pungi.

The Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Questions And Answers Bihar Board Question 3.
Who revived the pungi?
Answer:
A barber of a family of professional musician revived the pungi.

Question Answer Of Chapter The Shehnai Of Bismillah Khan Bihar Board Question 4.
Where was the Shehnai played for the first time?
Answer:
The Shehnai was played for the first time in the Shah’s chamber.

Class 9 The Shehnai Of Bismillah Khan Question Answer Bihar Board Question 5.
Who played the instrument for the first time so different from the pungi?
Answer:
A barber of a family of professional musicians played the instrument for the first time so different from the pungi.

The Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Question Answer Bihar Board Question 6.
What is naubat called?
Answer:
The naubat is traditional ensemble of nine instruments.

The Shehnai Of Bismillah Khan Class 9 Bihar Board Question 7.
Who brought the instrument shehnai on the classical stage?
Answer:
Ustad Bismillah Khan brought the instrument Shehnai on the classical stage.

Class 9 English Chapter The Shehnai Of Bismillah Khan Question Answer Bihar Board Question 8.
Which sport did Bismillah Khan play in his childhood?
Answer:
In his childhood Bismillah Khan played gilli-danda.

Question Answer Of Shehnai Of Bismillah Khan Bihar Board Question 9.
Where did he play the sports?
Answer:
He played gilli-danda near a pond in the ancient estate of Dumraon in Bihar.

The Shehnai Of Bismillah Khan Question Answer Class 9 Bihar Board Question 10.
Where did he go to sing the Bhojpuri “Chaita”?
Answer:
He went to Bihariji temple to sing the Bhdjpuri “Chaita”.

Class 9 The Sound Of Music Solutions Bihar Board Question 11.
What is the highest civilian award in India?
Answer:
‘The Bharat Ratna’ is the highest civilian award in In-dia.

The Shehnai Of Bismillah Khan Question Answers Bihar Board Question 12.
Who was Bismillah’s father?
Answer:
Paigamber Bux was Bismillah’s father.

Bismillah Khan Class 9 Question Answer Bihar Board Question 13.
Who was Bismillah’s mau-nial uncle?
Answer:
Ali Buxwis Bismillah’s maternal uncle.

B.2.1. Complete the sentences on the basis of the unit you have just Studied:

  1. At the age of fourteen Bismillah accompanied his uncle to __________
  2. In 1938 came Bismillah’s first break in _________ in _________
  3. He sang __________ on 15th August 1947.
  4. His first trip abroad was to __________
  5. Film director Vijay Bhatt named his film as __________ after being impressed by the shehnai.
  6. National awards like the ________ and the Padma Vibhushan were conferred on him.
  7. Bismillah Khan was also referred to as __________
  8. An auditorium in Tehran named after him is called __________

Answer:

  1. The Allahabad music conference
  2. All India Radio, Lucknow
  3. Ragg Kafi
  4. Afganistan
  5. Gunj Uthi Shehnai
  6. Padma Shri, the Padma Bhushan
  7. Khansaab
  8. Tahar Musiquee Ustad Bismillah Khan.

B.2.2. Write ‘T’ for true and ‘F’ for false statements:

  1. An auditorium in Tehran was named after Bismillah Khan.
  2. Bismillah Khan was fondly called ‘Khansaab’
  3. Khan Saab was a shehnai player of international repute even then no National Awards were conferred on him.

Answer:

  1. — T
  2. — T
  3. — F

B.2.3. Answer the following questions very briefly:

  1. When was Bismillah Khan awarded India’s highest civilian award?
  2. Of which two cities was he most found of?

Answer:

  1. In 2001 Bismillah Khan was awarded India’s highest civilian award
  2. Benaras and Dumraon.

C. Long Answer Type Questions

Question 1.
Which emperor banned the playing of the pungi? Do you think that is against the right to expression?
Answer:
Emperor Aurangzeb banned the playing of the pungi. I think it is against the right to expression. But it must be thought that it was time of kingship, not ‘democracy.’ Those days a king was free to do that mind it playing Pungi was banned in the palace only not for public places.

Question 2.
Ustad Khan refused the celluloid world after two films. Was it a loss tathe cinema world or gain to Hindustani Music? Discuss.
Answer:
Ustad Bismillah Khan refused the celluloid world only after two films. It was not much loss to the cinema world because it was a great gain to Indian Hindustani music. Classical music has not much importance to the general public, who go to see a popular cinema. Ustad rejected films because it was an artificial world and it was much too glamorous. He preferred music to money. So it is clear that according to Ustad outside cinema. Natural Hindustani music exists.

Question 3.
Capture in your own words the feeling of the Ustad, when he received Bharat Ratna.
Answer:
When Ustad Bismillah Khan received the Bharat Ratna he became very happy. The covered award was resting on his chest. His eyes were glinting with more happiness. He told that “All I would like to say is. Teach your children music this is Hindustani’s rishest tradition even the West is now coming to Meant our music.”

Question 4.
‘Only in India it is possible that a devout Muslim like Khan Saheb can very naturally play the shehnai every morning at Kashi Vishwanath temple.’ What light does this statement throw on India’s cultural heritage? Discuss.
Answer:
India is a land of composite culture. There is religious tolerance in our society. Temple is no place for a muslim. But a muslim like Bismillah Khan used to play shehnai in Hindu Temple. Not only Bismillah but his uncle used to play in different Hindu temples. It makes the composite culture of India tellingly clear. Their playing in temple and getting the love and admiration of all in the bargain is a wonderful example of our rich cultural heritage that denies any sort of discrimination on the basis of religion. It embraces all.

Question 5.
Describe the incident of Ustad Khan visiting Pakistan.
Answer:
After partition of India Ustad Khan did not want to go to Pakistan. He could not leave Benaras and the Ganga, He went to Pakistan only once. He crossed the boarder justto say that he had been to Pakisten. He was there for only about an hour. He said ‘Namaskar’ to the Pakistanis and ‘Salam Alai-kum’ to the Indians. This was an exchange of language. He had a good laugh at that incident.

Question 6.
How did shehnai get its name? Describe in your own words the process how the Pungi became the shehnai.
Answer:
The musical instrument was named shehnai because it was bom in the chamber of shah or emperor. The nai or the barber who perfected it also deserved credit. So Shah and nai put together become Shehnai. Shehnai has its origin from the pungi which had an unpleasant sound. A barber decided to improve the tonal quality of this instrument. He chose a pipe.This hollow stem was longer and broader than the Pungi. He drilled seven holes in it. It now ‘produced a musical sound. The nai played it in the chamber of Emperor Aurangzeb. It became popular in course of time.

Comprehension Based Questions with Answers

1. Emperor Aurangzeb banned the playing of a musical instrument called pungi in the royal residence, for it had a shrill unpleasant sound. The pungi became the generic name for reeded noisemakers. Few had thought that it would one day be revived. A barber of a family of professional musicians, who had access to the royal palace, decided to improve the tonal quality of the pungi. He chose a pipe with a natural hollow stem that was longer and broader than the pungi, and made seven holes on the body of the pipe. When he played on it, closing and opening some of these holes, soft and melodious sounds were produced. He played the instrument before royalty and every one yvas impressed. The instrument so different, from the pungi had to be given a new name. As the story goes, since it was first played in the Shah’s chambers and was played by a nai (barber), the instrument was named the ‘shehnai’.

Questions:

  1. Name the lesson and author.
  2. Why did emperor Aurangzeb bap the playing of pungi?
  3. Who decided to improve it?
  4. What did he do to bring pungi back?
  5. How did shehnai get its name?
  6. Which word in the passage means the following, ruler.

Answers:

  1. The name of lesson is The Shehnai of Bismillah Khan and it is adapted.
  2. Emperor Aurangzeb banned the playing of pungi because of its shrill unpleasant sound.
  3. A barber decided to improve it.
  4. He improved its quality of sound.
  5. Since the new instrument was played in the shah’s chambers and was played by a nai, it was named the ‘Shehnai’.
  6. Emperor.

2. The sound of shehnai began to be considered auspieious. And for this reason it is still played in temples and is an indispensable component of any North Indian wedding. In the past, the shehnai was part of the naubat or traditional ensemble of nine instruments found at royal courts. Till recently it was used only in temples and weddings. The credit for bringing this instrument on to the classical stage goes to Ustad Bismillah Khan.
As a five-year old boy, Bismillah Khan played gilli-danda near a-pond in the ancient estate of Dumraon in Bihar. He would regularly go to the nearby Bihariji temple to sing the Bhojpuri ‘Chaita’, at the end of which he would earn a big laddu weighing 1.25 kg. a prize given by the local Maharaja. This happened 80 years ago, and the little boy has travelled far to earn the highest civilian award in India – the Bharat Ratna.
Born on 21 March 1916, Bismillah belongs to a well-known family of musicians from Bihar. His grandfather, Rasool Bux Khan, was the shehnai-nawaz of the Bhojpur king’s court. His father, Paigambar Bux, and other paternal ancestors were also shehnai players.

Questions:

  1. For what reason is it played in temples and weddings?
  2. Who was the credit man and for what?
  3. How did Bismillah earn a big laddu?
  4. When and where was Bismillah bom?
  5. Which word in the passage mean ‘group’.

Answers:

  1. Shehnai is played in the temples on the occasion of wedding in North India because the sound of shehnai is considered auspicious.
  2. Bismillah was the credit man, who brought shehnai to the classical stage.
  3. He would regularly go to the near by Bihariji temple to sing the Bhojpuri ‘Chaita’, at the end of which he would earn a big Laddu weighing 1.25 kg. a prize given by the local Maharaja.
  4. Bismillah Khan was bom on 21 March 1916, in a well known family of musicians from Bihar.
  5. Ensemble.

3. The young boy took to music early in life. At the age of three when his mother took him to his maternal uncle’s house in Benaras (now Varanasi), Bismillah was fascinated watching his uncles practise the shehnai. Soon Bismillah started accompanying his uncle, Ali Bux, to the Vishnu temple of Benaras where Bux was employed to play the shehnai. Ali Bux would play the shehnai and Bismillah would sit captivated for hours. Slowly, he started getting lesson in playing the instrument and would sit practising throughout the day. For years to come the temple of Balaji and Mangala Maiya and the banks of the Ganga became the young apprentice’s favourite haunts, where he could practise in solitude. The flowing waters of the Ganga inspired him to improvise and invent ragas that were earlier considered to be beyond the range of the shehnai.

Questions:

  1. Who was Bismillah’s first Gum in Shehnai Vadan?
  2. Where did he practice Shehnai?
  3. What did he invent?
  4. What was his motivating force?
  5. Which word in the passage means, a person who is learning a trade?

Answers:

  1. Bismillah’s maternal uncle Ali Bux was his first Guru.
  2. He practised in the temple of Balaji, Mangala Maiya and on the bank of the Ganga.
  3. He invented ragas that were earlier considered to be beyond the range of Shehnai.
  4. The flowing water of the Ganga was his motivating force.
  5. Apprentice.

4. At the age of 14, Bismillah accompanied his uncle to the Allahabad Music Conference. At the end of hlTTccital, Ustad Faiyaz Khan patted the young boy’s back and said, “Work hard and you shall make it.” With the opening of the All India Radio in Lucknow in 1938 came Bismillah’s big break. He sdoh became an often heard shehnai player on the radio. When India gained independence on 15 August 1947, Bismillah Khan became the first Indian to greet the nation with his shehnai. He poured his heart out into Ragg Kafi from the Red Fort to an audience which included Pandit Jawaharlal Nehru, who later gave his famous Tryst with Destiny’ speech.

Questions:

  1. Who patted the back of young Bismillah and what did he say?
  2. When did he get big break?
  3. On what occasion did he pour his heart?
  4. Among the audiance, who was a big personality there?

Answers:

  1. Ustad Faiyaz Khan patted the back of Bismillah and he said, “work hard and you shall make it”.
  2. Bismillah got a big break in 1938 when. AH India Radio was opened at Lucknow. He became an often heard Shehnai player, on the radio.
  3. It was the occasion qf 15th August 1947 Bismillah Khan was the first Indian to greet the nation with his Shehnai from the Red fort. He had played Ragg Kafi in which he poured his heart.
  4. Among audience a big personality was Pandit Jawahar Lai Nehru.

5. Bismillah Khan has given many memorable performances both in India and abroad. His first trip abroad was to Afganistan where King Zahir Shah was so taken in by the maestro that he gifted him priceless Persian carpets and other souvenirs. The King of Afganistan was not the only one to be fascinated with Bismillah’s music. Film director Vijay Bhatt was so impressed after hearing Bishmillah play at a festival that he named a film after the instrument called Gunj Uthi Shehnai. The film was a hit, and one of Bismillah Khan’s composition, “Dil ka khilona hai toot gaya turned out to be nationwide chartbuster! Despite this huge success in the celluloid world, Bismillah Khan’s success in film music was limited to two: Vijay Bhatt’s Gunj Uthi Shehnai and Vikram Srinivas’s Kannada venture, Sanadhi Apanna. “I just can’t come to terms with the artificiality and glamour of the film world,” he says with emphasis.

Questions:

  1. Where was his first trip?
  2. Who gave him priceless gift and what was that?
  3. Which two film^did he work in and with what result?
  4. Why did he not continue working in the films?
  5. What does ‘come to term’ imply?
  6. Which quality of his character and ideology is revealed in the above passage?
  7. Which words in the passage mean the following (a) of film (b) risk in under taking.

Answers:

  1. His first trip was to Afganistan.
  2. The king Zahir Shah gave him priceless gifts those were Persian carpets.
  3. He worked in ‘Gung UthiShehnai’ and ‘Sanadhi Apanna’. He was quite successful.
  4. He did not like the glamour and the artificial atmosphere ‘ over there.
  5. It means that he could not agree to or feel at home with the film industry.
  6. He does not give preference to money. Music is more important to him. He is true artist who knows that art can not be developed in artificial atmosphere.
  7. (a) celluloid (b) venture.

6. Awards and recognition came thick and fast. Bismillah Khan became the first Indian to be invited to perform at the prestigious Lincoln Centre Hall in the United States of America. He also took part in the World Exposition in Montreal, in the Cannes Art Festival and in the Osaka Trade Fair. So well known did he become internationally that an auditorium in Teheran was named after him — Tahar Mosiquee Ustad Bismillah Khan. National awards like the Padmashri, the Padma Bhushan and the Padma Vibushan were conferred on him. In 2001, Ustad Bismillah Khan was awarded India’s highest civilian award, the Bharat Ratna. With the coveted award resting on his chest and his eyes glinting with’rare happiness, he said, “All I would like to say is : Teach your children music, this is Hindustan’s richest tradition; even the West is now coming to leam our music.”

Questions:

  1. What does ‘thick and fast’ imply in the first sentence?
  2. Mention two places in foreign countries that he visited?
  3. How can you say that people of Tehran has a great regard for him?
  4. Name the National Awards that he got.
  5. What did he say when he got ‘Bharat Ratna’?
  6. Which word in the passage mean ‘a place where audience assemble’.

Answers:

  1. It means that big awards and great recognition came in quick succession one after the. other.
  2. They are Montreal in the Cannes and Osaka.
  3. They have named an Auditorium in Tehran after his name.
  4. He got the following National awards The Padmashri, The Padma Bhushan, the Padma Vibhushan qnd the Bharat Ratna.
  5. He said, All I would like to say is : Teach your children music, this is Hindustan’s richest tradition even the West is now coming to leam our music.
  6. Auditorium.

7. In spite of having travelled all over the world Khansaab, as he is fondly called, is exceedingly fond of Benaras and Dumraon and they remain for him the most wonderful towns of the world. A student of his once wanted him to head a shehnai school in the U.S.A., and the student promised to recreate the atmosphere of Benaras by replicating the temples there. But Khansaab asked him if he would be able to transport River Ganga as well. Later he is remembered to have said, “That is why whenever I am in a foreign country, I think of only Benaras and the holy Ganga. And while in Benaras, I miss the unique mattha of Dumraon. Shekhar Gupta: When partition happened, didn’t you and your family think of moving to Pakistan?
Bismillah Khan: God forbid! Me, leave Benaras? Never! I went to Pakistan once I crossed the border just to say I have been to Pakistan. I was there for about an hour. I said nature to the Pakistanis and salaam Walaikum to the Indians! I had a good laugh.
Ustad Bismillah Khan’s life is a perfect example of the rich, cultural heritage of India, one that effortlessly accepts that a devout Muslim like him can very naturally play the shehnai every morning at the Kashi Vishwanath temple.

Questions:

  1. What did one of his students offer him, once?
  2. How did he think he could bring in the atmosphere of Benaras in the U.S.A.
  3. What could the student not able to bring in the U.S.A. to create the same atmosphere?
  4. Which two towns in India are Ustad’s favourite? Why?
  5. Bismillah Khan is an example of a glorious tradition oi India, what is that tradition?
  6. Which words in the passage mean the following.
    (a) exact copying
    (b) make again

Answers:

  1. One of his students offered him to become the head of a Shehnai- school in the U.S.A.
  2. He thought he could bring in the same atmosphere by building in the U.S.A. the exact copies of temples of Benaras.
  3. The student could not bring the Ganga there.
  4. The favourite towns in India are-Benaras and Dunraon. Benaras is the town where he practised and invented many ragas because an expert and earned the name of ‘ Shehnai maestro. His memories and associations to these towns made them his favourite.
  5. Ustad Bismillah Khan’s life is a perfect example of the rich cultural heritage of India which accepts a devout Muslim like him naturally playing every morning in the Kashi Vishwanath temple.
  6. (a) Photo state
    (b) Repeat.

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वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न :

Bihar Board Class 9 History Book Solution प्रश्न 1.
भारतीय वन अधिनियम कब पारित हुआ?
(क) 1864
(ख) 1865
(ग) 1885
(घ) 1874
उत्तर-
(ख) 1865

Bihar Board 9th Class History Book प्रश्न 2.
तिलका माँझी का जन्म किस ई० में हुआ था ?
(क) 1750
(ख) 1774
(ग) 1785
(घ) 1850
उत्तर-
(क) 1750

Bihar Board Class 9 History प्रश्न 3.
तमार विद्रोह किस ई० में हुआ था?
(क) 1784
(ख) 1788
(ग) 1789
(घ) 1799
उत्तर-
(ग) 1789

Bihar Board Class 9th History Solution प्रश्न 4.
चेरो जन जाति कहाँ की रहने वाली थी?
(क) राँची
(ख) पटना
(ग) भागलपुर
(घ) पलामू
उत्तर-
(घ) पलामू

Class 9 History Bihar Board प्रश्न 5.
किस जनजाति के शोषण विलीन शासन की स्थापना हेतु साउथ वेस्ट फ्रान्टियर एजेंसी बनाया गया ?
(क) चेरो
(ख) हो
(ग) कोल
(घ) मुण्डा
उत्तर-
(ग) कोल

Bihar Board Class 9 History Book प्रश्न 6.
भूमिज विद्रोह कब हुआ था ?
(क) 1779
(ख) 1832
(ग) 1855
(घ) 1869
उत्तर-
(ख) 1832

Bihar Board Solution Class 9 History प्रश्न 7.
सन् 1855 के संथाल विद्रोह का नेता इनमें से कौन था ?
(क) शिबू सोरेन
(ख) सिद्धू
(ग) बिरसा मुंडा
(घ) मंगल पांडे
उत्तर-
(ख) सिद्धू

Bihar Board Solution Class 9 Social Science प्रश्न 8.
बिरसा मुंडा ने ईसाई मिशनरियों पर कब हमला किया ?
(क) 24 दिसम्बर, 1889
(ख) 25 दिसम्बर, 18999
(ग) 25 दिसम्बर, 1900
(घ) 8 जनवरी, 1900
उत्तर-
(ख) 25 दिसम्बर, 18999

Bihar Board Class 9 History Chapter 1 प्रश्न 9.
भारतीय संविधान के किस धारा के अन्तर्गत आदिवासियों को कमजोर वर्ग का दर्जा दिया गया है ?
(क) धारा 342
(ख) धारा 352
(ग) धारा 356
(घ) धारा 360
उत्तर-
(क) धारा 342

Bihar Board Class 9 History Solution प्रश्न 10.
झारखंड को राज्य का दर्जा कब मिला?
(क) नवम्बर, 2000
(ख) 15 नवम्बर, 2000
(ग) 15 दिसम्बर, 2000
(घ) 15 नवम्बर, 2001
उत्तर-
(ख) 15 नवम्बर, 2000

रिक्त स्थान की पूर्ति करें :

1. जनजातियों की सर्वाधिक आबादी …………… में है।
2. अठारहवीं शताब्दी में वन्य समाज कई ………… में बँटा था।
3. वन्य समाज में शिक्षा देने के उद्देश्य से …………… में घुसपैठ की ।
4. जर्मन वन विशेषज्ञ डायट्रिच बैडिस ने सन् 1864 ई० में की स्थापना की।
5. …………… पहला संथाली था, जिसने अंग्रेजों पर हथियार उठाया ।
6. ‘हो’ ‘जाति के लोग छोटानागपुर के …………… के निवासी थे।
7. भागलपुर से राजमहल के बीच का क्षेत्र ……………. कहलाता था।
8. सन् …………… ई० में में संथाल विद्रोह हुआ।
9. बिरसा मुंडा का जन्म ……….. को हुआ था।
10. छत्तीसगढ़ राज्य का गठन …………… को हुआ था।
उत्तर-
1. मध्य-प्रदेश
2. कबीला
3. ईसाई मिशनरियों ने
4. भारतीय वन सेवा
5. तिलका मांझी
6. सिंहभूम
7. दामन-ए-कोह
8. 1885
9. 15 नवम्बर, 1874
10. 1 नवम्बर, 2000

लघु उत्तरीय प्रश्न

Bihar Board 9th Class Social Science Book Pdf प्रश्न 1.
वन्य समाज की राजनैतिक स्थिति पर प्रकाश डालें।
उत्तर-
18वीं शताब्दी में वन्य समाज कबीलों में बँटा था और प्रत्येक जनजाति एक मुखिया के तहत संगठित थी। मुखिया का मुख्य कर्त्तव्य कबीला को सुरक्षा प्रदान करना था। मुखिया बने रहने के लिए उनका युद्ध कुशल और सुरक्षा देने के कार्य में सक्षम होना अनिवार्य था।

इनकी स्वयं की शासन प्रणाली थी। इस शासन प्रणाली में सत्ता का विकेन्द्रीकरण किया गया था। परम्परागत शासन प्रणाली में सत्ता चलाने के लिए वैधानिक न्यायिक तथा कार्यपालिका शक्तियों में निहित थी। अंग्रेजी शासन के समय उनके द्वारा प्रलोभन दिए जाने के कारण अधिक संख्या में मुखिया अंग्रेजों के हिमायती होने लगे और अपने ही लोगों से राजस्व वसूली में उनका साथ देने लगे। इस तरह वन्य समाज की राजनैतिक स्थिति गड़बड़ हो गयी।

History Class 9 Bihar Board प्रश्न 2.
वन्य समाज का सामाजिक जीवन कैसा था?
उत्तर-
आदिवासी सीधे-साधे सरल प्रकृति के थे। इनका जीवन जंगल पर ही निर्भर था। जंगलों से लकड़ी काटते थे और उनका प्रयोग ईंधन के रूप में करते थे । पशुओं का चारा भी जंगलों के घास से इकट्ठा करते थे।
सामाजिक जीवन की मुख्य पहलू था-नृत्य, गान एवं शिकार में अभिरुचि रखना । चैत्र शुक्ल तृतीया तिथि को आदिवासी ‘सरहुल’ मनाते हैं। उपनिवेशवाद की भावना से प्रेरित होकर अंग्रेजी सरकार ने छोटे शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया। अत: उपनिवेशवाद का इनके सामाजिक जीवन में प्रवेश कर उनकी सामाजिक धारा में गतिरोध उत्पन्न कर दिया ।

प्रश्न 3.
अठारहवीं शताब्दी में वन्य समाज का आर्थिक जीवन कैसा था ?
उत्तर-
अठारहवीं शताब्दी में वन्य समाज के आर्थिक जीवन का आधार कृषि था । वे जगह बदल-बदल कर ‘घुमंतू’, ‘झूम’ या ‘पोडू’ विधि से खेती करते थे।
आदिवासियों में कृषि के अलावा छोटे-छोटे उद्योग धंधों का प्रचलन था। जैसे हाथी-दाँत, बाँस, मशाले, रेशे एवं रबर का व्यापार करते थे। यहाँ लाह उद्योग भी होता था। सन् 1864 ई० में ‘वन सेवा’ की स्थापना हुई । और अंग्रेज सरकार ने 1865 ई० में ‘भारतीय वन अधिनियम’ पारित कर आदिवासियों के लिए पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दिया।
अंगरेजों ने रेल की पटरी एवं रेल के डब्बे की सीट के लिए जंगलों की कटाई शुरू की इससे आदिवासियों के आर्थिक जन-जीवन पर कुठारा घात हुआ।

प्रश्न 4.
अठारहवीं शताब्दी में ईसाई मिशनरियों ने वन्य समाज को कैसे प्रभावित किया ?
उत्तर-
वाणिज्यिक उपनिवेशवादी नीति का पालन करते हुए अंग्रेजों ने जनजातिय क्षेत्रों में प्रवेश करने का भरसक प्रयास किया, लेकिन बहुत हद तक सफल नहीं हो सके । तभी उन्होंने शिक्षा देने और लोगों को सभ्य बनाने के उद्देश्य से ईसाई मिशनरियों का घुसपैठ जनजातीय क्षेत्रों में कराया ताकि उन्हें एक उचित माध्यम मिल जाय । कालान्तर में ये पादरी आदिवासी धर्म एवं संस्कृति की आलोचना करने लगे और उनका धर्म परिवर्तन करना आरम्भ कर दिए । बड़ी संख्या में आदिवासियों ने ईसाई धर्म को अपनाया और अपनी स्थिति में सुधार किया। शिक्षा पाने के कारण उनकी स्थिति में सुधार हुआ पर वे अपने भाइयों से घृणा करने लगे । आदिवासी इसे अपने सामाजिक एवं धार्मिक जीवन में अंग्रेजों द्वारा किए गए अतिक्रमण समझ कर इसका प्रतिरोध करना शुरू किए ।

प्रश्न 5.
‘भारतीय वन अधिनियम’ का क्या उद्देश्य था ?
उत्तर-
सन् 1865 ई० में डायट्रिच बैडिस नामक जर्मन वन विशेषज्ञ ने ‘भारतीय वन अधिनियम’ पारित कर आदिवासियों पर पेड़ की कटाई की रोक लगा दी एवं जंगल की लकड़ी उत्पादन के लिए सुरक्षित किया गया । यही उनका मुख्य उद्देश्य था।

प्रश्न 6.
‘चेरो’ विद्रोह से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
बिहार (संप्रति झारखंड) में पलामू क्षेत्र के रहने वाले चेरो जनजाति ने अपने राजा के खिलाफ विद्रोह किया। उस समय चूड़ामन राय उनका शासक था । अंग्रेजों के शोषण करने के खिलाफ भूषण सिंह के नेतृत्व में चेर जनजाति के लोगों ने सन्, 1800 ई० में खुला विद्रोह किया। राजा की मदद करने के लिए अंग्रेजी सेना बुलाई गयी। कर्नल जोन्स के नेतृत्व में आई सेना ने विद्रोह को दबा दिया और सन् 1802 ई० . में भूषण सिंह को फाँसी दे दी गयी तथा विद्रोह समाप्त हो गया ।

प्रश्न 7.
‘तमार’ विद्रोह क्या था ?
उत्तर-
सन् 1789 ई० में छोटानागपुर के उराँव जनजाति ने किया था । इसका कारण जमींदारी शोषण था। यह विद्रोह करीब 1794 तक चला । यद्यपि कंपनी सरकार ने इसे जमींदारों की सहायता से कुचल दिया तथापि विद्रोह की ज्वाला शांत नहीं हुई। उराँवों ने आगे चलकर मुंडावों और संथालों के साथ मिलकर विद्रोह किया । छोटानागपुर में शांति स्थापना के लिए पुलिस बल की भी स्थापना की गई फिर भी कोई लाभ नहीं हुआ।

प्रश्न 8.
‘चुआर’ विद्रोह के विषय में लिखें।
उत्तर-
अंग्रेजों की लगान व्यवस्था के खिलाफ बंगाल प्रांत के मिदनापुर, बाँकुड़ा, मानभूम के चुआर जनजाति मिदनापुर स्थित कारणगढ़ की रानी सिरोमणि के नेतृत्व में 1798 ई० में विद्रोह किया। विद्रोह लंबे समय तक जारी रहा। लेकिन 6 अप्रैल, 1799 को रानी सिरोमणी को गिरफ्तार कर कलकत्ता जेल भेज दिया गया। लेकिन चुआरों का विद्रोह समाप्त नहीं हुआ, वे भूमिज जाति के लोगों के साथ गंगा नारायण द्वारा . किए गए विद्रोह में शामिल हो गए।

प्रश्न 9.
उड़ीसा के जनजाति के लिए चक्र बिसोई ने क्या किए?
उत्तर-
चक्र बिसोई एक कंध आदिवासी था। जो उड़ीसा राज्य का रहनेवाला था। यह जाति तत्कालीन मद्रास प्रांत तथा बंगाल उड़ीसा के बड़े भूभाग में फैला था। इस जाति में विपत्तियों एवं आपदाओं से मुक्ति पाने के लिए ‘मरियाह प्रथा’ अर्थात् ‘मानव बलिप्रथा’ का प्रचलना था। सन् . 1837 ई० में ब्रिटिश सरकार ने इसे रोकने के लिए प्रयास किए । इसी रोक के विरोध में चक्र विसोई ने अंग्रेजों का विरोध किया। क्योंकि बलि को रोकना आदिवासियों के लिए सामाजिक एवं धार्मिक प्रथाओं में हस्तक्षेप था।

प्रश्न 10.
आदिवासियों के क्षेत्रवादी आन्दोलन का क्या परिमाण हुआ?
उत्तर-
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद आदिवासियों का विभिन्न मुद्दाओं पर आन्दोलन चलता रहा । वे हमेशा आरक्षण और अन्य सुविध ओं की माँग करते रहे जो आज भी विद्धमान है। अब इनका यह आन्दोलन क्षेत्रवादी आंदोलन हो गया है। आदिवासी बहुल राज्यों की स्थापना की माँग होने लगी है। उनकी माँगों पर ध्यान देते हुए भारत सरकार ने मध्य प्रदेश राज्य का पुनर्गठन कर । नवम्बर, 2000 को पृथक छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया । इसी तरह 15 नवम्बर को बिहार का पुनर्गठन कर नया झारखंड राज्य बनाया गया। यह क्षेत्रवादी का ही परिणाम था।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
अठारहवीं शताब्दी में भारत में जनजातियों के जीवन पर प्रकाश डालें।
उत्तर-भारत के वनों में अनेक जनजातियाँ और जातियाँ निवास करती हैं। आदिवासियों और वनों के बीच एक सहयोगी संबंध है। अठाहरवीं शताब्दी में विदेशियों के आगमन से इनके जीवन शैली में परिवर्तन आए जो इस प्रकार हैं
(क) राजनैतिक जीवन-

  • आदिवासी समाज कबीलों में बँटा था। प्रत्येक कबीला का प्रधान मुखिया होता था जो कबीले की सुरक्षा देने का भार अपने ऊपर लेता था इसमें सत्ता का विकेन्द्रीकरण होता था। इसमें वैधानिक, न्यायिक तथा कार्यपालिका शक्तियाँ निहित थी।
  • राजस्व वसूली के लिए सिंहभूम में ‘मानकी’ और ‘मुण्डा’ प्रणाली थी और संथाल परगना में ‘मांझी’ एवं परगनैत’ प्रणाली थी।
  • अंग्रेजों द्वारा जब इनका शोषण होने लगा तो क्रान्ति और विद्रोह की भावना का विकास हुआ।

(ख) सामाजिक जीवन-आदिवासी सीधे-साधे प्रकृति के होते थे। इनके सामाजिक जीवन में नृत्य, गान एवं शिकार की अभिरुचि बहत है। ‘सरहुल’ इनका मुख्य त्योहार है 18 वीं शताब्दी में ईसाई मिशनरियों ने जंगलों की कटाई एवं शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया जिससे सामाजिक जीवन पर गहरा असर पड़ा ।

(ग) आर्थिक जीवन-आर्थिक के आधार निम्नलिखित थे-

  • कृषि-ये जगह बदल-बदल कर खेती कार्य करते थे । ‘झूम’ या ‘पोडू विधि से खेती करते थे ।
  • अन्य व्यापार-हाथी-दाँत, बाँस, मशाले, रेशे एवं रबर का व्यापार भी करते थे।
  • उद्योग-लाह उद्योग का विकास काफी विकसित था।
  • लेकिन उपनिवेश विस्तार की भावना से डायट्रिच बैडिस नामक जर्मन वन विशेषज्ञ ने सन् 1865 में ‘भारतीय वन अधिनियम’ पारित कर आदिवासियों के लिए पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दिया। आदिवासियों के आर्थिक जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।

(घ) धार्मिक जीवन-आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों का प्रवेश हुआ । इन लोगों ने शिक्षा और पैसे के बदौलत आदिवासियों का धर्म परिवर्तन करना आरम्भ किया। इससे उनमें कुछ सुधार तो अवश्य हुआ पर जो धर्म परिवर्तन नहीं कर सके एक-दूसरे को घृणा की दृष्टि से देखने लगे आदिवासियों में धार्मिक असंतोष बढ़ा ।

प्रश्न 2.
तिलका मांझी कौन थे ?
उसने आदिवासी क्षेत्र के लिए क्या किया?
उत्तर-
तिलका मांझी एक जनजाति था। इसका जन्म 1750 ई० में भागलपुर प्रमंडल स्थित सुल्तानगंज के पास तिलकपुर गाँव में हुआ था।

वह भारत का पहला संथाली था जिसने न सिर्फ अपने जमींदारों के शोषण के विरुद्ध बल्कि भू-राजस्व की राशि कम कराने के लिए एवं किसानों की भूमि जमींदारी से छुड़वाने के लिए वहाँ सशस्त्र विद्रोह किया ।

जमींदारों की मदद के लिए अंग्रेजी सेना गयी थी। अतः तिलका मांझी ने तिलापुर जंगल को अपना कार्यक्षेत्र बनाया । भागलपुर के प्रथम तत्कालीन कलक्टर अगस्टस क्लेवलैंड पर उसने सशस्त्र प्रहार किया। कलक्टर पर शस्त्र चलाने वाला वह पहला संथाल था जिसने तीर एवं धं नुष से सन् 1784 ई० में उसे जख्मी किया जिससे बाद में कलक्टर साहब की मृत्यु हो गयी।
तिलका मांझी भी पकड लिया गया और उसे भागलपुर में बीच चौराहे पर बरगद के पेड़ से लटका कर सन् 1785 ई० में फाँसी दे दी गयी।

प्रश्न 3.
संथाल विद्रोह से आप क्या समझते हैं ? सन् 1857 ई० के विद्रोह में उनकी क्या भूमिका थी?
उत्तर-
आदिवासियों द्वारा किए गए विद्रोहों में संथालों का विद्रोह अत्यन्त ही महत्वपूर्ण था । क्योंकि यह विद्रोह संथाल क्षेत्र में हुई और फिर यहीं के विद्रोहियों ने आगे चलकर सन 1857 ई० की क्रान्ति को प्रभावित किया । भागलपर से राजमहल के बीच का क्षेत्र ‘दामन-ए-काह’ कहलाता है। यह संथाल बहुल क्षेत्र था । अंग्रेजों के द्वारा उत्प्रेरित होकर भगनाडीह गाँव के चुलू संथाल के चार पुत्र-सिद्धू, कान्हू, चाँद और भैरव ने विद्रोह किया। सन् 1854 ई० तक आते-आते आदिवासियों ने चिरस्थाई प्रबंध द्वारा अत्यधिक राजस्व वसूली, सामाजिक प्रतिबंध और कई तरह के आर्थिक कष्टों से छुटकारा पाने के लिए कई सभाओं का आयोजन करना आरम्भ कर दिया । 30 जून, 1855 को भगनाडीह गाँव में संथालों की एक सभा हुई। इसमें 400 गाँवों के 10,000 संथाल अपने अस्त्र-शस्त्र के साथ जमा हुए, और सभा में ठाकुर (सिद्ध) का आदेश पढ़कर सुनाया गया-जमींदारी, महाजनी तथा सरकारी अत्याचारों का विरोध करना है, अंग्रेजी रोज को समाप्त कर सतयुग का राज, न्याय और धर्म पर अपना राज करने के लिए खुला विद्रोह किया जाए । सिद्ध और कान्हू ने स्वतंत्रता की घोषणा भी की। अब हमारे ऊपर कोई सरकार नहीं है, हाकिम नहीं है, संथालराज स्थापित हो गया ।

यह था संथालों का संकल्य और संथाल विद्रोह का विगुल जा चलता रहा और अंग्रेजों द्वारा दमन होता रहा । यद्यपि संथालों का विद्रोह का दमन – हो गया । लगभग 20,000 संथाल मार डाले गए । सैकड़ों गाँव जला डाले गए । सिद्धू और कान्हू मार डाले गए।

पर 1857 ई० के विद्रोह में इनकी बड़ी भूमिका रही। जब सन् 1857 ई० की क्रान्ति की शुरुआत हुई तब ये संथाल विद्रोहियों के साथ थे और अंग्रेजों के खिलाफ उनका साथ दे रहे थे।

प्रश्न 4.
मुंडा विद्रोह का नेता कौन था। औपनिवेशिक शोषण के विरुद्ध उसने क्या किया?
उत्तर-
मुंडा विद्रोह का नेता बिरसा मुंडा था। औपनिवेशिक शोषण के विरुद्ध वह चिंतित था । औपनिवेशिक शासन के भू-राजस्व प्रणाली, न्यायप्रणाली एवं शोषण पूर्ण नीतियों का समर्थन करने वाले जमीदारों के प्रति आक्रोशित हुआ । उसने धर्म से प्रभावित होकर अपने को सन् 1895 ई० में ईश्वर का दूत घोषित कर दिया ।

धार्मिकता को हथियार बनाकर मुंडा ने सभी आदिवासियों का एकता के सूत्र में बाधना शुरू किया 25 दिसम्बर, सन् 1899 ई० को उसने ईसाई मिशनरियों पर आक्रमण किया । पर 8 जनवरी सन् 1900 ई० को ब्रिटिश सरकार द्वारा विद्रोह को बुरी तरह कुचल दिया गया । इसमें 200 पुरुष एवं महिला मारे गए 300 लोग बंदी बना लिए गए । बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करने के लिए सरकार की तरफ से 500 रुपये इनाम की घोषणा की गयी और परिणामस्वरूप 3 मार्च, सन् 1900 ई० को बिरसा को गिरफ्तार कर लिया गया । उसे राँची जेल में भेज दिया गया जहाँ हैजा की बीमारी से उसकी मृत्यु हो गयी।

बिरसा मुंडा के विद्रोह को कुचल दिया गया, पर ब्रिटिश सरकार समझ गयी कि जबतक आदिवासियों के असंतोष को दूर नहीं किया जायेगा तब-तक वह आदिवासी क्षेत्र में कुशलतापूर्वक शासन नहीं कर पाएगा। बिरसा आन्दोलन से जनजातियों के बीच एक जिम्मेवार और उत्तरदायी शासन स्थापित हुआ । आदिवासियों के लिए कई सुधारात्मक कार्य सरकार द्वारा किए गए।

प्रश्न 5.
वे कौन से कारण थे, जिन्होंने अंग्रेजों को वन्य-समाज में हस्तक्षेप की नीति अपनाने के लिए वाध्य किया ?
उत्तर-
अंग्रेजों को वन्य-समाज में हस्तक्षेप की नीति अपनाने के निम्नलिखित कारण थे
(i) ब्रिटिश साम्राज्य की आवश्यकताओं की पूर्ति-19वीं शताब्दी के आते-आते अंग्रेजों ने रेल की पटरी एवं रेल के डब्बे की सीट बनाने के लिए जंगलों की कटाई शुरू कर दी, जिससे आदिवासी जन जीवन पर कुढाराघात हुआ।
डायट्रिच बैडिस नामक जर्मन वन विशेषज्ञ ने सन् 1864 में ‘वन सेवा’ की स्थापना की तथा सन् 1865 ई० में भारतीय वन अधिनियम’ पारित कर आदिवासियों के लिए पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दिया गया एवं जंगल को लकड़ी उत्पादन के लिए सुरक्षित किया गया।

(ii) आदिवासियों द्वारा मुफ्त उपयोग-अंग्रेजों को वन्य समाज में हस्तक्षेप की नीति अपनाने का दूसरा कारण था आदिवासियों द्वारा जंगल का मुफ्त उपयोग करना । भोजन, ईंधन, लकड़ी, घरेलू सामग्री ये वनों से प्राप्त करते थे तथा हाथी दाँत, बाँस, मशाले, रेशे एवं रबर का व्यापार, लाह उद्योग ये सभी आदिवासी खुद करते थे। अंग्रेजों ने इन सभी पर प्रतिबंध लगाकर खुद का व्यापार करना चाहते थे। अतः वन्य उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया ।

(iii) वन्य प्रदेश से राजस्व की वसूली-अंग्रेजों के आगमन से पूर्व इनपर किसी तरह की पाबंदी नहीं थी आदिवासी कृषि पर आधारित थे एवं वन से उत्पादित वस्तुओं पर आधारित थे। अंग्रेजों ने इनकी कबीले के सरदारों को जमींदार बना दिया और समस्त वन्य प्रदेश में भू-राजस्व लगा दिया जिसकी वसूली बड़ी कड़ाई से की जाती थी।

Bihar Board Class 9 English Book Solutions Poem 2 On His Blindness

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Bihar Board Class 9 English On His Blindness Text Book Questions and Answers

A. Work in small groups and discuss these questions:

On His Blindness Questions And Answers Bihar Board Question 1.
How is a visually challenged person socially recognised?
Answer:
Man is known by his deed, not by physical fitness. Smart personality does not matter. Man is the only creature in the entire universe blessed with a body and mind. It is this, which makes him the crown of creation. While a healthy body is necessary, but in the absence of good work he, is no longer a human being, but a more akin to an animal. Thus, in my opinion, a man is known by his deeds. This is but echoed by Shakespeare when he said. “For sweetest things turn sourest by their deeds, lilies that faster smell far worse than weeds.”

On His Blindness Poem Questions And Answers Pdf Bihar Board Question 2.
Discuss the modes and manners of man who is unable to see the world?
Answer:
Really blindness is a curse. A man is deeply affected by the loss of his eyesight. The loss of eyesight, however, rendered a death-blow to all his aspirations and he began to feel quite – lonely and helpless. He depends upon other person but like Milton, some take their life a challenge and prove themselves successful.

On His Blindness Question Answer Bihar Board Question 3.
Point out the feelings and emotions of a man who has lost his/her eye-sight.
Answer:
A man who has lost his eye-sight has such feelings and emotion.

  • He is deeply affected by the loss of his eye-sight.
  • The loss of eyesight, however, rendered a death blow to all his aspirations and he began to feel quite lonely and helpless.

B. Answer the following questions briefly:

Blindness Questions And Answers Bihar Board Question 1.
What is meant by ‘my light is spent’?
Answer:
It means The slight of Milton’s eyes is gone forever.

On His Blindness Explanation Bihar Board Question 2.
Why is the word ‘dark and wide’ to the poet?
Answer:
The poet became totally blind, therefore, the world with all its beauties and charms became completely dark to him.

On His Blindness Text Bihar Board Question 3.
Who is the ‘Maker’ in this Sonnet?
Answer:
God is the ‘Maker’ in this Sonnet?

On His Blindness Bihar Board Question 4.
Is God a hard taskmaster?
Answer:
No, God is a kind-hearted master who needs nothing from man.

On His Blindness Poem Bihar Board Question 5.
Does God require his appreciation?
Answer:
No, God has no dearth of agents to do His work. He does not require a man’s appreciation in any way.

On His Blindness Poem In Hindi Bihar Board Question 6.
Is Milton afraid of the Almighty?
Answer:
Yes, because he feels that God had given him the poetic talent to use it in the services of his Maker.

On His Blindness In Hindi Bihar Board Question 7.
Discuss the meaning of the closing line, “They also serve who only stand and wait.”
Answer:
There are some angles who do not perform any active duty. They merely stand before God humbly and submissively. They are also the faithful servant’s God.

C.1. Long Answer Type Questions:

On His Blindness Poem Pdf Bihar Board Question 1.
Discuss the poet’s feelings and emotions.
Answer:
Milton feels that he possesses the gift of writing poetry. Since he is blind, he cannot but it is to any use despite the fact that he is keen to do so. In fact, it is no use for him, at the moment. He laments that loss of eyesight and his inability to exploit the gift of poetry he has been endowed by Him.

Question 2.
Why is the poet sad? What happened to him?
Answer:
The poet is sad because he has lost his eyesight in his middle age. And with this, he has lost his ability to write poetry. He is, therefore, sad about how to serve God.

Question 3.
Why does the poet fear God in this poem?
Answer:
He feared that after, his death on the Day of Judgment, God would chide him for having wasted his talent.

Question 4.
Which do you think is superior-insight or eye-sight?
Answer:
Eye-sight is no doubt very superior. Life without eye-sight is nothing. Nothing can be imagined unsightly without having seen by our eyes. How can we imagine colours, the rising sun the purple-headed mountain etc? The scientific invention is not possible without eyesight. So in my opinion eye-sight is superior to insight.

Question 5.
How does the poet get consolation?
Answer:
The poet questioned himself whether God would be so unjust as to ask him fo work after having deprived him of his eye-sight. He got the reply from his own experience, and thus he got the consolation.

Question 6.
Who answered his Question?
Answer:
It was a poet’s insight power who answered his Question.

Question 7.
Is God absolutely merciful? Is he a king of kings?
Answer:
The poet felt very much relieved to learn this he must bear ‘His mild Yoke’. He realised that God is really kind, just and merciful. He further learned that God is the king of kings. He has thousands of angles and other fast-moving agents as His servants. They are constantly carrying out His orders all over the universe. So, He is a king of kings.

Question 8.
Will God forgive the poet?
Answer:
Yes, because he would have to surrender completely to the will of God. Thus he would be forgiven by Him.

Question 9.
Do you think that God needs only humble Submission? Give arguments.
Answer:
We are living in the kingdom of God. Who is the king of all kings? God has no dearth of agents to carry on His orders. God does not require any account of any gift bestowed by Him on man. What He wants from a man is an ungrudging resignation to His will and man unflinching faith in Him. God considers such people to have discharged their duties even though they did nothing and kept themselves ready to obey’God’s order whatever it might be, and, thus even those who only stand and wait ‘are regarded as good workers by God. So their humble submis¬sion served God.

Question 10.
What lesson do you learn from the poem?
Answer:
The lesson ‘On His Blindness’ the poet teaches us that we must bear with our misfortunes and sorrows without complaining about them or losing faith in God and His justice. We must understand that whatever condition we are in. it is according to God’s will.

C.2. Group Discussion

Discuss the following in groups or pairs.

Question 1.
The value of eyes in life.
Answer:
Eyes are vital parts of our body. It is eyes which are organs of sight. We see with our eyes. The beauty of nature, colours of butterflies and flowers, sky and every, the thing can be seen only and only by our eyes Colours cannot be known by touching them. We can enjoy seeing sights. We can fly aeroplanes if we have eyesight. In nutshell, we should know if we have eyes the world is ours.

Question 2.
Loss of vision leads to suffering and problems in life.
Answer:
Eyes are organs of our body which give us the vision to know anything or the world without them we have to suffer a lot. We can’t go in a hurry to anywhere. We can’t move freely on the busy road. A blind man has danger at every step. Life becomes dull. A blind man feels utterly dejected. He feels that life would be totally meaningless. There are suffering and problems all around.

Comprehension Based Questions with Answers

1. When I consider how my light is spent
Ere half my days, in this dark world and wide,
And that one talent, which is death to hide,
Lodged with me useless, though my soul more bent
To Serve there with my Maker, and present
My true account, lest He, returning, chide;

Questions:

  1. Name the poem and the poet.
  2. What is it that the poet consider?
  3. What is lodged with the poet?
  4. What is the talent of the poet?
  5. What makes the poet so keen and why?

Answers:

  1. The name of the poem is On His Blindness and its poet is John Milton.
  2. Milton feels that he has become blind before he has lived half the span of his life. He also feels that having been denied eye-sight he cannot write poetry.
  3. The talent for writing the poetry is lodged with the poet. It has become useless because the poet has become blind. Now he cannot write poetry.
  4. Milton refers here to his eminent ability in the art of writing poetry.
  5. The first thing is that his poetic gift is going waste. The second thing is that he is very anxious to serve God with his poetry. The third thing is that he is afraid that if he fails to do all these, he might earn God’s anger.

2. ‘Doth God exact day-labour, light denied?’
I fondly ask: but Patience, to prevent
That murmur, soon replies, God doth not
Either man’s work, or His own gifts, who best
Bear His mild yoke, they serve Him best His state
Is kingly: thousands at His bidding speed.
And post o’er land and Ocean without rest;
They also serve who only stand and wait.”

Questions:

  1. What is the force of fondly’?
  2. What is his ‘murmur’? Who prevents this murmur?
  3. What is God’s Yoke? Why does Milton call it ‘mild’?
  4. In what does, according to Milton, the best services of God lie?
  5. What lesson does the Sonnet teach us?

Answers:

  1. Milton asks himself if God wanted him to do his labour of writing poetry even he had become blind.
  2. His murmur is his grumbling. He murmurs that God will punish him for not making use of his poetic talent. Patience prevents this murmur.
  3. Milton has employed the word here to point out the duty which God has assigned us all, or the burden or responsibilities with which we begin our earthly life.
  4. The best service of God lies in developing a spirit of resignation to his will in ourselves and in suffering the hardships and difficulties of life.
  5. We must bear with our misfortunes and sorrows without complaining about them or losing faith in God and His justice.

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Bihar Board Class 9 Hindi Solutions पद्य Chapter 2 मंझन के पद

Bihar Board Class 9 Hindi Book Solutions Godhuli Bhag 1 पद्य खण्ड Chapter 2 मंझन के पद Text Book Questions and Answers, Summary, Notes.

BSEB Bihar Board Class 9 Hindi Solutions पद्य Chapter 2 मंझन के पद

Bihar Board Class 9 Hindi मंझन के पद Text Book Questions and Answers

मंझन की कविता Bihar Board Class 9 Hindi प्रश्न 1.
कवि ने प्रेम को संसार में अँगूठी के नगीने के समान अमूल्य माना है। इस पंक्ति को ध्यान में रखते हुए कवि के अनुसार प्रेम स्वरूप का वर्णन करें।
उत्तर-
प्रस्तुत पंक्तियों में महाकवि मंझन ने प्रेम के सही स्वरूप को व्याख्या करते हुए उसकी तुलना अंगूठी के नग से की है। जिस प्रकार बिना नग के अंगूठी का कोई महत्व नहीं होता ठीक उसी प्रकार इस नश्वर संसार में बिना प्रेम के जीवन निस्सार है, निरर्थक है। प्रेम अनमोल वस्तु है। प्रेम उसी मनुष्य के पास मिल सकता है जो अवतारी पुरुष हो, असाधारण पुरुष हो। सामान्य पुरुष के पास प्रेम मिल ही नहीं सकता। प्रेम अलौकिक चीज है जिसके लिए सर्वस्व त्याग की भावना रखनी पड़ती है।

Bihar Board Class 9 Hindi Book Solution प्रश्न 2.
कवि ने सच्चे प्रेम की क्या कसौटी बताई है?
उत्तर-
कवि की दृष्टि में प्रेम का महत्व अनमोल है। प्रेम की प्राप्ति के लिए पहले स्वयं को मारना पड़ता है। कहने का भाव यह है कि सांसारिक मोह-माया, तृष्णाओं, वासनाओं से दूर रहना पड़ता है। इस सृष्टि का सृजन स्वयं ब्रह्मा ने प्रेम के वशीभूत होकर ही की थी।
कवि के कथनानुसार कोई भाग्यशाली व्यक्ति ही प्रेम को प्राप्त कर सकता है। प्रेम बहुत ऊँचा शब्द है और शाश्वत है। इसीलिए कवि ने साफ-साफ लिखा है कि प्रेम के पंथ में जो अपने को बलि चढ़ाए वही राजा है, वही महान है और तब ही प्रेम का भी महत्व है।

Bihar Board 9th Class Hindi Book Solution प्रश्न 3.
‘पेम गहा बिधि परगट आवा’ से कवि ने मनुष्य की किस प्रवृत्ति की ओर संकेत किया है?
उत्तर-
उपरोक्त पंक्तियों में महाकवि मंझन ने प्रेम की अमरता और उसकी महत्ता का वर्णन करते हुए मनुष्य के जीवन में व्याप्त अनेक वासनाओं, तृष्णाओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया है। इस संसार की सृष्टि खुद ब्रह्मा ने प्रेम के कारण ही की। यह संसार रहेगा तभी प्रेम रहेगा और प्रेम रहेगा तभी ईश्वर की महत्ता भी रहेगी। इन पंक्तियों में कहना है कि ईश्वर के द्वारा कवि का प्रेम के कारण ही संसार का निर्माण किया जिसमें मनुष्य की सृष्टि की। मनुष्य की अनेक तामसिक प्रवृत्तियाँ होती हैं जो उसके मोक्ष के मार्ग को अवरुद्ध रखती है। इसीलिए इस नश्वर संसार में मनुष्य के लिए अमरत्व आवश्यक है, लेकिन यह तभी संभव है जब वह इसके लिए अपने को भौतिकता से ऊपर उठाए और सत्यपोषण में स्वयं को न्योछावर कर दे। उसे सच्चे प्रेम की प्राप्ति स्वतः हो जाएगी।

Bihar Board Solution Class 9 Hindi प्रश्न 4.
आज मनुष्य ईश्वर को इधर-उधर खोजता-फिरता है लेकिन कवि मंझन का मानना है कि जिस मनुष्य ने भी प्रेम को गहराई से जान लिया स्वयं ईश्वर वहाँ प्रकट हो जाते हैं। यह भाव किन पंक्तियों से व्यंजित होता है।
उत्तर-
“प्रेम के आगि सही जेइ आंचा।
सो जग जनमि काल सेउं बांचा। मंझन के उपरोक्त पंक्तियों में यह बात साफ-साफ झलकती है कि जो प्रेम की ज्वाला यानि आँच को बर्दाश्त कर लेता है, वही काल के आगे टिक पाता है। काल उसे मार नहीं सकता। जिसने प्रेम की शरण ले ली उसको कोई नहीं मार सकता। जो सांसारिक वासनाओं एवं तृष्णाओं से युक्त होकर जीता है वही अमरत्व यानि ईश्वर को प्राप्त कर सकता है।

Bihar Board Class 9 Hindi Solution प्रश्न 5.
कवि की मान्यता है कि प्रेम के पथ पर जिसने भी अपना सिर दे दिया वह राजा हो गया। यहाँ ‘सिर’ देना का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
महाकवि मंझन ने अपने पद में
“सबद ऊँच चारिहुं जुग बाजा।
पेम पंथ सिर देई सो राजा।” सिर देने का प्रयोग किया है। उसका भाव यह है कि प्रेम के पंथ में जो स्वयं को बलि चढ़ा दे, वही राजा है, वही महान है। ‘सिर देना’ का अर्थ हुआ स्वयं को बलिवेदी पर चढ़ा देना यानि सर्वस्व त्याग की भावना। अलौकिक प्रेम बलिदान खोजता है। त्याग खोजता है। वह तृष्णाओं, वासनाओं की चकाचौंध में नहीं रहनाचाहता। ‘प्रेम’ यहाँ अलौकिक भाव तत्व से जुड़ा है। ईश्वर भक्ति में भी चाहे प्रेम, प्राप्ति के लिए एकनिष्ठता आवश्यक है। अपने सिर को बलि दे देने पर ही सच्चे प्रेम की प्राप्ति संभव है।

Bihar Board 9th Class Hindi Book Pdf प्रश्न 6.
प्रेम से व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? पठित पदों के आधार पर तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए।
उत्तर-
इस नश्वर संसार में प्रेम अँगूठी के नग के समान है। जिस प्रकार अंगूठी की महत्ता नग के कारण बढ़ जाती है, ठीक उसी प्रकार मनुष्य का जीवन भी प्रेम बिना निरर्थक है।

प्रेम का व्यक्ति के जीवन पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। इसके बिना यह जीवन निरर्थक और निस्सार लगता है। वह व्यक्ति के जीवन की ज्योति है, आभा है जिसकी चमक से वह इस दुनिया में विशिष्ट स्थान पाता है। प्रेम के अलौकिक गुणों से संपन्न मनुष्य अवतारी पुरुष कहलाता है। वह सामान्य कोटि के मनुष्य से अलग दिखाई पड़ता है। उसके व्यक्तित्व में विराटता और गंभीरता स्पष्ट झलकती है।

भाग्यशाली व्यक्ति के ही भाग्य में प्रेम सुहाग सदृश काम करता है। चारों युगों में प्रेम का महत्व बरकरार रहता है अतः उसके प्रभाव से व्यक्ति अमरता को प्राप्त करता है। वह इस संसार ही नहीं अलौकिक जगत में भी काल पर विजय प्राप्त कर लेता है। वह कालजयी महान आत्मा के रूप में पूजित होता है।

प्रेम के वशीभूत तो खुद ईश्वर रहते आए हैं। इसी प्रेम के कारण तो उन्होंने संसार की सृष्टि की। अतः इस लौकिक जगत में भी और अलौकिक जगत दोनों में प्रेम के प्रभाव से मनुष्य का जीवन देदीप्यमान, अमरत्व एवं कालजयी रूप को प्राप्त कर लेता है।

सप्रसंग व्याख्या

Bihar Board Class 9 Hindi Solutions प्रश्न 7.
“पेम हाट चहुं दिसि है पसरीगै बनिजौ जो लोइ।
लाहा और फल गाहक जनि डहकावे कोइ॥ प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ महाकवि मंझन के प्रथम पद से उद्धृत की गयी हैं। ये पद हमारी पाठ्य पुस्तक में संकलित है। इस पंक्तियों का प्रसंग प्रेम के हाट और खरीददार एवं विक्रेता के संबंधों से जुड़ा हुआ है।

प्रस्तुत पंक्तियों के द्वारा कवि मंझन कहना चाहते हैं कि अरे प्रेम का बाजार तो संसार भर में फैला हुआ है जिसका मन करे वह इस प्रेम के सौदे की खरीद-बिक्री कर ले।

इस सौदागिरी में किसी को घाटा नहीं है। न बेचने वाले को न खरीदने वाले को। इन पंक्तियों में इस नश्वर संसार में प्रेम को महत्ता का कवि ने वर्णन किया है।

कवि का कहना है कि प्रेम अनमोल और बहुमूल्य वस्तु है। वह अंगूठी में नग की तरह है। अतः इस संसार रूपी हाट में प्रेम के खरीदने-बेचनेवालों की कवि सलाह देता है कि समय रहते प्रेम की खरीददारी कर लो। समय बीत जाने पर पछताना न पड़े क्योंकि प्रेम की खरीद-बिक्री में किसी को घाटा नहीं होने वाला है। इन पंक्तियों में आध्यात्मिक प्रेम की चर्चा करते हुए इस भौतिक जगत से मुक्ति और अमरत्व प्राप्ति के लिए प्रेम की खरीददारी करना यानि प्रेम की शरण गहना आवश्यक है।

भाव-सौंदर्य स्पष्ट करें :-

Class 9th Hindi Bihar Board प्रश्न 8.
(क) एक बार जौ मरि जीउ पावै।
काल बहुरि तेहि नियर न आवै।
उत्तर-
ये पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक से महाकवि मंझन के पद से ली गई _हैं। इन पंक्तियों में कवि के कहने का भाव यह है कि जो व्यक्ति एक बार अपने जीवन के महत्व को समझते हुए इसपर विजय प्राप्त कर लिया यानि स्वयं को एक बार मार लिया उसके पास दूसरा कोई भी फटक नहीं सकता।

कवि के कहने का भाव यह है कि मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के लिए स्वयं को मारना पड़ता है। ‘जिन’ बनना पड़ता है। इस नश्वर भोग-विलासी संसार के माया जाल से स्वयं को ऊपर उठाते हुए ही मनुष्य शिखर पर चढ़ सकता है।

स्वयं को मारने वाला ही व्यक्ति अमरत्व को, प्राप्त कर सकता है और काल भी उसके निकट नहीं आता। इन पंक्तियों में आध्यात्मिक भाव का पुट है। कवि इस लौकिक जगत के मोह माया से ऊपर उठकर स्वयं को न्योछावर यानि बलिवेदी पर चढ़ने का आह्ववान करता है वही पुरुष मृत्यु पर विजय प्राप्त करता है।

मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के लिए स्वयं के अस्तित्व को मिटाकर ब्रह्म यानि सत्य के निकट पहुँचना आवश्यक है।

Class 9 Hindi Book Bihar Board प्रश्न 8.
(ख) मिरितुक फल अंब्रित होइ गया। निहचै अमर ताहि के कया।
उत्तर-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक में संकलित मंझन के पद से ली गई हैं। इन पंक्तियों का भाव-सौंदर्य यह है कि जो व्यक्ति संसार की वासनाओं तृष्णाओं को छोड़ देता है अर्थात् उसके पीछे नहीं भटकता अर्थात् उसके लिए वह निष्प्राण होकर जीता है, उसको तो अमरता का फल प्राप्त हो जाता है। ऐसे व्यक्ति की काया निश्चित रूप से अमर हो जाती है।

इन पंक्तियों में कवि ने लौकिकता से ऊपर उठकर अलौकिक जगत की ओर उन्मुख होने का संकेत करता है। कवि का कहना है कि अमरत्व प्राप्ति यानि मृत्यु से छुटकारा पाने के लिए सत्यपथ का गमन आवश्यक है। वह सत्य पथ है-प्रेम का अनुसरण करना।
प्रेम शाश्वत एवं अनमोल वस्तु है। बिना उसके मोक्ष संभव नहीं। इस प्रकार मृत्यु से मुक्ति प्रेम भक्ति ही दिला सकती है। प्रेम के महत्व की व्याख्या सभी कवियों ने मुक्त कंठ से की है।

Bihar Board Class 9th Hindi Solutions प्रश्न 9.
प्रेम के सर्वस्व समर्पण से व्यक्ति के निजी जीवन में आत्मिक सुंदरता आ जाती है, यह परिपक्वता कवि के विचारों में किस प्रकार आती है, स्पष्ट करें।
उत्तर-
उपरोक्त पंक्तियों में महाकवि मंझन ने प्रेम के महत्व का वर्णन करते हुए कहा है कि जिस आदमी के हृदय में प्रेम की ज्योति जलती है, वह कोई साधारण मनुष्य नहीं होता, वह अवतारी या असाधारण पुरुष होता है।

ब्रह्मा ने प्रेम के कारण ही इस संसार की सृष्टि की है। प्रेम ऐसा बहुमूल्य तत्व है कि इसके जोड़ का कोई तत्व नहीं। प्रेम जिसको प्राप्त हो जाता है उसका जीवन सार्थक हो जाता है। वह व्यक्ति प्रेम के सुहाग को प्राप्त कर लेता है। प्रेम शब्द का महत्व सदैव रहा है और आगे भी रहेगा। इसका मूल्य शाश्वत है।

प्रेम की सौदागिरी करने वाला व्यक्ति कभी भी घाटे में नहीं रहता। खरीदने वाला हो चाहे बेचने वाला दोनों को लाभ मिलता है।
प्रेम की शरण में रहने वाले को काल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। संसार में अनेक उदाहरण हैं जिन्होंने प्रेम की अलख जगायी वे अमर हो गए। मृत्यु पर विजय प्राप्त कर लिए। सारा विश्व उन्हें नमन करता है। बुद्ध, महावीर, राम, कृष्ण इसी परंपरा में आते हैं। इस प्रकार प्रेम बिना इस संसार से मुक्ति संभव नहीं। प्रेम की शरण में नियम पूर्वक रहने वाला मनुष्य कालजयी बन जाता है। इतिहास पुरुष बन जाता है। प्रेम, मनुष्य के जीवन एवं व्यक्तित्व में निखार ला देता है। उसमें चमक पैदा कर देता है। उसकी आभा से ज्योति से सारी दुनिया दिशा ग्रहण करती है।
इस प्रकार प्रेम का मानव जीवन में अनमोल महत्व है। इसके अभाव में जीवन की पूर्णता संभव नहीं।

Class 9 Bihar Board Hindi Solution प्रश्न 10.
प्रेम की शरण में जाने पर जीव की क्या स्थिति होती है?
उत्तर-
महाकवि मंझन सूफी काव्यधारा के प्रमुख कवि थे। सूफी कवियों ने लौकिक जगत के क्रिया-कलापों का अपने काव्य में जगह देते हुए प्रकारान्तर से अलौकिक जगत की व्याख्या की है।

यहाँ भी ‘प्रेम’ शब्द का प्रयोग मंझन ने अपने काव्य में अधिकता के साथ किया है। प्रेम की शरण में जाने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्रेम के संसार में विचरण करने वाला मनुष्य राग-द्वेष, भय-लोभ से मुक्त हो जाता है। यह नश्वर संसार उसे अपनी ओर आकृष्ट नहीं कर पाता। ‘प्रेम की पीर’ की व्याख्या सूफी कवियों ने प्रमुखता से की है। जिसने प्रेम को पा लिया उसका जीवन सार्थक हो गया। वह सत्य को पा लिया। वह ईश्वर को पा लिया। वह इस भौतिक संसार से ऊपर उठ गया। वह कालजयी बन गया। काल भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। काल भी उसके त्याग बलिदान और कर्म से घबराता है। प्रेम के वशीभूत होकर ही जीवन को भौतिक जगत से मुक्ति मिल सकती है। इस प्रकार प्रेम सर्वोपरि है, अनश्वर है।, शाश्वत है।

जो बलिदानी पुरुष है उसे ही प्रेम से साक्षात्कार संभव है। प्रेम को खरीदने वाला और बेचने वाला दोनों को घाटा नहीं होता है यानि दोनों अमरत्व को प्राप्त करते हैं।

जो मृत्यु पर विजय प्राप्त कर ले वही कालाजयी पुरुष कहलाता है। यह तभी संभव है जब वह प्रेम की शरण में रहता हो। जो वासनाओं, तष्णाओं से मुक्त हो, सांसारिक मोह-माया से निर्लिप्त हो वही ‘जिन’ कहलाता है।

काल से भयभीत हुए मनुष्य को तो सदैव प्रेम की शरण गहनी चाहिए। जगत में प्रेम की महत्ता है, शाश्वत मूल्य है। वह अमरत्व प्रदान करने वाला है। मोक्ष दिलाने वाला है। जीवन को सुहागमय बनाने वाला है। अतः सच्चे मनुष्य को प्रेम की शरण सदैव पकड़नी चाहिए।

नीचे लिखे पद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें।

1. पेम अमोलिक नग संयसारा। जेहि जिअं पेम सो धनि औतारा।
पेम लागि संसार उपावा। पेम गहा बिधि परगट आवा।
पेम जोति सम सिस्टि अंजोरा। दोसर न पाव पेम कर जोरा।
बिरुला कोई जाके सिर भागू। सो पावै यह पेम सोहागू।।
सबद ऊँच चारिहुं जुग बाजा। पेम पंथ सिर देइ सो राजा।
(क) पाठ और कवि का नाम लिखें।
(ख) कवि ने अमूल्य प्रेम की उपमा किससे दी है, और क्यों?
(ग) कवि की दृष्टि में कौन अद्वितीय हैं तथा कैसे?
(घ) कवि किसको राजा मानता है? कारण-सहित स्पष्ट करें।
(ङ) “पेम गहा विधि परगट आवा’ पद्य-पंक्ति का अर्थ स्पष्ट करें।
उत्तर-
(क) पाठ-कड़बक, कवि-मंझन

(ख) कवि की दृष्टि में प्रेम जीवन का महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। यह एक अमूल्य और दिव्य भाव है। इस भौतिक संसार में कवि के अनुसार यह अंगूठी के नगीने _ की भाँति अमूल्य है। इसकी इस अमूल्यता का कारण इसकी महनीयता तथा महत्ता है। हमारे जीवन में इस प्रेम-भाव की महिमा और गरिमा इतनी विशिष्ट है कि कोई इसका मूल्य लगा ही नहीं सकता।

(ग) कवि की दृष्टि में इस संसार में प्रेम के समान उच्च कोटि का अतिशय महत्त्वपूर्ण भाव और कोई दूसरा नहीं है। इसलिए कवि ने इसे अनुपम और अद्वितीय कहा है-“दोसर न पाव प्रेम कर जोरा।” प्रेम के जोड़ में इसके समकक्ष में कोई और दूसरा भाव नहीं है। इसके विलक्षण सुप्रभाव के आलोक में कवि ने वरदान रूप प्राप्त इस दिव्य भाव की प्रशंसा इस रूप में की है।

(घ) कवि उस नरपुंगव को राजा मानता है जो अपने प्रेम की दिव्यता की रक्षा में अपना सिर कटा देता है, अर्थात अपने प्राण का उत्सर्ग कर देता है। कवि के अनुसार प्रेम की गरिमा प्राण की गरिमा से ज्यादा महत्त्वपूर्ण होती है। इसकी गरिमा की रक्षा इसलिए तो प्राणों की बलि चढ़ाकर भी की जाती है। जो व्यक्ति । ऐसा करता है वही नरपुंगव अर्थात् सच्चे अर्थ में राजा कहलाता है।

(ङ) इस कथन के माध्यम से कवि यह कहना चाहता है जिस मनुष्य ने । भी प्रेम के गहरे रूप और रहस्य को अच्छी तरह समझकर अपने-आपको उसके रंग में रंग लिया है, अर्थात् प्रेम को गहराई से समझकर उसे अपने जीवन में उतार लिया है, वहाँ स्वयं ईश्वर प्रकट हो जाते हैं, अर्थात् वह व्यक्ति स्वयं ईश्वरत्व की गरिमा से मंडित हो जाता है। उसका व्यक्तित्व ईश्वरीय गुणों से भूषित हो जाता है।

2. अमर न होत कोइ जग हारे। मरि जो मरै तेहि मींचु न मारे।
पेम के आगि सही जेई आंचा। सो जग जनमिकाल सेउं वाचा।
पेम सरनि जेई आपु उबारा। सो न मरै काहू कर मारा।
एक बार जौ मरि जीउ पावै। काल बहुरि तेहि नियर न आवै।
मिरितु क फल अंबित होइ गया। निह अंमर ताहि के कया।
उत्तर-
(क) पाठ-पद, कवि-मंझन

(ख) कवि.प्रेम की महत्ता का विवेचन करता है। प्रेम अमर और दिव्य भाव है। यह पवित्र भाव आत्मा और परमात्मा के बीच के अंतर को दूर करता है। जिसने स्वयं प्रेम पथ का संधान कर लिया वही प्रेम का मर्मी है। अतः, जो सच्चे अर्थ में प्रेमी है और प्रेमानुभूति से भरा हुआ है, वह मरकर भी अमर है। उसकी यश काया शाश्वत गारिमा-मंडित होकर अमरत्व का सुख भोगती है।

(ग) इस प्रश्न के उत्तर के लिए उपयुक्त प्रश्नोत्तर ‘ख’ देखें। ।

(घ) प्रेम रस में पगा और प्रेमानुभूति से भरा प्रेमी व्यक्ति प्रेम के रक्षार्थ यदि मर भी जाता है तो मरने के बाद उसको प्रभूत यश मिलता है, और उसकी यशोकाया का पुनर्जन्म हो जाता है उसके लिए मृत्यु तो अमृत का वरदान लेकर आती है। वह इस रूप में नवजीवन प्राप्त करता है।

(ङ) इस पद में मंझन ने प्रेम और सच्चे प्रेमी के महत्त्व का दिग्दर्शन कराया है। कवि की दृष्टि में सच्चा प्रेमी अपने प्रेमभाव की रक्षा के लिए और उसके गौरववर्द्धन के लिए अपने प्राण की बाजी भी लगा देता है और यही उसके प्रेम की कसौटी भी है। ऐसा ही सच्चा प्रेमी मरकर भी अमर हो जाता है। ऐसे प्रेमी के लिए है। प्रेम में मर मिटना अमृत का वरदान पाना है। उस व्यक्ति की यशः काया की गौरव-गरिमा को मिटाने की सामर्थ्य काल में भी नहीं होती। सार के रूप में कवि का यह कथन प्रेम-भाव के गौरव को इस रूप में कितना ऊँचा उठा देता है जब – कवि यह कहता है कि जिसने प्रेम की आग की आँच सह ली, संसार में उसी का जीवन सार्थक है, उसका नाश और विनाश काल की शक्ति से परे है।